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य संबंध ऄंतरराी

downloaded from : For Exam 1 ( Ind and... · 2018-09-09 · • P41 r4Y %9TTT P41 3TF%?T % FidPdHHlIif TTSR" Tiff d dl-dlR I • Fr 4Y TRTF vfimi % $ fftt tY sntld FTSDI TFT 4 RDI

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  • य सबंधंऄतंरराष्ट्री

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  • Mains365-

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    1. TTTcf sftr 41.1 STTTrT % %?ff % *TP-T WST 4

    1.2. TRrT % HS14) %$ff %FP-T 8

    1.3 T( China)1.3.1. TRcf- TT WJ1.3.2 F .

    12

    12

    16

    28

    30

    30

    32

    34

    1.4. HlR.fdM (Pakistan) .1181.4.1. *tf& 181.4.2. HlP M % RrlRcl-«nP

  • www.visionias.in

    3.5. W

  • Mains365-

    m. www.visionias.in7.6. ?TTTrr- =r> tiMit 102

    8. W (Russia) 103

    8.1. «TTTtT-**T (India-Russia) 103

    9. TTg (USA) 105

    9.1. 3t *)P+i 1059.2 WFfT-siHP+i 106

    9.3. rTTfr 3I*IP=M Rqis 107

    9.5. TFJJT 3) «)P.

  • e- www.visionias.in1. TRTT Hisltfl(India and its Neighbours)

    1.1 STRTT 4 4444TTFT(India s Neighbourhood Relations)TTTcT 4TTR, :3R47STT TTT 3||RT T4 A A $lddl34 % dS'4 4 'R M £\ 41 444 44 cpRT 4 3TrTfifa> f4?TT f4 T?? id41 £1Hd I 4 44 f TTR f> I H.slffl %$T, rd K rfld 3Hd £ld[)H 4 RTCT 3TR 444 44 3TTSTT 'HI w T 44 *44ff4 TT MP ,JIIJH % f4 444frr 4444 TrrRhr 3r4«iqt-TT|R TRPT TTRPIT 4 snfsfo ,JI 3IHPSI4 %\2014 4 T44 TT4 (South Asian Association for Regional Cooperation: SAARC) 444 4 Rrr# 4t Tf 4KT>K 4S'TTT-'UrKd ddK I$ 4 SHIdRd TT 'HKd 44 4q *§S TiR 41R 44 9R3TR 4t 44l H

  • Mains365-

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    तंरराष्ट्र

    ीय स

    बंधं

    lafo/kku

    आस फोरम के ईद्देश्य वनर्ददि करते हैं कक, “चीन और दवक्षण एवशयरइ दशेों को सहयोग को मजबूत करने, सहयोग में विस्तरर

    करने, सहयोग पररयोजनरओं को कक्रयरवन्ित करने तथर सहयोग गुणििर में सुधरर करने हतेु ऄंतःकक्रयर को ऄपेक्षरकृत ऄवधक

    सुदढ़ृ करनर चरवहए।”

    यह BRI कर एक भरग ह ैतथर आसकी स्थरपनर एवशयर में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़रिर दनेे हतेु की गइ ह।ै

    विश्लेषण

    CSACF में भररत की भरगीदररी भररत के BRI के बवहष्करर के कदम से वभन्नतर दशराती है। आस प्रकरर यह व्यरपरर और

    संप्रुभतर के मुद्दों के मध्य एक स्पि ऄंतर ककये जरने को आंवगत करती है।

    आसे कुछ विद्वरनों द्वररर सरका के विकटप के रूप में भी दखेर जर रहर है। सरका में चीन पयािेक्षक के दजे से अगे दजरा प्ररप्त करने में

    ऄसमथा रहर ह ैतथर ऄंशत: सरका की ऄपनी कमजोररयों के कररण भी आस फोरम को सरका के विकटप के रूप में दखेर जर रहर

    ह।ै

    ऄब चीन ऄपने व्यरपरर और अर्डथक लरभों हतेु नए फोरम कर ईपयोग कर सकतर ह।ै यह ऄपने वहतों की पूर्डत हतेु भररत कर

    ईपयोग कर सकतर ह ैऄथिर ककसी विवशि दशे यर दशेों के समूह के सरथ ऄपनी शतों पर समझौतर कर सकतर ह।ै

    यह ऄन्य भरगीदरर दशेों को यह ऄनुभि करिर सकतर ह ैकक भररत ईनमें से ही एक ह ैन तो विशरल और न ही शवक्तशरली

    (सरका के विपरीत) तथर स्ियं को ईनके स्थरयी वमत्र के रूप में प्रस्तुत कर सकतर ह।ै

    यद्यवप भररत ईभरती पररवस्थवतयों तथर दवक्षण एवशयर में चीन के ऄवतक्रमण से ऄनवभज्ञ नहीं है, परन्तु भररत को CSACF के

    सरथ और आसके परे जरकर सरका को पुनजीवित करने हतेु ऄपने दवृिकोण की समीक्षर करने की अिश्यकतर ह।ै

    भररत की हरडा पॉिर करयानीवत: भररत की दवक्षण एवशयर में केन्िीय ऄिवस्थवत ह ैतथर भौगोवलक और अर्डथक रूप से यह सबसे

    विशरल दशे है। ऄत: यह ऄपेक्षर की जर सकती ह ै कक भररत कर ईसके प्रत्येक पड़ोसी दशे पर ऄवधक प्रभरि होगर। परन्तु ऄनेक

    ऄिसरों पर भररत की हरडा पॉिर करयानीवत ऄप्रभरिी वसि हुइ ह:ै

    o िषा 2015 में नेपरल सीमर पर ऄिरोध तथर भररतीय सहरयतर में एक ऄनुिती किौती ने नेपरली सरकरर को ईनके संविधरन

    में संशोधन हतेु बरध्य नहीं ककयर जबकक भररत ऄपेक्षर कर रहर थर कक ईपयुाक्त कदम ईठरकर नेपरल को संविधरन संशोधन हते ु

    बरध्य ककयर जर सकतर है। संभितः आन कदमों ने िहरं भररत की वस्थवत को विपरीत रूप से प्रभरवित ककयर।

    o िषा 2015 में भररतीय प्रधरनमंत्री द्वररर मरले यरत्रर को रद्द करनर तथर मरलदीि में अपरतकरल की अलोचनर भी मरलदीि

    सरकरर में भररत की आच्छरनुरूप पररितान करने में ऄसफल वसि हुइ। आसकर विपरीत प्रभरि पड़र तथर मरलदीि ने भररतीय

    नौसेनर के “वमलन” ऄभ्यरस में भरग लेने से आंकरर कर कदयर।

    ररजनीवतक वििरद: विवभन्न कररणों से सरका के सदस्यों के सरथ भररत के सम्बन्ध अदशा नहीं ह ैयर ररजनीवतक रूप से विपरीत

    पररवस्थवतयों कर सरमनर कर रह ेहैं।

    o मरलदीि के ररष्ट्रपवत यरमीन ऄब्दलु गयूम ने विपक्ष के विरुि दमनरत्मक कररािरइ कर, चीन को अमंवत्रत करके तथर

    परककस्तरन को सरका से पृथक करने के भररत के प्रयरसों में भररत कर सरथ नहीं दकेर भररत को चुनौती दी ह।ै

    o नेपरल में के.पी.शमरा ओली सरकरर भररत की प्रथम पंसद नहीं है; तथर दोनों दशेों की नेपरली संविधरन, 1950 की शरंवत एि ं

    वमत्रतर संवध आत्यरकद पर ऄसहमवत ह।ै

    o श्रीलंकर और ऄफगरवनस्तरन से भररत के संबंध विगत कुछ िषों से तुलनरत्मक रूप से बेहतर हैं परन्तु आन दशेों में होने िरले

