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www.thecoreias.com +91-8800141518 THE CORE IAS GENERAL STUDIES PAPER – III UPSC MAINS – 2018 +91-8800141518

THE CORE IAS - GShindi 3.pdf6 न ड न क च न त स ज झ रह भ रत क च त 7नई तकनीक का डर: पर डाइवरलेस कार

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Page 1: THE CORE IAS - GShindi 3.pdf6 न ड न क च न त स ज झ रह भ रत क च त 7नई तकनीक का डर: पर डाइवरलेस कार

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THE CORE IAS GENERAL STUDIES PAPER ndash III

UPSC MAINS ndash 2018

+91-8800141518

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MAINS ANSWER

WRITING 50+ Classes

(100+Hrs) for

UPSCUPPCS

Second Batch from 23

July Evening time

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Contents

िवान एव ोोिगकी 1आिटिफिशयल इटिलजस स हो सकगा रोगो का सटीक इलाज

2 नए-नए आयाम तय करता भारतीय िवान

3 Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology (SEXTANT) ा ह 4 एक

साथ हो रहा सपरमन मन और चहण

4भारत म 64 फीसदी एटीबायोिट सरकार की मजरी क िबना ही िबक रह ह रपोट

5Artificial intelligence को ापक पमान पर अपनान का व

6न ड न की चनौती स जझ रह भारत की िचता

7नई तकनीक का डर पर ड ाइवरलस कार

8 ा मददगार होन क बावजद आिटिफिशयल इटिलजस हम तीसर िव य की तरफ धकल सकती

9Robot Are they dangerous for Jobs

10काणकारी हो किम बमा

11ाउड फिडग किम बदिघमा और मशीन

12 किम बमा को लकर बनानी होगी ठोस योजना

13दश क उोगो म बढ़ा आिटिफशल इटिलजस का योग

ऊजा पयावरण इािद

1 वष 2022 स पहल परा होगा रएबल ऊजा का उादन ल

2 भारत क िलए िमथनोल अथवथाः ऊजा सरा मक इन इिडया तथा श काबन भाव

3 Over The Barrel An energy agenda for 2018

4 BBIN मोटर वाहन समझौत न िफर स गित पकड़ी

5 अय ऊजा बनाम कोयला

4 पयावरण को लील रहा शहर का दायरा नकसान की म वजह अिनयोिजत शहरीकरण

5 Saving the environment and the economy

6 भारत वन थित रपोट 2017 (India state of forest report 2017)

7 कोयला खान उगल सकती ह सोना Coal Privatisation

8 गम की चतावनी (Heat Stress)

9 भीषण जल सकट की डरावनी आहट (Severity of water crisis)

10 पानी की िफ

11 िवलय और ऊजा सरा

12 बचाए बद-बद पानी

13 ऊजा सरा पर ान स भारत होगा बलवान

14 बढ़त कचर की चनौती स िनपटना

15 जलवाय परवतन क नतीज

16 ऊजा परतता स चािहए आजादी

17 भारत का परमाण ऊजा कायम

18 lsquo भारत अिभयानrsquo का दसरा चरण lsquoकड़ा बधनrsquo

19 सौर ऊजा को सलभ बनान इस म पारदिशता लान

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20 भजल तर (Ground water level) म लगातार िगरावट

21 पयावरण सरण को रोजगार स भी जोड़गा सीपीसीबी

22 आिखर पयावरण इतना मायन य रखता ह

23 परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर

24 जल पर सवदनशील बन समाज

25 कचरा बधन म सधार य नह

26 खत म फसल क साथ सौर ऊजा भी पदा करना जरी

27 दषण क िखलाफ पहल

28 दली म य छाई ह जहरीली धध जान वजह और उपाय

नमािम गग परयोजना म या ह अड़चन A new technique by IARI

आतरक सरा

1अपया ह मानव तकरी कानन (Human trafficking law)

2 य दली म मिहला क िलए पिलस क बीच भी खद को असरित महससकरन क वजह मौजद ह

रोजगार एव िवकास

1रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी वि

2िवीय पारदशता म राय को भी बनाना होगा भागीदार

3 आवयक सधार RBI-NPA-Insolvancy

4 भारत क नई चताएAmerica and duty on steel

5 छोट उोग पनप तो सधरगी अथवथा

6 िबना रोजगार का कौशल

7 कारोबार का माहौल NITI AYOG REPORT

8 उभरत भारत म िवत तीय समावशन

9 भारत म पष क मकाबल मिहला क बरोजगारी (Women Unemployment) अचानक य बढ़न

लगी ह

10 िनयात बन सकता ह िवकास का इजन

11 छोट उोग क चता कर सरकार

12 रोजगार क कसौटी और िवकास

13 टड अप इिडयाrsquo योजना भी लॉप होन क रात पर

14 यह रोजगार िवहीन िवकास ही तो ह

15 िनजीकरण घाट स मि का िवकप

16 यवा को रोजगार जरी

आपदा बधन

1 मबई हादस क सबक

2बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

3 2050 तक 143 करोड़ लोग को ाकितक आपदा क वजह स अपना घर बार छोड़ना पड़ सकता ह िव

बक

4आसमान स बरसता मौत का कहर

5पानी क फतरत स िखलवाड़ का नतीजा ह बाढ़

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6 बाढ़ जिनत समया का बधन

7मबई का सकट

8बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

9ओखी चवात न एक बार फर बता दया ह क आपदा बधन क मोच पर हम कतन लापरवाह ह

किष एव सिधत म

1 किष म िनजी पजी क ह फायद अनक

2पीडीएस को खम कर दगा डीबीटी

3किष को ावहारक और लाभकारी बनान क िलए रणनीितया

4Why are farmers distressed across India

5एककत खती स िमल सकता ह जमीन का अिधकतम लाभ

6ldquoकिष 2022- doubling farmer income

7गोबर ामीण जीवन क तकदीर बदलन क साथ खती को बना सकता ह लाभ का वसाय

8पजाब हरयाणा उरर दश और राीय राजधानी दलीक म फसल अवशष क यथाथाीन बधन

क िलए किष मशीनरी ोसापहन को मजरी

9किष यीकरण को बढ़ावा दन क उय स किष यीकरण उपिमशन ारभ

10दध ाित म िनिहत किष क सबक

11ई-नाम सधार

12कसान क आमदनी बढ़ान क िलए कदम

13कसान को चािहए साहिसक सधार

14जिवक खती ही उपाय

15नदय को जोड़न म चनौितया कम नह

16सिवदा किष को ोसािहत करना किष क िलए सजीवनी

17खा सकरण क िवकास पर हो जोर

बजट-

1 बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात

2िव वष म बदलाव

साइबर तथा इरनट-

1इटरनट क डाटा पर जद पाना होगा काब नह तो बढ़ जाएगी चता

2िनजता क सरा का सवाल

3अिधकार और सरा क नई लड़ाई

4समानता का नट (Net Neutrality)

मीिडया-

1 Media क सरा और लोकत

बिकगिव व अवसरचना

1 बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात 1इटरनट क डाटा पर ज पाना होगा काब नही तो बढ़ जाएगी िचता

2िनजता की सरा का सवाल

3अिधकार और सरा की नई लड़ाई

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1परवहन क जीवन रखा बन जलमाग

2 अथवथा म सधार क िलए मजबत हो दरसचार

3 ई-वाहन क बजाय ई-परवहन पर दया जाए यान

4आवयक कत अपया Recapitalisation step

1घरल कामगार क िलए कानन

2तल का िसयासी मोल

3तल कमत को लकर हम कतन चितत ह

4 भारतीय दवाला एव दवािलयापन बोड (

5आथक असमानता भारत म िसफ 1 फसदी अमीर क पास ह 73 फसदी नई सपि

6कायथल पर लिगक समानता (gender equality) कायम करन क कमत

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SCIENCE TECH 1आिटिफिशयल इटिलजस स हो सकगा रोगो का सटीक इलाज

आिटिफिशयल इटिलजस िचिकक अब दय सबधी रोगो स लकर क सर का सटीक इलाज कर पाएग यह सब सभव हो सकगा आिटिफिशयल इटिलजस

तकनीक स

डॉर िफलहाल दय सबधी रोगो का पता लगान क िलए िदल क धड़कनो(हाटबीट) की जाच करत ह इसम पाच म स एक

मामल म अनभवी डॉर भी बीमारी का पता लगान म चक जात ह कई बार मरीज को थ बता घर भज िदया जाता ह या िफर

अनावक प स सजरी की सलाह द दी जाती ह

वािनको न ऐसी आिटिफिशयल इटिलजस तकनीक को िवकिसत िकया ह जो दय रोग का ज और सटीक प स पता लगान

म सम ह एआइ तकनीक न म िदख रह उन छोटी जानकारयो का भी पता लगा लगी िजस डॉर नही दख पात ह जाच क

बात िसम यह भी बताएगा िक मरीज को दयाघात का खतरा ह या नही

फफड़ क क सर का पता लगान क िलए भी एआइ िसम िवकिसत िकया गया ह यह कोिशकाओ क समह नॉ (गाठ) की

जाच करता ह िफर बताता ह िक गाठ आग चलकर क सर का प लग या नही

ENERGY

1वष 2022 स पहल परा होगा रएबल ऊजा का उादन ल वष 2022 तक रएबल ऊजा ोतो स 175 लाख मगावाट िबजली बनान का सरकार का ल समय स पहल परा कर िलया

जाएगा

इस वष क अत तक पवन सौर और ऊजा क अ अपारपरक ोतो स 90 हजार मगावाट िबजली बनान का काम परा हो

जाएगा

नवबर 2017 तक रएबल एनज ोतो स 62000 मगावाट मता की िबजली बनान क सय थािपत हो चक ह

-अभी सरकार की तरफ स सौर ऊजा क िलए 14000 मगावाट की और िनिवदाए जारी की गई ह जबिक कछ और िनिवदाए

अगल िव वष क दौरान जारी की जाएगी कई राो म सोलर पाक बनान का काम तज िकया जाएगा

सरकार की दश म सोलर पनल बनान की योजना क मतािबक पहल चरण म 20 हजार मगावाट क सोलर पनल बनान क िलए

फया थािपत की जाएगी इसक िलए िनिवदा जारी की गई ह अभी दश म िजतन सोलर पनल की जरत होती ह उसका 80

फीसद चीन या ताईवान स आयाितत होता ह

बतात चल िक दश क कई िहो म सोलर पाक बनान क राो क ावो म दशी-िवदशी कपिनया काफी बढ़-चढ़कर िहा ल

रही ह कपिनयो क बीच ितधा होन की वजह स सौर ऊजा बनान क िलए कपिनयो की दरो म लगातार िगरावट आ रही ह

हाल ही म एक कपनी न 245 पय ित यिनट की िनिवदा भरी थी िजस ीकार िकया गया ह

=gtसमी लहरो स िबजली -

- सरकार समी लहरो स िबजली बनान की योजना को लकर भी काफी गभीरता स आग बढ़ रही ह एक अयन क मतािबक खभात की

खाड़ी म समी लहरो स 7000 मगावाट और क की खाड़ी म 1000 मगावाट िबजली बनाई जा सकती ह जबिक पिम बगाल क

सदरबन इलाक म 100 मगावाट िबजली बनाई जा सकती ह

2 भारत क िलए िमथनोल अथवथाः ऊजा सरा मक इन इिडया तथा श काबन भाव भारत म मथनोल अथवथा पर नोट इस कार हः भारत को वतमान म ितवष 2900 करोड़ लीटर पट ोल और 9000 करोड़ लीटर डीजल

की आव यकता ह भारत िव व म छठा बड़ा उपभो ता ह यह खपत वष 2030 तक दोगनी हो जाएगी और भारत तीसरा बड़ा उपभो ता बन

जाएगा क तल क िलए हमारा आयात िबल लगभग 6 लाख करोड़ पय ह हाइड ोकाबन ईधन न ीन हाउस गस उ सजन (जीएचजी)

सिहत पयावरण को भी िवपरीत प स भािवत िकया ह भारत िव व म तीसरा बड़ा ऊजा सबधी काबन डाइ आ साइड उ सजक दश ह

िद ली जस शहरो म लगभग 30दषण ऑटोमोबाइल स ह और सड़को पर ऑटोमोबाइलो की बढ़ती स या दषण को और िवकत कर

रही ह यह अव य ान िदया जाना चािहए िक हाल की थित गभीर ह और अब सरकार क िलए दश म शहरी दषण को कम करन क

िलए िव तत योजना (रोड मप) तत करन और दषण सबधी मौतो को परी तरह स रोकन का समय आ गया ह

मथनोल ही यो मथनोल ईधन म िवश वलन कण ह जो परवहन म पट ोल और डीजल दोनो का और रसोई ईधन म एलपीजी लकड़ी िमी तल का

थान ल सकता ह यह रलव समी जनसटस पावर जनरशन म डीजल को भी ित थािपत कर सकता ह और मथनोल आधारत

सशोधक हाइिड और इलक मोिबिलटी क िलए आदश परक हो सकत ह मथनोल अथ यव था सपण lsquoहाइड ाजन आधारत ईधन

णािलयोrsquo क सपन क िलए lsquoसतrsquo ह मथनोल सभी आतरक दहन ईजनो म भावशाली प स जलती ह कोई पािटकलट मटर नही पदा

करती कोई कािलख नही होती लगभग श य एसओए स और एनओए स उ सजन (लगभग श य दषण) होता ह मथनोल का गसीय प-

डीएमई को एलपीजी क साथ िमलाया जा सकता ह और यह बड़ी बसो और ट को म डीजल क िलए बहतर पयाय हो सकता ह पट ोल म

मथनोल 15 (एम 15) दषण को 33 तक कम करगा और मथनोल ारा डीजल ित थान 80 स अिधक दषण कम करगा मथनोल को

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ाकितक गस इिडयन हाई ऐश कोल बायो-मास एमएसड य ट डड और ड गसो स बनाया जा सकता ह और भारतीय कोयल और

सभी अ य फीड टोक स 19 ित लीटर की दर स मथनोल क उ पादन (उिचत ौोिगकी सयोजन क मा यम स) को ा त िकया जा

सकता ह िव व का बहतर िह सा काबन डाइआ साइड स नवीकरणीय मथनोल की िदशा म पहल ही जा रहा ह और काबन डाइआ साइड

स मथनोल का िनरतर रीसाइिकिलग अथात टील लाटो स उ सिजत काबन डाइआ साइड िजयोथमल एनज अथवा काबन डाइआ साइड

का कोई अ य ोत भावी प स lsquoहवा स मथनोलrsquo

मथनोल क िलए िवश व परश य िपछल कछ वष क दौरान ईधन क प म मथनोल और डीएमई का उपयोग काफी बढ़ा ह मथनोल माग काफी प स सालाना 6 स 8

तक बढ़ रही ह िव व न मथनोल की 120 एमटी की मता स थािपत की ह और यह वष 2025 तक लगभग 200 एमटी हो जाएगी वतमान

म मथनोल चीन म परवहन ईधन का लगभग 9 ितशत ह चीन न लाखो वाहनो को मथनोल पर चलन क िलए बदला ह अकला चीन िव व

मथनोल का 65 ितशत का उ पादन करता ह और वह मथनोल पदा करन क िलए अपन कोयल का इ तमाल करता ह इजरायल इटली न

पट ोल क साथ मथनोल क 15 ितशत क िमण कायम को अपनाया ह और यह तजी स एम 85 और एम 100 की ओर बढ़ रहा ह

जापान कोरया मथनोल और डीएमई का काफी उपयोग कर रह ह और आ ट िलया न जीईएम ईधन (गसोलीन एथनॉल और मथनोल

अपानाया ह और लगभग 56 ितशत मथनोल को िमित करत ह मथनोल िव व भर म समी म ईधन की पसद बन गया ह और वीडन

जस दश इसक उपयोग म सबस आग ह 1500 स ादा लोगो को ढोन वाल बड़ याी जहाज पहल ही 100 ितशत मथनोल पर चल रह ह

11 अीकी और कई करिबयन दशो न मथनोल रसोई ईधन को अपनाया ह और पर िव व म जनसट और औोिगक बॉयलर डीजल की

बजाए मथनोल पर चल रह ह वातावरण स काबन डाईआ साइड स वापस पकड़कर नवीकरणीय मथनोल काफी िस हो रहा ह और

िव व ारा इस lsquoमानवता क िलए जान जाना वाला थायी ईधन समाधानrsquo क प म दखा जाता ह िव व भर म शहरी जनस या की वलन

सम या क िलए मथनोल एक मह वपण समाधान ह भारत या कर सकता ह भारत न 2 एमटी ितवष की मथनोल उ पादन मता

स थािपत की ह नीित आयोग ारा तयार की गई योजना क अनसार इिडयन हाई ऐश कोल ट डड गस और बायो-मास का उपयोग करक

वष 2025 तक वािषक प स 20 एमटी मथनोल का उ पादन कर सकता ह भारत म िजसक पास 125 िबिलयन टन का मािणत कोल

रजव ह और जो ितवष 500 िमिलयन टन बायो-मास पदा करता ह और िजसक पास ट डड और ड गसो की बत अिधक माा

हवक पक फीड टोक और ईधनो क आधार पर ईधन सरा सिन चत करन की बत अिधक सभावना ह नीित आयोग न वष 2030 तक

अकल मथनोल ारा 10 ितशत क तल क आयात क ितथापन क िलए एक योजना (रोड मप) तयार की ह इसक िलए लगभग 30

एमटी मथनोल की आव यकता होगी मथनोल और डीएमई पट ोल और डीजल स काफी हद तक स त ह और भारत वष 2030 तक अपना

ईधन िबल 30 ितशत तक कम करन की ओर दख सकता ह

मथनोल अथव यवस था क िलए नीित आयोग की योजना (रोड मप) म िनम निलखत शािमल ह- दशी ौोिगकी स इिडयन हाई ऐश कोल स बड़ी माा म मथनोल का उ पादन और ीय उ पादन काय-नीितयो को अपनाना

और बड़ी माा म 19 पय ित लीटर की दर स मथनोल का उ पादन भारत कोयल क उपयोग को पणत पयावरण अनकल

बनान क िलए और सीओपी 21 क ित हमारी ितबताओ क िलए काबन डाइआ साइड को पकड़न की ौोिगकी को

अपनाएगा मथनोल उ पादन क िलए बायो-मास ट डड गस और एमएसड य लगभग 40 मथनोल उ पादन इन फीड टोको स हो सकता ह मथनोल और डीएमई का परवहन - रल सड़क समी और रा

म मथनोल का उपयोग औोिगक बॉयलर डीजल जनसटस और पावर जनरशन और मोबाइल टावर अ य अनयोग ह मथनोल

और डीएमई का घरल रसोई ईधन ndash रसोई ोव क प म उपयोग एलपीजी = डीएमई िमण कायम मरीन जनसटस और

परवहन म ल सल ए लीकशस म मथनोल का उपयोग

BANKING FINANCE ECONOMY 1अनजक परसपिया (NPA) Non Performing Assests (NPA) = Bad Loan

अनजक परसपिया (NPA) बको क ारा िदया गया एक ऐसा ऋण या अिम ह िजसक मलधन

या ाज का भगतान 90 िदनो की अविध तक बकाया हो | यह ादातर काफी बड़ा loan होता ह जो की कपनी चकता नही करती | उ रकवर करन की सावना बहद कम होती ह | loan न दन क

कई कारन होत ह जस की

1 कपनी का िदवािलया िनकल जाना |

2 कपनी का जान बछ कर घटा िदखा दना |

दश म बको का 10 लाख करोड़ सकल नान परफोिमग एसटस (एनपीए) ह जो ीलका की जीडीपी की दोगना रकम ह

NPA म बढ़ोतरी क कारण

1 ोनी किपटिल राजिनितक दबाव म आकर कछ ख़ास कपिनयो को लोन दना |

2 पािलसी परािलिसस सही समय पर हाकप न करना िजसकी वजह स कई कपनी क loan NPA म बदल जाता ह |

3 रगलटरी क ोल का कम होना |

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4 ऋण क ारिभक िवतरण म जाच पड़ताल की कमी क वजह स अम कपिनयो को ऋण द िदया जाता ह

भाव

1 अथवथा पर बरा असर |

2 नयी कपनी क िलए लोना की िया मल |

3 िवकास पर भाव |

NPA दर करन क िलए

1 RBI ारा शल मशन अकाउट का बनना िजसक ारा कोई भी ऐसा ऋण जो 30 िदन स 90 िदन की अविध क बीच अपना मलधन व

ाज न लौटा रही हो ऐस ऋण को RBI SMA क अगत रखती ह | रकवरी क िलए debt recovery tribunal जहा कोई भी कपनी बक क

खलाफ यहा अपील कर सकती ह|

SARFAESI ACT 2002 ndashइसक अगत बक व ऐसी िवीय सथान जो हाउिसग फाइनस करती ह अपन NPA िक वसली कर सकती ह |

2 सरकार ारा Insolvency and bankruptcy code 2015 का लाना िजसक ारा सरकार

JOB (रोजगार) 1रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी व भारत क िलए रोजगार क अवसर पदा करना िवकास की सबस बड़ी चनौती माना जाता ह यह राजनीितक हलको म भी िववाद का एक

मख कारण ह एनएसएस क पाच वषय सवण और अब म रो क सालाना सवण बरोजगारी क र म मामली बदलाव दशात ह

और कल आकड़ो म कोई झान नजर नही आता ह असल बात यह ह िक भारत म कोई भी खल तौर पर बरोजगार नही रह

सकता िज म बाजार म थायी रोजगार नही िमल पाता व कोई अथायी काम करत ह या परवार क काम-धध म जट जात ह म

बाजार की दशाए उस आय वग क यो क अनपात म उतार-चढ़ाव या झान स दिशत की जा सकती ह जो काम करन क िलए तयार

ह य दशाए बरोजगारी दर को दिशत नही करती ह इसक बावजद रोजगार सजन की रणनीित का पता लगान क िलए रोजगार सजन

क वतमान झानो क कछ आकलनो की जरत होती ह हाल का एक अयन (1) 1999-2000 स 2011-12 तक क झानो का सकत दता

ह यह अविध ऊची व का चरण ह म बल की सालाना व 1999-2000 स 2011-12 क दौरान घटकर 14 फीसदी पर आ गई जो

1983-84 स 1999-2000 क दौरान 18 फीसदी थी इसकी एक वजह बो और मिहलाओ की कम म भागीदारी दर थी आबादी म यवाओ

की तादाद बढऩ क बावजद कामगार आबादी म यवाओ म सा म इसी अनपात म बढ़ोतरी नही ई इसिलए इतनी बड़ी कामगार आबादी

का फायदा नही िमल पाया भारत की िजन दशो स तलना की जाती ह उनक मकाबल हमार यहा कम पढ़-िलख कामगारो (2011-12 म

अिशित या अिशित बराबर कामगार 266 फीसदी) की सा आनपाितक प स ादा थी और कॉलज िशा ा कामगारो का

अनपात भी आनपाितक प स ादा था (2011-12 म 122 फीसदी) सगिठत की िहदारी और थायी रोजगार म बढ़ोतरी स रोजगार

की थितया सधरी ह रोजगार म सगिठत की िहदारी 2011-12 म बढ़कर 257 फीसदी हो गई जो 1999-2000 म 17 फीसदी थी

इसी तरह थायी रोजगार 2011-12 म बढ़कर 214 फीसदी हो गया ह जो 1999-2000 म 17 फीसदी था वष 1999-2000 और 2011-2012

क बीच सगिठत म ित कामगार आय म 23 फीसदी और असिगठत म 42 फीसदी सालाना बढ़ोतरी ई 1999-2000 और 2011-

12 क बीच काम म मिहला-पष असमानता कम ई ोिक मिहलाओ क िलए रोजगार दशाओ म पषो की तलना म ादा सधार आ

हाल क झान कम अनकल नजर आत ह ोिक म रो का सालाना रोजगार-बरोजगारी सवण दशाता ह िक बरोजगारी बढ़कर 2015-

16 म 5 फीसदी पर पच गई ह जो 2011-12 म 38 फीसदी थी एक िवषक (2) का अनमान ह िक 37 स 55 लाख lsquoरोजगार का नकसानrsquo

ह रोजगार म िकतना बड़ा अतर ह भारत उस र पर िकतनी ज पच सकता ह जहा कोई िछपी बरोजगारी न हो और काम करना

चाहन वाल सभी लोग उिचत वतन और अी काय दशाओ पर रोजगार हािसल कर सकत ह मानव िवकास अयन सथान न उपय

अनमानो का हवाला दत ए कहा ह िक वतमान आिध कामगार सा 117 करोड़ ह इसम स 52 करोड़ को काम स हटाया जा सकता

ह और इसस उादन को कोई नकसान भी नही होगा 52 करोड़ इस समय कामगार आबादी म शािमल नही ह लिकन व काम करन म

सम ह और करना चाहत ह वही 13 करोड़ सिचत बरोजगार ह इस सरस कामगार आबादी म हर साल 60 स 80 लाख की बढ़ोतरी

होगी ा हम हर साल 16 करोड़ लोगो को उपय कामो म खपा सकत ह और 2030 तक पण रोजगार का ल हािसल कर सकत ह Is export oriented growth a solution कछ न चीन की तरह िनयातोख िविनमाण व आधारत रोजगार सजन का तक िदया ह रोजगार बढ़ान वाल एक कारक क प म इस समय िनयात व

की सभावनाए कम नजर आ रही ह ोिक आिथक सहयोग एव िवकास सगठन क बाजारो म मदी ह और सरणवादी चनौितया बढ़ रही ह िविनमाण और

वािणक सवा नौकरयो क मम अविध क भिव क बार म मख िचता रोबोिट एव चालन स पदा हो रही ह जो विक म खलाओ की व स

कर सकती ह

Need to link Make in India and skill India हमन lsquoमक इन इिडयाrsquo क जरय िविनमाण म व और ल इिडया क जरय कौशल िवकास क अिभयान श िकए ह हम इन दोनो को

जोडऩ की जरत ह तािक िविनमाण व कामगारो को खपा सक और कौशल िवकास आन वाल भिव क उोगो एव सवाओ क िलए

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मताए सिजत कर भारत बिनयादी ढाचा िनमाण शहरी िवकास एव आवास तकनीकी िवकास एव इ लाग करन िवशष प स सचना

ौोिगकी म और नई ऊजा णाली म िनवश कर रोजगार को बढ़ावा द सकता ह सगिठत जरी तादाद म रोजगार नही महया

करा सकता ह रोजगार सजन क िलए आज क असगिठत म उादकता बढ़ान क िलए कौशल िवकास की जरत होगी व सभी चीज

जो उिमता को ोािहत करती ह और इस म कशल कामगारो को आकिषत करन क िलए काय दशाए सधारती ह व इसम अहम

योगदान दगी रोजगार पदा करना ही काफी नही ह हमार म बाजार ितधा स दर ह और म सधार न कवल ितध मता हािसल

करन ब उिचत वतन और उपय कायदशाए सिनित करन क िलए भी जरी ह कामगार आबादी का एक छोटा िहा ही िमक

सगठनो क जरय उिचत वतन हािसल करन म सफल होता ह लिकन इसक बावजद सगिठत म उादन कामगारो का वतन सकल

म सवधन क अनपात क प म घटकर 2011-12 म 85 फीसदी पर आ गया जो 2000-01 म 154 फीसदी था असगिठत म

ादातर कामगारो को िकसी तरह की सरा नही िमलती और उन पर िनयोाओ का थानीय एकािधकार हावी होता ह म बाजार की

िनपणता भी सवालो क घर म ह ोिक वहा एकसमान काय क िलए जाित समदाय िलग और भौगोिलक क िहसाब स अलग-अलग

वतन होता ह अथवथा क सगिठत म िवशष प स सावजिनक म रोजगार सरा और वतन िनधारण िया म कछ सधार

आवक ह लिकन वाव म म सधारो की ादा जरत असगिठत म ादा सरा और तक सगत एव उिचत वतन िनधारण

सिनित करन की ह हम एक ऐसी म नीित की दरकार ह जो परी ताकत स असमानता एव शोषण ख कर भारत रोजगार पदा करन

की अपनी चनौती स िनपट सकता ह लिकन इसक िलए उस एक व रणनीित बनानी होगी जो उसक म बाजार क आधिनकीकरण और

असगिठत की िछपी ापक सभावनाओ को तलाशन पर क ित हो

िवीय समाधान और जमा बीमा (एफआरडीआई) िवधयक 2017 का उ य Background वतमान म भारत म िवीय कपिनयो क परसमापन सिहत समाधान क िलए कोई भी ापक और एकीकत काननी ढाचा या परखा नही

ह िवीय सवादाताओ स जड़ मसलो क समाधान क िलए अिधकार और िजदारया िविभ न काननो क तहत िनयामकोसरकार और

ायालयो को दी जाती ह िजसस िविश ट समाधान मताओ का िवकास नही हो पाता ह यही नही िछतरी ई भिमका की इस परभाषा क

कारण िवीय समहो स जड़ मसलो का समाधान किठन हो जाता ह सबिधत काननो क तहत वतमान म उपल समाधान सबधी उपाय

अ यत सीिमत ह उदाहरण क िलए भारतीय रजव बक (आरबीआई) को बको भारत थत िवदशी बको की शाखाओ और सहकारी बको क

सबध म कछ िवशष समाधान उपाय करन का अिधकार ह हालािक समाधान स जड़ य अिधकार काफी सीिमत ह आरबीआई या तो बक

बधन म बदलाव ला सकता ह या अिधथगन लाग कर सकता ह और अिनवाय िवलय की िसफारश कर सकता ह िकसी बक क मामल म

आम तौर पर समाधान क दो तरीको म स िकसी भी एक तरीक का इमाल िकया जाता ह इसक तहत एक कमजोर बक का दसर बक म

िवलय या एकीकरण िकया जाता ह अथवा सबिधत बक का परसमापन िकया जाता ह इस िदशा म अ समाधान उपाय उपल नही ह

क सरकार क पास सावजिनक क बको और ीय ामीण बको क पनगठन का अिधकार ह गर-बिकग िवीय कपिनयो को कवल

उ ायालयो ारा या तो ा स या भारतीय रजव बक क आवदन पर काननन बद अथवा परसमापन िकया जा सकता ह बीमा

कपिनयो िवीय बाजार क बिनयादी ढाच और अ िवीय सवा दाताओ स जड़ी समाधान यव थाए भी काफी अपया ह िवशषकर

िनजी िवीय कपिनयो क यापक िवार को यान म रखत ए िनजी की िवीय कपिनयो क िलए वतमान समाधान यव था अनपय त

ह िदवाला एव िदवािलयापन सिहता 2016 न दश म म प स गर-िवीय कपिनयो क िलए एक ापक समाधान यव था कायम की ह

हालािक दश म िवीय कपिनयो क िलए इस तरह की कोई वथा उपल नही ह

Solution if Financial Resolution and Deposit Insurance (FRDI) Bill िवीय समाधान और जमा बीमा िवधयक 2017 (एफआरडीआई िवधयक) एक ापक समाधान यव था दान करक मौजदा समाधान

वथा का थान लगा जो िकसी िवीय सवा दाता क िवफल या िदवािलया होन की दलभ थित म जमाकताओ क िहत म एक वरत

वथत और द समाधान यव था सिनित करन म मदद करगा िवीय सवा दाताओ क फल या िदवािलया होन का अ यत ापक

भाव पड़ता ह और सबिधत दश की अथवथा एव िवीय थरता पर इसका णालीगत असर हो सकता ह वही पारपरक िदवाला

सबधी घटना होन पर भािवत प म यत िदवािलया होन वाली सथा क ऋणदाताओ तक ही सीिमत होत ह एफआरडीआई िवधयक म

एक समाधान िनगम बनान और एक ापक समाधान वथा कायम करन का ाव िकया गया ह तािक िकसी िवीय कपनी क फल या

िदवािलया होन की नौबत आन पर उसका समयब एव वथत समाधान हो सक ादातर अ तलनाक दशो म िवीय कपिनयो स

जड़ मसलो क शी समाधान क िलए इस तरह की सथागत यव था मौजद ह इसक अलावा यह यव था जमाकताओ क अनकल ह

योिक िकसी बक क िवफल होन पर परसमापन क बजाय उसकी सम या का हल िनकाला जाता ह कारण यह ह िक परसमापन की

तलना म बक की सम या का समाधान होन पर जमाकताओ को काफी अिधक म िमलन की सभावना रहती ह इसम िवीय कपिनयो क

िलए पाच चरणो वाला िव तीय सहत वगकरण श करक िवीय कपिनयो म ारिभक िदवािलयपन का पता लगान की यव था की गई ह

एफआरडीआई िवधयक म कई अ य समाधान उपायो का भी उ लख िकया गया ह िजनम िकसी िवीय कपनी की समची परसपियो एव

दनदारयो अथवा इसक एक िह स को िकसी अ य य को ह तातरत करना अिधहण िवलय या एकीकरण सकट स उबारन क उपाय

करना इ यािद शािमल ह एफआरडीआई िवधयक म जमा बीमा काय को जमा बीमा एव ऋण गारटी िनगम क हाथो स लकर समाधान

िनगम को हातरत करन का भी उ लख िकया गया ह जो जमाकताओ क सरण और समाधान स जड़ एकीकत िकोण पर लित ह

एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ क अिधकारो का सरण करना और बढ़ाना एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ को िमली

मौजदा सरा को बहद ितकल प स सशोिधत नही िकया गया ह एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ को अपाकत अिधक पारदश

तरीक स अितर सरा दान की गई ह िजसका िववरण िनानसार ह वतमान म बको म जमारािश का 1 लाख पय तक का बीमा

िकया जाता ह इसी तरह का सरण एफआरडीआई िवधयक क तहत भी जारी रहगा यही नही समाधान िनगम को जमा बीमा रािश म व

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करन का अिधकार भी िदया गया ह िकसी बिकग कपनी क 1 लाख पय स अिधक की रािश वाल गर-बीिमत जमाकताओ को वतमान

कानन क तहत असरित कजदातओ क बराबर ही माना जाता ह और इसक परसमापन की थित म सरकारी बकाया सिहत तरजीही

बकायो की अदायगी क बाद उ ह ही भगतान िकया जाता ह एफआरडीआई िवधयक क ावधानो क अनसार िकसी बक क परसमापन की

थित म गर-बीिमत जमाकताओ क दाव असरित कजदाताओ और सरकार की बकाया रकम क मकाबल अिधक होग अत गर-बीिमत

जमाकताओ क अिधकार बहतर ढग स सरित होग और इस तरह क जमाकताओ को मौजदा काननी वथाओ की तलना म

एफआरडीआई िवधयक म कही ऊचा दजा िदया जाएगा

नए-नए आयाम तय करता भारतीय िवान Indian Science and achievement इस वष भारतीय िवान एक नए िशखर पर पचा हमार वािनको और रसचरो न िविभ ो म ऐसी कई उपलया हािसल की जो िसफ

दश ही नही ब दिनया म सराही गई य ऐसी उपलया ह िजन पर हर भारतीय को गव होना चािहए 2017 म शानदार उपलयो की

शआत भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) न फरवरी म एक ही रॉकट स 104 उपह छोड़कर की थी यह अनोखा िव रकॉड ह

िजसन दिनया क सम अतर ौोिगकी क म भारत की बढ़ती कािबिलयत का िसा जमाया जन म इसरो न अपन सबस

शशाली रॉकट जीएसलवी माक 3 का सफल पण िकया इस 640 टन वजनी रॉकट स जीसट-19 नामक दरसचार उपह को पी की

का म थािपत िकया गया इस रॉकट का उपयोग भिव म भारतीयो को अतर म पचान क िलए िकया जा सकता ह उसी महीन

अमरकी अतर एजसी lsquoनासा न तिमलनाड क छाो ारा िनिमत 64 ाम क उपह कलामसट को अतर म पचाया इस साल का

समापन शानदार ढग स करत ए भारत न 28 िदसबर को श की िमसाइल को िमसाइल स न करन की मता का सफल दशन िकया

भारत इस lsquoास वास जसी टोलॉजी म दता हािसल करन वाला दिनया का चौथा दश बन गया ह यह दश म िवकिसत lsquoएडवाड एयर

िडफ स सपरसोिनक इटरसर िमसाइल का साल म तीसरा परीण था िपछल िदनो भारत न दश म िनिमत सतह स हवा म मार करन

वाली सपरसोिनक आकाश िमसाइल क भी सफल परीण िकए पण थत इटर यिनविसटी सटर ऑफ ए ोनॉमी एड ए ोिफिज

(आईयसीएए) और इिडयन इीट ऑफ साइस एजकशन एड रसच (आईआईएसईआर) क खगोल-िवािनयो न जलाई म आकाशगगाओ

क एक महाकज अथवा सपरर की खोज की घोषणा की इस सपरर का नाम उोन lsquoसरती रखा आकाशगगाओ क एक झड

या र म 1000 स लकर 10000 आकाशगगाए हो सकती ह लिकन एक एक सपरर म 40 स 43 र हो सकत ह भारतीय

रसचरो न बताया िक lsquoसरती सपरर पी स चार अरब काश वष दर ह चार अरब वष परान सपरर का अयन करक

वािनक उस अतीत को दख सकत ह जब हमारा ाड काफी यवा था Gravitational waves(ग तरगो )की खोज म भी भारतीय

वािनको न बत बड़ा योगदान िकया ह इन तरगो को िवटशनल वस भी कहा जाता ह पहली ग तरगो की खोज क बार म त

रसच पपर क सह-लखन म 37 भारतीय वािनक शािमल थ ान रह िक इस खोज म शािमल मख रसचरो को 2017 क भौितकी क

नोबल परार स सािनत िकया गया ह भारतीय रसचरो का नत आईयसीएए क सजीव धरधर न िकया था जो 30 वष स इस िवषय पर

काम कर रह ह करीब एक अरब वष पहल अतर म दो क होल आपस म टकराकर एक दसर म िवलीन हो गए थ इस िया म

उ कपन स ग तरग िनकली जो अतर म मण करत ए पी पर पची और िसतबर 2016 म वािनको न पहली बार इन तरगो

की lsquoचहकrsquo सनी इन तरगो क अ क बार म िपछली एक सदी स अटकल लगाई जा रही थी इनक अ क बार म सवथम

साितक परकना अट आइीन न की थी ग तरगो की खोज ाडीय भौितकी और खगोल िवान क िलए एक बत बड़ी

उपल मानी जा रही ह वस ग तरगो पर अनसधान स भारत का सबध बत पराना ह पण म 1988 म आईयसीएए की थापना क बाद

उसक थम अ ो जयत नालकर और उनक सहयोगी धरधर न भारत म ग तरगो पर अनसधान क िलए फिडग का ाव रखा था

लिकन व अिधकारयो को इसक िलए राजी नही कर सक थ Medicine field bull इस वष भारतीय वािनको न िचिका िवान क म भी

महपण उपलया हािसल की ह पण क एक अताल क डॉरो न दश म पहली बार गभाशय का ारोपण िकया उोन एक

मिहला क गभाशय को उसकी 21 वषया पी म सफलतापवक ारोिपत िकया जो ब को ज दन म असमथ थी bull गत िसतबर म

को थत अमता इीट ऑफ मिडकल साइसज क डॉरो न एक 19 वषय छाा या िसनागौड़ा क दो हाथो का ारोपण िकया

इस तरह का ऑपरशन एिशया म पहली बार आ या न िपछल साल एक सड़क दघटना म अपन दोनो हाथ गवा िदए थ अगदाता एक 20

वषय छा था िजस नडड घोिषत िकया गया था डॉरो क अनसार अभी तक इस िक क िसफ नौ ारोपण ए ह bull पण की एक

कपनी न 29 िसतबर को िव दय िदवस पर एक एक ऐसा उपकरण पश िकया जो िबजली उपल न होन की थित म भी कािडयक

अर क मरीजो की जान बचा सकता ह डीफाइिलटर नामक इस उपकरण को हाथ स घमाकर 12 सकड म चाज िकया जा सकता ह

आयाितत इलक डीफाइिलटर की तलना म इसकी लागत एक-चौथाई ह कपनी को यह उपकरण िवकिसत करन म चार वष लग इसी

तरह आईआईटी खड़गपर क वािनको न दिण कोरया की पोहाग यिनविसटी क रसचरो क साथ िमलकर ाज क िछलक स एक ऐसा

सा उपकरण बनाया ह जो शरीर की हलचल स ऊजा उ कर सकता ह इसस पसमकर ा पर नजर रखन वाली lsquoाट

गोिलयो और शरीर पर धारण यो इल ॉिनक उपकरणो को ऊजा िमल सकती ह रसचरो का कहना ह िक यह उपकरण ाज क िछलक

क उपय पीजोइल क गणो का योग करता ह यह जिवक ि स य रत हो जाता ह और पयावरण क िलए अनकल ह

पीजोइल क पदाथ म रोजमरा की यािक हलचल की ऊजा को िबजली म बदलन की मता होती ह आईआईटी खड़गपर क ोफसर

भान भषण खटआ का कहना ह िक इस नायाब और िकफायती उपकरण स आम आदमी भी िकसी भी परथित म िबजली उ कर

सकता ह तजी स बढ़ रही आबादी औोगीकरण तथा इल ॉिन और वाहनो क अधाधध उपयोग स पयावरण पर ितकल असर पड़ रहा

ह रसचरो का कहना ह िक जीवा-आधारत ईधनो पर बढ़त ए बोझ और ाकितक ससाधनो म िगरावट को दखत ए ऊजा

उादन क िलए वकक टोलॉजी िवकिसत करना बत जरी हो गया ह

मबई हादस क सबक मबई क कमला िम परसर अिकाड न बमिजला इमारतो और ापारक परसरो म सरा मानको की अनदखी पर िफर स सवाल

उठाए ह िवडबना ही ह िक इस दश म हर बड़ हादस क बाद िचताओ म तो खब गभीरता िदखती ह लिकन िसम इन िचताओ को शायद

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ही कभी गभीरता स लता हो नतीजा हादसो का िसलिसला जारी रहता ह मबई हादसा भी िसम की ऐसी ही उदासीनता का कफल ह

वरना कोई कारण नही था िक एक ऐसा ररा शहर क मख इलाक म चलता रहता िजसम सरा क नतम मानको का भी पालन नही

िकया गया था

Lessons to be learnt bull वहा आग बझान क उपकरण तो नही ही थ आपातकालीन ार पर सामान का ढर था िजसक कारण उसका

इमाल न हो सका हादस क व वहा पाट चल रही थी और मतको म सभी यवा ह यह त कम खौफनाक नही ह िक ादातर मौत

जलन स नही दम घटन स ई जो यह बताता ह िक मौका िमलता और व िनकल पात तो आज जीिवत होत इस त स होटल बधन की

लापरवाही खद-ब-खद तय हो जाती ह लिकन इस पर तब तक काब नही हो सकगा जब तक िक रत व स दड की नजीर नही पश की

जाती bull ऊची-ऊची इमारत और टावर जब तरी का पमाना बनत जा रह हो छोटी पड़ती धरती पर आकाश की ओर िवार ही िवक

हो तो रखरखाव और सरा मानक भी उतन ही स होन चािहए मानको म सी ही नही इ सिनित करन की वथाए भी बत

द और च होनी चािहए मबई हादस क मामल म ऐसा कछ भी नही था bull ररा का हाल बता रहा ह िक वहा शायद ही कभी मानको

की जाच ई हो ऐसा होता तो आग बझान वाल य मौक पर जर िमलत वस इस दश म गारटी स नही कह सकत िक आग बझान वाल

य मौजद हो तो व अिनवायत काम भी कर ग ादातर बमिजली इमारतो म तो ाफ को ही नही पता होता िक आपात थितयो म पानी

कहा स लना ह और लोगो को िकस रा सरित िनकाला जा सकता ह

Sky scrappers and Disasters sिवशष और सामा समझ दोनो यही कहत ह िक इमारत िजतनी ऊची और िवारत होगी सरा मानक

उतन ही सवदनशील होग लिकन सामा ान यह भी बताता ह िक हमार ादातर शहरो क पास आपात थितयो म इमारत की ऊपरी

मिजलो तक पचन क साधन नही ह अिशमन वाहन कई बार इसिलए लाचार होत िदख िक उनक जान की जगह खली पािक ग म तील

हो चकी थी और आग तक पचन स पहल इन गािड़यो को हटाना बड़ा काम था जािहर ह यह सब शासिनक त क सहयोग क िबना सभव

नही ह समझना यह भी होगा िक आकाश की ओर िवार का यह िसात अपनान म ही तो कही चक नही हो रही यह सरा क ित हमार

सवदनशील न होन या सरा की सित िवकिसत न होन का मामला भी ह मबई क िनगम पाषदो को यह पता था िक वहा बत कछ िनयम

िव ह सरा मानको का पालन नही हो रहा लिकन उोन महज एक िची िलखकर अपनी जवाबदही परी कर ली ा उनस नही पछा

जाना चािहए िक लापरवाही क इस मामल म िनवािचत जन-ितिनिध होन क कारण उ भी ो न िजदार ठहराया जाए यह िदी क

उपहार िसनमा हादस को याद करन का व ह िजसम पया आपात-िनकासी का न होना दम घटन स मौतो का कारण बना था उस

मामल म फसला आन म 20 साल लग गए कमला िम हादस क दोिषयो को सजा िमलन म इतना व नही लगना चािहए रत अदालत

म कठोर दड सनाकर यह स सदश दन का भी अवसर ह

िवीय पारदिशता म राो को भी बनाना होगा भागीदार

financial transparency and states cooperation Business_Standard िपछल वष म भारत म सावजिनक िव पर िवमश काफी हद तक क सरकार क खच क बधन और उसक राज सह पर ही

क ित रहा ह लोक नीित क िटणीकारो न इस पर काफी कछ िलखा ह िक क को आिथक ससाधनो का आवटन करत समय

ो राजकोषीय िववक क रा पर चलना चािहए Fiscal deficit and states हालािक इस दौरान दश क 29 राो क राजकोषीय

िववक क बार म बत कम चचा ई ह यह सच ह िक अतररा ीय माकोष जस सथानो या रिटग एजिसयो की िचता दश क सम

राजकोषीय घाट पर अिधक रहती ह िजसम क क साथ राो का भी राजकोषीय घाटा शािमल होता ह अिधकाश मीिडया

िवषणो म क सरकार क राजकोषीय घाट पर ही जोर रहन स राो पर अपन राजकोषीय बधन क तरीक अपनान का दबाव

कम रहा ह जरत इस बात की ह िक इस थित को बदला जाए पाच साल पहल तक सभी राो का कल बजट आकार म क

क बजट स कम ही होता था वष 2011-12 म क ीय बजट 1304 लाख करोड़ पय का था जो सभी राो क 1285 लाख करोड़

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पय क कल बजट स अिधक था लिकन उसक अगल ही साल राो का समिकत बजट पहली बार क ीय बजट को पार कर गया

था वष 2012-13 म क ीय बजट 141 लाख करोड़ पय था जबिक राो का कल बजट 1455 लाख करोड़ पय हो चका था

उसक बाद स क एव राो क बजट आकार म अतर लगातार बढ़ा ह वष 2016-17 म राो का कल बजट 2724 लाख करोड़

पय हो गया जो 2014 लाख करोड़ पय क क ीय बजट स करीब एक ितहाई अिधक ह जहा तक राजकोषीय िववक का सवाल

ह तो राो म इस लकर नकाराक ख रहा ह वष 2011-12 म राो का समिकत राजकोषीय घाटा सकल घरल उाद

(जीडीपी) का करीब 19 फीसदी था जबिक क का राजकोषीय घाटा 58 फीसदी था लिकन वष 2016-17 म राो का राजकोषीय

घाटा 366 फीसदी क र पर पच गया जो क क राजकोषीय घाट 35 फीसदी स अिधक ह िलहाजा न कवल राो का बजटीय

आकार क स बड़ा हो चका ह ब उनका राजकोषीय घाटा भी क को पीछ छोडऩ लगा ह इसक बावजद िछटपट िटिणयो

को छोड़कर राजकोषीय सशीकरण पर होन वाला िवमश काफी हद तक इसी पर क ित रहता ह िक क ीय राजकोषीय घाट पर

काब पान क िलए िव मी ा कदम उठान जा रह ह इसस साफ ह िक राजकोषीय घाट पर हमारा नजरया असतिलत ह और

उसम बदलाव की जरत ह What reforms initiated

राो और क क र पर लाग सधारो पर एक नजर डालत ह भारत म कारोबारी सगमता पर आई नवीनतम िव बक रपोट स कछ

नीितगत पहल सामन आत ह भारत की सम र िकग 130 स सधरकर 100व थान पर आ चकी ह भारत को कर भगतान िदवािलया

समाधान कज लन और अाश शयरधारको क िहतो को सरित करन जस कदमो का फायदा आ वही यह भी सच ह िक य सार कदम

क सरकार न उठाए ह India and Financial reform in state

इसक उलट राो न नीितयो और ियाओ म सधार को तवो नही दी राो म ियागत सधार की रार या तो कम हो रही ह या

बत धीमी गित स काम हो रहा ह कारोबार श करन िबजली कनन लन और ॉपट पजीयन क मामल म तो भारत की र िकग िगर

गई यहा हम यह ान रखना होगा िक य सारी गितिविधया राो क र पर ही ियात की जाती ह िवदशी िनवशक भी भारत म

कारोबार क इस िवरोधाभास को लकर सतक हो गए ह आम तौर पर व क सरकार ारा जारी बॉ खरीदन म काफी िच िदखात ह

लिकन रा सरकारो ारा िदए जान वाल कज क ित उनका रवया ठडा ह िवदशी पोटफोिलयो िनवशको न क सरकार क बॉ म

िनवश की अिधकतम सीमा 19 लाख करोड़ पय का करीब 99 फीसदी िहा खरीद िलया ह लिकन रा सरकारो क बॉ एसडीएल म

भी 30000 करोड़ पय क िनवश की मजरी का कवल 17 फीसदी िहा ही िवदशी िनवशको न खरीदा ह इसका रा सरकारो की िवीय

थित पर गभीर असर पड़गा राो को बढ़त राजकोषीय घाट क चलत चाल िव वष म 45 लाख करोड़ पय का ऋण लना पड़ सकता ह

एसडीएल म िवदशी िनवशको का घटता झान राो की आिथक थित म आ रही कमजोरी को बया करता ह िचता की बड़ी बात यह ह

िक इसस इन बॉ की कीमतो पर उा असर पड़ता ह िवदशी िनवशको न राो क बॉ म कम िच िदखान क िलए िवीय मामलो म

पारदिशता की कमी को िजदार बताया ह रा सरकार िजस तरह स िवीय मामल सभालती ह उसस िवषण और तलनाक अयन

कर पाना मल होता ह क ीय बक य आकड़ जारी करता ह लिकन उसम दो साल का व लगता ह ऐस म अिधकतर िटणीकारो

और िवषको को इस बाधा स जझना होता ह ऐस म एक मानकीकत ढाच की ताल जरत ह तािक सभी रा िबना दरी क बजट

आकड़ पश कर सक यह सच ह िक सभी राो का समिकत बजट और उनका राजकोषीय घाटा क स आग िनकल चका ह ऐस म राो

को अपन बजट आकड़ अलग प म पश करन की छट नही दी जा सकती ह रिटग एजिसया इस पर एतराज जता सकती ह िजसस भारत

की सम र िकग भी भािवत हो सकती ह राो म ियागत सधार लाग करन और उोग एव वािण मजरी दन म सधार नही होन तक

कारोबारी सगमता र िकग म सधार नही आ सकता ह पारदिशता और राजकोषीय नीित मानको म सधार लाना कई तरह स सघ की

िजदारी ह ोिक इ नजरअदाज करन का असर सार दश पर पड़गा मोदी सरकार अर सहकारी सघवाद की बात करती ह िलहाजा

इस सोच को अजाम दन का व आ चका ह राो को भी अपन िवीय मामलो म अिधक पारदिशता लान क साथ सधारो की पहल करनी

होगी ा नीित आयोग इस अपनी बड़ी िजदारी क तौर पर ीकार करगा

िकसानो को भिम सबधी आकड़ो क आधार पर सडी दन स पव भिम सबधी आकड़ो को सटीक बनाए जान की आवकता ह|

इस कथन क परप म भारत म भिम सधारो पर िटणी कीिजए|

िकसानो को भिम सबधी आकड़ो क आधार पर सडी दन स पव भिम सबधी आकड़ो को सटीक बनाए जान की आवकता ह| इस कथन

क परप म भारत म भिम सधारो पर िटणी कीिजए| India needs to overhaul land titles before they can be used to identify farmers for the delivery of subsidies In light of the statement critically comment on land reform in India httpsscrollinarticle853482fertiliser-reforms-were-linked-to-digitised-land-records-but-the-database-is-far-from-complete

किष म िनजी पजी क ह फायद अनक need to focus on incentivising priave sector to invest in Indian agriculture Business_Standard

एक ओर जहा सरकार न अगल छह वष म िकसानो की आय दोगनी करन का ल तय िकया ह वही दश म किष िविभ

कार की चनौितयो स जझ रहा ह नीित आयोग न िकसानो की आय दोगनी करन क िलए जो खाका तयार िकया ह उसम

उादकता किष क क माल क योग और परचालन म 167 फीसदी की बढ़ोतरी उ म वाली फसलो की ओर ान

दन और सन 2015-16 को आधार मानत ए सन 2022-23 तक िकसानो को िमलन वाल म म 9 फीसदी तक क सधार की बात

शािमल ह िकसानो की आय दोगनी करन क ल की राह म तीन बड़ी चनौितया इस कार ह किष म िवान और

ौोिगकी की कमजोर थित किष उपज क िलए गर िकफायती और शोषण करन वाली बाजार वथा और छोटी जोत की

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वहायता Productivity हमारी किष उपज वथा तकनीकी नवाचार क मामल म कई दशो स दशको पीछ ह कम उपज वाली

िको और पारपरक किष वहार अभी भी इस पर हावी ह पारपरक किष वथाए िजनम बाढ़ क पानी स िसचाई

उवरको का सार किष रसायनो का िबना िकसी भदभाव क इमाल आिद हमार किष पर क आम ह इनकी वजह स

न कवल िकफायत कम होती ह ब लागत बढ़ती ह और उपज की गणवा भी कमजोर हो जाती ह इसक अलावा फसल क

थािय पर भी इसका िनराशाजनक असर होता ह

Distribution दसरी बात िवपणन का पर कछ ऐसा ह िक उपज क िदनो म किष िजसो क दाम कम रहत ह और बाद म दाम बढ़

जात ह अाविध म समान िजसो की कीमतो म जहा िगरावट आती ह वही बाद म उनक दाम उछल जात ह परवहन और सचार त म

बहतरी क बावजद किष उपज का बाजार यह िदखाता ह िक उसम एकीकरण का अभाव ह किष क वािणीकरण म बढ़ोतरी क साथ ही

िकसानो को फसल का नाम मा का दाम िमलन और उपभोाओ ारा अतािक क प स ादा कीमत चकाए जान की घटनाए लगातार

बढ़ती जा रही ह तीसरा दोितहाई स अिधक िकसान एक हयर स कम जमीन पर खती करत ह िकसानो का औसत रकबा एक एकड़ स

भी कम ह उर दश पिम बगाल और िबहार जस बड़ राो म 80-92 फीसदी तक रकबा सीमात णी का ह इसस बहतर उादकता

क बावजद उनकी मोलभाव की मता कम होती ह इन तमाम चनौितयो स िनपटन म िनजी अहम भिमका िनभा सकता ह बहरहाल उस

भी किष पर ापक नजर डालनी होगी कछ मामलो म जहा कॉपरट िकसानो तक नवाचार ल जा रहा ह वहा अ परणाम भी आए ह

महाराiumlर क जलगाव िजल की कला ाित इसका उदाहरण ह वहा िकसान एक िनजी योगशाला ारा महया कराए जान वाल िट

कचर की मदद स बीमारी रिहत कलो की खती करक अी फसल और बहतर गणवा हािसल कर रह ह यह योगशाला अब उस

तकनीक का इमाल अ राो और फलो म कर रही ह ऐस अनभवो को अ फलो और सयो म भी दोहराया जाना चािहए

Focus on Horticulture हमारा दश बागवानी उादन क मामल म विक र पर अपनी छाप छोड़ सकता ह इसी कार

उपचारत बीज की मदद स भी बहतर परणाम हािसल िकए जा सकत ह कई िनजी उमी अब सरित किष को बढ़ावा द रह ह िजसस

िकसानो की आय बढ़ सकती ह दसरी बड़ी चनौती अम बटी ई पारपरक और ाय गलत िवपणन नीितयो स जड़ी ह किष उपज

िवपणन सिमित (एपीएमसी) और अिनवाय िजस अिधिनयम जस कानन छोटी जोत पारपरक कारोबारयो और िबचौिलयो क िलए अनकल ह

और इस वथा म नई पजी क आगमन को रोकन वाल ह जबिक नई पजी अपन साथ नवाचार ितधा ई-कॉमस िनवश और म

खला क एकीकरण जसी खिबया लाती ह कछ मामल ऐस ह जहा कारोबारी जगत क लोगो न किष िवपणन म वश िकया वहा िकसानो को

भारी लाभ आ िहमाचल म सब की खती और उर िबहार म मा इसका उदाहरण ह

Small size farms िनजी छोटी जोत वाल िकसानो की वहायता और उनकी आय म इजाफा कर सकता ह िविभ सवाओ की

आपित मशीनो और उपकरणो की मदद स ऐसा िकया जा सकता ह बीत कछ सालो म िनजी क सवा दाताओ की तादाद बढ़ी ह

खासतौर पर किष मशीनरी को िकराय पर दन की सवाओ म इसस लागत कम ई ह और अिधकाश िकसानो की पच आधिनक और बहतर

मशीनरी तक ई ह कई सवा दाताओ न तो मोबाइल ऐप सवा भी श की ह अब बड़ी तादाद म िकसान lsquoलजर गाइडड लड लविलगrsquo

तकनीक का इमाल िकराय पर कर रह ह यह तकनीक िसचाई क पानी की बचत क साथ-साथ िसचाई की लागत उसम लगन वाल समय म

कमी लाती ह और उपज बढ़ान म मदद करती ह िनजी अनबिधत किष क जरय छोटी जोत क िकसानो की आय बढ़ान म मददगार हो

सकता ह छोटी जोत म और िनगरानी तथा समयपर आपित क िलहाज स बहतर होती ह अगर िनजी फम आधिनक रटलर सरण

करन वाल कारोबारी आिद बहतर बीज तकनीकी सहायता िवीय मदद आिद महया कराए और उपज का िनित म िदलान की बात कह

तो यह सबक िलए लाभदायक सािबत होगा दश क हर इलाक म अनबिधत किष की सफलता क समाचार िमलत ह परत अभी इसका दायरा

बत सीिमत ह

ldquoHow start up can help हाल क वष म ाटअप क आगमन क बाद किष म उनकी िच दखन को िमली ह और उनको रीय

तकनीक और आधिनक म खला का भी लाभ हािसल ह कछ ाटअप का नत रीय उिमयो क हाथ म ह जो दश म खती की तीर

बदलना चाहत ह इसकी वजह स पारपरक किष म लग कॉपरट पर भी दबाव बन रहा ह िक व अपनी नीितयो पर नए िसर स िवचार कर

किष की बहतर ाटअप को जरी नीितगत सहयोग भी िदया जाना चािहए

Need to focus on investment by Private sector क ीय साकी कायालय का वष 2015-16 का आकड़ा बताता ह िक िनजी कारोबारी दश क किष म सालाना बमल 2 फीसदी

िनवश करता ह सरकारी की िहदारी 186 फीसदी और शष 794 फीसदी िहदारी िकसान की ही रहती ह दश की अथवथा म

अपन कल िनवश म िनजी 043 फीसदी ही खती और उसस जड़ी सवाओ म िनवश करता ह य आकड़ िनजी क कमजोर िनवश की

ही कहानी बया करत ह इस बढ़ाकर कम स कम दोगना करना होगा आकड़ बतात ह िक िनजी किष म अत कम िनवश कर रहा ह

िकसानो की आय बढ़ान क िलए इस कम स कम दोगना करना होगा अगर िनजी की उिचत भागीदारी हो तो भारतीय किष िवकास क

अगल चरण तक पच सकती ह ऐस म राो और क दोनो को िनजी को किष क ित आकिषत करान का यास जोरशोर स करना

चािहए

Over The Barrel An energy agenda for 2018 त आिटकल म हम भारत क वतमान ऊजा पर को दखन क साथ-साथ भारत की ऊजा आवकताओ को भािवत करन

वाल रा ीय तथा विक पहलओ पर चचा कर ग| वतमान सरकार ऊजा सबधी अपन दो लो को लकर परी तरह समिपत ह- पहल

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उ क अतगत सभी क िलए वहनीय ऊजा की उपलता को सिनित करवाना शािमल ह िजसक िलए जीवा ईधनो पर

िनभरता समय की माग ह|

2 दसर उ सरकार ारा आिथक व ऊजा की माग तथा पयावरण अवनयन क बीच बन सबधो को समा करन को

लकर ह िजसक िलए ऊजा ससाधन ाथिमकता की णी म सवपर ह| यिद इन दोनो उो पर नजर डाल तो प स

दखा जा सकता ह िक दोनो ही उ एक दसर स िबलकल भी मल नही खात ह| परत यही सरकार की मताओ का परीण ह

िक िकस कार दोनो उो की पित क िलए सतलन बनाया जाए िजसक िलए लघ कािलक तथा दीघकािलक लो का वगकरण

िकया जा सकता ह|

भारत क ऊजा पर पर यिद नजर डाल तो कई कार की किमयो को दर करन की आवकता नजर आती ह जस

उजा म खला म उपथत असतलन को दर करना एक ही पजा माक ट की थापना इािद| हालािक भारत िवदयत क म

अिधशष की थित म ह परत िफर भी 40 जनसा को या तो िबजली उपल ही नही ह या उपल ह भी तो कटौती क साथ|

इसका सबस बड़ा कारण ट ासिमशन स लकर िवतरण तक लीकज का उपथत होना ह| इस समा क हल क िलए जीएसटी क

सामान ही ऊजा म भी एक ऐसा त बनाए जान की आवकता ह जो सभी िवषमताओ को समट कर एक पारदश वथा की

थापना कर |भारतीय शहर एक तरफ ऊजा की माग म व का मख कारण तो ह ही साथ ही वाय दषण को बढ़ान म भी िकया ह

भिमका ह| सरकार को चािहए िक क शहर म शहर ऊजा ओबडसमन की िनय कर जो शहद स सबिधत ऊजा मता को

बढ़ान अपिश बधन तथा शहरी परवहन को बहतर बनान की िदशा म काम कर | भारत ड ऑयल का 80 स अिधक आयात करता ह

तथा बदलत विक पर म बड़ स बड़ िवषक ड ऑयल की कीमतो का सही अनमान लगान म असफल सािबत ए ह ऐस म

आवकता इस बात की ह िक भारत को ड ऑयल सबधी विक अथरता स बचन का परा यास कर | ोिक भारत ड

ऑयल क िलए िमिडल ई पर िनभर ह आवकता इस बात की ह िक उस म uSA ारा बनाए गए र थान को भारत

अपनी उपथित स पण कर तथा उस म अपना भाव थािपत कर अथा स एव चीन उस थान की पित क िलए कोई भी

कटनीित कसर नही छोड़ग तथा यह भारत क ऊजा पर क िलए सखद तीर नही ह| भारत एकाएक ड ऑयल पर अपनी िनभरता समा नही कर

सकता ोिक नवीकरणीय ससाधनो की पच अभी काफी सीिमत ह अतः िमिडल ई म अपना भाव बनाए रखन का पहल भारत

की ाथिमकताओ सवपर होना चािहए| भारत न नवीकरणीय ऊजा स सबिधत महकाशी ल तय िकए ह िजनकी पित क िलए

बहतर अवसरचना कौशल तथा नवाचारी काय सित की आवकता ह| हाल ही म 161 दशो म 104 तकनीक पर िकए गए

अयन क अनसार यह िनष आया ह िक कोई भी दश िकसी नई तकनीक को पणता अपनान म लगभग 45 वष का समय लता ह

इन परणामो को ान म रखकर ही नीित आयोग को आग की रणनीित तय करनी चािहए| इस परथित म भारत िज ल जस

नचरल गस को एक िवक क प म अपना सकता ह परत समा यह ह की गस अथॉरटी ऑफ इिडया िलिमटड नचरल गस

पच को दशापी बनान क उ म असफल रहा ह िजसका मख कारण लालफीताशाही िवीय समाए तथा भिम अिधहण

सबधी समाए रही ह| वतमान धानमी ारा गजरात का ममी रहत ए समा का िनदान िकया गया था तथा रा भर म

गस की पाइप लाइन सफलतापवक िबछाई गई थी यही काय दशापी र पर भी िकए जान की उीद ह|

भारत की ऊजा सरा को ान म रखत ए तथा विक परथित को दखकर भारत को ा नीितगत कदम उठान चािहए |

पीडीएस को ख कर दगा डीबीटी झारखड म हाल ही म ई भखमरी स मौतो स जन िवतरण णाली (पीडीएस) की अहिमयत उजागर होती ह रा म लाखो परवार भख की

कगार पर रह रह ह और जन पीडीएस उनक िलए जीवन की डोर की तरह ह एक ह स झटक स यह डोर टट सकती ह और इनको

भखमरी का सामना करना पड़ सकता ह िपछल साल जब पीडीएस म आधार ारा अगठ का सापन अिनवाय िकया गया कई लोगो को

भखमरी स जझना पड़ा ह DBT amp PDS

उस गलती स सीखन क बजाय सरकार अब उसस भी बड़ िवक का योग कर रही ह यह ह पीडीएस म lsquoडाइर बनिफट ट ासफरrsquo

(डीबीटी) लाना

इस नय िसम म लोगो को बक स खा सडी (316 पय ित िकलो) की िनकासी क बाद सरकारी राशन की दकान पर जाकर

326 पय ित िकलो की दर स चावल खरीदना पड़ता ह

पहल लोग राशन की दकान स एक पय ित िकलो की दर स वही चावल खरीद रह थ इस नय योग का नाम lsquoडीबीटीrsquo रखना असगत

ह ोिक वाव म यह सडी दन का बत ही इनडाइर तरीका ह- चावल वही घर स खच होनवाली रािश भी वही

डीबीटी को राची िजल क नगड़ी खड म लाग िकया गया ह यिद इस यह सफल होता ह तो माना जा रहा ह िक रा सरकार इस पर रा म

लाग करगी खा मी न इसका चार करना श कर िदया ह इसिलए लग रहा ह िक सरकार न पहल स ही इस सफल मान कर चल रही ह

मगर लोगो की तकलीफ पर भी चचा होनी चािहए How Successful DBT is नगड़ी म यह बात पता करन की ह िक डीबीटी अपन उ म

िकतना सफल ह और ादातर लोगो म इस लकर ितिया ा ह सबस बड़ी चनौती यह ह िक लोगो का बक ा क और राशन दकान

क बीच भागत- भागत बत समय बबाद हो रहा ह काफी लोगो क िलए इस िया की तीन किड़या ह पहला बक स पता करना िक पसा

आया िक नही (यह सिवधा ा क म नही ह) और इस पासबक म अपडट करवाना दसरा ा क स पस की िनकासी करना और आखर

म राशन दकान पर जाकर अपना एक पया जोड़कर अनाज खरीदना गौर कीिजए िक राशन दकान स सडी की रािश (316 पय ित

िकलो) वापस सरकार क पास जमा होती ह ादातर लोगो क िलए बक और ा क बत दर ह बढ़ या िवकलाग क िलए तो यह नयी

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णाली भयानक सपन जसा ह CASE STUDY सहर गाव म हम एक मिहला िमली िजनक खात म पसा आता ह लिकन वह इतनी बढ़ी ह

िक उ मोटरसाइिकल पर जब बक लकर जाना होता ह तो तीन लोग चलत ह- चालक खद मिहला और उ पकड़न क िलए तीसरा

लोगो की किठनाई िपछल कछ हो म ादा ही भयावह थी जब उ नयी णाली क बार म सीखना था कई परवारो म एक स

ादा बक खात ह लिकन उ यह नही पता िक सडी िकस म आयगी नगड़ी म िजस बक मनजर स हम िमल उ भी नही पता था िक

सरकार सडी क िलए खात का चयन कस करती ह इस वजह स लोग इधर-उधर भटक रह ह नयी िसम स हो रही परशानी का यह

कवल एक उदाहरण ह लोगो क मन म नयी णाली क िनयमो क बार म अभी ता नही हउदाहरण क तौर पर उ ऐस लगता ह िक

यिद सडी नही आयी और िकसी महीन वह चावल नही खरीद पाय तो उनका राशन काड काट िदया जायगा इस डर क चलत कछ लोग

परवार वालो स कज लकर पीडीएस का चावल खरीद रह ह िपछल साल ममी न एलान िकया था िक नगड़ी खड झारखड का सबस

पहला lsquoकशलस ॉकrsquo होगा और अब सरकार ही उस खड म लोगो को जरत स ादा कश सभालन पर मजबर कर रही ह कवल

राशन काडधारी ही नही इस वथा स पीडीएस डीलर भी परशान ह डीबीटी िसम म अनाज बाटन म पहल स ादा िदन लगत ह

ोिक जस-जस लोग पस की िनकासी कर लत ह वस-वस रोज दो-चार लोग दकान पर आत ह नयी णाली न बक का काम भी बढ़ा िदया

ह नगड़ी म लोगो की ापक परशानी न िवप की पािटयो को एक बड़ा मौका तोहफ क प म दान िकया ह िजस िदन हम नगड़ी गय

खड कायालय क बाहर ही झारखड म मोचा का दशन चल रहा था उसक कछ हो बाद ही (फरवरी 2018 को) सीपीएम न दशन

की घोषणा की ह अगर रा सरकार चार बद नही करती ह और इस म क ावहारक पहलओ पर ान नही दती ह तो झारखड एक

नयी आपदा की और बढ़गा सरकार की मशा नगड़ी योग को आग बढ़ाना ह जहा बिकग वथा और भी कमजोर ह ऐस म हजारो की

सा म लोग खासकर कमजोर लोग नयी णाली स नही जझ पायग Concluding mark इस बात की आशका स इकार नही िकया जा सकता िक उ भख का सामना भी करना पड़ सकता ह उीद ह िक सरकार और

जनता क बीच इस म पर ज ही सवाद का मच बनगा और इस िसम क ावहारक प को समझ कर कोई सधारवादी और

ठोस पहल की जा सकगी तािक जनता क भोजन क िअधकार को सिनित िकया जा सक अथा अगल चनाव म लोग क पास

सरकार को इसका कड़ा जवाब दन का बड़ा मौका होगा

बढ़ता इटरनट अथवथा को बर डोज Rajasthan_Patrika Internet some facts भारत दिनया का दसरा सबस बड़ा इटरनट उपयोगकता दश ह भल ही इसकी पच मा 40 फीसदी जनता तक ही

ह अनमान ह िक इटरनट तक पच म हर 10 फीसदी व क साथ दश को अपन सकल घरल उाद म लगभग 1 फीसदी तक की बढ़त

िमलती ह यानी अथवथा को बर डोज हालािक बाजार म आई यह व काफी हद तक डटा की कीमत पर भारी छट और म

कॉिलग सवाओ की वजह स आई ह िजसकी पशकश बाजार म उतरी एक नई कपनी की ओर स की गई Challenges to Telecom centre

दरसचार सर कई चनौितयो का सामना कर रहा ह दरसचार कपिनया 46 लाख करोड़ पए क कज स सघष कर रही ह जबिक

राज 2 लाख करोड़ पए तक िगर गया ह ष 2018 म 5- जी की चचा ह दरसचार कपिनयो न 5-जी को लान की तयारया श कर दी ह

लगता ह िक अगल डढ़ साल क भीतर सभवत य सवा श भी हो जाएगी इटरनशनल टलीकॉम यिनयन (आईटीय) इसक िलए मानक

िनधारत कर रहा ह जो विक र पर लाग होग ऐसा होन पर जब उपकरण बड़ पमान पर उपल हो जाएग तब भारतीय बाजार क िलए

इनकी कीमत भी ावहारक हो पाएगी ऐसी सवाए िजनक िलए उ िवसनीयता विक कवरज और बत कम िवलबता की आवकता

होती ह 5-जी स नटविक ग कटरग और भडारण ससाधनो को एक ोाम और एकीकत बिनयादी ढाच म एकीकत करना सभव हो

जाएगा िजसस िबखर ए ससाधनो का एक अनकिलत व बआयामी उपयोग सभव होगा वही यह िफड मोबाइल और सारण सवाओ

क िमलन का भी काम करगा दश की मख दरसचार सवाओ की कपिनयो का ितिनिधकता सलर ऑपरटर एसोिसएशन ऑफ इिडया

(सीओएआई) न भी मी-कहोर lsquo5जी इिडया फोरमrsquo की शआत कर दी ह िजसस यह सिनित हो सक िक भारत म भी बाकी दिनया

क साथ ही यह तकनीक आ जाए सभावनाए अनत ह और इस म अगली पीढ़ी की सवाओ को सम िकया जा सकता ह और समच

म उत समाधान लाए जा सकत ह रा ीय दरसचार नीित (एनटीपी) 2018 का भी ल भारत को अगल दशक की ौोिगकी म वश

करवाना ह इटरनट ऑफ िथ (आईओटी) और ड ाइवरलस कार सवाए भी हकीकत बन सकती ह िडिजटल मता िनमाण ाचार म

भारत कशलस अथवथा जस महाकाी कायमो क िलए दरसचार सर अपन माम क जरए दश को आग ल जान म योगदान द

रहा ह

Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology (SEXTANT) NASA has invented a new type of autonomous space navigation that could see human-made spacecraft heading into the far reaches of the Solar System and even farther ndash by using pulsars as guide stars Itrsquos called Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology or SEXTANT What is it it uses X-ray technology to see millisecond pulsars using them much like a GPS uses

satellites SEXTANT works like a GPS receiver getting signals from at least three GPS satellites all of

which are equipped with atomic clocks The receiver m BENEFIT

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It will enable sustained human presence throughout the solar system as well as enhance and enable science in the outer solar system and beyond

High bandwidth communications and advanced navigation capabilities will enable future deep space exploration of the solar system and pinpoint navigation in near-Earth space

The X-ray navigation (XNAV) and communications (XCOM) project elements will focus on the development of the X-ray based technologies capable of providing accurate autonomous navigation and high bandwidth communications respectively beyond the inner solar system

easures the time delay from each satellite and converts this into spatial coordinates What are Pulsar A special kind of neutron star known as a pulsar emits periodic -- or repeating -- bursts of radio waves X-rays and gamma rays

BBIN मोटर वाहन समझौत न िफर स गित पकड़ी बा लादश भारत और नपाल न जन 2015 म ह तारत

बा लादश-भटान-भारत-नपाल (बीबीआईएन) मोटर वाहन समझौत (एमवीए) क तहत उप- म याी वाहन आवाजाही क

िलए परचालनगत ियाओ क मल िवषय पर सहमित जताई ह और ज द ही यह याी ोटोकॉल पर ह तार क िलए

आतरक मजरी ियाओ को परी करलगी ितभागी दशो न इस समझौत क तहत काग वाहनो क िलए और अिधक ट ायल

रन सचािलत करन पर भी सहमित जताई ह तीनो दशो क उ च तरीय अिधकारयो न बगल म 10-11 जनवरी को आयोिजत

एक बठक म एमवीए क काया वयन पर चचा की िजसका सयोजन एव अ यता भारत सरकार क सड़क परवहन एव

राजमाग मालय न की पयवक क प म भटान क आिधकारक िश टमडल न भी इस बठक म िह सा िलया इस

ऐितहािसक एमवीए पर 15 जन 2015 को भटान क िथ प म बीबीआईएन दशा क परवहन मियो ारा ह तार िकए गए

Motor Vehicle Agreement (MVA) क तहत काग वाहनो क िलए ट ायल रन का परचालन पव म कोलकाता-ढाका-

अगरतला एव िद ली-कोलकाता-ढाका ट क साथ िकया गया य परीण समझौत क आिथक लाभो को रखािकत करन म

सफल रह बा लादश-भारत-नपाल न पहल ही एमवीए की अिभपि कर दी ह और तीनो ह तारकता दशो क बीच एमवीए क

काया वन पर सहमित जताई ह भटान इस समझौत पर पि करन क बाद इसम शािमल आ Financial help िशयाई

िवकास बक (एडीबी) दिण एिशया उप ीय आिथक सहयोग (एसएएसईसी) को अपनी सहायता क एक िह स क प म

बीबीआईएन एमवीए को तकनीकी परामशदाी एव िव तीय सहयोग उपल ध कराता रहा ह

किष को ावहारक और लाभकारी बनान क िलए रणनीितया यिप किष अिधकतर भारतीयो की म आजीिवका ह परत िकसानो को यह वसाय आकषक नही लगता ोिक इसम आय तथा

उादकता कम ह ती समावशी और सतत िवकास की रणनीितयो को िकसानो की समाओ को हल करना होगा

िकसानो की उादकता और उनक लाभाजन क िलए 12 पहल- पहली बहतर बीजो का इमाल तािक उादकता म 15 स 20 ितशत की व हो

दसरी किष उादकता बढ़ान क िलए उवरको का सतिलत इमाल जरी

तीसरी सीमा और छोट िकसानो ारा नवाचार अपनान की िदशा म सामियक सथागत ऋण म भिमका िनभाता ह

चौथी द पालन मछली पालन और मग पालन जसी सबिधत गितिविधयो क साथ खती को जोड़ना और िवार करना इस कदम स

िकसानो की आय बढ़ान म महपण योगदान होता ह

पाचवी भारत म खती क यीकरण को बढ़ाना होगा

छठवी किष गितिविधयो को तज करन और किष को बागवानी स जोड़न तथा पहाड़ म किष क यीकरण स िकसानो की आय बढ़ सकती ह

सातवी किष आधारत उोगो क ोाहन क मनजर ईको-णाली को मजबत करना होगा

आठवी पानी क इमाल क ित बहतर समझ बनानी होगी

नौवी िकसानो को उपभोा म क बड़ िह को समझना होगा

दसवी हम भ-नीित म मलभत सधारो पर गौर करना होगा

ारहवी हम जलवाय परवतन क मनजर किष गितिविधयो को िवकिसत करन की जरत ह

बारहवी ान को साझा करन की ियाओ को द करना होगा

अय ऊजा बनाम कोयला भारत क कोयला ससाधनो (जो म प स पव और म भारत म क ित ह) और भारत क मख सौर एव पवन ऊजा ससाधन (जो मतः

पिमी और दिणी भारत म क ित ह) स सबिधत ह इनम ऐस थल नग ह जहा दोनो तरह क ससाधन ह

Renewable energy in India

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वतमान म भारत की थािपत िड रीय अय ऊजा की मता करीब 60 मगावाट ह िजनम स 57 मगावाट स ादा दश क उरी

दिणी और पिमी ो म क ित ह तीन फीसदी स भी कम अय ऊजा िफलहाल पव और पवरीय (िजस सामिहक प स पव

भारत कहा जाता ह) म क ित ह भगोल और मौसम पव भारत म िवकिसत की जा रही िड स जड़ी अय ऊजा की मता को बािधत

करत ह

Is growth of Renewable energy harmful लिकन अय ऊजा क रत िवार क गभीर परणाम होग अगल पह-बीस वष म धीर-धीर अय ऊजा ारा कोयला आधारत िबजली

उादन की जगह लन की सभावना ह िफर अय ऊजा क िवकास स कछ रोजगार या िविनमाण लाभ कोयला ो वाल राो को िमलन

का अनमान ह मम स दीघकाल म इस बात की काफी आशका ह िक अय ऊजा क िवकास स न िसफ कोयला आधारत िबजली

उादन भािवत होगा ब कोयला खनन की सभावनाए भी घट जाएगी इसका ितकल असर न कवल भारत क कोयला सयो (िजोन

सरकारी बको स कज िलया ह) पर पड़गा ब कोल इिडया िलिमटड स कोयला उठान पर भी पड़गा िपछल वष कोल इिडया िलिमटड को

अािशत थित स भी गजरना पड़ा जब उसक भडार म अितर कोयला था मगर उस खरीदार नही िमल रह थ आिथक सवण

2016-17 न दो रा ीय वियो को उजागर िकया ह जो अय ऊजा अपनान क िवतरण सबधी भाव का िवार कर सकत ह पहला

भारतीय राो क बीच आय क र पर एक ापक ीय अतर ह पव रा दश क बाकी िहो स पीछ रह ह दसरा िपछल दशक म

स राो को पनिवतरत ससाधन हातरण म तजी स व ई ह अय ऊजा को अपनान और धीर-धीर कोयला को िवथािपत करन स

रोजगार क नकसान क जरय सभवतः आय म अतर बढ़गा और रॉयी तथा कर राज खोन की वजह स कोयला आधारत राो क िलए

ससाधन हातरण बढ़गा कोयला खनन और उोगो की तरफ इसका वाह बड़ काणकारी रा और क सरकार तथा झारखड

ओिडशा पिम बगाल और छीसगढ़ जस राो क बीच िवीय समझौत का एक महपण िहा ह दशको स कोयला खनन स रॉयी

और कर राज रा बजट को सहयोग करत ह कोल इिडया और इसकी सहायक कपिनयो क कॉरपोरट सामािजक उरदािय खच न

पव इलाक क बिनयादी ढाच और सामािजक िवकास म बड़ी भिमका िनभाई ह और कोयला खनन और परवहन क सथानो क आसपास

गभीर सरण नटवक का िवकास िकया ह इन ो म कोयला खनन िसफ आिथक गितिविध नही ह ब राजनीितक लामबदी का एक

ाथिमक आधार भी ह यह आयजनक नही िक जब भी कोल इिडया िलिमटड का रा ीयकरण ख करन का मा उठा ह इस म

राजनीितक ितरोध तज हो गया ह पव भारत म अय ऊजा बनाम कोयल की बहस भारतीय िनवश पर की एक बड़ी समा को

परलित करती ह-िनजी पजी का वाह उी राो की तरफ होता ह जहा शासिनक समाए कम हो वसाय का माहौल बहतर हो

और रत लाभ की सभावना उ हो जस गजरात महारा और आ दश नतीजतन ादा ितकल कारोबारी माहौल वाल राो (जस

पव भारत) म िनवश की कमी परी करन की िजदारी सावजिनक और सरकारी ािम वाल उपमो (एसओई) पर आती ह

Renewable energy is future but is it for present अय ऊजा की गित कन वाली नही ह लागत और पयावरणीय परणाम दोनो क िलहाज स यह न कवल भारत म ब विक र पर एक

बड़ ऊजा बदलाव का सकत करता ह लिकन जसा िक अरिवद समम न इस पहली को सही ढग स त िकया ह-अय ऊजा भिव

हो सकता ह लिकन ा यह वतमान ह हाल ही म टरी म िदए अपन ाान म उोन िविभ आिथक कारणो को रखािकत करत ए कहा

िक भारत को अकाल क िलए अय ऊजा क मामल म धीमी गित अपनानी चािहए लिकन अय ऊजा क मसल पर धीमी रार का

कारण परी तरह स आिथक नही ब राजनीितक भी ह भारत का कोयला बड़ी आबादी वाला और चनाव की ि स बहद ासिगक ह

अगर अय ऊजा अपनान क बाद क ितकल परणामो स नही िनपटा गया तो इस क लोग ती िवरोधी ितिया जता सकत ह धीर-

धीर बदलाव की िया भारत म अ ो म भी कारगर रही ह-यह मामन का कारण नही ह िक ऊजा का मामला अलग ह

पयावरण को लील रहा शहर का दायरा नकसान की म वजह अिनयोिजत शहरीकरण urbanisation 2050 तक भारत की 60 फीसद आबादी शहरो म रहन लगगी वस भी 2011 की जनगणना क मतािबक कल 31 फीसद आबादी अभी शहर म

िनवास कर रही ह साल दर साल बढ़ती गरमी गाव-गाव तक फल रहा जल-सकट का साया बीमारयो क कारण पट रह अताल ऐस कई

मसल ह जो आम लोगो को पयावरण क ित जागक बना रह ह कही कोई नदी तालाब क सरण की बात कर रहा ह तो कही कोई पड़

लगा कर धरती को बचान का सक ल रहा ह तो वही जगल व वहा क बािशद जानवरो को बचान क िलए यास कर रह ह लिकन भारत जस

िवकासशील दश म पयावरण का सबस बड़ा सकट lsquoशहरीकरणrsquo एक सम िवषय क तौर लगभग उपित ह

Indian Urbanisation Pseudo Urbanisation असल म सकट जगल का हो या िफर वाय का या िफर पानी का सभी क मल म िवकास की वह अवधारणा ह िजसस शहर पी सरसा

सतत िवार कर रही ह और उसकी चपट म आ रही ह कित और नसिगकता अपन दश म सित मानवता और बसावट का िवकास

निदयो क िकनार ही आ ह सिदयो स निदयो की अिवरल धारा और उसक तट पर मानव-जीवन फलता-फलता रहा ह बीत कछ दशको म

िवकास की ऐसी धारा बही िक नदी की धारा आबादी क बीच आ गई और आबादी की धारा को जहा जगह िमली वह बस गई यही कारण ह िक

हर साल क नगर बन रह ह और नगर महानगर बहतर रोजगार आधिनक जनसिवधाए और उवल भिव की लालसा म अपन पनी

घर-बार छोड़ कर शहर की ओर पलायन करन की वि का नतीजा ह िक दश म एक लाख स अिधक आबादी वाल शहरो की सा 302 हो

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गई ह जबिक 1971 म ऐस शहर मा 151 थ यही हाल दस लाख स अिधक आबादी वाल शहरो का ह इसकी सा गत दो दशको म दगनी

होकर 16 हो गई ह

पाच स 10 लाख आबादी वाल शहर 1971 म मा नौ थ जो आज बढ़कर आधा सकड़ा हो गए ह िवशषो का अनमान ह िक आज दश की

कल आबादी का 850 ितशत िहा दश क 26 महानगरो म रह रहा ह िव बक की ताजा रपोट बताती ह िक आन वाल 20-25 सालो म 10

लाख स अिधक आबादी वाल शहरो की सा 60 स अिधक हो जाएगी िजनका दश क सकल घरल उाद म योगदान 70 ितशत होगा एक

बात और बहद चौकान वाली ह िक भारत क ामीण ो म गरीबी रखा स नीच रहन वालो की सा शहरो म रहन वाल गरीबो क बराबर ही

ह यह सा धीर-धीर बढ़ रही ह यानी यह डर गलत नही होगा िक कही भारत आन वाली सदी म lsquoअरबन मrsquo या शहरी मिलन बयो म

तील न हो जाए

Urbanisation and How it engulfing Environment शहर क िलए सड़क चािहए िबजली चािहए मकान चािहए दर चािहए इन सबक िलए या तो खत होम हो रह ह या िफर जगल जगल को

हजम करन की चाल म पड़ जगली जानवर पारपरक जल ोत सभी कछ न हो रहा ह यह वह नकसान ह िजसका हजाना सभव नही ह

शहरीकरण यानी रार रार का मतलब ह वाहन और वाहन ह िक िवदशी मा भडार स खरीद गए ईधन को पी रह ह और बदल म द रह

ह दिषत वाय शहर को ादा िबजली चािहए यानी ादा कोयला जलगा ादा परमाण सय लगग िदी कोलकातापटना जस

महानगरो म जल िनकासी की माकल वथा न होना शहर म जल भराव का थाई कारण कहा जाता ह मबई म मीठी नदी क उथल होन

और 50 साल परानी सीवर वथा क जजर होन क कारण बाढ़ क हालात बनना सरकार ीकार करती रही ह बगल म पारपरक

तालाबो क मल प म अवािछत छड़छाड़ को बाढ़ का कारक माना जाता ह शहरो म बाढ़ रोकन क िलए सबस पहला काम तो वहा क

पारपरक जल ोतो म पानी की आवक और िनकासी क परान राो म बन गए थाई िनमाणो को हटान का करना होगा यिद िकसी पहाड़ी

स पानी नीच बह कर आ रहा ह तो उसका सकलन िकसी तालाब म ही होगा ऐस जोहड़-तालाब कीट की निदयो म खो गए ह परणामत

थोड़ी ही बारश म पानी कही बहन को बहकन लगता ह महानगरो म भिमगत सीवर जल भराव का सबस बड़ा कारण ह जब हम भिमगत

सीवर क लायक सार नही सीख पा रह ह तो िफर खल नालो स अपना काम ो नही चला पा रह ह पोलीथीन घर स िनकलन वाल

रसायन और न न होन वाल कचर की बढ़ती मा कछ ऐस कारण ह जोिक गहर सीवरो क दन ह शहर का मतलब ह औोिगकीकरण

और अिनयोिजत कारखानो की थापना का ही दखद परणाम ह िक तकरीबन सभी निदया अब जहरीली हो चकी ह नदी थी खती क िलए

मछली क िलए दिनक काय क िलए न िक उसम गदगी बहान क िलए

गावो क क को क शहर और शहरो क महानगर म बदलन की होड़ एक ऐसी मग मरिचका की िला म लगी ह िजसकी असिलयत

कछ दर स खलती ह दर स जो जगह रोजगार सफाई सरा िबजली सड़क क सख क क होत ह असल म वहा सास लना भी गनाह लगता

ह शहरो की घनी आबादी सामक रोगो क सार का आसान जरया होत ह यहा दिषत पानी या हवा भीतर ही भीतर इसान को खाती रहती

ह और यहा बीमारो की सा ादा होती ह दश क सभी बड़ शहर इन िदनो कड़ को िनबटान की समा स जझ रह ह कड़ को एक

करना और िफर उसका शमन करना एक बड़ी चनौती बनता जा रहा ह एक बार िफर शहरीकरण स उपज रह कचर की मार पयावरण पर

ही पड़ रही ह

असल म शहरीकरण क कारण पयावरण को हो रहा नकसान का मल कारण अिनयोिजत शहरीकरण ह बीत दो दशको क दौरान यह

परपाटी पर दश म बढ़ी िक लोगो न िजला मालय या को की सीमा स सट खतो पर अवध कालोिनया काट ली इसक बाद जहा कही

सड़क बनी उसक आसपास क खत जगल तालाब को वध या अवध तरीक स कीट क जगल म बदल िदया गया दश क अिधकाश शहर

अब सड़को क दोनो ओर बतरतीब बढ़त जा रह ह न तो वहा सावजिनक परवहन ह न ही सरा न ही िबजली-पानी की नतम आपित

Q UPSC 2016 माीित को िनयित करन क उपाय माीित को िनयित करना क

सरकार की ाथिमकता रही ह सरकार न इसक िलए कई कदम उठाए ह जो िनिलखत ह

जमाखोरी और कालाबाजारी क खलाफ कारवाई करन आवक व अिधिनयम 1955 और कम आपित वाली वओ की

कालाबाजारी िनवारण एव आवक व अनप अिधिनयम 1980 को भावी ढग स लाग करन क िलए जरत पड़न पर समय-

समय पर रा सरकारो को परामिशकाए जारी की जा रही ह कीमत और उपलता की थित क आकलन क िलए िनयिमत

तौर पर उ रीय समीा बठक की जा रही ह य बठक सिचवो की सिमित अतर मालय सिमित कीमत थरीकरण िनिध

बधक सिमित और अ िवभागीय र पर की जाती ह उादन को बढ़ावा दन क िलए खा पदाथ क अिधकतम समथन म

(एमएसपी) की घोषणा की गई इसका उ खा पदाथ उपलता बढ़ाना भी ह िजसस कीमतो को कम रखन म मदद िमलगी

दालो ाज आिद किष वओ की कीमतो म उतार-चढ़ाव को िनयित करन क िलए कीमत थरीकरण िनिध (पीएसएफ) योजना

लाग की जा रही ह खदरा कीमतो को बढ़न स रोकन क यासो क तहत सरकार न दालो क सरित भडार (बफर ॉक) को 15

लाख मी टन स बढ़ाकर 20 लाख मी टन करन का अनमोदन िकया इस म म 20 लाख टन तक दालो का सरित भडार तयार

िकया गया राोसघ शािसत ो को सावजिनक िवतरण णाली क माम स िवतरत करन मा भोजन योजना आिद क

िलए सरित भडार स दाल दी जा रही ह इसक अलावा सना और कीय अ स बलो की दाल की जरत को परा करन क

िलए भी सरित भडार स दालो का उपयोग िकया जा रहा ह सरकार न अल 2018 तक चीनी क ॉिकोडीलरो पर ॉक

होग की सीमा तय कर दी ह सरकार न उपलता को बढ़ावा दन और कीमतो को कम बनाए रखन क िलए चीनी क िनयात

पर 20 ितशत श लगाया श सीमा श पर 5 लाख टन की चीनी क आयात को अनमित दी गई इसक बाद 25 ितशत

श पर 3 लाख टन अितर आयात की अनमित दान की गई साख प पर सभी कार क ाज क िनयात की अनमित दी

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जाएगी जो 31 िदसबर 2017 तक 850 डॉलर ित मी टन नतम िनयात म (एमईपी) स सब होगा राोसघ शािसत ो

को ाज पर भडारण सीमा लगान की सलाह दी गई ह राो स अपनी ाज की जरत की सचना दन का अनरोध िकया गया

िजसस उपलता बढ़ान और कीमतो म कमी लान क िलए आवक आयात की िदशा म कदम उठाए जा सक

भारत को अभी lsquoलट कवजर ाजलrsquo का सामना नही करना पड़ रहा ह एक अ याय म सवण न यह समीा की ह िक भारत क िलए आव यक lsquoलट कवजर ाजल की अवधारणाए िकस हद तक सही

ह और ा इस ासल स आन वाल वष म भारत क िवकास पर भाव पड़न की सभावना ह सवण म यह दशाया गया ह िक

वतमान यग आिथक समसयन का ह जहा भारत सिहत गरीब दश सम दशो की तलना म ा दा तजी स आग बढ़ ह और

उोन अपन जीवन-यापन की थित म अतराल को भरा ह 1960 म भारत एक कम आय वाला दश स भारत 2008 म िनत म

आय वाला दश बन गया था और अब यह मा आय हर हािसल करन की िदशा म यासरत ह तथािप ऐसी कछ िचताए ह िक

भारत जस लट कवजर दशो क िलए सम य की िया म सीम आ सकती ह जो विक िवीजय सकट क पा त इस

परवतन को साथक बनान का यास कर रह ह सवण म यह कहा गया ह िक आिथक िवकास की िया म आवसक लट

कवजर ाजलrsquo की िचताओ स िनपटन क िलए भारत को चार चनौितयो का हल करना होगा इन चार चनौितयो म विकीकरण

क िव िववाद िजसस िनयात अवसरो म कमी आती ह कम उादकता ो स उ उापदकता ो (ढाचागत परवतन) म

ससाधनो क अतरण म समापए ाोिगकी-सघन कायथारन क मागो क अनप मानव पजी क उनयन की चनौती तथा

जलवाय परवतन-रत किष दबाव स िनपटना शािमल ह क विकरण क िव बढ़ता अीीकरण या िववाद ndash जापान

दिण कोरया और चीन जस अल कवजर दश अपन कवजस अविधयो क 30 वष तक 15 ितशत स अिधक पो एवरज िवकास

दर ाज करन म सम रह तथािप भारत जस लट कवजर दशो क िलए ाकपार वातावरण बदल चका ह रत विकरण क

िव िवकिसत दशो म िववाद स 2011 स िवव ालपार जीडीपी अनपातो म िगरावट आई ह इसका अथ ह िक िनयात अवसरो

म िगरावट िवशष प स जब िवकिसत दशो म राजनीित िनचल जीडीपी अनपातो की िदशा म व प स असर हो रही ह

ख कम उा दकता वाल ो स उ उानदकता वाल ो म ससाधनो क अतरण की किठनाइया या बािधत ढाचागत परवतन

सफल िवकास क िलए ससाधनो को कम उ पादकता वाल ो स उ च उ पादकता वाल ो म परवितत िकए जान की

आव यकता होती ह ढाचागत परवतन तब िन फल होता ह जब अनौपचारक कम उाजदकता वाल ो स मामली प स कम

अनौपचारक या अिधक उाादकता वाल ो म ससाधनो को परवितत िकया जाता ह भारत म अपयनो म सम िवकास

और बहतर िवकास क बीच एक कमजोर सह-सबध दशाया गया ह ग ौोिगक-सघन कायबल की मागो क अनप मानव पजी

का उकयन भारत जस लट कवजर दश ढाचागत परवतन क िलए आवक ाथिमक िशा उपली करान म भी िवफल रह ह

सवण क िन ष म यह दशाया गया ह िक 3 स 8 वी तक की काओ म लगभग 40 स 50 ितशत ामीण बय ाथिमक

िशण मानको की पित नही कर सकत ह यह िवफलता काफी महगी पड़गी ोीिक नय ढाचागत परवतन क िलए मानव पजी

और दर चला जाएगा और ौोिगकी कौशल यढ मानव पजी की माग करगी िफर भी यह एक अीज बात ह िक 2014 स

इस िदशा म सधार आन लगा ह घ जलवाय परवतन-रत किष दबाव िवकासशील दशो की तलना म िवकिसत दशो की किष

उ पादकता की िवकास दर िनरतर अिधक रही ह भारत क सबध म किष उ पादकता िवकास दर थायी रही ह जो िक िपछल 30

वष क दौरान औसतन प स लगभग 3 ितशत रही ह तापमान म व स किष भािवत होती ह और बरसात पर काफी

ाशदा िनभर रहती ह लट कवजर दशो क िलए किष उापदकता न कवल लोगो क आहार क िलए महनपण ह ब उन

ो म मानव पजी उपलता सिनित करन क िलए भी महहपण ह जो किष स आधिनक ो की ओर तीाल हो रह ह

सवण म यह वणन िकया गया ह िक भारत म िवकास कम उाोदकता वाल ो स उ उायदकता और गाव क ो

म म ससाधनो क सीिमत अतरण क कारण आ ह और यह किष िवकास दर म अपाकत मामली व क बावजद ह तजी स

बढ़ती मानव पजी भारत की गाकपक िवकास दर च को कायम रखन क िलए काफी महतपण होगी बहतर था यी

िवकास हािसल करन हत जलवाय परवतन और जल अभाव जस मलत मो की तलना म तजी स बढ़ती किष उादकता की

भिमका अहम होगी आज भारत को lsquoलट कवजर ालrsquo का सामना नही करना पड़ रहा ह लिकन इसस बच रहन क िलए भारत

को समय पर सही कदम उठान होग

ा ह एक साथ हो रहा सपरमन मन और चहण

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Blue Moon Suopermoon सपरमन वह खगोलीय घटना ह िजसक दौरान चमा पी क सबस करीब होता ह और 14 फ़ीसदी अिधक चमकीला भी इस

परगी मन भी कहत ह धरती स नजदीक वाली थित को परगी (356500 िकलोमीटर) और दर वाली थित को अपोगी (406700

िकलोमीटर) कहत ह BLUEMOON यह महीन क दसर फल मन यानी पण च का मौक़ा भी ह जब फलमन महीन म दो बार होता

ह तो दसर वाल फलमन को मन कहत ह डमनः च हण क दौरान पी की छाया की वजह स धरती स चाद काला िदखाई

दता ह 31 तारीख को इसी चहण क दौरान कछ सक ड क िलए चाद परी तरह लाल भी िदखाई दगा इस ड मन कहत ह यह

थित तब आती ह जब सय की रोशनी िछतराकर होकर चाद तक पचती ह परावतन क िनयम क अनसार हम कोई भी व उस

रग की िदखती ह िजसस काश की िकरण टकरा कर हमारी आखो तक पचती ह चिक सबस लबी तरग द (ववलथ) लाल रग

का होती ह और सय स सबस पहल वो ही चाद तक पचती ह िजसस चमा लाल िदखता ह और इस ही ड मन कहत ह

Condition for Lunar Eclipse सय की परमा क दौरान पी चाद और सय क बीच म इस तरह आ जाती ह िक चाद धरती की

छाया स िछप जाता ह यह तभी सभव ह जब सय पी और चमा अपनी का म एक दसर क िबल सीध म हो पिणमा क िदन

जब सय और चमा की बीच पी आ जाती ह तो उसकी छाया चमा पर पड़ती ह इसस चमा क छाया वाला भाग अधकारमय

रहता ह और इस थित म जब हम धरती स चाद को दखत ह तो वह भाग हम काला िदखाई पड़ता ह इसी वजह स इस च हण

कहा जाता ह

बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात

किष बजट दश क िकसानो की आमदनी बढ़ाकर साल 2022 तक दोगना करन का ल - 86 ितशत स ादा िकसान छोट या सीमात िकसान ह इनक िलए माक ट तक पचना आसान नही ह इसिलए सरकार इ ान -

रखकर इा र का िनमाण करगी - भारत एक किष धान दश ह ऐस म हम हमार िजलो म र बड िडवलपमट मॉडल तयार

करन की आवकता ह - दश क िकसानो क अथक परम का परणाम ह - लगभग 300 िमिलयन टन फलो और सयो का रकॉड

उादन आ ह - ई-नम को भी हमन िकसानो को तहत जोड़ा ह तािक िकसानो को जहा ादा म िमलती ह - 585 APMC को ई-नम

क जरए जोड़ा जाएगा यह काम माच 2019 तक ही ख हो जाएगा - िजतन गाव ह उनको किष क बाजारो क साथ बिढ़या सड़क माग स

जोड़न की योजना ह - हर िजल म र मॉडल पर िवकिसत करन की आवकता ह - ऐस पौध िजनका दवाइयो म इमाल होता हो

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उनका भी सरकार उादन बढ़ान क िलए बढ़ावा दगी - जिवक खती को बढ़ावा िदया जाएगा इसक िलए सरकार परा यास कर रही ह -

टमाटर आल ाज का इमाल मौसम क आधार पर होता ह सालभर ऑपरश ीन लॉ की जाएगी ऑपरशन ड की तौर पर 500

करोड़ पय इसक िलए रख जाएग - िडट काड मछआरो और पशपालको को भी िमलगा - 42 मगा फड पाक बनगा - मछली पालन

और पशपालन क िलए 10 हजार करोड़ पय रख जा रह ह बास की पदावार बढ़ान क िलए - िकसान किष लोन की सिवधा स विचत रह

जात ह य बटाईदार होत ह िजनको बाजार स कज लना पड़ता ह नीित आयोग ऐसी वथा बना रहा ह िक ऐस िकसानो को कज लन म

सिवधा िमल

Why are farmers distressed across India 2017 म दशभर म िकसानो ारा कई दशन िकए गए| इसम 184 िकसान समहो ारा िकया गया दशन काफी चिचत रहा| भारत म किष

अपनी अथरता क िलए िस ह िफर वह चाह उादन क र पर हो म क र पर अथवा बाजार म उतार -चढ़ाव क| 2006 म गिठत

नशनल कमीशन ऑफ फामर क अ ामीनाथन न दश म िकसानो की वतमान थित पर िचता जािहर की थी| यिद किष की वािषक

व पर नजर डाल तो किष की अथरता का माण सामन आ जाता ह| 2012 -13 म15 2013-14 म 56 2014-15 म -02

तथा 2015-16 म किष व दर 07 रही|

ो ह यही थित - भिम पर बढ़ता बोझ

किष भिम का औसतन ित उपलता कम होत जाना| वतमान म यह उपलता घटकर 115 हयर रह गई ह|

भारत म छोट तथा सीमात िकसान)िजनक पास 2 हयर स कम की भिम होती ह ( की सा कल िकसान की सा का 72 ितशत ह|

िकसानो ारा ऋण स म क साथ -साथ जलवाय परवतन आपदा म म उतार चढ़ाव तथा बाजार की शयो स ितरोध क म म

लाभ की थित नही रहती ह|

िकसानो की थर आय म बाधक पहल - फसल उादन म मौजद जोखम िकसानो की आय क कम होन का मख कारण ह जस फ़सलो म बीमारी का होना फसल उादन क

िलए आवक आगतो जस बीज अथवा िसचाई का समय पर उपल न हो पाना इािद|

सरकार ारा उिचत लाभकारी म की ा न होना

िबचौिलयो ारा िकसानो का शोषण करना

एपीएमसी कानन की िवफलता

सखा बाढ़ तथा बमौसम बरसात जस कारको का उपथत होना|

भारत म माग एव पित की लोचशीलता किष सबधी गितिविधयो कोई बड़ र पर भािवत करती ह| भारत म िकसान अपन उाद को अिधक

समय तक अपन पास नही रख सकत या य कह िक उनक पास भडारण की उिचत सिवधा उपल नही ह िजसक कारण उ िबचौिलयो को

या िकसी थानीय ापारी को ही अपना माल बचना पड़ता ह िजसस उ उिचत म की ा नही हो पाती| एक अयन क अनसार यह

बात प स सामन आई ह की िपछल कछ दशको म किष सबधी लागत म िजतनी व ई ह इतनी व िकसानो क लाभ म दखन को

नही िमली ह यही कारण ह की किष आज एक लाभ िवहीन बनकर रह गई ह|

Qकिष उादो क मो म उतार चढ़ाव तथा कम पारतोिषक जसी समा को ितध बाजारो

ारा तथा कछ ऐस ही आवक सधारो क ारा दर िकया जा सकता ह| चचा कर | Price fluctuation and low and unremunerative prices for farm produce can be addressed through competitive markets and much-needed reformsDiscuss

Q भारत म किषगत आधार सधार तीन भो पर िटक ह - सथान जो िनयम बनात ह बाजार म

काय करन वाल एजटस का पारतोिषक तथा आधिनक ापार को बल दन वाल आधारभत

सरचना सबधी कारक| परीण कीिजए| Agricultural market reform in India rests on three pillarsmdash institutions that establish the rules of the game incentives for agents to participate actively in the market and infrastructure to support the modernised trading platform Examine Saving the environment and the economy क दश की कछ रा ीय समाए होती ह जस िक समावशन की समा या आिथक व की दर का कम होना |परत िवषण करन पर

यह िनष िनकाल कर आता ह िक िकसी भी समा का समाधान तभी सभव ह जब समाज भी उस समा की गहराई को समझ तथा

समाधान क ियायन की इा रखता हो| परत जलवाय परवतन एक ऐसी समा ह जो िक सभी दशो क िलए एक साझा समा क प म

ह| हालािक बत स िवषको न इस समा क समाधान क िलए कछ िबदओ को विक पटल पर सामन रखा ह परत यह समझना आवक

ह िक इन समाधान को ल तक पचान क िलए समाज का ोाहन तथा सहयोग तलनाक प स बड़ र पर होना चािहए| जसा िक सब

जानत ह की जलवाय परवतन मतः औोगीकरण क बाद स श आ जब 18वी शताी म जीवा ईधनो का सहारा लकर औोिगक

ाित ई| तब स लकर आज तक वायमडल म काबन डाई ऑाइड की माा लगातार बढ़ती जा रही ह | इसक ारा जलवाय पटन को

काफी हद तक ित िकया जा चका ह जस िक वाय दषण या दिषत वाय पर िव क सामन एक समा क प म ह सम का बढ़ता

जलर कई तटीय शहरो क िलए िवकराल प ल चका ह तथा ितवष हरीकन स मरन वालो की सा म व हो रही ह|

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अथशाी Geoffrey Heal अपनी पक एनडजड इकनोिमक म िलखत ह की जलवाय परवतन

स होन वाल नकसान िसफ वाय तथा जल जसी मलभत आवकताओ तक ही सीिमत नही ह ब ऐस ापार पर भी उनका भाव ह जो

ाकितक ोतो पर िनभर ह जस पॉिलनशन जलच वन सबधी इकोिसम इािद| इसका ताय यह ह की ाकितक ोतो का सरण कर

ापार म पजीगत लाभ को बढ़ाया जा सकता ह| ापार म िनवश और अिधक बढ़ाया जा सकगा तथा अथवथा उादकता दिशत करगी

एवम सबस महपण बात ऐसा करन स ाकितक पजी को एक लब समय तक सरित करक रख सकत ह|

विक सगठनो तथा सभी दश की सरकारो ऐस आिथक व को नकारना चािहए जो िव की

ाकितक पजी का नकाराक दोहन कर हम ऐसी आिथक व चािहए जो हरत अथवथा को ोाहन द िजसक माम स ऐसी आिथक

व की ा हो जो पयावरण सरण को ोािहत कर तथा साथ ही नवाचार सबधी उपायो को भी हतोािहत ना कर |

Graciela Chichilnisky जो िक कोलिबया क अथशाी तथा गिणत ह वह कहत ह की मन क अ को बनाए रखन क िलए आवक

ह िक वायमडल म िजतनी काबन डाइऑाइड आवकता स अिधक माा म ह उसको वायमडल स बाहर िनकाला जाए इस काम म

आन वाल खच क िलए वह यह ाव दत ह िक कचड काबन को वािण उो क िलए बचना सभव बनाया जाए िजसक िलए एक बाजार

का िनमाण िकए जान की आवकता ह यिद इस कार क नवाचारी उपायो को लाभदायक बनाया जा सकता ह तो यह सभव ह िक िनजी

काबन कचर जस काय म िदलची िदखाए तथा उन काय को सभव बना सक जो रा ीय सरकारी नही कर पा रही ह |

नवाचारी उपायो क साथ -साथ हम कछ चनोितयो जस िक जनसा व बढ़ता आ औोिगकीकरण तथा कमजोर गवनस पर भी ान दना

होगा तथा जलवाय परवतन की चनौितयो का सामना करत ए यह भी ान रखना होगा िक लोगो क जीवन र पर इसका नकाराक भाव

न पड़ |

जलवाय परवतन की चनोितयो का सामना करन क िलए िदन -ितिदन शोध सबधी काय बढ़ता जा रहा ह

िजसको दखकर हम िचता म हो सकत ह की शोध सबधी िनष को कपिनया तथा सरकार बढ़ावा दगी |परत ऐसा सभव नही होता ह िनजी

नवाचारी उपायो को तभी अपनाएगा जब वह उनक िलए लाभ सजन भी कर सक | दसरी सबस बड़ी समा यह ह की पयावरण अवनयन

मा अ तौर पर नही होता ह एव अ तौर पर होन वाल पयावरण हानी को एक सीमा तक ही िनयित िकया जा सकता ह जस

उदाहरण क िलए यिद मीनशनल कपिनयो ारा दषण को समा करन क िलए म अमरका म िवत प स वनीकरण िकया जाता ह

तो यह भी एक सीमा तक ही सभव ह ोिक िदन ितिदन बढ़ती जा रही जनसा क िलए भिम की उपलता भी बनाए रखनी आवक ह|

Dennis J Snower नामक अथशाी ारा कछ वष पहल यह बात रखी गई थी की गत प स िकए जान वाली पयावरण हानी

िजसको की सरकार तथा अतररा ीय सगठन नजरअदाज कर दत ह पयावरण की ित म अभतपव भिमका िनभाती ह जस मछली

पकड़ना जीवा ईधन क माम स खाना बनाना पानी का दपयोग करना उदाहरण प स िदखात ह की गत र पर

पयावरण की हािन कही ादा होती ह| तो आवक यह ह िक सरकार तथा अतरा ीय सगठन पयावरण हािन को रोकन क िलए को

लित करक नीित िनमाण कर |

एक और बड़ी समा यह ह बत सार दश अभी भी औोिगकीकरण की िया स गजर रह ह तो यिद कछ दश ित

दषण म होन वाल योगदान को कम करन का यास कर ग तो उनक ारा िकया गया यास औोिगकीकरण की िया स गजर रह दशो

ारा िकए गए दषण स थ चला जाएगा| इस कार की समाए काबन डाई ऑाइड क उजन को िनयण म रखन क यासो को

धा पचाती ह |इस बात को भी ीकार करना आवक ह िक कई सरकार िहतो म सतलन नही बना पाती| उदाहरण क िलए शशाली

मीनशनल कपिनया पयावरण मानको का उघन करती ह और सरकार भी उनक खलाफ कोई कायवाही नही कर पाती ोिक वह एक

बड़ी आय तथा रोजगार सजन का जरया होती ह |

अ बाधाए तब उ होती ह जब एक गरीब दश पिम क दशो को मानक मानकर धन अजन क

उो को सामन रखता ह ऐसी परथित म उस दश म सरकार ारा काबन उजन तथा दषण क िलए िकए जान वाल उपायो को लाग

करन म समाए आती ह|

एक रोचक त क अतगत यह आशका की जा रही ह िक नवीकरणीय ऊजा भिव म आय तथा रोजगार सबधी नई

चनौितयो को पदा कर सकती ह |आिथक िसातो क अनसार कोई भी नया उोग रोजगार सजन तभी कर सकता ह जब उादन म धान

हो और नवीकरणीय ऊजा क बार म यह आशका की जा रही ह िक भिव म यह पजी धान अिधक होन वाला ह|

िचता की बात यह ह की हमारी रा ीय सरकारो न अथवथा म थरता क नाम पर अनको रगलशन ािवत िकए ए जो भिव म ीन

इकॉनमी क नाम पर और भी कड़ बनाए जाएग इसक साथ ही गत र क यास ही पी पर मानव जीवन क भिव को िनधारत

कर ग|

Q िवकास और पयावरण परर िवरोधी आयाम ह| इस कथन क सभ म िवषण कीिजए की

ा भारत को अपनी आिथक व सामािजक िचताओ को दरिकनार कर पयावरणीय मो को

वरीयता दनी चािहए |

भारत म 64 फीसदी एटीबायोिट सरकार की मजरी क िबना ही िबक रह ह रपोट भारत म िबक रह एटीबायोिट का 64 फीसदी िहा ऐसा ह िज सरकार न मजरी ही नही दी ह यह अवध काम करन वालो म कई नामी

बरा ीय कपिनया भी शािमल ह ििटश शोधकताओ क एक अयन म यह बात सामन आई ह िवशषो का कहना ह िक इसक चलत इन

दवाइयो क बीमारयो क खलाफ बअसर होन क मामल बढ़ रह ह यह अयन ितित ििटश जनरल ऑफ ीिनकल फामाकॉलॉजी म

भी कािशत आ ह अयन म पाया गया िक 2007 स 2012 क बीच भारत म जो एफडीसी (दो अलग-अलग दवाओ का मल)

एटीबायोिट बच जा रह थ उनम स 64 फीसदी कीय मानक िनयण सगठन दवाओ (सीडीएससीओ) ारा ीकत नही थी जबिक भारत

म अब िबना ीकित क नई दवाइया बचना गर-काननी ह इन एफडीसी एटीबायोिट 500 स ादा दवा कपिनयो ारा 3300 स ादा

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नामो स बचा जा रहा था इनम 12 बरा ीय कपिनया ह भारत एटीबायोिट की सबस ादा खपत वाल दशो म शािमल ह साथ ही वह

उन दशो की पात म भी खड़ा ह जहा इन एटीबायोिट क बअसर होन क मामल बढ़ रह ह

इटरनट क डाटा पर ज पाना होगा काब नही तो बढ़ जाएगी िचता Dainik_Jagran धानमी न हाल म टजरलड क दावोस म आयोिजत वड इकोनॉिमक फोरम क उदघघाटन भाषण म एक अहम बात कही उोन कहा

िक आज डाटा बत बड़ी सपदा ह कहा जा रहा ह िक जो डाटा पर अपना काब रखगा वही दिनया म अपनी ताकत कायम रखगा Why it is essential to look into this matter

परी दिनया म आज डाटा क पहाड़ बनत जा रह ह उस पर िनयण की होड़ लगी ह भारत म ही गत पहचान सिनित करन वाल

काड यआइडीएआइ यानी आधार क जरय सरकार और कई िनजी कपिनया लोगो की सचनाए जमा कर रही ह विक र पर भी गगल

एल फसबक और माइोसॉ जसी दजनो कपिनया कई तरह स सभािवत ाहको का डाटा जटा रही ह इन कपिनयो को य सारी

सचनाए यानी डाटा तब िमलता ह जब कोई इनकी सवाओ क िलए खद को इनक पास पजीकत करता ह पजीकत करन क िलए

उपभोा को यजर आइडी बनानी होती ह िजसम नाम पता उ और मोबाइल नबर सिहत तमाम जानकारया दनी होती ह For example

फसबक या जीमल म अपना अकाउट खोलत व ही ऐसी कई सचनाए लोगो को इनक पास जमा करानी होती ह असल म आज की जो

हमारी िदनचया और जो कामकाज की थितया ह उनम इस िक का बत सा डाटा तो इटरनट और ाटफोन क िदनोिदन बढ़त

इमाल की वजह स अपन आप पदा हो रहा ह हम चलत-िफरत वाटसएप का इमाल करत ह गगल पर कोई चीज सच करत ह ाट

टीवी दखत ह या िकसी वबसाइट पर ट िफक अपडट करत ऑनलाइन शॉिपग वबसाइट स अपनी पसद का सामान खोजत ह तो इन सभी

ऑनलाइन गितिविधयो स ढर सा डाटा खद ही पदा हो जाता ह

Merger amp Acquisition for Data यह भी सच ह िक दिनया म कई कपिनया और ादा डाटा (असल म सचनाए) पान क िलए धन खच कर रही ह और ऐसी कपिनयो का

अिधहण भी कर रही ह तािक उ एकदम सटीक आकड़ व जानकारया िमल सक जस चार साल पहल 2014 म जब फसबक न 22 अरब

डॉलर म वाटसएप को खरीदा था तब सवाल उठा था िक आखर इस महग सौद की वजह ा ह महज 60 कमचारयो वाली कपनी क इस

अिधहण की असली वजह डाटा जटान की जग म सभािवत िती क वजद को ख करना था सवाल ह िक ा यह डाटा िकसी काम

का ह और ा इसक सबध म यह दावा सही ह िक िजसक पास िजतना डटा होगा वह उतना ताकतवर होगा इसका जवाब यह ह िक आज

बत स काम िसफ इस एकित डाटा क आधार पर सप हो रह ह इन सचनाओ पर बको को नए ाहक िमल रह ह ऑनलाइन शॉिपग

की वबसाइट अपना वसाय चला पा रही ह सरकारी योजनाए सही लाभािथयो तक पच और उनम िकसी तरह की दलाली और ाचार

की आशका ख हो सक तो यह भी सहीत डाटा की वजह स ममिकन हो पा रहा ह फसबक गगल का इमाल करन स लकर

ऑनलाइन खरीदारी करन और जीपीएस का इमाल करत ए कही घमन-िफरन की हमारी जरतो म यह सारा डाटा काम आता ह

साई यह ह िक आज की तारीख म वओ सवाओ जगहो स जड़ा िजतना ादा डाटा इटरनट और इसस जड़ी कपिनयो या खद सरकार

क पास मौजद होगा उनकी सचनाए ादा सटीक व तजी स जरत पड़न पर िमल सकती ह इस डाटा का सबस ादा इमाल आज

Artificial Intelligence amp Algorithm पर आधारत तकनीक म हो रहा ह Algorithm स यह अदाजा काफी सटीकता स लगाया जा सकता

ह िक कोई ऑनलाइन शॉिपग वबसाइट दखत व महज िवडो शॉिपग कर रहा ह या वाव म कछ खरीदना चाहता ह इसी तरह

एोर स व रहत पता चल जाता ह िक घरो म लग वॉटर रफायर क क डल बार या मन बदलवान की जरत ह िकसी कपनी क

पास िजतना अिधक और सटीक डाटा होगा वह उसक आधार पर अपनी सवाओ और उादो की गणवा म सधार कर सकती ह और इस

तरह नए ाहक खीच सकती ह हालािक डाटा पर िनयण पान यानी आिधप हािसल करन की बड़ी कपिनयो की कोिशशो क चलत इस

आशका को भी बल िमल रहा ह िक कही इसस व एकािधकार न हािसल कर ल और अपनी मनमानी न चलान लग असल म डाटा पर

मािलकाना हक हािसल करन की इस जग स कई इटरनट कपिनयो को बशमार ताकत िमल गई ह िजसस डाटा इकोनॉमी जसी नई

अवधारणा का ज हो रहा ह

Threat of misuse of Data एक खतरा इस डाटा क दपयोग का भी ह िजस तरह िपछल िदनो आधार स जड़ी सचनाओ क लीक होन की खबर िमली उसस इस

आशका को बल िमला था िक सरकार क पास जमा कराई जान वाली आम लोगो की जानकारया गलत हाथो म पड़ सकती ह और उसस बक

जालसाजी स लकर फज पासपोट तक बनाए जा सकत ह

यह आशका गलत नही ह इसीिलए सरकार न आनन-फानन म आधार स जड़ी सचनाओ की लीकज थामन वाली कई वथाओ का

एलान िकया था बहरहाल सवाल ह िक सबस ादा डाटा क साथ यिद कोई कपनी या सरकार ही ताकतवर बन गई तो ा होगा

हम यह उीद ादा तो नही कर सकत िक गगल फसबक एल या अमजन जसी कपनी इस कसौटी पर खरी उतर पाएगी लिकन

सरकारो स और इस बार म िव र पर बनाई जान वाली वथा स यह अपा कर सकत ह िक व डाटा क गलत इमाल को रोकन को

लकर कदम उठाए बात चाह सरकार की हो या िकसी िनजी कपनी की यिद डाटा की ताकत हािसल करन क साथ वह िजदारी िदखाती ह

और अपनी इस ताकत का इमाल समाज की भलाई म करती ह तो हम एक बहतर दिनया की उीद कर सकत ह

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भारत वन स िथित रपोट 2017 (India state of forest report 2017) India state of forest report 2017 Summery वन क मामल म भारत दिनया क शीष 10 दशो म ह ऐसा तब ह

जबिक बाकी 9 दशो म जनस या घन व 150 य तवग िकलोमीटर ह और भारत म यह 382 य तवग िकलोमीटर ह भारत क भ-भाग

का 244 ितशत िह सा वनो और पड़ो स िघरा ह हालािक यह िव व क कल भभाग का कवल 24 ितशत िह सा ह ओर इनपर 17 ितशत

मन यो की आबादी और मविशयो की 18 ितशत स या की जरतो को परा करन का दवाब ह सय त रा ट खा एव किष सगठन की

ताजा रपोट क अनसार भारत को दिनया क उन 10 दशो म 8 वा थान िदया गया ह जहा वािषक तर पर वन ो म सबस यादा व दज

ई ह दश म वन और वावरण की थित म 2015 की तलना म 8021 वग िकलोमीटर की व ई ह इसम 6778 वग िकलोमीटर की

व वन ो म ई ह जबिक वावरण म 1243 वग िकलोमीटर की बढो तरी दज की गई ह दश क कल भौगोिलक म वनो और

वावरण का िह सा 2439 ितशत ह पयावरण मी न कहा िक इसम सबस उ साहजनक सकत घन वनो का बढ़ना ह घन वन

वायमडल स सवािधक माा म काबन डाइऑ साइड सोखन का काम करत ह घन वनो का बढ़न स खल वनो का भी बढ़ा ह आ

दश कनाटक और करल का दशन सबस अ छा रहा आ दश म वन म 2141 वग िकलोमीटर की व ई जबिक कनाटक 1101

िकलोमीटर और करल 1043 वग िकलोमीटर व क साथ दसर व तीसर थान पर रहा क िहसाब स म य दश क पास 77414 वग

िकलोमीटर का सबस बड़ा वन ह जबिक 66964 वग िकलोमीटर क साथ अणाचल दश और छ तसीगढ मश दसर व तीसर थान

पर ह कल भ-भाग की तलना म ितशत क िहसाब स लीप क पास 9033 ितशत का सबस बड़ा वना छािदत ह इसक बाद

8627 ितशत तथा 8173 ितशत वन क साथ िमजोरम और अडमान िनकोबार ीप समह मश दसर व तीसर थान पर ह दश क

15 रा यो और क शािसत दशो का 33 ितशत भ-भाग वनो स िघरा ह इनम स 7 रा यो और सघ शािसत दशो जस िमजोरम लीप

अडमान और िनकोबार ीप समह नगालड मघालय और मिणपर का 75 ितशत स अिधक भभाग वना छािदत ह जबिक िपरा गोवा

िस कम करल उ तराखड दादर नागर हवली छ तीसगढ और असम का 33 स 75 ितशत क बीच का भभाग वनो स िघरा ह दश का 40

ितशत वना छािदत 10 हजार वग िकलोमीटर या इसस अिधक क 9 बड़ ो क प म मौजद ह भारत वन थित रपोट 2017 क

अनसार दश म क छ वन पित का 4921 वग िकलोमीटर ह िजसम वष 2015 क आकलन की तलना म कल 181 वग िकलोमीटर की

व ई ह क छ वन पित वाल सभी 12 रा यो म क छ वन पित म िपछल आकलन की तलना म सकारा मक बदलाव दखा गया ह

क छ वन पित जव िविवधता म सम होती ह जो कई तरह की पार थितकीय आव यकताओ को परा करती ह रपोट क अनसार दश म

वा वन एव वावरण का कल 582377 करोड़ घन मीटर अनमािनत ह िजसम स 421838 करोड़ घन मीटर वनो क अदर ह

जबिक 1603997 करोड़ घन मीटर वनो क बाहर ह िपछल आकलन की तलना म बा एव वावरण म 5399 करोड़ घन मीटर की

व ई ह िजसम 2333 करोड़ घन मीटर की व वन क अदर तथा 30657 करोड़ घन मीटर की व वन क बाहर ई ह इस

िहसाब स यह व िपछल आकलन की तलना म 3 करोड़ 80 लाख घन मीटर रही रपोट म दश का कल बास वाला 1569 करोड़

ह टयर आकिलत िकया गया ह वष 2011 क आकलन की तलना म दश म कल बास वाल म 173 लाख ह टयर की व ई ह बास

क उ पादन म वष 2011 क आकलन की तलना म 19 करोड़ टन की व दज ई ह सरकार न वन क बाहर उगाई जान वाली बास को

वो की णी स हटान क िलए हाल ही म ससद म एक िवधयक पारत िकया ह इसस लोग िनजी भिम पर बास उगा सक ग िजसस िकसानो

की आजीिवका बढ़ान म मदद िमलगी इसस दश म हर-भर ो का दायरा भी बढ़गा और काबन िसक बढान म भी मदद िमलगी रपोट म

दी गई जानकारी दश की वन स पदा की िनगरानी और उसक सरण क िलए वािनक पित पर आधारत बधन यव था और नीितया तय

करन म काफी सहायक ह यह रपोट भारत सरकार की िडिजटल इिडया की सक पना पर आधारत ह इसम वन एव वन ससाधनो क

आकलन क िलए भारतीय दर सवदी उपह रसोस सट-2 स ा त आकड़ो का इ तमाल िकया गया ह रपोट म सटीकता लान क िलए

आकड़ो की जाच क िलए वािनक पित अपनाई गई ह जल सरण क मामल म वनो क मह व को यान म रखत ए रपोट म वनो म

थत जल ोतो का 2005 स 2015 क बीच की अविध क आधार पर आकलन िकया गया ह िजसस पता चला ह िक ऐस जल ोतो म

आकलन अविध क दौरान 2647 वग िकलोमीटर की व दज ई ह

एकीकत खती स िमल सकता ह जमीन का अिधकतम लाभ अब फसलो क जरय मनाफा कमा पाना काफी मल हो चका ह ऐसी थित म अगर खती क साथ किष स जड़ी सह गितिविधयो को भी

जोड़ िदया जाए तो खती को आिथक प स ावहारक बनान क साथ िकसानो की श आय को भी बढ़ाया जा सकता ह ऐसा एकीकत

खती क जरय िकया जा सकता ह िजसम जमीन क उसी टकड़ स खाा चारा खाद और ईधन भी पदा िकया जा सकता ह हालािक इस

तरह की िविवध खती णाली म समािहत िकए जा सकन वाल किष उमो का चयन बहद सावधानी स करना चािहए इन सभी तरीको को

एक दसर क साथ तालमल म होना चािहए और जमीन एव अ ससाधनो की कम-स-कम खपत करन वाला होना चािहए एक साथ िकए जा

सकन वाल किष-अनषगी काय की कोई कमी नही ह इनम पशपालन बागवानी हबल खती मशम उादन मधमी पालन रशम

उादन म पालन और किष-वािनकी जस काम शािमल ह वस िकसान िमित खती की अवधारणा स अपरिचत नही ह करीब 80

फीसदी िकसान िनयिमत तौर पर खती क साथ मवशी भी रखत ह िजनम गाय एव भसो की बतायत होती ह मवशी पालन स िकसानो का

किष स सबिधत जोखम तो कम होता ही ह उसक अलावा उनकी आय और पोषण र म भी बढ़ोतरी होती ह कई िकसान बकरया भड़

या मिगया भी रखत ह लिकन अिधकाश खतो म िजस तरह की िमित खती की जाती ह वह एकीकत खती की णी म आन क लायक नही

ह दरअसल िमित खती म िविभ सहयोगी गितिविधयो को इस तरह स समािहत िकया जाता ह िक व सबिधत ो क िलए लाभदायक

सािबत हो सक सिवचारत एकीकत खती णाली क तहत एक अवयव क अपिशो अनादो और अनपयोगी जव ईधन का इस तरह स

पनचण िकया जाता ह िक वह दसर अवयव क िलए इनपट क तौर पर इमाल हो जाता ह िजसस लागत म भी कमी आती ह और

उादकता एव लाभदायकता म बढ़ोतरी होती ह भारतीय खती णाली अनसधान सथान (आईआईएफएसआर) क वािनको का कहना ह

िक एक खती णाली म जरत भर क 70 फीसदी पोषक त अपिश पनचण और अ तरीको स ही हािसल िकए जा सकत ह

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मविशयो क मल-म स बनी दसी खाद क जरय उवरको स िमलन वाल नाइट ोजन फॉोरस और पोटाश का एक-चौथाई िहा हािसल

िकया जा सकता ह एक और फायदा यह ह िक रासायिनक उवरको क बजाय दसी खाद का इमाल करन स िमiumlी की उादकता और

उसक भौितक ा को द िकया जा सकता ह खती क दौरान उपजन वाल अविशो को क चए की मदद स कपो खाद म भी

तील िकया जा सकता ह कपो खाद िमiumlी की उादकता को बढ़ाकर खती क िलए भी लाभदायक सािबत होती ह इस तरह की

एकीकत खती णाली का अगर वािनक तरीक स अनपालन िकया जाए तो वह खती म लग परवारो को पर साल की आजीिवका दन क

अलावा उनकी आय व का भी माम बन सकता ह इसक अलावा इन खती णािलयो म म की अिधक आवकता को दखत ए

सबिधत कषक परवार क अलावा कछ अ लोगो को भी रोजगार िमल सकता ह आईआईएफएसआर क िनदशक ए एस पवार कहत ह

lsquoएकीकत खती णाली स िकसान की आय दोगनी होन क साथ ही किष अविशो का पनचण करन स पयावरण को भी फायदा होता हrsquo

एकीकत खती णाली म अगर एक अवयव नाकाम भी होता ह तो दसर अवयवो क कारगर होन स उस परवार की जरत परी हो सकती

ह हालािक इसक िलए इन णािलयो को उस थान-िवशष क मतािबक तयार िकया जाना बहद जरी होता ह पवार कहत ह lsquoखती

णािलयो को इस तरह िडजाइन करना चािहए िक व खतो म ऊजा समता म अी-खासी बढ़ोतरी कर और िविभ अवयवो क बीच बहतर

तालमल सिनित िकया जा सकrsquo एकीकत खती णाली क िलए खत का आकार अिधक मायन नही रखता ह सच तो यह ह िक इस तरह

की णाली छोट एव सीमात िकसानो क िलए कही अिधक कारगर सािबत होती ह दश भर म छोट एव सीमात आकार क खतो की सा

बढऩ स एकीकत किष णाली की उपयोिगता और अिधक बढ़ रही ह इस णाली को अपनाकर छोट एव सीमात िकसान अिधक उपज

वाली फसलो क साथ ही मशम फल सया अड दध मास और शहद जस लाभदायक उाद भी पदा कर सकत ह इसक अलावा व

जव-ईधन भी पदा कर अपनी आय बढ़ा सकत ह दरअसल एकीकत खती का मल यह ह िक एक िकसान की जमीन का अिधकतम इमाल

िकया जाए

आवक सधार RBI-NPA-Insolvancy

भारतीय रजव बक (आरबीआई) न फस ए कज क िनारण का एक नया खाका पश िकया ह जो ऋण

चकान म चक करन वाल बको और कपिनयो की मल बढ़ा सकता ह CHANGES

फस ए कज क िनपटान स सबिधत मौजदा योजनाए मसलन टिजक डट रक रग ीम (एसडीआर) और ीम फॉर

सनबल रग ऑफ ड ऐसटस (एस4ए)आिद इस नई वथा म शािमल होगी यह वथा इॉसी ऐड बगसी कोड

(आईबीसी) 2016 को मखता दती ह और ाइट लडस फोरम की अवधारणा को खारज करती ह फस ए कज क िनपटान स सबिधत

यह नया खाका अपरहाय था ोिक अब दश म एक िदवािलया कानन ह और इसस िनपटन सबधी िपछली योजनाए बत उाहवधक नही

रही हर कोई जानता ह िक कई बक और कॉपरट कजदार इनका इमाल अपन फायद क िलए करत थ दसरा बड़ा बदलाव ह फस ए

कज की समय पर पहचान क िलए ान क ित करना और ऐसी परसपियो का तजी स िनारण करना अब जबिक ाइट लडस फोरम

भी नही ह तो आरबीआई क नए िदशािनदशो की माग ह िक बक फस कज वाल खातो की पहचान ताल कर बको स यह अपा ह िक व

ऐस खातो का अलग स उख कर ग आरबीआई को उनक बार म जानकारी दग और सीध िनारण िया की शआत कर ग क ीय

बक न दनदारी म चक क मामलो की रपोिटग को ितमाही क बजाय मािसक कर िदया ह दनदारी म चक करन वाल िजन सथानो का

िडफॉ 5 करोड़ पय स अिधक होगा उ साािहक आधार पर रपोट करना होगा मामला कवल जी जानकारी दन का नही ह ब

इस पर तजी स कार वाई भी करनी होगी आरबीआई न यह भी िकया ह िक जस िकसी एक बक म या सय प स िकसी कजदार क

खात म िडफॉ होगा ताल उसस िनपटन की िया आरभ करनी होगी दसर शो म कह तो बको को िनारण िया करनी ही

होगी आरबीआई न इसक िलए समय सीमा तय कर दी ह एक माच क बाद िनारण िया क नतीज छह महीन क भीतर आन ही

होग अगर इसस अिधक समय लगता ह तो 15 िदन क भीतर िदवािलया िया की शआत कर दी जाएगी अितम जानकारी क मतािबक

िसतबर 2017 तक सचीब भारतीय बको का फसा आ कज 840 लाख करोड़ पय था इतन ऊच र क फस ए कज न बिकग

वथा की नया कज दन की मता को बरी तरह भािवत िकया इसका सीधा असर अथवथा पर आ नया खाका अाविध म कई

बको क िलए िदत पदा करगा और कजदारो क िलए चनौती लकर आएगा उदाहरण क िलए िनारण योजना पश करन की तय िमयाद

का अथ ह बड़ी तादाद म खात िदवािलया िया म जाएग बको क माकन म कमी और कछ खातो क नकदीकरण की सभावना भी बढ़

जाएगी इसक अलावा बड़ खातो क मामल म पनगठन की िकसी भी योजना पर सभी शािमल बको को सहमत होना होगा यह आसान काम

नही होगा ोिक अनभव बताता ह िक ऐसा बत ही मल स होता ह आरबीआई को इस पहल पर नए िसर स िवचार करना पड़ सकता

ह लबी अविध क दौरान यह सशोिधत ढाचा बहतर काम करगा ोिक अभी भी यह िया फस ए कज की समा को हल करन क िलए

एक वष का व दती ह शआती छह महीन का व िनारण योजना क ियायन क िलए और उसक बाद 270 िदन की अविध

आईबीसी क अधीन चिक इसस पहल की िनारण िया अपाओ पर खरी नही उतरी इसिलए आरबीआई को इस आवक सधार को

अजाम दन क िलए साधवाद िदया जाना चािहए

ldquoकिष 2022- doubling farmer income 1 lsquorsquoित बद अिधक फसलrsquorsquo क िसात पर पया ससाधनो क साथ िसचाई पर िवशष बल

2 lsquoक खत की िमटटी गणवा क अनसार गणवान बीज एव पोषक तो का ावधान

3 कटाई क बाद फसल नान को रोकन क िलए गोदामो और कोचन म बड़ा िनवश

4 खा सरण क माम स म सवधन को ोाहन

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5 रा ीय किष बाज़ार का ियान एव सभी 585 को पर किमयो को दर करत ए ई ndash टफाम की शआत

6 जोखम को कम करन क िलए कम कीमत पर फसल बीमा योजना की शआत

7 डयरी-पशपालन मग-पालन मधमी ndashपालन मढ़ पर पड़ बागवानी व मछली पालन जसी सहायक गितिविधयो को बढ़ावा दना

कोयला खान उगल सकती ह सोना Coal Privatisation कोयला एक बार िफर स सखयो म ह उस अब आिशक प स िफर स िनजी को दन की कवायद श हो गई ह मोदी सरकार

आिथक सधारो की िदशा म एक और बड़ा कदम उठान जा रही ह किबनट क फसल क बाद अब कोयला उोग क िनजीकरण का नया

राा खला ह ऐसा नही ह िक कोयला उोग क िनजीकरण की कवायद पहल नही ई थी मनमोहन िसह सरकार क कायकाल म कोयल

की खदानो की िजस तरह स बदरबाट ई उसक बाद 2014 क िसतबर म सीम कोट न 204 कोयला खदानो का आवटन र कर िदया था

और मियो को अपना पद भी गवाना पड़ा था इसका खािमयाजा अथवथा को भी भगतना पड़ा था 2015 क माच म सरकार न एक नया

िबल पारत करक इस म उदारीकरण की राह आसान कर दी अब छोट और मम आकार क कोयल की खदानो की पारदश तरीक स

नीलामी सभव हो सकगी

Problem with Coal India भारत की सरकारी कपनी कोल इिडया की समा यह ह िक वह उतन बड़ पमान पर कोयल का

उादन नही कर पा रही ह िजतन की माग ह इतना ही नही कोयल क दाम उस पर आधारत उोगो क िलए घाट का सौदा ह दश म

ऊजा की माग लगातार बढ़ती जा रही ह और इसक साथ ही कोयल की भी न कवल थमल पॉवर ाट ब ील फिटलाइजर सीमट

उोगो म भी इसका इमाल होता ह कोल इिडया इतन बड़ पमान पर स कोयल का उादन नही कर पा रही ह दश म कोयल क दाम

ादा ह और आपित कम नतीजतन अरबो पय की लागत स बन थमल पॉवर ाट परी मता स उादन नही कर पा रह ह कोयल क

अभाव म कई सय की हालत खा ह और बको स उधार ली गई रकम डबन क कगार पर ह कोल इिडया क पास इतनी पजी नही ह िक

वह नई टोलॉजी का इमाल कर सक जहा तक पजी की बात ह तो वह िनवश स ही आ सकती ह और उसक िलए इस को िनजी

िनवशको क िलए खोलना जरी ह इसका बड़ा फायदा यह ह िक कोयल की तलाश कर रह उोगो का पसा िवदश जान स कगा कछ

ऊजा कपिनयो न अीका म कोयल की खदान खरीदी और ऑ िलया स कोयल का आयात कर रही ह इस तरह स भारत का पसा िवदशो

की ओर गया जबिक इसका उलटा होना चािहए था इसस न तो रोजगार बढ़ा और न ही जीडीपी म इजाफा आ कोल इिडया इस समय

दश क कल कोयला उादन का 82 ितशत करती ह यानी लगभग 54 करोड़ टन इसम सवा तीन लाख मजदर व अ काम करत ह और

यह दिनया की सबस बड़ी कोयला उादक कपनी ह लिकन इसक उादन की लागत ादा ह यानी 600 पय ित टन इस कारण स

िबजली बनान वाली कपिनयो का मनाफा बत ही कम ह अरबो पय की लागत स बनाए गए थमल पॉवर ाट िजतनी िबजली का उादन

कर सकत थ उतना नही कर पा रह ह यही हाल इात सयो का ह िज अपाकत महगा कोयला िमलता ह इसस उनकी भी उादन

लागत बढ़ गई ह एक ओर तो कोल इिडया का कोयला महगा ह दसरी ओर इसकी अबाध आपित भी नही ह दरअसल कोल इिडया म

खदान मजदर की औसत मजदरी 40000 पय महीना ह जो अ उोगो की तलना म ादा ह कोल इिडया अपन राज का कल 55

ितशत कामगारो क वतन-भो पर खच करती ह जबिक कोयल क उादन म लगी कछ िनजी कपिनया तो 25 ितशत भी खच नही

करती यिनयनो का कहना ह िक अगर ाइवट कपिनया कोयल का उादन करगी तो व इतनी मजदरी नही द पाएगी और िमको का

शोषण होगा लिकन सातव वतन आयोग क लाग होन क बाद दश म सरकारी मजदरी की दरो और िनजी उोगो की दरो म काफी फक आ

गया ह ऐसा भी नही ह िक ादा वतन-भ दन क कारण सरकारी उपमो या कायालयो म काम का र बहतर हो गया ह कोल इिडया

की कई समाए ह इनम सबस ादा रही ह राजनीितक हप और कशल बधन का अभाव पहल कोयला मालय पान क िलए होड़

लगती थी और यहा तक िक चयरमन का पद पान क िलए काफी जोड़-तोड़ की जाती थी ादातर खदानो म यिनयनो की मनमानी चलती ह

और िमको का शोषण भी होता था कोयल की चोरी तो आम बात रही ह कोयल क उादन क आकड़ भी बढ़ा-चढ़ाकर पश िकए जात

रह ह सच तो यह ह िक कोयल क सरकारीकरण न पव भारत खासकर झारखड म कोल मािफया को ज िदया तटथ जानकारो का

मानना ह िक यिद परी कशलता स उादन िकया जाए तो कोल इिडया का लाभ बढ़ सकता ह वस कोल इिडया न उादन लागत घटान क

काफी यास िकए ह उसका दावा ह िक इसम उस सफलता िमली ह खनन का जीडीपी म बड़ा योगदान रहा ह और यह सबस ादा

रोजगार दन वाल ो म स ह अब िकतनी सरकारी खदानो का िनजीकरण हो पाता ह और िकतन उादक ॉक ाइवट कपिनयो को िमल

पात ह इन पर ही आग का राा तय होगा बड़ा िनवश करक कोई भी कपनी घाटा नही उठाना चाहगी श म उ भी मलो का

सामना करना पड़गा और उनकी उादन लागत ादा रहगी एक और बात जो यिनयन कह रही ह वह यह ह िक ाइवट कपिनया िनयम-

काननो और मजदरो की सरा और काण का िकतना ान रखगी यह सवाल सबस महपण ह लिकन यह भी सच ह िक िनजीकरण

समय की माग ह और उसस ही इस सर म बड़ा िनवश आएगा

अपया ह मानव तरी कानन (Human trafficking law) मानव तरी जस घिणत अपराध क िलए

आकड़ न कवल भयावह ह ब इसकी असाधारण व को दशत ह और इस ापक वथा की माग करत ह 2016-

एनसीआरबी क आकड़ बतात ह िक 23117 (इनम स 61 ब) िशकारो क बचाव क दश भर म तरी क 8132 मामल दज िकए

गए थ 45 पीिड़तो की lsquolsquoजबरन मrsquo क उ स तरी की गई थी इसक बाद lsquolsquoवावि क िलए यौन शोषणrsquo (22)

आिद मानव तरी कानन यह पहला उदाहरण ह िजसम एएचटीय स डाटा को तरी क आकड़ो को ितिबिबत करन क िलए

जोड़ा गया ह यह कानन मानवीय तरी क सभी पहलओ का ान रखता ह- रोकथाम बचाव पनवास जबरन म जस मानव

तरी क बढ़त पो समत लिगक परपता क िलए रासायिनक पदाथ और हामन का योग आिद और इस उ क िलए

मिहला या ब की तरी को बढ़ावा दन और उस सिवधाजनक बनान क िलए Some key Provisions िवधयक समयब

परीण और पीिड़तो क ावतन क िलए नािमत ायालयो का भी योजन ह-एक वष की अविध क भीतर सान लना अत

ागतयो कदम ह िवधयक िवदशो म थत सपि को ज करन का भी ावधान करता ह जो इस अपराध स िनपटन क िलए

अा यास ह जो अब एक िनयत अपराध हो गया ह इस िवधयक का परी तरह स पालन करन क िलए क िजला रा

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और क ीय रो पर समिपत त बनाया गया ह मानव तरी क ावधान स अ ह जो भारत क सिवधान म परभािषत और

द कछ अणी अपराधो म शमार ह लिकन दभा स इस कानन को जो सिवधान म दान िकया गया था पर जो lsquolsquoिनभयाrsquo

2013 की दघटना तक परभािषत नही िकया गया था अपराध कानन सशोधन अिधिनयम िजसक तहत तरी धारा 370 म

परभािषत िकया गया था भारतीय दड सिहता मानव तरी की एक नई परभाषा क िनमाण क बावजद जहा वािणक स

जबरन म बाल मजदरी अग ापार जबरन िववाह और अवध प स बो को अपनान को कवर िकया गया था कानन इसक

ापक प म दान नही िकया गया था िजसस सभी ावधानो की आवकता हो िसिवल सोसाइटी सगठन ापक कानन का

इतजार कर रह थ और परवी कर रह थ अब जब इस िवशष िवधयक को मिमडल न ससद क रा म मानव तरी क पीिड़तो

क पनवास पीिड़तो और उनक परवारो क िलए आपरािधक जाच अिभयोजन मआवज क सभी पहलओ क पनवास क िलए

अनमोिदत िकया ह तो कानन क अनसार ससद क माम स ज ही िवधयक रा ीय र पर आतकवाद क रो क कायर को

परा करन क िलए गह मालय क अधीन एनआईए की सभी मानव श और ससाधनो वाली एक मौजदा एजसी भी दान करता

ह जो इसक िलए एक नया प बनान स ादा बहतर सािबत होगा आपरािधक कानन सशोधन अिधिनयम 2013 क

अिधिनयमन क बाद धारा 370 न मानव तरी को परभािषत िकया लिकन इन पहलओ को अब भी अनदखा िकया जा रहा था

मानव तरी क मो का परा चर म प स उस कारण क िलए बदलगा जो अभी तक अनितक यातायात (रोकथाम)

अिधिनयम 1956 म कवल ावसाियक स या आम भाषा म lsquolsquoवालयrsquo या lsquolsquoवालय सबधी मोrsquo या lsquolsquoवाविrsquo जो एक

अिभ क प म हमार िलए ीकाय नही ह मिहलाओ पीिड़तो को िफर स पीिड़त करन क कारण चिलत अनितक

यातायात (रोकथाम) अिधिनयम क तहत 70-80 मामलो की माग की जा रही ह िजसका मतलब ह िक पीिड़त खद िफर पीिड़त हो

जाता ह जो परी तरह अीकाय ह इसक िलए ापक कानन की आवकता थी िजस अब परा िकया जा रहा ह सिवधान म

हमारी ितबता को परा करना सय रा ोटोकॉल क जरए सय रा म हमारी ितबता ह िजसम मानव वहार क

सभी पहलओ और पो को शािमल िकया गया ह Reforms to be implemented नय िबल को ससद ारा पारत िकया जाना

चािहए और वाव म अिभयोजन प जाच और सगिठत मानव तरी और िसिडकट को जबरद सजा क िलए काम करना

चािहए ोिक मानव तरी का अपराध दिनया क तीन सबस घातक अपराधो म स एक ह अ दो ड और हिथयारो स

सबिधत अपराध ह यह अपराध सबस घिणत ह ोिक मनो का सौदा करता ह और वाव म सबस कमजोर और असहाय

इसानो म स कछ का इस िकोण स 28 फरवरी एक ऐितहािसक िदन ह और हम इस एक पव क प म मानना चािहए िविभ

एजिसया जो इसक िलए काम करती ह व म िवभाग मिहला एव बाल िवकास मालय पिलस ायपािलका और क

सगठनो स सबिधत ह सभी क िलए महपण भिमकाए ह मानव तरी की परी तीर को अब परभािषत िकया जा रहा ह जो

दिनया म कही भी परभाषा का सबस ापक प ह ोिक अब इसम भीख मागना भी शािमल ह और अ कार क अपराध जो

मानव तरी क नाम पर िकए गए ह एक पिलस अिधकारी और ऐस क प म जो लब समय तक अनितक आवागमन

(रोकथाम) अिधिनयम लाग कर रहा ह मझ लगता ह िक मौजदा कानन बत ही अपया ह ोिक यह कवल वावि क बार म

बात करता ह जो परानी अवधारणा ह और दसरी बात ह िक हमारा फोकस अब ावसाियक तरी क अ पो पर भी ह

िवशष प स जबरन म और बाल म जो बड़ पमान पर बढ़ गए ह एक और महपण जो कानन स अछता रह गया ह

लापता बो क म स सिधत ह दश म करीब 125 लाख ब लापता ह िजनम स अिधकाश का पता लगाना असभव हो गया

ह मनका गाधी न इस बार म लापता 3 लाख बो का एक आकड़ा बताया ह सभव ह िक इन बो की बड़ी सा मानव तरी

जबरन म क प इमाल हो रही हो पिलस म िवभाग चाइलाइस और क सगठनो की भिमका इन मामलो म बहद

महपण ह इसिलए कानन का इन सभी एजिसयो को साथ लकर चलना उसकी बड़ी सफलता का सबब बनगा

गोबर ामीण जीवन की तकदीर बदलन क साथ खती को बना सकता ह लाभ का वसाय Know about गोबर-धन योजना हाल म धानमी न मन की बात रिडयो कायम म गोबर क सदपयोग की अपील की उोन Gobardhan

(गानाइिजग आगिनक बायो एो रसस फड ीम)योजना की भी चचा करत ए कहा िक मविशयो क गोबर स बायो गस और जिवक

खाद बनाई जाए उोन लोगो स कचर और गोबर को आय का ोत बनान की अपील की इस योजना की घोषणा इसी आम बजट म की

गई ह इसक तहत गोबर और खतो क ठोस अपिश पदाथ को को बायो-गस और बायो-सीएनजी म परवितत िकया जाएगा खती को

लाभ का वसाय बनान म सम असल म गोबर न कवल ामीण जीवन की तकदीर बदल सकता ह ब खती को लाभ का वसाय

बनान और ामीण जीवन को दषण म बनान म भी बड़ी भिमका िनभा सकता ह खतो म गोबर डाला जाए और िमी की उवरा श

बढ़ान क िलए क चओ का इमाल िकया जाए तो हारी-थकी धरती को नया जीवन िमल सकता ह आधिनक खती क तहत रासायिनक खाद

और दवाओ क इमाल स बाझ हो रही जमीन को राहत दन क िलए िफर स पलट कर दखना होगा गोबर स बनी कपो स िमी नम

रहती ह

गोबर स बनी कपो या ाकितक खाद स उपचारत भिम की नमी की अवशोषण मता पचास फीसद बढ़ जाती ह फलप िमी

नम रहती ह और उसका रण भी कता ह किम उवरक यानी रासायिनक खाद िमी म मौजद ाकितक खिनज लवणो को न करती ह

इसक कारण कछ समय बाद जमीन म जरी खिनज लवणो की कमी आ जाती ह जस नाइट ोजन क उपयोग स भिम म ाकितक प स

उपल पोटिशयम का तजी स रण होता ह इसकी कमी परी करन क िलए जब पोटाश योग म लात ह तो फसल म एोरिलक एिसड

(िवटािमन सी) और करोिटन की काफी कमी आ जाती ह

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इसी कार सपर फाट क कारण िमी म ताबा और जा चक जाता ह ज की कमी क कारण शरीर की व और लिगक िवकास

म कमी घावो क भरन म अड़चन आिद

रोग फलत ह नाइट ोजन फाोरस और

पोटाश उवरको स सिचत भिम म उगाए ग

और मा म ोटीन की माा 20 स 25

ितशत कम होती ह रासायिनक दवाओ

और खाद क कारण भिमगत जल क दिषत

होन की गभीर समा भी खड़ी हो रही ह

Urea and Groundwater Pollution अभी तक ऐसी कोई तकनीक िवकिसत

नही ई ह िजसस भजल को रासायिनक

जहर स म िकया जा सक ान रह िक

अब धरती पर जल सकट का एक मा

िनदान भिमगत जल ही बचा ह जीलड

एक िवकिसत दश ह यहा आबादी क बड़

िह का जीवनयापन पश पालन स होता

ह इस दश म किष वािनक पीटर ार

िपछल 30 वष स जिवक खती क िवकास

म लग ह पीटर का कहना ह िक

रासानियक खादो का योग पयावरणीय

सकट पदा कर रहा ह जस एक टन यरया

बनान क िलए पाच टन कोयला फकना

पड़ता ह

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भारत म हर साल 120 करोड़ टन गोबर िमलता ह दश म कोई 13 करोड़ मवशी ह िजनस हर साल 120 करोड़ टन गोबर िमलता ह इसम स आधा उपलो क प म चो म जल जाता ह

यह ामीण उजा की कल जरत का 10 फीसदी भी नही ह

बत पहल रा ीय किष आयोग की एक रपोट म कहा गया था िक गोबर को च म जलाया जाना एक अपराध ह ऐसी और कई रपोट

सरकारी बो म बधी होगी लिकन इसक ावहारक इमाल क तरीक गोबर गस ाट की दगित यथावत ह रा ीय कायम क तहत

िनधारत ल क 10 फीसदी ाट भी नही लगाए गए ह ऐस कई ाट तो सरकारी सडी गटकन का माम बन रह ह ऊजा िवशष

मानत ह िक हमार दश म गोबर क जरय 2000 मगावाट ऊजा पदा की जा सकती ह सनद रह िक गोबर क उपल जलान स बत कम गम

िमलती ह इस पर खाना बनान म बत समय लगता ह यानी गोबर को जलान स बचना चािहए

यिद इसका इमाल खतो म िकया जाए तो अा होगा इसस एक तो महगी रासायिनक खादो और दवाओ का खचा कम होगा साथ ही

जमीन की ताकत भी बनी रहगी सबस बड़ा लाभ यह होगा िक फसल रसायनहीन होगी यिद गाव क कई लोग िमल कर गोबर गस ाट लगा

ल तो उसका उपयोग रसोई म अी तरह होगा दश क कई िहो म ऐस ाट सफलता स चल रह ह य ाट रसोई गस िसलडर क

मकाबल काफी कम कीमत म खाना पकान की गस उपल करा रह ह गोबर गस ाट स िनकला कचरा बहतरीन खाद का काम करता ह

दरअसल यही ह िक व स व की अवधारणा गोबर का सदपयोग एक बार िफर हमार दश को सोन की िचिड़या बना सकता ह जरत तो

बस इस बात की ह िक इसका उपयोग ठीक तरीक स िकया जाए अा होगा िक सरकार गोबरधन योजना को साकार करन क िलए ठोस

कदम उठाए

गम की चतावनी (Heat Stress) मौसम िवभाग भिववाणी ह िक गिमया (Heat stress)इस बार िपछल साल क

मकाबल ादा परशान करगी उसन बताया िक माच स लकर मई क बीच िदी पजाब हरयाणा और राजथान यानी मतया

उर भारत म औसत तापमान िपछल वष की अपा डढ़ िडी तक ऊचा रहगा िहमाचल और उराखड क पहाड़ी इलाको म तो

तापमान की यह बढ़ोतरी 27 िडी तक पचन क आसार ह करल तिमलनाड कनाटक क सदर दिणी इलाको म इतना बरा

हाल नही होगा पर वहा भी आध स 1 िडी का अतर तो रहगा ही साफ ह िक दश क लगभग सभी इलाक इस बार सरज की

तिपश स बचनी महसस कर ग जब दश क िविभ िहो म य भी हर साल दजनो लोग मौत का िशकार बन जात ह तब यह बढ़ा

आ तापमान ा गल खलाएगा इसक बार म िफलहाल िसफ अदाजा ही लगाया जा सकता ह मौसम की ितकलता िपछल कछ

समय स लगातार बढ़ती जा रही ह पी क तापमान म लगातार हो रही बढ़ोतरी विक िचता का सबब रही ह िवशष तापमान म

इस सभािवत बढ़ोतरी क पीछ भी ोबल वािमग की ही भिमका दख रह ह िचताजनक यह ह िक ोबल वािमग पर चचा तो बत

होती ह लिकन विक नत न अभी तक इस अपनी ाथिमकताओ म थान नही िदया ह नतीजा यह होता ह िक इस पर होन

वाली अतररा ीय बठको म िचताए तो जताई जाती ह पर औोिगक िवकास जीडीपी म बढ़ोतरी और रोजगार क अवसर पदा करन

का दबाव इन िचताओ पर भारी पड़ता ह हम समझना होगा िक व हमार हाथ स तजी स िनकलता जा रहा ह इसस पहल िक

दर हो जाए हमारा चतना जरी ह बहरहाल विक पहलओ को छोड़ अपन दश क सदभ म बात कर तो मौसम की गम तो हम

झलनी ही होगी पर इसका एक अा पहल यह ह िक आमतौर पर ऐसी गम की परणित अी बारश म होती ह उीद की

जाए िक सरज दवता क ताप क बाद इ दवता हम पर अपनी कपा बरसान म कोताही नही कर ग

पजाब हरयाणा उरर दश और रा ीय राजधानी िदीक म फसल अवशषो क

यथाथाीन बधन क िलए किष मशीनरी ोापहन को मजरी मिमडलकी आिथक मामलो की सिमित न पजाब हरयाणा उीर दश और रा ी य राजधानी िदीम म फसल अवशषो क

यथाथाजन बधन क िलए किष मशीनरीोाकहन को अपनी ीीकित द दी ह

योजना क घटक I यथाथाअन अवशष बधन मशीनरी क ककम हायरग क िलए किष मशीनरी बक की था पना िकसानो की सहकारी सिमितयो

एफपीओ टसहायता समहो पजीकत िकसान सिमितयोिकसान समहो िनजी उिमयो मिहला िकसान समहो को फाम मशीनरी बक

अथवा कम हायरग क थाोिपत करन क िलए परयोजना लागत क 80 की दर पर िवीनय सहायता दान की जाएगी

II यथाथाकन अवशष बधन क िलए िकसानो को किष मशीनरी तथा उपकरण खरीद क िवीनय सहायता सगत िकसान को किष

अवशष बधन क िलए मशीनरीउपकरणो की 50 लागत की दर स िवी य सहायता दान की जायगी

III यथाथासन फसल अवशष बधन पर जागकता क िलए सचना िशा तथा सचार सार राा सरकारो कवीक ICAR सथाकनो

क सरकार क सथानो सरकारी क उपमो इािद को सचना िशा तथा चार-सार क कायकलापो क िलए िवीदय सहायता दान

की जायगी इन गितिविधयो म लघ तथा दीघाविध िफो वतिचो रिडयो और टीवी कायमो िविभप ररो पर दशन िशिवरो ितभा

िवकास कायमो िट मीिडया म िवापन ाकर अिभयान कोई भी अवशष न जलान क िलए ामाम पचायत क िलए पराकर

दरदशन डीडी िकसान तथा अ िनजी चनलो पर पनल चचा क मासम स जन जागकता अिभयान शािमल ह

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READ this परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर

लाभाथ I सबिधत राघ सरकार िजला रीय कायकारी सिमितयो (डीएलईसी) क माम स िविभ लाभािथयो और थान-

किष णाली पर िनभर िवशष किष उपकरण की पहचान करगी और कम हायरग और गत मािलक ािम क आधार

पर मशीनो की खरीद क िलए किष मशीनरी बक थािपत करन क िलए लाभािथयो की पहचान और चयन करगी तािक पारदश

