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वि�रेचन एक शे्रष्ठ शोधन चिचविकत्सा
वैद्य विवद्यानंद दत्तात्रय दीक्षि�त BAMS चि�पळूण
Virechana defination :-विपत्तम तू विवरेकम श्लेष्मसंसृषे्ट वा तत्स्थानगते वा श्लेष्मणमिमती |
a.hr.su.27/4
विव + रिर�+ विन�ू(ल्यूट प्रत्यय )-मलादो: विन:सरणं
QUALITIES OF VIRECHANA DRAVYA उष्ण-आग्नेय तीक्ष्ण -आग्नेय सूक्ष्म-आकाश +वायू +आग्नेय व्यवायी -आकाश + वायू विवकासी-आकाश + वायू अधो भागहर -जल + पृथ्वी
Shreshtha virechana dravye:-उडीद - पुरीष जननवित्रवृत - सुखद विवरे�न �तुरंगुल- मृदू विवरे�न स्नुही �ीर - तीक्ष्ण विवरे�न अम्ल वेतस- भेदन
विवरे�न योग्य कुष्ठ ज्वर प्रमेही वांती अरो�क अप�न ऊर्ध्वंवBग रक्तविपत्त मूळव्याध भगंदर प्लीहा गुल्म अरु्बुFद विवसपF पांडूरोग हलीमक नीचिलका व्यंग हृद्रोग शोथ उन्माद अपस्मार
विवरे�न अयोग्य सुकुमार-रक्तस्त्राव हृदयाकषFण गुद�त -�तामर्ध्वंये वातप्रकोप व प्राणहारक पीडा अधोग रक्तविपत्त - रक्तस्त्राव लंघीत ,इंद्रिद्रय दौर्बुFल्य - वेग असहत्व विनरुह र्बुस्ती दत्त -वेग असहत्व अवितकामसेवी-विवरे�न होत नाही व दोष अधोगामिमत्व अजीणF -आमोत्पत्ती
नवज्वर - वात विवकार प्रादुभाFव मदात्यय - वात विवकार प्राणवायू संको� आर्ध्वंमान अनाह-कोष्ठात वात सं�य नंतर विवसपF व पोटफुगी दारुण कोष्ठ -विRदय शूल मूर्च्छााF ग्लानी छदU पवFभेद -प्राणनाश अवितस्निस्नग्ध-विवरे�न अवितयोग
Atur pariksha
विवरे�न औषध विनमाFण द्रा� - 1 तोळे आरग्वध -1 तोळे हरिरतकी -1 तोळे कटुक -1 तोळे जल -16 तोळे 4 तोळे विवरे�न कषाय र्बुनवा .
Directions of usage according to koshtha parikshana:-
For mridu koshthi persons give this kashaya directly
For madhyama koshthi persons give this kashaya with 2 tolas of eranda tail .
For krira koshthi persons use this kashaya alongwith इछाभेदी रस 4 रत्ती .
वेग विवविनश्चय
Samyak virechana lakshan
•Srotas visshuddhi•Indriya prasad• laghuta •Bal nirmiti•Agnideepana •Anamayatva –healthiness
Virechana atiyoga
Raktpitta Susti Angmard Klama kamp Unmad Hikka Balnasha Timir Pralap Kaph vat janit rog
Virechana hinyoga
Kapha pitta prakop Agnimandya Pratishyay Aruchi Gaurav Dah kandu Vit sang
विवरे�न व्यापद
अर्ध्वंमान -अभ्यंग स्वेदन वर्तित\ र्बुस्ती परिरकर्तित\ता-लंघन पा�न व नंतर र्बुृहक्षिणय विवधी दोष परिरस्राव -पुनर्तिव\रे�ना हृदग््रह - वामन त्यानंतर स्निस्नग्ध अम्ल लवणं सेवन अंगग्रह - वातहर स्नेह स्वेदादी चि�विकत्सा प्राणहर स्थिस्थती - मृग गोम मेष रक्त विपणे स्तंभ - तीक्ष्ण र्बुस्ती व लंघन प�न
AYOGA CHIKITSA
SUTSHEKHAR RASA -2 rati SHANKHA BHASMA-4 rati PRAVAL PISHTI-2 rati All this is to be taken TDS with honey..And drink luke warm water…..
Paschat karma
Dhumpana isn’t done in virechan. Sansarjan krama Tarpana-shaman chikitsa Pariharya vishayas Virechan uttar karma vishayas
SANSARJAN KRAMA
Pariharya vishayas
Virecchanottara shodhana-shamana chikitsa