    अगरमी चुनरि भररत के समक्ष चुनौती प्रस्तुत कर सकते हैं।

    सबंवंधत जरनकररी

    दीघाकरवलक सघंषा

    आससे अशय दो यर दो से ऄवधक देशों के मध्य गंभीर वििरद यर सैन्य संकि और युि विररम की दीघरािवध से ह।ै आस प्रकरर, भररत-

    परककस्तरन और भररत-चीन दीघाकरवलक संघषा के मरमलें हैं। भररत के दीघाकरवलक संघषा को परंच व्यरख्यरत्मक धररणरओं के

    मरध्यम से समझर गयर ह:ै

    संप्रभुतर,

    गठबंधन,

    शवक्त ऄसंतुलन,

    ररजनीवतक मूटय तथर

    घरेलू नीवतयराँ।

    वजनमें से संप्रभुतर की धररणर संभितः सिरावधक महत्िपूणा है।

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    ऄतं

    रराष्ट्र

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    सबंवंधत सुझरि

    आन ईवटलवखत कररकों में से कइ कररकों को पूणातः पररिर्डतत करनर ऄत्यंत करठन ह,ै परन्तु दवक्षण एवशयर में भूगोल के मौवलक तथ्यों

    और सरझी संस्कृवत को भी नजरऄंदरज नहीं ककयर जर सकतर ह।ै ऄत: भररत को नेबरहुड फस्िा को पुनः मज़बूत बनरने हतेु ऄपन े

    प्रयरसों पर ऄिश्य ध्यरन केवन्ित करनर चरवहए।

    सॉफ्ि पॉिर: हरडा पॉिर और व्यरिहरररक ररजनीवत के प्रत्यक्ष लरभों के बरिजूद भररत कर ऄत्यंत प्रबल सरधन ईसकी सॉफ्ि पॉिर

    ह।ै ईदरहरणरथा भररत को भूिरन और ऄफगरवनस्तरन में आसके द्वररर प्रदि रक्षर सहरयतर की तुलनर में मुख्य रूप से विकरस सहरयतर

    के कररण सफलतर प्ररप्त हुइ ह।ै आसे दखेते हुए दो िषों की वगररिि के पिरत् 2018 में भररत द्वररर दवक्षण एवशयर हतेु ककये गए

    अिंिन में 6% की िृवि की गयी ह।ै

    चीन के प्रवत दवृिकोण में पररितान: क्षेत्र में चीन की प्रत्येक पररयोजनर कर विरोध करने के स्थरन पर भररत को वत्रअयरमी दवृिकोण

    को ऄपनरनर होगर:

    o पहलर, जहराँ तक संभि हो भररत को चीन के सरथ बरंग्लरदशे-चीन-भररत-म्यरंमरर (BCIM) अर्डथक गवलयररे पर सहयोग

    करनर चरवहए।

    o दसूरर, जब भररत को यह ऄनुभि हो कक कोइ पररयोजनर ईसके वहतों के प्रवतकूल है तो भररत को पररयोजनर कर विकटप

    प्रस्तुत करनर चरवहए। यकद अिश्यक हो तो ईसे ऄपने चतुभुाजीय भरगीदररों (जरपरन, ऄमेररकर तथर ऑस्टे्रवलयर) के सहयोग

    से ऐसर करनर चरवहए।

    o तीसरर, भररत को ईन पररयोजनरओं के सन्दभा में तिस्थ रहनर चरवहए वजनमें हस्तक्षेप की अिश्यकतर नहीं ह।ै सरथ ही सरथ

    ईसे सतत विकरस सहरयतर हतेु ऐसे दवक्षण एवशयरइ वसिरंतों कर विकरस करते रहनर चरवहए वजनकर सम्पूणा क्षेत्र में ईपयोग

    ककयर जर सके।

    अवसयरन दशेों स ेसीख: अवसयरन (ASEAN) की भरंवत सरका दशेों को भी प्ररय: ऄनौपचरररक रूप से बैठक करनी चरवहए, एक

    दसूरे की सरकरर के अंतररक करयों में नरममरत्र कर हस्तक्षेप करनर चरवहए तथर सरकरर के प्रत्येक स्तर पर ऄवधक ऄन्तः कक्रयर

    करनी चरवहए। आसके ऄवतररक्त कुछ विशेषज्ञ यह तका दतेे हैं कक आंडोनेवशयर की भरंवत भररत को भी सरका प्रकक्रयर को ऄवधक

    सरमंजस्यपूणा बनरने हतेु वनणाय वनमराण में गौण भूवमकर वनभरनी चरवहए।

    ‘नबेरहुड फस्िा की सीमरओं को समझनर: िैवश्वक शरसन में ऄपनी ऄवधकररपूणा प्रवतष्ठर प्ररप्त करने हेतु ऄंतरराष्ट्रीय वििीय और

    ररजनीवतक संगठनों में सुधरर के प्रयरस करने के ऄवतररक्त भररत को वनिेश, प्रौद्योवगकी तक पहुाँच, ऄपनी रक्षर एिं उजरा

    अिश्यकतरओं की प्रवतपूर्डत तथर ऄंतरराष्ट्रीय व्यरपरर िरतराओं में ऄपने वहतों की सुरक्षर करने की अिश्यकतर ह।ै ज्ञरतव्य ह ैकक आन

    अिश्यकतरओं की प्रवतपूर्डत ईसके पड़ोसी दशेों द्वररर नहीं हो सकती ह।ै

    हरल ही में अरंभ कुछ पहलें

    विदेश अयर प्रदशे के द्वरर

    यह हरल ही में विदशे मंत्ररलय द्वररर हदैररबरद से प्रररम्भ की गयी एक पहल है।

    यह जन सरमरन्य तक विदशे नीवत के ईद्देश्यों को ले जरने हतेु िर्डधत सरिाजवनक कूिनीवतक पहुाँच कर एक भरग ह।ै

    मंत्ररलय, विदशे नीवत की प्ररथवमकतरओं को सरधररण शब्दों में व्यक्त करने हतेु स्थरनीय मीवडयर के सरथ प्रत्यक्ष ऄतं:कक्रयर

    करेगर। आसके सरथ ही ररजनवयक प्रयरसों के मरध्यम से जन सरमरन्य को प्ररप्त लरभों को स्पि करेगर तथर विदशे नीवत के क्षेत्र

    को जन सरमरन्य के समीप लरएगर।

    आस पहल कर ईद्देश्य विदशे नीवत में रुवच रखन ेिरल ेमीवडयर पशेिेरों कर एक पलू बनरनर और विदशे मंत्ररलय से जुड़ने हते ु

    ईनकर मरगादशान करनर ह।ै

    इ-विदशेी क्षते्रीय पजंीकरण करयरालय योजनर (E-Foreigners Regional Office Scheme: E-FRRO)

    हरल ही में गृह मंत्ररलय ने दशे में E-FRRO योजनर प्रररम्भ की।

    यह एक िेब-अधरररत एप्लीकेशन ह।ै आसकर वनमराण आंवडयन ब्यरूो ऑफ़ आमीग्रशेन द्वररर ककयर गयर ह।ै आसकर ईद्देश्य भररत

    यरत्रर पर अए विदवेशयों को त्िररत और पयराप्त सिेरएं प्रदरन करनर है।

    नए वसस्िम पर E-FRRO कर प्रयोग करते हुए विदशेी नरगररक िीज़र तथर प्रिरस संबंधी 27 सेिरएं प्ररप्त कर सकें गे तथर

    ऄपिरदरत्मक मरमलों को छोड़कर शररीररक रूप से ईपवस्थत हुए वबनर सेिरओं को इ-मेल यर डरक के मरध्यम से प्ररप्त कर

    सकें गे।

    स्िडी आन आंवडयर करयाक्रम

    आसे मरनि संसरधन विकरस मंत्ररलय द्वररर अरंभ ककयर गयर है। आसकर प्ररथवमक ईद्देश्य भररत की एक अकषाक वशक्षण स्थल के