प स समय पर लाभ ा िकए जा सक II रा नोडल िवभाग डीएलइसी लाभाथ की ऋण आवाकता क िलए बको क

साथ गठबधन कर ग चयिनत लाभािथयो क नाम एव िववरण िजला कर पर दाीवजो म शािमल िकए जायग िजसम उनक

आधारयआईडी नमर तथा लाभ अतरण क मायम स दी गई िवीय सहायता िदखाई जाएगी कायाायन एजिसया

I क ीय सर पर यह योजना किष सहयोग और िकसान कायण िवभाग ारा शािसत होगी

II II किष सहकारता और िकसान काण िवभाग क सिचव की अमता म एक रा ीसय सचालन सिमित नीित तयार

करगी और राव सरकार ारा योजना लाग करन क बार म सम िनदश और िदशा-िनदश दगी तथा योजना की

िनगरानी तथा गित और दशन की समीा करग III अपर सिचव की अनता म योजना की गितिविधयो की

दखरख कायकारी सिमित करगी IV रा धर पर सबिधत राा सरकार अथात पजाब हरयाणा उ र दश तथा

रा ीय राजधानी िदीज क राय किष िवभाग नोडल कायारयन एजसी होग सबिधत रार सरकारो क

मख सिचव किषकिष उारदन आय की अता म रास रीय कायाहयन सिमितया (एसएलइसी)नोडल

एजिसयो तथ अत सबिधत िवभागो क साथ िनयिमत बठक करक अपन-अपन राोल मयोजना िया यन की

िनगरानी कर ग और उिचत नीित बनान क िलए कायकारी सिमित को इनपट दान कर ग V िजला ोरीय कायकारी

सिमित परयोजना तयार करन लाग करन और िजलो म िनगरानी क उस को आग बढ़ान क िलए उकरदायी होगी

और िकसान समहोफसल अवशष नही जलान क िलए िकसानो को सिय बनान वाल गितशील िकसानो को शािमल

करत ए िनगरानी सिमितया बनाएगी VI किष सहकारता और िकसान कालण िवभाग फसल अवशष क

यथाथािन बधन क िलए मशीन और उपकरण िनमाताओ का म सिहत एक पनल तयार करगा

पभिम 2018-19 की बजट घोषणा क अनसार पजाब हरयाणा और उतर दश की सरकारो तथा रा ी य राजधानी िदी की वाय दषण की

समा का समाधान करन तथा फसलो क अवशषो क यथाथा न बधन क िलए आवयक मशीनरी पर सडी क िलए वष 2018-19 स

2019-20 क िलए िवशष नई क ीय की योजना (100 ितशत क ीय िहदारी) ािवत ह

महगाई बढ़ान वाल खतर challenges for growth in india 1 िकसी भी आकड़ क आकलन म आधार भाव यानी बस इफ की बड़ी भिमका होती ह उदाहरण क िलए िव वष 2017-

18 की पहली छमाही म खदरा महगाई की औसत दर कवल 262 फीसदी थी लिकन इसक साल भर पहल (2016-17 की पहली

छमाही म) यह इसक दोगन स भी ादा (542 फीसदी) थी जानकारो क अनसार चिक 2017 क अल स िसतबर क बीच सीपीआई

अपाकत कम थी इसिलए 2018 की समान अविध म इसक ादा रहन क आसार ह इसक चलत भी आरबीआई न पहली

छमाही म इसक 51 स 56 फीसदी रहन का अदाजा लगाया ह हालािक दसरी छमाही म आधार भाव क उ होन क अनमान स

िव वष 2018-19 म अबर स माच क बीच खदरा महगाई पर अकश लगन की सभावना ह 2 क सरकार 2017-18 और 2018-

19 म पहल स ादा रािश खच करन जा रही ह इसस दोनो साल राजकोषीय घाटा (वह रािश जो सरकार की आय स ादा खच

होती ह) पव ल स 03 फीसदी ादा रहगा लोकसभा चनाव क चलत रा सरकारो ारा भी ादा खच िकए जान की सभावना

ह इसस अगल कई महीनो तक बाजार म महगाई क बढ़न का अदशा ह 3 अगल खरीफ सीजन म फसलो का नतम समथन

म (एमएसपी) उनकी लागत का 110 फीसदी रखन क बजाय 150 फीसदी कर दन की घोषणा की गई ह सरकार क इस फसल स

िव वष 2018-19 की दसरी छमाही म फसलो क दाम पहल स एक ितहाई महग हो सकत ह 4 क तल का दाम इस साल

हालािक लगभग 10 फीसदी िगरकर 65 डॉलर ित बरल क आसपास बना आ ह 2018 म इसकी कीमतो का औसत 60 डॉलर स

ादा रहन का अदाजा ह जो 2017 स करीब छह डॉलर ादा होगा इसस िनित तौर पर परवहन और वओ क महगा होन का

खतरा बना आ ह तल क महगा होन स डॉलर की तलना म पया भी कमजोर होन लगता ह िजसस आयाितत उाद और महग

हो जात ह 5 इसक अलावा मानसन और क सरकार ारा घोिषत भो स भी खदरा महगाई क भािवत होन की सभावना ह

अल क म तक 2018 क मानसन क बार म पहला पवानमान आन की सभावना ह जानकारो क अनसार इसक बाद ही पता चल

सकगा िक इस साल मानसन का हाल कसा रहगा इसक अलावा एक जलाई 2017 स सातव वतन आयोग क तहत घोिषत

आवासीय और अ भो का भी खदरा महगाई पर असर पड़न की आशका ह

भारत की नई िचताएAmerica and duty on steel Recent step of America to increase duty on steel इन िदनो अमरका एव कई िवकिसत दश वओ एव सवाओ क आयात पर तरह-तरह क ितबध लगाकर िनयत ापार य का नया

िचताजनक पर िनिमत करत ए िदखाई द रह ह इसस भारत सिहत िविभ िवकासशील दशो की ापार िचताए बढ़ गई ह हाल ही म

अमरका क रा पित डना ट प न िनदश जारी िकए ह िक अमरका म आयाितत ील पर 25 फीसद और आयाितत एमीिनयम पर 10

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फीसद श लगाया जाएगा ट प न आयात श म इजाफ पर जो जोर िदया ह वह दरअसल अमरका क साथ कारोबारी शत की कड़ाई का

पहला चरण ह

Reason behind this bull Trump लब समय स यह कहत आ रह ह िक अमरका क कारोबारी साझदार िविभ दश अमरका को कारोबार म भारी घाटा द रह ह

वत ट प अमरका क औोिगक को सरण दकर उसम नई जान फकना चाहत ह

bull उनकी धारणा ह िक वीकरण दिनया क कई इलाको म नाकाम सािबत हो चका ह और यह अमरकी अथवथा क िलए भी

नकसानदह ह

bull अमरका क वािण मी िवर रॉस न यहा तक कह िदया ह िक अमरका न दसर िव य क समा होन क बाद स ही यरोप और

एिशयाई दशो को भारी रयायत दी ह अब इनक जारी रहन का कोई तक नही ह गौरतलब ह िक अमरका सिहत कई िवकिसत दशो क लोग

भी सरण क िहमायती िदखाई द रह ह

bull lsquolsquoद वॉल ीट जनलrsquo न हाल ही म एनईआरए इकोनॉिमक कसग क अयन की एक रपोट कािशत की ह िजसक मतािबक इात

एव एमीिनयम क आयात श म इजाफा िकए जान स इस म घरल रोजगार और उादन म कछ बढ़ोतरी हो सकती ह

bull अमरका का कहना ह िक िव ापार की समा का सबध चीन स सबस ादा ह चीन अपन उन वादो पर खरा नही उतरा ह जो उसन

िव ापार सगठन (डटीओ) क दायर म आत समय िकए थ

bull चीन न कहा था िक वह अपन घरल बाजार को उदार बनाएगा और िनयामकीय और महनतान क मानको म सधार करगा लिकन वतमान

पर बता रहा ह िक कोष िव क साथ चीन का ापार अिधशष आिथक प स चनौतीपण ह अमरका न न कवल चीन क साथ वरन

जापान दिण कोरया जमनी और भारत जस दशो क साथ भी ापार य की शआत कर दी ह

bull India amp America भारत स वह इसिलए िचढ़ ए ह ोिक भारत न मोटरसाइिकल पर आयाितत श म उनकी इा क मतािबक कमी

नही की ह

Need to reform WTO ऐस म दिनया क अथिवशषो का कहना ह िक यिद िव ापार वथा वस काम नही करती जस िक उस करना चािहए तो डटीओ ही

एक ऐसा सगठन ह जहा इस द िकया जा सकता ह अगर ऐसा नही आ तो दिनयाभर म िवनाशकारी ापार लड़ाइया ही 21वी शताी

की हकीकत बन जाएगी िनित प स अमरका क सरणवादी कदमो स भारत क व एव सवा स सबिधत कपिनयो की परशानी बढ़

गई ह

How India will be affected सबस पहल भारत क ारा अमरका को िकए जा रह इात और एमीिनयम िनयात पर असर

िदखाई दगा भारत न 2016-17 म अमरका को 2346 करोड़ पय का एमीिनयम और उसक उाद िनयात िकए अमरका को िकए

जान वाल कल एमीिनयम िनयात म भारत की िहदारी दो फीसद ह वष 2016-17 म भारत न अमरका को 10600 करोड़ पय का

ील िनयात िकया 24 फीसद िहा America को Steel Export म भारत का ह भारत स अमरका को िकए जान वाल इात और

एमीिनयम िनयात म िपछल वष 2017 म करीब 50 फीसद की व ई ह अमरकी कारोबारी और राजनियक भारत पर सीमा-श एव

दसर कर घटान क िलए लगातार दबाव बना रह ह भारत न िदसर 2017 म मोबाइल और टलीिवजन सिहत िविभ इल ॉिनक उादो

पर Import श बढ़ा िदया था नय बजट 2018-19 म 40 अ उादो पर आयात श म बढ़ोतरी की गई इसस अमरकी कारोबारी

िचितत ह और अमरका की सरकार न ापार बढ़ान क िलए भारत को आयात श म कमी करन को कहा ह भारत स िविभ वओ क

आयात सबधी मलो स भी ादा िचता सवा क तहत अमरका ारा भारत क आईटी उोग क िलए दीवार खड़ी करन स सबिधत ह

िनसदह िपछल एक दशक स भारत का आईटी उोग िजस तजी स छलाग लगाकर आग बढ़ रहा था उस आईटी उोग क िलए अमरका व

अ िवकिसत दशो क िलए बनाए गए वीजा सबधी नय िनयमो स आग बढ़न की तज गित धीमी हो जाएगी भारत को सवा स ा होन

वाली िवदशी मा की कमाई म आईटी सर चमकत ए पहल म पर ह गौरतलब ह िक अमरका म िव वष 2019 क िलए एच-1बी

वीजा आवदन करन का सीजन 2 अल स श होन का अनमान ह इस सीजन स ही एच-1बी वीजा सबधी िनयम और स कर िदए गए

ह न कवल अमरका म वरन दिनया क कई िवकिसत दशो स कशल भारतीय ोफशन क िलए वीजा सबधी मल बढ़ी ह

इस तरह अमरका सिहत िवकिसत दशो म घरल र पर उादन बढ़ान और थानीय लोगो क िलए नौकरयो को बढ़ावा दन की

अतमखी नीित का पर भारत सिहत िवकासशील दशो क िलए नय वीजा िनयमो कशल पशवरो क िनयतसबधी ितबध

डटीओ क उ क ितकल ह गौरतलब ह िक डटीओ दिनया को िनयत गाव बनान का सपना िलय ए एक ऐसा

िनयत सगठन ह जो ापार एव वािण को सहज एव सगम बनान का उ रखता ह िक डटीओ क 22 वष बाद

िवकासशील दशो क करोड़ो लोग यह अनभव कर रह ह िक डटीओ क तहत िवकासशील दशो का शोषण हो रहा ह ऐस म

िनयत ापार य की नई िचताओ क मनजर जरी ह िक भारत एव अ िवकासशील दशो ारा डटीओ क तहत अमरका

सिहत िवकिसत दशो ारा िवकासशील दशो क उादो और पशवर ितभाओ पर लगाई जा रही वीजा रोक वाह का मा जोरदार

ढग स उठाना होगा यह बात आग बढ़ाई जानी होगी िक डटीओ क तहत सद दशो क बीच पजी वाह िनयतम ह तो

अमरका सिहत िवकिसत दशो म वओ एव सवाओ का ापार और म और ितभा वाह भी िनयतम रहन चािहए

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2050 तक 143 करोड़ लोगो को ाकितक आपदा की वजह स अपना घर बार छोड़ना पड़ सकता

ह िव बक अगल तीन दशको म ाकितक आपदाओ की वजह स परी दिनया म शरणािथयो की सा म भारी बढ़ोतरी हो सकती ह

िव बक की एक रपोट 2050 तक 143 करोड़ लोगो को इस कारण अपना घर छोड़ना पड़ सकता ह

इनम अीका थत सहारा स 86 करोड़ दिण एिशया स चार करोड़ और 17 करोड़ लोग लिटन अमरका क शािमल होग

बताया जाता ह िक इन ो म िवकासशील दशो की आधी आबादी रहती ह िव बक ारा ाकितक आपदाओ स सबिधत शरणािथयो

पर यह इस तरह की पहली रपोट ह

भीषण जल सकट की डरावनी आहट (Severity of water crisis) Recent Context

पानी क िबना िजदगी की ा थित हो जाती ह इस िपछल कछ महीनो स दिण अीका क

कपटाउन म पदा हळए जलसकट स समझ सकत ह जहा जल आपातकाल जस हालात हो गए ह

आशका ह िक अल म यह शहर पण प स जलिवहीन हो जाएगा SOME FACT िवडबना ह िक दिनया म सित 21 अरब लोग सरित पयजल स विचत ह निदयो समो व भतल क प म भमडल क 71 ितशत

भाग म जल ह िकत इसका मा ढाई ितशत ही सवनयो ह

िपछल 35 वष म दोहन िकए जा रह भिमगत जल की मा ितगनी हो गई ह और जलर लगातार िगर रहा ह कछ अनमानो क

अनसार 2025 तक करीब आधी विक जनसा पानी क िलए हाहाकार करन लगगी

जल अभाव स ऊजा उादन भािवत होता ह चिक दोनो एक-दसर पर िनभर ह हाइड ोइलक थमल या यर सयो को ऊजा

उादन क िलए बड़ पमान पर पानी चािहए इसक िवपरीत िवर पर 8 ितशत ऊजा पानी की पग या उपभोाओ तक इसक

परवहन म खच होती ह जल की आपित क िलए ाकितक ोतो स इतर िवक नही ह

Future Projection िव क सबस बड़ शहरो म जल वथा पर सचािलत एक ताजा शोध क हवाल स कोलोरडो ट यिनविसटी का कहना ह िक 29 म

स 19 शहरो म पयजल की एक ितहाई आपित आसपास की भिम म वषा क पानी स होती ह

एक अ तल अवीव यिनविसटी की हािलया रपोट म बताया गया ह िक शताी क अत तक जलवाय परवतन क चलत पव भम

अचल म बारश का मौसम मौजदा चार माह स घट कर दो माह रह जाएगा

Some QuoteSaying दो दशक पहल तक िकसी न नही सोचा होगा िक पानी की कीमत पट ोल या दध को पछाड़ दगी तजी स बढ़ती आबादी और जल

ससाधनो की सीिमत उपलता क चलत िव क अिधकाश दश दशको स िनरापद पयजल की िकत स जझ रह ह

िव बक क उपा इाइल सरागन न 23 वष पहल अग 1995 म आगाह िकया था िक इस बशकीमती ससाधन का दोहन और

उपयोग दरदिशता और िववक स न िकया गया तो 21वी सदी क य तल क िलए नही ब पानी क िलए लड़ जाएग

पिलजर परार िवजता एिलस ीनबच क शो म lsquoार क बाद पानी क अिधकार को लकर दिनया म सवािधक झगड़ होत रह

हrsquo और िफर lsquoारrsquo बगर कोई मर नही जाता िकत पानी िबना जीवन सभव नही इसीिलए सभी पथो और सितयो म चराचर जगत क

सचा सचालन का दारोमदार चार मलतो-जल वाय मदा और अि पर माना गया ह

िचतक िवानी भिवद तथा पयावरणिवद भी एकमत ह िक जल वाय मदा का सतलन डगमगान स सम जीवजतओ का अ खतर

म पड़ जाएगा अत यह बार-बार आगाह िकया जाता ह िक जल और मदा क ाकितक प क साथ छड़छाड़ या इनक सरण म

कोताही मानवजाित को महगी पड़गी अपन दश म कदारघाटी जसी भारी आपदाओ क बावजद उिचत यास िकए जान शष ह

जल आिदकाल स लोकजीवन का क रहा ह िमखाइल गोबाचव न कहा था िक lsquoधम और दशन की भाित पानी म लाखो लोगो को

थानातरत करन की मता ह सता की शआत स लोग इसक िनकट बसत रह ह जहा पानी नही था वहा स िनकलकर व पानी

वाली जगह बस गए पानी पर ढरो गीत िलख गए न िकए गए इसक िलए भारी मनमटाव झगड़ फसाद ए बशक पानी हम कलोरी

या पोषण नही दता िकत इसक िबना िकसी जीव का गजारा नही ह

UN Water Day इसी ि स सय रा का 22 माच को पड़न वाल िव जल िदवस का 2018 का थीम ह lsquoकित की ओर मखाितबrsquo बाढ़ सखा

और जल दषण स बहाल पयावरण वथा की बहतरी क िलए परजोर सित ह िक ताजा पानी क िववकपण उपयोग और ताजा

पानी क ोतो क थाई बधन क उपाय खोज

Modern Culture ampLifestyle Water ाकितक तौर-तरीको स दर होती मौजदा सित हम बीमार कर रही ह बोतलबद पानी क कभावो की पि बार-बार हो रही ह

सकड़ो साल तक भी िवघिटत न हो सकन वाला ाक शरीर की ा दगित करगा आप अदाज लगा सकत ह

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रहाइशी और सावजिनक थलो म आगन सड़को आिद की सतह को पा बनाकर भिम स दरी बनान का चलन पानी क भतल म

रसाव को रोक रहा ह और भगत जल की भरपाई दर होन लगी ह इसस जल िनकासी की समा उ हो गई ह वह अलग

What to be done जल समा क दीघकालीन उपाय क िलए आज जरत इसक अिधकािधक सरण की लवणीय जल को करन क तरीक ईजाद

करन की और मौजदा जल का अिधकतम योग गद पानी क पनउपयोग बायो ऊजा क ापक योग पर गौर करन की जरत ह

गर-मानसन क िदनो म निदयो म जल वाह ीण हो जाता ह अनक छोटी निदया तो अपना अ ही खो चकी ह

शहरी इलाको म पयजल उपल करान क िलए िजदार नगर पािलका या िनगम उत जल ससाधन सय जटान और पाइपो की

सामियक मरत नही करवा पात और लोग जल क िलए तरसत रहत ह

कई बार सीवज पाइपो की लीकज पयजल स िमलन स जना को खतरा उ हो जाता ह अमरका व अ िवकिसत दश भी

असरित पयजल की समा स अछत नही ह

जस क अयन स पता चला ह िक इस की दो-ितहाई सावजिनक पयजल णािलया पीएफसी (परोरनिटड किमक) स

दिषत ह टॉन नाम स लोकिय पीएफसी आसानी स िवघिटत न होन वाला रसायन ह िजसक अश मन सिहत उन सभी जीवो क

ऊतको म इक हो जात ह जो क सर की सभावना बढ़ात ह पीएफसी पशओ का जनन और उनका िवकास बािधत करता ह कसी

िवडबना ह समच िव म आध लोग अतालो म इसिलए भत ह चिक उ पानी नही िमला या उोन दिषत पानी का सवन िकया या

साफ-सफाई नही बरती जल और इसक ोतो को मानवजाित की साझा सपि क प म ीकारना होगा इन पर एकािधकार अनिचत

और अनितक ह

छोट उोग पनप तो सधरगी अथवथा (Need to focus on Small Industry) धानमी न दावोस म िव क िनवशको को बताया था िक भारत म ापार करना अब आसान हो गया ह उोन इस बात क

माण म िव बक ारा lsquoापार करन की सगमताrsquo अथवा lsquoइज ऑफ़ डइग िबिजनसrsquo रपट का उख िकया था लिकन ापार

करना आसान होन क बावजद दश म िवदशी िनवश की माा बढ़न क थान पर घट रही ह

अल स िदसबर 2016 की तलना म 2017 क इी नौ महीनो म सीध िवदशी िनवश की माा म चार ितशत की कटौती ई ह

िव बक कह रहा ह िक भारत म ापार करना आसान हो गया ह लिकन इसका भाव िवदशी िनवश पर नही िदख रहा ह इसका

कारण ा ह कारण ह िक िव बक ारा बनाया गया ापार करन की सगमता का सचकाक ामक ह

Ease of Doing Business Report amp India

िव बक ारा बनाय गए सचकाक म दस िबद िलए गय ह पहला िबद ह िक भारत म अब ट अदा करना िवशषकर ोिवडट फड म धन जमा करना इल ॉिनक माम स हो रहा ह जो

िक ट अदा करन को आसान बनाता ह इसी कार बड़ी किनयो ारा इल ॉिनक माम स कापरशन ट अदा करना

आसान हो गया ह इस िबद पर भारत की रक 172 स उठकर 119 हो गयी ह दसरा िबद िदवािलयपन का िनदान ह भारत सरकार

न िदवािलया कानन बनाया ह िजसम िदवािलया घोिषत करन वाली कनी का शी िनपटारा करन की वथा ह इस िबद पर

भारत की रक 136 स उठकर 103 हो गयी ह तीसरा िबद छोट िनवशको की रा ह बड़ी किनयो म छोट रटल िनवशको को

सबी ारा सरण िदया जाता ह इस िबद पर भारत की रक 13 स उठकर 4 हो गयी ह य तीनो िबद कारगर ह लिकन इनका

भाव कवल बड़ी किनयो पर होता ह बड़ी किनयो ारा ही ोिवडट फड अथवा कापरशन ट िदया जाता ह इी क

िदवािलयापन पर नया िदवािलया कानन लाग होता ह बड़ी किनयो क ही छोट िनवशको को सरण की जरत होती ह इन

तीनो िबदओ म सधार सा ह पर इन सधारो का छोट उिमयो पर साथक भाव नही पड़ता िव बक ारा बनाय गए

सचकाक का चौथा िबद ऋण ा करना आसान हो जाना ह िव बक न कहा ह िक बको ारा िदए गए ऋण की वसली करना

अब आसान हो गया ह सकट कपिनयो की पजी म बको ारा िदए गए ऋण की वसली को ाथिमकता दी जा रही ह इसस

बको की ऋण दन म िच बढ़गी इस िबद पर भारत की रक 44 स उठकर 29 हो गयी ह सरकार ारा उठाया गया यह कदम

साथक ह लिकन साथ -साथ छोट उोगो का कल ऋण म िहा घट रहा ह वष 2014-15 म बको ारा िदए गए कल ऋण म छोट

उोगो का िहा 133 ितशत था जो िक वष 2016-17 म घटकर 126 ितशत रह गया ह अथ आ िक बको की ऋण दन म िच

का बढ़ना भी कवल बड़ उोगो को ही लाभ पचा रहा ह िव बक ारा पाचवा िबद िबग कन क िनयमो का पालन

करन की सगमता ह इस िबद पर भारत की रक 185 स उठकर 181 ई ह लिकन इस िबद पर दिण एिशया म अफगािनान को

छोड़कर हम बाकी शष दशो जस नपाल बाादश ीलका स पीछ ही ह इस िबद पर हमारी रक म सधार भी बत मामली आ

ह इस िनभावी ही कहा जा सकता ह िव बक ारा छठा िबद िकसी अनबध क अनपालन म लग समय का सधार ह अपन

दश म आप िकसी अनबध को अनपालन करान क िलए कोट म जाय तो उसम बत ला समय लगता ह िव बक क अनसार

इस िबद पर हमारी रक 172 स उठकर 164 हो गयी ह लिकन रक म यह सधार ामक ह िव बक क अनसार ही अनबध का

अनपालन करान म पव म 1445 िदन लगत थ आज भी 1445 िदन ही लगत ह यानी अनबध क अनपालन म हमारी जमीनी थित

म तिनक भी सधार नही आ ह इस िबद पर जो रक म हमारा सधार आ ह उसका कारण यह िदखता ह िक दसर दशो म थित

बदतर ई ह अतः िजस कार अधो म काना राजा होता ह उसी तरह भारत म सधार न होन क बावजद भारत की रक इस िबद पर

उठ गयी ह िव बक क अनसार आखरी चार िबदओ पर भारत की रक म िगरावट आई ह य ह नय उोग को श करना

िवदशी ापार ॉपट का रिजशन और िबजली का कनन लना इस कार दस िबदओ म तीन िबद यानी ट अदा करन

म सगमता िदवािलयापन का शी िनपटारा और छोट िनवशको की रा इन तीन िबदओ म िवशष सधार आ ह लिकन य सधार

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कवल बड़ी किनयो पर लाग होता ह अगल तीन िबदओ पर सधार सिद ह ऋण दना आसान हो जान क बावजद ऋण की

उपलता छोट उोगो को घटी ह कन परिमट म हम सभी दिणी एिशयाई दशो स पीछ ह और अनबध क अनपालन म

अभी भी 1445 िदन ही लगत ह अितम चार िबदओ म िव बक क अनसार ही हमारी थित म िगरावट आई ह अितम आकलन ह

िक सधार कवल बड़ी किनयो पर लाग होता ह छोट उोगो क िलए परथित िवकट होती गयी ह इ ऋण कम िमल रहा ह

कन परिमट ा करन म समय पववत लग रहा ह अनबध अनपालन म समय पववत लग रहा ह नया उोग चलाना किठन

होता जा रहा ह िवदश ापार करना किठन होता जा रहा ह ॉपट क रिजशन म अब ादा िवल हो रहा ह और िबजली का

कनन लना ादा किठन हो गया ह Need to focus on Small Industry दश की अथवथा मलतः छोट उोगो ारा सचािलत

होती ह छोट उोगो स ही रोजगार बनत ह उसी रोजगार स जनता की य श बनती ह िजसस बड़ उोगो ारा बनाय गय

माल को जनता खरीदती ह यिद छोट उोगो क िलए ापार करना किठन हो गया ह तो अथवथा म ढीलाहट होना तािक क

परणाम ह सरकार को चािहए िक छोट उोगो क िलए ापार करन की सगमता म सधार लाय ऐस म िव बक की इज ऑफ़

डइग रपोट ामक ह पहला कारण ह िक जो भी सधार आ ह वह कवल बड़ी किनयो क ऊपर लाग ह दसरा कारण ह िक

छोट ापारयो क िलए ापार करना किठन हो गया ह जस बाढ़ म जनता डब रही हो लिकन जमीदार क िठकान म दीवाली

मनाई जा रही हो ऐसी हमारी थित ह अतः सरकार को िव बक की इस ामक रपोट स भािवत न होकर छोट उिमयो क

िलए ापार करना सगम बनान क िलए ताल कदम उठान चािहए अथा न तो हम िवदशी िनवश िमलगा और न ही हमारी

िवकास दर म व होगी

Artificial intelligence को ापक पमान पर अपनान का व समची विक अथवथा म Artificial Intelligence (AI) को अपनाए जान क तीन कारक रह ह

ापक र पर समानातर अिभकलन ससाधनो की उपलता

AI की गितिविध स सामज िबठान वाली बहतर कटर णाली का िवकास और

इटरनट स सबिधत चर आकड़ो की उपलता का एआई क ती िवकास म खास योगदान रहा ह

इनक सिलत असर स इमज लबिलग म िट की दर 2010 क 285 फीसदी स घटकर महज 25 फीसदी पर आ चकी ह FACT

PWC की एक रपोट म कहा गया ह िक वष 2030 तक िव अथवथा म एआई का योगदान 157 लाख करोड़ डॉलर तक पच जाएगा

जो चीन एव भारत क मौजदा साझा आउटपट स भी अिधक होगा

वही एचर की रपोट lsquoरीवायर फॉर ोथrsquo म कहा गया ह िक एआई क चलत भारत की वािषक व दर म वष 2035 तक 13 फीसदी

की उछाल आ सकती ह इसका मतलब ह िक भारतीय अथवथा म 957 अरब डॉलर की अितर रकम आ जाएगी जो भारत क

मौजदा सकल म सवधन का 15 फीसदी होगा

India and Artificial Intelligence िवकासशील दशो म भारत एआई का अिधकतम लाभ उठा पान की थित म ह तकनीक क मोच पर हमारी मजबत थित

अनकल जनािककीय पर और समत आकड़ो की उपलता म सरचनाक लाभ होन स भारत एआई क िलए कही बहतर

तयार ह दरअसल विक एआई उपयोगकताओ क िलए भारत क सदभ म आकड़ो की िविवधता एक बड़ी बाधा रही ह ोिक

एआई की मौजदा गणना-पितयो को ईधन दन का काम आकड़ ही करत ह एआई-आधारत इमाल सरकारी र पर खास

उपयोगी ह ोिक वहा आकड़ो की बलता होन क साथ गणवा भी सिनित करनी होती ह

Start up in AI भारत एआई-आधारत ाटअप की सा क मामल म वष 2016 म जी-20 दशो क बीच तीसर थान पर था इस

तरह क ाटअप भी विक र स अिधक वष 2011 क बाद 86 फीसदी बढ़ गए थ हालािक यह ाथिमक प स एचर

माइोसॉ और एडोबी जसी अमरकी कपिनयो क दबदब म रहा ह इन कपिनयो क नवोष क भारत म भी मौजद ह

दरअसल एआई क मामल म नवोष और उमशीलता को बढ़ावा दना काफी अहम ह ऐसा नही होन पर घरल समाधान एव थानीय उमी

लगातार बढ़त अवरोधो का सामना नही कर पाएग बड़ नटवक क सावभौम ितप होन स कोई भी एआई ऐकशन उतना ही अा

सािबत होता ह िजतना बहतर उसका डाटा होता ह लिकन मौजदा दौर म डाटा की उपलता कछ ही कपिनयो क हाथो म क ित होती जा

रही ह फसबक क सिय मािसक उपभोाओ की सा करीब दो अरब ह इसी तरह गगल इटरनट पर होन वाल करीब 90 फीसदी

तलाश का माम बना आ ह

हालािक यपीआई और आधार जस नवाचार और मोबाइल फट उपयोग क चलत अब हमार पास बत सार िविश आकड़ भी मौजद ह

हमारी जरत भी खास तरह की ह हम िनजता क सदभ म नया नजरया अपनाना चािहए तािक कटब बपीय गणना जसी मशीनी सीख

को सरित रखा जा सक

नमओपनमाइड डॉट ऑग एक ऐसा ही ोज ह जो िशण उो क िलए कटब एव अनाम आकड़ो क इमाल का जरी टल बनान

म लगा ह इस तरह िनजी आकड़ परी तरह िनजी बन रहग लिकन मशीनी गणना पित उनस सबक हािसल कर सकगी एआई को अर

सरकार lsquoसदर भिवrsquo वाली तकनीक की तरह दखती ह सरकारो क अनसधान भागो पर ही एआई का िजा छोड़ िदया जाता ह सरकार

कई बार कोई बड़ी पहल करती ह लिकन उन योजनाओ को थानीय लोगो की जरतो क िहसाब स बनाया ही नही गया होता ह इस वि

को बदलन की जरत ह

तक सगत मा यह ह िक गणवापरक िशण डाटा शािमल करन स िकसी भी एआई ऐकशन की सफलता की सभावना बढ़ जाती ह

ऐस म एआई क इस पहल को समािहत करन लायक बदलाव बौक सपदा काननो म भी करन होग िवकासशील दशो को एआई का

उपयोग जर बढ़ाना चािहए ा िशा किष और अ ो म तो एआई का अिधक उपयोग जर करना चािहए

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NITI AYOG amp AI Push

नीित आयोग इस तरह क कई ोज चला रहा ह पहला आयोग इसरो और आईबीएम क साथ िमलकर फसलो की उपज बढ़ान और मदा ा को बहतर करन म एआई समाधान

तलाशन की कोिशश कर रहा ह

उपहो स ा तीरो और सरकार क पास उपल अ आकड़ो की मदद स यह िकया जा रहा ह इसक असर और सटीकता को

जाचन क िलए शआत म इस दश क 25 िजलो म लाग िकया जाएगा

एआई-आधारत जानकारी को िकसानो क साथ साझा िकया जाएगा तािक व जरी कदम उठा सक आकड़ो को ई-नाम मिडयो स भी

जोड़ा जाएगा िजसस िकसानो को फसल का बहतर म िमल सकगा

दसरा नीित आयोग उिमयो और डवलपरो क िलए ीय भाषा की एआई-िनरप भाषा सरण लाइरी बनान म भी लगा ह

धानमी lsquoएक भारत भारतrsquo का आiumlान कर चक ह लोगो क बीच सवाद को बढ़ावा दन क साथ ही भाषाई िविवधता को सरित

रखना भी इसका उ ह आयोग एक रा ीय भाषा सरण टफॉम बनान की सभावनाए भी तलाश रहा ह यह टफॉम एआई

ऐकशन को दसी भाषाओ पर आधारत पहचान और अ िनष जस काम क लायक बनान म मददगार होगा इसस एआई

डवलपर ाटफोन का इमाल करन वाली समची आबादी तक पच बना सक ग और उ अलग भाषाओ क िलए अलग मॉडल भी

नही तयार करन होग

तीसरा आयोग तीरो का एक lsquoबायोबकrsquo बनान क िलए िविभ िचिका सथानो क साथ िमलकर काम कर रहा ह यह बायोबक सीटी

न एमआरआई अ ासाउड और एर परीणो क दौरान िमली तीरो का सकलन होगा और इसक इमाल स डॉर बीमारयो

का ज पता लगा सक ग(THECOREIAS GSHINDI)

ऐसी िवशषता सपर-िशएिलटी अतालो म ही िमल पाती ह िकसी तीर का त िवषण करन स ाथिमक ा क (पीएचसी)

र पर ही गभीर बीमारयो की पहचान की जा सकगी पीएचसी अतालो म बीमारयो क परीण की सिवधाए काफी कम ह बायोबक

बनन स भारत म रोगो की पहचान और िवषण की मता रखन वाल क िवकिसत होग िजसस सरकार को भी ीय र पर ा एव

पोषण सबधी योजनाए चलान म सिलयत होगी

चौथा नीित आयोग सरित ॉकचन क इमाल स इल ॉिनक मिडकल रकॉड (ईएमआर) तयार करन का खाका पहल ही बना चका

ह इसस मरीज की िनजता बनी रहगी और लोग अपन मोबाइल फोन पर ही इस दख सक ग ॉकचन पर साझा िकया जा सकन वाला

ईएमआर ा म नवाचार को कई गना बढ़ा सकता ह इसस ा एव जीवन बीमा का दायरा बढ़ान बीमा सबधी धोखाधड़ी को

नतम करन और सरकारी सडी म गड़बड़ी को ख िकया जा सकगा कटब ईएमआर डाटा को एआई समाधान स जोड़कर

महामारी की आशका और िकसी इलाक म ऐटी-माइोबायल ितरोध की थित का अदाजा लगाया जा सकगा इस तरह भारत क

अलग राो और इलाको की जरतो क आधार पर खास कायम चलाए जा सक ग

पाचवा हम अदालतो म लिबत मामलो की बड़ी सा कम करन क िलए भी एआई क इमाल की सभावनाए तलाश रह ह नीित

आयोग अदालतो क फसलो क िवषण का एक एआई मॉडल तयार कर रह ह िजसस ायाधीशो को मौजदा मामलो क बार म

अतञान िमल सकगा अदालतो म तीन करोड़ स भी अिधक मामल लिबत ह और कारोबारी सगमता की र िकग भी इसस भािवत हो

रही ह एआई एक बिनयादी नवाचार ह

यह आग चलकर इटरनट या िबजली क उपयोग स कही अिधक बड़ा होगा यह हरक उोग और म आमलचल बदलाव लकर

आएगा भारत को अपनी परी मता स इस अपनाना चािहए

5 challenges in front of Economy

मौजदा िव वष की पाच मख चनौितया

1 महगाई दर - मौजदा िव वष की पहली छमाही म का तल क सा रहन और िवकास दर क स होन स खदरा महगाई दर

कवल 262 फीसदी रह गई थी लिकन दसरी छमाही म हालात िबल बदल गए क तल की कीमत लगभग डढ़ गना हो जान स तीसरी

ितमाही म महगाई का आकड़ा बढ़कर 456 फीसदी हो गया जबिक अाखरी ितमाही म भी इसक इसी र क करीब रहन की सभावना ह

यानी िव वष 2017-18 की दसरी छमाही म पहली छमाही की तलना म लगभग दो फीसदी ादा खदरा महगाई रहन क आसार ह

2 िनवश की कम दर - अथशायो क अनसार जब कभी िनवश म एक फीसदी की कमी आती ह तो िवकास दर लगभग आधा

ितशत कम हो जाती ह सरकार क िलए िचता की बात ह िक 2007 स िनवश दर म िगरावट का जो िसलिसला श आ वह अब तक नही

थमा ह 2017-18 की आिथक समीा क अनसार 2007 म जीडीपी की तलना म िनवश और बचत दर मश 38 और 36 फीसदी थी जो 2017

म 29 और 26 फीसदी रह गई ह जानकारो क अनसार जब तक बको और कॉरपोरट सर की समा दर नही होगी तब तक िनवश म व

नही हो सकती िबना कल िनवश बढ़ाए (खासकर िनजी िनवश) तज िवकास का ल परा नही िकया जा सकता

3 बको का बरा हाल - इस महीन जारी एक रपोट क अनसार िदसबर 2017 म दश क सभी अिधसिचत बको का कल फसा आ

कज 840 लाख करोड़ पय तक पच गया ह यह आकड़ा बको ारा जारी अिम रािश का 20 फीसदी स भी ादा ह हालािक 2016 म

इनसॉसी और िदवािलया कानन बनन क बाद 2017 म कजदारो की सपि नीलाम करक कज वसल करन की िया म काफी तजी आई

ह लिकन अभी भी यह समा ख होन स बत दर ह

4 राजकोषीय घाटा - मोदी सरकार न पदभार सभालत ही कहा था िक िव वष 2016-17 क अत तक राजकोषीय घाट को तीन

फीसदी तक ल आया जाएगा लिकन 2017-18 क अत म इसक 35 फीसदी क आसपास रहन की सभावना ह क ीय िव मी अण जटली

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न इस साल का बजट पश करत ए कहा िक तीन फीसदी का ल अब िव वष 2020-21 तक हािसल िकया जाएगा अथवथा की मजबत

बिनयाद चाहन वालो क िलए यह िचता की बात ह इसस भारतीय अथवथा की िडट रिटग क ज सधरन की सभावना फीकी हो गई ह

5 रोजगार - एक अनमान क अनसार इस समय दश क रोजगार बाजार म हर साल सवा करोड़ स ादा लोग दाखल हो रह ह लिकन

एक रपोट क अनसार मौजदा िव वष म सगिठत और असगिठत दोनो ो को िमलाकर मल स 36 लाख रोजगार पदा हो रह ह इस

िलहाज स मौजदा िव वष को भी कामयाब नही माना जा सकता आरबीआई क पव गवनर रघराम राजन न िपछल ह िसगापर म एक

कायम म कहा िक भारत बरोजगारी की समा का समाधान तभी कर पाएगा जब उसकी अथवथा 10 फीसदी या उसस ादा तजी स

आग बढ़ हालािक जानकारो क अनसार ऐसा होन म अभी कम स कम चार-पाच साल तक लग सकत ह

Media की सरा और लोकत स की आजादी क िलए काम करन वाली जानी-मानी सथा Reprters without borders की वष 2017 की रपोट बताती ह िक world freedom

index म भारत तीन पायदान नीच खसककर136व थान पर आ गया ह हम अपन जझा मीिडया को दिण एिशया म सबस त मानत

ह लिकन ीडम हाउस की नजर म यह आिशक प स ही त ह बीत साल भारत म 11 पकारो की हा कर दी गई 46 पर हमल ए

और पकारो क खलाफ पिलस कारवाई क 27 मामल सामन आए इिडया ीडम रपोट क य आकड़ जमीनी र पर रपोिटग क जोखम

को उजागर करत ह

पाच िसतबर 2016 को गौरी लकश की हा न िसफ बात बनान वालो को आराम की नीद स जगा िदया दभा स कानन क रखवालो और

कानन तोड़न वालो दोनो की तरफ स ऐसी हाए आम ह उसक दो िदन बाद िबहार क अरवल िजल म दो बाइक सवार हमलावरो न एक

रा ीय दिनक अखबार क पकार पकज िमा की गोली मारकर हा कर दी पकारो की सरा क िलए काम करन वाल एक और एनजीओ-

कमटी फॉर ोटन ऑफ जनिल की 2016 की विक र िकग क अनसार भारत म दड-म र िकग (ऐसी घटनाए िजनम पकार की

हा ई और हार पकड़ स बाहर रह) म बीत एक दशक म सौ फीसदी का इजाफा आ ह अभी भारत की दड-म र िकग 13वी ह

स की आजादी को खतरा इसकी शआत स ही रहा ह 1857 की ाित क साथ ही लाड किनग ारा बनाया गया गिगग ऐ अ

म आया िजसम सरकार स लाइसस लना जरी करत ए ििटग सो और उनम छपन वाली सामी को िविनयिमत िकया गया था

इसक तहत िकसी भी छपन वाली सामी की इसक िलए जाच की जा सकती थी िक यह ििटश राज की नीितयो क खलाफ तो नही ह

ीय भाषा क अखबारो न जब 1876-77 क अकाल स िनपटन म औपिनविशक सरकार की िढलाई को लकर खबर कािशत की तो

सरकार आलोचनाओ को कचलन क िलए वनाकलर स ऐ ल आई

आज क दौर म छोट शहरो म जब-तब ऐस हमल होत रहत ह िजनम पीिड़त िकसी ीय अखबार या चनल म ीलासर क तौर पर काम

करन वाला शस होता ह िजसक िज ादातर फी का काम होता ह साल 2014 म हमलावरो न पकार तण कमार आचाय को

चाकओ स गोदकर मार डाला था जािहर तौर पर इसकी वजह ओिडशा म काज ोसिसग ाट म बाल िमको स काम कराए जान की

खबर छापना था पजाब म चनाव स पहल सरकार क खलाफ खबर िलखन क िलए पकार दिवदर पाल क घर पर पट ोल बम फ का

गया उर दश म माच 2014 म एक असाइनमट पर काम कर रही एक पकार स गगरप िकया गया

सीिमत काननी सरण क साथ स की आजादी का ादा मतलब नही रह जाता ऐसी आजादी ऑनलाइन

धमिकयो और मकदमो क सामन आसानी स कमजोर पड़ सकती ह इसक साथ ही आईपीसी की धारा 124 (ए) (रा ोह का ावधान) तो ह

ही अर राजनताओ और नामचीन हयो ारा मानहािन क ावधान का इमाल स को अपन खलाफ िटणी करन स रोकन क िलए

िकया जाता ह खासकर तिमलनाड म ऐस तरीक बत ादा अपनाए जात ह- 1991-1996 क बीच जयलिलता की सहत और रा सरकार

की कारवाइयो को लकर खबर छापन पर सरकार ारा काशनो क खलाफ मानहािन क तकरीबन 120 मकदम दज कराए गए बड़ मीिडया

हाउस तो ऐस मानहािन क मकदमो का खच उठा सकत ह लिकन छोट और मझोल काशन क िलए इसस अ का सकट खड़ा हो जाता

ह इसका नतीजा होता ह िक सपादक ादातर ऐसी ोरी छापन स परहज करत ह और सरणिवहीन पकार हतोािहत होता ह हम

आपरािधक मानहािन क ावधान को ख करन या हजान की रािश सीिमत करन क िलए कदम उठान होग तािक ीय और थानीय

अखबारो क पकार मानहािन क मकदम क भय क िबना काम कर सक

कायद स बोलन की आजादी और इसका िवार कह जान वाल स की आजादी िनबाध होनी चािहए लिकन अनद 19 की उपधारा 2 का

मौजदा सािवधािनक ावधान स पर भावी िनयण लगाता ह सरकारी गोपनीयता कानन पकारो को दश की रा स जड़ मामलो की खबर

छापन स रोकता ह- हालािक इसक दपयोग की भी परी आशका ह ससद इस मामल म कम स कम इतना जर कर सकती ह िक पकारो

को आपरािधक कारवाई स बचान क िलए एक कानन बनाए और उ रा ोह कानन क दायर स बचाए रा ीय सरा कानन म एक अाय

जोड़कर सरकारी गोपनीयता वाल ावधानो का िववरण िदया जाना चािहए

पकारो क िलए खतरा बढ़ता ह तो इसस गभीर मामलो म रपोिटग की गणवा और सा भी भािवत होगी महपण मसलो की पड़ताल

म कमी आएगी कई मामलो म परी पड़ताल नही की जाएगी मीिडया का नजरया अित-रा वादी हो जाएगा और आ-आलोचना की वि

घट जाएगी इस खद पर लगाई ससरिशप को रोकन क िलए महपण सधार की जरत होगी स काउिसल ऑफ इिडया को एडवोकटस

ऐ जसा एक अलग कानन बनाकर बार काउिसल ऑफ इिडया की तरह अिधकार सप बनाए जान की जरत ह िजसस पकारो का दजा

ऊचा होगा इसक साथ ही इसस उ अनितक और अावसाियक तौर-तरीको स सरा भी िमलगी स काउिसल का दायरा बढ़ाकर इसक

तहत इल ॉिनक ॉडका और मीिडया समत हर तरह क मीिडया को लाया जाना चािहए हम इस को ापक र पर सरण दना

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होगा अथा हम अपन लोकत क सरा उपायो को ही कमजोर कर ग हमारा लोकत सरित रह इसक िलए जरी ह िक हम अपन

पकारो की भी परी सरा कर

किष यीकरण को बढ़ावा दन क उ स किष यीकरण उपिमशन ार किष यीकरण किष क सतत िवकास क िलए महपण घटको म स एक ह जो समय पर किष काय क माम स उादन व म मदद

करता ह घाट को कम करता ह महग आदानो का बहतरबधन सिनित करन क माम स िविभ किष काय की लागत कम करन ाकित

क ससाधनो की उादकता म व और िविभ किष काय स जड़ी िदतो को कम करन म मदद करता ह

िपछल कछ वष म िश मकिनकल और िबजली ोतो क उपयोग की िदशा म रहा ह जबिक 1960-

61 म लगभग 9230 किष काय म उपयोग होन वाली श सजीव (ाणी + मानवीय) ोतो सआ रही थी 2014-

15 म सजीव श ोतो का योगदान घटकर लगभग 946 रह गया ह और यािक और िवदयत ोतो की श का योगदान 1960-

61 म जो 770 था बढ़कर 2014-15 म लगभग9054 हो गया ह

किष यीकरण का र खती यो इकाई म उपल यािक श क अनपात क प म िकया जाता ह जो भारत म िपछल 43 व

ष क दौरान बत धीमी गित अथात 1975-76 म जो 048िकलोवाट ित हयर था वष 2013-

14 म बढ़कर 184 िकलोवाट ित हयर हो गया ह हालािक 2014-15 स 2016-

17 क दौरान यह बढ़कर 202 िकलोवाट हयर हो गया ह जो मप सकिष सहकारता और िकसान काण िवभाग की िविभ योजना

ओ क माम स किष यीकरण को बढ़ावा दन क क ित यासो क कारण ह उोन बताया िक औसत जोत आकार म िनरतर सकोचन क कारण अिधक खत ितकल णी म आ जाएग िजसस किष मशीनरी की ग

त ािम को धीर-

धीर और अिधक अनौपचारक बनादगा इसिलए छोट खतो क िलए पया किष श की उपलता सिनित करना एक बड़ी चनौती होगी

किष यीकरण की अ चनौितया य ह िक कस कौशल बाधाओ को दर िकया जाएतािक आधिनक ौोिगकी को पया प स समथन

ा हो भिव म जीवा ईधन की कम उपलता और उस पर अिधक लागत क कारण ऊजा की कमी और पयावरणीय िगरावट की उप

ािकए िबना किष यीकरण का सतत िवकास सिनित करन की सभावनाओ का सपक थािपत करना आवक होगा

वष 2012-13 एव वष 2013-14 म किष यीकरण पर दो छोटी म चलाई जा रही थी िजसक िलए आबटन मशः मा पय 2410 करोड़ एव 3849 करोड़ मा था प

र किष एव िकसानकाण मालय ारा किष यीकरण क मह को ान म रखकर दश म किष यीकरण को बढ़ावा दन क उ स व

ष 2014-

15 स किष यीकरण उपिमशन ार िकया गया ह िजसका उदछोट और सीमा िकसानो तथा उन ो म जहा किष यो की उपल

ता कम ह वहा किष यीकरण को बढ़ावा दना ह I किष यीकरण उपिमशन (एस एम ए एम) क अितर एन एफ एस एमआर क िव वाई

आयल पाम िमशन बागवानी िमशन इािद ीमो म भी मशीनीकरण हत राो को सहायता दान की जाती ह I

What are there in this mission किष यीकरण उपिमशन म न कवल िशण परीण किष मशीनरी क दशन और खरीद सडी जस पारपरक घटक शािमल ह

ब इसम कम हायरग क िलए फाम मशीनरी बकोऔर उ उादक उपकरण क की थापना और छोट और सीमात िकसानो

क बीच उादकता बढ़ान और उपय खत उपकरणो का ािम का िनमाण करन क उश स चयिनत गावोम किष यीकरण को ब

ढ़ावा दना शािमल ह

रा ीय किष िवकास योजना और किष यीकरण उपिमशन क अतगत कम हायरग सवाओ क िलए फाम मशीनरी बको और हाई-

टक हब की थापना हत परयोजना लागत का 40 िवीयसहायता दी जाती ह

िवभाग क इन िविभ योजनाओ क अतगत किष यीकरण क िलए रा सरकारो को िपछल तीन वष म 3088 करोड़ पय स अिधक

की रािश आविटत की गई ह

चाल िव वष 2017-

18 क दौरान किष यीकरण उपिमशन क िलए आवटन िपछल वष की तलना म दो गना बढ़ा िदया गया ह जो 577 करोड़ पए ह आब

िटत रािश का उपयोग करक यहदखा गया ह िक म दश उड़ीसा तिमलनाड महारा िहमाचल दश छीसगढ़ आ दश तल

गाना आिद राो न किष यीकरण म अी गित हािसल की ह

पानी की िफ रा ीय हरत अिधकरण (एनजीटी) न िदी सरकार को दिण िदी म पनचित जल की आपित क िलए अलग स पाइपलाइन िबछान की

सभावना तलाशन का िनदश िदया ह यो तो यह िनदश अभी दोहरी लाइन िबछान क िलए नही ह लिकन िजस तरह स महानगरो म श

पयजल की बबादी हो रही ह वह िदन दर नही जब न कवल िदी ब दसरी जगहो पर भी इसकी जरत पड़गी

शौचालयो बागवानी और िनजी वाहनो को धोन तथा आरओ मशीनो वगरह म िजस तरह स पयजल का भारी माा म दपयोग हो रहा

ह वह सचमच िचताजनक ह

एक तरफ लाखो-करोड़ो लोग श पयजल की िकत स जझ रह ह और दिषत पानी पीकर तरह-तरह क रोगो क िशकार हो रह ह वही

दसर तरफ बड़ पमान पर पयजल का दपयोग हो रहा ह

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एक रपोट क मतािबक िदी की करीब दो करोड़ आबादी म तीस ितशत लोगो को श पानी नही िमल पाता िदी ही ो तमाम

शहरो और ामीण ो पर नजर डाल तो श पयजल भारत की बत बड़ी समा ह

महारा राजथान छीसगढ़ जस रा और बदलखड जस इलाक जो लब अरस स सख स जझ रह ह उनकी समा की िवकरालता

का अनमान सहज ही लगाया जा सकता ह िदी जस रा म जो पानी की अपनी जरत परी करन क िलए पड़ोसी राो पर िनभर

ह पानी की ऐसी बबादी आयजनक ह

ऐस व म एनजीटी न उिचत ही िदी सरकार क पयावरण सिचव स कहा िक व डीडीए िदी जल बोड और दिण िदी नगर

िनगम क अिधकारयो क साथ बठक कर दोहरी पाइप लाइन की सभावना की राह तलाश

पहली नजर म यह िहदायत थोड़ी अजीब या ादा खचली लग सकती ह लिकन कई मो म अलग-अलग कामो क िलए पानी की दोहरी

पाइपलाइन की वथा ह िदी जल बोड न कछ समय पहल ऐसी योजना बनाई भी थी लिकन उस पर अमल नही हो पाया िदी म पानी

की बबादी की बड़ी वजह ह वाहनो की सफाई अमरका जस दशो म जहा वाहनो की सा भारत स कही ादा ह सफाई म तलनाक

प स कम पानी खच होता ह मोट अनमान क मतािबक िदी म कार बस टी और दो पिहया वाहनो की धलाई म करीब पाच करोड़

लीटर पानी रोजाना खच हो जाता ह इसम स काफी पानी घरो म साई होन वाला पयजल होता ह शौचालयो म श क जरए और

बागवानी म भी पयजल का बड़ा िहा खच होता ह

दोहरी पाइपलाइन की वथा िनित प स एक थायी िवक हो सकती ह लिकन इस ाव को साकार होन म अभी काफी व लग

सकता ह वस कई ऐसी तरकीब और सावधािनया ह िजन पर लोग ान द तो काफी हद तक पानी बचाया जा सकता ह वषाजल

सचयन पानी की टिकयो म वाटर ओवरो अलाम आरओ मशीन क पानी का िकसी बतन म सचयन आिद कई तरीक हिज लोग अमल म

लाए तो कछ सकाराक बदलाव आ सकता ह कड़ा कानन भी एक राा ह लिकन सबस ादा उपयोगी ह जन-जागकता पानी की

बबादी पर समाज क िलए िचता का िवषय होनी चािहए

द ाित म िनिहत किष क सबक Loan waiver amp Agriculture हाल ही म दश क अलग-अलग राो म किष ऋण की माफी की गई इसकी कल रािश वष 2017-18 क सकल घरल उाद (जीडीपी) क

करीब 10-15 फीसदी क बराबर होगी यह बात जािहर करती ह िक हमारी किष क साथ कही न कही कछ तो गलत ह इस करण न किष

सधार क म को एक बार िफर चचा म ला िदया ह ऋण माफी को घोषणा क बाद वापस नही िलया जा सकता ह लिकन इनकी बदौलत किष

की िदशा और सधारो की गित पर अव चचा हो सकती ह इनकी मदद स ही इस थायी िवकास की राह पर लाया जा सकता ह दध स

जड़ी त ाित स जड़ तीन सबक इस सदभ म ासिगक ह

Milk production in India after 50s वष 1951-52 स 1971-72 तक दो दशक म दश म दध का उादन 17 करोड़ टन स बढ़कर महज 22 करोड़ टन तक पचा था दध सा

था लिकन सन 1960 क दशक क आखर और 1970क दशक क आरभ तक वह शहरो म सरकारी दकानो म आसानी स िमलता नही था त

ाित क आगमन क साथ ही अगल दशक म हर बार दध का उादन दोगना बढ़ा सन 1991-92 म यह 56करोड़ टन आ तो वष 2011-

12 म 128 करोड़ टन

Lesson from white revolution रा ीय डयरी िवकास बोड (एनडीडीबी) की थापना सन 1965 म की गई थी उसन यरोपीय सघ ारा िव खा कायम क तहत िदए

गए दध पाउडर और बटर ऑयल की िबी क साथ ऑपरशन ड की शआत की इस द ाित क तीन उ थ

पहला ामीण आय म सधार करना

दध उादन म थािय लाना और

ाहको तथा उादको क िलए उिचत म की वथा करना

Anand programme इस कायम क मल म आणद शली थी यानी दश क अलग-अलग िहो म सहकारी दध उादको स दध खरीदना गजरात क सहकारी दध

िवतरण सघ िलिमटड को अमल का ाड नाम िदया गया इसक पास गजरात क 35 लाख स अिधक दध उादको का ािम था यह दश

भर म जाना पहचाना नाम बन गया समय बीतता गया और सरकारी सथाओ मसलन िदी द योजना (डीएमएस) अथवा िबहार ट डयरी

कॉपरशन को एनडीडीबी क हवाल कर िदया गया

आमतौर पर किष की सफलता दध तक सीिमत रही यह भी सच ह िक दध म कछ ऐसी िविशiumlताए होती ह जो उस अ किष

उादो स अलग करती ह उदाहरण क िलए दध उादन अ किष काय क तलना म आसान ह

उसकी खरीद परवहन और भडारण आसान ह चावल की बात कर तो वह बासमती गोिवदभोग और सोना मसरी जसी कई िको म

आता ह दध क साथ ऐसा नही ह

दध हर मौसम म हर रोज खरीदा जाता ह जबिक आम जसी मौसमी िजसो क साथ ऐसा नही ह इन तमाम िवशषताओ क बावजद दध स

तीन अहम सबक सीख जा सकत ह इनम सबस अहम ह सरकारी हप की एकदम सहज कित

Role of cooperatives पहली बात तो यह ह िक दध उादन-खरीद की िया म सरकारी कपिनया नही ब सहकारी सिमितया शािमल होती ह यह तरीका

जीलड नीदरलड और डनमाक म 19वी सदी स ही आजमाया जा रहा ह

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दध म वश बाधाए बत कम ह ोिक कोई बड़ा सरकारी ितान इसस नही जड़ा आ ह इसक चलत खरीद परवहन भडारण

और िवतरण क काम म बहतरीन ितधा उ ई

सन 1991 म दध को लाइसस वथा स बाहर कर उस िम ऐड िम ोड ऑडर (एमएमपीओ) 1992 क अधीन कर िदया गया

यह वथा अिनवाय िजस अिधिनयम 1955 क तहत की गई वष 2011 म समापन स पहल एमएमपीओ बड़ी डयरयो स दध की आपित

सिनित करन का काम करता रहा

Intervention in cereals ग और चावल जसी फसलो म सरकारी हप अलग िक का रहा भारतीय खा िनगम (एफसीआई) की थापना एनडीडीबी स एक

साल पहल सन 1964 म की गई थी एफसीआई का काम था िकसानो क िहतो की रा क िलए म समथन नीितयो का इमाल दश भर म

सावजिनक िवतरण णाली क जरय खाा िवतरण और रा ीय खा सरा क िलए अनाज का भडारण अल1973 म तो इिदरा गाधी क

शासनकाल म ग क थोक कारोबार का रा ीयकरण करन का यास भी िकया गया अनाज की खरीद िबी-नतम समथन

म एफसीआई का िबल बोझ एक बड़ पीएसय पर पड़ा िजसन इस राजनीितक दबाव की िiuml स सवदनशील बना िदया फरवरी 2014 म

पजाब चनाव स पहल धानमी मोदी न कहा था िक एफसीआई को तीन िहो म बाट दना चािहए जो मश खरीद भडारण और िवतरण

का काम कर

Recommendation of shanta Kumar committee for reform in FCI जनवरी 2015 म शाता कमार की अता वाली एक उ रीय सिमित न एफसीआई क पनगठन सबधी रपोट पश की

रपोट म अनशसा की गई िक आ दश छीसगढ़ हरयाणा म दश ओिडशा और पजाब म ग खरीद का काम रा सरकार

कर

कहा गया िक पव उर दश िबहार पिम बगाल और असम म एफसीआई को इस काम म मदद दी जाए यह वह इलाका ह जहा

छोटी जोत क िकसान ादा ह और फसल एमएसपी स कम दाम पर िबकती ह अब व आ गया ह िक या तो धानमी क सझाव या

शाता कमार सिमित की िसफारश पर काम िकया जाए

NO MSP for Milk दध क िलए कभी कोई एमएसपी नही रहा उसकी वजह स कम स कम 23 फसलो क दाम म िवसगित आती ह यह बात खद सिमित न

मानी इसक अलावा एफसीआई की खरीद ग और चावल की एमएसपी खरीद पर िनभर ह सरकार को एमएसपी नीित पर पनिवचार

करना चािहए ती

बागवानी म दश न काफी गित की ह 269 करोड़ टन क उादन क साथ वष 2012-13 म यह खाा स ऊपर िनकल गई लिकन

इस म अभी काफी कछ िकया जा सकता ह इसकी माग तजी स बढ़ रही ह फलो और सयो क म म को ोाहन रहता ह

और म भी अा िमलता ह इनका उादन छोट िकसानो को भी समदघ बना सकता ह इसक िलए शीत गहो की जरत होगी और

ढलाई की समिचत वथा की भी दश म कयर ब वथा की काफी कमी ह िजसका असर उादो को धोन सखान छाटन पक

करन आिद म होता ह इसक अलावा सामी को अी थित म रखन क िलए रिजरशन वाहनो की आवकता भी ह

त ाित म दध सरण और िवतरण क बिनयादी ढाच क िवकास की अहम भिमका रही ह इसक तहत चािलत द सहण क

थािपत िकए गए ामीण र पर ठडा करन क सयसरण और पकिजग की थापना की गई दध को 4 िडी सयस तापमान पर

ढोन क िलए टकर तयार िकए गए दध स बागवानी को यह सबक िमलता ह िक िनजी की पहल क जरय समिचत बिनयादी ढाचा

िवकिसत िकया जाए

ई-नाम सधार Business_Standard In news

धानमी न इस साह क आरभ म एक सलन म राो क म सिचवो को सलाह दी िक व इल ॉिनक नशनल एीकचर बाजार (ई-

नाम) पर ान क ित कर यह सझाव सही समय पर आया ह ोिक िकसानो को फसल का सही म सिनित करन म िवपणन की अहम

भिमका ह Objective of E-NAM

ई-नाम का उ ह किष उपज क िलए दशापी र पर अबाध और पारदश बाजार तयार करना परत जोरशोर स की गई शआत क

एक साल बाद भी यह अपन उ ा करन म परी तरह नाकाम रहा

हालािक दश की 585 मख मिडयो म स 400 स अिधक म ई-कारोबार की सिवधा ह लिकन िपछल साल बमल चार फीसदी थोक

किष कारोबार ही इस माम स आ

इस ई-कारोबार म स भी ादातर या तो एक ही मडी या िफर एक ही रा म आ

ऐस म दखा जाए तो िकसानो को िबी की खाितर दशापी र पर ापक खरीदार आधार महया करान का ल हािसल नही हो सका Need for ground work

नई िवपणन वथा को सचा बनान क िलए काफी जमीनी काम करना बाकी ह यह काम न तो इसकी लॉग क पहल िकया गया न

ही अब िकया जा रहा ह

ई-नाम को कोई समातर िवपणन त नही होना था ब इस तो मौजदा मिडयो की अधोसरचना का ही लाभ उठाना था तािक खरीदारो

और िवताओ को दशापी कारोबार क िलए ई-टफाम भर महया करा िदया जाए

इसक कारोबारयो को एकल लाइसस की आवकता होती ह बाजार श भी एकबारगी और कारोबार की गई वओ का दश भर म

अबाध सचार अब तक इनम स कोई शत परी नही हो सकी ह

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कछ ही रा ऐस ह िजोन कारोबारी लाइसस जारी िकए ह व भी रा क बाहर वध नही ह

रा की सभी मिडयो क श को ससगत बनान की िया श क एकल सहण की सिवधा की ओर पहला कदम ह यह भी अभी

होना ह वओ की गणवा क आकलन की वथा और उनका समयबदघ परवहन तय करना भी अभी बाकी ह

अिधक आधारभत र पर दख तो राो क किष उपज िवपणन सिमित (एपीएमसी) अिधिनयमो म भी समिचत सशोधन नही िकए गए

ऐस म किष िजसो क अतरराीय लनदन म समा आएगी िजन काननो म सशोधन िकया भी गया ह व िनजी बाजारो को इजाजत िदला

पान म नाकाम रह ह इसक अलावा उनकी बदौलत थोक खरीदारो या अितम उपभोा तक पच भी सिनित नही हो पा रही बाजार

श और िबचौिलयो क कमीशन पर भी इसस जरी रोक नही लग पा रही

Reform Required राो न पहल ही मडी र का बिनयादी ढाचा तयार कर िदया ह ऐस म ई-कारोबार क िलए सभी राो क बाजारो को आपस म जोडऩ

क मामल म कोई समय नही गवाया जाना चािहए

बाद म इनको अ राो की म मिडयो स जोड़ा जाना चािहए

एक सा किष बाजार तभी आकार लगा जब दश भर क मख उादन और खपत क ो की मिडया एक इल ॉिनक टफॉम स जोड़

दी जाएगी और उनम किष िजसो का कारोबार श होगा

यह दखत ए िक छोट िकसानो की छोटी-छोटी माा वाली उपज को लकर बड़ खरीदार िच नही िदखाएग एकीकत कारोबार की

आवकता होगी तािक उादको की पसल को इकiuml कर इनको ई-नाम मच क जरय बचा जाए

इतना ही नही चिक इल ॉिनक कारोबार की वथा म भी ॉट ट िडग की िनगरानी की कोई वथा नही ह इसिलए सटोरयो को

लकर अितशय समझदारी बरतनी होगी जब तक इन मो स सही ढग स नही िनपटा जाता ह तब तक ई-नाम िकसानो को उनकी फसल

का उिचत म िदलान म कामयाब नही हो सकगी

न ड न की चनौती स जझ रह भारत की िचता

ितभा पलायन (न ड न) की चनौती स जझ रह भारत क िलए आन वाल िदनो म मल और बढ़ सकती ह दश क 48 लाख वय

दसर दशो म बसन की योजना बना रह ह या इसकी तयारी कर चक ह इस िलहाज स भारत परी दिनया म दसर पायदान पर ह

य बात सय रा (यएन) की lsquoद इटरनशल ऑगनाइजशन फॉर माइशनrsquo (आईओएम) की एक रपोट म सामन आई ह इसक

मतािबक भारतीयो क िलए पसदीदा दशो की सची म अमरका और िटन सबस ऊपर ह

इस रपोट क मतािबक दसर दशो म वास की योजना बना रह 50 फीसदी लोग कवल 20 दशो स आत ह ऐस दशो म नाइजीरया

(51 लाख) भारत कागो (41 लाख) बाादश और चीन (27-27 लाख) सबस ऊपर ह

आईओएम की रपोट यह भी बताती ह िक परी दिनया म 66 करोड़ लोग एक साल क भीतर ही वास करन की तयारी म ह यह सा

िव की कल वय आबादी का 13 फीसदी ह भारतीयो की तरह ही इन लोगो क िलए भी अमरका क बाद िटन सऊदी

अरब ास कनाडा जमनी और दिण अीका सबस पसदीदा दशो म शािमल ह

आईओएम क महािनदशक जनरल िविलयम लसी ग न रपोट जारी करन क मौक पर कहा lsquoयह विक सव वास को लकर लोगो की

मशा सामन लाता ह और साथ ही इन सभी दशो को इस वि को समझकर इसक िहसाब स नीितया तयार करन म मदद कर सकता हrsquo

रपोट क मतािबक इन लोगो म अिधकतर अिववािहत यवा पष ह और इोन कम स कम मािमक र तक िशा हािसल की ह

घरल कामगारो क िलए कानन Recent context

िपछल ह नोएडा म उ-

म वग की बसाहट वाली महागन सोसायटी क लोगो और यहा घरल सहायको क तौर पर काम करन वाल तकरीबन 100 कामगारो क बीच

आ टकराव रा ीय र परसखयो म रहा ह यह घटना एक बार िफर इन कामगारो क िलए उस कानन की जरत याद िदलाती ह जो इनक

िलए कछ बिनयादी अिधकार सिनित कर सक

यह टकराव तब श आ जब यहा एक अपाटमट म घरल काम करन वाली जोहरा बीबी न आरोप लगाया िक उनक मािलको न उन पर

चोरी का इाम लगाकर मारपीट की और िफर उ एककमर म बद कर िदया

इसक बाद पड़ोस की झी जहा पर जोहरा की तरह और भी घरल कामगार रहत ह क लोग उ ढढ़न सोसायटी म आए और यहा तना

त गाडस स उनकी झड़प ई

आखरकार यहा पिलस पच गई िजसन जोहरा को सोसायटी क बसमट स ढढ़कर िनकाला इस मामल म दोनो पो न पिलस म िशकाय

त दज करवाई ह सोसायटी न सभी कामगारो क वहा वशपर पाबदी लगा दी ह Question that arises

कानन और सामािजक ाय का सबध दो तरह स थािपत होता ह जब हािशए पर पड़ा तबका बराबरी की माग करता ह और इसक चलत को

ई सामािजक-राजनीितक आदोलन खड़ा होता ह तो इसकिलए कानन बनत ह लिकन कभी-

कभी समाज क ापक िहत को ान म रखत ए पहल कानन बनाए जात ह और िफर य गितशील सामािजक बदलाव की बिनयाद बनत ह

य घरल कामगार दश क दर-दराज क िहो स आकर यहा रह रह ह इसम कोई दोराय नही ह िक य सामािजक-

आिथक प स सबस िनचल तबक स आत ह इन लोगो क िलए समाज म तरह-

तरह क दराह होत ह और इस घटना क बाद इसकी झलक सोशल मीिडया पर भी िदखी आम लोगो क साथ-

साथ सोसायटी क लोगो न भी lsquoमाा-इन-नोएडाrsquo हशटग क साथ दावा िकया िक यकामगार अवध बाादशी ह

इन कामगारो क शोषण की सभावना ादा होती ह ोिक य जहा काम करत ह वह कोई फरी नही ब एक घर होता ह और इस

िनजी स म उनक मािलक की मज ही सबकछ होती हयहा कामगार और िनयोा क बीच सबधो को तय करन वाली कोई रखा नही

होती यहा ादातर सबध पशवर होन क बजाय सामती प स नौकर और मािलक वाल ही होत ह

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Need for a law

िफलहाल रा ीय र पर ऐसा कोई कानन नही ह जो घरल कामगारो क िलए िनयम-

कायद तय करता हो हालािक महारा और करल म घरल कामगार काण बोड जर ह और इसक साथ हीतिमलनाड और कनाटक

म सभी आम िमको क िलए जो कानन ह उसक तहत घरल कामगार भी शािमल होत ह वस क क पास घरल कामगार काण िबल (

2016) का मसौदा तयार ह इसमनतम मजदरी काम करन क घट और नौकरी स िनकालन स सबिधत ावधान शािमल ह साथ ही ज

सा महागन सोसायटी म आ वस अपराध या िववाद स जड़ी थितयो स िनपटन क िलए भीावधान ह

एक अनमान क मतािबक दश म घरल कामगारो की सा तकरीबन 40 लाख स एक करोड़ क बीच ह और िकसी भी स समाज और आध

िनक अथवथा म इतनी बड़ी आबादी को काननी सरास बाहर नही रखा जा सकता

आसमान स बरसता मौत का कहर Urgency of situation and recent context

आकाशीय िबजली िगरन की खबर पर कम ही ान जाता ह पर जब यह पता चल िक हाल म िबहार म एक ही िदन म आकाशीय िबजली की

चपट म आकर दो दजन स ादा मौत हो गई तो इस समा पर िवचार करना जरी लगता ह उराखड और यपी म भी कछ मौतो की

खबर ह िपछल साल तो िबहार यपी झारखड और म दश म मानसन क दौरान दो िदनो क भीतर 117 जान आसमानी िबजली क कारण

चली गई थी

इसस लग रहा ह िक हम इस ाकितक आपदा क आग िबल असहाय ह

जबिक पिमी दशो म तो आसमानी िबजली की चपट म आकर इतनी मौत नही

एक ाकितक आपदा क तौर पर आकाश स िगरती िबजली क आग इनसान आज भी बबस ह तो साइस की तरी पर हरानी होती ह

और उन इतजामो को लकर भी जो आकाशीय िबजली क कोप को कम नही कर पात ह

हालािक मौसम िवभाग की ओर स रिडयो-टीवी पर मौसम क पवानमानो म आकाशीय तिड़त की जानकारी दी जाती ह पर वह इतनी

पा ढग स नही बताई जाती यह आपदा इनसानो क साथ-साथ जानवरो को भी अपनी चपट म ल लती ह िजसक कारण बम

पशधन न हो जाता ह Human loss

वस तो भवनो क िनमाण क व तिडत अवशोषी इतजाम करन की सलाह दी जाती ह पर सवाल यह ह िक बस ड झोपिड़यो म खतो म

काम करत व या िफर िकसी पड़ क नीच खड़ होन पर ा कोई इतजाम हम आसमान स लपकती मौत स बचा सकता ह दिनया म

तकरीबन हर रोज जो हजारो तफानी बारश होती ह और उनस करीब सौ िबजिलया हर सकड धरती पर िगरती ह पर िवकिसत दशो म उनस

कभी-कभार ही मौत होती ह पर भारत जस म म िगरती िबजिलया अकसर बरी खबर बन जाती ह What data says

आकड़ो क मतािबक बीत एक दशक म हमार दश म आकाशीय िबजली की चपट म आन स हजारो स ादा लोगो की जान जा चकी ह

इनम म दश म सबस ादा (3801) मौत ई ह यह शोध भी सामन आया आ चका ह िक िबजली िगरन क दौरान मोबाइल फोन का

योग जानलवा सािबत हो सकता ह What are the reasons

आकाशीय िबजली स मौतो की सा म बढ़ोतरी का एक कारण यह बताया जा रहा ह िक जगलो और गाव-को व शहरो म िवकास

काय क चलत पड़ो की बड़ी सा म कटाई हो रही हिजसस उसका कोप बढ़ गया ह

कानपर थत सीएसए यिनविसटी क मौसम िवानी अिन दब का इस बार म मत ह िक जब पड़ो की सा अिधक थी तो आकाशीय

िबजली ादातर पोली जमीन और पड़ो पर िगरती थी लिकन अब ऐसी जमीन कम हो गई ह और पड़ भी नही बच ह इसिलए कित क

इस कोड़ स होन वाला सहार बढ़ गया ह Science behind this

साइस की नजर स दख तो पता चलता ह िक आकाशीय िबजली की घटना बादलो म होन वाल इलकिट क चाज का परणाम ह और यह

तब होती ह जब पानी स भर िकसी बादल की िनचली सतह म भारी माा म ऋणाक आवश जमा हो पर उसकी ऊपरी परत म

धनाक आवश होता ह

जब धरती की सतह क नजदीक गम और नम हवा तजी स ऊपर की ओर उठती ह और इस िया म ठडी होती ह तो पानी स भर

तफानी बादलो का ज होता ह िवान की भाषा म मलोिनबस कहलान वाल 44 हजार ऐस तफानी बादल कही न कही बनत रहत ह

और उनस ही आकाशीय िबजली की लपक धरती की ओर झपटती ह

आकाशीय िबजली या तिडत का यह रह तो ढाई सौ साल पहल 1746 म बजिमन किलन क समय म ही जान िलया गया था

गौर करन वाली बात ह िक दो वओ की रगड़ स या तारो की आपसी घषण स जो ाक पदा होता ह अकसर उसकी लबाई एक

सटीमीटर या उसस कम होती ह जबिक आकाशीय तिडत की लबाई पाच िकलोमीटर या उसस भी ादा हो सकती ह

इसक अलावा आकाशीय िबजली म दिसयो हजार गना एीयर का करट होता ह जबिक आमतौर पर घरो म दी जान वाली िबजली

म 20 एीयर का करट होता ह चिक आकाशीय िबजली एक बड़ी परघटना ह इसिलए भौितकी म इस लकर अनक अनसधान होत रह

यह भी ान म रखन वाली बात ह िक कार-बसो म बठ लोगो स ादा आकाशीय िबजली की मार उन पर पड़ती ह जो खल थानो म होत ह

कार आिद की धात की छत और वाहन का ढाचा तिडत क आवश को िछतरा दता ह और वह िबजली धरती म समा जाती ह पर खल थानो म

िबजली सीध मनो या जानवरो पर िगरती ह इन हादसो की सा को दखत ए बड़ी जरत इसकी ह िक आकाशीय िबजली क हार स

गरीबो को

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ो िदी म मिहलाओ क िलए पिलस क बीच भी खद को असरित महससकरन की वजह

मौजद ह बीत पखवाड़ नई िदी क अितसरित कनॉट स थाना क दायर म एक आठ साल की बी को अगवा कर उसक साथ दम िकया

गया पीिड़ता बी को उस व अगवा िकया गया जब वह अपन मा-बाप क साथ बगला सािहब गारा क पास फटपाथ पर सो रही थी

इसक कछ िदन बाद िदी क ही कमला माक ट इलाक म एक मिहला को घर म बधक बनाकर उसकी 16 साल की बटी क साथ सामिहक

दम िकया गया दिनयाभर म lsquoरप किपटलrsquo क प म कात हो चकी िदी म शायद ही ऐसा कोई िदन बीतता ह जब मिहलाओ क साथ

दम क मामल सामन न आत हो

िदसबर 2012 म िनभया काड क बाद िदी सिहत दशभर म लोगो न िजस तरह मिहला सरा को लकर आवाज बलद की और सरकार

हरकत म आई उसक बाद लगा था हालात तजी स सधर ग लिकन िदी पिलस क साथ रा ीय ाइम रकॉड रो (एनसीआरबी) क हािलया

आकड़ बतात ह िक थित म सधार होन की जगह यह और बदतर ही ई ह

पर दश म मिहलाओ क िलए सबस असरित रा

एनसीआरबी क आकड़ो क मतािबक 2015 क दौरान ित लाख आबादी पर िदी म मिहलाओ क खलाफ अपराध क 1843 मामल दज

िकए गए थ यह आकड़ा 2014 की तलना म 152 ादा ह इसक अलावा 2014 और 2015 क बीच मिहलाओ क खलाफ अपराध दर म

बढ़ोतरी क मामल म असम क बाद िदी दसर पायदान पर रहा ह असम म ऐस अपराधो म इस दौरान जहा 248फीसदी बढ़ोतरी दज की

गई वही िदी म यह आकड़ा 152 फीसदी रहा

पाच साल क दौरान दम क मामलो म 277 फीसदी की बढ़ोतरी इस बीच इिडया ड न िदी पिलस क ारा जारी आकड़ो क हवाल स एक रपोट कािशत की ह इसक मतािबक 2011 स 2016 क बीच

िदी म मिहलाओ क साथ दम क मामलो म 277फीसदी बढ़ोतरी दज की गई ह 2011 म जहा इस तरह क कल 572 मामल सामन आए

थ वही 2016 म यह आकड़ा 2155 रहा इनम स 291 मामलो का अल 2017 तक समाधान नही हो पाया था इसक अलावा चिचत िनभया

काड क बाद दम क दज मामलो म 132 फीसदी की बढ़ोतरी ई इस साल अकल जनवरी म दम क 140 मामल दज िकए गए थ इसक

अलावा मई 2017 तक रा म दम क कल 836 मामल सामन आ चक ह

यौन उीड़न क मामलो म करीब पाच गना बढ़ोतरी दश की राजधानी म मिहला यौन उीड़न क मामलो म भी अािशत बढ़ोतरी दखी गई ह 2012 म जहा इस तरह क कल 727 मामल दज

िकए वही 2016 म यह आकड़ा बढ़कर 4165 हो गया यानी इस अविध क दौरान इनम 473 फीसदी की बढ़ोतरी दखन को िमली ह िदी

पिलस क मतािबक इस साल अकल जनवरी म इस तरह क कल 238 मामल सामन आए ह

दम क मामलो म खद िदी पिलसकम आरोिपत साल 2014 स 2016 क बीच िदी पिलसकिमयो क खलाफ दम क 36 मामल दजिकए इनम स आठ मामल दसर राो म दज िकए गए

ह यह जानकारी गह मालय न रासभा म दी थी इसक मतािबक इन तीन वष म पिलसकिमयो क खलाफ यौन उीड़न क कल 90 मामल

दज िकए गए इसक अलावा इनक खलाफ मिहलाओ क साथ छड़छाड़ क भी नौ मामल सामन आए ह

2015 म कॉमनराइटस हयमन इनीिशएिटस (सीएचआईआर) नामक एक सगठन न िदी और मबई म एक सव कराया था इसम पता चला

िक कल आपरािधक घटनाओ म स कवल 25 फीसदी मामलो म ही एफआईआर (ाथिमकी) दज की जाती ह सथा की रपोट म यह बात भी

सामन आई िक िदी म दम क 13 मामलो म कवल एक की ही रपोट की जाती ह

मिहला सरा क िलए िकए जा रह उपाय िवफल एनसीआरबी और िदी पिलस क आकड़ो क साथ क सरकार ारा ससद म दी गई जानकारी भी बताती ह िक िनभया काड क बाद मिहला

सरा क िलए लाए गए स कानन क साथ अ उपाय भी मिहला सरा को पा करन म िवफल रह ह इनम मिहला हलाइन ट िकग

िसम जसी कवायद शािमल ह इसक अलावा इस मामल म सरकार की भी लापरवाही सामन आई ह क सरकार ारा लोकसभा म एक

सवाल क जवाब म बताया गया िक पक ट ासपोट म मिहलाओ की सरा क िलए जारी िकए फड का इमाल ही नही िकया गया इसक

अलावा मिहला सरा क िलए बनाए गए िनभया फड म आविटत करीब 3000 करोड़ पए का एक बड़ा िहा अभी तक य ही बकार पड़ा ह

िवलय और ऊजा सरा

Merger of oil companies तल-गस म भारीभरकम सरकारी उपम (पीएसय) बनान का क ीय मिमडल का िनणय बशक कछ दर स आया लिकन म

अमता कम करन म और ससाधनो क िलए दिनया भर म बहतर तरीक स ितघा करन वाली सथा बनान की िiuml स यह बत कारगर

सािबत होगा What was the need

यह आवक था ोिक अिधकतर एिशयाई दशो म एक ही तल कपनी होती ह िजसम म खला क सभी घटक शािमल होत ह लिकन

भारत म सावजिनक की 18 तल कपिनया ह

दश की दसरी सबस बड़ी कपनी खदरा तल िवता िहदान पट ोिलयम कॉपरशन (एचपीसीएल) म सरकार की 51 ितशत िहदारी

दश की सबस बड़ी तल उादक कपनी तल एव ाकितक गस िनगम (ओएनजीसी) को बची जा रही ह जो फरवरी म बजट म ई

घोषणा क अनप ह

बजट म एकीकरण िवलय एव अिधहण ारा क ीय सावजिनक उपमो को मजबत करन की सरकार की योजना का खाका िदखाया

गया था Benefit

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इस िनणय क बाद रफाइिनग कपिनयो इिडयन ऑयल कॉपरशन (आईओसी) और उनन की पीएसय ऑयल इिडया का िवलय

हो सकता ह अथवा तल िवपणन कपनी भारत पट ोिलयम कॉपरशन िलिमटड (बीपीसीएल) और गस की कपनी गल का िवलय हो

सकता ह

इसस दश की ऊजा सरा बहतर होगी हालािक भारत दिनया म सबस तज िवकास करन वाली अथवथा ह लिकन उस जमात म

सबस कमजोर दश भी यही ह अपन नागरको क िलए आिथक वदिघ तथा काण सिनित करन क मामल म इस बत लबा राा तय

करना ह इस वदिघ क िलए ऊजा ससाधनो की लगातार आपित आवक होगी

िफलहाल भारत क तल की अपनी 80 ितशत माग तरल पट ोिलयम गस (एलपीजी) की 50 ितशत माग और ाकितक गस

की 35 ितशत जरत आयात स ही परी करता ह भारत विक महाश बनन की उीद कर रहा ह लिकन अतरराiumlरीय ऊजा

एजसी का अनमान ह िक दो दशको म आयात पर यह िनभरता बढ़कर 90 ितशत तक पच जाएगी उस समय सा म कमलिकन

आकार म बड़ी तल कपिनया होन का और उ िवीय ससाधन तथा तकनीकी िवशषता उपल करान का जबरद फायदा िमलगा

इसस अतरराiumlरीय र पर ईधन म म अिनितता स िनपटन और दिनया भर म रणनीितक सौद करन म ही नही ब दसी तल

की परी मता तलाशन की मता तयार करन म भी मदद िमलगी

Challenges िचता बबई ॉक एचज पर िदख भी गई जहा एचपीसीएल का शयर 4 ितशत स भी ादा लढ़क गया एचपीसीएल क शयरधारक

िनराश थ ोिक इस अिधहण क बाद खली पशकश आन की सभावना बत कम ह इस उनक साथ अाय कहा जा सकता ह ोिक

उ भी उसी कीमत पर कपनी स बाहर िनकलन का मौका िमलना चािहए िजस कीमत पर सरकार िहदारी बच रही ह

यह िचता भी जताई जा रही ह िक एकदम अलग िक की काय सित स आए कमचारयो को एक साथ लाना िकतना मल भरा हो

सकता ह ोिक इस मामल म उादन करन वाली और िवपणन करन वाली कपिनयो का िवलय होना ह

कछ लोगो न यह दावा भी िकया ह िक कपिनयो क बड़ आकार क कारण होन वाल सभािवत फायद बढ़ा-चढ़ाकर बताए गए ह उोन

चतावनी भी दी ह िक घा कम होन का नकसान उपभोाओ को ही उठाना पड़गा कदम आग बढ़ात समय सरकार को इन बातो की

िचता करनी चािहए यह तक काफी नही होगा िक इस सौद स सरकार क वािषक िविनवश ल का बड़ा िहा परा हो जाएगा

बचाए बद-बद पानी Recent News फतहाबाद म जन-ा िवभाग क एक छोट कदम न दसरो को भी नई राह िदखाई ह जना िवभाग न पयजल क सकट स िनपटन क

िलए पानी बचान की मिहम चलाई

इसक िलए खल नलो स थ बह रह पानी को बचान क िलए गावो म टिटया लगानी श कर दी

इसक अलावा बो क माम स गावो म पानी बचान क ित जागकता अिभयान चलाया गया

सिवस शन पर पयजल का इमाल करन वालो क कनन काट िदए गए Resulting effect

इसका नतीजा यह आ िक लोगो म जागकता बढ़ी अब ितिदन 90 लाख लीटर पानी बचाया जा रहा ह एक ओर पानी क िलए म

ािहमाम मचा था अितर पयजल आपित क िलए भजल का दोहन भी िकया जाता ह लिकन फतहाबाद का यह योग नई राह खोल गया

Declining Underground दश म भजल र तजी स घट रहा ह ऐस म िपछल तीस सालो म तजी स जलर नीच चला गया और कई ो म तो 10 स 15 तक

िगरावट दज ई ह

दिणी व पिमी हरयाणा म खासतौर पर थित बत भीषण ह किष काय क िलए तजी स छह लाख नलकप भजल का दोहन करन म

जट ह

जहा पानी थोड़ा बचा भी ह तो इमाल क लायक नही ह जल ससाधन सीिमत ह और ऐस म जल बचान क अलावा कोई िवक नही

ऐस म रवाड़ी महगढ़ क अलावा िभवानी रोहतक क साथ-साथ िसरसा व फतहाबाद समत 13 िजलो म थित काफी िवकट ह Need for Water Campaign

पानी बचान क िलए ापक मिहम तरत चलाए जान की आवकता ह लिकन न जन सगठन सिय ह और न आमजन इसक ित

जागक ह यही वजह ह पानी बचान क िलए कोई तयारी कही नही हो पा रही ऐस समय म फतहाबाद म उठाया गया यह छोटा कदम

हम सचत कर रहा ह ऐस ही यास अ िजलो म भी होन चािहए इसक अलावा जल सरण क िलए वाटर हावग व सीवज को साफ

कर गर पयजल काय म इमाल कर सकत ह एक साथ कदम बढ़ाकर हम थित म बड़ा बदलाव ला सकत ह

परवहन की जीवन रखा बन जलमाग Amar_Ujala Some Facts इस समय कल घरल माल ढलाई म तटीय नौवहन और जलमाग का िहा छह फीसदी मा ह जबिक करीब 54 फीसदी ढलाई सड़क

माग स 33 फीसदी ढलाई रल स और सात फीसदी ढलाई पाइपलाइन स होती ह

जलमाग कभी भारतीय परवहन की जीवन रखा आ करत थ पर बीती एक शताी म भारत म जल परवहन बहद उपित होता

चला गया

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Recent Context

हाल ही म जहाजरानी मालय न सागरमाला परयोजना क तहत तटीय नौवहन एव जलमाग स ढलाई 2025 तक बढ़ाकर दोगना करन का

ल पश िकया ह

Challenges ahead मगर कल घरल माल ढलाई म जल परवहन क मौजदा छह फीसदी िह को 2025 तक बढ़ाकर 12 फीसदी करन का ल आसान नही ह

यह ल हािसल करन क िलए रा ीय जलमाग कानन क तहत 111 नए नदी माग को रा ीय जलमाग क प म िवकिसत िकए जान की

योजना बनाई गई ह

Natural advantages but still lacking भारत क पास 7500 िकलोमीटर तटीय ह जबिक 14500 िकलोमीटर नदी माग ह इस िवशाल नदी माग पर हमशा बहती रहन वाली

निदयो झीलो और बकवाटस का उपहार भी िमला आ ह लिकन हम इसका उपयोग नही कर सक और समय क साथ इनकी मता बरी

तरह भािवत ई

Advantage of water Transport एक हॉस पावर श की ऊजा स पानी म चार टन माल ढोया जा सकता ह जबिक इसस सड़क माग पर 150 िकलो और रल माग

स 500 िकलो माल ही ढोया जा सकता ह

जल माग स माल ढलाई स परवहन लागत भी घटती ह यही कारण ह िक यरोप अमरका चीन तथा बाादश म काफी माा म माल

की ढलाई अतदशीय जल परवहन त स हो रही ह यरोप क कई दश आपस म इसी साधन स बत मजबती स जड़ ह

हमार दश क अिधकाश िबजलीघर कोयल की कमी स परशान रहत ह सड़क और रल परवहन स समय पर कोयला िबजलीघरो तक

नही पच पाता ऐस म अतदशीय जलमाग ारा कोयला ढलाई की िनयिमत व िकफायती सभावनाए ह

What needs to be done अब दश म निदयो की कित और उनक गहर उथल पानी गाद को िनरतर बहाव क अलावा जगह-जगह बन पीपा पल तथा अ

समाओ पर भी ान दना होगा साथ ही वािणक जल परवहन का बिनयादी ढाचा तयार करन म भारी-भरकम िनवश क बध पर

ान दना होगा

इस म सवाओ की दता और गणवा म सधार करन क िलए भी काफी ससाधन जरी ह

सरकार न अगल पाच वष म जलमाग क िवकास क िलए 50 हजार करोड़ पय खच करन क सकत िदए ह लिकन िनजी स अगल

पाच वष म जल परवहन क िलए इसस पाच गना िनवश की उीद की गई ह इसकी भी वधािनक वथा सिनित करनी होगी िक

िविभ नदी तटीय इलाको क कारखान तथा अ उपम अपनी माल ढलाई म एक खास िहा जलमाग को द

माल ढलाई क िलए जलमाग उपयोग करन वालो को कछ सडी भी दी जानी चािहए इसस अतदशीय जल परवहन और तटीय

जहाजरानी दोनो को बढ़ावा िमलगा स म परवहन होगा और इन सगठनो का आधार मजबत होगा

िव वष म बदलाव(asked in interview and mains) Recent news िव मी अण जटली लोकसभा को सिचत िकया िक सरकार िव वष को जनवरी स िदसबर म तील करन पर िवचार कर रही ह इस

सबध म सरकार की सबस मख दलील यह ह िक वह क ीय बजट और दिण पिम मॉनसन को जोडऩा चाहती ह

एक तक यह भी ह िक बजट को किष आय हािसल होन क ताल बाद तयार िकया जाना चािहए ोिक यह आय भारत जस दश म एक

बड़ी आबादी क िलए बत मायन रखती ह बजट को फरवरी म पश करन पर भी मॉनसन क बार म सही अनमान नही लगाया जा सका

और इसिलए ससाधनो क आवटन का औिच भी सािबत नही आ

दसरी दलील का सबध काम क मौसम और धन क इमाल स ह चिक िविनमाण का अिधकाश काम मॉनसन की अविध क बाद होता ह

इसिलए इस सबध म आविटत धनरािश का कोई इमाल नही हो पाता ह

लोलआब यह िक बजट त करन का व कछ ऐसा ह िक ससाधनो क आवटन और उनक इमाल म तारत नही बन पा रहा

य दलील सन 1970 और 1980 क दशक की परानी दलील ह लिकन दश की अथवथा क बदलत ढाच की बदौलत समय बीतन क

साथ उनका औिच भी खो चका ह

Point In opposition उदाहरण क िलए जहा तक किष पर मॉनसन क असर की बात ह तो यह बात ान रखन लायक ह िक मॉनसन स सीध भािवत होन

वाली फसलो की दश क सकल घरल उाद म बमल 11फीसदी की िहदारी ह

इतना ही नही थानीय परथितयो क मतािबक फड क इमाल म मालयीन र पर आसानी स तीली लाई जा सकती ह और इसक

िलए िव वष म कोई बदलाव लान की जरत नही

वही दसरा पहल यह ह िक िव वष म बदलाव लान स दश की अथवथा म लनदन की लागत बढ़ जाएगी इतना ही नही दश की लगभग

तमाम अहम आिथक सथाओ को अपनी लखा वथा म बदलाव करना होगा इसस न कवल अनपालन की लागत म बढ़ोतरी होगी ब

इसक चलत एक और िवसगित पदा होगी जबिक उसस बचा जा सकता था दश न हाल ही म इड-एस नामक एक नया लखा मानक अपनाया

ह इस बीच व एव सवा कर वथा क लाग होन स भी महपण उथलपथल मची ह आखरी बात यह िक एक नई िव वष वथा लाग

करन स मौजदा वहद आिथक आकड़ो की समझ और अिधक उलझाऊ होती जाएगी पहल ही इस मोच पर बत म ह

एक नया िव वष तब सही होता जबिक इसक लाभ बत अिधक होत चिक इन लाभ क बार म कोई iuml जानकारी नही ह इसिलए सरकार

का ान अथवथा की थित द करन पर होना चािहए बजाय िक एक और उथलपथल मचान वाला बदलाव लान क

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िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए कदम Various steps amp schemes by Indian government to increase farmers income सरकार िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए अऩक कदम उठा रही ह इनमः-

सॉयल ह काड (एसएचसी) योजना िजसस िकसान अपनी िमी म उपल बड़ और छोट पोषक तो का पता लगा सक

त ह इसस उवरको का उिचत योग करन और िमी की उवरता सधारन म मदद िमलगी

नीम कोिटग वाल यरया (Neem Coated

Urea) को बढ़ावा िदया गया ह तािक यरया क इमाल को िनयित िकया जा सक फसल क िलए इसकी उपलता बढ़ाई जा स

क और उवरक की लागत कम की जा सकघरल तौर पर िनिमत और आयाितत यरया की सपण माा अब नीम कोिटग वाली ह

परपरागत किष िवकास योजना (पीकवीवाई) को लाग िकया जा रहा ह तािक दश म जव किष को बढ़ावा िमल सक इसस

िमी की सहत और जव पदाथ तो को सधारन तथा िकसानो की आमदनी बढ़ान म मददिमलगी

धानमी किष िसचाई (पीएमकएसवाई) योजना को लाग िकया जा रहा ह तािक िसचाई वाल को बढ़ाया जा सक िजसम

िकसी भी सरत म िसचाई की वथा हो पानी की बबादी कम हो पानी का बहतर इमाल िकयाजा सक

रा ीय किष िवपणन योजना (ई-एनएएम) की शआत 14042016 को की गई थी इस योजना स रा ीय र पर ई-

िवपणन मच की शआत हो सकगी और ऐसा बिनयादी ढाचा तयार होगा िजसस दश क 585 िनयिमत बाजारो म माच 2018 तक

ई-िवपणन की सिवधा हो सकगी अब तक 13 राो क 455 बाजारो को ई-

एनएएम स जोड़ा गया ह यह नवाचार िवपणन िया बहतर म िदलान पारदिशता लान और ितधा कायमकरन म मदद

करगी िजसस िकसानो को अपन उादो क िलए बहतर पारिमक िमल सकगा और lsquoएक रा एक बाजारrsquo की िदशा म आग ब

ढ़ा जा सकगा

धानमी फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) को खरीफ मौसम 2016 स लाग िकया गया और यह कम ीिमयम पर िक

सानो क िलए उपल ह इस योजना स कछ मामलो म कटाई क बाद क जोखमो सिहत फसलच क सभी चरणो क िलए बीमा

सरा दान की जाएगी

रा ीय किष िवकास योजना (RKVY) को सरकार उनकी जरतो क मतािबक राो म लाग कर सकगी िजसक िलए रा

म उादन और उादकता बढ़ान पर िवशष ान दना जरी ह राो को उऩकी जरतो ाथिमकताओ और किष-

जलवाय जरतो क अनसार योजना क अतगत परयोजनाओकायमो क चयन योजना की मजरी और उह अमल म लान क

िलए लचीलापन और या दान की गई ह

1 रा ीय खा सरा िमशन (एनएफएसएम) क ायोिजत योजना क अतगत 29 राो क 638 िजलो म एनएफएसएम दाल

25 राो क 194 िजलो म एनएफएसएम चावल

11 राो क 126 िजलो म एनएफएसएम ग औरदश क 28 राो क 265 िजलो म एनएफएसएम मोटा अनाज लाग की गई ह तािक

चावल ग दालो मोट अऩाजो क उादन और उादकता को बढ़ाया जा सक एनएफएसएम क अतगत िकसानो को बीजो क िवतर

ण(एचवाईवीहाईिड) बीजो क उादन (कवल दालो क) आईएनएम और आईपीएम तकनीको ससाधन सरण ौोिगकीयोउपक

णो भावी जल योग साधन फसल णाली जो िकसानो को िशण दन पर आधारत ह को लागिकया जा रहा ह

2 रा ीय ितलहन और तल (एनएमओओपी) िमशन कायम 2014-

15 स लाग ह इसका उ खा तलो की घरल जरत को परा करन क िलए ितलहनो का उादन और उादकता को बढ़ाना ह

इस िमशन की िविभकायमो को रा किषबागवानी िवभाग क जरय लाग िकया जा रहा ह

3 बागवानी क समत िवकास क िलए िमशन (एमआईडीएच) क ायोिजत योजना फलो सयो क जड़ और क फसलो म

शम मसालो फलो सगध वाल वनितनारयल काज कोको और बास सिहत बागवानी कसम िवकास क िलए 2014-

15 स लाग ह इस िमशन म ऱा ीय बागवानी िमशन पवर और िहमालयी राो क िलए बागवानी िमशन रा ीय बागवानी बोड नार

यल िवकास बोड और बागवानी क िलए कीय सथान नागालड कोशािमल कर िदया गया ह

िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए अय कदम इस कार हः-

सरकार न किष उाद और पशधन िवपणन (सवधन और सरलीकरण) अिधिनयम 2017 को तयार िकया िजस राो क सब अिधिनय

मो क जरय उनक ारा अपनान क िलए 24042017 को जारी कर िदया गया यह अिधिनयमिनजी बाजारो िवपणन िकसान उप

भोा बाजारो िवशष व बाजारो सिहत वतमान एपीएमसी िनयिमत बाजार क अलावा वकक बाजारो का िवक दान करता ह ता

िक उादक और खरीददार क बीच िबचौिलयो कीसा कम की जा सक और उपभोा क पए म िकसान का िहा बढ़ सक

सरकार नतम समथन म क अतगत ग और धान की खरीद करती ह सरकार न राो सघ शािसत दशो क अनरोध पर किष औ

र बागवानी स जड़ी उन वओ की खरीद क िलए बाजार हाप योजना लाग की ह जो यनतमसमथन म योजना क अतगत शािमल

नही ह बाजार हाप योजना इन फसलो की पदावार करन वालो को सरण दान करन क िलए लाग की गई ह तािक वह अी फस

ल होन पर मजबरी म कम दाम पर अपनी फसलो को नबच

नतम समथन म खरीफ और रबी दोनो तरह की फसलो क िलए अिधसिचत होता ह जो किष आयोग की लागत और मो क बार म

िसफारशो पर आधारत होता ह आयोग फसलो की लागत क बार म आकड एक करक उनकीिवषण करता ह और नतम समथ

न म की िसफारश करता ह दश म दालो और ितलहनो की फसलो को ोाहन दन क िलए सरकार न नतम समथन म क ऊप

र खरीफ 2017-

18 क िलए बोनस की घोषणा की हसरकार न िपछल वष भी दालो और ितलहनो क मामल म नतम समथन म क ऊपर बोनस दन

की पशकश की थी

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नई तकनीक का डर पर ड ाइवरलस कार क सरकार नही चाहती िक दश की सड़को पर ड ाइवरलस कार दौड़ क ीय परवहन मी न साफ कहा िक ऑटोमोबाइल कपिनयो को भार

त म िबना ड ाइवर वाली कार उतारन की इजाजत नही दीजाएगी उोन कहा िक ऐसी कार आन स भारत म ट ासपोट सर स जड़ करीब 22

लाख लोग बरोजगार हो जाएग

एक तरफ तो सरकार भारत को िवकिसत दश बनान का सपना िदखा रही ह दसरी तरफ एक आधिनक तकनीक का राा रोक रही ह

हम नही भलना चािहए िक नए आिवारो नई तकनीको को साहस क साथ अपनाकर ही मानव सता न लबी छलाग लगाई ह

आज हम वािनक िवकास क िजस र तक पच चक ह वहा स आग ही बढ़ा जा सकता ह पीछ नही लौटा जा सकता कोई भी नई त

कनीक आती ह तो वह थोड़ी उथल-पथल मचाती हताािलक प स ऐसा लगता ह िक उसकी वजह स नकसान हो रहा ह मगर धीर-

धीर समाज उस अपना लता ह और उसक साथ सहज हो जाता ह िफर नई तकनीक कई नए रा भी खोलतीह वह अपन साथ अनक

अवसर लकर आती ह तो इस तरह िजतना नकसान होता ह उसकी भरपाई भी हो जाती ह

Need to take lesson from Computerisation जब भारत म कटरीकरण की शआत ई थी तो एक तबक न इसका िवरोध िकया और कहा िक इसक कारण बरोजगारी बढ़गी लिकन आ

ज कटर क बगर जीवन की कना असभव ह यहरोजगार का एक बड़ा साधन बना आ ह

जहा तक ड ाइवरलस कारो की बात ह तो दिनया भर क ऑटोमोबाइल िवशषो न बत सोच-

समझकर इस पर काम करन का फसला िकया ह

उनका मानना ह िक इसस कई समाए हल हो सकती ह सबस पहल तो इसस ड ाइिवग क तनाव स म िमलगी

अपनी याा क समय का उपयोग पढ़न-

िलखन जरी बात करन या मनोरजन करन म कर सकता ह 90 फीसदी दघटनाए मानवीय भल क कारण होती ह ड ाइवरलस कार द

घटनाओ मकमी ला सकती ह व सड़क जाम स भी म िदलाएगी Invention in this direction सबस पहल गगल न चालक रिहत कारो का परीण श िकया था लिकन अब टा मोटस जीएम और फोड जसी कपिनया इस िदशा म आ

ग आ रही ह हाल म ही इस दौड़ म उबर भी शािमल होगई ह भारत की िदज आईटी कपनी इोिसस न िपछल िदनो एक ड ाइवरलस कार

बनाई अमरकी िवशषो क अनसार करीब आठ साल क भीतर ऐसी कारो की िबी श हो जाएगी जािहरह भिव चालक रिहत कार

का ही ह ऐस म भारत हाथ पर हाथ धर बठा रह यह ठीक नही होगा हम इस कारण भी इस दौड़ स बाहर नही रह सकत िक हमार पास इ

ा र की कमी ह हमएक बहतर और मजबत सड़क ढाचा तयार करना चािहए ड ाइवरलस कारो को लकर सरकार अपन िनणय पर िफ

र स िवचार कर

िबना रोजगार का कौशल इन िदनो कई कौशल परषद फशन म ह-किष सौदय एव तदी स सबिधत बीएफएसआई पजीगत वए िनमाण र एव

जवर चमड़ा मीिडया रटिलग एव दरसचार आिद यिद गहराई म पड़ताल कर ग तो पाएग िक कई पाम ऐस ह िजनम रोजगार

सजन या नौकरी की गारटी कही नही ह

Are they really giving Jobs मालय क अनसार अब तक बीस लाख यवाओ को कौशल िवकास कायम क तहत िशित िकया गया ह लिकन बरोजगारी दर

कही यह सकत नही दती िक य लोग कायबल का िहा बन गए ह

इस कायम क तहत िजस तरह क कौशल का िशण िदया जाता ह समा उसी म ह

उदाहरण क िलए बाड़ बाधन मचान बाधन और सहायक बढ़ई क कोस को दख सकत ह िजनक तहत कौशल िवकास म ऐसा कछ नही

जोड़ा जाता िजसस कोई रोजगार ा कर सकता हखासकर ऐस व म जब िनमाण एव रयल एट म मदी चल रही ह

इसी तरह ा सवा क म लब टिशयन क कौशल की कोई भिमका नही ह िजसस िकसी को रोजगार िमल

इन दोनो पामो म मौिलक दोष ह और गणवापण िशण कछ ही क ो पर िदया जाता ह सभवतः कौशल िवकास परषद को उन

पामो को िनधारत करन म सम नही बनाया गया हिजनका रोजगार स सीधा सबध ह यह धानमी कौशल िवकास योजना क सजन

क कारण भी हो सकता ह िजसम यवाओ को य ही कोई रोजगार श करन पर मा ऋण योजना क तहत मदद दी जाती ह इसी तरह

पीएमकवीवाई क तहत नामािकत यवाओ की अिनवाय आधार सा को सािपत करन म एनएसडीसी सम नही ह जािहर ह उन आकड़ो

पर सदह होता ह जो दाखला लन वालो सफलतापवक कोस परा करन और माणप हािसल करन वाल छाो की सा दशात ह

What needs to be done उोगो को िकस तरह क कौशल की तलाश ह और उोग म कशल यवाओ की िकतनी कमी ह िजस भरन की जरत ह यह सब जानन

क िलए प स कौशल िवकास म उोग की सहभािगता जरी ह इसस न कवल िनयोाओ को सही ितभा ढढन म मदद

िमलगी ब रोजगार की तलाश करन वाल छाो को भी मदद िमलगी और उन कौशलो का िवकास होगा िजसकी माग उोगो म ह

PMKVY (Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojanaa) amp no gurantee of jobs मनरगा रोजगार गारटी मॉडल क प म परभािषत ह इसक िवपरीत पीएमकवीवाई ऐसी कोई गारटी नही दता और कौशल िवकास का

माणप पान क बाद भी इसकी कोई गारटी नही ह िक आपको रोजगार िमलगा

जब तक एनएसडीसी भावी कमचारयो क िलए िशण क क प म काय नही करगा और सभािवत िनयोाओ क िलए यो

कमचारी की तलाश का क नही बनगा कौशल िवकास कायम काफी हद तक अपाओ पर खरा नही उतर पाएगा

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कछ वष पहल कर आकलन करन वाल लोगो की आवकता क मनजर सरकार न टीआरपीएस (कर रटन तयार करन वाल) कोस

श िकया था जो यह माणप पान वालो को रोजगार सिनित करता था यह हालािक मौसमी रोजगार था लिकन कई यो लोगो न

अपनी अ िवीय सवा कौशल बढ़ान म इसका इमाल िकया

Reform required in PMKVY जब तक पीएमकवीवाई नौकरी की गारटी नही दता इसम असमानता बनी रहगी ोिक कछ पामो म िशण लन वालो की सा

असाधारण प स ादा होगी तो कछ कोस म दाखल क िलए लोगो को खोजना पड़गा अभी कई कौशल िवकास क कौशल िवकास

कायम स लाभ कमा रह ह िफलहाल मालय पीएमकवीवाई म जरी बिनयादी ढाच को बढ़ा रहा ह लिकन जब तक इस यास क लाभ

या सफलता को परखन क िलए प स गणवा क ऑिडट की वथा नही होगी हम बस कवल उन नरो को िवकिसत िकए जान की

उीद कर सकत ह िजनका िशण लन वाल नही या बत कम ह इसक भावी ढग का ा यह मतलब ह िक कौशल िवकास क तहत

वस कोस होग जो अ म ह लिकन इ रोजगार स नही जोड़ा जाएगा ऐस म एक नरमद यो होन का एक गलत अथ

िनकालगा और बरोजगार ही रहगा िजस थित म वह आज ह

खसक रही सावजिनक बको की ज़मीन Recent context सविविदत ह िक सरकारी बको की हालत खा ह इ पनजिवत करन को सरकार छोट सावजिनक बको का बड़ सावजिनक बको क साथ

िवलय करन पर िवचार कर रही ह बड़ बको की कायकशलता अी होन स इनक ारा छोट बको को पनजिवत िकया जा सकता ह लिकन

बड़ बको क सामन य खतरा मडरा रहा ह वाव म दश क बिकग सर का मल चर ही बदलता जा रहा ह

Falling growth of Credit इकानोिमक ोथ म अब िडट की भिमका ही िसकड़ती जा रही ह वष 2015 म हमार सण बिकग

सर ारा िदए गए लोन म 106 ितशत की व ई थी वष 2016 म यह व घट कर 51 ितशत रह गई ह यानी कल लोन बढ़ रह

ह पर बढ़त की गित कम होती जा रही ह जस कार का एीलटर हा होता जा रहा ह इस थित म ाभािवक ह िक कमजोर बक

दबाव म शी आएग जस अकाल क समय छोट िकसान पहल भािवत होत ह

Why this shrink लोन की माग कम होन का मख कारण ह िक अथवथा का इजन सवा हो गया ह इस म सावयर होटल ट ासपोट िशा

ा आिद सवाए आती ह िजनम कपड़ अथवा सी जसी चीजो का उादन नही होता ह बीत 5 वष म सवा म 51 ितशत की ोथ

ई जबिक मफरग म 32 ितशत की ऐितहािसक तौर पर दखा जाए तो सवा का दबदबा बढ़ता जा रहा ह सवाओ क ापार म

लोन की जरत कम पड़ती ह जस सॉवयर क िनमाण म 25000 पए क एक कटर स वष म 10-20 लाख पए क सॉवयर का

उादन िकया जा सकता ह अथवा एक कटर स वष म लगभग 3-4 लाख पए क आनलाइन शन िदए जा सकत ह तलना म

मफरग म जमीन फरी शड तथा मशीन म भारी िनवश की जरत पड़ती ह इसिलए मफरग सर क िफसलन क साथ-साथ

लोन की माग कम होती जा रही ह हमारी बिकग वथा क दबाव म आन का यह मख कारण िदखता ह

Bond Market बाड माक ट का िवार ह कपिनयो ारा वतमान म भारी माा म बाड जारी िकए जा रह ह बाड जारी करन को

कपनी ारा अपनी ापट को रिज ार आफ कपनी म िगरवी रखा जाता ह िगरवी रखी गई ापट क सामन कपनी ारा फटकर

िनवशको को बाड जारी िकए जात ह िकसी िवशष थित म कपनी अगर डब गई तो सरकार ारा िगरवी ापट की नीलामी करक

िनवशक को उनकी रकम लौटान की वथा रहती ह इसस खदरा िनवशक सरित महसस करत ह और बाड खरीदत ह इस िया

म कपनी ारा ाज की सण रकम िनवशक को िमलती ह बको क माम स लोन लन म भी मल प स यही िया अपनाई जाती

ह कपनी ारा अपनी ापट का बक क पास िगरवी रख िदया जाता ह इस ापट क सामन बक लोन दता ह कपनी को लोन दन क

िलए बक ारा खदरा िनवशको स िफ िडपािजट म रकम ली जाती ह लोन दन वाल खदरा िनवशक तथा लोन लन वाली कपनी क

बीच बक िबचोिलय की भिमका िनभाता ह जस बक ारा 7 ितशत ित वष की दर स खदरा िनवशक स रकम ली जाती ह और 12

ितशत की दर स उसी रकम स कपनी को लोन िदया जाता ह बाड तथा बक दोनो ही तरह स खदरा िनवशक ारा ही िनवश की गई

रकम को कपनी तक पचाया जाता ह

बीत समय म बाड क माक ट का िवकास हो जान क कारण कपिनया बाड क माम स सीध खदरा िनवशक स लोन ादा ल रही ह

कपनी 10 ितशत की दर स बाड जारी करती ह तो खदरा िनवशक को 10 ितशत का ाज िमलता ह बक को कमीशन नही िमलता

ह बको का धधा मद पड़ गया ह बीत 4 वष म कल लोन म बको का िहा 45 ितशत स घट कर 22 ितशत रह गया ह जबिक बाड

का िहा 22 ितशत स बढ़कर 33 ितशत हो गया ह वतमान समय म बको क खाहाल होन का यह दसरा कारण ह

Is Bank management a problem for PSU banks हमार सावजिनक बको की मल समा बन आिद की नही ह मलप स बको की जमीन ही खसक गई ह सावजिनक बको म इसक

अितर कबन एव ाचार की भी समा ह छोट सावजिनक बको का बड़ सावजिनक बको म िवलय स छोट बको म ा कबन

की समा का कछ िनदान हो सकता ह पर बको की जमीन क खसकन स उ मल समा का समाधान िवलय स हािसल नही हो

सकता ह

बाड जारी करन की िया पचीदी होती ह इस बड़ी कपिनयो ारा ही अपनाया जा सकता ह खदरा िनवशको म भरोसा बनान क िलए भारी

एडवटाइज़मट दन होत ह एव रोड शो करन होत ह इसिलए छोटी कपिनयो को बको पर ही िनभर रहना होता ह लिकन बीत समय म

सरकार ारा लाग की गई नीितयो न छोट उोगो को प कर िदया ह सरकार का यास ह िक मक इन इिडया जसी योजनाओ क तहत बड़

आधिनक एव आटोमिटक मशीनो का उपयोग करन वाल उोगो को बढ़ावा िदया जाए फलप छोट उोगो को िमल रहा सरण कम हो

गया ह इसक बाद नोटबदी क कारण इनक ाहक ल हो गए अब जीएसटी की जिटल वथा इनक िलए अिभशाप बन गई ह इस कारण

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छोट उोगो ारा लोन कम ही िलए जा रह ह बड़ उोग बाड माक ट क चलत बको क हाथ स िफसल गए ह छोट उोग य मताय हो रह

ह अतः सवा एव मफरग दोनो ो म बको का धधा कमजोर पड़ रहा ह बचता ह खपत का जस कार अथवा मकान क िलए िदए

गए लोन यह अभी भी जीिवत ह पर दश की आिथक िवकास दर म िगरावट आनक कारण आम आदमी की य श घट रही ह और

यह भी दबाव म ह

Concluding mark बक इस समय चारो तरफ स िघर ए ह दश की अथवथा का इजन सवा हो गया ह िजस लोन की जरत कम ह बड़ उोग सीध

बाड क माम स पजी उठा रह ह छोट उोग प ह और इनकी लोन लन की मता ही नही रह गई ह िवकास दर म िगरावट आन स

खपत क िलए कम ही लोन िदए जा रह ह ऊपर स सावजिनक बको म कबधन एव ाचार ा ह इस थित म सरकार को दो कदम

उठान चािहए छोटी मफरग एव सवा की इकाइयो को सरण दना चािहए मक इन इिडया को छोट उोगो की तरफ मोड़ना

चािहए साथ-साथ सावजिनक बको का िनजीकरण कर दना चािहए इनका डबना िनित ह डबन स पहल इनकी िबी कर दनी चािहए जस

चतर दकानदार एपायरी क पहल दवा को बच दता ह

ऊजा सरा पर ान स भारत होगा बलवान भारत ऊजा क म एक बड़ी ताकत बनकर उभर सकता ह लिकन इसक िलए िवशष यासो की जरत होगी कछ समय पहल तक भारत

विक र पर ऊजा क म एक छोटा खलाड़ी आ करता था लिकन इस कहानी म बड़ी तजी स बदलाव हो रहा ह भारत अतीत म भी

जीवा ईधनो क िलए आयात पर ही िनभर ह इसका नतीजा यह आ िक भारत हमशा विक तल बाजार म झटक आन की सरत म पडऩ

वाल आिथक बोझ को लकर िचितत रहा करता था ईरान की ाित क बाद पय का अवमन हो गया था और 1980 क दशक म ईरान-

इराक य क चलत भारत को तल उादो की कमी का सामना करना पड़ा था पहल खाड़ी य न भारत को महग दाम पर पट ोिलयम उाद

खरीदन क िलए मजबर िकया था वष 1996 म ए कद गहय न भी भारत क चाल खात म तगड़ी चोट पचाई थी दसर खाड़ी य क बाद

भी भारत म ईधन क दाम बढ़ गए थ भारतीय ऊजा क िलए य घटनाए बड़ी िसरदद सािबत ई थी लिकन विक बाजार म भारत की

थित मामली र पर ही बनी ई थी

हालािक वष 2030 तक दिनया भर म होन वाल दिनक तल कारोबार म भारत की िहदारी 125 फीसदी क र तक पच जाएगी जो

2014 म महज 74 फीसदी थी

दिनया की बड़ी अथवथाओ म भारत म ऊजा की माग सबस तज गित स बढऩ का अनमान ह इस तरह भारत न तो ऊजा उादो

की कीमत तय करन की थित म होगा और न ही उसकी भिमका नग ही होगी

21वी सदी क विक ऊजा बाजार म भारत की भिमका काफी कछ वसी ही होगी जसी 20वी सदी क दसर िह म यरोप की होती थी

इसका मतलब ह िक भारत एक बड़ी ऊजा श क प म भल ही तील हो जाएगा लिकन वह वचकारी भिमका म नही होगा

How global powers changing policies मख अथवथाओ न अपनी ऊजा सरा को रा ीय पर म पनपरभािषत िकया ह

अमरकी ऊजा तता एव सरा अिधिनयम 2007 न नवीकरणीय ईधनो क ोाहन उपभोा सरण और ऊजा समता म िनवश

क अलावा ऊजा तता सिनित करन पर जोर िदया गया था

िपछल दशक म जीवा ईधन एव गस क िवार क साथ अमरका म ऊजा पर बड़ी तजी स बदला ह फकिशमा परमाण सय म

ए हादस क बाद जापान न भी वष 2014 म अपनी चौथी रणनीितक ऊजा योजना पश की थी िजसम ऊजा समता बढ़ान क साथ

श-उजन र वाली ऊजा का उादन दोगना करन और ऊजा क मामल म आ-िनभरता को 2030 तक दोगना करन का ल

रखा गया था

चीन की 12वी पचवषय योजना म घरल र पर ऊजा उादन बढ़ान क साथ ही ऊजा आपित क ोतो और आयात माग का

िविवधीकरण करन का िज िकया गया था अतररा ीय ऊजा एजसी (आईईए) चाहती ह िक उसक सद दश सीिमत अविध क साथ ही

लबी अविध क िलए भी अपनी ऊजा सरा पर ान द

Reducing importance of Import दिनया क मख दश अब ऊजा जरतो क िलए िवदशी आपित पर कम िनभरता चाहत ह और उ यह भी समझ आ गया ह िक ऊजा

तता स ऊजा सरा अलग ह

भारत क िलए ऊजा सरा का मतलब ह िक महपण ऊजा ससाधन उस समिचत माा म और िकफायती एव अनमािनत कीमत पर

उपल हो उनकी आपित म वधान का कम-स-कम जोखम हो और वतमान एव आस खतरो क मनजर पयावरण एव भावी

पीिढय़ो क िलए ऊजा सपोषणीयता भी सिनित की जा सक

लिकन ऊजा हालात पर नजर रखन क िलए कोई विक ऊजा सगठन नही ह विक ऊजा शासन बटा आ ह और ाय असगत भी

होता ह

एक बड़ी ऊजा श होन क नात एक ियाशील िवसनीय और पारदश ऊजा बाजार का होना उसक रा ीय िहत म ह इसिलए

भारत को एक ऐसा मच तयार करन की कोिशश करनी चािहए जो ऊजा सरा को पनपरभािषत करन और विक ऊजा शासन को नया

ढाचा दन क बार म सवाद का जरया बन सक इसकी कई कारण ह

पहला ऊजा जगत का प अब 1970 क दशक म पदा ए तल सकट स काफी अलहदा नजर आता ह आक िटक म मौजद

िवशाल ससाधनो पर िनयण की होड़ तल बाजार म उठापटक गस का अिनित भिव िन-काबन र वाली ऊजा की तरफ झान

बढऩ या नािभकीय सरा को लकर िचताए बढऩ जस नए म अब अहम हो चक ह जहा ऊजा पर कटनीितक सवाद अब भी काफी हद

तक ऊजा सरा क बार म सकीण परभाषा तक सीिमत ह वही इन उभरत झानो पर चचा वािनक एव तकनीकी-आिथक सवाद म ही

उलझी ई ह अतररा ीय ऊजा स सबिधत राजनीितक अथशा पर बत कम चचा होती ह इसक बार म समझ तो और भी कम ह

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दसरा अतररा ीय ऊजा क गितशील िव की ाा क िलए जरी िसातो अवधारणाओ और ढाचो की अनपथित को सवाद की

कमी क िलए िजदार बताया जा सकता ह इन मो पर होन वाली चचाओ पर वतमान िवकिसत दशो की िचताओ का सीधा भाव नजर

आता ह इसम उदीयमान अथवथाओ क सम उ खतरो और अवसरो का कोई िज नही होता ह जबिक ऊजा की माग तो इी

दशो स आएगी िवकासशील दश ही ऊजा म नवाचार को ोािहत कर ग और ऊजा ापार एव िनवश क पटन को आकार दग

इसस भी अिधक अहम बात यह ह िक ऊजा नीित और जलवाय नीित को एक साथ समािहत करन का कोई भी साझा सदभ नजर नही आ

रहा ह और अगर िदखता भी ह तो वह िवखिडत ह

तीसरा अतररा ीय सबधो क कई जानकार और पशवर अब भी दिनया को दश-क ित वथा क ही प म दखत ह रा - राो को

कटनीितक तरीको या स हप क माम स अपना भाव कायम करन वाल ाथिमक अिभकता क तौर पर दखा जाता ह ऊजा

जगत काफी जिटल प वाला ह इसम दशो और उनकी तल कपिनयो क साथ बड़ी िनजी कपिनयो कई छोट अषको उपभोा-

नागरक और थानीय ऊजा सहकारी सिमितयो क अलावा िवीय बाजार की भी भिमका होती ह ऐस म दश-क ित विक धारणा क

तहत ऊजा सरा को काफी हद तक िनरथक यास समझा जाता ह इसस ससाधनो का इमाल भावहीन होन क साथ ही हम ऊजा

सबधी शोध एव िवकास िनवश और वािणीकरण क िलए सहकारी ढाचा तयार करन क अवसर भी गवा बठत ह

चौथा अभी तक ऊजा णाली क सम उ हो रह नए खतरो क बार म अिधक चचा नही की गई ह इन खतरो म ऊजा क आधारभत

ढाच क िलए जलवाय जोखम समिकत ऊजा िड और णाली पर साइबर हमल थािपत एव उदीयमान ऊजा कपिनयो क आिथक प

स बठ जान का जोखम और नई ऊजा तकनीको क िलए जरी महपण खिनजो तक पच बािधत होन का जोखम भी शािमल ह

पाचवा िबजली या खाना पकान क आधिनक ईधन तक अब भी अरबो लोगो की पच नही होन स मानव ा आिथक उादकता

और ी-पष असमानता पर काफी बरा असर पड़ता ह िकफायती भरोसमद सपोषणीय आधिनक ऊजा सवाओ तक सभी की पच

अब एक महपण सपोषणीय िवकास ल बन चका ह लिकन िवकास का यह आयाम बड़ ऊजा सथानो आधारभत ढाच और िनवश

क शोर म अर गायब हो जाता ह

Conclusion भारत को अपनी आवाज हािसल करनी होगी अपनी िचताओ को र दना होगा और ऊजा बाजार क राो पर सफर की िदशा खद तय करनी

होगी इसक अलावा भारत को ऊजा पातरण और ऊजा कटनीित को भी तवो दनी होगी इस विक ऊजा शासन क सबध म नए िवचारो

को भी पश करन की जरत ह भारत को ऊजा सरा पर सवाद को भी आग ल जाना चािहए ोिक दसर दश इस िदशा म बढ़ ग

ा मददगार होन क बावजद आिटिफिशयल इटिलजस हम तीसर िव य की तरफ धकल

सकती ह रोबोटो क अपनी ही भाषा म बात श कर दन क चलत फसबक ारा एक योग बीच म ही छोड़ दन क बाद आिटिफिशयल इटिलजस

(एआई) बनाम इसानी बमता क म पर बहस िफर तज हो गयी ह शोधकता यह दखना चाहत थ िक य रोबोट एक दसर स िकतनी अी

तरह सवाद कर सकत ह लिकन योग श होन क थोड़ी ही दर बाद इन रोबोटो न सामा अजी छोड़कर अपनी ही एक भाषा बना ली और

उसम बात करना श कर िदया य भाषा व तो समझ रह थ लिकन बाकी नही इसिलए हड़बड़ाए शोधकताओ न तरत योग बद कर िदया

हाल म अलीबाबा समह क सथापक जक मा न आगाह िकया था िक आन वाल 30 सालो म मशीनो की बमा यानी आिटिफिशयल

इटिलजस इसानी बमता को पछाड़ दगी िजसस दिनया भर म नौकरयो म कमी आ सकती ह उोन कहा ह िक चालन

(ऑटोमशन) क भाव की वजह स सभव ह िक लोगो को िदन म चार घट या ह म चार िदन ही काम करना पड़गा

जक मा का तो यहा तक मानना ह िक आिटिफिशयल इटिलजस तीसर िव य का कारण भी बन सकती ह उोन कहा ह िक जब-जब

तकनीकी ाित ई ह िव य ए ह उनक मतािबक आिटिफिशयल इटिलजस तीसरी तकनीकी ाित ह

कछ महीन पहल महान वािनक ीफन हॉिकग न भी कछ ऐस ही िवचार साझा िकय थ उनक मतािबक़ फयो म ऑटोमशन

लोगो को बरोजगार कर रहा ह और एआई की वजह स बरोज़गारी कई गना बढ़ सकती ह िजसका मम वग पर सबस ादा असर

पड़गा उोन इस lsquoिवसकrsquo तक कहा ह उनक मतािबक़ िसफ भावनाक रचनाक और पयवण (सपर िवज़न) वाली ही नौकरया

इसान कर ग बाकी सब काम एआई क ज़रय ही कर िलए जायग कछ िदन पहल हॉिकग न यह भी कहा था िक आन वाल कछ सौ साल

म य धरती इसानो क रहन लायक नही रह जायगी इसका म कारण इसानी भौितक तरी होगा

वही आिटिफिशयल इटिलजस क सबस बड़ िवरोधी और टा स ए जसी कपनी क चयरमन एलन म का कहना ह िक अगर

इसानो को बदलत समय क साथ ासिगक रहना ह तो इसानी िदमागो को आिटिफिशयल इटिलजस क साथ िमलाना ही होगा दसर शो

म कह तो इसान को अब साईबोग (जिवक और मशीनी योग स बना जीवन) बनना होगा म मानत ह िक कटर एक सकड म एक

लाख करोड़ िबट की गणना कर सकता ह जबिक इसानी िदमाग ित सकड 10 िबट की बकौल म lsquoआन वाल व म जब एआई का

भाव बढ़ जाएगा तब इसानी मताओ का मशीन क साथ योग ही उस ासिगक बनाय रखगा

म की कपनी टा ड ाइवरलस कार बनान क यास म काफी हद तक सफल हो चकी ह गगल भी ऐसी कारो का परीण कर रहा ह

म भी मानत ह आनवाल 20 सालो क भीतर िवभर म 15 स 20 ितशत गािड़या ड ाइवर रिहत हो जायगी िलहाज़ा उतन ही लोग

बरोजगार हो जाएग

एआई मगल ह पर जाकर भी इसान को पकड़ सकती ह

दसरी तरफ़ िवलण ितभा वाल और डीपमाइड कपनी स सह-सथापक 41 वषय डिमस हािबस एआई को बढ़ान की िदशा म

अपना सब कछ दाव पर लगा रह ह डिमस मानत ह िक एआई मगल ह पर जाकर भी इसान को पकड़ सकती ह गगल ारा डीपमाइड

का अिधहण करन स पहल एलन म इसम सबस बड़ िनवशक थ एक इटर म उोन कहा था िक एआई पर होन वाली तरी पर

नज़र रखन क िलए ही उोन इस कपनी म िनवश िकया था

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म और डिमस एक दसर को हरान म लग गए ह उधर गगल फसबक माइोसॉ जसी कपिनया एआई का बड़ पमान पर

इमाल करन लगी ह फसबक जसी सोशल मीिडया कपिनया lsquoबोटसrsquo (एक तरह का कटर जिनत ोगाम जो एआई ही ह) क ज़रय

एक टारगट ऑिडयस तक पच रही ह

इन कपिनयो पर इाम लगाय जा रह ह िक य lsquoबोटसrsquo क ज़रय ामक चार और ग़लत रायशमारी करवा रही ह कछ िदन पहल

फसबक क सथापक माक जकरबग और एलन म म एआई को लकर काफी नोक-झोक भी ई थी मा न एक ोाम म कहा था

िक वो एआई स होन वाल खतरो स दिनया को वािकफ करत रहग पर जब लोग तब तक नही समझग जब तक िक रोबोट गिलयो और

सडको पर कआम न मचा द

जकरबग न इसक तरत बाद बयान जारी िकया था िक एलन मा नाहक ही दिनया को डरा रह ह उोन म को घोर िनराशावादी

तक कह डाला इस पर पलटवार करत ए म न कहा िक जकरबग एआई पर कम समझ रखत ह

डीपमाइड क सह-सथापक शन लग न हाल ही म क़बल िकया ह िक टोलॉजी इसान को िवल करन म सबस बड़ा कारण होगी

यकीन स तो नही कहा जा सकता िक तीसरा िव य होगा की नही पर यह भी भयावह ह िक य धरती कछ सौ सालो म रहन लायक नही

बचगी एक सााार म ीफन हॉिकग कहत ह lsquoसभव ह आन वाल कछ सालो म हम कही तारो क बीच कोई नया दिनया बसा ल पर अभी

तो हमार पास िसफ एक ही ज़मीन ह और इस सब को िमलकर बचाना होगा और इसक िलए हम समाजो और दशो क बीच स दीवार हटानी

होगी हम ससाधनो को कछ हाथो स िनकालकर सबक बीच ल जाकर बाटना होगाrsquo

िनजता की सरा का सवाल

हाल म िजयो क आगमन न यह सभावना जगा दी ह िक इटरनट स लस ाटफोन अब आम आदमी की आसान पच म होगा अगल कछ वष

म हमारी इटरनट पच और गहरान क आसार िदख रहह जो वतमान म कवल 28 फीसद ही ह

िवीय समावश क म भी कछ इसी तरह की पच िपछल कछ वष म दखन को िमली ह िविश पहचान सा अथात आधार क आन स

तो दश क ामीण ो म िवीय समावश म खासीबढ़ोतरी दखन को िमली ह आधार न lsquoअपन ाहक को जानrsquo क तौर-

तरीको म अभतपव बदलाव िकया ह

हर दावज की तीन-तीन ितयो क बजाय ई-कवाइसी क इमाल न बिकग म तमाम बदलाव कर िदए ह ई-

कवाइसी न न कवल कई बाधाओ को कम िकया ह ब उसक कारण कई ऐसलोगो को भी कज सिवधा सलभ हो पाई ह जो पहल उसस व

िचत थ यह भी साफ ह िक िपछल कछ वष म ऑनलाइन भागीदारी और िडिजटल लनदन म भी खासी बढ़ोतरी ई ह खासकर नोटबदी कफ

सल क बाद भारत नट िडजी-

लॉकर और िडिजटल इिडया टफाम की पहल न सरकार की मौजदा नीितयो क िनादन को पारदश बनाया ह

एक तरफ तो अपा लाभािथयो की पहचान करक उ हटाया जा र ह वही दसरी तरफ जन काणकारी योजनाओ म हो रह ाचार प

र भी लगाम लगाई जा रही ह इस सबक बीच समाज क कछ तबक अभी तक आधार को परी तरह ीकार नही कर पाए ह उनम स कछ की ओर स यह िचता जताई

गई ह िक आधार ारा एकित की गई जानकारी कहीिकसी अवाछनीय अथवा सगठन क थ म पड़न का खतरा तो नही ह ऐस

लोग हिकग का भी खतरा जता रह ह ोिक डाटा चोरी की खबर आ रही ह डाटा क इमाल क मामल म एक-

दसर क िवपरीत िवचार ह Debate on Aadhar कई लोगो का यह मानना ह िक आधार को सरकार ारा जबरन थोपा जा र ह तािक वह उन पर नजर रख सक

ऐस लोगो का यह भी तक रहता ह िक आधार होन स आम लोगो को कोई फायदा नही ह

इसक िवपरीत अ लोग आधार की वजह स हो रह ाितकारी बदलाव क गण गात िदख जाएग

इस सबक बीच इसकी अनदखी नही की जा सकती िक आधार की वजह स सावजिनक िवतरण णाली म ा ाचार म कमी आई ह

और रसोई गस यानी एलपीजी सडी क सीध बक खात मजान स भी अी-

खासी बचत ई ह इसस यही सािबत होता ह िक आधार म कछ भी गलत नही ह

Apprehension on Data theft जब दिनया भर स डाटा चोरी की खबर आन लगी ह तब हम यह दखना चािहए िक हमार वतमान कानन मौजदा थित म हमारी िनजी जा

नकारयो की िकस कार रा करन म सम ह

भारतीय परवश इस म जिटल िवधान स ह वह न कवल पराना ब अ भी ह इस सदभ म तीन अलग-

अलग कानन ह य ह-

इिडयन पो ऑिफस ए 1898

इिडयन टलीाफ ए 1885 एव

इफामशन टोलॉजी ए 2007

आज वाटसए सदश पहल दो काननो क तहत िसल िकए जा सकत ह य कानन तब बनाए गए थ जब इस तरह का कोई टफाम

बनान क बार म सोचा भी नही गया था

आज डाटा सरा िचता का िवषय ह चिक आधार की जानकारी िनजी कपिनयो ारा एक की जाती ह इसिलए उसक चोरी होन या

उसका दपयोग होन की आशका बढ़ जाती ह ऐसी थित म िनजी कपिनया अपनी िजदारी स आसानी स पा झाड़ सकती ह

लिकन िचता महज आधार की जानकारी सावजिनक होन या उसक गलत थो म पड़न तक ही सीिमत नही ह

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Data colonization by MNCrsquos

हमारी ऑनलाइन गितिविधया जस गगल पर की गई कोई खोज या फसबक पर की गई कोई पो कई कपिनयो की िनगाह म रहती ह ता

िक व हम हमारी पसद की सवाए उपल करा सक अथवायह बता सक िक हम ा खरीदना चािहए

व हमारी पसद की चीजो लखो आिद पर हमारा ान आकिषत करन का भी काम करती ह इसक िलए हमारा डाटा कपिनयो ारा सा

झा िकया जाता ह

यिद इस पर रोक लगाई जाए तो हम आधिनक अथवथा स ही विचत हो जाएग What is the need

दरअसल आज जरत इस बात की ह िक डाटा की सरा क िलए कछ बिनयादी सरा उपाय िकए जाए तािक िनजी कपिनया िबना सहमित

डाटा साझा न कर सक और उसक चोरी होन पर व डाटाधारक को सिचत करन को बा हो आधार की जानकारी िनजी एव सवदनशील होन

क कारण उसका उिचत रखरखाव आवक ह

Not data opposition but data protection is the need िडिजटल म हो रही गित को दखत ए डाटा की बढ़ती आवकता का िवरोध करना भी बवकफी होगी

िडिजटाइजशन क जरय बहतर शासन कोई खतरनाक सािजश नही ह यह तो हमारी मौजदा िवकास की राह का एक पड़ाव मा ह ल

िकन इसक साथ ही िडिजटल होत नागरक क िनजता कअिधकारो की रा और डाटा की सरा समय की माग ह

एक डाटा सरण अथॉरटी क गठन की िसफारश िजसम ाियक और तकनीकी िवशष शािमल होग यह अथॉरटी ही इस िवधयक

क सभी ावधानो का अनपालन सिनित करगी लािक यहएक ाइवट मबर िबल ह और ऐितिसक प स दख तो ऐस िवधयक िवरल ही

पारत होत ह इसक बावजद हमार दश म िजस तरह की जनभागीदारी वाली लोकतािक णाली ह और आज िजसतरह इस म पर पर

दश म जन िवमश िछड़ा आ ह उस दखत ए मङो उीद ह िक सरकार हमारी िचताओ को समङोगी और हमार डाटा और िनजता क

अिधकार को सरित करन क िलएआवक कदम उठाएगी

बढ़त कचर की चनौती स िनपटना लगभग सभी शहरो म कड़ क ढ़र ा क िलय गभीर खतरा बन गए ह इनम व शहर भी शािमल ह जो कचर क िनपटान क भावी तरीक

िवकिसत नही कर पाय ह

Government mission to tackle MSW इस समा पर िनयण क िलय भारत सरकार न -आधारत िवकास और शहरी र क ाट समाधान क माम स जीवन म सधार क

िलए भारत अिभयान (एसबीए) और ाट िसटी िमशन (एससीएम) श िकय ह तीन साल की काय एजडा (2017-18 स 2019-20)

तयार करन म नीित आयोग न नगरपािलका क ठोस अपिश (एमएसड) बधन की समस या स िनपटन क िलय ापक ढाचा तयार िकया

7935 शहरी ो म रहन वाल 377 िमिलयन िनवािसयो क कारण (जनगणना 2011) ित िदन 170000 टन ठोस अपिश पदा होता ह

इस त को दखत ए समयसीमा म काय परा करन क िलए नीित आयोग न यह एजडा सही समय पर िवकिसत िकया गया ह ोिक

2030 तक जब शहरो म 590 िमिलयन िनवासी हो जान क कारण शहरो की सीमाय समा होन स कित और शहरी अपिश का बधन

करना मल होगा

सामािजक और आिथक वािवकताओ क चलत इस समस या का शी तकनीकी समाधान आवश यक ह और नीित आयोग का एजडा

इस समस या को हल करन का यास ह

इस एजडा म सझाए गए समाधान दो तरह क ह

बड़ी नगर पािलकाओ क िलए अपिश पदाथ स ऊजा तयार करना और

छोट को तथा अध-शहरी ो क िलए अपिश का िनपटान कर खाद तयार करन की िविध

इसम नगरपािलका क ठोस अपिश साफ करन की िया म तजी लान क िलय सय लगान क वास त सावजिनक िनजी भागीदारी हत

भारतीय रा ीय राजमाग ािधकरण (एनएचएआई) क समान ही नया व ट एनज कॉरपोरशन ऑफ इिडया (डईसीआई) थािपत करन

का सझाव िदया गया ह

Waste to energy technologies समाधान का ाव करत ए नीित आयोग न थमल पाइरोिलिसस और ाा गसीकरण ौोिगिकयो क लाभ-लागत अनपात का भी

माकन िकया ह य दोनो महग िवक ह गौरतलब ह िक नीित आयोग का ािवत एजडा सझाव दन का ह और राो पर िनभर

करता ह िक व इन पर कसी ितिया दत ह लिकन ममियो ारा ािवत िवक पर ादातर राो का समथन िमलन की

सभावना ह

हालािक तकनीकी और पयावरणीय आधार पर दश म कायरत मौजदा अपिश स ऊजा तयार करन क सय पर िमली जली रपोट ह

समा की जड़ दश म शहरी अपिश की कित ह िजसम ऐस पदाथ का िमण होता ह जो परी तरह स दहन क िलए उपय नही

होता ह चिक शहरी अपिश का 80 ितशत पदाथ सड़ा-गला भोजन री-कतरन जस जिवक पदाथ होत ह इसिलए िनधारत वाय

गणवा मानक पर खर उतरन म मौजदा सय को किठनाई आती ह

Present waste disposable techniques मौजदा अपिश क िनपटान की िविधया बत अी नही ह शहरी नगर-िनगम अपिश बधन पर 500 स 1500 पय ित टन खच करती ह

इसम स 60 स 70 ितशत कड़ा एकित करन म शष 20 स 30 ितशत एकित कचड़ को घर तक ल जान म खच होता ह िजसक बाद कचड़

क बधन और िनपटान पर खच करन क िलए कछ भी रािश नही बचती ह इसक अलावा शहरी ो को कम कर ा क िलए हािनकारक

कड़ क मदान बनाना एक बड़ी चनौती ह

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Other techniches एजडा म अपिश स बड़ पमान पर को खाद और बायो गस उ करन क िलए जगह की कमी को भी रखािकत िकया गया ह हालािक

वािवकता म कड़ क कई थानो पर िबना दता क को तयार करन की कोिशश की जा रही ह सरकार एक िवक क प म

वनित खाद बनान की वहायता पर दोबारा िवचार कर अिशित यवाओ क िलए रोजगार का वकक ोत पदा करन क िलए इस रा ीय

कौशल िवकास िमशन म शािमल कर सकती ह

सहमित पर पचन क िलए य शआती समय ह हालािक यह ह िक दश म िविवध सामािजक आिथक वािवकताओ क िलए एक

समान िवक नही हो सकता लिकन इस सामािजक और पयावरणीय समा पर समय रहत चचा श करन क िलए सरकार को य िदया

जाना चािहए दश को और हरत बनान क िलए भारत अिभयान क साथ ही नीित आयोग ारा ािवत एजडा सही अपिश

बधन की िदशा म एक कदम ह

िकसानो को चािहए साहिसक सधार Indian agriculture is facing a severe crisis and complexity of market Monsoon are giving tough life to farmers India need a bold and historic reforms to revive farmers interest in agriculture Editorial दश क ादातर रा गभीर किष सकट की िगर म ह िकसानो (Farmers) का असतोष व उनकी बचनी िदनोिदन आामक होती जा रही

ह म दश क मदसौर म जो कछ आ वह हमार नीित-िनयताओ क िलए एक झकझोर दन वाला वाकया था

कोई िछपी ई बात नही ह िक िकसानो को उनकी फसलो का सही म नही िमल पा रहा ह

उनकी आमदनी नही बढ़ रही ह

दालो और बागवानी उपज की बपर पदावार स इनकी कीमतो म भारी िगरावट आई ह और िकसानो क हक म मो क थरीकरण की

िदशा म कोई साथािनक त काम नही कर रहा Solution found in loan waiver

कज-माफी का कदम इस सकट का सिवधाजनक िसयासी समाधान बनकर उभरा ह पर यह न

िसफ आधा-अधरा हल ह ब गलत भी ह इसस फौरी राहत भल िमल जाए मगर किष म ा सकट का दीघकािलक समाधान यह कतई नही ह

आखर साल 2008-09 म भी िकसानो क कज माफ ए थ

इसक बावजद हम अब भी एक बड़ सकट क बीच ह

यिद हम िकसानो की पण कज-माफी क िलए अभी िकसी तरह स ससाधन जटा भी ल तो इस बात की कोई गारटी नही िक

कछ वष बाद हम िफर स उसी महान पर नही खड़ होग

इसिलए कज-माफी मज की ठीक-ठीक पहचान िकए बगर दवा दन जसी बात ह

यह दद-िनवारक दवा की तरह ह जो फौरी राहत दती ह जड़ स उपचार नही करती

असली मसला यह ह िक जब िकसानो की उादन लागत लगातार बढ़ रही ह तब तमाम रयायतो (सडी) क बावजद व

अपन उादन का वािजब म नही हािसल कर पा रह Solution lies in Agri Marketing

जवाब किष बाजारो क सधार म िनिहत ह सरकार क भीतर किष िवभाग का म फोकस खती-िकसानी क इनपट पर रहा ह हम

म प स बीज खाद कीटनाशक व जल की उपलता को सभालत रह ह यह जरी भी ह ोिक जसी िक कहावत ह- सब

कछ इतजार कर सकता ह मगर खती म यिद चीज व पर नही ई तो िफर उसका कोई अथ नही रहता यानी lsquoका वषा जब किष

सखानrsquo व पर बीज खाद कीटनाशक और पानी की जो यह जरत ह वह एक भारी कवायद की माग करती ह और दिनक

प स उसकी िनगरानी करनी पड़ती ह हालािक तकनीकी तरी क कारण आज lsquoइनपट मनजमटrsquo बत ादा मल नही

रह गया ह असली मसला यह सिनित करना ह िक िकसानो को उनकी पदावार क सही दाम िमल

Fault lies in Minimum Support Price औोिगक क उदारीकरण की शआत 1991 म ही हो गई थी मगर इन सधारो न किष की अनदखी कर दी परानी APMC

(किष उाद बाजार सिमित) ही यह तय करती ह िक एक िकसान कहा और कस अपनी उपज को बचगा आज भी िकसानो की

फसल का दाम तय करन का एकमा साधन एमएसपी (नतम समथन म) त ही ह

िपछल वष स APMC म सधार की बात होती रही ह मगर इसक िलए िनणायक कदम आज तक नही उठाया जा सका ह

िकसानो को मनाफा िदलान म मिडया बड़ी भिमका िनभाती ह

पव म गा कारोबारयो क िबचौिलए बरोक-टोक िकसानो का शोषण करत रहत थ लिकन मडी-वथा न िबचौिलयो की

भिमका ख करन की कोिशश की इस काम म वह कामयाब भी ई ह पर अब परा आिथक पर ही बदल गया ह

इसिलए गितशील समाधान की आवयकता ह

किष का उदारीकरण व की माग ह

What to be done किष उादो को अब एक रा स दसर रा ब दसर दश म िनबाध प स ल जान और लान की अनमित दी जानी चािहए

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इस काय की आजादी की राह म खड़ी कावटो को ख करन की जरत ह यही एकमा उपाय किष फसलो क मो म थरता ला

दगा

आधिनक सचार मामो क कारण िकसानो (Farmers) क िलए यह पता लगाना अब मल नही ह िक कहा िकस फसल का ा दाम

ह और इस तरह व जहा चाह अपनी फसल बच सक ग

सीध उपभोाओ को अपन उाद बचन को लकर िकसानो पर कोई पाबदी नही होनी चािहए खासकर बागवानी उपज की िबी क

मामल म

दरअसल एपीएमसी म सधार को लकर इसिलए सफलता नही िमल रही ह ोिक रा सरकार lsquoकाट फािमगrsquo यानी अनबिधत खती

की अवधारणा का िवरोध कर रही ह असल म सरकार अनबिधत खती की अनमित दन क राजनीितक नतीजो स डरती ह इसीिलए व

िकसानो क सीध किष सरण स जड़न की राह म बड़ी बाधाए खड़ी कर रही ह हालािक अनबिधत खती म िकसानो क शोषण क

डर को ख करन क िलए एक सथागत त खड़ा िकया जा सकता ह

नतम समथन म का त मलत धान और ग जस अनाज क मामल म ही काम करता ह भारतीय खा िनगम (एफसीआई) इनकी

खरीद करता ह साई यह ह िक िनगम िसफ पजाब व हरयाणा क खरीद ल को परा करन म ही सम ह उसक पास न तो ससाधन

ह और न ही यह इा िक वह पव उर दश िबहार जसी जगहो स खरीद कर जबिक इी इलाको म नई हरत ाित श करन की

बात की जा रही ह जािहर ह िपछड़ इलाको को एमएसपी त स कोई फायदा नही िमल रहा

छोटी जोत वाल िकसानो की तादाद दख तो उ सगिठत करन का कोई िवक नही ह दश क कॉरपोरशन राजनीितकरण क कारण

अपन मकसद म नाकाम हो चक ह इसिलए जरी ह िक िकसानो क सगठन बन ोिक छोट िकसान अपन तई मोल-तोल नही कर

सकत सगठन कर सकत ह साफ ह मौजदा सकट का इलाज किष बाजार म साहिसक सधार क भीतर ह न िक सडी व कज-माफी

जस कदमो म

जिवक खती ही उपाय रासायिनक खाद क लगातार उपयोग स जमीन की सहत कमजोर होती जा रही ह कही-कही तो हालात बत ही खराब ह अिधक उपज लन

की कोिशश म िकसान भिव क िलए पदा हो रह सकट को नही समझ पा रह ह िकसानो क बीच जागकता जरी ह

किष क यािकीकरण का यह एक ाह पहल ह िक छोट और सीमात िकसानो न भी पशपालन को ाग िदया इी पशओ क गोबर स

बनी खाद खतो की सहत क िलए ताकत थी अब ऐस िकसान बल की जोड़ी नही रखत

िकराए क टर स जताई का काम ल लत ह िगन चन िकसानो न ही वम को का िशण िलया ह

ऐसी थित म रासायिनक खाद पर िनभरता बढ़ गई ह

वष स ऐसी खाद क उपयोग स िमी की उवरा श घटती जा रही ह हालात यही रह तो िमी को रत बनत दर नही

जिवक खती को बढ़ावा दन क उ स चाल िवीय वष म 130 करोड़ पय खच करन की योजना ह िकसानो को इस योजना का लाभ

उठाना चािहए सरकार का मानना ह िक इन उपायो स फसलो क उादन और उादकता म व होगी िजसका लाभ िकसानो को िमलगा

किष िविवालयो को भी ससाधन सप बनान की कवायद जारी ह तािक िबहार की किष को लाभ िमल सक हाल ही म किष िविवालय

सबौर न ग का ऐसा भद िवकिसत िकया ह जो कम िसचाई म भी िकसानो क िलए लाभदायक िस होगा रा का बड़ा िहा सख की

चपट म आ जाता ह पया िसचाई की वथा न होन स इन ो क िकसान साल म एक ही फसल ल पात ह यिद पयावरणीय परवतन को

दखत ए फसलो क नए भद िवकिसत होत रह तो इसका सीधा लाभ रा की किष और िकसानो को िमलगा इन सब उपायो क बीच जरी

ह िक िकसानो क बीच जागकता पदा की जाए उ लाभ-हािन का गिणत समझाया जाए साथ ही पशपालन क ित जागक िकया जाए

तािक जिवक खती को और बल िमल

अिधकार और सरा की नई लड़ाई

साइबर सरा और िनजता क अिधकार का मसला दश म एक गभीर मा बनकर उभरा ह अब तो सीम कोट तक यह मामला पच गया ह

जािहर ह इसकी पभिम म आधार काड क डाटा लीकहोन की खबर स लकर तमाम तरह क ए स पदा होन वाल खतरो की िचताए शािमल

सबस ताजा िववाद तो सऊदी अरब क जनल आबदीन ारा िवकिसत एप lsquoसराहाहrsquo को लकर खड़ा आ ह बताया जा रहा ह िक इसक

जरय एप यजस िकसी को भी मसज भज सकत ह मगरमसज रसीव करन वाला नही जान पाएगा िक सदश िकसन भजा ह इस एप क

जरय अगर िकसी को कोई धमकी द तो िफर ा होगा

यजस की पहचान उजागर न होन की सरत म आतक फलान क िलए इसका दपयोग हो सकता ह Origin of Privacy debate

अगर हम िनजता क अिधकार को दख तो इस अिधकार का िवकास पिमी दशो स आरभ आ अमरका और यरोप म इस अिधकार

का बत ादा िवकास आ लिकन हमन दखा िक 911 कोव टरड सटर पर आतकी हमल क बाद िनजता क इस अिधकार को कम

िकया जान लगा

इसस जड़ नए-

नए कानन आए िजनम सरकारो को यह हक िमला िक व लोगो की िनगरानी कर सकती ह उनकी चौकसी कर सकती ह पर यह उन रा

ो क परवश व परथितयो क आलोक मबन कानन थ

India amp Right to privacy concept in Society भारत की थित अ दशो की तलना म िविश और अनठी ह हम एक सय परवार की जड़ स पदा ए समाज ह इसिलए भारत क

लोगो को शयर करना एक ाभािवक वकक वहारलगता ह

हम लोग िनजता क बार म ादा नही बात कर पाए और इस अिधकार का ादा िवकास हमार दश म नही आ

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िपछल करीब एक-

डढ़ दशक स भारत क लोगो म एक नई जागकता आई ह और उनम एक नया िवास जगा ह िक उनका जो lsquoपसनल सrsquo ह उसका

सरण होना चािहए

चाह िशित भारतीय हो या अिशित व चाहत ह िक जो उनक िनजी दायर म आन वाली चीज ह उनम कोई ताक-

झाक न सरकार की तरफ स हो और न ही िकसी अ एजसी ारा

यह अपा न िसफ मोबाइल को लकर की जा रही ह ब इटरनट पर अपनी गितिविधयो को लकर भी

Need to have data Security भारत म िनजता क अिधकार क सदभ म पहल तो हम यह मानना पड़गा िक यहा पर इस अिधकार को लकर कोई कानन नही ह न

ही भारत म कोई डाटा सरण कानन ह जो डाटा कीगोपनीयता की िहफाजत कर सक अलबा उतम ायालय न अपन िविभ फ

सलो म जीवन जीन क हमार मौिलक अिधकार की ाा करत ए उसक दायर को बढ़ाया ह

सव ायालय न कहा ह िक सिवधान क अनद-

21 म जीवन जीन का जो मौिलक अिधकार िमला ह वह इतना ापक ह िक उसक अतगत िनजता का अिधकार भी आ जाता ह ऐस म

अगरसरकार इसका िकसी तरह स हनन करती ह तो आप अदालत की शरण ल सकत ह

सीम कोट न तो यह तक कहा ह िक जीन क अिधकार क तहत ही सान क साथ मानवीय जीवन जीन का अिधकार आता ह

अब आधार क सदभ म यह िववाद िफर स उतम ायालय म आया ह िनजता हमार मलभत अिधकारो और जीवन जीन क मौिलक अिधका

र का अिभ िहा ह और सरकार िबना िकसी काननीकरण क हम इसस विचत नही कर सकती

आज हम यह भी दखना होगा िक आधार क मामल म लोगो क िनजता क अिधकार का लगातार हनन हो रहा ह आधार की शआत एक

क योग क तौर पर ई थी माच 2016 म जब हमनआधार कानन को पारत िकया था तब भी यह क था लिकन कछ महीनो क बा

द सरकार न इस अिनवाय बनाना श कर िदया अब यह लगभग हर चीज स जड़ता जा रहा ह ऐस म आपकीहर गितिविध सरकार मॉिनटर

कर सकती ह

Cyber space amp Privacy आज क हालात म िनजता क अिधकार का अिभ सबध साइबर सरा स ह हम सरा पर िकतना ादा ान दत ह यह इस बात पर िनभर

करगा िक हम अपनी िकतनी िनजता सरित रख पात ह

दयग स ादातर भारतीय मानत ह िक उनक िडवाइस नटवक और डाटा की सरा की िजदारी सरकार और सिवस ोवाइडर यानी सवा

दन वाली कपनी की ह अगर उपभोा िडवाइस कीसाइट पर सरा नही ढढ़ता और अधाधध मोबाइल एकशन डाउनलोड करता जाता ह

िबना उनकी सवा-

शत को पढ़ ए तो कही न कही उनकी िनजता का हनन होगा ही ोिक य तमाममोबाइल एकशन अपनी शत म कहत ह िक हम आप

क डाटा की कॉपी कर ग उनकी िनगरानी व इमाल कर ग

Need to take preventive steps जब हम य सार अिधकार खद उ द दत ह तो िफर बाद म शोर मचान का बत औिच नही रह जाता

इसिलए लोगो म जागकता लान की जरत ह आज हम अपनी िनजता को सरित रखन क िजतन कदम उठा सक ग उतनी ही वह सरि

त होगी िनदह सरकारो का भी दािय ह िक वअपन नागरको की िनजता क अिधकार का सरण कर लिकन आज सरकार इस तरफ

जाना नही चाहती ोिक साइबर अपराध और आतकवाद क िलए इटरनट का इतना ादा दपयोग होरहा ह िक सरकार ादा स ादा स

चनाए इका करना चाहती ह तािक कानन-

वथा बरकरार रह और उनक रा की सभता पर नकाराक भाव न पड़ लिकन इस मामल म एक िनयण-

रखा तो होनी ही चािहए कानन मानन वाल नागरक की िनजता का सरण होना चािहए अब सीम कोट लोगो क अिधकार और सरकार की

जरतो क बीच कस समय िबठाता ह यह तो उसकफसल स ही साफ होगा

जलवाय परवतन क नतीज Effect and result of Climate change over the world जलवाय परवतन क िलहाज स दखा जाए तो 2016 न सबस बर रकॉड बनाए इस दौरान दिनया तबाह करन वाली कई घटनाए आकार लती

िदखी

बीत साल हवा और सम की सतह का जो औसत तापमान दज आ वह औोिगक ाित क सालो क बाद स सबस ादा था

2016 म वायमडल म सबस ादा काबन डाइ आाइड भी दज की गई इसक नतीज म आक िटक की बफ क िपघलन म िचताजनक

तजी ई

बफ की इस िवशाल चादर स बड़-बड़ दशो क आकार क बराबर िहमखड टटकर सम म तरत दख गए बीत साल एक तरफ सम क

र म सबस ादा बढ़ोतरी ई तो दिनया न सबस ादा सखा भी दखा

आलम यह रहा िक िकसी भी महीन म दिनया की 12 फीसदी जमीन सख का सामना करती रही य ऐसी हकीकत ह जो जलवाय परवतन

की अवधारणा क िकसी िवरोधी क िलए भी िचता का सबब होनी चािहए इसिलए भी िक इनक नतीज जलवाय परवतन को मानन या न

मानन वालो म भद नही कर ग Political urgency and not urgency of Climate change सवनाश की आहट दती एक आपदा हमारी आखो क सामन ही घट रही ह लिकन खबरो और जनमानस म अपनी मौजदगी दज करान क िलए

इस सघष करना पड़ रहा ह ोिक वहा राजनीितक टकराव जसी दसरी वािवकताए ाथिमकता म ह लिकन आग जो तफान हम पर

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बरसन वाला ह उस अपनी मौजदगी जतान क िलए सघष नही करना पड़गा सम का बढ़ता र दिनया भर म इसक िकनार बस कई शहरो

को कड़ का ढर बना दगा उधर सखा खती का नाश कर दगा इस ासदी स िवथािपत होन वाल लोग यानी ाइमट रजी उन जगहो की

तरफ दौड़ग जहा हाल थर होगा और जहा क लोग य समझ रह होग िक व इस आपदा स सरित ह

आज तो यह जरत और भी बढ़ गई ह िक दिनया क लोग आन वाली इस चनौती को पहचान और िकसी भी तरह स काबन डाइ ऑाइड

का उजन कम करन क िलए आपस म हाथ िमलाए साथ ही उ ऊजा स जड़ी तकनीको को भी आामक र पर बढ़ावा दना

चािहए लिकन आठ साल तक उजन रोकन की िदशा म आशा जगान वाली शआत क बाद दिनया अब उी िदशा म जा रही ह िजस

अमरका क इस मामल म दिनया का नत करना चािहए था वहा क रा पित न परस समझौत पर अपन पववत की कोिशशो स पा झाड़

िलया ह इतना ही नही अमरकी रा पित अब ऊजा क म पर ई गित को भी पीछ ल जा रह ह इस िवशाल विक हसन म

पािकान खद को असहाय महसस कर सकता ह लिकन यहा की सरकार को भी इस िदशा म बत कछ सोचना होगा पहली बात तो यही ह

िक कोयल स चलन वाल िबजलीघरो को हम अपनी सारी ऊजा समाओ का हल न समझ पयावरण को लकर हम और भी परप नीित

अपनानी होगी यह िचता बत लोगो को हो रही ह और इसका िनराकरण िकया जाना चािहए

पानी की िफतरत स खलवाड़ का नतीजा ह बाढ़ Increase instances of flood (s) in recent times are not just due to natural reason but cause lies in human developmental activities Hindustan Twin disasters of Water हम हर साल पानी को लकर दो तरह की ासिदयो की चपट म आत ह गरिमयो क आत ही पानी क सकट का हो-

हा बढ़ जाता ह और बारश क साथ ही बाढ़ का खतरा गहरा जाता ह

मौसम म बदलाव क कारण अब यह अिनितता ादा ही बढ़ गई ह

कहा बारश का जोर रहगा और कहा सख की मार रहगी इन परथितयो का अनमान लगाना बड़ा ही मल हो चका ह

उराखड की 2013 की ासदी क बाद 2014 म ीनगर म दो बार आई बाढ़ इसका उदाहरण ह

2005 क बाद लगातार िकसी न िकसी प म मबई डबन की थित म आ जाता ह तब 900 िममी की बारश न 450 लोगो की जान ली थी

ऐसी ही थित कई राो की बनी रहती ह

हमार गाव हो या िफर शहर हमन जल-िनकासी पर समिचत ान नही िदया ह

Traditional structure and Flood पहल गावो म एक जल-िनकासी की वथा होती थी पानी क राो को तो बाधारिहत रखा जाता था पर साथ म जल-

सरण क भी बहतर तरीक थ दश क तालाब व पहाड़ म हो या िफर मदान मवषा क पानी क सरण क बड़ उदाहरण थ पहाड़ो म ताल व

खाल इसी अवधारणा क उदाहरण रह ह मदानी इलाको म जस िक िदी का हौजखास या भोपाल आिदलाबाद व हदराबाद क बड़तालाब

सब वषा क पानी का ही सरण करत रह ह य आज भी आबादी क बड़ िह की पानी की आवकता की पित करत ह

Negligence of Water drainage amp Flood सार दश म बढ़त ढाचागत िवकास म सबस ादा अनदखी जल-िनकासी की ही ई ह

हाई-व व ाईओवर पर नजर डािलए जहा-जहा य गावो स होकर गए वहा-वहा गाव पानी म डब गए

य हाई-व गावो क र स ऊपर उठाकर बना िदए गए जो पानी क बहाव को रोक दत ह

आज िबहार उर दश और अ कई राो क गाव इसी कारण वषा म जलम हो जात ह बस गािड़यो की िनकासी म कोई िदत

नही होती ह चाह गावो म वषा जल की िनकासी खटाई मपड़ जाए

इस तरह क जल-जमाव गावो को तो डबोत ही ह अपन साथ-

साथ कई तरह की बीमारयो को भी लात ह आज शायद ही कोई का या शहर ऐसा िदख जहा जल-

िनकासी की वथा पया होिदी मबई या चई जस महानगरो म चद घट की बारश ई नही िक सब कछ ठहर जाता ह ढाचागत

िवकास की योजना बनात समय जल-िनकासी को कभी ाथिमकता नही िमलती

कित क िवान क ित हमारी नामसझी हम इस िवान को समझन क िलए परी तरह असफल हो गए हम यह भल गए िक कित

करोड़ो वष क मथन का अम उपहार ह पी मजलवाय की सरचना ई ह िजस हमन मा गत 100 वष म ही िवकास की बिल चढ़ा

िदया पी पर जल वाय जमीन और जगल की िनयक कित ह और य सब कछ महीन आपसी रो कसमय का बहतर उदाहर

ण ह िकसी एक स की गई छड़छाड़ दसर को भी सीधा भािवत करती ह वस तो करोड़ो वष क इस सतलन को िमटा दना सभव ही न

ही ोिक इसक परी तरह िमटनस पहल ही जीवन की परथितया समा हो जाएगी यह समझन का व भी आ चका ह Concluding mark

हम जल क सदभ म दिनया को एक बड़ा उदाहरण द सकत ह वषा जल क सरण क ाकितक व परपराओ का मान करत ए निदयो

क जलागमो को जो आज वन-

िविहन हो चक ह उवनाािदत कर दोहन का काम कर सकत ह य ाकितक बाधो का काय कर ग निदयो को तफानी नही ब

शात रखत ए िनयित जलबहावी रखग तालाबो को पनजिवत कर कित कजल सरण क राो को साफ रख नदी तालाबो क अ

ितमण पर गभीरता ही हम सख और जलभराव क को स म रखगी पानी क ाकितक राो की तता ही हम बाढ़-

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म व जल-

य बनाकर रखगी इसस िकसी भी तरह की छड़छाड़ अपन ही परो पर काड़ी मारन जसा होगा अभी वह समय बत दर नही गया

ह जब हम न िसफ मानसन का इतजार करत थ बइसका हर जगह ागत होता था पर अब अ मानसन की भिववाणी स ही

हम डर लगन लगता ह Attempt this Qs

GS PAPER III

आपदा और आपदा बधन

बाढ़ िसफ एक चरम मौसम की घटना नही ह लिकन आिशक प स ाकितक और आिशक प स

मानवीय ह | इस पर चचा करत ए बाढ़ शासन क िलए इस व का मह समझाए बाढ़ शासन

क फोकस को बाढ़ क कोप वाल इलाको म राहत क बजाय समदायो की मता िनमाण पर करना चािहए floods are not just an extreme weather event but partly natural and partly anthropogenic While discussing this issue bring out relevance of the statement ldquo Flood governancersquos Focus should shift from relief measures to building resilience in flood-prone areasrdquo httpindianexpresscomarticleopinioncolumnsliving-with-the-deluge-northeast-flood-

ऊजा परतता स चािहए आजादी India is not energy surplus and this needs to be imported Require innovative solution to become completely Independent

Dainik_Tribune दश को त ए 70 साल हो गए पर हम परत होत जा रह ह

फाट फिटलाइजर ईधन तल कोयल और यरिनयम क आयात पर हम िनभर हो गए ह इनकी साई बद हो जाए तो हम एक साह

म ही िवदशी ताकतो क सामन घटन टक दन होग

ऊजा की परतता सबस ादा िवकट ह दश की ऊजा की जरत बढ़ती जा रही ह

हमार ोत सीिमत ह (Resources Limited)

थमल िबजली क उादन को कोयला चािहए हमार कोयल क भडार लगभग 150 साल क िलए ही पया ह वतमान म ही हम कोयल

का आयात कर रह ह

दश म तल कम ही उपल ह 80 ितशत तल का हम आयात कर रह ह

ीयर ऊजा क िलए अपन दश म यरिनयम कम ही उपल ह इसक आयात क िलए हम िनरतर ीयर सायस प की सद

ता हािसल करन का यास कर रह ह

थमल तथा ीयर ऊजा म एक और समा पीिकग पावर की ह Problem of thermal amp Nuclear Energy

दश म ऊजा की िडमाड सबह एव शाम 6 स 10 बज सवािधक रहती ह लिकन थमल तथा ीयर ऊजा को समयानसार श तथा बद

नही िकया जा सकता

थमल तथा ीयर ऊजा 24times7 िबजली की जरत परी करन क िलए उपय होती ह Problem of Oil Energy

तल स बनी ऊजा को तलना म ज श एव बद िकया जा सकता ह पर यह सबस महगा पड़ता ह इसिलए धाबोल जसी तल आधार

त परयोजनाओ को हम बद करना पड़ा ह

सोलर तथा हाइड ो ोत (SolarampHydro Energy)

सोलर ऊजा का उादन कवल िदन क समय होता ह पीिकग पावर की जरत परा करन म यह ोत परी तरह नाकाम ह

हाइड ो पावर (Hydro Power)

हाइड ो पावर स पीिकग पावर को बखबी बनाया जा सकता ह

हाइड ोपावर का उादन नदी क पानी को डम क पीछ रोक कर िकया जाता ह

टबाइन को मनचाह समय श और बद िकया जा सकता ह

लिकन

हाइड ोपावर क पयावरणीय एव सामािजक दभाव भयकर ह

िटहरी भाखड़ा और सरदार सरोवर जस बाधो म नदी ारा लाई गई गाद जमा हो रही हअयनो म पाया गया ह िक िटहरी की झील 140

स 170 वष म परी तरह गाद स भर जाएगीिटहरी डम कामल लाभ ह िक मानसन क पानी को एकित करक जाड़ एव गम म उपयोग

िकया जाता ह झील म गाद क भर जान क बाद ऐसा नही हो सकगा झील म गाद जमा होन स नदी ारा गाद कममाा म लाई जाती ह

और सम ारा अपनी भख को िमटान क िलए तटो का भण िकया जाता ह वतमान म गगासागर ीप का सम ारा भण इसी कार

िकया जा रहा ह

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Small

Hydropower छोटी हाइड ोपावर योजनाओ म डम क पीछ बड़ी झील नही बनाई जाती 24 घट म िजतना पानी पीछ स आता ह उतना

ही िबजली बनाकर आग छोड़ िदया जाता ह परइन योजनाओ स मछली क आन-

जान क रा बद हो जात ह मछली क कमजोर होन स नदी क पानी की गणवा भी कमजोर होती ह

हाइड ोपावर योजनाओ म िवथापन की सामािजक समा भी रहती ह कोटलीमल परयोजना क पयावरणीय दभावो का आिथक म

ाकन िकया तो पाया िक हाइड ोपावर की वािवक उादनलागत 15-20 पए ित यिनट ह

ऊजा तता (Energy

Independence) की समा िवकट ह थमल तथा ीयर क िलए हम आयातो पर िनभर हो जात ह और पीिकग पावर भी नही बना सकत

तल महगा पड़ता ह सोलर काउादन िदन म होता ह जबिक जरत सबह-शाम ादा होती ह Solution

इस समा का हल सोलर तथा प ोरज क जोड़ स िनकल सकता ह प ोरज योजना म दो झील बनाई जाती ह एक ऊपर तथा एक

नीच िजस समय सोलर थमल अथवा ीयर िबजलीकी साई अिधक एव िडमाड कम रहती ह और बाजार म िबजली का दाम लगभग 2

पए रहता ह उस समय नीच की झील को झील क पानी को प स ऊपर की झील म डाल िदया जाता ह इसकबाद जब िबजली की िडमाड

ादा होती ह और िबजली का दाम 8-12 पए ित यिनट रहता ह तो ऊपर की झील स पानी छोड़ िबजली को बनाया जाता ह

हमार पास न कोयला ह न यरिनयम ह नतल ह निदया पजनीय ह लिकन हमार पास धप और पहाड़ ह इनका जोड़ बना द तो हम अपन स

साधनो स ही सबह-शाम की पीिकग िबजली 6-7 पए क स दाम पर बना सकत ह

भारत का परमाण ऊजा कायम

भारत न अण यग म और सही कह तो परमाण यग म 4 अगस त 1956 म उस समय वश िकया जब भारत क पहल परमाण रएक टर

अप सरा को चाल िकया गया

इस रएक टर की िडजाइन और िनमाण भारत ारा िकया गया था और इसक िलए एक समझौत क अतगत िटन न परमाण ईधन की

सप लाई की थी

अनसधान उश यो क िलए हमारा दसरा रएक टर साइरस कनाड़ा क सहयोग स बनाया गया और 1960 क ारभ म सचािलत आ

अनसधान रएक टर न यट न भौितकी न यट न िविकरण क अतगत पदाथ क व यवहार क अध ययन और रिडयो आइसोटोप उत पादन क

िलए अनसधान मच बन बाद म य िवशषकर िविभन न बीमारयो िवशषकर क सर क इलाज म उपयोगी सािबत ए और गर-िवनाशकारी

परीण उश य क िलए औोिगक एप लीकशनो म भी बत उपयोगी सािबत ए Nuclear energy

परमाण ऊजा स िबजली बनान का काम अक टबर 1969 म उस समय श आ जब तारापर म दो रएक टरो को सवा म लाया गया

तारापर परमाण िबजली स टशन (टीएपीएस) अमरका क जनरल इल क न बनाया था और अब यह स टशन अपनी सवा क 48व वष म

तारापर दश म कम लागत की गर-हाइड ो िबजली सप लाई करता ह भारत का दसरा परमाण िबजली स टशन राजथान म कोटा क

िनकट स थािपत आ और इसकी पहली इकाई न अगस त 1972 म काम करना श िकया राजथान की पहली दो इकाइया कनाड़ा क

सहयोग स बनाई गई कनाड़ा ऐस रएक टरो क मामल म िस ह िजनम ाकितक यरिनयम को ईधन क प म इस तमाल िकया जाता

ह लिकन इन रएक टरो म भारी जल की आवश यकता होती ह

भारत का तीसरा परमाण िबजली घर चन नई क िनकट कलपक कम म स थािपत आ इस िबजली घर को भारत ारा अपन बल पर

िडजाइन और िनमाण िकया गया सभी सामी और उपकरणो का उत पादन दश म िकया गया था यह िवशाल चनौती थी क योिक उस

समय भारतीय उोग को परमाण उपयोग क िलए आवश यक जिटल उपकरण बनान का अनभव नही था परमाण ईधन िजरकोिनयम

भाग तथा भारी जल उत पादन सबधी व यापक काय भाभा परमाण अनसधान कन (बीएआरसी) म होता था पॉयलट सय बनाय गय

और बाद म इनको उन नत बनाकर औोिगक सय बनाया गया उोग को िवशष िविनमाण िया म िशित करना था और नई

गणवतता िशण ियाए लाग की गई इस तरह जलाई 1983 म मास परमाण िबजली घर की पहली इकाई की स थापना क साथ

भारत उन दशो क समह म शािमल हो गया जो अपन बल पर परमाण िबजली इकाइयो की िडजा इिनग और िनमाण करत रह ह

हमारा चौथा परमाण िबजली घर गगा नदी क नट पर नरोरा म स थािपत आ इसक आसपास क इलाको म भकप क झटक महसस

िकय गय ह इसिलए भारत न ऐसी िडजाइन बनाई जो भकप क झटक को झल सक हमन 220 मगावॉट की िडजाइन को मानकता

दान की और इस दश म अनक स थानो पर स थािपत िकया जा सकता था नरोरा की पहली इकाई अक टबर 1989 म श ई अगल

20 वष म भारत न अपनी टक नोलॉजी क आधार पर ग यारह 220 मगावाट की इकाइयो तथा दो 540 मगावाट की इकाइयो को बनाया

और चाल िकया भारत की अपनी टक नोलॉजी को lsquoशराइज ड हवी वॉटर रएक टरrsquo कहा गया इस काय को परा करन क िलए भारत न

सढ़ भारी जल उत पादन मता और ईधन उत पादन मता का िनमाण िकया इसम झारखड म यरिनयम का खनन शािमल ह भारतीय

उोग को सभी तरह क उपकरण और सामियो क उत पादन क िलए सिय बनाया गया

कनकलम भारत न अपनी परमाण मता को तजी स मजबती दान करन क िलए ईधन क प म परष कत यरिनयम क उपयोग

वाली दो 1000 मगावाट की रएक टर िबजली इकाइया बनान क िलए 1988 म पव सोिवयत सघ क साथ समझौता िकया 1990 म

सोिवयत सघ क िवघटन क कारण भारत-स परयोजना को ठड बस त म डाल िदया गया 1998 म भारत और स न इस परयोजना

को श करन का िनणय िलया और 2003 म काय ारभ आ पहली इकाई को चाल करन का काम जब गित पर था उसी समय माच

2011 म जापान क फकिशमा म दघटना ई इसस सय थल क आसपास क लोगो न परयोजना का काफी िवरोध िकया लोगो को यह

समझान म काफी समय और सयम लगा तािक लोग कनकलम की सरा िवशषताओ क बार म जान सक और इस बात की जानकारी

भी ाप त कर सक िक जापानी सय की तलना म इस सय स थल की थितया िबल कल िभन न ह कनकलम की पहली इकाई 2014

और दसरी इकाई 2016 म चाल ई

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अब भारत क पास 21 रएक टर इकाइया ह कनाड़ा ारा सप लाई की गई राजस थान की पहली इकाई उपकरण िटयो क कारण काम नही

कर रही ह भारत न 2008 म अमरका तथा ास क साथ सहयोग क समझौतो पर हस तार िकया इन समझौतो क अतगत अमरका और

ास अपन दशो म िडजाइन की गई परमाण िबजली इकाइयो की स थापना भारत म कर ग तब स वाता चल रही ह लिकन अमरका क अणी

परमाण िबजली सय िनमाता व गहाऊस न कछ महीन पहल िदवािलयापन का मामला दज िकया ास की अरवा को फकिशमा दघटना

क बाद उसक परमाण ईधन कारोबार म पस का भारी नकसान उठाना पड़ा ास की सरकार न परमाण रएक टर कारोबार अपनी राष ट ीय

िबजली कपनी इल क डी ास को द िदया अब अमरका तथा ास क साथ सहयोग को लकर अिनितता का माहौल हो गया

परमाण ऊजा िवभाग अस पतालो तथा उोग को रिडयो आइसोटोप की सप लाई कर रहा ह िवभाग समी खा पदाथ क बबाद होन स

रोकन क िलए उपयोग म लाई जान वाली िविकरण टक नोलॉजी क उपयोग तथा प याज आम और अन य खा सामियो की जीवन अविध

बढ़ान क िलए सप लाई कर रहा ह

इस तरह भिवष य म आन वाल दशको म परमाण ऊजा काबन मक त ऊजा क प म महत वपण योगदान करगी परमाण टक नोलॉजी लोगो क

जीवन स तर को बढ़ान का समाधान पश करगी

lsquo भारत अिभयानrsquo का दसरा चरण lsquoकड़ा बधनrsquo Solid waste management भारत अिभयान क सरकार का एक महपण एजडा ह परत अब इस अिभयान क दसर चरण यानी Solid Waste management

अथवा कड़ा बधन की ओर कदम बढ़ान का समय आ चका ह कड़ा बधन म मई नगर पािलका की नाकामी क बार म बत कहा जाता

रहा ह मगर यह समा कवल मई तक सीिमत नही ह ब दश क अिधकतर महानगर तथा नगर इस समा का सामना कर रह ह

हाल ही म महज 15 िमनट की बारश क बाद िदी क ितित अताल जलम हो गए थ यह इसिलए और भी खतरनाक ह ोिक

अतालो म कड़ा अर िवषला तथा सिमत होता ह कड़ा पदा करन वाल अ मख ोत उोग तथा होटल ह

Solid Waste management िनयमो म लापरवाही को लकर राजधानी क 17 होटलो पर जमाना लगान क बाद नशनल ीन िट नल न

िदी क अतालो की भी सी स जाच की और उनम स 9 पर जमाना लगाया ह िजन अतालो पर जमाना लगाया गया ह उनम स

सरकारी अतालो को जमान क प म 75 हजार पए जबिक िनजी अतालो को 50 हजार पए स 2 लाख पए तक अदा करन को

कहा गया ह

कड़ा बधन का एक अ पहल तब उजागर आ जब पव िदी क एक मॉल म सरा सामान क िबना गटर साफ कर रह 2 भाइयो की

मौत जहरीली गस स हो गई यह ासदी लाजपत नगर म िदी जल बोड क सीवर मampसफाई किमयो की मौत क महज 6 िदन बाद घटी

ह इसस पहल जलाई म ही दिण िदी क िघतोरनी क गटर म 4 मजदरो की मौत ई थी

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हालािक रा ीय र पर इस तरह की मौतो का कोई आकड़ा नही ह अनमान ह िक दश भर म 100 सफाई कम गटर साफ करत

ए अपनी जान गवा दत ह कारण ह िक उनक सरकारी अथवा िनजी िनयोा उ जाम गटर खोलन का काम करत ए सरा क िलए

जरी गस मा सी ब हट जसा कोई सामान उपल नही करवात ह बॉडी सट अथवा ऑीजन िसलडर उपल करवाना

तो दर की बात ह

िकसी भी स अlsquoछ तथा असरित हालात म काम करवाना काननन अपराध ह ऐसा करन वाल िनयोाओ को जल तथा

जमाना हो सकता ह परत िनयमो का उघन करन वालो क िव आपरािधक कस दायर करन की खबर सनन को नही िमलती ह

सफाई किमयो की हािलया मौत की घटनाओ म भी िकसी क खलाफ कस दज नही आ ह ह िक परान िसम स ही आज भी

काम जारी ह What needs to be done

खतरनाक होन क बावजद कड़ा बधन क दोनो पहलओ को साला जा सकता ह कमचारयो को कछ सिवधाए उपल करवानी

होगी तथा कड़ा पदा करन वालो क िलए भी पा िसम तय करना होगा दोनो पहलओ की ही िनयिमत िनगरानी भी करनी होगी

यिद होटल इड ी कल कड़ का 25 स 30 ितशत पदा करती ह तो वहा rsquoयादातर कड़ा रसोई (खान-पीन की चीज जस िछलक

एिमिनयम क काच की बोतल तल आिद) अथवा हाऊस कीिपग िवभाग (सफाई क काम आन वाली चीज तथा ाक पकिजग

आिद) स पदा होता ह होटल बधन को अपन यहा कड़ को िठकान लगान क िवको पर गौर करना चािहए

बायो सिनटाइजर म मशीन ितिदन 500 िकलो कड़ा साल सकती ह भो पदाथ को व उनकी मल माा क एक-ितहाई तक कचल

कर गध रिहत को म बदल दती ह इसका इमाल खाद क प म िकया जा सकता ह

अगर सखा तथा गीला कड़ा घरो होटलो अतालो स अलग-अलग इका कर भी ल तो सरकार क पास इ अलग-अलग रखन और

रीसाइिकल करन का इतजाम नही ह

बाढ़ जिनत समा का बधन

मौजदा बाढ़ (Flood) म खबरो क अनसार अभी तक िबहार म 18 िजलो म 200 स अिधक लोग मौत क िशकार ए ह पिम बगाल क 14 िजल

बाढ़ ह वहा स 50 लोगो की मौत की खबर ह पव उर दश क िजल- गोरखपर महाराजगज बलरामपर बी बहराइच कशीनगर

िसाथनगर और लखीमपर खीरी आिद बाढ़ स भािवत ह वहा स पाच लोगो की मौत की खबर ह असम क 32 म स 25 िजल बाढ़ ह

वहा स भी 60 लोगो की मौत की खबर ह

तटबध क टटन स गाव और खत जलम हो गय ह यातायात क गया ह लोग िवथािपत हो गय ह पशओ की मौत का सही आकलन

अभी सामन नही आया ह Is this a new Phenomena

िहमालय क गगा और प नदी घाटी जस ो म सिदयो स नदी क भिम बनान क अपन नसिगक काय क िलए बाढ़ का ज होता रहा

कमोबश यही सब नौ साल पहल 18 अग 2008 की कसहा ासदी म भी आ था सहरसा अररया और पिणया क 35 खडो क 993

गावो की लगभग 34 लाख लोग भािवत ए करीब साढ़ तीन लाख मकान भी तबाह हो गय थ

तीन लाख हयर खतो म बाल भर गया और सवा सात लाख पश मौत क िशकार ए थ सन 1963 क बाद स ही कोसी पर िविभ थानो

पर बन तटबध लगातार टटत रह ह 1963 स लकर 2017 तक क तटबधो क टटन का इितहास स सरकारी सथान सबक लन को तयार

नही िदखत Causes of Flood

रा ीय आपदा बधन सथान यह ीकार करता ह िक िवनाशकारी बाढ़ क म कारण भारी वषा जलहण की दयनीय दशा अपया

जल िनकासी एव बाढ़ िनयण क िलए बनाय गय बाधो का टटना ह

िमी क खराब अवशोषण क कारण पानी का रसाव जमीन की गहरी परतो म नही हो पाता ह जो बाढ़ का मख कारण बनता ह

सरकारो और ठकदारो ारा नदी क िकनार िनमाण खराब योजना और उनका गलत ियायन और अवािनक जल िनकासी बाढ़ क

िलए िजदार ह Approach to be adopted

इस ीकारो क बाद पयावरणीय ि स सवदनशील िनणय लन िक तािक क बाता ह जल िनकासी की वथा क िलए किष जल

ससाधन िसचाई ा आपदा बधन ािधकरण आिद सबिधत िवभागो की एक थायी टोली बनायी जाय जो रत और दरगामी

पयावरणीय और वािनक हप कर

कोसी तटबध िनमाण क 50 साल बाद बाढ़ चार गना बढ़ गया ह हर साल निदया याद िदलाती ह िक तटबध िनमाण

lsquoअकालीन समाधानrsquo भी नही ह सन 1984 म तटबध क टटन स सहरसा और सपौल क 196 गाव और 70000 हयर भिम जलम

हो गय थ और 458 लाख लोग िवथािपत हो गय थ

सबिधत सथानो को यह ीकार करक यह पहल करनी होगी िक समाज की सिचत ित और सथागत ित स ादा लबी ित

निदयो की ह सबिधत िवभागो को फरा बराज गगा जल माग और कोसी हाइ डम जसी परयोजनाओ को रोक कर नदी िक अिवरल

धारा को पनः थािपत करना होगा

बाढ़ो को आपदा क तौर पर त करन स बचना होगा

बाढ़ का पानी समा इसिलए बनी ोिक सरकारी त न बाढ़ क साथ भिम बनान क िलए जो गाद आतीह उस नजरअदाज करक ही

सारी परयोजनाओ को अजाम िदया बाढ़ क सबध म सबस महपण बात ह गाद का बधन नदी तो य ही इसका बधन करती ह

उस अपना ाभािवक काम करन स रोका नही जाय जब नदी की ाभािवकता कगी तो बाढ़ जसी िवभीिषका का ही ज होगा

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बाढ़ इलाको म बाढ़ क पहल की सरकारी और गर-सरकारी तयारी स लोगो को मौत स बचाया जा सकता ह और बाढ़ भािवत लोगो

को सरित थान पर पचाया जा सकता ह यह काय राहत और आपदा बधन क ित हप अकालीन अविध क ही होत ह

नदी अपन ित क वशीभत ाकितक प म सलाब क पानी को पर इलाक म फला दती ह िजसस गादिमी पर नदी घाटी म

फल कर जमीन की नमी और उपजाऊ मता को बढ़ा कर अनवरत भिम का िनमाण करती ह

मन नदी घाटी म आगमन स पहल स नदी यह काय सलाब क जरय करती रही ह शआती दौर म मानवी हप कित क ित और

नदी क ित नजरय स दरगामी परणामो का आकलन करन क बाद ही होत थ बाढ़ क साथ सहजीवन क िलए पहल स तयारी ाभािवक

िदनचया का िहा रहा ह नदी को अपना काय करन स रोकनवालो को िचत कर उ अपराधी घोिषत करन की िया श करनी होगी

मजबत पया कमजोर िनयात

कई वष की लगातार िगरावट क बाद अमरकी डॉलर की तलना म पया इस वष लगातार मजबत आ ह महज छह महीन म यह 6 फीसदी

मजबत हो गया इस झान म तजी की वजह

िवदशी पजी की आवक म बढ़ोतरी भी ह खासतौर पर घरल ऋण बाजार म

पय वाल ऋण की िवदशी धारता म इस वष 22 अरब डॉलर का इजाफा आ ह परत भारतीय िनयात पर पय क अिधमन न

नकाराक असर डाला ह

िनयात आधारत मख ो क मािजन पर असर पड़ा ह ऐसा उस कारोबारी मॉडल क कारण आ ह िजसम लागत पय म रहती और

राज डॉलर म आता ह Negative effect

रोजगार और नौकरयो की िiuml स सबस िचितत करन वाली बात यह ह िक इसन कपड़ा और चमड़ा जस म आधारत ो को बत

अिधक भािवत िकया ह

कपड़ा और तयार व करीब 50 अरब डॉलर म का िनयात करता ह इसम 17 अरब डॉलर की िहदारी तयार कपड़ की होती

ह यह 2 स 4 फीसदी क अत कम मािजन पर कारोबार करता ह

िकसी तयार व की औसत िनयात दर 3 डॉलर स भी कम होती ह और िनयात राज का आध स अिधक िहा डॉलर म आता ह

परणामप मनाफ म बन रहन क िलए कपिनयो को म बढ़ाना पड़ता ह कई बार कीमत म 4 फीसदी तक का इजाफा करना

पड़ता ह हालािक यह िफर भी मनाफा बरकरार रखन की िiuml स कमजोर ही ह

भारतीय िनयात की बाजार िहदारी म बाादश जस म सध लगा सकत ह ोिक डॉलर क मकाबल उनकी मा का अवमन हो

रहा ह वहा की कपिनया सा िनयात कर सकती ह और इस कार अिधक ितध हो सकती ह अ ो मसलन चमड़ा औषिध

और सचना ौोिगकी म भी यही झान दखन को िमल रहा ह

हालािक बड़ी ौोिगकी फम कम स कम हिजग की नीित तक पच रख सकती ह िजसस उनका मा सबधी जोखम कम होता ह

Appreciation of Rupee and Export पय क मजबत होन स िनयात पर जो नकाराक असर पड़ा ह वह बताता ह िक म बत मायन रखता ह

िनयात को लकर िनराशाजनक ख रखन वाल लोगो की दलील ह िक मा क म का िनयात मता पर बत अिधक असर नही होता

ब उस िनधारत करन म अ ढाचागत कारको की भिमका होती ह

िनयातको का मौजदा अनभव हम अथवथा क इस प की कमजोरी स भी अवगत कराता ह

ऐस म ा िकया जाए

एक फसला तो यह हो सकता ह िक कछ न िकया जाए और घरल बाजार को मजबत करत ए िनयात को अपनी राह खद िनकालन दी जाए

लिकन इसम भिव म कपड़ा और व जस रोजगारपरक ो म अथरता पदा होन की आशका ह य पहल ही नोटबदी और व एव

सवा कर (जीएसटी) क कारण मची उथलपथल स जझ रह ह इस समा की अनदखी नही की जा सकती ह

ा सरकार िवदशी धन की आवक को रोक कर मा को थर कर सकती ह

वािणक बको ारा कपिनयो को ऋण दन म आए धीमपन और घरल िनयामकीय सीमाओ क बावजद िवदशी पजी की आवक लगातार बढ़

रही ह दरअसल कपिनयो न ऋण बाजार का ख िकया ह सरकार को घरल वािणक ऋण की िवदशी खरीद की सीमा िशिथल करन स

पहल इसक मा पर भाव का भी आकलन करना चािहए क ीय बक क पास यह गजाइश ह िक वह डॉलर की खरीद भी बढ़ाए िनयात

बढ़ान का सबस दरदश तरीका यह होगा िक िनयातको की घरल लागत को कम िकया जाए सरकार को कारोबारी सगमता बढ़ान की िदशा म

सघन यास करन चािहए

नई पजी नही ब नीितगत हल जरी

जस-जस बिकग सकट हमार सामन आता जाएगा बको क पास शयर पजी की कमी होती जाएगी करदाताओ स यह माग की जाएगी िक व

िनजी या सरकारी बको म पजी िनवश कर दश का राजकोष ऐसा बोझ सहन की थित म नही ह यह धन का दपयोग होगा हमार पास

िफलहाल समय भी ह और इस समा को जड़ स समा करन का अवसर भी Condition of Indian Banking

दश क बको की थित ऐसी ह िक व 100 पय क िलए 5 पय बतौर शयर पजी और 95 पय का जमा इमाल करत ह आग इस रािश को

िविभ जगहो पर िनवश िकया जाता ह जबिक 5 पय स अिधक का नकसान िकसी बक को िदवािलया बना सकता ह अगर हम अनमान

लगाए िक एनपीए (फस ए कज) की वसली का औसत 20 फीसदी ह तो जब िकसी बक का वािवक एनपीए कल सपि का 6 फीसदी हो

जाता ह तो बक नाकाम हो जाता ह दश क कई बक इन िदनो ऐसी ही थित म ह अब यह दहाई दनी श की जाएगी िक करदाताओ क पस

स नई इटी पजी इन नाकाम बको म डाली जाए ा यह राजकोषीय ससाधनो का सही इमाल ह How much money to recover from Bankruptcy shock

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हमार सावजिनक िवीय ससाधन इस झटक क िलए तयार नही ह कोई नही जानता ह िक िकतन धन की आवकता ह लिकन अनमान

ह िक यह रािश जीडीपी क 4 स 10 फीसदी क बीच हो सकती ह

मम अविध की राजकोषीय नीित बीत कछ सालो म इसक िलए तयार नही ई ह दश म सरकार क ऋण लन क तौर तरीको को दखत

ए ऋण म ादा इजाफा करना मल नजर आता ह अभी हमार यहा सावजिनक ऋण बधन एजसी (पीडीएमए) क गठन तथा

आधिनक ऋण वथा तयार करन म भी व ह अाविध म घाट म अिधक इजाफा करना नीित िनमाताओ क मन म कतई नही

होगा

दसरी बात अगर यह वहाय हो भी तो ा ऐसा करना उिचत होगा दश म फड की मािजनल सोशल कॉ तकरीबन 3 ह इसका अथ

यह आ िक सरकारी य क 1 पय की सामािजक लागत 3 पय ह ा हम बको को 10 लाख करोड़ पय दन क िलए समाज पर

30 लाख करोड़ पय का बोझ लादना चािहए यह पस का उिचत इमाल नही तीत होता ह िदी मट ो क शआती तीन चरण क

चलत इस य म 7 खरब पय का इजाफा आ कहा जाता ह सम क िलए ापक बिकग वथा आवक ह और इसिलए हम

यह बरदा करना चािहए इस धारणा पर सवाल उठाए जान चािहए

हम बिकग सकट क सदभ म नीितगत िवफलताओ स िनपटन की आवकता ह बजाय िक करदाताओ पर बोझ डालन क

हम खशिकत ह िक हमार यहा छोटी सी बिकग वथा ह सभी बको न गर खा म जो ऋण िदया ह वह 76 लाख करोड़ पय ह

इसस तलना कर तो कवल शीष 2429 कपिनयो क पास 127 लाख करोड़ पय की शयर पजी थी जापान और चीन जस दशो म बिकग सकट

कही अिधक जिटल समा रहा ह ोिक वहा बक ऋण कही अिधक भावशाली कारक था जबिक भारत की िवीय वथा बाजार क

दबाव वाली ह और यहा बदलाव की गजाइश ह Need to learn from history

भारत क लब ऐितहािसक अनभव को दख तो गर खा म ऋण का बहतर औसत करीब 11 फीसदी रहा ह अगर 4 फीसदी माीित

को ल मानकर चला जाए तो इस म सालाना 15 फीसदी की वदिघ की आवकता ह अगर बिकग ही सकट म आ जाएगा तो हम

गर खा ऋण म बमल श फीसदी की वदिघ हािसल होगी ऐस म अथवथा म हर वष 115 लाख करोड़ पय की नकदी की

कमी आएगी ा हमार पास ऐस उपाय ह िजनकी मदद स इसकी भरपाई की जा सक

नीित िनमाताओ क बाद इस बात क पया अवसर ह िक व अिधक स अिधक पजी को गर बिकग िव क म लाए इसम शयर बाजार को

तयार करना बॉ बाजार का िनमाण बाजार आधारत पजी की आवक को उदार बनाना गर बिकग िवीय कपिनयो को उदार बनाना और

िवीय म तकनीक क इमाल स िफनटक ाित की गजाइश बनाना आिद शािमल ह ऐस सधार कोई दर की कौड़ी नही ह िजनकी मदद

स 115 लाख करोड़ पय सालाना जटाए जा सक अगर ऐसा िकया जा सका तो आईसीय म पड़ बिकग को उबारा जा सकता ह Market Dominance

हमारी िवीय वथा बाजार क दबदब वाली ह और बक ऋण वदिघ का अतर बत अिधक चौकान वाला नही ह बक ऋण वदिघ क श

ितशत होन पर भी हम बच रह सकत ह इसक िलए हम उन नीितगत पहल का योग करना होगा िजनकी मदद स 115 लाख करोड़ पय

की पजी सालाना जटाई जा सक बिकग सकट एक समा ह लिकन इसका असर हमार वहद आिथक हालात पर नही पडऩा चािहए जरत

इस बात की ह िक हम सफलता की उन दाान पर गौर कर जो अतीत म हमार सामन गजरी

वष 2001 म हम यटीआई की समा का सामना करना पड़ा था उस व िव मालय न ा िकया था आधी लागत करदाताओ न वहन

की यटीआई अिधिनयम को समा िकया गया और उसक वहाय िह का िनजीकरण कर उस सबी क िनयमन क अधीन िकया गया सबी

क िनयम मजबत िकए गए तािक परान यटीआई की गलितया थामी जा सक वष 2001 क बाद स चअल फड की कोई िदत नही आई

उस व शयर बाजार म ा िदत थी िव मालय न ा िकया परानी बदला ट िडग का काम बद िकया गया और डरविटव ट िडग की

शआत की गई इसक िलए एससी (आर) अिधिनयम म सशोधन आवक था बीएसई को अशधारको बधको और कारोबार करन वालो

क िलहाज स बाटा गया तब स अब तक दश म शयर बाजार को लकर कोई सकट नही आया हमन कवल करदाताओ क पस का इमाल

करक यथाथित नही चलन दी ब हमन समा की जड़ पर हार िकया इस र का कामकाज िव मालय ही सभाल सकता ह जहा

लाखो करोड़ पय का नकसान हो रहा ह वहा समिचत िहसाब-िकताब आवक ह दखना यह होगा िक चक कहा ई ह हम यह सिनित

करना होगा िक ऐसा दोबारा दोहराया नही जाए

सौर ऊजा को सलभ बनान इस म पारदिशता लान और दर-आधारत ितधाक नीलामी िया क जोखम को कम

करन िलय नय िदशा-िनदश

नवीन एव नवीकरणीय ऊजा मालय (एमएनआरई) न िड स सयोिजत सौर ऊजा आधारत िबजलीघरो स िबजली खरीदन क िलय दर-

आधारत ितधाक नीलामी िया क नय िदशा-िनदसजारी िकय ह य िदशा-िनदश िवदयत कानन

2003 क अनद 63 क अगत ितधा आधारत नीलामी िया क जरय िबजली की दीघकालीन खरीद क िलय ताओ [िवतरण अन

धारकअथवा उसक अिधकत ितिनिधयो अथवा मथ ता] स ऐस िड स सयोिजत सौर ऊजा िबजलीघरो (ोजस) िजनकी मता 5

मगावाट या अिधक हो

इन िदशा-िनदशो क अनसार महपण सधार िनिलखत ह

i खरीद क जोखमो को कम करन क िलय उादन क दौरान आन वाली अड़चनो क िलय उादन ितपित सौर िबजली घरो क अिनवाय

प स काम करन की थित पर जोर िदया गया हउादन ितपित का ावधान खरीद म आन वाली िनिलखत अड़चनो क िलय िकया ग

या ह

a) बक-डॉउन - पीपीए टरफ का नतम 50

b) िड की अनपलता - अितर उादन की खरीद क जरय ितपितरत ितपित

ii पीपीए दर कम रखन को सिनित करन क िलय िबजली खरीद समझौत की नतम अविध 25 वष रखी गयी ह िबजली खरीद समझौत

को एक तरफा समा करन या बदलन की अनमित नही ह

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iii परयोजना को तयार करन और िबजली घरो की थापना को सिवधाजनक बनान क िलय भिम स जड़ मो यातायात की सगमता मजरयो

और दरी होन की िदशा म अितर समय िदय जान कीवथा को सवथत िकया गया ह

iv असफल रहन पर उसक परणामो की स ाा की गयी ह तािक जोखम को उादनकता और ता क बीच समिचत प स बाटा

जा सक इसक िलय उादन एव य स सबिधतअसफलताओ एव उसक परणामो को स प स परभािषत िकया गया ह

v अनबध समा होन जान की दशा म िमलन वाल मआवज क जरय मनमान तरीक स अनबध समा िकय जान की दशा म उादक और

ऋण-

दाता क िनवश की सरा कर बको म परयोजनाओकी ीकायता बढ़ाना उादक और ता दोनो म स िकसी क असफल होन की वजह

स अनबध ख िकय जान पर िमलन वाल मआवज की माा और ियाओ की स ढग स परभािषत िकयागया ह

vi भगतान सरा वथा लटर ऑफ िडट (एलसी) भगतान सरा कोष सभ गारटी आिद क जरय ता ारा उादक को भगतान म

िवलब होन अथवा भगतान नही िकय जान की दशा मउादक क राज क अव होन क जोखम की समा का समाधान िकया गया ह

vii कानन म बदलाव सबधी ावधान क जरय उादक ता और िनवशककजदाता को सता एव सिनितता दान करना कानन म ब

दलाव सबधी ावधान महया कराया गया ह जो िक बोलीलगाय जान की ितिथ स लाग होगा िजसक दायर म ऐस सभी काननी बदलावकरो की

दर म ऐस सभी बदलाव (कवल ऐस ही कर नही जो कवल िबजली की आपित स सबिधत हो) िजसका सीधा भावपरयोजना पर हो

viii परयोजनाओ को शीता स परा करन क िलय उनका जी चाल िकया जाना एव चरणो म चाल िकया जाना शीता स चाल करना एव च

रणो म चाल करन को न कवल अनमित दान की गयी हब चाल करन की िनयत तारीख स 25 वष क िलय िबजली खरीद समझौत की अन

मित दकर इसको ोािहत भी िकया गया ह

ix जमान को ससगत बनाना जमानो को ससगत बनाया गया ह तािक उादक की सकल लागत को कम िकया जा सक साथ ही योजना क िद

शा-िनदशो और परयोजना को लाग करन की तारीख काअनपालन सिनित िकया जा सक

x रपॉवरग उादक अपन िबजली घरो को र-

पावर करन क िलय त ह लिकन ता पीपीए अनबध म उखत सीयएफ सीमा क अनसार ही िबजली खरीदन क िलय बा होग

xi नीलामी की िया एव उसका ढाचा नीलामी दोनो तरीको -

मगावाट (MW) और िकलोवाट घट (kWh) क तरीक स लगायी जा सकती ह साथ ही पारदिशता को बढ़ावा दन क िलय ई-

नीलामी परबल िदया गया ह

सप म सौर ऊजा की खरीद क िलय दर-आधारत ितधाक नीलामी िया क नय िदशा-

िनदश खरीद िया म पारदिशता एव िनता को बढ़ावा दग साथ ही सी िबजली क जरयउपभोाओ क िहतो की रा कर ग य िदशा-

िनदश कामकाज म एकपता और मानकता लायग साथ ही सौर ऊजा आधारत िबजली खरो स िबजली की खरीद म सभी सब पो क बीच

जोखमक बटवार क िलय ढाचा भी महया करायग यह िबजली ताओ क जोखम को कम करन म मदद कर ग तािक इस म िनवश को

ोािहत िकया जा सक परयोजनाओ को बको क िलय आकषकबनाया जा सक और िनवशकताओ क लाभ को बढ़ाया जा सक

बिकग िनयमन पर आरबीआई द ान Business_standard

सबाइम इार ोनी किपटिल इन पक सर ब का िज करत ए गज हया न कहा िक बको को करीब 6 लाख

करोड़ पय क नकसान की आशका ह रघराम राजन न गज हया िक बात ीकार की और उन उपायो का ोरा िदया जो आरबीआई

न फस ए कज (एनपीए) स िनपटन क िलए िकए थ मरा मानना था िक य कदम अपया ही नही थ ब इनको बत दर स भी उठाया गया

था Management was on fault

िनदह इन बड़ नकसानो क िलए बको का वर बधन ही उरदायी रहा ह

इन बको क ामी क प म सरकार भी समा का अग रही ह इन बको क बधन और ामी की नाकािमयो को थामन क िलए

आरबीआई बचाव की आखरी सीमा था ोिक उसका दजा त िनयामक का ह लिकन ऐसा नही हो सका

उसन यह दावा अव िकया िक उस बाहरी िव क सकट का बधन करन म सफलता िमलती आई ह लिकन आरबीआई एनपीए क

इस आतरक सकट स िनपटना तो दर उसका समय पर पता तक लगा पान म नाकाम रहा

सच तो यह ह िक अगर दश क बको की इस खा हालत क िलए िकसी एक सथान को उरदायी ठहराना हो तो वह आरबीआई ही

होगा ऐसा इसिलए ोिक वह बिकग का सािविधक िनयामक भी ह उसन भावी मानक और िदशािनदश तय करन चािहए थ और

समय पर समा का पता लगाकर बचाव क उपाय करन चािहए थ

िनयामक क सचत न रहन क कारण बक आग बढ़त गए और उनको भारी नकसान उठाना पड़ा अब इसका असर रोजगार और आय

पर पडऩ लगा ह सरकारी बको को बचान क िलए जनता को करीब 6 लाख करोड़ पय का बोझ सहना होगा इसक बावजद सरकार

और आरबीआई म िकसी को जवाबदह नही बनाया गया Problem is not of one night

समा रातोरात नही पनपी

िबजली कपिनयो और राजमाग परयोजनाओ को कई लाख करोड़ पय म का ऋण िदया गया ऐस ऋण ाय सीिमत ससाधन वाल

मान जात ह ोिक बको क पास इनक बदल म कोई सरा नही होती ह य ऋण राज िमलन क अिम अनमान पर िदए जात ह

िवकिसत दशो म ऐस ऋण दन क पहल कड़ी जाच िया अपनाई जाती ह तािक िकसी तरह का जोखम न रह भारतीय बक और

आरबीआई ऐसा वहार अपनान म नाकाम रह िमसाल क तौर पर 1000 करोड़ पय की लागत वाली राजमाग परयोजना को मजरी

िमलन क बाद उसकी सशोिधत लागत 1700 करोड़ पय कर दी गई बक बोड न बढ़चढ़ ऋण को मजरी दी यहा तक िक आरबीआई

की िनयामकीय जाच भी इस गड़बड़ी को पकड़ पान म नाकाम रही जािहर ह यह फस ए कज की शआत थी

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िबजली परयोजनाओ की बात कर तो बढ़ी ई पजीगत लागत स इतर यहा बको न एक थायी ऊजा आपित समझौत पर हार नही

िकए जबिक इसक िबना कोई िबजली परयोजना श नही की जा सकती िविच बात ह िक िबजली िवतरण कपिनयो क साथ ए कई

िबजली खरीद समझौतो (पीपीए) म गलत तरीक स ईधन म जोखम को िनजी उादको क हवाल कर िदए गए यह आम चलन क

िवपरीत था समझदारी का तकाजा ह िक ऐसी अथायी ईधन आपित वथा वाली परयोजनाओ को अवहाय माना जाए लिकन बक

उस मलभत गड़बड़ी स आख मद रह

परयोजनाओ को की गई ऐसी गरजवाबदह फिडग की भरपाई क िलए -अ सरकारी मदद क प म करदाताओ को 3 लाख

करोड़ पय स अिधक की धनरािश चकानी होगी दश भर म िबजली िवतरण कपिनयो को िदए गए बक ऋण की भरपाई क िलए भी

लगभग इतनी ही रािश का बोझ करदाताओ को वहन करना होगा

दश की तमाम िबजली िवतरण कपिनया साल दर साल नकसान म चल रही ह पहली बात व अपया ितधा और अपारदिशता क

चलत महगी िबजली खरीदती रही दसरा िबजली की भारी भरकम चोरी ई तीसरा नकसान की भरपाई उपभोाओ स नही की जा

सकती ह ोिक इसक राजनीितक और आिथक िनिहताथ ह बहरहाल बक लगातार इन िदवािलया होन क कगार पर पच चकी

िबजली िवतरण कपिनयो को कज दत रह ह और घाटा बढ़ता गया ह आरबीआई की जानकारी वाल ऐस कज को बिकग क मल

िसदघातो क ितकल माना जाना चािहए रोचक बात ह िक ऐस कज कवल सरकारी बको न िदए ह UDAY scheme and contribution to crisis

इसक बाद उदय योजना आई िजसक तहत िबजली िवतरण कपिनयो क कज को सबिधत रा सरकारो ारा वहन िकया जाना ह

जािहर ह इसम भी भगतान क काम जनता का ही पसा आना ह

क सरकार अपन बको का बचाव करदाताओ क पस स कर रही ह आरबीआई ऐसा होन द रहा ह

बिनयादी परयोजनाओ को िदए जान वाल ऋण क िनपटान को लकर कोई iumlता नही थी अब समा हो चक योजना आयोग न इस

िवषय म िवत ाव तयार करक आरबीआई को कहा था िक वह इस म अिम ऋण को लकर उिचत मानक तयार कर लिकन

तब तक काफी नकसान पहल ही हो चका था Way ahead

आज भी िनयामकीय ढाचा अपया नजर आता ह जािहर सी बात ह िक आरबीआई को बिकग िनयमन म ान और मता तयार करन की

आवकता ह उस यह तय करना होगा िक बको की मता और उनकी िया सरित और िकफायती हो

अलावा सिय ढग स िनगरानी रखन की भी आवकता ह अगर ऐसा नही िकया गया तो करदाताओ को इस िवफलता का बोझ बार-बार

उठाना पड़गा आरबीआई की मानिसकता को सबस बहतर एक लिटन अमरकी कहावत स बहतर समझा जा सकता ह िजसका अथ यह ह

िक िबी को मछली अी तो लगती ह लिकन वह अपन आपको गीला नही करना चाहती रजव बक को बिकग वथा की िनगरानी करना

पसद ह लिकन वह बिकग िनयमन म सधार करना नही चाहता आरबीआई को अब भावी शासन सिनित करन का अहम काम सभाल

लना चािहए

कारोबार का माहौल NITI AYOG REPORT NITI AYOG report lsquoEase of Doing business mdash An enterprise survey of Indian statesrsquo among other things said starting a business in India took longer than that estimated by the World Bank Navbharat_Times

सरकार आिथक िवकास क सपन जर िदखा रही ह लिकन इसक िलए जो उपाय िकए जान चािहए व उसस नही हो पा रह ह नीित आयोग

की रपोट lsquoEase of doing business ऐन एटराइज सव ऑफ इिडयन टसrsquo म बताया गया ह िक

आज भी दश म कारोबार क अनकल माहौल नही बन पाया ह नया कारोबार श करन म औसतन 118 िदन लगत ह तमाम तरह की

मजरया लन म दरी होती ह

िव बक की सालाना lsquoईज ऑफ डइग िबजनसrsquo रपोट म बताया गया था िक भारत म कारोबार श करन म मा 26 िदन लगत ह नीित

आयोग न आइडीएफसी इीट क साथ िमलकर यह सव तकरीबन पर दश म िकया ह

सव म छोटी-बड़ी 3276 कपिनयो स सवाल पछ गए आयोग का कहना ह िक सरकार को म सधार ज स ज करन होग कोई भी

शस िबना िकसी परशानी क अपना कारोबार श कर सक ऐस कदम उठान होग कारोबार दरअसल एक मानिसकता ह िजसका

दश म ाय अभाव रहा ह

इसका एक सामािजक पहल भी ह िजस पर बात नही होती दश म चिलत वण वथा म कारोबार का दािय एक जाित िवशष पर ही था

वण वथा क बधन ढील पड़न क बावजद समाज म उोग-ापार का काम कछ जाित समहो तक ही सीिमत रहा लोगो को िवरासत म

कारोबार िमलत रह समाज म ापार को बत अी नजरो स दखा भी नही जाता था सामती वथा म किष को सव माना जाता था

उसक बाद कारोबार का थान था जबिक नौकरी िनक मानी जाती थी लिकन सामती समाज क खा क बाद नौकरी पहल नबर पर चली

आई सरकारी नौकरी सान का सबस बड़ा जरया बन गई सबस िशित तबका िकसी सरकारी नौकरी म ऊचा ओहदा पान को अपना

ल समझन लगा कारोबार उसक िलए दोयम दज की ही चीज बनी रही

नौकरशाही और राजनीितक नत म कारोबारयो स अिधक स अिधक वसली करन का भाव रहा िलहाजा कारोबार म मदद करन स ादा

इसम रोड़ अटकान की वि ही दश पर हावी रही उदारीकरण क बाद थितया काफी हद तक बदली ह अब कारोबार को सान की

नजर स दखा जान लगा ह दश म कारोबारी माहौल बनन और सरकारी नौकरयो म कमी आन स उन जाित-समदायो क लोग भी कारोबार क

म आ रह ह जो हाल तक इस अपन दायर स बाहर मानत थ कई राो म अगर कारोबार का कोई माहौल नही ह तो इसका बड़ा कारण

ह वहा क थानीय लोगो और सरकारो म इसक ित उदासीनता क सरकार को लगातार ो-एव ख अपनाकर नए कारोबारयो को

ोाहन दना चािहए

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मबई का सकट

मबई म ई जोरदार बारश और समी ार न िमलकर िजस तरह वहा जनजीवन को परी तरह ठप कर िदया उसस िफर साफ आ िक

हमार महानगर कित की मार क आग िकस कदर असहाय ह Repeating the past mistakes

मबई न 2005 म बाढ़ का भयानक सकट झला ह उस साल एक घट म 944 िमलीमीटर तक बारश ई और लगभग परी मबई डब गई थी

लगता ह उसस कोई सबक नही िलया गया और भीषण बारश म शहर को सभालन क ठोस इतजाम नही िकए गए उस तबाही क बाद मबई

क ढाच को नए िसर स द करन क वाद िकए गए थ लिकन इस दाव की असिलयत मगलवार को सामन आ गई

मबई महानगर पािलका न पहल स तयारी की होती तो लोगो को इतनी ादा परशानी का सामना नही करना पड़ता उस अी तरह पता ह

िक बरसात क मौसम म हालात कभी भी गड़बड़ा सकत ह ऐस सकट स िनपटन क िलए जो ढाचागत इतजाम जरी ह उ हमशा आग क

िलए टाल िदया जाता ह

जस बारश क पानी को िनकालन क िलए जो ड नज िसम ह वह 25 िमलीमीटर ित घट की बारश झल सकता ह इसकी मता

बढ़ाकर 50 िमलीमीटर िकए जान पर काम श हो चका ह मगर क सरकार स 1600 करोड़ पय का फड आन क बाद भी यह

परयोजना िसफ 40 फीसद परी हो सकी ह

जमा ए पानी को बाहर िनकालन क िलए मबई म छह पिपग शन ह िपछल दो-तीन सालो म इन पर 12 सौ करोड़ पय खच िकए गए

ह िफर भी य जाम पड़ ह इसी तरह सीवर और नालो की सफाई म भी ढीलापन िदखता ह साई यह ह िक शहर का िनकासी त बहद

कमजोर ह

शहर क बीच स बहन वाली मीठी नदी एक नाला बनकर रह गई ह

कछ और निदया कचर और अितमण क कारण करीब-करीब न हो चकी ह 2005 क हादस क बाद कई सामािजक सगठनो और

कायकताओ न मबई म चल रह अवध िनमाण पर सवाल उठाया था लिकन सरकारो न इस पर कोई खास ान नही िदया

व आ गया ह जब इन गड़बिड़यो पर कोई स िनणय िलया जाए मबई को एक सम ड नज िसम की जरत ह इसकी लाइफलाइन

लोकल ट नो को बारश क मनजर एक नया प दन क बार म भी सोचा जाना चािहए ाकितक आपदाए आती रहगी उ रोका नही जा

सकता लिकन उनस बचन क िलए तयारी तो की जा सकती ह यह बात मबई क िलए ही नही अ शहरो क िलए भी सच ह तजी स बढ़ती

आबादी और जलवाय परवतन को ान म रखत ए सभी शहरो क ड नज िसम और कचरा बधन को नए धरातल पर ल जान की जरत

उभरत भारत म िवत तीय समावशन

िवत तीय समावशन (financial inclusion) एक ऐसा माग ह िजस पर सरकार आम आदमी को अथव यवस था क औपचारक माध यम म

शािमल करक ल जान का यास करती ह तािक यह सिनश िचत िकया जा सक िक अितम छोर पर खड़ा व यक ित भी आिथक िवकास क लाभो

स विचत न रह तथा उस अथव यवस था की मख यधारा म शािमल िकया जाए और ऐसा करक गरीब आदमी को बचत करन िविभन न िवत तीय

उत पादो म सरित िनवश करन क िलए ोत सािहत िकया जाता ह तथा उधार लन की आवश कता पड़न पर वह उन ही औपचारक माध यमो स

उधार भी ल सकता ह

िवत तीय समावशन (financial inclusion) का अभाव होना समाज एव व यक ित दोनो क िलए हािनकारक ह

जहा तक व यक ित का सबध ह िवत तीय समावशन क अभाव म बको की सिवधा स विचत लोग अनौपचारक बिकग स

जड़न क िलए बाध य हो जात ह जहा ब याज दर अिधक होती ह और ाप त होन वाली रािश काफी कम होती ह चिक

अनौपचारक बिकग ढाचा कानन की परिध स बाहर ह अत उधार दन वालो और उधार लन वालो क बीच उत पन न िकसी भी

िववाद का काननन िनपटान नही िकया जा सकता

जहा तक सामािजक लाभो का सबध ह िवत तीय समावशन क फलस वप उपलब ध बचत रािश म व होती ह

िवत तीय मध यस थता की दता म व होती ह तथा नए व यावसाियक अवसर ाप त करन की सिवधा ाप त होती ह

इस परथित म सरकार ारा ायोिजत सवसलभ बिकग णाली क कारण अिधक ितस पध बिकग परवश की तलना म ामीण

ो म अिधक आिथक िविवधीकरण म योगदान ाप त आ ह Financial Inclusion History

1980 और 1990 क दशको म श िकए गए ढाचागत समायोजन कायमो स िवत तीय बाजार क सधार क लाभ अनक

िवकासशील दशो म पच 20वी शताब दी क आरभ म भारत म बीमा कपिनया (जो जीवन बीमा और साधारण बीमा योजनाए

चलाती थी) और एक कायशील स टॉक एक सचज काम कर रहा था Is Financial Inclusion just limited to banking

िवत तीय समावशन का काय कवल बिकग सवाओ तक ही सीिमत नही ह बल िक यह समान प स बीमा इक िवटी उत पादो

और पशन उत पादो आिद जसी अन य िवत तीय सवाओ क सबध म भी लाग होता ह अत िवत तीय समावशन का अथ बिकग

सवा स विचत िकसी भी म स िथत िकसी शाखा म कवल एक बक खाता खोलना ही नही ह

आम आदमी को अथवस था की मख यधारा म शािमल करन स अनक अन य लाभ भी ह तथा इसस एक ओर जहा समाज म

कमजोर तबक क लोगो को उनक भिवष य तथा कष ट क िदनो क िलए धन की बचत करन िविभन न िवत तीय उत पादो जस िक

बिकग सवाओ बीमा और पशन उत पादो आिद म भाग लकर दश क आिथक ियाकलापो स लाभ ाप त करन क िलए

ोत साहन ाप त होता ह वही दसरी ओर इसस दश को पजी िनमाण की दर म व करन म सहायता ाप त होती ह और

इसक फलस वप दश क कोन-कोन स होकर धन क वाह स अथव यवस था को गित िमलती ह और आिथक ियाकलापो को

भी सवधन ाप त होता ह

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Benefit of Financial Inclusion

दश क जो लोग िवत तीय ष िट स मख यधारा म शािमल नही ए ह व ाय अपनी बचतअपना िनवश भिमभवन और बिलयन

आिद जसी अनत पादक आस ितयो म लगात ह जबिक िवत तीय ष िट स अथव यवस था की मख यधारा म शािमल हो चक लोग

ऋण सिवधाओ का आसानी स उपयोग कर सकत ह चाह व लोग सगिठत म काम कर रह हो अथवा असगिठत म

शहरी म रहत हो अथवा ामीण म स म िवत तीय सस थाए (एमएफआई) गरीब लोगो का आसान एव सस ती ब याज

दरो पर ऋण दन क सवािधक सलभ उदाहरण ह और इस म इन सस थाओ न अनक सफलताए ा की ह

िवत तीय समावशन स सरकार को सरकारी सब िसडी तथा कल याणकारी कायमो म अतराल एव हरा-फरी पर भी रोक लगान

म भी मदद िमलती ह क योिक इसस सरकार उत पादो पर सब िसडी दन क बजाय सब िसडी की रािश सीध लाभाथ क खात म

अतरत कर सकती ह वास तव म इसस सरकार को सब िसडी क िबल म लगभग 57000 करोड़ पय स भी अिधक की रािश

की बचत ई ह और इसस सब िसडी का लाभ सीध वास तिवक लाभभोगी तक पचना सिनश िचत आ ह

इस सरकार ारा िकए गए अनक उपायो म जम-जनधन आधार और मोबाइल सिवधा उपलब ध कराना सवािधक महत वपण ह

जनधन योजना- बिकग सवाओ की पच म व करन और यह सिनश िचत करन क िलए िक सभी परवारो क पास कम स कम

एक बक खाता हो धानमी ी नरन मोदी ारा 15 अगस त 2014 को स वतता िदवस क अवसर पर िदए गए भाषण

म धानमी जनधन योजना नामक राष ट ीय िवत तीय समावशन िमशन की घोषणा की गई तथा इस स कीम को 28 अगस त 2014

को औपचारक प म श िकया गया श िकए जान क एक पखवाड़ क भीतर ही रकाड सख या म बक खात खोल जान क

आधार पर यह स कीम िगनीज बक ऑफ वल ड रकॉड म अपना नाम दज करान म सफल रही अगस त 2017 क म तक इस

स कीम क अतगत 2948 करोड़ खात खोल गए जो एक बड़ी उपलब िध ह तथा इन खातो म स 1761 करोड़ खात ामीणअशहरी

ो और शष 1187 करोड़ खात शहरी ो म खोल गए

जनधन योजना क तहत खाता खोलन पर िमलन वाल अितरक त लाभ य ह िक ाहक को एक प डिबट काड जारी िकया जाता ह

िजसम 1 लाख पय का बीमा कवर िदया जाता ह इसक अितरक त खात को छ महीन तक सतोषजनक प म सचािलत करन

पर ाहक को 5000 पय की ओवर ड ा सिवधा दान की जाती ह ाहको को एक िवशष समय तक खाता खोलन क िलए

30000 पय का जीवन बीमा भी िदया गया ह यह स कीम बत सफल रही ह और इस स कीम क अतगत िदसबर 2016 तक

सवण िकए गए 2122 करोड़ परवारो म स 9999 ितशत परवारो को कवर िकया गया ह 44 लाख स अिधक खातो को ओडी

सिवधा मजर की गई ह िजसम स लगभग 300 करोड़ की रािश स 23 लाख स अिधक खाताधारको न इस सिवधा का उपयोग िकया

बीमा और पशन स कीम- सभी नागरको और िवशषकर गरीब और सिवधा रिहत लोगो को सामािजक सरा दान करन क िलए

वतमान सरकार न धानमी सरा बीमा योजना और धानमी जीवन ज योित बीमा योजना श की ह

पव की स कीम अथात धानमी सरा बीमा योजना (पीएमएसबीआई) 18 स 70 वष क आय समह को कवर करती ह और

कवल 12 पय वािषक क वहनीय ीिमयम पर 2 लाख पय का जोखम कवर दान करती ह इस ीम क तहत 12 अल 2017

क तक लगभग 10 करोड़ कल नामाकन दज िकए गए

बाद की स कीम अथात धानमी जीवन ज योित बीमा योजना 18 स 50 वष क आय समह को कवर करती ह िजनक पास बक

खात ह िकसी भी कारण स बीमाशदा व यक ित की मत य होन पर 2 लाख पय का जीवन कवर बीमाशदा व यक ित क आित को

दान िकया जाता ह इस ीम क तहत 12 अल 2017 तक लगभग 310 करोड़ स अिधक व यक ितयो का नामाकन िकया गया

अटल पशन योजना- यह स कीम 2015 म 18 स 40 आय वग क सभी खाताधारको क िलए श की गई और व पशन रािश क

आधार पर िभन न अशदान चन सकत ह इस स कीम क अतगत अिभदाता को मािसक पशन की गारटी दान की जाती ह और

उसक बाद उसक जीवन साथी को तथा उनकी मत य क बाद उनक बच चो को 60 वष की आय तक सिचत पशन कापस को

अिभदाता क नािमती को वापस कर िदया जाता ह क सरकार भी अशदान क 50 ितशत का योगदान करती ह बशत िक वह

1000 पय ितवष स अिधक न हो 31 माच 2017 तक लगभग 4680 लाख अनमोदनकता इस योजना क साथ जड़

वरष ठ पशन बीमा योजना व सभी अिभदाता िजन होन 15 अगस त 2014 स 14 अगस त 2015 तक वीपीबीवाई म अिभदान िकया

ह उन ह नीित क तहत 9 ितशत का सिनश िचत गारटी रटन िमलगा

धानमी मा योजना- यह स कीम गर-कारपोरट लघ व यापार को औपचारक िवत तीय सिवधा पच दान करन क िलए

अल 2015 म श की गई इस स कीम का मख य उश य भारतीय अथव यवस था क गर िवत तपोिषत को ोत सािहत करना एव

बक िवत तपोषण सिनश िचत करना ह मा योजना क तहत इसक ारभ स लकर 13 अग 2017 तक कल लगभग 8 करोड़ 70

लाख ऋण िदए गए िजसम स लगभग 6 करोड़ 56 लाख मिहलाए थी इस योजना क तहत लगभग 3 लाख 75 हजार करोड़ पए

(िजसम स लगभग 1 लाख 88 हजार करोड़ पए मिहलाओ को) की रािश क ऋण ीकत िकए गए िजसम स लगभग 3 लाख 63

हजार करोड़ पए (िजसम स लगभग 1 लाख 66 हजार करोड़ पए मिहलाओ को) क ऋण िवतरत िकए जा चक ह

अन य स कीम िजनम जीवन सरा बधन योजना सकन या सम योजना िकसान िडट काडसामान य िडट काड और

भीम ऐप शािमल ह

एटीएम और और व हाइट लबल एटीएम की नीितयो का उदारीकरण िकया गया ह एटीएम क नटवक का िवस तार करन क िलए

आरबीआई न गर-बक सस थाओ को एटीएम (व हाइट लबल एटीएम कहलाता ह) श करन की अनमित दी ह अभी तक दश म

6450 करोड़ डिबट काड म स प काड न बाजार िहस स म 38 ितशत (250 एमएम) की त वरत व की ह पीएमजडीवाई (170

िमिलयन) खाता धारको को काड दान िकए गए ह

आरबीआई क अनरोध पर वािणज ियक बको ारा िवत तीय उत पादो तक जनता की पच हत जागकता और िशा दान करन क

िलए िवत तीय जागकता क श िकए गए ह यहा आरबीआई की नीित ह िक िवत तीय समावशन िवत तीय सारता क साथ-साथ

चलना चािहए

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आधार और बक खातो की सहायता स त य लाभ अतरण एक बत बड़ी घटना ह जो जनता को नए खोल गए खातो क साथ

सिय और सपक म रखती ह

स टड-अप इिडया- एससी एसटी मिहला उिमयो ारा ीनफील ड उमो क िलए 10 लाख पय स 1 करोड़ पय तक क बक

ऋण और पारवारक सहायता दान करन क िलए श िकया गया अग 2017 क म तक 38477 ऋण धारको को लगभग

8277 करोड़ पए क ऋण िवतरत िकए जा चक ह िजसम स लगभग 31 हजार मिहलाओ को बाटी गई रािश 6895 करोड़ पए

थी

दश म िवीय समावशन को और अिधक मजबत करन क िलए सरकार न बको को ामीण ो म माइो एटीएम स थािपत करन

की सलाह दी ह परणामस वप- िदसबर 2016 तक 1 14 518 माइो एटीएम स थािपत िकए गए

वचर किपटल ीम इस ीम क तहत सरकार न अनसिचत जाितजनजाित वग क लोगो को रोजगार मागन क बजाए रोजगार

दन की िदशा म य करत ए इस ीम को ारभ िकया इस योजना म यो उिमयो को पहल 50 लाख पए स 15 करोड़

पए तक ऋण उपल कराया जाता था िजसकी सीमा बाद म 20 लाख पए स 15 करोड़ पए तक िनधारत कर दी गई इसम

सरकार न अनसिचत जाितजनजाित क लोगो को समथ बनात ए आिनभरता दान करत ए अ लोगो को रोजगार उपल

करान म सम बनान का काय िकया इसम 70 सथाओ क परयोजनाए मजर िकए एव 265 करोड़ पए क फड मजर िकए जा

चक ह और 40 सथाओ क ऋण िवतरत िकए जा चक ह उखनीय यह ह िक यह उमकम अपन साथ-साथ औसत 20-25

लोगो को रोजगार भी उपल करा रह ह इसम ाज की दर 10 ितशत स घटाकर 8 ितशत कर दी गई ह इस योजना का मल

म यह ह िक अनसिचत जाितजनजाित क लोग रोजगार आित न रहकर रोजगार उपल करान म सम बन

साराश

सरकार िवत तीय णाली म त यक परवार क समावशन क ल य क ित ितब ह तािक जनता दश क िवकास स ाप त िविधक

लाभो को ाप त कर सक और साथ ही जनता स जटाई गई िनिधया जो पहल औपचारक चनल म नही थी इ औपचारक चनल म

लाया जा सक िजसस दश की अथव यवस था को सबल ाप त हो और िवकास पथ शस त हो सक

बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

Rashtriya_Sahara उरी भारत म बाढ़ (flood) एक रा ीय िवपदा क प म गभीर समा पदा करत ए गरीबी सामािजक िवषमता बरोजगारी आिद लान की

भी मख वजह ह बाढ़ क बत सार कारण ह लिकन उनम मख कारण जलवाय और थलाकित ह ोिक भारत म करीब 1200 िमलीमीटर

क आसपास औसत वषा होती ह इसका 85 फीसद बरसात साल क तीन-चार महीनो यानी जन स िसतर क बीच म होती ह

कितक आपदा भारत की एक मख समा ह इसस सखा बाढ़ चवात और भकप आिद की समा स भारत िसत ह

करीब 85 फीसद भौगोिलक और 24 रा कोई-न-कोई आपदा स पीिड़त हो रहा ह

Flood वतमान समय म भारत की एक मख आपदा बन गई ह जो बत जी-जी आती ह और िजसस बत गभीर प स जानमाल

और धन की ित होती ह

पर उरी भारत म बाढ़ एक रा ीय िवपदा क प म गभीर समा पदा करत ए गरीबी सामािजक िवषमता बरोजगारी आिद लान म

मख भिमका अदा करती ह बाढ़ आन क बत सार कारण ह लिकन उनम मख कारण जलवाय और थलाकित ह ोिक भारत म

करीब 1200 िमलीमीटर क आसपास औसत वषा होती ह इसम 85 फीसद वषा तीन-चार महीनो म जन तथा िसतर क बीच म होती

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Urbanisation कछ सालो म बाढ़ हमार मगा िसटी की भी एक समा बन गई ह िजसम चई और अभी मबई इसका एक जीता-जागता

उदाहरण ह िबहार असम और उर दश तो ित वष इसस पीिड़त होत ह Flood a Natural Disaster

Flood मत ाकितक कारणो स हो सकती ह और मानवीय कारण स या दोनो क सामिहक सबध स हो सकती ह

िबहार व असम म जो बाढ़ आती ह वह उ भिम और िन भिम क सबधो का एक प ह जस-नपाल क पहाड़ी ो म वनो की

कटाई और मानवीय िया-कलापो म व क कारण रन अप (वाह की िदशा) अिधक होती ह जब एक साथ काफी माा म वषा होती

ह और नीच की भिम जो वनाािदत नही ह वह काफी तजी स निदयो की तरफ बढ़ती ह यह मॉनसन का एक म िबद ह

पहाड़ी ो म वनो की कटाई ओवरिजग (गहन चरागाही) क कारण भिम अपरदन रॉक फॉल (पहाड़ो का टटना) क कारण मलब क

प म जब जल वाह ो म होता ह तो सिडमटस लोड क कारण बाढ़ की समा उ होती ह

इसक साथ-साथ तटबधो क रख-रखाव म लापरवाही खराब ाकितक वाह पाली (ड नज िसम) क साथ-साथ िबहार की शोक

lsquolsquoकोसी नदीrsquo म धरातलीय कारण स निदयो क वाह म परवतन होता रहता ह तो वही मौसमी कारणो म अिधक वषा चवातीय

तफान बफ बारी और श ड आिद बाढ़ क म कारक ह

जलवायिवक कारको (हाइड ोलॉिजकल) म भिम मदा नमी भिमगत जल रवर बक (नदी िकनारो) म बदलाव आिद मख ह Human Role in Flood

बाढ़ आन क मानवीय कारको म

भिम क उपयोग म परवतन और निदयो क वाह को रोकना

ऊपरी ो म बहतर वाह पाली म कमी और बाधो स पानी को अचानक छोड़ दना-जो नपाल क कारण-आिद वजह पदा होती रहती

ही निदयोनालो म कड़ा-करकट भर दना भी एक मख वजह ह तो नगरो म बत ही खराब सीवर पाली का होना यहा एक चीज

बताना बत जरी ह िक पिमी दशो म ाम वाटर कट ोल क िलए अलग ड नज होता ह िजसकी हमार यहा कमी ह

सीवर पाली म अितमण क चलत शहर की हालत ादा खराब हो जाती ह िबहार की समा की असली वजह नपाल क पहाड़ी

ो म अिधक वषा व वनो का िवघटन और लोकल बाढ़ की समा स खद को बचान क िलए पानी छोड़ दना निदयो व नालो म

अितमण वाह पाली की कमी और समिकत भिम उपयोग िनयोजन की कमी ह What to be done

इसक िलए क और िबहार सरकार को कई ो म सधार लान होग हम नपाल स इस सबध म मॉनसन टाइम म नदी क जल क र

को मॉिनटर करन क िलएसय मॉिनटरग िसम अिधक स अिधक वन और वनितयो को लगाना शहरी ो म छोट-छोट नालो को

अितमण स बचाना बाढ़ स सबस ादा पीिड़त इलाको क िलए मानिच और सदर सवदन पाली (रमोट सिसग) और भौगोिलक

सचना पाली आिद का उपयोग करत ए माइो लवल पर मानिच तयार करन होग िजनस पता चल सक िक आध मीटर निदयो क

वाह म िकतना फल भािवत होगा

एक मीटर जलर उठान पर इस सबध म हम टोपोािफकल शीट िजसस धरातल की ऊचाई का भी पता लग सकता ह लाग कर सकत

ह लोगो को याद होगा िबहार म कोसी नदी म बत भीषण बाढ़ 2008 म आई थी जो बाध म कटाव स इतना िवकराल प धारण कर

िलया था िजसम 527 जान गई थी 19 हजार पशओ की मौत हो गई थी और करीब 2 लाख स ऊपर घरो को नकसान आ

जबिक 3 करोड़ स ादा लोग पीिड़त ए थ 2017 की बाढ़ म भी 500 स अिधक लोग मर चक ह यिद िनयत र पर डटा को दख

तो िजतन लोग आपदा स पीिड़त होत ह उनम 26 फीसद बाढ़ स होत ह और िजतनी आपदा घिटत होती ह उसम 43 फीसद बाढ़ ही

वजह होती ह

इसक अलावा हम मौसम क पवानमान की सटीक जानकारी म मददगार उपकरणो का इमाल करना होगा

क ीय जल कमीशन की िजदारी क साथ-साथ जनता म भिम उपयोग िनयोजन को ोािहत करत ए नय-नय जीिवका क साधनो को

भी बताना होगा जस अिधक जल भािवत ो म बास की खती को ोािहत िकया जाए िजसस लोगो को आय क साधन िमल सक

इसी तरह मजरपर स दरभगा का जो लबा च ह उस इलाक म मखाना की खती बड़ पमान म होती ह लिकन बड़ी समा उसक

सरण की ह इस सिवधा क अभाव म वहा क लोगो की आमदनी पर बरा असर पड़ता ह सरकार को इस िवषय पर सजीदगी स

िवचार करना चािहए

इसी तरह एक समय िबहार म साठी धान की खती का अा-खासा चलन था साठी धान जो 60 िदनो म तयार हो जाता था लिकन िपछल

कछ सालो म इसकी खती ख सी हो गई ह इस पर िकसी का भी ान नही ह इसकी खती को एक बार िफर स ोािहत करन की

जरत ह

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2019 तक अतररा ीय मानक (Basel standard of banking III) पर करन क िलए बको को 416

अरब पय स भी ादा पजी चािहए

बसल 3 बिकग मानको को परा करन क भारतीय बको को माच 2019 तक 416 अरब पय स भी ादा अितर पजी की ज़रत होगी

यह रक़म मौजदा बजट म सरकार ारा तय की गई 70 अरब पय की रक़म स कही ादा ह

िफच की रपोट म इस अनमािनत पजी का आकड़ा एजसी क िपछल अनमान स कम ह इसस पहल उसन 576 अरब पय स भी ादा

का आकड़ा िदया था इस कमी की वजह कज बाजार मव की रार का धीमा होना ह इस सबध म िफच न भारतीय ऋणदाताओ को

चतावनी भी दी थी उसन चताया था िक पजी बढ़ान क िलए बको क पास सीिमत िवक ह

भारतीय बको पर इस समय ऐस कज को लकर भारी दबाव ह िज वसलन म उ बत िदत हो रही ह िदसबर तक ऐस कज का

आकड़ा 960 अरब पय स भी ादा हो गया था इसका एकबड़ा िहा सरकारी बको का ह िफच क मतािबक लगता नही िक अितर

पजी को ीकित िमलन तक य बक इस मल स पीछा छड़ा पाएग

What is Basel standars of Banking बसल मानक बिकग और िवीय सथाओ को अतरा ीय र का प दन क िलए िनधारत िकए गए ह माना जाता ह िक इ परा करन

स बको को िवीय जोखमो स बहतर ढग स िनपटन औरअपनी थित को मजबत बनान म मदद िमलती ह इन मानको को टजरलड क ब

सल शहर म थत एक सिमित जारी करती ह

अथवथा म सधार क िलए मजबत हो दरसचार Business_Standard इसम दो राय नही ह िक दश की अथवथा कई िदतो स दो-

चार ह वह िदशाहीन और गितहीन भी हो चकी ह इसक िलए मौजदा सरकार क कछ कदम तो िजदार ह ही साथ ही कछ चीजिवरासत म

भी िमली ह उदाहरण क िलए िपछली सरकार क आसतोष घोटाल और िवप की िजद इसक िलए िजदार ह इसकी वजह स ससदीय

िया को ठस लगी इसक बाद आई नईसरकार भी हालात को उस कदर सभाल नही पाई जसी िक उसस अपा थी बहरहाल आरोप-

ारोप स कोई फायदा नही ह ब कोिशश यह होनी चािहए िक आग सधार को अजाम िदया जासक

What to be done कछ कदम ऐस ह िजनको ताल उठाए जान की आवकता ह लिकन हम शायद उनको टाल रह ह मलभत बिनयादी ढाचा हमारी ताा

िलक आवकता ह इसक अलावा सामािजक सथानोऔर नत को भी एकीकत करन की आवकता ह जरत इस बात की ह िक कछ

सामा वथाए िनिमत की जाए और सरचनाक उादक गितिविधयो को अजाम िदया जाए हालािक इसमसमय लगगा और ऐसा करना

आसान भी नही होगा

बिनयादी ढाचा म ॉडबड सबस जी और सबस तज ितफल दान कर सकता ह

इसक िलए ऐसी नीितया अपनानी होगी जो अपन आप पर थोप गए शासिनक ितबधो क बजाय मौजदा ससाधनो को उिचत पच द पा

ए इसक अलावा ऊजा पानी और सीवज तथा परवहनआिद क म काम करना काफी जिटल ह

इन कामो म पजी भी बत ादा लगगी इतना ही नही बहतर सचार सहयोग क साथ अ बिनयादी सिवधाओ का िनमाण और बधन

करना भी आसान हो जाएगा

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Is government doing something in this regard थम iumlया तो यही तीत होता ह िक सरकार ऐसा कर रही ह उदाहरण क तौर पर तीन महीन पहल एक अतर मालय समह (आईएम

जी) का गठन िकया गया िजस ऋण दरसचार कोिनजात िदलान सबधी हल सझान थ

अतरम रपोट स कोई अ सकत नही िनकलत इसम सझाव िदया गया ह िक िकसी बड़ नीितगत बदलाव की आवकता नही ह ो

िक सधार क सकत िमल रह ह दभा की बात ह िकआईएमजी की अितम अनशसा भी ऐसी ही ह उसन म और लाइसस श

भगतान को 10 वष क बजाय 16 वष कर िदया ह और ाज दरो म करीब 2 फीसदी की कमी कर दी ह बहरहाललाइसस श या

म श म कोई कमी नही की गई ह न ही समावशन क िलए म की सीमा िशिथल की गई ह अतरसबिधत श का िनधारण द

रसचार िनयामक ािधकरण (ट ाई)करगा और म नीलामी को अल 2018 क बाद अजाम िदया जाएगा परत अिधक नकदी और

अिधक ितधा वाल इस म पजी की आवकता को कछ और महीन तक टालन तथाअ ािवत उपायो स हालात म कोई ब

दलाव नही आएगा

ा इसस दरसचार म सधार आएगा मझ समत कई पयवको और सवादाताओ को लगता ह िक ऐसा नही होगा नीच दी गई वज

हो स यह उठता ह िक ा आईएमजी न अपनीअनशसाए परी जानकारी क आधार पर की या िफर ा उनको हकीकत का परा अ

दाजा था

बड़ बदलाव ो आवक कड़ नीितगत कदम उठान की ताल आवकता ह

टजी न सझाव िदया िक िवकिसत दशो की दरसचार सवा दाता कपिनयो का डाटा सवाओ पर मािजन नकाराक ह यह भारत क

िलए अहम ह ोिक एक तो हम नटवक और िडिलवरी म अहम वदिघ की आवकता ह दसरा यह वहाय ह और तीसरा इसक

बावजद इसम थािय ह और नकदी की आवक सकाराक ह

हकीकत यह ह िक पहल स सकट इस का राज सन 2016 म रलायस िजयो क आगमन क बाद तजी स िगरा ह इसक साथ

ही सरकार का लाइसस और म श भी कम आ हइस की बात कर तो रलायस िजयो न पर बाजार म उथलपथल मचान क

बावजद जन 2017 तक क छह माह क िलए कवल 4781 करोड़ पय की रािश लाइसस और म श क प मचकाई यह सवा

दाताओ क कल भगतान क एक फीसदी स भी कम था ोिक उसका राज कम रहा इसक िवपरीत भारती एयरटल न 290275 करो

ड़ पय वोडाफोन न 200525 करोड़पय और आइिडया सलर न 167767 करोड़ पय चकाए इस नीित न इस को बत बरी

तरह भािवत िकया ोिक राज और सरकारी सह म तजी स िगरावट आई इसस बिनयादीढाचा कमजोर पड़ा

यिप कवल उ सरकारी राज को मानक मानना भी ठीक नही ह

डड ऐड पअस की एक रपोट म राज म इस वष 10 फीसदी िगरावट का अनमान ह लिकन यह तो कवल एक पहल ह बाजार की

हालत लगातार खराब रहन वाली ह परचालन राज औरसरकारी सह म कमी उस भािवत करगी

इन तमाम वजहो स उोग की मता बरी तरह भािवत हो रही ह जबिक दश को बहतर दशन और पच की आवकता ह ोिक द

श म करीब 30 करोड़ डाटा ाहक ह पया नटवक पचका िनमाण करना होगा कवल तभी िशा ा और मनोरजन की सरकारी

और वािणक जरत परी की जा सक गी

कवल सरकार ही उिचत नीितया और िनयम िवकिसत कर सकती ह सन 1997-

98 म इस म ठहराव क बाद तालीन राजग सरकार न सन 1999 म दरसचार नीित की मदद स एक राजसाझदारी वथा की

थी शआत म सरकार की िहदारी बत ादा थी लिकन बाद म इसम कमी की गई और ितधा बढ़ाई गई मोबाइल टलीफोनी

म तज इजाफा आ और इसक साथही सरकारी राज भी बढ़ा ॉडबड म भी वसी तजी लान क िलए हम ताल कछ नीितगत कदमो

की आवकता ह

लागत कम करन क िलए बिनयादी सरचना साझा करना इसक िलए दो-

तीन कपिनयो का समह बन तािक ितधा हो इनकी िनगरानी सरकार क पास रह उदाहरण क िलए ीडन का 70फीसदी िहा ट

लीनॉर और एचआई3जी क साझा नटवक स आािदत ह इस बड़ शहरो क बाहर साझा िकया जाता ह साझा नटवक क िलए उपकर

ण उपल ह हम कवल नीितयो कीआवकता ह

म को एक साझा सावजिनक ससाधन बनाया जाए आविटत म क िलए लाइससशदा सवादाताओ और िविनमाताओ और ड

वलपरो को ितीयक पच (ाथिमक धारक को ाथिमकतादी जाती ह) उिचत राज-

साझदारी वाली कीमत पर दी जाए वह भी िबना श क इसकी शआत िबना इमाल क टीवी की बची ई ी सी स की जाए

वाईफाई क िलए विक मानको क अनप म आविटत िकया जाए

ऐसा करन स म और नटवक का अिधकतम इमाल सभव होगा यह आज की तरह किम ितबधो वाला नही होगा बहतर नटव

क और सवाओ स हम सभी लाभात होग इसक साथ हीसरकार का राज भी बढ़गा

निदयो को जोड़न म चनौितया कम नही भारत एक नदी मातक दश ह यहा की तमाम बड़ी-छोटी निदयो न ही अपन तटो पर यहा हजारो बरसो स नाना सताओ और परपराओ को

उपजाया व सीचा

First proposal of river linking जल का इस उपमहाीप क जीवन म मह समझकर सन 1858 म सर आथर थॉमस कॉटन नाम क एक अज इजीिनयर न

पहल-पहल सरकार को सझाव िदया था िक मानसन तो चार ही महीन का होता ह वह भी दविनभर उसक बाद यह महादश

लगातार बाढ़-सखाड़ स िकसी न िकसी इलाक म जझता रहता ह िलहाजा भारत की कछ बड़ी निदयो को ो न नहरो क जाल

की माफ त इस तरह स जोड़ िदया जाए िक एक साथ सार दश को हर मौसम म जीवन-यापन और खती दोनो क िलए पया

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पानी िमल सक उनक इस सझाव म दम था लिकन इसकी ािवत अिभयािकी का काम बत पचीदा और खचला

था 57वनी ाित की मार स उबर रही ििटश सरकार क िलए करन को तब और भी कई जरी शासकीय काम सर पर सवार

िदखत थ िलहाजा यह िवचार कागजो पर ही सीिमत रहा

After Independence कोई डढ़ सौ बरस बाद लोकतािक भारत म पानी की बढ़ती िकत क दबाव स इस िवचार को िफर सामन लाया गया पर इस

बार जब बात िनकली तो दर तलक गई कछ बड़ी बात सामन आईिजनक अनसार आज की बिनयादी तौर स बदल चकी

भौगोिलक राजनीितक और सामािजक परथितयो म यह मामला परवान चढ़ाना आसान नही होगा

Economic view point िफर च की भी बात ह दश क सार जल-ससाधनो की श बदलकर 30 बड़ी निदयो

और 3000 अ जलोतो को जोड़न वाली इस िवराट परयोजना को परवान चढ़ान क िलए कम स कम 15000 िकलोमीटर

नहर बनानी होगी इसका कल खच आकलन क अनसार कम स कम तीन िट िलयन डॉलर बठगा जो समयानसार और भी

बढ़ सकता ह ा यन-कन अथवथा को पटरी पर रखन क िलए िदन-रात जझ रहा दश इतना भारीभरकम य सह

सकता ह

इस सबक बावजद सरकार म योजना क परोकारो का कहना ह िक तमाम जोखमो क बाद भी नदी जोड़न वाली जल

वथा क तीन भारी फायद होग पहला फायदा यह करीब 8 करोड़ सात लाख एकड़ जमीन की िसचाई की वथा

सलभ कर दगा दो इसस बड़ पमान पर पनिबजली योजनाए चाल की जा सक गी िजनस हमार हर गाव को िबजली िमल

सकगी िफर सालाना जल की उपल भारत की दो बड़ी तकलीफो- सखाड़ और बाढ़ दोनो को भी कम करगी जो हर

बरस लाखो लोगो को दरबदर करती और भखा बनाती आई ह

इतनी बड़ी परयोजना एक ही तरह क न क तहत नही चलाई जा सकती इसक तीन बड़ भाग कर उनक िलए तीन तरह

क कायम बनान जरी होग एक भाग वह होगा जो दगम होत ए भी जलसप सार उर भारत की उन बड़ी निदयो

को जोड़गा िजन सबक गोमख िहमालय म ह पर उरी जल म िकसी भी तरह क हप स पहल दो पड़ोसी दशो-

नपाल और भटान को भी अिनवायत राजी करना होगा िजनस हम जल साझा करत आए ह भगभय ि स इस बहद

नाजक इलाक की लगातार िबगड़ती पयावरण दशा क मनजर िहमालय म पहाड़ो स िकसी तरह की बड़ी छड़छाड़ क

सभािवत सभी नतीजो पर भी सोचना होगा दसर िह म दिण भारत की 16 निदयो का आता ह जो उर की तलना

म कम जल ससाधनय रहा ह यहा की बड़ी निदया एकािधक राो स होकर बहती ह इसक मनजर योजना क तीसर

तथा खास पचीदा िह म अतरराीय जल बटवार तथा बाध िनमाण स जड नाजक मसलो को रखा गया ह िजन पर बत

समय स तिमलनाड व कनाटक महारा और गजरात राजथान और गजरात क बीच तनातनी चली आई ह

इस िबद पर गौरतलब यह ह िक निदयो को जोड़न की योजना का मल खाका बत पहल की भौितक थित और नदी जलर

पर बनाया गया था तब स अब तक ोबल वािमग तथा आबादी म बपनाह बढ़ोतरी स भारत म बत बड़ पमान पर तरह-तरह

क बदलाव आ चक ह उदाहरण क िलए 1901 स 2004 तक क कालखड क उपल मौसमी डाटा पर िकए (मबई तथा चई

क भारतीय ौोिगकी सथानो क समवत) शोध स यह जानकारी िमली ह िक सौ बरसो म दश की आबादी तो 32 करोड़ स

बढ़कर सवा सौ करोड़ हो गई लिकन उसी क साथ दशभर म होन वाली कल बारश19 फीसदी घट गई ह नतीजतन महानदी

तथा गोदावरी सरीखी दिणी निदयो क जो कभी अितर जल स सप थ उनम आज पानी की भारी कमी हो गई ह

उर म भी गगा यमना व प सभी क उम-ोत िशयर तजी स पीछ सरकत जा रह ह

River not unidimensional इसक अलावा एक बात और मल नदी जोड़ो योजना सार भारत भिम को एक सरीखा मानकर चलती ह जबिक भारत की

बनावट कही पहाड़ी ह तो कही मदानी हमारी तकरीबन सारी निदया ऊबड़-खाबड़ रतीली पथरीली हर तरह की भौगोिलक

जमीन स गजरती ह इसस उन सबक जल की कछ रासायिनक िवशषताए आ गई ह और उनक ही बत हर इलाक का अलग-

अलग िक का जलचर थलचर जीवन बना और वानितक िवकास आ ह निदयो को गर-कदरती तरह स जोड़न स जब दो

अलग तरह क जल िमलग तो हर नदी क िगद अनािदकाल स मौजद तमाम तरह की वनित और जलचरो म भारी भल-बर

बदलाव आ सकत ह और वािनक कहत ह िक उनक बार म अभी कोई अदाजा लगाना किठन ह उधर लगभग 2766 लाख

एकड़ डबन स कोई 15 लाख की आबादी भी बघर हो जाएगी उदाहरण क िलए कन तथा बतवा निदयो को ल िजन पर काम

जारी ह उनको जोड़न क दौरान उस इलाक की 5500 हयर जमीन डब म आएगी इसस पा का अभयार दभािवत

होगा और वहा क सरित बाघो क साथ दोनो निदयो क दलभ होत जा रह घिड़यालो और मछिलयो की जाितयो क ल होन

की भी आशका बनती ह

Political Opposition राजनीितक चनौितया भी कम नही पानी की लगातार बढ़ती कमी न जल बटवार क म को राजनताओ क ीय वोटर समहो

की ति क िलए बत महपण बना डाला ह उर दश और म दश तिमलनाड और कनाटक सभी सशक ह सिवधान

क तहत चिक जल ससाधनो पर अितम राजकीय हक रा सरकारो क पास होता ह तो िजस भी रा को लगगा िक नदी जोड़न

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स उसक लोगो क िलए पानी कम हो जाएगा व तरत योजना पर अड़गा लगा सकत ह कल िमलाकर नदी जोड़ो योजना की

िजतनी तारीफ की गई ह वह उसक लायक नही सािबत होती कम स कम अपन मौजदा न क तहत

भजल र (Ground water level) म लगातार िगरावट भजल र म लगातार हो रही िगरावट क बीच हाल म ए एक शोध म इसक तजी स दिषत होन क बार म भी पता लगा ह

इिडया साइस वायर की एक रपोट क मतािबक भारतीय और ििटश वािनको ारा िकया गया यह शोध बताता ह िक भजल

म नाइट ट ोराइड ोराइड आसिनक सीसा सलिनयम और यरिनयम जस हािनकारक तो की माा लगातार बढ़ती जा

रही ह इसम िवदयत चालकता और लवणता का र भी अिधक पाया गया ह शोधकताओ क अनसार भजल म सलिनयम की

माा 10-40 माइोाम ित लीटर और मॉिलडनम की माा 10-20 माइोाम ित लीटर पाई गई ह इसक अलावा इसम

लगभग 09-70 माइोाम ित लीटर यरिनयम की साता होन का भी पता चला ह शोधकताओ क मतािबक इस अयन म

जलभत (एाफर) क ऊपरी 160 मीटर िह म मौजद तो का रासायिनक िवषण िकया गया ह अयन म किष

शहरी ामीण और म मदानो समत कल 19 अलग-अलग तरह क ो की भिम शािमल थी इन भागो म उथल (0-50 मीटर)

और गहर (60-160 मीटर) एाफरो स जल क नमन एक करक भजल दषण का अयन िकया गया जलभत या एाफर

ा ह पी की सतह क भीतर थत उस सरचना को एाफर कहत ह िजसम मलायम चानो और छोट-छोट परो क बीच

म भारी माा म जल भरा रहता ह एाफर की सबस ऊपरी परत को वाटर-लबल कहत ह सामातः भजल एाफर म

ही पाया जाता ह हािनकारक त भजल तक पचन क कारण सबस मख कारण भिमगत जल क अधाधध दोहन

रासायिनक उवरको क उपयोग और सतह पर औोिगक कचरा बहाए जान को मानत ह वािनको न इस बात क भी

माण िदए ह िक मानव-जिनत और भ-जिनत हािनकारक त तलछटीय एाफर त स होकर गहर एाफरो म पच रह ह

लगातार दोहन स भजल का र िगरता ह िजसस उथल या ऊपरी एाफ़रो की खाली जगह म हवा भरन स उसम ऑीजन

की माा बढ़ जाती ह इस ऑक भजल कहत ह ऑक भजल क कारण नाइट ट या नाइट ाइट का गसीय नाइट ोजन म

परवतन सीिमत हो जाता ह इसस उथल भजल म सलिनयम और यरिनयम जस तो की गितशीलता बढ़ जाती ह वही गहर

एाफ़रो तथा शहरी क उथल एाफ़रो म िमलन वाली यरिनयम की अिधक माा का सबध उ बाइकाबनट य जल

स पाया गया ह अयनकताओ का कहना ह िक शोध स ा परणाम उर-पिम भारत म भजल क बधन क िलए

महपण सािबत हो सकत ह लिकन भजल म सलिनयम मॉिलडनम और यरिनयम जस खतरनाक तो का अिधक माा म

िमलना काफी ादा िचताजनक ह ोिक गहर एाफरो क दिषत होन पर भजल की गणवा सधरन म बत समय लग

जाता ह यानी यह और भी बड़ी चतावनी ह ोिक भजल का र तो िगर ही रहा ह बचा आ भजल भी खतरनाक प स

दिषत हो रहा ह

भारत म पषो क मकाबल मिहलाओ की बरोजगारी (Women Unemployment) अचानक ो

बढ़न लगी ह िव बक न भारत म रोजगार क अवसरो पर हाल ही म एक रपोट जारी की ह इस रपोट स खलासा आ ह िक

भारतीय अथवथा म िवकास क दौरान मिहलाओ क िलए पया सा म रोजगार पदा नही हो रह ह सबस चौकान वाली बात

ह िक बीत सालो म कामकाजी मिहलाओ की सा म तजी स िगरावट आई ह इस समय ामीण और शहरी की िसफ 274

ितशत मिहलाओ (कामकाजी उ की) क पास रोजगार ह जबिक एक दशक पहल यह आकड़ा 43 ितशत था भारत क मकाबल

मिहलाओ क रोजगार की थित िसफ पािकान (25 ितशत) और अरब दशो (23 ितशत) म खराब ह वही दसरी तरफ नपाल म

80 ितशत मिहलाओ क पास रोजगार ह चीन म 64 बाादश म 574 और अमरका म 563 ितशत मिहलाओ क पास रोजगार

ह भारत म इस थित क पीछ कई कारण हो सकत ह जस कहा जा सकता ह िक यहा मिहलाए नौकरी की तलना म पढ़ाई को

ादा तवो दती ह हालािक आकड़ बतात ह िक हर शिक र पर मिहलाओ म बरोजगारी ादा ह हमार यहा चिलत जाित

वथा को भी इसकी वजह नही बताया जा सकता ोिक दिलतो स लकर ऊची जाित की मिहलाओ तक म बरोजगारी की

समा कमोबश एक जसी ही ह इसी तरह ववािहक थित भी इसक पीछ नही हो सकती ोिक अिववािहत और िववािहत दोनो

िणयो म बरोजगार मिहलाओ की सा बराबर ह Reason for this इसकी एक वजह शारीरक म या मिहलाओ क कामकाज को

लकर हमार समाज म फला दराह जर हो सकता ह परवारो म जस ही आमदनी बढ़ती ह आमतौर पर मिहलाओ का घर क

बाहर जाकर काम करना बद हो जाता ह वस भी 2006 स 2014 क बीच ामीण ो म मजदरी की दर म बढ़ोतरी ई ह वही

कामकाजी थलो पर बढ़ती असरा न मिहलाओ स उन रोजगारो को छीनन का काम िकया ह जहा दर रात तक काम होता ह

हालािक िवबक की इस रपोट म मिहलाओ की बरोजगारी का आकड़ा ादा िदखन का एक कारण और हो सकता ह कई

मिहलाए उन ो म काम करती ह िजनक आकड़ इस रपोट म शािमल होना मल ह जस िसलाई-कढ़ाई का काम पपर बग या

अचार बनान का काम य अनौपचारक काम वस ही ह जस हमार यहा मिहलाए दसर घरल काम करती ह या बो और बजग की

दखभाल करती ह इस सबक बावजद अगर मिहलाओ क िलए रोजगार क अवसर कम हो रह ह तो इसकी मल वजह यही ह िक

कल रोजगार की व दर म िगरावट आ रही ह 2001 स 2011 क बीच यह सालाना दो ितशत थी लिकन अब एक ितशत पर आ

गई ह यानी कम स कम नौकरया पदा हो रही ह और जािहर ह िक इन पर पहल पष का जमा रह ह इन हालात को सधारन

का यही तरीका ह िक ादा स ादा और अी स अी आमदनी वाल रोजगार क अवसर पदा िकए जाए Robot Are they dangerous for Jobs Robot आज की हमारी दिनया म आशा और आशका दोनो का एक बड़ा ोत बन

ए ह जहा एक तरफ उनस िमलन वाली सिवधाए हम आक कर रही ह वही दसरी तरफ यह खतरा भी मह बाए खड़ा ह िक य हमार

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यवाओ स रोजगार क मौक छीन लग इसी सदभ म सय रा की एक ताजा डी रपोट न सबका ान खीचा ह जो बता रही ह िक bull

रोबॉट स खास डरन की जरत नही ह bull इस रपोट म िविभ दशो क अनभव क आधार पर िदखाया गया ह िक रोबॉट इसानी म श

क िलए नकसानदह नही सािबत होत bull चीन औोिगक रोबॉटो की सा क मामल म दिनया म दसर नबर पर आता ह इसक बावजद वहा

िपछल दस वष म नतम मजदरी डढ़ गना बढ़ गई ह bull जमनी और मको जस दशो म भी ऑटोमशन क कारण रोजगार घटन क

बजाय बढ़ ह कई दशो म रोबॉट क चलत बाहर स काम क ऑडर आन लग ह गौरतलब ह िक िफलहाल रोबॉट का ताप ादातर

िवकिसत दशो म ही िदखता ह 60 फीसदी रोबॉट िवकिसत दशो म ह ोबल शयर का 43 फीसदी तो कवल तीन दशो अमरका जमनी

और जापान म ह भारत िफलहाल इसम कही नही ह लिकन धीर-धीर ही सही इस भी उस तरफ बढ़ना ही ह इसीिलए इसस जड़ी आशाए

और आशकाए इसक िलए भी महपण ह मगर माक की बात यह ह िक ऐसी कोई एक डी इस बार म अपनी राय थर करन का आधार

नही बन सकती परर िवरोधी बात कहन वाली कई डी आती रही ह और अभी आएगी वजह यह ह िक अभी हमारी दिनया इस नई

वि को समझन की िया म ह इसिलए सबस अी बात यही हो सकती ह िक हम भी अपनी आशाओ और आशकाओ को एक तरफ

करक इस समझन की कोिशश कर डरन की जरत इसिलए नही ह िक जसी भी तकनीक हो इस इसान न ही बनाया ह और इसान ही इस

इमाल भी करन वाला ह इसिलए एक बार इसकी खिबयो-खािमयो को अ स समझ िलया तो िफर इसक इमाल का सव तरीका

तय करन म भी हम िदत नही होगी

िनयात बन सकता ह िवकास का इजन यकीनन दश क िनयात म सधार क कछ सकत उभरकर सामन आए ह

bull वािण मालय क 15 िसतबर को जारी आकड़ो क अनसार िनयात म अग 2017 क दौरान शानदार तजी दखी गई और इस दौरान

िनयात 1029 फीसदी बढ़कर 2381 अरब डॉलर पच गया

bull जबिक इसस िपछल साल की समान अविध म 2159 अरब डॉलर का िनयात आ था

bull इस वष माच क बाद स िनयात म लगातार चार माह तक िगरावट दखी जा रही थी इसी तरह चाल िव वष 2017-18 म अग तक कल

िनयात 857 फीसदी बढ़कर 11857 अरब डॉलर रहा जो िपछल साल की समान अविध म 10921 अरब डॉलर था नए आकड़ो स पता चलता

ह िक िनयात क मख 30 ो म स कवल चार म ही नरमी दज की गई इजीिनयरग क साथ-साथ परधानो और फामा क िनयात भी

बढ़ ह

Export amp Manufacturing Synergy वत िनयात म नए सकन क बाद भी दश म िनयात बढ़ान की चनौती कम नही ई ह िनयात को बढ़ावा दकर

िविनमाण की व दर को गित दी जा सकती ह चाल िव वष की पहली ितमाही म मौजदा दाम पर जीडीपी क

अनपात म िनयात 182 ितशत रहा जो िव वष 2016-17 की समान ितमाही म 193 ितशत था यिद हम िपछल दो

वष क िनयात पर को दख तो पात ह िक विक िनयात माग कम होन स वष 2015-16 म दश स कल 269 अरब

डॉलर म की वओ का िनयात िकया गया जबिक वष 2016-17 म िनयात का म 274 अरब डॉलर रहा आकड़

बता रह ह िक वष 2014-15 म िनयात 310 अरब डॉलर रहा था िनयात की चनौती और बढ़गी ोिक िव ापार

सगठन क िनयमो क मतािबक वष 2018 तक भारत को िनयात को सडी दना बद करना होगा सचमच मद होती

विक अथवथा म िनयात म बढ़ा ल ा करना मल िदख रहा ह ऐस म वतमान चनौती का सामना करन

क िलए नीित आयोग क सधारवादी एजड पर ान दन की जरत ह िजसम िविनमाण छोट व मझोल उोग और

िनयात को बढ़ावा दन क िलए सरकारी नीितयो की अहम भिमका बताई गई ह

Increasing Competition from other Developing Countries भारतीय िनयातको क सगठन िफयो का कहना ह िक बाादश िवयतनाम थाईलड जस दशो न अपन िनयातको को पया सिवधा दकर

भारतीय िनयातको क सामन कड़ी ितधा खड़ी कर दी ह िनयातको का कहना ह िक जीएसटी रफड लन म किठनाई आ रही ह सरकार

न रफड दावज फाइल करन की ितिथ बढ़ा दी ह िनयातको को पहल उन वओ क श म आयात की अनमित थी िजनका इमाल

व िनयात क िलए माल तयार करन क िलए करत थ लिकन जीएसटी क बाद श का भगतान करना होगा और बाद म रफड क िलए

आवदन करना होगा पय की तजी स बढ़ी मजबती और ऊची कीमत स िनयात बाजार म भारत की ितधा मता कम ई ह

सरकार का ल 2022 तक िकसानो की आय दोगना करना भी ह इसक िलए किष िनयात भी बढ़ाना पड़गा जािहर ह नए वािण मी की

चनौितया कम नही ह इसम िनयात व क दीघकािलक यासो क तहत िनयात कारोबार का कमजोर बिनयादी ढाचा सधार अहम ह

खासतौर स समी ापार स सबिधत बिनयादी ढाच पर िवशष ान दन की जरत ह साक क पड़ोसी दशो और अफगािनान म भारत क

िनयात बढ़न की सभावनाए ह ि दशो और ामार व मलयिशया सिहत आिसयान दशो को भी िनयात बढ़ सकता ह

पयावरण सरण को रोजगार स भी जोड़गा सीपीसीबी क ीय वन एव पयावरण मलय क अधीन क ीय

दषण िनयण बोड (सीपीसीबी) न इस िदशा म अत ही महाकाी योजना तयार की ह Background वाय जल व कचरा

दषण न कवल िदी-एनसीआर ब दश भर म गभीर समा बन गया ह िदन ित िदन समा िवकराल होती जा रही ह

लिकन गाइडलाइस होन क बावजद िशित पयावरण हरी न होन स इस बाबत कछ ठोस काम नही हो पा रहा बात चाह

औोिगक ो क ट ीटमट ाटो (एसटीपी) क रखरखाव की हो या वाय दषण िनयण उपकरणो क सचालन और िविभ कार

क कचर क िनारण की अममन यही बहाना बना िदया जाता ह िक िशित ाफ नही ह इसी थित क मनजर सीपीसीबी न

अब अपन र पर यवाओ को उ तीनो ो म िशित करन की योजना बनाई ह

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What is the plan इसक तहत 10वी या 12वी पास 18 स 30 साल क यवाओ को तीन माह या 360 घट का ावहारक िशण

िदया जाएगा इस योजना को धरातल पर लान क िलए सीपीसीबी न इक पयावरण िशण सथानो और एजिसयो स ऐसा

अशकािलक िशण दन क िलए 15 िदनो क भीतर कोस मोल शल फ की िशण क ो तथा सथागत ढाच की

जानकारी मागी ह इसक बाद सीपीसीबी योजना का परा मसौदा तयार कर िवीय मजरी क िलए पयावरण मलय को भजगा

मलय की हरी झडी िमलत ही िदी -एनसीआर एव दश भर क आचिलक कायालयो को पयावरण दषण िनयण क इस

िशण की योजना को ारभ करन क िनदश जारी कर िदए जाएग

छोट उोगो की िचता कर सरकार Dainik_Jagran क सरकार न मन बनाया ह िक वतमान म गहरा रही आिथक सी को तोड़न क िलए सरकारी खच म व की जाएगी सरकार क इस मत

का ागत ह परत यह कदम सफल तब ही होगा जबखच की िदशा आम आदमी की ओर होगी सरकार को चािहए िक वह खच बढ़ाए

आम आदमी क िलए रोजगार बनाए और अथवथा को पन पटरी पर लाए सरकार इस िदशा म सोच रही ह तोयह सता का िवषय ह

मदी का एक

और कारण ह ऑटोमिटक यानी चािलत मशीनो स उादन सरकारी नीित ह िक आधिनक ऑटोमिटक मशीनो स उादन को ोाहन

िदया जाए िजसस हम िवकिसत दशो कीबराबर गणवा वाला माल बना सक लिकन हमार दश की परथित अलग ह यहा बड़ी जनसा ह

िजस रोजगार उपल कराना ह वतमान म रोजगार की िदशा िवपरीत ह

Decreasing wages of labours िवषको का मानना ह िक वष 2013 स िमको की वािवक िदहाड़ी म िगरावट आ रही ह िदहाड़ी म िगरावट का अथ ह रोज

गार कम बन रह ह और म की माग कम हो रही ह म की माग कमहोन का मख कारण ऑटोमिटक मशीनो का उपयोग ह

इन मशीनो का दभाव छोट उोगो पर भी पड़ता ह ऑटोमिटक मशीनो क उपयोग स बड़ी कपिनयो का माल स म उपल

हो जाता हऔर छोट उोग िपटत ह पहल हर छोट शहर म डबलरोटी बनान क कारखान होत थ अब बड़ शहरो म ऑटोम

िटक मशीन स बनी डबलरोटी की आपित हो रही ह छोट कारखान बद हो रह ह इससमा का िनवारण िवशष कार क सर

कारी खच म व स ही हो सकता ह जस बलट ट न म सरकारी खच िवत अथवथा क िलए लाभकारी ह परत छोट उो

गो क िलए वह िनभावी होिक आमतौर पर उ अहमदाबाद स मबई कम ही जाना होता ह

Investment to boost Micro small amp Medium Enterprises यही िनवश यिद छोट शहरो म सड़क िबजली और इटरनट उपल करान म िकया जाता तो इसका छोट उोगो पर सकारा

क भाव पड़ता जस गाव की सड़क सधर जान स दध वाल क िलए दधको शहर पचाना आसान हो जाता और वह ऑटोमिटक

डरी स ितधा म खड़ा रह सकता ह तब आम आदमी की आमदनी बढ़ती बाजार म माग बढ़ती और मदी छट सकती थी इ

सिलए कवलसरकारी खच बढ़ान स मदी नही टटगी मदी को तोड़न क िलए आम आदमी क िहत स जड़ खच को बढ़ाना होगा

मदी जस हालात क िलए तीसरा कारण नोटबदी और जीएसटी ह सरकार का उ ह िक अथवथा म कालधन क चलन पर

रोक लग यह पणतया ीकाय ह नोटबदी क कारण उपभोाओका मा पर िवास िहल गया ह गहिणया कछ रकम नकद

म छपा कर रखती ह तािक जरत पड़न पर उ िकसी स याचना न करनी पड़ उनक ारा वष स सिचत यह रकम उनकी अ

लमारी सिनकल कर बक म जमा हो गई गहिणया खद को असरित महसस करन लगी ह

उोन पन बचत करक धन सचय करना श िकया ह और ताािलक खच म कटौती की ह इसस बाजार म माग घटी ह दो

बारा दो हजार पय क नोटो का सचय करन म उ भरोसा नही रहगया ह उ डर ह िक सरकार पन इन नोटो को बद कर स

कती ह इसिलए उोन सोना खरीदना श कर िदया ह यही कारण ह िक िपछल वष क बिनत दश म इस साल सोन की मा

ग दोगनीहो गई ह सोन की खरीद स दश की आय दसर दशो को जा रही ह जहा स हम सोन का आयात कर रह ह इसस दश

की अथवथा उसी तरह कमजोर हो गई ह जस कार क टायर म हवा कम होनस वह धीर चलन लगती ह

नोटबदी और जीएसटी का छोट उोगो पर िवपरीत भाव पड़ा ह छोट उोगो का सचालन म प स नकदी म होता था ज

स वाराणसी का बनकर साड़ी नकद बचता था नोटबदी क कारण छोटउोगो का ढाचा दबाव म आ गया ह इस अविध म उन

क कछ ाहक थाई प स दसर माल को पसद करन लग जस बनारस की साड़ी दो माह तक उपल न होन क कारण दका

नदार न थाईप स सरत की साड़ी बचना श कर िदया जीएसटी क चलत छोट उोगो पर महीन म तीन रटन भरन का बो

झ आ पड़ा ह इसस उनकी बड़ उोगो स ितधा करन की मता घटी ह तमामछोट उोगो क मािलको और किमयो की

आय घटी ह िजसक कारण बाजार म माल की माग घटी ह माग म यह िगरावट परी अथवथा म फल गई ह िबल वस ही

जस पानी पर तल फलता ह

नोटबदी और जीएसटी स आई मदी का हल सरकारी खच म व स हािसल नही होगा सरकारी खच बढ़ान स छोट उोगो को

राहत कम ही िमलगी ोिक सरकार ारा बड़ी फ यो ारा उािदतमाल को अिधक खरीदा जाता ह इन समाओ का हल

ह िक सरकार जनता को आ कर िक नोटबदी दोबारा नही की जाएगी साथ ही छोट उोगो क िलए जीएसटी को सरल बना

या जाए मदीपर हार करन का यह मख उपाय ह सरकार को चािहए िक वह आम आदमी क िलए िहतकारी बिनयादी सरच

ना जस झी तक सड़क िनमाण म खच बढ़ाए तो भी मदी टट सकती ह इ िजतनीजी अपनाया जाए उतना ही बहतर होगा

आखर पयावरण इतना मायन ो रखता ह

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Business_Standard करीब दो दशक स भी ादा व हो गया जब सव ायालय न सरकार को िनदश िदया था िक वह दश भर क कॉलजो म

पयावरण को एक अिनवाय िवषय बनाए काफी यासो क बाद िविवालय अनदान आयोग (यजीसी) न इस पाम क िलए

ापक िवषय सची तयार की ातक र क अयन क िलए इस अिनवाय बनाया गया लिकन छाो क कछ पाम म

इसकी महा काफी कम रखी गई Need to understand Importance of Environment सच तो यह ह िक हम सब पयावरण क यग म जी रह ह यह एक ऐसा यग ह िजसम मनो का दबदबा ह और उोन पयावरण को काफी हद

तक भािवत िकया ह विक र पर दखा जाए तो यह बात ह िक जलवाय परवतन हो रहा ह और इसन अथवथाओ और आम

लोगो दोनो को असरित िकया ह मौसम म बदलाव और अिधक िविच तथा अितरिजत प लता जा रहा ह और ऐस म तफान समी

तफान सख और बाढ़ की घटनाए भी बढ़ रही ह जलवाय परवतन इसिलए पदा आ ोिक मन क ईधन उोगो घरो आिद स होन वाल

उजन न वातावरण म काबन बढ़ाया इसिलए हम ही यह सबक सीखना होगा िक कस िबना िवनाश क भिव का िनमाण िकया जाए

यही वजह ह िक हम पयावरण की अहिमयत को भी समझना होगा इसका ताक हमारी अथवथा स ह हमार अ स ह और हमारी

बहतरी स ह पयावरण अब बीत िदनो की िचता नही रह गया ह हम यह समझना होगा िक पयावरण हमार िवकास की अवधारणा क क म

ह यह िवकास समावशी होना चािहए ोिक कवल तभी यह थािय भरा हो सकगा

Importance of Environment Education पयावरण क बार म पढऩ और पढ़ान का अथ ह हमारी िजदगी क हर पहल क बार म पढऩा और पढ़ाना हम यह सबध थािपत

करना होगा पयावरण सबधी अयन दिनया भर क िवषयो का िहा ह रसायन शा स लकर भगोल और इितहास तक यह

हमारी िजदगी स जड़ा आ ह पयावरण िशा का सबस अा तरीका यह ह िक हम अपन आसपास की घटनाओ स िशा लत

रह

पयावरण सबधी अयन कभी िकताबी अयन बनकर नही रह सकता ह ब इस समझन क िलए वािवक जीवन स जड़ी

घटनाओ का अयन अापन और उनकी जिटलताओ को परी समता म समझना आवक ह पयावरण बधन की समा

का कोई एक हल नही ह कछ परथितयो म लाग होन वाली बात अ परथितयो म नही लाग होती ह इसक अलावा कई

बार हम एक समा का हल तलाश करत ह लिकन तब तक दसरी समा सामन खड़ी हो जाती ह पयावरण को समझन क

िलए यह आवक ह िक हम सवाल पछना श कर हम परी िवनता स यह ीकार करना होगा िक हम पयावरण को अी

तरह नही समझत ह और हम परी िजासा स सवाल पछन होग

Developed world amp Environment जरा सम दशो क शहरो म वाय दषण िनयण पर नजर डाल िवय क बाद क दौर म आिथक व क यास म दषण को िनयित

करना मल बना रहा लदन स लकर टोो और यॉक तक ऐसा ही था इस बीच जब नागरको म पयावरण को लकर जागकता बढऩ

लगी तो इन शहरो न वाहनो और ईधन क म नई तकनीक म िनवश करना श िकया सन 1980 क दशक क म तक दषण सकतक

यह बतात रह िक य शहर ह परत सन 1990 क दशक क आरभ म दषण क आकलन क तरीको म गित ई तब वािनको न माना

िक दषण क िलए व छोट और महीन कण उरदायी ह िजनका आकलन नही हो पा रहा था य सास क माम स अदर जात थ और हमार

फफड़ो तथा र सचार को भािवत करन की हिसयत रखत थ इसकी सबस अहम वजह था वाहन उोग ारा इमाल िकया जान वाला

डीजल यही वजह ह िक वाहन और ईधन तकनीक म नवाचार आरभ आ इसस डीजल म सर की माा कम की जा सकी और वाहनो स

िनकलन वाल कणो की रोकथाम सभव ई यह माना जान लगा िक नई तकनीक न दषण पर िनयण पान म कामयाबी हािसल कर ली ह

परत ऐसा कछ नही आ अब वािनको को पता चल रहा ह िक उजन-ईधन स जड़ी तकनीक अिधकाश दषक कणो को रोक लता ह

उनका आकार कम कर दता ह लिकन उजन का र बढ़ता ही चला जा रहा ह ोिक कई कण अत छोट होत ह इ ननोपािटिक

कहा जाता ह और इनका आकलन ननोमीटर म िकया जाता ह यह माप एक मीटर क सौ करोड़व िह क आकार की होती ह वािनको का

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कहना ह िक य कण कही अिधक घातक हो सकत ह ोिक य मानव शरीर को आसानी स भदन की मता रखत ह इसस भी बरी बात यह ह

िक ौोिगकी न इन कणो की माा तो कम कर दी ह लिकन वाहनो स समान प स घातक नाइट ोजन ऑाइड का िनकलना जारी ह

एक कट त और ह दिनया क जो दश अमीर ह उोन शायद अपन शहरो को साफ कर िलया होगा लिकन उोन जो उजन िकया ह

उसन परी दिनया की जलवाय को जोखम म डाल िदया ह इसक चलत लाखो लोगो क िलए जोखम उ हो गया ह जो पहल स कमजोर थ

व और पीिडत हो गए इस तरह समा विक हो चली ह िबगड़त हालात न कमजोर दशो की वदिघ क िलए मल खड़ी की ह

यही वजह ह िक दिनया म ऐसा कोई दश नही ह जो यह कह सक िक उस थायी या सतत िवकास का मतलब जानता ह िकसी को इसका

सपण प नही मालम जो हमार वतमान और भिव क िलए बहतर हो और जो कम लागत म हम सबकी जरत परी कर सक पयावरण

को लकर िशण और सबक का सबध इस लकर नए िवचारो को आग बढ़ान स भी ह

असगिठत की अतहीन मल जनवा थत सय रा ापार एव सवधन परषद (UNCTAD) की 2017 की हािलया रपोट क मतािबक भारत तथा चीन अब

दिनया क िवकास व नही रह विक अथवथा को इस व ोाहन की दरकार ह ोिक इसकी िवकास दर 25 ितशत तक

नीच आ गई ह जबिक आिथक सकट स पव क दौर म यह दर 32 ितशत क र पर थी और तब भारत स भी इस सहारा िमला था

लिकन आज भारत की अपनी िवकास दर चीन स भी नीच चली गई ह

Taking Lesson from China िपछल करीब तीन दशक म जहा चीन की िवकास दर काफी ऊची रही वही अब उस अिधक वतन तथा ऊची लागत जसी चनौितयो

का सामना करना पड़ रहा ह भारत की तो कहानी ही अलग ह औोिगक तथा िनयात का िवकास मद पड़ गया ह और सवा

को भी िपछल करीब एक साल स समाओ का सामना करना पड़ रहा ह नोटबदी तथा जीएसटी न असगिठत की कमर

तोड़ कर रख दी ह और इसका उादन भी काफी कम हो गया ह असगिठत क उादन को सही तरीक स मापा जायगा तो

इसस जीडीपी म 2017-18 की अल स जन की ितमाही की 57 ितशत क मकाबल और भी तज िगरावट नजर आयगी

Unorganised Sector amp Contribution in India असगिठत अथवथा का एक महपण भाग ह असिठत की इकाइयो वाल रा ीय आयोग (एनसीईयएस) की रपोट (2009) क

मतािबक जीडीपी म इसका योगदान 50 ितशत ह असगिठत हालािक 90 ितशत िमक वग को रोजगार दता ह लिकन इस म

काम क हालात बड़ िनराशाजनक ह और िफर रही-सही कसर नोटबदी न परी कर दी ह Condition of this sector भारत म असगिठत

तथा यहा काम क हालात क बार म एनएसएसओ क 2011-12 क 68व दौर क मतािबक इस क 80 ितशत कमचारयो क पास कोई

िलखत अनबध नही होता ह 72 ितशत को सामािजक सरा का कोई लाभ नही िमलता ह असगिठत क कमचारी की रोज की औसत

कमाई 225 पए जबिक सगिठत क कमचारी की औसत दिनक आय 401 पए ह असगिठत क तीन चौथाई कमचारी 6 स कम

कमचारयो वाली इकाइयो म काम करत ह असगिठत क कमचारयो म उादन िनमाण थोक एव खदरा ापार ट ासपोट कक

नौकरानी ड ाइवर तथा िसोरटी गाड क प म काम करन वाल कमचारी और किष मजदर आत ह बाल िमक भी इसी वग म आत ह

असगिठत क अिधकतर कमचारयो को पशन टी जीवन तथा ा बीमा और मात अवकाश जसी सिवधाओ क लाभ स विचत

रखा जाता ह य लोग समाज क सबस असरित वग ह असगिठत नकदी पर आित ह और अगर इनम स िकसी का कोई बक खाता

होता भी ह तो भी व मल स ही इस चला पात ह नोटबदी क चलत असगिठत क हजारो कमचारयो की नौकरी चली गई िजस कारण

इनम स बड़ी सा म कमचारी अपन घरो को लौटन को िववश हो गय इनम स कइयो को तो कास सरकार ारा 2005 म श की गई

रोजगार गारटी योजना मनरगा क तहत अपन गाव म ही रोजगार िमल गया यहा योजना असगिठत क कमचारयो क िलए बड़ी मददगार

सािबत ई और इनम स तो कई कमचारयो न उनक जीवन म अचानक ई उथल-पथल क चलत काम क िलए दोबारा शहरो का ख िकया

ही नही

GST amp Its Impact on Unorganised Sector इसी तरह जीएसटी भी असगिठत की समझ म नही आ रहा कई इकाइयो क मािलक अधिशित होन क चलत

िडिजटल जीएसटी पपरवक क अ नही ह छोट उादको तथा िनयातको स सबिधत ऐसी कई खबर ह िक उ लागत क बार

म रटन भरन म मल पश आ रही ह िजसक चलत बाद म उ खात म जमा रकम का िहसाब रखन म भी परशानी होगी

जीएसटी पपरवक क चलत उनकी कायशील पजी पहल ही क कर रह गई ह असगिठत क मम दज क कारोबारयो को

हिसयत स ादा खच कर अकाउटट की सवाए लनी पड़ रही ह इन सब का उादन की िवकास दर पर ितकल असर पड़ रहा

ह खर जो भी हो असगिठत भिव म परी तरह ख नही हो पायगा ोिक सगिठत म भी पया सा म नौकरयो

का सजन नही हो पा रहा ह 2016 म िसफ डढ़ लाख नयी नौकरया सिजत हो पायी और अगर सवा की नौकरयो को भी जोड़

िलया जाय तो 2015 म भी कवल 231 लाख नौकरया सिजत हो पाई थी सगिठत को मकाबल म िटक रहन क िलए पजी

आधारत उादन तकनीक अपनानी पड़ी दश म हर साल िमक बल की सा म एक करोड़ का इजाफा हो रहा ह ऐस म

भारत को हर महीन दस लाख नौकरया सिजत करनी होगी Other Problem faced by Unorganised Sector असगिठत को

सरकारी बको स कज हािसल करन म भी मलो का सामना करना पड़ता ह ोिक बक पहल ही एनपीए क बोझ तल दब ए

ह असगिठत को भल ही इस तरह की कई मलो स दो-चार होना पड़ रहा ह लिकन िफर भी भिव म इसका मह कम

होन वाला नही ह असहनीय मलो क चलत कछ हजार लोगो को अव िदत का सामना करना पड़ सकता ह असगिठत

म यहा तक िक नतम वतन जो िक विक मानको क िहसाब स पहल ही बत कम ह और जो कमचारयो को िदया जाना

लािजमी ह उतना भी नही िदया जाता ह अिधकतर कमचारयो को बोनस और बीमारी की थित म छी का लाभ भी नही िदया

जाता ह तथा न ही उनका कोई ा बीमा िकया जाता ह एनसीईयएस की रपोट क मतािबक परवार म िकसी एक बड़ी

बीमारी क चलत हर साल 470 करोड़ लोग गरीबी क चगल म फस जात ह

Government schemes for Unorganised sector

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सरकार न असगिठत क कमचारयो को सामािजक सरा दान करन क उ स अिधकार-आधारत िकोण का सक करत ए

2014 म कम ीिमयम वाली जीवन बीमा दघटना बीमा तथा पशन ीम श की थी सरकार न सभी क िलए ा सवा कवच उपल

करवान का भी वादा िकया ह अगर ा बीमा और सरकारी अतालो म कशलस इलाज की सिवधा हकीकत बन पाती ह तो यह

सरकार की एक बत बड़ी उपल होगी वतमान म ा क िलए बजट क आवटन म कोई सधार नही आ ह और यह अभी भी

जीडीपी क 2 ितशत स नीच ह ए तथा अ बड़ सरकारी अतालो म मरीजो की कतार रोज लबी होती जा रही ह भारत म एक औसत

क िलए खद अपनी जब स इलाज करवान का खच दिनया म सबस ादा ह भारत म क 1000 लोगो पर 07 डॉरो तथा

अतालो म क 1000 लोगो पर 05 िबरो का अनपात ह जो िक ि क सभी सद दशो क मकाबल सबस कम ह इस वजह स

ाइवट अताल खब चादी कट रह ह तथा उनकी ा सवाओ तथा फीस पर शायद ही कोई िनयम लाग होता ह

िनवश म सधार क दीघकािलक उपाय शयर बाजार म तजी क बावजद कपिनयो क बोड म म िनराशा का माहौल िदखाई दता ह एक तरफ चौकापन ह तो वही दसरी ओर कई

जगहो पर कपिनयो की बलस शीट िचता का िवषय बनी ई ह दश म िवदशी मा की आवक जारी ह यह भी हो सकता ह िक आयात की

ओवर इनवॉयिसग और नोटबदी क दौरान हवाला क जरय बाहर गया धन वापस आ रहा हो परत बड़ कारोबारी चौक ह और इटी क

बजाय डट पर अिधक भरोसा कर रह ह सस और िनी म तजी क बावजद िनवश क वािवक इराद नदारद ह

Private Investment in Economy िनजी िनवश को लकर काफी िनराश ह और सकल तयशदा िनवश म आ रही लगातार िगरावट म उस महसस िकया जा सकता ह

यह वष 2011-12 म जीडीपी क 343 फीसदी क र स घटकर वष 2015-16 म 292 फीसदी क र पर आ गया तब स इसम लगातार

िगरावट आ रही ह और वष 2016-17 की दसरी ितमाही म यह करीब 27 फीसदी क आसपास रहा यह र िचताजनक ह तयशदा िनवश की

इस दर क साथ हम 8-9 फीसदी की वदिघ दर हािसल नही कर सकत खासतौर पर तब जबिक बिनयादी िवकास क िलए बड़ी पजी की

आवकता हो और िनवश का अिधकाश िहा उसम चला जाता हो

Is This Decline in Economy Cyclic or There is fundamental Structural Problem िगरावट का यह लबा दौर कवल चीय नही हो सकता समा को समझना बहद आवक ह तभी हम िनवश म सधार क िलए

उिचत नीितया तयार कर पाएग बीत पाच सालो क दौरान िनजी क गर िवीय उपमो का तयशदा िनवश जीडीपी क 11

फीसदी क बराबर रहा ह और सरकारी िनकायो तथा सरकार का जीडीपी क 7 फीसदी क बराबर परत गर कॉपरट और गर

सरकारी का िनवश जीडीपी क 156 फीसदी स घटकर 108 फीसदी रह गया इस घरल िनवश कहा जाता ह और िनमाण

इसका अहम घटक ह परत इसम िनजी उमो का िनवश भी शािमल होता ह सगिठत म िनवश को लकर िनराशा और बढ़ी

ह नोटबदी और जीएसटी को लाग करन का इस पर खासा बरा असर आ ह िनजी और सावजिनक क सगिठत कारोबार

िनवश की माग क वाहक रह ह िनवश की बढ़ती माग स ही वतन और आय बढ़त ह यह असगिठत क उमो को बढ़ावा दता

ह यह परी िया व म सहायक ह सगिठत का िनवश शष अथवथा को जो गित दान करता ह वह उसक सकल

िनवश पर नही ब उसकी बचत पर आधारत होता ह सरकारी और सरकार की बात कर तो इस अविध म यह श भाव

जीडीपी क 3-4 फीसदी क बीच रहा ह परत िनजी म इसका श असर जीडीपी क 3 फीसदी स कम होकर वष 2015-16 म

श हो गया इस बीच कई िनगम अपनी नकदी चअल फड म डाल रह ह जन 2017 म उनकी धारता 890000 करोड़ पय

थी यह रािश जन 2017 स 62 फीसदी ादा ह अगर िनजी की गर िवीय कपिनयो का िनवश वष 2014-15 और 2015-16 म

उनकी बचत स कवल 3 फीसदी ादा होता तो इन दो सालो म 750000 करोड़ पय का अितर िनवश आया होता यह बजट

क अलावा बत बड़ा ोाहन होता िनजी म िनवश को लकर सतक ता की एक बड़ी वजह यह भी ह िक माग म होन वाली

व कमजोर पड़ती जा रही ह इसक िलए आम घरो क हालात और असगिठत क िनवश य िनयात व म कमी और

आयात आिद कई वजह उरदायी ह इसक अलावा सरकारी कीओर स ामीण इलाको म बिनयादी िवकास और रोजगार पर

िकए जान वाल य की माग व म त आई कमी भी एक कारण ह कपिनयो की बलस शीट भी एक अ अहम पहल ह

ोिक तजी क िदनो म जब नकदी आसानी स उपल थी और अतररा ीय बाजारो म ाज दर काफी कम थी तब उोन काफी

पसा जटाया था समा यह ह िक कई भारतीय िनगम अ िदनो म सही बधन नही अपनात और बर िदनो म किठनाइयो स िघर

जात ह फस ए कज की समा का सामना भी हम हमशा स करना पड़ा ह परत इधर इसका आकार बढ़ा ह और लगातार

बढ़ता जा रहा ह इसस दश की िवीय वथा और हमारी अथवथा को तगड़ी चनौती उ हो गई ह अब बको की ओर स

भावशाली वतको को गर जरी ऋण का िवक भी उपल नही ह भारतीय रजव बक और सरकार क िलए यह जरी हो

गया िक व ऐस मामलो म कड़ा ख अपनाए हािलया इितहास म शायद पहली बार कॉपरट मखो क सामन यह जोखम उ

आ ह िक कही उनको इस सब की कीमत न चकानी पड़ जाए इॉसी और बगसी क नए ावधानो न भी इस सबध म

आवक दबाव बनाया ह इस मोच पर सरकार न एकदम वािछत कदम उठाया ह परत आिशक तौर पर वह भी दोषी ह फस

ए कज क कई मामल ऐस ह जो िनजी को दीघाविध क बिनयादी िनवश की परयोजनाओ म साझदार बनान स ताक रखत

ह इस दखत ए अथवथा म िनवश को लकर आशावाद सधारन क िलए ा िकया जा सकता ह What to be done

िविनमय दर क िवचलन को थामना होगा और मौिक नीित क ढाच म आरबीआई का घोिषत ल माीित स बदलकर िनवश

व की िदशा म करना होगा छोट और स उम बत बरी थित म ह जीएसटी क ताािलक भाव को कम करना

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होगा दीघाविध क सधार क िलए ऋण ौोिगकी और कौशल िवकास तक सहज पच सिनित करनी होगी सभी एमएसएमई

को बहतर बिनयादी सिवधा दनी होगी इस म िनवश की भावना म सधार करना होगा रोजगार व क िलए य वजह अहम

ह पीपीपी नीित म कलकर सिमित क सझाव क मतािबक सधार करना होगा खासतौर पर यह सिनित करन क िलए जोखम

की साझदारी बहतर हो सक दीघाविध म यह साझदारी तभी कामयाब होगी जबिक बिनयादी सवाओ क बाजार को अिधक

तािक क बनाया जाएगा यह तािक कता म िनधारण साझा सिवधाओ तक पच वश िनगम और बाजार ितभािगता म होनी

चािहए वतको क मन म यह भय होना चािहए िक िनयण उनक हाथ स िनकल सकता ह इसक िलए सथागत अशधारको म

अिधक सियता की जरत ह अगर व सावजिनक म ह तो उनको सरकार स अलग रखना होगा अिधहण क िनयमो को

आसान करना होगा ोिक व िपछल बधन क प म झक रहत ह इसक अलावा अशधारको की िशा को भी बढ़ावा दना होगा

यह चीय सधार की कायसची नही ह ब यह अथवथा क िलए दीघकािलक कायसची ह जहा िनजी पर िनभरता आग

और बढ़गी कम नही होगी य स नही ब सधार स बदलग आिथक हालात Business_Standard महीनो तक लगातार दश

की अथवथा म ढाचागत और गभीर बदलाव की िचताओ क बीच क सरकार न आखरकार यह ीकार कर िलया ह िक हा

कछ समा ह िव मी न कई वर अिधकारयो स मलाकात की और खबरो क मतािबक धानमी क सम एक सधार

योजना पश की गई ह दर स ही सही सरकार चती तो ह सभावना यही ह िक बढ़ा आ य ही एकमा तरीका ह जो िकसी सधार

योजना को आसानी स अजाम द सकता ह यही वजह ह िक सरकार की ओर स आवाज उठन लगी ह िक अब उस राजकोषीय

सढ़ीकरण की ओर स ान हटाकर मदी म खच बढ़ान पर जोर दना चािहए यह बहद बरा िवचार ह िफलहाल तो यही लगता ह

िक सरकार न अथवथा क अब तक क कबधन स कोई सबक नही सीखा ह सरकार न जब स सा सभाली ह उसका परा

ान िनिलखत कदमो पर रहा ह पहला िवरासत म िमली कारोबारी च की कछ समाओ को दर करना दसरा स तल

क दम पर कर वदिघ और य की बचत तीसरा िबना अ य म कमी िकए बिनयादी िवकास को गित और चौथा िनवशको म

कारोबारी भावना जगाए रखन क िलए अथवथा को लकर सकाराक सदशो क सार को ाथिमकता

Weak on implementation सदघाितक तौर पर तो यह एक ससगत आिथक कायम नजर आता ह परत अवधारणा और ियायन क र पर यह कमजोर ह इसम

समाओ को समझा ही गलत गया ऐस म िनदान सही कस होगा मसलन इसम माना गया िक उ बिनयादी य स िनजी िनवश की कमी

को दर िकया जा सकता ह सरकारी य स िनजी िनवश आएगा ोिक इसस ितफल कही अिधक आकषक हो जाएग ऐसा नही आ

िनजी िनवशक अभी भी अितर मता कमजोर माग और िनवश की सरा को लकर िचितत ह इसीिलए िनजी िनवश और वदिघ दोनो

कमजोर ह

No urgent attention to NPA फस ए कज स िनपटन जसी समाओ को भी ाथिमकता नही दी गई यही पर कबधन की शआत हो गई सरकार न इन समाओ की

ओर पशकदमी करन म बत अिधक समय लगा िदया सरकार क मियो न भी अर इसकी िनणय मता की बात की ह लिकन जहा

राजनीितक जोखम वाल फसलो की जरत थी वहा अब तक कोई खास पहल दखन को नही िमली ह आिथक तजी वाल िदनो म

उपभोाओ सरकारी बको और वतको स जड़ मामल इसम शािमल ह ऐस म कहा जा सकता ह िक सरकार न िनणय लन क मोच पर कोई

खास दशन नही िकया सरकार को पहल िदन स पता था िक बिकग सकट म ह लिकन वह समा को हल करन की िदशा म कोई ठोस

कदम नही उठा सकी ह चिक यह कायम बाहरी कारक यानी तल कीमतो पर आधारत ह इसिलए इसका अथर होना लािजमी ह यह

राजनीितक मोच पर भी जोखम भरा ह

Problem is mismanagement of Economy खराब आिथक बधन क चलत अथवथा म लगातार छह ितमािहयो स िगरावट आ रही ह जबिक वहद आिथक हालात उतन बर नही ह

विक अथवथा म सधार ह और सरकारी य बढ़ रहा ह इन हालात म 57 फीसदी की वदिघ दर तो िनराश करन वाली ही ह इन हालात

म तािक क कदम तो यही होगा िक वष 2014 क चनावो क दौरान घोिषत आिथक कायम पर नजर डाली जाए और सधार िकया जाए

राजकोषीय समावशन क मोच पर यह सरकार सही माग पर असर रही ह इस पथ स भटकाव सही नही होगा सरकारी य म तो हर बजट

म इजाफा िकया गया ह और उसस अथवथा म कोई सधार नही आ ह ऐस म भिव म और य पर कस िवचार िकया जा सकता ह

अथवथा की कई मौजदा समाओ की जड़ वष 2008 स पहल की तजी म ह लिकन कई अ समाए सन 2008 क सकट क बाद

हड़बड़ी म आई आसान नकदी स भी जड़ी ह राजकोषीय घाटा खतरनाक र तक बढ़ा सधार टल गए करो म कटौती की गई ऋण िदए गए

वगरहhellipवगरह खर वह एक वािवक सकट था ा हम वही गलती दोहरान जा रह ह यह मानन की कोई वजह नही ह िक सरकार ारा

िदया जान वाला ोाहन िकसी भी कार स णव मखज क ोाहन की तलना म अिधक भावी या कम खतरनाक होगा ईमानदारी की

सित की बार-बार दी जा रही दहाई क बावजद त यही ह िक दश की मलभत राजनीितक सित म वष 2010 क बाद स कोई बदलाव

नही आया ह

Repeating the earlier mistakes सथागत सधारो क अभाव म वही ोाहन आज भी बरकरार ह और वही गलितया दोहराई जा रही ह समा यह ह िक सरकार इस बार

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एक ढाचागत समा को हल करन क िलए ित चीय नीित का योग करन जा रही ह यह कारोबार च स जड़ी मदी नही ह कारोबारी

च की मदी का सामना हमन वष 2012-13 म िकया था मोदी क सा म आन स ऐन पहल ही हम इसस उबर पान म कामयाब हो सक थ

मौजदा मदी ढाचागत समाओ की वजह स ह गर ितध अथवथा परसपि अिधकार और िनवश की सरा का अभाव अम

शासन और कमजोर िनयामकीय वातावरण इसक िलए उरदायी ह इन ढाचागत मो को हल करक ही दश को उ िवकास पथ पर वापस

ल जाया जा सकता ह

हर बीतत िदन क साथ हमारी िवकास सभावनाए धिमल ही हो रही ह हम हर रोज पहल स कम ितध रह जा रह ह इन मो को हल

करक माग की मदद स और िनवश बढ़ाकर वदिघ को वापस पटरी पर लाया जा सकता ह िबना इन समाओ को हल िकए नकदी खच

करन स हालात और अिधक िबगड़त चल जाएग परत मौजदा सरकार क रकॉड को दख तो यह नौकरशाही की अनशसाओ स पर िवचार ही

नही कर पा रही ह नौकरशाही का झान धन खच करन म अिधक रहता ह वह सा गवाना नही चाहती जब तक दश म ऐसी सरकार नही

आती ह िजसकी नीितया नौकरशाही न बनाए तब तक हम मदी स िनकलन की जोजहद म ही लग रहग

काणकारी हो किम बमा वािण मालय न आिटिफिशयल इटलीजस पर टा फोस गिठत िकया ह टा फोस सरकार को सलाह दगी िक आिटिफिशयल

इटलीजस का भारतीय अथवथा म समावश कस िकया जाए What is Artificial Intelligence कटर ारा िकए गए बौक काय को आिटिफिशयल इटलीजस कहा जाता ह जस वतमान म आपको कोट म कोई वाद दायर करना हो तो

वकील साहब का जिनयर उस तरह क पव म हाईकोट अथवा सीम कोट ारा िदए गए िनणयो का अयन करता ह इसक बाद वकील

साहब िवचार करत ह िक कौन स िनणय हमार िलए लाभकारी होग जो िनणय हमार वाद क िवपरीत िदखत ह उनकी काट म कौन स दसर

िनणय कोट क सामन त िकए जा सकत ह तब तय होता ह िक वाद दायर करन लायक ह या नही तमाम समत िनणयो का अयन

करन का काय अब कटर ारा िकया जा रहा ह आप कटर को बताएग िक आपकी समा ा ह कटर कोट क तमाम िनणयो को

खगालगा इसक बाद आपको 2-4 िनणय दगा जो िक आपक प म होग और 2-4 िनणय दगा जो िक आपक िवप म होग िवप क िनणयो

की काट को दसर िनणय बताएगा इस रसच क बाद आपक वकील क िलए वाद दायर करन म सिलयत होगी

Analysis of Artificial Intelligence effect कटर ारा िदए गए इस बौक काय क रोजगार पर दो परर िवपरीत भाव पड़ग सीधा नकाराक भाव पड़गा िक वकील साहब क

जिनयर का रोजगार समा हो जाएगा पव म वकील साहब जिनयर स उपरो रसच करात थ जो अब कटर कर दगा लिकन कटर

की मदद स वाद सहीढग स बन सक ग कहना मल ह अर दखा जाता ह िक वकील को वाद क िवपरीत िनणयो की जानकारी नही होती

ह कोट म त होन पर वाद खारज कर िदया जाता ह आिटिफिशयल इटलीजस क उपयोग स वादो म सफलता क ितशत म सधार होगा

लोगो का वाद दायर करन का साहस बढ़गा वादो की सा म व होगी और वकीलो क कल रोजगार म भारी व हो सकती ह

रोजगार पर इसी तरह का सभाव बनाई करन की मशीनो का पड़ा था

आज स 500 वष पव एक आिवारक इड की महारानी एलीजाबथ थम क पास गए और टर की बनाई करन की मशीन क आिवार

का पटट जारी करन का िनवदन िकया महारानी न पटट दन स इनकार कर िदया उोन कहा िक lsquoमरी उन गरीब मिहलाओ और

असरित कआरयो क ित अपार सहानभित ह जो िक बनाई करक अपनी दिनक रोटी अिजत करती ह म ऐस अिवार को नही बढ़ा

सकती जो उ उनकी जीिवका स विचत करक भखमरी क ार लाकर खड़ा कर दrsquo महारानी ारा पटट न िदए जान क बावजद बनाई

मशीनो का उपयोग बढ़ा तमाम कआरया बरोजगार हो गई पर साथ-साथ बनी ई टर क दाम म भारी िगरावट आई लोगो न ादा

माा म टर खरीदना चाल िकया बनाई की मशीन बनान मशीनो की दखरख करन ादा माा म बन माल की पिकग एव िवतरण करन

मशीन स नई िडजाइन की टर बनान इािद म तमाम नए रोजगार बन अत म बनाई मशीन का समाज एव अथवथा पर सभाव पड़ा

जो कआरया टर बनकर अपनी दिनक रोटी अिजत करती थी व अब ल जान लगी पढ़कर व मशीन पर िडजाइन करन का रोजगार

ा करन लगी आम आदमी को टर की उपलता भी बढ़ी Need to equip youth and build their capacity आिटिफिशयल इटलीजस

का सामना करन क िलए हम अपन यवाओ को उन रोजगारो को हािसल करन क िलए सम बनाना होगा जो िक कटर क उपयोग क बाद

भी बनत रहग जस ऑनलाइन टोरयल को कितपय कटर स छा हािसल कर सकता ह मगर बो को नसरी ल म िशा कटर

स कम ही दी जा सकगी छोट ब नसरी म जान पर रोत ह उ मा का ार चािहए जो कटर कम ही द सकता ह इसिलए हम दोनो

र पर काय करना होगा एक तरफ अपन यवाओ को ऑनलाइन टोरयल क सॉवयर बनान की ट िनग दनी होगी िजसस व उम

ािलटी का सॉवयर बना सक और जीिवकोपाजन कर सक दसरी तरफ नसरी िशा की ट ordfिनग दनी होगी चिक अिधकािधक सा म

अिभभावको ारा बो को नसरी ल म भजा जाएगा इसी तरह ा क म ऑनलाइन सलाह उपल हो सकती ह ऐसा

सॉवयर सभवतः बनाया जा सकता ह िजसम आप अपनी बीमारी का परा िववरण दज कर जस बखार बीपी शगर खासी की अविध

पसीना आना इािद इसक बाद सॉवयर ारा आपस कछ परक पछ जा सकत ह इनका जवाब दन क बाद कटर आपको पचा

िलखकर द सकता ह ऐसा सॉवयर बनन स लोगो को मिडकल सलाह स म उपल हो सकती ह उ ा लाभ होगा और उनकी

आिथक थित म सधार होगा इस म भी दो तरह स अपन यवाओ को ट िनग दन की जरत ह उ मिडकल सलाह दन क सॉवयर

िलखन की ट िनग दनी चािहए मर एक िम क यवा बट न गो क खलािड़यो को सलाह दन का सॉवयर बनाया ह खलाड़ी को अपन

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ोक की वीिडयो सॉवयर म लोड करनी होती ह सॉवयर िवषण करक बताता ह िक ोक को कस सधारा जा सकता ह इसी

कार बीमारयो क िवषण क सॉवयर िलख जा सकत ह बीमारयो का उपचार अलग-अलग ो म अलग पितयो स िकया जाता ह

अतः तमाम बीमारयो तमाम उपचार पितयो एव तमाम भौगोिलक ो क िलए अलग-अलग सॉवयर िलख जा सकत ह इसक

अितर ा क म ही तमाम ऐस काय ह जो सभवतः कटर ारा कभी न िकए जा सक जस घटना बदलन की सजरी करना

िफिजयोथरपी कराना पचकम का उपचार करना इािद ा उपचार क ऑनलाइन उपल हो जान स इन ो म माग बढ़गी इस

उभरती माग को रोजगार म बदलन क िलए यवाओ को ट िनग दना जरी ह कछ ह िजनम कटर ारा सिवधाए शायद कभी भी

उपल न कराई जा सक वािशगटन पो अखबार न इस िवषय पर कछ िवशषो स बातचीत की िजोन सझाया िक उन ल की

भिव म ादा जरत पड़गी जो lsquoसजनाक ह सहभािगता आधारत ह जो िविभ वातावरणो म काय कर सकत ह जो िविभ सितयो

को समझ सकत ह और िजनम सामािजक एव भावनाक मता हrsquo य मता आटस स सबिधत ह जस भाषा सित पिटग कला

सािह आिद स इन ो म कटर ारा वश किठन ह जस तलसी की रामायण अथवा बाईबल को कटर शायद ही िलख सक अतः

हम अपनी यवा पीढ़ी को आटस क िवषयो क मह को समझाना चािहए भारत सरकार ारा आिटिफिशयल इटलीजस पर टा फोस

बनाए जान का ागत ह जरत ह िक इस उभरत क ित हम सकाराक ख अपनाए िवशषकर उन सवाओ पर ान द जो

कटर ारा उपल नही कराई जा सकगी आटस और कटर क जोड़ स नए ो म हमार यवा रोजगार हािसल कर सक ग इस िदशा म

टा फोस को सोचना चािहए

परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर धान और ग की कटाई क बाद खतो म खड़ी पराली तथा नाड़ को आग लगान पर ितबध क बावजद िकसानो ारा अपन खतो को जी खा

ली करक दसरी फसल क िलए तयार करन क उ सपराली को आग लगान का झान काफी पराना ह इसक अतगत पजाब म िकसान

ितवष लगभग अढ़ाई करोड़ टन पराली आग क हवाल करत ह Effect on Agriculture इसस किष भिम का सानाश होता ह ोिक खतो म मौजद भिमगत किष िम कीट तथा स जीव आग की गम क कारण मर जात ह

इसस भिम की उवरता भी कम होती ह और फसलो कोतरह-तरह की बीमारया लगन क अलावा श कीटो का कोप बढ़ जाता ह

On Human Health मानव ा क िलहाज स भी यह धआ अत हािनकारक ह इसस वायमडल म काबन डाईऑाइड काबन मोनोऑाइड और िम

थन गसो की माा बढ़ जाती ह

एक टन नाड़ अथवा पराली जलान पर हवा म 3 िकलो काबन कण 60 िकलो काबन मोनोऑाइड 1500 िकलो काबन डाईऑाइड

200 िकलो राख और 2 िकलो सर डाईऑाइड फलतह इसस लोगो की चा एव सास सबधी तकलीफ बढ़ जाती ह

On Environment आग लगान स खतो क इद-िगद दर-

दर तक धआ फल जान स वायमडल म गम पदा होती ह वातावरण बरी तरह दिषत होकर चारो ओर गहरा धधलका छा जाता ह पजाब औ

र हरयाणा म परालीजलान की समा इतनी गभीर हो गई ह िक िदी तक इसका असर िदखाई दता ह इसस हर साल सिदयो क मौसम म

िवशषकर वाय दषण की समा अत बढ़ जाती ह और इस वष भी अभी सही राजधानी िदी म वाय दषण स बीमारयो की आशका ज

ताई जान लगी ह

अब जबिक धान की कटाई श ह िकसानो न खतो को अगली फसल क िलए जी खाली करन क उ स पराली जलान का िसलिस

ला जोरो स श कर िदया ह

Will subsidy work रा किष िवभाग ारा पराली जलान वाल िकसानो की सबिसडी रोकन क आदशो का िकसानो पर कोई असर नही हो रहा िपछल 4 िदनो म

पजाब दषण कट ोल बोड न पराली जलान वालो किव 250 स अिधक कस दज िकए ह पराली जलान वाल खतो का पता लगान क िलए उ

पह की मदद भी ली जा रही ह दसरी ओर िकसान सगठनो न भी िकसानो को कहना श कर िदया ह िकजब तक सरकार पराली क िनपटा

न क िलए उ ित एकड़ कोई अितर रािश दन की घोषणा नही करती तब तक व इसी कार इस जलात रहग पजाब क िकसान पराली

को न जलान क बदल मफसल की कीमत पर 300 पए ित टल सबिसडी क अलावा पडीसीडरो आिद की खरीद पर भी सबिसडी की माग

कर रह ह

िकसानो का कहना ह िक पयावरण िम तरीक स पराली िठकान लगान का मतलब ह ित एकड़ अितर खचा िजसक िलए सरकार उ प

या ितपित द

इस सबध म एक सझाव यह भी सामन आया ह िक धान की खरीद की भाित ही सरकार िकसानो की पराली उठान का बध भी कर इस परा

ली का इमाल नवीकरण यो ऊजा सयो म ईधन कप म करन क अलावा गा िनमाण आिद क िलए भी िकया जा सकता ह

रोजगार की कसौटी और िवकास Jansatta गरीबी और बरोजगारी की समा आजादी क पहल स ही रही ह आजादी क बाद दश म कछ नए कल-कारखान खल तो कछ लोगो को काम

िमला लिकन हमारी आबादी िजस रार स बढ़ रही ह उसक िलए रोजगार क अवसर लगातार घटत जा रह ह बड़ी सा म िशित और

अिशित यवक बरोजगार ह इसिलए हम गभीरतापवक इस बात पर िवचार करना होगा िक िजस दश म इतन बड़ पमान पर बरोजगारी हो

तथा दश की अिधस आबादी गावो म बसती हो वहा हमारी िवकास योजनाओ की ाथिमकताए ा होनी चािहए इसका उर महाा

गाधी न िदया ह

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दरअसल दश क िवकास की ाम रा की अपनी परकना म गाधीजी न गरीबी और बरोजगारी को दर करन का जो खाका तयार िकया

था उसकी उपा करक हमन बत बड़ी गलती की ह जवाहरलाल नह और इिदरा गाधी जस नताओ न गाधीजी क माग को दिकयानसी

माना और आधिनक िवकास क औोगीकरण क रा पर चल इसका परणाम सबक सामन ह इसिलए अब कई लोग महसस करत ह िक

हमन गाधीजी क रा को छोड़ कर बत बड़ी गलती की ह अत अब सब लोग गाधीजी की िवचारधारा स िमलत-जलत िवचार रखन लग ह

जस िक किष हमारी िवकास योजना का म आधार बनना चािहए इसकी बिनयाद पर ही गह उोगो और ामोोगो की एक परखा गावो

क िवकास क िलए बनानी चािहए उसम िबजली परवहन और बाजार आिद की सिवधाए भी उपल कराई जानी चािहए Is Industrialization answer to Joblessness दश म तजी स बढ़ती बरोजगारी और गरीबी की समा आधिनक िवकास की औोगीकरण की नीितयो स हल नही की जा सकती ह इसक

िलए जरी ह िक खती की दशा को तो सधारा ही जाएपर जनता को खती क अलावा भी काम िदया जाए और उसकी आय बढ़ाई जाए उस

कम स कम अ तथा व जसी आवक वओ की उपल म ावलबी बनाया जाए

यह हो सकता ह जब दश म उादन बढ़ उोग और वसाय पनीिवत हो तथा उादक जन-वग अपन म स उ पदाथ का ामी

हो इस ल की पित क दो माग सभव ह एक तो यह िक दश म खब नए कल-कारखान थािपत िकए जाए नई पित स उादन और

उोग की वथा की जाए तथा दसरा माग उादन की वह परानी पित ह कटीर वसायो और उोगो का कार ह जो लगभग दो

शताी पव तक भारत क आिथक सगठन का मदड बना आ था गाधी की अततना और कनाशील ब न सहसा ितीय माग का

चयन िकया और आज िन होकर िवचार कीिजए तो आप दखग िक उनका यह चनाव वथित तथा आवकता और समा क

समाधान की ि स एकमा उिचत तथा सभव चनाव ह

यिद थोड़ी दर क िलए मान िलया जाए िक भारत म उादन की नई पित तथा नए कल-कारखानो की थापना स दश क करोड़ो लोगो

की बरोजगारी का परमाजन िकया जा सकता ह तो भी जब हम भारत की िवशष परथित और आवकता पर िपात करत ह तो

पात ह िक न तो उन उपायो को काम म लाना सभव ह और न उनस हमारी व समाए सलझगी जो मह बाए सामन खड़ी ह

सवाल यह भी ह िक औोगीकरण की नीितयो पर चल कर ा हम अपन लगभग पीस करोड़ बरोजगार नौजवानो को कल-कारखानो

म काम द सकत ह ा इतनी पजी हमार पास ह िक हम इतनी बड़ी सा म कल-कारखान लगा सकत ह

यिद मान िलया जाए िक यह हो भी सकता ह तो इतन कल-कारखानो म उािदत माल की खपत कहा होगी

तीन-चार साल पहल िटन अमरका जमनी ास जापान और चीन म कल िमला कर लगभग बीस करोड़ औोिगक मजदर काम

करत थ इनम व मजदर भी शािमल ह जो उन दशो क कल-कारखानो क अलावा अ वसायो और यातायात म लग ए ह तो हमारी

आख खल जाती ह इन छह दशो म कल बीस करोड़ मजदर उादन म लग ह और दिनया का बाजार उनक ारा उािदत सामानो स

भरा पड़ा ह भारत क पीस करोड़ बकारो को काम दन क िलए उपरो छह दशो म िजतन कारखान और वसाय ह उनक डढ़ गन

कल-कारखानो और वसायो की थापना अकल भारत म करनी पडTHORNगी उसक बाद जो उादन होगा वह धरती क िकस कोन म

जाएगा इसिलए भारत की िवशष परथित िवशष आवकता की ओर सकत करती ह िजसकी पित का उपाय भी दसरा होगा

There is no Universal model of Development आज वीकरण क दौर म सबस ादा िजस चीज पर जोर िदया जा रहा ह वह ह िवकास लिकन इस हकीकत को नजरअदाज कर िदया गया

ह िक दिनया क सार दशो क िलए िवकास का एक ही मॉडल उपय नही हो सकता िवशाल और घनी आबादी वाल दश क िलए िवकास का

वसा ही मॉडल ासिगक हो सकता ह िजसम पजी पर िनभरता कम स कम हो और रोजगार की सभावना अिधक स अिधक गाधीजी इस बात

को पहल ही समझ गए थ िक भारत की असली समा करोड़ो बरोजगारो को काम दन की ह और इसका समाधान बड़-बड़ कल-कारखान

नही कर सकत ह इसिलए उोन कहा था िक lsquoकल कारखान उस समय कछ लाभ पचा सकत ह जब आवक और अपित उादन क

िलए उादको की सा कम हो पर जहा उादको और काम करन वालो की सा काम स अिधक ह वहा कल-कारखान न कवल

अिहतकर ब अिभशाप िस होत ह भारत की अवथा ऐसी ही ह हमार सामन समा म को बचान वाल यो की नही ब अपार

और बकार पड़ ए म का उपयोग करन की हrsquo

Then what is the solution इस समा को सलझान की एकमा सभव िदशा वह ह िजधर चरखा और खादी सकत करत ह चरखा साकितक िच ह उादन की

िवक ित णाली का आज कई बड़ अथशाी और उोगीकरण व य पित तथा पाा सता क समथक भी यह मानन को बा हो रह

ह िक गाधी क तक और उनकी िवचार पित का खडन सभव नही ह कोई भी सरकार करोड़ो बरोजगार यवको को सरकारी नौकरया

उपल नही करा सकती और न तो इतन कल-कारखान खोल जा सकत ह िक वहा सबको काम िमल जाए आज ीकार िकया जा रहा ह िक

भारत म व उादन क िलए िमलो की थापना की जाए तो कवल दस लाख यो को काम िमलगा िमलो की थापना म जहा उस हजारो

करोड़ पयो की पजी लगानी पड़गी वहा कवल कछ सौ करोड़ की पजी स सार भारत को व और साढ़ पाच करोड़ स अिधक नर-नारयो को

काम िदया जा सकता ह याद रखएगा साढ़ पाच करोड़ कवल बनकर होग किन बढ़ई लोहार तथा अ कारीगरो की सा इनक अलावा

होगी िज काम िमल जाएगा यह कवल व क वसाय म हो जाता ह कवल एक िदशा करोड़ो नर-नारयो को काम दकर भिम क बोझ को

हा कर दती ह इस योजना म भारत जस गरीब दश को न पजी की खोज करनी ह और न िवदशी कपिनयो क हप का भय ह जगत की

कोई शनही ह िक भारत की आिथक समाओ क समाधान और आिथक जीवन क पनार म बाधक हो सक इसिलए गाधी क बताए

गए ाम रा क रा पर चल कर ही हम अपन दश क करोड़ो लोगो को रोजगार महया करा सकत ह दश की तकदीर बदलन का यही

एकमा सभव उपाय ह िजसकी परकना लगभग सौ वष पहल ही महाा गाधी न कर ली थी

ड अप इिडयाrsquo योजना भी ॉप होन क रा पर योजना श करत व सभी बको स कहा गया था िक जहा कही भी उनकी शाखा हो उसक दायर म आन वाल एक दिलत या आिदवासी