    रूप में ब्ररंसडग कर विदशेी छरत्रों को लवक्षत करनर है।

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    करयाक्रम सबंंधी वििरण

    प्रवतभरशरली विदशेी छरत्रों को शुटक में छूि प्रदरन की जरएगी।

    संस्थरओं द्वररर परत्र छरत्रों कर ईनकी मेररि के अधरर पर चयन ककयर जरएगर। ईदरहरणरथा शीषा 25% छरत्र टू्यशन फीस में

    100% छूि प्ररप्त करेंगे।

    शुटक पर व्यय सबंवंधत ससं्थरन द्वररर िहन ककयर जरएगर, जो क्रॉस-सवब्सडी पर अधरररत होगर यर ईसके मौजूदर वनवधयन

    द्वररर ककयर जरएगर।

    समरन ईद्देश्य हतेु सरकरर द्वररर कोइ ऄवतररक्त नकद प्रिरह प्रस्तरवित नहीं ककयर गयर ह।ै

    1.2. भररत के पड़ोसी दशेों के सरथ नदी जल सबंधं

    (India’s Water Relations with Neighbours)

    भररत, परककस्तरन, चीन, नेपरल, भूिरन और बरंग्लरदशे जैसे दशेों के सरथ कइ सीमरपररीय नकदयों को सरझर करतर ह।ै भररत ने

    ऄपने संबंवधत पड़ोसी दशेों के सरथ सफलतरपूिाक वद्वपक्षीय नदी जल-सरझरकरण संवधयराँ प्रवतपरकदत की ह ैककन्तु विवभन्न कररणों से

    ऄभी भी वििरदों कर समरधरन नहीं हुअ ह।ै

    आन संवधयों में मुख्यतः गंगर (बरंग्लरदशे-भररत), ससधु (भररत-परककस्तरन), और गंडक, महरकरली (भररत-नेपरल) नकदयों के संवध

    अधरररत सरझरकरण प्रबंधन सवम्मवलत हैं। गंडक और महरकरली बेवसन के प्रबंधन में सरझर नदी के जल को विभरवजत करने के वलए

    कोइ फरमूालर तय नहीं ककयर गयर ह ैबवटक यह जल की विशेष मरत्रर की वनकरसी, स्थरनरन्तरण यर ईपयोग के ऄवधकररों पर कें कित

    ह।ै

    सरईथ-नॉथा िरिर ट्ररसंफर प्रोजेक्ि

    सरईथ-नॉथा िरिर ट्ररंसफर प्रोजेक्ि वतब्बती जल को स्थरनरंतररत करने की चीन की एक पररयोजनर है।

    आस पररयोजनर के प्रथम चरण के तहत वतब्बती पठरर के पूिी छोर पर वजन्शर, यरलॉन्ग और दरद ूनकदयों से जल वनकरसी हतेु

    300 ककलोमीिर लम्बी सुरंगों और चैनलों के वनमराण की योजनर ह।ै

    वद्वतीय चरण में, ब्रह्मपुत्र नदी के जल की कदशर को पुनः ईिर की ओर पररिर्डतत ककयर जर सकतर है, जो कक वनचले ऄपिरह

    क्षेत्रों में भररत और बरंग्लरदशे के वलए जल युि की घोषणर के समरन होगर।

    बीसजग ने ईस स्थरन (मोड़) को वचवन्हत ककयर ह ैजहरं ब्रह्मपुत्र भररत में प्रिेश करने से पूिा विश्व के सबसे लंबे और गहरे

    कैवनयन कर वनमराण करती है, जो कक जल और उजरा की अिश्यकतरओं की पूर्डत करने हतेु सबसे बड़र ऄप्रयुक्त भंडरर ह।ै

    आस क्षते्र में भररत के वलए महत्िपणूा कुछ नदी जल प्रबधंन व्यिस्थरओं की वस्थवत आस प्रकरर हैं-

    ब्रह्मपतु्र नदी और भररत-चीन-बरगं्लरदशे सबंंध

    ब्रह्मपुत्र नदी कर ईद्गम वतब्बत से होतर है। आसकर ऄवधकरंश भरग चीन (उपरी ऄपिरह) द्वररर वनयंवत्रत होतर है तत्पिरत यह भररत

    (मध्य ऄपिरह) और बरंग्लरदशे (वनचले ऄपिरह) से ऄपिरवहत होत ेहुए वहन्द महरसरगर में वगरती ह।ै सभी तीनों दशेों की जल

    सुरक्षर के वलए यह नदी ऄत्यवधक महत्िपूणा है, ककन्तु ईनमें से प्रत्येक के वलए आसके वनवहतरथा वभन्न हैं।

    चीन के वलए:

    o ब्रह्मपुत्र, चीन के वलए जलविद्युत विकरस योजनरओं और घरेलू जल की कमी कर समरधरन करने हतेु महत्िपूणा ह।ै चीन द्वररर

    ऄपनी दवक्षण-ईिर जल पररिहन पररयोजनर के मरध्यम से ब्रह्मपुत्र पर बरंध बनरने और नदी जल की कदशर पररिर्डतत करन े

    की योजनर बनरइ गयी ह।ै

    o भररत-चीन के मध्य संचरर और सरमररक विश्वरस को सुदढ़ृतर प्रदरन करने हतेु कइ समझौतर ज्ञरपनों पर हस्तरक्षर ककए जरने के

    बरिजूद यह दोनों पड़ोसी दशेों के मध्य तनरि कर स्रोत ह।ै

    o आसके ऄवतररक्त चीन, भररत और बरंग्लरदशे के सरथ विस्तृत-बेवसन सहयोग में शरवमल होने के वलए ऄवनच्छुक है, परन्तु

    सम्भितः सूचनर सरझर करने और तकनीकी चुनौवतयों के अधरर पर बहुपक्षीय सहयोग हतेु तैयरर है।

    भररत के वलए

    o ब्रह्मपुत्र, भररत में केिल तीन प्रवतशत क्षेत्र से होकर ही ऄपिरवहत होती ह ैलेककन आसकर जल पूिोिर में वनिरस करने िरली

    अबरदी के वलए ऄत्यवधक महत्िपूणा ह।ै

    o मध्यिती ऄपिरह के रूप में भररत की नीवतयरं चीन और बरंग्लरदशे की तुलनर में वभन्न हैं। ये नीवतयरं चीन की बरंध बनरने और

    संभितः नदी के मरगा को पररिर्डतत करने की योजनर, भररत द्वररर ऄपने नदी संबंधी ऄवधकररों की प्ररवप्त की आच्छर तथर

    विद्युत् ईत्परदन और बरंध बनरकर पूिोिर ररज्यों में बरढ़ एिं मृदर के किरि को वनयंवत्रत करने की आसकी अिश्यकतर पर

    वनभार करती हैं।

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    o भररत द्वररर ऄपने क्षेत्र में, शुष्क ऊतु के दौररन ब्रह्मपुत्र की सहरयक नदी तीस्तर के ऄपिरह कर ईपयोग करने के ईद्देश्य से आस

    पर बरंध बनरए गए हैं। यह बरंग्लरदशे की ससचरइ संबंधी अिश्यकतरओं हतेु अिश्यक जल अपूर्डत को बरवधत कर सकते हैं।

    ध्यरतव्य ह ैकक बरंग्लरदशे, बंगरल की खरड़ी में वगरने से पूिा ब्रह्मपुत्र नदी कर ऄंवतम पड़रि ह।ै

    o भररत की बरंग्लरदशे के सरथ ब्रह्मपुत्र से संबंवधत सचतरएं ईसके ऄन्य दशेों के सरथ व्यरपक संबंधों कर ही भरग हैं वजन्हें सयंुक्त

    नदी अयोगों (JRC) तथर तीस्तर एिं गंगर नदी पर विवशि समझौतों के मरध्यम से संचरवलत ककये जर रह ेहैं।