यवा और कम स कम एक मिहला को इसक तहत कज़ज़र िदया जाए तािक व इस रकम स कोई काम-

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धधा श कर सक लिकन अब तक क आकड़ बतात ह िक बको न इस िदशा म उाह नही िदखाया ह उोन न तो दिलत-

आिदवासी यवाओको पया कज़ िदया ह और न मिहलाओ को

आकड़ो क िहसाब स दख तो पर दश म िविभ बको की लगभग 13 लाख शाखाए ह लिकन इनम स महज़ छह फीसदी शाखाओ न ही

दिलत या आिदवासी यवाओ को ड अप इिडया योजना कतहत कज़ िदया ह मिहलाओ क मामल म यह आकड़ा थोड़ा ादा ह लिकन

बत बहतर इस भी नही कहा जा सकता बको न अब तक सामा णी की िसफ 25 फीसदी मिहलाओ को ही कज़दन क लायक सम

झा ह आकड़ो क मतािबक योजना क तहत कज़ क िलए 5852 दिलत 1761 आिदवासी और सामा णी की 33321 मिहलाओ न

आवदन िकया बको न कल 8803 करोड़ पए क कज़ को मज़री दी हलिकन िसफ 4852 करोड़ पए ही बाटा गया ह

ड अप इिडयाrsquo ड अप इिडया ीम क सरकार की एक योजना ह िजसक अतगत 10 लाख पय स 100 लाख पय तक की सीमा म

ऋणो क िलए अनसिचत जाितअनसिचत जन जाित और मिहलाओ क बीच उमशीलता को ोाहन

यह रोजगार िवहीन िवकास ही तो ह Rising Economic disparity िस अथशाी थॉमस िपकटी न बताया ह िक वष 1980 स 2014 तक क 34 वष क बीच जीडीपी म जो व ई ह

उसका 66 ितशत ऊपर क 10 ितशत लोगो न हगत कर िलया और ऊपर क एक ितशत लोगो क पास िवकास

का 29 ितशत चला गया

Falling GDP growth rate वष 2017-18 की पहली ितमाही म सकल घरल उाद (जीडीपी) िवकास दर 54 ितशत ही रही जो 2016-17 की इसी ितमाही म 76 ितशत

की िवकास दर स काफी कम ह िपछल तीन सालो म अथवथा म लगातार अ दशन क बाद िवकास दर म यह िगरावट सरकार क िलए

िचता का िवषय बन रही ह

ान स दखा जाए तो यह मत मफरग (िविनमाण) म िवकास घटन क कारण आ

िपछल साल 2016-17 म नोटबदी क बाद भी यह िवकास दर 72 ितशत रही थी सरकार न इस मदी स िनपटन क िलए बठको का दौर

श कर िदया ह यही नही नीित आयोग क नए उपा न भी तमाम पो क िलए बठको का दौर श कर िदया ह

Efforts in pipeline to boost GDP ऐसी खबर आ रही ह िक अथवथा को धीमपन स बाहर करन क िलए राहत और बर पकज दन की तयारी चल रही ह माना जा रहा

ह िक कपिनयो को िनवश करन क िलए ादा पसा दन और बको को गर िनािदत आयो (एनपीए) स िनजात िदलान क िलए राहत

दन की तयारी चल रही ह सरकार की कोिशश रहगी िक यह सब राजकोषीय अनशासन को बनाए रखत ए िकया जाए इसका मतलब

यह ह िक इस काम क िलए पसा करो क अितर अ ोतो स भी जटाया जाएगा यानी इसक िलए िविनवश को भी बढ़ाया जा सकता

यह पहली बार नही ह िक मदी स िनपटन क िलए राहत पकज िदए जाएग िवकिसत दशो म तो यह पराना रवाज ह 2007-08 की मदी क

बाद अमरीका यरोपीय दशो और अ िवकिसत दशो न इस कार क राहत पकज िदए ही थ तो भारत न भी उसी तज पर भारी माा म lsquoबल

आउटrsquo पकज िदए अमरीकी रा पित को सरकारी कज की सीमा बढ़वान क िलए अमरीकी कास (ससद) क पास गहार भी लगानी पड़ी

और अब तक वहा सरकारी कज 2007 म जीडीपी क 353 ितशत स बढ़ता आ जलाई 2016 तक जीडीपी क 765 ितशत तक पच गया

IS India under grip of Middle income trap उस दौरान भारत सरकार ारा बल आउट पकज क नाम पर टो म राहत और कपिनयो को रयायत दन क कारण

राजकोषीय घाटा 2007-08 म जीडीपी क 25 ितशत स बढ़ता आ 2009-10म 65 ितशत तक पच गया इस कारण

सरकारी कज भी काफी माा म बढ़ गया आतरक सरकारी कज 2007-08 म 18 लाख करोड़ पए स बढ़ता आ वष 2010-

11 तक 29 लाख करोड़ पए हो चका था इसस दश म महगाई बढ़ गई और ाज दर भी और िफर सबाजो और

कालाबाजारी क चलत बढ़ती महगाई न िवकास दर पर लगाम लगा दी जीडीपी िवकास दर 2007-08 म95 ितशत वािषक स

घटती ई 2013-14 तक 47 ितशत वािषक पर पच गई दिनया भर स अथशायो न इस lsquoिमिडल इम ट पrsquo यानी lsquoम

आय का मकडज़ालrsquo का नाम द िदया और कहा जान लगा िक भारत तीन दशको तक तजी स बढऩ वाली अथवथा स पन

सर क दशक की थित पर पच गया ह लिकन 2013-14 क बाद जीडीपी िवकास दर पन बढऩ लगी और 2016-17म

नोटबदी क बावजद यह 72 ितशत तक पच गई लिकन िपछली ितमाही म िवकास दर क घटन पर िफर स चचा श हो गई

िक ा भारत एक बार िफर मदी म वश कर रहा ह इसक पीछ lsquoजीएसटीrsquo और नोटबदी को भी कारण बताया जा रहा ह

लिकन मोगन नली सथा न कहा ह िक अगल 10 सालो म भारतीय अथवथा वतमान म 2 खरब डॉलर स बढ़ती

ई 6 खरब डॉलर (तीन गणा) हो जाएगी यानी कहा जा सकता ह िक यह धीमापन थाई नही रहगा

Concluding mark Growth is Jobless यह सही ह िक अी-न क दशक स ारभ नई आिथक नीित अपनान क बाद जीडीपी िवकास दर खासी तज हो गई भारत

म 1990-91 म ित आय 11535 पए ही थी जो 2016-17तक बढक़र 115428 पए हो चकी ह यिद उसम स कीमत

व (66 गणा) घटा भी दी जाए तो भी ित आय 34 गणा बढ़ चकी ह लिकन ा इस अनपात म आम आदमी की आय

बढ़ीहाल ही म िस अथशाी थॉमस िपकटी न अपन एक लख क माम स बताया ह िक वष 1980 स 2014 क 34 वष क

बीच जीडीपी म जो व ई ह उसका 66 ितशत ऊपर क 10 ितशत लोगो न हगत कर िलया और ऊपर क एक ितशत

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लोगो क पास िवकास का 29 ितशत चला गया

आकड़ बतात ह िक इस बीच रोजगार म खासी कमी आई और उनक थान पर िदहाड़ी मजदरो की सा म व ई

वािषक औोिगक सवण क आकड़ बतात ह िक 1990-91 म कल उादन का 78 ितशत िहा मजदरी और वतन म जाता

था जो वष 2014-15 तक घटता आ मा 41 ितशत रह गया हम दखत ह िक उादन म लाभ का िहा 19 ितशत स

बढ़ता आ 57ितशत पच गया िकसी भी िकोण स दखा जाए तो िवकास क इस यग म आम आदमी आिथक ि स आग

बढऩ की बजाय िपछड़ गया एक तरफ जीडीपी तजी स बढ़ रही ह लिकन रोजगार म कोई व िदखाई नही दती तो

िफर इस रोजगार िवहीन िवकास कहना अनिचत नही ह

जल पर सवदनशील बन समाज Rising crisis of Water दिनया पानी को लकर िवकराल सकट स जझ रही ह तो भारत भी इसस अछता नही ह हालात यहा तक पच गए िक

सय रा को 1993 म 22 माच को िव जल िदवस घोिषत करना पड़ा इसका योजन सय रा क ताधान म सभी

सरकारो और अ सबिधत पो क साथ िमलकर जल सकट समाधान क िलए िमलकर काम करन स ह

इसी अतररा ीय सथा ारा सहा िवकास लो यानी एमडीजी क बाद िसतबर 2015 म िजस सतत िवकास ल

यानी एसडीजी को चना गया उसम भी मानव अ क िलए बहद जरी जल को लकर िवशष ान िदए जान पर जोर

िदया गया ह इन चनौितयो का तोड़ िनकालन क बीच अब िविभ मचो पर जलवाय परवतन की िचता पर चचा भी आम हो

गई ह

INDIA amp Water crisis सय रा क खा एव किष सगठन यानी एफएओ क अनसार पयजल क िलए भल ही रोजाना ित 2 स 4 लीटर

पानी की जरत पड़ती हो लिकन िकसी क िलए एक िदन का भोजन तयार करन म 3000 स 5000 लीटर पानी की

जरत पड़ती ह

FAO का अनमान ह िक वष 2050 तक विक जल सपदा पर 27 अरब की अितर आबादी क भरण-पोषण का बोझ भी

पड़न वाला ह भारत म भी ित जल उपलता 2010 म 1608घन मीटर क मकाबल 2050 तक घटकर 1139 घन

मीटर रह जाएगी

चिक िवकास क मोच पर भारत तजी स छलाग लगा रहा ह िजसस पानी की जरत भी बढ़गी ऐस म यहा जल का समिचत

बधन उतना ही अिधक महपण होगा िफलहाल दश की आधी स अिधक कामकाजी आबादी खती स जड़ी ह िजसम

िसचाई की अहम भिमका ह

भारत म जल ससाधनो का 85 फीसद िसचाई म उपयोग होता ह मानसन की िबगड़ी चाल और वषा क असमान िवतरण स

जहा बदलखड िवदभ राजथान गजरात म दश आ दश और तलगाना क कछ इलाक सख की मार झल रह ह तो

असम िबहार छीसगढ़ जस दश क कई इलाक बाढ़ की िवभीिषका स परशान ह यह असतलन न कवल किष ब

रामीण िवकासपयावरण िविनमाण और कारोबारी सवाओ को भी भािवत कर रहा ह िजसका खािमयाजा अथवथा

को उठाना पड़ रहा ह

What to be done आवकता ह िक इस दलभ ससाधन क सरण क िलए गभीर और सतत यास िकए जाए िजसम रा सरकारो पचायती

राज सथानो सामदाियक सथानो और पारवारक स लकर वयक र पर भागीदारी जरी होगी जल ससाधन

बधन क िलए सरकार न कल 30 िलक िचत िकए ह जहा अिधशष जलरािश वाल इलाको स पानी िकत वाल ो म

पचाया जाएगा इस योजना म 16 िलक ायीपीय भारत और 14 िहमालयी म ह निदयो को जोड़ना मौजदा सरकार

की ाथिमकताओ म शािमल ह िजसम अिधशष वाल ो स 170 अरब घन मीटर पानी को िकत वाल ो म पचान

का ल ह इसस 35 करोड़ अितर भिम िसिचत होगी बाढ़ स िनजात क अलावा नौवहन पयजल सिहत तमाम मोच

पर सहायता िमलगी दश म जल बधन को तािक क और सतिलत बनान क िलए हम पानी की आपित और उसक िवतरण

की नए िसर स समीा करनी होगी

सड़क रल और कई अ मामो म िनवश की तलना म िसचाई म आ िनवश कही ादा जी फलीभत होता ह इस

ान म रखत ए सरकार न 2015 म धानमी किष िसचाई योजनाका आगाज िकया पर ड ॉप मोर ॉप यानी कम

िसचाई म अिधक फसल को सरकार न अपना म बनाया ह इसम सखा भािवत ो को तरजीह दी जा रही ह रा और

जनपद र की योजनाओ म िसचाई की मद म िकए जान िनवश को साथ जोड़त ए इस योजना को िसर चढ़ाया जा रहा ह

परा ान खत म पानी क बहतर उपयोग और िसचाई मता और उपयोिगता म खाई पाटन पर ह समर-एकीकत

िकोण क साथ जल ाित अिभयान जसी योजना भी सभी पो की भागीदारी क साथ लाग हो रही ह िजसका मकसद जल

सरण को जन आदोलन बनाना ह सरकार न नशनल वॉटर इोमिट सटर की थापना की जो जल ससाधनो क

रा ापी आकड़ तयार करगा

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निदयो की सफाई एक अनवरत िया ह इसम नमािम गग परयोजना उा उदाहरण ह इसक तहत िविभ तरह की

गितिविधयो वाली 173 योजनाए सचािलत हो रही ह िजसम घाटो की सफाई स लकर गाव-शहरो की ता भी शािमल

ह 173 म 41 परयोजनाए तो परी भी हो चकी ह गगा म गदगी फलान वाल उोगो पर सरकारी सी का ही असर ह िक

गगा म वािहत होन वाल दषको की तादाद म 35 ितशत की कमी आई ह

दश भर म बाध सरा क िलए भी बाध पनवास एव सधार परयोजना यानी डीआरआइपी चलाई जा रही ह

Inter state river dispute चिक पानी का मसला सिवधान की सातवी अनसची म रा सची म आता ह ऐस म अतर-

रा जल िववाद और उनका उिचत समाधान क सरकार क िलए बड़ी चनौती ह अतर-रा नदी जल िववाद अिधिनयम

1956 क तहत िववादो को सलझान क िलए वतमान म 8 िट नल ह सरकार सशोिधत रा ीय जल नीित पर काम कर रही

ह िजसम क ीय र पर एक थाई जल िववाद िट नल बनान क साथ ही िववाद समाधान सिमित बनान की योजना ह जो

राो क जल सबधी िववादो का समाधान िनकालगी इसक िलए 1956 क कानन म सशोधन क मकसद स सरकार इस

साल लोकसभा म नया िवधयक पश भी कर चकी ह

जल बधन क िलए सरकार क कई मालय और िवभाग भी कध क कधा िमलाकर काम कर रह ह सीवज पाइपलाइन स लकर

शौचालय िनमाण और बर का कौशल िसखान क िलए जल ससाधन मालय न कौशल िवकास एव उिमता मालय स करार

भी िकया ह पानी क पन इमाल को लकर रल मालय और इिडयन ऑयल क साथ भी योजना बनाई ह िबजली मालय न

तो सयो क िलए अिनवाय िकया ह िक व सीवज सय क 50 िकलोमीटर की परिध म मौजद हो तो िबजली बनान क िलए उसक

पानी का ही इमाल कर पानी क पन उपयोग को लकर िविभ मालयोसावजिनक उपमो रा सरकारो और अ

सथाओ क साथ सहयोग की सभावनाए तलाशी जा रही ह जािहर ह जल ससाधनो क सतत िवकास क िलए मौजदा सरकार न

तमाम यास िकए ह और जब इन यासो को सभी वग का साथ िमलगा तो भारत िनित प स जल को लकर सवदनशील

समाज बन जाएगा

ई-वाहन क बजाय ई-परवहन पर िदया जाए ान क ीय परवहन मी िनितन गडकरी न वाहन उोग क एक सलन म कहा िक वह वकक ईधन क इमाल को बढ़ावा

दन क िलए वाहन उोग को lsquoमजबरrsquo करन स भी नही िहचिकचाएग गडकरी न कहा lsquoआप चाह या न चाह लिकन भारत

दषण पर काब पान और तल आयात िबल म कटौती क िलए इलक और जव-ईधन स चलन वाल वाहनो की िदशा म आग

बढ़गाrsquo उोन भारतीय ऑटोमोबाइल उादको क सगठन सायम क सालाना समारोह म यह बयान दकर वाहन उोग म

खलबली मचा दी वाहन कपिनयो का कहना ह lsquoहम पहल स ही वाहन तकनीक की िदशा म आग बढऩ क िलए जरत

स ादा यास कर रह हrsquo

Automobile sector amp Policy Paralysis हकीकत तो यह ह िक हमारा वाहन उोग नीितगत अिनितता को लकर काफी शोर मचाता ह इस उोग क पास ईधन

की िदशा म आग बढऩ की एक योजना रही ह लिकन या तो इसन उस नजरअदाज िकया या िफर जानबझकर उस कमजोर

करन की कोिशश की जब ऐसा नही हो सका तो शोर मचाना श कर िदया मसलन ईधन एव उजन क बीएस-4 मानको

को भारत म वष2010 म लाग िकया गया था माच 2017 तक पर दश म इस मानक को लाग हो जाना था लिकन उोग न इसक

िलए तयारी करन क बजाय मान िलया िक अिधक ऊजा उपल ही नही हो पाएगी िलहाजा व इस समयसीमा क बाद भी

बीएस-3 मानक वाल वाहन बचत रहग लिकन सरकार न इसकी इजाजत नही दी िजस पर वाहन उोग न खब अचभा जताया

Rising pollution and how relevant move to introduce electric vehicles कल िमलाकर कार िनमाताओ न साफ नजर आ रही उस तीर को दखन की कोिशश नही की िजसम दषण और उसस होन वाली ा

समाए एक बड़ा सरोकार बनकर उभरी ह यह नीितगत अिनितता नही ह यह सावजिनक िवमश और लोक नीित क ित आख मदन

जसा ह इस पभिम म गडकरी का इलक एव वकक ईधनो स चलन वाल वाहनो पर नीितगत नत िदखाना रोमाचक ह अब सवाल

यह खड़ा होता ह िक भारतीय सड़को पर अिधक ईधन वाल वाहनो की सा बढ़ान क िलए ा कदम उठाए जान चािहए हम यह भी

याद रखना चािहए िक इलक वाहनो को अपनान की हमार पास अनठी वजह ह अब भी भारत म वाहनो की िगनती काफी कम ह खासकर

कारो की अगर िदी का ही उदाहरण ल तो यहा पर करीब 21 फीसदी लोगो क पास ही कार ह जबिक लगभग 40 फीसदी लोगो क पास

दोपिहया वाहन ह वष 2011 की जनगणना क मतािबक कवल 10 फीसदी भारतीयो क पास ही कार थी इसका मतलब ह िक मोटर वाहन

अब भी एक बड़ तबक की पच स दर ह यह पहल वाहन उोग क िवार की सभावनाओ को बया करता ह

E-Vehicles and our attitude ई-वाहनो को लकर हमारा नजरया काफी अलग ह बाकी दिनया म ई-वाहन अिधक एव ईधन-सम कारो स ितधा करन म खद

को िपछड़ता पा रह ह अगर ई-वाहन ाकितक गस एव कोयल स पदा होन वाली िबजली का इमाल करत ह तो िफर हम वातावरण म

काबन डाई-ऑाइड को िवथािपत ही कर ग न िक उस ख कर सक ग यानी ई-वाहनो का इमाल बढऩ पर भी दषण बरकरार

रहगा वह कारो क साइलसर स न िनकलकर ऊजा सयो की िचमिनयो स िनकलगा लिकन ई-वाहन हम शहरो क वाय दषण स राहत तो

िदलात ही ह गडकरी न भी कहा ह िक ई-वाहनो स क तल क आयात पर खच होन वाला भारी खच कम करन म मदद िमलगी

यही वजह ह िक हम ई-वाहन अपनान की िदशा म अिधक साहिसक एव आामक होना होगा अभी तक इस बार म भारत की नीित ढलमल

ही रही ह कछ महीन पहल सटर फॉर साइस ऐड एनवायरनमट (सीएसई) क मर सहयोगी न हाइिड एव इलक वाहनो क रत

समकन एव िविनमाण (फम) क पहल चरण का िवषण िकया था उसस पता चला िक सरकार की तरफ स लाई गई इस ोाहन योजना

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न इल क मोिबिलटी बढ़ान क नाम पर डीजल की औसत हाइिड कारो को ही बढ़ावा िदया था इस योजना का करीब 60 फीसदी उन कारो

क ही िह म चला गया जो न तो इल क थी और न ही परी तरह हाइिड उसक बाद स हालात काफी बदल चक ह सशोिधत फम योजना

स औसत दज की हाइिड गािडय़ो को मदद नही िमलगी इसम इल क-बस पर भी जोर िदया गया ह िजसस परवहन का पर ही

बदल जान की सभावना ह

सबस बड़ा पच तो यही ह अिधकतर भारतीय िनजी वाहनो स नही चलत ह यह कछ बड़ा सोचन का मौका ह तािक हम पहल कार और िफर

साइिकल की तरफ न लौटना पड़ हम ऐसी नीितया बनानी होगी िक ऊजा को बढ़ावा दन वाल िनजी वाहनो क साथ सावजिनक परवहन

क साधनो को भी बढ़ावा िमल शहरो म लाइट रल यानी ट ाम चलाना एक िवक हो सकता ह ट ाम िबजली स चलती ह इसक अलावा कछ

राजमाग का िवदयतीकरण कर उन पर िबजली-चािलत बस चलाई जा सकती ह उन बसो को जरत पडऩ पर रा म ही चाज िकया जा

सकता ह अगर लोगो को उनक अितम गत तक पचान वाल वाहनो को भी इल क बनाया जा सक तो इसस आवागमन स सबिधत

पर ही बदल जाएगा

What is needed इसक िलए सजग सोच की जरत ह पहला बड़ा मसला इस सावजिनक ढाचागत की लागत को कम करन क तरीक तलाशन का ह एक

िवक ह िक हम बड़ र पर सावजिनक खरीद कर जसा एलईडी लाइट क मामल म िकया गया था दसरा िवक ह िक वाहनो को इस

तरह स बनाया जाए िक बटरी क िनमाण की लागत उस वाहन की कीमत म न जड़ अगर हम ई-वाहनो क बजाय ई-परवहन को बढ़ावा दन

पर ान क ित कर तो हमार िवक भी बदल जाएग यह हमार सामन एक अवसर पश करता ह इस बार तो हम यह बस छोडऩी नही ह

कचरा बधन म सधार ो नही Amar_Ujala इल ॉिनक ाक और अतालो का कचरा पयावरण और

वातावरण की सहत क िलए समा बनता जा रहा ह कचरा बधन और

उसस पयावरण सरण क बार म कायनीित की जरत मन क जीवन

स जड़ी ह सिवधाओ क िलए हमन कछ ऐस उाद पदा िकए ह िज

सड़ाया या गलाया नही जा सकता इ कवल वािनक बधन स कम

िकया जा सकता ह सभी कार क कचरो को पनः उपयोग म लाना

सभव नही ह बहतर कचरा बधन स ही उनस छटकारा पाया जा

सकता ह Problem of Electronic waste

आज हर हाथ म मोबाइल ह लपटाप सीडी पन ड ाइव रीजरटर टलीिवजन फोटो कॉिपयस फ मशीनो क नए मॉडल बाजार म आ

रह ह खराब इल ॉिनक उाद ई-कचर म तील हो रह ह घरो म य होन वाल ब बलाइट ाक या बटरयो क कचर

वातावरण म हािनकारक पदाथ छोड़ रह ह How does it waste nagetively affect इन कचरो स ोरनटड और ोिमनटड गस

उिजत होती ह इनम मरकरी शीशा ोिमयम बरयम बरिलयम कडिमयम जस त होत ह जो ा क िलए खतरनाक ह इन ई-

कचरो क िनारण की वािनक नीित का अभाव ह थानीय िनकाय कचर को नदी नालो या सड़को क िकनार फ क रह ह इसस निदयो

की सहत खराब हो रही ह िजसस भजल एव मछिलयो की सहत खराब हो रही ह और उनक सवन स मन बीमार पड़ रहा ह कचरो म

आग लगान स हवा िवषली होती ह तो जमीन पर िबखरन स िमी दिषत होती ह किष सबधी जिवक कचरा आसानी स सड़-गल जाता ह

गावो म शादी-ाह म य होन वाल िमी क बरतन और पलो की जगह ाक क उादो न ल ली ह हर उाद की पकिजग म

ाक य हो रहा ह दश म रोज पह हजार टन ाक कचरा उ हो रहा ह िजनम स मा नौ हजार टन ही पनः उाद क

िलए चना जाता ह िवकिसत दशो न अपन यहा कचरा बधन क उपाय तो िकए ही ह ई-कचर को िवकासशील दशो की ओर सरकाना भी

श कर िदया ह Solution Recycling कचर म स कछ को ही रीसाइिकल िकया जा सकता ह रीसाइिकल करन क िलए जरी ह िक िदन-ितिदन क कचर स जिवक कचर और

रीसाइिकल कचर को अलग िकया जाए इसक िलए समाज का िशित और जागक होना जरी ह हमन कचर को अलग-अलग िनारत

करन की िदशा म समिचत काय नही िकया ह कचर स रीसाइिकल पदाथ को चनन वाल गरीबो क सहार जो कछ कचरा साफ हो रहा था वह

जीएसटी क कारण भािवत आ ह

िचिका कचर का िनारण सतक ता और वािनक बधन की माग करता ह ए-र ट इमाल की गई सइया पिया कोज की

बोतल आिद को कस जमा िकया जाए इसक िलए िचिकालयो को िशित करना होगा

कचरा िनारण की िदशा म हमन थोड़ िवलब स सोचना श िकया ह इस सदभ म हमन कछ जरी कानन भी बनाए ह इसक बावजद

कचरा बधन म कोई सधार नही िदख रहा समय की माग ह िक कचरो को उनक उादन ोत पर ही न और हािनरिहत करन का बध

िकया जाए रीसाइिकल य पदाथ क इमाल पर ादा जोर िदया जाए कचर को खल म छोड़न क बजाय उस जमा करन की वािनक

नीित अपनाई जाए जनता क ा क िलए हम बहतर कचरा बधन करना ही होगा

दषण क खलाफ पहल

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िदी और उसक आसपास क ो म पटाखो की िबी पर सीम कोट की पाबदी दषण क खलाफ जारी लड़ाई लड़न म सहायक बननी

चािहए लिकन ऐसा तब होगा जब आम लोग यह समझन क िलए तयार होग िक उव क नाम पर सहत को नकसान पचान वाल तौर-तरीको

का पराग करन म ही भलाई ह

कम स कम िदी-एनसीआर की जनता इसस अनिभ नही हो सकती िक िपछल वष म और िवशष प स बीत बरस दीपावली क

अगल िदन ऐस हालात बन िक सास लना भी दभर हो गया था

यह ठीक नही िक दश क सबस बड़ उव यानी दीपावली क अगल ही िदन ऐसी थित बन िक लोगो की सहत पर बन आए हालािक

सीम कोट का फसला कवल िदी-एनसीआर क िलए ही ह लिकन दश क एक बड़ िह और खासकर उर भारत क शहरी इलाको

म दीपावली क ठीक अगल िदन काफी कछ वस ही हालात बनत ह जस दश की राजधानी म िदखाई दत ह इसकी भी अनदखी नही की

जा सकती िक हाल क समय म दीपावली को पटाख दागन का पयाय सा बना िदया गया ह और इस म म कही अिधक शोर और िवषा

धए वाल पटाखो का चलन जरत स ादा बढ़ गया ह

हर िकसी को यह महसस करना चािहए िक ककारी सािबत होन वाल इस चलन को थामना व की माग और जरत ह इसस ही

दीपोव की महा बढ़गी बहतर हो िक सामािजक एव राजनीितक ो क अणी लोग आम जनता को इसक िलए रत-ोािहत

कर िक सख-सम और धन-धा क पव पर िन और वाय दषण बढ़ान का काम न िकया जाए लोगो कोजागक करन का यह

काम िदी-एनसीआर क साथ-साथ दश क अ िहो म भी होना चािहए

इस पर हरत नही िक िदी-एनसीआर म पटाखो की िबी पर ितबध क फसल को लकर असहमित क भी कछ र उठ ह ऐस रो क

िलए एक अवसर तो खद सीम कोट न ही द िदया ह उसन पटाखो की िबी रोकन क िपछल वष क अपन आदश म करीब एक माह पहल

सशोधन कर कछ शत क साथ पटाख बचन की इजाजत द दी थी नतीजा यह आ िक पटाखा बनान और बचन वालो न अपनी तयारी श

कर दी कहना किठन ह िक सीम कोट क पास ऐस लोगो क इस सवाल का ा जवाब होगा िक उनक नकसान की िजदारी कौन

लगा अा होगा िक कम स कम भिव क िलए पटाखो क िनमाण और उनकी िबी क िनयमन की जरत समझी जाए ऐसा इसिलए और

भी होना चािहए ोिक बार-बार यह सामन आ रहा ह िक हािनकारक चीजो क इमाल को रोकन म ितबध स अिधक िनयमन भावी होता

ह कई बार िबना िनयमन ितबध या तो िनभावी सािबत होता ह या िफर उसकी काट क तौर-तरीक खोज िलए जात ह यह बात

िजतनी पटाखो क सदभ म लाग होती ह उतनी ही पॉिलथीन और ऐसी ही अ वओ क मामल म भी िकसी क िलए भी यह समझना किठन

ह िक आखर कान फोड़ दन और िवषला धआ छोड़न वाल पटाखो का िनमाण ही ो होना चािहए

Q GS PAPER II

सरकारी नीितयो और िविभ ो म िवकास क िलए हप और उनक अिभकन तथा कायायन क कारण उ

िवषय

ा पयावरण क अिधकार म िदवाली क दौरान फटाक जलान क िविधक िविनयम भी शािमल ह इस पर भारतीय

सिवधान क अनद 21 क और इस स म शीष ायालय क िनणय िनणयो क काश म चचा कीिजए | UPSC 2015

Does the right to clean environment entail legal regulations on burning crackers during Diwali Discuss in the light of Article 21 of the Indian Constitution and Judgement(s) of the Apex Court in this regard

खतो म फसल क साथ सौर ऊजा भी पदा करना जरी Business_Standard फसलो की खती क साथ ही सौर ऊजा क िवार क िलए भी जमीन की उपलता एक मख अवयव ह अगर इन दोनो ो को एक साथ

समािहत करत ए सौर-सह-किष खत म तील िकया जा सक तो इस कमी को दर िकया जा सकता ह दोनो क सामज स जमीन क उसी

टकड़ स होन वाली आय म खासी बढ़ोतरी हो जाएगी जापान चीन जमनी और िटन जस दशो म इस अवधारणा को सफलतापवक

आजमाया जा चका ह जमीन क उपभोग र को बढ़ान क अलावा खतो म लगी फोटो वोक टो (सौर ट) क जरय पदा होन वाली

िबजली न कवल खती सबधी काय क िलए इमाल की जा सकगी ब अितर िबजली को बचा भी जा सकगा

किष-सह-सौर खती स होन वाल लाभ उस समय और भी अिधक बढ़ जाएग जब उसम वषा-जल सचयन को भी जोड़ िदया जाए इस

तरह एक ही जमीन खती क अलावा सौर ऊजा उादन और वषा जल सचयन म भी इमाल की जा सकगी

खतो म लगी सौर टो पर िगरन वाल बारश क पानी को िसचाई क िलए इमाल िकया जा सकता ह

अगर सौर खती को ोाहन िदया जाए तो 100 गीगावॉट सौर ऊजा क उादन और वष 2022 तक किष आय को दोगना करन क

महाकाी लो को भी हािसल करन म मदद िमलगी

िवदशो म सौर खती क िविभ िडजाइन एव मॉडल तयार िकए गए ह और उ थानीय जरतो क िहसाब स सशोिधत िकया जा सकता

ह खासकर सय की रोशनी की उपलता को दखत ए मॉडल परविधत िकए जा सकत ह

जापान म इस सौर साझदारी का नाम िदया जाता ह वहा पर खतो म फोटो-वोक पनल इतनी ऊचाई पर लगाए जात ह िक उनस

छनकर पया रोशनी नीच जमीन तक पच जाती ह जो कम रोशनी म उगन वाल पौधो क िलए काफी होती ह वही जमनी म इन सौर

टो को इस तरह िडजाइन िकया गया ह िक हमशा सय की िदशा म रखन क िलए उ घमाया जा सकता ह

भारत म सौर खती का सवािधक अनकल और वािनक प स आजमाया आ मॉडल जोधपर थत क ीय बजर अनसधान सथान

(काजरी) का ह इस सथान क िनदशक ओ पी यादव क मतािबक सौर खती का यह मॉडल पिम राजथान पिमोर गजरात और पजाब

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एव हरयाणा म फली िवशाल बजर भिम क िलए काफी अनकल ह पिमोर भारत क करीब 32 करोड़ हयर इलाक म बजर भिम पाई

जाती ह खास बात यह ह िक अिधकाश मौसम म इस बजर इलाक म ाकितक रोशनी भी पया माा म िमलती ह CAZARI research amp Suggestion काजरी न जोधपर म 105 िकलोवॉट मता का एक सौर-किष खत तयार िकया ह करीब एक एकड़ जमीन पर बनाए गए सौर फाम का

बड़ा िहा खती क िलए परी तरह खाली ह

सौर पनल लगन क बाद भी 49 फीसदी जमीन फसलो क िलए उपय ह इसक अलावा सौर टो क नीच की 24 फीसदी जमीन भी

फसल उगान लायक ह कम लबाई वाली और पानी की कम जरत वाली फसल इस खत म बोई जा सकती ह

काजरी न इस खरीफ स म यहा मग मोठ ारफली एलोवरा सोनामखी और शखपी की फसल लगाई थी सौर पनल पर इक_iumlा

वषा जल को पाइप क सहार खत म बन भिमगत टक म जमा कर िलया जाता ह सौर टो स पदा होन वाली िबजली को िनधारत दरो

पर पावरिड म भज िदया जाता ह

काजरी का सझाव ह िक िमच ाज लहसन और बदगोभी जसी सयो को सौर पनल क नीच की जमीन पर बोया जा सकता ह इसस

सौर पनलो क आसपास का तापमान कम रखन म भी मदद िमलती ह िजसस िबजली उादन भी अिधक होता ह दसरी तरफ सौर

पनलो की कतारो क बीच की जगह म फसल उगान स मदा अपरदन रोकन म मदद िमलती ह िजसस पनल पर धल नही पसरती और

पनल की मता बढ़ती ह जोधपर जस इलाक म िदन भर म चार स पाच घट तक तज धप होती ह इस वजह स 105 िकलोवॉट मता

वाली यह सौर इकाई खली धप म 420िकलोवॉट िबजली भी पदा कर लती ह

इन फायदो क बावजद हम इस त को नजरअदाज नही करना चािहए िक इस तरह क एकीकत खतो को तयार करन म अी-खासी लागत

लगती ह अगर काजरी क मॉडल को ही दख तो उस जोधपर म यह किष-सह-सौर खत तयार करन म 5233 लाख पय खच करन पड़

इसक अलावा वषा-जल सचय की वथा करन म अलग स सात लाख पय लगान पड़ इतन बड़ पमान पर िनवश कर पाना दश क

अिधकतर िकसानो क िलए नाममिकन ह

इस थित म सौर ऊजा क उादन म लग उिमयो को िकसानो क साथ िमलकर काम करन की सलाह दी जाती ह अगर िकसान और सौर

ऊजा कारोबारी आपसी सहमित स खतो म सौर ऊजा पनल लगान क िलए तयार हो जात ह तो उसस दोनो पो को ही फायदा होगा अगर

दोनो पो क बीच भागीदारी नही बन पाती ह तो किष-सह-सौर खती को ावहारक एव लाभद बना पाना सभव नही हो पाएगा

आवक िकत अपया Recapitalisation step क सरकार न सकट सरकारी बको क पनपजीकरण की घोषणा की तािक इनको फस ए कज क दच स उबारा जा सक इस कज क

चलत ही बको को नया ऋण दन म िदत आ रही ह इसी क चलत दश की बिकग ऋण वदिघ 25 साल क िनतम र पर ह और िनजी

िनवश एकदम अवदघ ह लबी अनदखी क बाद आखरकार सरकार न इन बको को जरी मदद महया कराना तय िकया ह

य दश की कल बिकग म 70 फीसदी िहदारी रखत ह 211 लाख करोड़ पय की यह योजना दो साल म िवारत ह पव गवनर रघराम

राजन क अधीन आरबीआई न बको की परसपि गणवा की जाच की वथा की थी इसक चलत बको को फस ए कज को उजागर

करना पड़ा था और िनपटान की वथा बतानी पड़ी थी इसक बाद स ही सरकारी बको की वहायता सकट म थी एक ितमाही क बाद

अगली ितमाही म बक खासतौर पर सरकारी बक फस ए कज क बढ़त जोखम को ीकार करत गए उनस िनपटन का ावधान करन म

ही उनका अिधकाश मनाफा खप जाता सरकारी बक इस सबस बरी तरह भािवत ह बिनयादी ढाचागत को सबस अिधक ऋण उोन

ही िदया ह समय बीतन क साथ-साथ सरकार क िलए चयन और iuml होता गया या तो कछ डबत सरकारी बको का िनजीकरण िकया जाए

या िफर उनका पनपजीकरण िकया जाए पहला िवक राजनीितक प स वहाय नही था और दसरा िवक राजकोषीय घाट की िiuml स

ठीक नही था अग 2015 क एक अनमान क मतािबक सन 2018-19 तक 18 लाख करोड़ पय क पजीकरण की आवकता थी सरकार

न 51858 करोड़ पय की रािश ही इनम डाली

पनपजीकरण क बार म कई बात अभी िवार स सामन आनी बाकी ह लिकन कछ बात िबदवार ढग स सामन ह मसलन RBI

GOVERNOR ारा जारी बयान म कछ बात होती ह उदाहरण क िलए उोन कहा िक जारी िकए जान वाल बॉ नकदी िनरप हो

सकत ह और घाट म इजाफा होगा लिकन यह मामली हो सकता ह और ऐस बॉ पर चकाए जान वाल ाज तक ही सीिमत रहगा दश क

म आिथक सलाहकार अरिवद समन का इस पर एकदम अलग िवचार ह उनक मतािबक मौजदा लखा वहार क अधीन जो िक

अतरराiumlरीय मा कोष स एकदम अलग ह सरकारी बॉ न कवल सरकारी कज म इजाफा कर ग ब राजकोषीय घाट म भी इनकी

बदौलत बढ़ोतरी होगी िव मालय क अिधकारयो न कहा िक नई पजी क आवटन की ासिगकता इस बात पर भी िनभर होगी िक बक

इसका इमाल िकतन भावी ढग स कर रह ह और फस ए कज स कस िनपट रह ह सवाल यह ह िक ा इसस दश की दोहरी बलस

शीट की समा कछ हद तक हल होगी इसका जवाब आसान नही ह भारी पमान पर िकया जान वाला पनपजीकरण जहा सरकारी बको को

ऋण सबधी चनौितयो स िनपटन म मदद करगा वही दो अ म भी ह पहला यह बहस अभी ख नही ई ह िक असली िदत ा थी

ऋण की आपित या उनकी माग म कमी दसरा मा अिधक गभीर ह सरकार को अब सरकारी बको क लिबत शासिनक सधारो पर भी

ान दना होगा अगर ऐसा नही होता ह तो इस बात की कोई गारटी नही ह नई पजी का समझदारी भरा उपयोग होगा

ाउड फिडग किम बदिघमा और मशीन रोना ा क एक हािलया पच (A theory of crowd funding) स पता चलता ह िक िककाटर जसी ाउडफिडग वबसाइट माग की

अिनितता क दौर म आिथक िकफायत बढ़ान का काम करती ह

Crowd Funding उिमयो को िकसी उाद क तयार होन क पहल उपभोाओ स अनबध करन का अवसर दकर ऐसा करती ह

इसस उनक पास अवसर रहता ह िक अगर उमी सभािवत िनवश न भी कर तो भी व अपन उाद को तयार कर सक

यह उपभोाओ को भी यह ोाहन दती ह िक व अपनी माग जािहर कर

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िककाटर की िया कछ ऐसी ह िक वह गत र पर माग आमित करती ह और इन सभी क िलए लित र की घोषणा

करता ह 30 िदनो की अिभयान अविध क दौरान एकित मागो की घोषणा की जाती ह और उपभोाओ को यह अवसर िदया जाता ह

िक व अपन सशत िनणय सामन रख सक

अगर माग का र पहल की गई घोषणा स कम होता ह तो ाउडफिडग अिभयान को नाकाम घोिषत कर र कर िदया जाता ह अगर

माग ल स ादा हो जाती ह तो उपभोाओ स कहा जाता ह िक व इसकी फिडग कर

यह रािश उस उमी को दी जाती ह जो उ परयोजना पर काम करन को तयार हो इसक अलावा परयोजना परी होन और की गई

माग क िनपटन क बाद उसका एक भरापरा बाजार होता ह

ल हािसल होन क बाद उपभोा खल बाजार म उस उाद को खरीदन की उकता भी िदखा सकत ह िवलिबत भगतान की

समा इसी पवत बाजार म आती ह

यही वजह ह िक ाउड फिडग क जरय माग की अिनितता कम की जाती ह और यह पारपरक उिमता म िमलन वाली िवीय मदद

की कमी परी करता ह

ाउड फिडग पर आधारत यह नवाचार िडिजटल ाित क जरय समाज काण को आग बढ़ा रहा ह

Artificial Intelligence AI की बात कर तो रोबोट को लकर तीन िचताए ह

इनम सबस पहली िचता ह ौोिगकी म बड़ पमान पर रोजगार जाना दसरी िचता ह िक व मन की जगह ल सकती ह या उस

अपना दास बना सकती ह तीसरी िचता रोबोट स जग की ह

अगर ौोिगकी आधारत बरोजगारी और भारत जस िमक बल िनयात वाल दश क अपन जनािककीय लाभाश का इमाल न कर

पान की बात की जाए तो अथशा क मलभत िसात इस डर को खारज करत ह

जब तक ौोिगक स बनन वाली वए मौजदा म आधारत तकनीक स बहतर नही होती ह तब तक रोबोिटक तकनीक को कस अपनाया

जा सकता ह

यह तकनीक ही ह िजसकी वजह स पिमी दशो म ऊची इमारतो पर िनमाण काय नो स होता िदखता ह जबिक भारत म िमको को ऊची

जगहो पर काम करत ए आसानी स दखा जा सकता ह रकॉड का तलनाक लाभ का िसात इस ओर इशारा करता ह िक दिनया क अ

दश तमाम चीज चाह िजतनी कम लागत म तयार कर लिकन भारत को उन चीजो क उादन म तलनाक बढ़त हािसल रहगी िजनका

उादन और िनयात उसक िलए घरल र पर िकफायती ह यह िकफायत म आधारत होगी अहम बात यह ह िक म और पजी जस

कारक आधारत बाजारो म अवसर लागत साफ परलित होनी चािहए इसक िलए म बाजार की िवसगितया कम करनी होगी

जहा तक दिनया पर रोबोट क कािबज होन की बात ह तो कटर और इसानी िदमाग की ासिगकता पर अलग तरह क सवाल ह जॉन सल न

सन 1998 म आई अपनी िकताब lsquoद िमी ऑफ कॉशयसनसrsquo म इस पर अा काश डाला ह म और शरीर क बीच की समा

की शआत ासीसी दाशिनक दकात क व स होती ह वह इन दोनो क की बात करत ह लिकन िगलबट राइल न इसका िवरोध

करत ए कहा िक मन को लकर दकात की ि मशीन म भत क समान ह दाशिनक और वािनक अब इस दोहरपन को माता नही दत

मन िदमाग का कवल एक िहा ह बहरहाल कटर िवािनयो का दावा ह िक िदमाग कवल एक िडिजटल कटर ह और मन उसका एक

ोाम भर ह सल कहत ह िक मजबत एआई को कमजोर एआई स अलग करक दखना होगा ोिक कमजोर एआई कटर को उपयोगी

उपकरण मानता ह िदमाग और कटर क बीच सबस बड़ा अतर यिनविसटी कॉलज ऑफ लॉस एिजलस क तिका िवानी जोिकम फर न

तिका िवान क हािलया िवकास म को अपनी िकताब lsquoद रोसाइस ऑफ ीडम ऐड िएिटिवटीrsquo म बया ह िकताबम कहा गया ह िक

म एक जिटल सतलनकारी वथा ह जो अवधारणाओ को लित िनदश म बदलता ह इसम ी टल कोट की अहम भिमका होती

ह इनम स कई कदम िनितताओ पर नही ब सभावनाओ पर आधारत होत ह जो िविभ कदमो म स िकसी एक क चयन की वजह बनत

ह यह म सोच को दशान वाली बात ह म का सरल कोट वाला िहा सचतन ान को भी िनदिशत करता ह यहा चतना वह

थित ह जो चीजो को लकर हमारी जागकता और म की भावनाक िया को थािपत करती ह

यहा तक िक किम बमा पर काम कर रह वािनक भी अब यह मानत ह िक इसान की जगह रोबोट क इमाल का उनका इस बड़

पर िनभर करता हिक आखर कोई व चत ो ह यह सवाल एमआईटी क भौितक िवानी म टगमाक न उठाया था हालािक म

मानता िक चतनाशील रोबोट िवकिसत हो सकत ह लिकन मरा सदह बरकरार ह म एक जीविवानी अग ह और यह कई तरह क

काम कर सकता ह मझ लगता नही िक इसका कोई िवक होगा

आखरी डर थोड़ा अिधक तािक क ह चािलत रोबो हिथयारो की होड़ श हो सकती ह हमार पास पहल ही ड ोन ह लिकन इ चलान क

िलए मन की जरत पड़ती ह परत टगमाक की रपोट क मतािबक अब असली और पण चािलत हिथयारो का िवकास हो रहा ह जो खद

ही िनशाना तय कर ग

कल िमलाकर िडिजटल ाित न जहा कई तरह क लाभ िदए ह वही इसक साथ कई तरह क आिथक और मानवीय भय भी सर उठा रह ह

िवापन एजिसयो और सोशल मीिडया जस मचो तथा चािलत हिथयारो स जड़ कई डर सामन आ रह ह िजनस िनपटना जरी ह

िदी म ो छाई ह जहरीली धध जान वजह और उपाय - िदी म जहरीली धध छा गई ह इसस हर कोई परशान ह धध की वजह स लोगो का बाहर िनकलना भी मल हो गया ह धध

क चलत िदी-एनसीआर म मिडकल इमरजसी जस हालात बनन लग ह जान य जहरीली धध ो छाई ह और इसस बचन क

ा उपाय ह

=gtा ह इस धध की वजह

- पजाब हरयाणा यपी म पराली जलाना जहरीली धध की बड़ी वजह ह

- िदी क आसमान पर हवा ठहर गई ह इसिलए धध छट नही रही

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- जहरीली धध न िदी को गस चबर बना िदया ह - काबन डाइऑाइड काबन मोनोऑाइड सर डाईऑाइड जसी

जहरीली गस होती ह

- िदी की इस जहरीली धध क िनशान पर सबस ादा ब बजग अथमा क मरीज होत ह

=gtधध स बचन क िलए बरत य सावधािनया ndash

बत जरत हो तभी घर स बाहर िनकल ndash

सबह पाक म वॉक या कसरत न कर ndash

बाहर जा रह ह तो मा का इमाल कर ndash

अथमा क मरीज दवाई अपन साथ रख ndash

बो को ऐसी धध म बाहर न खलन द ndash

बजग मौसम साफ हो तभी बाहर जाए

िनजीकरण घाट स म का िवक एयर इिडया को होन वाल घाट स तग आकर सरकार न इस कपनी क िनजीकरण का फसला िलया ह| सरकार न पाया िक एयर

इिडया को वापस अपन पर पर खड़ा करना किठन ह इसिलय इस बच दना उम ह

जस परानी कार को मािलक बच दता ह लिकन उसी कार को खरीदार ठीक करक चला लता ह अथ आ िक समा कार म नही

ब उसक परान मािलक म थी यह सखद सचना ह िक सरकार न अपनी इस नाकामी को ीकार कर िलया ह

यह तक सरकारी बको पर भी उतना ही लाग होता ह िजतना एयर इिडया पर इ भी एयर इिडया की तरह लगातार घाटा लग

रहा ह

लिकन सरकार इनका िनजीकरण करन क थान पर कमजोर सरकारी बको का अ बको क साथ िवलय करना चाहती ह

Past experience कछ ऐसा ही पव म एयर इिडया क साथ सरकार न िकया था तब दो सरकारी कपिनया थी-इिडयन एयर लाइस घरल और एयर

इिडया िवदशी यााए स करती थी एयर इिडया ॉिफट म चल रही थी जबिक इिडयन एयरलाइस घाट म सरकार न सोचा िक

दोनो का िवलय कर दग तो सिलत कपनी ॉिफट कमाएगी पर ऐसा नही आ पव म ॉिफट म चल रही एयर इिडया भी घाट

म आ गई जस िकसी अी और परानी कार का िवलय कर िदया जाए परानी कार का रिडएटर नई कार म लगा िदया जाए तो नई

कार का सफल होना किठन ह अब सरकार घाट म चल रह सरकारी बको का ॉिफट म चल रह सरकारी बको स िवलय करक इ

भी एयर इिडया की तरह घाट म ल जान की तयारी कर रही ह आय नही िक ॉिफट म चल रह पजाब नशनल बक न ाव

पारत करक घाट म चल रह बको का अपन साथ िवलय करन का िवरोध िकया ह

Root of the problem मल समा ह िक मी और अिधकारी िनजीकरण को पसद नही करत ह वाजपयी तथा अण शौरी की जोड़ी इस िवषय म अपवाद

ह सावजिनक इकाइयो पर सरकारी िनयम लाग नही होत ह अपन चहतो को मी और अिधकारी इन इकाइयो म नौकरी िदला दत

ह उराखड स िवलय क पव उर दश सरकार क एक सिचव चाहत थ िक म उराखड क आिथक िवकास का रोडमप तयार

क उोन कहा िक इस काय को सरकारी ठक पर करन म पच ह इसिलए म गढ़वाल मडल िवकास िनगम को कह दगा व ठका

द दग चिक उन पर सरकारी िनयम कम लाग होत ह

यह ात बताता ह िक सरकारी अिधकारयो और मियो क िलए सरकारी िनयमो का उघन करन म य इकाइया मददगार ह

सावजिनक बको को आज लग रह भारी घाट म मियो एव अिधकारयो का यह दराचरण म कारण ह जािहर ह िक घाट म चल

रह बको का ॉिफट म चल रह बको स िवलय करन स मियो और अिधकारयो की यह धाधलबाजी जारी रहगी और बको को घाटा

लगता रहगा जसा एयर इिडया क साथ आ

Why opposition for privatisation सरकारी बको क िनजीकरण क िवरोध म म तक ामीण ो की सवा को िदया जाता ह तक ह िक ाइवट बको की

ामीण एव कमजोर ो म शाखा खोलन म िच नही होती ह चिक यहा ॉिफट कमान क अवसर कम होत ह

इिदरा गाधी न साठ क दशक म इसी कारण ाइवट बको का रा ीयकरण िकया था इसम कोई सदह नही ह िक ामीण ो

म सरकारी बको की पच ादा ह

पर ह िक ा ाइवट बको को ामीण ो म शाखा खोलन को रत नही िकया जा सकता था रजव बक ारा दश क सभी

बको का िनयण िकया जाता ह वतमान क रजव बक ारा सभी बको को मजबर िकया जाता ह िक व छोट उमो को ऋण द ऐसा

न करन पर बको पर पनी लगाई जाती ह इसी कार रजव बक ारा ाइवट बको को मजबर िकया जा सकता था िक व ामीण

ो म शाखाए खोल अथवा ामीण ो म शाखा खोलन पर सडी दी जा सकती थी अथवा िजन बको ारा पया सा म

ामीण शाखाए न बनाई गई हो उन पर सवा कर की दर बढ़ाई जा सकती थी

ामीण शाखाओ क नाम पर सरकारी बको को जो घाटा हो रहा ह वह अतत दश की जनता को ही भरना पड़ रहा ह सरकारी बको

म मियो और अिधकारयो की धाधलबाजी स ए घाट की भरपाई करन की तलना म ाइवट बको को ामीण ो म शाखा न

खोलन पर पनी वसल करना ादा उम ह लिकन ऐसा करन स मियो और अिधकारयो क पर कट जाएग इसिलय इोन

िनजीकरण क थान पर िवलय का िवक चना ह

सरकारी बको क िनजीकरण क िवरोध म दसरा तक रोजगार का ह कहा जा रहा ह िक इन बको म कायरत हजारो किमयो को

ाइवट खरीदार बखा कर दग दिलतो ारा यह तक भी िदया जा रहा ह िक सावजिनक इकाइयो म आरण लाग होन स

तमाम दिलतो को रोजगार िमला ह िजसस दिलत समदाय का िवकास आ ह यह त सही ह िक सावजिनक इकाइयो म

दिलतो को आग बढ़न का अवसर िमला ह लिकन दिलतो को आग बढ़ान म सावजिनक इकाइया ही घाट म आ जाए तो यह

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नाव को ओवरलोड करक डबान जसा आ इसी उो को हािसल करन क दसर उपाय उपल ह जस जो कपिनया

रोजगार कम सा म दती ह अथवा जो दिलतो को कम सा म रोजगार दती ह उन पर जीएसटी एव इनकम ट की दर को

बढ़ाया जा सकता ह ऐसा करन स सरकार को राज भी िमलगा और कपिनयो क िलए रोजगार बनाना लाभद भी हो

जाएगा

Some problems inherent in privatisation िफर भी इस स को भी ीकार करना चािहए िक िनजीकरण की अपनी समाए ह िनजी कपिनयो ारा मनाफाखोरी की जाती

ह जस ििटश रल का िनजीकरण करन क बाद रलगािड़यो की सरा कम ई पर याा का म कम नही आ इसी कार

अमरका म ा सवाओ क िनजीकरण स आम आदमी को नकसान आ ह गािजयन अखबार क अनसार अमरका ारा िव

म ा पर सवािधक खच िकया जाता ह पर ा क मानको म अमरका कोारका एव बा जस दशो स भी पीछ ह

लिकन इसक िवपरीत उदाहरण भी उपल ह अपन दश म ही िबजली िवतरण क िनजीकरण क सदर परणाम सामन आए ह

उी उपकरणो एव उी किमयो ारा आज बड़ शहरो म 20 स 22 घट िबजली उपल कराई जा रही ह हमारी टलीफोन सवा का

भी ऐसा ही अनभव रहा ह भारत म मोबाइल फोन सवा का म िव क नतम र पर ह

अतः िनजीकरण क बाद की वथा पर िवचार करना चािहए ाइवट िवतरण कपिनयो का िनयण करन को राो म िबजली

िनयामक आयोग बनाए गए ह टलीफोन वथा का िनयण करन को ट ाई बनाया गया ह अतः सरकारी बको का िनजीकरण

करन क साथ-साथ बक िनयामक आयोग बनाया जाए तो दश की जनता सरकारी बको क घाट को भरन स म हो जाएगी

तल का िसयासी मोल Oil Prices around world इस ह की शआत म क तल का ित बरल म िपछल दो वष क

उतम र पर पच गया ट ड 6465 डॉलर ित बरल क भाव पर दज िकया गया न स आए आकड़ बतात ह िक तल

आयात म सी आन स क तल क दाम इतना ऊपर चढ़ ह बहरहाल इतना तो साफ ह िक क तल क बाजार म बढ़त का ख

बना आ ह Causes िपछल साल मख तल उादक दशो क बीच ए समझौत न भी क तल का भाव चढ़ान म अपनी

भिमका िनभाई ह पट ोिलयम िनयातक दशो क सगठन (ओपक) क गर-सद दशो न भी क तल क उादन को दोबारा ऊपर

ल जान पर सहमित जताई थी अब काफी कछ अमरका म शल ऑयल बाजार की गितशीलता पर िनभर करता ह हालािक यह

नही ह िक तकनीकी सधारो और सविधत मता का तल की भावी कीमतो पर ा असर होगा जहा क तल की ित

बरल कीमत का िनधारण अमरकी शल ऑयल की लागत क आधार पर होता रहगा वही कई लोगो का मानना ह िक तल उादन

क मख क सऊदी अरब म राजनीितक अिनितता होन और अ पिम एिशयाई दशो म भी सघष क हालात बन रहन स क

तल क भाव 70 डॉलर ित बरल स भी ऊपर जा सकत ह बक ऑफ अमरका मरल िलच न यहा तक कहा ह िक तल 75 डॉलर

ित बरल का र भी छ सकता ह ऐस म अचरज नही ह िक भारतीय इटी बाजार न तल म क ित अपनी ितिया िचता क

तौर पर जताई ह सस िपछल दो कारोबारी िदवसो म 500 स भी अिधक िगर चका ह िवमानन ाक रसायन एव परवहन

जस ो पर तल क बढ़ ए म का तगड़ा असर होन का अनमान ह

How it could negatively affect Indian economy तल कीमत म बढ़ोतरी भारत सरकार क िलए एक मल समय पर ई ह सरकार आिथक िवकास की धीमी पड़ती रार को

दखत ए अपनी आिथक नीितयो क बचाव म लगी ई ह िवप लगातार यह सवाल उठाता रहा ह िक ईधन खासकर पट ोल पर

कर अिधक ो रखा गया ह आन वाल समय म कई राो म िवधानसभा चनाव भी होन वाल ह इसी तरह अगल साल इस समय

तक लोकसभा चनाव अिभयान भी आकार लन लगगा ऐसी थित म सरकार क सामन पट ोिलयम उादो पर लग करो को बनाए

रख पान की िसयासी गजाइश काफी कम रह जाएगी इसक अलावा सरकार क िलए अपन उस म पर भी िटक रहना मल

होगा िक अतररा ीय बाजार की ताकत घरल र पर पट ोिलयम कीमतो को िनधारत करती ह अगर सरकार खद को चारो तरफ

स िघरा आ पाती ह या तल क भाव अचानक बढ़ जात ह तो िफर यह भी हो सकता ह िक सरकार lsquoअशकािलकrsquo सडी का

ऐलान कर द िफर भी इसम कोई सदह नही ह िक घरल र पर तल कीमतो क िनधारण और करारोपण म बड़ी मल स

हािसल थरता को ितलाजिल दन स सावजिनक िव पर गहरी चोट लगगी एक आरटीआई आवदन म िमली जानकारी क

मतािबक सरकार को िव वष 20160-17 म पट ोिलयम उादो पर कर लगान स 267 लाख करोड़ पय का राज िमला पाच

साल पहल क तल क भावो क आसमान पर होन क दौरान सरकार को हािसल राज स यह रािश ितगनी ह सरकार

राजकोषीय सढ़ीकरण की अपनी राह पर डट रहन म परशानी महसस कर रही ह दरअसल लोकलभावन कदमो क चलत

सावजिनक य बढ़ रहा ह और िनजी क िनवश म िगरावट आन स सरकार अपना पजीगत य बढ़ाकर उसकी भरपाई करना

चाहती ह धानमी कायालय और िव मालय क सामन एक अिचकर सवाल खड़ा होन वाला ह सरकार तल कीमतो को ऊच

र पर बना रहन स पदा होन वाल राजनीितक जोखम का सामना कर या िफर राजकोषीय बमा को ितलाजिल द द इस पर

फसला तो समझदारी स करना होगा

किम बमा को लकर बनानी होगी ठोस योजना Business standard Arificial Intelligence Conflicting views इन िदनो किम बमा (एआई) का िज भर कर िदया जाए तो एकदम अलग-अलग ितियाए सामन आती ह कछ लोग

कहत ह िक इसस रोजगार कम नही होग ब बढ़ग वही अ लोगो का कहना ह िक भारत जस दशो म अगर रोजगार मशीनो

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क हाथ म चल गए तो पहल स ा सामािजक सकट और गहरा हो जाएगा पहल खम क लोग अपन प म ई-कॉमस का

उदाहरण दत ह िजसन कई खदरा रोजगार समा अव िकए ह लिकन करयर क म बत सार रोजगार पदा भी िकए ह

इसकी वजह स लोगो म कौशल िवकास भी आ ह उदाहरण क िलए शयर टी सवाओ क वाहन चालको को ही दख उोन

अपन दम पर जीपीएस का इमाल करना और जगहो को तलाश करना सीख िलया ह यह उनक कौशल का िवकास ही तो ह

मिकजी ोबल इीट क शोध क मतािबक तकनीक क इमाल स लाखो कामगार लािजमी तौर पर नए कौशल सीखग

इसक बावजद उी समान ौोिगकी म तजी स सधार होन स भी लाखो कामगारो क िलए नए अवसर तयार होग इसम कई कम

कशल कमचारी भी शािमल ह इस खम क कई लोगो का यह भी मानना ह िक जब तक मशीन सोचन-िवचारन म अम ह तब

तक मानवीय म का कोई िवक हो ही नही सकता हालािक मशीनो क सोचन िवचारन सबधी भी उतना ही ासिगक ह

िजतना िक यह िक ा पनडया त तर सकती ह उदाहरण क िलए िटन की एक किम बमा कपनी न हाल ही म

अपन कटर ोाम अा गो की एक खबर दी िजसन गो नामक खल म िव िवजता को परा िकया वष 2011 म आईबीएम

ारा िनिमत और किम बमा और सानाक किटग पर आधारत एक ोाम वॉटसन न एक ज शो म इसानो को

परा िकया था यह ोाम इसानो की तरह सोच सकता ह और सवालो क जवाब द सकता ह

Opposing view

वही दसरी ओर िजन लोगो को लगता ह िक इसकी वजह स सामािजक सकट आ सकता ह उनका िवचार एकदम अलग ह ऐस

लोगो म स एक ह अमरकी कटर िवानी जरी कपलान उोन अपनी िवचारोजक पक iumlम नीड नॉट एाई म

भिव की एक ऐसी तीर पश की ह जहा मशीनो क अितमण क बाद की दशा का वणन ह ब क ऑफ अमरका मरल िलच

क एक शोध म कहा गया ह िक कई दश ऐस मोड़ पर पच रह ह जहा रोबोट का इमाल करना िकसी मानव िमक की तलना म

15 फीसदी तक सा होगा रपोट म कहा गया ह िक सन 2025 तक दिनया का 45 फीसदी िविनमाण रोबोट क हाथ म होगा

िफलहाल यह र 10 फीसदी ह

CASE STUDY IBM आईबीएम का उदाहरण लत ह जो एक ट ट ीच इजन महया करा रहा ह यह एकदम सही ढग स ितिया दता ह जब फोन

करन वाल नाराज होत ह तो यह भी बत उािहत होकर जवाब नही दता जरा सोिचए यह िकसी कॉल सटर क कमचारयो पर

कसा असर डालगा इतना ही नही िशण क भिव की तीर भी काफी अलग हो सकती ह कापलन कहत ह िक

ौोिगकी बत बड़ पमान पर िशको की थानाप बन सकती ह इसक िलए िफलहाल यह वथा ह िक छा घर पर

ऑनलाइन िशको क ाान सनत ह और सीखत ह इसक बाद व ल म िशको और िशण सहायको की मदद स गह काय

परा करत ह भिव म शायद ाान क िलए िशको की आवकता ही न हो बस व एक सीिमत भिमका म रह जाएग जािहर

सी बात ह ौोिगकी क साथ नई चनौितया आएगी और िशको की समा और बढ़गी

INDIA amp AI Policy इस परी बहस क बीच भारत कम स कम एक ऐसी नीित तो ला ही सकता ह जो

एआई नवाचार को सही ढग स आग बढ़ाए यहा दो बात ह पहला िशा

वथा और दसरा कौशल और रोजगार म बाजार पर किम बमा क

असर की बात करत ए कपलान एक किठन खड़ा करत ह ा मौजदा

िशण वथा परानी पड़ चकी ह ोिक रोजगार की कित तजी स बदल रही

ह और कौशल बत अहम हो चका ह सरकार को बत तजी स ीय नवाचार

पर गौर करना होगा तािक िविनमाण म चालन पर काम हो सक और

िविवालयो और ाटअप क साथ रोबोिट क म साझदारी की जा

सक ऐसी वथा लाग करनी होगी िजसकी मदद स ऐसा कौशल पाया जा

सक जो भिव क िलहाज स बहतर होगा चीन पहल ही इस िदशा म काफी

बड़ी छलाग लगा चका ह उसन एक िनजी फम बनाई ह जो ऑनलाइन

इजीिनयरग योगशाला क िनमाण का काम करगी तािक िविवालयो और

शोध सथानो क साथ िमलकर गहन अयन ौोिगकी की िदशा म आग बढ़ा

जा सक चीन न हाल ही म किम बमा को लकर िदशा िनदश जारी िकए

ह इसका ल ह सन 2030 तक इस म िव का नत करना अनमान जताया गया ह िक उस व तक एआई उोगो का

उादन म 148 अरब डॉलर का होगा इसस पहल िक बत दर हो जाए हम जाग जाना चािहए

सिवदा किष को ोािहत करना किष क िलए सजीवनी

िकसान की बदहाली की वजह

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िकसान की बदहाली की पहली वजह ह भारत म लगभग 80 फीसद िकसान छोट या सीमात िकसान ह उनक पास एक एकड़

स भी कम किष यो भिम ह िजसस उादन लागत बढ़ जाती हलिकन म कम ही िमल पाता ह उ घाटा सहना पड़ता

दसरा भारतीय किष मानसन आधारत किष होना िजसस खती िसचाई की समा स जझती ह

Contract farming as solution to above mentioned problems अनबध किष म इन दोनो ही समाओ का समाधान हो सकता ह

अनबध खती म कई छोट-छोट िकसान िमल कर एक बड़ िकसान क प म काम करत ह इसम कई िकसानो क खत िमल

जान पर जोत का आकार बढ़ जाता ह िफर इन िकसानो और िनजी खरीदार कपिनयो क बीच उादन की ा खरीद और

िवपणन की शत को पहल स तय िकया जाता ह िलहाजा सबिधत कपिनया कषको को किष लागत तकनीकी सलाह परवहन

की सिवधा आिद उपल कराती ह इसस आधारभत सरचना का िवकास हो पाता ह इसस िकसान गणवा वाल उाद एक

समय अविध म उािदत कर पात ह

Benefit of Contract Farming इस खती का सबस बड़ा फायदा यह ह िक चाह िकतना भी छोटा िकसान हो वह भिमहीन नही हो पाएगा अकसर िकसान

फसल उादन क बाद कज क बोझ स दब जाता ह और भिम बचकर भिमहीन हो जाता ह लिकन इसम कपिनयो क साथ

िनधारत समय क िलए अनबध होन क कारण ऐसा नही हो पाएगा

सिवदा किष िनजीकरण को बढ़ावा दगा और किष म ावसाियकता लायगी फलतः किष अिधक ितध बनगी इसस

िनित ही खतीबाड़ी म सधार दखन को िमल सकगा

इसस किष की बरोजगारी स िनजात िमल सकगी दरअसल दश म परपरागत किष णाली म काम कछ महीन ही रह

पाता ह बाकी महीन कषक बरोजगार ही होत ह लिकन अनबध किष म वािनक तरीक स किष होगी िजसम िकसानो

को िविभ कार की फसल उगान का मौक़ा िमल सकगा

अनबध किष उादन को बढ़ान म भी सहायक होगी सबिधत कपिनया िकसानो को नई तकनीक महया कराएगी

नतीजतन बजर खत भी उपजाऊ बन सक ग कपिनया खााो की ोरज मता को बढ़ान क िलए भी खच कर सक गी

Challenge of Contract Farming अनबध किष म िकसानो क सम कछ चनौितया भी ह

समय पर भगतान की समा कपिनयो और िकसानो क बीच उ िववाद िकसानो का शोषण आिद समाए आ सकती

ह इसक िलए एक आदश कानन की जरत ह

सरकार अनबध किष को बढ़ावा द तो यह िकसान क िलए वरदान सािबत हो सकता ह

वष 2011 की जनगणना को ही ल तो ितिदन 2000 िकसान खती छोड़ रह ह एक अयन क अनसार कवल दो फीसदी

िकसानो क ब ही किष को अपना पशा बनाना चाहत ह इसक बतर कारण ह उनकी समाओ की अनदखी स कई राो

म िकसान आदोलनरत ह लगातार िकसानो की आहा की रपोट भी सरकार को जगान म नाकाम रही ह

िनय ही अनबध किष एक िवक हो सकता ह लिकन सवाल ह िक सरकार इसका िकतना फायदा उठा पात ह एक तरफ

सरकार सरकारी कमचारयो को 108 कार क भ उपल कराती ह और दसरी ओर दश क अदाताओ को कवल lsquoनतम

समथन मrsquo जसा लालीपाप थमा दती ह एक अयन क अनसार ग और चावल की पदावार करन वाल 30 फीसदी िकसान

ही नतम समथन म का फायदा उठा पाती ह सरकार सभी िकसानो क अनाज को नही खरीद पाती िलहाजा 70 फीसदी

िकसानो को बाज़ारो म ही औन-पौन दामो म अपनी फसल को खपाना पड़ता ह सवाल ह िक िकसानो को भी सरकारी

कमचारयो की तरह भ उपल ो नही करवान चािहए कम स कम बिनयादी जरतो वाल चार भ तो होन ही चािहए

मसलन- गह भा िचिकीय भा िशा भा तथा याा भा इसक अलावा कषको क िलए lsquoआय नीितrsquo का भी ावधान होना

चािहए lsquoनतम समथन मrsquo स समान प स सभी िकसान फायदा उठा नही पात साथ ही किष को ावहारक बनान क

िलए lsquoअनबध किषrsquo को अपनान पर जोर द तािक िकसानो की सफलता की सभावना को अिधकतम िकया जा सक

तल कीमतो को लकर हम िकतन िचितत हो भल ही िडट रिटग म सधार हो रहा हो लिकन अतररा ीय बाजारो न हाल ही म हम पर जो नई गगली फ की ह वह िचता क िलए

पया वजह दती ह क तल की कीमतो म तज बढ़ोतरी दखन को िमली ह India amp Oil

दश म तल की जरत का 80 फीसदी आयात करना होता ह और साहसी स साहसी नीित िनमाता या अथशाी भी यह

मानगा िक जन स तल कीमतो म आई 40 फीसदी की समिकत वदिघ हमारी अथवथा को अव भािवत करगी

अगर क तल की कीमतो म ित बरल 10 डॉलर तक की बढ़ोतरी होती ह तो चाल खात क मौजदा र म 4-45 आधार

अको का इजाफा हो सकता ह

माीित 45 आधार अक तक ऊपर जा सकती ह इसक अलावा भी असर पड़ सकता ह हम तल कीमतो म िगरावट का

काफी लाभ िमला ह वष 2014 स 2016 क बीच हमारी अथवथा को इसका काफी लाभ िमला ह अब हम उस लाभ क

सहार आग बढऩा होगा

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ऐस म यह दखना उपयोगी हो सकता ह िक तल क दामो म तजी हम िकतना नकसान पचा सकती ह यह बात दो बातो पर

िनभर करती ह

पहला नकसान का आकलन पहल ही िकया जा चका ह और दसरा अितर नकसान इस बात पर िनभर करगा िक तल

िकस हद तक ऊपर जाता ह

अितर नकसान इस बात पर िनभर करगा िक यहा स कीमत िकतनी ऊपर जाकर थर होगी ा हम अगल एक साल

तक 100 डॉलर ित बरल की दर पर खरीद कर ग या 65-70 डॉलर

तल कीमतो की सीमा की बात कर तो जन क बाद स इनकी कीमत का ख एकतरफा तजी का रहा ह ऐसा इसिलए आ ह

ोिक तल िनयातक दशो क सगठन ारा िनधारत कटौती की माा का अनपालन बढ़ा ह उदाहरण क िलए जन म वािवक

कटौती उस कटौती का 80 फीसदी रही िजस पर सहमित बनी थी अबर म उादको न िमलजलकर अपनी ितबदघता स

ादा कटौती की चिक ओपक मलतौर पर सऊदी अरब क नत वाला पिम एिशयाई समह ह ऐस म इस म बढ़त तनाव

का असर इस पर दखा जा सकता ह इसक सद दशो की सरकारो पर यह दबाव होगा िक व अपन नागरको को बहतर

थित म रख इसम रोजगार सजन और बिनयादी िवकास स लकर सामािजक योजनाओ तक तमाम मानक शािमल ह जब

उनका राजकोषीय य बढ़गा तो उनको भी अितर आय की जरत होगी जो तल स आएगी इन दशो क िलए तल राज

ा का बड़ा जरया ह ऐस म कीमतो म बढ़ोतरी का अनमान लगाया जा सकता ह

अी खबर यह ह िक राजकोषीय नफा-नकसान स िनरप कीमत म िपछल कछ समय म िगरावट आई ह यहा चिकत करन

वाली बात ह िक यह िनरप र सबस ादा सऊदी अरब क िलए घटा ह इसस पता चलता ह िक सऊदी अरब की

अथवथा न अपन उादो म तजी स िविवधता उ की ह यानी अब उसकी सरकार तल पर उतनी िनभर नही ह िजतनी

पहल थी कछ िवषको का दावा ह िक सऊदी अरब अपन बजट को तल की 70 डॉलर ित बरल स कम कीमत पर भी

सभाल सकता ह वह ऐसा कह भी रहा ह यह म ताािलक जरत ह ोिक वहा की कपनी सऊदी अरामको को वष

2018 म त होन वाल आईपीओ म अा माकन चािहए

सवाल यह ह िक तल कीमत कहा जाकर थर होगी आम समझ कहती ह िक कीमत 65 डॉलर क आसपास रहगी गर ओपक

बड़ दश मसलन स आिद बड़ पमान पर आपित करना श कर दग ईरान की िनरप दर 55 डॉलर ित बरल क आसपास

ह ऐस म सी दशो क साथ तनाव बढऩा तय ह बहरहाल अमरका इस बाजार को भािवत कर सकता ह ोिक कछ मौजदा

िवसगितया जस िक मौसम आिद भिव म अमरकी आपित क माग म बाधा नही रहगी अतररा ीय ऊजा एजसी (आईईए) का

मानना ह िक वष 2018 म पारपरक अमरकी आपित और शल गस की आपित दोनो थर रहग शल गस का उादन बीत

कछ सालो क दौरान अिनितता क घर म आ गया था लिकन अब इसम कोई समा नही ह और आन वाल सालो म इसम सधार

होगा इसस जड़ी तमाम आशकाए िनमल सािबत ई ह डलास फडरल रजव न गत माच म एक रोचक सवण िकया िजसम

उसन मौजदा शल उादको तथा सभािवत नए कारोबारयो स पछा िक उनक िलए इस कारोबार म कौन सी दर नफा-नकसान

स िनरप रहगी मौजदा कारोबारयो न कहा िक डटीआई ड क िलए 38 डॉलर ित बरल (ट ड क िलए 41 डॉलर)

की दर और नए कारोबारयो न कहा िक इसक िलए 55 डॉलर ित बरल की दर उिचत रहगी

इसस यही सकत िमलता ह िक तल कीमतो म िगरावट आ सकती ह बहरहाल माग म भी इजाफा हो रहा ह चीन इसम अहम

भिमका िनभाएगा ोिक उसकी माग बत ादा ह माना जा रहा ह िक भिव की माग वदिघ म आधी िहदारी चीन की

रहगी लोलआब यह िक हमार िलए तल कीमत 55 स 65 डॉलर ित बरल क बीच रह सकती ह यानी औसतन 60 डॉलर ित

बरल बाजार म तजी क िहमायितयो को नवीकरणीय ऊजा बाजार पर नजर रखनी चािहए यहा कछ बात ान दन लायक ह

वष 2016 म िबजली मता बढ़ान क िलए सोलर फोटोवॉक तकनीक का योग इस हद तक आ िक वह ताप िबजली को

पार कर गया बीत पाच सालो म सौर ऊजा और पवन ऊजा की नीलामी कीमत तजी स कम ई ह ऐस म यह भी नही कहा जा

सकता ह िक नवीकरणीय ऊजा धीर-धीर अपनी िहदारी बढ़ाएगी

यवाओ को रोजगार जरी Dainik_Jagran कीर क यवाओ का क ीय वाताकार क साथ िमलकर उनस रोजगार उपल करवान का मा उठाना यह दशाता ह िक रा

म बरोजगारी िकस कदर बढ़ रही ह िचता का िवषय यह ह िक घाटी क कई यवाओ न रोजगार न िमलन पर पािकान की शह

पर आतकवाद का राा चन िलया

ढाई दशक स जारी आतकवाद क कारण हजारो यवक मौत क आगोश म समा चक ह म की गभीरता को दखत ए इस

पर क व रा सरकार दोनो को ही मथन करन की आवकता ह इस समय रा की जो थित ह वह िकसी स िछपी

नही ह

गर अिधकारक आकड़ो क अनसार रा म इस समय छह लाख स अिधक बरोजगार यवा ह इनम डॉर इजीिनयर भी

बड़ी सा म शािमल ह यह सही ह िक कछ िदन पहल रा की ममी न भी यवाओ को रोजगार दन क िलए रा

सवा भत बोड और लोक सवा आयोग को चयन िया म तजी लान क िनदश जारी िकए थ

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िवचारणीय िवषय यह ह िक ा मा दस स बीस हजार यवाओ को सरकारी नौकरी दकर बरोजगारी की समा का

समाधान सभव ह

अब सरकारी नौकरी स आग कौशल िवकास की ओर जान की जरत ह दो िदन पव कीर क दौर पर आए भारतीय

टीम क पव कान मोह िसह धौनी न भी कीर क यवाओ को रोजगार क िलए कई िवको पर िवचार करन की

सलाह दी थी िवडबना यह ह िक अभी तक रा सरकार पयटन को रीढ़ की ही कह कर इसी म रोजगार उपल

करवान पर जोर दती आई ह

What to be done बहतर होगा अगर सरकार पयटन क साथ-साथ बागवानी किष क अलावा उोग थािपत करन पर भी जोर द इसक िलए यह

जरी ह िक ममी य पहल कर बाहरी राो क िनवशको को यह िवास िदलाए िक यहा पर हालात सामा ह अगर

रा म उोगो को बढ़ावा िमलगा तो इसस बरोजगारो को भी रोजगार िमलन म मदद िमलगी वही क ीय वाताकार स भी

यवाओ को उीद ह िक वह क व दश सरकार को यवाओ क िलए रोजगार और बहतर िशा उपल करवान की माग पर

गभीरता स िवचार करन क िलए िववश कर ग रोजगार िमलन स यवाओ की ऊजा को भी सकाराक िदशा िमलगी

समानता का नट (Net Neutrality)

भारतीय दरसचार िनयामक ािधकरण यानी ट ाई न मगलवार को नट-ट िलटी यानी नट-िनरपता क प म कई तरह की िसफारश की

ह िजनक लाग होन स उपभोाओ को काफी लाभ होन की उीद जगी ह ट ाई न लबी जोजहद और तमाम कपिनयो स िवचार-िवमश क

बाद कहा ह िक

इटरनट सिवस दाता कपिनयो क लाइसस-करार म सशोधन करन की जरत ह

िनयामक सथा न कहा ह िक कोई भी सामी वबसाइट टफाम एीकशन अटचमट या सचार साधन का उपयोग करन क िलए

इटरनट सवा दाता अलग-अलग श नही तय कर सकत और न ही धनउगाही क िलए नट को धीमा तज या बद िकया जा सकता ह

िक ट ाई की य िसफारश ऐस व आई ह जब दिनया भर म नट-िनरपता को लकर अिभयान चल रहा ह अिभयान क समथको का

कहना ह िक अमरका ाजील नीदरलड जस कई दश हजहा नट-िनरपता का पालन होरहा ह तो िफर भारत समत दसर दशो म इस

लाग ो नही िकया जा सकता ट ाई की िसफारश ागत-यो ह य लाग हो इटरनट सवाओ तक सबकी समान प स पच हो

पाएगी

Background एअरटल न 2014 म इटरनट क जरए फोन कॉल करन पर अलग स श वसलन का फसला िकया था िजस बाद म ट ाई

और उपभोाओ क िवरोध क कारण टाल िदया गया इसी तरह कछ दसरी कपिनयो न वाटसएप ीटर आिद क िलए

अलग स श लन की तयारी कर ली थी जािहर ह ऐसी कोई भी योजना उपभोा अिधकारो क उलट ह श वसलन

म समानता और पारदिशता पहली शत ह लिकन नट सवा दाता कपिनयो की इस ाचारता क खलाफ जब ट ाई न

आम लोगो स राय जाननी चाही तो उसक सामन तकरीबन चौबीस लाख लोगो न इटरनट की आजादी यानी ट िलटी क प

म अपनी राय जािहर की तब स दश भर म नट-िनरपता क िलए समथन बढ़ता ही गया ह

Significance of this आज क दौर म इटरनट सवा एक ब-उपयोगी जरत बन गई ह तमाम कामकाज इस पर िनभर होत गए ह सरकार

खद िडिजटलीकरण क प म ह ऐस म अगर नट सवा सवसलभ और सी नही की जाएगी तो आम उपभोा को ही

इसका खिमयाजा भगतना होगा िविच ह िक एक तरफ परी दिनया म भमडलीकरण का जोर ह और इटरनट इसका बड़ा

उपयोगी उपकरण हजो सभी को एक साथ जोड़ रख सकता ह लिकन दसरी तरफ उस महगा और भदभावकारी बना

िदया गया ह कछ कपिनया गरीबो क िलए भी इटरनट क इमाल की योजनाए ला रही थीलिकन इसम भी एक धोखा

िछपा था जरत ह िक फसबक जसी सोशल साइट हो या कोई और सब पर समानता का िनयम लाग हो ट ाई की

िसफारश तरता स लाग हो व महज शोभा की व होकर न रह जाए तभी उपभोाओ का कछ भला हो सकता ह

खा सरण क िवकास पर हो जोर Recent report by world think tank and India बीत 21 नवबर को उोग मडल एसोचम और िशकागो की िव िस एकाउिटग फम ाट थॉटन ारा सय प स कािशत

अयन रपोट म कहा गया िक भारत म खा सरण (फड ोसिसग) स िकसानो की आय म भारी सधार क साथ-साथ

What is Net Neutrality

िसात प म यह माना जाता ह िक समची इटरनट सवा एक खल यातायात की तरह ह और िकसी भी उपयोगकता को िबना िकसी भदभाव क और

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रोजगार व की उल सभावनाए ह रपोट यह भी कहती ह िक वष 2024 तक भारत क खा सरण म 33 अरब

डॉलर का नया िनवश आकिषत करन और 90 लाख नए रोजगार अवसर सिजत करन की मता ह

इसी तरह िपछल िदनो नीित आयोग न भी lsquoभारत की ामीण अथवथा म सरचनाक बदलाव का रोजगार तथा व पर

भाव नामक परचचा प म कहा िक िकसानो को फसल क अ म क िलए सीध कारखानो स जोड़न और ामीण ो म

रोजगार व क िलए खा सरण सबस उपय ह रपोट क अनसार बीत चार दशक क दौरान दश की ामीण

अथवथा म सात गना व ई लिकन रोजगार दोगन भी नही बढ़ ह ऐस म खा सरण म सधार स किष व सबिधत

ो म बड़ी माा म रोजगार सिजत हो सकत ह

India Food Processing Industry भारत म खा सरण क तहत पाच ह डयरी फल व सी सरण अनाज का सरण मास-मछली एव पो ी

सरण तथा उपभोा वए जस पकटबद खा और पय पदाथ

नवीनतम आकड़ो क अनसार भारत दिनया का सबस बड़ा द उादक दश ह भस क मास पालत पशओ और मोट अनाज क मामल

म भी भारत सबस बड़ा उादक ह

भारत का फलो और सयो क उादन म दिनया म दसरा म ह

भारत कल खाा उादन म भी िव म दसर थान पर ह लिकन भारत म खा उादन क सरण का र िव क अ दशो की

तलना म बत कम ह

दश म कल खा उादन का मा 10 ितशत िहा सरत िकया जाता ह जबिक ितवष 40 फीसदी फसल न हो जाती ह

िव म खा सरत वओ क कल िनयात म भारत की िहदारी मा 22 ितशत ह भारत स खा सरत वओ क िनयात

म मााक ि स भी काफी कमी आई ह 2012 म यह िनयात 3653 अरब डॉलर म का था जो 2016 म घटकर 2919 अरब डॉलर

रह गया जबिक ऐस उादो का आयात लगातार बढ़ा ह

वत खा सरण किष और िविनमाण दोनो ो का एक महपण घटक ह खा सरण की वजह स उपज का अिधकतम

इमाल सिनित हो पाता ह तथा सरत वए उपभोाओ तक सरित व साफ-सथरी थित म पचती ह खा सरण कई

अ पजी आधारत उोगो की तलना म ादा रोजगार दान करता ह

Government effort for Food Processing sector खा सरण स सबिधत नौ मगा फड पाक सचािलत हो रह ह जबिक 41 फड पाक को मजरी िमली ह

इसी तरह दश म 100 स अिधक शीत भडारण खलाए कायरत ह जबिक 236 क िलए मजरी दी गई ह सरकार न िनिद

फड पाक म अलग-अलग खा सरण इकाइयो को सा कज उपल करान हत रा ीय किष और ामीण िवकास

बक (नाबाड) म 30 करोड़ डॉलर म क एक िवशष खा सरण कोष की थापना की ह

रजव बक न भी खा और किष आधारत सरण व शीत भडारण इकाइयो को किष गितिविधयो म शािमल करत ए

उनस सबिधत ऋण को ाथिमकता वाल म शािमल िकया ह

ीम फॉर एो मरीन ोसिसग एड डवलपमट ऑफ एो ोसिसग स क िवकास क िलए 6000 करोड़ पए की

रािश मजर की गई ह इन यासो क साथ-साथ खा सरण को ोाहन दन क िलए बीत 21 नवबर को सरकार न

लॉिज को बिनयादी ढाच का दजा िदया ह

दश-दिनया क किष िवशषो का मानना ह िक भारत म खा सरण उोग को िवकिसत करन क िलहाज स काफी

सभावनाए ह लिकन अब तक खा सरण उोग स न तो िकसानो की खशहाली क अाय िलख जा सक ह और न ही

पया रोजगार अवसर िनिमत हो पाए ह वािषक औोिगक सवण क अनसार दश म पजीकत खा सरण इकाइयो

म 1741 लाख कायरत ह जबिक अपजीकत खा सरण म 4790 लाख लोगो को ही रोजगार िमला आ ह

Challenges in front of Food Processing sector in India दश म खा सरण क सम जो समाए व चनौितया ह उनका ज स ज िनदान जरी ह तभी इस म

िनिहत सभावनाओ का पया दोहन िकया जा सकता ह

अपया परवहन और भडारण सिवधाओ क कारण खत स खा वए कारखानो तक और कारखानो स सरत

वए उपभोा तक पचन म काफी नकसान भी हो जाता ह

खतो का रकबा बत अिधक बटा आ होन तथा नई तकनीक व ियाओ की अपयाता तथा कशल िमको की कमी भी

खा सरण उोग को भािवत कर रही ह

िविभ दशो ारा लाग िकए गए ापार सबधी कड़ तकनीकी अवरोधको क कारण भारतीय खा सरण उादो की

िनयात मता पर भी असर पड़ा ह

What to be done िनसदह खा सरण को दश क िवकास का आधार बनान क िलए कई बातो पर ान दना जरी ह सरकार ारा

िचत फड पाक को िवरीय बिनयादी व शोध सिवधाओ परीण योगशालाओ िवकास क ो तथा परवहन िलकज क

साथ मजबत बनाना होगा बहतर खा सरा व गणवा माणन वथा तकनीकी उन लॉिजक सधार पकिजग

गणवा और ऋण की आसान उपलता की मदद स खा सरण म काफी सधार लाया जा सकता ह खा सरत

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उादो क िनयात को ोािहत करन क िलए विक म-ाखलाए थािपत करन क मनजर ढाचागत व सथागत

सहायता उपल कराई जाए खा सरण क आकार और बढ़ोतरी की सभावनाओ को दखत ए भारत की उोग और

ापार नीित को भी उसी िहसाब स तय करना जरी ह बहतर होगा िक क रा सरकारो स यथोिचत सलाह-मशिवरा कर

रा ीय खा सरण नीित तयार कर हम आशा कर िक क व रा सरकार खा सरण क िवकास म आ रही

बाधाओ को दर करन की िदशा म तजी स काम करगी ऐसा करन पर िनित प स खा सरण दश म किष पदावार

व िकसानो की आय बढ़ान क साथ-साथ रोजगार व म भी सहायक होगा

ओी चवात न एक बार िफर बता िदया ह िक आपदा बधन क मोच पर हम िकतन लापरवाह

ह तकरीबन दो ह पहल भारत क सबस दिणी िह - तिमलनाड क काकमारी और करल क ितवनतपरम िजल क तटीय

इलाक म ओी चवात न तबाही मचाई थी और तब स यहा क सकडो मछआर लापता ह थानीय आबादी क िलए यह

हािलया सालो की बड़ी आपदा सािबत ई ह तो वही इसन एक बार िफर जता िदया ह िक भारत म आपदा बधन का मोचा

िकतना कमजोर ह

पहली बात तो यही ह िक भारतीय मौसम िवभाग न चवात की चतावनी काफी दर स दी थी हालािक इसस पहल उसन

lsquoकम दबावrsquo का बनन की चतावनी जर जारी की लिकन रा आपदा बधन स जड़ अिधकारयो न इसको तवो

नही दी थी

यही नही चवात गजरन क बाद राहत बचाव काय भी दर स श आ इसक साथ ही थानीय मछआरा समदाय क नता

आरोप लगात ह िक इस काम म कम सा म नावो और हलीकॉरो को लगाया गया था िजनम राहत-बचाव क जरी

उपकरणो की भी कमी थी

Relax attitude and reactive machinery बगाल की खाड़ी स तलना कर तो अरब महासागर म चवाती तफान अममन कम ही आत ह शायद यह भी एक वजह रही िक

इस तरफ का आपदा बधन त परी तरह तयार नही था और ओी न उ बरी तरह चौकाया भी इसक उलट बगाल की

खाड़ी म 2013 क दौरान फिलन और 2014 म दद चवात उठा था तब मौसम िवभाग न समय रहत इसक आग बढ़न क

रा की जानकारी उपल करवा दी थी इसस तटीय इलाक का थानीय शासन पहल स तयार था और उसन बड़ पमान पर

यहा स लोगो को सरित थानो पर पचा िदया था

2013 म उराखड आपदा और 2014 म ीनगर बाढ़ की बात कर तो तब मौसम िवभाग न भारी बारश की चतावनी जारी की

थी लिकन बाद म रा सरकारो न िशकायत की िक यह चतावनी अ थी और इसक चलत व पहल स तयारी नही कर पाए

हाल क सालो म मौसमी उतार-चढ़ाव काफी तज हो गए ह और इनक चलत चवाती तफान या भारी बारश जसी आपदाओ का

िसलिसला बढ़ गया ह ऐस म यह बत जरी ह िक मौसम िवभाग और रा आपदा बधन िवभागो क बीच एक च तालमल

हो

What measures will be taken बताया जा रहा ह िक ओी क बाद करल सरकार न तटीय इलाको म सचार की वथा मजबत करन का फसला िलया ह

िफलहाल गहर सम म मछली पकड़न वालो तक पच क िलए कोई सचार वथा नही ह करल सरकार की योजना ह िक वह

इसरो क सटलाइटो क माम स इन ो म सचार का दायरा बढ़ाएगी तािक िकसी भी सभािवत आपदा की पव सचना मछआरो

को दी जा सक तटीय इलाक जहा लाखो लोगो क िलए मछली पकड़ना आजीिवका का साधन ह म ऐसी सिवधाओ पर िनवश

आिथक प स एक बहतर फसला ह जहा तक ओी चवात की बात ह तो इसस भािवत समदायो-परवारो तक अब तरत

राहत पचान और इनक पनवास की जरत ह

दश क उोगो म बढ़ा आिटिफशल इटिलजस का योग बात जब ऐसी तकनीक की आती ह जो जम-जमाए उोग म तफान मचा द तो आनवाल सालो म किम बमा (एआई यानी

आिटिफिशयल इटिलजस) की तती बोलन वाली ह और भारतीय कारोबारयो न िविभ उोगो म रयल टाइम यजस

एपीरएस (वािवक समय म योा क अनभव) को बढ़ान क िलए इसका इमाल श भी कर िदया ह

फोरर क उपा और मख िवषक थॉमस सोन का कहना ह िक एआई की लोकियता दिनयाभर म बढ़ रही ह

ोिक यह उादकता और ापार दशन को बढ़ानवाली कई णािलयो म सधार करता ह

फज और आतकवाद स जड़ सामियो को हटान स लकर स-ड ाइिवग कारो क िलए िवशाल आकड़ो म स काम की

जानकारी चनन स लकर फसबक पर ऐस लोगो की पहचान करन म जो अवसाद क िशकार ह या आहा कर सकत ह

एआई मख भिमका िनभा रहा ह यहा तक िक नासा भी अपन अतर सचार को मजबती दान करन तथा नई शोध व

छानबीन म एआई का योग कर रहा ह

एआई आधारत उपकरण तजी स लोकियता ा कर रह ह और इनका इमाल िदन ब िदन बढ़ता जा रहा ह माइोसॉ न जलवाय परवतन को कम करन की िदशा म काम कर रह लोगो क हाथ म एआई ौोिगकी महया करान क िलए अगल पाच

सालो म 5 करोड़ डॉलर की रकम लगान का वादा िकया ह

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बात जब भारत की आती ह तो एआई ना िसफ ाट िडवाइसो को िवकिसत करन म मख भिमका िनभा रहा ह ब सरकार और

कॉरपोरट दोनो क िलए अपन अितम योा क साथ जड़ाव बहतर बनान म भी मख भिमका िनभा रहा ह

भारतीय रल िसन फल होन की सभावना को ख करन क िलए एआई की मदद स रमोट कट ोल मॉिनटरग कर रही ह इसम एआई

िसल फल की सभावना को पहल ही भाप लता ह

भारत म कई िवीय सथाओ न अपनी परचालन ियाओ म एआई का योग श कर िदया ह एआई की मदद स बक चटबॉट का िनमाण

कर रह ह जो ाहको क साथ सवाद करत ह और मवान आकड़ा इका करत ह

माच म अपन लािचग क बाद स किम बमा (एआई) पर आधारत रोबोट lsquoइवाrsquo का िनमाण एचडीएफसी बक न बगल की कपनी

ससफोथ एआई रसच की मदद स िकया था इवा न अब तक 530000 यिनक यजस क साथ 12 लाख सवाद िकया ह और करीब 27 लाख

पछताछ का जवाब बड़ी आसानी स िदया ह

मख एआई बिकग टफाम पजो न भारतीय ट बक (एसबीआई) क िलए एक चट सहायक िसया लाच िकया ह जो ाहको की पछताछ

का तरत जवाब दती ह और रोजना क बिकग काय म िकसी बक कम की तरह ही उनकी मदद करती ह िसया हर सक ड 10000 और एक

िदन म 864 करोड़ पछताछ का जवाब द सकती ह

घड़ी िनमाता टाइटन न अपन ई-कॉमस ोर पर यवाओ स अी तरह सवाद करन क िलए चटबॉट उतारा ह

जनप क एक अयन क मतािबक कपिनयो क 88 फीसदी वर अिधकारयो को यह उीद ह िक एआई ौोिगकी अगल तीन सालो म

बहतर ाहक अनभव महया कराएगी

िसिट क उपा और कट ी मख (भारतीय उपमहाीप) मकरद जोशी न आईएएनएस को बताया ldquoभारतीय वसाय आज सिय प

स ियाओ को सचा बनान क िलए एआई और मशीन लिनग एोरदम की तरफ दख रह ह ापार एआई का ितध लाभ हािसल

करन और विक अथवथा म लाभदता बढ़ान क िलए उपयोग कर रह हrdquo

घरल आिथक बदलाव क िलए एआई को काम म लान की सभावनाओ का पता लगान क िलए वािण मालय न अग म एक 18 सदीय

कायबल का गठन िकया था जो िविभ ो म िवकास क िलए एआई का लाभ उठान की सभावनाओ का पता लगाएगा

एआई क उभरत म यवाओ को ताल िशित करन की जरत को समझत ए इटल इिडया न इस 40 िशण सथानो स भागीदारी

की ह जो इस ौोिगकी का योग वािनक शोध म कर रह ह इसक अलावा इटल इिडया न 50 िनजी और सरकारी सथानो स साझदारी की

ह िजसम ई-कॉमस हकयर ौोिगकी रा बिकग और िवीय सवा क सथान शािमल ह

कपनी न इस साल एआई क म 90 सथानो क 9500 डवलपरो छाो और ोफसरो को िशित िकया ह

इटल क डटा सटर समह क डटा वािनक (एआई और िवषण) बॉब रोगस न बताया ldquoएआई की मताओ की मदद स मन हकयर

बिकग और िव परवहन ऊजा और रोबोिट क म बहद कम समय म बत सार असाधारण काम िनपटा सकता ह यह दखना

िदलच होगा िक समय क साथ एआई िकस प म िवकिसत होता हrdquo

गगल भी दश म एआई क म लिनग टफाम रलसाइट और शिणक सथान यडािसटी क साथ िमलकर 13 लाख डवलपरो और छाो

क िलए एक नए छावि कायम की घोषणा की ह

इस छावि स छाो को उत शिणक पाम तक पच हािसल करन म मदद िमलगी िजसस एआई समत अ उभरती तकनीको क

म उ रोजगार िमलन की सभावना बढ़गी

दश म एआई को न िसफ बड़ी कपिनया अपना रही ह ब छोटी और मझोली कपिनया (एसएमबी) भी इसका योग कर रही ह

एचपी इक क म इजीिनयर चकात पािटल न बताया ldquoएआई जसी ौोिगकी न िसफ भारत म आपित-माग की खाई को पाटन म बड़ी

भिमका िनभा सकती ह ब ामीण आबादी को भी सश बनान म बड़ी भिमका िनभा सकती ह जहा ा और िशा सिवधाओ का

घोर अभाव ह इस करन क िलए सबस पहल हर िकसी को एक-दसर स तकनीक क माम स जोड़ना होगाrdquo

साल 2017 म फसबक और िटर न अपन टफाम पर फज खबरो और आतकवाद स जड़ी सामियो स िनपटन क िलए एआई की तनाती

की कई कार िनमाताओ न स-ड ाइिवग वाहन क िवकास म एआई ौोिगकी का योग कर रह ह भारतीय बको न एआई की मदद स

चटबॉट बनाया ह

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रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी व Businee_Standard भारत क िलए रोजगार क अवसर पदा करना िवकास की सबस बड़ी चनौती माना जाता ह यह राजनीितक हलको म भी िववाद का एक मख

कारण ह आकड़बाज रोजगार पर नोटबदी क असर को लकर तक -िवतक कर रह ह लिकन य तक -िवतक बकार ह ोिक रोजगार क

आकड़ो की हमारी णाली व बारीक सचनाए महया नही कराती ह जो अकािलक झानो को उनकी वजहो स जोडऩ क िलए जरी ह No real change in Employment data

यह णाली रोजगार और बरोजगारी पर जो बिनयादी सचनाए महया कराती ह उसम भी एक समयाविध म या िविभ आिथक थितयो म बत

कम अतर नजर आता ह एनएसएस क पाच वषय सवण और अब म रो क सालाना सवण बरोजगारी क र म मामली बदलाव

दशात ह और कल आकड़ो म कोई झान नजर नही आता ह असल बात यह ह िक भारत म कोई भी खल तौर पर बरोजगार नही

रह सकता िज म बाजार म थायी रोजगार नही िमल पाता व कोई अथायी काम करत ह या परवार क काम-धध म जट जात ह म

बाजार की दशाए उस आय वग क यो क अनपात म उतार-चढ़ाव या झान स दिशत की जा सकती ह जो काम करन क िलए तयार

ह य दशाए बरोजगारी दर को दिशत नही करती ह इसक बावजद रोजगार सजन की रणनीित का पता लगान क िलए रोजगार सजन

क वतमान झानो क कछ आकलनो की जरत होती ह हाल का एक अयन (1) 1999-2000 स 2011-12 तक क झानो का सकत

दता ह यह अविध ऊची व का चरण ह म बल की सालाना व 1999-2000 स 2011-12 क दौरान घटकर 14 फीसदी पर आ गई

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जो 1983-84 स 1999-2000 क दौरान 18 फीसदी थी इसकी एक वजह बो और मिहलाओ की कम म भागीदारी दर थी आबादी म

यवाओ की तादाद बढऩ क बावजद कामगार आबादी म यवाओ म सा म इसी अनपात म बढ़ोतरी नही ई इसिलए इतनी बड़ी कामगार

आबादी का फायदा नही िमल पाया भारत की िजन दशो स तलना की जाती ह उनक मकाबल हमार यहा कम पढ़-िलख कामगारो (2011-

12 म अिशित या अिशित बराबर कामगार 266 फीसदी) की सा आनपाितक प स ादा थी और कॉलज िशा ा कामगारो का

अनपात भी आनपाितक प स ादा था (2011-12 म 122 फीसदी) सगिठत की िहदारी और थायी रोजगार म बढ़ोतरी स

रोजगार की थितया सधरी ह रोजगार म सगिठत की िहदारी 2011-12 म बढ़कर 257 फीसदी हो गई जो 1999-2000 म 17

फीसदी थी इसी तरह थायी रोजगार 2011-12 म बढ़कर 214 फीसदी हो गया ह जो 1999-2000 म 17 फीसदी था वष 1999-2000

और 2011-2012 क बीच सगिठत म ित कामगार आय म 23 फीसदी और असिगठत म 42 फीसदी सालाना बढ़ोतरी ई

1999-2000 और 2011-12 क बीच काम म मिहला-पष असमानता कम ई ोिक मिहलाओ क िलए रोजगार दशाओ म पषो की

तलना म ादा सधार आ हाल क झान कम अनकल नजर आत ह ोिक म रो का सालाना रोजगार-बरोजगारी सवण दशाता ह

िक बरोजगारी बढ़कर 2015-16 म 5 फीसदी पर पच गई ह जो 2011-12 म 38 फीसदी थी एक िवषक (2) का अनमान ह िक 37 स

55 लाख lsquoरोजगार का नकसानrsquo ह रोजगार म िकतना बड़ा अतर ह भारत उस र पर िकतनी ज पच सकता ह जहा कोई िछपी

बरोजगारी न हो और काम करना चाहन वाल सभी लोग उिचत वतन और अी काय दशाओ पर रोजगार हािसल कर सकत ह मानव

िवकास अयन सथान न उपय अनमानो का हवाला दत ए कहा ह िक वतमान आिध कामगार सा 117 करोड़ ह इसम स 52

करोड़ को काम स हटाया जा सकता ह और इसस उादन को कोई नकसान भी नही होगा 52 करोड़ इस समय कामगार आबादी म

शािमल नही ह लिकन व काम करन म सम ह और करना चाहत ह वही 13 करोड़ सिचत बरोजगार ह इस सरस कामगार आबादी म

हर साल 60 स 80 लाख की बढ़ोतरी होगी ा हम हर साल 16 करोड़ लोगो को उपय कामो म खपा सकत ह और 2030 तक पण

रोजगार का ल हािसल कर सकत ह

मथानॉल को बढ़ावा दन क िलए lsquoमथानॉल इकॉनमी फडrsquo बनाएगी सरकार घटगा तल आयात

नीित आयोग न साल 2030 तक क तल क आयात म सालाना 100 अरब डॉलर की कमी का ल

रखा ह सरकार दशी तौर पर तयार मथानॉल को बढ़ावा दन क िलए lsquoमथानॉल इकॉनमी फडrsquo पर िवचार कर रही ह जो

2030 तक भारत क क तल क 10 फीसदी आयात का थान ल सकता ह इसस क तल क िबल म करीब 30 फीसदी

की कटौती होगी सड़क परवहन और राजमाग मी िनितन गडकरी न गवार को यह जानकारी दी

मथानॉल पािलसी क तहत पट ोल म 15 फीसदी मथानॉल िमलान की बात रखी गयी ह |

लोकसभा म मथनॉल पर बयान दत ए गडकरी न कहा िक नीित आयोग न lsquoमथनॉल अथवथाrsquo क अितम रोडमप म

साल 2030 तक क तल क आयात म सालाना 100 अरब डॉलर की कमी का ल रखा ह गडकरी क हवाल स एक बयान म कहा गया ldquoइस नवीनीकत वकक ईधन को बढ़ावा दन क िलए एक lsquoमथनॉल इकॉनमी फडrsquo

पर चचा की जा रही ह अतदशीय जलमाग और समी म मथनॉल अथवथा म पातरण को लकर ज ही किबनट नोट

जारी कर िदया जाएगाrdquo

2030 तक क तल क आयात म 10 फीसदी कमी करन का ल उोन कहा िक नीित आयोग क रोडमप क मतािबक उनका ल अकल मथनॉल क जरए क तल क आयात म साल 2030 तक

10 फीसदी कमी करन का ह

गडकरी न कहा ldquoमथनॉल और डाइमथाइल दोनो भारत म पट ोल और डीजल स स ह िजनका योग कर भारत अपन ईधन क

िबल म साल 2030 तक 30 फीसदी की कमी कर सकता हrdquo

उोन कहा िक दशी ईधन की लागत करीब 19 पय लीटर ह जो िक िकसी भी उपल ईधन िवक स कम स कम 30 फीसदी

सा ह

1 पहल आधिनकीकरण ही चनौती 2 1 India need to upgrade its fire capacity and need to include advance fleets in its airforce

Dainik_tribune Indian air force and talent shortage भारत-पाक क बीच ए तीन यो म अद साहस

और रण कौशल क बलबत िवजय पताका लहरान वाली भारतीय वायसना आज िवमानो की कमी का सामना कर रही

ह आय िदन होती लड़ाक िवमानो की दघटनाए िशित पायलटो की म बहद िचता की बात ह सिवधा सान व

आकषक वतन की चाह म यवाओ क बरा ीय किनयो की ओर बढ़त लगाव न भी वायसना म यो पायलटो का

सकट पदा िकया ह िनजी एयरलाइ की तजी स बढ़ती सा न सकट म और इजाफा िकया ह 3 Rising accidents बीत 24 नवर को तलगाना क िनकट वायसना का िकरण िशण िवमान दघटना आ यह इस

साल का नौवा िवमान हादसा था इसस पहल 28 िसतर को हदराबाद म एक ट नी िवमान 6 जलाई को जोधपर म एक

िमग-23 4 जलाई को अणाचल म एडवाड लाइट हलीकॉर 15 माच को राजथान म सखोई -30 और 14 माच को

इलाहाबाद म चतक हलीकॉर श आ था कछ बरस पहल तक तकरीबन सह सौ िवमानो क बड़ वाली भारतीय

वायसना म लड़ाक िमग जगआर सखोई आिद िवमानो क अलावा एएन 32 आईएल 76 आईएल 78 बोइग या एवरो जस

टब ोपन आिद परवहन व मालवाहक िवमान थ जबिक बीत सालो म ही वायसना क बड़ म दर तक मार करन वाल

मीरोल यक िवमान िचनक हलीकॉर और हवा स हवा म ईधन भरन वाल उिकान म िनिमत आईएल 78 व नए

परवहन िवमान भी शािमल ए ह बीत दस सालो म तकरीबन सौ िवमान हादस क िशकार ए ह औसतन हर साल नौ

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स िवमान दघटना क िशकार होत ह असिलयत म वायसना न सबस ादा दघटनाओ म िमग और सखोई िवमान ही

गवाए ह वस जगआर एएन-32 िकरण ट नर िवमान परवहन िवमान सी-30 एमआई-17 और चतक हलीकॉर भी

दघटना ए ह इसका सबस म कारण िवमानो का खाहाल होना और उनक रखरखाव म िढलाई समय पर

उनकी मरत न होना व तकनीकी किमयो तथा नौजवान अिधकारयो क बीच समय सहयोग व सामज का पणत

अभाव ह Sukhoi amp Mig and their Vulnerability वायसना क बड़ म सबस ादा लड़ाक िवमान िमग और सखोई ह

इनम िमग-21 व िमग-27 की तादाद ादा ह इन िवमानो की दशभर म 14 ाडन ह 2014 तक इ सवाम िकया

जाना था नए िवमानो की आपित म दरी क चलत परान िमग िवमानो स ही काम चलाया जा रहा ह Need for

Modernisation वायसना म कल 42 ाडन म स कवल आज 32 ाड न ही ियाशील ह एक ाडन म तकरीबन 20

िवमान होत ह दस ाडन खाली पड़ ह कल 200 िवमानो की कमी का वायसना सामना कर रही ह सखोई िवमान

वायसना का आधिनक िवमान ह लिकन यह काफी परान हो चक ह और इनम काफी तकनीकी िदत आ रही ह 1997

स 2017 क बीच सात सखोई िवमान हादस क िशकार य रामी न य ससद म ीकार िकया िक 34 बार ऐसी भी

नौबत आई जबिक सखोई का एक इजन हवा म ही बद हो गया इसी क चलत सौ म स 55 िवमान ही सवा म ह नय 272

सखोई िवमानो की खप आन म तकनीकी िया की वजह स दरी हो रही ह आन वाल कछक सालो म 36 राफल

िवमान भी भारतीय वायसना क बड़ क िह बन जायग लिकन उसम भी अभी दर ह वायसना क हलीकॉर बड़ म

इस समय 250 िकलोमीटर की रार स 560 िकलोमीटर की दरी तय करन वाल 150 स अिधक एमआई-17 हलीकॉर ह

रा मालय भी ीकार करता ह िक 40-45 फीसदी िवमान हादस तकनीकी खराबी क कारण होत ह भिव म िजस

तरह क य होग उनम अित आधिनक बउशीय िवमानो की बहद जरत होगी इसकी चतावनी तो बरसो पहल पव

वायसना माशल ऑफ िद एयरफोस अजन िसह द चक ह उनका मानना रहा िक भारतीय वायसना को न कवल

अित आधिनक िवमान चािहए ब व समिचत सा म होन चािहए अित आधिनक बउशीय िवमान भारतीय

वायसना क िलए इसिलए भी आवक ह यह जर ह िक इसकी कीमत करीब 250 करोड़ स भी बत अिधक यानी

करोड़ो म ह यह सोच लना गलत होगा िक बउशीय िवमान पारपरक लड़ाक िवमानो की जरत परी कर दग अब

दखना यह ह िक वायसना इस सकट का सामना कस करती ह सबस बड़ी िचता कीमती िवमान क साथ अित कशल व

िशित पायलट स हाथ धोन की ह उसकी भरपाई हो नही सकती इसिलए इन मो पर िवचार करना जरी ह

बताया जाता ह िक भारतीय वायसना क आधिनकीकरण हत 200 स अिधक िवमानो की जरत ह िफर 126 मी रोल

यक सखोई व राफल िवमानो क वाय सना म परी तरह शािमल होन पर यो पायलटो की जरत होगी अभी 83

तजस िवमानो की खरीद की िया जारी ह

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए िदवाला समाधान िया) िनयमन 2016 और

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए फा ट क िदवाला समाधान िया) िनयमन

2017 म सशोधन

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (आईबीबीआई) न 31 िदसर 2017 को (i) भारतीय

िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए िदवाला समाधान िया) िनयमन 2016 और भारतीय िदवाला एव

िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए फा ट क िदवाला समाधान िया) िनयमन 2017 म सशोधन कर िदए ह

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िनयमनो क अनसार िकसी भी समाधान योजना क तहत उस धनरािश क िविश ोतो की पहचान करन की जरत ह िजसका

उपयोग असहमित य त करन वाल ऋणदाताओ क बकाया परसमापन म का भगतान करन म िकया जाएगा सशोिधत

िविनयमो क अनसार इस उ य क िलए lsquoअसहमित य त करन वाल िव तीय ऋणदाताrsquo स आशय एक ऐस िव तीय ऋणदाता स ह

िजसन समाधान योजना क खलाफ मतदान िकया या ऋणदाताओ की सिमित ारा अनमोिदत समाधान योजना पर ए मतदान स

अपन को अलग रखा सशोधनो क अनसार सचना ापन म lsquoपरसमापन मrsquo का खलासा करना आवक नही ह िदवाला एव

िदवािलयापन सिहता 2016 और िविनयमो क अनसार समाधान योजना की ा क बाद समाधान सबधी ोफशनल ऋणदाताओ

की सिमित क क सद स यह वचन लन क उपरात उस परसमापन म दान करगा िक सबित सद परसमापन म

की गोपनीयता बनाए रखगा और इस तरह क म का उपयोग वय को या िकसी अ को अनिचत लाभ पचान या

अनिचत हािन क िलए नही करगा इसक अलावा अतरम समाधान ोफशनल या समाधान ोफशनल जसी भी थित हो

परसमापन म की गोपनीयता बनाए रखगा सशोधन क अनसार कोई भी समाधान आवदक सिहता क ावधानो क अनसार

समाधान योजनाओ सबधी आमण म िदए गए समय क भीतर समाधान ोफशनल को समाधान योजना त करगा इसक

फल वप सिहता और िविनयमो क ावधानो क अनसार िजतनी जी हो सक उतनी ज दी ऋणदाताओ की सिमित िकसी

समाधान िया को बद करन म सम होगी

भारत फकगा नई जान Unsuccessful conclusion of WTO amp Indian steps िपछल िदनो नस आयस (अटीना) म आयोिजत िव ापार सगठन (डटीओ) क 11व मिरीय सलन म खा सरा

क म पर वाता असफल हो गई ह अतएव भारत न खा सरा और किष सबधी अ मो पर डटीओ क अमीर और

िवकासशील दशो की छठी मिरीय बठक फरवरी 2018 म बलाई ह िजसम डटीओ क 40 सद दशो क भाग लन की

उीद ह इस बठक म डटीओ क तहत बपीय ापार म नई जान फकन क तरीक भी ढढ जाएग डटीओ म भख एव

खा सरा क मसल पर अमरका और िवकिसत दशो क नकाराक रवय क िवरोध म ायोिचत माग क िलए अगवाई करत ए

भारत क ारा आयोिजत की जा रही लघ मिरीय बठक की ओर परी दिनया की िनगाह लगी ई ह गौरतलब ह िक डटीओ

क नस आयस सलन म भारत न कहा िक दश की गरीब आबादी को पया अनाज महया करान स जड़ खा सरा

कानन स वह कोई समझौता नही करगा भारत की ओर स यह भी कहा गया िक खा पदाथ क सावजिनक भडारण का थायी

हल िनकाला जाना चािहए यह बात महपण ह िक इस सलन म िवकासशील दशो क समह जी-33 क 47 दशो न किष म पर

भारत को परा समथन िदया साथ ही खा सरा कायम पर भारत और चीन म भी एकता दखी गई लिकन इस सलन म

अमरका और यरोपीय यिनयन की नकाराक भिमका रही भारत क ारा उठाई गई खा सरा की माग को लकर इन दशो न

एक साझा र पर पचन स न कवल मना कर िदया वरन य दश खा भडारण क म का थायी समाधान ढढन की अपनी

ितबता स भी पीछ हट गए Objective of WTO उखनीय ह िक डटीओ दिनया को िनयत गाव बनान का सपना िलय

ए एक ऐसा िनयत सगठन ह जो दिनया म उोग ापार एव वािण को सहज एव सगम बनान का उ रखता ह 1

जनवरी 1995 स भावी आ डटीओ कवल ापार एव बाजारो म पच क िलए श सबधी कटौितया तक सीिमत नही ह

यह िनयत ापारक िनयमो को अिधक कारगर बनान क यास क साथ-साथ सवाओ एव किष म ापार पर बातचीत को

ापक बनान का ल भी सजोए ए ह लिकन न कवल नस आयस म वरन डटीओ क गठन क बाद िपछल 22 वष म यह

पाया गया ह िक डटीओ क तहत अमरका और अ िवकिसत दशो की ाथपण गटबदी न किष एव औोिगक टरफ कटौती

सिहत कई मो पर िवकासशील दशो क िहतो को ान म नही रखा ह

इस सगठन स दिनया क िवकासशील दशो को कई साथक लाभ ा नही ए ह भारत जस िवकासशील दशो को सवाओ

एव किष उादो सिहत अनक सामानो क िनयात म भारी परशािनयो का सामना करना पड़ा रहा ह ात अथशाी एव नोबल

परार िवजता जसफ ई टज का कहना ह िक डटीओ का एजडा एव उसक परणाम दोनो ही िवकासशील दशो क

खलाफ ह यह पाया गया ह िक अमरका और िवकिसत दश आिथक सरणवाद की अिधक ऊची दीवार खड़ी करत जा रह ह

आऊटसोिसग जस सरणवादी कदम क अलावा अतररा ीय ापार को पयावरण सरण स जोड़न की कोिशश कर रह ह

िवकिसत दशो म घरल र पर नौकरयो को बढ़ावा दन की अतमखी नीित का पर भारत सिहत िवकासशील दशो क िलए

एक बड़ी आिथक चनौती बन गया ह वत िवकिसत दशो क वीजा रोक और कई वओ क आयात िनयतसबधी ितबध

डटीओ क उ क ितकल ह यही कारण ह िक िवकासशील दशो क करोड़ो लोग जोर-शोर स यह कह रह ह िक जब

डटीओ क तहत पजी का वाह परी दिनया म खला रखा गया ह तो सवा एव म क म वाह और गरीब की खा सरा पर

िवकिसत दशो क ारा तरह-तरह क ितबध अनिचत और अायपण ह यहा यह भी उखनीय ह िक डटीओ क सद दशो

न सडी सीमा श म कटौती ापार की अ बाधाओ को दर करन क िलए 2001 म दोहा दौर की ापार वाता श की थी

िजस वष 2004 म समा होना था परत यह वाता िवकिसत एव िवकासशील दश क आिथक िहतो की टकराहट क कारण अब तक

परी नही ई ह मिरीय वाताओ की असफलता की वजह यह ह िक अमरका सिहत कई िवकिसत दश अपन िकसानो को भारी

सडी जारी रखना चाहत ह लिकन व अपा कर रह ह िक िवकासशील दश िकसानो की सडी कम कर और गरीबो की

खा सरा को भी कम कर नस आयस म िपछल िदनो स डटीओ क मिरीय सलन की असफलता की वजह भी

यही ह लिकन डटीओ क मिरीय सलनो की किष मो पर बार-बार असफलताक बाद भी हम यह मानना ही होगा िक

अभी भी दिनया क तमाम दशो क िलए आपसी ापार का एक साझा ताना-बाना होना जरी ह डटीओ सद दशो की

सा तजी स बढ़कर 164 हो जाना इस बात का सबत ह िक डटीओ की वथा िनयत ापार की सरलता और िनयत

ापार बढ़ान क िलए अब भी महपण ह इसक अभाव म उलझनो और िदतो स भरी ई िपीय िवदश ापार समझौत की

राह ही बचती ह िजसक चलत दिनया अलग-अलग ापार समह म बट सकती ह चिक डटीओ क नस आयस सलन म

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भारत ारा उठाई गए खा सरा और खा पदाथ क सावजिनक भडार क ायोिचत म को ान म नही रखा गया ऐस म

भारत क ारा खा सरा स जड़ िवकासशील दशो की आवाज को डटीओ क तहत आग बढ़ान क िलए फरवरी 2018 म

आयोिजत की जान वाली लघ रीय बठक साथक िस हो सकती ह आशा की जानी चािहए िक भारत क ारा अभतपव प स

खा सरा पर आयोिजत की जान वाली डटीओ दशो की लघरीय इस बठक की ायोिचत आवाज डटीओ क आगामी

मिरीय सलन म िवकिसत दशो को लचीला रवया अपनान क िलए बा करगी

नमािम गग परयोजना म ा ह अड़चन A new technique by IARI

A new technique ha been developed by IARI for cleaning of GANGA which is enviournment friendly and do not harm ecology of area Business_Standard Ganga amp Cleanliness दश की सबस पिव नदी गगा को िफर स एव िनमल बनान क िलए श की गई नमािम गग परयोजना की स रार की

एक म वजह यह ह िक इसम लगातार गद पानी की आवक हो रही ह गगा तट क आसपास क शहरो को लगातार कहा जा रहा

ह िक व गद पानी को साफ करन क िलए सय लगाए लिकन इसक बावजद उन शहरो का गदा पानी िबना शोधन क नदी म िगर

रहा ह जल शोधन सयो को लगान और चलान की ऊची लागत उन मख वजहो म स एक ह िजसकी वजह स य शहर गद पानी

को गगा म छोडऩ स पहल साफ करन म कम िदलची िदखा रह ह Whatrsquos Solution A new Technology by IARI इस समा

स पार पाना काफी हद तक सभव ह यह काम ादा लागत और िदत वाली वतमान परपरागत तरल-अपिश शोधन पित क

थान पर गद पानी को साफ करन की आसान और िकफायती तकनीक स सभव ह यह तकनीक नई िदी थत भारतीय किष

अनसधान सथान क जल ौोिगकी क (डटीसी) न िवकिसत की ह इस नई जिवक जल शोधन तकनीक म पड़-पौधो एव

कई स जीवो का इमाल िकया जाता ह िजनम अशताओ को अवशोिषत करन और पानी को श बनान का कदरती गण

होता ह इसस 50 स 65 फीसदी लागत तो बचती ही ह साथ ही इसस गद जल को साफ करन क काम को लाभद बनान क िलए

राज भी िमलता ह सबस अहम बात यह ह िक इसम िकसी रसायन ऊजा कशल कमचारयो और िकसी इनपट की जरत

नही होती कवल पौधो का बीजरोपण करना होता ह इस णाली म इमाल िकया जान वाला सदाबहार पौधा टाइफा

लाटीफोिलया ह इस पौध म दषक तो को अवशोिषत करन और अपनी जड़ो क आसपास पानी म ऑीजन की माा बढ़ान

और गद पानी को साफ करन का कदरती गण होता ह यह पौधा जल को श बनान वाल स जीवो क सार को बढ़ान म भी

मददगार ह िजसस जल की गणवा को सधारन क िलए रसायनो और जल म ऑीजन बढ़ान वाल उपकरणो की कोई जरत

नही होती ह परपरागत गदा जल शोधन सयो म रसायनो और ऑीजन की माा बढ़ान वाल उपकरणो का ही इमाल होता

ह नई णाली म 80 स 99 फीसदी तक धात अश भी ख हो जाता ह यह परपरागत तरीको स सभव नही ह नई तकनीक को

िवकिसत करन म अहम भिमका िनभान वाली डटीसी परयोजना िनदशक रवी कौर अशता दर करन म टाइफा पौधो और

उनस जड़ स जीवो को िकडनी क समान बताती ह कौर क मतािबक गगा म छोड़ जा रह गद जल को डटीसी तकनीक की

मदद स साफ करन की कल लागत कवल 1300 करोड़ पय आएगी जो परपरागत तरीको स करीब 10430 करोड़ पय आएगी

इसक अलावा डटीसी शोधन सय लगान क िलए जमीन की जरत परपरागत सयो की तलना म बत कम होगी इसक

अलावा पयटको को लभान क िलए इन सयो को पयावरण अनकल ईको-पाक म तील िकया जा सकता ह ोिक इन निदयो म

वासी पी बड़ी तादाद म आत ह सामा गदा जल शोधन सयो म बदब आती ह लिकन नई तकनीक आधारत सयो म कोई

बदब नही आती ह इसकी वजह यह ह िक जल की अशता दर करन की िया िमी की सतह क नीच होती ह िजसम रसायनो

का कोई इमाल नही होता ह य रसायन ही बदबदार गस उिजत करत ह नई णाली की एक कािबलगौर चीज यह भी ह िक

यह टाइफा आधारत सय गाद पदा करन क बजाय जव ईधन पदा करता ह िजस ईधन क प म इमाल करन क िलए

अी गणवा क पािटकल बोड या एनज िकट और पलट म तील िकया जा सकता ह इस उ क िलए टाइफा क ऊपरी

िहो को हर चार माह बाद काटा जा सकता ह यह पौधा िफर स बढ़ जाता ह इसक अलावा नई तकनीक आधारत गदा जल

शोधन सयो म मपालन को शािमल कर आिथक ितफल बढ़ाया जा सकता ह मछिलयो क िलए पोषक आहार गटन और

जगटन इन इकाइयो क तालाबो म खब फलत-फलत ह मपालन अनसधान सथान क साथ िमलकर िकए गए योगो म यह

सामन आया ह िक ऐस समत गदा जल शोधन उमो म मछिलयो का उादन तलनाक प स अिधक और अी गणiumlवा

का होता ह यह मछली उादन जहरील अशो स म होता ह अपन कई फायदो की वजह स डटीसी गदा जल शोधन

तकनीक न 2017 म ॉच िटनम परार जीता ह यह ितित नागरक परार बड़ा बदलाव लान वाल नवोष क िलए

िदया जाता ह इसस पहल ससद की किष पर थायी सिमित न इस तकनीक की उपयोिगता स सहमित जताई और िदसबर 2014 म

ससद म पश अपनी रपोट म इस दशभर म इमाल िकए जान की lsquoपरजोर िसफारशrsquo की शहरी िवकास मालय न भी 420

शहरो को भजी सलाह म गद जल क शोधन म इस तकनीक क इमाल की िसफारश की थी अब नमािम गग परयोजना को

गगा की ता एव िनमलता बहाल करन क िलए इस तकनीक का लाभ उठाना चािहए

3 आिथक असमानता भारत म िसफ 1 फीसदी अमीरो क पास ह 73 फीसदी नई सपि

आिथक असमानता दश की आय म अमीरो और गरीबो क बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही ह इटरनशनल राइटस प

ऑफम न यह सव जारी िकया ह

- असमानता की िचताजनक तीर पश करत ए सव म बताया गया ह िक साल 2017 म अिजत दश की 73 फीसदी सपि पर दश

की एक फीसदी आबादी न का कर िलया इस सव म बताया गया ह िक 67 करोड़ भारतीयो की सपि म महज एक फीसदी का

इजाफा आ ह

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- यानी दश की करीब आधी आबादी की सपि महज एक फीसद बढ़ी और एक फीसदी आबादी न 73 फीसदी सपि पर का कर

िलया िलहाजा अमीरी और गरीबी का अतर और भी बढ़ गया ह सव म कहा गया ह िक भारत की कल सपि का 58 फीसदी

िहा िसफ एक फीसदी अमीरो क पास ह जो दिनयाभर म सबस ादा ह परी दिनया म यह आकड़ा 50 फीसदी था

वही विक र की बात कर तो दिनयाभर म अिजत की गई कल सपि का 82 फीसदी िहा िसफ एक फीसदी क पास गया ह

जबिक 37 िबिलयन आबादी की सपि म कोई परवतन नही आया ह जो कल आबादी का आधा िहा ह

- इस साल क सव म यह भी पता चला ह िक 2017 क दौरान भारत क एक फीसदी अमीरो की सपि म 209 लाख करोड़ पए की

व ई ह य क सरकार क 2017-18 क कल बजट क बराबर ह

रवॉड वक नोट व शीषक स ओफम न यह सव जारी िकया ह रपोट म बताया गया ह िक कस दिनयाभर म अमीरो की

सपि म लगातार तजी स बढ़ रही ह जबिक करोड़ो लोग गरीबी रखा क नीच सघष कर दो जन की रोटी क िलए मशत कर रह

रपोट म कहा गया ह िक 2017 म अरबपितयो की सपि म अािशत इजाफा आ ह ऑफम रपोट क मतािबक िपछल साल

दश म 17 नए अरबपित बन ह इस तरह दश म कल अरबपितयो की सा 101 हो गई ह भारतीय अरबपितयो की सपि बढ़कर

207 लाख करोड़ पए स ादा हो गई ह जो िक सभी राो िक ा और िशा बजट क 85 फीसदी क बराबर ह

कायथल पर लिगक समानता (gender equality) कायम करन की कीमत What cost we have to bear for gender equality at working places Business_Standard आम बजट म मिहला कमचारयो क भिव िनिध अशदान को मानक 12 फीसदी स कम करक 8 फीसदी करन का ाव रखा

गया ह जबिक िनयोा क अशदान म कोई बदलाव नही ह ा 4 फीसदी का यह अतर और अिधक मिहलाओ को कपिनयो म

रोजगार की ओर ल आएगा इसकी सभावना नही ह आइए जानत ह ो पहली बात यह ोाहन इतना ादा नही ह िक

मिहलाए इसकी बदौलत अचानक रोजगार तलाशना श कर द यह बात याद रखन लायक ह िक एक व था जब करदाता

मिहला कमचारयो को पषो की तलना म ादा डड िडडन का लाभ िमलता था हालािक 1990 क दशक म इस ख कर

िदया गया उस व भी हमम स अिधकाश लोगो को सतिiuml िमली थी लिकन कायथल पर लिगक समानता कायम करन की

िदशा म कोई खास मदद नही िमली सरकार न इस मसल को गलत जगह स उठाया ह जसा िक िव मी न कहा भी भिव

िनिध सबधी राहत का उ मश म मिहलाओ की भागीदारी बढ़ाना ह परत म श म मिहलाओ की भागीदारी म

लगातार आ रही िगरावट क बार िकए गए शोध स पता चलता ह िक आम धारणा क उलट मिहलाओ की भागीदरी म कमी इसिलए

नही आ रही ह िक व उ िशा ल रही ह इसक िलए सामािजक वजह भी उरदायी नही ह िव बक क जडर िवभाग की वरiuml

िनदशक करन ाउन क मतािबक ितीयक और ततीयक िशा म उ नामाकन इस िगरावट क बत मामली िह क िलए

उरदायी ह तीसरी बात इस ोाहन को सगिठत म दना कोई खास समझदारी नही ह ोिक दश क रोजगार म इस

की िहदारी बत सीिमत ह जहा तक बाद लिगक सतलन की ह तो वािवक मा आज भी वही ह जो पहल था यानी

मिहलाओ को मश म शािमल होन क िलए ोािहत करन स बड़ी समा ह कपिनयो को उ काम पर रखन क िलए

ोािहत करना हम पता ह िक मिहलाओ को काम पर न रखन क पीछ काफी हद तक भारतीय समाज म िनिहत मदवादी धारणा

िजदार ह परत इसक िलए कई अ कारक भी उरदायी ह इनम स एक मख वजह ह मिहलाओ क िलए उपय काय

परथितयो का न होना इसम न कवल यौन शोषण स सरण का मसला ह ब बहतर शौचालय और रात की पाली म काम

करन वाली मिहलाओ क िलए सरित माहौल का न होना भी बड़ी वजह ह कई फरी मािलक तो लागत बचान क िलए शौचालय

बनात ही नही ह और रात की पाली म काम करन वाल कमचारयो को परवहन सिवधा नही दी जाती व फरी क फश पर ही सो

जात ह य हालात पषो क िलए चल भी जाए तो मिहलाओ क िलए नही चल सकत इसक अलावा वह सनातन िशकायत तो ह ही

िक मिहलाओ क मा बनन पर कपनी को परी छiumlी दनी पड़ती ह और खच उठाना पड़ता ह और इस परी अविध क िलए उनका

थानाप खोजना पड़ता ह सरकार न मिहलाओ और िशशओ क ा को ान म रखत ए उ लागत तो बढ़ा ही दी साथ

ही मात अवकाश भी 12 साह स बढ़ाकर 26 साह का कर िदया 50 या उसस अिधक कमचारयो वाल सथानो क िलए

पालनाघर बनाना अिनवाय कर िदया गया ह य सभी ावधान समझदारी भर तीत होत ह ोिक भारतीय समाज म ब को

पालन की िजदारी मिहलाओ पर ही होती ह कई बड़ िनगम खासतौर पर MNC आईटी कपिनयो की अनषिगयो म वष स ऐसी

सिवधाए िमल रही ह और व अपन कमचारयो म मिहलाओ की अी खासी तादाद को लकर सचत ह सावजिनक की

कपिनया और बक भी इस मामल म उदार ह लिकन ऐस बड़ और धना सथान अपवाद ह ोिक व इस लागत को वहन कर

सकत ह सरकारी कपिनया ऐसा इसिलए करती ह ोिक व कानन का पालन करन को बा ह कई भारतीय कपिनयो खासतौर

पर छोट और मझोल उमो को यह लागत बोझ लगती ह इसिलए व मिहलाओ को काम पर रखन स ही परहज करत ह चिक

एमएसएमई अभी भी दश म रोजगार पदा करन क अहम ोत ह और तमाम लोग ऐस भी ह जो औपचारक रोजगार पर स

बाहर ह तो ऐस म सरकार क िलए बहतर यही होता िक वह भिव िनिध ावधान क बजाय कही अिधक उिचत ोाहन की

तलाश करती हम मानकर चल रह ह िक सरकार मिहलाओ को मश म शािमल करन को लकर उक ह और उनको कवल

वोट का जरया नही समझती उस िलहाज स दख तो बहतर होगा िक मात और िशश स जड़ लाभ का बोझ कपिनयो पर कम स

कम करन क िलए सरकार इस म सडी का ावधान कर परत ऐसा करन म सम आपित की समा बरकरार रहगी

परत अगर कपिनयो को मात लाभ और पालनाघर की सिवधा दन पर कर रयायत दी जाए तो कसा रह इन ावो का

ियायन करना आसान ह और इसक दपयोग की आशका भी बत कम ह ोिक मात अवकाश हमशा िचिकक क

माणप क बाद ही जारी िकया जाता ह हो सकता ह छोट उम इसक बाद भी अपन यहा लिगक सतलन कायम करन पर िवचार

न कर ोिक उनम स कई कर दायर स ही बाहर ह एक सवाल वतन भो म असमानता और ोित का भी ह पष कमचारयो

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को मिहलाओ की तलना म तजी स ोित िमलती ह य सभी अहम म ह लिकन इ तभी हल िकया जा सकता ह जब इसकी

सामिहक आलोचना श की जा सक और इतनी तादाद म हो िक वह नतीजो को भािवत कर सक म श म मिहलाओ की

िहदारी पर बात करक शआत की जा सकती ह

रा रणनीित (Defence Strategy) म आमलचल बदलाव व की माग

चीन क साथ 1962 की जग क पहल भारतीय सना की जो स मता तीन लाख जवानो स भी कम आ करती थी वह िमक प

स बढ़त ए 825 लाख जवानो तक पच गई स मता म बढ़ोतरी को मिमडल की आपात सिमित न 1964 म इस आधार पर

मजरी दी थी िक भारत को पािकान और चीन दोनो क खलाफ एक साथ लड़ाई क िलए तयार रहना होगा उसी समय वायसना म

भी लड़ाक िवमानो क 45 ाड न तयार करन को मजरी दी गई थी उसक बाद आतकवाद और घरल अशाित जसी वजहो स सना

की मता बढ़कर 12 लाख स भी अिधक हो चकी ह जबिक वायसना क ाड न की सा बढ़कर 33 ही ह नौसना की मता म

बढ़ोतरी क िलए ीकत र को अभी तक हािसल नही िकया जा सका ह

सवाल उठता ह िक 1960 क दशक क बाद हमार सरा परवश म ा ऐस बदलाव आए ह िक रा

रणनीित की समीा की जरत खड़ी हो गई ह या िफर हालात कमोबश पहल जस ही ह Read Also भारत का रा बजट दिनया क टॉप 5 बजट म शािमल रपोट इस दौरान सब प परमाण हिथयारो स लस हो चक ह चीन क पास अतर-महाीपीय बिलक िमसाइल ह िजनकी जद म

भारत का समचा भभाग ह वही भारत क पास मौजद मम दरी की बिलक िमसाइल चीन क दिणी िहो क अलावा समच

पािकान को अपनी जद म ल सकती ह भारतीय िमसाइलो की मारक मता म ज ही िवार होन की सभावना ह

पािकान क िमसाइलो की जद म उर भारत क आध इलाक आत ह िजनम राजधानी भी शािमल ह सच तो यह ह िक भल ही

िकसी दश क पास अिधक स ससाधन हो लिकन वह श प को हमला करन स नही रोक सकता ह यह दलील दी जा सकती

ह िक जमीन स चलाई जान वाली िमसाइलो को पण क पहल ही न िकया जा सकता ह या लड़ाक िवमानो को पहल ही मार

िगराया जा सकता ह लिकन इसका यह मतलब नही ह िक हिथयार अपन ल तक नही पच पाएगा चीन और भारत क पास

पनडी स चलाए जा सकन वाल परमाण हिथयार भी ह लिकन िकसी को नही मालम िक इसका बटन पहल कौन दबाएगा इस

परथित म यह माना जा सकता ह िक य तीनो दश शायद ही कछ ऐसा कर ग जो नािभकीय टकराव की थित पदा कर वस दो

दशो क बीच खली जग होन पर दाहस भर तरीक आजमाए जा सकत ह लिकन यह उीद करना हमारा भोलापन होगा िक

दिनया उनक स टकराव को उस थित तक पचन दगी हालािक समय-समय ऐस बयान आत रह ह िक भारत को एक साथ दो

मोच पर लड़ाई क िलए खद को तयार रहना होगा लिकन अभी तक यह महज शाडबर ही सािबत आ ह सप म इन तीनो

दशो क बीच ऐस स टकराव क आसार बत कम ह िजनम टको और थल सना को लब समय तक तनात करन की जरत पड़

लिकन आज स 50 साल पहल ऐस हालात नही थ िफर हमारा राजनीितक नत स जरतो क बार म नए िसर स िवचार करन

और सना क तीनो अगो क िलए नई रणनीित बनान क बार म ो नही सोच रहा ह यह एक ऐसा सवाल ह िजस हरक तक सत

भारतीय को पछना चािहए

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Indian Airforce and Preparedness इस समच िवमश का एक और पहल भी ह वायसना क परान हटर िवमानो क 45 ाड न आज क िमराज या सखोई-30 िवमानो क

बड़ की बराबरी नही कर सकत ह चतावनी दन वाली आसमानी िनगरानी णाली और ड ोन स वायसना की मता और बढ़ती ह

इसी तरह सना क जवान 1960 क दशक म िजस 303 राइफल का इमाल करत थ वह एक बार म एक ही गोली दाग सकती थी

लिकन आज की इास राइफल परानी राइफल स काफी बहतर ह उन िदनो 105 एमएम की किलबर गन सबस अिधक भरोसमद

मानी जाती थी लिकन आज 130 एमएम और 155 एमएम की किलबर गन मौजद ह नौसना क जहाजो और उनम लगन वाल मारक

हिथयारो की भी कछ ऐसी ही थित ह िनगरानी और टोह लन क काम म उपहो की मदद िमलन स नौसिनक जग क हालात

काफी बदल गए ह इस तरह दख तो 1960 क दशक की तलना म भारत क िलए जमीनी पर काफी बदल गए ह दरअसल

एक साथ दो मोच पर जग की अवधारणा ही अपन आप म सिद ह वष 1965 म चीन पािकान का अा दो आ करता था

और अमरका एव तालीन सोिवयत सघ दोनो म स कोई भी भारत का अिधक समथन नही करता था वष 1971 की लड़ाई म भी

चीन न थोड़ा-बत शोर भल ही मचाया लिकन उसन अपन दो की खाितर भारत क खलाफ मोचा नही खोला आज क दौर म

चीन खद को अमरका क सम विक श क तौर पर खड़ा करन की महाकाा पाल ए ह इसक िलए उस चार-पाच

दशको तक चतिदक गित की दरकार ह लिकन दसरो क साथ स टकराव म फसन पर ऐसा नही हो पाएगा वस डोकलाम जस

कछ वाकय हो सकत ह और चीन की बयानबाजी भी जारी रह सकती ह लिकन बड़ र पर सघष की आशका काफी कम ह उसी

तरह पािकान क साथ भी खली जग की आशका कम ह इतन वष म हम lsquoजग स कमrsquo वाल हालात की तरफ बढ़ चक ह

भारतीय सना को 1960 क दशक की तलना म अब आतकवाद-रोधी अिभयानो म अब परी िशत स लगना पड़ रहा ह इस काम म

काफी सिनको की जरत पड़ती ह और िनकट भिव म तो हालात बहतर होन क आसार कम ही ह खदजनक ह िक इस गभीर

समा क खा क िलए िजस तरह क राजनीितक यास िकए जान चािहए उनकी भारी कमी ह और हम आतकवाद क खा क

िलए स ताकत पर ही िनभर ह जबिक ऐसा नही िकया जा सकता ह दसरा िहद महासागर और िहद-शात ो म समी ताकत

की भिमका बढ़ती जा रही ह इस मामल म भारत को अपनी श और भाव दोनो बढ़ान की जरत ह आज स 50 साल पहल

नौसना भल ही दर स दखत रहन को िववश थी लिकन आज यह भारत की समी श एव भाव िदखान का मल साधन ह हवाई

एव साइबर ताकत की भिमका अब पहल स काफी अहम हो चकी ह इन बदलावो क चलत हम स योजना का खाका नए िसर स

तयार करन और बदल ए व क िलहाज स स मता म बढ़ोतरी क बार म भी िवचार करन की जरत ह हमार रा बजट

का करीब 68 फीसदी िहा राज य म ही चला जाता ह िजसम सिनको क वतन एव सब सवाओ का बड़ा योगदान होता ह

ऐस म हम जरत क मतािबक आधिनक स बल नही िमल पाएग हम ासिगक चनौितयो को ान म रखत ए अपनी स-

श का आकार तय करना होगा ा एव िशा क िलए बजट आवटन कम होन की सरत म रा क िलए अिधक धन की

माग करना िनरथक ह हम स तयारी क िबद पर एकदम नए िसर स सोचना होगा तािक नई वािवकताओ का ान रखा जा

सक वष 2018 क सरा पर को आध दशक परान पमान स परखना अजीब ह आखर अब हमारा एक दन दो िहो म

बट चका ह और दसरा दश महाश बनन की तयारी म ह उस पमान का व तो कभी का ख हो चका ह िलहाजा उसक

िहसाब स रणनीित बनाना सही नही होगा

HINDI (Optional) TEST SERIES Schedule टट

सया िनधारत दनाक पाम

1 1 जलाई भाषा खड अपश अवहटारिभक हदी दवनागरी िलिप अवधीजटपणी सिहत|)

2 8 जलाई किवता खड (कबीर सर तलसी जायसी िबहारी ग ndashाया सिहत )

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3 15 जलाई भाषा खड(खड़ी बोलीदिखनी हदी राजभाषा हदी का वािनक एव तकनीक िवकास टपणी

सिहत

4 22 जलाई किवता खड (िनराला साद अय मिबोधनागाजन दनकर ाया सिहत |)

5 29 जलाई ग खड (कहानी नाटक उपयास िनबध एव आलोचना का िवकास ग क अय िवधाए

(समरणरपोताज आद )गोदान +मला आचल दा महाभोज

6 5 अगत middot (सािहय इितहास ) आदकाल भिकाल रीितकाल भारतदयग िवदी यग छायावाद

आद टपणी सिहत )

7 12 अगत गितवाद योगवाद नई किवता समकालीन किवता नवगीत अकिवता टपणी सिहत )

8 19 अगत (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

9 30 अगत (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

10 9 िसतबर (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

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Page 2: THE CORE IAS - GShindi 3.pdf6 न ड न क च न त स ज झ रह भ रत क च त 7नई तकनीक का डर: पर डाइवरलेस कार

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MAINS ANSWER

WRITING 50+ Classes

(100+Hrs) for

UPSCUPPCS

Second Batch from 23

July Evening time

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Contents

िवान एव ोोिगकी 1आिटिफिशयल इटिलजस स हो सकगा रोगो का सटीक इलाज

2 नए-नए आयाम तय करता भारतीय िवान

3 Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology (SEXTANT) ा ह 4 एक

साथ हो रहा सपरमन मन और चहण

4भारत म 64 फीसदी एटीबायोिट सरकार की मजरी क िबना ही िबक रह ह रपोट

5Artificial intelligence को ापक पमान पर अपनान का व

6न ड न की चनौती स जझ रह भारत की िचता

7नई तकनीक का डर पर ड ाइवरलस कार

8 ा मददगार होन क बावजद आिटिफिशयल इटिलजस हम तीसर िव य की तरफ धकल सकती

9Robot Are they dangerous for Jobs

10काणकारी हो किम बमा

11ाउड फिडग किम बदिघमा और मशीन

12 किम बमा को लकर बनानी होगी ठोस योजना

13दश क उोगो म बढ़ा आिटिफशल इटिलजस का योग

ऊजा पयावरण इािद

1 वष 2022 स पहल परा होगा रएबल ऊजा का उादन ल

2 भारत क िलए िमथनोल अथवथाः ऊजा सरा मक इन इिडया तथा श काबन भाव

3 Over The Barrel An energy agenda for 2018

4 BBIN मोटर वाहन समझौत न िफर स गित पकड़ी

5 अय ऊजा बनाम कोयला

4 पयावरण को लील रहा शहर का दायरा नकसान की म वजह अिनयोिजत शहरीकरण

5 Saving the environment and the economy

6 भारत वन थित रपोट 2017 (India state of forest report 2017)

7 कोयला खान उगल सकती ह सोना Coal Privatisation

8 गम की चतावनी (Heat Stress)

9 भीषण जल सकट की डरावनी आहट (Severity of water crisis)

10 पानी की िफ

11 िवलय और ऊजा सरा

12 बचाए बद-बद पानी

13 ऊजा सरा पर ान स भारत होगा बलवान

14 बढ़त कचर की चनौती स िनपटना

15 जलवाय परवतन क नतीज

16 ऊजा परतता स चािहए आजादी

17 भारत का परमाण ऊजा कायम

18 lsquo भारत अिभयानrsquo का दसरा चरण lsquoकड़ा बधनrsquo

19 सौर ऊजा को सलभ बनान इस म पारदिशता लान

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20 भजल तर (Ground water level) म लगातार िगरावट

21 पयावरण सरण को रोजगार स भी जोड़गा सीपीसीबी

22 आिखर पयावरण इतना मायन य रखता ह

23 परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर

24 जल पर सवदनशील बन समाज

25 कचरा बधन म सधार य नह

26 खत म फसल क साथ सौर ऊजा भी पदा करना जरी

27 दषण क िखलाफ पहल

28 दली म य छाई ह जहरीली धध जान वजह और उपाय

नमािम गग परयोजना म या ह अड़चन A new technique by IARI

आतरक सरा

1अपया ह मानव तकरी कानन (Human trafficking law)

2 य दली म मिहला क िलए पिलस क बीच भी खद को असरित महससकरन क वजह मौजद ह

रोजगार एव िवकास

1रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी वि

2िवीय पारदशता म राय को भी बनाना होगा भागीदार

3 आवयक सधार RBI-NPA-Insolvancy

4 भारत क नई चताएAmerica and duty on steel

5 छोट उोग पनप तो सधरगी अथवथा

6 िबना रोजगार का कौशल

7 कारोबार का माहौल NITI AYOG REPORT

8 उभरत भारत म िवत तीय समावशन

9 भारत म पष क मकाबल मिहला क बरोजगारी (Women Unemployment) अचानक य बढ़न

लगी ह

10 िनयात बन सकता ह िवकास का इजन

11 छोट उोग क चता कर सरकार

12 रोजगार क कसौटी और िवकास

13 टड अप इिडयाrsquo योजना भी लॉप होन क रात पर

14 यह रोजगार िवहीन िवकास ही तो ह

15 िनजीकरण घाट स मि का िवकप

16 यवा को रोजगार जरी

आपदा बधन

1 मबई हादस क सबक

2बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

3 2050 तक 143 करोड़ लोग को ाकितक आपदा क वजह स अपना घर बार छोड़ना पड़ सकता ह िव

बक

4आसमान स बरसता मौत का कहर

5पानी क फतरत स िखलवाड़ का नतीजा ह बाढ़

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6 बाढ़ जिनत समया का बधन

7मबई का सकट

8बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

9ओखी चवात न एक बार फर बता दया ह क आपदा बधन क मोच पर हम कतन लापरवाह ह

किष एव सिधत म

1 किष म िनजी पजी क ह फायद अनक

2पीडीएस को खम कर दगा डीबीटी

3किष को ावहारक और लाभकारी बनान क िलए रणनीितया

4Why are farmers distressed across India

5एककत खती स िमल सकता ह जमीन का अिधकतम लाभ

6ldquoकिष 2022- doubling farmer income

7गोबर ामीण जीवन क तकदीर बदलन क साथ खती को बना सकता ह लाभ का वसाय

8पजाब हरयाणा उरर दश और राीय राजधानी दलीक म फसल अवशष क यथाथाीन बधन

क िलए किष मशीनरी ोसापहन को मजरी

9किष यीकरण को बढ़ावा दन क उय स किष यीकरण उपिमशन ारभ

10दध ाित म िनिहत किष क सबक

11ई-नाम सधार

12कसान क आमदनी बढ़ान क िलए कदम

13कसान को चािहए साहिसक सधार

14जिवक खती ही उपाय

15नदय को जोड़न म चनौितया कम नह

16सिवदा किष को ोसािहत करना किष क िलए सजीवनी

17खा सकरण क िवकास पर हो जोर

बजट-

1 बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात

2िव वष म बदलाव

साइबर तथा इरनट-

1इटरनट क डाटा पर जद पाना होगा काब नह तो बढ़ जाएगी चता

2िनजता क सरा का सवाल

3अिधकार और सरा क नई लड़ाई

4समानता का नट (Net Neutrality)

मीिडया-

1 Media क सरा और लोकत

बिकगिव व अवसरचना

1 बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात 1इटरनट क डाटा पर ज पाना होगा काब नही तो बढ़ जाएगी िचता

2िनजता की सरा का सवाल

3अिधकार और सरा की नई लड़ाई

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1परवहन क जीवन रखा बन जलमाग

2 अथवथा म सधार क िलए मजबत हो दरसचार

3 ई-वाहन क बजाय ई-परवहन पर दया जाए यान

4आवयक कत अपया Recapitalisation step

1घरल कामगार क िलए कानन

2तल का िसयासी मोल

3तल कमत को लकर हम कतन चितत ह

4 भारतीय दवाला एव दवािलयापन बोड (

5आथक असमानता भारत म िसफ 1 फसदी अमीर क पास ह 73 फसदी नई सपि

6कायथल पर लिगक समानता (gender equality) कायम करन क कमत

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SCIENCE TECH 1आिटिफिशयल इटिलजस स हो सकगा रोगो का सटीक इलाज

आिटिफिशयल इटिलजस िचिकक अब दय सबधी रोगो स लकर क सर का सटीक इलाज कर पाएग यह सब सभव हो सकगा आिटिफिशयल इटिलजस

तकनीक स

डॉर िफलहाल दय सबधी रोगो का पता लगान क िलए िदल क धड़कनो(हाटबीट) की जाच करत ह इसम पाच म स एक

मामल म अनभवी डॉर भी बीमारी का पता लगान म चक जात ह कई बार मरीज को थ बता घर भज िदया जाता ह या िफर

अनावक प स सजरी की सलाह द दी जाती ह

वािनको न ऐसी आिटिफिशयल इटिलजस तकनीक को िवकिसत िकया ह जो दय रोग का ज और सटीक प स पता लगान

म सम ह एआइ तकनीक न म िदख रह उन छोटी जानकारयो का भी पता लगा लगी िजस डॉर नही दख पात ह जाच क

बात िसम यह भी बताएगा िक मरीज को दयाघात का खतरा ह या नही

फफड़ क क सर का पता लगान क िलए भी एआइ िसम िवकिसत िकया गया ह यह कोिशकाओ क समह नॉ (गाठ) की

जाच करता ह िफर बताता ह िक गाठ आग चलकर क सर का प लग या नही

ENERGY

1वष 2022 स पहल परा होगा रएबल ऊजा का उादन ल वष 2022 तक रएबल ऊजा ोतो स 175 लाख मगावाट िबजली बनान का सरकार का ल समय स पहल परा कर िलया

जाएगा

इस वष क अत तक पवन सौर और ऊजा क अ अपारपरक ोतो स 90 हजार मगावाट िबजली बनान का काम परा हो

जाएगा

नवबर 2017 तक रएबल एनज ोतो स 62000 मगावाट मता की िबजली बनान क सय थािपत हो चक ह

-अभी सरकार की तरफ स सौर ऊजा क िलए 14000 मगावाट की और िनिवदाए जारी की गई ह जबिक कछ और िनिवदाए

अगल िव वष क दौरान जारी की जाएगी कई राो म सोलर पाक बनान का काम तज िकया जाएगा

सरकार की दश म सोलर पनल बनान की योजना क मतािबक पहल चरण म 20 हजार मगावाट क सोलर पनल बनान क िलए

फया थािपत की जाएगी इसक िलए िनिवदा जारी की गई ह अभी दश म िजतन सोलर पनल की जरत होती ह उसका 80

फीसद चीन या ताईवान स आयाितत होता ह

बतात चल िक दश क कई िहो म सोलर पाक बनान क राो क ावो म दशी-िवदशी कपिनया काफी बढ़-चढ़कर िहा ल

रही ह कपिनयो क बीच ितधा होन की वजह स सौर ऊजा बनान क िलए कपिनयो की दरो म लगातार िगरावट आ रही ह

हाल ही म एक कपनी न 245 पय ित यिनट की िनिवदा भरी थी िजस ीकार िकया गया ह

=gtसमी लहरो स िबजली -

- सरकार समी लहरो स िबजली बनान की योजना को लकर भी काफी गभीरता स आग बढ़ रही ह एक अयन क मतािबक खभात की

खाड़ी म समी लहरो स 7000 मगावाट और क की खाड़ी म 1000 मगावाट िबजली बनाई जा सकती ह जबिक पिम बगाल क

सदरबन इलाक म 100 मगावाट िबजली बनाई जा सकती ह

2 भारत क िलए िमथनोल अथवथाः ऊजा सरा मक इन इिडया तथा श काबन भाव भारत म मथनोल अथवथा पर नोट इस कार हः भारत को वतमान म ितवष 2900 करोड़ लीटर पट ोल और 9000 करोड़ लीटर डीजल

की आव यकता ह भारत िव व म छठा बड़ा उपभो ता ह यह खपत वष 2030 तक दोगनी हो जाएगी और भारत तीसरा बड़ा उपभो ता बन

जाएगा क तल क िलए हमारा आयात िबल लगभग 6 लाख करोड़ पय ह हाइड ोकाबन ईधन न ीन हाउस गस उ सजन (जीएचजी)

सिहत पयावरण को भी िवपरीत प स भािवत िकया ह भारत िव व म तीसरा बड़ा ऊजा सबधी काबन डाइ आ साइड उ सजक दश ह

िद ली जस शहरो म लगभग 30दषण ऑटोमोबाइल स ह और सड़को पर ऑटोमोबाइलो की बढ़ती स या दषण को और िवकत कर

रही ह यह अव य ान िदया जाना चािहए िक हाल की थित गभीर ह और अब सरकार क िलए दश म शहरी दषण को कम करन क

िलए िव तत योजना (रोड मप) तत करन और दषण सबधी मौतो को परी तरह स रोकन का समय आ गया ह

मथनोल ही यो मथनोल ईधन म िवश वलन कण ह जो परवहन म पट ोल और डीजल दोनो का और रसोई ईधन म एलपीजी लकड़ी िमी तल का

थान ल सकता ह यह रलव समी जनसटस पावर जनरशन म डीजल को भी ित थािपत कर सकता ह और मथनोल आधारत

सशोधक हाइिड और इलक मोिबिलटी क िलए आदश परक हो सकत ह मथनोल अथ यव था सपण lsquoहाइड ाजन आधारत ईधन

णािलयोrsquo क सपन क िलए lsquoसतrsquo ह मथनोल सभी आतरक दहन ईजनो म भावशाली प स जलती ह कोई पािटकलट मटर नही पदा

करती कोई कािलख नही होती लगभग श य एसओए स और एनओए स उ सजन (लगभग श य दषण) होता ह मथनोल का गसीय प-

डीएमई को एलपीजी क साथ िमलाया जा सकता ह और यह बड़ी बसो और ट को म डीजल क िलए बहतर पयाय हो सकता ह पट ोल म

मथनोल 15 (एम 15) दषण को 33 तक कम करगा और मथनोल ारा डीजल ित थान 80 स अिधक दषण कम करगा मथनोल को

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ाकितक गस इिडयन हाई ऐश कोल बायो-मास एमएसड य ट डड और ड गसो स बनाया जा सकता ह और भारतीय कोयल और

सभी अ य फीड टोक स 19 ित लीटर की दर स मथनोल क उ पादन (उिचत ौोिगकी सयोजन क मा यम स) को ा त िकया जा

सकता ह िव व का बहतर िह सा काबन डाइआ साइड स नवीकरणीय मथनोल की िदशा म पहल ही जा रहा ह और काबन डाइआ साइड

स मथनोल का िनरतर रीसाइिकिलग अथात टील लाटो स उ सिजत काबन डाइआ साइड िजयोथमल एनज अथवा काबन डाइआ साइड

का कोई अ य ोत भावी प स lsquoहवा स मथनोलrsquo

मथनोल क िलए िवश व परश य िपछल कछ वष क दौरान ईधन क प म मथनोल और डीएमई का उपयोग काफी बढ़ा ह मथनोल माग काफी प स सालाना 6 स 8

तक बढ़ रही ह िव व न मथनोल की 120 एमटी की मता स थािपत की ह और यह वष 2025 तक लगभग 200 एमटी हो जाएगी वतमान

म मथनोल चीन म परवहन ईधन का लगभग 9 ितशत ह चीन न लाखो वाहनो को मथनोल पर चलन क िलए बदला ह अकला चीन िव व

मथनोल का 65 ितशत का उ पादन करता ह और वह मथनोल पदा करन क िलए अपन कोयल का इ तमाल करता ह इजरायल इटली न

पट ोल क साथ मथनोल क 15 ितशत क िमण कायम को अपनाया ह और यह तजी स एम 85 और एम 100 की ओर बढ़ रहा ह

जापान कोरया मथनोल और डीएमई का काफी उपयोग कर रह ह और आ ट िलया न जीईएम ईधन (गसोलीन एथनॉल और मथनोल

अपानाया ह और लगभग 56 ितशत मथनोल को िमित करत ह मथनोल िव व भर म समी म ईधन की पसद बन गया ह और वीडन

जस दश इसक उपयोग म सबस आग ह 1500 स ादा लोगो को ढोन वाल बड़ याी जहाज पहल ही 100 ितशत मथनोल पर चल रह ह

11 अीकी और कई करिबयन दशो न मथनोल रसोई ईधन को अपनाया ह और पर िव व म जनसट और औोिगक बॉयलर डीजल की

बजाए मथनोल पर चल रह ह वातावरण स काबन डाईआ साइड स वापस पकड़कर नवीकरणीय मथनोल काफी िस हो रहा ह और

िव व ारा इस lsquoमानवता क िलए जान जाना वाला थायी ईधन समाधानrsquo क प म दखा जाता ह िव व भर म शहरी जनस या की वलन

सम या क िलए मथनोल एक मह वपण समाधान ह भारत या कर सकता ह भारत न 2 एमटी ितवष की मथनोल उ पादन मता

स थािपत की ह नीित आयोग ारा तयार की गई योजना क अनसार इिडयन हाई ऐश कोल ट डड गस और बायो-मास का उपयोग करक

वष 2025 तक वािषक प स 20 एमटी मथनोल का उ पादन कर सकता ह भारत म िजसक पास 125 िबिलयन टन का मािणत कोल

रजव ह और जो ितवष 500 िमिलयन टन बायो-मास पदा करता ह और िजसक पास ट डड और ड गसो की बत अिधक माा

हवक पक फीड टोक और ईधनो क आधार पर ईधन सरा सिन चत करन की बत अिधक सभावना ह नीित आयोग न वष 2030 तक

अकल मथनोल ारा 10 ितशत क तल क आयात क ितथापन क िलए एक योजना (रोड मप) तयार की ह इसक िलए लगभग 30

एमटी मथनोल की आव यकता होगी मथनोल और डीएमई पट ोल और डीजल स काफी हद तक स त ह और भारत वष 2030 तक अपना

ईधन िबल 30 ितशत तक कम करन की ओर दख सकता ह

मथनोल अथव यवस था क िलए नीित आयोग की योजना (रोड मप) म िनम निलखत शािमल ह- दशी ौोिगकी स इिडयन हाई ऐश कोल स बड़ी माा म मथनोल का उ पादन और ीय उ पादन काय-नीितयो को अपनाना

और बड़ी माा म 19 पय ित लीटर की दर स मथनोल का उ पादन भारत कोयल क उपयोग को पणत पयावरण अनकल

बनान क िलए और सीओपी 21 क ित हमारी ितबताओ क िलए काबन डाइआ साइड को पकड़न की ौोिगकी को

अपनाएगा मथनोल उ पादन क िलए बायो-मास ट डड गस और एमएसड य लगभग 40 मथनोल उ पादन इन फीड टोको स हो सकता ह मथनोल और डीएमई का परवहन - रल सड़क समी और रा

म मथनोल का उपयोग औोिगक बॉयलर डीजल जनसटस और पावर जनरशन और मोबाइल टावर अ य अनयोग ह मथनोल

और डीएमई का घरल रसोई ईधन ndash रसोई ोव क प म उपयोग एलपीजी = डीएमई िमण कायम मरीन जनसटस और

परवहन म ल सल ए लीकशस म मथनोल का उपयोग

BANKING FINANCE ECONOMY 1अनजक परसपिया (NPA) Non Performing Assests (NPA) = Bad Loan

अनजक परसपिया (NPA) बको क ारा िदया गया एक ऐसा ऋण या अिम ह िजसक मलधन

या ाज का भगतान 90 िदनो की अविध तक बकाया हो | यह ादातर काफी बड़ा loan होता ह जो की कपनी चकता नही करती | उ रकवर करन की सावना बहद कम होती ह | loan न दन क

कई कारन होत ह जस की

1 कपनी का िदवािलया िनकल जाना |

2 कपनी का जान बछ कर घटा िदखा दना |

दश म बको का 10 लाख करोड़ सकल नान परफोिमग एसटस (एनपीए) ह जो ीलका की जीडीपी की दोगना रकम ह

NPA म बढ़ोतरी क कारण

1 ोनी किपटिल राजिनितक दबाव म आकर कछ ख़ास कपिनयो को लोन दना |

2 पािलसी परािलिसस सही समय पर हाकप न करना िजसकी वजह स कई कपनी क loan NPA म बदल जाता ह |

3 रगलटरी क ोल का कम होना |

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4 ऋण क ारिभक िवतरण म जाच पड़ताल की कमी क वजह स अम कपिनयो को ऋण द िदया जाता ह

भाव

1 अथवथा पर बरा असर |

2 नयी कपनी क िलए लोना की िया मल |

3 िवकास पर भाव |

NPA दर करन क िलए

1 RBI ारा शल मशन अकाउट का बनना िजसक ारा कोई भी ऐसा ऋण जो 30 िदन स 90 िदन की अविध क बीच अपना मलधन व

ाज न लौटा रही हो ऐस ऋण को RBI SMA क अगत रखती ह | रकवरी क िलए debt recovery tribunal जहा कोई भी कपनी बक क

खलाफ यहा अपील कर सकती ह|

SARFAESI ACT 2002 ndashइसक अगत बक व ऐसी िवीय सथान जो हाउिसग फाइनस करती ह अपन NPA िक वसली कर सकती ह |

2 सरकार ारा Insolvency and bankruptcy code 2015 का लाना िजसक ारा सरकार

JOB (रोजगार) 1रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी व भारत क िलए रोजगार क अवसर पदा करना िवकास की सबस बड़ी चनौती माना जाता ह यह राजनीितक हलको म भी िववाद का एक

मख कारण ह एनएसएस क पाच वषय सवण और अब म रो क सालाना सवण बरोजगारी क र म मामली बदलाव दशात ह

और कल आकड़ो म कोई झान नजर नही आता ह असल बात यह ह िक भारत म कोई भी खल तौर पर बरोजगार नही रह

सकता िज म बाजार म थायी रोजगार नही िमल पाता व कोई अथायी काम करत ह या परवार क काम-धध म जट जात ह म

बाजार की दशाए उस आय वग क यो क अनपात म उतार-चढ़ाव या झान स दिशत की जा सकती ह जो काम करन क िलए तयार

ह य दशाए बरोजगारी दर को दिशत नही करती ह इसक बावजद रोजगार सजन की रणनीित का पता लगान क िलए रोजगार सजन

क वतमान झानो क कछ आकलनो की जरत होती ह हाल का एक अयन (1) 1999-2000 स 2011-12 तक क झानो का सकत दता

ह यह अविध ऊची व का चरण ह म बल की सालाना व 1999-2000 स 2011-12 क दौरान घटकर 14 फीसदी पर आ गई जो

1983-84 स 1999-2000 क दौरान 18 फीसदी थी इसकी एक वजह बो और मिहलाओ की कम म भागीदारी दर थी आबादी म यवाओ

की तादाद बढऩ क बावजद कामगार आबादी म यवाओ म सा म इसी अनपात म बढ़ोतरी नही ई इसिलए इतनी बड़ी कामगार आबादी

का फायदा नही िमल पाया भारत की िजन दशो स तलना की जाती ह उनक मकाबल हमार यहा कम पढ़-िलख कामगारो (2011-12 म

अिशित या अिशित बराबर कामगार 266 फीसदी) की सा आनपाितक प स ादा थी और कॉलज िशा ा कामगारो का

अनपात भी आनपाितक प स ादा था (2011-12 म 122 फीसदी) सगिठत की िहदारी और थायी रोजगार म बढ़ोतरी स रोजगार

की थितया सधरी ह रोजगार म सगिठत की िहदारी 2011-12 म बढ़कर 257 फीसदी हो गई जो 1999-2000 म 17 फीसदी थी

इसी तरह थायी रोजगार 2011-12 म बढ़कर 214 फीसदी हो गया ह जो 1999-2000 म 17 फीसदी था वष 1999-2000 और 2011-2012

क बीच सगिठत म ित कामगार आय म 23 फीसदी और असिगठत म 42 फीसदी सालाना बढ़ोतरी ई 1999-2000 और 2011-

12 क बीच काम म मिहला-पष असमानता कम ई ोिक मिहलाओ क िलए रोजगार दशाओ म पषो की तलना म ादा सधार आ

हाल क झान कम अनकल नजर आत ह ोिक म रो का सालाना रोजगार-बरोजगारी सवण दशाता ह िक बरोजगारी बढ़कर 2015-

16 म 5 फीसदी पर पच गई ह जो 2011-12 म 38 फीसदी थी एक िवषक (2) का अनमान ह िक 37 स 55 लाख lsquoरोजगार का नकसानrsquo

ह रोजगार म िकतना बड़ा अतर ह भारत उस र पर िकतनी ज पच सकता ह जहा कोई िछपी बरोजगारी न हो और काम करना

चाहन वाल सभी लोग उिचत वतन और अी काय दशाओ पर रोजगार हािसल कर सकत ह मानव िवकास अयन सथान न उपय

अनमानो का हवाला दत ए कहा ह िक वतमान आिध कामगार सा 117 करोड़ ह इसम स 52 करोड़ को काम स हटाया जा सकता

ह और इसस उादन को कोई नकसान भी नही होगा 52 करोड़ इस समय कामगार आबादी म शािमल नही ह लिकन व काम करन म

सम ह और करना चाहत ह वही 13 करोड़ सिचत बरोजगार ह इस सरस कामगार आबादी म हर साल 60 स 80 लाख की बढ़ोतरी

होगी ा हम हर साल 16 करोड़ लोगो को उपय कामो म खपा सकत ह और 2030 तक पण रोजगार का ल हािसल कर सकत ह Is export oriented growth a solution कछ न चीन की तरह िनयातोख िविनमाण व आधारत रोजगार सजन का तक िदया ह रोजगार बढ़ान वाल एक कारक क प म इस समय िनयात व

की सभावनाए कम नजर आ रही ह ोिक आिथक सहयोग एव िवकास सगठन क बाजारो म मदी ह और सरणवादी चनौितया बढ़ रही ह िविनमाण और

वािणक सवा नौकरयो क मम अविध क भिव क बार म मख िचता रोबोिट एव चालन स पदा हो रही ह जो विक म खलाओ की व स

कर सकती ह

Need to link Make in India and skill India हमन lsquoमक इन इिडयाrsquo क जरय िविनमाण म व और ल इिडया क जरय कौशल िवकास क अिभयान श िकए ह हम इन दोनो को

जोडऩ की जरत ह तािक िविनमाण व कामगारो को खपा सक और कौशल िवकास आन वाल भिव क उोगो एव सवाओ क िलए

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मताए सिजत कर भारत बिनयादी ढाचा िनमाण शहरी िवकास एव आवास तकनीकी िवकास एव इ लाग करन िवशष प स सचना

ौोिगकी म और नई ऊजा णाली म िनवश कर रोजगार को बढ़ावा द सकता ह सगिठत जरी तादाद म रोजगार नही महया

करा सकता ह रोजगार सजन क िलए आज क असगिठत म उादकता बढ़ान क िलए कौशल िवकास की जरत होगी व सभी चीज

जो उिमता को ोािहत करती ह और इस म कशल कामगारो को आकिषत करन क िलए काय दशाए सधारती ह व इसम अहम

योगदान दगी रोजगार पदा करना ही काफी नही ह हमार म बाजार ितधा स दर ह और म सधार न कवल ितध मता हािसल

करन ब उिचत वतन और उपय कायदशाए सिनित करन क िलए भी जरी ह कामगार आबादी का एक छोटा िहा ही िमक

सगठनो क जरय उिचत वतन हािसल करन म सफल होता ह लिकन इसक बावजद सगिठत म उादन कामगारो का वतन सकल

म सवधन क अनपात क प म घटकर 2011-12 म 85 फीसदी पर आ गया जो 2000-01 म 154 फीसदी था असगिठत म

ादातर कामगारो को िकसी तरह की सरा नही िमलती और उन पर िनयोाओ का थानीय एकािधकार हावी होता ह म बाजार की

िनपणता भी सवालो क घर म ह ोिक वहा एकसमान काय क िलए जाित समदाय िलग और भौगोिलक क िहसाब स अलग-अलग

वतन होता ह अथवथा क सगिठत म िवशष प स सावजिनक म रोजगार सरा और वतन िनधारण िया म कछ सधार

आवक ह लिकन वाव म म सधारो की ादा जरत असगिठत म ादा सरा और तक सगत एव उिचत वतन िनधारण

सिनित करन की ह हम एक ऐसी म नीित की दरकार ह जो परी ताकत स असमानता एव शोषण ख कर भारत रोजगार पदा करन

की अपनी चनौती स िनपट सकता ह लिकन इसक िलए उस एक व रणनीित बनानी होगी जो उसक म बाजार क आधिनकीकरण और

असगिठत की िछपी ापक सभावनाओ को तलाशन पर क ित हो

िवीय समाधान और जमा बीमा (एफआरडीआई) िवधयक 2017 का उ य Background वतमान म भारत म िवीय कपिनयो क परसमापन सिहत समाधान क िलए कोई भी ापक और एकीकत काननी ढाचा या परखा नही

ह िवीय सवादाताओ स जड़ मसलो क समाधान क िलए अिधकार और िजदारया िविभ न काननो क तहत िनयामकोसरकार और

ायालयो को दी जाती ह िजसस िविश ट समाधान मताओ का िवकास नही हो पाता ह यही नही िछतरी ई भिमका की इस परभाषा क

कारण िवीय समहो स जड़ मसलो का समाधान किठन हो जाता ह सबिधत काननो क तहत वतमान म उपल समाधान सबधी उपाय

अ यत सीिमत ह उदाहरण क िलए भारतीय रजव बक (आरबीआई) को बको भारत थत िवदशी बको की शाखाओ और सहकारी बको क

सबध म कछ िवशष समाधान उपाय करन का अिधकार ह हालािक समाधान स जड़ य अिधकार काफी सीिमत ह आरबीआई या तो बक

बधन म बदलाव ला सकता ह या अिधथगन लाग कर सकता ह और अिनवाय िवलय की िसफारश कर सकता ह िकसी बक क मामल म

आम तौर पर समाधान क दो तरीको म स िकसी भी एक तरीक का इमाल िकया जाता ह इसक तहत एक कमजोर बक का दसर बक म

िवलय या एकीकरण िकया जाता ह अथवा सबिधत बक का परसमापन िकया जाता ह इस िदशा म अ समाधान उपाय उपल नही ह

क सरकार क पास सावजिनक क बको और ीय ामीण बको क पनगठन का अिधकार ह गर-बिकग िवीय कपिनयो को कवल

उ ायालयो ारा या तो ा स या भारतीय रजव बक क आवदन पर काननन बद अथवा परसमापन िकया जा सकता ह बीमा

कपिनयो िवीय बाजार क बिनयादी ढाच और अ िवीय सवा दाताओ स जड़ी समाधान यव थाए भी काफी अपया ह िवशषकर

िनजी िवीय कपिनयो क यापक िवार को यान म रखत ए िनजी की िवीय कपिनयो क िलए वतमान समाधान यव था अनपय त

ह िदवाला एव िदवािलयापन सिहता 2016 न दश म म प स गर-िवीय कपिनयो क िलए एक ापक समाधान यव था कायम की ह

हालािक दश म िवीय कपिनयो क िलए इस तरह की कोई वथा उपल नही ह

Solution if Financial Resolution and Deposit Insurance (FRDI) Bill िवीय समाधान और जमा बीमा िवधयक 2017 (एफआरडीआई िवधयक) एक ापक समाधान यव था दान करक मौजदा समाधान

वथा का थान लगा जो िकसी िवीय सवा दाता क िवफल या िदवािलया होन की दलभ थित म जमाकताओ क िहत म एक वरत

वथत और द समाधान यव था सिनित करन म मदद करगा िवीय सवा दाताओ क फल या िदवािलया होन का अ यत ापक

भाव पड़ता ह और सबिधत दश की अथवथा एव िवीय थरता पर इसका णालीगत असर हो सकता ह वही पारपरक िदवाला

सबधी घटना होन पर भािवत प म यत िदवािलया होन वाली सथा क ऋणदाताओ तक ही सीिमत होत ह एफआरडीआई िवधयक म

एक समाधान िनगम बनान और एक ापक समाधान वथा कायम करन का ाव िकया गया ह तािक िकसी िवीय कपनी क फल या

िदवािलया होन की नौबत आन पर उसका समयब एव वथत समाधान हो सक ादातर अ तलनाक दशो म िवीय कपिनयो स

जड़ मसलो क शी समाधान क िलए इस तरह की सथागत यव था मौजद ह इसक अलावा यह यव था जमाकताओ क अनकल ह

योिक िकसी बक क िवफल होन पर परसमापन क बजाय उसकी सम या का हल िनकाला जाता ह कारण यह ह िक परसमापन की

तलना म बक की सम या का समाधान होन पर जमाकताओ को काफी अिधक म िमलन की सभावना रहती ह इसम िवीय कपिनयो क

िलए पाच चरणो वाला िव तीय सहत वगकरण श करक िवीय कपिनयो म ारिभक िदवािलयपन का पता लगान की यव था की गई ह

एफआरडीआई िवधयक म कई अ य समाधान उपायो का भी उ लख िकया गया ह िजनम िकसी िवीय कपनी की समची परसपियो एव

दनदारयो अथवा इसक एक िह स को िकसी अ य य को ह तातरत करना अिधहण िवलय या एकीकरण सकट स उबारन क उपाय

करना इ यािद शािमल ह एफआरडीआई िवधयक म जमा बीमा काय को जमा बीमा एव ऋण गारटी िनगम क हाथो स लकर समाधान

िनगम को हातरत करन का भी उ लख िकया गया ह जो जमाकताओ क सरण और समाधान स जड़ एकीकत िकोण पर लित ह

एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ क अिधकारो का सरण करना और बढ़ाना एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ को िमली

मौजदा सरा को बहद ितकल प स सशोिधत नही िकया गया ह एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ को अपाकत अिधक पारदश

तरीक स अितर सरा दान की गई ह िजसका िववरण िनानसार ह वतमान म बको म जमारािश का 1 लाख पय तक का बीमा

िकया जाता ह इसी तरह का सरण एफआरडीआई िवधयक क तहत भी जारी रहगा यही नही समाधान िनगम को जमा बीमा रािश म व

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करन का अिधकार भी िदया गया ह िकसी बिकग कपनी क 1 लाख पय स अिधक की रािश वाल गर-बीिमत जमाकताओ को वतमान

कानन क तहत असरित कजदातओ क बराबर ही माना जाता ह और इसक परसमापन की थित म सरकारी बकाया सिहत तरजीही

बकायो की अदायगी क बाद उ ह ही भगतान िकया जाता ह एफआरडीआई िवधयक क ावधानो क अनसार िकसी बक क परसमापन की

थित म गर-बीिमत जमाकताओ क दाव असरित कजदाताओ और सरकार की बकाया रकम क मकाबल अिधक होग अत गर-बीिमत

जमाकताओ क अिधकार बहतर ढग स सरित होग और इस तरह क जमाकताओ को मौजदा काननी वथाओ की तलना म

एफआरडीआई िवधयक म कही ऊचा दजा िदया जाएगा

नए-नए आयाम तय करता भारतीय िवान Indian Science and achievement इस वष भारतीय िवान एक नए िशखर पर पचा हमार वािनको और रसचरो न िविभ ो म ऐसी कई उपलया हािसल की जो िसफ

दश ही नही ब दिनया म सराही गई य ऐसी उपलया ह िजन पर हर भारतीय को गव होना चािहए 2017 म शानदार उपलयो की

शआत भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) न फरवरी म एक ही रॉकट स 104 उपह छोड़कर की थी यह अनोखा िव रकॉड ह

िजसन दिनया क सम अतर ौोिगकी क म भारत की बढ़ती कािबिलयत का िसा जमाया जन म इसरो न अपन सबस

शशाली रॉकट जीएसलवी माक 3 का सफल पण िकया इस 640 टन वजनी रॉकट स जीसट-19 नामक दरसचार उपह को पी की

का म थािपत िकया गया इस रॉकट का उपयोग भिव म भारतीयो को अतर म पचान क िलए िकया जा सकता ह उसी महीन

अमरकी अतर एजसी lsquoनासा न तिमलनाड क छाो ारा िनिमत 64 ाम क उपह कलामसट को अतर म पचाया इस साल का

समापन शानदार ढग स करत ए भारत न 28 िदसबर को श की िमसाइल को िमसाइल स न करन की मता का सफल दशन िकया

भारत इस lsquoास वास जसी टोलॉजी म दता हािसल करन वाला दिनया का चौथा दश बन गया ह यह दश म िवकिसत lsquoएडवाड एयर

िडफ स सपरसोिनक इटरसर िमसाइल का साल म तीसरा परीण था िपछल िदनो भारत न दश म िनिमत सतह स हवा म मार करन

वाली सपरसोिनक आकाश िमसाइल क भी सफल परीण िकए पण थत इटर यिनविसटी सटर ऑफ ए ोनॉमी एड ए ोिफिज

(आईयसीएए) और इिडयन इीट ऑफ साइस एजकशन एड रसच (आईआईएसईआर) क खगोल-िवािनयो न जलाई म आकाशगगाओ

क एक महाकज अथवा सपरर की खोज की घोषणा की इस सपरर का नाम उोन lsquoसरती रखा आकाशगगाओ क एक झड

या र म 1000 स लकर 10000 आकाशगगाए हो सकती ह लिकन एक एक सपरर म 40 स 43 र हो सकत ह भारतीय

रसचरो न बताया िक lsquoसरती सपरर पी स चार अरब काश वष दर ह चार अरब वष परान सपरर का अयन करक

वािनक उस अतीत को दख सकत ह जब हमारा ाड काफी यवा था Gravitational waves(ग तरगो )की खोज म भी भारतीय

वािनको न बत बड़ा योगदान िकया ह इन तरगो को िवटशनल वस भी कहा जाता ह पहली ग तरगो की खोज क बार म त

रसच पपर क सह-लखन म 37 भारतीय वािनक शािमल थ ान रह िक इस खोज म शािमल मख रसचरो को 2017 क भौितकी क

नोबल परार स सािनत िकया गया ह भारतीय रसचरो का नत आईयसीएए क सजीव धरधर न िकया था जो 30 वष स इस िवषय पर

काम कर रह ह करीब एक अरब वष पहल अतर म दो क होल आपस म टकराकर एक दसर म िवलीन हो गए थ इस िया म

उ कपन स ग तरग िनकली जो अतर म मण करत ए पी पर पची और िसतबर 2016 म वािनको न पहली बार इन तरगो

की lsquoचहकrsquo सनी इन तरगो क अ क बार म िपछली एक सदी स अटकल लगाई जा रही थी इनक अ क बार म सवथम

साितक परकना अट आइीन न की थी ग तरगो की खोज ाडीय भौितकी और खगोल िवान क िलए एक बत बड़ी

उपल मानी जा रही ह वस ग तरगो पर अनसधान स भारत का सबध बत पराना ह पण म 1988 म आईयसीएए की थापना क बाद

उसक थम अ ो जयत नालकर और उनक सहयोगी धरधर न भारत म ग तरगो पर अनसधान क िलए फिडग का ाव रखा था

लिकन व अिधकारयो को इसक िलए राजी नही कर सक थ Medicine field bull इस वष भारतीय वािनको न िचिका िवान क म भी

महपण उपलया हािसल की ह पण क एक अताल क डॉरो न दश म पहली बार गभाशय का ारोपण िकया उोन एक

मिहला क गभाशय को उसकी 21 वषया पी म सफलतापवक ारोिपत िकया जो ब को ज दन म असमथ थी bull गत िसतबर म

को थत अमता इीट ऑफ मिडकल साइसज क डॉरो न एक 19 वषय छाा या िसनागौड़ा क दो हाथो का ारोपण िकया

इस तरह का ऑपरशन एिशया म पहली बार आ या न िपछल साल एक सड़क दघटना म अपन दोनो हाथ गवा िदए थ अगदाता एक 20

वषय छा था िजस नडड घोिषत िकया गया था डॉरो क अनसार अभी तक इस िक क िसफ नौ ारोपण ए ह bull पण की एक

कपनी न 29 िसतबर को िव दय िदवस पर एक एक ऐसा उपकरण पश िकया जो िबजली उपल न होन की थित म भी कािडयक

अर क मरीजो की जान बचा सकता ह डीफाइिलटर नामक इस उपकरण को हाथ स घमाकर 12 सकड म चाज िकया जा सकता ह

आयाितत इलक डीफाइिलटर की तलना म इसकी लागत एक-चौथाई ह कपनी को यह उपकरण िवकिसत करन म चार वष लग इसी

तरह आईआईटी खड़गपर क वािनको न दिण कोरया की पोहाग यिनविसटी क रसचरो क साथ िमलकर ाज क िछलक स एक ऐसा

सा उपकरण बनाया ह जो शरीर की हलचल स ऊजा उ कर सकता ह इसस पसमकर ा पर नजर रखन वाली lsquoाट

गोिलयो और शरीर पर धारण यो इल ॉिनक उपकरणो को ऊजा िमल सकती ह रसचरो का कहना ह िक यह उपकरण ाज क िछलक

क उपय पीजोइल क गणो का योग करता ह यह जिवक ि स य रत हो जाता ह और पयावरण क िलए अनकल ह

पीजोइल क पदाथ म रोजमरा की यािक हलचल की ऊजा को िबजली म बदलन की मता होती ह आईआईटी खड़गपर क ोफसर

भान भषण खटआ का कहना ह िक इस नायाब और िकफायती उपकरण स आम आदमी भी िकसी भी परथित म िबजली उ कर

सकता ह तजी स बढ़ रही आबादी औोगीकरण तथा इल ॉिन और वाहनो क अधाधध उपयोग स पयावरण पर ितकल असर पड़ रहा

ह रसचरो का कहना ह िक जीवा-आधारत ईधनो पर बढ़त ए बोझ और ाकितक ससाधनो म िगरावट को दखत ए ऊजा

उादन क िलए वकक टोलॉजी िवकिसत करना बत जरी हो गया ह

मबई हादस क सबक मबई क कमला िम परसर अिकाड न बमिजला इमारतो और ापारक परसरो म सरा मानको की अनदखी पर िफर स सवाल

उठाए ह िवडबना ही ह िक इस दश म हर बड़ हादस क बाद िचताओ म तो खब गभीरता िदखती ह लिकन िसम इन िचताओ को शायद

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ही कभी गभीरता स लता हो नतीजा हादसो का िसलिसला जारी रहता ह मबई हादसा भी िसम की ऐसी ही उदासीनता का कफल ह

वरना कोई कारण नही था िक एक ऐसा ररा शहर क मख इलाक म चलता रहता िजसम सरा क नतम मानको का भी पालन नही

िकया गया था

Lessons to be learnt bull वहा आग बझान क उपकरण तो नही ही थ आपातकालीन ार पर सामान का ढर था िजसक कारण उसका

इमाल न हो सका हादस क व वहा पाट चल रही थी और मतको म सभी यवा ह यह त कम खौफनाक नही ह िक ादातर मौत

जलन स नही दम घटन स ई जो यह बताता ह िक मौका िमलता और व िनकल पात तो आज जीिवत होत इस त स होटल बधन की

लापरवाही खद-ब-खद तय हो जाती ह लिकन इस पर तब तक काब नही हो सकगा जब तक िक रत व स दड की नजीर नही पश की

जाती bull ऊची-ऊची इमारत और टावर जब तरी का पमाना बनत जा रह हो छोटी पड़ती धरती पर आकाश की ओर िवार ही िवक

हो तो रखरखाव और सरा मानक भी उतन ही स होन चािहए मानको म सी ही नही इ सिनित करन की वथाए भी बत

द और च होनी चािहए मबई हादस क मामल म ऐसा कछ भी नही था bull ररा का हाल बता रहा ह िक वहा शायद ही कभी मानको

की जाच ई हो ऐसा होता तो आग बझान वाल य मौक पर जर िमलत वस इस दश म गारटी स नही कह सकत िक आग बझान वाल

य मौजद हो तो व अिनवायत काम भी कर ग ादातर बमिजली इमारतो म तो ाफ को ही नही पता होता िक आपात थितयो म पानी

कहा स लना ह और लोगो को िकस रा सरित िनकाला जा सकता ह

Sky scrappers and Disasters sिवशष और सामा समझ दोनो यही कहत ह िक इमारत िजतनी ऊची और िवारत होगी सरा मानक

उतन ही सवदनशील होग लिकन सामा ान यह भी बताता ह िक हमार ादातर शहरो क पास आपात थितयो म इमारत की ऊपरी

मिजलो तक पचन क साधन नही ह अिशमन वाहन कई बार इसिलए लाचार होत िदख िक उनक जान की जगह खली पािक ग म तील

हो चकी थी और आग तक पचन स पहल इन गािड़यो को हटाना बड़ा काम था जािहर ह यह सब शासिनक त क सहयोग क िबना सभव

नही ह समझना यह भी होगा िक आकाश की ओर िवार का यह िसात अपनान म ही तो कही चक नही हो रही यह सरा क ित हमार

सवदनशील न होन या सरा की सित िवकिसत न होन का मामला भी ह मबई क िनगम पाषदो को यह पता था िक वहा बत कछ िनयम

िव ह सरा मानको का पालन नही हो रहा लिकन उोन महज एक िची िलखकर अपनी जवाबदही परी कर ली ा उनस नही पछा

जाना चािहए िक लापरवाही क इस मामल म िनवािचत जन-ितिनिध होन क कारण उ भी ो न िजदार ठहराया जाए यह िदी क

उपहार िसनमा हादस को याद करन का व ह िजसम पया आपात-िनकासी का न होना दम घटन स मौतो का कारण बना था उस

मामल म फसला आन म 20 साल लग गए कमला िम हादस क दोिषयो को सजा िमलन म इतना व नही लगना चािहए रत अदालत

म कठोर दड सनाकर यह स सदश दन का भी अवसर ह

िवीय पारदिशता म राो को भी बनाना होगा भागीदार

financial transparency and states cooperation Business_Standard िपछल वष म भारत म सावजिनक िव पर िवमश काफी हद तक क सरकार क खच क बधन और उसक राज सह पर ही

क ित रहा ह लोक नीित क िटणीकारो न इस पर काफी कछ िलखा ह िक क को आिथक ससाधनो का आवटन करत समय

ो राजकोषीय िववक क रा पर चलना चािहए Fiscal deficit and states हालािक इस दौरान दश क 29 राो क राजकोषीय

िववक क बार म बत कम चचा ई ह यह सच ह िक अतररा ीय माकोष जस सथानो या रिटग एजिसयो की िचता दश क सम

राजकोषीय घाट पर अिधक रहती ह िजसम क क साथ राो का भी राजकोषीय घाटा शािमल होता ह अिधकाश मीिडया

िवषणो म क सरकार क राजकोषीय घाट पर ही जोर रहन स राो पर अपन राजकोषीय बधन क तरीक अपनान का दबाव

कम रहा ह जरत इस बात की ह िक इस थित को बदला जाए पाच साल पहल तक सभी राो का कल बजट आकार म क

क बजट स कम ही होता था वष 2011-12 म क ीय बजट 1304 लाख करोड़ पय का था जो सभी राो क 1285 लाख करोड़

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पय क कल बजट स अिधक था लिकन उसक अगल ही साल राो का समिकत बजट पहली बार क ीय बजट को पार कर गया

था वष 2012-13 म क ीय बजट 141 लाख करोड़ पय था जबिक राो का कल बजट 1455 लाख करोड़ पय हो चका था

उसक बाद स क एव राो क बजट आकार म अतर लगातार बढ़ा ह वष 2016-17 म राो का कल बजट 2724 लाख करोड़

पय हो गया जो 2014 लाख करोड़ पय क क ीय बजट स करीब एक ितहाई अिधक ह जहा तक राजकोषीय िववक का सवाल

ह तो राो म इस लकर नकाराक ख रहा ह वष 2011-12 म राो का समिकत राजकोषीय घाटा सकल घरल उाद

(जीडीपी) का करीब 19 फीसदी था जबिक क का राजकोषीय घाटा 58 फीसदी था लिकन वष 2016-17 म राो का राजकोषीय

घाटा 366 फीसदी क र पर पच गया जो क क राजकोषीय घाट 35 फीसदी स अिधक ह िलहाजा न कवल राो का बजटीय

आकार क स बड़ा हो चका ह ब उनका राजकोषीय घाटा भी क को पीछ छोडऩ लगा ह इसक बावजद िछटपट िटिणयो

को छोड़कर राजकोषीय सशीकरण पर होन वाला िवमश काफी हद तक इसी पर क ित रहता ह िक क ीय राजकोषीय घाट पर

काब पान क िलए िव मी ा कदम उठान जा रह ह इसस साफ ह िक राजकोषीय घाट पर हमारा नजरया असतिलत ह और

उसम बदलाव की जरत ह What reforms initiated

राो और क क र पर लाग सधारो पर एक नजर डालत ह भारत म कारोबारी सगमता पर आई नवीनतम िव बक रपोट स कछ

नीितगत पहल सामन आत ह भारत की सम र िकग 130 स सधरकर 100व थान पर आ चकी ह भारत को कर भगतान िदवािलया

समाधान कज लन और अाश शयरधारको क िहतो को सरित करन जस कदमो का फायदा आ वही यह भी सच ह िक य सार कदम

क सरकार न उठाए ह India and Financial reform in state

इसक उलट राो न नीितयो और ियाओ म सधार को तवो नही दी राो म ियागत सधार की रार या तो कम हो रही ह या

बत धीमी गित स काम हो रहा ह कारोबार श करन िबजली कनन लन और ॉपट पजीयन क मामल म तो भारत की र िकग िगर

गई यहा हम यह ान रखना होगा िक य सारी गितिविधया राो क र पर ही ियात की जाती ह िवदशी िनवशक भी भारत म

कारोबार क इस िवरोधाभास को लकर सतक हो गए ह आम तौर पर व क सरकार ारा जारी बॉ खरीदन म काफी िच िदखात ह

लिकन रा सरकारो ारा िदए जान वाल कज क ित उनका रवया ठडा ह िवदशी पोटफोिलयो िनवशको न क सरकार क बॉ म

िनवश की अिधकतम सीमा 19 लाख करोड़ पय का करीब 99 फीसदी िहा खरीद िलया ह लिकन रा सरकारो क बॉ एसडीएल म

भी 30000 करोड़ पय क िनवश की मजरी का कवल 17 फीसदी िहा ही िवदशी िनवशको न खरीदा ह इसका रा सरकारो की िवीय

थित पर गभीर असर पड़गा राो को बढ़त राजकोषीय घाट क चलत चाल िव वष म 45 लाख करोड़ पय का ऋण लना पड़ सकता ह

एसडीएल म िवदशी िनवशको का घटता झान राो की आिथक थित म आ रही कमजोरी को बया करता ह िचता की बड़ी बात यह ह

िक इसस इन बॉ की कीमतो पर उा असर पड़ता ह िवदशी िनवशको न राो क बॉ म कम िच िदखान क िलए िवीय मामलो म

पारदिशता की कमी को िजदार बताया ह रा सरकार िजस तरह स िवीय मामल सभालती ह उसस िवषण और तलनाक अयन

कर पाना मल होता ह क ीय बक य आकड़ जारी करता ह लिकन उसम दो साल का व लगता ह ऐस म अिधकतर िटणीकारो

और िवषको को इस बाधा स जझना होता ह ऐस म एक मानकीकत ढाच की ताल जरत ह तािक सभी रा िबना दरी क बजट

आकड़ पश कर सक यह सच ह िक सभी राो का समिकत बजट और उनका राजकोषीय घाटा क स आग िनकल चका ह ऐस म राो

को अपन बजट आकड़ अलग प म पश करन की छट नही दी जा सकती ह रिटग एजिसया इस पर एतराज जता सकती ह िजसस भारत

की सम र िकग भी भािवत हो सकती ह राो म ियागत सधार लाग करन और उोग एव वािण मजरी दन म सधार नही होन तक

कारोबारी सगमता र िकग म सधार नही आ सकता ह पारदिशता और राजकोषीय नीित मानको म सधार लाना कई तरह स सघ की

िजदारी ह ोिक इ नजरअदाज करन का असर सार दश पर पड़गा मोदी सरकार अर सहकारी सघवाद की बात करती ह िलहाजा

इस सोच को अजाम दन का व आ चका ह राो को भी अपन िवीय मामलो म अिधक पारदिशता लान क साथ सधारो की पहल करनी

होगी ा नीित आयोग इस अपनी बड़ी िजदारी क तौर पर ीकार करगा

िकसानो को भिम सबधी आकड़ो क आधार पर सडी दन स पव भिम सबधी आकड़ो को सटीक बनाए जान की आवकता ह|

इस कथन क परप म भारत म भिम सधारो पर िटणी कीिजए|

िकसानो को भिम सबधी आकड़ो क आधार पर सडी दन स पव भिम सबधी आकड़ो को सटीक बनाए जान की आवकता ह| इस कथन

क परप म भारत म भिम सधारो पर िटणी कीिजए| India needs to overhaul land titles before they can be used to identify farmers for the delivery of subsidies In light of the statement critically comment on land reform in India httpsscrollinarticle853482fertiliser-reforms-were-linked-to-digitised-land-records-but-the-database-is-far-from-complete

किष म िनजी पजी क ह फायद अनक need to focus on incentivising priave sector to invest in Indian agriculture Business_Standard

एक ओर जहा सरकार न अगल छह वष म िकसानो की आय दोगनी करन का ल तय िकया ह वही दश म किष िविभ

कार की चनौितयो स जझ रहा ह नीित आयोग न िकसानो की आय दोगनी करन क िलए जो खाका तयार िकया ह उसम

उादकता किष क क माल क योग और परचालन म 167 फीसदी की बढ़ोतरी उ म वाली फसलो की ओर ान

दन और सन 2015-16 को आधार मानत ए सन 2022-23 तक िकसानो को िमलन वाल म म 9 फीसदी तक क सधार की बात

शािमल ह िकसानो की आय दोगनी करन क ल की राह म तीन बड़ी चनौितया इस कार ह किष म िवान और

ौोिगकी की कमजोर थित किष उपज क िलए गर िकफायती और शोषण करन वाली बाजार वथा और छोटी जोत की

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वहायता Productivity हमारी किष उपज वथा तकनीकी नवाचार क मामल म कई दशो स दशको पीछ ह कम उपज वाली

िको और पारपरक किष वहार अभी भी इस पर हावी ह पारपरक किष वथाए िजनम बाढ़ क पानी स िसचाई

उवरको का सार किष रसायनो का िबना िकसी भदभाव क इमाल आिद हमार किष पर क आम ह इनकी वजह स

न कवल िकफायत कम होती ह ब लागत बढ़ती ह और उपज की गणवा भी कमजोर हो जाती ह इसक अलावा फसल क

थािय पर भी इसका िनराशाजनक असर होता ह

Distribution दसरी बात िवपणन का पर कछ ऐसा ह िक उपज क िदनो म किष िजसो क दाम कम रहत ह और बाद म दाम बढ़

जात ह अाविध म समान िजसो की कीमतो म जहा िगरावट आती ह वही बाद म उनक दाम उछल जात ह परवहन और सचार त म

बहतरी क बावजद किष उपज का बाजार यह िदखाता ह िक उसम एकीकरण का अभाव ह किष क वािणीकरण म बढ़ोतरी क साथ ही

िकसानो को फसल का नाम मा का दाम िमलन और उपभोाओ ारा अतािक क प स ादा कीमत चकाए जान की घटनाए लगातार

बढ़ती जा रही ह तीसरा दोितहाई स अिधक िकसान एक हयर स कम जमीन पर खती करत ह िकसानो का औसत रकबा एक एकड़ स

भी कम ह उर दश पिम बगाल और िबहार जस बड़ राो म 80-92 फीसदी तक रकबा सीमात णी का ह इसस बहतर उादकता

क बावजद उनकी मोलभाव की मता कम होती ह इन तमाम चनौितयो स िनपटन म िनजी अहम भिमका िनभा सकता ह बहरहाल उस

भी किष पर ापक नजर डालनी होगी कछ मामलो म जहा कॉपरट िकसानो तक नवाचार ल जा रहा ह वहा अ परणाम भी आए ह

महाराiumlर क जलगाव िजल की कला ाित इसका उदाहरण ह वहा िकसान एक िनजी योगशाला ारा महया कराए जान वाल िट

कचर की मदद स बीमारी रिहत कलो की खती करक अी फसल और बहतर गणवा हािसल कर रह ह यह योगशाला अब उस

तकनीक का इमाल अ राो और फलो म कर रही ह ऐस अनभवो को अ फलो और सयो म भी दोहराया जाना चािहए

Focus on Horticulture हमारा दश बागवानी उादन क मामल म विक र पर अपनी छाप छोड़ सकता ह इसी कार

उपचारत बीज की मदद स भी बहतर परणाम हािसल िकए जा सकत ह कई िनजी उमी अब सरित किष को बढ़ावा द रह ह िजसस

िकसानो की आय बढ़ सकती ह दसरी बड़ी चनौती अम बटी ई पारपरक और ाय गलत िवपणन नीितयो स जड़ी ह किष उपज

िवपणन सिमित (एपीएमसी) और अिनवाय िजस अिधिनयम जस कानन छोटी जोत पारपरक कारोबारयो और िबचौिलयो क िलए अनकल ह

और इस वथा म नई पजी क आगमन को रोकन वाल ह जबिक नई पजी अपन साथ नवाचार ितधा ई-कॉमस िनवश और म

खला क एकीकरण जसी खिबया लाती ह कछ मामल ऐस ह जहा कारोबारी जगत क लोगो न किष िवपणन म वश िकया वहा िकसानो को

भारी लाभ आ िहमाचल म सब की खती और उर िबहार म मा इसका उदाहरण ह

Small size farms िनजी छोटी जोत वाल िकसानो की वहायता और उनकी आय म इजाफा कर सकता ह िविभ सवाओ की

आपित मशीनो और उपकरणो की मदद स ऐसा िकया जा सकता ह बीत कछ सालो म िनजी क सवा दाताओ की तादाद बढ़ी ह

खासतौर पर किष मशीनरी को िकराय पर दन की सवाओ म इसस लागत कम ई ह और अिधकाश िकसानो की पच आधिनक और बहतर

मशीनरी तक ई ह कई सवा दाताओ न तो मोबाइल ऐप सवा भी श की ह अब बड़ी तादाद म िकसान lsquoलजर गाइडड लड लविलगrsquo

तकनीक का इमाल िकराय पर कर रह ह यह तकनीक िसचाई क पानी की बचत क साथ-साथ िसचाई की लागत उसम लगन वाल समय म

कमी लाती ह और उपज बढ़ान म मदद करती ह िनजी अनबिधत किष क जरय छोटी जोत क िकसानो की आय बढ़ान म मददगार हो

सकता ह छोटी जोत म और िनगरानी तथा समयपर आपित क िलहाज स बहतर होती ह अगर िनजी फम आधिनक रटलर सरण

करन वाल कारोबारी आिद बहतर बीज तकनीकी सहायता िवीय मदद आिद महया कराए और उपज का िनित म िदलान की बात कह

तो यह सबक िलए लाभदायक सािबत होगा दश क हर इलाक म अनबिधत किष की सफलता क समाचार िमलत ह परत अभी इसका दायरा

बत सीिमत ह

ldquoHow start up can help हाल क वष म ाटअप क आगमन क बाद किष म उनकी िच दखन को िमली ह और उनको रीय

तकनीक और आधिनक म खला का भी लाभ हािसल ह कछ ाटअप का नत रीय उिमयो क हाथ म ह जो दश म खती की तीर

बदलना चाहत ह इसकी वजह स पारपरक किष म लग कॉपरट पर भी दबाव बन रहा ह िक व अपनी नीितयो पर नए िसर स िवचार कर

किष की बहतर ाटअप को जरी नीितगत सहयोग भी िदया जाना चािहए

Need to focus on investment by Private sector क ीय साकी कायालय का वष 2015-16 का आकड़ा बताता ह िक िनजी कारोबारी दश क किष म सालाना बमल 2 फीसदी

िनवश करता ह सरकारी की िहदारी 186 फीसदी और शष 794 फीसदी िहदारी िकसान की ही रहती ह दश की अथवथा म

अपन कल िनवश म िनजी 043 फीसदी ही खती और उसस जड़ी सवाओ म िनवश करता ह य आकड़ िनजी क कमजोर िनवश की

ही कहानी बया करत ह इस बढ़ाकर कम स कम दोगना करना होगा आकड़ बतात ह िक िनजी किष म अत कम िनवश कर रहा ह

िकसानो की आय बढ़ान क िलए इस कम स कम दोगना करना होगा अगर िनजी की उिचत भागीदारी हो तो भारतीय किष िवकास क

अगल चरण तक पच सकती ह ऐस म राो और क दोनो को िनजी को किष क ित आकिषत करान का यास जोरशोर स करना

चािहए

Over The Barrel An energy agenda for 2018 त आिटकल म हम भारत क वतमान ऊजा पर को दखन क साथ-साथ भारत की ऊजा आवकताओ को भािवत करन

वाल रा ीय तथा विक पहलओ पर चचा कर ग| वतमान सरकार ऊजा सबधी अपन दो लो को लकर परी तरह समिपत ह- पहल

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उ क अतगत सभी क िलए वहनीय ऊजा की उपलता को सिनित करवाना शािमल ह िजसक िलए जीवा ईधनो पर

िनभरता समय की माग ह|

2 दसर उ सरकार ारा आिथक व ऊजा की माग तथा पयावरण अवनयन क बीच बन सबधो को समा करन को

लकर ह िजसक िलए ऊजा ससाधन ाथिमकता की णी म सवपर ह| यिद इन दोनो उो पर नजर डाल तो प स

दखा जा सकता ह िक दोनो ही उ एक दसर स िबलकल भी मल नही खात ह| परत यही सरकार की मताओ का परीण ह

िक िकस कार दोनो उो की पित क िलए सतलन बनाया जाए िजसक िलए लघ कािलक तथा दीघकािलक लो का वगकरण

िकया जा सकता ह|

भारत क ऊजा पर पर यिद नजर डाल तो कई कार की किमयो को दर करन की आवकता नजर आती ह जस

उजा म खला म उपथत असतलन को दर करना एक ही पजा माक ट की थापना इािद| हालािक भारत िवदयत क म

अिधशष की थित म ह परत िफर भी 40 जनसा को या तो िबजली उपल ही नही ह या उपल ह भी तो कटौती क साथ|

इसका सबस बड़ा कारण ट ासिमशन स लकर िवतरण तक लीकज का उपथत होना ह| इस समा क हल क िलए जीएसटी क

सामान ही ऊजा म भी एक ऐसा त बनाए जान की आवकता ह जो सभी िवषमताओ को समट कर एक पारदश वथा की

थापना कर |भारतीय शहर एक तरफ ऊजा की माग म व का मख कारण तो ह ही साथ ही वाय दषण को बढ़ान म भी िकया ह

भिमका ह| सरकार को चािहए िक क शहर म शहर ऊजा ओबडसमन की िनय कर जो शहद स सबिधत ऊजा मता को

बढ़ान अपिश बधन तथा शहरी परवहन को बहतर बनान की िदशा म काम कर | भारत ड ऑयल का 80 स अिधक आयात करता ह

तथा बदलत विक पर म बड़ स बड़ िवषक ड ऑयल की कीमतो का सही अनमान लगान म असफल सािबत ए ह ऐस म

आवकता इस बात की ह िक भारत को ड ऑयल सबधी विक अथरता स बचन का परा यास कर | ोिक भारत ड

ऑयल क िलए िमिडल ई पर िनभर ह आवकता इस बात की ह िक उस म uSA ारा बनाए गए र थान को भारत

अपनी उपथित स पण कर तथा उस म अपना भाव थािपत कर अथा स एव चीन उस थान की पित क िलए कोई भी

कटनीित कसर नही छोड़ग तथा यह भारत क ऊजा पर क िलए सखद तीर नही ह| भारत एकाएक ड ऑयल पर अपनी िनभरता समा नही कर

सकता ोिक नवीकरणीय ससाधनो की पच अभी काफी सीिमत ह अतः िमिडल ई म अपना भाव बनाए रखन का पहल भारत

की ाथिमकताओ सवपर होना चािहए| भारत न नवीकरणीय ऊजा स सबिधत महकाशी ल तय िकए ह िजनकी पित क िलए

बहतर अवसरचना कौशल तथा नवाचारी काय सित की आवकता ह| हाल ही म 161 दशो म 104 तकनीक पर िकए गए

अयन क अनसार यह िनष आया ह िक कोई भी दश िकसी नई तकनीक को पणता अपनान म लगभग 45 वष का समय लता ह

इन परणामो को ान म रखकर ही नीित आयोग को आग की रणनीित तय करनी चािहए| इस परथित म भारत िज ल जस

नचरल गस को एक िवक क प म अपना सकता ह परत समा यह ह की गस अथॉरटी ऑफ इिडया िलिमटड नचरल गस

पच को दशापी बनान क उ म असफल रहा ह िजसका मख कारण लालफीताशाही िवीय समाए तथा भिम अिधहण

सबधी समाए रही ह| वतमान धानमी ारा गजरात का ममी रहत ए समा का िनदान िकया गया था तथा रा भर म

गस की पाइप लाइन सफलतापवक िबछाई गई थी यही काय दशापी र पर भी िकए जान की उीद ह|

भारत की ऊजा सरा को ान म रखत ए तथा विक परथित को दखकर भारत को ा नीितगत कदम उठान चािहए |

पीडीएस को ख कर दगा डीबीटी झारखड म हाल ही म ई भखमरी स मौतो स जन िवतरण णाली (पीडीएस) की अहिमयत उजागर होती ह रा म लाखो परवार भख की

कगार पर रह रह ह और जन पीडीएस उनक िलए जीवन की डोर की तरह ह एक ह स झटक स यह डोर टट सकती ह और इनको

भखमरी का सामना करना पड़ सकता ह िपछल साल जब पीडीएस म आधार ारा अगठ का सापन अिनवाय िकया गया कई लोगो को

भखमरी स जझना पड़ा ह DBT amp PDS

उस गलती स सीखन क बजाय सरकार अब उसस भी बड़ िवक का योग कर रही ह यह ह पीडीएस म lsquoडाइर बनिफट ट ासफरrsquo

(डीबीटी) लाना

इस नय िसम म लोगो को बक स खा सडी (316 पय ित िकलो) की िनकासी क बाद सरकारी राशन की दकान पर जाकर

326 पय ित िकलो की दर स चावल खरीदना पड़ता ह

पहल लोग राशन की दकान स एक पय ित िकलो की दर स वही चावल खरीद रह थ इस नय योग का नाम lsquoडीबीटीrsquo रखना असगत

ह ोिक वाव म यह सडी दन का बत ही इनडाइर तरीका ह- चावल वही घर स खच होनवाली रािश भी वही

डीबीटी को राची िजल क नगड़ी खड म लाग िकया गया ह यिद इस यह सफल होता ह तो माना जा रहा ह िक रा सरकार इस पर रा म

लाग करगी खा मी न इसका चार करना श कर िदया ह इसिलए लग रहा ह िक सरकार न पहल स ही इस सफल मान कर चल रही ह

मगर लोगो की तकलीफ पर भी चचा होनी चािहए How Successful DBT is नगड़ी म यह बात पता करन की ह िक डीबीटी अपन उ म

िकतना सफल ह और ादातर लोगो म इस लकर ितिया ा ह सबस बड़ी चनौती यह ह िक लोगो का बक ा क और राशन दकान

क बीच भागत- भागत बत समय बबाद हो रहा ह काफी लोगो क िलए इस िया की तीन किड़या ह पहला बक स पता करना िक पसा

आया िक नही (यह सिवधा ा क म नही ह) और इस पासबक म अपडट करवाना दसरा ा क स पस की िनकासी करना और आखर

म राशन दकान पर जाकर अपना एक पया जोड़कर अनाज खरीदना गौर कीिजए िक राशन दकान स सडी की रािश (316 पय ित

िकलो) वापस सरकार क पास जमा होती ह ादातर लोगो क िलए बक और ा क बत दर ह बढ़ या िवकलाग क िलए तो यह नयी

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णाली भयानक सपन जसा ह CASE STUDY सहर गाव म हम एक मिहला िमली िजनक खात म पसा आता ह लिकन वह इतनी बढ़ी ह

िक उ मोटरसाइिकल पर जब बक लकर जाना होता ह तो तीन लोग चलत ह- चालक खद मिहला और उ पकड़न क िलए तीसरा

लोगो की किठनाई िपछल कछ हो म ादा ही भयावह थी जब उ नयी णाली क बार म सीखना था कई परवारो म एक स

ादा बक खात ह लिकन उ यह नही पता िक सडी िकस म आयगी नगड़ी म िजस बक मनजर स हम िमल उ भी नही पता था िक

सरकार सडी क िलए खात का चयन कस करती ह इस वजह स लोग इधर-उधर भटक रह ह नयी िसम स हो रही परशानी का यह

कवल एक उदाहरण ह लोगो क मन म नयी णाली क िनयमो क बार म अभी ता नही हउदाहरण क तौर पर उ ऐस लगता ह िक

यिद सडी नही आयी और िकसी महीन वह चावल नही खरीद पाय तो उनका राशन काड काट िदया जायगा इस डर क चलत कछ लोग

परवार वालो स कज लकर पीडीएस का चावल खरीद रह ह िपछल साल ममी न एलान िकया था िक नगड़ी खड झारखड का सबस

पहला lsquoकशलस ॉकrsquo होगा और अब सरकार ही उस खड म लोगो को जरत स ादा कश सभालन पर मजबर कर रही ह कवल

राशन काडधारी ही नही इस वथा स पीडीएस डीलर भी परशान ह डीबीटी िसम म अनाज बाटन म पहल स ादा िदन लगत ह

ोिक जस-जस लोग पस की िनकासी कर लत ह वस-वस रोज दो-चार लोग दकान पर आत ह नयी णाली न बक का काम भी बढ़ा िदया

ह नगड़ी म लोगो की ापक परशानी न िवप की पािटयो को एक बड़ा मौका तोहफ क प म दान िकया ह िजस िदन हम नगड़ी गय

खड कायालय क बाहर ही झारखड म मोचा का दशन चल रहा था उसक कछ हो बाद ही (फरवरी 2018 को) सीपीएम न दशन

की घोषणा की ह अगर रा सरकार चार बद नही करती ह और इस म क ावहारक पहलओ पर ान नही दती ह तो झारखड एक

नयी आपदा की और बढ़गा सरकार की मशा नगड़ी योग को आग बढ़ाना ह जहा बिकग वथा और भी कमजोर ह ऐस म हजारो की

सा म लोग खासकर कमजोर लोग नयी णाली स नही जझ पायग Concluding mark इस बात की आशका स इकार नही िकया जा सकता िक उ भख का सामना भी करना पड़ सकता ह उीद ह िक सरकार और

जनता क बीच इस म पर ज ही सवाद का मच बनगा और इस िसम क ावहारक प को समझ कर कोई सधारवादी और

ठोस पहल की जा सकगी तािक जनता क भोजन क िअधकार को सिनित िकया जा सक अथा अगल चनाव म लोग क पास

सरकार को इसका कड़ा जवाब दन का बड़ा मौका होगा

बढ़ता इटरनट अथवथा को बर डोज Rajasthan_Patrika Internet some facts भारत दिनया का दसरा सबस बड़ा इटरनट उपयोगकता दश ह भल ही इसकी पच मा 40 फीसदी जनता तक ही

ह अनमान ह िक इटरनट तक पच म हर 10 फीसदी व क साथ दश को अपन सकल घरल उाद म लगभग 1 फीसदी तक की बढ़त

िमलती ह यानी अथवथा को बर डोज हालािक बाजार म आई यह व काफी हद तक डटा की कीमत पर भारी छट और म

कॉिलग सवाओ की वजह स आई ह िजसकी पशकश बाजार म उतरी एक नई कपनी की ओर स की गई Challenges to Telecom centre

दरसचार सर कई चनौितयो का सामना कर रहा ह दरसचार कपिनया 46 लाख करोड़ पए क कज स सघष कर रही ह जबिक

राज 2 लाख करोड़ पए तक िगर गया ह ष 2018 म 5- जी की चचा ह दरसचार कपिनयो न 5-जी को लान की तयारया श कर दी ह

लगता ह िक अगल डढ़ साल क भीतर सभवत य सवा श भी हो जाएगी इटरनशनल टलीकॉम यिनयन (आईटीय) इसक िलए मानक

िनधारत कर रहा ह जो विक र पर लाग होग ऐसा होन पर जब उपकरण बड़ पमान पर उपल हो जाएग तब भारतीय बाजार क िलए

इनकी कीमत भी ावहारक हो पाएगी ऐसी सवाए िजनक िलए उ िवसनीयता विक कवरज और बत कम िवलबता की आवकता

होती ह 5-जी स नटविक ग कटरग और भडारण ससाधनो को एक ोाम और एकीकत बिनयादी ढाच म एकीकत करना सभव हो

जाएगा िजसस िबखर ए ससाधनो का एक अनकिलत व बआयामी उपयोग सभव होगा वही यह िफड मोबाइल और सारण सवाओ

क िमलन का भी काम करगा दश की मख दरसचार सवाओ की कपिनयो का ितिनिधकता सलर ऑपरटर एसोिसएशन ऑफ इिडया

(सीओएआई) न भी मी-कहोर lsquo5जी इिडया फोरमrsquo की शआत कर दी ह िजसस यह सिनित हो सक िक भारत म भी बाकी दिनया

क साथ ही यह तकनीक आ जाए सभावनाए अनत ह और इस म अगली पीढ़ी की सवाओ को सम िकया जा सकता ह और समच

म उत समाधान लाए जा सकत ह रा ीय दरसचार नीित (एनटीपी) 2018 का भी ल भारत को अगल दशक की ौोिगकी म वश

करवाना ह इटरनट ऑफ िथ (आईओटी) और ड ाइवरलस कार सवाए भी हकीकत बन सकती ह िडिजटल मता िनमाण ाचार म

भारत कशलस अथवथा जस महाकाी कायमो क िलए दरसचार सर अपन माम क जरए दश को आग ल जान म योगदान द

रहा ह

Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology (SEXTANT) NASA has invented a new type of autonomous space navigation that could see human-made spacecraft heading into the far reaches of the Solar System and even farther ndash by using pulsars as guide stars Itrsquos called Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology or SEXTANT What is it it uses X-ray technology to see millisecond pulsars using them much like a GPS uses

satellites SEXTANT works like a GPS receiver getting signals from at least three GPS satellites all of

which are equipped with atomic clocks The receiver m BENEFIT

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It will enable sustained human presence throughout the solar system as well as enhance and enable science in the outer solar system and beyond

High bandwidth communications and advanced navigation capabilities will enable future deep space exploration of the solar system and pinpoint navigation in near-Earth space

The X-ray navigation (XNAV) and communications (XCOM) project elements will focus on the development of the X-ray based technologies capable of providing accurate autonomous navigation and high bandwidth communications respectively beyond the inner solar system

easures the time delay from each satellite and converts this into spatial coordinates What are Pulsar A special kind of neutron star known as a pulsar emits periodic -- or repeating -- bursts of radio waves X-rays and gamma rays

BBIN मोटर वाहन समझौत न िफर स गित पकड़ी बा लादश भारत और नपाल न जन 2015 म ह तारत

बा लादश-भटान-भारत-नपाल (बीबीआईएन) मोटर वाहन समझौत (एमवीए) क तहत उप- म याी वाहन आवाजाही क

िलए परचालनगत ियाओ क मल िवषय पर सहमित जताई ह और ज द ही यह याी ोटोकॉल पर ह तार क िलए

आतरक मजरी ियाओ को परी करलगी ितभागी दशो न इस समझौत क तहत काग वाहनो क िलए और अिधक ट ायल

रन सचािलत करन पर भी सहमित जताई ह तीनो दशो क उ च तरीय अिधकारयो न बगल म 10-11 जनवरी को आयोिजत

एक बठक म एमवीए क काया वयन पर चचा की िजसका सयोजन एव अ यता भारत सरकार क सड़क परवहन एव

राजमाग मालय न की पयवक क प म भटान क आिधकारक िश टमडल न भी इस बठक म िह सा िलया इस

ऐितहािसक एमवीए पर 15 जन 2015 को भटान क िथ प म बीबीआईएन दशा क परवहन मियो ारा ह तार िकए गए

Motor Vehicle Agreement (MVA) क तहत काग वाहनो क िलए ट ायल रन का परचालन पव म कोलकाता-ढाका-

अगरतला एव िद ली-कोलकाता-ढाका ट क साथ िकया गया य परीण समझौत क आिथक लाभो को रखािकत करन म

सफल रह बा लादश-भारत-नपाल न पहल ही एमवीए की अिभपि कर दी ह और तीनो ह तारकता दशो क बीच एमवीए क

काया वन पर सहमित जताई ह भटान इस समझौत पर पि करन क बाद इसम शािमल आ Financial help िशयाई

िवकास बक (एडीबी) दिण एिशया उप ीय आिथक सहयोग (एसएएसईसी) को अपनी सहायता क एक िह स क प म

बीबीआईएन एमवीए को तकनीकी परामशदाी एव िव तीय सहयोग उपल ध कराता रहा ह

किष को ावहारक और लाभकारी बनान क िलए रणनीितया यिप किष अिधकतर भारतीयो की म आजीिवका ह परत िकसानो को यह वसाय आकषक नही लगता ोिक इसम आय तथा

उादकता कम ह ती समावशी और सतत िवकास की रणनीितयो को िकसानो की समाओ को हल करना होगा

िकसानो की उादकता और उनक लाभाजन क िलए 12 पहल- पहली बहतर बीजो का इमाल तािक उादकता म 15 स 20 ितशत की व हो

दसरी किष उादकता बढ़ान क िलए उवरको का सतिलत इमाल जरी

तीसरी सीमा और छोट िकसानो ारा नवाचार अपनान की िदशा म सामियक सथागत ऋण म भिमका िनभाता ह

चौथी द पालन मछली पालन और मग पालन जसी सबिधत गितिविधयो क साथ खती को जोड़ना और िवार करना इस कदम स

िकसानो की आय बढ़ान म महपण योगदान होता ह

पाचवी भारत म खती क यीकरण को बढ़ाना होगा

छठवी किष गितिविधयो को तज करन और किष को बागवानी स जोड़न तथा पहाड़ म किष क यीकरण स िकसानो की आय बढ़ सकती ह

सातवी किष आधारत उोगो क ोाहन क मनजर ईको-णाली को मजबत करना होगा

आठवी पानी क इमाल क ित बहतर समझ बनानी होगी

नौवी िकसानो को उपभोा म क बड़ िह को समझना होगा

दसवी हम भ-नीित म मलभत सधारो पर गौर करना होगा

ारहवी हम जलवाय परवतन क मनजर किष गितिविधयो को िवकिसत करन की जरत ह

बारहवी ान को साझा करन की ियाओ को द करना होगा

अय ऊजा बनाम कोयला भारत क कोयला ससाधनो (जो म प स पव और म भारत म क ित ह) और भारत क मख सौर एव पवन ऊजा ससाधन (जो मतः

पिमी और दिणी भारत म क ित ह) स सबिधत ह इनम ऐस थल नग ह जहा दोनो तरह क ससाधन ह

Renewable energy in India

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वतमान म भारत की थािपत िड रीय अय ऊजा की मता करीब 60 मगावाट ह िजनम स 57 मगावाट स ादा दश क उरी

दिणी और पिमी ो म क ित ह तीन फीसदी स भी कम अय ऊजा िफलहाल पव और पवरीय (िजस सामिहक प स पव

भारत कहा जाता ह) म क ित ह भगोल और मौसम पव भारत म िवकिसत की जा रही िड स जड़ी अय ऊजा की मता को बािधत

करत ह

Is growth of Renewable energy harmful लिकन अय ऊजा क रत िवार क गभीर परणाम होग अगल पह-बीस वष म धीर-धीर अय ऊजा ारा कोयला आधारत िबजली

उादन की जगह लन की सभावना ह िफर अय ऊजा क िवकास स कछ रोजगार या िविनमाण लाभ कोयला ो वाल राो को िमलन

का अनमान ह मम स दीघकाल म इस बात की काफी आशका ह िक अय ऊजा क िवकास स न िसफ कोयला आधारत िबजली

उादन भािवत होगा ब कोयला खनन की सभावनाए भी घट जाएगी इसका ितकल असर न कवल भारत क कोयला सयो (िजोन

सरकारी बको स कज िलया ह) पर पड़गा ब कोल इिडया िलिमटड स कोयला उठान पर भी पड़गा िपछल वष कोल इिडया िलिमटड को

अािशत थित स भी गजरना पड़ा जब उसक भडार म अितर कोयला था मगर उस खरीदार नही िमल रह थ आिथक सवण

2016-17 न दो रा ीय वियो को उजागर िकया ह जो अय ऊजा अपनान क िवतरण सबधी भाव का िवार कर सकत ह पहला

भारतीय राो क बीच आय क र पर एक ापक ीय अतर ह पव रा दश क बाकी िहो स पीछ रह ह दसरा िपछल दशक म

स राो को पनिवतरत ससाधन हातरण म तजी स व ई ह अय ऊजा को अपनान और धीर-धीर कोयला को िवथािपत करन स

रोजगार क नकसान क जरय सभवतः आय म अतर बढ़गा और रॉयी तथा कर राज खोन की वजह स कोयला आधारत राो क िलए

ससाधन हातरण बढ़गा कोयला खनन और उोगो की तरफ इसका वाह बड़ काणकारी रा और क सरकार तथा झारखड

ओिडशा पिम बगाल और छीसगढ़ जस राो क बीच िवीय समझौत का एक महपण िहा ह दशको स कोयला खनन स रॉयी

और कर राज रा बजट को सहयोग करत ह कोल इिडया और इसकी सहायक कपिनयो क कॉरपोरट सामािजक उरदािय खच न

पव इलाक क बिनयादी ढाच और सामािजक िवकास म बड़ी भिमका िनभाई ह और कोयला खनन और परवहन क सथानो क आसपास

गभीर सरण नटवक का िवकास िकया ह इन ो म कोयला खनन िसफ आिथक गितिविध नही ह ब राजनीितक लामबदी का एक

ाथिमक आधार भी ह यह आयजनक नही िक जब भी कोल इिडया िलिमटड का रा ीयकरण ख करन का मा उठा ह इस म

राजनीितक ितरोध तज हो गया ह पव भारत म अय ऊजा बनाम कोयल की बहस भारतीय िनवश पर की एक बड़ी समा को

परलित करती ह-िनजी पजी का वाह उी राो की तरफ होता ह जहा शासिनक समाए कम हो वसाय का माहौल बहतर हो

और रत लाभ की सभावना उ हो जस गजरात महारा और आ दश नतीजतन ादा ितकल कारोबारी माहौल वाल राो (जस

पव भारत) म िनवश की कमी परी करन की िजदारी सावजिनक और सरकारी ािम वाल उपमो (एसओई) पर आती ह

Renewable energy is future but is it for present अय ऊजा की गित कन वाली नही ह लागत और पयावरणीय परणाम दोनो क िलहाज स यह न कवल भारत म ब विक र पर एक

बड़ ऊजा बदलाव का सकत करता ह लिकन जसा िक अरिवद समम न इस पहली को सही ढग स त िकया ह-अय ऊजा भिव

हो सकता ह लिकन ा यह वतमान ह हाल ही म टरी म िदए अपन ाान म उोन िविभ आिथक कारणो को रखािकत करत ए कहा

िक भारत को अकाल क िलए अय ऊजा क मामल म धीमी गित अपनानी चािहए लिकन अय ऊजा क मसल पर धीमी रार का

कारण परी तरह स आिथक नही ब राजनीितक भी ह भारत का कोयला बड़ी आबादी वाला और चनाव की ि स बहद ासिगक ह

अगर अय ऊजा अपनान क बाद क ितकल परणामो स नही िनपटा गया तो इस क लोग ती िवरोधी ितिया जता सकत ह धीर-

धीर बदलाव की िया भारत म अ ो म भी कारगर रही ह-यह मामन का कारण नही ह िक ऊजा का मामला अलग ह

पयावरण को लील रहा शहर का दायरा नकसान की म वजह अिनयोिजत शहरीकरण urbanisation 2050 तक भारत की 60 फीसद आबादी शहरो म रहन लगगी वस भी 2011 की जनगणना क मतािबक कल 31 फीसद आबादी अभी शहर म

िनवास कर रही ह साल दर साल बढ़ती गरमी गाव-गाव तक फल रहा जल-सकट का साया बीमारयो क कारण पट रह अताल ऐस कई

मसल ह जो आम लोगो को पयावरण क ित जागक बना रह ह कही कोई नदी तालाब क सरण की बात कर रहा ह तो कही कोई पड़

लगा कर धरती को बचान का सक ल रहा ह तो वही जगल व वहा क बािशद जानवरो को बचान क िलए यास कर रह ह लिकन भारत जस

िवकासशील दश म पयावरण का सबस बड़ा सकट lsquoशहरीकरणrsquo एक सम िवषय क तौर लगभग उपित ह

Indian Urbanisation Pseudo Urbanisation असल म सकट जगल का हो या िफर वाय का या िफर पानी का सभी क मल म िवकास की वह अवधारणा ह िजसस शहर पी सरसा

सतत िवार कर रही ह और उसकी चपट म आ रही ह कित और नसिगकता अपन दश म सित मानवता और बसावट का िवकास

निदयो क िकनार ही आ ह सिदयो स निदयो की अिवरल धारा और उसक तट पर मानव-जीवन फलता-फलता रहा ह बीत कछ दशको म

िवकास की ऐसी धारा बही िक नदी की धारा आबादी क बीच आ गई और आबादी की धारा को जहा जगह िमली वह बस गई यही कारण ह िक

हर साल क नगर बन रह ह और नगर महानगर बहतर रोजगार आधिनक जनसिवधाए और उवल भिव की लालसा म अपन पनी

घर-बार छोड़ कर शहर की ओर पलायन करन की वि का नतीजा ह िक दश म एक लाख स अिधक आबादी वाल शहरो की सा 302 हो

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गई ह जबिक 1971 म ऐस शहर मा 151 थ यही हाल दस लाख स अिधक आबादी वाल शहरो का ह इसकी सा गत दो दशको म दगनी

होकर 16 हो गई ह

पाच स 10 लाख आबादी वाल शहर 1971 म मा नौ थ जो आज बढ़कर आधा सकड़ा हो गए ह िवशषो का अनमान ह िक आज दश की

कल आबादी का 850 ितशत िहा दश क 26 महानगरो म रह रहा ह िव बक की ताजा रपोट बताती ह िक आन वाल 20-25 सालो म 10

लाख स अिधक आबादी वाल शहरो की सा 60 स अिधक हो जाएगी िजनका दश क सकल घरल उाद म योगदान 70 ितशत होगा एक

बात और बहद चौकान वाली ह िक भारत क ामीण ो म गरीबी रखा स नीच रहन वालो की सा शहरो म रहन वाल गरीबो क बराबर ही

ह यह सा धीर-धीर बढ़ रही ह यानी यह डर गलत नही होगा िक कही भारत आन वाली सदी म lsquoअरबन मrsquo या शहरी मिलन बयो म

तील न हो जाए

Urbanisation and How it engulfing Environment शहर क िलए सड़क चािहए िबजली चािहए मकान चािहए दर चािहए इन सबक िलए या तो खत होम हो रह ह या िफर जगल जगल को

हजम करन की चाल म पड़ जगली जानवर पारपरक जल ोत सभी कछ न हो रहा ह यह वह नकसान ह िजसका हजाना सभव नही ह

शहरीकरण यानी रार रार का मतलब ह वाहन और वाहन ह िक िवदशी मा भडार स खरीद गए ईधन को पी रह ह और बदल म द रह

ह दिषत वाय शहर को ादा िबजली चािहए यानी ादा कोयला जलगा ादा परमाण सय लगग िदी कोलकातापटना जस

महानगरो म जल िनकासी की माकल वथा न होना शहर म जल भराव का थाई कारण कहा जाता ह मबई म मीठी नदी क उथल होन

और 50 साल परानी सीवर वथा क जजर होन क कारण बाढ़ क हालात बनना सरकार ीकार करती रही ह बगल म पारपरक

तालाबो क मल प म अवािछत छड़छाड़ को बाढ़ का कारक माना जाता ह शहरो म बाढ़ रोकन क िलए सबस पहला काम तो वहा क

पारपरक जल ोतो म पानी की आवक और िनकासी क परान राो म बन गए थाई िनमाणो को हटान का करना होगा यिद िकसी पहाड़ी

स पानी नीच बह कर आ रहा ह तो उसका सकलन िकसी तालाब म ही होगा ऐस जोहड़-तालाब कीट की निदयो म खो गए ह परणामत

थोड़ी ही बारश म पानी कही बहन को बहकन लगता ह महानगरो म भिमगत सीवर जल भराव का सबस बड़ा कारण ह जब हम भिमगत

सीवर क लायक सार नही सीख पा रह ह तो िफर खल नालो स अपना काम ो नही चला पा रह ह पोलीथीन घर स िनकलन वाल

रसायन और न न होन वाल कचर की बढ़ती मा कछ ऐस कारण ह जोिक गहर सीवरो क दन ह शहर का मतलब ह औोिगकीकरण

और अिनयोिजत कारखानो की थापना का ही दखद परणाम ह िक तकरीबन सभी निदया अब जहरीली हो चकी ह नदी थी खती क िलए

मछली क िलए दिनक काय क िलए न िक उसम गदगी बहान क िलए

गावो क क को क शहर और शहरो क महानगर म बदलन की होड़ एक ऐसी मग मरिचका की िला म लगी ह िजसकी असिलयत

कछ दर स खलती ह दर स जो जगह रोजगार सफाई सरा िबजली सड़क क सख क क होत ह असल म वहा सास लना भी गनाह लगता

ह शहरो की घनी आबादी सामक रोगो क सार का आसान जरया होत ह यहा दिषत पानी या हवा भीतर ही भीतर इसान को खाती रहती

ह और यहा बीमारो की सा ादा होती ह दश क सभी बड़ शहर इन िदनो कड़ को िनबटान की समा स जझ रह ह कड़ को एक

करना और िफर उसका शमन करना एक बड़ी चनौती बनता जा रहा ह एक बार िफर शहरीकरण स उपज रह कचर की मार पयावरण पर

ही पड़ रही ह

असल म शहरीकरण क कारण पयावरण को हो रहा नकसान का मल कारण अिनयोिजत शहरीकरण ह बीत दो दशको क दौरान यह

परपाटी पर दश म बढ़ी िक लोगो न िजला मालय या को की सीमा स सट खतो पर अवध कालोिनया काट ली इसक बाद जहा कही

सड़क बनी उसक आसपास क खत जगल तालाब को वध या अवध तरीक स कीट क जगल म बदल िदया गया दश क अिधकाश शहर

अब सड़को क दोनो ओर बतरतीब बढ़त जा रह ह न तो वहा सावजिनक परवहन ह न ही सरा न ही िबजली-पानी की नतम आपित

Q UPSC 2016 माीित को िनयित करन क उपाय माीित को िनयित करना क

सरकार की ाथिमकता रही ह सरकार न इसक िलए कई कदम उठाए ह जो िनिलखत ह

जमाखोरी और कालाबाजारी क खलाफ कारवाई करन आवक व अिधिनयम 1955 और कम आपित वाली वओ की

कालाबाजारी िनवारण एव आवक व अनप अिधिनयम 1980 को भावी ढग स लाग करन क िलए जरत पड़न पर समय-

समय पर रा सरकारो को परामिशकाए जारी की जा रही ह कीमत और उपलता की थित क आकलन क िलए िनयिमत

तौर पर उ रीय समीा बठक की जा रही ह य बठक सिचवो की सिमित अतर मालय सिमित कीमत थरीकरण िनिध

बधक सिमित और अ िवभागीय र पर की जाती ह उादन को बढ़ावा दन क िलए खा पदाथ क अिधकतम समथन म

(एमएसपी) की घोषणा की गई इसका उ खा पदाथ उपलता बढ़ाना भी ह िजसस कीमतो को कम रखन म मदद िमलगी

दालो ाज आिद किष वओ की कीमतो म उतार-चढ़ाव को िनयित करन क िलए कीमत थरीकरण िनिध (पीएसएफ) योजना

लाग की जा रही ह खदरा कीमतो को बढ़न स रोकन क यासो क तहत सरकार न दालो क सरित भडार (बफर ॉक) को 15

लाख मी टन स बढ़ाकर 20 लाख मी टन करन का अनमोदन िकया इस म म 20 लाख टन तक दालो का सरित भडार तयार

िकया गया राोसघ शािसत ो को सावजिनक िवतरण णाली क माम स िवतरत करन मा भोजन योजना आिद क

िलए सरित भडार स दाल दी जा रही ह इसक अलावा सना और कीय अ स बलो की दाल की जरत को परा करन क

िलए भी सरित भडार स दालो का उपयोग िकया जा रहा ह सरकार न अल 2018 तक चीनी क ॉिकोडीलरो पर ॉक

होग की सीमा तय कर दी ह सरकार न उपलता को बढ़ावा दन और कीमतो को कम बनाए रखन क िलए चीनी क िनयात

पर 20 ितशत श लगाया श सीमा श पर 5 लाख टन की चीनी क आयात को अनमित दी गई इसक बाद 25 ितशत

श पर 3 लाख टन अितर आयात की अनमित दान की गई साख प पर सभी कार क ाज क िनयात की अनमित दी

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जाएगी जो 31 िदसबर 2017 तक 850 डॉलर ित मी टन नतम िनयात म (एमईपी) स सब होगा राोसघ शािसत ो

को ाज पर भडारण सीमा लगान की सलाह दी गई ह राो स अपनी ाज की जरत की सचना दन का अनरोध िकया गया

िजसस उपलता बढ़ान और कीमतो म कमी लान क िलए आवक आयात की िदशा म कदम उठाए जा सक

भारत को अभी lsquoलट कवजर ाजलrsquo का सामना नही करना पड़ रहा ह एक अ याय म सवण न यह समीा की ह िक भारत क िलए आव यक lsquoलट कवजर ाजल की अवधारणाए िकस हद तक सही

ह और ा इस ासल स आन वाल वष म भारत क िवकास पर भाव पड़न की सभावना ह सवण म यह दशाया गया ह िक

वतमान यग आिथक समसयन का ह जहा भारत सिहत गरीब दश सम दशो की तलना म ा दा तजी स आग बढ़ ह और

उोन अपन जीवन-यापन की थित म अतराल को भरा ह 1960 म भारत एक कम आय वाला दश स भारत 2008 म िनत म

आय वाला दश बन गया था और अब यह मा आय हर हािसल करन की िदशा म यासरत ह तथािप ऐसी कछ िचताए ह िक

भारत जस लट कवजर दशो क िलए सम य की िया म सीम आ सकती ह जो विक िवीजय सकट क पा त इस

परवतन को साथक बनान का यास कर रह ह सवण म यह कहा गया ह िक आिथक िवकास की िया म आवसक लट

कवजर ाजलrsquo की िचताओ स िनपटन क िलए भारत को चार चनौितयो का हल करना होगा इन चार चनौितयो म विकीकरण

क िव िववाद िजसस िनयात अवसरो म कमी आती ह कम उादकता ो स उ उापदकता ो (ढाचागत परवतन) म

ससाधनो क अतरण म समापए ाोिगकी-सघन कायथारन क मागो क अनप मानव पजी क उनयन की चनौती तथा

जलवाय परवतन-रत किष दबाव स िनपटना शािमल ह क विकरण क िव बढ़ता अीीकरण या िववाद ndash जापान

दिण कोरया और चीन जस अल कवजर दश अपन कवजस अविधयो क 30 वष तक 15 ितशत स अिधक पो एवरज िवकास

दर ाज करन म सम रह तथािप भारत जस लट कवजर दशो क िलए ाकपार वातावरण बदल चका ह रत विकरण क

िव िवकिसत दशो म िववाद स 2011 स िवव ालपार जीडीपी अनपातो म िगरावट आई ह इसका अथ ह िक िनयात अवसरो

म िगरावट िवशष प स जब िवकिसत दशो म राजनीित िनचल जीडीपी अनपातो की िदशा म व प स असर हो रही ह

ख कम उा दकता वाल ो स उ उानदकता वाल ो म ससाधनो क अतरण की किठनाइया या बािधत ढाचागत परवतन

सफल िवकास क िलए ससाधनो को कम उ पादकता वाल ो स उ च उ पादकता वाल ो म परवितत िकए जान की

आव यकता होती ह ढाचागत परवतन तब िन फल होता ह जब अनौपचारक कम उाजदकता वाल ो स मामली प स कम

अनौपचारक या अिधक उाादकता वाल ो म ससाधनो को परवितत िकया जाता ह भारत म अपयनो म सम िवकास

और बहतर िवकास क बीच एक कमजोर सह-सबध दशाया गया ह ग ौोिगक-सघन कायबल की मागो क अनप मानव पजी

का उकयन भारत जस लट कवजर दश ढाचागत परवतन क िलए आवक ाथिमक िशा उपली करान म भी िवफल रह ह

सवण क िन ष म यह दशाया गया ह िक 3 स 8 वी तक की काओ म लगभग 40 स 50 ितशत ामीण बय ाथिमक

िशण मानको की पित नही कर सकत ह यह िवफलता काफी महगी पड़गी ोीिक नय ढाचागत परवतन क िलए मानव पजी

और दर चला जाएगा और ौोिगकी कौशल यढ मानव पजी की माग करगी िफर भी यह एक अीज बात ह िक 2014 स

इस िदशा म सधार आन लगा ह घ जलवाय परवतन-रत किष दबाव िवकासशील दशो की तलना म िवकिसत दशो की किष

उ पादकता की िवकास दर िनरतर अिधक रही ह भारत क सबध म किष उ पादकता िवकास दर थायी रही ह जो िक िपछल 30

वष क दौरान औसतन प स लगभग 3 ितशत रही ह तापमान म व स किष भािवत होती ह और बरसात पर काफी

ाशदा िनभर रहती ह लट कवजर दशो क िलए किष उापदकता न कवल लोगो क आहार क िलए महनपण ह ब उन

ो म मानव पजी उपलता सिनित करन क िलए भी महहपण ह जो किष स आधिनक ो की ओर तीाल हो रह ह

सवण म यह वणन िकया गया ह िक भारत म िवकास कम उाोदकता वाल ो स उ उायदकता और गाव क ो

म म ससाधनो क सीिमत अतरण क कारण आ ह और यह किष िवकास दर म अपाकत मामली व क बावजद ह तजी स

बढ़ती मानव पजी भारत की गाकपक िवकास दर च को कायम रखन क िलए काफी महतपण होगी बहतर था यी

िवकास हािसल करन हत जलवाय परवतन और जल अभाव जस मलत मो की तलना म तजी स बढ़ती किष उादकता की

भिमका अहम होगी आज भारत को lsquoलट कवजर ालrsquo का सामना नही करना पड़ रहा ह लिकन इसस बच रहन क िलए भारत

को समय पर सही कदम उठान होग

ा ह एक साथ हो रहा सपरमन मन और चहण

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Blue Moon Suopermoon सपरमन वह खगोलीय घटना ह िजसक दौरान चमा पी क सबस करीब होता ह और 14 फ़ीसदी अिधक चमकीला भी इस

परगी मन भी कहत ह धरती स नजदीक वाली थित को परगी (356500 िकलोमीटर) और दर वाली थित को अपोगी (406700

िकलोमीटर) कहत ह BLUEMOON यह महीन क दसर फल मन यानी पण च का मौक़ा भी ह जब फलमन महीन म दो बार होता

ह तो दसर वाल फलमन को मन कहत ह डमनः च हण क दौरान पी की छाया की वजह स धरती स चाद काला िदखाई

दता ह 31 तारीख को इसी चहण क दौरान कछ सक ड क िलए चाद परी तरह लाल भी िदखाई दगा इस ड मन कहत ह यह

थित तब आती ह जब सय की रोशनी िछतराकर होकर चाद तक पचती ह परावतन क िनयम क अनसार हम कोई भी व उस

रग की िदखती ह िजसस काश की िकरण टकरा कर हमारी आखो तक पचती ह चिक सबस लबी तरग द (ववलथ) लाल रग

का होती ह और सय स सबस पहल वो ही चाद तक पचती ह िजसस चमा लाल िदखता ह और इस ही ड मन कहत ह

Condition for Lunar Eclipse सय की परमा क दौरान पी चाद और सय क बीच म इस तरह आ जाती ह िक चाद धरती की

छाया स िछप जाता ह यह तभी सभव ह जब सय पी और चमा अपनी का म एक दसर क िबल सीध म हो पिणमा क िदन

जब सय और चमा की बीच पी आ जाती ह तो उसकी छाया चमा पर पड़ती ह इसस चमा क छाया वाला भाग अधकारमय

रहता ह और इस थित म जब हम धरती स चाद को दखत ह तो वह भाग हम काला िदखाई पड़ता ह इसी वजह स इस च हण

कहा जाता ह

बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात

किष बजट दश क िकसानो की आमदनी बढ़ाकर साल 2022 तक दोगना करन का ल - 86 ितशत स ादा िकसान छोट या सीमात िकसान ह इनक िलए माक ट तक पचना आसान नही ह इसिलए सरकार इ ान -

रखकर इा र का िनमाण करगी - भारत एक किष धान दश ह ऐस म हम हमार िजलो म र बड िडवलपमट मॉडल तयार

करन की आवकता ह - दश क िकसानो क अथक परम का परणाम ह - लगभग 300 िमिलयन टन फलो और सयो का रकॉड

उादन आ ह - ई-नम को भी हमन िकसानो को तहत जोड़ा ह तािक िकसानो को जहा ादा म िमलती ह - 585 APMC को ई-नम

क जरए जोड़ा जाएगा यह काम माच 2019 तक ही ख हो जाएगा - िजतन गाव ह उनको किष क बाजारो क साथ बिढ़या सड़क माग स

जोड़न की योजना ह - हर िजल म र मॉडल पर िवकिसत करन की आवकता ह - ऐस पौध िजनका दवाइयो म इमाल होता हो

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उनका भी सरकार उादन बढ़ान क िलए बढ़ावा दगी - जिवक खती को बढ़ावा िदया जाएगा इसक िलए सरकार परा यास कर रही ह -

टमाटर आल ाज का इमाल मौसम क आधार पर होता ह सालभर ऑपरश ीन लॉ की जाएगी ऑपरशन ड की तौर पर 500

करोड़ पय इसक िलए रख जाएग - िडट काड मछआरो और पशपालको को भी िमलगा - 42 मगा फड पाक बनगा - मछली पालन

और पशपालन क िलए 10 हजार करोड़ पय रख जा रह ह बास की पदावार बढ़ान क िलए - िकसान किष लोन की सिवधा स विचत रह

जात ह य बटाईदार होत ह िजनको बाजार स कज लना पड़ता ह नीित आयोग ऐसी वथा बना रहा ह िक ऐस िकसानो को कज लन म

सिवधा िमल

Why are farmers distressed across India 2017 म दशभर म िकसानो ारा कई दशन िकए गए| इसम 184 िकसान समहो ारा िकया गया दशन काफी चिचत रहा| भारत म किष

अपनी अथरता क िलए िस ह िफर वह चाह उादन क र पर हो म क र पर अथवा बाजार म उतार -चढ़ाव क| 2006 म गिठत

नशनल कमीशन ऑफ फामर क अ ामीनाथन न दश म िकसानो की वतमान थित पर िचता जािहर की थी| यिद किष की वािषक

व पर नजर डाल तो किष की अथरता का माण सामन आ जाता ह| 2012 -13 म15 2013-14 म 56 2014-15 म -02

तथा 2015-16 म किष व दर 07 रही|

ो ह यही थित - भिम पर बढ़ता बोझ

किष भिम का औसतन ित उपलता कम होत जाना| वतमान म यह उपलता घटकर 115 हयर रह गई ह|

भारत म छोट तथा सीमात िकसान)िजनक पास 2 हयर स कम की भिम होती ह ( की सा कल िकसान की सा का 72 ितशत ह|

िकसानो ारा ऋण स म क साथ -साथ जलवाय परवतन आपदा म म उतार चढ़ाव तथा बाजार की शयो स ितरोध क म म

लाभ की थित नही रहती ह|

िकसानो की थर आय म बाधक पहल - फसल उादन म मौजद जोखम िकसानो की आय क कम होन का मख कारण ह जस फ़सलो म बीमारी का होना फसल उादन क

िलए आवक आगतो जस बीज अथवा िसचाई का समय पर उपल न हो पाना इािद|

सरकार ारा उिचत लाभकारी म की ा न होना

िबचौिलयो ारा िकसानो का शोषण करना

एपीएमसी कानन की िवफलता

सखा बाढ़ तथा बमौसम बरसात जस कारको का उपथत होना|

भारत म माग एव पित की लोचशीलता किष सबधी गितिविधयो कोई बड़ र पर भािवत करती ह| भारत म िकसान अपन उाद को अिधक

समय तक अपन पास नही रख सकत या य कह िक उनक पास भडारण की उिचत सिवधा उपल नही ह िजसक कारण उ िबचौिलयो को

या िकसी थानीय ापारी को ही अपना माल बचना पड़ता ह िजसस उ उिचत म की ा नही हो पाती| एक अयन क अनसार यह

बात प स सामन आई ह की िपछल कछ दशको म किष सबधी लागत म िजतनी व ई ह इतनी व िकसानो क लाभ म दखन को

नही िमली ह यही कारण ह की किष आज एक लाभ िवहीन बनकर रह गई ह|

Qकिष उादो क मो म उतार चढ़ाव तथा कम पारतोिषक जसी समा को ितध बाजारो

ारा तथा कछ ऐस ही आवक सधारो क ारा दर िकया जा सकता ह| चचा कर | Price fluctuation and low and unremunerative prices for farm produce can be addressed through competitive markets and much-needed reformsDiscuss

Q भारत म किषगत आधार सधार तीन भो पर िटक ह - सथान जो िनयम बनात ह बाजार म

काय करन वाल एजटस का पारतोिषक तथा आधिनक ापार को बल दन वाल आधारभत

सरचना सबधी कारक| परीण कीिजए| Agricultural market reform in India rests on three pillarsmdash institutions that establish the rules of the game incentives for agents to participate actively in the market and infrastructure to support the modernised trading platform Examine Saving the environment and the economy क दश की कछ रा ीय समाए होती ह जस िक समावशन की समा या आिथक व की दर का कम होना |परत िवषण करन पर

यह िनष िनकाल कर आता ह िक िकसी भी समा का समाधान तभी सभव ह जब समाज भी उस समा की गहराई को समझ तथा

समाधान क ियायन की इा रखता हो| परत जलवाय परवतन एक ऐसी समा ह जो िक सभी दशो क िलए एक साझा समा क प म

ह| हालािक बत स िवषको न इस समा क समाधान क िलए कछ िबदओ को विक पटल पर सामन रखा ह परत यह समझना आवक

ह िक इन समाधान को ल तक पचान क िलए समाज का ोाहन तथा सहयोग तलनाक प स बड़ र पर होना चािहए| जसा िक सब

जानत ह की जलवाय परवतन मतः औोगीकरण क बाद स श आ जब 18वी शताी म जीवा ईधनो का सहारा लकर औोिगक

ाित ई| तब स लकर आज तक वायमडल म काबन डाई ऑाइड की माा लगातार बढ़ती जा रही ह | इसक ारा जलवाय पटन को

काफी हद तक ित िकया जा चका ह जस िक वाय दषण या दिषत वाय पर िव क सामन एक समा क प म ह सम का बढ़ता

जलर कई तटीय शहरो क िलए िवकराल प ल चका ह तथा ितवष हरीकन स मरन वालो की सा म व हो रही ह|

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अथशाी Geoffrey Heal अपनी पक एनडजड इकनोिमक म िलखत ह की जलवाय परवतन

स होन वाल नकसान िसफ वाय तथा जल जसी मलभत आवकताओ तक ही सीिमत नही ह ब ऐस ापार पर भी उनका भाव ह जो

ाकितक ोतो पर िनभर ह जस पॉिलनशन जलच वन सबधी इकोिसम इािद| इसका ताय यह ह की ाकितक ोतो का सरण कर

ापार म पजीगत लाभ को बढ़ाया जा सकता ह| ापार म िनवश और अिधक बढ़ाया जा सकगा तथा अथवथा उादकता दिशत करगी

एवम सबस महपण बात ऐसा करन स ाकितक पजी को एक लब समय तक सरित करक रख सकत ह|

विक सगठनो तथा सभी दश की सरकारो ऐस आिथक व को नकारना चािहए जो िव की

ाकितक पजी का नकाराक दोहन कर हम ऐसी आिथक व चािहए जो हरत अथवथा को ोाहन द िजसक माम स ऐसी आिथक

व की ा हो जो पयावरण सरण को ोािहत कर तथा साथ ही नवाचार सबधी उपायो को भी हतोािहत ना कर |

Graciela Chichilnisky जो िक कोलिबया क अथशाी तथा गिणत ह वह कहत ह की मन क अ को बनाए रखन क िलए आवक

ह िक वायमडल म िजतनी काबन डाइऑाइड आवकता स अिधक माा म ह उसको वायमडल स बाहर िनकाला जाए इस काम म

आन वाल खच क िलए वह यह ाव दत ह िक कचड काबन को वािण उो क िलए बचना सभव बनाया जाए िजसक िलए एक बाजार

का िनमाण िकए जान की आवकता ह यिद इस कार क नवाचारी उपायो को लाभदायक बनाया जा सकता ह तो यह सभव ह िक िनजी

काबन कचर जस काय म िदलची िदखाए तथा उन काय को सभव बना सक जो रा ीय सरकारी नही कर पा रही ह |

नवाचारी उपायो क साथ -साथ हम कछ चनोितयो जस िक जनसा व बढ़ता आ औोिगकीकरण तथा कमजोर गवनस पर भी ान दना

होगा तथा जलवाय परवतन की चनौितयो का सामना करत ए यह भी ान रखना होगा िक लोगो क जीवन र पर इसका नकाराक भाव

न पड़ |

जलवाय परवतन की चनोितयो का सामना करन क िलए िदन -ितिदन शोध सबधी काय बढ़ता जा रहा ह

िजसको दखकर हम िचता म हो सकत ह की शोध सबधी िनष को कपिनया तथा सरकार बढ़ावा दगी |परत ऐसा सभव नही होता ह िनजी

नवाचारी उपायो को तभी अपनाएगा जब वह उनक िलए लाभ सजन भी कर सक | दसरी सबस बड़ी समा यह ह की पयावरण अवनयन

मा अ तौर पर नही होता ह एव अ तौर पर होन वाल पयावरण हानी को एक सीमा तक ही िनयित िकया जा सकता ह जस

उदाहरण क िलए यिद मीनशनल कपिनयो ारा दषण को समा करन क िलए म अमरका म िवत प स वनीकरण िकया जाता ह

तो यह भी एक सीमा तक ही सभव ह ोिक िदन ितिदन बढ़ती जा रही जनसा क िलए भिम की उपलता भी बनाए रखनी आवक ह|

Dennis J Snower नामक अथशाी ारा कछ वष पहल यह बात रखी गई थी की गत प स िकए जान वाली पयावरण हानी

िजसको की सरकार तथा अतररा ीय सगठन नजरअदाज कर दत ह पयावरण की ित म अभतपव भिमका िनभाती ह जस मछली

पकड़ना जीवा ईधन क माम स खाना बनाना पानी का दपयोग करना उदाहरण प स िदखात ह की गत र पर

पयावरण की हािन कही ादा होती ह| तो आवक यह ह िक सरकार तथा अतरा ीय सगठन पयावरण हािन को रोकन क िलए को

लित करक नीित िनमाण कर |

एक और बड़ी समा यह ह बत सार दश अभी भी औोिगकीकरण की िया स गजर रह ह तो यिद कछ दश ित

दषण म होन वाल योगदान को कम करन का यास कर ग तो उनक ारा िकया गया यास औोिगकीकरण की िया स गजर रह दशो

ारा िकए गए दषण स थ चला जाएगा| इस कार की समाए काबन डाई ऑाइड क उजन को िनयण म रखन क यासो को

धा पचाती ह |इस बात को भी ीकार करना आवक ह िक कई सरकार िहतो म सतलन नही बना पाती| उदाहरण क िलए शशाली

मीनशनल कपिनया पयावरण मानको का उघन करती ह और सरकार भी उनक खलाफ कोई कायवाही नही कर पाती ोिक वह एक

बड़ी आय तथा रोजगार सजन का जरया होती ह |

अ बाधाए तब उ होती ह जब एक गरीब दश पिम क दशो को मानक मानकर धन अजन क

उो को सामन रखता ह ऐसी परथित म उस दश म सरकार ारा काबन उजन तथा दषण क िलए िकए जान वाल उपायो को लाग

करन म समाए आती ह|

एक रोचक त क अतगत यह आशका की जा रही ह िक नवीकरणीय ऊजा भिव म आय तथा रोजगार सबधी नई

चनौितयो को पदा कर सकती ह |आिथक िसातो क अनसार कोई भी नया उोग रोजगार सजन तभी कर सकता ह जब उादन म धान

हो और नवीकरणीय ऊजा क बार म यह आशका की जा रही ह िक भिव म यह पजी धान अिधक होन वाला ह|

िचता की बात यह ह की हमारी रा ीय सरकारो न अथवथा म थरता क नाम पर अनको रगलशन ािवत िकए ए जो भिव म ीन

इकॉनमी क नाम पर और भी कड़ बनाए जाएग इसक साथ ही गत र क यास ही पी पर मानव जीवन क भिव को िनधारत

कर ग|

Q िवकास और पयावरण परर िवरोधी आयाम ह| इस कथन क सभ म िवषण कीिजए की

ा भारत को अपनी आिथक व सामािजक िचताओ को दरिकनार कर पयावरणीय मो को

वरीयता दनी चािहए |

भारत म 64 फीसदी एटीबायोिट सरकार की मजरी क िबना ही िबक रह ह रपोट भारत म िबक रह एटीबायोिट का 64 फीसदी िहा ऐसा ह िज सरकार न मजरी ही नही दी ह यह अवध काम करन वालो म कई नामी

बरा ीय कपिनया भी शािमल ह ििटश शोधकताओ क एक अयन म यह बात सामन आई ह िवशषो का कहना ह िक इसक चलत इन

दवाइयो क बीमारयो क खलाफ बअसर होन क मामल बढ़ रह ह यह अयन ितित ििटश जनरल ऑफ ीिनकल फामाकॉलॉजी म

भी कािशत आ ह अयन म पाया गया िक 2007 स 2012 क बीच भारत म जो एफडीसी (दो अलग-अलग दवाओ का मल)

एटीबायोिट बच जा रह थ उनम स 64 फीसदी कीय मानक िनयण सगठन दवाओ (सीडीएससीओ) ारा ीकत नही थी जबिक भारत

म अब िबना ीकित क नई दवाइया बचना गर-काननी ह इन एफडीसी एटीबायोिट 500 स ादा दवा कपिनयो ारा 3300 स ादा

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नामो स बचा जा रहा था इनम 12 बरा ीय कपिनया ह भारत एटीबायोिट की सबस ादा खपत वाल दशो म शािमल ह साथ ही वह

उन दशो की पात म भी खड़ा ह जहा इन एटीबायोिट क बअसर होन क मामल बढ़ रह ह

इटरनट क डाटा पर ज पाना होगा काब नही तो बढ़ जाएगी िचता Dainik_Jagran धानमी न हाल म टजरलड क दावोस म आयोिजत वड इकोनॉिमक फोरम क उदघघाटन भाषण म एक अहम बात कही उोन कहा

िक आज डाटा बत बड़ी सपदा ह कहा जा रहा ह िक जो डाटा पर अपना काब रखगा वही दिनया म अपनी ताकत कायम रखगा Why it is essential to look into this matter

परी दिनया म आज डाटा क पहाड़ बनत जा रह ह उस पर िनयण की होड़ लगी ह भारत म ही गत पहचान सिनित करन वाल

काड यआइडीएआइ यानी आधार क जरय सरकार और कई िनजी कपिनया लोगो की सचनाए जमा कर रही ह विक र पर भी गगल

एल फसबक और माइोसॉ जसी दजनो कपिनया कई तरह स सभािवत ाहको का डाटा जटा रही ह इन कपिनयो को य सारी

सचनाए यानी डाटा तब िमलता ह जब कोई इनकी सवाओ क िलए खद को इनक पास पजीकत करता ह पजीकत करन क िलए

उपभोा को यजर आइडी बनानी होती ह िजसम नाम पता उ और मोबाइल नबर सिहत तमाम जानकारया दनी होती ह For example

फसबक या जीमल म अपना अकाउट खोलत व ही ऐसी कई सचनाए लोगो को इनक पास जमा करानी होती ह असल म आज की जो

हमारी िदनचया और जो कामकाज की थितया ह उनम इस िक का बत सा डाटा तो इटरनट और ाटफोन क िदनोिदन बढ़त

इमाल की वजह स अपन आप पदा हो रहा ह हम चलत-िफरत वाटसएप का इमाल करत ह गगल पर कोई चीज सच करत ह ाट

टीवी दखत ह या िकसी वबसाइट पर ट िफक अपडट करत ऑनलाइन शॉिपग वबसाइट स अपनी पसद का सामान खोजत ह तो इन सभी

ऑनलाइन गितिविधयो स ढर सा डाटा खद ही पदा हो जाता ह

Merger amp Acquisition for Data यह भी सच ह िक दिनया म कई कपिनया और ादा डाटा (असल म सचनाए) पान क िलए धन खच कर रही ह और ऐसी कपिनयो का

अिधहण भी कर रही ह तािक उ एकदम सटीक आकड़ व जानकारया िमल सक जस चार साल पहल 2014 म जब फसबक न 22 अरब

डॉलर म वाटसएप को खरीदा था तब सवाल उठा था िक आखर इस महग सौद की वजह ा ह महज 60 कमचारयो वाली कपनी क इस

अिधहण की असली वजह डाटा जटान की जग म सभािवत िती क वजद को ख करना था सवाल ह िक ा यह डाटा िकसी काम

का ह और ा इसक सबध म यह दावा सही ह िक िजसक पास िजतना डटा होगा वह उतना ताकतवर होगा इसका जवाब यह ह िक आज

बत स काम िसफ इस एकित डाटा क आधार पर सप हो रह ह इन सचनाओ पर बको को नए ाहक िमल रह ह ऑनलाइन शॉिपग

की वबसाइट अपना वसाय चला पा रही ह सरकारी योजनाए सही लाभािथयो तक पच और उनम िकसी तरह की दलाली और ाचार

की आशका ख हो सक तो यह भी सहीत डाटा की वजह स ममिकन हो पा रहा ह फसबक गगल का इमाल करन स लकर

ऑनलाइन खरीदारी करन और जीपीएस का इमाल करत ए कही घमन-िफरन की हमारी जरतो म यह सारा डाटा काम आता ह

साई यह ह िक आज की तारीख म वओ सवाओ जगहो स जड़ा िजतना ादा डाटा इटरनट और इसस जड़ी कपिनयो या खद सरकार

क पास मौजद होगा उनकी सचनाए ादा सटीक व तजी स जरत पड़न पर िमल सकती ह इस डाटा का सबस ादा इमाल आज

Artificial Intelligence amp Algorithm पर आधारत तकनीक म हो रहा ह Algorithm स यह अदाजा काफी सटीकता स लगाया जा सकता

ह िक कोई ऑनलाइन शॉिपग वबसाइट दखत व महज िवडो शॉिपग कर रहा ह या वाव म कछ खरीदना चाहता ह इसी तरह

एोर स व रहत पता चल जाता ह िक घरो म लग वॉटर रफायर क क डल बार या मन बदलवान की जरत ह िकसी कपनी क

पास िजतना अिधक और सटीक डाटा होगा वह उसक आधार पर अपनी सवाओ और उादो की गणवा म सधार कर सकती ह और इस

तरह नए ाहक खीच सकती ह हालािक डाटा पर िनयण पान यानी आिधप हािसल करन की बड़ी कपिनयो की कोिशशो क चलत इस

आशका को भी बल िमल रहा ह िक कही इसस व एकािधकार न हािसल कर ल और अपनी मनमानी न चलान लग असल म डाटा पर

मािलकाना हक हािसल करन की इस जग स कई इटरनट कपिनयो को बशमार ताकत िमल गई ह िजसस डाटा इकोनॉमी जसी नई

अवधारणा का ज हो रहा ह

Threat of misuse of Data एक खतरा इस डाटा क दपयोग का भी ह िजस तरह िपछल िदनो आधार स जड़ी सचनाओ क लीक होन की खबर िमली उसस इस

आशका को बल िमला था िक सरकार क पास जमा कराई जान वाली आम लोगो की जानकारया गलत हाथो म पड़ सकती ह और उसस बक

जालसाजी स लकर फज पासपोट तक बनाए जा सकत ह

यह आशका गलत नही ह इसीिलए सरकार न आनन-फानन म आधार स जड़ी सचनाओ की लीकज थामन वाली कई वथाओ का

एलान िकया था बहरहाल सवाल ह िक सबस ादा डाटा क साथ यिद कोई कपनी या सरकार ही ताकतवर बन गई तो ा होगा

हम यह उीद ादा तो नही कर सकत िक गगल फसबक एल या अमजन जसी कपनी इस कसौटी पर खरी उतर पाएगी लिकन

सरकारो स और इस बार म िव र पर बनाई जान वाली वथा स यह अपा कर सकत ह िक व डाटा क गलत इमाल को रोकन को

लकर कदम उठाए बात चाह सरकार की हो या िकसी िनजी कपनी की यिद डाटा की ताकत हािसल करन क साथ वह िजदारी िदखाती ह

और अपनी इस ताकत का इमाल समाज की भलाई म करती ह तो हम एक बहतर दिनया की उीद कर सकत ह

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भारत वन स िथित रपोट 2017 (India state of forest report 2017) India state of forest report 2017 Summery वन क मामल म भारत दिनया क शीष 10 दशो म ह ऐसा तब ह

जबिक बाकी 9 दशो म जनस या घन व 150 य तवग िकलोमीटर ह और भारत म यह 382 य तवग िकलोमीटर ह भारत क भ-भाग

का 244 ितशत िह सा वनो और पड़ो स िघरा ह हालािक यह िव व क कल भभाग का कवल 24 ितशत िह सा ह ओर इनपर 17 ितशत

मन यो की आबादी और मविशयो की 18 ितशत स या की जरतो को परा करन का दवाब ह सय त रा ट खा एव किष सगठन की

ताजा रपोट क अनसार भारत को दिनया क उन 10 दशो म 8 वा थान िदया गया ह जहा वािषक तर पर वन ो म सबस यादा व दज

ई ह दश म वन और वावरण की थित म 2015 की तलना म 8021 वग िकलोमीटर की व ई ह इसम 6778 वग िकलोमीटर की

व वन ो म ई ह जबिक वावरण म 1243 वग िकलोमीटर की बढो तरी दज की गई ह दश क कल भौगोिलक म वनो और

वावरण का िह सा 2439 ितशत ह पयावरण मी न कहा िक इसम सबस उ साहजनक सकत घन वनो का बढ़ना ह घन वन

वायमडल स सवािधक माा म काबन डाइऑ साइड सोखन का काम करत ह घन वनो का बढ़न स खल वनो का भी बढ़ा ह आ

दश कनाटक और करल का दशन सबस अ छा रहा आ दश म वन म 2141 वग िकलोमीटर की व ई जबिक कनाटक 1101

िकलोमीटर और करल 1043 वग िकलोमीटर व क साथ दसर व तीसर थान पर रहा क िहसाब स म य दश क पास 77414 वग

िकलोमीटर का सबस बड़ा वन ह जबिक 66964 वग िकलोमीटर क साथ अणाचल दश और छ तसीगढ मश दसर व तीसर थान

पर ह कल भ-भाग की तलना म ितशत क िहसाब स लीप क पास 9033 ितशत का सबस बड़ा वना छािदत ह इसक बाद

8627 ितशत तथा 8173 ितशत वन क साथ िमजोरम और अडमान िनकोबार ीप समह मश दसर व तीसर थान पर ह दश क

15 रा यो और क शािसत दशो का 33 ितशत भ-भाग वनो स िघरा ह इनम स 7 रा यो और सघ शािसत दशो जस िमजोरम लीप

अडमान और िनकोबार ीप समह नगालड मघालय और मिणपर का 75 ितशत स अिधक भभाग वना छािदत ह जबिक िपरा गोवा

िस कम करल उ तराखड दादर नागर हवली छ तीसगढ और असम का 33 स 75 ितशत क बीच का भभाग वनो स िघरा ह दश का 40

ितशत वना छािदत 10 हजार वग िकलोमीटर या इसस अिधक क 9 बड़ ो क प म मौजद ह भारत वन थित रपोट 2017 क

अनसार दश म क छ वन पित का 4921 वग िकलोमीटर ह िजसम वष 2015 क आकलन की तलना म कल 181 वग िकलोमीटर की

व ई ह क छ वन पित वाल सभी 12 रा यो म क छ वन पित म िपछल आकलन की तलना म सकारा मक बदलाव दखा गया ह

क छ वन पित जव िविवधता म सम होती ह जो कई तरह की पार थितकीय आव यकताओ को परा करती ह रपोट क अनसार दश म

वा वन एव वावरण का कल 582377 करोड़ घन मीटर अनमािनत ह िजसम स 421838 करोड़ घन मीटर वनो क अदर ह

जबिक 1603997 करोड़ घन मीटर वनो क बाहर ह िपछल आकलन की तलना म बा एव वावरण म 5399 करोड़ घन मीटर की

व ई ह िजसम 2333 करोड़ घन मीटर की व वन क अदर तथा 30657 करोड़ घन मीटर की व वन क बाहर ई ह इस

िहसाब स यह व िपछल आकलन की तलना म 3 करोड़ 80 लाख घन मीटर रही रपोट म दश का कल बास वाला 1569 करोड़

ह टयर आकिलत िकया गया ह वष 2011 क आकलन की तलना म दश म कल बास वाल म 173 लाख ह टयर की व ई ह बास

क उ पादन म वष 2011 क आकलन की तलना म 19 करोड़ टन की व दज ई ह सरकार न वन क बाहर उगाई जान वाली बास को

वो की णी स हटान क िलए हाल ही म ससद म एक िवधयक पारत िकया ह इसस लोग िनजी भिम पर बास उगा सक ग िजसस िकसानो

की आजीिवका बढ़ान म मदद िमलगी इसस दश म हर-भर ो का दायरा भी बढ़गा और काबन िसक बढान म भी मदद िमलगी रपोट म

दी गई जानकारी दश की वन स पदा की िनगरानी और उसक सरण क िलए वािनक पित पर आधारत बधन यव था और नीितया तय

करन म काफी सहायक ह यह रपोट भारत सरकार की िडिजटल इिडया की सक पना पर आधारत ह इसम वन एव वन ससाधनो क

आकलन क िलए भारतीय दर सवदी उपह रसोस सट-2 स ा त आकड़ो का इ तमाल िकया गया ह रपोट म सटीकता लान क िलए

आकड़ो की जाच क िलए वािनक पित अपनाई गई ह जल सरण क मामल म वनो क मह व को यान म रखत ए रपोट म वनो म

थत जल ोतो का 2005 स 2015 क बीच की अविध क आधार पर आकलन िकया गया ह िजसस पता चला ह िक ऐस जल ोतो म

आकलन अविध क दौरान 2647 वग िकलोमीटर की व दज ई ह

एकीकत खती स िमल सकता ह जमीन का अिधकतम लाभ अब फसलो क जरय मनाफा कमा पाना काफी मल हो चका ह ऐसी थित म अगर खती क साथ किष स जड़ी सह गितिविधयो को भी

जोड़ िदया जाए तो खती को आिथक प स ावहारक बनान क साथ िकसानो की श आय को भी बढ़ाया जा सकता ह ऐसा एकीकत

खती क जरय िकया जा सकता ह िजसम जमीन क उसी टकड़ स खाा चारा खाद और ईधन भी पदा िकया जा सकता ह हालािक इस

तरह की िविवध खती णाली म समािहत िकए जा सकन वाल किष उमो का चयन बहद सावधानी स करना चािहए इन सभी तरीको को

एक दसर क साथ तालमल म होना चािहए और जमीन एव अ ससाधनो की कम-स-कम खपत करन वाला होना चािहए एक साथ िकए जा

सकन वाल किष-अनषगी काय की कोई कमी नही ह इनम पशपालन बागवानी हबल खती मशम उादन मधमी पालन रशम

उादन म पालन और किष-वािनकी जस काम शािमल ह वस िकसान िमित खती की अवधारणा स अपरिचत नही ह करीब 80

फीसदी िकसान िनयिमत तौर पर खती क साथ मवशी भी रखत ह िजनम गाय एव भसो की बतायत होती ह मवशी पालन स िकसानो का

किष स सबिधत जोखम तो कम होता ही ह उसक अलावा उनकी आय और पोषण र म भी बढ़ोतरी होती ह कई िकसान बकरया भड़

या मिगया भी रखत ह लिकन अिधकाश खतो म िजस तरह की िमित खती की जाती ह वह एकीकत खती की णी म आन क लायक नही

ह दरअसल िमित खती म िविभ सहयोगी गितिविधयो को इस तरह स समािहत िकया जाता ह िक व सबिधत ो क िलए लाभदायक

सािबत हो सक सिवचारत एकीकत खती णाली क तहत एक अवयव क अपिशो अनादो और अनपयोगी जव ईधन का इस तरह स

पनचण िकया जाता ह िक वह दसर अवयव क िलए इनपट क तौर पर इमाल हो जाता ह िजसस लागत म भी कमी आती ह और

उादकता एव लाभदायकता म बढ़ोतरी होती ह भारतीय खती णाली अनसधान सथान (आईआईएफएसआर) क वािनको का कहना ह

िक एक खती णाली म जरत भर क 70 फीसदी पोषक त अपिश पनचण और अ तरीको स ही हािसल िकए जा सकत ह

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मविशयो क मल-म स बनी दसी खाद क जरय उवरको स िमलन वाल नाइट ोजन फॉोरस और पोटाश का एक-चौथाई िहा हािसल

िकया जा सकता ह एक और फायदा यह ह िक रासायिनक उवरको क बजाय दसी खाद का इमाल करन स िमiumlी की उादकता और

उसक भौितक ा को द िकया जा सकता ह खती क दौरान उपजन वाल अविशो को क चए की मदद स कपो खाद म भी

तील िकया जा सकता ह कपो खाद िमiumlी की उादकता को बढ़ाकर खती क िलए भी लाभदायक सािबत होती ह इस तरह की

एकीकत खती णाली का अगर वािनक तरीक स अनपालन िकया जाए तो वह खती म लग परवारो को पर साल की आजीिवका दन क

अलावा उनकी आय व का भी माम बन सकता ह इसक अलावा इन खती णािलयो म म की अिधक आवकता को दखत ए

सबिधत कषक परवार क अलावा कछ अ लोगो को भी रोजगार िमल सकता ह आईआईएफएसआर क िनदशक ए एस पवार कहत ह

lsquoएकीकत खती णाली स िकसान की आय दोगनी होन क साथ ही किष अविशो का पनचण करन स पयावरण को भी फायदा होता हrsquo

एकीकत खती णाली म अगर एक अवयव नाकाम भी होता ह तो दसर अवयवो क कारगर होन स उस परवार की जरत परी हो सकती

ह हालािक इसक िलए इन णािलयो को उस थान-िवशष क मतािबक तयार िकया जाना बहद जरी होता ह पवार कहत ह lsquoखती

णािलयो को इस तरह िडजाइन करना चािहए िक व खतो म ऊजा समता म अी-खासी बढ़ोतरी कर और िविभ अवयवो क बीच बहतर

तालमल सिनित िकया जा सकrsquo एकीकत खती णाली क िलए खत का आकार अिधक मायन नही रखता ह सच तो यह ह िक इस तरह

की णाली छोट एव सीमात िकसानो क िलए कही अिधक कारगर सािबत होती ह दश भर म छोट एव सीमात आकार क खतो की सा

बढऩ स एकीकत किष णाली की उपयोिगता और अिधक बढ़ रही ह इस णाली को अपनाकर छोट एव सीमात िकसान अिधक उपज

वाली फसलो क साथ ही मशम फल सया अड दध मास और शहद जस लाभदायक उाद भी पदा कर सकत ह इसक अलावा व

जव-ईधन भी पदा कर अपनी आय बढ़ा सकत ह दरअसल एकीकत खती का मल यह ह िक एक िकसान की जमीन का अिधकतम इमाल

िकया जाए

आवक सधार RBI-NPA-Insolvancy

भारतीय रजव बक (आरबीआई) न फस ए कज क िनारण का एक नया खाका पश िकया ह जो ऋण

चकान म चक करन वाल बको और कपिनयो की मल बढ़ा सकता ह CHANGES

फस ए कज क िनपटान स सबिधत मौजदा योजनाए मसलन टिजक डट रक रग ीम (एसडीआर) और ीम फॉर

सनबल रग ऑफ ड ऐसटस (एस4ए)आिद इस नई वथा म शािमल होगी यह वथा इॉसी ऐड बगसी कोड

(आईबीसी) 2016 को मखता दती ह और ाइट लडस फोरम की अवधारणा को खारज करती ह फस ए कज क िनपटान स सबिधत

यह नया खाका अपरहाय था ोिक अब दश म एक िदवािलया कानन ह और इसस िनपटन सबधी िपछली योजनाए बत उाहवधक नही

रही हर कोई जानता ह िक कई बक और कॉपरट कजदार इनका इमाल अपन फायद क िलए करत थ दसरा बड़ा बदलाव ह फस ए

कज की समय पर पहचान क िलए ान क ित करना और ऐसी परसपियो का तजी स िनारण करना अब जबिक ाइट लडस फोरम

भी नही ह तो आरबीआई क नए िदशािनदशो की माग ह िक बक फस कज वाल खातो की पहचान ताल कर बको स यह अपा ह िक व

ऐस खातो का अलग स उख कर ग आरबीआई को उनक बार म जानकारी दग और सीध िनारण िया की शआत कर ग क ीय

बक न दनदारी म चक क मामलो की रपोिटग को ितमाही क बजाय मािसक कर िदया ह दनदारी म चक करन वाल िजन सथानो का

िडफॉ 5 करोड़ पय स अिधक होगा उ साािहक आधार पर रपोट करना होगा मामला कवल जी जानकारी दन का नही ह ब

इस पर तजी स कार वाई भी करनी होगी आरबीआई न यह भी िकया ह िक जस िकसी एक बक म या सय प स िकसी कजदार क

खात म िडफॉ होगा ताल उसस िनपटन की िया आरभ करनी होगी दसर शो म कह तो बको को िनारण िया करनी ही

होगी आरबीआई न इसक िलए समय सीमा तय कर दी ह एक माच क बाद िनारण िया क नतीज छह महीन क भीतर आन ही

होग अगर इसस अिधक समय लगता ह तो 15 िदन क भीतर िदवािलया िया की शआत कर दी जाएगी अितम जानकारी क मतािबक

िसतबर 2017 तक सचीब भारतीय बको का फसा आ कज 840 लाख करोड़ पय था इतन ऊच र क फस ए कज न बिकग

वथा की नया कज दन की मता को बरी तरह भािवत िकया इसका सीधा असर अथवथा पर आ नया खाका अाविध म कई

बको क िलए िदत पदा करगा और कजदारो क िलए चनौती लकर आएगा उदाहरण क िलए िनारण योजना पश करन की तय िमयाद

का अथ ह बड़ी तादाद म खात िदवािलया िया म जाएग बको क माकन म कमी और कछ खातो क नकदीकरण की सभावना भी बढ़

जाएगी इसक अलावा बड़ खातो क मामल म पनगठन की िकसी भी योजना पर सभी शािमल बको को सहमत होना होगा यह आसान काम

नही होगा ोिक अनभव बताता ह िक ऐसा बत ही मल स होता ह आरबीआई को इस पहल पर नए िसर स िवचार करना पड़ सकता

ह लबी अविध क दौरान यह सशोिधत ढाचा बहतर काम करगा ोिक अभी भी यह िया फस ए कज की समा को हल करन क िलए

एक वष का व दती ह शआती छह महीन का व िनारण योजना क ियायन क िलए और उसक बाद 270 िदन की अविध

आईबीसी क अधीन चिक इसस पहल की िनारण िया अपाओ पर खरी नही उतरी इसिलए आरबीआई को इस आवक सधार को

अजाम दन क िलए साधवाद िदया जाना चािहए

ldquoकिष 2022- doubling farmer income 1 lsquorsquoित बद अिधक फसलrsquorsquo क िसात पर पया ससाधनो क साथ िसचाई पर िवशष बल

2 lsquoक खत की िमटटी गणवा क अनसार गणवान बीज एव पोषक तो का ावधान

3 कटाई क बाद फसल नान को रोकन क िलए गोदामो और कोचन म बड़ा िनवश

4 खा सरण क माम स म सवधन को ोाहन

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5 रा ीय किष बाज़ार का ियान एव सभी 585 को पर किमयो को दर करत ए ई ndash टफाम की शआत

6 जोखम को कम करन क िलए कम कीमत पर फसल बीमा योजना की शआत

7 डयरी-पशपालन मग-पालन मधमी ndashपालन मढ़ पर पड़ बागवानी व मछली पालन जसी सहायक गितिविधयो को बढ़ावा दना

कोयला खान उगल सकती ह सोना Coal Privatisation कोयला एक बार िफर स सखयो म ह उस अब आिशक प स िफर स िनजी को दन की कवायद श हो गई ह मोदी सरकार

आिथक सधारो की िदशा म एक और बड़ा कदम उठान जा रही ह किबनट क फसल क बाद अब कोयला उोग क िनजीकरण का नया

राा खला ह ऐसा नही ह िक कोयला उोग क िनजीकरण की कवायद पहल नही ई थी मनमोहन िसह सरकार क कायकाल म कोयल

की खदानो की िजस तरह स बदरबाट ई उसक बाद 2014 क िसतबर म सीम कोट न 204 कोयला खदानो का आवटन र कर िदया था

और मियो को अपना पद भी गवाना पड़ा था इसका खािमयाजा अथवथा को भी भगतना पड़ा था 2015 क माच म सरकार न एक नया

िबल पारत करक इस म उदारीकरण की राह आसान कर दी अब छोट और मम आकार क कोयल की खदानो की पारदश तरीक स

नीलामी सभव हो सकगी

Problem with Coal India भारत की सरकारी कपनी कोल इिडया की समा यह ह िक वह उतन बड़ पमान पर कोयल का

उादन नही कर पा रही ह िजतन की माग ह इतना ही नही कोयल क दाम उस पर आधारत उोगो क िलए घाट का सौदा ह दश म

ऊजा की माग लगातार बढ़ती जा रही ह और इसक साथ ही कोयल की भी न कवल थमल पॉवर ाट ब ील फिटलाइजर सीमट

उोगो म भी इसका इमाल होता ह कोल इिडया इतन बड़ पमान पर स कोयल का उादन नही कर पा रही ह दश म कोयल क दाम

ादा ह और आपित कम नतीजतन अरबो पय की लागत स बन थमल पॉवर ाट परी मता स उादन नही कर पा रह ह कोयल क

अभाव म कई सय की हालत खा ह और बको स उधार ली गई रकम डबन क कगार पर ह कोल इिडया क पास इतनी पजी नही ह िक

वह नई टोलॉजी का इमाल कर सक जहा तक पजी की बात ह तो वह िनवश स ही आ सकती ह और उसक िलए इस को िनजी

िनवशको क िलए खोलना जरी ह इसका बड़ा फायदा यह ह िक कोयल की तलाश कर रह उोगो का पसा िवदश जान स कगा कछ

ऊजा कपिनयो न अीका म कोयल की खदान खरीदी और ऑ िलया स कोयल का आयात कर रही ह इस तरह स भारत का पसा िवदशो

की ओर गया जबिक इसका उलटा होना चािहए था इसस न तो रोजगार बढ़ा और न ही जीडीपी म इजाफा आ कोल इिडया इस समय

दश क कल कोयला उादन का 82 ितशत करती ह यानी लगभग 54 करोड़ टन इसम सवा तीन लाख मजदर व अ काम करत ह और

यह दिनया की सबस बड़ी कोयला उादक कपनी ह लिकन इसक उादन की लागत ादा ह यानी 600 पय ित टन इस कारण स

िबजली बनान वाली कपिनयो का मनाफा बत ही कम ह अरबो पय की लागत स बनाए गए थमल पॉवर ाट िजतनी िबजली का उादन

कर सकत थ उतना नही कर पा रह ह यही हाल इात सयो का ह िज अपाकत महगा कोयला िमलता ह इसस उनकी भी उादन

लागत बढ़ गई ह एक ओर तो कोल इिडया का कोयला महगा ह दसरी ओर इसकी अबाध आपित भी नही ह दरअसल कोल इिडया म

खदान मजदर की औसत मजदरी 40000 पय महीना ह जो अ उोगो की तलना म ादा ह कोल इिडया अपन राज का कल 55

ितशत कामगारो क वतन-भो पर खच करती ह जबिक कोयल क उादन म लगी कछ िनजी कपिनया तो 25 ितशत भी खच नही

करती यिनयनो का कहना ह िक अगर ाइवट कपिनया कोयल का उादन करगी तो व इतनी मजदरी नही द पाएगी और िमको का

शोषण होगा लिकन सातव वतन आयोग क लाग होन क बाद दश म सरकारी मजदरी की दरो और िनजी उोगो की दरो म काफी फक आ

गया ह ऐसा भी नही ह िक ादा वतन-भ दन क कारण सरकारी उपमो या कायालयो म काम का र बहतर हो गया ह कोल इिडया

की कई समाए ह इनम सबस ादा रही ह राजनीितक हप और कशल बधन का अभाव पहल कोयला मालय पान क िलए होड़

लगती थी और यहा तक िक चयरमन का पद पान क िलए काफी जोड़-तोड़ की जाती थी ादातर खदानो म यिनयनो की मनमानी चलती ह

और िमको का शोषण भी होता था कोयल की चोरी तो आम बात रही ह कोयल क उादन क आकड़ भी बढ़ा-चढ़ाकर पश िकए जात

रह ह सच तो यह ह िक कोयल क सरकारीकरण न पव भारत खासकर झारखड म कोल मािफया को ज िदया तटथ जानकारो का

मानना ह िक यिद परी कशलता स उादन िकया जाए तो कोल इिडया का लाभ बढ़ सकता ह वस कोल इिडया न उादन लागत घटान क

काफी यास िकए ह उसका दावा ह िक इसम उस सफलता िमली ह खनन का जीडीपी म बड़ा योगदान रहा ह और यह सबस ादा

रोजगार दन वाल ो म स ह अब िकतनी सरकारी खदानो का िनजीकरण हो पाता ह और िकतन उादक ॉक ाइवट कपिनयो को िमल

पात ह इन पर ही आग का राा तय होगा बड़ा िनवश करक कोई भी कपनी घाटा नही उठाना चाहगी श म उ भी मलो का

सामना करना पड़गा और उनकी उादन लागत ादा रहगी एक और बात जो यिनयन कह रही ह वह यह ह िक ाइवट कपिनया िनयम-

काननो और मजदरो की सरा और काण का िकतना ान रखगी यह सवाल सबस महपण ह लिकन यह भी सच ह िक िनजीकरण

समय की माग ह और उसस ही इस सर म बड़ा िनवश आएगा

अपया ह मानव तरी कानन (Human trafficking law) मानव तरी जस घिणत अपराध क िलए

आकड़ न कवल भयावह ह ब इसकी असाधारण व को दशत ह और इस ापक वथा की माग करत ह 2016-

एनसीआरबी क आकड़ बतात ह िक 23117 (इनम स 61 ब) िशकारो क बचाव क दश भर म तरी क 8132 मामल दज िकए

गए थ 45 पीिड़तो की lsquolsquoजबरन मrsquo क उ स तरी की गई थी इसक बाद lsquolsquoवावि क िलए यौन शोषणrsquo (22)

आिद मानव तरी कानन यह पहला उदाहरण ह िजसम एएचटीय स डाटा को तरी क आकड़ो को ितिबिबत करन क िलए

जोड़ा गया ह यह कानन मानवीय तरी क सभी पहलओ का ान रखता ह- रोकथाम बचाव पनवास जबरन म जस मानव

तरी क बढ़त पो समत लिगक परपता क िलए रासायिनक पदाथ और हामन का योग आिद और इस उ क िलए

मिहला या ब की तरी को बढ़ावा दन और उस सिवधाजनक बनान क िलए Some key Provisions िवधयक समयब

परीण और पीिड़तो क ावतन क िलए नािमत ायालयो का भी योजन ह-एक वष की अविध क भीतर सान लना अत

ागतयो कदम ह िवधयक िवदशो म थत सपि को ज करन का भी ावधान करता ह जो इस अपराध स िनपटन क िलए

अा यास ह जो अब एक िनयत अपराध हो गया ह इस िवधयक का परी तरह स पालन करन क िलए क िजला रा

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और क ीय रो पर समिपत त बनाया गया ह मानव तरी क ावधान स अ ह जो भारत क सिवधान म परभािषत और

द कछ अणी अपराधो म शमार ह लिकन दभा स इस कानन को जो सिवधान म दान िकया गया था पर जो lsquolsquoिनभयाrsquo

2013 की दघटना तक परभािषत नही िकया गया था अपराध कानन सशोधन अिधिनयम िजसक तहत तरी धारा 370 म

परभािषत िकया गया था भारतीय दड सिहता मानव तरी की एक नई परभाषा क िनमाण क बावजद जहा वािणक स

जबरन म बाल मजदरी अग ापार जबरन िववाह और अवध प स बो को अपनान को कवर िकया गया था कानन इसक

ापक प म दान नही िकया गया था िजसस सभी ावधानो की आवकता हो िसिवल सोसाइटी सगठन ापक कानन का

इतजार कर रह थ और परवी कर रह थ अब जब इस िवशष िवधयक को मिमडल न ससद क रा म मानव तरी क पीिड़तो

क पनवास पीिड़तो और उनक परवारो क िलए आपरािधक जाच अिभयोजन मआवज क सभी पहलओ क पनवास क िलए

अनमोिदत िकया ह तो कानन क अनसार ससद क माम स ज ही िवधयक रा ीय र पर आतकवाद क रो क कायर को

परा करन क िलए गह मालय क अधीन एनआईए की सभी मानव श और ससाधनो वाली एक मौजदा एजसी भी दान करता

ह जो इसक िलए एक नया प बनान स ादा बहतर सािबत होगा आपरािधक कानन सशोधन अिधिनयम 2013 क

अिधिनयमन क बाद धारा 370 न मानव तरी को परभािषत िकया लिकन इन पहलओ को अब भी अनदखा िकया जा रहा था

मानव तरी क मो का परा चर म प स उस कारण क िलए बदलगा जो अभी तक अनितक यातायात (रोकथाम)

अिधिनयम 1956 म कवल ावसाियक स या आम भाषा म lsquolsquoवालयrsquo या lsquolsquoवालय सबधी मोrsquo या lsquolsquoवाविrsquo जो एक

अिभ क प म हमार िलए ीकाय नही ह मिहलाओ पीिड़तो को िफर स पीिड़त करन क कारण चिलत अनितक

यातायात (रोकथाम) अिधिनयम क तहत 70-80 मामलो की माग की जा रही ह िजसका मतलब ह िक पीिड़त खद िफर पीिड़त हो

जाता ह जो परी तरह अीकाय ह इसक िलए ापक कानन की आवकता थी िजस अब परा िकया जा रहा ह सिवधान म

हमारी ितबता को परा करना सय रा ोटोकॉल क जरए सय रा म हमारी ितबता ह िजसम मानव वहार क

सभी पहलओ और पो को शािमल िकया गया ह Reforms to be implemented नय िबल को ससद ारा पारत िकया जाना

चािहए और वाव म अिभयोजन प जाच और सगिठत मानव तरी और िसिडकट को जबरद सजा क िलए काम करना

चािहए ोिक मानव तरी का अपराध दिनया क तीन सबस घातक अपराधो म स एक ह अ दो ड और हिथयारो स

सबिधत अपराध ह यह अपराध सबस घिणत ह ोिक मनो का सौदा करता ह और वाव म सबस कमजोर और असहाय

इसानो म स कछ का इस िकोण स 28 फरवरी एक ऐितहािसक िदन ह और हम इस एक पव क प म मानना चािहए िविभ

एजिसया जो इसक िलए काम करती ह व म िवभाग मिहला एव बाल िवकास मालय पिलस ायपािलका और क

सगठनो स सबिधत ह सभी क िलए महपण भिमकाए ह मानव तरी की परी तीर को अब परभािषत िकया जा रहा ह जो

दिनया म कही भी परभाषा का सबस ापक प ह ोिक अब इसम भीख मागना भी शािमल ह और अ कार क अपराध जो

मानव तरी क नाम पर िकए गए ह एक पिलस अिधकारी और ऐस क प म जो लब समय तक अनितक आवागमन

(रोकथाम) अिधिनयम लाग कर रहा ह मझ लगता ह िक मौजदा कानन बत ही अपया ह ोिक यह कवल वावि क बार म

बात करता ह जो परानी अवधारणा ह और दसरी बात ह िक हमारा फोकस अब ावसाियक तरी क अ पो पर भी ह

िवशष प स जबरन म और बाल म जो बड़ पमान पर बढ़ गए ह एक और महपण जो कानन स अछता रह गया ह

लापता बो क म स सिधत ह दश म करीब 125 लाख ब लापता ह िजनम स अिधकाश का पता लगाना असभव हो गया

ह मनका गाधी न इस बार म लापता 3 लाख बो का एक आकड़ा बताया ह सभव ह िक इन बो की बड़ी सा मानव तरी

जबरन म क प इमाल हो रही हो पिलस म िवभाग चाइलाइस और क सगठनो की भिमका इन मामलो म बहद

महपण ह इसिलए कानन का इन सभी एजिसयो को साथ लकर चलना उसकी बड़ी सफलता का सबब बनगा

गोबर ामीण जीवन की तकदीर बदलन क साथ खती को बना सकता ह लाभ का वसाय Know about गोबर-धन योजना हाल म धानमी न मन की बात रिडयो कायम म गोबर क सदपयोग की अपील की उोन Gobardhan

(गानाइिजग आगिनक बायो एो रसस फड ीम)योजना की भी चचा करत ए कहा िक मविशयो क गोबर स बायो गस और जिवक

खाद बनाई जाए उोन लोगो स कचर और गोबर को आय का ोत बनान की अपील की इस योजना की घोषणा इसी आम बजट म की

गई ह इसक तहत गोबर और खतो क ठोस अपिश पदाथ को को बायो-गस और बायो-सीएनजी म परवितत िकया जाएगा खती को

लाभ का वसाय बनान म सम असल म गोबर न कवल ामीण जीवन की तकदीर बदल सकता ह ब खती को लाभ का वसाय

बनान और ामीण जीवन को दषण म बनान म भी बड़ी भिमका िनभा सकता ह खतो म गोबर डाला जाए और िमी की उवरा श

बढ़ान क िलए क चओ का इमाल िकया जाए तो हारी-थकी धरती को नया जीवन िमल सकता ह आधिनक खती क तहत रासायिनक खाद

और दवाओ क इमाल स बाझ हो रही जमीन को राहत दन क िलए िफर स पलट कर दखना होगा गोबर स बनी कपो स िमी नम

रहती ह

गोबर स बनी कपो या ाकितक खाद स उपचारत भिम की नमी की अवशोषण मता पचास फीसद बढ़ जाती ह फलप िमी

नम रहती ह और उसका रण भी कता ह किम उवरक यानी रासायिनक खाद िमी म मौजद ाकितक खिनज लवणो को न करती ह

इसक कारण कछ समय बाद जमीन म जरी खिनज लवणो की कमी आ जाती ह जस नाइट ोजन क उपयोग स भिम म ाकितक प स

उपल पोटिशयम का तजी स रण होता ह इसकी कमी परी करन क िलए जब पोटाश योग म लात ह तो फसल म एोरिलक एिसड

(िवटािमन सी) और करोिटन की काफी कमी आ जाती ह

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इसी कार सपर फाट क कारण िमी म ताबा और जा चक जाता ह ज की कमी क कारण शरीर की व और लिगक िवकास

म कमी घावो क भरन म अड़चन आिद

रोग फलत ह नाइट ोजन फाोरस और

पोटाश उवरको स सिचत भिम म उगाए ग

और मा म ोटीन की माा 20 स 25

ितशत कम होती ह रासायिनक दवाओ

और खाद क कारण भिमगत जल क दिषत

होन की गभीर समा भी खड़ी हो रही ह

Urea and Groundwater Pollution अभी तक ऐसी कोई तकनीक िवकिसत

नही ई ह िजसस भजल को रासायिनक

जहर स म िकया जा सक ान रह िक

अब धरती पर जल सकट का एक मा

िनदान भिमगत जल ही बचा ह जीलड

एक िवकिसत दश ह यहा आबादी क बड़

िह का जीवनयापन पश पालन स होता

ह इस दश म किष वािनक पीटर ार

िपछल 30 वष स जिवक खती क िवकास

म लग ह पीटर का कहना ह िक

रासानियक खादो का योग पयावरणीय

सकट पदा कर रहा ह जस एक टन यरया

बनान क िलए पाच टन कोयला फकना

पड़ता ह

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भारत म हर साल 120 करोड़ टन गोबर िमलता ह दश म कोई 13 करोड़ मवशी ह िजनस हर साल 120 करोड़ टन गोबर िमलता ह इसम स आधा उपलो क प म चो म जल जाता ह

यह ामीण उजा की कल जरत का 10 फीसदी भी नही ह

बत पहल रा ीय किष आयोग की एक रपोट म कहा गया था िक गोबर को च म जलाया जाना एक अपराध ह ऐसी और कई रपोट

सरकारी बो म बधी होगी लिकन इसक ावहारक इमाल क तरीक गोबर गस ाट की दगित यथावत ह रा ीय कायम क तहत

िनधारत ल क 10 फीसदी ाट भी नही लगाए गए ह ऐस कई ाट तो सरकारी सडी गटकन का माम बन रह ह ऊजा िवशष

मानत ह िक हमार दश म गोबर क जरय 2000 मगावाट ऊजा पदा की जा सकती ह सनद रह िक गोबर क उपल जलान स बत कम गम

िमलती ह इस पर खाना बनान म बत समय लगता ह यानी गोबर को जलान स बचना चािहए

यिद इसका इमाल खतो म िकया जाए तो अा होगा इसस एक तो महगी रासायिनक खादो और दवाओ का खचा कम होगा साथ ही

जमीन की ताकत भी बनी रहगी सबस बड़ा लाभ यह होगा िक फसल रसायनहीन होगी यिद गाव क कई लोग िमल कर गोबर गस ाट लगा

ल तो उसका उपयोग रसोई म अी तरह होगा दश क कई िहो म ऐस ाट सफलता स चल रह ह य ाट रसोई गस िसलडर क

मकाबल काफी कम कीमत म खाना पकान की गस उपल करा रह ह गोबर गस ाट स िनकला कचरा बहतरीन खाद का काम करता ह

दरअसल यही ह िक व स व की अवधारणा गोबर का सदपयोग एक बार िफर हमार दश को सोन की िचिड़या बना सकता ह जरत तो

बस इस बात की ह िक इसका उपयोग ठीक तरीक स िकया जाए अा होगा िक सरकार गोबरधन योजना को साकार करन क िलए ठोस

कदम उठाए

गम की चतावनी (Heat Stress) मौसम िवभाग भिववाणी ह िक गिमया (Heat stress)इस बार िपछल साल क

मकाबल ादा परशान करगी उसन बताया िक माच स लकर मई क बीच िदी पजाब हरयाणा और राजथान यानी मतया

उर भारत म औसत तापमान िपछल वष की अपा डढ़ िडी तक ऊचा रहगा िहमाचल और उराखड क पहाड़ी इलाको म तो

तापमान की यह बढ़ोतरी 27 िडी तक पचन क आसार ह करल तिमलनाड कनाटक क सदर दिणी इलाको म इतना बरा

हाल नही होगा पर वहा भी आध स 1 िडी का अतर तो रहगा ही साफ ह िक दश क लगभग सभी इलाक इस बार सरज की

तिपश स बचनी महसस कर ग जब दश क िविभ िहो म य भी हर साल दजनो लोग मौत का िशकार बन जात ह तब यह बढ़ा

आ तापमान ा गल खलाएगा इसक बार म िफलहाल िसफ अदाजा ही लगाया जा सकता ह मौसम की ितकलता िपछल कछ

समय स लगातार बढ़ती जा रही ह पी क तापमान म लगातार हो रही बढ़ोतरी विक िचता का सबब रही ह िवशष तापमान म

इस सभािवत बढ़ोतरी क पीछ भी ोबल वािमग की ही भिमका दख रह ह िचताजनक यह ह िक ोबल वािमग पर चचा तो बत

होती ह लिकन विक नत न अभी तक इस अपनी ाथिमकताओ म थान नही िदया ह नतीजा यह होता ह िक इस पर होन

वाली अतररा ीय बठको म िचताए तो जताई जाती ह पर औोिगक िवकास जीडीपी म बढ़ोतरी और रोजगार क अवसर पदा करन

का दबाव इन िचताओ पर भारी पड़ता ह हम समझना होगा िक व हमार हाथ स तजी स िनकलता जा रहा ह इसस पहल िक

दर हो जाए हमारा चतना जरी ह बहरहाल विक पहलओ को छोड़ अपन दश क सदभ म बात कर तो मौसम की गम तो हम

झलनी ही होगी पर इसका एक अा पहल यह ह िक आमतौर पर ऐसी गम की परणित अी बारश म होती ह उीद की

जाए िक सरज दवता क ताप क बाद इ दवता हम पर अपनी कपा बरसान म कोताही नही कर ग

पजाब हरयाणा उरर दश और रा ीय राजधानी िदीक म फसल अवशषो क

यथाथाीन बधन क िलए किष मशीनरी ोापहन को मजरी मिमडलकी आिथक मामलो की सिमित न पजाब हरयाणा उीर दश और रा ी य राजधानी िदीम म फसल अवशषो क

यथाथाजन बधन क िलए किष मशीनरीोाकहन को अपनी ीीकित द दी ह

योजना क घटक I यथाथाअन अवशष बधन मशीनरी क ककम हायरग क िलए किष मशीनरी बक की था पना िकसानो की सहकारी सिमितयो

एफपीओ टसहायता समहो पजीकत िकसान सिमितयोिकसान समहो िनजी उिमयो मिहला िकसान समहो को फाम मशीनरी बक

अथवा कम हायरग क थाोिपत करन क िलए परयोजना लागत क 80 की दर पर िवीनय सहायता दान की जाएगी

II यथाथाकन अवशष बधन क िलए िकसानो को किष मशीनरी तथा उपकरण खरीद क िवीनय सहायता सगत िकसान को किष

अवशष बधन क िलए मशीनरीउपकरणो की 50 लागत की दर स िवी य सहायता दान की जायगी

III यथाथासन फसल अवशष बधन पर जागकता क िलए सचना िशा तथा सचार सार राा सरकारो कवीक ICAR सथाकनो

क सरकार क सथानो सरकारी क उपमो इािद को सचना िशा तथा चार-सार क कायकलापो क िलए िवीदय सहायता दान

की जायगी इन गितिविधयो म लघ तथा दीघाविध िफो वतिचो रिडयो और टीवी कायमो िविभप ररो पर दशन िशिवरो ितभा

िवकास कायमो िट मीिडया म िवापन ाकर अिभयान कोई भी अवशष न जलान क िलए ामाम पचायत क िलए पराकर

दरदशन डीडी िकसान तथा अ िनजी चनलो पर पनल चचा क मासम स जन जागकता अिभयान शािमल ह

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READ this परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर

लाभाथ I सबिधत राघ सरकार िजला रीय कायकारी सिमितयो (डीएलईसी) क माम स िविभ लाभािथयो और थान-

किष णाली पर िनभर िवशष किष उपकरण की पहचान करगी और कम हायरग और गत मािलक ािम क आधार

पर मशीनो की खरीद क िलए किष मशीनरी बक थािपत करन क िलए लाभािथयो की पहचान और चयन करगी तािक पारदश

प स समय पर लाभ ा िकए जा सक II रा नोडल िवभाग डीएलइसी लाभाथ की ऋण आवाकता क िलए बको क

साथ गठबधन कर ग चयिनत लाभािथयो क नाम एव िववरण िजला कर पर दाीवजो म शािमल िकए जायग िजसम उनक

आधारयआईडी नमर तथा लाभ अतरण क मायम स दी गई िवीय सहायता िदखाई जाएगी कायाायन एजिसया

I क ीय सर पर यह योजना किष सहयोग और िकसान कायण िवभाग ारा शािसत होगी

II II किष सहकारता और िकसान काण िवभाग क सिचव की अमता म एक रा ीसय सचालन सिमित नीित तयार

करगी और राव सरकार ारा योजना लाग करन क बार म सम िनदश और िदशा-िनदश दगी तथा योजना की

िनगरानी तथा गित और दशन की समीा करग III अपर सिचव की अनता म योजना की गितिविधयो की

दखरख कायकारी सिमित करगी IV रा धर पर सबिधत राा सरकार अथात पजाब हरयाणा उ र दश तथा

रा ीय राजधानी िदीज क राय किष िवभाग नोडल कायारयन एजसी होग सबिधत रार सरकारो क

मख सिचव किषकिष उारदन आय की अता म रास रीय कायाहयन सिमितया (एसएलइसी)नोडल

एजिसयो तथ अत सबिधत िवभागो क साथ िनयिमत बठक करक अपन-अपन राोल मयोजना िया यन की

िनगरानी कर ग और उिचत नीित बनान क िलए कायकारी सिमित को इनपट दान कर ग V िजला ोरीय कायकारी

सिमित परयोजना तयार करन लाग करन और िजलो म िनगरानी क उस को आग बढ़ान क िलए उकरदायी होगी

और िकसान समहोफसल अवशष नही जलान क िलए िकसानो को सिय बनान वाल गितशील िकसानो को शािमल

करत ए िनगरानी सिमितया बनाएगी VI किष सहकारता और िकसान कालण िवभाग फसल अवशष क

यथाथािन बधन क िलए मशीन और उपकरण िनमाताओ का म सिहत एक पनल तयार करगा

पभिम 2018-19 की बजट घोषणा क अनसार पजाब हरयाणा और उतर दश की सरकारो तथा रा ी य राजधानी िदी की वाय दषण की

समा का समाधान करन तथा फसलो क अवशषो क यथाथा न बधन क िलए आवयक मशीनरी पर सडी क िलए वष 2018-19 स

2019-20 क िलए िवशष नई क ीय की योजना (100 ितशत क ीय िहदारी) ािवत ह

महगाई बढ़ान वाल खतर challenges for growth in india 1 िकसी भी आकड़ क आकलन म आधार भाव यानी बस इफ की बड़ी भिमका होती ह उदाहरण क िलए िव वष 2017-

18 की पहली छमाही म खदरा महगाई की औसत दर कवल 262 फीसदी थी लिकन इसक साल भर पहल (2016-17 की पहली

छमाही म) यह इसक दोगन स भी ादा (542 फीसदी) थी जानकारो क अनसार चिक 2017 क अल स िसतबर क बीच सीपीआई

अपाकत कम थी इसिलए 2018 की समान अविध म इसक ादा रहन क आसार ह इसक चलत भी आरबीआई न पहली

छमाही म इसक 51 स 56 फीसदी रहन का अदाजा लगाया ह हालािक दसरी छमाही म आधार भाव क उ होन क अनमान स

िव वष 2018-19 म अबर स माच क बीच खदरा महगाई पर अकश लगन की सभावना ह 2 क सरकार 2017-18 और 2018-

19 म पहल स ादा रािश खच करन जा रही ह इसस दोनो साल राजकोषीय घाटा (वह रािश जो सरकार की आय स ादा खच

होती ह) पव ल स 03 फीसदी ादा रहगा लोकसभा चनाव क चलत रा सरकारो ारा भी ादा खच िकए जान की सभावना

ह इसस अगल कई महीनो तक बाजार म महगाई क बढ़न का अदशा ह 3 अगल खरीफ सीजन म फसलो का नतम समथन

म (एमएसपी) उनकी लागत का 110 फीसदी रखन क बजाय 150 फीसदी कर दन की घोषणा की गई ह सरकार क इस फसल स

िव वष 2018-19 की दसरी छमाही म फसलो क दाम पहल स एक ितहाई महग हो सकत ह 4 क तल का दाम इस साल

हालािक लगभग 10 फीसदी िगरकर 65 डॉलर ित बरल क आसपास बना आ ह 2018 म इसकी कीमतो का औसत 60 डॉलर स

ादा रहन का अदाजा ह जो 2017 स करीब छह डॉलर ादा होगा इसस िनित तौर पर परवहन और वओ क महगा होन का

खतरा बना आ ह तल क महगा होन स डॉलर की तलना म पया भी कमजोर होन लगता ह िजसस आयाितत उाद और महग

हो जात ह 5 इसक अलावा मानसन और क सरकार ारा घोिषत भो स भी खदरा महगाई क भािवत होन की सभावना ह

अल क म तक 2018 क मानसन क बार म पहला पवानमान आन की सभावना ह जानकारो क अनसार इसक बाद ही पता चल

सकगा िक इस साल मानसन का हाल कसा रहगा इसक अलावा एक जलाई 2017 स सातव वतन आयोग क तहत घोिषत

आवासीय और अ भो का भी खदरा महगाई पर असर पड़न की आशका ह

भारत की नई िचताएAmerica and duty on steel Recent step of America to increase duty on steel इन िदनो अमरका एव कई िवकिसत दश वओ एव सवाओ क आयात पर तरह-तरह क ितबध लगाकर िनयत ापार य का नया

िचताजनक पर िनिमत करत ए िदखाई द रह ह इसस भारत सिहत िविभ िवकासशील दशो की ापार िचताए बढ़ गई ह हाल ही म

अमरका क रा पित डना ट प न िनदश जारी िकए ह िक अमरका म आयाितत ील पर 25 फीसद और आयाितत एमीिनयम पर 10

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फीसद श लगाया जाएगा ट प न आयात श म इजाफ पर जो जोर िदया ह वह दरअसल अमरका क साथ कारोबारी शत की कड़ाई का

पहला चरण ह

Reason behind this bull Trump लब समय स यह कहत आ रह ह िक अमरका क कारोबारी साझदार िविभ दश अमरका को कारोबार म भारी घाटा द रह ह

वत ट प अमरका क औोिगक को सरण दकर उसम नई जान फकना चाहत ह

bull उनकी धारणा ह िक वीकरण दिनया क कई इलाको म नाकाम सािबत हो चका ह और यह अमरकी अथवथा क िलए भी

नकसानदह ह

bull अमरका क वािण मी िवर रॉस न यहा तक कह िदया ह िक अमरका न दसर िव य क समा होन क बाद स ही यरोप और

एिशयाई दशो को भारी रयायत दी ह अब इनक जारी रहन का कोई तक नही ह गौरतलब ह िक अमरका सिहत कई िवकिसत दशो क लोग

भी सरण क िहमायती िदखाई द रह ह

bull lsquolsquoद वॉल ीट जनलrsquo न हाल ही म एनईआरए इकोनॉिमक कसग क अयन की एक रपोट कािशत की ह िजसक मतािबक इात

एव एमीिनयम क आयात श म इजाफा िकए जान स इस म घरल रोजगार और उादन म कछ बढ़ोतरी हो सकती ह

bull अमरका का कहना ह िक िव ापार की समा का सबध चीन स सबस ादा ह चीन अपन उन वादो पर खरा नही उतरा ह जो उसन

िव ापार सगठन (डटीओ) क दायर म आत समय िकए थ

bull चीन न कहा था िक वह अपन घरल बाजार को उदार बनाएगा और िनयामकीय और महनतान क मानको म सधार करगा लिकन वतमान

पर बता रहा ह िक कोष िव क साथ चीन का ापार अिधशष आिथक प स चनौतीपण ह अमरका न न कवल चीन क साथ वरन

जापान दिण कोरया जमनी और भारत जस दशो क साथ भी ापार य की शआत कर दी ह

bull India amp America भारत स वह इसिलए िचढ़ ए ह ोिक भारत न मोटरसाइिकल पर आयाितत श म उनकी इा क मतािबक कमी

नही की ह

Need to reform WTO ऐस म दिनया क अथिवशषो का कहना ह िक यिद िव ापार वथा वस काम नही करती जस िक उस करना चािहए तो डटीओ ही

एक ऐसा सगठन ह जहा इस द िकया जा सकता ह अगर ऐसा नही आ तो दिनयाभर म िवनाशकारी ापार लड़ाइया ही 21वी शताी

की हकीकत बन जाएगी िनित प स अमरका क सरणवादी कदमो स भारत क व एव सवा स सबिधत कपिनयो की परशानी बढ़

गई ह

How India will be affected सबस पहल भारत क ारा अमरका को िकए जा रह इात और एमीिनयम िनयात पर असर

िदखाई दगा भारत न 2016-17 म अमरका को 2346 करोड़ पय का एमीिनयम और उसक उाद िनयात िकए अमरका को िकए

जान वाल कल एमीिनयम िनयात म भारत की िहदारी दो फीसद ह वष 2016-17 म भारत न अमरका को 10600 करोड़ पय का

ील िनयात िकया 24 फीसद िहा America को Steel Export म भारत का ह भारत स अमरका को िकए जान वाल इात और

एमीिनयम िनयात म िपछल वष 2017 म करीब 50 फीसद की व ई ह अमरकी कारोबारी और राजनियक भारत पर सीमा-श एव

दसर कर घटान क िलए लगातार दबाव बना रह ह भारत न िदसर 2017 म मोबाइल और टलीिवजन सिहत िविभ इल ॉिनक उादो

पर Import श बढ़ा िदया था नय बजट 2018-19 म 40 अ उादो पर आयात श म बढ़ोतरी की गई इसस अमरकी कारोबारी

िचितत ह और अमरका की सरकार न ापार बढ़ान क िलए भारत को आयात श म कमी करन को कहा ह भारत स िविभ वओ क

आयात सबधी मलो स भी ादा िचता सवा क तहत अमरका ारा भारत क आईटी उोग क िलए दीवार खड़ी करन स सबिधत ह

िनसदह िपछल एक दशक स भारत का आईटी उोग िजस तजी स छलाग लगाकर आग बढ़ रहा था उस आईटी उोग क िलए अमरका व

अ िवकिसत दशो क िलए बनाए गए वीजा सबधी नय िनयमो स आग बढ़न की तज गित धीमी हो जाएगी भारत को सवा स ा होन

वाली िवदशी मा की कमाई म आईटी सर चमकत ए पहल म पर ह गौरतलब ह िक अमरका म िव वष 2019 क िलए एच-1बी

वीजा आवदन करन का सीजन 2 अल स श होन का अनमान ह इस सीजन स ही एच-1बी वीजा सबधी िनयम और स कर िदए गए

ह न कवल अमरका म वरन दिनया क कई िवकिसत दशो स कशल भारतीय ोफशन क िलए वीजा सबधी मल बढ़ी ह

इस तरह अमरका सिहत िवकिसत दशो म घरल र पर उादन बढ़ान और थानीय लोगो क िलए नौकरयो को बढ़ावा दन की

अतमखी नीित का पर भारत सिहत िवकासशील दशो क िलए नय वीजा िनयमो कशल पशवरो क िनयतसबधी ितबध

डटीओ क उ क ितकल ह गौरतलब ह िक डटीओ दिनया को िनयत गाव बनान का सपना िलय ए एक ऐसा

िनयत सगठन ह जो ापार एव वािण को सहज एव सगम बनान का उ रखता ह िक डटीओ क 22 वष बाद

िवकासशील दशो क करोड़ो लोग यह अनभव कर रह ह िक डटीओ क तहत िवकासशील दशो का शोषण हो रहा ह ऐस म

िनयत ापार य की नई िचताओ क मनजर जरी ह िक भारत एव अ िवकासशील दशो ारा डटीओ क तहत अमरका

सिहत िवकिसत दशो ारा िवकासशील दशो क उादो और पशवर ितभाओ पर लगाई जा रही वीजा रोक वाह का मा जोरदार

ढग स उठाना होगा यह बात आग बढ़ाई जानी होगी िक डटीओ क तहत सद दशो क बीच पजी वाह िनयतम ह तो

अमरका सिहत िवकिसत दशो म वओ एव सवाओ का ापार और म और ितभा वाह भी िनयतम रहन चािहए

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2050 तक 143 करोड़ लोगो को ाकितक आपदा की वजह स अपना घर बार छोड़ना पड़ सकता

ह िव बक अगल तीन दशको म ाकितक आपदाओ की वजह स परी दिनया म शरणािथयो की सा म भारी बढ़ोतरी हो सकती ह

िव बक की एक रपोट 2050 तक 143 करोड़ लोगो को इस कारण अपना घर छोड़ना पड़ सकता ह

इनम अीका थत सहारा स 86 करोड़ दिण एिशया स चार करोड़ और 17 करोड़ लोग लिटन अमरका क शािमल होग

बताया जाता ह िक इन ो म िवकासशील दशो की आधी आबादी रहती ह िव बक ारा ाकितक आपदाओ स सबिधत शरणािथयो

पर यह इस तरह की पहली रपोट ह

भीषण जल सकट की डरावनी आहट (Severity of water crisis) Recent Context

पानी क िबना िजदगी की ा थित हो जाती ह इस िपछल कछ महीनो स दिण अीका क

कपटाउन म पदा हळए जलसकट स समझ सकत ह जहा जल आपातकाल जस हालात हो गए ह

आशका ह िक अल म यह शहर पण प स जलिवहीन हो जाएगा SOME FACT िवडबना ह िक दिनया म सित 21 अरब लोग सरित पयजल स विचत ह निदयो समो व भतल क प म भमडल क 71 ितशत

भाग म जल ह िकत इसका मा ढाई ितशत ही सवनयो ह

िपछल 35 वष म दोहन िकए जा रह भिमगत जल की मा ितगनी हो गई ह और जलर लगातार िगर रहा ह कछ अनमानो क

अनसार 2025 तक करीब आधी विक जनसा पानी क िलए हाहाकार करन लगगी

जल अभाव स ऊजा उादन भािवत होता ह चिक दोनो एक-दसर पर िनभर ह हाइड ोइलक थमल या यर सयो को ऊजा

उादन क िलए बड़ पमान पर पानी चािहए इसक िवपरीत िवर पर 8 ितशत ऊजा पानी की पग या उपभोाओ तक इसक

परवहन म खच होती ह जल की आपित क िलए ाकितक ोतो स इतर िवक नही ह

Future Projection िव क सबस बड़ शहरो म जल वथा पर सचािलत एक ताजा शोध क हवाल स कोलोरडो ट यिनविसटी का कहना ह िक 29 म

स 19 शहरो म पयजल की एक ितहाई आपित आसपास की भिम म वषा क पानी स होती ह

एक अ तल अवीव यिनविसटी की हािलया रपोट म बताया गया ह िक शताी क अत तक जलवाय परवतन क चलत पव भम

अचल म बारश का मौसम मौजदा चार माह स घट कर दो माह रह जाएगा

Some QuoteSaying दो दशक पहल तक िकसी न नही सोचा होगा िक पानी की कीमत पट ोल या दध को पछाड़ दगी तजी स बढ़ती आबादी और जल

ससाधनो की सीिमत उपलता क चलत िव क अिधकाश दश दशको स िनरापद पयजल की िकत स जझ रह ह

िव बक क उपा इाइल सरागन न 23 वष पहल अग 1995 म आगाह िकया था िक इस बशकीमती ससाधन का दोहन और

उपयोग दरदिशता और िववक स न िकया गया तो 21वी सदी क य तल क िलए नही ब पानी क िलए लड़ जाएग

पिलजर परार िवजता एिलस ीनबच क शो म lsquoार क बाद पानी क अिधकार को लकर दिनया म सवािधक झगड़ होत रह

हrsquo और िफर lsquoारrsquo बगर कोई मर नही जाता िकत पानी िबना जीवन सभव नही इसीिलए सभी पथो और सितयो म चराचर जगत क

सचा सचालन का दारोमदार चार मलतो-जल वाय मदा और अि पर माना गया ह

िचतक िवानी भिवद तथा पयावरणिवद भी एकमत ह िक जल वाय मदा का सतलन डगमगान स सम जीवजतओ का अ खतर

म पड़ जाएगा अत यह बार-बार आगाह िकया जाता ह िक जल और मदा क ाकितक प क साथ छड़छाड़ या इनक सरण म

कोताही मानवजाित को महगी पड़गी अपन दश म कदारघाटी जसी भारी आपदाओ क बावजद उिचत यास िकए जान शष ह

जल आिदकाल स लोकजीवन का क रहा ह िमखाइल गोबाचव न कहा था िक lsquoधम और दशन की भाित पानी म लाखो लोगो को

थानातरत करन की मता ह सता की शआत स लोग इसक िनकट बसत रह ह जहा पानी नही था वहा स िनकलकर व पानी

वाली जगह बस गए पानी पर ढरो गीत िलख गए न िकए गए इसक िलए भारी मनमटाव झगड़ फसाद ए बशक पानी हम कलोरी

या पोषण नही दता िकत इसक िबना िकसी जीव का गजारा नही ह

UN Water Day इसी ि स सय रा का 22 माच को पड़न वाल िव जल िदवस का 2018 का थीम ह lsquoकित की ओर मखाितबrsquo बाढ़ सखा

और जल दषण स बहाल पयावरण वथा की बहतरी क िलए परजोर सित ह िक ताजा पानी क िववकपण उपयोग और ताजा

पानी क ोतो क थाई बधन क उपाय खोज

Modern Culture ampLifestyle Water ाकितक तौर-तरीको स दर होती मौजदा सित हम बीमार कर रही ह बोतलबद पानी क कभावो की पि बार-बार हो रही ह