    बरगं्लरदशे के वलए

    o ब्रह्मपुत्र और आसकी सहरयक नकदयों के उपरी ऄपिरह पर वस्थत पड़ोसी दशेों द्वररर की जरने िरली करयािरवहयों से ऄवधकतम

    संभरवित खतरे कर सरमनर बरंग्लरदशे को करनर पड़तर ह ैक्योंकक आसकी अबरदी दशे की सीमर के बरहर से ईद्गवमत नकदयों के

    जल पर ऄत्यवधक वनभार ह।ै

    o बरंग्लरदशे चीन की बरंध-वनमराण योजनरओं और पररदर्डशतर की कमी की तुलनर में भररत की नकदयों से संबंवधत विवभन्न

    गवतविवधयों को ऄवधक सतका तरपूिाक दखेतर ह।ै आन गवतविवधयों में मुख्यतः नदी जोड़ो पररयोजनर, ऄसफल तीस्तर समझौतर,

    ितामरन नदी-जल मरगा पररितान योजनर, गंगर नदी के संसरधनों कर ईपभोग अकद शरवमल हैं। आन गवतविवधयों के कररण शुष्क

    मौसम में ऄपिरह में कमी एिं लिणतर में िृवि की समस्यरएं ईत्पन्न होती हैं।

    o आस नदी से संबंवधत तीनों दशेों में से बरंग्लरदशे ब्रह्मपुत्र बेवसन के विकरस और प्रबंधन हतेु बहुपक्षीय सहयोग कर सिरावधक

    सुदढ़ृतर से समथान करतर है।

    o हरल ही में, भररत और बरंग्लरदशे के संबंधों में सुधरर हुअ है। आस मैत्रीपूणा वस्थवत में तीस्तर नदी समझौते पर हस्तरक्षर ककए

    जरने की अशर व्यक्त की जर रही ह।ै आसके मरध्यम से दोनों दशेों के मध्य ऄन्य सकरररत्मक िरतराओं हतेु ईपयुक्त पररिेश के

    वनमराण की भी अशर ह।ै

    o हरल ही में, संयुक्त नदी अयोग (JRC) द्वररर दोनों दशेों को वमलकर करया करने और प्रबन्धन करने में सक्षम बनरने की योजनर

    के वनमराण के सरथ ही भररत और बरंग्लरदशे के मध्य 10 ऄन्य सीमरपररीय नकदयों की औपचरररक पहचरन की गयी ह।ै

    भररत-बरंग्लरदशे जल सहयोग

    भररत और बरंग्लरदशे के मध्य 54 नकदयरं सरझर होती हैं लेककन दोनों देशों द्वररर केिल एक वद्वपक्षीय नदी जल सरझरकरण

    संवध (गंगर नदी के वलए) संपन्न की गयी ह।ै

    गंगर नदी के जल के सरझरकरण हेतु 1996 में संवध पर हस्तरक्षर ककए गए थे। आसके तहत पररस्पररक सहमवत से तीस िषा की

    ऄिवध के पिरत संवध कर पुनः निीकरण करने कर प्ररिधरन शरवमल ककयर गयर थर। संवध के करयरान्ियन की वनगररनी के वलए

    एक संयुक्त सवमवत की स्थरपनर की गइ ह।ै

    ककन्तु बरंग्लरदशे कर अरोप है कक फरक्कर बैररज (भररत) के बनने के बरद हरर्डडग वब्रज (बरंग्लरदशे) में शुष्क मौसम के समय

    जल प्रिरह में ईटलेखनीय वगररिि हो जरती ह ैवजससे बरंग्लरदशे के कृवष और संबि क्षेत्रों पर गंभीर प्रभरि पड़तर ह।ै

    दोनों दशेों के मध्य नदी जल विभरजन संबंधी चुनौवतयों के समरधरन हतेु 1972 से ही एक भररत-बरगं्लरदशे सयंुक्त नदी

    अयोग (JRC) करयारत है। आसकी स्थरपनर सरझी नदी प्रणरवलयों स ेऄवधकतम लरभ प्ररप्त करने हतेु प्रभरिी संयुक् त प्रयरस

    सुवनवश् चत करने के वलए संपका बनरए रखने के ईद्देश्य से की गयी थी।

    JRC की ऄध्यक्षतर दोनों दशेों के जल संसरधन मंवत्रयों द्वररर की जरती ह।ै

    छह ऄन् य नकदयों ऄथरात् मरनू, मुहरी, कोिइ, गुमती, जलढ़रकर और तोरसर के ऄवतररक्त तीस् तर और फेनी नकदयों के जल के

    बंििररे को लेकर बरंग् लरदशे के सरथ चचरा चल रही है।

    मरनसून के मौसम के दौररन भररत से बरंग् लरदशे की ओर गंगर, तीस् तर, ब्रह्मपुत्र और बररक जैसी प्रमुख नकदयों के संबंध में बरढ़

    पूिरानुमरन अंकड़ों के प्रेषण हतेु एक प्रणरली की स्थरपनर भी की गयी ह।ै

    भररत और नपेरल जल सबंंध

    भररत और नेपरल के मध्य कोसी समझौते पर 1954 में हस्तरक्षर ककए गए थे, लेककन बरद में दोनों सरकररों के मध्य िरतरा रोक दी

    गइ और जल ऄवधकरर संबंधी मुद्दों कर ईवचत रूप से समरधरन नहीं ककयर गयर। 2008 और 2014 में वबहरर में अयी भीषण बरढ़

    कर प्रमुख कररण कोसी नदी ही थी।

    नपेरल भररत मतै्री पररयोजनर

    भररत ने हरल ही में नेपरल को 9.9 करोड़ रुपये की वििीय सहरयतर प्रदरन की ह।ै

    यह ऄनुदरन 2017 में प्रररंभ नेपरल-भररत मैत्री ससचरइ पररयोजनर कर एक भरग है।

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    मैत्री पररयोजनर कर लक्ष्य दशे के दवक्षणी तररइ क्षेत्र के 12 वजलों में 2,700 कम गहररइ िरली टू्यबिेल ससचरइ प्रणरवलयों कर

    वनमराण करनर ह।ै

    यह पररयोजनर लगभग 8,115 हेक्िेयर कृवष भूवम के वलए सभी मौसमों में ससचरइ की सुविधर को सुवनवित करेगी तथर गेहूं,

    चरिल, मौसमी फलों, सवब्जयों और ऄन्य फसलों की ईत्परदकतर बढ़रने एिं पररिररों के सरमरवजक-अर्डथक ईत्थरन में

    सहरयतर करेगी।

    भररत और नेपरल ने 1996 में, महरकरली संवध पर भी हस्तरक्षर ककए। पंचेश्वर बहुईद्देशीय पररयोजनर कर करयरान्ियन महरकरली

    सवंध कर कें ि सबद ुहै। पररयोजनर स्थल कर पयािेक्षण (field investigations) पूणा कर वलयर गयर ह ैलेककन पंचेश्वर पररयोजनर के

    परस्पर स्िीकरया DPR को ऄभी तक ऄंवतम रूप कदयर जरनर शेष है। ितामरन में आसके वलए पयरािरणीय मंजूरी प्रगवत पर ह।ै

    आसकी संरचनर की वनगररनी से संबंवधत संवध के संकदग्ध प्ररिधरनों के कररण पंचेश्वर बरंध पररयोजनर को ऄभी तक करयरावन्ित नहीं

    ककयर गयर ह।ै आसके ऄवतररक्त, नेपरल में आस बरंध के वनमराण के संबंध में व्यरपक जन ऄसंतोष व्यरप्त है।

    सप्त-कोसी ईच्च बरधं पररयोजनर और सन कोसी स्िोरेज कम डरआिजान स्कीम , कमलर और बरगमती बहुईद्देशीय पररयोजनरएं और

    करनरली बहुईद्देशीय पररयोजनर अकद दोनों दशेों के मध्य विचरर-विमशा के विवभन्न चरणों में हैं।