सकड़ो साल तक भी िवघिटत न हो सकन वाला ाक शरीर की ा दगित करगा आप अदाज लगा सकत ह

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रहाइशी और सावजिनक थलो म आगन सड़को आिद की सतह को पा बनाकर भिम स दरी बनान का चलन पानी क भतल म

रसाव को रोक रहा ह और भगत जल की भरपाई दर होन लगी ह इसस जल िनकासी की समा उ हो गई ह वह अलग

What to be done जल समा क दीघकालीन उपाय क िलए आज जरत इसक अिधकािधक सरण की लवणीय जल को करन क तरीक ईजाद

करन की और मौजदा जल का अिधकतम योग गद पानी क पनउपयोग बायो ऊजा क ापक योग पर गौर करन की जरत ह

गर-मानसन क िदनो म निदयो म जल वाह ीण हो जाता ह अनक छोटी निदया तो अपना अ ही खो चकी ह

शहरी इलाको म पयजल उपल करान क िलए िजदार नगर पािलका या िनगम उत जल ससाधन सय जटान और पाइपो की

सामियक मरत नही करवा पात और लोग जल क िलए तरसत रहत ह

कई बार सीवज पाइपो की लीकज पयजल स िमलन स जना को खतरा उ हो जाता ह अमरका व अ िवकिसत दश भी

असरित पयजल की समा स अछत नही ह

जस क अयन स पता चला ह िक इस की दो-ितहाई सावजिनक पयजल णािलया पीएफसी (परोरनिटड किमक) स

दिषत ह टॉन नाम स लोकिय पीएफसी आसानी स िवघिटत न होन वाला रसायन ह िजसक अश मन सिहत उन सभी जीवो क

ऊतको म इक हो जात ह जो क सर की सभावना बढ़ात ह पीएफसी पशओ का जनन और उनका िवकास बािधत करता ह कसी

िवडबना ह समच िव म आध लोग अतालो म इसिलए भत ह चिक उ पानी नही िमला या उोन दिषत पानी का सवन िकया या

साफ-सफाई नही बरती जल और इसक ोतो को मानवजाित की साझा सपि क प म ीकारना होगा इन पर एकािधकार अनिचत

और अनितक ह

छोट उोग पनप तो सधरगी अथवथा (Need to focus on Small Industry) धानमी न दावोस म िव क िनवशको को बताया था िक भारत म ापार करना अब आसान हो गया ह उोन इस बात क

माण म िव बक ारा lsquoापार करन की सगमताrsquo अथवा lsquoइज ऑफ़ डइग िबिजनसrsquo रपट का उख िकया था लिकन ापार

करना आसान होन क बावजद दश म िवदशी िनवश की माा बढ़न क थान पर घट रही ह

अल स िदसबर 2016 की तलना म 2017 क इी नौ महीनो म सीध िवदशी िनवश की माा म चार ितशत की कटौती ई ह

िव बक कह रहा ह िक भारत म ापार करना आसान हो गया ह लिकन इसका भाव िवदशी िनवश पर नही िदख रहा ह इसका

कारण ा ह कारण ह िक िव बक ारा बनाया गया ापार करन की सगमता का सचकाक ामक ह

Ease of Doing Business Report amp India

िव बक ारा बनाय गए सचकाक म दस िबद िलए गय ह पहला िबद ह िक भारत म अब ट अदा करना िवशषकर ोिवडट फड म धन जमा करना इल ॉिनक माम स हो रहा ह जो

िक ट अदा करन को आसान बनाता ह इसी कार बड़ी किनयो ारा इल ॉिनक माम स कापरशन ट अदा करना

आसान हो गया ह इस िबद पर भारत की रक 172 स उठकर 119 हो गयी ह दसरा िबद िदवािलयपन का िनदान ह भारत सरकार

न िदवािलया कानन बनाया ह िजसम िदवािलया घोिषत करन वाली कनी का शी िनपटारा करन की वथा ह इस िबद पर

भारत की रक 136 स उठकर 103 हो गयी ह तीसरा िबद छोट िनवशको की रा ह बड़ी किनयो म छोट रटल िनवशको को

सबी ारा सरण िदया जाता ह इस िबद पर भारत की रक 13 स उठकर 4 हो गयी ह य तीनो िबद कारगर ह लिकन इनका

भाव कवल बड़ी किनयो पर होता ह बड़ी किनयो ारा ही ोिवडट फड अथवा कापरशन ट िदया जाता ह इी क

िदवािलयापन पर नया िदवािलया कानन लाग होता ह बड़ी किनयो क ही छोट िनवशको को सरण की जरत होती ह इन

तीनो िबदओ म सधार सा ह पर इन सधारो का छोट उिमयो पर साथक भाव नही पड़ता िव बक ारा बनाय गए

सचकाक का चौथा िबद ऋण ा करना आसान हो जाना ह िव बक न कहा ह िक बको ारा िदए गए ऋण की वसली करना

अब आसान हो गया ह सकट कपिनयो की पजी म बको ारा िदए गए ऋण की वसली को ाथिमकता दी जा रही ह इसस

बको की ऋण दन म िच बढ़गी इस िबद पर भारत की रक 44 स उठकर 29 हो गयी ह सरकार ारा उठाया गया यह कदम

साथक ह लिकन साथ -साथ छोट उोगो का कल ऋण म िहा घट रहा ह वष 2014-15 म बको ारा िदए गए कल ऋण म छोट

उोगो का िहा 133 ितशत था जो िक वष 2016-17 म घटकर 126 ितशत रह गया ह अथ आ िक बको की ऋण दन म िच

का बढ़ना भी कवल बड़ उोगो को ही लाभ पचा रहा ह िव बक ारा पाचवा िबद िबग कन क िनयमो का पालन

करन की सगमता ह इस िबद पर भारत की रक 185 स उठकर 181 ई ह लिकन इस िबद पर दिण एिशया म अफगािनान को

छोड़कर हम बाकी शष दशो जस नपाल बाादश ीलका स पीछ ही ह इस िबद पर हमारी रक म सधार भी बत मामली आ

ह इस िनभावी ही कहा जा सकता ह िव बक ारा छठा िबद िकसी अनबध क अनपालन म लग समय का सधार ह अपन

दश म आप िकसी अनबध को अनपालन करान क िलए कोट म जाय तो उसम बत ला समय लगता ह िव बक क अनसार

इस िबद पर हमारी रक 172 स उठकर 164 हो गयी ह लिकन रक म यह सधार ामक ह िव बक क अनसार ही अनबध का

अनपालन करान म पव म 1445 िदन लगत थ आज भी 1445 िदन ही लगत ह यानी अनबध क अनपालन म हमारी जमीनी थित

म तिनक भी सधार नही आ ह इस िबद पर जो रक म हमारा सधार आ ह उसका कारण यह िदखता ह िक दसर दशो म थित

बदतर ई ह अतः िजस कार अधो म काना राजा होता ह उसी तरह भारत म सधार न होन क बावजद भारत की रक इस िबद पर

उठ गयी ह िव बक क अनसार आखरी चार िबदओ पर भारत की रक म िगरावट आई ह य ह नय उोग को श करना

िवदशी ापार ॉपट का रिजशन और िबजली का कनन लना इस कार दस िबदओ म तीन िबद यानी ट अदा करन

म सगमता िदवािलयापन का शी िनपटारा और छोट िनवशको की रा इन तीन िबदओ म िवशष सधार आ ह लिकन य सधार

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कवल बड़ी किनयो पर लाग होता ह अगल तीन िबदओ पर सधार सिद ह ऋण दना आसान हो जान क बावजद ऋण की

उपलता छोट उोगो को घटी ह कन परिमट म हम सभी दिणी एिशयाई दशो स पीछ ह और अनबध क अनपालन म

अभी भी 1445 िदन ही लगत ह अितम चार िबदओ म िव बक क अनसार ही हमारी थित म िगरावट आई ह अितम आकलन ह

िक सधार कवल बड़ी किनयो पर लाग होता ह छोट उोगो क िलए परथित िवकट होती गयी ह इ ऋण कम िमल रहा ह

कन परिमट ा करन म समय पववत लग रहा ह अनबध अनपालन म समय पववत लग रहा ह नया उोग चलाना किठन

होता जा रहा ह िवदश ापार करना किठन होता जा रहा ह ॉपट क रिजशन म अब ादा िवल हो रहा ह और िबजली का

कनन लना ादा किठन हो गया ह Need to focus on Small Industry दश की अथवथा मलतः छोट उोगो ारा सचािलत

होती ह छोट उोगो स ही रोजगार बनत ह उसी रोजगार स जनता की य श बनती ह िजसस बड़ उोगो ारा बनाय गय

माल को जनता खरीदती ह यिद छोट उोगो क िलए ापार करना किठन हो गया ह तो अथवथा म ढीलाहट होना तािक क

परणाम ह सरकार को चािहए िक छोट उोगो क िलए ापार करन की सगमता म सधार लाय ऐस म िव बक की इज ऑफ़

डइग रपोट ामक ह पहला कारण ह िक जो भी सधार आ ह वह कवल बड़ी किनयो क ऊपर लाग ह दसरा कारण ह िक

छोट ापारयो क िलए ापार करना किठन हो गया ह जस बाढ़ म जनता डब रही हो लिकन जमीदार क िठकान म दीवाली

मनाई जा रही हो ऐसी हमारी थित ह अतः सरकार को िव बक की इस ामक रपोट स भािवत न होकर छोट उिमयो क

िलए ापार करना सगम बनान क िलए ताल कदम उठान चािहए अथा न तो हम िवदशी िनवश िमलगा और न ही हमारी

िवकास दर म व होगी

Artificial intelligence को ापक पमान पर अपनान का व समची विक अथवथा म Artificial Intelligence (AI) को अपनाए जान क तीन कारक रह ह

ापक र पर समानातर अिभकलन ससाधनो की उपलता

AI की गितिविध स सामज िबठान वाली बहतर कटर णाली का िवकास और

इटरनट स सबिधत चर आकड़ो की उपलता का एआई क ती िवकास म खास योगदान रहा ह

इनक सिलत असर स इमज लबिलग म िट की दर 2010 क 285 फीसदी स घटकर महज 25 फीसदी पर आ चकी ह FACT

PWC की एक रपोट म कहा गया ह िक वष 2030 तक िव अथवथा म एआई का योगदान 157 लाख करोड़ डॉलर तक पच जाएगा

जो चीन एव भारत क मौजदा साझा आउटपट स भी अिधक होगा

वही एचर की रपोट lsquoरीवायर फॉर ोथrsquo म कहा गया ह िक एआई क चलत भारत की वािषक व दर म वष 2035 तक 13 फीसदी

की उछाल आ सकती ह इसका मतलब ह िक भारतीय अथवथा म 957 अरब डॉलर की अितर रकम आ जाएगी जो भारत क

मौजदा सकल म सवधन का 15 फीसदी होगा

India and Artificial Intelligence िवकासशील दशो म भारत एआई का अिधकतम लाभ उठा पान की थित म ह तकनीक क मोच पर हमारी मजबत थित

अनकल जनािककीय पर और समत आकड़ो की उपलता म सरचनाक लाभ होन स भारत एआई क िलए कही बहतर

तयार ह दरअसल विक एआई उपयोगकताओ क िलए भारत क सदभ म आकड़ो की िविवधता एक बड़ी बाधा रही ह ोिक

एआई की मौजदा गणना-पितयो को ईधन दन का काम आकड़ ही करत ह एआई-आधारत इमाल सरकारी र पर खास

उपयोगी ह ोिक वहा आकड़ो की बलता होन क साथ गणवा भी सिनित करनी होती ह

Start up in AI भारत एआई-आधारत ाटअप की सा क मामल म वष 2016 म जी-20 दशो क बीच तीसर थान पर था इस

तरह क ाटअप भी विक र स अिधक वष 2011 क बाद 86 फीसदी बढ़ गए थ हालािक यह ाथिमक प स एचर

माइोसॉ और एडोबी जसी अमरकी कपिनयो क दबदब म रहा ह इन कपिनयो क नवोष क भारत म भी मौजद ह

दरअसल एआई क मामल म नवोष और उमशीलता को बढ़ावा दना काफी अहम ह ऐसा नही होन पर घरल समाधान एव थानीय उमी

लगातार बढ़त अवरोधो का सामना नही कर पाएग बड़ नटवक क सावभौम ितप होन स कोई भी एआई ऐकशन उतना ही अा

सािबत होता ह िजतना बहतर उसका डाटा होता ह लिकन मौजदा दौर म डाटा की उपलता कछ ही कपिनयो क हाथो म क ित होती जा

रही ह फसबक क सिय मािसक उपभोाओ की सा करीब दो अरब ह इसी तरह गगल इटरनट पर होन वाल करीब 90 फीसदी

तलाश का माम बना आ ह

हालािक यपीआई और आधार जस नवाचार और मोबाइल फट उपयोग क चलत अब हमार पास बत सार िविश आकड़ भी मौजद ह

हमारी जरत भी खास तरह की ह हम िनजता क सदभ म नया नजरया अपनाना चािहए तािक कटब बपीय गणना जसी मशीनी सीख

को सरित रखा जा सक

नमओपनमाइड डॉट ऑग एक ऐसा ही ोज ह जो िशण उो क िलए कटब एव अनाम आकड़ो क इमाल का जरी टल बनान

म लगा ह इस तरह िनजी आकड़ परी तरह िनजी बन रहग लिकन मशीनी गणना पित उनस सबक हािसल कर सकगी एआई को अर

सरकार lsquoसदर भिवrsquo वाली तकनीक की तरह दखती ह सरकारो क अनसधान भागो पर ही एआई का िजा छोड़ िदया जाता ह सरकार

कई बार कोई बड़ी पहल करती ह लिकन उन योजनाओ को थानीय लोगो की जरतो क िहसाब स बनाया ही नही गया होता ह इस वि

को बदलन की जरत ह

तक सगत मा यह ह िक गणवापरक िशण डाटा शािमल करन स िकसी भी एआई ऐकशन की सफलता की सभावना बढ़ जाती ह

ऐस म एआई क इस पहल को समािहत करन लायक बदलाव बौक सपदा काननो म भी करन होग िवकासशील दशो को एआई का

उपयोग जर बढ़ाना चािहए ा िशा किष और अ ो म तो एआई का अिधक उपयोग जर करना चािहए

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NITI AYOG amp AI Push

नीित आयोग इस तरह क कई ोज चला रहा ह पहला आयोग इसरो और आईबीएम क साथ िमलकर फसलो की उपज बढ़ान और मदा ा को बहतर करन म एआई समाधान

तलाशन की कोिशश कर रहा ह

उपहो स ा तीरो और सरकार क पास उपल अ आकड़ो की मदद स यह िकया जा रहा ह इसक असर और सटीकता को

जाचन क िलए शआत म इस दश क 25 िजलो म लाग िकया जाएगा

एआई-आधारत जानकारी को िकसानो क साथ साझा िकया जाएगा तािक व जरी कदम उठा सक आकड़ो को ई-नाम मिडयो स भी

जोड़ा जाएगा िजसस िकसानो को फसल का बहतर म िमल सकगा

दसरा नीित आयोग उिमयो और डवलपरो क िलए ीय भाषा की एआई-िनरप भाषा सरण लाइरी बनान म भी लगा ह

धानमी lsquoएक भारत भारतrsquo का आiumlान कर चक ह लोगो क बीच सवाद को बढ़ावा दन क साथ ही भाषाई िविवधता को सरित

रखना भी इसका उ ह आयोग एक रा ीय भाषा सरण टफॉम बनान की सभावनाए भी तलाश रहा ह यह टफॉम एआई

ऐकशन को दसी भाषाओ पर आधारत पहचान और अ िनष जस काम क लायक बनान म मददगार होगा इसस एआई

डवलपर ाटफोन का इमाल करन वाली समची आबादी तक पच बना सक ग और उ अलग भाषाओ क िलए अलग मॉडल भी

नही तयार करन होग

तीसरा आयोग तीरो का एक lsquoबायोबकrsquo बनान क िलए िविभ िचिका सथानो क साथ िमलकर काम कर रहा ह यह बायोबक सीटी

न एमआरआई अ ासाउड और एर परीणो क दौरान िमली तीरो का सकलन होगा और इसक इमाल स डॉर बीमारयो

का ज पता लगा सक ग(THECOREIAS GSHINDI)

ऐसी िवशषता सपर-िशएिलटी अतालो म ही िमल पाती ह िकसी तीर का त िवषण करन स ाथिमक ा क (पीएचसी)

र पर ही गभीर बीमारयो की पहचान की जा सकगी पीएचसी अतालो म बीमारयो क परीण की सिवधाए काफी कम ह बायोबक

बनन स भारत म रोगो की पहचान और िवषण की मता रखन वाल क िवकिसत होग िजसस सरकार को भी ीय र पर ा एव

पोषण सबधी योजनाए चलान म सिलयत होगी

चौथा नीित आयोग सरित ॉकचन क इमाल स इल ॉिनक मिडकल रकॉड (ईएमआर) तयार करन का खाका पहल ही बना चका

ह इसस मरीज की िनजता बनी रहगी और लोग अपन मोबाइल फोन पर ही इस दख सक ग ॉकचन पर साझा िकया जा सकन वाला

ईएमआर ा म नवाचार को कई गना बढ़ा सकता ह इसस ा एव जीवन बीमा का दायरा बढ़ान बीमा सबधी धोखाधड़ी को

नतम करन और सरकारी सडी म गड़बड़ी को ख िकया जा सकगा कटब ईएमआर डाटा को एआई समाधान स जोड़कर

महामारी की आशका और िकसी इलाक म ऐटी-माइोबायल ितरोध की थित का अदाजा लगाया जा सकगा इस तरह भारत क

अलग राो और इलाको की जरतो क आधार पर खास कायम चलाए जा सक ग

पाचवा हम अदालतो म लिबत मामलो की बड़ी सा कम करन क िलए भी एआई क इमाल की सभावनाए तलाश रह ह नीित

आयोग अदालतो क फसलो क िवषण का एक एआई मॉडल तयार कर रह ह िजसस ायाधीशो को मौजदा मामलो क बार म

अतञान िमल सकगा अदालतो म तीन करोड़ स भी अिधक मामल लिबत ह और कारोबारी सगमता की र िकग भी इसस भािवत हो

रही ह एआई एक बिनयादी नवाचार ह

यह आग चलकर इटरनट या िबजली क उपयोग स कही अिधक बड़ा होगा यह हरक उोग और म आमलचल बदलाव लकर

आएगा भारत को अपनी परी मता स इस अपनाना चािहए

5 challenges in front of Economy

मौजदा िव वष की पाच मख चनौितया

1 महगाई दर - मौजदा िव वष की पहली छमाही म का तल क सा रहन और िवकास दर क स होन स खदरा महगाई दर

कवल 262 फीसदी रह गई थी लिकन दसरी छमाही म हालात िबल बदल गए क तल की कीमत लगभग डढ़ गना हो जान स तीसरी

ितमाही म महगाई का आकड़ा बढ़कर 456 फीसदी हो गया जबिक अाखरी ितमाही म भी इसक इसी र क करीब रहन की सभावना ह

यानी िव वष 2017-18 की दसरी छमाही म पहली छमाही की तलना म लगभग दो फीसदी ादा खदरा महगाई रहन क आसार ह

2 िनवश की कम दर - अथशायो क अनसार जब कभी िनवश म एक फीसदी की कमी आती ह तो िवकास दर लगभग आधा

ितशत कम हो जाती ह सरकार क िलए िचता की बात ह िक 2007 स िनवश दर म िगरावट का जो िसलिसला श आ वह अब तक नही

थमा ह 2017-18 की आिथक समीा क अनसार 2007 म जीडीपी की तलना म िनवश और बचत दर मश 38 और 36 फीसदी थी जो 2017

म 29 और 26 फीसदी रह गई ह जानकारो क अनसार जब तक बको और कॉरपोरट सर की समा दर नही होगी तब तक िनवश म व

नही हो सकती िबना कल िनवश बढ़ाए (खासकर िनजी िनवश) तज िवकास का ल परा नही िकया जा सकता

3 बको का बरा हाल - इस महीन जारी एक रपोट क अनसार िदसबर 2017 म दश क सभी अिधसिचत बको का कल फसा आ

कज 840 लाख करोड़ पय तक पच गया ह यह आकड़ा बको ारा जारी अिम रािश का 20 फीसदी स भी ादा ह हालािक 2016 म

इनसॉसी और िदवािलया कानन बनन क बाद 2017 म कजदारो की सपि नीलाम करक कज वसल करन की िया म काफी तजी आई

ह लिकन अभी भी यह समा ख होन स बत दर ह

4 राजकोषीय घाटा - मोदी सरकार न पदभार सभालत ही कहा था िक िव वष 2016-17 क अत तक राजकोषीय घाट को तीन

फीसदी तक ल आया जाएगा लिकन 2017-18 क अत म इसक 35 फीसदी क आसपास रहन की सभावना ह क ीय िव मी अण जटली

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न इस साल का बजट पश करत ए कहा िक तीन फीसदी का ल अब िव वष 2020-21 तक हािसल िकया जाएगा अथवथा की मजबत

बिनयाद चाहन वालो क िलए यह िचता की बात ह इसस भारतीय अथवथा की िडट रिटग क ज सधरन की सभावना फीकी हो गई ह

5 रोजगार - एक अनमान क अनसार इस समय दश क रोजगार बाजार म हर साल सवा करोड़ स ादा लोग दाखल हो रह ह लिकन

एक रपोट क अनसार मौजदा िव वष म सगिठत और असगिठत दोनो ो को िमलाकर मल स 36 लाख रोजगार पदा हो रह ह इस

िलहाज स मौजदा िव वष को भी कामयाब नही माना जा सकता आरबीआई क पव गवनर रघराम राजन न िपछल ह िसगापर म एक

कायम म कहा िक भारत बरोजगारी की समा का समाधान तभी कर पाएगा जब उसकी अथवथा 10 फीसदी या उसस ादा तजी स

आग बढ़ हालािक जानकारो क अनसार ऐसा होन म अभी कम स कम चार-पाच साल तक लग सकत ह

Media की सरा और लोकत स की आजादी क िलए काम करन वाली जानी-मानी सथा Reprters without borders की वष 2017 की रपोट बताती ह िक world freedom

index म भारत तीन पायदान नीच खसककर136व थान पर आ गया ह हम अपन जझा मीिडया को दिण एिशया म सबस त मानत

ह लिकन ीडम हाउस की नजर म यह आिशक प स ही त ह बीत साल भारत म 11 पकारो की हा कर दी गई 46 पर हमल ए

और पकारो क खलाफ पिलस कारवाई क 27 मामल सामन आए इिडया ीडम रपोट क य आकड़ जमीनी र पर रपोिटग क जोखम

को उजागर करत ह

पाच िसतबर 2016 को गौरी लकश की हा न िसफ बात बनान वालो को आराम की नीद स जगा िदया दभा स कानन क रखवालो और

कानन तोड़न वालो दोनो की तरफ स ऐसी हाए आम ह उसक दो िदन बाद िबहार क अरवल िजल म दो बाइक सवार हमलावरो न एक

रा ीय दिनक अखबार क पकार पकज िमा की गोली मारकर हा कर दी पकारो की सरा क िलए काम करन वाल एक और एनजीओ-

कमटी फॉर ोटन ऑफ जनिल की 2016 की विक र िकग क अनसार भारत म दड-म र िकग (ऐसी घटनाए िजनम पकार की

हा ई और हार पकड़ स बाहर रह) म बीत एक दशक म सौ फीसदी का इजाफा आ ह अभी भारत की दड-म र िकग 13वी ह

स की आजादी को खतरा इसकी शआत स ही रहा ह 1857 की ाित क साथ ही लाड किनग ारा बनाया गया गिगग ऐ अ

म आया िजसम सरकार स लाइसस लना जरी करत ए ििटग सो और उनम छपन वाली सामी को िविनयिमत िकया गया था

इसक तहत िकसी भी छपन वाली सामी की इसक िलए जाच की जा सकती थी िक यह ििटश राज की नीितयो क खलाफ तो नही ह

ीय भाषा क अखबारो न जब 1876-77 क अकाल स िनपटन म औपिनविशक सरकार की िढलाई को लकर खबर कािशत की तो

सरकार आलोचनाओ को कचलन क िलए वनाकलर स ऐ ल आई

आज क दौर म छोट शहरो म जब-तब ऐस हमल होत रहत ह िजनम पीिड़त िकसी ीय अखबार या चनल म ीलासर क तौर पर काम

करन वाला शस होता ह िजसक िज ादातर फी का काम होता ह साल 2014 म हमलावरो न पकार तण कमार आचाय को

चाकओ स गोदकर मार डाला था जािहर तौर पर इसकी वजह ओिडशा म काज ोसिसग ाट म बाल िमको स काम कराए जान की

खबर छापना था पजाब म चनाव स पहल सरकार क खलाफ खबर िलखन क िलए पकार दिवदर पाल क घर पर पट ोल बम फ का

गया उर दश म माच 2014 म एक असाइनमट पर काम कर रही एक पकार स गगरप िकया गया

सीिमत काननी सरण क साथ स की आजादी का ादा मतलब नही रह जाता ऐसी आजादी ऑनलाइन

धमिकयो और मकदमो क सामन आसानी स कमजोर पड़ सकती ह इसक साथ ही आईपीसी की धारा 124 (ए) (रा ोह का ावधान) तो ह

ही अर राजनताओ और नामचीन हयो ारा मानहािन क ावधान का इमाल स को अपन खलाफ िटणी करन स रोकन क िलए

िकया जाता ह खासकर तिमलनाड म ऐस तरीक बत ादा अपनाए जात ह- 1991-1996 क बीच जयलिलता की सहत और रा सरकार

की कारवाइयो को लकर खबर छापन पर सरकार ारा काशनो क खलाफ मानहािन क तकरीबन 120 मकदम दज कराए गए बड़ मीिडया

हाउस तो ऐस मानहािन क मकदमो का खच उठा सकत ह लिकन छोट और मझोल काशन क िलए इसस अ का सकट खड़ा हो जाता

ह इसका नतीजा होता ह िक सपादक ादातर ऐसी ोरी छापन स परहज करत ह और सरणिवहीन पकार हतोािहत होता ह हम

आपरािधक मानहािन क ावधान को ख करन या हजान की रािश सीिमत करन क िलए कदम उठान होग तािक ीय और थानीय

अखबारो क पकार मानहािन क मकदम क भय क िबना काम कर सक

कायद स बोलन की आजादी और इसका िवार कह जान वाल स की आजादी िनबाध होनी चािहए लिकन अनद 19 की उपधारा 2 का

मौजदा सािवधािनक ावधान स पर भावी िनयण लगाता ह सरकारी गोपनीयता कानन पकारो को दश की रा स जड़ मामलो की खबर

छापन स रोकता ह- हालािक इसक दपयोग की भी परी आशका ह ससद इस मामल म कम स कम इतना जर कर सकती ह िक पकारो

को आपरािधक कारवाई स बचान क िलए एक कानन बनाए और उ रा ोह कानन क दायर स बचाए रा ीय सरा कानन म एक अाय

जोड़कर सरकारी गोपनीयता वाल ावधानो का िववरण िदया जाना चािहए

पकारो क िलए खतरा बढ़ता ह तो इसस गभीर मामलो म रपोिटग की गणवा और सा भी भािवत होगी महपण मसलो की पड़ताल

म कमी आएगी कई मामलो म परी पड़ताल नही की जाएगी मीिडया का नजरया अित-रा वादी हो जाएगा और आ-आलोचना की वि

घट जाएगी इस खद पर लगाई ससरिशप को रोकन क िलए महपण सधार की जरत होगी स काउिसल ऑफ इिडया को एडवोकटस

ऐ जसा एक अलग कानन बनाकर बार काउिसल ऑफ इिडया की तरह अिधकार सप बनाए जान की जरत ह िजसस पकारो का दजा

ऊचा होगा इसक साथ ही इसस उ अनितक और अावसाियक तौर-तरीको स सरा भी िमलगी स काउिसल का दायरा बढ़ाकर इसक

तहत इल ॉिनक ॉडका और मीिडया समत हर तरह क मीिडया को लाया जाना चािहए हम इस को ापक र पर सरण दना

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होगा अथा हम अपन लोकत क सरा उपायो को ही कमजोर कर ग हमारा लोकत सरित रह इसक िलए जरी ह िक हम अपन

पकारो की भी परी सरा कर

किष यीकरण को बढ़ावा दन क उ स किष यीकरण उपिमशन ार किष यीकरण किष क सतत िवकास क िलए महपण घटको म स एक ह जो समय पर किष काय क माम स उादन व म मदद

करता ह घाट को कम करता ह महग आदानो का बहतरबधन सिनित करन क माम स िविभ किष काय की लागत कम करन ाकित

क ससाधनो की उादकता म व और िविभ किष काय स जड़ी िदतो को कम करन म मदद करता ह

िपछल कछ वष म िश मकिनकल और िबजली ोतो क उपयोग की िदशा म रहा ह जबिक 1960-

61 म लगभग 9230 किष काय म उपयोग होन वाली श सजीव (ाणी + मानवीय) ोतो सआ रही थी 2014-

15 म सजीव श ोतो का योगदान घटकर लगभग 946 रह गया ह और यािक और िवदयत ोतो की श का योगदान 1960-

61 म जो 770 था बढ़कर 2014-15 म लगभग9054 हो गया ह

किष यीकरण का र खती यो इकाई म उपल यािक श क अनपात क प म िकया जाता ह जो भारत म िपछल 43 व

ष क दौरान बत धीमी गित अथात 1975-76 म जो 048िकलोवाट ित हयर था वष 2013-

14 म बढ़कर 184 िकलोवाट ित हयर हो गया ह हालािक 2014-15 स 2016-

17 क दौरान यह बढ़कर 202 िकलोवाट हयर हो गया ह जो मप सकिष सहकारता और िकसान काण िवभाग की िविभ योजना

ओ क माम स किष यीकरण को बढ़ावा दन क क ित यासो क कारण ह उोन बताया िक औसत जोत आकार म िनरतर सकोचन क कारण अिधक खत ितकल णी म आ जाएग िजसस किष मशीनरी की ग

त ािम को धीर-

धीर और अिधक अनौपचारक बनादगा इसिलए छोट खतो क िलए पया किष श की उपलता सिनित करना एक बड़ी चनौती होगी

किष यीकरण की अ चनौितया य ह िक कस कौशल बाधाओ को दर िकया जाएतािक आधिनक ौोिगकी को पया प स समथन

ा हो भिव म जीवा ईधन की कम उपलता और उस पर अिधक लागत क कारण ऊजा की कमी और पयावरणीय िगरावट की उप

ािकए िबना किष यीकरण का सतत िवकास सिनित करन की सभावनाओ का सपक थािपत करना आवक होगा

वष 2012-13 एव वष 2013-14 म किष यीकरण पर दो छोटी म चलाई जा रही थी िजसक िलए आबटन मशः मा पय 2410 करोड़ एव 3849 करोड़ मा था प

र किष एव िकसानकाण मालय ारा किष यीकरण क मह को ान म रखकर दश म किष यीकरण को बढ़ावा दन क उ स व

ष 2014-

15 स किष यीकरण उपिमशन ार िकया गया ह िजसका उदछोट और सीमा िकसानो तथा उन ो म जहा किष यो की उपल

ता कम ह वहा किष यीकरण को बढ़ावा दना ह I किष यीकरण उपिमशन (एस एम ए एम) क अितर एन एफ एस एमआर क िव वाई

आयल पाम िमशन बागवानी िमशन इािद ीमो म भी मशीनीकरण हत राो को सहायता दान की जाती ह I

What are there in this mission किष यीकरण उपिमशन म न कवल िशण परीण किष मशीनरी क दशन और खरीद सडी जस पारपरक घटक शािमल ह

ब इसम कम हायरग क िलए फाम मशीनरी बकोऔर उ उादक उपकरण क की थापना और छोट और सीमात िकसानो

क बीच उादकता बढ़ान और उपय खत उपकरणो का ािम का िनमाण करन क उश स चयिनत गावोम किष यीकरण को ब

ढ़ावा दना शािमल ह

रा ीय किष िवकास योजना और किष यीकरण उपिमशन क अतगत कम हायरग सवाओ क िलए फाम मशीनरी बको और हाई-

टक हब की थापना हत परयोजना लागत का 40 िवीयसहायता दी जाती ह

िवभाग क इन िविभ योजनाओ क अतगत किष यीकरण क िलए रा सरकारो को िपछल तीन वष म 3088 करोड़ पय स अिधक

की रािश आविटत की गई ह

चाल िव वष 2017-

18 क दौरान किष यीकरण उपिमशन क िलए आवटन िपछल वष की तलना म दो गना बढ़ा िदया गया ह जो 577 करोड़ पए ह आब

िटत रािश का उपयोग करक यहदखा गया ह िक म दश उड़ीसा तिमलनाड महारा िहमाचल दश छीसगढ़ आ दश तल

गाना आिद राो न किष यीकरण म अी गित हािसल की ह

पानी की िफ रा ीय हरत अिधकरण (एनजीटी) न िदी सरकार को दिण िदी म पनचित जल की आपित क िलए अलग स पाइपलाइन िबछान की

सभावना तलाशन का िनदश िदया ह यो तो यह िनदश अभी दोहरी लाइन िबछान क िलए नही ह लिकन िजस तरह स महानगरो म श

पयजल की बबादी हो रही ह वह िदन दर नही जब न कवल िदी ब दसरी जगहो पर भी इसकी जरत पड़गी

शौचालयो बागवानी और िनजी वाहनो को धोन तथा आरओ मशीनो वगरह म िजस तरह स पयजल का भारी माा म दपयोग हो रहा

ह वह सचमच िचताजनक ह

एक तरफ लाखो-करोड़ो लोग श पयजल की िकत स जझ रह ह और दिषत पानी पीकर तरह-तरह क रोगो क िशकार हो रह ह वही

दसर तरफ बड़ पमान पर पयजल का दपयोग हो रहा ह

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एक रपोट क मतािबक िदी की करीब दो करोड़ आबादी म तीस ितशत लोगो को श पानी नही िमल पाता िदी ही ो तमाम

शहरो और ामीण ो पर नजर डाल तो श पयजल भारत की बत बड़ी समा ह

महारा राजथान छीसगढ़ जस रा और बदलखड जस इलाक जो लब अरस स सख स जझ रह ह उनकी समा की िवकरालता

का अनमान सहज ही लगाया जा सकता ह िदी जस रा म जो पानी की अपनी जरत परी करन क िलए पड़ोसी राो पर िनभर

ह पानी की ऐसी बबादी आयजनक ह

ऐस व म एनजीटी न उिचत ही िदी सरकार क पयावरण सिचव स कहा िक व डीडीए िदी जल बोड और दिण िदी नगर

िनगम क अिधकारयो क साथ बठक कर दोहरी पाइप लाइन की सभावना की राह तलाश

पहली नजर म यह िहदायत थोड़ी अजीब या ादा खचली लग सकती ह लिकन कई मो म अलग-अलग कामो क िलए पानी की दोहरी

पाइपलाइन की वथा ह िदी जल बोड न कछ समय पहल ऐसी योजना बनाई भी थी लिकन उस पर अमल नही हो पाया िदी म पानी

की बबादी की बड़ी वजह ह वाहनो की सफाई अमरका जस दशो म जहा वाहनो की सा भारत स कही ादा ह सफाई म तलनाक

प स कम पानी खच होता ह मोट अनमान क मतािबक िदी म कार बस टी और दो पिहया वाहनो की धलाई म करीब पाच करोड़

लीटर पानी रोजाना खच हो जाता ह इसम स काफी पानी घरो म साई होन वाला पयजल होता ह शौचालयो म श क जरए और

बागवानी म भी पयजल का बड़ा िहा खच होता ह

दोहरी पाइपलाइन की वथा िनित प स एक थायी िवक हो सकती ह लिकन इस ाव को साकार होन म अभी काफी व लग

सकता ह वस कई ऐसी तरकीब और सावधािनया ह िजन पर लोग ान द तो काफी हद तक पानी बचाया जा सकता ह वषाजल

सचयन पानी की टिकयो म वाटर ओवरो अलाम आरओ मशीन क पानी का िकसी बतन म सचयन आिद कई तरीक हिज लोग अमल म

लाए तो कछ सकाराक बदलाव आ सकता ह कड़ा कानन भी एक राा ह लिकन सबस ादा उपयोगी ह जन-जागकता पानी की

बबादी पर समाज क िलए िचता का िवषय होनी चािहए

द ाित म िनिहत किष क सबक Loan waiver amp Agriculture हाल ही म दश क अलग-अलग राो म किष ऋण की माफी की गई इसकी कल रािश वष 2017-18 क सकल घरल उाद (जीडीपी) क

करीब 10-15 फीसदी क बराबर होगी यह बात जािहर करती ह िक हमारी किष क साथ कही न कही कछ तो गलत ह इस करण न किष

सधार क म को एक बार िफर चचा म ला िदया ह ऋण माफी को घोषणा क बाद वापस नही िलया जा सकता ह लिकन इनकी बदौलत किष

की िदशा और सधारो की गित पर अव चचा हो सकती ह इनकी मदद स ही इस थायी िवकास की राह पर लाया जा सकता ह दध स

जड़ी त ाित स जड़ तीन सबक इस सदभ म ासिगक ह

Milk production in India after 50s वष 1951-52 स 1971-72 तक दो दशक म दश म दध का उादन 17 करोड़ टन स बढ़कर महज 22 करोड़ टन तक पचा था दध सा

था लिकन सन 1960 क दशक क आखर और 1970क दशक क आरभ तक वह शहरो म सरकारी दकानो म आसानी स िमलता नही था त

ाित क आगमन क साथ ही अगल दशक म हर बार दध का उादन दोगना बढ़ा सन 1991-92 म यह 56करोड़ टन आ तो वष 2011-

12 म 128 करोड़ टन

Lesson from white revolution रा ीय डयरी िवकास बोड (एनडीडीबी) की थापना सन 1965 म की गई थी उसन यरोपीय सघ ारा िव खा कायम क तहत िदए

गए दध पाउडर और बटर ऑयल की िबी क साथ ऑपरशन ड की शआत की इस द ाित क तीन उ थ

पहला ामीण आय म सधार करना

दध उादन म थािय लाना और

ाहको तथा उादको क िलए उिचत म की वथा करना

Anand programme इस कायम क मल म आणद शली थी यानी दश क अलग-अलग िहो म सहकारी दध उादको स दध खरीदना गजरात क सहकारी दध

िवतरण सघ िलिमटड को अमल का ाड नाम िदया गया इसक पास गजरात क 35 लाख स अिधक दध उादको का ािम था यह दश

भर म जाना पहचाना नाम बन गया समय बीतता गया और सरकारी सथाओ मसलन िदी द योजना (डीएमएस) अथवा िबहार ट डयरी

कॉपरशन को एनडीडीबी क हवाल कर िदया गया

आमतौर पर किष की सफलता दध तक सीिमत रही यह भी सच ह िक दध म कछ ऐसी िविशiumlताए होती ह जो उस अ किष

उादो स अलग करती ह उदाहरण क िलए दध उादन अ किष काय क तलना म आसान ह

उसकी खरीद परवहन और भडारण आसान ह चावल की बात कर तो वह बासमती गोिवदभोग और सोना मसरी जसी कई िको म

आता ह दध क साथ ऐसा नही ह

दध हर मौसम म हर रोज खरीदा जाता ह जबिक आम जसी मौसमी िजसो क साथ ऐसा नही ह इन तमाम िवशषताओ क बावजद दध स

तीन अहम सबक सीख जा सकत ह इनम सबस अहम ह सरकारी हप की एकदम सहज कित

Role of cooperatives पहली बात तो यह ह िक दध उादन-खरीद की िया म सरकारी कपिनया नही ब सहकारी सिमितया शािमल होती ह यह तरीका

जीलड नीदरलड और डनमाक म 19वी सदी स ही आजमाया जा रहा ह

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दध म वश बाधाए बत कम ह ोिक कोई बड़ा सरकारी ितान इसस नही जड़ा आ ह इसक चलत खरीद परवहन भडारण

और िवतरण क काम म बहतरीन ितधा उ ई

सन 1991 म दध को लाइसस वथा स बाहर कर उस िम ऐड िम ोड ऑडर (एमएमपीओ) 1992 क अधीन कर िदया गया

यह वथा अिनवाय िजस अिधिनयम 1955 क तहत की गई वष 2011 म समापन स पहल एमएमपीओ बड़ी डयरयो स दध की आपित

सिनित करन का काम करता रहा

Intervention in cereals ग और चावल जसी फसलो म सरकारी हप अलग िक का रहा भारतीय खा िनगम (एफसीआई) की थापना एनडीडीबी स एक

साल पहल सन 1964 म की गई थी एफसीआई का काम था िकसानो क िहतो की रा क िलए म समथन नीितयो का इमाल दश भर म

सावजिनक िवतरण णाली क जरय खाा िवतरण और रा ीय खा सरा क िलए अनाज का भडारण अल1973 म तो इिदरा गाधी क

शासनकाल म ग क थोक कारोबार का रा ीयकरण करन का यास भी िकया गया अनाज की खरीद िबी-नतम समथन

म एफसीआई का िबल बोझ एक बड़ पीएसय पर पड़ा िजसन इस राजनीितक दबाव की िiuml स सवदनशील बना िदया फरवरी 2014 म

पजाब चनाव स पहल धानमी मोदी न कहा था िक एफसीआई को तीन िहो म बाट दना चािहए जो मश खरीद भडारण और िवतरण

का काम कर

Recommendation of shanta Kumar committee for reform in FCI जनवरी 2015 म शाता कमार की अता वाली एक उ रीय सिमित न एफसीआई क पनगठन सबधी रपोट पश की

रपोट म अनशसा की गई िक आ दश छीसगढ़ हरयाणा म दश ओिडशा और पजाब म ग खरीद का काम रा सरकार

कर

कहा गया िक पव उर दश िबहार पिम बगाल और असम म एफसीआई को इस काम म मदद दी जाए यह वह इलाका ह जहा

छोटी जोत क िकसान ादा ह और फसल एमएसपी स कम दाम पर िबकती ह अब व आ गया ह िक या तो धानमी क सझाव या

शाता कमार सिमित की िसफारश पर काम िकया जाए

NO MSP for Milk दध क िलए कभी कोई एमएसपी नही रहा उसकी वजह स कम स कम 23 फसलो क दाम म िवसगित आती ह यह बात खद सिमित न

मानी इसक अलावा एफसीआई की खरीद ग और चावल की एमएसपी खरीद पर िनभर ह सरकार को एमएसपी नीित पर पनिवचार

करना चािहए ती

बागवानी म दश न काफी गित की ह 269 करोड़ टन क उादन क साथ वष 2012-13 म यह खाा स ऊपर िनकल गई लिकन

इस म अभी काफी कछ िकया जा सकता ह इसकी माग तजी स बढ़ रही ह फलो और सयो क म म को ोाहन रहता ह

और म भी अा िमलता ह इनका उादन छोट िकसानो को भी समदघ बना सकता ह इसक िलए शीत गहो की जरत होगी और

ढलाई की समिचत वथा की भी दश म कयर ब वथा की काफी कमी ह िजसका असर उादो को धोन सखान छाटन पक

करन आिद म होता ह इसक अलावा सामी को अी थित म रखन क िलए रिजरशन वाहनो की आवकता भी ह

त ाित म दध सरण और िवतरण क बिनयादी ढाच क िवकास की अहम भिमका रही ह इसक तहत चािलत द सहण क

थािपत िकए गए ामीण र पर ठडा करन क सयसरण और पकिजग की थापना की गई दध को 4 िडी सयस तापमान पर

ढोन क िलए टकर तयार िकए गए दध स बागवानी को यह सबक िमलता ह िक िनजी की पहल क जरय समिचत बिनयादी ढाचा

िवकिसत िकया जाए

ई-नाम सधार Business_Standard In news

धानमी न इस साह क आरभ म एक सलन म राो क म सिचवो को सलाह दी िक व इल ॉिनक नशनल एीकचर बाजार (ई-

नाम) पर ान क ित कर यह सझाव सही समय पर आया ह ोिक िकसानो को फसल का सही म सिनित करन म िवपणन की अहम

भिमका ह Objective of E-NAM

ई-नाम का उ ह किष उपज क िलए दशापी र पर अबाध और पारदश बाजार तयार करना परत जोरशोर स की गई शआत क

एक साल बाद भी यह अपन उ ा करन म परी तरह नाकाम रहा

हालािक दश की 585 मख मिडयो म स 400 स अिधक म ई-कारोबार की सिवधा ह लिकन िपछल साल बमल चार फीसदी थोक

किष कारोबार ही इस माम स आ

इस ई-कारोबार म स भी ादातर या तो एक ही मडी या िफर एक ही रा म आ

ऐस म दखा जाए तो िकसानो को िबी की खाितर दशापी र पर ापक खरीदार आधार महया करान का ल हािसल नही हो सका Need for ground work

नई िवपणन वथा को सचा बनान क िलए काफी जमीनी काम करना बाकी ह यह काम न तो इसकी लॉग क पहल िकया गया न

ही अब िकया जा रहा ह

ई-नाम को कोई समातर िवपणन त नही होना था ब इस तो मौजदा मिडयो की अधोसरचना का ही लाभ उठाना था तािक खरीदारो

और िवताओ को दशापी कारोबार क िलए ई-टफाम भर महया करा िदया जाए

इसक कारोबारयो को एकल लाइसस की आवकता होती ह बाजार श भी एकबारगी और कारोबार की गई वओ का दश भर म

अबाध सचार अब तक इनम स कोई शत परी नही हो सकी ह

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कछ ही रा ऐस ह िजोन कारोबारी लाइसस जारी िकए ह व भी रा क बाहर वध नही ह

रा की सभी मिडयो क श को ससगत बनान की िया श क एकल सहण की सिवधा की ओर पहला कदम ह यह भी अभी

होना ह वओ की गणवा क आकलन की वथा और उनका समयबदघ परवहन तय करना भी अभी बाकी ह

अिधक आधारभत र पर दख तो राो क किष उपज िवपणन सिमित (एपीएमसी) अिधिनयमो म भी समिचत सशोधन नही िकए गए

ऐस म किष िजसो क अतरराीय लनदन म समा आएगी िजन काननो म सशोधन िकया भी गया ह व िनजी बाजारो को इजाजत िदला

पान म नाकाम रह ह इसक अलावा उनकी बदौलत थोक खरीदारो या अितम उपभोा तक पच भी सिनित नही हो पा रही बाजार

श और िबचौिलयो क कमीशन पर भी इसस जरी रोक नही लग पा रही

Reform Required राो न पहल ही मडी र का बिनयादी ढाचा तयार कर िदया ह ऐस म ई-कारोबार क िलए सभी राो क बाजारो को आपस म जोडऩ

क मामल म कोई समय नही गवाया जाना चािहए

बाद म इनको अ राो की म मिडयो स जोड़ा जाना चािहए

एक सा किष बाजार तभी आकार लगा जब दश भर क मख उादन और खपत क ो की मिडया एक इल ॉिनक टफॉम स जोड़

दी जाएगी और उनम किष िजसो का कारोबार श होगा

यह दखत ए िक छोट िकसानो की छोटी-छोटी माा वाली उपज को लकर बड़ खरीदार िच नही िदखाएग एकीकत कारोबार की

आवकता होगी तािक उादको की पसल को इकiuml कर इनको ई-नाम मच क जरय बचा जाए

इतना ही नही चिक इल ॉिनक कारोबार की वथा म भी ॉट ट िडग की िनगरानी की कोई वथा नही ह इसिलए सटोरयो को

लकर अितशय समझदारी बरतनी होगी जब तक इन मो स सही ढग स नही िनपटा जाता ह तब तक ई-नाम िकसानो को उनकी फसल

का उिचत म िदलान म कामयाब नही हो सकगी

न ड न की चनौती स जझ रह भारत की िचता

ितभा पलायन (न ड न) की चनौती स जझ रह भारत क िलए आन वाल िदनो म मल और बढ़ सकती ह दश क 48 लाख वय

दसर दशो म बसन की योजना बना रह ह या इसकी तयारी कर चक ह इस िलहाज स भारत परी दिनया म दसर पायदान पर ह

य बात सय रा (यएन) की lsquoद इटरनशल ऑगनाइजशन फॉर माइशनrsquo (आईओएम) की एक रपोट म सामन आई ह इसक

मतािबक भारतीयो क िलए पसदीदा दशो की सची म अमरका और िटन सबस ऊपर ह

इस रपोट क मतािबक दसर दशो म वास की योजना बना रह 50 फीसदी लोग कवल 20 दशो स आत ह ऐस दशो म नाइजीरया

(51 लाख) भारत कागो (41 लाख) बाादश और चीन (27-27 लाख) सबस ऊपर ह

आईओएम की रपोट यह भी बताती ह िक परी दिनया म 66 करोड़ लोग एक साल क भीतर ही वास करन की तयारी म ह यह सा

िव की कल वय आबादी का 13 फीसदी ह भारतीयो की तरह ही इन लोगो क िलए भी अमरका क बाद िटन सऊदी

अरब ास कनाडा जमनी और दिण अीका सबस पसदीदा दशो म शािमल ह

आईओएम क महािनदशक जनरल िविलयम लसी ग न रपोट जारी करन क मौक पर कहा lsquoयह विक सव वास को लकर लोगो की

मशा सामन लाता ह और साथ ही इन सभी दशो को इस वि को समझकर इसक िहसाब स नीितया तयार करन म मदद कर सकता हrsquo

रपोट क मतािबक इन लोगो म अिधकतर अिववािहत यवा पष ह और इोन कम स कम मािमक र तक िशा हािसल की ह

घरल कामगारो क िलए कानन Recent context

िपछल ह नोएडा म उ-

म वग की बसाहट वाली महागन सोसायटी क लोगो और यहा घरल सहायको क तौर पर काम करन वाल तकरीबन 100 कामगारो क बीच

आ टकराव रा ीय र परसखयो म रहा ह यह घटना एक बार िफर इन कामगारो क िलए उस कानन की जरत याद िदलाती ह जो इनक

िलए कछ बिनयादी अिधकार सिनित कर सक

यह टकराव तब श आ जब यहा एक अपाटमट म घरल काम करन वाली जोहरा बीबी न आरोप लगाया िक उनक मािलको न उन पर

चोरी का इाम लगाकर मारपीट की और िफर उ एककमर म बद कर िदया

इसक बाद पड़ोस की झी जहा पर जोहरा की तरह और भी घरल कामगार रहत ह क लोग उ ढढ़न सोसायटी म आए और यहा तना

त गाडस स उनकी झड़प ई

आखरकार यहा पिलस पच गई िजसन जोहरा को सोसायटी क बसमट स ढढ़कर िनकाला इस मामल म दोनो पो न पिलस म िशकाय

त दज करवाई ह सोसायटी न सभी कामगारो क वहा वशपर पाबदी लगा दी ह Question that arises

कानन और सामािजक ाय का सबध दो तरह स थािपत होता ह जब हािशए पर पड़ा तबका बराबरी की माग करता ह और इसक चलत को

ई सामािजक-राजनीितक आदोलन खड़ा होता ह तो इसकिलए कानन बनत ह लिकन कभी-

कभी समाज क ापक िहत को ान म रखत ए पहल कानन बनाए जात ह और िफर य गितशील सामािजक बदलाव की बिनयाद बनत ह

य घरल कामगार दश क दर-दराज क िहो स आकर यहा रह रह ह इसम कोई दोराय नही ह िक य सामािजक-

आिथक प स सबस िनचल तबक स आत ह इन लोगो क िलए समाज म तरह-

तरह क दराह होत ह और इस घटना क बाद इसकी झलक सोशल मीिडया पर भी िदखी आम लोगो क साथ-

साथ सोसायटी क लोगो न भी lsquoमाा-इन-नोएडाrsquo हशटग क साथ दावा िकया िक यकामगार अवध बाादशी ह

इन कामगारो क शोषण की सभावना ादा होती ह ोिक य जहा काम करत ह वह कोई फरी नही ब एक घर होता ह और इस

िनजी स म उनक मािलक की मज ही सबकछ होती हयहा कामगार और िनयोा क बीच सबधो को तय करन वाली कोई रखा नही

होती यहा ादातर सबध पशवर होन क बजाय सामती प स नौकर और मािलक वाल ही होत ह

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Need for a law

िफलहाल रा ीय र पर ऐसा कोई कानन नही ह जो घरल कामगारो क िलए िनयम-

कायद तय करता हो हालािक महारा और करल म घरल कामगार काण बोड जर ह और इसक साथ हीतिमलनाड और कनाटक

म सभी आम िमको क िलए जो कानन ह उसक तहत घरल कामगार भी शािमल होत ह वस क क पास घरल कामगार काण िबल (

2016) का मसौदा तयार ह इसमनतम मजदरी काम करन क घट और नौकरी स िनकालन स सबिधत ावधान शािमल ह साथ ही ज

सा महागन सोसायटी म आ वस अपराध या िववाद स जड़ी थितयो स िनपटन क िलए भीावधान ह

एक अनमान क मतािबक दश म घरल कामगारो की सा तकरीबन 40 लाख स एक करोड़ क बीच ह और िकसी भी स समाज और आध

िनक अथवथा म इतनी बड़ी आबादी को काननी सरास बाहर नही रखा जा सकता

आसमान स बरसता मौत का कहर Urgency of situation and recent context

आकाशीय िबजली िगरन की खबर पर कम ही ान जाता ह पर जब यह पता चल िक हाल म िबहार म एक ही िदन म आकाशीय िबजली की

चपट म आकर दो दजन स ादा मौत हो गई तो इस समा पर िवचार करना जरी लगता ह उराखड और यपी म भी कछ मौतो की

खबर ह िपछल साल तो िबहार यपी झारखड और म दश म मानसन क दौरान दो िदनो क भीतर 117 जान आसमानी िबजली क कारण

चली गई थी

इसस लग रहा ह िक हम इस ाकितक आपदा क आग िबल असहाय ह

जबिक पिमी दशो म तो आसमानी िबजली की चपट म आकर इतनी मौत नही

एक ाकितक आपदा क तौर पर आकाश स िगरती िबजली क आग इनसान आज भी बबस ह तो साइस की तरी पर हरानी होती ह

और उन इतजामो को लकर भी जो आकाशीय िबजली क कोप को कम नही कर पात ह

हालािक मौसम िवभाग की ओर स रिडयो-टीवी पर मौसम क पवानमानो म आकाशीय तिड़त की जानकारी दी जाती ह पर वह इतनी

पा ढग स नही बताई जाती यह आपदा इनसानो क साथ-साथ जानवरो को भी अपनी चपट म ल लती ह िजसक कारण बम

पशधन न हो जाता ह Human loss

वस तो भवनो क िनमाण क व तिडत अवशोषी इतजाम करन की सलाह दी जाती ह पर सवाल यह ह िक बस ड झोपिड़यो म खतो म

काम करत व या िफर िकसी पड़ क नीच खड़ होन पर ा कोई इतजाम हम आसमान स लपकती मौत स बचा सकता ह दिनया म

तकरीबन हर रोज जो हजारो तफानी बारश होती ह और उनस करीब सौ िबजिलया हर सकड धरती पर िगरती ह पर िवकिसत दशो म उनस

कभी-कभार ही मौत होती ह पर भारत जस म म िगरती िबजिलया अकसर बरी खबर बन जाती ह What data says

आकड़ो क मतािबक बीत एक दशक म हमार दश म आकाशीय िबजली की चपट म आन स हजारो स ादा लोगो की जान जा चकी ह

इनम म दश म सबस ादा (3801) मौत ई ह यह शोध भी सामन आया आ चका ह िक िबजली िगरन क दौरान मोबाइल फोन का

योग जानलवा सािबत हो सकता ह What are the reasons

आकाशीय िबजली स मौतो की सा म बढ़ोतरी का एक कारण यह बताया जा रहा ह िक जगलो और गाव-को व शहरो म िवकास

काय क चलत पड़ो की बड़ी सा म कटाई हो रही हिजसस उसका कोप बढ़ गया ह

कानपर थत सीएसए यिनविसटी क मौसम िवानी अिन दब का इस बार म मत ह िक जब पड़ो की सा अिधक थी तो आकाशीय

िबजली ादातर पोली जमीन और पड़ो पर िगरती थी लिकन अब ऐसी जमीन कम हो गई ह और पड़ भी नही बच ह इसिलए कित क

इस कोड़ स होन वाला सहार बढ़ गया ह Science behind this

साइस की नजर स दख तो पता चलता ह िक आकाशीय िबजली की घटना बादलो म होन वाल इलकिट क चाज का परणाम ह और यह

तब होती ह जब पानी स भर िकसी बादल की िनचली सतह म भारी माा म ऋणाक आवश जमा हो पर उसकी ऊपरी परत म

धनाक आवश होता ह

जब धरती की सतह क नजदीक गम और नम हवा तजी स ऊपर की ओर उठती ह और इस िया म ठडी होती ह तो पानी स भर

तफानी बादलो का ज होता ह िवान की भाषा म मलोिनबस कहलान वाल 44 हजार ऐस तफानी बादल कही न कही बनत रहत ह

और उनस ही आकाशीय िबजली की लपक धरती की ओर झपटती ह

आकाशीय िबजली या तिडत का यह रह तो ढाई सौ साल पहल 1746 म बजिमन किलन क समय म ही जान िलया गया था

गौर करन वाली बात ह िक दो वओ की रगड़ स या तारो की आपसी घषण स जो ाक पदा होता ह अकसर उसकी लबाई एक

सटीमीटर या उसस कम होती ह जबिक आकाशीय तिडत की लबाई पाच िकलोमीटर या उसस भी ादा हो सकती ह

इसक अलावा आकाशीय िबजली म दिसयो हजार गना एीयर का करट होता ह जबिक आमतौर पर घरो म दी जान वाली िबजली

म 20 एीयर का करट होता ह चिक आकाशीय िबजली एक बड़ी परघटना ह इसिलए भौितकी म इस लकर अनक अनसधान होत रह

यह भी ान म रखन वाली बात ह िक कार-बसो म बठ लोगो स ादा आकाशीय िबजली की मार उन पर पड़ती ह जो खल थानो म होत ह

कार आिद की धात की छत और वाहन का ढाचा तिडत क आवश को िछतरा दता ह और वह िबजली धरती म समा जाती ह पर खल थानो म

िबजली सीध मनो या जानवरो पर िगरती ह इन हादसो की सा को दखत ए बड़ी जरत इसकी ह िक आकाशीय िबजली क हार स

गरीबो को

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ो िदी म मिहलाओ क िलए पिलस क बीच भी खद को असरित महससकरन की वजह

मौजद ह बीत पखवाड़ नई िदी क अितसरित कनॉट स थाना क दायर म एक आठ साल की बी को अगवा कर उसक साथ दम िकया

गया पीिड़ता बी को उस व अगवा िकया गया जब वह अपन मा-बाप क साथ बगला सािहब गारा क पास फटपाथ पर सो रही थी

इसक कछ िदन बाद िदी क ही कमला माक ट इलाक म एक मिहला को घर म बधक बनाकर उसकी 16 साल की बटी क साथ सामिहक

दम िकया गया दिनयाभर म lsquoरप किपटलrsquo क प म कात हो चकी िदी म शायद ही ऐसा कोई िदन बीतता ह जब मिहलाओ क साथ

दम क मामल सामन न आत हो

िदसबर 2012 म िनभया काड क बाद िदी सिहत दशभर म लोगो न िजस तरह मिहला सरा को लकर आवाज बलद की और सरकार

हरकत म आई उसक बाद लगा था हालात तजी स सधर ग लिकन िदी पिलस क साथ रा ीय ाइम रकॉड रो (एनसीआरबी) क हािलया

आकड़ बतात ह िक थित म सधार होन की जगह यह और बदतर ही ई ह

पर दश म मिहलाओ क िलए सबस असरित रा

एनसीआरबी क आकड़ो क मतािबक 2015 क दौरान ित लाख आबादी पर िदी म मिहलाओ क खलाफ अपराध क 1843 मामल दज

िकए गए थ यह आकड़ा 2014 की तलना म 152 ादा ह इसक अलावा 2014 और 2015 क बीच मिहलाओ क खलाफ अपराध दर म

बढ़ोतरी क मामल म असम क बाद िदी दसर पायदान पर रहा ह असम म ऐस अपराधो म इस दौरान जहा 248फीसदी बढ़ोतरी दज की

गई वही िदी म यह आकड़ा 152 फीसदी रहा

पाच साल क दौरान दम क मामलो म 277 फीसदी की बढ़ोतरी इस बीच इिडया ड न िदी पिलस क ारा जारी आकड़ो क हवाल स एक रपोट कािशत की ह इसक मतािबक 2011 स 2016 क बीच

िदी म मिहलाओ क साथ दम क मामलो म 277फीसदी बढ़ोतरी दज की गई ह 2011 म जहा इस तरह क कल 572 मामल सामन आए

थ वही 2016 म यह आकड़ा 2155 रहा इनम स 291 मामलो का अल 2017 तक समाधान नही हो पाया था इसक अलावा चिचत िनभया

काड क बाद दम क दज मामलो म 132 फीसदी की बढ़ोतरी ई इस साल अकल जनवरी म दम क 140 मामल दज िकए गए थ इसक

अलावा मई 2017 तक रा म दम क कल 836 मामल सामन आ चक ह

यौन उीड़न क मामलो म करीब पाच गना बढ़ोतरी दश की राजधानी म मिहला यौन उीड़न क मामलो म भी अािशत बढ़ोतरी दखी गई ह 2012 म जहा इस तरह क कल 727 मामल दज

िकए वही 2016 म यह आकड़ा बढ़कर 4165 हो गया यानी इस अविध क दौरान इनम 473 फीसदी की बढ़ोतरी दखन को िमली ह िदी

पिलस क मतािबक इस साल अकल जनवरी म इस तरह क कल 238 मामल सामन आए ह

दम क मामलो म खद िदी पिलसकम आरोिपत साल 2014 स 2016 क बीच िदी पिलसकिमयो क खलाफ दम क 36 मामल दजिकए इनम स आठ मामल दसर राो म दज िकए गए

ह यह जानकारी गह मालय न रासभा म दी थी इसक मतािबक इन तीन वष म पिलसकिमयो क खलाफ यौन उीड़न क कल 90 मामल

दज िकए गए इसक अलावा इनक खलाफ मिहलाओ क साथ छड़छाड़ क भी नौ मामल सामन आए ह

2015 म कॉमनराइटस हयमन इनीिशएिटस (सीएचआईआर) नामक एक सगठन न िदी और मबई म एक सव कराया था इसम पता चला

िक कल आपरािधक घटनाओ म स कवल 25 फीसदी मामलो म ही एफआईआर (ाथिमकी) दज की जाती ह सथा की रपोट म यह बात भी

सामन आई िक िदी म दम क 13 मामलो म कवल एक की ही रपोट की जाती ह

मिहला सरा क िलए िकए जा रह उपाय िवफल एनसीआरबी और िदी पिलस क आकड़ो क साथ क सरकार ारा ससद म दी गई जानकारी भी बताती ह िक िनभया काड क बाद मिहला

सरा क िलए लाए गए स कानन क साथ अ उपाय भी मिहला सरा को पा करन म िवफल रह ह इनम मिहला हलाइन ट िकग

िसम जसी कवायद शािमल ह इसक अलावा इस मामल म सरकार की भी लापरवाही सामन आई ह क सरकार ारा लोकसभा म एक

सवाल क जवाब म बताया गया िक पक ट ासपोट म मिहलाओ की सरा क िलए जारी िकए फड का इमाल ही नही िकया गया इसक

अलावा मिहला सरा क िलए बनाए गए िनभया फड म आविटत करीब 3000 करोड़ पए का एक बड़ा िहा अभी तक य ही बकार पड़ा ह

िवलय और ऊजा सरा

Merger of oil companies तल-गस म भारीभरकम सरकारी उपम (पीएसय) बनान का क ीय मिमडल का िनणय बशक कछ दर स आया लिकन म

अमता कम करन म और ससाधनो क िलए दिनया भर म बहतर तरीक स ितघा करन वाली सथा बनान की िiuml स यह बत कारगर

सािबत होगा What was the need

यह आवक था ोिक अिधकतर एिशयाई दशो म एक ही तल कपनी होती ह िजसम म खला क सभी घटक शािमल होत ह लिकन

भारत म सावजिनक की 18 तल कपिनया ह

दश की दसरी सबस बड़ी कपनी खदरा तल िवता िहदान पट ोिलयम कॉपरशन (एचपीसीएल) म सरकार की 51 ितशत िहदारी

दश की सबस बड़ी तल उादक कपनी तल एव ाकितक गस िनगम (ओएनजीसी) को बची जा रही ह जो फरवरी म बजट म ई

घोषणा क अनप ह

बजट म एकीकरण िवलय एव अिधहण ारा क ीय सावजिनक उपमो को मजबत करन की सरकार की योजना का खाका िदखाया

गया था Benefit

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इस िनणय क बाद रफाइिनग कपिनयो इिडयन ऑयल कॉपरशन (आईओसी) और उनन की पीएसय ऑयल इिडया का िवलय

हो सकता ह अथवा तल िवपणन कपनी भारत पट ोिलयम कॉपरशन िलिमटड (बीपीसीएल) और गस की कपनी गल का िवलय हो

सकता ह

इसस दश की ऊजा सरा बहतर होगी हालािक भारत दिनया म सबस तज िवकास करन वाली अथवथा ह लिकन उस जमात म

सबस कमजोर दश भी यही ह अपन नागरको क िलए आिथक वदिघ तथा काण सिनित करन क मामल म इस बत लबा राा तय

करना ह इस वदिघ क िलए ऊजा ससाधनो की लगातार आपित आवक होगी

िफलहाल भारत क तल की अपनी 80 ितशत माग तरल पट ोिलयम गस (एलपीजी) की 50 ितशत माग और ाकितक गस

की 35 ितशत जरत आयात स ही परी करता ह भारत विक महाश बनन की उीद कर रहा ह लिकन अतरराiumlरीय ऊजा

एजसी का अनमान ह िक दो दशको म आयात पर यह िनभरता बढ़कर 90 ितशत तक पच जाएगी उस समय सा म कमलिकन

आकार म बड़ी तल कपिनया होन का और उ िवीय ससाधन तथा तकनीकी िवशषता उपल करान का जबरद फायदा िमलगा

इसस अतरराiumlरीय र पर ईधन म म अिनितता स िनपटन और दिनया भर म रणनीितक सौद करन म ही नही ब दसी तल

की परी मता तलाशन की मता तयार करन म भी मदद िमलगी

Challenges िचता बबई ॉक एचज पर िदख भी गई जहा एचपीसीएल का शयर 4 ितशत स भी ादा लढ़क गया एचपीसीएल क शयरधारक

िनराश थ ोिक इस अिधहण क बाद खली पशकश आन की सभावना बत कम ह इस उनक साथ अाय कहा जा सकता ह ोिक

उ भी उसी कीमत पर कपनी स बाहर िनकलन का मौका िमलना चािहए िजस कीमत पर सरकार िहदारी बच रही ह

यह िचता भी जताई जा रही ह िक एकदम अलग िक की काय सित स आए कमचारयो को एक साथ लाना िकतना मल भरा हो

सकता ह ोिक इस मामल म उादन करन वाली और िवपणन करन वाली कपिनयो का िवलय होना ह

कछ लोगो न यह दावा भी िकया ह िक कपिनयो क बड़ आकार क कारण होन वाल सभािवत फायद बढ़ा-चढ़ाकर बताए गए ह उोन

चतावनी भी दी ह िक घा कम होन का नकसान उपभोाओ को ही उठाना पड़गा कदम आग बढ़ात समय सरकार को इन बातो की

िचता करनी चािहए यह तक काफी नही होगा िक इस सौद स सरकार क वािषक िविनवश ल का बड़ा िहा परा हो जाएगा

बचाए बद-बद पानी Recent News फतहाबाद म जन-ा िवभाग क एक छोट कदम न दसरो को भी नई राह िदखाई ह जना िवभाग न पयजल क सकट स िनपटन क

िलए पानी बचान की मिहम चलाई

इसक िलए खल नलो स थ बह रह पानी को बचान क िलए गावो म टिटया लगानी श कर दी

इसक अलावा बो क माम स गावो म पानी बचान क ित जागकता अिभयान चलाया गया

सिवस शन पर पयजल का इमाल करन वालो क कनन काट िदए गए Resulting effect

इसका नतीजा यह आ िक लोगो म जागकता बढ़ी अब ितिदन 90 लाख लीटर पानी बचाया जा रहा ह एक ओर पानी क िलए म

ािहमाम मचा था अितर पयजल आपित क िलए भजल का दोहन भी िकया जाता ह लिकन फतहाबाद का यह योग नई राह खोल गया

Declining Underground दश म भजल र तजी स घट रहा ह ऐस म िपछल तीस सालो म तजी स जलर नीच चला गया और कई ो म तो 10 स 15 तक

िगरावट दज ई ह

दिणी व पिमी हरयाणा म खासतौर पर थित बत भीषण ह किष काय क िलए तजी स छह लाख नलकप भजल का दोहन करन म

जट ह

जहा पानी थोड़ा बचा भी ह तो इमाल क लायक नही ह जल ससाधन सीिमत ह और ऐस म जल बचान क अलावा कोई िवक नही

ऐस म रवाड़ी महगढ़ क अलावा िभवानी रोहतक क साथ-साथ िसरसा व फतहाबाद समत 13 िजलो म थित काफी िवकट ह Need for Water Campaign

पानी बचान क िलए ापक मिहम तरत चलाए जान की आवकता ह लिकन न जन सगठन सिय ह और न आमजन इसक ित

जागक ह यही वजह ह पानी बचान क िलए कोई तयारी कही नही हो पा रही ऐस समय म फतहाबाद म उठाया गया यह छोटा कदम

हम सचत कर रहा ह ऐस ही यास अ िजलो म भी होन चािहए इसक अलावा जल सरण क िलए वाटर हावग व सीवज को साफ

कर गर पयजल काय म इमाल कर सकत ह एक साथ कदम बढ़ाकर हम थित म बड़ा बदलाव ला सकत ह

परवहन की जीवन रखा बन जलमाग Amar_Ujala Some Facts इस समय कल घरल माल ढलाई म तटीय नौवहन और जलमाग का िहा छह फीसदी मा ह जबिक करीब 54 फीसदी ढलाई सड़क

माग स 33 फीसदी ढलाई रल स और सात फीसदी ढलाई पाइपलाइन स होती ह

जलमाग कभी भारतीय परवहन की जीवन रखा आ करत थ पर बीती एक शताी म भारत म जल परवहन बहद उपित होता

चला गया

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Recent Context

हाल ही म जहाजरानी मालय न सागरमाला परयोजना क तहत तटीय नौवहन एव जलमाग स ढलाई 2025 तक बढ़ाकर दोगना करन का

ल पश िकया ह

Challenges ahead मगर कल घरल माल ढलाई म जल परवहन क मौजदा छह फीसदी िह को 2025 तक बढ़ाकर 12 फीसदी करन का ल आसान नही ह

यह ल हािसल करन क िलए रा ीय जलमाग कानन क तहत 111 नए नदी माग को रा ीय जलमाग क प म िवकिसत िकए जान की

योजना बनाई गई ह

Natural advantages but still lacking भारत क पास 7500 िकलोमीटर तटीय ह जबिक 14500 िकलोमीटर नदी माग ह इस िवशाल नदी माग पर हमशा बहती रहन वाली

निदयो झीलो और बकवाटस का उपहार भी िमला आ ह लिकन हम इसका उपयोग नही कर सक और समय क साथ इनकी मता बरी

तरह भािवत ई

Advantage of water Transport एक हॉस पावर श की ऊजा स पानी म चार टन माल ढोया जा सकता ह जबिक इसस सड़क माग पर 150 िकलो और रल माग

स 500 िकलो माल ही ढोया जा सकता ह

जल माग स माल ढलाई स परवहन लागत भी घटती ह यही कारण ह िक यरोप अमरका चीन तथा बाादश म काफी माा म माल

की ढलाई अतदशीय जल परवहन त स हो रही ह यरोप क कई दश आपस म इसी साधन स बत मजबती स जड़ ह

हमार दश क अिधकाश िबजलीघर कोयल की कमी स परशान रहत ह सड़क और रल परवहन स समय पर कोयला िबजलीघरो तक

नही पच पाता ऐस म अतदशीय जलमाग ारा कोयला ढलाई की िनयिमत व िकफायती सभावनाए ह

What needs to be done अब दश म निदयो की कित और उनक गहर उथल पानी गाद को िनरतर बहाव क अलावा जगह-जगह बन पीपा पल तथा अ

समाओ पर भी ान दना होगा साथ ही वािणक जल परवहन का बिनयादी ढाचा तयार करन म भारी-भरकम िनवश क बध पर

ान दना होगा

इस म सवाओ की दता और गणवा म सधार करन क िलए भी काफी ससाधन जरी ह

सरकार न अगल पाच वष म जलमाग क िवकास क िलए 50 हजार करोड़ पय खच करन क सकत िदए ह लिकन िनजी स अगल

पाच वष म जल परवहन क िलए इसस पाच गना िनवश की उीद की गई ह इसकी भी वधािनक वथा सिनित करनी होगी िक

िविभ नदी तटीय इलाको क कारखान तथा अ उपम अपनी माल ढलाई म एक खास िहा जलमाग को द

माल ढलाई क िलए जलमाग उपयोग करन वालो को कछ सडी भी दी जानी चािहए इसस अतदशीय जल परवहन और तटीय

जहाजरानी दोनो को बढ़ावा िमलगा स म परवहन होगा और इन सगठनो का आधार मजबत होगा

िव वष म बदलाव(asked in interview and mains) Recent news िव मी अण जटली लोकसभा को सिचत िकया िक सरकार िव वष को जनवरी स िदसबर म तील करन पर िवचार कर रही ह इस

सबध म सरकार की सबस मख दलील यह ह िक वह क ीय बजट और दिण पिम मॉनसन को जोडऩा चाहती ह

एक तक यह भी ह िक बजट को किष आय हािसल होन क ताल बाद तयार िकया जाना चािहए ोिक यह आय भारत जस दश म एक

बड़ी आबादी क िलए बत मायन रखती ह बजट को फरवरी म पश करन पर भी मॉनसन क बार म सही अनमान नही लगाया जा सका

और इसिलए ससाधनो क आवटन का औिच भी सािबत नही आ

दसरी दलील का सबध काम क मौसम और धन क इमाल स ह चिक िविनमाण का अिधकाश काम मॉनसन की अविध क बाद होता ह

इसिलए इस सबध म आविटत धनरािश का कोई इमाल नही हो पाता ह

लोलआब यह िक बजट त करन का व कछ ऐसा ह िक ससाधनो क आवटन और उनक इमाल म तारत नही बन पा रहा

य दलील सन 1970 और 1980 क दशक की परानी दलील ह लिकन दश की अथवथा क बदलत ढाच की बदौलत समय बीतन क

साथ उनका औिच भी खो चका ह

Point In opposition उदाहरण क िलए जहा तक किष पर मॉनसन क असर की बात ह तो यह बात ान रखन लायक ह िक मॉनसन स सीध भािवत होन

वाली फसलो की दश क सकल घरल उाद म बमल 11फीसदी की िहदारी ह

इतना ही नही थानीय परथितयो क मतािबक फड क इमाल म मालयीन र पर आसानी स तीली लाई जा सकती ह और इसक

िलए िव वष म कोई बदलाव लान की जरत नही

वही दसरा पहल यह ह िक िव वष म बदलाव लान स दश की अथवथा म लनदन की लागत बढ़ जाएगी इतना ही नही दश की लगभग

तमाम अहम आिथक सथाओ को अपनी लखा वथा म बदलाव करना होगा इसस न कवल अनपालन की लागत म बढ़ोतरी होगी ब

इसक चलत एक और िवसगित पदा होगी जबिक उसस बचा जा सकता था दश न हाल ही म इड-एस नामक एक नया लखा मानक अपनाया

ह इस बीच व एव सवा कर वथा क लाग होन स भी महपण उथलपथल मची ह आखरी बात यह िक एक नई िव वष वथा लाग

करन स मौजदा वहद आिथक आकड़ो की समझ और अिधक उलझाऊ होती जाएगी पहल ही इस मोच पर बत म ह

एक नया िव वष तब सही होता जबिक इसक लाभ बत अिधक होत चिक इन लाभ क बार म कोई iuml जानकारी नही ह इसिलए सरकार

का ान अथवथा की थित द करन पर होना चािहए बजाय िक एक और उथलपथल मचान वाला बदलाव लान क

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िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए कदम Various steps amp schemes by Indian government to increase farmers income सरकार िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए अऩक कदम उठा रही ह इनमः-

सॉयल ह काड (एसएचसी) योजना िजसस िकसान अपनी िमी म उपल बड़ और छोट पोषक तो का पता लगा सक

त ह इसस उवरको का उिचत योग करन और िमी की उवरता सधारन म मदद िमलगी

नीम कोिटग वाल यरया (Neem Coated

Urea) को बढ़ावा िदया गया ह तािक यरया क इमाल को िनयित िकया जा सक फसल क िलए इसकी उपलता बढ़ाई जा स

क और उवरक की लागत कम की जा सकघरल तौर पर िनिमत और आयाितत यरया की सपण माा अब नीम कोिटग वाली ह

परपरागत किष िवकास योजना (पीकवीवाई) को लाग िकया जा रहा ह तािक दश म जव किष को बढ़ावा िमल सक इसस

िमी की सहत और जव पदाथ तो को सधारन तथा िकसानो की आमदनी बढ़ान म मददिमलगी

धानमी किष िसचाई (पीएमकएसवाई) योजना को लाग िकया जा रहा ह तािक िसचाई वाल को बढ़ाया जा सक िजसम

िकसी भी सरत म िसचाई की वथा हो पानी की बबादी कम हो पानी का बहतर इमाल िकयाजा सक

रा ीय किष िवपणन योजना (ई-एनएएम) की शआत 14042016 को की गई थी इस योजना स रा ीय र पर ई-

िवपणन मच की शआत हो सकगी और ऐसा बिनयादी ढाचा तयार होगा िजसस दश क 585 िनयिमत बाजारो म माच 2018 तक

ई-िवपणन की सिवधा हो सकगी अब तक 13 राो क 455 बाजारो को ई-

एनएएम स जोड़ा गया ह यह नवाचार िवपणन िया बहतर म िदलान पारदिशता लान और ितधा कायमकरन म मदद

करगी िजसस िकसानो को अपन उादो क िलए बहतर पारिमक िमल सकगा और lsquoएक रा एक बाजारrsquo की िदशा म आग ब

ढ़ा जा सकगा

धानमी फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) को खरीफ मौसम 2016 स लाग िकया गया और यह कम ीिमयम पर िक

सानो क िलए उपल ह इस योजना स कछ मामलो म कटाई क बाद क जोखमो सिहत फसलच क सभी चरणो क िलए बीमा

सरा दान की जाएगी

रा ीय किष िवकास योजना (RKVY) को सरकार उनकी जरतो क मतािबक राो म लाग कर सकगी िजसक िलए रा

म उादन और उादकता बढ़ान पर िवशष ान दना जरी ह राो को उऩकी जरतो ाथिमकताओ और किष-

जलवाय जरतो क अनसार योजना क अतगत परयोजनाओकायमो क चयन योजना की मजरी और उह अमल म लान क

िलए लचीलापन और या दान की गई ह

1 रा ीय खा सरा िमशन (एनएफएसएम) क ायोिजत योजना क अतगत 29 राो क 638 िजलो म एनएफएसएम दाल

25 राो क 194 िजलो म एनएफएसएम चावल

11 राो क 126 िजलो म एनएफएसएम ग औरदश क 28 राो क 265 िजलो म एनएफएसएम मोटा अनाज लाग की गई ह तािक

चावल ग दालो मोट अऩाजो क उादन और उादकता को बढ़ाया जा सक एनएफएसएम क अतगत िकसानो को बीजो क िवतर

ण(एचवाईवीहाईिड) बीजो क उादन (कवल दालो क) आईएनएम और आईपीएम तकनीको ससाधन सरण ौोिगकीयोउपक

णो भावी जल योग साधन फसल णाली जो िकसानो को िशण दन पर आधारत ह को लागिकया जा रहा ह

2 रा ीय ितलहन और तल (एनएमओओपी) िमशन कायम 2014-

15 स लाग ह इसका उ खा तलो की घरल जरत को परा करन क िलए ितलहनो का उादन और उादकता को बढ़ाना ह

इस िमशन की िविभकायमो को रा किषबागवानी िवभाग क जरय लाग िकया जा रहा ह

3 बागवानी क समत िवकास क िलए िमशन (एमआईडीएच) क ायोिजत योजना फलो सयो क जड़ और क फसलो म

शम मसालो फलो सगध वाल वनितनारयल काज कोको और बास सिहत बागवानी कसम िवकास क िलए 2014-

15 स लाग ह इस िमशन म ऱा ीय बागवानी िमशन पवर और िहमालयी राो क िलए बागवानी िमशन रा ीय बागवानी बोड नार

यल िवकास बोड और बागवानी क िलए कीय सथान नागालड कोशािमल कर िदया गया ह

िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए अय कदम इस कार हः-

सरकार न किष उाद और पशधन िवपणन (सवधन और सरलीकरण) अिधिनयम 2017 को तयार िकया िजस राो क सब अिधिनय

मो क जरय उनक ारा अपनान क िलए 24042017 को जारी कर िदया गया यह अिधिनयमिनजी बाजारो िवपणन िकसान उप

भोा बाजारो िवशष व बाजारो सिहत वतमान एपीएमसी िनयिमत बाजार क अलावा वकक बाजारो का िवक दान करता ह ता

िक उादक और खरीददार क बीच िबचौिलयो कीसा कम की जा सक और उपभोा क पए म िकसान का िहा बढ़ सक

सरकार नतम समथन म क अतगत ग और धान की खरीद करती ह सरकार न राो सघ शािसत दशो क अनरोध पर किष औ

र बागवानी स जड़ी उन वओ की खरीद क िलए बाजार हाप योजना लाग की ह जो यनतमसमथन म योजना क अतगत शािमल

नही ह बाजार हाप योजना इन फसलो की पदावार करन वालो को सरण दान करन क िलए लाग की गई ह तािक वह अी फस

ल होन पर मजबरी म कम दाम पर अपनी फसलो को नबच

नतम समथन म खरीफ और रबी दोनो तरह की फसलो क िलए अिधसिचत होता ह जो किष आयोग की लागत और मो क बार म

िसफारशो पर आधारत होता ह आयोग फसलो की लागत क बार म आकड एक करक उनकीिवषण करता ह और नतम समथ

न म की िसफारश करता ह दश म दालो और ितलहनो की फसलो को ोाहन दन क िलए सरकार न नतम समथन म क ऊप

र खरीफ 2017-

18 क िलए बोनस की घोषणा की हसरकार न िपछल वष भी दालो और ितलहनो क मामल म नतम समथन म क ऊपर बोनस दन

की पशकश की थी

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नई तकनीक का डर पर ड ाइवरलस कार क सरकार नही चाहती िक दश की सड़को पर ड ाइवरलस कार दौड़ क ीय परवहन मी न साफ कहा िक ऑटोमोबाइल कपिनयो को भार

त म िबना ड ाइवर वाली कार उतारन की इजाजत नही दीजाएगी उोन कहा िक ऐसी कार आन स भारत म ट ासपोट सर स जड़ करीब 22

लाख लोग बरोजगार हो जाएग

एक तरफ तो सरकार भारत को िवकिसत दश बनान का सपना िदखा रही ह दसरी तरफ एक आधिनक तकनीक का राा रोक रही ह

हम नही भलना चािहए िक नए आिवारो नई तकनीको को साहस क साथ अपनाकर ही मानव सता न लबी छलाग लगाई ह

आज हम वािनक िवकास क िजस र तक पच चक ह वहा स आग ही बढ़ा जा सकता ह पीछ नही लौटा जा सकता कोई भी नई त

कनीक आती ह तो वह थोड़ी उथल-पथल मचाती हताािलक प स ऐसा लगता ह िक उसकी वजह स नकसान हो रहा ह मगर धीर-

धीर समाज उस अपना लता ह और उसक साथ सहज हो जाता ह िफर नई तकनीक कई नए रा भी खोलतीह वह अपन साथ अनक

अवसर लकर आती ह तो इस तरह िजतना नकसान होता ह उसकी भरपाई भी हो जाती ह

Need to take lesson from Computerisation जब भारत म कटरीकरण की शआत ई थी तो एक तबक न इसका िवरोध िकया और कहा िक इसक कारण बरोजगारी बढ़गी लिकन आ

ज कटर क बगर जीवन की कना असभव ह यहरोजगार का एक बड़ा साधन बना आ ह

जहा तक ड ाइवरलस कारो की बात ह तो दिनया भर क ऑटोमोबाइल िवशषो न बत सोच-

समझकर इस पर काम करन का फसला िकया ह

उनका मानना ह िक इसस कई समाए हल हो सकती ह सबस पहल तो इसस ड ाइिवग क तनाव स म िमलगी

अपनी याा क समय का उपयोग पढ़न-

िलखन जरी बात करन या मनोरजन करन म कर सकता ह 90 फीसदी दघटनाए मानवीय भल क कारण होती ह ड ाइवरलस कार द

घटनाओ मकमी ला सकती ह व सड़क जाम स भी म िदलाएगी Invention in this direction सबस पहल गगल न चालक रिहत कारो का परीण श िकया था लिकन अब टा मोटस जीएम और फोड जसी कपिनया इस िदशा म आ

ग आ रही ह हाल म ही इस दौड़ म उबर भी शािमल होगई ह भारत की िदज आईटी कपनी इोिसस न िपछल िदनो एक ड ाइवरलस कार

बनाई अमरकी िवशषो क अनसार करीब आठ साल क भीतर ऐसी कारो की िबी श हो जाएगी जािहरह भिव चालक रिहत कार

का ही ह ऐस म भारत हाथ पर हाथ धर बठा रह यह ठीक नही होगा हम इस कारण भी इस दौड़ स बाहर नही रह सकत िक हमार पास इ

ा र की कमी ह हमएक बहतर और मजबत सड़क ढाचा तयार करना चािहए ड ाइवरलस कारो को लकर सरकार अपन िनणय पर िफ

र स िवचार कर

िबना रोजगार का कौशल इन िदनो कई कौशल परषद फशन म ह-किष सौदय एव तदी स सबिधत बीएफएसआई पजीगत वए िनमाण र एव

जवर चमड़ा मीिडया रटिलग एव दरसचार आिद यिद गहराई म पड़ताल कर ग तो पाएग िक कई पाम ऐस ह िजनम रोजगार

सजन या नौकरी की गारटी कही नही ह

Are they really giving Jobs मालय क अनसार अब तक बीस लाख यवाओ को कौशल िवकास कायम क तहत िशित िकया गया ह लिकन बरोजगारी दर

कही यह सकत नही दती िक य लोग कायबल का िहा बन गए ह

इस कायम क तहत िजस तरह क कौशल का िशण िदया जाता ह समा उसी म ह

उदाहरण क िलए बाड़ बाधन मचान बाधन और सहायक बढ़ई क कोस को दख सकत ह िजनक तहत कौशल िवकास म ऐसा कछ नही

जोड़ा जाता िजसस कोई रोजगार ा कर सकता हखासकर ऐस व म जब िनमाण एव रयल एट म मदी चल रही ह

इसी तरह ा सवा क म लब टिशयन क कौशल की कोई भिमका नही ह िजसस िकसी को रोजगार िमल

इन दोनो पामो म मौिलक दोष ह और गणवापण िशण कछ ही क ो पर िदया जाता ह सभवतः कौशल िवकास परषद को उन

पामो को िनधारत करन म सम नही बनाया गया हिजनका रोजगार स सीधा सबध ह यह धानमी कौशल िवकास योजना क सजन

क कारण भी हो सकता ह िजसम यवाओ को य ही कोई रोजगार श करन पर मा ऋण योजना क तहत मदद दी जाती ह इसी तरह

पीएमकवीवाई क तहत नामािकत यवाओ की अिनवाय आधार सा को सािपत करन म एनएसडीसी सम नही ह जािहर ह उन आकड़ो

पर सदह होता ह जो दाखला लन वालो सफलतापवक कोस परा करन और माणप हािसल करन वाल छाो की सा दशात ह

What needs to be done उोगो को िकस तरह क कौशल की तलाश ह और उोग म कशल यवाओ की िकतनी कमी ह िजस भरन की जरत ह यह सब जानन

क िलए प स कौशल िवकास म उोग की सहभािगता जरी ह इसस न कवल िनयोाओ को सही ितभा ढढन म मदद

िमलगी ब रोजगार की तलाश करन वाल छाो को भी मदद िमलगी और उन कौशलो का िवकास होगा िजसकी माग उोगो म ह

PMKVY (Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojanaa) amp no gurantee of jobs मनरगा रोजगार गारटी मॉडल क प म परभािषत ह इसक िवपरीत पीएमकवीवाई ऐसी कोई गारटी नही दता और कौशल िवकास का

माणप पान क बाद भी इसकी कोई गारटी नही ह िक आपको रोजगार िमलगा

जब तक एनएसडीसी भावी कमचारयो क िलए िशण क क प म काय नही करगा और सभािवत िनयोाओ क िलए यो

कमचारी की तलाश का क नही बनगा कौशल िवकास कायम काफी हद तक अपाओ पर खरा नही उतर पाएगा

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कछ वष पहल कर आकलन करन वाल लोगो की आवकता क मनजर सरकार न टीआरपीएस (कर रटन तयार करन वाल) कोस

श िकया था जो यह माणप पान वालो को रोजगार सिनित करता था यह हालािक मौसमी रोजगार था लिकन कई यो लोगो न

अपनी अ िवीय सवा कौशल बढ़ान म इसका इमाल िकया

Reform required in PMKVY जब तक पीएमकवीवाई नौकरी की गारटी नही दता इसम असमानता बनी रहगी ोिक कछ पामो म िशण लन वालो की सा

असाधारण प स ादा होगी तो कछ कोस म दाखल क िलए लोगो को खोजना पड़गा अभी कई कौशल िवकास क कौशल िवकास

कायम स लाभ कमा रह ह िफलहाल मालय पीएमकवीवाई म जरी बिनयादी ढाच को बढ़ा रहा ह लिकन जब तक इस यास क लाभ

या सफलता को परखन क िलए प स गणवा क ऑिडट की वथा नही होगी हम बस कवल उन नरो को िवकिसत िकए जान की

उीद कर सकत ह िजनका िशण लन वाल नही या बत कम ह इसक भावी ढग का ा यह मतलब ह िक कौशल िवकास क तहत

वस कोस होग जो अ म ह लिकन इ रोजगार स नही जोड़ा जाएगा ऐस म एक नरमद यो होन का एक गलत अथ

िनकालगा और बरोजगार ही रहगा िजस थित म वह आज ह

खसक रही सावजिनक बको की ज़मीन Recent context सविविदत ह िक सरकारी बको की हालत खा ह इ पनजिवत करन को सरकार छोट सावजिनक बको का बड़ सावजिनक बको क साथ

िवलय करन पर िवचार कर रही ह बड़ बको की कायकशलता अी होन स इनक ारा छोट बको को पनजिवत िकया जा सकता ह लिकन

बड़ बको क सामन य खतरा मडरा रहा ह वाव म दश क बिकग सर का मल चर ही बदलता जा रहा ह

Falling growth of Credit इकानोिमक ोथ म अब िडट की भिमका ही िसकड़ती जा रही ह वष 2015 म हमार सण बिकग

सर ारा िदए गए लोन म 106 ितशत की व ई थी वष 2016 म यह व घट कर 51 ितशत रह गई ह यानी कल लोन बढ़ रह

ह पर बढ़त की गित कम होती जा रही ह जस कार का एीलटर हा होता जा रहा ह इस थित म ाभािवक ह िक कमजोर बक

दबाव म शी आएग जस अकाल क समय छोट िकसान पहल भािवत होत ह

Why this shrink लोन की माग कम होन का मख कारण ह िक अथवथा का इजन सवा हो गया ह इस म सावयर होटल ट ासपोट िशा

ा आिद सवाए आती ह िजनम कपड़ अथवा सी जसी चीजो का उादन नही होता ह बीत 5 वष म सवा म 51 ितशत की ोथ

ई जबिक मफरग म 32 ितशत की ऐितहािसक तौर पर दखा जाए तो सवा का दबदबा बढ़ता जा रहा ह सवाओ क ापार म

लोन की जरत कम पड़ती ह जस सॉवयर क िनमाण म 25000 पए क एक कटर स वष म 10-20 लाख पए क सॉवयर का

उादन िकया जा सकता ह अथवा एक कटर स वष म लगभग 3-4 लाख पए क आनलाइन शन िदए जा सकत ह तलना म

मफरग म जमीन फरी शड तथा मशीन म भारी िनवश की जरत पड़ती ह इसिलए मफरग सर क िफसलन क साथ-साथ

लोन की माग कम होती जा रही ह हमारी बिकग वथा क दबाव म आन का यह मख कारण िदखता ह

Bond Market बाड माक ट का िवार ह कपिनयो ारा वतमान म भारी माा म बाड जारी िकए जा रह ह बाड जारी करन को

कपनी ारा अपनी ापट को रिज ार आफ कपनी म िगरवी रखा जाता ह िगरवी रखी गई ापट क सामन कपनी ारा फटकर

िनवशको को बाड जारी िकए जात ह िकसी िवशष थित म कपनी अगर डब गई तो सरकार ारा िगरवी ापट की नीलामी करक

िनवशक को उनकी रकम लौटान की वथा रहती ह इसस खदरा िनवशक सरित महसस करत ह और बाड खरीदत ह इस िया

म कपनी ारा ाज की सण रकम िनवशक को िमलती ह बको क माम स लोन लन म भी मल प स यही िया अपनाई जाती

ह कपनी ारा अपनी ापट का बक क पास िगरवी रख िदया जाता ह इस ापट क सामन बक लोन दता ह कपनी को लोन दन क

िलए बक ारा खदरा िनवशको स िफ िडपािजट म रकम ली जाती ह लोन दन वाल खदरा िनवशक तथा लोन लन वाली कपनी क

बीच बक िबचोिलय की भिमका िनभाता ह जस बक ारा 7 ितशत ित वष की दर स खदरा िनवशक स रकम ली जाती ह और 12

ितशत की दर स उसी रकम स कपनी को लोन िदया जाता ह बाड तथा बक दोनो ही तरह स खदरा िनवशक ारा ही िनवश की गई

रकम को कपनी तक पचाया जाता ह

बीत समय म बाड क माक ट का िवकास हो जान क कारण कपिनया बाड क माम स सीध खदरा िनवशक स लोन ादा ल रही ह

कपनी 10 ितशत की दर स बाड जारी करती ह तो खदरा िनवशक को 10 ितशत का ाज िमलता ह बक को कमीशन नही िमलता

ह बको का धधा मद पड़ गया ह बीत 4 वष म कल लोन म बको का िहा 45 ितशत स घट कर 22 ितशत रह गया ह जबिक बाड

का िहा 22 ितशत स बढ़कर 33 ितशत हो गया ह वतमान समय म बको क खाहाल होन का यह दसरा कारण ह

Is Bank management a problem for PSU banks हमार सावजिनक बको की मल समा बन आिद की नही ह मलप स बको की जमीन ही खसक गई ह सावजिनक बको म इसक

अितर कबन एव ाचार की भी समा ह छोट सावजिनक बको का बड़ सावजिनक बको म िवलय स छोट बको म ा कबन

की समा का कछ िनदान हो सकता ह पर बको की जमीन क खसकन स उ मल समा का समाधान िवलय स हािसल नही हो

सकता ह

बाड जारी करन की िया पचीदी होती ह इस बड़ी कपिनयो ारा ही अपनाया जा सकता ह खदरा िनवशको म भरोसा बनान क िलए भारी

एडवटाइज़मट दन होत ह एव रोड शो करन होत ह इसिलए छोटी कपिनयो को बको पर ही िनभर रहना होता ह लिकन बीत समय म

सरकार ारा लाग की गई नीितयो न छोट उोगो को प कर िदया ह सरकार का यास ह िक मक इन इिडया जसी योजनाओ क तहत बड़

आधिनक एव आटोमिटक मशीनो का उपयोग करन वाल उोगो को बढ़ावा िदया जाए फलप छोट उोगो को िमल रहा सरण कम हो

गया ह इसक बाद नोटबदी क कारण इनक ाहक ल हो गए अब जीएसटी की जिटल वथा इनक िलए अिभशाप बन गई ह इस कारण

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छोट उोगो ारा लोन कम ही िलए जा रह ह बड़ उोग बाड माक ट क चलत बको क हाथ स िफसल गए ह छोट उोग य मताय हो रह

ह अतः सवा एव मफरग दोनो ो म बको का धधा कमजोर पड़ रहा ह बचता ह खपत का जस कार अथवा मकान क िलए िदए

गए लोन यह अभी भी जीिवत ह पर दश की आिथक िवकास दर म िगरावट आनक कारण आम आदमी की य श घट रही ह और

यह भी दबाव म ह

Concluding mark बक इस समय चारो तरफ स िघर ए ह दश की अथवथा का इजन सवा हो गया ह िजस लोन की जरत कम ह बड़ उोग सीध

बाड क माम स पजी उठा रह ह छोट उोग प ह और इनकी लोन लन की मता ही नही रह गई ह िवकास दर म िगरावट आन स

खपत क िलए कम ही लोन िदए जा रह ह ऊपर स सावजिनक बको म कबधन एव ाचार ा ह इस थित म सरकार को दो कदम

उठान चािहए छोटी मफरग एव सवा की इकाइयो को सरण दना चािहए मक इन इिडया को छोट उोगो की तरफ मोड़ना

चािहए साथ-साथ सावजिनक बको का िनजीकरण कर दना चािहए इनका डबना िनित ह डबन स पहल इनकी िबी कर दनी चािहए जस

चतर दकानदार एपायरी क पहल दवा को बच दता ह

ऊजा सरा पर ान स भारत होगा बलवान भारत ऊजा क म एक बड़ी ताकत बनकर उभर सकता ह लिकन इसक िलए िवशष यासो की जरत होगी कछ समय पहल तक भारत

विक र पर ऊजा क म एक छोटा खलाड़ी आ करता था लिकन इस कहानी म बड़ी तजी स बदलाव हो रहा ह भारत अतीत म भी

जीवा ईधनो क िलए आयात पर ही िनभर ह इसका नतीजा यह आ िक भारत हमशा विक तल बाजार म झटक आन की सरत म पडऩ

वाल आिथक बोझ को लकर िचितत रहा करता था ईरान की ाित क बाद पय का अवमन हो गया था और 1980 क दशक म ईरान-

इराक य क चलत भारत को तल उादो की कमी का सामना करना पड़ा था पहल खाड़ी य न भारत को महग दाम पर पट ोिलयम उाद

खरीदन क िलए मजबर िकया था वष 1996 म ए कद गहय न भी भारत क चाल खात म तगड़ी चोट पचाई थी दसर खाड़ी य क बाद

भी भारत म ईधन क दाम बढ़ गए थ भारतीय ऊजा क िलए य घटनाए बड़ी िसरदद सािबत ई थी लिकन विक बाजार म भारत की

थित मामली र पर ही बनी ई थी

हालािक वष 2030 तक दिनया भर म होन वाल दिनक तल कारोबार म भारत की िहदारी 125 फीसदी क र तक पच जाएगी जो

2014 म महज 74 फीसदी थी

दिनया की बड़ी अथवथाओ म भारत म ऊजा की माग सबस तज गित स बढऩ का अनमान ह इस तरह भारत न तो ऊजा उादो

की कीमत तय करन की थित म होगा और न ही उसकी भिमका नग ही होगी

21वी सदी क विक ऊजा बाजार म भारत की भिमका काफी कछ वसी ही होगी जसी 20वी सदी क दसर िह म यरोप की होती थी

इसका मतलब ह िक भारत एक बड़ी ऊजा श क प म भल ही तील हो जाएगा लिकन वह वचकारी भिमका म नही होगा

How global powers changing policies मख अथवथाओ न अपनी ऊजा सरा को रा ीय पर म पनपरभािषत िकया ह

अमरकी ऊजा तता एव सरा अिधिनयम 2007 न नवीकरणीय ईधनो क ोाहन उपभोा सरण और ऊजा समता म िनवश

क अलावा ऊजा तता सिनित करन पर जोर िदया गया था

िपछल दशक म जीवा ईधन एव गस क िवार क साथ अमरका म ऊजा पर बड़ी तजी स बदला ह फकिशमा परमाण सय म

ए हादस क बाद जापान न भी वष 2014 म अपनी चौथी रणनीितक ऊजा योजना पश की थी िजसम ऊजा समता बढ़ान क साथ

श-उजन र वाली ऊजा का उादन दोगना करन और ऊजा क मामल म आ-िनभरता को 2030 तक दोगना करन का ल

रखा गया था

चीन की 12वी पचवषय योजना म घरल र पर ऊजा उादन बढ़ान क साथ ही ऊजा आपित क ोतो और आयात माग का

िविवधीकरण करन का िज िकया गया था अतररा ीय ऊजा एजसी (आईईए) चाहती ह िक उसक सद दश सीिमत अविध क साथ ही

लबी अविध क िलए भी अपनी ऊजा सरा पर ान द

Reducing importance of Import दिनया क मख दश अब ऊजा जरतो क िलए िवदशी आपित पर कम िनभरता चाहत ह और उ यह भी समझ आ गया ह िक ऊजा

तता स ऊजा सरा अलग ह

भारत क िलए ऊजा सरा का मतलब ह िक महपण ऊजा ससाधन उस समिचत माा म और िकफायती एव अनमािनत कीमत पर

उपल हो उनकी आपित म वधान का कम-स-कम जोखम हो और वतमान एव आस खतरो क मनजर पयावरण एव भावी

पीिढय़ो क िलए ऊजा सपोषणीयता भी सिनित की जा सक

लिकन ऊजा हालात पर नजर रखन क िलए कोई विक ऊजा सगठन नही ह विक ऊजा शासन बटा आ ह और ाय असगत भी

होता ह

एक बड़ी ऊजा श होन क नात एक ियाशील िवसनीय और पारदश ऊजा बाजार का होना उसक रा ीय िहत म ह इसिलए

भारत को एक ऐसा मच तयार करन की कोिशश करनी चािहए जो ऊजा सरा को पनपरभािषत करन और विक ऊजा शासन को नया

ढाचा दन क बार म सवाद का जरया बन सक इसकी कई कारण ह

पहला ऊजा जगत का प अब 1970 क दशक म पदा ए तल सकट स काफी अलहदा नजर आता ह आक िटक म मौजद

िवशाल ससाधनो पर िनयण की होड़ तल बाजार म उठापटक गस का अिनित भिव िन-काबन र वाली ऊजा की तरफ झान

बढऩ या नािभकीय सरा को लकर िचताए बढऩ जस नए म अब अहम हो चक ह जहा ऊजा पर कटनीितक सवाद अब भी काफी हद

तक ऊजा सरा क बार म सकीण परभाषा तक सीिमत ह वही इन उभरत झानो पर चचा वािनक एव तकनीकी-आिथक सवाद म ही

उलझी ई ह अतररा ीय ऊजा स सबिधत राजनीितक अथशा पर बत कम चचा होती ह इसक बार म समझ तो और भी कम ह

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दसरा अतररा ीय ऊजा क गितशील िव की ाा क िलए जरी िसातो अवधारणाओ और ढाचो की अनपथित को सवाद की

कमी क िलए िजदार बताया जा सकता ह इन मो पर होन वाली चचाओ पर वतमान िवकिसत दशो की िचताओ का सीधा भाव नजर

आता ह इसम उदीयमान अथवथाओ क सम उ खतरो और अवसरो का कोई िज नही होता ह जबिक ऊजा की माग तो इी

दशो स आएगी िवकासशील दश ही ऊजा म नवाचार को ोािहत कर ग और ऊजा ापार एव िनवश क पटन को आकार दग

इसस भी अिधक अहम बात यह ह िक ऊजा नीित और जलवाय नीित को एक साथ समािहत करन का कोई भी साझा सदभ नजर नही आ

रहा ह और अगर िदखता भी ह तो वह िवखिडत ह

तीसरा अतररा ीय सबधो क कई जानकार और पशवर अब भी दिनया को दश-क ित वथा क ही प म दखत ह रा - राो को

कटनीितक तरीको या स हप क माम स अपना भाव कायम करन वाल ाथिमक अिभकता क तौर पर दखा जाता ह ऊजा

जगत काफी जिटल प वाला ह इसम दशो और उनकी तल कपिनयो क साथ बड़ी िनजी कपिनयो कई छोट अषको उपभोा-

नागरक और थानीय ऊजा सहकारी सिमितयो क अलावा िवीय बाजार की भी भिमका होती ह ऐस म दश-क ित विक धारणा क

तहत ऊजा सरा को काफी हद तक िनरथक यास समझा जाता ह इसस ससाधनो का इमाल भावहीन होन क साथ ही हम ऊजा

सबधी शोध एव िवकास िनवश और वािणीकरण क िलए सहकारी ढाचा तयार करन क अवसर भी गवा बठत ह

चौथा अभी तक ऊजा णाली क सम उ हो रह नए खतरो क बार म अिधक चचा नही की गई ह इन खतरो म ऊजा क आधारभत

ढाच क िलए जलवाय जोखम समिकत ऊजा िड और णाली पर साइबर हमल थािपत एव उदीयमान ऊजा कपिनयो क आिथक प

स बठ जान का जोखम और नई ऊजा तकनीको क िलए जरी महपण खिनजो तक पच बािधत होन का जोखम भी शािमल ह

पाचवा िबजली या खाना पकान क आधिनक ईधन तक अब भी अरबो लोगो की पच नही होन स मानव ा आिथक उादकता

और ी-पष असमानता पर काफी बरा असर पड़ता ह िकफायती भरोसमद सपोषणीय आधिनक ऊजा सवाओ तक सभी की पच

अब एक महपण सपोषणीय िवकास ल बन चका ह लिकन िवकास का यह आयाम बड़ ऊजा सथानो आधारभत ढाच और िनवश

क शोर म अर गायब हो जाता ह

Conclusion भारत को अपनी आवाज हािसल करनी होगी अपनी िचताओ को र दना होगा और ऊजा बाजार क राो पर सफर की िदशा खद तय करनी

होगी इसक अलावा भारत को ऊजा पातरण और ऊजा कटनीित को भी तवो दनी होगी इस विक ऊजा शासन क सबध म नए िवचारो

को भी पश करन की जरत ह भारत को ऊजा सरा पर सवाद को भी आग ल जाना चािहए ोिक दसर दश इस िदशा म बढ़ ग

ा मददगार होन क बावजद आिटिफिशयल इटिलजस हम तीसर िव य की तरफ धकल

सकती ह रोबोटो क अपनी ही भाषा म बात श कर दन क चलत फसबक ारा एक योग बीच म ही छोड़ दन क बाद आिटिफिशयल इटिलजस

(एआई) बनाम इसानी बमता क म पर बहस िफर तज हो गयी ह शोधकता यह दखना चाहत थ िक य रोबोट एक दसर स िकतनी अी

तरह सवाद कर सकत ह लिकन योग श होन क थोड़ी ही दर बाद इन रोबोटो न सामा अजी छोड़कर अपनी ही एक भाषा बना ली और

उसम बात करना श कर िदया य भाषा व तो समझ रह थ लिकन बाकी नही इसिलए हड़बड़ाए शोधकताओ न तरत योग बद कर िदया

हाल म अलीबाबा समह क सथापक जक मा न आगाह िकया था िक आन वाल 30 सालो म मशीनो की बमा यानी आिटिफिशयल

इटिलजस इसानी बमता को पछाड़ दगी िजसस दिनया भर म नौकरयो म कमी आ सकती ह उोन कहा ह िक चालन

(ऑटोमशन) क भाव की वजह स सभव ह िक लोगो को िदन म चार घट या ह म चार िदन ही काम करना पड़गा

जक मा का तो यहा तक मानना ह िक आिटिफिशयल इटिलजस तीसर िव य का कारण भी बन सकती ह उोन कहा ह िक जब-जब

तकनीकी ाित ई ह िव य ए ह उनक मतािबक आिटिफिशयल इटिलजस तीसरी तकनीकी ाित ह

कछ महीन पहल महान वािनक ीफन हॉिकग न भी कछ ऐस ही िवचार साझा िकय थ उनक मतािबक़ फयो म ऑटोमशन

लोगो को बरोजगार कर रहा ह और एआई की वजह स बरोज़गारी कई गना बढ़ सकती ह िजसका मम वग पर सबस ादा असर

पड़गा उोन इस lsquoिवसकrsquo तक कहा ह उनक मतािबक़ िसफ भावनाक रचनाक और पयवण (सपर िवज़न) वाली ही नौकरया

इसान कर ग बाकी सब काम एआई क ज़रय ही कर िलए जायग कछ िदन पहल हॉिकग न यह भी कहा था िक आन वाल कछ सौ साल

म य धरती इसानो क रहन लायक नही रह जायगी इसका म कारण इसानी भौितक तरी होगा

वही आिटिफिशयल इटिलजस क सबस बड़ िवरोधी और टा स ए जसी कपनी क चयरमन एलन म का कहना ह िक अगर

इसानो को बदलत समय क साथ ासिगक रहना ह तो इसानी िदमागो को आिटिफिशयल इटिलजस क साथ िमलाना ही होगा दसर शो

म कह तो इसान को अब साईबोग (जिवक और मशीनी योग स बना जीवन) बनना होगा म मानत ह िक कटर एक सकड म एक

लाख करोड़ िबट की गणना कर सकता ह जबिक इसानी िदमाग ित सकड 10 िबट की बकौल म lsquoआन वाल व म जब एआई का

भाव बढ़ जाएगा तब इसानी मताओ का मशीन क साथ योग ही उस ासिगक बनाय रखगा

म की कपनी टा ड ाइवरलस कार बनान क यास म काफी हद तक सफल हो चकी ह गगल भी ऐसी कारो का परीण कर रहा ह

म भी मानत ह आनवाल 20 सालो क भीतर िवभर म 15 स 20 ितशत गािड़या ड ाइवर रिहत हो जायगी िलहाज़ा उतन ही लोग

बरोजगार हो जाएग

एआई मगल ह पर जाकर भी इसान को पकड़ सकती ह

दसरी तरफ़ िवलण ितभा वाल और डीपमाइड कपनी स सह-सथापक 41 वषय डिमस हािबस एआई को बढ़ान की िदशा म

अपना सब कछ दाव पर लगा रह ह डिमस मानत ह िक एआई मगल ह पर जाकर भी इसान को पकड़ सकती ह गगल ारा डीपमाइड

का अिधहण करन स पहल एलन म इसम सबस बड़ िनवशक थ एक इटर म उोन कहा था िक एआई पर होन वाली तरी पर

नज़र रखन क िलए ही उोन इस कपनी म िनवश िकया था

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म और डिमस एक दसर को हरान म लग गए ह उधर गगल फसबक माइोसॉ जसी कपिनया एआई का बड़ पमान पर

इमाल करन लगी ह फसबक जसी सोशल मीिडया कपिनया lsquoबोटसrsquo (एक तरह का कटर जिनत ोगाम जो एआई ही ह) क ज़रय

एक टारगट ऑिडयस तक पच रही ह

इन कपिनयो पर इाम लगाय जा रह ह िक य lsquoबोटसrsquo क ज़रय ामक चार और ग़लत रायशमारी करवा रही ह कछ िदन पहल

फसबक क सथापक माक जकरबग और एलन म म एआई को लकर काफी नोक-झोक भी ई थी मा न एक ोाम म कहा था

िक वो एआई स होन वाल खतरो स दिनया को वािकफ करत रहग पर जब लोग तब तक नही समझग जब तक िक रोबोट गिलयो और

सडको पर कआम न मचा द

जकरबग न इसक तरत बाद बयान जारी िकया था िक एलन मा नाहक ही दिनया को डरा रह ह उोन म को घोर िनराशावादी

तक कह डाला इस पर पलटवार करत ए म न कहा िक जकरबग एआई पर कम समझ रखत ह

डीपमाइड क सह-सथापक शन लग न हाल ही म क़बल िकया ह िक टोलॉजी इसान को िवल करन म सबस बड़ा कारण होगी

यकीन स तो नही कहा जा सकता िक तीसरा िव य होगा की नही पर यह भी भयावह ह िक य धरती कछ सौ सालो म रहन लायक नही

बचगी एक सााार म ीफन हॉिकग कहत ह lsquoसभव ह आन वाल कछ सालो म हम कही तारो क बीच कोई नया दिनया बसा ल पर अभी

तो हमार पास िसफ एक ही ज़मीन ह और इस सब को िमलकर बचाना होगा और इसक िलए हम समाजो और दशो क बीच स दीवार हटानी

होगी हम ससाधनो को कछ हाथो स िनकालकर सबक बीच ल जाकर बाटना होगाrsquo

िनजता की सरा का सवाल

हाल म िजयो क आगमन न यह सभावना जगा दी ह िक इटरनट स लस ाटफोन अब आम आदमी की आसान पच म होगा अगल कछ वष

म हमारी इटरनट पच और गहरान क आसार िदख रहह जो वतमान म कवल 28 फीसद ही ह

िवीय समावश क म भी कछ इसी तरह की पच िपछल कछ वष म दखन को िमली ह िविश पहचान सा अथात आधार क आन स

तो दश क ामीण ो म िवीय समावश म खासीबढ़ोतरी दखन को िमली ह आधार न lsquoअपन ाहक को जानrsquo क तौर-

तरीको म अभतपव बदलाव िकया ह

हर दावज की तीन-तीन ितयो क बजाय ई-कवाइसी क इमाल न बिकग म तमाम बदलाव कर िदए ह ई-

कवाइसी न न कवल कई बाधाओ को कम िकया ह ब उसक कारण कई ऐसलोगो को भी कज सिवधा सलभ हो पाई ह जो पहल उसस व

िचत थ यह भी साफ ह िक िपछल कछ वष म ऑनलाइन भागीदारी और िडिजटल लनदन म भी खासी बढ़ोतरी ई ह खासकर नोटबदी कफ

सल क बाद भारत नट िडजी-

लॉकर और िडिजटल इिडया टफाम की पहल न सरकार की मौजदा नीितयो क िनादन को पारदश बनाया ह

एक तरफ तो अपा लाभािथयो की पहचान करक उ हटाया जा र ह वही दसरी तरफ जन काणकारी योजनाओ म हो रह ाचार प

र भी लगाम लगाई जा रही ह इस सबक बीच समाज क कछ तबक अभी तक आधार को परी तरह ीकार नही कर पाए ह उनम स कछ की ओर स यह िचता जताई

गई ह िक आधार ारा एकित की गई जानकारी कहीिकसी अवाछनीय अथवा सगठन क थ म पड़न का खतरा तो नही ह ऐस

लोग हिकग का भी खतरा जता रह ह ोिक डाटा चोरी की खबर आ रही ह डाटा क इमाल क मामल म एक-

दसर क िवपरीत िवचार ह Debate on Aadhar कई लोगो का यह मानना ह िक आधार को सरकार ारा जबरन थोपा जा र ह तािक वह उन पर नजर रख सक

ऐस लोगो का यह भी तक रहता ह िक आधार होन स आम लोगो को कोई फायदा नही ह

इसक िवपरीत अ लोग आधार की वजह स हो रह ाितकारी बदलाव क गण गात िदख जाएग

इस सबक बीच इसकी अनदखी नही की जा सकती िक आधार की वजह स सावजिनक िवतरण णाली म ा ाचार म कमी आई ह

और रसोई गस यानी एलपीजी सडी क सीध बक खात मजान स भी अी-

खासी बचत ई ह इसस यही सािबत होता ह िक आधार म कछ भी गलत नही ह

Apprehension on Data theft जब दिनया भर स डाटा चोरी की खबर आन लगी ह तब हम यह दखना चािहए िक हमार वतमान कानन मौजदा थित म हमारी िनजी जा

नकारयो की िकस कार रा करन म सम ह

भारतीय परवश इस म जिटल िवधान स ह वह न कवल पराना ब अ भी ह इस सदभ म तीन अलग-

अलग कानन ह य ह-

इिडयन पो ऑिफस ए 1898

इिडयन टलीाफ ए 1885 एव

इफामशन टोलॉजी ए 2007

आज वाटसए सदश पहल दो काननो क तहत िसल िकए जा सकत ह य कानन तब बनाए गए थ जब इस तरह का कोई टफाम

बनान क बार म सोचा भी नही गया था

आज डाटा सरा िचता का िवषय ह चिक आधार की जानकारी िनजी कपिनयो ारा एक की जाती ह इसिलए उसक चोरी होन या

उसका दपयोग होन की आशका बढ़ जाती ह ऐसी थित म िनजी कपिनया अपनी िजदारी स आसानी स पा झाड़ सकती ह

लिकन िचता महज आधार की जानकारी सावजिनक होन या उसक गलत थो म पड़न तक ही सीिमत नही ह

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Data colonization by MNCrsquos

हमारी ऑनलाइन गितिविधया जस गगल पर की गई कोई खोज या फसबक पर की गई कोई पो कई कपिनयो की िनगाह म रहती ह ता

िक व हम हमारी पसद की सवाए उपल करा सक अथवायह बता सक िक हम ा खरीदना चािहए

व हमारी पसद की चीजो लखो आिद पर हमारा ान आकिषत करन का भी काम करती ह इसक िलए हमारा डाटा कपिनयो ारा सा

झा िकया जाता ह

यिद इस पर रोक लगाई जाए तो हम आधिनक अथवथा स ही विचत हो जाएग What is the need

दरअसल आज जरत इस बात की ह िक डाटा की सरा क िलए कछ बिनयादी सरा उपाय िकए जाए तािक िनजी कपिनया िबना सहमित

डाटा साझा न कर सक और उसक चोरी होन पर व डाटाधारक को सिचत करन को बा हो आधार की जानकारी िनजी एव सवदनशील होन

क कारण उसका उिचत रखरखाव आवक ह

Not data opposition but data protection is the need िडिजटल म हो रही गित को दखत ए डाटा की बढ़ती आवकता का िवरोध करना भी बवकफी होगी

िडिजटाइजशन क जरय बहतर शासन कोई खतरनाक सािजश नही ह यह तो हमारी मौजदा िवकास की राह का एक पड़ाव मा ह ल

िकन इसक साथ ही िडिजटल होत नागरक क िनजता कअिधकारो की रा और डाटा की सरा समय की माग ह

एक डाटा सरण अथॉरटी क गठन की िसफारश िजसम ाियक और तकनीकी िवशष शािमल होग यह अथॉरटी ही इस िवधयक

क सभी ावधानो का अनपालन सिनित करगी लािक यहएक ाइवट मबर िबल ह और ऐितिसक प स दख तो ऐस िवधयक िवरल ही

पारत होत ह इसक बावजद हमार दश म िजस तरह की जनभागीदारी वाली लोकतािक णाली ह और आज िजसतरह इस म पर पर

दश म जन िवमश िछड़ा आ ह उस दखत ए मङो उीद ह िक सरकार हमारी िचताओ को समङोगी और हमार डाटा और िनजता क

अिधकार को सरित करन क िलएआवक कदम उठाएगी

बढ़त कचर की चनौती स िनपटना लगभग सभी शहरो म कड़ क ढ़र ा क िलय गभीर खतरा बन गए ह इनम व शहर भी शािमल ह जो कचर क िनपटान क भावी तरीक

िवकिसत नही कर पाय ह

Government mission to tackle MSW इस समा पर िनयण क िलय भारत सरकार न -आधारत िवकास और शहरी र क ाट समाधान क माम स जीवन म सधार क

िलए भारत अिभयान (एसबीए) और ाट िसटी िमशन (एससीएम) श िकय ह तीन साल की काय एजडा (2017-18 स 2019-20)

तयार करन म नीित आयोग न नगरपािलका क ठोस अपिश (एमएसड) बधन की समस या स िनपटन क िलय ापक ढाचा तयार िकया

7935 शहरी ो म रहन वाल 377 िमिलयन िनवािसयो क कारण (जनगणना 2011) ित िदन 170000 टन ठोस अपिश पदा होता ह

इस त को दखत ए समयसीमा म काय परा करन क िलए नीित आयोग न यह एजडा सही समय पर िवकिसत िकया गया ह ोिक

2030 तक जब शहरो म 590 िमिलयन िनवासी हो जान क कारण शहरो की सीमाय समा होन स कित और शहरी अपिश का बधन

करना मल होगा

सामािजक और आिथक वािवकताओ क चलत इस समस या का शी तकनीकी समाधान आवश यक ह और नीित आयोग का एजडा

इस समस या को हल करन का यास ह

इस एजडा म सझाए गए समाधान दो तरह क ह

बड़ी नगर पािलकाओ क िलए अपिश पदाथ स ऊजा तयार करना और

छोट को तथा अध-शहरी ो क िलए अपिश का िनपटान कर खाद तयार करन की िविध

इसम नगरपािलका क ठोस अपिश साफ करन की िया म तजी लान क िलय सय लगान क वास त सावजिनक िनजी भागीदारी हत

भारतीय रा ीय राजमाग ािधकरण (एनएचएआई) क समान ही नया व ट एनज कॉरपोरशन ऑफ इिडया (डईसीआई) थािपत करन

का सझाव िदया गया ह

Waste to energy technologies समाधान का ाव करत ए नीित आयोग न थमल पाइरोिलिसस और ाा गसीकरण ौोिगिकयो क लाभ-लागत अनपात का भी

माकन िकया ह य दोनो महग िवक ह गौरतलब ह िक नीित आयोग का ािवत एजडा सझाव दन का ह और राो पर िनभर

करता ह िक व इन पर कसी ितिया दत ह लिकन ममियो ारा ािवत िवक पर ादातर राो का समथन िमलन की

सभावना ह

हालािक तकनीकी और पयावरणीय आधार पर दश म कायरत मौजदा अपिश स ऊजा तयार करन क सय पर िमली जली रपोट ह

समा की जड़ दश म शहरी अपिश की कित ह िजसम ऐस पदाथ का िमण होता ह जो परी तरह स दहन क िलए उपय नही

होता ह चिक शहरी अपिश का 80 ितशत पदाथ सड़ा-गला भोजन री-कतरन जस जिवक पदाथ होत ह इसिलए िनधारत वाय

गणवा मानक पर खर उतरन म मौजदा सय को किठनाई आती ह

Present waste disposable techniques मौजदा अपिश क िनपटान की िविधया बत अी नही ह शहरी नगर-िनगम अपिश बधन पर 500 स 1500 पय ित टन खच करती ह

इसम स 60 स 70 ितशत कड़ा एकित करन म शष 20 स 30 ितशत एकित कचड़ को घर तक ल जान म खच होता ह िजसक बाद कचड़

क बधन और िनपटान पर खच करन क िलए कछ भी रािश नही बचती ह इसक अलावा शहरी ो को कम कर ा क िलए हािनकारक

कड़ क मदान बनाना एक बड़ी चनौती ह

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Other techniches एजडा म अपिश स बड़ पमान पर को खाद और बायो गस उ करन क िलए जगह की कमी को भी रखािकत िकया गया ह हालािक

वािवकता म कड़ क कई थानो पर िबना दता क को तयार करन की कोिशश की जा रही ह सरकार एक िवक क प म

वनित खाद बनान की वहायता पर दोबारा िवचार कर अिशित यवाओ क िलए रोजगार का वकक ोत पदा करन क िलए इस रा ीय

कौशल िवकास िमशन म शािमल कर सकती ह

सहमित पर पचन क िलए य शआती समय ह हालािक यह ह िक दश म िविवध सामािजक आिथक वािवकताओ क िलए एक

समान िवक नही हो सकता लिकन इस सामािजक और पयावरणीय समा पर समय रहत चचा श करन क िलए सरकार को य िदया

जाना चािहए दश को और हरत बनान क िलए भारत अिभयान क साथ ही नीित आयोग ारा ािवत एजडा सही अपिश

बधन की िदशा म एक कदम ह

िकसानो को चािहए साहिसक सधार Indian agriculture is facing a severe crisis and complexity of market Monsoon are giving tough life to farmers India need a bold and historic reforms to revive farmers interest in agriculture Editorial दश क ादातर रा गभीर किष सकट की िगर म ह िकसानो (Farmers) का असतोष व उनकी बचनी िदनोिदन आामक होती जा रही

ह म दश क मदसौर म जो कछ आ वह हमार नीित-िनयताओ क िलए एक झकझोर दन वाला वाकया था

कोई िछपी ई बात नही ह िक िकसानो को उनकी फसलो का सही म नही िमल पा रहा ह

उनकी आमदनी नही बढ़ रही ह

दालो और बागवानी उपज की बपर पदावार स इनकी कीमतो म भारी िगरावट आई ह और िकसानो क हक म मो क थरीकरण की

िदशा म कोई साथािनक त काम नही कर रहा Solution found in loan waiver

कज-माफी का कदम इस सकट का सिवधाजनक िसयासी समाधान बनकर उभरा ह पर यह न

िसफ आधा-अधरा हल ह ब गलत भी ह इसस फौरी राहत भल िमल जाए मगर किष म ा सकट का दीघकािलक समाधान यह कतई नही ह

आखर साल 2008-09 म भी िकसानो क कज माफ ए थ

इसक बावजद हम अब भी एक बड़ सकट क बीच ह

यिद हम िकसानो की पण कज-माफी क िलए अभी िकसी तरह स ससाधन जटा भी ल तो इस बात की कोई गारटी नही िक

कछ वष बाद हम िफर स उसी महान पर नही खड़ होग

इसिलए कज-माफी मज की ठीक-ठीक पहचान िकए बगर दवा दन जसी बात ह

यह दद-िनवारक दवा की तरह ह जो फौरी राहत दती ह जड़ स उपचार नही करती

असली मसला यह ह िक जब िकसानो की उादन लागत लगातार बढ़ रही ह तब तमाम रयायतो (सडी) क बावजद व

अपन उादन का वािजब म नही हािसल कर पा रह Solution lies in Agri Marketing

जवाब किष बाजारो क सधार म िनिहत ह सरकार क भीतर किष िवभाग का म फोकस खती-िकसानी क इनपट पर रहा ह हम

म प स बीज खाद कीटनाशक व जल की उपलता को सभालत रह ह यह जरी भी ह ोिक जसी िक कहावत ह- सब

कछ इतजार कर सकता ह मगर खती म यिद चीज व पर नही ई तो िफर उसका कोई अथ नही रहता यानी lsquoका वषा जब किष

सखानrsquo व पर बीज खाद कीटनाशक और पानी की जो यह जरत ह वह एक भारी कवायद की माग करती ह और दिनक

प स उसकी िनगरानी करनी पड़ती ह हालािक तकनीकी तरी क कारण आज lsquoइनपट मनजमटrsquo बत ादा मल नही

रह गया ह असली मसला यह सिनित करना ह िक िकसानो को उनकी पदावार क सही दाम िमल

Fault lies in Minimum Support Price औोिगक क उदारीकरण की शआत 1991 म ही हो गई थी मगर इन सधारो न किष की अनदखी कर दी परानी APMC

(किष उाद बाजार सिमित) ही यह तय करती ह िक एक िकसान कहा और कस अपनी उपज को बचगा आज भी िकसानो की

फसल का दाम तय करन का एकमा साधन एमएसपी (नतम समथन म) त ही ह

िपछल वष स APMC म सधार की बात होती रही ह मगर इसक िलए िनणायक कदम आज तक नही उठाया जा सका ह

िकसानो को मनाफा िदलान म मिडया बड़ी भिमका िनभाती ह

पव म गा कारोबारयो क िबचौिलए बरोक-टोक िकसानो का शोषण करत रहत थ लिकन मडी-वथा न िबचौिलयो की

भिमका ख करन की कोिशश की इस काम म वह कामयाब भी ई ह पर अब परा आिथक पर ही बदल गया ह

इसिलए गितशील समाधान की आवयकता ह

किष का उदारीकरण व की माग ह

What to be done किष उादो को अब एक रा स दसर रा ब दसर दश म िनबाध प स ल जान और लान की अनमित दी जानी चािहए

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इस काय की आजादी की राह म खड़ी कावटो को ख करन की जरत ह यही एकमा उपाय किष फसलो क मो म थरता ला

दगा

आधिनक सचार मामो क कारण िकसानो (Farmers) क िलए यह पता लगाना अब मल नही ह िक कहा िकस फसल का ा दाम

ह और इस तरह व जहा चाह अपनी फसल बच सक ग

सीध उपभोाओ को अपन उाद बचन को लकर िकसानो पर कोई पाबदी नही होनी चािहए खासकर बागवानी उपज की िबी क

मामल म

दरअसल एपीएमसी म सधार को लकर इसिलए सफलता नही िमल रही ह ोिक रा सरकार lsquoकाट फािमगrsquo यानी अनबिधत खती

की अवधारणा का िवरोध कर रही ह असल म सरकार अनबिधत खती की अनमित दन क राजनीितक नतीजो स डरती ह इसीिलए व

िकसानो क सीध किष सरण स जड़न की राह म बड़ी बाधाए खड़ी कर रही ह हालािक अनबिधत खती म िकसानो क शोषण क

डर को ख करन क िलए एक सथागत त खड़ा िकया जा सकता ह

नतम समथन म का त मलत धान और ग जस अनाज क मामल म ही काम करता ह भारतीय खा िनगम (एफसीआई) इनकी

खरीद करता ह साई यह ह िक िनगम िसफ पजाब व हरयाणा क खरीद ल को परा करन म ही सम ह उसक पास न तो ससाधन

ह और न ही यह इा िक वह पव उर दश िबहार जसी जगहो स खरीद कर जबिक इी इलाको म नई हरत ाित श करन की

बात की जा रही ह जािहर ह िपछड़ इलाको को एमएसपी त स कोई फायदा नही िमल रहा

छोटी जोत वाल िकसानो की तादाद दख तो उ सगिठत करन का कोई िवक नही ह दश क कॉरपोरशन राजनीितकरण क कारण

अपन मकसद म नाकाम हो चक ह इसिलए जरी ह िक िकसानो क सगठन बन ोिक छोट िकसान अपन तई मोल-तोल नही कर

सकत सगठन कर सकत ह साफ ह मौजदा सकट का इलाज किष बाजार म साहिसक सधार क भीतर ह न िक सडी व कज-माफी

जस कदमो म

जिवक खती ही उपाय रासायिनक खाद क लगातार उपयोग स जमीन की सहत कमजोर होती जा रही ह कही-कही तो हालात बत ही खराब ह अिधक उपज लन

की कोिशश म िकसान भिव क िलए पदा हो रह सकट को नही समझ पा रह ह िकसानो क बीच जागकता जरी ह

किष क यािकीकरण का यह एक ाह पहल ह िक छोट और सीमात िकसानो न भी पशपालन को ाग िदया इी पशओ क गोबर स

बनी खाद खतो की सहत क िलए ताकत थी अब ऐस िकसान बल की जोड़ी नही रखत

िकराए क टर स जताई का काम ल लत ह िगन चन िकसानो न ही वम को का िशण िलया ह

ऐसी थित म रासायिनक खाद पर िनभरता बढ़ गई ह

वष स ऐसी खाद क उपयोग स िमी की उवरा श घटती जा रही ह हालात यही रह तो िमी को रत बनत दर नही

जिवक खती को बढ़ावा दन क उ स चाल िवीय वष म 130 करोड़ पय खच करन की योजना ह िकसानो को इस योजना का लाभ

उठाना चािहए सरकार का मानना ह िक इन उपायो स फसलो क उादन और उादकता म व होगी िजसका लाभ िकसानो को िमलगा

किष िविवालयो को भी ससाधन सप बनान की कवायद जारी ह तािक िबहार की किष को लाभ िमल सक हाल ही म किष िविवालय

सबौर न ग का ऐसा भद िवकिसत िकया ह जो कम िसचाई म भी िकसानो क िलए लाभदायक िस होगा रा का बड़ा िहा सख की

चपट म आ जाता ह पया िसचाई की वथा न होन स इन ो क िकसान साल म एक ही फसल ल पात ह यिद पयावरणीय परवतन को

दखत ए फसलो क नए भद िवकिसत होत रह तो इसका सीधा लाभ रा की किष और िकसानो को िमलगा इन सब उपायो क बीच जरी

ह िक िकसानो क बीच जागकता पदा की जाए उ लाभ-हािन का गिणत समझाया जाए साथ ही पशपालन क ित जागक िकया जाए

तािक जिवक खती को और बल िमल

अिधकार और सरा की नई लड़ाई

साइबर सरा और िनजता क अिधकार का मसला दश म एक गभीर मा बनकर उभरा ह अब तो सीम कोट तक यह मामला पच गया ह

जािहर ह इसकी पभिम म आधार काड क डाटा लीकहोन की खबर स लकर तमाम तरह क ए स पदा होन वाल खतरो की िचताए शािमल

सबस ताजा िववाद तो सऊदी अरब क जनल आबदीन ारा िवकिसत एप lsquoसराहाहrsquo को लकर खड़ा आ ह बताया जा रहा ह िक इसक

जरय एप यजस िकसी को भी मसज भज सकत ह मगरमसज रसीव करन वाला नही जान पाएगा िक सदश िकसन भजा ह इस एप क

जरय अगर िकसी को कोई धमकी द तो िफर ा होगा

यजस की पहचान उजागर न होन की सरत म आतक फलान क िलए इसका दपयोग हो सकता ह Origin of Privacy debate

अगर हम िनजता क अिधकार को दख तो इस अिधकार का िवकास पिमी दशो स आरभ आ अमरका और यरोप म इस अिधकार

का बत ादा िवकास आ लिकन हमन दखा िक 911 कोव टरड सटर पर आतकी हमल क बाद िनजता क इस अिधकार को कम

िकया जान लगा

इसस जड़ नए-

नए कानन आए िजनम सरकारो को यह हक िमला िक व लोगो की िनगरानी कर सकती ह उनकी चौकसी कर सकती ह पर यह उन रा

ो क परवश व परथितयो क आलोक मबन कानन थ

India amp Right to privacy concept in Society भारत की थित अ दशो की तलना म िविश और अनठी ह हम एक सय परवार की जड़ स पदा ए समाज ह इसिलए भारत क

लोगो को शयर करना एक ाभािवक वकक वहारलगता ह

हम लोग िनजता क बार म ादा नही बात कर पाए और इस अिधकार का ादा िवकास हमार दश म नही आ

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िपछल करीब एक-

डढ़ दशक स भारत क लोगो म एक नई जागकता आई ह और उनम एक नया िवास जगा ह िक उनका जो lsquoपसनल सrsquo ह उसका

सरण होना चािहए

चाह िशित भारतीय हो या अिशित व चाहत ह िक जो उनक िनजी दायर म आन वाली चीज ह उनम कोई ताक-

झाक न सरकार की तरफ स हो और न ही िकसी अ एजसी ारा

यह अपा न िसफ मोबाइल को लकर की जा रही ह ब इटरनट पर अपनी गितिविधयो को लकर भी

Need to have data Security भारत म िनजता क अिधकार क सदभ म पहल तो हम यह मानना पड़गा िक यहा पर इस अिधकार को लकर कोई कानन नही ह न

ही भारत म कोई डाटा सरण कानन ह जो डाटा कीगोपनीयता की िहफाजत कर सक अलबा उतम ायालय न अपन िविभ फ

सलो म जीवन जीन क हमार मौिलक अिधकार की ाा करत ए उसक दायर को बढ़ाया ह

सव ायालय न कहा ह िक सिवधान क अनद-

21 म जीवन जीन का जो मौिलक अिधकार िमला ह वह इतना ापक ह िक उसक अतगत िनजता का अिधकार भी आ जाता ह ऐस म

अगरसरकार इसका िकसी तरह स हनन करती ह तो आप अदालत की शरण ल सकत ह

सीम कोट न तो यह तक कहा ह िक जीन क अिधकार क तहत ही सान क साथ मानवीय जीवन जीन का अिधकार आता ह

अब आधार क सदभ म यह िववाद िफर स उतम ायालय म आया ह िनजता हमार मलभत अिधकारो और जीवन जीन क मौिलक अिधका

र का अिभ िहा ह और सरकार िबना िकसी काननीकरण क हम इसस विचत नही कर सकती

आज हम यह भी दखना होगा िक आधार क मामल म लोगो क िनजता क अिधकार का लगातार हनन हो रहा ह आधार की शआत एक

क योग क तौर पर ई थी माच 2016 म जब हमनआधार कानन को पारत िकया था तब भी यह क था लिकन कछ महीनो क बा

द सरकार न इस अिनवाय बनाना श कर िदया अब यह लगभग हर चीज स जड़ता जा रहा ह ऐस म आपकीहर गितिविध सरकार मॉिनटर

कर सकती ह

Cyber space amp Privacy आज क हालात म िनजता क अिधकार का अिभ सबध साइबर सरा स ह हम सरा पर िकतना ादा ान दत ह यह इस बात पर िनभर

करगा िक हम अपनी िकतनी िनजता सरित रख पात ह

दयग स ादातर भारतीय मानत ह िक उनक िडवाइस नटवक और डाटा की सरा की िजदारी सरकार और सिवस ोवाइडर यानी सवा

दन वाली कपनी की ह अगर उपभोा िडवाइस कीसाइट पर सरा नही ढढ़ता और अधाधध मोबाइल एकशन डाउनलोड करता जाता ह

िबना उनकी सवा-

शत को पढ़ ए तो कही न कही उनकी िनजता का हनन होगा ही ोिक य तमाममोबाइल एकशन अपनी शत म कहत ह िक हम आप

क डाटा की कॉपी कर ग उनकी िनगरानी व इमाल कर ग

Need to take preventive steps जब हम य सार अिधकार खद उ द दत ह तो िफर बाद म शोर मचान का बत औिच नही रह जाता

इसिलए लोगो म जागकता लान की जरत ह आज हम अपनी िनजता को सरित रखन क िजतन कदम उठा सक ग उतनी ही वह सरि

त होगी िनदह सरकारो का भी दािय ह िक वअपन नागरको की िनजता क अिधकार का सरण कर लिकन आज सरकार इस तरफ

जाना नही चाहती ोिक साइबर अपराध और आतकवाद क िलए इटरनट का इतना ादा दपयोग होरहा ह िक सरकार ादा स ादा स

चनाए इका करना चाहती ह तािक कानन-

वथा बरकरार रह और उनक रा की सभता पर नकाराक भाव न पड़ लिकन इस मामल म एक िनयण-

रखा तो होनी ही चािहए कानन मानन वाल नागरक की िनजता का सरण होना चािहए अब सीम कोट लोगो क अिधकार और सरकार की

जरतो क बीच कस समय िबठाता ह यह तो उसकफसल स ही साफ होगा

जलवाय परवतन क नतीज Effect and result of Climate change over the world जलवाय परवतन क िलहाज स दखा जाए तो 2016 न सबस बर रकॉड बनाए इस दौरान दिनया तबाह करन वाली कई घटनाए आकार लती

िदखी

बीत साल हवा और सम की सतह का जो औसत तापमान दज आ वह औोिगक ाित क सालो क बाद स सबस ादा था

2016 म वायमडल म सबस ादा काबन डाइ आाइड भी दज की गई इसक नतीज म आक िटक की बफ क िपघलन म िचताजनक

तजी ई

बफ की इस िवशाल चादर स बड़-बड़ दशो क आकार क बराबर िहमखड टटकर सम म तरत दख गए बीत साल एक तरफ सम क

र म सबस ादा बढ़ोतरी ई तो दिनया न सबस ादा सखा भी दखा

आलम यह रहा िक िकसी भी महीन म दिनया की 12 फीसदी जमीन सख का सामना करती रही य ऐसी हकीकत ह जो जलवाय परवतन

की अवधारणा क िकसी िवरोधी क िलए भी िचता का सबब होनी चािहए इसिलए भी िक इनक नतीज जलवाय परवतन को मानन या न

मानन वालो म भद नही कर ग Political urgency and not urgency of Climate change सवनाश की आहट दती एक आपदा हमारी आखो क सामन ही घट रही ह लिकन खबरो और जनमानस म अपनी मौजदगी दज करान क िलए

इस सघष करना पड़ रहा ह ोिक वहा राजनीितक टकराव जसी दसरी वािवकताए ाथिमकता म ह लिकन आग जो तफान हम पर

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बरसन वाला ह उस अपनी मौजदगी जतान क िलए सघष नही करना पड़गा सम का बढ़ता र दिनया भर म इसक िकनार बस कई शहरो

को कड़ का ढर बना दगा उधर सखा खती का नाश कर दगा इस ासदी स िवथािपत होन वाल लोग यानी ाइमट रजी उन जगहो की

तरफ दौड़ग जहा हाल थर होगा और जहा क लोग य समझ रह होग िक व इस आपदा स सरित ह

आज तो यह जरत और भी बढ़ गई ह िक दिनया क लोग आन वाली इस चनौती को पहचान और िकसी भी तरह स काबन डाइ ऑाइड

का उजन कम करन क िलए आपस म हाथ िमलाए साथ ही उ ऊजा स जड़ी तकनीको को भी आामक र पर बढ़ावा दना

चािहए लिकन आठ साल तक उजन रोकन की िदशा म आशा जगान वाली शआत क बाद दिनया अब उी िदशा म जा रही ह िजस

अमरका क इस मामल म दिनया का नत करना चािहए था वहा क रा पित न परस समझौत पर अपन पववत की कोिशशो स पा झाड़

िलया ह इतना ही नही अमरकी रा पित अब ऊजा क म पर ई गित को भी पीछ ल जा रह ह इस िवशाल विक हसन म

पािकान खद को असहाय महसस कर सकता ह लिकन यहा की सरकार को भी इस िदशा म बत कछ सोचना होगा पहली बात तो यही ह

िक कोयल स चलन वाल िबजलीघरो को हम अपनी सारी ऊजा समाओ का हल न समझ पयावरण को लकर हम और भी परप नीित

अपनानी होगी यह िचता बत लोगो को हो रही ह और इसका िनराकरण िकया जाना चािहए

पानी की िफतरत स खलवाड़ का नतीजा ह बाढ़ Increase instances of flood (s) in recent times are not just due to natural reason but cause lies in human developmental activities Hindustan Twin disasters of Water हम हर साल पानी को लकर दो तरह की ासिदयो की चपट म आत ह गरिमयो क आत ही पानी क सकट का हो-

हा बढ़ जाता ह और बारश क साथ ही बाढ़ का खतरा गहरा जाता ह

मौसम म बदलाव क कारण अब यह अिनितता ादा ही बढ़ गई ह

कहा बारश का जोर रहगा और कहा सख की मार रहगी इन परथितयो का अनमान लगाना बड़ा ही मल हो चका ह

उराखड की 2013 की ासदी क बाद 2014 म ीनगर म दो बार आई बाढ़ इसका उदाहरण ह

2005 क बाद लगातार िकसी न िकसी प म मबई डबन की थित म आ जाता ह तब 900 िममी की बारश न 450 लोगो की जान ली थी

ऐसी ही थित कई राो की बनी रहती ह

हमार गाव हो या िफर शहर हमन जल-िनकासी पर समिचत ान नही िदया ह

Traditional structure and Flood पहल गावो म एक जल-िनकासी की वथा होती थी पानी क राो को तो बाधारिहत रखा जाता था पर साथ म जल-

सरण क भी बहतर तरीक थ दश क तालाब व पहाड़ म हो या िफर मदान मवषा क पानी क सरण क बड़ उदाहरण थ पहाड़ो म ताल व

खाल इसी अवधारणा क उदाहरण रह ह मदानी इलाको म जस िक िदी का हौजखास या भोपाल आिदलाबाद व हदराबाद क बड़तालाब

सब वषा क पानी का ही सरण करत रह ह य आज भी आबादी क बड़ िह की पानी की आवकता की पित करत ह

Negligence of Water drainage amp Flood सार दश म बढ़त ढाचागत िवकास म सबस ादा अनदखी जल-िनकासी की ही ई ह

हाई-व व ाईओवर पर नजर डािलए जहा-जहा य गावो स होकर गए वहा-वहा गाव पानी म डब गए

य हाई-व गावो क र स ऊपर उठाकर बना िदए गए जो पानी क बहाव को रोक दत ह

आज िबहार उर दश और अ कई राो क गाव इसी कारण वषा म जलम हो जात ह बस गािड़यो की िनकासी म कोई िदत

नही होती ह चाह गावो म वषा जल की िनकासी खटाई मपड़ जाए

इस तरह क जल-जमाव गावो को तो डबोत ही ह अपन साथ-

साथ कई तरह की बीमारयो को भी लात ह आज शायद ही कोई का या शहर ऐसा िदख जहा जल-

िनकासी की वथा पया होिदी मबई या चई जस महानगरो म चद घट की बारश ई नही िक सब कछ ठहर जाता ह ढाचागत

िवकास की योजना बनात समय जल-िनकासी को कभी ाथिमकता नही िमलती

कित क िवान क ित हमारी नामसझी हम इस िवान को समझन क िलए परी तरह असफल हो गए हम यह भल गए िक कित

करोड़ो वष क मथन का अम उपहार ह पी मजलवाय की सरचना ई ह िजस हमन मा गत 100 वष म ही िवकास की बिल चढ़ा

िदया पी पर जल वाय जमीन और जगल की िनयक कित ह और य सब कछ महीन आपसी रो कसमय का बहतर उदाहर

ण ह िकसी एक स की गई छड़छाड़ दसर को भी सीधा भािवत करती ह वस तो करोड़ो वष क इस सतलन को िमटा दना सभव ही न

ही ोिक इसक परी तरह िमटनस पहल ही जीवन की परथितया समा हो जाएगी यह समझन का व भी आ चका ह Concluding mark

हम जल क सदभ म दिनया को एक बड़ा उदाहरण द सकत ह वषा जल क सरण क ाकितक व परपराओ का मान करत ए निदयो

क जलागमो को जो आज वन-

िविहन हो चक ह उवनाािदत कर दोहन का काम कर सकत ह य ाकितक बाधो का काय कर ग निदयो को तफानी नही ब

शात रखत ए िनयित जलबहावी रखग तालाबो को पनजिवत कर कित कजल सरण क राो को साफ रख नदी तालाबो क अ

ितमण पर गभीरता ही हम सख और जलभराव क को स म रखगी पानी क ाकितक राो की तता ही हम बाढ़-

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म व जल-

य बनाकर रखगी इसस िकसी भी तरह की छड़छाड़ अपन ही परो पर काड़ी मारन जसा होगा अभी वह समय बत दर नही गया

ह जब हम न िसफ मानसन का इतजार करत थ बइसका हर जगह ागत होता था पर अब अ मानसन की भिववाणी स ही

हम डर लगन लगता ह Attempt this Qs

GS PAPER III

आपदा और आपदा बधन

बाढ़ िसफ एक चरम मौसम की घटना नही ह लिकन आिशक प स ाकितक और आिशक प स

मानवीय ह | इस पर चचा करत ए बाढ़ शासन क िलए इस व का मह समझाए बाढ़ शासन

क फोकस को बाढ़ क कोप वाल इलाको म राहत क बजाय समदायो की मता िनमाण पर करना चािहए floods are not just an extreme weather event but partly natural and partly anthropogenic While discussing this issue bring out relevance of the statement ldquo Flood governancersquos Focus should shift from relief measures to building resilience in flood-prone areasrdquo httpindianexpresscomarticleopinioncolumnsliving-with-the-deluge-northeast-flood-

ऊजा परतता स चािहए आजादी India is not energy surplus and this needs to be imported Require innovative solution to become completely Independent

Dainik_Tribune दश को त ए 70 साल हो गए पर हम परत होत जा रह ह

फाट फिटलाइजर ईधन तल कोयल और यरिनयम क आयात पर हम िनभर हो गए ह इनकी साई बद हो जाए तो हम एक साह

म ही िवदशी ताकतो क सामन घटन टक दन होग

ऊजा की परतता सबस ादा िवकट ह दश की ऊजा की जरत बढ़ती जा रही ह

हमार ोत सीिमत ह (Resources Limited)

थमल िबजली क उादन को कोयला चािहए हमार कोयल क भडार लगभग 150 साल क िलए ही पया ह वतमान म ही हम कोयल

का आयात कर रह ह

दश म तल कम ही उपल ह 80 ितशत तल का हम आयात कर रह ह

ीयर ऊजा क िलए अपन दश म यरिनयम कम ही उपल ह इसक आयात क िलए हम िनरतर ीयर सायस प की सद

ता हािसल करन का यास कर रह ह

थमल तथा ीयर ऊजा म एक और समा पीिकग पावर की ह Problem of thermal amp Nuclear Energy

दश म ऊजा की िडमाड सबह एव शाम 6 स 10 बज सवािधक रहती ह लिकन थमल तथा ीयर ऊजा को समयानसार श तथा बद

नही िकया जा सकता

थमल तथा ीयर ऊजा 24times7 िबजली की जरत परी करन क िलए उपय होती ह Problem of Oil Energy

तल स बनी ऊजा को तलना म ज श एव बद िकया जा सकता ह पर यह सबस महगा पड़ता ह इसिलए धाबोल जसी तल आधार

त परयोजनाओ को हम बद करना पड़ा ह

सोलर तथा हाइड ो ोत (SolarampHydro Energy)

सोलर ऊजा का उादन कवल िदन क समय होता ह पीिकग पावर की जरत परा करन म यह ोत परी तरह नाकाम ह

हाइड ो पावर (Hydro Power)

हाइड ो पावर स पीिकग पावर को बखबी बनाया जा सकता ह

हाइड ोपावर का उादन नदी क पानी को डम क पीछ रोक कर िकया जाता ह

टबाइन को मनचाह समय श और बद िकया जा सकता ह

लिकन

हाइड ोपावर क पयावरणीय एव सामािजक दभाव भयकर ह

िटहरी भाखड़ा और सरदार सरोवर जस बाधो म नदी ारा लाई गई गाद जमा हो रही हअयनो म पाया गया ह िक िटहरी की झील 140

स 170 वष म परी तरह गाद स भर जाएगीिटहरी डम कामल लाभ ह िक मानसन क पानी को एकित करक जाड़ एव गम म उपयोग

िकया जाता ह झील म गाद क भर जान क बाद ऐसा नही हो सकगा झील म गाद जमा होन स नदी ारा गाद कममाा म लाई जाती ह

और सम ारा अपनी भख को िमटान क िलए तटो का भण िकया जाता ह वतमान म गगासागर ीप का सम ारा भण इसी कार

िकया जा रहा ह

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Small

Hydropower छोटी हाइड ोपावर योजनाओ म डम क पीछ बड़ी झील नही बनाई जाती 24 घट म िजतना पानी पीछ स आता ह उतना

ही िबजली बनाकर आग छोड़ िदया जाता ह परइन योजनाओ स मछली क आन-

जान क रा बद हो जात ह मछली क कमजोर होन स नदी क पानी की गणवा भी कमजोर होती ह

हाइड ोपावर योजनाओ म िवथापन की सामािजक समा भी रहती ह कोटलीमल परयोजना क पयावरणीय दभावो का आिथक म

ाकन िकया तो पाया िक हाइड ोपावर की वािवक उादनलागत 15-20 पए ित यिनट ह

ऊजा तता (Energy

Independence) की समा िवकट ह थमल तथा ीयर क िलए हम आयातो पर िनभर हो जात ह और पीिकग पावर भी नही बना सकत

तल महगा पड़ता ह सोलर काउादन िदन म होता ह जबिक जरत सबह-शाम ादा होती ह Solution

इस समा का हल सोलर तथा प ोरज क जोड़ स िनकल सकता ह प ोरज योजना म दो झील बनाई जाती ह एक ऊपर तथा एक

नीच िजस समय सोलर थमल अथवा ीयर िबजलीकी साई अिधक एव िडमाड कम रहती ह और बाजार म िबजली का दाम लगभग 2

पए रहता ह उस समय नीच की झील को झील क पानी को प स ऊपर की झील म डाल िदया जाता ह इसकबाद जब िबजली की िडमाड

ादा होती ह और िबजली का दाम 8-12 पए ित यिनट रहता ह तो ऊपर की झील स पानी छोड़ िबजली को बनाया जाता ह

हमार पास न कोयला ह न यरिनयम ह नतल ह निदया पजनीय ह लिकन हमार पास धप और पहाड़ ह इनका जोड़ बना द तो हम अपन स

साधनो स ही सबह-शाम की पीिकग िबजली 6-7 पए क स दाम पर बना सकत ह

भारत का परमाण ऊजा कायम

भारत न अण यग म और सही कह तो परमाण यग म 4 अगस त 1956 म उस समय वश िकया जब भारत क पहल परमाण रएक टर

अप सरा को चाल िकया गया

इस रएक टर की िडजाइन और िनमाण भारत ारा िकया गया था और इसक िलए एक समझौत क अतगत िटन न परमाण ईधन की

सप लाई की थी

अनसधान उश यो क िलए हमारा दसरा रएक टर साइरस कनाड़ा क सहयोग स बनाया गया और 1960 क ारभ म सचािलत आ

अनसधान रएक टर न यट न भौितकी न यट न िविकरण क अतगत पदाथ क व यवहार क अध ययन और रिडयो आइसोटोप उत पादन क

िलए अनसधान मच बन बाद म य िवशषकर िविभन न बीमारयो िवशषकर क सर क इलाज म उपयोगी सािबत ए और गर-िवनाशकारी

परीण उश य क िलए औोिगक एप लीकशनो म भी बत उपयोगी सािबत ए Nuclear energy

परमाण ऊजा स िबजली बनान का काम अक टबर 1969 म उस समय श आ जब तारापर म दो रएक टरो को सवा म लाया गया

तारापर परमाण िबजली स टशन (टीएपीएस) अमरका क जनरल इल क न बनाया था और अब यह स टशन अपनी सवा क 48व वष म

तारापर दश म कम लागत की गर-हाइड ो िबजली सप लाई करता ह भारत का दसरा परमाण िबजली स टशन राजथान म कोटा क

िनकट स थािपत आ और इसकी पहली इकाई न अगस त 1972 म काम करना श िकया राजथान की पहली दो इकाइया कनाड़ा क

सहयोग स बनाई गई कनाड़ा ऐस रएक टरो क मामल म िस ह िजनम ाकितक यरिनयम को ईधन क प म इस तमाल िकया जाता

ह लिकन इन रएक टरो म भारी जल की आवश यकता होती ह

भारत का तीसरा परमाण िबजली घर चन नई क िनकट कलपक कम म स थािपत आ इस िबजली घर को भारत ारा अपन बल पर

िडजाइन और िनमाण िकया गया सभी सामी और उपकरणो का उत पादन दश म िकया गया था यह िवशाल चनौती थी क योिक उस

समय भारतीय उोग को परमाण उपयोग क िलए आवश यक जिटल उपकरण बनान का अनभव नही था परमाण ईधन िजरकोिनयम

भाग तथा भारी जल उत पादन सबधी व यापक काय भाभा परमाण अनसधान कन (बीएआरसी) म होता था पॉयलट सय बनाय गय

और बाद म इनको उन नत बनाकर औोिगक सय बनाया गया उोग को िवशष िविनमाण िया म िशित करना था और नई

गणवतता िशण ियाए लाग की गई इस तरह जलाई 1983 म मास परमाण िबजली घर की पहली इकाई की स थापना क साथ

भारत उन दशो क समह म शािमल हो गया जो अपन बल पर परमाण िबजली इकाइयो की िडजा इिनग और िनमाण करत रह ह

हमारा चौथा परमाण िबजली घर गगा नदी क नट पर नरोरा म स थािपत आ इसक आसपास क इलाको म भकप क झटक महसस

िकय गय ह इसिलए भारत न ऐसी िडजाइन बनाई जो भकप क झटक को झल सक हमन 220 मगावॉट की िडजाइन को मानकता

दान की और इस दश म अनक स थानो पर स थािपत िकया जा सकता था नरोरा की पहली इकाई अक टबर 1989 म श ई अगल

20 वष म भारत न अपनी टक नोलॉजी क आधार पर ग यारह 220 मगावाट की इकाइयो तथा दो 540 मगावाट की इकाइयो को बनाया

और चाल िकया भारत की अपनी टक नोलॉजी को lsquoशराइज ड हवी वॉटर रएक टरrsquo कहा गया इस काय को परा करन क िलए भारत न

सढ़ भारी जल उत पादन मता और ईधन उत पादन मता का िनमाण िकया इसम झारखड म यरिनयम का खनन शािमल ह भारतीय

उोग को सभी तरह क उपकरण और सामियो क उत पादन क िलए सिय बनाया गया

कनकलम भारत न अपनी परमाण मता को तजी स मजबती दान करन क िलए ईधन क प म परष कत यरिनयम क उपयोग

वाली दो 1000 मगावाट की रएक टर िबजली इकाइया बनान क िलए 1988 म पव सोिवयत सघ क साथ समझौता िकया 1990 म

सोिवयत सघ क िवघटन क कारण भारत-स परयोजना को ठड बस त म डाल िदया गया 1998 म भारत और स न इस परयोजना

को श करन का िनणय िलया और 2003 म काय ारभ आ पहली इकाई को चाल करन का काम जब गित पर था उसी समय माच

2011 म जापान क फकिशमा म दघटना ई इसस सय थल क आसपास क लोगो न परयोजना का काफी िवरोध िकया लोगो को यह

समझान म काफी समय और सयम लगा तािक लोग कनकलम की सरा िवशषताओ क बार म जान सक और इस बात की जानकारी

भी ाप त कर सक िक जापानी सय की तलना म इस सय स थल की थितया िबल कल िभन न ह कनकलम की पहली इकाई 2014

और दसरी इकाई 2016 म चाल ई

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अब भारत क पास 21 रएक टर इकाइया ह कनाड़ा ारा सप लाई की गई राजस थान की पहली इकाई उपकरण िटयो क कारण काम नही

कर रही ह भारत न 2008 म अमरका तथा ास क साथ सहयोग क समझौतो पर हस तार िकया इन समझौतो क अतगत अमरका और

ास अपन दशो म िडजाइन की गई परमाण िबजली इकाइयो की स थापना भारत म कर ग तब स वाता चल रही ह लिकन अमरका क अणी

परमाण िबजली सय िनमाता व गहाऊस न कछ महीन पहल िदवािलयापन का मामला दज िकया ास की अरवा को फकिशमा दघटना

क बाद उसक परमाण ईधन कारोबार म पस का भारी नकसान उठाना पड़ा ास की सरकार न परमाण रएक टर कारोबार अपनी राष ट ीय

िबजली कपनी इल क डी ास को द िदया अब अमरका तथा ास क साथ सहयोग को लकर अिनितता का माहौल हो गया

परमाण ऊजा िवभाग अस पतालो तथा उोग को रिडयो आइसोटोप की सप लाई कर रहा ह िवभाग समी खा पदाथ क बबाद होन स

रोकन क िलए उपयोग म लाई जान वाली िविकरण टक नोलॉजी क उपयोग तथा प याज आम और अन य खा सामियो की जीवन अविध

बढ़ान क िलए सप लाई कर रहा ह

इस तरह भिवष य म आन वाल दशको म परमाण ऊजा काबन मक त ऊजा क प म महत वपण योगदान करगी परमाण टक नोलॉजी लोगो क

जीवन स तर को बढ़ान का समाधान पश करगी

lsquo भारत अिभयानrsquo का दसरा चरण lsquoकड़ा बधनrsquo Solid waste management भारत अिभयान क सरकार का एक महपण एजडा ह परत अब इस अिभयान क दसर चरण यानी Solid Waste management

अथवा कड़ा बधन की ओर कदम बढ़ान का समय आ चका ह कड़ा बधन म मई नगर पािलका की नाकामी क बार म बत कहा जाता

रहा ह मगर यह समा कवल मई तक सीिमत नही ह ब दश क अिधकतर महानगर तथा नगर इस समा का सामना कर रह ह