    भररत भिूरन सबंधं

    दोनों दशेों द्वररर “कोम्प्रीहेंवसि स्कीम फॉर आस्िैवब्लशमेंि ऑफ़ हरआड्रो मीरिऄरोलॉवजकल एंड फ्लड फोरकरसस्िग नेििका ऑन ररिसा

    कॉमन िू आंवडयर एंड भूिरन“ (Comprehensive Scheme for Establishment of Hydro-meteorological and Flood

    Forecasting Network on rivers Common to India and Bhutan) योजनर को संचरवलत ककयर जर रहर है। आस नेििका के

    ऄंतगात भूिरन में ऄिवस्थत 32 हरआड्रो मीरिऄरोलॉवजकल स्िेशन शरवमल हैं तथर भररत से प्ररप्त वििीय सहरयतर के मरध्यम स े

    भूिरन की शरही सरकरर द्वररर आनकर रख-रखरि ककयर जर रहर है। आन स्िेशनों से प्ररप्त अंकड़ों कर भररत में बरढ़ के पूिरानुमरन हतेु

    ईपयोग ककयर जरतर ह।ै

    भररत और भूिरन के मध्य बरढ़ प्रबंधन पर विशषेज्ञों कर एक सयंुक्त समहू (Joint Group of Experts: JGE) गरठत ककयर गयर

    ह।ै आसकर ईद्देश्य भूिरन के दवक्षणी तलहिी िरले क्षेत्रों और आससे संलग्न भररत के मैदरनी क्षेत्रों में बरढ़ की पुनररिृवत और ऄपरदन के

    संभरवित कररणों एिं प्रभरिों के संबंध में विमशा एिं अंकलन करनर ह।ै यह दोनों सरकररों को ईवचत और परस्पर स्िीकरया

    ईपचरररत्मक ईपरयों की ऄनुशंसर करतर है।

    भररत परककस्तरन सबंधं

    भररत और परककस्तरन के मध्य पविमी नकदयों (ससधु, झेलम और चेनरब) पर जलविद्युत पररयोजनरओं के वनमराण से संबंवधत कइ

    वििरद के मुद्दे विद्यमरन हैं। आन नकदयों के जल के ईपयोग संबंधी ऄवधकरर 1960 में, ससधु जल संवध पर हस्तरक्षर करने के पिरत

    परककस्तरन को सौंप कदए गए।

    यद्यवप यह संवध भररत को सीमरपररीय प्रिरह को िरस्तविक रूप से पररिर्डतत करने से प्रवतबंवधत करती ह ैतथरवप यह परककस्तरन

    के प्रयोग हतेु वनधराररत नकदयों पर भररतीय सीमर में मध्यम अकरर की रन-ऑफ़-रीिर पररयोजनरओं के संचरलन की ऄनुमवत

    प्रदरन करती है। आसके बरिजूद, भररत द्वररर आस प्रकरर के जलविद्युत संयंत्रों के वनमराण के विलंवबत प्रयरसों के कररण परककस्तरन में

    जलीय ररष्ट्रिरद की भरिनर ईत्पन्न हुइ ह।ै

    दोनों दशेों के बीच के बगवलहरर बरंध वििरद को आंिरनेशनल कोिा ऑफ़ अर्डबटे्रशन तक ले जरयर गयर। आसके ऄवतररक्त ककशनगंगर,

    ररतले पररयोजनर अकद दोनों दशेों के मध्य वििरद के ऄन्य प्रमुख मुद्दे हैं।

    जल स ेसंबवंधत प्रमखु मदु्दे

    पुररनी सवंध: भररत और ऄन्य दशेों के मध्य लगभग सभी वद्वपक्षीय जल संवधयराँ 1960 और 70 के दशक में हस्तरक्षररत की गयी हैं।

    आनमें जलिरयु पररितान के प्रभरि में जल ऄभरि की चुनौवतयों के सरमने अने और िषरा प्रवतरूप में ऄत्यवधक वभन्नतर के कररण जल

    सम्बन्धी दबरि में िृवि की ऄपेक्षर नहीं की गयी थी।

    क्षते्रीय भ-ूररजनीवत: दवक्षण एवशयरइ सीमरपररीय मुद्दों को क्षेत्रीय भू-ररजनीवत से ऄविभक्त रूप से जुड़े हुए हैं क्योंकक सभी मुख्य

    ऄंतर-दशेीय नदी प्रणरली वहमरलय की पररवध में ही वस्थत हैं। सरथ ही यह ईन दशेों को सवम्मवलत करती हैं जो अकरर एिं शवक्त में

    ऄसमरन हैं और वपछले छह दशकों से विवभन्न मुद्दों पर परस्पर संघषारत हैं।

    भररत के घरेलू जल वििरद: 2016 में कदटली में अयोवजत एक ऄंतरराष्ट्रीय नदी संगोष्ठी के दौररन कइ जल विशेषज्ञों द्वररर

    न्यरयसंगत नदी जल सरझरकरण प्रबंधन पर चचरा की प्रभरिशीलतर पर सचतर व्यक्त की गयी। सरथ ही ईन्होंने आस मुद्दे को भी

    ईठरयर कक कें ि के प्रयरसों के बरिजूद भररत कर संघीय ढरंचर तीस्तर समझौते सवहत महत्िपूणा वद्वपक्षीय संवधयों को ऄिरोवधत कर

    रहर ह ै।

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    बहुपक्षीय नदी जल सरझरकरण प्रबंधन कर ऄभरि: बरंध वनमराण और नदी मरगा में पररितान संबंधी गवतविवधयों के कररण ईत्पन्न

    क्षेत्रीय सुरक्षर से संबंवधत सचतरओं के बरिजूद, कुछ ऄपिरदों को छोड़कर दवक्षण एवशयरइ क्षेत्र में कोइ वद्वपक्षीय यर बहुपक्षीय जल

    प्रबंधन समझौतर विद्यमरन नहीं ह।ै

    पररस्पररक ऄविश्वरस: भररत-परककस्तरन और भररत-चीन के मध्य विद्यमरन सीमर वििरद और आनके मध्य हुए युिों के कररण

    परस्पर ऄविश्वरस और संदहे की परम्परर विकवसत हो गयी ह।ै

    ईभरती चनुौवतयर:ं दवक्षण एवशयरइ क्षेत्र में जल के ऄभरि और कृवष संबंधी करठनरआयरं विद्यमरन हैं। आसके ऄवतररक्त भविष्य में आस

    क्षेत्र को तीव्र औद्योगीकरण के कररण उजरा एिं जल की मरंगों में िृवि से सम्बंवधत चुनौवतयों कर भी सरमनर करनर होगर। भूजल कर

    ऄत्यवधक दोहन, लिणतर और असेवनक प्रदषूण अकद ससधु-गंगर के मैदरन में 60 प्रवतशत भूजल को प्रभरवित करतर है।

    जलिरयु पररितान: जलिरयु पररितान के कररण विवभन्न सीमरपररीय नदी बेवसनों की जल की मरत्रर में कमी होने और जल के

    ऄपिरह प्रवतरूप के पररिर्डतत होने की संभरिनर ह।ै

    सचूनर सरझरकरण कर ऄभरि : एवशयर फरईंडेशन की ररपोिा, स्ट्रेंथसनग ट्ररसंपरेंसी एंड ऐक्ससे िू आन्फॉमशेन ऑन ट्ररसंबरईण्ड्ड्री

    ररिसा’ के तहत िर्डणत ककयर गयर ह:ै

    o दवक्षण एवशयर में सीमरपररीय जल प्रबंधन और सहयोग कर ऄत्यवधक ररष्ट्रिरदी, तकनीकी और ईत्सरहपूणा ढंग स े

    प्रवतभूवतकरण ककयर जरतर ह ैवजसमें जल सम्बन्धी अंकड़ों और सूचनरओं को सरकररी विभरगों द्वररर एकवत्रत ककयर जरतर है

    और खंवडत तरीके से रखर जरतर है। यहराँ सूचनरओं को 'नदी बेवसन' स्तर पर व्यिवस्थत रूप से एकत्र नहीं ककयर जरतर ह ै।

    o आसके ऄवतररक्त, वजन दशेों के सरथ बेहतर संबंध हैं ईनके सरथ जल संबंधी सूचनरएं ऄनौपचरररक रूप से सरझर की जरती हैं ।

    ऄन्य मदु्दे: नदी जल-सरझरकरण वििरद, भोजन, जल और उजरा के मध्य जरिल संबंध के कररण ईत्पन्न होते हैं तथर ितामरन समय में

    ‘जल’ ररष्ट्रीय सुरक्षर, ररजनीवतकरण, ऄक्षमतर और ऄविकवसत जल प्रशरसन संस्थरनों कर विषय बन गयर ह।ै

    सझुरि

    ितामरन में जल को भररत में और भररत के बरहर एक ‘जीरो-सम ररसोसा’ (zero-sum resource ) के रूप में दखेर जरतर है। जब तक

    जल कर बंििररर पररस्पररक सरझरकरण, पररदर्डशतर और प्रभरिी शरसन के मरध्यम से नहीं ककयर जरएगर, नदी जल सरझरकरण वििरद

    के समरधरन के सन्दभा में घरेलू और सीमरपररीय स्तर पर कोइ विशेष प्रगवत नहीं की जर सकती।

    घरेल ूस्तर पर:

    o ईपयुाक्त विवशि मुद्दों कर समरधरन करने की अिश्यकतर ह।ै स्थरयी वििरद प्ररवधकरण की स्थरपनर कुछ हद तक आन मुद्दों कर

    समरधरन कर सकती ह।ै

    o चूंकक ऄंतर-ररज्यीय वििरद मुख्य रूप से ऄंतरररज्यीय नकदयों पर बरंध वनमराण के कररण ईत्पन्न होते हैं, ऄतः जहराँ तक संभि

    हो ईवचत वनयंत्रण और संतुलन के मरध्यम से आन मुद्दों की समीक्षर एिं समरधरन ककये जरने की अिश्यकतर ह।ै

    सीमरपररीय स्तर पर:

    o डेिर और सूचनर के स्पि विवनमय के वलए तंत्र और प्रकक्रयरओं के सरथ एक क्षते्रीय जल प्रशरसन ससं्थरन कर वनमराण ककयर

    जरनर चरवहए। आस संबंध में एक क्षते्रीय सीमरपररीय नदी जल सरझरकरण नीवत कर प्रररूप तैयरर ककयर जरनर चरवहए और आसे

    करयरावन्ित ककयर जरनर चरवहए।

    o भररत में जल ररज्य सूची कर विषय ह ैतथरवप सीमरपररीय नदी जल सरझरकरण के मरमले में ररज्यों को केिल सीवमत शवक्तयर ं

    दी जरनी चरवहए। आससे ऄन्य ररष्ट्रीय सरकररें कें ि सरकरर के सरथ िरतरा करने के वलए प्रेररत होंगी।

    o जल संरक्षण और जल से संबंवधत डेिर तक सरिाजवनक और संस्थरगत पहुचं बढ़रने के प्रयरस ककए जरने चरवहए।

    o ऄंत में, सीमरपररीय समझौतों के सफल करयरान्ियन के वलए - प्रत्येक दशे की नीवतयों, करनूनों, संसरधनों और प्रबंधन प्रचलनों

    को एक-दसूरे के सरथ सुसंगत बनरयर जरनर चरवहए तथर अंतररक जल प्रबंधन के स्थरयीकरण हतेु प्रयरस ककए जरने चरवहए।

    आसके ऄवतररक्त, सीमरपररीय नदी जल प्रबंधन को वबसटडग ब्लॉक ऄप्रोच (building block approach) के मरध्यम से बढ़रयर

    जरनर चरवहए।

    विद्युत् और वस्थर जल स्तर की बढ़ती अिश्यकतर के तहत भविष्य में वद्वपक्षीय नदी जल-सरझरकरण सवंध पर पनुर्डिचरर होनर

    चरवहए।

    पड़ोसी दशेों को भररत के सरथ सहयोग के सभंरवित क्षते्र के रूप में जल विद्यतु पर विचरर करने और जलविद्युत डेिर सरझर करने

    की ईवचत विवधयों कर पतर लगरने हतेु करया करनर चरवहए। सरथ ही आन्हें भररत के सरथ विवभन्न नकदयों पर मरनिीय और

    परररवस्थवतकीय सहयोग कर विस्तरर करने की अिश्यकतर है।

    BCIM जैसे व्यरपक बेवसन तंत्र अधरररत समूहों कर वनमराण (चीन, बरंग्लरदशे, भररत और म्यरंमरर के बीच संबंध) क्षेत्र की सरमरन्य

    विररसत के भरग के रूप में वहमरलयी वहमनदों के संरक्षण और वनगररनी स ेसंबंवधत ऄनुसंधरन और करयािरही करने में सहरयक हो

    सकतर ह।ै तरजर जल एक बहुमूटय संसरधन और एक सरमररक संपवि ह ैऔर भूररजनीवत में आसके महत्ि को कम नहीं अंकर जर

    सकतर ह।ै

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    नोि 1: ससधु जल सवंध के विस्ततृ वििरण हते ुकृपयर भररत परककस्तरन वद्वपक्षीय सबंंधों कर सदंभा लें।

    नोि 2: भररत-चीन नदी जल सबंधंो के बररे में विस्ततृ जरनकररी के वलए कृपयर भररत चीन वद्वपक्षीय सबंंध खंड दखेें।

    1.3 चीन( China)

    1.3.1. भररत-चीन संबंध

    (India China Relations)

    सरु्डियों में क्यों?

    हरल ही में भररत और चीन के नेतरओं द्वररर चीन के िुहरन शहर में एक ऄनौपचरररक वशखर सम्मेलन कर अयोजन ककयर गयर।

    भररत और चीन के मध्य विद्यमरन मदु्दे

    बैठक दोनों दशेों के मध्य ितामरन मुद्दों और कइ पररंपररक समस्यरओं की पृष्ठभूवम में हुइ थी। दोनों दशेों के मध्य विद्यमरन मुद्दे

    वनम्नवलवखत हैं:

    सीमर वििरद: भररत और चीन के मध्य लगभग 3,488 ककलोमीिर लंबी सीमर ह।ै आस सीमर के ऄभी तक स्पि रूप से वनधराररत न

    होने के कररण दोनों दशेों को सीमर परर घुसपैठ/ऄवतक्रमण जैसी समस्यरओं कर सरमनर करनर पड़तर ह।ै दोनों दशेों के मध्य

    ऄरुणरचल प्रदशे जैसे कइ वििरकदत क्षेत्र हैं।

    o ऄरुणरचल प्रदशे और स्िेपल िीज़र: चीन द्वररर ऄरुणरचल प्रदशे के वनिरवसयों को स्िेपल िीज़र जररी ककयर जरतर है। आसके

    ऄवतररक्त चीन ने ऄरुणरचल प्रदशे में छह स्थरनों के वलए "मरनकीकृत" अवधकरररक नरमों की भी घोषणर की ह ैक्योंकक चीन

    ऄरुणरचल प्रदशे को वतब्बत कर एक भरग मरनतर ह।ै

    दलरइ लरमर और वतब्बत: दलरइ लरमर ने ऄपने वनिरासन के दौररन एक वतब्बती सरकरर कर गठन ककयर थर जो ितामरन में भी

    वबनर ककसी िरस्तविक ऄवधकरर के जनतर के वलए करयारत है। हरल ही में भररत ने चीन की सचतरओं पर विचरर करते हुए "थैंक य ू

    आंवडयर" करयाक्रमों कर अयोजन स्थल भी पररिर्डतत कर कदयर है।

    अतकंिरद: भररत, परककस्तरन को अतंकिरद कर सबसे बड़र स्रोत मरनतर ह ैजबकक चीन ने संयुक्त ररष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख

    मसूद ऄजहर पर प्रवतबंध लगरने के वलए भररत द्वररर ककये गए प्रयरसों को बरवधत ककयर ह।ै

    चीन की पहलें: चीन द्वररर प्रररम्भ की गयी विवभन्न पहलों पर भररत द्वररर संदहे व्यक्त ककयर गयर है-

    o बटेि एंड रोड आवनवशएरिि: भररत द्वररर 2017 में बीसजग में अयोवजत बेटि एंड रोड आवनवशएरिि (BRI) वशखर सम्मेलन कर

    बवहष्करर ककयर गयर जबकक आसमें जरपरन और संयुक्त ररज्य ऄमेररकर जैसे चीन के प्रवतद्वदंी दशेों ने भी भरग वलयर थर।

    o सस्ट्रग ऑफ़ पटसा: यह कोकोस द्वीप (म्यरंमरर), चिगरंि (बरंग्लरदशे), हबंनिोिर (श्रीलंकर), मररो एिॉल (मरलदीि) और ग्िरदर

    (परककस्तरन) जैसे भररत की समुिी पहुचं के वनकि वस्थत बंदरगरहों और नौसैवनक ऄड्डों के वनमराण के मरध्यम से भररत को

    घेरने की नीवत ह।ै दसूरी ओर भररत जरपरन, दवक्षण कोररयर और वियतनरम के सरथ ही नहीं बवटक चीन के वनकििती ऄन्य

    मध्य-एवशयरइ पड़ोसी दशेों के सरथ भी घवनष्ठ संबंध विकवसत करने कर प्रयत्न कर रहर ह।ै

    o चीन-परककस्तरन-आकोनॉवमक-कॉररडोर (CPEC): भररत CPEC पररयोजनर को भररत की संप्रभुतर और क्षेत्रीय ऄखंडतर में

    चीन के हस्तक्षेप के रूप में दखेतर ह।ै आस अपवि के बरिजूद चीन वनरंतर आस पररयोजनर की कदशर में अगे बढ़ रहर ह।ै

    क्वरड्रीलिैरल डरयलॉग: भररत ने नए वसरे से अरम्भ क्वरड्रीलेिरल वसक्योररिी डरयलॉग (Quad) [संयुक्त ररज्य ऄमेररकर, जरपरन,

    भररत और ऑस्टे्रवलयर के मध्य रणनीवतक िरतरा वजसमे नौसेनर भी एक घिक ह]ै में शरवमल होने कर वनणाय वलयर ह।ै चीन आसे स्ियं

    के विरुि लोकतरंवत्रक दशेों के एक भरिी गठबंधन के रूप में दखेतर ह ैवजसकर ईद्देश्य चीन की बढती शवक्त को रोकनर तथर वहन्द-

    प्रशरंत में चीन के ईदय को वनयंवत्रत करनर है।

    नदी जल वििरद: चीन द्वररर ब्रह्मपुत्र नदी (वतब्बत में सरंगपो) के उपरी क्षेत्रों में बरंधों (वजक्सू, झरंगमू और वजयरचर) कर वनमराण

    ककयर जर रहर है। हरलरंकक भररत ने आस संबंध में अपवि दजा की ह ैपरन्तु ब्रह्मपुत्र के जल बाँििररे को लेकर कोइ औपचरररक संवध

    नहीं हुइ ह ै(जैसर कक अगे के खंड में चचरा की गइ ह)ै।

    परमरण ुअपरू्डतकतरा समहू (Nuclear Suppliers Group:NSG): चीन द्वररर परककस्तरन के दरिे को भी मज़बूत करने के वलए

    NSG में प्रिेश करने के भररत के प्रयरस को ऄिरुि ककयर जर रहर है।

    भिूरन और नपेरल: चीन द्वररर भूिरन और नेपरल के सरथ भररत के संबंधों एिं आन दशेों में भररत की भूवमकर की अलोचनर की जरती

    रही ह ैजबकक भररत के नेपरल और भूिरन दोनों दशेों के सरथ सरंस्कृवतक और व्यरपरररक अदरन-प्रदरन लम्बे समय से जररी हैं। आसके

    ऄवतररक्त भूिरन ने ऄपनी सीमरओं की सुरक्षर के वलए भररत के सरथ सुरक्षर प्रबंध भी कर रखे हैं। िषा 2016 में डोकलरम में भररत

    द्वररर ककये गए प्रवतरोध ने दोनों देशों को युि के कगरर पर खड़र कर कदयर थर।

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    ऄतं

    रराष्ट्र

    ीय स

    बंधं

    lafo/kku

    व्यरपरर ऄसतंलुन: दोनों दशेों के मध्य व्यरपरर ऄसंतुलन चीन के पक्ष में है। 2017 में वद्वपक्षीय व्यरपरर $ 84.44 वबवलयन तक

    पहुचं चुकर ह ैपरन्तु ऄभी भी व्यरपरर घरिर 51.75 ऄरब डॉलर के ईच्चतम स्तर पर बनर हुअ है। 2017 में आसमें िषा िरर 8.55

    प्रवतशत की िृवि दजा की गइ।

    िुहरन ऄनौपचरररक वशखर सम्मेलन के मखु्य पररणरम

    सीमर वििरद- वद्वपक्षीय मोचे पर दोनों पक्षों द्वररर सीमर संबंधी मरमलों के प्रबंधन में संचरर को सुदढ़ृ करने और पूिरानुमरन संबंधी

    प्रभरिशीलतर बढ़रने हतेु ऄपनी सेनरओं को सरमररक वनदशे जररी करने कर वनणाय वलयर गयर।

    व्यरपरर घरिर- दोनों दशेों ने लगभग 52 वबवलयन डॉलर (लगभग $ 84 वबवलयन वद्वपक्षीय व्यरपरर) के बढ़े हुए व्यरपरर घरिे को

    संतुवलत करने के ईपरयों पर भी चचरा की। आस घरिे को प्रवतसंतुवलत करने के वलए भररत से चीन को कृवष और फरमरास्यूरिकल

    ईत्परदों के वनयरात को प्रोत्सरवहत करने पर भी चचरा की गयी।

    अतकंिरद- दोनों दशेों ने अतंकिरद के सरझर खतरे की पहचरन की ह ैऔर अतंकिरद के सभी प्रकररों एिं सभी रूपों के प्रवत ऄपन े

    प्रबल प्रवतरोध और दढ़ृ भत्सानर को पुनः दोहररयर ह।ै

    ऄफगरवनस्तरन- दोनों दशेों के नेतरओं ने ऄफगरवनस्तरन में एक संयुक्त अर्डथक पररयोजनर पर चचरा की ह।ै ऄफगरवनस्तरन में

    प्रस्तरवित संयुक्त अर्डथक पररयोजनर दोनों दशेों के मध्य विश्वरस में कमी को दरू करने में महत्िपूणा भूवमकर वनभर सकती ह।ै

    िवैश्वक चनुौवतयों के सन्दभा में - दोनों दशेों ने जलिरयु पररितान, सतत विकरस, खरद्य सुरक्षर आत्यरकद सवहत ऄन्य िैवश्वक चुनौवतयों

    के वलए स्थरयी समरधरनों हतेु संयुक्त रूप से योगदरन करने पर सहमवत व्यक्त की ह।ै आसके ऄवतररक्त दोनों दशेों ने बहुपक्षीय वििीय

    एि ं ररजनीवतक ससं्थरओं के सधुरर के महत्ि पर भी बल कदयर है तरकक आन संस्थरओं को और ऄवधक प्रवतवनवधत्िकररी एिं

    विकरसशील दशेों की अिश्यकतरओं के प्रवत और ऄवधक संिेदनशील बनरयर जर सके।

    ऄवनणीत मदु्द-े ऄंततः दोनों दशेों द्वररर संबंधों में ऄवनणीत मुद्दों के कररण ईत्पन्न तनरि और तथरकवथत "तनरि को बढरने िरले