हाल ही म महज 15 िमनट की बारश क बाद िदी क ितित अताल जलम हो गए थ यह इसिलए और भी खतरनाक ह ोिक

अतालो म कड़ा अर िवषला तथा सिमत होता ह कड़ा पदा करन वाल अ मख ोत उोग तथा होटल ह

Solid Waste management िनयमो म लापरवाही को लकर राजधानी क 17 होटलो पर जमाना लगान क बाद नशनल ीन िट नल न

िदी क अतालो की भी सी स जाच की और उनम स 9 पर जमाना लगाया ह िजन अतालो पर जमाना लगाया गया ह उनम स

सरकारी अतालो को जमान क प म 75 हजार पए जबिक िनजी अतालो को 50 हजार पए स 2 लाख पए तक अदा करन को

कहा गया ह

कड़ा बधन का एक अ पहल तब उजागर आ जब पव िदी क एक मॉल म सरा सामान क िबना गटर साफ कर रह 2 भाइयो की

मौत जहरीली गस स हो गई यह ासदी लाजपत नगर म िदी जल बोड क सीवर मampसफाई किमयो की मौत क महज 6 िदन बाद घटी

ह इसस पहल जलाई म ही दिण िदी क िघतोरनी क गटर म 4 मजदरो की मौत ई थी

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हालािक रा ीय र पर इस तरह की मौतो का कोई आकड़ा नही ह अनमान ह िक दश भर म 100 सफाई कम गटर साफ करत

ए अपनी जान गवा दत ह कारण ह िक उनक सरकारी अथवा िनजी िनयोा उ जाम गटर खोलन का काम करत ए सरा क िलए

जरी गस मा सी ब हट जसा कोई सामान उपल नही करवात ह बॉडी सट अथवा ऑीजन िसलडर उपल करवाना

तो दर की बात ह

िकसी भी स अlsquoछ तथा असरित हालात म काम करवाना काननन अपराध ह ऐसा करन वाल िनयोाओ को जल तथा

जमाना हो सकता ह परत िनयमो का उघन करन वालो क िव आपरािधक कस दायर करन की खबर सनन को नही िमलती ह

सफाई किमयो की हािलया मौत की घटनाओ म भी िकसी क खलाफ कस दज नही आ ह ह िक परान िसम स ही आज भी

काम जारी ह What needs to be done

खतरनाक होन क बावजद कड़ा बधन क दोनो पहलओ को साला जा सकता ह कमचारयो को कछ सिवधाए उपल करवानी

होगी तथा कड़ा पदा करन वालो क िलए भी पा िसम तय करना होगा दोनो पहलओ की ही िनयिमत िनगरानी भी करनी होगी

यिद होटल इड ी कल कड़ का 25 स 30 ितशत पदा करती ह तो वहा rsquoयादातर कड़ा रसोई (खान-पीन की चीज जस िछलक

एिमिनयम क काच की बोतल तल आिद) अथवा हाऊस कीिपग िवभाग (सफाई क काम आन वाली चीज तथा ाक पकिजग

आिद) स पदा होता ह होटल बधन को अपन यहा कड़ को िठकान लगान क िवको पर गौर करना चािहए

बायो सिनटाइजर म मशीन ितिदन 500 िकलो कड़ा साल सकती ह भो पदाथ को व उनकी मल माा क एक-ितहाई तक कचल

कर गध रिहत को म बदल दती ह इसका इमाल खाद क प म िकया जा सकता ह

अगर सखा तथा गीला कड़ा घरो होटलो अतालो स अलग-अलग इका कर भी ल तो सरकार क पास इ अलग-अलग रखन और

रीसाइिकल करन का इतजाम नही ह

बाढ़ जिनत समा का बधन

मौजदा बाढ़ (Flood) म खबरो क अनसार अभी तक िबहार म 18 िजलो म 200 स अिधक लोग मौत क िशकार ए ह पिम बगाल क 14 िजल

बाढ़ ह वहा स 50 लोगो की मौत की खबर ह पव उर दश क िजल- गोरखपर महाराजगज बलरामपर बी बहराइच कशीनगर

िसाथनगर और लखीमपर खीरी आिद बाढ़ स भािवत ह वहा स पाच लोगो की मौत की खबर ह असम क 32 म स 25 िजल बाढ़ ह

वहा स भी 60 लोगो की मौत की खबर ह

तटबध क टटन स गाव और खत जलम हो गय ह यातायात क गया ह लोग िवथािपत हो गय ह पशओ की मौत का सही आकलन

अभी सामन नही आया ह Is this a new Phenomena

िहमालय क गगा और प नदी घाटी जस ो म सिदयो स नदी क भिम बनान क अपन नसिगक काय क िलए बाढ़ का ज होता रहा

कमोबश यही सब नौ साल पहल 18 अग 2008 की कसहा ासदी म भी आ था सहरसा अररया और पिणया क 35 खडो क 993

गावो की लगभग 34 लाख लोग भािवत ए करीब साढ़ तीन लाख मकान भी तबाह हो गय थ

तीन लाख हयर खतो म बाल भर गया और सवा सात लाख पश मौत क िशकार ए थ सन 1963 क बाद स ही कोसी पर िविभ थानो

पर बन तटबध लगातार टटत रह ह 1963 स लकर 2017 तक क तटबधो क टटन का इितहास स सरकारी सथान सबक लन को तयार

नही िदखत Causes of Flood

रा ीय आपदा बधन सथान यह ीकार करता ह िक िवनाशकारी बाढ़ क म कारण भारी वषा जलहण की दयनीय दशा अपया

जल िनकासी एव बाढ़ िनयण क िलए बनाय गय बाधो का टटना ह

िमी क खराब अवशोषण क कारण पानी का रसाव जमीन की गहरी परतो म नही हो पाता ह जो बाढ़ का मख कारण बनता ह

सरकारो और ठकदारो ारा नदी क िकनार िनमाण खराब योजना और उनका गलत ियायन और अवािनक जल िनकासी बाढ़ क

िलए िजदार ह Approach to be adopted

इस ीकारो क बाद पयावरणीय ि स सवदनशील िनणय लन िक तािक क बाता ह जल िनकासी की वथा क िलए किष जल

ससाधन िसचाई ा आपदा बधन ािधकरण आिद सबिधत िवभागो की एक थायी टोली बनायी जाय जो रत और दरगामी

पयावरणीय और वािनक हप कर

कोसी तटबध िनमाण क 50 साल बाद बाढ़ चार गना बढ़ गया ह हर साल निदया याद िदलाती ह िक तटबध िनमाण

lsquoअकालीन समाधानrsquo भी नही ह सन 1984 म तटबध क टटन स सहरसा और सपौल क 196 गाव और 70000 हयर भिम जलम

हो गय थ और 458 लाख लोग िवथािपत हो गय थ

सबिधत सथानो को यह ीकार करक यह पहल करनी होगी िक समाज की सिचत ित और सथागत ित स ादा लबी ित

निदयो की ह सबिधत िवभागो को फरा बराज गगा जल माग और कोसी हाइ डम जसी परयोजनाओ को रोक कर नदी िक अिवरल

धारा को पनः थािपत करना होगा

बाढ़ो को आपदा क तौर पर त करन स बचना होगा

बाढ़ का पानी समा इसिलए बनी ोिक सरकारी त न बाढ़ क साथ भिम बनान क िलए जो गाद आतीह उस नजरअदाज करक ही

सारी परयोजनाओ को अजाम िदया बाढ़ क सबध म सबस महपण बात ह गाद का बधन नदी तो य ही इसका बधन करती ह

उस अपना ाभािवक काम करन स रोका नही जाय जब नदी की ाभािवकता कगी तो बाढ़ जसी िवभीिषका का ही ज होगा

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बाढ़ इलाको म बाढ़ क पहल की सरकारी और गर-सरकारी तयारी स लोगो को मौत स बचाया जा सकता ह और बाढ़ भािवत लोगो

को सरित थान पर पचाया जा सकता ह यह काय राहत और आपदा बधन क ित हप अकालीन अविध क ही होत ह

नदी अपन ित क वशीभत ाकितक प म सलाब क पानी को पर इलाक म फला दती ह िजसस गादिमी पर नदी घाटी म

फल कर जमीन की नमी और उपजाऊ मता को बढ़ा कर अनवरत भिम का िनमाण करती ह

मन नदी घाटी म आगमन स पहल स नदी यह काय सलाब क जरय करती रही ह शआती दौर म मानवी हप कित क ित और

नदी क ित नजरय स दरगामी परणामो का आकलन करन क बाद ही होत थ बाढ़ क साथ सहजीवन क िलए पहल स तयारी ाभािवक

िदनचया का िहा रहा ह नदी को अपना काय करन स रोकनवालो को िचत कर उ अपराधी घोिषत करन की िया श करनी होगी

मजबत पया कमजोर िनयात

कई वष की लगातार िगरावट क बाद अमरकी डॉलर की तलना म पया इस वष लगातार मजबत आ ह महज छह महीन म यह 6 फीसदी

मजबत हो गया इस झान म तजी की वजह

िवदशी पजी की आवक म बढ़ोतरी भी ह खासतौर पर घरल ऋण बाजार म

पय वाल ऋण की िवदशी धारता म इस वष 22 अरब डॉलर का इजाफा आ ह परत भारतीय िनयात पर पय क अिधमन न

नकाराक असर डाला ह

िनयात आधारत मख ो क मािजन पर असर पड़ा ह ऐसा उस कारोबारी मॉडल क कारण आ ह िजसम लागत पय म रहती और

राज डॉलर म आता ह Negative effect

रोजगार और नौकरयो की िiuml स सबस िचितत करन वाली बात यह ह िक इसन कपड़ा और चमड़ा जस म आधारत ो को बत

अिधक भािवत िकया ह

कपड़ा और तयार व करीब 50 अरब डॉलर म का िनयात करता ह इसम 17 अरब डॉलर की िहदारी तयार कपड़ की होती

ह यह 2 स 4 फीसदी क अत कम मािजन पर कारोबार करता ह

िकसी तयार व की औसत िनयात दर 3 डॉलर स भी कम होती ह और िनयात राज का आध स अिधक िहा डॉलर म आता ह

परणामप मनाफ म बन रहन क िलए कपिनयो को म बढ़ाना पड़ता ह कई बार कीमत म 4 फीसदी तक का इजाफा करना

पड़ता ह हालािक यह िफर भी मनाफा बरकरार रखन की िiuml स कमजोर ही ह

भारतीय िनयात की बाजार िहदारी म बाादश जस म सध लगा सकत ह ोिक डॉलर क मकाबल उनकी मा का अवमन हो

रहा ह वहा की कपिनया सा िनयात कर सकती ह और इस कार अिधक ितध हो सकती ह अ ो मसलन चमड़ा औषिध

और सचना ौोिगकी म भी यही झान दखन को िमल रहा ह

हालािक बड़ी ौोिगकी फम कम स कम हिजग की नीित तक पच रख सकती ह िजसस उनका मा सबधी जोखम कम होता ह

Appreciation of Rupee and Export पय क मजबत होन स िनयात पर जो नकाराक असर पड़ा ह वह बताता ह िक म बत मायन रखता ह

िनयात को लकर िनराशाजनक ख रखन वाल लोगो की दलील ह िक मा क म का िनयात मता पर बत अिधक असर नही होता

ब उस िनधारत करन म अ ढाचागत कारको की भिमका होती ह

िनयातको का मौजदा अनभव हम अथवथा क इस प की कमजोरी स भी अवगत कराता ह

ऐस म ा िकया जाए

एक फसला तो यह हो सकता ह िक कछ न िकया जाए और घरल बाजार को मजबत करत ए िनयात को अपनी राह खद िनकालन दी जाए

लिकन इसम भिव म कपड़ा और व जस रोजगारपरक ो म अथरता पदा होन की आशका ह य पहल ही नोटबदी और व एव

सवा कर (जीएसटी) क कारण मची उथलपथल स जझ रह ह इस समा की अनदखी नही की जा सकती ह

ा सरकार िवदशी धन की आवक को रोक कर मा को थर कर सकती ह

वािणक बको ारा कपिनयो को ऋण दन म आए धीमपन और घरल िनयामकीय सीमाओ क बावजद िवदशी पजी की आवक लगातार बढ़

रही ह दरअसल कपिनयो न ऋण बाजार का ख िकया ह सरकार को घरल वािणक ऋण की िवदशी खरीद की सीमा िशिथल करन स

पहल इसक मा पर भाव का भी आकलन करना चािहए क ीय बक क पास यह गजाइश ह िक वह डॉलर की खरीद भी बढ़ाए िनयात

बढ़ान का सबस दरदश तरीका यह होगा िक िनयातको की घरल लागत को कम िकया जाए सरकार को कारोबारी सगमता बढ़ान की िदशा म

सघन यास करन चािहए

नई पजी नही ब नीितगत हल जरी

जस-जस बिकग सकट हमार सामन आता जाएगा बको क पास शयर पजी की कमी होती जाएगी करदाताओ स यह माग की जाएगी िक व

िनजी या सरकारी बको म पजी िनवश कर दश का राजकोष ऐसा बोझ सहन की थित म नही ह यह धन का दपयोग होगा हमार पास

िफलहाल समय भी ह और इस समा को जड़ स समा करन का अवसर भी Condition of Indian Banking

दश क बको की थित ऐसी ह िक व 100 पय क िलए 5 पय बतौर शयर पजी और 95 पय का जमा इमाल करत ह आग इस रािश को

िविभ जगहो पर िनवश िकया जाता ह जबिक 5 पय स अिधक का नकसान िकसी बक को िदवािलया बना सकता ह अगर हम अनमान

लगाए िक एनपीए (फस ए कज) की वसली का औसत 20 फीसदी ह तो जब िकसी बक का वािवक एनपीए कल सपि का 6 फीसदी हो

जाता ह तो बक नाकाम हो जाता ह दश क कई बक इन िदनो ऐसी ही थित म ह अब यह दहाई दनी श की जाएगी िक करदाताओ क पस

स नई इटी पजी इन नाकाम बको म डाली जाए ा यह राजकोषीय ससाधनो का सही इमाल ह How much money to recover from Bankruptcy shock

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हमार सावजिनक िवीय ससाधन इस झटक क िलए तयार नही ह कोई नही जानता ह िक िकतन धन की आवकता ह लिकन अनमान

ह िक यह रािश जीडीपी क 4 स 10 फीसदी क बीच हो सकती ह

मम अविध की राजकोषीय नीित बीत कछ सालो म इसक िलए तयार नही ई ह दश म सरकार क ऋण लन क तौर तरीको को दखत

ए ऋण म ादा इजाफा करना मल नजर आता ह अभी हमार यहा सावजिनक ऋण बधन एजसी (पीडीएमए) क गठन तथा

आधिनक ऋण वथा तयार करन म भी व ह अाविध म घाट म अिधक इजाफा करना नीित िनमाताओ क मन म कतई नही

होगा

दसरी बात अगर यह वहाय हो भी तो ा ऐसा करना उिचत होगा दश म फड की मािजनल सोशल कॉ तकरीबन 3 ह इसका अथ

यह आ िक सरकारी य क 1 पय की सामािजक लागत 3 पय ह ा हम बको को 10 लाख करोड़ पय दन क िलए समाज पर

30 लाख करोड़ पय का बोझ लादना चािहए यह पस का उिचत इमाल नही तीत होता ह िदी मट ो क शआती तीन चरण क

चलत इस य म 7 खरब पय का इजाफा आ कहा जाता ह सम क िलए ापक बिकग वथा आवक ह और इसिलए हम

यह बरदा करना चािहए इस धारणा पर सवाल उठाए जान चािहए

हम बिकग सकट क सदभ म नीितगत िवफलताओ स िनपटन की आवकता ह बजाय िक करदाताओ पर बोझ डालन क

हम खशिकत ह िक हमार यहा छोटी सी बिकग वथा ह सभी बको न गर खा म जो ऋण िदया ह वह 76 लाख करोड़ पय ह

इसस तलना कर तो कवल शीष 2429 कपिनयो क पास 127 लाख करोड़ पय की शयर पजी थी जापान और चीन जस दशो म बिकग सकट

कही अिधक जिटल समा रहा ह ोिक वहा बक ऋण कही अिधक भावशाली कारक था जबिक भारत की िवीय वथा बाजार क

दबाव वाली ह और यहा बदलाव की गजाइश ह Need to learn from history

भारत क लब ऐितहािसक अनभव को दख तो गर खा म ऋण का बहतर औसत करीब 11 फीसदी रहा ह अगर 4 फीसदी माीित

को ल मानकर चला जाए तो इस म सालाना 15 फीसदी की वदिघ की आवकता ह अगर बिकग ही सकट म आ जाएगा तो हम

गर खा ऋण म बमल श फीसदी की वदिघ हािसल होगी ऐस म अथवथा म हर वष 115 लाख करोड़ पय की नकदी की

कमी आएगी ा हमार पास ऐस उपाय ह िजनकी मदद स इसकी भरपाई की जा सक

नीित िनमाताओ क बाद इस बात क पया अवसर ह िक व अिधक स अिधक पजी को गर बिकग िव क म लाए इसम शयर बाजार को

तयार करना बॉ बाजार का िनमाण बाजार आधारत पजी की आवक को उदार बनाना गर बिकग िवीय कपिनयो को उदार बनाना और

िवीय म तकनीक क इमाल स िफनटक ाित की गजाइश बनाना आिद शािमल ह ऐस सधार कोई दर की कौड़ी नही ह िजनकी मदद

स 115 लाख करोड़ पय सालाना जटाए जा सक अगर ऐसा िकया जा सका तो आईसीय म पड़ बिकग को उबारा जा सकता ह Market Dominance

हमारी िवीय वथा बाजार क दबदब वाली ह और बक ऋण वदिघ का अतर बत अिधक चौकान वाला नही ह बक ऋण वदिघ क श

ितशत होन पर भी हम बच रह सकत ह इसक िलए हम उन नीितगत पहल का योग करना होगा िजनकी मदद स 115 लाख करोड़ पय

की पजी सालाना जटाई जा सक बिकग सकट एक समा ह लिकन इसका असर हमार वहद आिथक हालात पर नही पडऩा चािहए जरत

इस बात की ह िक हम सफलता की उन दाान पर गौर कर जो अतीत म हमार सामन गजरी

वष 2001 म हम यटीआई की समा का सामना करना पड़ा था उस व िव मालय न ा िकया था आधी लागत करदाताओ न वहन

की यटीआई अिधिनयम को समा िकया गया और उसक वहाय िह का िनजीकरण कर उस सबी क िनयमन क अधीन िकया गया सबी

क िनयम मजबत िकए गए तािक परान यटीआई की गलितया थामी जा सक वष 2001 क बाद स चअल फड की कोई िदत नही आई

उस व शयर बाजार म ा िदत थी िव मालय न ा िकया परानी बदला ट िडग का काम बद िकया गया और डरविटव ट िडग की

शआत की गई इसक िलए एससी (आर) अिधिनयम म सशोधन आवक था बीएसई को अशधारको बधको और कारोबार करन वालो

क िलहाज स बाटा गया तब स अब तक दश म शयर बाजार को लकर कोई सकट नही आया हमन कवल करदाताओ क पस का इमाल

करक यथाथित नही चलन दी ब हमन समा की जड़ पर हार िकया इस र का कामकाज िव मालय ही सभाल सकता ह जहा

लाखो करोड़ पय का नकसान हो रहा ह वहा समिचत िहसाब-िकताब आवक ह दखना यह होगा िक चक कहा ई ह हम यह सिनित

करना होगा िक ऐसा दोबारा दोहराया नही जाए

सौर ऊजा को सलभ बनान इस म पारदिशता लान और दर-आधारत ितधाक नीलामी िया क जोखम को कम

करन िलय नय िदशा-िनदश

नवीन एव नवीकरणीय ऊजा मालय (एमएनआरई) न िड स सयोिजत सौर ऊजा आधारत िबजलीघरो स िबजली खरीदन क िलय दर-

आधारत ितधाक नीलामी िया क नय िदशा-िनदसजारी िकय ह य िदशा-िनदश िवदयत कानन

2003 क अनद 63 क अगत ितधा आधारत नीलामी िया क जरय िबजली की दीघकालीन खरीद क िलय ताओ [िवतरण अन

धारकअथवा उसक अिधकत ितिनिधयो अथवा मथ ता] स ऐस िड स सयोिजत सौर ऊजा िबजलीघरो (ोजस) िजनकी मता 5

मगावाट या अिधक हो

इन िदशा-िनदशो क अनसार महपण सधार िनिलखत ह

i खरीद क जोखमो को कम करन क िलय उादन क दौरान आन वाली अड़चनो क िलय उादन ितपित सौर िबजली घरो क अिनवाय

प स काम करन की थित पर जोर िदया गया हउादन ितपित का ावधान खरीद म आन वाली िनिलखत अड़चनो क िलय िकया ग

या ह

a) बक-डॉउन - पीपीए टरफ का नतम 50

b) िड की अनपलता - अितर उादन की खरीद क जरय ितपितरत ितपित

ii पीपीए दर कम रखन को सिनित करन क िलय िबजली खरीद समझौत की नतम अविध 25 वष रखी गयी ह िबजली खरीद समझौत

को एक तरफा समा करन या बदलन की अनमित नही ह

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iii परयोजना को तयार करन और िबजली घरो की थापना को सिवधाजनक बनान क िलय भिम स जड़ मो यातायात की सगमता मजरयो

और दरी होन की िदशा म अितर समय िदय जान कीवथा को सवथत िकया गया ह

iv असफल रहन पर उसक परणामो की स ाा की गयी ह तािक जोखम को उादनकता और ता क बीच समिचत प स बाटा

जा सक इसक िलय उादन एव य स सबिधतअसफलताओ एव उसक परणामो को स प स परभािषत िकया गया ह

v अनबध समा होन जान की दशा म िमलन वाल मआवज क जरय मनमान तरीक स अनबध समा िकय जान की दशा म उादक और

ऋण-

दाता क िनवश की सरा कर बको म परयोजनाओकी ीकायता बढ़ाना उादक और ता दोनो म स िकसी क असफल होन की वजह

स अनबध ख िकय जान पर िमलन वाल मआवज की माा और ियाओ की स ढग स परभािषत िकयागया ह

vi भगतान सरा वथा लटर ऑफ िडट (एलसी) भगतान सरा कोष सभ गारटी आिद क जरय ता ारा उादक को भगतान म

िवलब होन अथवा भगतान नही िकय जान की दशा मउादक क राज क अव होन क जोखम की समा का समाधान िकया गया ह

vii कानन म बदलाव सबधी ावधान क जरय उादक ता और िनवशककजदाता को सता एव सिनितता दान करना कानन म ब

दलाव सबधी ावधान महया कराया गया ह जो िक बोलीलगाय जान की ितिथ स लाग होगा िजसक दायर म ऐस सभी काननी बदलावकरो की

दर म ऐस सभी बदलाव (कवल ऐस ही कर नही जो कवल िबजली की आपित स सबिधत हो) िजसका सीधा भावपरयोजना पर हो

viii परयोजनाओ को शीता स परा करन क िलय उनका जी चाल िकया जाना एव चरणो म चाल िकया जाना शीता स चाल करना एव च

रणो म चाल करन को न कवल अनमित दान की गयी हब चाल करन की िनयत तारीख स 25 वष क िलय िबजली खरीद समझौत की अन

मित दकर इसको ोािहत भी िकया गया ह

ix जमान को ससगत बनाना जमानो को ससगत बनाया गया ह तािक उादक की सकल लागत को कम िकया जा सक साथ ही योजना क िद

शा-िनदशो और परयोजना को लाग करन की तारीख काअनपालन सिनित िकया जा सक

x रपॉवरग उादक अपन िबजली घरो को र-

पावर करन क िलय त ह लिकन ता पीपीए अनबध म उखत सीयएफ सीमा क अनसार ही िबजली खरीदन क िलय बा होग

xi नीलामी की िया एव उसका ढाचा नीलामी दोनो तरीको -

मगावाट (MW) और िकलोवाट घट (kWh) क तरीक स लगायी जा सकती ह साथ ही पारदिशता को बढ़ावा दन क िलय ई-

नीलामी परबल िदया गया ह

सप म सौर ऊजा की खरीद क िलय दर-आधारत ितधाक नीलामी िया क नय िदशा-

िनदश खरीद िया म पारदिशता एव िनता को बढ़ावा दग साथ ही सी िबजली क जरयउपभोाओ क िहतो की रा कर ग य िदशा-

िनदश कामकाज म एकपता और मानकता लायग साथ ही सौर ऊजा आधारत िबजली खरो स िबजली की खरीद म सभी सब पो क बीच

जोखमक बटवार क िलय ढाचा भी महया करायग यह िबजली ताओ क जोखम को कम करन म मदद कर ग तािक इस म िनवश को

ोािहत िकया जा सक परयोजनाओ को बको क िलय आकषकबनाया जा सक और िनवशकताओ क लाभ को बढ़ाया जा सक

बिकग िनयमन पर आरबीआई द ान Business_standard

सबाइम इार ोनी किपटिल इन पक सर ब का िज करत ए गज हया न कहा िक बको को करीब 6 लाख

करोड़ पय क नकसान की आशका ह रघराम राजन न गज हया िक बात ीकार की और उन उपायो का ोरा िदया जो आरबीआई

न फस ए कज (एनपीए) स िनपटन क िलए िकए थ मरा मानना था िक य कदम अपया ही नही थ ब इनको बत दर स भी उठाया गया

था Management was on fault

िनदह इन बड़ नकसानो क िलए बको का वर बधन ही उरदायी रहा ह

इन बको क ामी क प म सरकार भी समा का अग रही ह इन बको क बधन और ामी की नाकािमयो को थामन क िलए

आरबीआई बचाव की आखरी सीमा था ोिक उसका दजा त िनयामक का ह लिकन ऐसा नही हो सका

उसन यह दावा अव िकया िक उस बाहरी िव क सकट का बधन करन म सफलता िमलती आई ह लिकन आरबीआई एनपीए क

इस आतरक सकट स िनपटना तो दर उसका समय पर पता तक लगा पान म नाकाम रहा

सच तो यह ह िक अगर दश क बको की इस खा हालत क िलए िकसी एक सथान को उरदायी ठहराना हो तो वह आरबीआई ही

होगा ऐसा इसिलए ोिक वह बिकग का सािविधक िनयामक भी ह उसन भावी मानक और िदशािनदश तय करन चािहए थ और

समय पर समा का पता लगाकर बचाव क उपाय करन चािहए थ

िनयामक क सचत न रहन क कारण बक आग बढ़त गए और उनको भारी नकसान उठाना पड़ा अब इसका असर रोजगार और आय

पर पडऩ लगा ह सरकारी बको को बचान क िलए जनता को करीब 6 लाख करोड़ पय का बोझ सहना होगा इसक बावजद सरकार

और आरबीआई म िकसी को जवाबदह नही बनाया गया Problem is not of one night

समा रातोरात नही पनपी

िबजली कपिनयो और राजमाग परयोजनाओ को कई लाख करोड़ पय म का ऋण िदया गया ऐस ऋण ाय सीिमत ससाधन वाल

मान जात ह ोिक बको क पास इनक बदल म कोई सरा नही होती ह य ऋण राज िमलन क अिम अनमान पर िदए जात ह

िवकिसत दशो म ऐस ऋण दन क पहल कड़ी जाच िया अपनाई जाती ह तािक िकसी तरह का जोखम न रह भारतीय बक और

आरबीआई ऐसा वहार अपनान म नाकाम रह िमसाल क तौर पर 1000 करोड़ पय की लागत वाली राजमाग परयोजना को मजरी

िमलन क बाद उसकी सशोिधत लागत 1700 करोड़ पय कर दी गई बक बोड न बढ़चढ़ ऋण को मजरी दी यहा तक िक आरबीआई

की िनयामकीय जाच भी इस गड़बड़ी को पकड़ पान म नाकाम रही जािहर ह यह फस ए कज की शआत थी

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िबजली परयोजनाओ की बात कर तो बढ़ी ई पजीगत लागत स इतर यहा बको न एक थायी ऊजा आपित समझौत पर हार नही

िकए जबिक इसक िबना कोई िबजली परयोजना श नही की जा सकती िविच बात ह िक िबजली िवतरण कपिनयो क साथ ए कई

िबजली खरीद समझौतो (पीपीए) म गलत तरीक स ईधन म जोखम को िनजी उादको क हवाल कर िदए गए यह आम चलन क

िवपरीत था समझदारी का तकाजा ह िक ऐसी अथायी ईधन आपित वथा वाली परयोजनाओ को अवहाय माना जाए लिकन बक

उस मलभत गड़बड़ी स आख मद रह

परयोजनाओ को की गई ऐसी गरजवाबदह फिडग की भरपाई क िलए -अ सरकारी मदद क प म करदाताओ को 3 लाख

करोड़ पय स अिधक की धनरािश चकानी होगी दश भर म िबजली िवतरण कपिनयो को िदए गए बक ऋण की भरपाई क िलए भी

लगभग इतनी ही रािश का बोझ करदाताओ को वहन करना होगा

दश की तमाम िबजली िवतरण कपिनया साल दर साल नकसान म चल रही ह पहली बात व अपया ितधा और अपारदिशता क

चलत महगी िबजली खरीदती रही दसरा िबजली की भारी भरकम चोरी ई तीसरा नकसान की भरपाई उपभोाओ स नही की जा

सकती ह ोिक इसक राजनीितक और आिथक िनिहताथ ह बहरहाल बक लगातार इन िदवािलया होन क कगार पर पच चकी

िबजली िवतरण कपिनयो को कज दत रह ह और घाटा बढ़ता गया ह आरबीआई की जानकारी वाल ऐस कज को बिकग क मल

िसदघातो क ितकल माना जाना चािहए रोचक बात ह िक ऐस कज कवल सरकारी बको न िदए ह UDAY scheme and contribution to crisis

इसक बाद उदय योजना आई िजसक तहत िबजली िवतरण कपिनयो क कज को सबिधत रा सरकारो ारा वहन िकया जाना ह

जािहर ह इसम भी भगतान क काम जनता का ही पसा आना ह

क सरकार अपन बको का बचाव करदाताओ क पस स कर रही ह आरबीआई ऐसा होन द रहा ह

बिनयादी परयोजनाओ को िदए जान वाल ऋण क िनपटान को लकर कोई iumlता नही थी अब समा हो चक योजना आयोग न इस

िवषय म िवत ाव तयार करक आरबीआई को कहा था िक वह इस म अिम ऋण को लकर उिचत मानक तयार कर लिकन

तब तक काफी नकसान पहल ही हो चका था Way ahead

आज भी िनयामकीय ढाचा अपया नजर आता ह जािहर सी बात ह िक आरबीआई को बिकग िनयमन म ान और मता तयार करन की

आवकता ह उस यह तय करना होगा िक बको की मता और उनकी िया सरित और िकफायती हो

अलावा सिय ढग स िनगरानी रखन की भी आवकता ह अगर ऐसा नही िकया गया तो करदाताओ को इस िवफलता का बोझ बार-बार

उठाना पड़गा आरबीआई की मानिसकता को सबस बहतर एक लिटन अमरकी कहावत स बहतर समझा जा सकता ह िजसका अथ यह ह

िक िबी को मछली अी तो लगती ह लिकन वह अपन आपको गीला नही करना चाहती रजव बक को बिकग वथा की िनगरानी करना

पसद ह लिकन वह बिकग िनयमन म सधार करना नही चाहता आरबीआई को अब भावी शासन सिनित करन का अहम काम सभाल

लना चािहए

कारोबार का माहौल NITI AYOG REPORT NITI AYOG report lsquoEase of Doing business mdash An enterprise survey of Indian statesrsquo among other things said starting a business in India took longer than that estimated by the World Bank Navbharat_Times

सरकार आिथक िवकास क सपन जर िदखा रही ह लिकन इसक िलए जो उपाय िकए जान चािहए व उसस नही हो पा रह ह नीित आयोग

की रपोट lsquoEase of doing business ऐन एटराइज सव ऑफ इिडयन टसrsquo म बताया गया ह िक

आज भी दश म कारोबार क अनकल माहौल नही बन पाया ह नया कारोबार श करन म औसतन 118 िदन लगत ह तमाम तरह की

मजरया लन म दरी होती ह

िव बक की सालाना lsquoईज ऑफ डइग िबजनसrsquo रपोट म बताया गया था िक भारत म कारोबार श करन म मा 26 िदन लगत ह नीित

आयोग न आइडीएफसी इीट क साथ िमलकर यह सव तकरीबन पर दश म िकया ह

सव म छोटी-बड़ी 3276 कपिनयो स सवाल पछ गए आयोग का कहना ह िक सरकार को म सधार ज स ज करन होग कोई भी

शस िबना िकसी परशानी क अपना कारोबार श कर सक ऐस कदम उठान होग कारोबार दरअसल एक मानिसकता ह िजसका

दश म ाय अभाव रहा ह

इसका एक सामािजक पहल भी ह िजस पर बात नही होती दश म चिलत वण वथा म कारोबार का दािय एक जाित िवशष पर ही था

वण वथा क बधन ढील पड़न क बावजद समाज म उोग-ापार का काम कछ जाित समहो तक ही सीिमत रहा लोगो को िवरासत म

कारोबार िमलत रह समाज म ापार को बत अी नजरो स दखा भी नही जाता था सामती वथा म किष को सव माना जाता था

उसक बाद कारोबार का थान था जबिक नौकरी िनक मानी जाती थी लिकन सामती समाज क खा क बाद नौकरी पहल नबर पर चली

आई सरकारी नौकरी सान का सबस बड़ा जरया बन गई सबस िशित तबका िकसी सरकारी नौकरी म ऊचा ओहदा पान को अपना

ल समझन लगा कारोबार उसक िलए दोयम दज की ही चीज बनी रही

नौकरशाही और राजनीितक नत म कारोबारयो स अिधक स अिधक वसली करन का भाव रहा िलहाजा कारोबार म मदद करन स ादा

इसम रोड़ अटकान की वि ही दश पर हावी रही उदारीकरण क बाद थितया काफी हद तक बदली ह अब कारोबार को सान की

नजर स दखा जान लगा ह दश म कारोबारी माहौल बनन और सरकारी नौकरयो म कमी आन स उन जाित-समदायो क लोग भी कारोबार क

म आ रह ह जो हाल तक इस अपन दायर स बाहर मानत थ कई राो म अगर कारोबार का कोई माहौल नही ह तो इसका बड़ा कारण

ह वहा क थानीय लोगो और सरकारो म इसक ित उदासीनता क सरकार को लगातार ो-एव ख अपनाकर नए कारोबारयो को

ोाहन दना चािहए

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मबई का सकट

मबई म ई जोरदार बारश और समी ार न िमलकर िजस तरह वहा जनजीवन को परी तरह ठप कर िदया उसस िफर साफ आ िक

हमार महानगर कित की मार क आग िकस कदर असहाय ह Repeating the past mistakes

मबई न 2005 म बाढ़ का भयानक सकट झला ह उस साल एक घट म 944 िमलीमीटर तक बारश ई और लगभग परी मबई डब गई थी

लगता ह उसस कोई सबक नही िलया गया और भीषण बारश म शहर को सभालन क ठोस इतजाम नही िकए गए उस तबाही क बाद मबई

क ढाच को नए िसर स द करन क वाद िकए गए थ लिकन इस दाव की असिलयत मगलवार को सामन आ गई

मबई महानगर पािलका न पहल स तयारी की होती तो लोगो को इतनी ादा परशानी का सामना नही करना पड़ता उस अी तरह पता ह

िक बरसात क मौसम म हालात कभी भी गड़बड़ा सकत ह ऐस सकट स िनपटन क िलए जो ढाचागत इतजाम जरी ह उ हमशा आग क

िलए टाल िदया जाता ह

जस बारश क पानी को िनकालन क िलए जो ड नज िसम ह वह 25 िमलीमीटर ित घट की बारश झल सकता ह इसकी मता

बढ़ाकर 50 िमलीमीटर िकए जान पर काम श हो चका ह मगर क सरकार स 1600 करोड़ पय का फड आन क बाद भी यह

परयोजना िसफ 40 फीसद परी हो सकी ह

जमा ए पानी को बाहर िनकालन क िलए मबई म छह पिपग शन ह िपछल दो-तीन सालो म इन पर 12 सौ करोड़ पय खच िकए गए

ह िफर भी य जाम पड़ ह इसी तरह सीवर और नालो की सफाई म भी ढीलापन िदखता ह साई यह ह िक शहर का िनकासी त बहद

कमजोर ह

शहर क बीच स बहन वाली मीठी नदी एक नाला बनकर रह गई ह

कछ और निदया कचर और अितमण क कारण करीब-करीब न हो चकी ह 2005 क हादस क बाद कई सामािजक सगठनो और

कायकताओ न मबई म चल रह अवध िनमाण पर सवाल उठाया था लिकन सरकारो न इस पर कोई खास ान नही िदया

व आ गया ह जब इन गड़बिड़यो पर कोई स िनणय िलया जाए मबई को एक सम ड नज िसम की जरत ह इसकी लाइफलाइन

लोकल ट नो को बारश क मनजर एक नया प दन क बार म भी सोचा जाना चािहए ाकितक आपदाए आती रहगी उ रोका नही जा

सकता लिकन उनस बचन क िलए तयारी तो की जा सकती ह यह बात मबई क िलए ही नही अ शहरो क िलए भी सच ह तजी स बढ़ती

आबादी और जलवाय परवतन को ान म रखत ए सभी शहरो क ड नज िसम और कचरा बधन को नए धरातल पर ल जान की जरत

उभरत भारत म िवत तीय समावशन

िवत तीय समावशन (financial inclusion) एक ऐसा माग ह िजस पर सरकार आम आदमी को अथव यवस था क औपचारक माध यम म

शािमल करक ल जान का यास करती ह तािक यह सिनश िचत िकया जा सक िक अितम छोर पर खड़ा व यक ित भी आिथक िवकास क लाभो

स विचत न रह तथा उस अथव यवस था की मख यधारा म शािमल िकया जाए और ऐसा करक गरीब आदमी को बचत करन िविभन न िवत तीय

उत पादो म सरित िनवश करन क िलए ोत सािहत िकया जाता ह तथा उधार लन की आवश कता पड़न पर वह उन ही औपचारक माध यमो स

उधार भी ल सकता ह

िवत तीय समावशन (financial inclusion) का अभाव होना समाज एव व यक ित दोनो क िलए हािनकारक ह

जहा तक व यक ित का सबध ह िवत तीय समावशन क अभाव म बको की सिवधा स विचत लोग अनौपचारक बिकग स

जड़न क िलए बाध य हो जात ह जहा ब याज दर अिधक होती ह और ाप त होन वाली रािश काफी कम होती ह चिक

अनौपचारक बिकग ढाचा कानन की परिध स बाहर ह अत उधार दन वालो और उधार लन वालो क बीच उत पन न िकसी भी

िववाद का काननन िनपटान नही िकया जा सकता

जहा तक सामािजक लाभो का सबध ह िवत तीय समावशन क फलस वप उपलब ध बचत रािश म व होती ह

िवत तीय मध यस थता की दता म व होती ह तथा नए व यावसाियक अवसर ाप त करन की सिवधा ाप त होती ह

इस परथित म सरकार ारा ायोिजत सवसलभ बिकग णाली क कारण अिधक ितस पध बिकग परवश की तलना म ामीण

ो म अिधक आिथक िविवधीकरण म योगदान ाप त आ ह Financial Inclusion History

1980 और 1990 क दशको म श िकए गए ढाचागत समायोजन कायमो स िवत तीय बाजार क सधार क लाभ अनक

िवकासशील दशो म पच 20वी शताब दी क आरभ म भारत म बीमा कपिनया (जो जीवन बीमा और साधारण बीमा योजनाए

चलाती थी) और एक कायशील स टॉक एक सचज काम कर रहा था Is Financial Inclusion just limited to banking

िवत तीय समावशन का काय कवल बिकग सवाओ तक ही सीिमत नही ह बल िक यह समान प स बीमा इक िवटी उत पादो

और पशन उत पादो आिद जसी अन य िवत तीय सवाओ क सबध म भी लाग होता ह अत िवत तीय समावशन का अथ बिकग

सवा स विचत िकसी भी म स िथत िकसी शाखा म कवल एक बक खाता खोलना ही नही ह

आम आदमी को अथवस था की मख यधारा म शािमल करन स अनक अन य लाभ भी ह तथा इसस एक ओर जहा समाज म

कमजोर तबक क लोगो को उनक भिवष य तथा कष ट क िदनो क िलए धन की बचत करन िविभन न िवत तीय उत पादो जस िक

बिकग सवाओ बीमा और पशन उत पादो आिद म भाग लकर दश क आिथक ियाकलापो स लाभ ाप त करन क िलए

ोत साहन ाप त होता ह वही दसरी ओर इसस दश को पजी िनमाण की दर म व करन म सहायता ाप त होती ह और

इसक फलस वप दश क कोन-कोन स होकर धन क वाह स अथव यवस था को गित िमलती ह और आिथक ियाकलापो को

भी सवधन ाप त होता ह

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Benefit of Financial Inclusion

दश क जो लोग िवत तीय ष िट स मख यधारा म शािमल नही ए ह व ाय अपनी बचतअपना िनवश भिमभवन और बिलयन

आिद जसी अनत पादक आस ितयो म लगात ह जबिक िवत तीय ष िट स अथव यवस था की मख यधारा म शािमल हो चक लोग

ऋण सिवधाओ का आसानी स उपयोग कर सकत ह चाह व लोग सगिठत म काम कर रह हो अथवा असगिठत म

शहरी म रहत हो अथवा ामीण म स म िवत तीय सस थाए (एमएफआई) गरीब लोगो का आसान एव सस ती ब याज

दरो पर ऋण दन क सवािधक सलभ उदाहरण ह और इस म इन सस थाओ न अनक सफलताए ा की ह

िवत तीय समावशन स सरकार को सरकारी सब िसडी तथा कल याणकारी कायमो म अतराल एव हरा-फरी पर भी रोक लगान

म भी मदद िमलती ह क योिक इसस सरकार उत पादो पर सब िसडी दन क बजाय सब िसडी की रािश सीध लाभाथ क खात म

अतरत कर सकती ह वास तव म इसस सरकार को सब िसडी क िबल म लगभग 57000 करोड़ पय स भी अिधक की रािश

की बचत ई ह और इसस सब िसडी का लाभ सीध वास तिवक लाभभोगी तक पचना सिनश िचत आ ह

इस सरकार ारा िकए गए अनक उपायो म जम-जनधन आधार और मोबाइल सिवधा उपलब ध कराना सवािधक महत वपण ह

जनधन योजना- बिकग सवाओ की पच म व करन और यह सिनश िचत करन क िलए िक सभी परवारो क पास कम स कम

एक बक खाता हो धानमी ी नरन मोदी ारा 15 अगस त 2014 को स वतता िदवस क अवसर पर िदए गए भाषण

म धानमी जनधन योजना नामक राष ट ीय िवत तीय समावशन िमशन की घोषणा की गई तथा इस स कीम को 28 अगस त 2014

को औपचारक प म श िकया गया श िकए जान क एक पखवाड़ क भीतर ही रकाड सख या म बक खात खोल जान क

आधार पर यह स कीम िगनीज बक ऑफ वल ड रकॉड म अपना नाम दज करान म सफल रही अगस त 2017 क म तक इस

स कीम क अतगत 2948 करोड़ खात खोल गए जो एक बड़ी उपलब िध ह तथा इन खातो म स 1761 करोड़ खात ामीणअशहरी

ो और शष 1187 करोड़ खात शहरी ो म खोल गए

जनधन योजना क तहत खाता खोलन पर िमलन वाल अितरक त लाभ य ह िक ाहक को एक प डिबट काड जारी िकया जाता ह

िजसम 1 लाख पय का बीमा कवर िदया जाता ह इसक अितरक त खात को छ महीन तक सतोषजनक प म सचािलत करन

पर ाहक को 5000 पय की ओवर ड ा सिवधा दान की जाती ह ाहको को एक िवशष समय तक खाता खोलन क िलए

30000 पय का जीवन बीमा भी िदया गया ह यह स कीम बत सफल रही ह और इस स कीम क अतगत िदसबर 2016 तक

सवण िकए गए 2122 करोड़ परवारो म स 9999 ितशत परवारो को कवर िकया गया ह 44 लाख स अिधक खातो को ओडी

सिवधा मजर की गई ह िजसम स लगभग 300 करोड़ की रािश स 23 लाख स अिधक खाताधारको न इस सिवधा का उपयोग िकया

बीमा और पशन स कीम- सभी नागरको और िवशषकर गरीब और सिवधा रिहत लोगो को सामािजक सरा दान करन क िलए

वतमान सरकार न धानमी सरा बीमा योजना और धानमी जीवन ज योित बीमा योजना श की ह

पव की स कीम अथात धानमी सरा बीमा योजना (पीएमएसबीआई) 18 स 70 वष क आय समह को कवर करती ह और

कवल 12 पय वािषक क वहनीय ीिमयम पर 2 लाख पय का जोखम कवर दान करती ह इस ीम क तहत 12 अल 2017

क तक लगभग 10 करोड़ कल नामाकन दज िकए गए

बाद की स कीम अथात धानमी जीवन ज योित बीमा योजना 18 स 50 वष क आय समह को कवर करती ह िजनक पास बक

खात ह िकसी भी कारण स बीमाशदा व यक ित की मत य होन पर 2 लाख पय का जीवन कवर बीमाशदा व यक ित क आित को

दान िकया जाता ह इस ीम क तहत 12 अल 2017 तक लगभग 310 करोड़ स अिधक व यक ितयो का नामाकन िकया गया

अटल पशन योजना- यह स कीम 2015 म 18 स 40 आय वग क सभी खाताधारको क िलए श की गई और व पशन रािश क

आधार पर िभन न अशदान चन सकत ह इस स कीम क अतगत अिभदाता को मािसक पशन की गारटी दान की जाती ह और

उसक बाद उसक जीवन साथी को तथा उनकी मत य क बाद उनक बच चो को 60 वष की आय तक सिचत पशन कापस को

अिभदाता क नािमती को वापस कर िदया जाता ह क सरकार भी अशदान क 50 ितशत का योगदान करती ह बशत िक वह

1000 पय ितवष स अिधक न हो 31 माच 2017 तक लगभग 4680 लाख अनमोदनकता इस योजना क साथ जड़

वरष ठ पशन बीमा योजना व सभी अिभदाता िजन होन 15 अगस त 2014 स 14 अगस त 2015 तक वीपीबीवाई म अिभदान िकया

ह उन ह नीित क तहत 9 ितशत का सिनश िचत गारटी रटन िमलगा

धानमी मा योजना- यह स कीम गर-कारपोरट लघ व यापार को औपचारक िवत तीय सिवधा पच दान करन क िलए

अल 2015 म श की गई इस स कीम का मख य उश य भारतीय अथव यवस था क गर िवत तपोिषत को ोत सािहत करना एव

बक िवत तपोषण सिनश िचत करना ह मा योजना क तहत इसक ारभ स लकर 13 अग 2017 तक कल लगभग 8 करोड़ 70

लाख ऋण िदए गए िजसम स लगभग 6 करोड़ 56 लाख मिहलाए थी इस योजना क तहत लगभग 3 लाख 75 हजार करोड़ पए

(िजसम स लगभग 1 लाख 88 हजार करोड़ पए मिहलाओ को) की रािश क ऋण ीकत िकए गए िजसम स लगभग 3 लाख 63

हजार करोड़ पए (िजसम स लगभग 1 लाख 66 हजार करोड़ पए मिहलाओ को) क ऋण िवतरत िकए जा चक ह

अन य स कीम िजनम जीवन सरा बधन योजना सकन या सम योजना िकसान िडट काडसामान य िडट काड और

भीम ऐप शािमल ह

एटीएम और और व हाइट लबल एटीएम की नीितयो का उदारीकरण िकया गया ह एटीएम क नटवक का िवस तार करन क िलए

आरबीआई न गर-बक सस थाओ को एटीएम (व हाइट लबल एटीएम कहलाता ह) श करन की अनमित दी ह अभी तक दश म

6450 करोड़ डिबट काड म स प काड न बाजार िहस स म 38 ितशत (250 एमएम) की त वरत व की ह पीएमजडीवाई (170

िमिलयन) खाता धारको को काड दान िकए गए ह

आरबीआई क अनरोध पर वािणज ियक बको ारा िवत तीय उत पादो तक जनता की पच हत जागकता और िशा दान करन क

िलए िवत तीय जागकता क श िकए गए ह यहा आरबीआई की नीित ह िक िवत तीय समावशन िवत तीय सारता क साथ-साथ

चलना चािहए

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आधार और बक खातो की सहायता स त य लाभ अतरण एक बत बड़ी घटना ह जो जनता को नए खोल गए खातो क साथ

सिय और सपक म रखती ह

स टड-अप इिडया- एससी एसटी मिहला उिमयो ारा ीनफील ड उमो क िलए 10 लाख पय स 1 करोड़ पय तक क बक

ऋण और पारवारक सहायता दान करन क िलए श िकया गया अग 2017 क म तक 38477 ऋण धारको को लगभग

8277 करोड़ पए क ऋण िवतरत िकए जा चक ह िजसम स लगभग 31 हजार मिहलाओ को बाटी गई रािश 6895 करोड़ पए

थी

दश म िवीय समावशन को और अिधक मजबत करन क िलए सरकार न बको को ामीण ो म माइो एटीएम स थािपत करन

की सलाह दी ह परणामस वप- िदसबर 2016 तक 1 14 518 माइो एटीएम स थािपत िकए गए

वचर किपटल ीम इस ीम क तहत सरकार न अनसिचत जाितजनजाित वग क लोगो को रोजगार मागन क बजाए रोजगार

दन की िदशा म य करत ए इस ीम को ारभ िकया इस योजना म यो उिमयो को पहल 50 लाख पए स 15 करोड़

पए तक ऋण उपल कराया जाता था िजसकी सीमा बाद म 20 लाख पए स 15 करोड़ पए तक िनधारत कर दी गई इसम

सरकार न अनसिचत जाितजनजाित क लोगो को समथ बनात ए आिनभरता दान करत ए अ लोगो को रोजगार उपल

करान म सम बनान का काय िकया इसम 70 सथाओ क परयोजनाए मजर िकए एव 265 करोड़ पए क फड मजर िकए जा

चक ह और 40 सथाओ क ऋण िवतरत िकए जा चक ह उखनीय यह ह िक यह उमकम अपन साथ-साथ औसत 20-25

लोगो को रोजगार भी उपल करा रह ह इसम ाज की दर 10 ितशत स घटाकर 8 ितशत कर दी गई ह इस योजना का मल

म यह ह िक अनसिचत जाितजनजाित क लोग रोजगार आित न रहकर रोजगार उपल करान म सम बन

साराश

सरकार िवत तीय णाली म त यक परवार क समावशन क ल य क ित ितब ह तािक जनता दश क िवकास स ाप त िविधक

लाभो को ाप त कर सक और साथ ही जनता स जटाई गई िनिधया जो पहल औपचारक चनल म नही थी इ औपचारक चनल म

लाया जा सक िजसस दश की अथव यवस था को सबल ाप त हो और िवकास पथ शस त हो सक

बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

Rashtriya_Sahara उरी भारत म बाढ़ (flood) एक रा ीय िवपदा क प म गभीर समा पदा करत ए गरीबी सामािजक िवषमता बरोजगारी आिद लान की

भी मख वजह ह बाढ़ क बत सार कारण ह लिकन उनम मख कारण जलवाय और थलाकित ह ोिक भारत म करीब 1200 िमलीमीटर

क आसपास औसत वषा होती ह इसका 85 फीसद बरसात साल क तीन-चार महीनो यानी जन स िसतर क बीच म होती ह

कितक आपदा भारत की एक मख समा ह इसस सखा बाढ़ चवात और भकप आिद की समा स भारत िसत ह

करीब 85 फीसद भौगोिलक और 24 रा कोई-न-कोई आपदा स पीिड़त हो रहा ह

Flood वतमान समय म भारत की एक मख आपदा बन गई ह जो बत जी-जी आती ह और िजसस बत गभीर प स जानमाल

और धन की ित होती ह

पर उरी भारत म बाढ़ एक रा ीय िवपदा क प म गभीर समा पदा करत ए गरीबी सामािजक िवषमता बरोजगारी आिद लान म

मख भिमका अदा करती ह बाढ़ आन क बत सार कारण ह लिकन उनम मख कारण जलवाय और थलाकित ह ोिक भारत म

करीब 1200 िमलीमीटर क आसपास औसत वषा होती ह इसम 85 फीसद वषा तीन-चार महीनो म जन तथा िसतर क बीच म होती

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Urbanisation कछ सालो म बाढ़ हमार मगा िसटी की भी एक समा बन गई ह िजसम चई और अभी मबई इसका एक जीता-जागता

उदाहरण ह िबहार असम और उर दश तो ित वष इसस पीिड़त होत ह Flood a Natural Disaster

Flood मत ाकितक कारणो स हो सकती ह और मानवीय कारण स या दोनो क सामिहक सबध स हो सकती ह

िबहार व असम म जो बाढ़ आती ह वह उ भिम और िन भिम क सबधो का एक प ह जस-नपाल क पहाड़ी ो म वनो की

कटाई और मानवीय िया-कलापो म व क कारण रन अप (वाह की िदशा) अिधक होती ह जब एक साथ काफी माा म वषा होती

ह और नीच की भिम जो वनाािदत नही ह वह काफी तजी स निदयो की तरफ बढ़ती ह यह मॉनसन का एक म िबद ह

पहाड़ी ो म वनो की कटाई ओवरिजग (गहन चरागाही) क कारण भिम अपरदन रॉक फॉल (पहाड़ो का टटना) क कारण मलब क

प म जब जल वाह ो म होता ह तो सिडमटस लोड क कारण बाढ़ की समा उ होती ह

इसक साथ-साथ तटबधो क रख-रखाव म लापरवाही खराब ाकितक वाह पाली (ड नज िसम) क साथ-साथ िबहार की शोक

lsquolsquoकोसी नदीrsquo म धरातलीय कारण स निदयो क वाह म परवतन होता रहता ह तो वही मौसमी कारणो म अिधक वषा चवातीय

तफान बफ बारी और श ड आिद बाढ़ क म कारक ह

जलवायिवक कारको (हाइड ोलॉिजकल) म भिम मदा नमी भिमगत जल रवर बक (नदी िकनारो) म बदलाव आिद मख ह Human Role in Flood

बाढ़ आन क मानवीय कारको म

भिम क उपयोग म परवतन और निदयो क वाह को रोकना

ऊपरी ो म बहतर वाह पाली म कमी और बाधो स पानी को अचानक छोड़ दना-जो नपाल क कारण-आिद वजह पदा होती रहती

ही निदयोनालो म कड़ा-करकट भर दना भी एक मख वजह ह तो नगरो म बत ही खराब सीवर पाली का होना यहा एक चीज

बताना बत जरी ह िक पिमी दशो म ाम वाटर कट ोल क िलए अलग ड नज होता ह िजसकी हमार यहा कमी ह

सीवर पाली म अितमण क चलत शहर की हालत ादा खराब हो जाती ह िबहार की समा की असली वजह नपाल क पहाड़ी

ो म अिधक वषा व वनो का िवघटन और लोकल बाढ़ की समा स खद को बचान क िलए पानी छोड़ दना निदयो व नालो म

अितमण वाह पाली की कमी और समिकत भिम उपयोग िनयोजन की कमी ह What to be done

इसक िलए क और िबहार सरकार को कई ो म सधार लान होग हम नपाल स इस सबध म मॉनसन टाइम म नदी क जल क र

को मॉिनटर करन क िलएसय मॉिनटरग िसम अिधक स अिधक वन और वनितयो को लगाना शहरी ो म छोट-छोट नालो को

अितमण स बचाना बाढ़ स सबस ादा पीिड़त इलाको क िलए मानिच और सदर सवदन पाली (रमोट सिसग) और भौगोिलक

सचना पाली आिद का उपयोग करत ए माइो लवल पर मानिच तयार करन होग िजनस पता चल सक िक आध मीटर निदयो क

वाह म िकतना फल भािवत होगा

एक मीटर जलर उठान पर इस सबध म हम टोपोािफकल शीट िजसस धरातल की ऊचाई का भी पता लग सकता ह लाग कर सकत

ह लोगो को याद होगा िबहार म कोसी नदी म बत भीषण बाढ़ 2008 म आई थी जो बाध म कटाव स इतना िवकराल प धारण कर

िलया था िजसम 527 जान गई थी 19 हजार पशओ की मौत हो गई थी और करीब 2 लाख स ऊपर घरो को नकसान आ

जबिक 3 करोड़ स ादा लोग पीिड़त ए थ 2017 की बाढ़ म भी 500 स अिधक लोग मर चक ह यिद िनयत र पर डटा को दख

तो िजतन लोग आपदा स पीिड़त होत ह उनम 26 फीसद बाढ़ स होत ह और िजतनी आपदा घिटत होती ह उसम 43 फीसद बाढ़ ही

वजह होती ह

इसक अलावा हम मौसम क पवानमान की सटीक जानकारी म मददगार उपकरणो का इमाल करना होगा

क ीय जल कमीशन की िजदारी क साथ-साथ जनता म भिम उपयोग िनयोजन को ोािहत करत ए नय-नय जीिवका क साधनो को

भी बताना होगा जस अिधक जल भािवत ो म बास की खती को ोािहत िकया जाए िजसस लोगो को आय क साधन िमल सक

इसी तरह मजरपर स दरभगा का जो लबा च ह उस इलाक म मखाना की खती बड़ पमान म होती ह लिकन बड़ी समा उसक

सरण की ह इस सिवधा क अभाव म वहा क लोगो की आमदनी पर बरा असर पड़ता ह सरकार को इस िवषय पर सजीदगी स

िवचार करना चािहए

इसी तरह एक समय िबहार म साठी धान की खती का अा-खासा चलन था साठी धान जो 60 िदनो म तयार हो जाता था लिकन िपछल

कछ सालो म इसकी खती ख सी हो गई ह इस पर िकसी का भी ान नही ह इसकी खती को एक बार िफर स ोािहत करन की

जरत ह

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2019 तक अतररा ीय मानक (Basel standard of banking III) पर करन क िलए बको को 416

अरब पय स भी ादा पजी चािहए

बसल 3 बिकग मानको को परा करन क भारतीय बको को माच 2019 तक 416 अरब पय स भी ादा अितर पजी की ज़रत होगी

यह रक़म मौजदा बजट म सरकार ारा तय की गई 70 अरब पय की रक़म स कही ादा ह

िफच की रपोट म इस अनमािनत पजी का आकड़ा एजसी क िपछल अनमान स कम ह इसस पहल उसन 576 अरब पय स भी ादा

का आकड़ा िदया था इस कमी की वजह कज बाजार मव की रार का धीमा होना ह इस सबध म िफच न भारतीय ऋणदाताओ को

चतावनी भी दी थी उसन चताया था िक पजी बढ़ान क िलए बको क पास सीिमत िवक ह

भारतीय बको पर इस समय ऐस कज को लकर भारी दबाव ह िज वसलन म उ बत िदत हो रही ह िदसबर तक ऐस कज का

आकड़ा 960 अरब पय स भी ादा हो गया था इसका एकबड़ा िहा सरकारी बको का ह िफच क मतािबक लगता नही िक अितर

पजी को ीकित िमलन तक य बक इस मल स पीछा छड़ा पाएग

What is Basel standars of Banking बसल मानक बिकग और िवीय सथाओ को अतरा ीय र का प दन क िलए िनधारत िकए गए ह माना जाता ह िक इ परा करन

स बको को िवीय जोखमो स बहतर ढग स िनपटन औरअपनी थित को मजबत बनान म मदद िमलती ह इन मानको को टजरलड क ब

सल शहर म थत एक सिमित जारी करती ह

अथवथा म सधार क िलए मजबत हो दरसचार Business_Standard इसम दो राय नही ह िक दश की अथवथा कई िदतो स दो-

चार ह वह िदशाहीन और गितहीन भी हो चकी ह इसक िलए मौजदा सरकार क कछ कदम तो िजदार ह ही साथ ही कछ चीजिवरासत म

भी िमली ह उदाहरण क िलए िपछली सरकार क आसतोष घोटाल और िवप की िजद इसक िलए िजदार ह इसकी वजह स ससदीय

िया को ठस लगी इसक बाद आई नईसरकार भी हालात को उस कदर सभाल नही पाई जसी िक उसस अपा थी बहरहाल आरोप-

ारोप स कोई फायदा नही ह ब कोिशश यह होनी चािहए िक आग सधार को अजाम िदया जासक

What to be done कछ कदम ऐस ह िजनको ताल उठाए जान की आवकता ह लिकन हम शायद उनको टाल रह ह मलभत बिनयादी ढाचा हमारी ताा

िलक आवकता ह इसक अलावा सामािजक सथानोऔर नत को भी एकीकत करन की आवकता ह जरत इस बात की ह िक कछ

सामा वथाए िनिमत की जाए और सरचनाक उादक गितिविधयो को अजाम िदया जाए हालािक इसमसमय लगगा और ऐसा करना

आसान भी नही होगा

बिनयादी ढाचा म ॉडबड सबस जी और सबस तज ितफल दान कर सकता ह

इसक िलए ऐसी नीितया अपनानी होगी जो अपन आप पर थोप गए शासिनक ितबधो क बजाय मौजदा ससाधनो को उिचत पच द पा

ए इसक अलावा ऊजा पानी और सीवज तथा परवहनआिद क म काम करना काफी जिटल ह

इन कामो म पजी भी बत ादा लगगी इतना ही नही बहतर सचार सहयोग क साथ अ बिनयादी सिवधाओ का िनमाण और बधन

करना भी आसान हो जाएगा

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Is government doing something in this regard थम iumlया तो यही तीत होता ह िक सरकार ऐसा कर रही ह उदाहरण क तौर पर तीन महीन पहल एक अतर मालय समह (आईएम

जी) का गठन िकया गया िजस ऋण दरसचार कोिनजात िदलान सबधी हल सझान थ

अतरम रपोट स कोई अ सकत नही िनकलत इसम सझाव िदया गया ह िक िकसी बड़ नीितगत बदलाव की आवकता नही ह ो

िक सधार क सकत िमल रह ह दभा की बात ह िकआईएमजी की अितम अनशसा भी ऐसी ही ह उसन म और लाइसस श

भगतान को 10 वष क बजाय 16 वष कर िदया ह और ाज दरो म करीब 2 फीसदी की कमी कर दी ह बहरहाललाइसस श या

म श म कोई कमी नही की गई ह न ही समावशन क िलए म की सीमा िशिथल की गई ह अतरसबिधत श का िनधारण द

रसचार िनयामक ािधकरण (ट ाई)करगा और म नीलामी को अल 2018 क बाद अजाम िदया जाएगा परत अिधक नकदी और

अिधक ितधा वाल इस म पजी की आवकता को कछ और महीन तक टालन तथाअ ािवत उपायो स हालात म कोई ब

दलाव नही आएगा

ा इसस दरसचार म सधार आएगा मझ समत कई पयवको और सवादाताओ को लगता ह िक ऐसा नही होगा नीच दी गई वज

हो स यह उठता ह िक ा आईएमजी न अपनीअनशसाए परी जानकारी क आधार पर की या िफर ा उनको हकीकत का परा अ

दाजा था

बड़ बदलाव ो आवक कड़ नीितगत कदम उठान की ताल आवकता ह

टजी न सझाव िदया िक िवकिसत दशो की दरसचार सवा दाता कपिनयो का डाटा सवाओ पर मािजन नकाराक ह यह भारत क

िलए अहम ह ोिक एक तो हम नटवक और िडिलवरी म अहम वदिघ की आवकता ह दसरा यह वहाय ह और तीसरा इसक

बावजद इसम थािय ह और नकदी की आवक सकाराक ह

हकीकत यह ह िक पहल स सकट इस का राज सन 2016 म रलायस िजयो क आगमन क बाद तजी स िगरा ह इसक साथ

ही सरकार का लाइसस और म श भी कम आ हइस की बात कर तो रलायस िजयो न पर बाजार म उथलपथल मचान क

बावजद जन 2017 तक क छह माह क िलए कवल 4781 करोड़ पय की रािश लाइसस और म श क प मचकाई यह सवा

दाताओ क कल भगतान क एक फीसदी स भी कम था ोिक उसका राज कम रहा इसक िवपरीत भारती एयरटल न 290275 करो

ड़ पय वोडाफोन न 200525 करोड़पय और आइिडया सलर न 167767 करोड़ पय चकाए इस नीित न इस को बत बरी

तरह भािवत िकया ोिक राज और सरकारी सह म तजी स िगरावट आई इसस बिनयादीढाचा कमजोर पड़ा

यिप कवल उ सरकारी राज को मानक मानना भी ठीक नही ह

डड ऐड पअस की एक रपोट म राज म इस वष 10 फीसदी िगरावट का अनमान ह लिकन यह तो कवल एक पहल ह बाजार की

हालत लगातार खराब रहन वाली ह परचालन राज औरसरकारी सह म कमी उस भािवत करगी

इन तमाम वजहो स उोग की मता बरी तरह भािवत हो रही ह जबिक दश को बहतर दशन और पच की आवकता ह ोिक द

श म करीब 30 करोड़ डाटा ाहक ह पया नटवक पचका िनमाण करना होगा कवल तभी िशा ा और मनोरजन की सरकारी

और वािणक जरत परी की जा सक गी

कवल सरकार ही उिचत नीितया और िनयम िवकिसत कर सकती ह सन 1997-

98 म इस म ठहराव क बाद तालीन राजग सरकार न सन 1999 म दरसचार नीित की मदद स एक राजसाझदारी वथा की

थी शआत म सरकार की िहदारी बत ादा थी लिकन बाद म इसम कमी की गई और ितधा बढ़ाई गई मोबाइल टलीफोनी

म तज इजाफा आ और इसक साथही सरकारी राज भी बढ़ा ॉडबड म भी वसी तजी लान क िलए हम ताल कछ नीितगत कदमो

की आवकता ह

लागत कम करन क िलए बिनयादी सरचना साझा करना इसक िलए दो-

तीन कपिनयो का समह बन तािक ितधा हो इनकी िनगरानी सरकार क पास रह उदाहरण क िलए ीडन का 70फीसदी िहा ट

लीनॉर और एचआई3जी क साझा नटवक स आािदत ह इस बड़ शहरो क बाहर साझा िकया जाता ह साझा नटवक क िलए उपकर

ण उपल ह हम कवल नीितयो कीआवकता ह

म को एक साझा सावजिनक ससाधन बनाया जाए आविटत म क िलए लाइससशदा सवादाताओ और िविनमाताओ और ड

वलपरो को ितीयक पच (ाथिमक धारक को ाथिमकतादी जाती ह) उिचत राज-

साझदारी वाली कीमत पर दी जाए वह भी िबना श क इसकी शआत िबना इमाल क टीवी की बची ई ी सी स की जाए

वाईफाई क िलए विक मानको क अनप म आविटत िकया जाए

ऐसा करन स म और नटवक का अिधकतम इमाल सभव होगा यह आज की तरह किम ितबधो वाला नही होगा बहतर नटव

क और सवाओ स हम सभी लाभात होग इसक साथ हीसरकार का राज भी बढ़गा

निदयो को जोड़न म चनौितया कम नही भारत एक नदी मातक दश ह यहा की तमाम बड़ी-छोटी निदयो न ही अपन तटो पर यहा हजारो बरसो स नाना सताओ और परपराओ को

उपजाया व सीचा

First proposal of river linking जल का इस उपमहाीप क जीवन म मह समझकर सन 1858 म सर आथर थॉमस कॉटन नाम क एक अज इजीिनयर न

पहल-पहल सरकार को सझाव िदया था िक मानसन तो चार ही महीन का होता ह वह भी दविनभर उसक बाद यह महादश

लगातार बाढ़-सखाड़ स िकसी न िकसी इलाक म जझता रहता ह िलहाजा भारत की कछ बड़ी निदयो को ो न नहरो क जाल

की माफ त इस तरह स जोड़ िदया जाए िक एक साथ सार दश को हर मौसम म जीवन-यापन और खती दोनो क िलए पया

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पानी िमल सक उनक इस सझाव म दम था लिकन इसकी ािवत अिभयािकी का काम बत पचीदा और खचला

था 57वनी ाित की मार स उबर रही ििटश सरकार क िलए करन को तब और भी कई जरी शासकीय काम सर पर सवार

िदखत थ िलहाजा यह िवचार कागजो पर ही सीिमत रहा

After Independence कोई डढ़ सौ बरस बाद लोकतािक भारत म पानी की बढ़ती िकत क दबाव स इस िवचार को िफर सामन लाया गया पर इस

बार जब बात िनकली तो दर तलक गई कछ बड़ी बात सामन आईिजनक अनसार आज की बिनयादी तौर स बदल चकी

भौगोिलक राजनीितक और सामािजक परथितयो म यह मामला परवान चढ़ाना आसान नही होगा

Economic view point िफर च की भी बात ह दश क सार जल-ससाधनो की श बदलकर 30 बड़ी निदयो

और 3000 अ जलोतो को जोड़न वाली इस िवराट परयोजना को परवान चढ़ान क िलए कम स कम 15000 िकलोमीटर

नहर बनानी होगी इसका कल खच आकलन क अनसार कम स कम तीन िट िलयन डॉलर बठगा जो समयानसार और भी

बढ़ सकता ह ा यन-कन अथवथा को पटरी पर रखन क िलए िदन-रात जझ रहा दश इतना भारीभरकम य सह

सकता ह

इस सबक बावजद सरकार म योजना क परोकारो का कहना ह िक तमाम जोखमो क बाद भी नदी जोड़न वाली जल

वथा क तीन भारी फायद होग पहला फायदा यह करीब 8 करोड़ सात लाख एकड़ जमीन की िसचाई की वथा

सलभ कर दगा दो इसस बड़ पमान पर पनिबजली योजनाए चाल की जा सक गी िजनस हमार हर गाव को िबजली िमल

सकगी िफर सालाना जल की उपल भारत की दो बड़ी तकलीफो- सखाड़ और बाढ़ दोनो को भी कम करगी जो हर

बरस लाखो लोगो को दरबदर करती और भखा बनाती आई ह

इतनी बड़ी परयोजना एक ही तरह क न क तहत नही चलाई जा सकती इसक तीन बड़ भाग कर उनक िलए तीन तरह

क कायम बनान जरी होग एक भाग वह होगा जो दगम होत ए भी जलसप सार उर भारत की उन बड़ी निदयो

को जोड़गा िजन सबक गोमख िहमालय म ह पर उरी जल म िकसी भी तरह क हप स पहल दो पड़ोसी दशो-

नपाल और भटान को भी अिनवायत राजी करना होगा िजनस हम जल साझा करत आए ह भगभय ि स इस बहद

नाजक इलाक की लगातार िबगड़ती पयावरण दशा क मनजर िहमालय म पहाड़ो स िकसी तरह की बड़ी छड़छाड़ क

सभािवत सभी नतीजो पर भी सोचना होगा दसर िह म दिण भारत की 16 निदयो का आता ह जो उर की तलना

म कम जल ससाधनय रहा ह यहा की बड़ी निदया एकािधक राो स होकर बहती ह इसक मनजर योजना क तीसर

तथा खास पचीदा िह म अतरराीय जल बटवार तथा बाध िनमाण स जड नाजक मसलो को रखा गया ह िजन पर बत

समय स तिमलनाड व कनाटक महारा और गजरात राजथान और गजरात क बीच तनातनी चली आई ह

इस िबद पर गौरतलब यह ह िक निदयो को जोड़न की योजना का मल खाका बत पहल की भौितक थित और नदी जलर

पर बनाया गया था तब स अब तक ोबल वािमग तथा आबादी म बपनाह बढ़ोतरी स भारत म बत बड़ पमान पर तरह-तरह

क बदलाव आ चक ह उदाहरण क िलए 1901 स 2004 तक क कालखड क उपल मौसमी डाटा पर िकए (मबई तथा चई

क भारतीय ौोिगकी सथानो क समवत) शोध स यह जानकारी िमली ह िक सौ बरसो म दश की आबादी तो 32 करोड़ स

बढ़कर सवा सौ करोड़ हो गई लिकन उसी क साथ दशभर म होन वाली कल बारश19 फीसदी घट गई ह नतीजतन महानदी

तथा गोदावरी सरीखी दिणी निदयो क जो कभी अितर जल स सप थ उनम आज पानी की भारी कमी हो गई ह

उर म भी गगा यमना व प सभी क उम-ोत िशयर तजी स पीछ सरकत जा रह ह

River not unidimensional इसक अलावा एक बात और मल नदी जोड़ो योजना सार भारत भिम को एक सरीखा मानकर चलती ह जबिक भारत की

बनावट कही पहाड़ी ह तो कही मदानी हमारी तकरीबन सारी निदया ऊबड़-खाबड़ रतीली पथरीली हर तरह की भौगोिलक

जमीन स गजरती ह इसस उन सबक जल की कछ रासायिनक िवशषताए आ गई ह और उनक ही बत हर इलाक का अलग-

अलग िक का जलचर थलचर जीवन बना और वानितक िवकास आ ह निदयो को गर-कदरती तरह स जोड़न स जब दो

अलग तरह क जल िमलग तो हर नदी क िगद अनािदकाल स मौजद तमाम तरह की वनित और जलचरो म भारी भल-बर

बदलाव आ सकत ह और वािनक कहत ह िक उनक बार म अभी कोई अदाजा लगाना किठन ह उधर लगभग 2766 लाख

एकड़ डबन स कोई 15 लाख की आबादी भी बघर हो जाएगी उदाहरण क िलए कन तथा बतवा निदयो को ल िजन पर काम

जारी ह उनको जोड़न क दौरान उस इलाक की 5500 हयर जमीन डब म आएगी इसस पा का अभयार दभािवत

होगा और वहा क सरित बाघो क साथ दोनो निदयो क दलभ होत जा रह घिड़यालो और मछिलयो की जाितयो क ल होन

की भी आशका बनती ह

Political Opposition राजनीितक चनौितया भी कम नही पानी की लगातार बढ़ती कमी न जल बटवार क म को राजनताओ क ीय वोटर समहो

की ति क िलए बत महपण बना डाला ह उर दश और म दश तिमलनाड और कनाटक सभी सशक ह सिवधान

क तहत चिक जल ससाधनो पर अितम राजकीय हक रा सरकारो क पास होता ह तो िजस भी रा को लगगा िक नदी जोड़न

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स उसक लोगो क िलए पानी कम हो जाएगा व तरत योजना पर अड़गा लगा सकत ह कल िमलाकर नदी जोड़ो योजना की

िजतनी तारीफ की गई ह वह उसक लायक नही सािबत होती कम स कम अपन मौजदा न क तहत

भजल र (Ground water level) म लगातार िगरावट भजल र म लगातार हो रही िगरावट क बीच हाल म ए एक शोध म इसक तजी स दिषत होन क बार म भी पता लगा ह

इिडया साइस वायर की एक रपोट क मतािबक भारतीय और ििटश वािनको ारा िकया गया यह शोध बताता ह िक भजल

म नाइट ट ोराइड ोराइड आसिनक सीसा सलिनयम और यरिनयम जस हािनकारक तो की माा लगातार बढ़ती जा

रही ह इसम िवदयत चालकता और लवणता का र भी अिधक पाया गया ह शोधकताओ क अनसार भजल म सलिनयम की

माा 10-40 माइोाम ित लीटर और मॉिलडनम की माा 10-20 माइोाम ित लीटर पाई गई ह इसक अलावा इसम

लगभग 09-70 माइोाम ित लीटर यरिनयम की साता होन का भी पता चला ह शोधकताओ क मतािबक इस अयन म

जलभत (एाफर) क ऊपरी 160 मीटर िह म मौजद तो का रासायिनक िवषण िकया गया ह अयन म किष

शहरी ामीण और म मदानो समत कल 19 अलग-अलग तरह क ो की भिम शािमल थी इन भागो म उथल (0-50 मीटर)

और गहर (60-160 मीटर) एाफरो स जल क नमन एक करक भजल दषण का अयन िकया गया जलभत या एाफर

ा ह पी की सतह क भीतर थत उस सरचना को एाफर कहत ह िजसम मलायम चानो और छोट-छोट परो क बीच

म भारी माा म जल भरा रहता ह एाफर की सबस ऊपरी परत को वाटर-लबल कहत ह सामातः भजल एाफर म

ही पाया जाता ह हािनकारक त भजल तक पचन क कारण सबस मख कारण भिमगत जल क अधाधध दोहन

रासायिनक उवरको क उपयोग और सतह पर औोिगक कचरा बहाए जान को मानत ह वािनको न इस बात क भी

माण िदए ह िक मानव-जिनत और भ-जिनत हािनकारक त तलछटीय एाफर त स होकर गहर एाफरो म पच रह ह

लगातार दोहन स भजल का र िगरता ह िजसस उथल या ऊपरी एाफ़रो की खाली जगह म हवा भरन स उसम ऑीजन

की माा बढ़ जाती ह इस ऑक भजल कहत ह ऑक भजल क कारण नाइट ट या नाइट ाइट का गसीय नाइट ोजन म

परवतन सीिमत हो जाता ह इसस उथल भजल म सलिनयम और यरिनयम जस तो की गितशीलता बढ़ जाती ह वही गहर

एाफ़रो तथा शहरी क उथल एाफ़रो म िमलन वाली यरिनयम की अिधक माा का सबध उ बाइकाबनट य जल

स पाया गया ह अयनकताओ का कहना ह िक शोध स ा परणाम उर-पिम भारत म भजल क बधन क िलए

महपण सािबत हो सकत ह लिकन भजल म सलिनयम मॉिलडनम और यरिनयम जस खतरनाक तो का अिधक माा म

िमलना काफी ादा िचताजनक ह ोिक गहर एाफरो क दिषत होन पर भजल की गणवा सधरन म बत समय लग

जाता ह यानी यह और भी बड़ी चतावनी ह ोिक भजल का र तो िगर ही रहा ह बचा आ भजल भी खतरनाक प स

दिषत हो रहा ह

भारत म पषो क मकाबल मिहलाओ की बरोजगारी (Women Unemployment) अचानक ो

बढ़न लगी ह िव बक न भारत म रोजगार क अवसरो पर हाल ही म एक रपोट जारी की ह इस रपोट स खलासा आ ह िक

भारतीय अथवथा म िवकास क दौरान मिहलाओ क िलए पया सा म रोजगार पदा नही हो रह ह सबस चौकान वाली बात

ह िक बीत सालो म कामकाजी मिहलाओ की सा म तजी स िगरावट आई ह इस समय ामीण और शहरी की िसफ 274

ितशत मिहलाओ (कामकाजी उ की) क पास रोजगार ह जबिक एक दशक पहल यह आकड़ा 43 ितशत था भारत क मकाबल

मिहलाओ क रोजगार की थित िसफ पािकान (25 ितशत) और अरब दशो (23 ितशत) म खराब ह वही दसरी तरफ नपाल म

80 ितशत मिहलाओ क पास रोजगार ह चीन म 64 बाादश म 574 और अमरका म 563 ितशत मिहलाओ क पास रोजगार

ह भारत म इस थित क पीछ कई कारण हो सकत ह जस कहा जा सकता ह िक यहा मिहलाए नौकरी की तलना म पढ़ाई को

ादा तवो दती ह हालािक आकड़ बतात ह िक हर शिक र पर मिहलाओ म बरोजगारी ादा ह हमार यहा चिलत जाित

वथा को भी इसकी वजह नही बताया जा सकता ोिक दिलतो स लकर ऊची जाित की मिहलाओ तक म बरोजगारी की

समा कमोबश एक जसी ही ह इसी तरह ववािहक थित भी इसक पीछ नही हो सकती ोिक अिववािहत और िववािहत दोनो

िणयो म बरोजगार मिहलाओ की सा बराबर ह Reason for this इसकी एक वजह शारीरक म या मिहलाओ क कामकाज को

लकर हमार समाज म फला दराह जर हो सकता ह परवारो म जस ही आमदनी बढ़ती ह आमतौर पर मिहलाओ का घर क

बाहर जाकर काम करना बद हो जाता ह वस भी 2006 स 2014 क बीच ामीण ो म मजदरी की दर म बढ़ोतरी ई ह वही

कामकाजी थलो पर बढ़ती असरा न मिहलाओ स उन रोजगारो को छीनन का काम िकया ह जहा दर रात तक काम होता ह

हालािक िवबक की इस रपोट म मिहलाओ की बरोजगारी का आकड़ा ादा िदखन का एक कारण और हो सकता ह कई

मिहलाए उन ो म काम करती ह िजनक आकड़ इस रपोट म शािमल होना मल ह जस िसलाई-कढ़ाई का काम पपर बग या

अचार बनान का काम य अनौपचारक काम वस ही ह जस हमार यहा मिहलाए दसर घरल काम करती ह या बो और बजग की

दखभाल करती ह इस सबक बावजद अगर मिहलाओ क िलए रोजगार क अवसर कम हो रह ह तो इसकी मल वजह यही ह िक

कल रोजगार की व दर म िगरावट आ रही ह 2001 स 2011 क बीच यह सालाना दो ितशत थी लिकन अब एक ितशत पर आ

गई ह यानी कम स कम नौकरया पदा हो रही ह और जािहर ह िक इन पर पहल पष का जमा रह ह इन हालात को सधारन

का यही तरीका ह िक ादा स ादा और अी स अी आमदनी वाल रोजगार क अवसर पदा िकए जाए Robot Are they dangerous for Jobs Robot आज की हमारी दिनया म आशा और आशका दोनो का एक बड़ा ोत बन

ए ह जहा एक तरफ उनस िमलन वाली सिवधाए हम आक कर रही ह वही दसरी तरफ यह खतरा भी मह बाए खड़ा ह िक य हमार

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यवाओ स रोजगार क मौक छीन लग इसी सदभ म सय रा की एक ताजा डी रपोट न सबका ान खीचा ह जो बता रही ह िक bull

रोबॉट स खास डरन की जरत नही ह bull इस रपोट म िविभ दशो क अनभव क आधार पर िदखाया गया ह िक रोबॉट इसानी म श

क िलए नकसानदह नही सािबत होत bull चीन औोिगक रोबॉटो की सा क मामल म दिनया म दसर नबर पर आता ह इसक बावजद वहा

िपछल दस वष म नतम मजदरी डढ़ गना बढ़ गई ह bull जमनी और मको जस दशो म भी ऑटोमशन क कारण रोजगार घटन क

बजाय बढ़ ह कई दशो म रोबॉट क चलत बाहर स काम क ऑडर आन लग ह गौरतलब ह िक िफलहाल रोबॉट का ताप ादातर

िवकिसत दशो म ही िदखता ह 60 फीसदी रोबॉट िवकिसत दशो म ह ोबल शयर का 43 फीसदी तो कवल तीन दशो अमरका जमनी

और जापान म ह भारत िफलहाल इसम कही नही ह लिकन धीर-धीर ही सही इस भी उस तरफ बढ़ना ही ह इसीिलए इसस जड़ी आशाए

और आशकाए इसक िलए भी महपण ह मगर माक की बात यह ह िक ऐसी कोई एक डी इस बार म अपनी राय थर करन का आधार

नही बन सकती परर िवरोधी बात कहन वाली कई डी आती रही ह और अभी आएगी वजह यह ह िक अभी हमारी दिनया इस नई

वि को समझन की िया म ह इसिलए सबस अी बात यही हो सकती ह िक हम भी अपनी आशाओ और आशकाओ को एक तरफ

करक इस समझन की कोिशश कर डरन की जरत इसिलए नही ह िक जसी भी तकनीक हो इस इसान न ही बनाया ह और इसान ही इस

इमाल भी करन वाला ह इसिलए एक बार इसकी खिबयो-खािमयो को अ स समझ िलया तो िफर इसक इमाल का सव तरीका

तय करन म भी हम िदत नही होगी

िनयात बन सकता ह िवकास का इजन यकीनन दश क िनयात म सधार क कछ सकत उभरकर सामन आए ह

bull वािण मालय क 15 िसतबर को जारी आकड़ो क अनसार िनयात म अग 2017 क दौरान शानदार तजी दखी गई और इस दौरान

िनयात 1029 फीसदी बढ़कर 2381 अरब डॉलर पच गया

bull जबिक इसस िपछल साल की समान अविध म 2159 अरब डॉलर का िनयात आ था

bull इस वष माच क बाद स िनयात म लगातार चार माह तक िगरावट दखी जा रही थी इसी तरह चाल िव वष 2017-18 म अग तक कल

िनयात 857 फीसदी बढ़कर 11857 अरब डॉलर रहा जो िपछल साल की समान अविध म 10921 अरब डॉलर था नए आकड़ो स पता चलता

ह िक िनयात क मख 30 ो म स कवल चार म ही नरमी दज की गई इजीिनयरग क साथ-साथ परधानो और फामा क िनयात भी

बढ़ ह

Export amp Manufacturing Synergy वत िनयात म नए सकन क बाद भी दश म िनयात बढ़ान की चनौती कम नही ई ह िनयात को बढ़ावा दकर

िविनमाण की व दर को गित दी जा सकती ह चाल िव वष की पहली ितमाही म मौजदा दाम पर जीडीपी क

अनपात म िनयात 182 ितशत रहा जो िव वष 2016-17 की समान ितमाही म 193 ितशत था यिद हम िपछल दो

वष क िनयात पर को दख तो पात ह िक विक िनयात माग कम होन स वष 2015-16 म दश स कल 269 अरब

डॉलर म की वओ का िनयात िकया गया जबिक वष 2016-17 म िनयात का म 274 अरब डॉलर रहा आकड़

बता रह ह िक वष 2014-15 म िनयात 310 अरब डॉलर रहा था िनयात की चनौती और बढ़गी ोिक िव ापार

सगठन क िनयमो क मतािबक वष 2018 तक भारत को िनयात को सडी दना बद करना होगा सचमच मद होती

विक अथवथा म िनयात म बढ़ा ल ा करना मल िदख रहा ह ऐस म वतमान चनौती का सामना करन

क िलए नीित आयोग क सधारवादी एजड पर ान दन की जरत ह िजसम िविनमाण छोट व मझोल उोग और

िनयात को बढ़ावा दन क िलए सरकारी नीितयो की अहम भिमका बताई गई ह

Increasing Competition from other Developing Countries भारतीय िनयातको क सगठन िफयो का कहना ह िक बाादश िवयतनाम थाईलड जस दशो न अपन िनयातको को पया सिवधा दकर

भारतीय िनयातको क सामन कड़ी ितधा खड़ी कर दी ह िनयातको का कहना ह िक जीएसटी रफड लन म किठनाई आ रही ह सरकार

न रफड दावज फाइल करन की ितिथ बढ़ा दी ह िनयातको को पहल उन वओ क श म आयात की अनमित थी िजनका इमाल

व िनयात क िलए माल तयार करन क िलए करत थ लिकन जीएसटी क बाद श का भगतान करना होगा और बाद म रफड क िलए

आवदन करना होगा पय की तजी स बढ़ी मजबती और ऊची कीमत स िनयात बाजार म भारत की ितधा मता कम ई ह

सरकार का ल 2022 तक िकसानो की आय दोगना करना भी ह इसक िलए किष िनयात भी बढ़ाना पड़गा जािहर ह नए वािण मी की

चनौितया कम नही ह इसम िनयात व क दीघकािलक यासो क तहत िनयात कारोबार का कमजोर बिनयादी ढाचा सधार अहम ह

खासतौर स समी ापार स सबिधत बिनयादी ढाच पर िवशष ान दन की जरत ह साक क पड़ोसी दशो और अफगािनान म भारत क

िनयात बढ़न की सभावनाए ह ि दशो और ामार व मलयिशया सिहत आिसयान दशो को भी िनयात बढ़ सकता ह

पयावरण सरण को रोजगार स भी जोड़गा सीपीसीबी क ीय वन एव पयावरण मलय क अधीन क ीय

दषण िनयण बोड (सीपीसीबी) न इस िदशा म अत ही महाकाी योजना तयार की ह Background वाय जल व कचरा

दषण न कवल िदी-एनसीआर ब दश भर म गभीर समा बन गया ह िदन ित िदन समा िवकराल होती जा रही ह

लिकन गाइडलाइस होन क बावजद िशित पयावरण हरी न होन स इस बाबत कछ ठोस काम नही हो पा रहा बात चाह

औोिगक ो क ट ीटमट ाटो (एसटीपी) क रखरखाव की हो या वाय दषण िनयण उपकरणो क सचालन और िविभ कार

क कचर क िनारण की अममन यही बहाना बना िदया जाता ह िक िशित ाफ नही ह इसी थित क मनजर सीपीसीबी न

अब अपन र पर यवाओ को उ तीनो ो म िशित करन की योजना बनाई ह

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What is the plan इसक तहत 10वी या 12वी पास 18 स 30 साल क यवाओ को तीन माह या 360 घट का ावहारक िशण

िदया जाएगा इस योजना को धरातल पर लान क िलए सीपीसीबी न इक पयावरण िशण सथानो और एजिसयो स ऐसा

अशकािलक िशण दन क िलए 15 िदनो क भीतर कोस मोल शल फ की िशण क ो तथा सथागत ढाच की

जानकारी मागी ह इसक बाद सीपीसीबी योजना का परा मसौदा तयार कर िवीय मजरी क िलए पयावरण मलय को भजगा

मलय की हरी झडी िमलत ही िदी -एनसीआर एव दश भर क आचिलक कायालयो को पयावरण दषण िनयण क इस

िशण की योजना को ारभ करन क िनदश जारी कर िदए जाएग

छोट उोगो की िचता कर सरकार Dainik_Jagran क सरकार न मन बनाया ह िक वतमान म गहरा रही आिथक सी को तोड़न क िलए सरकारी खच म व की जाएगी सरकार क इस मत

का ागत ह परत यह कदम सफल तब ही होगा जबखच की िदशा आम आदमी की ओर होगी सरकार को चािहए िक वह खच बढ़ाए

आम आदमी क िलए रोजगार बनाए और अथवथा को पन पटरी पर लाए सरकार इस िदशा म सोच रही ह तोयह सता का िवषय ह

मदी का एक

और कारण ह ऑटोमिटक यानी चािलत मशीनो स उादन सरकारी नीित ह िक आधिनक ऑटोमिटक मशीनो स उादन को ोाहन

िदया जाए िजसस हम िवकिसत दशो कीबराबर गणवा वाला माल बना सक लिकन हमार दश की परथित अलग ह यहा बड़ी जनसा ह

िजस रोजगार उपल कराना ह वतमान म रोजगार की िदशा िवपरीत ह

Decreasing wages of labours िवषको का मानना ह िक वष 2013 स िमको की वािवक िदहाड़ी म िगरावट आ रही ह िदहाड़ी म िगरावट का अथ ह रोज

गार कम बन रह ह और म की माग कम हो रही ह म की माग कमहोन का मख कारण ऑटोमिटक मशीनो का उपयोग ह

इन मशीनो का दभाव छोट उोगो पर भी पड़ता ह ऑटोमिटक मशीनो क उपयोग स बड़ी कपिनयो का माल स म उपल

हो जाता हऔर छोट उोग िपटत ह पहल हर छोट शहर म डबलरोटी बनान क कारखान होत थ अब बड़ शहरो म ऑटोम

िटक मशीन स बनी डबलरोटी की आपित हो रही ह छोट कारखान बद हो रह ह इससमा का िनवारण िवशष कार क सर

कारी खच म व स ही हो सकता ह जस बलट ट न म सरकारी खच िवत अथवथा क िलए लाभकारी ह परत छोट उो

गो क िलए वह िनभावी होिक आमतौर पर उ अहमदाबाद स मबई कम ही जाना होता ह

Investment to boost Micro small amp Medium Enterprises यही िनवश यिद छोट शहरो म सड़क िबजली और इटरनट उपल करान म िकया जाता तो इसका छोट उोगो पर सकारा

क भाव पड़ता जस गाव की सड़क सधर जान स दध वाल क िलए दधको शहर पचाना आसान हो जाता और वह ऑटोमिटक

डरी स ितधा म खड़ा रह सकता ह तब आम आदमी की आमदनी बढ़ती बाजार म माग बढ़ती और मदी छट सकती थी इ

सिलए कवलसरकारी खच बढ़ान स मदी नही टटगी मदी को तोड़न क िलए आम आदमी क िहत स जड़ खच को बढ़ाना होगा

मदी जस हालात क िलए तीसरा कारण नोटबदी और जीएसटी ह सरकार का उ ह िक अथवथा म कालधन क चलन पर

रोक लग यह पणतया ीकाय ह नोटबदी क कारण उपभोाओका मा पर िवास िहल गया ह गहिणया कछ रकम नकद

म छपा कर रखती ह तािक जरत पड़न पर उ िकसी स याचना न करनी पड़ उनक ारा वष स सिचत यह रकम उनकी अ

लमारी सिनकल कर बक म जमा हो गई गहिणया खद को असरित महसस करन लगी ह

उोन पन बचत करक धन सचय करना श िकया ह और ताािलक खच म कटौती की ह इसस बाजार म माग घटी ह दो

बारा दो हजार पय क नोटो का सचय करन म उ भरोसा नही रहगया ह उ डर ह िक सरकार पन इन नोटो को बद कर स

कती ह इसिलए उोन सोना खरीदना श कर िदया ह यही कारण ह िक िपछल वष क बिनत दश म इस साल सोन की मा

ग दोगनीहो गई ह सोन की खरीद स दश की आय दसर दशो को जा रही ह जहा स हम सोन का आयात कर रह ह इसस दश

की अथवथा उसी तरह कमजोर हो गई ह जस कार क टायर म हवा कम होनस वह धीर चलन लगती ह

नोटबदी और जीएसटी का छोट उोगो पर िवपरीत भाव पड़ा ह छोट उोगो का सचालन म प स नकदी म होता था ज

स वाराणसी का बनकर साड़ी नकद बचता था नोटबदी क कारण छोटउोगो का ढाचा दबाव म आ गया ह इस अविध म उन

क कछ ाहक थाई प स दसर माल को पसद करन लग जस बनारस की साड़ी दो माह तक उपल न होन क कारण दका

नदार न थाईप स सरत की साड़ी बचना श कर िदया जीएसटी क चलत छोट उोगो पर महीन म तीन रटन भरन का बो

झ आ पड़ा ह इसस उनकी बड़ उोगो स ितधा करन की मता घटी ह तमामछोट उोगो क मािलको और किमयो की

आय घटी ह िजसक कारण बाजार म माल की माग घटी ह माग म यह िगरावट परी अथवथा म फल गई ह िबल वस ही

जस पानी पर तल फलता ह

नोटबदी और जीएसटी स आई मदी का हल सरकारी खच म व स हािसल नही होगा सरकारी खच बढ़ान स छोट उोगो को

राहत कम ही िमलगी ोिक सरकार ारा बड़ी फ यो ारा उािदतमाल को अिधक खरीदा जाता ह इन समाओ का हल

ह िक सरकार जनता को आ कर िक नोटबदी दोबारा नही की जाएगी साथ ही छोट उोगो क िलए जीएसटी को सरल बना

या जाए मदीपर हार करन का यह मख उपाय ह सरकार को चािहए िक वह आम आदमी क िलए िहतकारी बिनयादी सरच

ना जस झी तक सड़क िनमाण म खच बढ़ाए तो भी मदी टट सकती ह इ िजतनीजी अपनाया जाए उतना ही बहतर होगा

आखर पयावरण इतना मायन ो रखता ह

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Business_Standard करीब दो दशक स भी ादा व हो गया जब सव ायालय न सरकार को िनदश िदया था िक वह दश भर क कॉलजो म

पयावरण को एक अिनवाय िवषय बनाए काफी यासो क बाद िविवालय अनदान आयोग (यजीसी) न इस पाम क िलए

ापक िवषय सची तयार की ातक र क अयन क िलए इस अिनवाय बनाया गया लिकन छाो क कछ पाम म

इसकी महा काफी कम रखी गई Need to understand Importance of Environment सच तो यह ह िक हम सब पयावरण क यग म जी रह ह यह एक ऐसा यग ह िजसम मनो का दबदबा ह और उोन पयावरण को काफी हद

तक भािवत िकया ह विक र पर दखा जाए तो यह बात ह िक जलवाय परवतन हो रहा ह और इसन अथवथाओ और आम

लोगो दोनो को असरित िकया ह मौसम म बदलाव और अिधक िविच तथा अितरिजत प लता जा रहा ह और ऐस म तफान समी

तफान सख और बाढ़ की घटनाए भी बढ़ रही ह जलवाय परवतन इसिलए पदा आ ोिक मन क ईधन उोगो घरो आिद स होन वाल

उजन न वातावरण म काबन बढ़ाया इसिलए हम ही यह सबक सीखना होगा िक कस िबना िवनाश क भिव का िनमाण िकया जाए

यही वजह ह िक हम पयावरण की अहिमयत को भी समझना होगा इसका ताक हमारी अथवथा स ह हमार अ स ह और हमारी

बहतरी स ह पयावरण अब बीत िदनो की िचता नही रह गया ह हम यह समझना होगा िक पयावरण हमार िवकास की अवधारणा क क म

ह यह िवकास समावशी होना चािहए ोिक कवल तभी यह थािय भरा हो सकगा

Importance of Environment Education पयावरण क बार म पढऩ और पढ़ान का अथ ह हमारी िजदगी क हर पहल क बार म पढऩा और पढ़ाना हम यह सबध थािपत

करना होगा पयावरण सबधी अयन दिनया भर क िवषयो का िहा ह रसायन शा स लकर भगोल और इितहास तक यह

हमारी िजदगी स जड़ा आ ह पयावरण िशा का सबस अा तरीका यह ह िक हम अपन आसपास की घटनाओ स िशा लत

रह

पयावरण सबधी अयन कभी िकताबी अयन बनकर नही रह सकता ह ब इस समझन क िलए वािवक जीवन स जड़ी

घटनाओ का अयन अापन और उनकी जिटलताओ को परी समता म समझना आवक ह पयावरण बधन की समा

का कोई एक हल नही ह कछ परथितयो म लाग होन वाली बात अ परथितयो म नही लाग होती ह इसक अलावा कई

बार हम एक समा का हल तलाश करत ह लिकन तब तक दसरी समा सामन खड़ी हो जाती ह पयावरण को समझन क

िलए यह आवक ह िक हम सवाल पछना श कर हम परी िवनता स यह ीकार करना होगा िक हम पयावरण को अी

तरह नही समझत ह और हम परी िजासा स सवाल पछन होग

Developed world amp Environment जरा सम दशो क शहरो म वाय दषण िनयण पर नजर डाल िवय क बाद क दौर म आिथक व क यास म दषण को िनयित

करना मल बना रहा लदन स लकर टोो और यॉक तक ऐसा ही था इस बीच जब नागरको म पयावरण को लकर जागकता बढऩ

लगी तो इन शहरो न वाहनो और ईधन क म नई तकनीक म िनवश करना श िकया सन 1980 क दशक क म तक दषण सकतक

यह बतात रह िक य शहर ह परत सन 1990 क दशक क आरभ म दषण क आकलन क तरीको म गित ई तब वािनको न माना

िक दषण क िलए व छोट और महीन कण उरदायी ह िजनका आकलन नही हो पा रहा था य सास क माम स अदर जात थ और हमार

फफड़ो तथा र सचार को भािवत करन की हिसयत रखत थ इसकी सबस अहम वजह था वाहन उोग ारा इमाल िकया जान वाला

डीजल यही वजह ह िक वाहन और ईधन तकनीक म नवाचार आरभ आ इसस डीजल म सर की माा कम की जा सकी और वाहनो स

िनकलन वाल कणो की रोकथाम सभव ई यह माना जान लगा िक नई तकनीक न दषण पर िनयण पान म कामयाबी हािसल कर ली ह

परत ऐसा कछ नही आ अब वािनको को पता चल रहा ह िक उजन-ईधन स जड़ी तकनीक अिधकाश दषक कणो को रोक लता ह

उनका आकार कम कर दता ह लिकन उजन का र बढ़ता ही चला जा रहा ह ोिक कई कण अत छोट होत ह इ ननोपािटिक

कहा जाता ह और इनका आकलन ननोमीटर म िकया जाता ह यह माप एक मीटर क सौ करोड़व िह क आकार की होती ह वािनको का

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कहना ह िक य कण कही अिधक घातक हो सकत ह ोिक य मानव शरीर को आसानी स भदन की मता रखत ह इसस भी बरी बात यह ह

िक ौोिगकी न इन कणो की माा तो कम कर दी ह लिकन वाहनो स समान प स घातक नाइट ोजन ऑाइड का िनकलना जारी ह

एक कट त और ह दिनया क जो दश अमीर ह उोन शायद अपन शहरो को साफ कर िलया होगा लिकन उोन जो उजन िकया ह

उसन परी दिनया की जलवाय को जोखम म डाल िदया ह इसक चलत लाखो लोगो क िलए जोखम उ हो गया ह जो पहल स कमजोर थ

व और पीिडत हो गए इस तरह समा विक हो चली ह िबगड़त हालात न कमजोर दशो की वदिघ क िलए मल खड़ी की ह

यही वजह ह िक दिनया म ऐसा कोई दश नही ह जो यह कह सक िक उस थायी या सतत िवकास का मतलब जानता ह िकसी को इसका

सपण प नही मालम जो हमार वतमान और भिव क िलए बहतर हो और जो कम लागत म हम सबकी जरत परी कर सक पयावरण

को लकर िशण और सबक का सबध इस लकर नए िवचारो को आग बढ़ान स भी ह

असगिठत की अतहीन मल जनवा थत सय रा ापार एव सवधन परषद (UNCTAD) की 2017 की हािलया रपोट क मतािबक भारत तथा चीन अब

दिनया क िवकास व नही रह विक अथवथा को इस व ोाहन की दरकार ह ोिक इसकी िवकास दर 25 ितशत तक

नीच आ गई ह जबिक आिथक सकट स पव क दौर म यह दर 32 ितशत क र पर थी और तब भारत स भी इस सहारा िमला था

लिकन आज भारत की अपनी िवकास दर चीन स भी नीच चली गई ह

Taking Lesson from China िपछल करीब तीन दशक म जहा चीन की िवकास दर काफी ऊची रही वही अब उस अिधक वतन तथा ऊची लागत जसी चनौितयो

का सामना करना पड़ रहा ह भारत की तो कहानी ही अलग ह औोिगक तथा िनयात का िवकास मद पड़ गया ह और सवा

को भी िपछल करीब एक साल स समाओ का सामना करना पड़ रहा ह नोटबदी तथा जीएसटी न असगिठत की कमर

तोड़ कर रख दी ह और इसका उादन भी काफी कम हो गया ह असगिठत क उादन को सही तरीक स मापा जायगा तो

इसस जीडीपी म 2017-18 की अल स जन की ितमाही की 57 ितशत क मकाबल और भी तज िगरावट नजर आयगी

Unorganised Sector amp Contribution in India असगिठत अथवथा का एक महपण भाग ह असिठत की इकाइयो वाल रा ीय आयोग (एनसीईयएस) की रपोट (2009) क

मतािबक जीडीपी म इसका योगदान 50 ितशत ह असगिठत हालािक 90 ितशत िमक वग को रोजगार दता ह लिकन इस म

काम क हालात बड़ िनराशाजनक ह और िफर रही-सही कसर नोटबदी न परी कर दी ह Condition of this sector भारत म असगिठत

तथा यहा काम क हालात क बार म एनएसएसओ क 2011-12 क 68व दौर क मतािबक इस क 80 ितशत कमचारयो क पास कोई

िलखत अनबध नही होता ह 72 ितशत को सामािजक सरा का कोई लाभ नही िमलता ह असगिठत क कमचारी की रोज की औसत

कमाई 225 पए जबिक सगिठत क कमचारी की औसत दिनक आय 401 पए ह असगिठत क तीन चौथाई कमचारी 6 स कम

कमचारयो वाली इकाइयो म काम करत ह असगिठत क कमचारयो म उादन िनमाण थोक एव खदरा ापार ट ासपोट कक

नौकरानी ड ाइवर तथा िसोरटी गाड क प म काम करन वाल कमचारी और किष मजदर आत ह बाल िमक भी इसी वग म आत ह

असगिठत क अिधकतर कमचारयो को पशन टी जीवन तथा ा बीमा और मात अवकाश जसी सिवधाओ क लाभ स विचत

रखा जाता ह य लोग समाज क सबस असरित वग ह असगिठत नकदी पर आित ह और अगर इनम स िकसी का कोई बक खाता

होता भी ह तो भी व मल स ही इस चला पात ह नोटबदी क चलत असगिठत क हजारो कमचारयो की नौकरी चली गई िजस कारण

इनम स बड़ी सा म कमचारी अपन घरो को लौटन को िववश हो गय इनम स कइयो को तो कास सरकार ारा 2005 म श की गई

रोजगार गारटी योजना मनरगा क तहत अपन गाव म ही रोजगार िमल गया यहा योजना असगिठत क कमचारयो क िलए बड़ी मददगार

सािबत ई और इनम स तो कई कमचारयो न उनक जीवन म अचानक ई उथल-पथल क चलत काम क िलए दोबारा शहरो का ख िकया

ही नही

GST amp Its Impact on Unorganised Sector इसी तरह जीएसटी भी असगिठत की समझ म नही आ रहा कई इकाइयो क मािलक अधिशित होन क चलत

िडिजटल जीएसटी पपरवक क अ नही ह छोट उादको तथा िनयातको स सबिधत ऐसी कई खबर ह िक उ लागत क बार

म रटन भरन म मल पश आ रही ह िजसक चलत बाद म उ खात म जमा रकम का िहसाब रखन म भी परशानी होगी

जीएसटी पपरवक क चलत उनकी कायशील पजी पहल ही क कर रह गई ह असगिठत क मम दज क कारोबारयो को

हिसयत स ादा खच कर अकाउटट की सवाए लनी पड़ रही ह इन सब का उादन की िवकास दर पर ितकल असर पड़ रहा

ह खर जो भी हो असगिठत भिव म परी तरह ख नही हो पायगा ोिक सगिठत म भी पया सा म नौकरयो

का सजन नही हो पा रहा ह 2016 म िसफ डढ़ लाख नयी नौकरया सिजत हो पायी और अगर सवा की नौकरयो को भी जोड़

िलया जाय तो 2015 म भी कवल 231 लाख नौकरया सिजत हो पाई थी सगिठत को मकाबल म िटक रहन क िलए पजी

आधारत उादन तकनीक अपनानी पड़ी दश म हर साल िमक बल की सा म एक करोड़ का इजाफा हो रहा ह ऐस म

भारत को हर महीन दस लाख नौकरया सिजत करनी होगी Other Problem faced by Unorganised Sector असगिठत को

सरकारी बको स कज हािसल करन म भी मलो का सामना करना पड़ता ह ोिक बक पहल ही एनपीए क बोझ तल दब ए

ह असगिठत को भल ही इस तरह की कई मलो स दो-चार होना पड़ रहा ह लिकन िफर भी भिव म इसका मह कम

होन वाला नही ह असहनीय मलो क चलत कछ हजार लोगो को अव िदत का सामना करना पड़ सकता ह असगिठत

म यहा तक िक नतम वतन जो िक विक मानको क िहसाब स पहल ही बत कम ह और जो कमचारयो को िदया जाना

लािजमी ह उतना भी नही िदया जाता ह अिधकतर कमचारयो को बोनस और बीमारी की थित म छी का लाभ भी नही िदया

जाता ह तथा न ही उनका कोई ा बीमा िकया जाता ह एनसीईयएस की रपोट क मतािबक परवार म िकसी एक बड़ी

बीमारी क चलत हर साल 470 करोड़ लोग गरीबी क चगल म फस जात ह

Government schemes for Unorganised sector

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सरकार न असगिठत क कमचारयो को सामािजक सरा दान करन क उ स अिधकार-आधारत िकोण का सक करत ए

2014 म कम ीिमयम वाली जीवन बीमा दघटना बीमा तथा पशन ीम श की थी सरकार न सभी क िलए ा सवा कवच उपल

करवान का भी वादा िकया ह अगर ा बीमा और सरकारी अतालो म कशलस इलाज की सिवधा हकीकत बन पाती ह तो यह

सरकार की एक बत बड़ी उपल होगी वतमान म ा क िलए बजट क आवटन म कोई सधार नही आ ह और यह अभी भी

जीडीपी क 2 ितशत स नीच ह ए तथा अ बड़ सरकारी अतालो म मरीजो की कतार रोज लबी होती जा रही ह भारत म एक औसत

क िलए खद अपनी जब स इलाज करवान का खच दिनया म सबस ादा ह भारत म क 1000 लोगो पर 07 डॉरो तथा

अतालो म क 1000 लोगो पर 05 िबरो का अनपात ह जो िक ि क सभी सद दशो क मकाबल सबस कम ह इस वजह स

ाइवट अताल खब चादी कट रह ह तथा उनकी ा सवाओ तथा फीस पर शायद ही कोई िनयम लाग होता ह

िनवश म सधार क दीघकािलक उपाय शयर बाजार म तजी क बावजद कपिनयो क बोड म म िनराशा का माहौल िदखाई दता ह एक तरफ चौकापन ह तो वही दसरी ओर कई

जगहो पर कपिनयो की बलस शीट िचता का िवषय बनी ई ह दश म िवदशी मा की आवक जारी ह यह भी हो सकता ह िक आयात की

ओवर इनवॉयिसग और नोटबदी क दौरान हवाला क जरय बाहर गया धन वापस आ रहा हो परत बड़ कारोबारी चौक ह और इटी क

बजाय डट पर अिधक भरोसा कर रह ह सस और िनी म तजी क बावजद िनवश क वािवक इराद नदारद ह

Private Investment in Economy िनजी िनवश को लकर काफी िनराश ह और सकल तयशदा िनवश म आ रही लगातार िगरावट म उस महसस िकया जा सकता ह

यह वष 2011-12 म जीडीपी क 343 फीसदी क र स घटकर वष 2015-16 म 292 फीसदी क र पर आ गया तब स इसम लगातार

िगरावट आ रही ह और वष 2016-17 की दसरी ितमाही म यह करीब 27 फीसदी क आसपास रहा यह र िचताजनक ह तयशदा िनवश की

इस दर क साथ हम 8-9 फीसदी की वदिघ दर हािसल नही कर सकत खासतौर पर तब जबिक बिनयादी िवकास क िलए बड़ी पजी की

आवकता हो और िनवश का अिधकाश िहा उसम चला जाता हो

Is This Decline in Economy Cyclic or There is fundamental Structural Problem िगरावट का यह लबा दौर कवल चीय नही हो सकता समा को समझना बहद आवक ह तभी हम िनवश म सधार क िलए

उिचत नीितया तयार कर पाएग बीत पाच सालो क दौरान िनजी क गर िवीय उपमो का तयशदा िनवश जीडीपी क 11

फीसदी क बराबर रहा ह और सरकारी िनकायो तथा सरकार का जीडीपी क 7 फीसदी क बराबर परत गर कॉपरट और गर

सरकारी का िनवश जीडीपी क 156 फीसदी स घटकर 108 फीसदी रह गया इस घरल िनवश कहा जाता ह और िनमाण

इसका अहम घटक ह परत इसम िनजी उमो का िनवश भी शािमल होता ह सगिठत म िनवश को लकर िनराशा और बढ़ी

ह नोटबदी और जीएसटी को लाग करन का इस पर खासा बरा असर आ ह िनजी और सावजिनक क सगिठत कारोबार

िनवश की माग क वाहक रह ह िनवश की बढ़ती माग स ही वतन और आय बढ़त ह यह असगिठत क उमो को बढ़ावा दता

ह यह परी िया व म सहायक ह सगिठत का िनवश शष अथवथा को जो गित दान करता ह वह उसक सकल

िनवश पर नही ब उसकी बचत पर आधारत होता ह सरकारी और सरकार की बात कर तो इस अविध म यह श भाव

जीडीपी क 3-4 फीसदी क बीच रहा ह परत िनजी म इसका श असर जीडीपी क 3 फीसदी स कम होकर वष 2015-16 म

श हो गया इस बीच कई िनगम अपनी नकदी चअल फड म डाल रह ह जन 2017 म उनकी धारता 890000 करोड़ पय

थी यह रािश जन 2017 स 62 फीसदी ादा ह अगर िनजी की गर िवीय कपिनयो का िनवश वष 2014-15 और 2015-16 म

उनकी बचत स कवल 3 फीसदी ादा होता तो इन दो सालो म 750000 करोड़ पय का अितर िनवश आया होता यह बजट

क अलावा बत बड़ा ोाहन होता िनजी म िनवश को लकर सतक ता की एक बड़ी वजह यह भी ह िक माग म होन वाली

व कमजोर पड़ती जा रही ह इसक िलए आम घरो क हालात और असगिठत क िनवश य िनयात व म कमी और

आयात आिद कई वजह उरदायी ह इसक अलावा सरकारी कीओर स ामीण इलाको म बिनयादी िवकास और रोजगार पर

िकए जान वाल य की माग व म त आई कमी भी एक कारण ह कपिनयो की बलस शीट भी एक अ अहम पहल ह

ोिक तजी क िदनो म जब नकदी आसानी स उपल थी और अतररा ीय बाजारो म ाज दर काफी कम थी तब उोन काफी

पसा जटाया था समा यह ह िक कई भारतीय िनगम अ िदनो म सही बधन नही अपनात और बर िदनो म किठनाइयो स िघर

जात ह फस ए कज की समा का सामना भी हम हमशा स करना पड़ा ह परत इधर इसका आकार बढ़ा ह और लगातार

बढ़ता जा रहा ह इसस दश की िवीय वथा और हमारी अथवथा को तगड़ी चनौती उ हो गई ह अब बको की ओर स

भावशाली वतको को गर जरी ऋण का िवक भी उपल नही ह भारतीय रजव बक और सरकार क िलए यह जरी हो

गया िक व ऐस मामलो म कड़ा ख अपनाए हािलया इितहास म शायद पहली बार कॉपरट मखो क सामन यह जोखम उ

आ ह िक कही उनको इस सब की कीमत न चकानी पड़ जाए इॉसी और बगसी क नए ावधानो न भी इस सबध म

आवक दबाव बनाया ह इस मोच पर सरकार न एकदम वािछत कदम उठाया ह परत आिशक तौर पर वह भी दोषी ह फस

ए कज क कई मामल ऐस ह जो िनजी को दीघाविध क बिनयादी िनवश की परयोजनाओ म साझदार बनान स ताक रखत

ह इस दखत ए अथवथा म िनवश को लकर आशावाद सधारन क िलए ा िकया जा सकता ह What to be done

िविनमय दर क िवचलन को थामना होगा और मौिक नीित क ढाच म आरबीआई का घोिषत ल माीित स बदलकर िनवश

व की िदशा म करना होगा छोट और स उम बत बरी थित म ह जीएसटी क ताािलक भाव को कम करना

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होगा दीघाविध क सधार क िलए ऋण ौोिगकी और कौशल िवकास तक सहज पच सिनित करनी होगी सभी एमएसएमई

को बहतर बिनयादी सिवधा दनी होगी इस म िनवश की भावना म सधार करना होगा रोजगार व क िलए य वजह अहम

ह पीपीपी नीित म कलकर सिमित क सझाव क मतािबक सधार करना होगा खासतौर पर यह सिनित करन क िलए जोखम

की साझदारी बहतर हो सक दीघाविध म यह साझदारी तभी कामयाब होगी जबिक बिनयादी सवाओ क बाजार को अिधक

तािक क बनाया जाएगा यह तािक कता म िनधारण साझा सिवधाओ तक पच वश िनगम और बाजार ितभािगता म होनी

चािहए वतको क मन म यह भय होना चािहए िक िनयण उनक हाथ स िनकल सकता ह इसक िलए सथागत अशधारको म

अिधक सियता की जरत ह अगर व सावजिनक म ह तो उनको सरकार स अलग रखना होगा अिधहण क िनयमो को

आसान करना होगा ोिक व िपछल बधन क प म झक रहत ह इसक अलावा अशधारको की िशा को भी बढ़ावा दना होगा

यह चीय सधार की कायसची नही ह ब यह अथवथा क िलए दीघकािलक कायसची ह जहा िनजी पर िनभरता आग

और बढ़गी कम नही होगी य स नही ब सधार स बदलग आिथक हालात Business_Standard महीनो तक लगातार दश

की अथवथा म ढाचागत और गभीर बदलाव की िचताओ क बीच क सरकार न आखरकार यह ीकार कर िलया ह िक हा

कछ समा ह िव मी न कई वर अिधकारयो स मलाकात की और खबरो क मतािबक धानमी क सम एक सधार

योजना पश की गई ह दर स ही सही सरकार चती तो ह सभावना यही ह िक बढ़ा आ य ही एकमा तरीका ह जो िकसी सधार

योजना को आसानी स अजाम द सकता ह यही वजह ह िक सरकार की ओर स आवाज उठन लगी ह िक अब उस राजकोषीय

सढ़ीकरण की ओर स ान हटाकर मदी म खच बढ़ान पर जोर दना चािहए यह बहद बरा िवचार ह िफलहाल तो यही लगता ह

िक सरकार न अथवथा क अब तक क कबधन स कोई सबक नही सीखा ह सरकार न जब स सा सभाली ह उसका परा

ान िनिलखत कदमो पर रहा ह पहला िवरासत म िमली कारोबारी च की कछ समाओ को दर करना दसरा स तल

क दम पर कर वदिघ और य की बचत तीसरा िबना अ य म कमी िकए बिनयादी िवकास को गित और चौथा िनवशको म

कारोबारी भावना जगाए रखन क िलए अथवथा को लकर सकाराक सदशो क सार को ाथिमकता

Weak on implementation सदघाितक तौर पर तो यह एक ससगत आिथक कायम नजर आता ह परत अवधारणा और ियायन क र पर यह कमजोर ह इसम

समाओ को समझा ही गलत गया ऐस म िनदान सही कस होगा मसलन इसम माना गया िक उ बिनयादी य स िनजी िनवश की कमी

को दर िकया जा सकता ह सरकारी य स िनजी िनवश आएगा ोिक इसस ितफल कही अिधक आकषक हो जाएग ऐसा नही आ

िनजी िनवशक अभी भी अितर मता कमजोर माग और िनवश की सरा को लकर िचितत ह इसीिलए िनजी िनवश और वदिघ दोनो

कमजोर ह

No urgent attention to NPA फस ए कज स िनपटन जसी समाओ को भी ाथिमकता नही दी गई यही पर कबधन की शआत हो गई सरकार न इन समाओ की

ओर पशकदमी करन म बत अिधक समय लगा िदया सरकार क मियो न भी अर इसकी िनणय मता की बात की ह लिकन जहा

राजनीितक जोखम वाल फसलो की जरत थी वहा अब तक कोई खास पहल दखन को नही िमली ह आिथक तजी वाल िदनो म

उपभोाओ सरकारी बको और वतको स जड़ मामल इसम शािमल ह ऐस म कहा जा सकता ह िक सरकार न िनणय लन क मोच पर कोई

खास दशन नही िकया सरकार को पहल िदन स पता था िक बिकग सकट म ह लिकन वह समा को हल करन की िदशा म कोई ठोस

कदम नही उठा सकी ह चिक यह कायम बाहरी कारक यानी तल कीमतो पर आधारत ह इसिलए इसका अथर होना लािजमी ह यह

राजनीितक मोच पर भी जोखम भरा ह

Problem is mismanagement of Economy खराब आिथक बधन क चलत अथवथा म लगातार छह ितमािहयो स िगरावट आ रही ह जबिक वहद आिथक हालात उतन बर नही ह

विक अथवथा म सधार ह और सरकारी य बढ़ रहा ह इन हालात म 57 फीसदी की वदिघ दर तो िनराश करन वाली ही ह इन हालात

म तािक क कदम तो यही होगा िक वष 2014 क चनावो क दौरान घोिषत आिथक कायम पर नजर डाली जाए और सधार िकया जाए

राजकोषीय समावशन क मोच पर यह सरकार सही माग पर असर रही ह इस पथ स भटकाव सही नही होगा सरकारी य म तो हर बजट

म इजाफा िकया गया ह और उसस अथवथा म कोई सधार नही आ ह ऐस म भिव म और य पर कस िवचार िकया जा सकता ह

अथवथा की कई मौजदा समाओ की जड़ वष 2008 स पहल की तजी म ह लिकन कई अ समाए सन 2008 क सकट क बाद

हड़बड़ी म आई आसान नकदी स भी जड़ी ह राजकोषीय घाटा खतरनाक र तक बढ़ा सधार टल गए करो म कटौती की गई ऋण िदए गए

वगरहhellipवगरह खर वह एक वािवक सकट था ा हम वही गलती दोहरान जा रह ह यह मानन की कोई वजह नही ह िक सरकार ारा

िदया जान वाला ोाहन िकसी भी कार स णव मखज क ोाहन की तलना म अिधक भावी या कम खतरनाक होगा ईमानदारी की

सित की बार-बार दी जा रही दहाई क बावजद त यही ह िक दश की मलभत राजनीितक सित म वष 2010 क बाद स कोई बदलाव

नही आया ह

Repeating the earlier mistakes सथागत सधारो क अभाव म वही ोाहन आज भी बरकरार ह और वही गलितया दोहराई जा रही ह समा यह ह िक सरकार इस बार

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एक ढाचागत समा को हल करन क िलए ित चीय नीित का योग करन जा रही ह यह कारोबार च स जड़ी मदी नही ह कारोबारी

च की मदी का सामना हमन वष 2012-13 म िकया था मोदी क सा म आन स ऐन पहल ही हम इसस उबर पान म कामयाब हो सक थ

मौजदा मदी ढाचागत समाओ की वजह स ह गर ितध अथवथा परसपि अिधकार और िनवश की सरा का अभाव अम

शासन और कमजोर िनयामकीय वातावरण इसक िलए उरदायी ह इन ढाचागत मो को हल करक ही दश को उ िवकास पथ पर वापस

ल जाया जा सकता ह

हर बीतत िदन क साथ हमारी िवकास सभावनाए धिमल ही हो रही ह हम हर रोज पहल स कम ितध रह जा रह ह इन मो को हल

करक माग की मदद स और िनवश बढ़ाकर वदिघ को वापस पटरी पर लाया जा सकता ह िबना इन समाओ को हल िकए नकदी खच

करन स हालात और अिधक िबगड़त चल जाएग परत मौजदा सरकार क रकॉड को दख तो यह नौकरशाही की अनशसाओ स पर िवचार ही

नही कर पा रही ह नौकरशाही का झान धन खच करन म अिधक रहता ह वह सा गवाना नही चाहती जब तक दश म ऐसी सरकार नही

आती ह िजसकी नीितया नौकरशाही न बनाए तब तक हम मदी स िनकलन की जोजहद म ही लग रहग

काणकारी हो किम बमा वािण मालय न आिटिफिशयल इटलीजस पर टा फोस गिठत िकया ह टा फोस सरकार को सलाह दगी िक आिटिफिशयल

इटलीजस का भारतीय अथवथा म समावश कस िकया जाए What is Artificial Intelligence कटर ारा िकए गए बौक काय को आिटिफिशयल इटलीजस कहा जाता ह जस वतमान म आपको कोट म कोई वाद दायर करना हो तो

वकील साहब का जिनयर उस तरह क पव म हाईकोट अथवा सीम कोट ारा िदए गए िनणयो का अयन करता ह इसक बाद वकील

साहब िवचार करत ह िक कौन स िनणय हमार िलए लाभकारी होग जो िनणय हमार वाद क िवपरीत िदखत ह उनकी काट म कौन स दसर

िनणय कोट क सामन त िकए जा सकत ह तब तय होता ह िक वाद दायर करन लायक ह या नही तमाम समत िनणयो का अयन

करन का काय अब कटर ारा िकया जा रहा ह आप कटर को बताएग िक आपकी समा ा ह कटर कोट क तमाम िनणयो को

खगालगा इसक बाद आपको 2-4 िनणय दगा जो िक आपक प म होग और 2-4 िनणय दगा जो िक आपक िवप म होग िवप क िनणयो

की काट को दसर िनणय बताएगा इस रसच क बाद आपक वकील क िलए वाद दायर करन म सिलयत होगी

Analysis of Artificial Intelligence effect कटर ारा िदए गए इस बौक काय क रोजगार पर दो परर िवपरीत भाव पड़ग सीधा नकाराक भाव पड़गा िक वकील साहब क

जिनयर का रोजगार समा हो जाएगा पव म वकील साहब जिनयर स उपरो रसच करात थ जो अब कटर कर दगा लिकन कटर

की मदद स वाद सहीढग स बन सक ग कहना मल ह अर दखा जाता ह िक वकील को वाद क िवपरीत िनणयो की जानकारी नही होती

ह कोट म त होन पर वाद खारज कर िदया जाता ह आिटिफिशयल इटलीजस क उपयोग स वादो म सफलता क ितशत म सधार होगा

लोगो का वाद दायर करन का साहस बढ़गा वादो की सा म व होगी और वकीलो क कल रोजगार म भारी व हो सकती ह

रोजगार पर इसी तरह का सभाव बनाई करन की मशीनो का पड़ा था

आज स 500 वष पव एक आिवारक इड की महारानी एलीजाबथ थम क पास गए और टर की बनाई करन की मशीन क आिवार

का पटट जारी करन का िनवदन िकया महारानी न पटट दन स इनकार कर िदया उोन कहा िक lsquoमरी उन गरीब मिहलाओ और

असरित कआरयो क ित अपार सहानभित ह जो िक बनाई करक अपनी दिनक रोटी अिजत करती ह म ऐस अिवार को नही बढ़ा

सकती जो उ उनकी जीिवका स विचत करक भखमरी क ार लाकर खड़ा कर दrsquo महारानी ारा पटट न िदए जान क बावजद बनाई

मशीनो का उपयोग बढ़ा तमाम कआरया बरोजगार हो गई पर साथ-साथ बनी ई टर क दाम म भारी िगरावट आई लोगो न ादा

माा म टर खरीदना चाल िकया बनाई की मशीन बनान मशीनो की दखरख करन ादा माा म बन माल की पिकग एव िवतरण करन

मशीन स नई िडजाइन की टर बनान इािद म तमाम नए रोजगार बन अत म बनाई मशीन का समाज एव अथवथा पर सभाव पड़ा

जो कआरया टर बनकर अपनी दिनक रोटी अिजत करती थी व अब ल जान लगी पढ़कर व मशीन पर िडजाइन करन का रोजगार

ा करन लगी आम आदमी को टर की उपलता भी बढ़ी Need to equip youth and build their capacity आिटिफिशयल इटलीजस

का सामना करन क िलए हम अपन यवाओ को उन रोजगारो को हािसल करन क िलए सम बनाना होगा जो िक कटर क उपयोग क बाद

भी बनत रहग जस ऑनलाइन टोरयल को कितपय कटर स छा हािसल कर सकता ह मगर बो को नसरी ल म िशा कटर

स कम ही दी जा सकगी छोट ब नसरी म जान पर रोत ह उ मा का ार चािहए जो कटर कम ही द सकता ह इसिलए हम दोनो

र पर काय करना होगा एक तरफ अपन यवाओ को ऑनलाइन टोरयल क सॉवयर बनान की ट िनग दनी होगी िजसस व उम

ािलटी का सॉवयर बना सक और जीिवकोपाजन कर सक दसरी तरफ नसरी िशा की ट ordfिनग दनी होगी चिक अिधकािधक सा म

अिभभावको ारा बो को नसरी ल म भजा जाएगा इसी तरह ा क म ऑनलाइन सलाह उपल हो सकती ह ऐसा

सॉवयर सभवतः बनाया जा सकता ह िजसम आप अपनी बीमारी का परा िववरण दज कर जस बखार बीपी शगर खासी की अविध

पसीना आना इािद इसक बाद सॉवयर ारा आपस कछ परक पछ जा सकत ह इनका जवाब दन क बाद कटर आपको पचा

िलखकर द सकता ह ऐसा सॉवयर बनन स लोगो को मिडकल सलाह स म उपल हो सकती ह उ ा लाभ होगा और उनकी

आिथक थित म सधार होगा इस म भी दो तरह स अपन यवाओ को ट िनग दन की जरत ह उ मिडकल सलाह दन क सॉवयर

िलखन की ट िनग दनी चािहए मर एक िम क यवा बट न गो क खलािड़यो को सलाह दन का सॉवयर बनाया ह खलाड़ी को अपन

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ोक की वीिडयो सॉवयर म लोड करनी होती ह सॉवयर िवषण करक बताता ह िक ोक को कस सधारा जा सकता ह इसी

कार बीमारयो क िवषण क सॉवयर िलख जा सकत ह बीमारयो का उपचार अलग-अलग ो म अलग पितयो स िकया जाता ह

अतः तमाम बीमारयो तमाम उपचार पितयो एव तमाम भौगोिलक ो क िलए अलग-अलग सॉवयर िलख जा सकत ह इसक

अितर ा क म ही तमाम ऐस काय ह जो सभवतः कटर ारा कभी न िकए जा सक जस घटना बदलन की सजरी करना

िफिजयोथरपी कराना पचकम का उपचार करना इािद ा उपचार क ऑनलाइन उपल हो जान स इन ो म माग बढ़गी इस

उभरती माग को रोजगार म बदलन क िलए यवाओ को ट िनग दना जरी ह कछ ह िजनम कटर ारा सिवधाए शायद कभी भी

उपल न कराई जा सक वािशगटन पो अखबार न इस िवषय पर कछ िवशषो स बातचीत की िजोन सझाया िक उन ल की

भिव म ादा जरत पड़गी जो lsquoसजनाक ह सहभािगता आधारत ह जो िविभ वातावरणो म काय कर सकत ह जो िविभ सितयो

को समझ सकत ह और िजनम सामािजक एव भावनाक मता हrsquo य मता आटस स सबिधत ह जस भाषा सित पिटग कला

सािह आिद स इन ो म कटर ारा वश किठन ह जस तलसी की रामायण अथवा बाईबल को कटर शायद ही िलख सक अतः

हम अपनी यवा पीढ़ी को आटस क िवषयो क मह को समझाना चािहए भारत सरकार ारा आिटिफिशयल इटलीजस पर टा फोस

बनाए जान का ागत ह जरत ह िक इस उभरत क ित हम सकाराक ख अपनाए िवशषकर उन सवाओ पर ान द जो

कटर ारा उपल नही कराई जा सकगी आटस और कटर क जोड़ स नए ो म हमार यवा रोजगार हािसल कर सक ग इस िदशा म

टा फोस को सोचना चािहए

परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर धान और ग की कटाई क बाद खतो म खड़ी पराली तथा नाड़ को आग लगान पर ितबध क बावजद िकसानो ारा अपन खतो को जी खा

ली करक दसरी फसल क िलए तयार करन क उ सपराली को आग लगान का झान काफी पराना ह इसक अतगत पजाब म िकसान

ितवष लगभग अढ़ाई करोड़ टन पराली आग क हवाल करत ह Effect on Agriculture इसस किष भिम का सानाश होता ह ोिक खतो म मौजद भिमगत किष िम कीट तथा स जीव आग की गम क कारण मर जात ह

इसस भिम की उवरता भी कम होती ह और फसलो कोतरह-तरह की बीमारया लगन क अलावा श कीटो का कोप बढ़ जाता ह

On Human Health मानव ा क िलहाज स भी यह धआ अत हािनकारक ह इसस वायमडल म काबन डाईऑाइड काबन मोनोऑाइड और िम

थन गसो की माा बढ़ जाती ह

एक टन नाड़ अथवा पराली जलान पर हवा म 3 िकलो काबन कण 60 िकलो काबन मोनोऑाइड 1500 िकलो काबन डाईऑाइड

200 िकलो राख और 2 िकलो सर डाईऑाइड फलतह इसस लोगो की चा एव सास सबधी तकलीफ बढ़ जाती ह

On Environment आग लगान स खतो क इद-िगद दर-

दर तक धआ फल जान स वायमडल म गम पदा होती ह वातावरण बरी तरह दिषत होकर चारो ओर गहरा धधलका छा जाता ह पजाब औ

र हरयाणा म परालीजलान की समा इतनी गभीर हो गई ह िक िदी तक इसका असर िदखाई दता ह इसस हर साल सिदयो क मौसम म

िवशषकर वाय दषण की समा अत बढ़ जाती ह और इस वष भी अभी सही राजधानी िदी म वाय दषण स बीमारयो की आशका ज

ताई जान लगी ह

अब जबिक धान की कटाई श ह िकसानो न खतो को अगली फसल क िलए जी खाली करन क उ स पराली जलान का िसलिस

ला जोरो स श कर िदया ह

Will subsidy work रा किष िवभाग ारा पराली जलान वाल िकसानो की सबिसडी रोकन क आदशो का िकसानो पर कोई असर नही हो रहा िपछल 4 िदनो म

पजाब दषण कट ोल बोड न पराली जलान वालो किव 250 स अिधक कस दज िकए ह पराली जलान वाल खतो का पता लगान क िलए उ

पह की मदद भी ली जा रही ह दसरी ओर िकसान सगठनो न भी िकसानो को कहना श कर िदया ह िकजब तक सरकार पराली क िनपटा

न क िलए उ ित एकड़ कोई अितर रािश दन की घोषणा नही करती तब तक व इसी कार इस जलात रहग पजाब क िकसान पराली

को न जलान क बदल मफसल की कीमत पर 300 पए ित टल सबिसडी क अलावा पडीसीडरो आिद की खरीद पर भी सबिसडी की माग

कर रह ह

िकसानो का कहना ह िक पयावरण िम तरीक स पराली िठकान लगान का मतलब ह ित एकड़ अितर खचा िजसक िलए सरकार उ प

या ितपित द

इस सबध म एक सझाव यह भी सामन आया ह िक धान की खरीद की भाित ही सरकार िकसानो की पराली उठान का बध भी कर इस परा

ली का इमाल नवीकरण यो ऊजा सयो म ईधन कप म करन क अलावा गा िनमाण आिद क िलए भी िकया जा सकता ह

रोजगार की कसौटी और िवकास Jansatta गरीबी और बरोजगारी की समा आजादी क पहल स ही रही ह आजादी क बाद दश म कछ नए कल-कारखान खल तो कछ लोगो को काम

िमला लिकन हमारी आबादी िजस रार स बढ़ रही ह उसक िलए रोजगार क अवसर लगातार घटत जा रह ह बड़ी सा म िशित और

अिशित यवक बरोजगार ह इसिलए हम गभीरतापवक इस बात पर िवचार करना होगा िक िजस दश म इतन बड़ पमान पर बरोजगारी हो

तथा दश की अिधस आबादी गावो म बसती हो वहा हमारी िवकास योजनाओ की ाथिमकताए ा होनी चािहए इसका उर महाा

गाधी न िदया ह

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दरअसल दश क िवकास की ाम रा की अपनी परकना म गाधीजी न गरीबी और बरोजगारी को दर करन का जो खाका तयार िकया

था उसकी उपा करक हमन बत बड़ी गलती की ह जवाहरलाल नह और इिदरा गाधी जस नताओ न गाधीजी क माग को दिकयानसी

माना और आधिनक िवकास क औोगीकरण क रा पर चल इसका परणाम सबक सामन ह इसिलए अब कई लोग महसस करत ह िक

हमन गाधीजी क रा को छोड़ कर बत बड़ी गलती की ह अत अब सब लोग गाधीजी की िवचारधारा स िमलत-जलत िवचार रखन लग ह

जस िक किष हमारी िवकास योजना का म आधार बनना चािहए इसकी बिनयाद पर ही गह उोगो और ामोोगो की एक परखा गावो

क िवकास क िलए बनानी चािहए उसम िबजली परवहन और बाजार आिद की सिवधाए भी उपल कराई जानी चािहए Is Industrialization answer to Joblessness दश म तजी स बढ़ती बरोजगारी और गरीबी की समा आधिनक िवकास की औोगीकरण की नीितयो स हल नही की जा सकती ह इसक

िलए जरी ह िक खती की दशा को तो सधारा ही जाएपर जनता को खती क अलावा भी काम िदया जाए और उसकी आय बढ़ाई जाए उस

कम स कम अ तथा व जसी आवक वओ की उपल म ावलबी बनाया जाए

यह हो सकता ह जब दश म उादन बढ़ उोग और वसाय पनीिवत हो तथा उादक जन-वग अपन म स उ पदाथ का ामी

हो इस ल की पित क दो माग सभव ह एक तो यह िक दश म खब नए कल-कारखान थािपत िकए जाए नई पित स उादन और

उोग की वथा की जाए तथा दसरा माग उादन की वह परानी पित ह कटीर वसायो और उोगो का कार ह जो लगभग दो

शताी पव तक भारत क आिथक सगठन का मदड बना आ था गाधी की अततना और कनाशील ब न सहसा ितीय माग का

चयन िकया और आज िन होकर िवचार कीिजए तो आप दखग िक उनका यह चनाव वथित तथा आवकता और समा क

समाधान की ि स एकमा उिचत तथा सभव चनाव ह

यिद थोड़ी दर क िलए मान िलया जाए िक भारत म उादन की नई पित तथा नए कल-कारखानो की थापना स दश क करोड़ो लोगो

की बरोजगारी का परमाजन िकया जा सकता ह तो भी जब हम भारत की िवशष परथित और आवकता पर िपात करत ह तो

पात ह िक न तो उन उपायो को काम म लाना सभव ह और न उनस हमारी व समाए सलझगी जो मह बाए सामन खड़ी ह

सवाल यह भी ह िक औोगीकरण की नीितयो पर चल कर ा हम अपन लगभग पीस करोड़ बरोजगार नौजवानो को कल-कारखानो

म काम द सकत ह ा इतनी पजी हमार पास ह िक हम इतनी बड़ी सा म कल-कारखान लगा सकत ह

यिद मान िलया जाए िक यह हो भी सकता ह तो इतन कल-कारखानो म उािदत माल की खपत कहा होगी

तीन-चार साल पहल िटन अमरका जमनी ास जापान और चीन म कल िमला कर लगभग बीस करोड़ औोिगक मजदर काम

करत थ इनम व मजदर भी शािमल ह जो उन दशो क कल-कारखानो क अलावा अ वसायो और यातायात म लग ए ह तो हमारी

आख खल जाती ह इन छह दशो म कल बीस करोड़ मजदर उादन म लग ह और दिनया का बाजार उनक ारा उािदत सामानो स

भरा पड़ा ह भारत क पीस करोड़ बकारो को काम दन क िलए उपरो छह दशो म िजतन कारखान और वसाय ह उनक डढ़ गन

कल-कारखानो और वसायो की थापना अकल भारत म करनी पडTHORNगी उसक बाद जो उादन होगा वह धरती क िकस कोन म

जाएगा इसिलए भारत की िवशष परथित िवशष आवकता की ओर सकत करती ह िजसकी पित का उपाय भी दसरा होगा

There is no Universal model of Development आज वीकरण क दौर म सबस ादा िजस चीज पर जोर िदया जा रहा ह वह ह िवकास लिकन इस हकीकत को नजरअदाज कर िदया गया

ह िक दिनया क सार दशो क िलए िवकास का एक ही मॉडल उपय नही हो सकता िवशाल और घनी आबादी वाल दश क िलए िवकास का

वसा ही मॉडल ासिगक हो सकता ह िजसम पजी पर िनभरता कम स कम हो और रोजगार की सभावना अिधक स अिधक गाधीजी इस बात

को पहल ही समझ गए थ िक भारत की असली समा करोड़ो बरोजगारो को काम दन की ह और इसका समाधान बड़-बड़ कल-कारखान

नही कर सकत ह इसिलए उोन कहा था िक lsquoकल कारखान उस समय कछ लाभ पचा सकत ह जब आवक और अपित उादन क

िलए उादको की सा कम हो पर जहा उादको और काम करन वालो की सा काम स अिधक ह वहा कल-कारखान न कवल

अिहतकर ब अिभशाप िस होत ह भारत की अवथा ऐसी ही ह हमार सामन समा म को बचान वाल यो की नही ब अपार

और बकार पड़ ए म का उपयोग करन की हrsquo

Then what is the solution इस समा को सलझान की एकमा सभव िदशा वह ह िजधर चरखा और खादी सकत करत ह चरखा साकितक िच ह उादन की

िवक ित णाली का आज कई बड़ अथशाी और उोगीकरण व य पित तथा पाा सता क समथक भी यह मानन को बा हो रह

ह िक गाधी क तक और उनकी िवचार पित का खडन सभव नही ह कोई भी सरकार करोड़ो बरोजगार यवको को सरकारी नौकरया

उपल नही करा सकती और न तो इतन कल-कारखान खोल जा सकत ह िक वहा सबको काम िमल जाए आज ीकार िकया जा रहा ह िक

भारत म व उादन क िलए िमलो की थापना की जाए तो कवल दस लाख यो को काम िमलगा िमलो की थापना म जहा उस हजारो

करोड़ पयो की पजी लगानी पड़गी वहा कवल कछ सौ करोड़ की पजी स सार भारत को व और साढ़ पाच करोड़ स अिधक नर-नारयो को

काम िदया जा सकता ह याद रखएगा साढ़ पाच करोड़ कवल बनकर होग किन बढ़ई लोहार तथा अ कारीगरो की सा इनक अलावा

होगी िज काम िमल जाएगा यह कवल व क वसाय म हो जाता ह कवल एक िदशा करोड़ो नर-नारयो को काम दकर भिम क बोझ को

हा कर दती ह इस योजना म भारत जस गरीब दश को न पजी की खोज करनी ह और न िवदशी कपिनयो क हप का भय ह जगत की

कोई शनही ह िक भारत की आिथक समाओ क समाधान और आिथक जीवन क पनार म बाधक हो सक इसिलए गाधी क बताए

गए ाम रा क रा पर चल कर ही हम अपन दश क करोड़ो लोगो को रोजगार महया करा सकत ह दश की तकदीर बदलन का यही

एकमा सभव उपाय ह िजसकी परकना लगभग सौ वष पहल ही महाा गाधी न कर ली थी

ड अप इिडयाrsquo योजना भी ॉप होन क रा पर योजना श करत व सभी बको स कहा गया था िक जहा कही भी उनकी शाखा हो उसक दायर म आन वाल एक दिलत या आिदवासी

यवा और कम स कम एक मिहला को इसक तहत कज़ज़र िदया जाए तािक व इस रकम स कोई काम-

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धधा श कर सक लिकन अब तक क आकड़ बतात ह िक बको न इस िदशा म उाह नही िदखाया ह उोन न तो दिलत-

आिदवासी यवाओको पया कज़ िदया ह और न मिहलाओ को

आकड़ो क िहसाब स दख तो पर दश म िविभ बको की लगभग 13 लाख शाखाए ह लिकन इनम स महज़ छह फीसदी शाखाओ न ही

दिलत या आिदवासी यवाओ को ड अप इिडया योजना कतहत कज़ िदया ह मिहलाओ क मामल म यह आकड़ा थोड़ा ादा ह लिकन

बत बहतर इस भी नही कहा जा सकता बको न अब तक सामा णी की िसफ 25 फीसदी मिहलाओ को ही कज़दन क लायक सम

झा ह आकड़ो क मतािबक योजना क तहत कज़ क िलए 5852 दिलत 1761 आिदवासी और सामा णी की 33321 मिहलाओ न

आवदन िकया बको न कल 8803 करोड़ पए क कज़ को मज़री दी हलिकन िसफ 4852 करोड़ पए ही बाटा गया ह

ड अप इिडयाrsquo ड अप इिडया ीम क सरकार की एक योजना ह िजसक अतगत 10 लाख पय स 100 लाख पय तक की सीमा म

ऋणो क िलए अनसिचत जाितअनसिचत जन जाित और मिहलाओ क बीच उमशीलता को ोाहन

यह रोजगार िवहीन िवकास ही तो ह Rising Economic disparity िस अथशाी थॉमस िपकटी न बताया ह िक वष 1980 स 2014 तक क 34 वष क बीच जीडीपी म जो व ई ह

उसका 66 ितशत ऊपर क 10 ितशत लोगो न हगत कर िलया और ऊपर क एक ितशत लोगो क पास िवकास

का 29 ितशत चला गया

Falling GDP growth rate वष 2017-18 की पहली ितमाही म सकल घरल उाद (जीडीपी) िवकास दर 54 ितशत ही रही जो 2016-17 की इसी ितमाही म 76 ितशत

की िवकास दर स काफी कम ह िपछल तीन सालो म अथवथा म लगातार अ दशन क बाद िवकास दर म यह िगरावट सरकार क िलए

िचता का िवषय बन रही ह

ान स दखा जाए तो यह मत मफरग (िविनमाण) म िवकास घटन क कारण आ

िपछल साल 2016-17 म नोटबदी क बाद भी यह िवकास दर 72 ितशत रही थी सरकार न इस मदी स िनपटन क िलए बठको का दौर

श कर िदया ह यही नही नीित आयोग क नए उपा न भी तमाम पो क िलए बठको का दौर श कर िदया ह

Efforts in pipeline to boost GDP ऐसी खबर आ रही ह िक अथवथा को धीमपन स बाहर करन क िलए राहत और बर पकज दन की तयारी चल रही ह माना जा रहा

ह िक कपिनयो को िनवश करन क िलए ादा पसा दन और बको को गर िनािदत आयो (एनपीए) स िनजात िदलान क िलए राहत

दन की तयारी चल रही ह सरकार की कोिशश रहगी िक यह सब राजकोषीय अनशासन को बनाए रखत ए िकया जाए इसका मतलब

यह ह िक इस काम क िलए पसा करो क अितर अ ोतो स भी जटाया जाएगा यानी इसक िलए िविनवश को भी बढ़ाया जा सकता

यह पहली बार नही ह िक मदी स िनपटन क िलए राहत पकज िदए जाएग िवकिसत दशो म तो यह पराना रवाज ह 2007-08 की मदी क

बाद अमरीका यरोपीय दशो और अ िवकिसत दशो न इस कार क राहत पकज िदए ही थ तो भारत न भी उसी तज पर भारी माा म lsquoबल

आउटrsquo पकज िदए अमरीकी रा पित को सरकारी कज की सीमा बढ़वान क िलए अमरीकी कास (ससद) क पास गहार भी लगानी पड़ी

और अब तक वहा सरकारी कज 2007 म जीडीपी क 353 ितशत स बढ़ता आ जलाई 2016 तक जीडीपी क 765 ितशत तक पच गया

IS India under grip of Middle income trap उस दौरान भारत सरकार ारा बल आउट पकज क नाम पर टो म राहत और कपिनयो को रयायत दन क कारण

राजकोषीय घाटा 2007-08 म जीडीपी क 25 ितशत स बढ़ता आ 2009-10म 65 ितशत तक पच गया इस कारण

सरकारी कज भी काफी माा म बढ़ गया आतरक सरकारी कज 2007-08 म 18 लाख करोड़ पए स बढ़ता आ वष 2010-

11 तक 29 लाख करोड़ पए हो चका था इसस दश म महगाई बढ़ गई और ाज दर भी और िफर सबाजो और

कालाबाजारी क चलत बढ़ती महगाई न िवकास दर पर लगाम लगा दी जीडीपी िवकास दर 2007-08 म95 ितशत वािषक स

घटती ई 2013-14 तक 47 ितशत वािषक पर पच गई दिनया भर स अथशायो न इस lsquoिमिडल इम ट पrsquo यानी lsquoम

आय का मकडज़ालrsquo का नाम द िदया और कहा जान लगा िक भारत तीन दशको तक तजी स बढऩ वाली अथवथा स पन

सर क दशक की थित पर पच गया ह लिकन 2013-14 क बाद जीडीपी िवकास दर पन बढऩ लगी और 2016-17म

नोटबदी क बावजद यह 72 ितशत तक पच गई लिकन िपछली ितमाही म िवकास दर क घटन पर िफर स चचा श हो गई

िक ा भारत एक बार िफर मदी म वश कर रहा ह इसक पीछ lsquoजीएसटीrsquo और नोटबदी को भी कारण बताया जा रहा ह

लिकन मोगन नली सथा न कहा ह िक अगल 10 सालो म भारतीय अथवथा वतमान म 2 खरब डॉलर स बढ़ती

ई 6 खरब डॉलर (तीन गणा) हो जाएगी यानी कहा जा सकता ह िक यह धीमापन थाई नही रहगा

Concluding mark Growth is Jobless यह सही ह िक अी-न क दशक स ारभ नई आिथक नीित अपनान क बाद जीडीपी िवकास दर खासी तज हो गई भारत

म 1990-91 म ित आय 11535 पए ही थी जो 2016-17तक बढक़र 115428 पए हो चकी ह यिद उसम स कीमत

व (66 गणा) घटा भी दी जाए तो भी ित आय 34 गणा बढ़ चकी ह लिकन ा इस अनपात म आम आदमी की आय

बढ़ीहाल ही म िस अथशाी थॉमस िपकटी न अपन एक लख क माम स बताया ह िक वष 1980 स 2014 क 34 वष क

बीच जीडीपी म जो व ई ह उसका 66 ितशत ऊपर क 10 ितशत लोगो न हगत कर िलया और ऊपर क एक ितशत

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लोगो क पास िवकास का 29 ितशत चला गया

आकड़ बतात ह िक इस बीच रोजगार म खासी कमी आई और उनक थान पर िदहाड़ी मजदरो की सा म व ई

वािषक औोिगक सवण क आकड़ बतात ह िक 1990-91 म कल उादन का 78 ितशत िहा मजदरी और वतन म जाता

था जो वष 2014-15 तक घटता आ मा 41 ितशत रह गया हम दखत ह िक उादन म लाभ का िहा 19 ितशत स

बढ़ता आ 57ितशत पच गया िकसी भी िकोण स दखा जाए तो िवकास क इस यग म आम आदमी आिथक ि स आग

बढऩ की बजाय िपछड़ गया एक तरफ जीडीपी तजी स बढ़ रही ह लिकन रोजगार म कोई व िदखाई नही दती तो

िफर इस रोजगार िवहीन िवकास कहना अनिचत नही ह

जल पर सवदनशील बन समाज Rising crisis of Water दिनया पानी को लकर िवकराल सकट स जझ रही ह तो भारत भी इसस अछता नही ह हालात यहा तक पच गए िक

सय रा को 1993 म 22 माच को िव जल िदवस घोिषत करना पड़ा इसका योजन सय रा क ताधान म सभी

सरकारो और अ सबिधत पो क साथ िमलकर जल सकट समाधान क िलए िमलकर काम करन स ह

इसी अतररा ीय सथा ारा सहा िवकास लो यानी एमडीजी क बाद िसतबर 2015 म िजस सतत िवकास ल

यानी एसडीजी को चना गया उसम भी मानव अ क िलए बहद जरी जल को लकर िवशष ान िदए जान पर जोर

िदया गया ह इन चनौितयो का तोड़ िनकालन क बीच अब िविभ मचो पर जलवाय परवतन की िचता पर चचा भी आम हो

गई ह

INDIA amp Water crisis सय रा क खा एव किष सगठन यानी एफएओ क अनसार पयजल क िलए भल ही रोजाना ित 2 स 4 लीटर

पानी की जरत पड़ती हो लिकन िकसी क िलए एक िदन का भोजन तयार करन म 3000 स 5000 लीटर पानी की

जरत पड़ती ह

FAO का अनमान ह िक वष 2050 तक विक जल सपदा पर 27 अरब की अितर आबादी क भरण-पोषण का बोझ भी

पड़न वाला ह भारत म भी ित जल उपलता 2010 म 1608घन मीटर क मकाबल 2050 तक घटकर 1139 घन

मीटर रह जाएगी

चिक िवकास क मोच पर भारत तजी स छलाग लगा रहा ह िजसस पानी की जरत भी बढ़गी ऐस म यहा जल का समिचत

बधन उतना ही अिधक महपण होगा िफलहाल दश की आधी स अिधक कामकाजी आबादी खती स जड़ी ह िजसम

िसचाई की अहम भिमका ह

भारत म जल ससाधनो का 85 फीसद िसचाई म उपयोग होता ह मानसन की िबगड़ी चाल और वषा क असमान िवतरण स

जहा बदलखड िवदभ राजथान गजरात म दश आ दश और तलगाना क कछ इलाक सख की मार झल रह ह तो

असम िबहार छीसगढ़ जस दश क कई इलाक बाढ़ की िवभीिषका स परशान ह यह असतलन न कवल किष ब

रामीण िवकासपयावरण िविनमाण और कारोबारी सवाओ को भी भािवत कर रहा ह िजसका खािमयाजा अथवथा

को उठाना पड़ रहा ह

What to be done आवकता ह िक इस दलभ ससाधन क सरण क िलए गभीर और सतत यास िकए जाए िजसम रा सरकारो पचायती

राज सथानो सामदाियक सथानो और पारवारक स लकर वयक र पर भागीदारी जरी होगी जल ससाधन

बधन क िलए सरकार न कल 30 िलक िचत िकए ह जहा अिधशष जलरािश वाल इलाको स पानी िकत वाल ो म

पचाया जाएगा इस योजना म 16 िलक ायीपीय भारत और 14 िहमालयी म ह निदयो को जोड़ना मौजदा सरकार

की ाथिमकताओ म शािमल ह िजसम अिधशष वाल ो स 170 अरब घन मीटर पानी को िकत वाल ो म पचान

का ल ह इसस 35 करोड़ अितर भिम िसिचत होगी बाढ़ स िनजात क अलावा नौवहन पयजल सिहत तमाम मोच

पर सहायता िमलगी दश म जल बधन को तािक क और सतिलत बनान क िलए हम पानी की आपित और उसक िवतरण

की नए िसर स समीा करनी होगी

सड़क रल और कई अ मामो म िनवश की तलना म िसचाई म आ िनवश कही ादा जी फलीभत होता ह इस

ान म रखत ए सरकार न 2015 म धानमी किष िसचाई योजनाका आगाज िकया पर ड ॉप मोर ॉप यानी कम

िसचाई म अिधक फसल को सरकार न अपना म बनाया ह इसम सखा भािवत ो को तरजीह दी जा रही ह रा और

जनपद र की योजनाओ म िसचाई की मद म िकए जान िनवश को साथ जोड़त ए इस योजना को िसर चढ़ाया जा रहा ह

परा ान खत म पानी क बहतर उपयोग और िसचाई मता और उपयोिगता म खाई पाटन पर ह समर-एकीकत

िकोण क साथ जल ाित अिभयान जसी योजना भी सभी पो की भागीदारी क साथ लाग हो रही ह िजसका मकसद जल

सरण को जन आदोलन बनाना ह सरकार न नशनल वॉटर इोमिट सटर की थापना की जो जल ससाधनो क

रा ापी आकड़ तयार करगा

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निदयो की सफाई एक अनवरत िया ह इसम नमािम गग परयोजना उा उदाहरण ह इसक तहत िविभ तरह की

गितिविधयो वाली 173 योजनाए सचािलत हो रही ह िजसम घाटो की सफाई स लकर गाव-शहरो की ता भी शािमल

ह 173 म 41 परयोजनाए तो परी भी हो चकी ह गगा म गदगी फलान वाल उोगो पर सरकारी सी का ही असर ह िक

गगा म वािहत होन वाल दषको की तादाद म 35 ितशत की कमी आई ह

दश भर म बाध सरा क िलए भी बाध पनवास एव सधार परयोजना यानी डीआरआइपी चलाई जा रही ह

Inter state river dispute चिक पानी का मसला सिवधान की सातवी अनसची म रा सची म आता ह ऐस म अतर-

रा जल िववाद और उनका उिचत समाधान क सरकार क िलए बड़ी चनौती ह अतर-रा नदी जल िववाद अिधिनयम

1956 क तहत िववादो को सलझान क िलए वतमान म 8 िट नल ह सरकार सशोिधत रा ीय जल नीित पर काम कर रही

ह िजसम क ीय र पर एक थाई जल िववाद िट नल बनान क साथ ही िववाद समाधान सिमित बनान की योजना ह जो

राो क जल सबधी िववादो का समाधान िनकालगी इसक िलए 1956 क कानन म सशोधन क मकसद स सरकार इस

साल लोकसभा म नया िवधयक पश भी कर चकी ह

जल बधन क िलए सरकार क कई मालय और िवभाग भी कध क कधा िमलाकर काम कर रह ह सीवज पाइपलाइन स लकर

शौचालय िनमाण और बर का कौशल िसखान क िलए जल ससाधन मालय न कौशल िवकास एव उिमता मालय स करार

भी िकया ह पानी क पन इमाल को लकर रल मालय और इिडयन ऑयल क साथ भी योजना बनाई ह िबजली मालय न

तो सयो क िलए अिनवाय िकया ह िक व सीवज सय क 50 िकलोमीटर की परिध म मौजद हो तो िबजली बनान क िलए उसक

पानी का ही इमाल कर पानी क पन उपयोग को लकर िविभ मालयोसावजिनक उपमो रा सरकारो और अ

सथाओ क साथ सहयोग की सभावनाए तलाशी जा रही ह जािहर ह जल ससाधनो क सतत िवकास क िलए मौजदा सरकार न

तमाम यास िकए ह और जब इन यासो को सभी वग का साथ िमलगा तो भारत िनित प स जल को लकर सवदनशील

समाज बन जाएगा

ई-वाहन क बजाय ई-परवहन पर िदया जाए ान क ीय परवहन मी िनितन गडकरी न वाहन उोग क एक सलन म कहा िक वह वकक ईधन क इमाल को बढ़ावा

दन क िलए वाहन उोग को lsquoमजबरrsquo करन स भी नही िहचिकचाएग गडकरी न कहा lsquoआप चाह या न चाह लिकन भारत

दषण पर काब पान और तल आयात िबल म कटौती क िलए इलक और जव-ईधन स चलन वाल वाहनो की िदशा म आग

बढ़गाrsquo उोन भारतीय ऑटोमोबाइल उादको क सगठन सायम क सालाना समारोह म यह बयान दकर वाहन उोग म

खलबली मचा दी वाहन कपिनयो का कहना ह lsquoहम पहल स ही वाहन तकनीक की िदशा म आग बढऩ क िलए जरत

स ादा यास कर रह हrsquo

Automobile sector amp Policy Paralysis हकीकत तो यह ह िक हमारा वाहन उोग नीितगत अिनितता को लकर काफी शोर मचाता ह इस उोग क पास ईधन

की िदशा म आग बढऩ की एक योजना रही ह लिकन या तो इसन उस नजरअदाज िकया या िफर जानबझकर उस कमजोर

करन की कोिशश की जब ऐसा नही हो सका तो शोर मचाना श कर िदया मसलन ईधन एव उजन क बीएस-4 मानको

को भारत म वष2010 म लाग िकया गया था माच 2017 तक पर दश म इस मानक को लाग हो जाना था लिकन उोग न इसक

िलए तयारी करन क बजाय मान िलया िक अिधक ऊजा उपल ही नही हो पाएगी िलहाजा व इस समयसीमा क बाद भी

बीएस-3 मानक वाल वाहन बचत रहग लिकन सरकार न इसकी इजाजत नही दी िजस पर वाहन उोग न खब अचभा जताया

Rising pollution and how relevant move to introduce electric vehicles कल िमलाकर कार िनमाताओ न साफ नजर आ रही उस तीर को दखन की कोिशश नही की िजसम दषण और उसस होन वाली ा

समाए एक बड़ा सरोकार बनकर उभरी ह यह नीितगत अिनितता नही ह यह सावजिनक िवमश और लोक नीित क ित आख मदन

जसा ह इस पभिम म गडकरी का इलक एव वकक ईधनो स चलन वाल वाहनो पर नीितगत नत िदखाना रोमाचक ह अब सवाल

यह खड़ा होता ह िक भारतीय सड़को पर अिधक ईधन वाल वाहनो की सा बढ़ान क िलए ा कदम उठाए जान चािहए हम यह भी

याद रखना चािहए िक इलक वाहनो को अपनान की हमार पास अनठी वजह ह अब भी भारत म वाहनो की िगनती काफी कम ह खासकर