    मुद्दों" जैसे - भररत की NSG सदस्यतर ऄथिर परककस्तरन अधरररत समहूों के वलए सयंुक्त ररष्ट्र के अतकंिरदी सबंंधी प्रस्तरि

    (terror designation) पर चीन कर विरोध तथर बटेि एंड रोड आवनवशएरिि पर भररत कर विरोध ऄथिर वतब्बत संबधंी मदु्द े

    आत्यरकद की समस्यर को कम करने कर प्रयरस ककयर गयर। आसके वलए िरतरा के मौजूदर तंत्र को सुदढ़ृ ककयर जरनर चरवहए तरकक

    व्यरपक वद्वपक्षीय वहतों को क्षवत न पहुचंे।

    भररत ने ऄगले िषा श्री शी वजनसपग के सरथ भररत में ऄनौपचरररक वशखर सम्मेलन की मेजबरनी करने कर प्रस्तरि रखर है।

    महत्ि

    "भररत-चीन सीमर क्षेत्र" के स्थरन पर "भररत-चीन सीमर के सभी क्षेत्र" िरक्यरंश में पररितान कर तरत्पया यह ह ैकक चीन भी आस

    बरत पर सहमत ह ैकक डोकलरम भररत के वलए सचतर कर विषय है।

    सीमर वििरद के "त्िररत समरधरन" को मइ 2015 में चीन द्वररर "सरमररक ईद्देश्य" के रूप में िगीकृत ककयर गयर थर। आसमें सीमर

    वििरद कर समरधरन करने की ऄपेक्षर सीमर प्रबंधन के दवृिकोण पर ऄवधक बल कदयर गयर थर।

    सभी रूपों में अतंकिरद कर विरोध ऄत्यंत महत्िपूणा हो जरतर ह ैक्योंकक चीन िैवश्वक अतंकिरदी के रूप में JeM के प्रमुख मसूद

    ऄजहर पर संयुक्त ररष्ट्र के प्रस्तरि कर पहले विरोध कर चुकर ह।ै

    िैश्वीकरण कर संरक्षण करने, WTO कर बचरि करने, एक बहुपक्षीय विश्व को प्रोत्सरहन दनेे एिं 'सरमररक स्िरयितर' पर बल दनेे

    के सम्बन्ध में भररत और चीन के मध्य परस्पर सहयोग तथर चीन द्वररर एवशयरइ पड़ोवसयों के सरथ संबंधों को पुनः स्थरवपत करने के

    पीछे व्यरपरर एिं सुरक्षर पर संयुक्त ररज्य ऄमेररकर की नीवतयों में पररितान भी एक ईिरदरयी कररण है।

    ऄनौपचरररक वशखर सम्मेलन दोनों दशेों के मध्य व्यरपरर घरिे को कम करने, प्रमुख गैर-प्रशुटक ऄिरोधों में कमी लरने के सरथ ही

    भररत के फरमरास्यूरिकटस और कृवष ईत्परदों के चीन के बरजररों में प्रिेश के सम्बन्ध में दोनों दशेों के मध्य समझौतर संपन्न करने में

    सहरयतर कर सकतर है।

    भररत और चीन भविष्य में पहली बरर ऄफगरवनस्तरन में "संयुक्त अर्डथक पररयोजनर" पर करया करने पर सहमत हुए हैं जो सभी

    समझौतों में सिरावधक महत्िपूणा है:

    o परककस्तरन ऄफगरवनस्तरन में भररत की पररयोजनरओं को लेकर पहले से ही सचवतत ह ैऔर चीन को "घवनष्ठ सहयोगी" मरनतर

    ह ैपरन्तु चीन ऄफगरवनस्तरन के पररप्रेक्ष्य में परककस्तरन के भररत विरोधी दवृिकोण को प्रश्रय दनेे कर आच्छुक नहीं ह।ै

    o भररत तरवलबरन के प्रभरि को बढ़ने से रोकने हतेु ऄफगरवनस्तरन में एक क्षेत्रीय दवृिकोण और वनरंतर ऄंतरराष्ट्रीय सहरयतर

    प्ररवप्त कर समथान कर रहर ह।ै यह आस क्षेत्र के सम्बन्ध में चीन के दवृिकोण के समरन ह।ै

    अग ेकी ररह

    भररत की वतब्बत के संबंध में स्पि ररय नहीं ह।ै एक ओर कुछ विशेषज्ञों कर सुझरि ह ैकक भररत को समय के सरथ वतब्बत पर ऄपन े

    प्रभरि कर पुन: दरिर करनर चरवहए िहीं दसूरी ओर कुछ विशेषज्ञों कर सुझरि है कक 1959 से वतब्बत में करफी पररितान हुए हैं और

    भररत को ईसके ऄिसंरचनरत्मक विकरस (बीसजग-टहरसर रेलिे लरआन), बीसजग की तेज़ी से बढती जनसंख्यर िरले क्षेत्रों से वतब्बत

    की ओर बहुसंख्यक हरन चीनी श्रवमकों के स्थरनरन्तरण के कररण स्थरनीय जनरकंककी में पररितान, वतब्बती शरणरर्डथयों की संख्यर में

    वगररिि आत्यरकद कररकों को दखेते हुए वतब्बत के संबंध में ऄपनी रणनीवत में सकक्रयतर से पररितान करनर चरवहए।

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    तंरराष्ट्र

    ीय स

    बंधं

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    वतब्बत सबंधंी मदु्दर

    वतब्बत, ईिर में चीनी तुर्दकस्तरन और मंगोवलयर; पूिा में चीन; दवक्षण में बमरा, भररत (वसकक्कम), भूिरन और नेपरल; और पविम में

    भररत (पंजरब और कश्मीर) से वघरर हुअ है।

    भररत और चीन के मध्य वििरद के मखु्य कररक के रूप में वतब्बत

    1951 में वतब्बत पर चीन के अवधपत्य ने दो एवशयरइ शवक्तयों के मध्य वस्थत बफर क्षेत्र को समरप्त कर कदयर और सीमर

    वििरद को शत्रुतर के रूप में पररिर्डतत कर कदयर। आसके ऄवतररक्त, 1956 के ऄंत में वतब्बत में चीनी सैवनकों के प्रिेश ने आस

    समस्यर को और ऄवधक गंभीर बनर कदयर।

    हरल ही में, वतब्बत में चीन के सैन्य और ऄिसंरचनर संबंधी विकरस के सरथ-सरथ वतब्बत में ईद्गवमत और भररत में प्रिरवहत

    नकदयों के मरगा पररितान यर बरंध वनमराण के संबंध में ईसकी पररयोजनरओं ने भररत की सचतरओं में िृवि की है।

    आसके विपरीत भररत दलरइ लरमर की भररत में ईपस्थवत के संभरवित वनवहतरथा और भररत में बड़ी संख्यर में वनिरस करने

    िरले वतब्बती शरणरर्डथयों द्वररर वतब्बत में चीन के समक्ष ईत्पन्न समस्यरओं के संबंध में चीन की ऄसुरक्षर की भरिनर को दरू

    करने में ऄसमथा रहर ह।ै

    वतब्बत पर भररत की नीवत

    वतब्बत पर भररत की नीवत वनम्नवलवखत ऄलग-ऄलग चरणों के सरथ वनरंतर और वसिरंतबि रही है:

    1947-51 तक: भररत ने वतब्बती सरकरर की ऄंतरराष्ट्रीय प्रवस्थवत कर समथान ककयर और बीसजग पर दबरि डरलर कक िह

    वतब्बत में सेनर न भेजे।

    1954-59 तक: भररत ने वतब्बत को स्िरयितर के पयराप्त ऄवधकरर प्रदरन करने और वतब्बत में ऄपनी सैन्य ईपवस्थवत को कम

    करने के वलए बीसजग को सहमत