कारो की अगर िदी का ही उदाहरण ल तो यहा पर करीब 21 फीसदी लोगो क पास ही कार ह जबिक लगभग 40 फीसदी लोगो क पास

दोपिहया वाहन ह वष 2011 की जनगणना क मतािबक कवल 10 फीसदी भारतीयो क पास ही कार थी इसका मतलब ह िक मोटर वाहन

अब भी एक बड़ तबक की पच स दर ह यह पहल वाहन उोग क िवार की सभावनाओ को बया करता ह

E-Vehicles and our attitude ई-वाहनो को लकर हमारा नजरया काफी अलग ह बाकी दिनया म ई-वाहन अिधक एव ईधन-सम कारो स ितधा करन म खद

को िपछड़ता पा रह ह अगर ई-वाहन ाकितक गस एव कोयल स पदा होन वाली िबजली का इमाल करत ह तो िफर हम वातावरण म

काबन डाई-ऑाइड को िवथािपत ही कर ग न िक उस ख कर सक ग यानी ई-वाहनो का इमाल बढऩ पर भी दषण बरकरार

रहगा वह कारो क साइलसर स न िनकलकर ऊजा सयो की िचमिनयो स िनकलगा लिकन ई-वाहन हम शहरो क वाय दषण स राहत तो

िदलात ही ह गडकरी न भी कहा ह िक ई-वाहनो स क तल क आयात पर खच होन वाला भारी खच कम करन म मदद िमलगी

यही वजह ह िक हम ई-वाहन अपनान की िदशा म अिधक साहिसक एव आामक होना होगा अभी तक इस बार म भारत की नीित ढलमल

ही रही ह कछ महीन पहल सटर फॉर साइस ऐड एनवायरनमट (सीएसई) क मर सहयोगी न हाइिड एव इलक वाहनो क रत

समकन एव िविनमाण (फम) क पहल चरण का िवषण िकया था उसस पता चला िक सरकार की तरफ स लाई गई इस ोाहन योजना

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न इल क मोिबिलटी बढ़ान क नाम पर डीजल की औसत हाइिड कारो को ही बढ़ावा िदया था इस योजना का करीब 60 फीसदी उन कारो

क ही िह म चला गया जो न तो इल क थी और न ही परी तरह हाइिड उसक बाद स हालात काफी बदल चक ह सशोिधत फम योजना

स औसत दज की हाइिड गािडय़ो को मदद नही िमलगी इसम इल क-बस पर भी जोर िदया गया ह िजसस परवहन का पर ही

बदल जान की सभावना ह

सबस बड़ा पच तो यही ह अिधकतर भारतीय िनजी वाहनो स नही चलत ह यह कछ बड़ा सोचन का मौका ह तािक हम पहल कार और िफर

साइिकल की तरफ न लौटना पड़ हम ऐसी नीितया बनानी होगी िक ऊजा को बढ़ावा दन वाल िनजी वाहनो क साथ सावजिनक परवहन

क साधनो को भी बढ़ावा िमल शहरो म लाइट रल यानी ट ाम चलाना एक िवक हो सकता ह ट ाम िबजली स चलती ह इसक अलावा कछ

राजमाग का िवदयतीकरण कर उन पर िबजली-चािलत बस चलाई जा सकती ह उन बसो को जरत पडऩ पर रा म ही चाज िकया जा

सकता ह अगर लोगो को उनक अितम गत तक पचान वाल वाहनो को भी इल क बनाया जा सक तो इसस आवागमन स सबिधत

पर ही बदल जाएगा

What is needed इसक िलए सजग सोच की जरत ह पहला बड़ा मसला इस सावजिनक ढाचागत की लागत को कम करन क तरीक तलाशन का ह एक

िवक ह िक हम बड़ र पर सावजिनक खरीद कर जसा एलईडी लाइट क मामल म िकया गया था दसरा िवक ह िक वाहनो को इस

तरह स बनाया जाए िक बटरी क िनमाण की लागत उस वाहन की कीमत म न जड़ अगर हम ई-वाहनो क बजाय ई-परवहन को बढ़ावा दन

पर ान क ित कर तो हमार िवक भी बदल जाएग यह हमार सामन एक अवसर पश करता ह इस बार तो हम यह बस छोडऩी नही ह

कचरा बधन म सधार ो नही Amar_Ujala इल ॉिनक ाक और अतालो का कचरा पयावरण और

वातावरण की सहत क िलए समा बनता जा रहा ह कचरा बधन और

उसस पयावरण सरण क बार म कायनीित की जरत मन क जीवन

स जड़ी ह सिवधाओ क िलए हमन कछ ऐस उाद पदा िकए ह िज

सड़ाया या गलाया नही जा सकता इ कवल वािनक बधन स कम

िकया जा सकता ह सभी कार क कचरो को पनः उपयोग म लाना

सभव नही ह बहतर कचरा बधन स ही उनस छटकारा पाया जा

सकता ह Problem of Electronic waste

आज हर हाथ म मोबाइल ह लपटाप सीडी पन ड ाइव रीजरटर टलीिवजन फोटो कॉिपयस फ मशीनो क नए मॉडल बाजार म आ

रह ह खराब इल ॉिनक उाद ई-कचर म तील हो रह ह घरो म य होन वाल ब बलाइट ाक या बटरयो क कचर

वातावरण म हािनकारक पदाथ छोड़ रह ह How does it waste nagetively affect इन कचरो स ोरनटड और ोिमनटड गस

उिजत होती ह इनम मरकरी शीशा ोिमयम बरयम बरिलयम कडिमयम जस त होत ह जो ा क िलए खतरनाक ह इन ई-

कचरो क िनारण की वािनक नीित का अभाव ह थानीय िनकाय कचर को नदी नालो या सड़को क िकनार फ क रह ह इसस निदयो

की सहत खराब हो रही ह िजसस भजल एव मछिलयो की सहत खराब हो रही ह और उनक सवन स मन बीमार पड़ रहा ह कचरो म

आग लगान स हवा िवषली होती ह तो जमीन पर िबखरन स िमी दिषत होती ह किष सबधी जिवक कचरा आसानी स सड़-गल जाता ह

गावो म शादी-ाह म य होन वाल िमी क बरतन और पलो की जगह ाक क उादो न ल ली ह हर उाद की पकिजग म

ाक य हो रहा ह दश म रोज पह हजार टन ाक कचरा उ हो रहा ह िजनम स मा नौ हजार टन ही पनः उाद क

िलए चना जाता ह िवकिसत दशो न अपन यहा कचरा बधन क उपाय तो िकए ही ह ई-कचर को िवकासशील दशो की ओर सरकाना भी

श कर िदया ह Solution Recycling कचर म स कछ को ही रीसाइिकल िकया जा सकता ह रीसाइिकल करन क िलए जरी ह िक िदन-ितिदन क कचर स जिवक कचर और

रीसाइिकल कचर को अलग िकया जाए इसक िलए समाज का िशित और जागक होना जरी ह हमन कचर को अलग-अलग िनारत

करन की िदशा म समिचत काय नही िकया ह कचर स रीसाइिकल पदाथ को चनन वाल गरीबो क सहार जो कछ कचरा साफ हो रहा था वह

जीएसटी क कारण भािवत आ ह

िचिका कचर का िनारण सतक ता और वािनक बधन की माग करता ह ए-र ट इमाल की गई सइया पिया कोज की

बोतल आिद को कस जमा िकया जाए इसक िलए िचिकालयो को िशित करना होगा

कचरा िनारण की िदशा म हमन थोड़ िवलब स सोचना श िकया ह इस सदभ म हमन कछ जरी कानन भी बनाए ह इसक बावजद

कचरा बधन म कोई सधार नही िदख रहा समय की माग ह िक कचरो को उनक उादन ोत पर ही न और हािनरिहत करन का बध

िकया जाए रीसाइिकल य पदाथ क इमाल पर ादा जोर िदया जाए कचर को खल म छोड़न क बजाय उस जमा करन की वािनक

नीित अपनाई जाए जनता क ा क िलए हम बहतर कचरा बधन करना ही होगा

दषण क खलाफ पहल

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िदी और उसक आसपास क ो म पटाखो की िबी पर सीम कोट की पाबदी दषण क खलाफ जारी लड़ाई लड़न म सहायक बननी

चािहए लिकन ऐसा तब होगा जब आम लोग यह समझन क िलए तयार होग िक उव क नाम पर सहत को नकसान पचान वाल तौर-तरीको

का पराग करन म ही भलाई ह

कम स कम िदी-एनसीआर की जनता इसस अनिभ नही हो सकती िक िपछल वष म और िवशष प स बीत बरस दीपावली क

अगल िदन ऐस हालात बन िक सास लना भी दभर हो गया था

यह ठीक नही िक दश क सबस बड़ उव यानी दीपावली क अगल ही िदन ऐसी थित बन िक लोगो की सहत पर बन आए हालािक

सीम कोट का फसला कवल िदी-एनसीआर क िलए ही ह लिकन दश क एक बड़ िह और खासकर उर भारत क शहरी इलाको

म दीपावली क ठीक अगल िदन काफी कछ वस ही हालात बनत ह जस दश की राजधानी म िदखाई दत ह इसकी भी अनदखी नही की

जा सकती िक हाल क समय म दीपावली को पटाख दागन का पयाय सा बना िदया गया ह और इस म म कही अिधक शोर और िवषा

धए वाल पटाखो का चलन जरत स ादा बढ़ गया ह

हर िकसी को यह महसस करना चािहए िक ककारी सािबत होन वाल इस चलन को थामना व की माग और जरत ह इसस ही

दीपोव की महा बढ़गी बहतर हो िक सामािजक एव राजनीितक ो क अणी लोग आम जनता को इसक िलए रत-ोािहत

कर िक सख-सम और धन-धा क पव पर िन और वाय दषण बढ़ान का काम न िकया जाए लोगो कोजागक करन का यह

काम िदी-एनसीआर क साथ-साथ दश क अ िहो म भी होना चािहए

इस पर हरत नही िक िदी-एनसीआर म पटाखो की िबी पर ितबध क फसल को लकर असहमित क भी कछ र उठ ह ऐस रो क

िलए एक अवसर तो खद सीम कोट न ही द िदया ह उसन पटाखो की िबी रोकन क िपछल वष क अपन आदश म करीब एक माह पहल

सशोधन कर कछ शत क साथ पटाख बचन की इजाजत द दी थी नतीजा यह आ िक पटाखा बनान और बचन वालो न अपनी तयारी श

कर दी कहना किठन ह िक सीम कोट क पास ऐस लोगो क इस सवाल का ा जवाब होगा िक उनक नकसान की िजदारी कौन

लगा अा होगा िक कम स कम भिव क िलए पटाखो क िनमाण और उनकी िबी क िनयमन की जरत समझी जाए ऐसा इसिलए और

भी होना चािहए ोिक बार-बार यह सामन आ रहा ह िक हािनकारक चीजो क इमाल को रोकन म ितबध स अिधक िनयमन भावी होता

ह कई बार िबना िनयमन ितबध या तो िनभावी सािबत होता ह या िफर उसकी काट क तौर-तरीक खोज िलए जात ह यह बात

िजतनी पटाखो क सदभ म लाग होती ह उतनी ही पॉिलथीन और ऐसी ही अ वओ क मामल म भी िकसी क िलए भी यह समझना किठन

ह िक आखर कान फोड़ दन और िवषला धआ छोड़न वाल पटाखो का िनमाण ही ो होना चािहए

Q GS PAPER II

सरकारी नीितयो और िविभ ो म िवकास क िलए हप और उनक अिभकन तथा कायायन क कारण उ

िवषय

ा पयावरण क अिधकार म िदवाली क दौरान फटाक जलान क िविधक िविनयम भी शािमल ह इस पर भारतीय

सिवधान क अनद 21 क और इस स म शीष ायालय क िनणय िनणयो क काश म चचा कीिजए | UPSC 2015

Does the right to clean environment entail legal regulations on burning crackers during Diwali Discuss in the light of Article 21 of the Indian Constitution and Judgement(s) of the Apex Court in this regard

खतो म फसल क साथ सौर ऊजा भी पदा करना जरी Business_Standard फसलो की खती क साथ ही सौर ऊजा क िवार क िलए भी जमीन की उपलता एक मख अवयव ह अगर इन दोनो ो को एक साथ

समािहत करत ए सौर-सह-किष खत म तील िकया जा सक तो इस कमी को दर िकया जा सकता ह दोनो क सामज स जमीन क उसी

टकड़ स होन वाली आय म खासी बढ़ोतरी हो जाएगी जापान चीन जमनी और िटन जस दशो म इस अवधारणा को सफलतापवक

आजमाया जा चका ह जमीन क उपभोग र को बढ़ान क अलावा खतो म लगी फोटो वोक टो (सौर ट) क जरय पदा होन वाली

िबजली न कवल खती सबधी काय क िलए इमाल की जा सकगी ब अितर िबजली को बचा भी जा सकगा

किष-सह-सौर खती स होन वाल लाभ उस समय और भी अिधक बढ़ जाएग जब उसम वषा-जल सचयन को भी जोड़ िदया जाए इस

तरह एक ही जमीन खती क अलावा सौर ऊजा उादन और वषा जल सचयन म भी इमाल की जा सकगी

खतो म लगी सौर टो पर िगरन वाल बारश क पानी को िसचाई क िलए इमाल िकया जा सकता ह

अगर सौर खती को ोाहन िदया जाए तो 100 गीगावॉट सौर ऊजा क उादन और वष 2022 तक किष आय को दोगना करन क

महाकाी लो को भी हािसल करन म मदद िमलगी

िवदशो म सौर खती क िविभ िडजाइन एव मॉडल तयार िकए गए ह और उ थानीय जरतो क िहसाब स सशोिधत िकया जा सकता

ह खासकर सय की रोशनी की उपलता को दखत ए मॉडल परविधत िकए जा सकत ह

जापान म इस सौर साझदारी का नाम िदया जाता ह वहा पर खतो म फोटो-वोक पनल इतनी ऊचाई पर लगाए जात ह िक उनस

छनकर पया रोशनी नीच जमीन तक पच जाती ह जो कम रोशनी म उगन वाल पौधो क िलए काफी होती ह वही जमनी म इन सौर

टो को इस तरह िडजाइन िकया गया ह िक हमशा सय की िदशा म रखन क िलए उ घमाया जा सकता ह

भारत म सौर खती का सवािधक अनकल और वािनक प स आजमाया आ मॉडल जोधपर थत क ीय बजर अनसधान सथान

(काजरी) का ह इस सथान क िनदशक ओ पी यादव क मतािबक सौर खती का यह मॉडल पिम राजथान पिमोर गजरात और पजाब

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एव हरयाणा म फली िवशाल बजर भिम क िलए काफी अनकल ह पिमोर भारत क करीब 32 करोड़ हयर इलाक म बजर भिम पाई

जाती ह खास बात यह ह िक अिधकाश मौसम म इस बजर इलाक म ाकितक रोशनी भी पया माा म िमलती ह CAZARI research amp Suggestion काजरी न जोधपर म 105 िकलोवॉट मता का एक सौर-किष खत तयार िकया ह करीब एक एकड़ जमीन पर बनाए गए सौर फाम का

बड़ा िहा खती क िलए परी तरह खाली ह

सौर पनल लगन क बाद भी 49 फीसदी जमीन फसलो क िलए उपय ह इसक अलावा सौर टो क नीच की 24 फीसदी जमीन भी

फसल उगान लायक ह कम लबाई वाली और पानी की कम जरत वाली फसल इस खत म बोई जा सकती ह

काजरी न इस खरीफ स म यहा मग मोठ ारफली एलोवरा सोनामखी और शखपी की फसल लगाई थी सौर पनल पर इक_iumlा

वषा जल को पाइप क सहार खत म बन भिमगत टक म जमा कर िलया जाता ह सौर टो स पदा होन वाली िबजली को िनधारत दरो

पर पावरिड म भज िदया जाता ह

काजरी का सझाव ह िक िमच ाज लहसन और बदगोभी जसी सयो को सौर पनल क नीच की जमीन पर बोया जा सकता ह इसस

सौर पनलो क आसपास का तापमान कम रखन म भी मदद िमलती ह िजसस िबजली उादन भी अिधक होता ह दसरी तरफ सौर

पनलो की कतारो क बीच की जगह म फसल उगान स मदा अपरदन रोकन म मदद िमलती ह िजसस पनल पर धल नही पसरती और

पनल की मता बढ़ती ह जोधपर जस इलाक म िदन भर म चार स पाच घट तक तज धप होती ह इस वजह स 105 िकलोवॉट मता

वाली यह सौर इकाई खली धप म 420िकलोवॉट िबजली भी पदा कर लती ह

इन फायदो क बावजद हम इस त को नजरअदाज नही करना चािहए िक इस तरह क एकीकत खतो को तयार करन म अी-खासी लागत

लगती ह अगर काजरी क मॉडल को ही दख तो उस जोधपर म यह किष-सह-सौर खत तयार करन म 5233 लाख पय खच करन पड़

इसक अलावा वषा-जल सचय की वथा करन म अलग स सात लाख पय लगान पड़ इतन बड़ पमान पर िनवश कर पाना दश क

अिधकतर िकसानो क िलए नाममिकन ह

इस थित म सौर ऊजा क उादन म लग उिमयो को िकसानो क साथ िमलकर काम करन की सलाह दी जाती ह अगर िकसान और सौर

ऊजा कारोबारी आपसी सहमित स खतो म सौर ऊजा पनल लगान क िलए तयार हो जात ह तो उसस दोनो पो को ही फायदा होगा अगर

दोनो पो क बीच भागीदारी नही बन पाती ह तो किष-सह-सौर खती को ावहारक एव लाभद बना पाना सभव नही हो पाएगा

आवक िकत अपया Recapitalisation step क सरकार न सकट सरकारी बको क पनपजीकरण की घोषणा की तािक इनको फस ए कज क दच स उबारा जा सक इस कज क

चलत ही बको को नया ऋण दन म िदत आ रही ह इसी क चलत दश की बिकग ऋण वदिघ 25 साल क िनतम र पर ह और िनजी

िनवश एकदम अवदघ ह लबी अनदखी क बाद आखरकार सरकार न इन बको को जरी मदद महया कराना तय िकया ह

य दश की कल बिकग म 70 फीसदी िहदारी रखत ह 211 लाख करोड़ पय की यह योजना दो साल म िवारत ह पव गवनर रघराम

राजन क अधीन आरबीआई न बको की परसपि गणवा की जाच की वथा की थी इसक चलत बको को फस ए कज को उजागर

करना पड़ा था और िनपटान की वथा बतानी पड़ी थी इसक बाद स ही सरकारी बको की वहायता सकट म थी एक ितमाही क बाद

अगली ितमाही म बक खासतौर पर सरकारी बक फस ए कज क बढ़त जोखम को ीकार करत गए उनस िनपटन का ावधान करन म

ही उनका अिधकाश मनाफा खप जाता सरकारी बक इस सबस बरी तरह भािवत ह बिनयादी ढाचागत को सबस अिधक ऋण उोन

ही िदया ह समय बीतन क साथ-साथ सरकार क िलए चयन और iuml होता गया या तो कछ डबत सरकारी बको का िनजीकरण िकया जाए

या िफर उनका पनपजीकरण िकया जाए पहला िवक राजनीितक प स वहाय नही था और दसरा िवक राजकोषीय घाट की िiuml स

ठीक नही था अग 2015 क एक अनमान क मतािबक सन 2018-19 तक 18 लाख करोड़ पय क पजीकरण की आवकता थी सरकार

न 51858 करोड़ पय की रािश ही इनम डाली

पनपजीकरण क बार म कई बात अभी िवार स सामन आनी बाकी ह लिकन कछ बात िबदवार ढग स सामन ह मसलन RBI

GOVERNOR ारा जारी बयान म कछ बात होती ह उदाहरण क िलए उोन कहा िक जारी िकए जान वाल बॉ नकदी िनरप हो

सकत ह और घाट म इजाफा होगा लिकन यह मामली हो सकता ह और ऐस बॉ पर चकाए जान वाल ाज तक ही सीिमत रहगा दश क

म आिथक सलाहकार अरिवद समन का इस पर एकदम अलग िवचार ह उनक मतािबक मौजदा लखा वहार क अधीन जो िक

अतरराiumlरीय मा कोष स एकदम अलग ह सरकारी बॉ न कवल सरकारी कज म इजाफा कर ग ब राजकोषीय घाट म भी इनकी

बदौलत बढ़ोतरी होगी िव मालय क अिधकारयो न कहा िक नई पजी क आवटन की ासिगकता इस बात पर भी िनभर होगी िक बक

इसका इमाल िकतन भावी ढग स कर रह ह और फस ए कज स कस िनपट रह ह सवाल यह ह िक ा इसस दश की दोहरी बलस

शीट की समा कछ हद तक हल होगी इसका जवाब आसान नही ह भारी पमान पर िकया जान वाला पनपजीकरण जहा सरकारी बको को

ऋण सबधी चनौितयो स िनपटन म मदद करगा वही दो अ म भी ह पहला यह बहस अभी ख नही ई ह िक असली िदत ा थी

ऋण की आपित या उनकी माग म कमी दसरा मा अिधक गभीर ह सरकार को अब सरकारी बको क लिबत शासिनक सधारो पर भी

ान दना होगा अगर ऐसा नही होता ह तो इस बात की कोई गारटी नही ह नई पजी का समझदारी भरा उपयोग होगा

ाउड फिडग किम बदिघमा और मशीन रोना ा क एक हािलया पच (A theory of crowd funding) स पता चलता ह िक िककाटर जसी ाउडफिडग वबसाइट माग की

अिनितता क दौर म आिथक िकफायत बढ़ान का काम करती ह

Crowd Funding उिमयो को िकसी उाद क तयार होन क पहल उपभोाओ स अनबध करन का अवसर दकर ऐसा करती ह

इसस उनक पास अवसर रहता ह िक अगर उमी सभािवत िनवश न भी कर तो भी व अपन उाद को तयार कर सक

यह उपभोाओ को भी यह ोाहन दती ह िक व अपनी माग जािहर कर

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िककाटर की िया कछ ऐसी ह िक वह गत र पर माग आमित करती ह और इन सभी क िलए लित र की घोषणा

करता ह 30 िदनो की अिभयान अविध क दौरान एकित मागो की घोषणा की जाती ह और उपभोाओ को यह अवसर िदया जाता ह

िक व अपन सशत िनणय सामन रख सक

अगर माग का र पहल की गई घोषणा स कम होता ह तो ाउडफिडग अिभयान को नाकाम घोिषत कर र कर िदया जाता ह अगर

माग ल स ादा हो जाती ह तो उपभोाओ स कहा जाता ह िक व इसकी फिडग कर

यह रािश उस उमी को दी जाती ह जो उ परयोजना पर काम करन को तयार हो इसक अलावा परयोजना परी होन और की गई

माग क िनपटन क बाद उसका एक भरापरा बाजार होता ह

ल हािसल होन क बाद उपभोा खल बाजार म उस उाद को खरीदन की उकता भी िदखा सकत ह िवलिबत भगतान की

समा इसी पवत बाजार म आती ह

यही वजह ह िक ाउड फिडग क जरय माग की अिनितता कम की जाती ह और यह पारपरक उिमता म िमलन वाली िवीय मदद

की कमी परी करता ह

ाउड फिडग पर आधारत यह नवाचार िडिजटल ाित क जरय समाज काण को आग बढ़ा रहा ह

Artificial Intelligence AI की बात कर तो रोबोट को लकर तीन िचताए ह

इनम सबस पहली िचता ह ौोिगकी म बड़ पमान पर रोजगार जाना दसरी िचता ह िक व मन की जगह ल सकती ह या उस

अपना दास बना सकती ह तीसरी िचता रोबोट स जग की ह

अगर ौोिगकी आधारत बरोजगारी और भारत जस िमक बल िनयात वाल दश क अपन जनािककीय लाभाश का इमाल न कर

पान की बात की जाए तो अथशा क मलभत िसात इस डर को खारज करत ह

जब तक ौोिगक स बनन वाली वए मौजदा म आधारत तकनीक स बहतर नही होती ह तब तक रोबोिटक तकनीक को कस अपनाया

जा सकता ह

यह तकनीक ही ह िजसकी वजह स पिमी दशो म ऊची इमारतो पर िनमाण काय नो स होता िदखता ह जबिक भारत म िमको को ऊची

जगहो पर काम करत ए आसानी स दखा जा सकता ह रकॉड का तलनाक लाभ का िसात इस ओर इशारा करता ह िक दिनया क अ

दश तमाम चीज चाह िजतनी कम लागत म तयार कर लिकन भारत को उन चीजो क उादन म तलनाक बढ़त हािसल रहगी िजनका

उादन और िनयात उसक िलए घरल र पर िकफायती ह यह िकफायत म आधारत होगी अहम बात यह ह िक म और पजी जस

कारक आधारत बाजारो म अवसर लागत साफ परलित होनी चािहए इसक िलए म बाजार की िवसगितया कम करनी होगी

जहा तक दिनया पर रोबोट क कािबज होन की बात ह तो कटर और इसानी िदमाग की ासिगकता पर अलग तरह क सवाल ह जॉन सल न

सन 1998 म आई अपनी िकताब lsquoद िमी ऑफ कॉशयसनसrsquo म इस पर अा काश डाला ह म और शरीर क बीच की समा

की शआत ासीसी दाशिनक दकात क व स होती ह वह इन दोनो क की बात करत ह लिकन िगलबट राइल न इसका िवरोध

करत ए कहा िक मन को लकर दकात की ि मशीन म भत क समान ह दाशिनक और वािनक अब इस दोहरपन को माता नही दत

मन िदमाग का कवल एक िहा ह बहरहाल कटर िवािनयो का दावा ह िक िदमाग कवल एक िडिजटल कटर ह और मन उसका एक

ोाम भर ह सल कहत ह िक मजबत एआई को कमजोर एआई स अलग करक दखना होगा ोिक कमजोर एआई कटर को उपयोगी

उपकरण मानता ह िदमाग और कटर क बीच सबस बड़ा अतर यिनविसटी कॉलज ऑफ लॉस एिजलस क तिका िवानी जोिकम फर न

तिका िवान क हािलया िवकास म को अपनी िकताब lsquoद रोसाइस ऑफ ीडम ऐड िएिटिवटीrsquo म बया ह िकताबम कहा गया ह िक

म एक जिटल सतलनकारी वथा ह जो अवधारणाओ को लित िनदश म बदलता ह इसम ी टल कोट की अहम भिमका होती

ह इनम स कई कदम िनितताओ पर नही ब सभावनाओ पर आधारत होत ह जो िविभ कदमो म स िकसी एक क चयन की वजह बनत

ह यह म सोच को दशान वाली बात ह म का सरल कोट वाला िहा सचतन ान को भी िनदिशत करता ह यहा चतना वह

थित ह जो चीजो को लकर हमारी जागकता और म की भावनाक िया को थािपत करती ह

यहा तक िक किम बमा पर काम कर रह वािनक भी अब यह मानत ह िक इसान की जगह रोबोट क इमाल का उनका इस बड़

पर िनभर करता हिक आखर कोई व चत ो ह यह सवाल एमआईटी क भौितक िवानी म टगमाक न उठाया था हालािक म

मानता िक चतनाशील रोबोट िवकिसत हो सकत ह लिकन मरा सदह बरकरार ह म एक जीविवानी अग ह और यह कई तरह क

काम कर सकता ह मझ लगता नही िक इसका कोई िवक होगा

आखरी डर थोड़ा अिधक तािक क ह चािलत रोबो हिथयारो की होड़ श हो सकती ह हमार पास पहल ही ड ोन ह लिकन इ चलान क

िलए मन की जरत पड़ती ह परत टगमाक की रपोट क मतािबक अब असली और पण चािलत हिथयारो का िवकास हो रहा ह जो खद

ही िनशाना तय कर ग

कल िमलाकर िडिजटल ाित न जहा कई तरह क लाभ िदए ह वही इसक साथ कई तरह क आिथक और मानवीय भय भी सर उठा रह ह

िवापन एजिसयो और सोशल मीिडया जस मचो तथा चािलत हिथयारो स जड़ कई डर सामन आ रह ह िजनस िनपटना जरी ह

िदी म ो छाई ह जहरीली धध जान वजह और उपाय - िदी म जहरीली धध छा गई ह इसस हर कोई परशान ह धध की वजह स लोगो का बाहर िनकलना भी मल हो गया ह धध

क चलत िदी-एनसीआर म मिडकल इमरजसी जस हालात बनन लग ह जान य जहरीली धध ो छाई ह और इसस बचन क

ा उपाय ह

=gtा ह इस धध की वजह

- पजाब हरयाणा यपी म पराली जलाना जहरीली धध की बड़ी वजह ह

- िदी क आसमान पर हवा ठहर गई ह इसिलए धध छट नही रही

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- जहरीली धध न िदी को गस चबर बना िदया ह - काबन डाइऑाइड काबन मोनोऑाइड सर डाईऑाइड जसी

जहरीली गस होती ह

- िदी की इस जहरीली धध क िनशान पर सबस ादा ब बजग अथमा क मरीज होत ह

=gtधध स बचन क िलए बरत य सावधािनया ndash

बत जरत हो तभी घर स बाहर िनकल ndash

सबह पाक म वॉक या कसरत न कर ndash

बाहर जा रह ह तो मा का इमाल कर ndash

अथमा क मरीज दवाई अपन साथ रख ndash

बो को ऐसी धध म बाहर न खलन द ndash

बजग मौसम साफ हो तभी बाहर जाए

िनजीकरण घाट स म का िवक एयर इिडया को होन वाल घाट स तग आकर सरकार न इस कपनी क िनजीकरण का फसला िलया ह| सरकार न पाया िक एयर

इिडया को वापस अपन पर पर खड़ा करना किठन ह इसिलय इस बच दना उम ह

जस परानी कार को मािलक बच दता ह लिकन उसी कार को खरीदार ठीक करक चला लता ह अथ आ िक समा कार म नही

ब उसक परान मािलक म थी यह सखद सचना ह िक सरकार न अपनी इस नाकामी को ीकार कर िलया ह

यह तक सरकारी बको पर भी उतना ही लाग होता ह िजतना एयर इिडया पर इ भी एयर इिडया की तरह लगातार घाटा लग

रहा ह

लिकन सरकार इनका िनजीकरण करन क थान पर कमजोर सरकारी बको का अ बको क साथ िवलय करना चाहती ह

Past experience कछ ऐसा ही पव म एयर इिडया क साथ सरकार न िकया था तब दो सरकारी कपिनया थी-इिडयन एयर लाइस घरल और एयर

इिडया िवदशी यााए स करती थी एयर इिडया ॉिफट म चल रही थी जबिक इिडयन एयरलाइस घाट म सरकार न सोचा िक

दोनो का िवलय कर दग तो सिलत कपनी ॉिफट कमाएगी पर ऐसा नही आ पव म ॉिफट म चल रही एयर इिडया भी घाट

म आ गई जस िकसी अी और परानी कार का िवलय कर िदया जाए परानी कार का रिडएटर नई कार म लगा िदया जाए तो नई

कार का सफल होना किठन ह अब सरकार घाट म चल रह सरकारी बको का ॉिफट म चल रह सरकारी बको स िवलय करक इ

भी एयर इिडया की तरह घाट म ल जान की तयारी कर रही ह आय नही िक ॉिफट म चल रह पजाब नशनल बक न ाव

पारत करक घाट म चल रह बको का अपन साथ िवलय करन का िवरोध िकया ह

Root of the problem मल समा ह िक मी और अिधकारी िनजीकरण को पसद नही करत ह वाजपयी तथा अण शौरी की जोड़ी इस िवषय म अपवाद

ह सावजिनक इकाइयो पर सरकारी िनयम लाग नही होत ह अपन चहतो को मी और अिधकारी इन इकाइयो म नौकरी िदला दत

ह उराखड स िवलय क पव उर दश सरकार क एक सिचव चाहत थ िक म उराखड क आिथक िवकास का रोडमप तयार

क उोन कहा िक इस काय को सरकारी ठक पर करन म पच ह इसिलए म गढ़वाल मडल िवकास िनगम को कह दगा व ठका

द दग चिक उन पर सरकारी िनयम कम लाग होत ह

यह ात बताता ह िक सरकारी अिधकारयो और मियो क िलए सरकारी िनयमो का उघन करन म य इकाइया मददगार ह

सावजिनक बको को आज लग रह भारी घाट म मियो एव अिधकारयो का यह दराचरण म कारण ह जािहर ह िक घाट म चल

रह बको का ॉिफट म चल रह बको स िवलय करन स मियो और अिधकारयो की यह धाधलबाजी जारी रहगी और बको को घाटा

लगता रहगा जसा एयर इिडया क साथ आ

Why opposition for privatisation सरकारी बको क िनजीकरण क िवरोध म म तक ामीण ो की सवा को िदया जाता ह तक ह िक ाइवट बको की

ामीण एव कमजोर ो म शाखा खोलन म िच नही होती ह चिक यहा ॉिफट कमान क अवसर कम होत ह

इिदरा गाधी न साठ क दशक म इसी कारण ाइवट बको का रा ीयकरण िकया था इसम कोई सदह नही ह िक ामीण ो

म सरकारी बको की पच ादा ह

पर ह िक ा ाइवट बको को ामीण ो म शाखा खोलन को रत नही िकया जा सकता था रजव बक ारा दश क सभी

बको का िनयण िकया जाता ह वतमान क रजव बक ारा सभी बको को मजबर िकया जाता ह िक व छोट उमो को ऋण द ऐसा

न करन पर बको पर पनी लगाई जाती ह इसी कार रजव बक ारा ाइवट बको को मजबर िकया जा सकता था िक व ामीण

ो म शाखाए खोल अथवा ामीण ो म शाखा खोलन पर सडी दी जा सकती थी अथवा िजन बको ारा पया सा म

ामीण शाखाए न बनाई गई हो उन पर सवा कर की दर बढ़ाई जा सकती थी

ामीण शाखाओ क नाम पर सरकारी बको को जो घाटा हो रहा ह वह अतत दश की जनता को ही भरना पड़ रहा ह सरकारी बको

म मियो और अिधकारयो की धाधलबाजी स ए घाट की भरपाई करन की तलना म ाइवट बको को ामीण ो म शाखा न

खोलन पर पनी वसल करना ादा उम ह लिकन ऐसा करन स मियो और अिधकारयो क पर कट जाएग इसिलय इोन

िनजीकरण क थान पर िवलय का िवक चना ह

सरकारी बको क िनजीकरण क िवरोध म दसरा तक रोजगार का ह कहा जा रहा ह िक इन बको म कायरत हजारो किमयो को

ाइवट खरीदार बखा कर दग दिलतो ारा यह तक भी िदया जा रहा ह िक सावजिनक इकाइयो म आरण लाग होन स

तमाम दिलतो को रोजगार िमला ह िजसस दिलत समदाय का िवकास आ ह यह त सही ह िक सावजिनक इकाइयो म

दिलतो को आग बढ़न का अवसर िमला ह लिकन दिलतो को आग बढ़ान म सावजिनक इकाइया ही घाट म आ जाए तो यह

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नाव को ओवरलोड करक डबान जसा आ इसी उो को हािसल करन क दसर उपाय उपल ह जस जो कपिनया

रोजगार कम सा म दती ह अथवा जो दिलतो को कम सा म रोजगार दती ह उन पर जीएसटी एव इनकम ट की दर को

बढ़ाया जा सकता ह ऐसा करन स सरकार को राज भी िमलगा और कपिनयो क िलए रोजगार बनाना लाभद भी हो

जाएगा

Some problems inherent in privatisation िफर भी इस स को भी ीकार करना चािहए िक िनजीकरण की अपनी समाए ह िनजी कपिनयो ारा मनाफाखोरी की जाती

ह जस ििटश रल का िनजीकरण करन क बाद रलगािड़यो की सरा कम ई पर याा का म कम नही आ इसी कार

अमरका म ा सवाओ क िनजीकरण स आम आदमी को नकसान आ ह गािजयन अखबार क अनसार अमरका ारा िव

म ा पर सवािधक खच िकया जाता ह पर ा क मानको म अमरका कोारका एव बा जस दशो स भी पीछ ह

लिकन इसक िवपरीत उदाहरण भी उपल ह अपन दश म ही िबजली िवतरण क िनजीकरण क सदर परणाम सामन आए ह

उी उपकरणो एव उी किमयो ारा आज बड़ शहरो म 20 स 22 घट िबजली उपल कराई जा रही ह हमारी टलीफोन सवा का

भी ऐसा ही अनभव रहा ह भारत म मोबाइल फोन सवा का म िव क नतम र पर ह

अतः िनजीकरण क बाद की वथा पर िवचार करना चािहए ाइवट िवतरण कपिनयो का िनयण करन को राो म िबजली

िनयामक आयोग बनाए गए ह टलीफोन वथा का िनयण करन को ट ाई बनाया गया ह अतः सरकारी बको का िनजीकरण

करन क साथ-साथ बक िनयामक आयोग बनाया जाए तो दश की जनता सरकारी बको क घाट को भरन स म हो जाएगी

तल का िसयासी मोल Oil Prices around world इस ह की शआत म क तल का ित बरल म िपछल दो वष क

उतम र पर पच गया ट ड 6465 डॉलर ित बरल क भाव पर दज िकया गया न स आए आकड़ बतात ह िक तल

आयात म सी आन स क तल क दाम इतना ऊपर चढ़ ह बहरहाल इतना तो साफ ह िक क तल क बाजार म बढ़त का ख

बना आ ह Causes िपछल साल मख तल उादक दशो क बीच ए समझौत न भी क तल का भाव चढ़ान म अपनी

भिमका िनभाई ह पट ोिलयम िनयातक दशो क सगठन (ओपक) क गर-सद दशो न भी क तल क उादन को दोबारा ऊपर

ल जान पर सहमित जताई थी अब काफी कछ अमरका म शल ऑयल बाजार की गितशीलता पर िनभर करता ह हालािक यह

नही ह िक तकनीकी सधारो और सविधत मता का तल की भावी कीमतो पर ा असर होगा जहा क तल की ित

बरल कीमत का िनधारण अमरकी शल ऑयल की लागत क आधार पर होता रहगा वही कई लोगो का मानना ह िक तल उादन

क मख क सऊदी अरब म राजनीितक अिनितता होन और अ पिम एिशयाई दशो म भी सघष क हालात बन रहन स क

तल क भाव 70 डॉलर ित बरल स भी ऊपर जा सकत ह बक ऑफ अमरका मरल िलच न यहा तक कहा ह िक तल 75 डॉलर

ित बरल का र भी छ सकता ह ऐस म अचरज नही ह िक भारतीय इटी बाजार न तल म क ित अपनी ितिया िचता क

तौर पर जताई ह सस िपछल दो कारोबारी िदवसो म 500 स भी अिधक िगर चका ह िवमानन ाक रसायन एव परवहन

जस ो पर तल क बढ़ ए म का तगड़ा असर होन का अनमान ह

How it could negatively affect Indian economy तल कीमत म बढ़ोतरी भारत सरकार क िलए एक मल समय पर ई ह सरकार आिथक िवकास की धीमी पड़ती रार को

दखत ए अपनी आिथक नीितयो क बचाव म लगी ई ह िवप लगातार यह सवाल उठाता रहा ह िक ईधन खासकर पट ोल पर

कर अिधक ो रखा गया ह आन वाल समय म कई राो म िवधानसभा चनाव भी होन वाल ह इसी तरह अगल साल इस समय

तक लोकसभा चनाव अिभयान भी आकार लन लगगा ऐसी थित म सरकार क सामन पट ोिलयम उादो पर लग करो को बनाए

रख पान की िसयासी गजाइश काफी कम रह जाएगी इसक अलावा सरकार क िलए अपन उस म पर भी िटक रहना मल

होगा िक अतररा ीय बाजार की ताकत घरल र पर पट ोिलयम कीमतो को िनधारत करती ह अगर सरकार खद को चारो तरफ

स िघरा आ पाती ह या तल क भाव अचानक बढ़ जात ह तो िफर यह भी हो सकता ह िक सरकार lsquoअशकािलकrsquo सडी का

ऐलान कर द िफर भी इसम कोई सदह नही ह िक घरल र पर तल कीमतो क िनधारण और करारोपण म बड़ी मल स

हािसल थरता को ितलाजिल दन स सावजिनक िव पर गहरी चोट लगगी एक आरटीआई आवदन म िमली जानकारी क

मतािबक सरकार को िव वष 20160-17 म पट ोिलयम उादो पर कर लगान स 267 लाख करोड़ पय का राज िमला पाच

साल पहल क तल क भावो क आसमान पर होन क दौरान सरकार को हािसल राज स यह रािश ितगनी ह सरकार

राजकोषीय सढ़ीकरण की अपनी राह पर डट रहन म परशानी महसस कर रही ह दरअसल लोकलभावन कदमो क चलत

सावजिनक य बढ़ रहा ह और िनजी क िनवश म िगरावट आन स सरकार अपना पजीगत य बढ़ाकर उसकी भरपाई करना

चाहती ह धानमी कायालय और िव मालय क सामन एक अिचकर सवाल खड़ा होन वाला ह सरकार तल कीमतो को ऊच

र पर बना रहन स पदा होन वाल राजनीितक जोखम का सामना कर या िफर राजकोषीय बमा को ितलाजिल द द इस पर

फसला तो समझदारी स करना होगा

किम बमा को लकर बनानी होगी ठोस योजना Business standard Arificial Intelligence Conflicting views इन िदनो किम बमा (एआई) का िज भर कर िदया जाए तो एकदम अलग-अलग ितियाए सामन आती ह कछ लोग

कहत ह िक इसस रोजगार कम नही होग ब बढ़ग वही अ लोगो का कहना ह िक भारत जस दशो म अगर रोजगार मशीनो

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क हाथ म चल गए तो पहल स ा सामािजक सकट और गहरा हो जाएगा पहल खम क लोग अपन प म ई-कॉमस का

उदाहरण दत ह िजसन कई खदरा रोजगार समा अव िकए ह लिकन करयर क म बत सार रोजगार पदा भी िकए ह

इसकी वजह स लोगो म कौशल िवकास भी आ ह उदाहरण क िलए शयर टी सवाओ क वाहन चालको को ही दख उोन

अपन दम पर जीपीएस का इमाल करना और जगहो को तलाश करना सीख िलया ह यह उनक कौशल का िवकास ही तो ह

मिकजी ोबल इीट क शोध क मतािबक तकनीक क इमाल स लाखो कामगार लािजमी तौर पर नए कौशल सीखग

इसक बावजद उी समान ौोिगकी म तजी स सधार होन स भी लाखो कामगारो क िलए नए अवसर तयार होग इसम कई कम

कशल कमचारी भी शािमल ह इस खम क कई लोगो का यह भी मानना ह िक जब तक मशीन सोचन-िवचारन म अम ह तब

तक मानवीय म का कोई िवक हो ही नही सकता हालािक मशीनो क सोचन िवचारन सबधी भी उतना ही ासिगक ह

िजतना िक यह िक ा पनडया त तर सकती ह उदाहरण क िलए िटन की एक किम बमा कपनी न हाल ही म

अपन कटर ोाम अा गो की एक खबर दी िजसन गो नामक खल म िव िवजता को परा िकया वष 2011 म आईबीएम

ारा िनिमत और किम बमा और सानाक किटग पर आधारत एक ोाम वॉटसन न एक ज शो म इसानो को

परा िकया था यह ोाम इसानो की तरह सोच सकता ह और सवालो क जवाब द सकता ह

Opposing view

वही दसरी ओर िजन लोगो को लगता ह िक इसकी वजह स सामािजक सकट आ सकता ह उनका िवचार एकदम अलग ह ऐस

लोगो म स एक ह अमरकी कटर िवानी जरी कपलान उोन अपनी िवचारोजक पक iumlम नीड नॉट एाई म

भिव की एक ऐसी तीर पश की ह जहा मशीनो क अितमण क बाद की दशा का वणन ह ब क ऑफ अमरका मरल िलच

क एक शोध म कहा गया ह िक कई दश ऐस मोड़ पर पच रह ह जहा रोबोट का इमाल करना िकसी मानव िमक की तलना म

15 फीसदी तक सा होगा रपोट म कहा गया ह िक सन 2025 तक दिनया का 45 फीसदी िविनमाण रोबोट क हाथ म होगा

िफलहाल यह र 10 फीसदी ह

CASE STUDY IBM आईबीएम का उदाहरण लत ह जो एक ट ट ीच इजन महया करा रहा ह यह एकदम सही ढग स ितिया दता ह जब फोन

करन वाल नाराज होत ह तो यह भी बत उािहत होकर जवाब नही दता जरा सोिचए यह िकसी कॉल सटर क कमचारयो पर

कसा असर डालगा इतना ही नही िशण क भिव की तीर भी काफी अलग हो सकती ह कापलन कहत ह िक

ौोिगकी बत बड़ पमान पर िशको की थानाप बन सकती ह इसक िलए िफलहाल यह वथा ह िक छा घर पर

ऑनलाइन िशको क ाान सनत ह और सीखत ह इसक बाद व ल म िशको और िशण सहायको की मदद स गह काय

परा करत ह भिव म शायद ाान क िलए िशको की आवकता ही न हो बस व एक सीिमत भिमका म रह जाएग जािहर

सी बात ह ौोिगकी क साथ नई चनौितया आएगी और िशको की समा और बढ़गी

INDIA amp AI Policy इस परी बहस क बीच भारत कम स कम एक ऐसी नीित तो ला ही सकता ह जो

एआई नवाचार को सही ढग स आग बढ़ाए यहा दो बात ह पहला िशा

वथा और दसरा कौशल और रोजगार म बाजार पर किम बमा क

असर की बात करत ए कपलान एक किठन खड़ा करत ह ा मौजदा

िशण वथा परानी पड़ चकी ह ोिक रोजगार की कित तजी स बदल रही

ह और कौशल बत अहम हो चका ह सरकार को बत तजी स ीय नवाचार

पर गौर करना होगा तािक िविनमाण म चालन पर काम हो सक और

िविवालयो और ाटअप क साथ रोबोिट क म साझदारी की जा

सक ऐसी वथा लाग करनी होगी िजसकी मदद स ऐसा कौशल पाया जा

सक जो भिव क िलहाज स बहतर होगा चीन पहल ही इस िदशा म काफी

बड़ी छलाग लगा चका ह उसन एक िनजी फम बनाई ह जो ऑनलाइन

इजीिनयरग योगशाला क िनमाण का काम करगी तािक िविवालयो और

शोध सथानो क साथ िमलकर गहन अयन ौोिगकी की िदशा म आग बढ़ा

जा सक चीन न हाल ही म किम बमा को लकर िदशा िनदश जारी िकए

ह इसका ल ह सन 2030 तक इस म िव का नत करना अनमान जताया गया ह िक उस व तक एआई उोगो का

उादन म 148 अरब डॉलर का होगा इसस पहल िक बत दर हो जाए हम जाग जाना चािहए

सिवदा किष को ोािहत करना किष क िलए सजीवनी

िकसान की बदहाली की वजह

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िकसान की बदहाली की पहली वजह ह भारत म लगभग 80 फीसद िकसान छोट या सीमात िकसान ह उनक पास एक एकड़

स भी कम किष यो भिम ह िजसस उादन लागत बढ़ जाती हलिकन म कम ही िमल पाता ह उ घाटा सहना पड़ता

दसरा भारतीय किष मानसन आधारत किष होना िजसस खती िसचाई की समा स जझती ह

Contract farming as solution to above mentioned problems अनबध किष म इन दोनो ही समाओ का समाधान हो सकता ह

अनबध खती म कई छोट-छोट िकसान िमल कर एक बड़ िकसान क प म काम करत ह इसम कई िकसानो क खत िमल

जान पर जोत का आकार बढ़ जाता ह िफर इन िकसानो और िनजी खरीदार कपिनयो क बीच उादन की ा खरीद और

िवपणन की शत को पहल स तय िकया जाता ह िलहाजा सबिधत कपिनया कषको को किष लागत तकनीकी सलाह परवहन

की सिवधा आिद उपल कराती ह इसस आधारभत सरचना का िवकास हो पाता ह इसस िकसान गणवा वाल उाद एक

समय अविध म उािदत कर पात ह

Benefit of Contract Farming इस खती का सबस बड़ा फायदा यह ह िक चाह िकतना भी छोटा िकसान हो वह भिमहीन नही हो पाएगा अकसर िकसान

फसल उादन क बाद कज क बोझ स दब जाता ह और भिम बचकर भिमहीन हो जाता ह लिकन इसम कपिनयो क साथ

िनधारत समय क िलए अनबध होन क कारण ऐसा नही हो पाएगा

सिवदा किष िनजीकरण को बढ़ावा दगा और किष म ावसाियकता लायगी फलतः किष अिधक ितध बनगी इसस

िनित ही खतीबाड़ी म सधार दखन को िमल सकगा

इसस किष की बरोजगारी स िनजात िमल सकगी दरअसल दश म परपरागत किष णाली म काम कछ महीन ही रह

पाता ह बाकी महीन कषक बरोजगार ही होत ह लिकन अनबध किष म वािनक तरीक स किष होगी िजसम िकसानो

को िविभ कार की फसल उगान का मौक़ा िमल सकगा

अनबध किष उादन को बढ़ान म भी सहायक होगी सबिधत कपिनया िकसानो को नई तकनीक महया कराएगी

नतीजतन बजर खत भी उपजाऊ बन सक ग कपिनया खााो की ोरज मता को बढ़ान क िलए भी खच कर सक गी

Challenge of Contract Farming अनबध किष म िकसानो क सम कछ चनौितया भी ह

समय पर भगतान की समा कपिनयो और िकसानो क बीच उ िववाद िकसानो का शोषण आिद समाए आ सकती

ह इसक िलए एक आदश कानन की जरत ह

सरकार अनबध किष को बढ़ावा द तो यह िकसान क िलए वरदान सािबत हो सकता ह

वष 2011 की जनगणना को ही ल तो ितिदन 2000 िकसान खती छोड़ रह ह एक अयन क अनसार कवल दो फीसदी

िकसानो क ब ही किष को अपना पशा बनाना चाहत ह इसक बतर कारण ह उनकी समाओ की अनदखी स कई राो

म िकसान आदोलनरत ह लगातार िकसानो की आहा की रपोट भी सरकार को जगान म नाकाम रही ह

िनय ही अनबध किष एक िवक हो सकता ह लिकन सवाल ह िक सरकार इसका िकतना फायदा उठा पात ह एक तरफ

सरकार सरकारी कमचारयो को 108 कार क भ उपल कराती ह और दसरी ओर दश क अदाताओ को कवल lsquoनतम

समथन मrsquo जसा लालीपाप थमा दती ह एक अयन क अनसार ग और चावल की पदावार करन वाल 30 फीसदी िकसान

ही नतम समथन म का फायदा उठा पाती ह सरकार सभी िकसानो क अनाज को नही खरीद पाती िलहाजा 70 फीसदी

िकसानो को बाज़ारो म ही औन-पौन दामो म अपनी फसल को खपाना पड़ता ह सवाल ह िक िकसानो को भी सरकारी

कमचारयो की तरह भ उपल ो नही करवान चािहए कम स कम बिनयादी जरतो वाल चार भ तो होन ही चािहए

मसलन- गह भा िचिकीय भा िशा भा तथा याा भा इसक अलावा कषको क िलए lsquoआय नीितrsquo का भी ावधान होना

चािहए lsquoनतम समथन मrsquo स समान प स सभी िकसान फायदा उठा नही पात साथ ही किष को ावहारक बनान क

िलए lsquoअनबध किषrsquo को अपनान पर जोर द तािक िकसानो की सफलता की सभावना को अिधकतम िकया जा सक

तल कीमतो को लकर हम िकतन िचितत हो भल ही िडट रिटग म सधार हो रहा हो लिकन अतररा ीय बाजारो न हाल ही म हम पर जो नई गगली फ की ह वह िचता क िलए

पया वजह दती ह क तल की कीमतो म तज बढ़ोतरी दखन को िमली ह India amp Oil

दश म तल की जरत का 80 फीसदी आयात करना होता ह और साहसी स साहसी नीित िनमाता या अथशाी भी यह

मानगा िक जन स तल कीमतो म आई 40 फीसदी की समिकत वदिघ हमारी अथवथा को अव भािवत करगी

अगर क तल की कीमतो म ित बरल 10 डॉलर तक की बढ़ोतरी होती ह तो चाल खात क मौजदा र म 4-45 आधार

अको का इजाफा हो सकता ह

माीित 45 आधार अक तक ऊपर जा सकती ह इसक अलावा भी असर पड़ सकता ह हम तल कीमतो म िगरावट का

काफी लाभ िमला ह वष 2014 स 2016 क बीच हमारी अथवथा को इसका काफी लाभ िमला ह अब हम उस लाभ क

सहार आग बढऩा होगा

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ऐस म यह दखना उपयोगी हो सकता ह िक तल क दामो म तजी हम िकतना नकसान पचा सकती ह यह बात दो बातो पर

िनभर करती ह

पहला नकसान का आकलन पहल ही िकया जा चका ह और दसरा अितर नकसान इस बात पर िनभर करगा िक तल

िकस हद तक ऊपर जाता ह

अितर नकसान इस बात पर िनभर करगा िक यहा स कीमत िकतनी ऊपर जाकर थर होगी ा हम अगल एक साल

तक 100 डॉलर ित बरल की दर पर खरीद कर ग या 65-70 डॉलर

तल कीमतो की सीमा की बात कर तो जन क बाद स इनकी कीमत का ख एकतरफा तजी का रहा ह ऐसा इसिलए आ ह

ोिक तल िनयातक दशो क सगठन ारा िनधारत कटौती की माा का अनपालन बढ़ा ह उदाहरण क िलए जन म वािवक

कटौती उस कटौती का 80 फीसदी रही िजस पर सहमित बनी थी अबर म उादको न िमलजलकर अपनी ितबदघता स

ादा कटौती की चिक ओपक मलतौर पर सऊदी अरब क नत वाला पिम एिशयाई समह ह ऐस म इस म बढ़त तनाव

का असर इस पर दखा जा सकता ह इसक सद दशो की सरकारो पर यह दबाव होगा िक व अपन नागरको को बहतर

थित म रख इसम रोजगार सजन और बिनयादी िवकास स लकर सामािजक योजनाओ तक तमाम मानक शािमल ह जब

उनका राजकोषीय य बढ़गा तो उनको भी अितर आय की जरत होगी जो तल स आएगी इन दशो क िलए तल राज

ा का बड़ा जरया ह ऐस म कीमतो म बढ़ोतरी का अनमान लगाया जा सकता ह

अी खबर यह ह िक राजकोषीय नफा-नकसान स िनरप कीमत म िपछल कछ समय म िगरावट आई ह यहा चिकत करन

वाली बात ह िक यह िनरप र सबस ादा सऊदी अरब क िलए घटा ह इसस पता चलता ह िक सऊदी अरब की

अथवथा न अपन उादो म तजी स िविवधता उ की ह यानी अब उसकी सरकार तल पर उतनी िनभर नही ह िजतनी

पहल थी कछ िवषको का दावा ह िक सऊदी अरब अपन बजट को तल की 70 डॉलर ित बरल स कम कीमत पर भी

सभाल सकता ह वह ऐसा कह भी रहा ह यह म ताािलक जरत ह ोिक वहा की कपनी सऊदी अरामको को वष

2018 म त होन वाल आईपीओ म अा माकन चािहए

सवाल यह ह िक तल कीमत कहा जाकर थर होगी आम समझ कहती ह िक कीमत 65 डॉलर क आसपास रहगी गर ओपक

बड़ दश मसलन स आिद बड़ पमान पर आपित करना श कर दग ईरान की िनरप दर 55 डॉलर ित बरल क आसपास

ह ऐस म सी दशो क साथ तनाव बढऩा तय ह बहरहाल अमरका इस बाजार को भािवत कर सकता ह ोिक कछ मौजदा

िवसगितया जस िक मौसम आिद भिव म अमरकी आपित क माग म बाधा नही रहगी अतररा ीय ऊजा एजसी (आईईए) का

मानना ह िक वष 2018 म पारपरक अमरकी आपित और शल गस की आपित दोनो थर रहग शल गस का उादन बीत

कछ सालो क दौरान अिनितता क घर म आ गया था लिकन अब इसम कोई समा नही ह और आन वाल सालो म इसम सधार

होगा इसस जड़ी तमाम आशकाए िनमल सािबत ई ह डलास फडरल रजव न गत माच म एक रोचक सवण िकया िजसम

उसन मौजदा शल उादको तथा सभािवत नए कारोबारयो स पछा िक उनक िलए इस कारोबार म कौन सी दर नफा-नकसान

स िनरप रहगी मौजदा कारोबारयो न कहा िक डटीआई ड क िलए 38 डॉलर ित बरल (ट ड क िलए 41 डॉलर)

की दर और नए कारोबारयो न कहा िक इसक िलए 55 डॉलर ित बरल की दर उिचत रहगी

इसस यही सकत िमलता ह िक तल कीमतो म िगरावट आ सकती ह बहरहाल माग म भी इजाफा हो रहा ह चीन इसम अहम

भिमका िनभाएगा ोिक उसकी माग बत ादा ह माना जा रहा ह िक भिव की माग वदिघ म आधी िहदारी चीन की

रहगी लोलआब यह िक हमार िलए तल कीमत 55 स 65 डॉलर ित बरल क बीच रह सकती ह यानी औसतन 60 डॉलर ित

बरल बाजार म तजी क िहमायितयो को नवीकरणीय ऊजा बाजार पर नजर रखनी चािहए यहा कछ बात ान दन लायक ह

वष 2016 म िबजली मता बढ़ान क िलए सोलर फोटोवॉक तकनीक का योग इस हद तक आ िक वह ताप िबजली को

पार कर गया बीत पाच सालो म सौर ऊजा और पवन ऊजा की नीलामी कीमत तजी स कम ई ह ऐस म यह भी नही कहा जा

सकता ह िक नवीकरणीय ऊजा धीर-धीर अपनी िहदारी बढ़ाएगी

यवाओ को रोजगार जरी Dainik_Jagran कीर क यवाओ का क ीय वाताकार क साथ िमलकर उनस रोजगार उपल करवान का मा उठाना यह दशाता ह िक रा

म बरोजगारी िकस कदर बढ़ रही ह िचता का िवषय यह ह िक घाटी क कई यवाओ न रोजगार न िमलन पर पािकान की शह

पर आतकवाद का राा चन िलया

ढाई दशक स जारी आतकवाद क कारण हजारो यवक मौत क आगोश म समा चक ह म की गभीरता को दखत ए इस

पर क व रा सरकार दोनो को ही मथन करन की आवकता ह इस समय रा की जो थित ह वह िकसी स िछपी

नही ह

गर अिधकारक आकड़ो क अनसार रा म इस समय छह लाख स अिधक बरोजगार यवा ह इनम डॉर इजीिनयर भी

बड़ी सा म शािमल ह यह सही ह िक कछ िदन पहल रा की ममी न भी यवाओ को रोजगार दन क िलए रा

सवा भत बोड और लोक सवा आयोग को चयन िया म तजी लान क िनदश जारी िकए थ

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िवचारणीय िवषय यह ह िक ा मा दस स बीस हजार यवाओ को सरकारी नौकरी दकर बरोजगारी की समा का

समाधान सभव ह

अब सरकारी नौकरी स आग कौशल िवकास की ओर जान की जरत ह दो िदन पव कीर क दौर पर आए भारतीय

टीम क पव कान मोह िसह धौनी न भी कीर क यवाओ को रोजगार क िलए कई िवको पर िवचार करन की

सलाह दी थी िवडबना यह ह िक अभी तक रा सरकार पयटन को रीढ़ की ही कह कर इसी म रोजगार उपल

करवान पर जोर दती आई ह

What to be done बहतर होगा अगर सरकार पयटन क साथ-साथ बागवानी किष क अलावा उोग थािपत करन पर भी जोर द इसक िलए यह

जरी ह िक ममी य पहल कर बाहरी राो क िनवशको को यह िवास िदलाए िक यहा पर हालात सामा ह अगर

रा म उोगो को बढ़ावा िमलगा तो इसस बरोजगारो को भी रोजगार िमलन म मदद िमलगी वही क ीय वाताकार स भी

यवाओ को उीद ह िक वह क व दश सरकार को यवाओ क िलए रोजगार और बहतर िशा उपल करवान की माग पर

गभीरता स िवचार करन क िलए िववश कर ग रोजगार िमलन स यवाओ की ऊजा को भी सकाराक िदशा िमलगी

समानता का नट (Net Neutrality)

भारतीय दरसचार िनयामक ािधकरण यानी ट ाई न मगलवार को नट-ट िलटी यानी नट-िनरपता क प म कई तरह की िसफारश की

ह िजनक लाग होन स उपभोाओ को काफी लाभ होन की उीद जगी ह ट ाई न लबी जोजहद और तमाम कपिनयो स िवचार-िवमश क

बाद कहा ह िक

इटरनट सिवस दाता कपिनयो क लाइसस-करार म सशोधन करन की जरत ह

िनयामक सथा न कहा ह िक कोई भी सामी वबसाइट टफाम एीकशन अटचमट या सचार साधन का उपयोग करन क िलए

इटरनट सवा दाता अलग-अलग श नही तय कर सकत और न ही धनउगाही क िलए नट को धीमा तज या बद िकया जा सकता ह

िक ट ाई की य िसफारश ऐस व आई ह जब दिनया भर म नट-िनरपता को लकर अिभयान चल रहा ह अिभयान क समथको का

कहना ह िक अमरका ाजील नीदरलड जस कई दश हजहा नट-िनरपता का पालन होरहा ह तो िफर भारत समत दसर दशो म इस

लाग ो नही िकया जा सकता ट ाई की िसफारश ागत-यो ह य लाग हो इटरनट सवाओ तक सबकी समान प स पच हो

पाएगी

Background एअरटल न 2014 म इटरनट क जरए फोन कॉल करन पर अलग स श वसलन का फसला िकया था िजस बाद म ट ाई

और उपभोाओ क िवरोध क कारण टाल िदया गया इसी तरह कछ दसरी कपिनयो न वाटसएप ीटर आिद क िलए

अलग स श लन की तयारी कर ली थी जािहर ह ऐसी कोई भी योजना उपभोा अिधकारो क उलट ह श वसलन

म समानता और पारदिशता पहली शत ह लिकन नट सवा दाता कपिनयो की इस ाचारता क खलाफ जब ट ाई न

आम लोगो स राय जाननी चाही तो उसक सामन तकरीबन चौबीस लाख लोगो न इटरनट की आजादी यानी ट िलटी क प

म अपनी राय जािहर की तब स दश भर म नट-िनरपता क िलए समथन बढ़ता ही गया ह

Significance of this आज क दौर म इटरनट सवा एक ब-उपयोगी जरत बन गई ह तमाम कामकाज इस पर िनभर होत गए ह सरकार

खद िडिजटलीकरण क प म ह ऐस म अगर नट सवा सवसलभ और सी नही की जाएगी तो आम उपभोा को ही

इसका खिमयाजा भगतना होगा िविच ह िक एक तरफ परी दिनया म भमडलीकरण का जोर ह और इटरनट इसका बड़ा

उपयोगी उपकरण हजो सभी को एक साथ जोड़ रख सकता ह लिकन दसरी तरफ उस महगा और भदभावकारी बना

िदया गया ह कछ कपिनया गरीबो क िलए भी इटरनट क इमाल की योजनाए ला रही थीलिकन इसम भी एक धोखा

िछपा था जरत ह िक फसबक जसी सोशल साइट हो या कोई और सब पर समानता का िनयम लाग हो ट ाई की

िसफारश तरता स लाग हो व महज शोभा की व होकर न रह जाए तभी उपभोाओ का कछ भला हो सकता ह

खा सरण क िवकास पर हो जोर Recent report by world think tank and India बीत 21 नवबर को उोग मडल एसोचम और िशकागो की िव िस एकाउिटग फम ाट थॉटन ारा सय प स कािशत

अयन रपोट म कहा गया िक भारत म खा सरण (फड ोसिसग) स िकसानो की आय म भारी सधार क साथ-साथ

What is Net Neutrality

िसात प म यह माना जाता ह िक समची इटरनट सवा एक खल यातायात की तरह ह और िकसी भी उपयोगकता को िबना िकसी भदभाव क और

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रोजगार व की उल सभावनाए ह रपोट यह भी कहती ह िक वष 2024 तक भारत क खा सरण म 33 अरब

डॉलर का नया िनवश आकिषत करन और 90 लाख नए रोजगार अवसर सिजत करन की मता ह

इसी तरह िपछल िदनो नीित आयोग न भी lsquoभारत की ामीण अथवथा म सरचनाक बदलाव का रोजगार तथा व पर

भाव नामक परचचा प म कहा िक िकसानो को फसल क अ म क िलए सीध कारखानो स जोड़न और ामीण ो म

रोजगार व क िलए खा सरण सबस उपय ह रपोट क अनसार बीत चार दशक क दौरान दश की ामीण

अथवथा म सात गना व ई लिकन रोजगार दोगन भी नही बढ़ ह ऐस म खा सरण म सधार स किष व सबिधत

ो म बड़ी माा म रोजगार सिजत हो सकत ह

India Food Processing Industry भारत म खा सरण क तहत पाच ह डयरी फल व सी सरण अनाज का सरण मास-मछली एव पो ी

सरण तथा उपभोा वए जस पकटबद खा और पय पदाथ

नवीनतम आकड़ो क अनसार भारत दिनया का सबस बड़ा द उादक दश ह भस क मास पालत पशओ और मोट अनाज क मामल

म भी भारत सबस बड़ा उादक ह

भारत का फलो और सयो क उादन म दिनया म दसरा म ह

भारत कल खाा उादन म भी िव म दसर थान पर ह लिकन भारत म खा उादन क सरण का र िव क अ दशो की

तलना म बत कम ह

दश म कल खा उादन का मा 10 ितशत िहा सरत िकया जाता ह जबिक ितवष 40 फीसदी फसल न हो जाती ह

िव म खा सरत वओ क कल िनयात म भारत की िहदारी मा 22 ितशत ह भारत स खा सरत वओ क िनयात

म मााक ि स भी काफी कमी आई ह 2012 म यह िनयात 3653 अरब डॉलर म का था जो 2016 म घटकर 2919 अरब डॉलर

रह गया जबिक ऐस उादो का आयात लगातार बढ़ा ह

वत खा सरण किष और िविनमाण दोनो ो का एक महपण घटक ह खा सरण की वजह स उपज का अिधकतम

इमाल सिनित हो पाता ह तथा सरत वए उपभोाओ तक सरित व साफ-सथरी थित म पचती ह खा सरण कई

अ पजी आधारत उोगो की तलना म ादा रोजगार दान करता ह

Government effort for Food Processing sector खा सरण स सबिधत नौ मगा फड पाक सचािलत हो रह ह जबिक 41 फड पाक को मजरी िमली ह

इसी तरह दश म 100 स अिधक शीत भडारण खलाए कायरत ह जबिक 236 क िलए मजरी दी गई ह सरकार न िनिद

फड पाक म अलग-अलग खा सरण इकाइयो को सा कज उपल करान हत रा ीय किष और ामीण िवकास

बक (नाबाड) म 30 करोड़ डॉलर म क एक िवशष खा सरण कोष की थापना की ह

रजव बक न भी खा और किष आधारत सरण व शीत भडारण इकाइयो को किष गितिविधयो म शािमल करत ए

उनस सबिधत ऋण को ाथिमकता वाल म शािमल िकया ह

ीम फॉर एो मरीन ोसिसग एड डवलपमट ऑफ एो ोसिसग स क िवकास क िलए 6000 करोड़ पए की

रािश मजर की गई ह इन यासो क साथ-साथ खा सरण को ोाहन दन क िलए बीत 21 नवबर को सरकार न

लॉिज को बिनयादी ढाच का दजा िदया ह

दश-दिनया क किष िवशषो का मानना ह िक भारत म खा सरण उोग को िवकिसत करन क िलहाज स काफी

सभावनाए ह लिकन अब तक खा सरण उोग स न तो िकसानो की खशहाली क अाय िलख जा सक ह और न ही

पया रोजगार अवसर िनिमत हो पाए ह वािषक औोिगक सवण क अनसार दश म पजीकत खा सरण इकाइयो

म 1741 लाख कायरत ह जबिक अपजीकत खा सरण म 4790 लाख लोगो को ही रोजगार िमला आ ह

Challenges in front of Food Processing sector in India दश म खा सरण क सम जो समाए व चनौितया ह उनका ज स ज िनदान जरी ह तभी इस म

िनिहत सभावनाओ का पया दोहन िकया जा सकता ह

अपया परवहन और भडारण सिवधाओ क कारण खत स खा वए कारखानो तक और कारखानो स सरत

वए उपभोा तक पचन म काफी नकसान भी हो जाता ह

खतो का रकबा बत अिधक बटा आ होन तथा नई तकनीक व ियाओ की अपयाता तथा कशल िमको की कमी भी

खा सरण उोग को भािवत कर रही ह

िविभ दशो ारा लाग िकए गए ापार सबधी कड़ तकनीकी अवरोधको क कारण भारतीय खा सरण उादो की

िनयात मता पर भी असर पड़ा ह

What to be done िनसदह खा सरण को दश क िवकास का आधार बनान क िलए कई बातो पर ान दना जरी ह सरकार ारा

िचत फड पाक को िवरीय बिनयादी व शोध सिवधाओ परीण योगशालाओ िवकास क ो तथा परवहन िलकज क

साथ मजबत बनाना होगा बहतर खा सरा व गणवा माणन वथा तकनीकी उन लॉिजक सधार पकिजग

गणवा और ऋण की आसान उपलता की मदद स खा सरण म काफी सधार लाया जा सकता ह खा सरत

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उादो क िनयात को ोािहत करन क िलए विक म-ाखलाए थािपत करन क मनजर ढाचागत व सथागत

सहायता उपल कराई जाए खा सरण क आकार और बढ़ोतरी की सभावनाओ को दखत ए भारत की उोग और

ापार नीित को भी उसी िहसाब स तय करना जरी ह बहतर होगा िक क रा सरकारो स यथोिचत सलाह-मशिवरा कर

रा ीय खा सरण नीित तयार कर हम आशा कर िक क व रा सरकार खा सरण क िवकास म आ रही

बाधाओ को दर करन की िदशा म तजी स काम करगी ऐसा करन पर िनित प स खा सरण दश म किष पदावार

व िकसानो की आय बढ़ान क साथ-साथ रोजगार व म भी सहायक होगा

ओी चवात न एक बार िफर बता िदया ह िक आपदा बधन क मोच पर हम िकतन लापरवाह

ह तकरीबन दो ह पहल भारत क सबस दिणी िह - तिमलनाड क काकमारी और करल क ितवनतपरम िजल क तटीय

इलाक म ओी चवात न तबाही मचाई थी और तब स यहा क सकडो मछआर लापता ह थानीय आबादी क िलए यह

हािलया सालो की बड़ी आपदा सािबत ई ह तो वही इसन एक बार िफर जता िदया ह िक भारत म आपदा बधन का मोचा

िकतना कमजोर ह

पहली बात तो यही ह िक भारतीय मौसम िवभाग न चवात की चतावनी काफी दर स दी थी हालािक इसस पहल उसन

lsquoकम दबावrsquo का बनन की चतावनी जर जारी की लिकन रा आपदा बधन स जड़ अिधकारयो न इसको तवो

नही दी थी

यही नही चवात गजरन क बाद राहत बचाव काय भी दर स श आ इसक साथ ही थानीय मछआरा समदाय क नता

आरोप लगात ह िक इस काम म कम सा म नावो और हलीकॉरो को लगाया गया था िजनम राहत-बचाव क जरी

उपकरणो की भी कमी थी

Relax attitude and reactive machinery बगाल की खाड़ी स तलना कर तो अरब महासागर म चवाती तफान अममन कम ही आत ह शायद यह भी एक वजह रही िक

इस तरफ का आपदा बधन त परी तरह तयार नही था और ओी न उ बरी तरह चौकाया भी इसक उलट बगाल की

खाड़ी म 2013 क दौरान फिलन और 2014 म दद चवात उठा था तब मौसम िवभाग न समय रहत इसक आग बढ़न क

रा की जानकारी उपल करवा दी थी इसस तटीय इलाक का थानीय शासन पहल स तयार था और उसन बड़ पमान पर

यहा स लोगो को सरित थानो पर पचा िदया था

2013 म उराखड आपदा और 2014 म ीनगर बाढ़ की बात कर तो तब मौसम िवभाग न भारी बारश की चतावनी जारी की

थी लिकन बाद म रा सरकारो न िशकायत की िक यह चतावनी अ थी और इसक चलत व पहल स तयारी नही कर पाए

हाल क सालो म मौसमी उतार-चढ़ाव काफी तज हो गए ह और इनक चलत चवाती तफान या भारी बारश जसी आपदाओ का

िसलिसला बढ़ गया ह ऐस म यह बत जरी ह िक मौसम िवभाग और रा आपदा बधन िवभागो क बीच एक च तालमल

हो

What measures will be taken बताया जा रहा ह िक ओी क बाद करल सरकार न तटीय इलाको म सचार की वथा मजबत करन का फसला िलया ह

िफलहाल गहर सम म मछली पकड़न वालो तक पच क िलए कोई सचार वथा नही ह करल सरकार की योजना ह िक वह

इसरो क सटलाइटो क माम स इन ो म सचार का दायरा बढ़ाएगी तािक िकसी भी सभािवत आपदा की पव सचना मछआरो

को दी जा सक तटीय इलाक जहा लाखो लोगो क िलए मछली पकड़ना आजीिवका का साधन ह म ऐसी सिवधाओ पर िनवश

आिथक प स एक बहतर फसला ह जहा तक ओी चवात की बात ह तो इसस भािवत समदायो-परवारो तक अब तरत

राहत पचान और इनक पनवास की जरत ह

दश क उोगो म बढ़ा आिटिफशल इटिलजस का योग बात जब ऐसी तकनीक की आती ह जो जम-जमाए उोग म तफान मचा द तो आनवाल सालो म किम बमा (एआई यानी

आिटिफिशयल इटिलजस) की तती बोलन वाली ह और भारतीय कारोबारयो न िविभ उोगो म रयल टाइम यजस

एपीरएस (वािवक समय म योा क अनभव) को बढ़ान क िलए इसका इमाल श भी कर िदया ह

फोरर क उपा और मख िवषक थॉमस सोन का कहना ह िक एआई की लोकियता दिनयाभर म बढ़ रही ह

ोिक यह उादकता और ापार दशन को बढ़ानवाली कई णािलयो म सधार करता ह

फज और आतकवाद स जड़ सामियो को हटान स लकर स-ड ाइिवग कारो क िलए िवशाल आकड़ो म स काम की

जानकारी चनन स लकर फसबक पर ऐस लोगो की पहचान करन म जो अवसाद क िशकार ह या आहा कर सकत ह

एआई मख भिमका िनभा रहा ह यहा तक िक नासा भी अपन अतर सचार को मजबती दान करन तथा नई शोध व

छानबीन म एआई का योग कर रहा ह

एआई आधारत उपकरण तजी स लोकियता ा कर रह ह और इनका इमाल िदन ब िदन बढ़ता जा रहा ह माइोसॉ न जलवाय परवतन को कम करन की िदशा म काम कर रह लोगो क हाथ म एआई ौोिगकी महया करान क िलए अगल पाच

सालो म 5 करोड़ डॉलर की रकम लगान का वादा िकया ह

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बात जब भारत की आती ह तो एआई ना िसफ ाट िडवाइसो को िवकिसत करन म मख भिमका िनभा रहा ह ब सरकार और

कॉरपोरट दोनो क िलए अपन अितम योा क साथ जड़ाव बहतर बनान म भी मख भिमका िनभा रहा ह

भारतीय रल िसन फल होन की सभावना को ख करन क िलए एआई की मदद स रमोट कट ोल मॉिनटरग कर रही ह इसम एआई

िसल फल की सभावना को पहल ही भाप लता ह

भारत म कई िवीय सथाओ न अपनी परचालन ियाओ म एआई का योग श कर िदया ह एआई की मदद स बक चटबॉट का िनमाण

कर रह ह जो ाहको क साथ सवाद करत ह और मवान आकड़ा इका करत ह

माच म अपन लािचग क बाद स किम बमा (एआई) पर आधारत रोबोट lsquoइवाrsquo का िनमाण एचडीएफसी बक न बगल की कपनी

ससफोथ एआई रसच की मदद स िकया था इवा न अब तक 530000 यिनक यजस क साथ 12 लाख सवाद िकया ह और करीब 27 लाख

पछताछ का जवाब बड़ी आसानी स िदया ह

मख एआई बिकग टफाम पजो न भारतीय ट बक (एसबीआई) क िलए एक चट सहायक िसया लाच िकया ह जो ाहको की पछताछ

का तरत जवाब दती ह और रोजना क बिकग काय म िकसी बक कम की तरह ही उनकी मदद करती ह िसया हर सक ड 10000 और एक

िदन म 864 करोड़ पछताछ का जवाब द सकती ह

घड़ी िनमाता टाइटन न अपन ई-कॉमस ोर पर यवाओ स अी तरह सवाद करन क िलए चटबॉट उतारा ह

जनप क एक अयन क मतािबक कपिनयो क 88 फीसदी वर अिधकारयो को यह उीद ह िक एआई ौोिगकी अगल तीन सालो म

बहतर ाहक अनभव महया कराएगी

िसिट क उपा और कट ी मख (भारतीय उपमहाीप) मकरद जोशी न आईएएनएस को बताया ldquoभारतीय वसाय आज सिय प

स ियाओ को सचा बनान क िलए एआई और मशीन लिनग एोरदम की तरफ दख रह ह ापार एआई का ितध लाभ हािसल

करन और विक अथवथा म लाभदता बढ़ान क िलए उपयोग कर रह हrdquo

घरल आिथक बदलाव क िलए एआई को काम म लान की सभावनाओ का पता लगान क िलए वािण मालय न अग म एक 18 सदीय

कायबल का गठन िकया था जो िविभ ो म िवकास क िलए एआई का लाभ उठान की सभावनाओ का पता लगाएगा

एआई क उभरत म यवाओ को ताल िशित करन की जरत को समझत ए इटल इिडया न इस 40 िशण सथानो स भागीदारी

की ह जो इस ौोिगकी का योग वािनक शोध म कर रह ह इसक अलावा इटल इिडया न 50 िनजी और सरकारी सथानो स साझदारी की

ह िजसम ई-कॉमस हकयर ौोिगकी रा बिकग और िवीय सवा क सथान शािमल ह

कपनी न इस साल एआई क म 90 सथानो क 9500 डवलपरो छाो और ोफसरो को िशित िकया ह

इटल क डटा सटर समह क डटा वािनक (एआई और िवषण) बॉब रोगस न बताया ldquoएआई की मताओ की मदद स मन हकयर

बिकग और िव परवहन ऊजा और रोबोिट क म बहद कम समय म बत सार असाधारण काम िनपटा सकता ह यह दखना

िदलच होगा िक समय क साथ एआई िकस प म िवकिसत होता हrdquo

गगल भी दश म एआई क म लिनग टफाम रलसाइट और शिणक सथान यडािसटी क साथ िमलकर 13 लाख डवलपरो और छाो

क िलए एक नए छावि कायम की घोषणा की ह

इस छावि स छाो को उत शिणक पाम तक पच हािसल करन म मदद िमलगी िजसस एआई समत अ उभरती तकनीको क

म उ रोजगार िमलन की सभावना बढ़गी

दश म एआई को न िसफ बड़ी कपिनया अपना रही ह ब छोटी और मझोली कपिनया (एसएमबी) भी इसका योग कर रही ह

एचपी इक क म इजीिनयर चकात पािटल न बताया ldquoएआई जसी ौोिगकी न िसफ भारत म आपित-माग की खाई को पाटन म बड़ी

भिमका िनभा सकती ह ब ामीण आबादी को भी सश बनान म बड़ी भिमका िनभा सकती ह जहा ा और िशा सिवधाओ का

घोर अभाव ह इस करन क िलए सबस पहल हर िकसी को एक-दसर स तकनीक क माम स जोड़ना होगाrdquo

साल 2017 म फसबक और िटर न अपन टफाम पर फज खबरो और आतकवाद स जड़ी सामियो स िनपटन क िलए एआई की तनाती

की कई कार िनमाताओ न स-ड ाइिवग वाहन क िवकास म एआई ौोिगकी का योग कर रह ह भारतीय बको न एआई की मदद स

चटबॉट बनाया ह

Sourcenewscodein

रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी व Businee_Standard भारत क िलए रोजगार क अवसर पदा करना िवकास की सबस बड़ी चनौती माना जाता ह यह राजनीितक हलको म भी िववाद का एक मख

कारण ह आकड़बाज रोजगार पर नोटबदी क असर को लकर तक -िवतक कर रह ह लिकन य तक -िवतक बकार ह ोिक रोजगार क

आकड़ो की हमारी णाली व बारीक सचनाए महया नही कराती ह जो अकािलक झानो को उनकी वजहो स जोडऩ क िलए जरी ह No real change in Employment data

यह णाली रोजगार और बरोजगारी पर जो बिनयादी सचनाए महया कराती ह उसम भी एक समयाविध म या िविभ आिथक थितयो म बत

कम अतर नजर आता ह एनएसएस क पाच वषय सवण और अब म रो क सालाना सवण बरोजगारी क र म मामली बदलाव

दशात ह और कल आकड़ो म कोई झान नजर नही आता ह असल बात यह ह िक भारत म कोई भी खल तौर पर बरोजगार नही

रह सकता िज म बाजार म थायी रोजगार नही िमल पाता व कोई अथायी काम करत ह या परवार क काम-धध म जट जात ह म

बाजार की दशाए उस आय वग क यो क अनपात म उतार-चढ़ाव या झान स दिशत की जा सकती ह जो काम करन क िलए तयार

ह य दशाए बरोजगारी दर को दिशत नही करती ह इसक बावजद रोजगार सजन की रणनीित का पता लगान क िलए रोजगार सजन

क वतमान झानो क कछ आकलनो की जरत होती ह हाल का एक अयन (1) 1999-2000 स 2011-12 तक क झानो का सकत

दता ह यह अविध ऊची व का चरण ह म बल की सालाना व 1999-2000 स 2011-12 क दौरान घटकर 14 फीसदी पर आ गई

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जो 1983-84 स 1999-2000 क दौरान 18 फीसदी थी इसकी एक वजह बो और मिहलाओ की कम म भागीदारी दर थी आबादी म

यवाओ की तादाद बढऩ क बावजद कामगार आबादी म यवाओ म सा म इसी अनपात म बढ़ोतरी नही ई इसिलए इतनी बड़ी कामगार

आबादी का फायदा नही िमल पाया भारत की िजन दशो स तलना की जाती ह उनक मकाबल हमार यहा कम पढ़-िलख कामगारो (2011-

12 म अिशित या अिशित बराबर कामगार 266 फीसदी) की सा आनपाितक प स ादा थी और कॉलज िशा ा कामगारो का

अनपात भी आनपाितक प स ादा था (2011-12 म 122 फीसदी) सगिठत की िहदारी और थायी रोजगार म बढ़ोतरी स

रोजगार की थितया सधरी ह रोजगार म सगिठत की िहदारी 2011-12 म बढ़कर 257 फीसदी हो गई जो 1999-2000 म 17

फीसदी थी इसी तरह थायी रोजगार 2011-12 म बढ़कर 214 फीसदी हो गया ह जो 1999-2000 म 17 फीसदी था वष 1999-2000

और 2011-2012 क बीच सगिठत म ित कामगार आय म 23 फीसदी और असिगठत म 42 फीसदी सालाना बढ़ोतरी ई

1999-2000 और 2011-12 क बीच काम म मिहला-पष असमानता कम ई ोिक मिहलाओ क िलए रोजगार दशाओ म पषो की

तलना म ादा सधार आ हाल क झान कम अनकल नजर आत ह ोिक म रो का सालाना रोजगार-बरोजगारी सवण दशाता ह

िक बरोजगारी बढ़कर 2015-16 म 5 फीसदी पर पच गई ह जो 2011-12 म 38 फीसदी थी एक िवषक (2) का अनमान ह िक 37 स

55 लाख lsquoरोजगार का नकसानrsquo ह रोजगार म िकतना बड़ा अतर ह भारत उस र पर िकतनी ज पच सकता ह जहा कोई िछपी

बरोजगारी न हो और काम करना चाहन वाल सभी लोग उिचत वतन और अी काय दशाओ पर रोजगार हािसल कर सकत ह मानव

िवकास अयन सथान न उपय अनमानो का हवाला दत ए कहा ह िक वतमान आिध कामगार सा 117 करोड़ ह इसम स 52

करोड़ को काम स हटाया जा सकता ह और इसस उादन को कोई नकसान भी नही होगा 52 करोड़ इस समय कामगार आबादी म

शािमल नही ह लिकन व काम करन म सम ह और करना चाहत ह वही 13 करोड़ सिचत बरोजगार ह इस सरस कामगार आबादी म

हर साल 60 स 80 लाख की बढ़ोतरी होगी ा हम हर साल 16 करोड़ लोगो को उपय कामो म खपा सकत ह और 2030 तक पण

रोजगार का ल हािसल कर सकत ह

मथानॉल को बढ़ावा दन क िलए lsquoमथानॉल इकॉनमी फडrsquo बनाएगी सरकार घटगा तल आयात

नीित आयोग न साल 2030 तक क तल क आयात म सालाना 100 अरब डॉलर की कमी का ल

रखा ह सरकार दशी तौर पर तयार मथानॉल को बढ़ावा दन क िलए lsquoमथानॉल इकॉनमी फडrsquo पर िवचार कर रही ह जो

2030 तक भारत क क तल क 10 फीसदी आयात का थान ल सकता ह इसस क तल क िबल म करीब 30 फीसदी

की कटौती होगी सड़क परवहन और राजमाग मी िनितन गडकरी न गवार को यह जानकारी दी

मथानॉल पािलसी क तहत पट ोल म 15 फीसदी मथानॉल िमलान की बात रखी गयी ह |

लोकसभा म मथनॉल पर बयान दत ए गडकरी न कहा िक नीित आयोग न lsquoमथनॉल अथवथाrsquo क अितम रोडमप म

साल 2030 तक क तल क आयात म सालाना 100 अरब डॉलर की कमी का ल रखा ह गडकरी क हवाल स एक बयान म कहा गया ldquoइस नवीनीकत वकक ईधन को बढ़ावा दन क िलए एक lsquoमथनॉल इकॉनमी फडrsquo

पर चचा की जा रही ह अतदशीय जलमाग और समी म मथनॉल अथवथा म पातरण को लकर ज ही किबनट नोट

जारी कर िदया जाएगाrdquo

2030 तक क तल क आयात म 10 फीसदी कमी करन का ल उोन कहा िक नीित आयोग क रोडमप क मतािबक उनका ल अकल मथनॉल क जरए क तल क आयात म साल 2030 तक

10 फीसदी कमी करन का ह

गडकरी न कहा ldquoमथनॉल और डाइमथाइल दोनो भारत म पट ोल और डीजल स स ह िजनका योग कर भारत अपन ईधन क

िबल म साल 2030 तक 30 फीसदी की कमी कर सकता हrdquo

उोन कहा िक दशी ईधन की लागत करीब 19 पय लीटर ह जो िक िकसी भी उपल ईधन िवक स कम स कम 30 फीसदी

सा ह

1 पहल आधिनकीकरण ही चनौती 2 1 India need to upgrade its fire capacity and need to include advance fleets in its airforce

Dainik_tribune Indian air force and talent shortage भारत-पाक क बीच ए तीन यो म अद साहस

और रण कौशल क बलबत िवजय पताका लहरान वाली भारतीय वायसना आज िवमानो की कमी का सामना कर रही

ह आय िदन होती लड़ाक िवमानो की दघटनाए िशित पायलटो की म बहद िचता की बात ह सिवधा सान व

आकषक वतन की चाह म यवाओ क बरा ीय किनयो की ओर बढ़त लगाव न भी वायसना म यो पायलटो का

सकट पदा िकया ह िनजी एयरलाइ की तजी स बढ़ती सा न सकट म और इजाफा िकया ह 3 Rising accidents बीत 24 नवर को तलगाना क िनकट वायसना का िकरण िशण िवमान दघटना आ यह इस

साल का नौवा िवमान हादसा था इसस पहल 28 िसतर को हदराबाद म एक ट नी िवमान 6 जलाई को जोधपर म एक

िमग-23 4 जलाई को अणाचल म एडवाड लाइट हलीकॉर 15 माच को राजथान म सखोई -30 और 14 माच को

इलाहाबाद म चतक हलीकॉर श आ था कछ बरस पहल तक तकरीबन सह सौ िवमानो क बड़ वाली भारतीय

वायसना म लड़ाक िमग जगआर सखोई आिद िवमानो क अलावा एएन 32 आईएल 76 आईएल 78 बोइग या एवरो जस

टब ोपन आिद परवहन व मालवाहक िवमान थ जबिक बीत सालो म ही वायसना क बड़ म दर तक मार करन वाल

मीरोल यक िवमान िचनक हलीकॉर और हवा स हवा म ईधन भरन वाल उिकान म िनिमत आईएल 78 व नए

परवहन िवमान भी शािमल ए ह बीत दस सालो म तकरीबन सौ िवमान हादस क िशकार ए ह औसतन हर साल नौ

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स िवमान दघटना क िशकार होत ह असिलयत म वायसना न सबस ादा दघटनाओ म िमग और सखोई िवमान ही

गवाए ह वस जगआर एएन-32 िकरण ट नर िवमान परवहन िवमान सी-30 एमआई-17 और चतक हलीकॉर भी

दघटना ए ह इसका सबस म कारण िवमानो का खाहाल होना और उनक रखरखाव म िढलाई समय पर

उनकी मरत न होना व तकनीकी किमयो तथा नौजवान अिधकारयो क बीच समय सहयोग व सामज का पणत

अभाव ह Sukhoi amp Mig and their Vulnerability वायसना क बड़ म सबस ादा लड़ाक िवमान िमग और सखोई ह

इनम िमग-21 व िमग-27 की तादाद ादा ह इन िवमानो की दशभर म 14 ाडन ह 2014 तक इ सवाम िकया

जाना था नए िवमानो की आपित म दरी क चलत परान िमग िवमानो स ही काम चलाया जा रहा ह Need for

Modernisation वायसना म कल 42 ाडन म स कवल आज 32 ाड न ही ियाशील ह एक ाडन म तकरीबन 20

िवमान होत ह दस ाडन खाली पड़ ह कल 200 िवमानो की कमी का वायसना सामना कर रही ह सखोई िवमान

वायसना का आधिनक िवमान ह लिकन यह काफी परान हो चक ह और इनम काफी तकनीकी िदत आ रही ह 1997

स 2017 क बीच सात सखोई िवमान हादस क िशकार य रामी न य ससद म ीकार िकया िक 34 बार ऐसी भी

नौबत आई जबिक सखोई का एक इजन हवा म ही बद हो गया इसी क चलत सौ म स 55 िवमान ही सवा म ह नय 272

सखोई िवमानो की खप आन म तकनीकी िया की वजह स दरी हो रही ह आन वाल कछक सालो म 36 राफल

िवमान भी भारतीय वायसना क बड़ क िह बन जायग लिकन उसम भी अभी दर ह वायसना क हलीकॉर बड़ म

इस समय 250 िकलोमीटर की रार स 560 िकलोमीटर की दरी तय करन वाल 150 स अिधक एमआई-17 हलीकॉर ह

रा मालय भी ीकार करता ह िक 40-45 फीसदी िवमान हादस तकनीकी खराबी क कारण होत ह भिव म िजस

तरह क य होग उनम अित आधिनक बउशीय िवमानो की बहद जरत होगी इसकी चतावनी तो बरसो पहल पव

वायसना माशल ऑफ िद एयरफोस अजन िसह द चक ह उनका मानना रहा िक भारतीय वायसना को न कवल

अित आधिनक िवमान चािहए ब व समिचत सा म होन चािहए अित आधिनक बउशीय िवमान भारतीय

वायसना क िलए इसिलए भी आवक ह यह जर ह िक इसकी कीमत करीब 250 करोड़ स भी बत अिधक यानी

करोड़ो म ह यह सोच लना गलत होगा िक बउशीय िवमान पारपरक लड़ाक िवमानो की जरत परी कर दग अब

दखना यह ह िक वायसना इस सकट का सामना कस करती ह सबस बड़ी िचता कीमती िवमान क साथ अित कशल व

िशित पायलट स हाथ धोन की ह उसकी भरपाई हो नही सकती इसिलए इन मो पर िवचार करना जरी ह

बताया जाता ह िक भारतीय वायसना क आधिनकीकरण हत 200 स अिधक िवमानो की जरत ह िफर 126 मी रोल

यक सखोई व राफल िवमानो क वाय सना म परी तरह शािमल होन पर यो पायलटो की जरत होगी अभी 83

तजस िवमानो की खरीद की िया जारी ह

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए िदवाला समाधान िया) िनयमन 2016 और

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए फा ट क िदवाला समाधान िया) िनयमन

2017 म सशोधन

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (आईबीबीआई) न 31 िदसर 2017 को (i) भारतीय

िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए िदवाला समाधान िया) िनयमन 2016 और भारतीय िदवाला एव

िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए फा ट क िदवाला समाधान िया) िनयमन 2017 म सशोधन कर िदए ह

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िनयमनो क अनसार िकसी भी समाधान योजना क तहत उस धनरािश क िविश ोतो की पहचान करन की जरत ह िजसका

उपयोग असहमित य त करन वाल ऋणदाताओ क बकाया परसमापन म का भगतान करन म िकया जाएगा सशोिधत

िविनयमो क अनसार इस उ य क िलए lsquoअसहमित य त करन वाल िव तीय ऋणदाताrsquo स आशय एक ऐस िव तीय ऋणदाता स ह

िजसन समाधान योजना क खलाफ मतदान िकया या ऋणदाताओ की सिमित ारा अनमोिदत समाधान योजना पर ए मतदान स

अपन को अलग रखा सशोधनो क अनसार सचना ापन म lsquoपरसमापन मrsquo का खलासा करना आवक नही ह िदवाला एव

िदवािलयापन सिहता 2016 और िविनयमो क अनसार समाधान योजना की ा क बाद समाधान सबधी ोफशनल ऋणदाताओ

की सिमित क क सद स यह वचन लन क उपरात उस परसमापन म दान करगा िक सबित सद परसमापन म

की गोपनीयता बनाए रखगा और इस तरह क म का उपयोग वय को या िकसी अ को अनिचत लाभ पचान या

अनिचत हािन क िलए नही करगा इसक अलावा अतरम समाधान ोफशनल या समाधान ोफशनल जसी भी थित हो

परसमापन म की गोपनीयता बनाए रखगा सशोधन क अनसार कोई भी समाधान आवदक सिहता क ावधानो क अनसार

समाधान योजनाओ सबधी आमण म िदए गए समय क भीतर समाधान ोफशनल को समाधान योजना त करगा इसक

फल वप सिहता और िविनयमो क ावधानो क अनसार िजतनी जी हो सक उतनी ज दी ऋणदाताओ की सिमित िकसी

समाधान िया को बद करन म सम होगी

भारत फकगा नई जान Unsuccessful conclusion of WTO amp Indian steps िपछल िदनो नस आयस (अटीना) म आयोिजत िव ापार सगठन (डटीओ) क 11व मिरीय सलन म खा सरा

क म पर वाता असफल हो गई ह अतएव भारत न खा सरा और किष सबधी अ मो पर डटीओ क अमीर और

िवकासशील दशो की छठी मिरीय बठक फरवरी 2018 म बलाई ह िजसम डटीओ क 40 सद दशो क भाग लन की

उीद ह इस बठक म डटीओ क तहत बपीय ापार म नई जान फकन क तरीक भी ढढ जाएग डटीओ म भख एव

खा सरा क मसल पर अमरका और िवकिसत दशो क नकाराक रवय क िवरोध म ायोिचत माग क िलए अगवाई करत ए

भारत क ारा आयोिजत की जा रही लघ मिरीय बठक की ओर परी दिनया की िनगाह लगी ई ह गौरतलब ह िक डटीओ

क नस आयस सलन म भारत न कहा िक दश की गरीब आबादी को पया अनाज महया करान स जड़ खा सरा

कानन स वह कोई समझौता नही करगा भारत की ओर स यह भी कहा गया िक खा पदाथ क सावजिनक भडारण का थायी

हल िनकाला जाना चािहए यह बात महपण ह िक इस सलन म िवकासशील दशो क समह जी-33 क 47 दशो न किष म पर

भारत को परा समथन िदया साथ ही खा सरा कायम पर भारत और चीन म भी एकता दखी गई लिकन इस सलन म

अमरका और यरोपीय यिनयन की नकाराक भिमका रही भारत क ारा उठाई गई खा सरा की माग को लकर इन दशो न

एक साझा र पर पचन स न कवल मना कर िदया वरन य दश खा भडारण क म का थायी समाधान ढढन की अपनी

ितबता स भी पीछ हट गए Objective of WTO उखनीय ह िक डटीओ दिनया को िनयत गाव बनान का सपना िलय

ए एक ऐसा िनयत सगठन ह जो दिनया म उोग ापार एव वािण को सहज एव सगम बनान का उ रखता ह 1

जनवरी 1995 स भावी आ डटीओ कवल ापार एव बाजारो म पच क िलए श सबधी कटौितया तक सीिमत नही ह

यह िनयत ापारक िनयमो को अिधक कारगर बनान क यास क साथ-साथ सवाओ एव किष म ापार पर बातचीत को

ापक बनान का ल भी सजोए ए ह लिकन न कवल नस आयस म वरन डटीओ क गठन क बाद िपछल 22 वष म यह

पाया गया ह िक डटीओ क तहत अमरका और अ िवकिसत दशो की ाथपण गटबदी न किष एव औोिगक टरफ कटौती

सिहत कई मो पर िवकासशील दशो क िहतो को ान म नही रखा ह

इस सगठन स दिनया क िवकासशील दशो को कई साथक लाभ ा नही ए ह भारत जस िवकासशील दशो को सवाओ

एव किष उादो सिहत अनक सामानो क िनयात म भारी परशािनयो का सामना करना पड़ा रहा ह ात अथशाी एव नोबल

परार िवजता जसफ ई टज का कहना ह िक डटीओ का एजडा एव उसक परणाम दोनो ही िवकासशील दशो क

खलाफ ह यह पाया गया ह िक अमरका और िवकिसत दश आिथक सरणवाद की अिधक ऊची दीवार खड़ी करत जा रह ह

आऊटसोिसग जस सरणवादी कदम क अलावा अतररा ीय ापार को पयावरण सरण स जोड़न की कोिशश कर रह ह

िवकिसत दशो म घरल र पर नौकरयो को बढ़ावा दन की अतमखी नीित का पर भारत सिहत िवकासशील दशो क िलए

एक बड़ी आिथक चनौती बन गया ह वत िवकिसत दशो क वीजा रोक और कई वओ क आयात िनयतसबधी ितबध

डटीओ क उ क ितकल ह यही कारण ह िक िवकासशील दशो क करोड़ो लोग जोर-शोर स यह कह रह ह िक जब

डटीओ क तहत पजी का वाह परी दिनया म खला रखा गया ह तो सवा एव म क म वाह और गरीब की खा सरा पर

िवकिसत दशो क ारा तरह-तरह क ितबध अनिचत और अायपण ह यहा यह भी उखनीय ह िक डटीओ क सद दशो

न सडी सीमा श म कटौती ापार की अ बाधाओ को दर करन क िलए 2001 म दोहा दौर की ापार वाता श की थी

िजस वष 2004 म समा होना था परत यह वाता िवकिसत एव िवकासशील दश क आिथक िहतो की टकराहट क कारण अब तक

परी नही ई ह मिरीय वाताओ की असफलता की वजह यह ह िक अमरका सिहत कई िवकिसत दश अपन िकसानो को भारी

सडी जारी रखना चाहत ह लिकन व अपा कर रह ह िक िवकासशील दश िकसानो की सडी कम कर और गरीबो की

खा सरा को भी कम कर नस आयस म िपछल िदनो स डटीओ क मिरीय सलन की असफलता की वजह भी

यही ह लिकन डटीओ क मिरीय सलनो की किष मो पर बार-बार असफलताक बाद भी हम यह मानना ही होगा िक

अभी भी दिनया क तमाम दशो क िलए आपसी ापार का एक साझा ताना-बाना होना जरी ह डटीओ सद दशो की

सा तजी स बढ़कर 164 हो जाना इस बात का सबत ह िक डटीओ की वथा िनयत ापार की सरलता और िनयत

ापार बढ़ान क िलए अब भी महपण ह इसक अभाव म उलझनो और िदतो स भरी ई िपीय िवदश ापार समझौत की

राह ही बचती ह िजसक चलत दिनया अलग-अलग ापार समह म बट सकती ह चिक डटीओ क नस आयस सलन म

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भारत ारा उठाई गए खा सरा और खा पदाथ क सावजिनक भडार क ायोिचत म को ान म नही रखा गया ऐस म

भारत क ारा खा सरा स जड़ िवकासशील दशो की आवाज को डटीओ क तहत आग बढ़ान क िलए फरवरी 2018 म

आयोिजत की जान वाली लघ रीय बठक साथक िस हो सकती ह आशा की जानी चािहए िक भारत क ारा अभतपव प स

खा सरा पर आयोिजत की जान वाली डटीओ दशो की लघरीय इस बठक की ायोिचत आवाज डटीओ क आगामी

मिरीय सलन म िवकिसत दशो को लचीला रवया अपनान क िलए बा करगी

नमािम गग परयोजना म ा ह अड़चन A new technique by IARI

A new technique ha been developed by IARI for cleaning of GANGA which is enviournment friendly and do not harm ecology of area Business_Standard Ganga amp Cleanliness दश की सबस पिव नदी गगा को िफर स एव िनमल बनान क िलए श की गई नमािम गग परयोजना की स रार की

एक म वजह यह ह िक इसम लगातार गद पानी की आवक हो रही ह गगा तट क आसपास क शहरो को लगातार कहा जा रहा

ह िक व गद पानी को साफ करन क िलए सय लगाए लिकन इसक बावजद उन शहरो का गदा पानी िबना शोधन क नदी म िगर

रहा ह जल शोधन सयो को लगान और चलान की ऊची लागत उन मख वजहो म स एक ह िजसकी वजह स य शहर गद पानी

को गगा म छोडऩ स पहल साफ करन म कम िदलची िदखा रह ह Whatrsquos Solution A new Technology by IARI इस समा

स पार पाना काफी हद तक सभव ह यह काम ादा लागत और िदत वाली वतमान परपरागत तरल-अपिश शोधन पित क

थान पर गद पानी को साफ करन की आसान और िकफायती तकनीक स सभव ह यह तकनीक नई िदी थत भारतीय किष

अनसधान सथान क जल ौोिगकी क (डटीसी) न िवकिसत की ह इस नई जिवक जल शोधन तकनीक म पड़-पौधो एव

कई स जीवो का इमाल िकया जाता ह िजनम अशताओ को अवशोिषत करन और पानी को श बनान का कदरती गण

होता ह इसस 50 स 65 फीसदी लागत तो बचती ही ह साथ ही इसस गद जल को साफ करन क काम को लाभद बनान क िलए

राज भी िमलता ह सबस अहम बात यह ह िक इसम िकसी रसायन ऊजा कशल कमचारयो और िकसी इनपट की जरत

नही होती कवल पौधो का बीजरोपण करना होता ह इस णाली म इमाल िकया जान वाला सदाबहार पौधा टाइफा

लाटीफोिलया ह इस पौध म दषक तो को अवशोिषत करन और अपनी जड़ो क आसपास पानी म ऑीजन की माा बढ़ान

और गद पानी को साफ करन का कदरती गण होता ह यह पौधा जल को श बनान वाल स जीवो क सार को बढ़ान म भी

मददगार ह िजसस जल की गणवा को सधारन क िलए रसायनो और जल म ऑीजन बढ़ान वाल उपकरणो की कोई जरत

नही होती ह परपरागत गदा जल शोधन सयो म रसायनो और ऑीजन की माा बढ़ान वाल उपकरणो का ही इमाल होता

ह नई णाली म 80 स 99 फीसदी तक धात अश भी ख हो जाता ह यह परपरागत तरीको स सभव नही ह नई तकनीक को

िवकिसत करन म अहम भिमका िनभान वाली डटीसी परयोजना िनदशक रवी कौर अशता दर करन म टाइफा पौधो और

उनस जड़ स जीवो को िकडनी क समान बताती ह कौर क मतािबक गगा म छोड़ जा रह गद जल को डटीसी तकनीक की

मदद स साफ करन की कल लागत कवल 1300 करोड़ पय आएगी जो परपरागत तरीको स करीब 10430 करोड़ पय आएगी

इसक अलावा डटीसी शोधन सय लगान क िलए जमीन की जरत परपरागत सयो की तलना म बत कम होगी इसक

अलावा पयटको को लभान क िलए इन सयो को पयावरण अनकल ईको-पाक म तील िकया जा सकता ह ोिक इन निदयो म

वासी पी बड़ी तादाद म आत ह सामा गदा जल शोधन सयो म बदब आती ह लिकन नई तकनीक आधारत सयो म कोई

बदब नही आती ह इसकी वजह यह ह िक जल की अशता दर करन की िया िमी की सतह क नीच होती ह िजसम रसायनो

का कोई इमाल नही होता ह य रसायन ही बदबदार गस उिजत करत ह नई णाली की एक कािबलगौर चीज यह भी ह िक

यह टाइफा आधारत सय गाद पदा करन क बजाय जव ईधन पदा करता ह िजस ईधन क प म इमाल करन क िलए

अी गणवा क पािटकल बोड या एनज िकट और पलट म तील िकया जा सकता ह इस उ क िलए टाइफा क ऊपरी

िहो को हर चार माह बाद काटा जा सकता ह यह पौधा िफर स बढ़ जाता ह इसक अलावा नई तकनीक आधारत गदा जल

शोधन सयो म मपालन को शािमल कर आिथक ितफल बढ़ाया जा सकता ह मछिलयो क िलए पोषक आहार गटन और

जगटन इन इकाइयो क तालाबो म खब फलत-फलत ह मपालन अनसधान सथान क साथ िमलकर िकए गए योगो म यह

सामन आया ह िक ऐस समत गदा जल शोधन उमो म मछिलयो का उादन तलनाक प स अिधक और अी गणiumlवा

का होता ह यह मछली उादन जहरील अशो स म होता ह अपन कई फायदो की वजह स डटीसी गदा जल शोधन

तकनीक न 2017 म ॉच िटनम परार जीता ह यह ितित नागरक परार बड़ा बदलाव लान वाल नवोष क िलए

िदया जाता ह इसस पहल ससद की किष पर थायी सिमित न इस तकनीक की उपयोिगता स सहमित जताई और िदसबर 2014 म

ससद म पश अपनी रपोट म इस दशभर म इमाल िकए जान की lsquoपरजोर िसफारशrsquo की शहरी िवकास मालय न भी 420

शहरो को भजी सलाह म गद जल क शोधन म इस तकनीक क इमाल की िसफारश की थी अब नमािम गग परयोजना को

गगा की ता एव िनमलता बहाल करन क िलए इस तकनीक का लाभ उठाना चािहए

3 आिथक असमानता भारत म िसफ 1 फीसदी अमीरो क पास ह 73 फीसदी नई सपि

आिथक असमानता दश की आय म अमीरो और गरीबो क बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही ह इटरनशनल राइटस प

ऑफम न यह सव जारी िकया ह

- असमानता की िचताजनक तीर पश करत ए सव म बताया गया ह िक साल 2017 म अिजत दश की 73 फीसदी सपि पर दश

की एक फीसदी आबादी न का कर िलया इस सव म बताया गया ह िक 67 करोड़ भारतीयो की सपि म महज एक फीसदी का

इजाफा आ ह

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- यानी दश की करीब आधी आबादी की सपि महज एक फीसद बढ़ी और एक फीसदी आबादी न 73 फीसदी सपि पर का कर

िलया िलहाजा अमीरी और गरीबी का अतर और भी बढ़ गया ह सव म कहा गया ह िक भारत की कल सपि का 58 फीसदी

िहा िसफ एक फीसदी अमीरो क पास ह जो दिनयाभर म सबस ादा ह परी दिनया म यह आकड़ा 50 फीसदी था

वही विक र की बात कर तो दिनयाभर म अिजत की गई कल सपि का 82 फीसदी िहा िसफ एक फीसदी क पास गया ह

जबिक 37 िबिलयन आबादी की सपि म कोई परवतन नही आया ह जो कल आबादी का आधा िहा ह

- इस साल क सव म यह भी पता चला ह िक 2017 क दौरान भारत क एक फीसदी अमीरो की सपि म 209 लाख करोड़ पए की

व ई ह य क सरकार क 2017-18 क कल बजट क बराबर ह

रवॉड वक नोट व शीषक स ओफम न यह सव जारी िकया ह रपोट म बताया गया ह िक कस दिनयाभर म अमीरो की

सपि म लगातार तजी स बढ़ रही ह जबिक करोड़ो लोग गरीबी रखा क नीच सघष कर दो जन की रोटी क िलए मशत कर रह

रपोट म कहा गया ह िक 2017 म अरबपितयो की सपि म अािशत इजाफा आ ह ऑफम रपोट क मतािबक िपछल साल

दश म 17 नए अरबपित बन ह इस तरह दश म कल अरबपितयो की सा 101 हो गई ह भारतीय अरबपितयो की सपि बढ़कर

207 लाख करोड़ पए स ादा हो गई ह जो िक सभी राो िक ा और िशा बजट क 85 फीसदी क बराबर ह

कायथल पर लिगक समानता (gender equality) कायम करन की कीमत What cost we have to bear for gender equality at working places Business_Standard आम बजट म मिहला कमचारयो क भिव िनिध अशदान को मानक 12 फीसदी स कम करक 8 फीसदी करन का ाव रखा

गया ह जबिक िनयोा क अशदान म कोई बदलाव नही ह ा 4 फीसदी का यह अतर और अिधक मिहलाओ को कपिनयो म

रोजगार की ओर ल आएगा इसकी सभावना नही ह आइए जानत ह ो पहली बात यह ोाहन इतना ादा नही ह िक

मिहलाए इसकी बदौलत अचानक रोजगार तलाशना श कर द यह बात याद रखन लायक ह िक एक व था जब करदाता

मिहला कमचारयो को पषो की तलना म ादा डड िडडन का लाभ िमलता था हालािक 1990 क दशक म इस ख कर

िदया गया उस व भी हमम स अिधकाश लोगो को सतिiuml िमली थी लिकन कायथल पर लिगक समानता कायम करन की

िदशा म कोई खास मदद नही िमली सरकार न इस मसल को गलत जगह स उठाया ह जसा िक िव मी न कहा भी भिव

िनिध सबधी राहत का उ मश म मिहलाओ की भागीदारी बढ़ाना ह परत म श म मिहलाओ की भागीदारी म

लगातार आ रही िगरावट क बार िकए गए शोध स पता चलता ह िक आम धारणा क उलट मिहलाओ की भागीदरी म कमी इसिलए

नही आ रही ह िक व उ िशा ल रही ह इसक िलए सामािजक वजह भी उरदायी नही ह िव बक क जडर िवभाग की वरiuml

िनदशक करन ाउन क मतािबक ितीयक और ततीयक िशा म उ नामाकन इस िगरावट क बत मामली िह क िलए

उरदायी ह तीसरी बात इस ोाहन को सगिठत म दना कोई खास समझदारी नही ह ोिक दश क रोजगार म इस

की िहदारी बत सीिमत ह जहा तक बाद लिगक सतलन की ह तो वािवक मा आज भी वही ह जो पहल था यानी

मिहलाओ को मश म शािमल होन क िलए ोािहत करन स बड़ी समा ह कपिनयो को उ काम पर रखन क िलए

ोािहत करना हम पता ह िक मिहलाओ को काम पर न रखन क पीछ काफी हद तक भारतीय समाज म िनिहत मदवादी धारणा

िजदार ह परत इसक िलए कई अ कारक भी उरदायी ह इनम स एक मख वजह ह मिहलाओ क िलए उपय काय

परथितयो का न होना इसम न कवल यौन शोषण स सरण का मसला ह ब बहतर शौचालय और रात की पाली म काम

करन वाली मिहलाओ क िलए सरित माहौल का न होना भी बड़ी वजह ह कई फरी मािलक तो लागत बचान क िलए शौचालय

बनात ही नही ह और रात की पाली म काम करन वाल कमचारयो को परवहन सिवधा नही दी जाती व फरी क फश पर ही सो

जात ह य हालात पषो क िलए चल भी जाए तो मिहलाओ क िलए नही चल सकत इसक अलावा वह सनातन िशकायत तो ह ही

िक मिहलाओ क मा बनन पर कपनी को परी छiumlी दनी पड़ती ह और खच उठाना पड़ता ह और इस परी अविध क िलए उनका

थानाप खोजना पड़ता ह सरकार न मिहलाओ और िशशओ क ा को ान म रखत ए उ लागत तो बढ़ा ही दी साथ

ही मात अवकाश भी 12 साह स बढ़ाकर 26 साह का कर िदया 50 या उसस अिधक कमचारयो वाल सथानो क िलए

पालनाघर बनाना अिनवाय कर िदया गया ह य सभी ावधान समझदारी भर तीत होत ह ोिक भारतीय समाज म ब को

पालन की िजदारी मिहलाओ पर ही होती ह कई बड़ िनगम खासतौर पर MNC आईटी कपिनयो की अनषिगयो म वष स ऐसी

सिवधाए िमल रही ह और व अपन कमचारयो म मिहलाओ की अी खासी तादाद को लकर सचत ह सावजिनक की

कपिनया और बक भी इस मामल म उदार ह लिकन ऐस बड़ और धना सथान अपवाद ह ोिक व इस लागत को वहन कर

सकत ह सरकारी कपिनया ऐसा इसिलए करती ह ोिक व कानन का पालन करन को बा ह कई भारतीय कपिनयो खासतौर

पर छोट और मझोल उमो को यह लागत बोझ लगती ह इसिलए व मिहलाओ को काम पर रखन स ही परहज करत ह चिक

एमएसएमई अभी भी दश म रोजगार पदा करन क अहम ोत ह और तमाम लोग ऐस भी ह जो औपचारक रोजगार पर स

बाहर ह तो ऐस म सरकार क िलए बहतर यही होता िक वह भिव िनिध ावधान क बजाय कही अिधक उिचत ोाहन की

तलाश करती हम मानकर चल रह ह िक सरकार मिहलाओ को मश म शािमल करन को लकर उक ह और उनको कवल

वोट का जरया नही समझती उस िलहाज स दख तो बहतर होगा िक मात और िशश स जड़ लाभ का बोझ कपिनयो पर कम स

कम करन क िलए सरकार इस म सडी का ावधान कर परत ऐसा करन म सम आपित की समा बरकरार रहगी

परत अगर कपिनयो को मात लाभ और पालनाघर की सिवधा दन पर कर रयायत दी जाए तो कसा रह इन ावो का

ियायन करना आसान ह और इसक दपयोग की आशका भी बत कम ह ोिक मात अवकाश हमशा िचिकक क

माणप क बाद ही जारी िकया जाता ह हो सकता ह छोट उम इसक बाद भी अपन यहा लिगक सतलन कायम करन पर िवचार

न कर ोिक उनम स कई कर दायर स ही बाहर ह एक सवाल वतन भो म असमानता और ोित का भी ह पष कमचारयो

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को मिहलाओ की तलना म तजी स ोित िमलती ह य सभी अहम म ह लिकन इ तभी हल िकया जा सकता ह जब इसकी

सामिहक आलोचना श की जा सक और इतनी तादाद म हो िक वह नतीजो को भािवत कर सक म श म मिहलाओ की

िहदारी पर बात करक शआत की जा सकती ह

रा रणनीित (Defence Strategy) म आमलचल बदलाव व की माग

चीन क साथ 1962 की जग क पहल भारतीय सना की जो स मता तीन लाख जवानो स भी कम आ करती थी वह िमक प

स बढ़त ए 825 लाख जवानो तक पच गई स मता म बढ़ोतरी को मिमडल की आपात सिमित न 1964 म इस आधार पर

मजरी दी थी िक भारत को पािकान और चीन दोनो क खलाफ एक साथ लड़ाई क िलए तयार रहना होगा उसी समय वायसना म

भी लड़ाक िवमानो क 45 ाड न तयार करन को मजरी दी गई थी उसक बाद आतकवाद और घरल अशाित जसी वजहो स सना

की मता बढ़कर 12 लाख स भी अिधक हो चकी ह जबिक वायसना क ाड न की सा बढ़कर 33 ही ह नौसना की मता म

बढ़ोतरी क िलए ीकत र को अभी तक हािसल नही िकया जा सका ह

सवाल उठता ह िक 1960 क दशक क बाद हमार सरा परवश म ा ऐस बदलाव आए ह िक रा

रणनीित की समीा की जरत खड़ी हो गई ह या िफर हालात कमोबश पहल जस ही ह Read Also भारत का रा बजट दिनया क टॉप 5 बजट म शािमल रपोट इस दौरान सब प परमाण हिथयारो स लस हो चक ह चीन क पास अतर-महाीपीय बिलक िमसाइल ह िजनकी जद म

भारत का समचा भभाग ह वही भारत क पास मौजद मम दरी की बिलक िमसाइल चीन क दिणी िहो क अलावा समच

पािकान को अपनी जद म ल सकती ह भारतीय िमसाइलो की मारक मता म ज ही िवार होन की सभावना ह

पािकान क िमसाइलो की जद म उर भारत क आध इलाक आत ह िजनम राजधानी भी शािमल ह सच तो यह ह िक भल ही

िकसी दश क पास अिधक स ससाधन हो लिकन वह श प को हमला करन स नही रोक सकता ह यह दलील दी जा सकती

ह िक जमीन स चलाई जान वाली िमसाइलो को पण क पहल ही न िकया जा सकता ह या लड़ाक िवमानो को पहल ही मार

िगराया जा सकता ह लिकन इसका यह मतलब नही ह िक हिथयार अपन ल तक नही पच पाएगा चीन और भारत क पास

पनडी स चलाए जा सकन वाल परमाण हिथयार भी ह लिकन िकसी को नही मालम िक इसका बटन पहल कौन दबाएगा इस

परथित म यह माना जा सकता ह िक य तीनो दश शायद ही कछ ऐसा कर ग जो नािभकीय टकराव की थित पदा कर वस दो

दशो क बीच खली जग होन पर दाहस भर तरीक आजमाए जा सकत ह लिकन यह उीद करना हमारा भोलापन होगा िक

दिनया उनक स टकराव को उस थित तक पचन दगी हालािक समय-समय ऐस बयान आत रह ह िक भारत को एक साथ दो

मोच पर लड़ाई क िलए खद को तयार रहना होगा लिकन अभी तक यह महज शाडबर ही सािबत आ ह सप म इन तीनो

दशो क बीच ऐस स टकराव क आसार बत कम ह िजनम टको और थल सना को लब समय तक तनात करन की जरत पड़

लिकन आज स 50 साल पहल ऐस हालात नही थ िफर हमारा राजनीितक नत स जरतो क बार म नए िसर स िवचार करन

और सना क तीनो अगो क िलए नई रणनीित बनान क बार म ो नही सोच रहा ह यह एक ऐसा सवाल ह िजस हरक तक सत

भारतीय को पछना चािहए

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Indian Airforce and Preparedness इस समच िवमश का एक और पहल भी ह वायसना क परान हटर िवमानो क 45 ाड न आज क िमराज या सखोई-30 िवमानो क

बड़ की बराबरी नही कर सकत ह चतावनी दन वाली आसमानी िनगरानी णाली और ड ोन स वायसना की मता और बढ़ती ह

इसी तरह सना क जवान 1960 क दशक म िजस 303 राइफल का इमाल करत थ वह एक बार म एक ही गोली दाग सकती थी

लिकन आज की इास राइफल परानी राइफल स काफी बहतर ह उन िदनो 105 एमएम की किलबर गन सबस अिधक भरोसमद

मानी जाती थी लिकन आज 130 एमएम और 155 एमएम की किलबर गन मौजद ह नौसना क जहाजो और उनम लगन वाल मारक

हिथयारो की भी कछ ऐसी ही थित ह िनगरानी और टोह लन क काम म उपहो की मदद िमलन स नौसिनक जग क हालात

काफी बदल गए ह इस तरह दख तो 1960 क दशक की तलना म भारत क िलए जमीनी पर काफी बदल गए ह दरअसल

एक साथ दो मोच पर जग की अवधारणा ही अपन आप म सिद ह वष 1965 म चीन पािकान का अा दो आ करता था

और अमरका एव तालीन सोिवयत सघ दोनो म स कोई भी भारत का अिधक समथन नही करता था वष 1971 की लड़ाई म भी

चीन न थोड़ा-बत शोर भल ही मचाया लिकन उसन अपन दो की खाितर भारत क खलाफ मोचा नही खोला आज क दौर म

चीन खद को अमरका क सम विक श क तौर पर खड़ा करन की महाकाा पाल ए ह इसक िलए उस चार-पाच

दशको तक चतिदक गित की दरकार ह लिकन दसरो क साथ स टकराव म फसन पर ऐसा नही हो पाएगा वस डोकलाम जस

कछ वाकय हो सकत ह और चीन की बयानबाजी भी जारी रह सकती ह लिकन बड़ र पर सघष की आशका काफी कम ह उसी

तरह पािकान क साथ भी खली जग की आशका कम ह इतन वष म हम lsquoजग स कमrsquo वाल हालात की तरफ बढ़ चक ह

भारतीय सना को 1960 क दशक की तलना म अब आतकवाद-रोधी अिभयानो म अब परी िशत स लगना पड़ रहा ह इस काम म

काफी सिनको की जरत पड़ती ह और िनकट भिव म तो हालात बहतर होन क आसार कम ही ह खदजनक ह िक इस गभीर

समा क खा क िलए िजस तरह क राजनीितक यास िकए जान चािहए उनकी भारी कमी ह और हम आतकवाद क खा क

िलए स ताकत पर ही िनभर ह जबिक ऐसा नही िकया जा सकता ह दसरा िहद महासागर और िहद-शात ो म समी ताकत

की भिमका बढ़ती जा रही ह इस मामल म भारत को अपनी श और भाव दोनो बढ़ान की जरत ह आज स 50 साल पहल

नौसना भल ही दर स दखत रहन को िववश थी लिकन आज यह भारत की समी श एव भाव िदखान का मल साधन ह हवाई

एव साइबर ताकत की भिमका अब पहल स काफी अहम हो चकी ह इन बदलावो क चलत हम स योजना का खाका नए िसर स

तयार करन और बदल ए व क िलहाज स स मता म बढ़ोतरी क बार म भी िवचार करन की जरत ह हमार रा बजट

का करीब 68 फीसदी िहा राज य म ही चला जाता ह िजसम सिनको क वतन एव सब सवाओ का बड़ा योगदान होता ह

ऐस म हम जरत क मतािबक आधिनक स बल नही िमल पाएग हम ासिगक चनौितयो को ान म रखत ए अपनी स-

श का आकार तय करना होगा ा एव िशा क िलए बजट आवटन कम होन की सरत म रा क िलए अिधक धन की

माग करना िनरथक ह हम स तयारी क िबद पर एकदम नए िसर स सोचना होगा तािक नई वािवकताओ का ान रखा जा

सक वष 2018 क सरा पर को आध दशक परान पमान स परखना अजीब ह आखर अब हमारा एक दन दो िहो म

बट चका ह और दसरा दश महाश बनन की तयारी म ह उस पमान का व तो कभी का ख हो चका ह िलहाजा उसक

िहसाब स रणनीित बनाना सही नही होगा

HINDI (Optional) TEST SERIES Schedule टट

सया िनधारत दनाक पाम

1 1 जलाई भाषा खड अपश अवहटारिभक हदी दवनागरी िलिप अवधीजटपणी सिहत|)

2 8 जलाई किवता खड (कबीर सर तलसी जायसी िबहारी ग ndashाया सिहत )

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3 15 जलाई भाषा खड(खड़ी बोलीदिखनी हदी राजभाषा हदी का वािनक एव तकनीक िवकास टपणी

सिहत

4 22 जलाई किवता खड (िनराला साद अय मिबोधनागाजन दनकर ाया सिहत |)

5 29 जलाई ग खड (कहानी नाटक उपयास िनबध एव आलोचना का िवकास ग क अय िवधाए

(समरणरपोताज आद )गोदान +मला आचल दा महाभोज

6 5 अगत middot (सािहय इितहास ) आदकाल भिकाल रीितकाल भारतदयग िवदी यग छायावाद

आद टपणी सिहत )

7 12 अगत गितवाद योगवाद नई किवता समकालीन किवता नवगीत अकिवता टपणी सिहत )

8 19 अगत (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

9 30 अगत (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

10 9 िसतबर (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

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Page 3: THE CORE IAS - GShindi 3.pdf6 न ड न क च न त स ज झ रह भ रत क च त 7नई तकनीक का डर: पर डाइवरलेस कार

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Contents

िवान एव ोोिगकी 1आिटिफिशयल इटिलजस स हो सकगा रोगो का सटीक इलाज

2 नए-नए आयाम तय करता भारतीय िवान

3 Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology (SEXTANT) ा ह 4 एक

साथ हो रहा सपरमन मन और चहण

4भारत म 64 फीसदी एटीबायोिट सरकार की मजरी क िबना ही िबक रह ह रपोट

5Artificial intelligence को ापक पमान पर अपनान का व

6न ड न की चनौती स जझ रह भारत की िचता

7नई तकनीक का डर पर ड ाइवरलस कार

8 ा मददगार होन क बावजद आिटिफिशयल इटिलजस हम तीसर िव य की तरफ धकल सकती

9Robot Are they dangerous for Jobs

10काणकारी हो किम बमा

11ाउड फिडग किम बदिघमा और मशीन

12 किम बमा को लकर बनानी होगी ठोस योजना

13दश क उोगो म बढ़ा आिटिफशल इटिलजस का योग

ऊजा पयावरण इािद

1 वष 2022 स पहल परा होगा रएबल ऊजा का उादन ल

2 भारत क िलए िमथनोल अथवथाः ऊजा सरा मक इन इिडया तथा श काबन भाव

3 Over The Barrel An energy agenda for 2018

4 BBIN मोटर वाहन समझौत न िफर स गित पकड़ी

5 अय ऊजा बनाम कोयला

4 पयावरण को लील रहा शहर का दायरा नकसान की म वजह अिनयोिजत शहरीकरण

5 Saving the environment and the economy

6 भारत वन थित रपोट 2017 (India state of forest report 2017)

7 कोयला खान उगल सकती ह सोना Coal Privatisation

8 गम की चतावनी (Heat Stress)

9 भीषण जल सकट की डरावनी आहट (Severity of water crisis)

10 पानी की िफ

11 िवलय और ऊजा सरा

12 बचाए बद-बद पानी

13 ऊजा सरा पर ान स भारत होगा बलवान

14 बढ़त कचर की चनौती स िनपटना

15 जलवाय परवतन क नतीज

16 ऊजा परतता स चािहए आजादी

17 भारत का परमाण ऊजा कायम

18 lsquo भारत अिभयानrsquo का दसरा चरण lsquoकड़ा बधनrsquo

19 सौर ऊजा को सलभ बनान इस म पारदिशता लान

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20 भजल तर (Ground water level) म लगातार िगरावट

21 पयावरण सरण को रोजगार स भी जोड़गा सीपीसीबी

22 आिखर पयावरण इतना मायन य रखता ह

23 परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर

24 जल पर सवदनशील बन समाज

25 कचरा बधन म सधार य नह

26 खत म फसल क साथ सौर ऊजा भी पदा करना जरी

27 दषण क िखलाफ पहल

28 दली म य छाई ह जहरीली धध जान वजह और उपाय

नमािम गग परयोजना म या ह अड़चन A new technique by IARI

आतरक सरा

1अपया ह मानव तकरी कानन (Human trafficking law)

2 य दली म मिहला क िलए पिलस क बीच भी खद को असरित महससकरन क वजह मौजद ह

रोजगार एव िवकास

1रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी वि

2िवीय पारदशता म राय को भी बनाना होगा भागीदार

3 आवयक सधार RBI-NPA-Insolvancy

4 भारत क नई चताएAmerica and duty on steel

5 छोट उोग पनप तो सधरगी अथवथा

6 िबना रोजगार का कौशल

7 कारोबार का माहौल NITI AYOG REPORT

8 उभरत भारत म िवत तीय समावशन

9 भारत म पष क मकाबल मिहला क बरोजगारी (Women Unemployment) अचानक य बढ़न

लगी ह

10 िनयात बन सकता ह िवकास का इजन

11 छोट उोग क चता कर सरकार

12 रोजगार क कसौटी और िवकास

13 टड अप इिडयाrsquo योजना भी लॉप होन क रात पर

14 यह रोजगार िवहीन िवकास ही तो ह

15 िनजीकरण घाट स मि का िवकप

16 यवा को रोजगार जरी

आपदा बधन

1 मबई हादस क सबक

2बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

3 2050 तक 143 करोड़ लोग को ाकितक आपदा क वजह स अपना घर बार छोड़ना पड़ सकता ह िव

बक

4आसमान स बरसता मौत का कहर

5पानी क फतरत स िखलवाड़ का नतीजा ह बाढ़

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6 बाढ़ जिनत समया का बधन

7मबई का सकट

8बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

9ओखी चवात न एक बार फर बता दया ह क आपदा बधन क मोच पर हम कतन लापरवाह ह

किष एव सिधत म

1 किष म िनजी पजी क ह फायद अनक

2पीडीएस को खम कर दगा डीबीटी

3किष को ावहारक और लाभकारी बनान क िलए रणनीितया

4Why are farmers distressed across India

5एककत खती स िमल सकता ह जमीन का अिधकतम लाभ

6ldquoकिष 2022- doubling farmer income

7गोबर ामीण जीवन क तकदीर बदलन क साथ खती को बना सकता ह लाभ का वसाय

8पजाब हरयाणा उरर दश और राीय राजधानी दलीक म फसल अवशष क यथाथाीन बधन

क िलए किष मशीनरी ोसापहन को मजरी

9किष यीकरण को बढ़ावा दन क उय स किष यीकरण उपिमशन ारभ

10दध ाित म िनिहत किष क सबक

11ई-नाम सधार

12कसान क आमदनी बढ़ान क िलए कदम

13कसान को चािहए साहिसक सधार

14जिवक खती ही उपाय

15नदय को जोड़न म चनौितया कम नह

16सिवदा किष को ोसािहत करना किष क िलए सजीवनी

17खा सकरण क िवकास पर हो जोर

बजट-

1 बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात

2िव वष म बदलाव

साइबर तथा इरनट-

1इटरनट क डाटा पर जद पाना होगा काब नह तो बढ़ जाएगी चता

2िनजता क सरा का सवाल

3अिधकार और सरा क नई लड़ाई

4समानता का नट (Net Neutrality)

मीिडया-

1 Media क सरा और लोकत

बिकगिव व अवसरचना

1 बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात 1इटरनट क डाटा पर ज पाना होगा काब नही तो बढ़ जाएगी िचता

2िनजता की सरा का सवाल

3अिधकार और सरा की नई लड़ाई

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1परवहन क जीवन रखा बन जलमाग

2 अथवथा म सधार क िलए मजबत हो दरसचार

3 ई-वाहन क बजाय ई-परवहन पर दया जाए यान

4आवयक कत अपया Recapitalisation step

1घरल कामगार क िलए कानन

2तल का िसयासी मोल

3तल कमत को लकर हम कतन चितत ह

4 भारतीय दवाला एव दवािलयापन बोड (

5आथक असमानता भारत म िसफ 1 फसदी अमीर क पास ह 73 फसदी नई सपि

6कायथल पर लिगक समानता (gender equality) कायम करन क कमत

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SCIENCE TECH 1आिटिफिशयल इटिलजस स हो सकगा रोगो का सटीक इलाज

आिटिफिशयल इटिलजस िचिकक अब दय सबधी रोगो स लकर क सर का सटीक इलाज कर पाएग यह सब सभव हो सकगा आिटिफिशयल इटिलजस

तकनीक स

डॉर िफलहाल दय सबधी रोगो का पता लगान क िलए िदल क धड़कनो(हाटबीट) की जाच करत ह इसम पाच म स एक

मामल म अनभवी डॉर भी बीमारी का पता लगान म चक जात ह कई बार मरीज को थ बता घर भज िदया जाता ह या िफर

अनावक प स सजरी की सलाह द दी जाती ह

वािनको न ऐसी आिटिफिशयल इटिलजस तकनीक को िवकिसत िकया ह जो दय रोग का ज और सटीक प स पता लगान

म सम ह एआइ तकनीक न म िदख रह उन छोटी जानकारयो का भी पता लगा लगी िजस डॉर नही दख पात ह जाच क

बात िसम यह भी बताएगा िक मरीज को दयाघात का खतरा ह या नही

फफड़ क क सर का पता लगान क िलए भी एआइ िसम िवकिसत िकया गया ह यह कोिशकाओ क समह नॉ (गाठ) की

जाच करता ह िफर बताता ह िक गाठ आग चलकर क सर का प लग या नही

ENERGY

1वष 2022 स पहल परा होगा रएबल ऊजा का उादन ल वष 2022 तक रएबल ऊजा ोतो स 175 लाख मगावाट िबजली बनान का सरकार का ल समय स पहल परा कर िलया

जाएगा

इस वष क अत तक पवन सौर और ऊजा क अ अपारपरक ोतो स 90 हजार मगावाट िबजली बनान का काम परा हो

जाएगा

नवबर 2017 तक रएबल एनज ोतो स 62000 मगावाट मता की िबजली बनान क सय थािपत हो चक ह

-अभी सरकार की तरफ स सौर ऊजा क िलए 14000 मगावाट की और िनिवदाए जारी की गई ह जबिक कछ और िनिवदाए

अगल िव वष क दौरान जारी की जाएगी कई राो म सोलर पाक बनान का काम तज िकया जाएगा

सरकार की दश म सोलर पनल बनान की योजना क मतािबक पहल चरण म 20 हजार मगावाट क सोलर पनल बनान क िलए

फया थािपत की जाएगी इसक िलए िनिवदा जारी की गई ह अभी दश म िजतन सोलर पनल की जरत होती ह उसका 80

फीसद चीन या ताईवान स आयाितत होता ह

बतात चल िक दश क कई िहो म सोलर पाक बनान क राो क ावो म दशी-िवदशी कपिनया काफी बढ़-चढ़कर िहा ल

रही ह कपिनयो क बीच ितधा होन की वजह स सौर ऊजा बनान क िलए कपिनयो की दरो म लगातार िगरावट आ रही ह

हाल ही म एक कपनी न 245 पय ित यिनट की िनिवदा भरी थी िजस ीकार िकया गया ह

=gtसमी लहरो स िबजली -

- सरकार समी लहरो स िबजली बनान की योजना को लकर भी काफी गभीरता स आग बढ़ रही ह एक अयन क मतािबक खभात की

खाड़ी म समी लहरो स 7000 मगावाट और क की खाड़ी म 1000 मगावाट िबजली बनाई जा सकती ह जबिक पिम बगाल क

सदरबन इलाक म 100 मगावाट िबजली बनाई जा सकती ह

2 भारत क िलए िमथनोल अथवथाः ऊजा सरा मक इन इिडया तथा श काबन भाव भारत म मथनोल अथवथा पर नोट इस कार हः भारत को वतमान म ितवष 2900 करोड़ लीटर पट ोल और 9000 करोड़ लीटर डीजल

की आव यकता ह भारत िव व म छठा बड़ा उपभो ता ह यह खपत वष 2030 तक दोगनी हो जाएगी और भारत तीसरा बड़ा उपभो ता बन

जाएगा क तल क िलए हमारा आयात िबल लगभग 6 लाख करोड़ पय ह हाइड ोकाबन ईधन न ीन हाउस गस उ सजन (जीएचजी)

सिहत पयावरण को भी िवपरीत प स भािवत िकया ह भारत िव व म तीसरा बड़ा ऊजा सबधी काबन डाइ आ साइड उ सजक दश ह

िद ली जस शहरो म लगभग 30दषण ऑटोमोबाइल स ह और सड़को पर ऑटोमोबाइलो की बढ़ती स या दषण को और िवकत कर

रही ह यह अव य ान िदया जाना चािहए िक हाल की थित गभीर ह और अब सरकार क िलए दश म शहरी दषण को कम करन क

िलए िव तत योजना (रोड मप) तत करन और दषण सबधी मौतो को परी तरह स रोकन का समय आ गया ह

मथनोल ही यो मथनोल ईधन म िवश वलन कण ह जो परवहन म पट ोल और डीजल दोनो का और रसोई ईधन म एलपीजी लकड़ी िमी तल का

थान ल सकता ह यह रलव समी जनसटस पावर जनरशन म डीजल को भी ित थािपत कर सकता ह और मथनोल आधारत

सशोधक हाइिड और इलक मोिबिलटी क िलए आदश परक हो सकत ह मथनोल अथ यव था सपण lsquoहाइड ाजन आधारत ईधन

णािलयोrsquo क सपन क िलए lsquoसतrsquo ह मथनोल सभी आतरक दहन ईजनो म भावशाली प स जलती ह कोई पािटकलट मटर नही पदा

करती कोई कािलख नही होती लगभग श य एसओए स और एनओए स उ सजन (लगभग श य दषण) होता ह मथनोल का गसीय प-

डीएमई को एलपीजी क साथ िमलाया जा सकता ह और यह बड़ी बसो और ट को म डीजल क िलए बहतर पयाय हो सकता ह पट ोल म

मथनोल 15 (एम 15) दषण को 33 तक कम करगा और मथनोल ारा डीजल ित थान 80 स अिधक दषण कम करगा मथनोल को

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ाकितक गस इिडयन हाई ऐश कोल बायो-मास एमएसड य ट डड और ड गसो स बनाया जा सकता ह और भारतीय कोयल और

सभी अ य फीड टोक स 19 ित लीटर की दर स मथनोल क उ पादन (उिचत ौोिगकी सयोजन क मा यम स) को ा त िकया जा

सकता ह िव व का बहतर िह सा काबन डाइआ साइड स नवीकरणीय मथनोल की िदशा म पहल ही जा रहा ह और काबन डाइआ साइड

स मथनोल का िनरतर रीसाइिकिलग अथात टील लाटो स उ सिजत काबन डाइआ साइड िजयोथमल एनज अथवा काबन डाइआ साइड

का कोई अ य ोत भावी प स lsquoहवा स मथनोलrsquo

मथनोल क िलए िवश व परश य िपछल कछ वष क दौरान ईधन क प म मथनोल और डीएमई का उपयोग काफी बढ़ा ह मथनोल माग काफी प स सालाना 6 स 8

तक बढ़ रही ह िव व न मथनोल की 120 एमटी की मता स थािपत की ह और यह वष 2025 तक लगभग 200 एमटी हो जाएगी वतमान

म मथनोल चीन म परवहन ईधन का लगभग 9 ितशत ह चीन न लाखो वाहनो को मथनोल पर चलन क िलए बदला ह अकला चीन िव व

मथनोल का 65 ितशत का उ पादन करता ह और वह मथनोल पदा करन क िलए अपन कोयल का इ तमाल करता ह इजरायल इटली न

पट ोल क साथ मथनोल क 15 ितशत क िमण कायम को अपनाया ह और यह तजी स एम 85 और एम 100 की ओर बढ़ रहा ह

जापान कोरया मथनोल और डीएमई का काफी उपयोग कर रह ह और आ ट िलया न जीईएम ईधन (गसोलीन एथनॉल और मथनोल

अपानाया ह और लगभग 56 ितशत मथनोल को िमित करत ह मथनोल िव व भर म समी म ईधन की पसद बन गया ह और वीडन

जस दश इसक उपयोग म सबस आग ह 1500 स ादा लोगो को ढोन वाल बड़ याी जहाज पहल ही 100 ितशत मथनोल पर चल रह ह

11 अीकी और कई करिबयन दशो न मथनोल रसोई ईधन को अपनाया ह और पर िव व म जनसट और औोिगक बॉयलर डीजल की

बजाए मथनोल पर चल रह ह वातावरण स काबन डाईआ साइड स वापस पकड़कर नवीकरणीय मथनोल काफी िस हो रहा ह और

िव व ारा इस lsquoमानवता क िलए जान जाना वाला थायी ईधन समाधानrsquo क प म दखा जाता ह िव व भर म शहरी जनस या की वलन

सम या क िलए मथनोल एक मह वपण समाधान ह भारत या कर सकता ह भारत न 2 एमटी ितवष की मथनोल उ पादन मता

स थािपत की ह नीित आयोग ारा तयार की गई योजना क अनसार इिडयन हाई ऐश कोल ट डड गस और बायो-मास का उपयोग करक

वष 2025 तक वािषक प स 20 एमटी मथनोल का उ पादन कर सकता ह भारत म िजसक पास 125 िबिलयन टन का मािणत कोल

रजव ह और जो ितवष 500 िमिलयन टन बायो-मास पदा करता ह और िजसक पास ट डड और ड गसो की बत अिधक माा

हवक पक फीड टोक और ईधनो क आधार पर ईधन सरा सिन चत करन की बत अिधक सभावना ह नीित आयोग न वष 2030 तक

अकल मथनोल ारा 10 ितशत क तल क आयात क ितथापन क िलए एक योजना (रोड मप) तयार की ह इसक िलए लगभग 30

एमटी मथनोल की आव यकता होगी मथनोल और डीएमई पट ोल और डीजल स काफी हद तक स त ह और भारत वष 2030 तक अपना

ईधन िबल 30 ितशत तक कम करन की ओर दख सकता ह

मथनोल अथव यवस था क िलए नीित आयोग की योजना (रोड मप) म िनम निलखत शािमल ह- दशी ौोिगकी स इिडयन हाई ऐश कोल स बड़ी माा म मथनोल का उ पादन और ीय उ पादन काय-नीितयो को अपनाना

और बड़ी माा म 19 पय ित लीटर की दर स मथनोल का उ पादन भारत कोयल क उपयोग को पणत पयावरण अनकल

बनान क िलए और सीओपी 21 क ित हमारी ितबताओ क िलए काबन डाइआ साइड को पकड़न की ौोिगकी को

अपनाएगा मथनोल उ पादन क िलए बायो-मास ट डड गस और एमएसड य लगभग 40 मथनोल उ पादन इन फीड टोको स हो सकता ह मथनोल और डीएमई का परवहन - रल सड़क समी और रा

म मथनोल का उपयोग औोिगक बॉयलर डीजल जनसटस और पावर जनरशन और मोबाइल टावर अ य अनयोग ह मथनोल

और डीएमई का घरल रसोई ईधन ndash रसोई ोव क प म उपयोग एलपीजी = डीएमई िमण कायम मरीन जनसटस और

परवहन म ल सल ए लीकशस म मथनोल का उपयोग

BANKING FINANCE ECONOMY 1अनजक परसपिया (NPA) Non Performing Assests (NPA) = Bad Loan

अनजक परसपिया (NPA) बको क ारा िदया गया एक ऐसा ऋण या अिम ह िजसक मलधन

या ाज का भगतान 90 िदनो की अविध तक बकाया हो | यह ादातर काफी बड़ा loan होता ह जो की कपनी चकता नही करती | उ रकवर करन की सावना बहद कम होती ह | loan न दन क

कई कारन होत ह जस की

1 कपनी का िदवािलया िनकल जाना |

2 कपनी का जान बछ कर घटा िदखा दना |

दश म बको का 10 लाख करोड़ सकल नान परफोिमग एसटस (एनपीए) ह जो ीलका की जीडीपी की दोगना रकम ह

NPA म बढ़ोतरी क कारण

1 ोनी किपटिल राजिनितक दबाव म आकर कछ ख़ास कपिनयो को लोन दना |

2 पािलसी परािलिसस सही समय पर हाकप न करना िजसकी वजह स कई कपनी क loan NPA म बदल जाता ह |

3 रगलटरी क ोल का कम होना |

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4 ऋण क ारिभक िवतरण म जाच पड़ताल की कमी क वजह स अम कपिनयो को ऋण द िदया जाता ह

भाव

1 अथवथा पर बरा असर |

2 नयी कपनी क िलए लोना की िया मल |

3 िवकास पर भाव |

NPA दर करन क िलए

1 RBI ारा शल मशन अकाउट का बनना िजसक ारा कोई भी ऐसा ऋण जो 30 िदन स 90 िदन की अविध क बीच अपना मलधन व

ाज न लौटा रही हो ऐस ऋण को RBI SMA क अगत रखती ह | रकवरी क िलए debt recovery tribunal जहा कोई भी कपनी बक क

खलाफ यहा अपील कर सकती ह|

SARFAESI ACT 2002 ndashइसक अगत बक व ऐसी िवीय सथान जो हाउिसग फाइनस करती ह अपन NPA िक वसली कर सकती ह |

2 सरकार ारा Insolvency and bankruptcy code 2015 का लाना िजसक ारा सरकार

JOB (रोजगार) 1रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी व भारत क िलए रोजगार क अवसर पदा करना िवकास की सबस बड़ी चनौती माना जाता ह यह राजनीितक हलको म भी िववाद का एक

मख कारण ह एनएसएस क पाच वषय सवण और अब म रो क सालाना सवण बरोजगारी क र म मामली बदलाव दशात ह

और कल आकड़ो म कोई झान नजर नही आता ह असल बात यह ह िक भारत म कोई भी खल तौर पर बरोजगार नही रह

सकता िज म बाजार म थायी रोजगार नही िमल पाता व कोई अथायी काम करत ह या परवार क काम-धध म जट जात ह म

बाजार की दशाए उस आय वग क यो क अनपात म उतार-चढ़ाव या झान स दिशत की जा सकती ह जो काम करन क िलए तयार

ह य दशाए बरोजगारी दर को दिशत नही करती ह इसक बावजद रोजगार सजन की रणनीित का पता लगान क िलए रोजगार सजन

क वतमान झानो क कछ आकलनो की जरत होती ह हाल का एक अयन (1) 1999-2000 स 2011-12 तक क झानो का सकत दता

ह यह अविध ऊची व का चरण ह म बल की सालाना व 1999-2000 स 2011-12 क दौरान घटकर 14 फीसदी पर आ गई जो

1983-84 स 1999-2000 क दौरान 18 फीसदी थी इसकी एक वजह बो और मिहलाओ की कम म भागीदारी दर थी आबादी म यवाओ

की तादाद बढऩ क बावजद कामगार आबादी म यवाओ म सा म इसी अनपात म बढ़ोतरी नही ई इसिलए इतनी बड़ी कामगार आबादी

का फायदा नही िमल पाया भारत की िजन दशो स तलना की जाती ह उनक मकाबल हमार यहा कम पढ़-िलख कामगारो (2011-12 म

अिशित या अिशित बराबर कामगार 266 फीसदी) की सा आनपाितक प स ादा थी और कॉलज िशा ा कामगारो का

अनपात भी आनपाितक प स ादा था (2011-12 म 122 फीसदी) सगिठत की िहदारी और थायी रोजगार म बढ़ोतरी स रोजगार

की थितया सधरी ह रोजगार म सगिठत की िहदारी 2011-12 म बढ़कर 257 फीसदी हो गई जो 1999-2000 म 17 फीसदी थी

इसी तरह थायी रोजगार 2011-12 म बढ़कर 214 फीसदी हो गया ह जो 1999-2000 म 17 फीसदी था वष 1999-2000 और 2011-2012

क बीच सगिठत म ित कामगार आय म 23 फीसदी और असिगठत म 42 फीसदी सालाना बढ़ोतरी ई 1999-2000 और 2011-

12 क बीच काम म मिहला-पष असमानता कम ई ोिक मिहलाओ क िलए रोजगार दशाओ म पषो की तलना म ादा सधार आ

हाल क झान कम अनकल नजर आत ह ोिक म रो का सालाना रोजगार-बरोजगारी सवण दशाता ह िक बरोजगारी बढ़कर 2015-

16 म 5 फीसदी पर पच गई ह जो 2011-12 म 38 फीसदी थी एक िवषक (2) का अनमान ह िक 37 स 55 लाख lsquoरोजगार का नकसानrsquo

ह रोजगार म िकतना बड़ा अतर ह भारत उस र पर िकतनी ज पच सकता ह जहा कोई िछपी बरोजगारी न हो और काम करना

चाहन वाल सभी लोग उिचत वतन और अी काय दशाओ पर रोजगार हािसल कर सकत ह मानव िवकास अयन सथान न उपय

अनमानो का हवाला दत ए कहा ह िक वतमान आिध कामगार सा 117 करोड़ ह इसम स 52 करोड़ को काम स हटाया जा सकता

ह और इसस उादन को कोई नकसान भी नही होगा 52 करोड़ इस समय कामगार आबादी म शािमल नही ह लिकन व काम करन म

सम ह और करना चाहत ह वही 13 करोड़ सिचत बरोजगार ह इस सरस कामगार आबादी म हर साल 60 स 80 लाख की बढ़ोतरी

होगी ा हम हर साल 16 करोड़ लोगो को उपय कामो म खपा सकत ह और 2030 तक पण रोजगार का ल हािसल कर सकत ह Is export oriented growth a solution कछ न चीन की तरह िनयातोख िविनमाण व आधारत रोजगार सजन का तक िदया ह रोजगार बढ़ान वाल एक कारक क प म इस समय िनयात व

की सभावनाए कम नजर आ रही ह ोिक आिथक सहयोग एव िवकास सगठन क बाजारो म मदी ह और सरणवादी चनौितया बढ़ रही ह िविनमाण और

वािणक सवा नौकरयो क मम अविध क भिव क बार म मख िचता रोबोिट एव चालन स पदा हो रही ह जो विक म खलाओ की व स

कर सकती ह

Need to link Make in India and skill India हमन lsquoमक इन इिडयाrsquo क जरय िविनमाण म व और ल इिडया क जरय कौशल िवकास क अिभयान श िकए ह हम इन दोनो को

जोडऩ की जरत ह तािक िविनमाण व कामगारो को खपा सक और कौशल िवकास आन वाल भिव क उोगो एव सवाओ क िलए

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मताए सिजत कर भारत बिनयादी ढाचा िनमाण शहरी िवकास एव आवास तकनीकी िवकास एव इ लाग करन िवशष प स सचना

ौोिगकी म और नई ऊजा णाली म िनवश कर रोजगार को बढ़ावा द सकता ह सगिठत जरी तादाद म रोजगार नही महया

करा सकता ह रोजगार सजन क िलए आज क असगिठत म उादकता बढ़ान क िलए कौशल िवकास की जरत होगी व सभी चीज

जो उिमता को ोािहत करती ह और इस म कशल कामगारो को आकिषत करन क िलए काय दशाए सधारती ह व इसम अहम

योगदान दगी रोजगार पदा करना ही काफी नही ह हमार म बाजार ितधा स दर ह और म सधार न कवल ितध मता हािसल

करन ब उिचत वतन और उपय कायदशाए सिनित करन क िलए भी जरी ह कामगार आबादी का एक छोटा िहा ही िमक

सगठनो क जरय उिचत वतन हािसल करन म सफल होता ह लिकन इसक बावजद सगिठत म उादन कामगारो का वतन सकल

म सवधन क अनपात क प म घटकर 2011-12 म 85 फीसदी पर आ गया जो 2000-01 म 154 फीसदी था असगिठत म

ादातर कामगारो को िकसी तरह की सरा नही िमलती और उन पर िनयोाओ का थानीय एकािधकार हावी होता ह म बाजार की

िनपणता भी सवालो क घर म ह ोिक वहा एकसमान काय क िलए जाित समदाय िलग और भौगोिलक क िहसाब स अलग-अलग

वतन होता ह अथवथा क सगिठत म िवशष प स सावजिनक म रोजगार सरा और वतन िनधारण िया म कछ सधार

आवक ह लिकन वाव म म सधारो की ादा जरत असगिठत म ादा सरा और तक सगत एव उिचत वतन िनधारण

सिनित करन की ह हम एक ऐसी म नीित की दरकार ह जो परी ताकत स असमानता एव शोषण ख कर भारत रोजगार पदा करन

की अपनी चनौती स िनपट सकता ह लिकन इसक िलए उस एक व रणनीित बनानी होगी जो उसक म बाजार क आधिनकीकरण और

असगिठत की िछपी ापक सभावनाओ को तलाशन पर क ित हो

िवीय समाधान और जमा बीमा (एफआरडीआई) िवधयक 2017 का उ य Background वतमान म भारत म िवीय कपिनयो क परसमापन सिहत समाधान क िलए कोई भी ापक और एकीकत काननी ढाचा या परखा नही

ह िवीय सवादाताओ स जड़ मसलो क समाधान क िलए अिधकार और िजदारया िविभ न काननो क तहत िनयामकोसरकार और

ायालयो को दी जाती ह िजसस िविश ट समाधान मताओ का िवकास नही हो पाता ह यही नही िछतरी ई भिमका की इस परभाषा क

कारण िवीय समहो स जड़ मसलो का समाधान किठन हो जाता ह सबिधत काननो क तहत वतमान म उपल समाधान सबधी उपाय

अ यत सीिमत ह उदाहरण क िलए भारतीय रजव बक (आरबीआई) को बको भारत थत िवदशी बको की शाखाओ और सहकारी बको क

सबध म कछ िवशष समाधान उपाय करन का अिधकार ह हालािक समाधान स जड़ य अिधकार काफी सीिमत ह आरबीआई या तो बक

बधन म बदलाव ला सकता ह या अिधथगन लाग कर सकता ह और अिनवाय िवलय की िसफारश कर सकता ह िकसी बक क मामल म

आम तौर पर समाधान क दो तरीको म स िकसी भी एक तरीक का इमाल िकया जाता ह इसक तहत एक कमजोर बक का दसर बक म

िवलय या एकीकरण िकया जाता ह अथवा सबिधत बक का परसमापन िकया जाता ह इस िदशा म अ समाधान उपाय उपल नही ह

क सरकार क पास सावजिनक क बको और ीय ामीण बको क पनगठन का अिधकार ह गर-बिकग िवीय कपिनयो को कवल

उ ायालयो ारा या तो ा स या भारतीय रजव बक क आवदन पर काननन बद अथवा परसमापन िकया जा सकता ह बीमा

कपिनयो िवीय बाजार क बिनयादी ढाच और अ िवीय सवा दाताओ स जड़ी समाधान यव थाए भी काफी अपया ह िवशषकर

िनजी िवीय कपिनयो क यापक िवार को यान म रखत ए िनजी की िवीय कपिनयो क िलए वतमान समाधान यव था अनपय त

ह िदवाला एव िदवािलयापन सिहता 2016 न दश म म प स गर-िवीय कपिनयो क िलए एक ापक समाधान यव था कायम की ह

हालािक दश म िवीय कपिनयो क िलए इस तरह की कोई वथा उपल नही ह

Solution if Financial Resolution and Deposit Insurance (FRDI) Bill िवीय समाधान और जमा बीमा िवधयक 2017 (एफआरडीआई िवधयक) एक ापक समाधान यव था दान करक मौजदा समाधान

वथा का थान लगा जो िकसी िवीय सवा दाता क िवफल या िदवािलया होन की दलभ थित म जमाकताओ क िहत म एक वरत

वथत और द समाधान यव था सिनित करन म मदद करगा िवीय सवा दाताओ क फल या िदवािलया होन का अ यत ापक

भाव पड़ता ह और सबिधत दश की अथवथा एव िवीय थरता पर इसका णालीगत असर हो सकता ह वही पारपरक िदवाला

सबधी घटना होन पर भािवत प म यत िदवािलया होन वाली सथा क ऋणदाताओ तक ही सीिमत होत ह एफआरडीआई िवधयक म

एक समाधान िनगम बनान और एक ापक समाधान वथा कायम करन का ाव िकया गया ह तािक िकसी िवीय कपनी क फल या

िदवािलया होन की नौबत आन पर उसका समयब एव वथत समाधान हो सक ादातर अ तलनाक दशो म िवीय कपिनयो स

जड़ मसलो क शी समाधान क िलए इस तरह की सथागत यव था मौजद ह इसक अलावा यह यव था जमाकताओ क अनकल ह

योिक िकसी बक क िवफल होन पर परसमापन क बजाय उसकी सम या का हल िनकाला जाता ह कारण यह ह िक परसमापन की

तलना म बक की सम या का समाधान होन पर जमाकताओ को काफी अिधक म िमलन की सभावना रहती ह इसम िवीय कपिनयो क

िलए पाच चरणो वाला िव तीय सहत वगकरण श करक िवीय कपिनयो म ारिभक िदवािलयपन का पता लगान की यव था की गई ह

एफआरडीआई िवधयक म कई अ य समाधान उपायो का भी उ लख िकया गया ह िजनम िकसी िवीय कपनी की समची परसपियो एव

दनदारयो अथवा इसक एक िह स को िकसी अ य य को ह तातरत करना अिधहण िवलय या एकीकरण सकट स उबारन क उपाय

करना इ यािद शािमल ह एफआरडीआई िवधयक म जमा बीमा काय को जमा बीमा एव ऋण गारटी िनगम क हाथो स लकर समाधान

िनगम को हातरत करन का भी उ लख िकया गया ह जो जमाकताओ क सरण और समाधान स जड़ एकीकत िकोण पर लित ह

एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ क अिधकारो का सरण करना और बढ़ाना एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ को िमली

मौजदा सरा को बहद ितकल प स सशोिधत नही िकया गया ह एफआरडीआई िवधयक म जमाकताओ को अपाकत अिधक पारदश

तरीक स अितर सरा दान की गई ह िजसका िववरण िनानसार ह वतमान म बको म जमारािश का 1 लाख पय तक का बीमा

िकया जाता ह इसी तरह का सरण एफआरडीआई िवधयक क तहत भी जारी रहगा यही नही समाधान िनगम को जमा बीमा रािश म व

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करन का अिधकार भी िदया गया ह िकसी बिकग कपनी क 1 लाख पय स अिधक की रािश वाल गर-बीिमत जमाकताओ को वतमान

कानन क तहत असरित कजदातओ क बराबर ही माना जाता ह और इसक परसमापन की थित म सरकारी बकाया सिहत तरजीही

बकायो की अदायगी क बाद उ ह ही भगतान िकया जाता ह एफआरडीआई िवधयक क ावधानो क अनसार िकसी बक क परसमापन की

थित म गर-बीिमत जमाकताओ क दाव असरित कजदाताओ और सरकार की बकाया रकम क मकाबल अिधक होग अत गर-बीिमत

जमाकताओ क अिधकार बहतर ढग स सरित होग और इस तरह क जमाकताओ को मौजदा काननी वथाओ की तलना म

एफआरडीआई िवधयक म कही ऊचा दजा िदया जाएगा

नए-नए आयाम तय करता भारतीय िवान Indian Science and achievement इस वष भारतीय िवान एक नए िशखर पर पचा हमार वािनको और रसचरो न िविभ ो म ऐसी कई उपलया हािसल की जो िसफ

दश ही नही ब दिनया म सराही गई य ऐसी उपलया ह िजन पर हर भारतीय को गव होना चािहए 2017 म शानदार उपलयो की

शआत भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) न फरवरी म एक ही रॉकट स 104 उपह छोड़कर की थी यह अनोखा िव रकॉड ह

िजसन दिनया क सम अतर ौोिगकी क म भारत की बढ़ती कािबिलयत का िसा जमाया जन म इसरो न अपन सबस

शशाली रॉकट जीएसलवी माक 3 का सफल पण िकया इस 640 टन वजनी रॉकट स जीसट-19 नामक दरसचार उपह को पी की

का म थािपत िकया गया इस रॉकट का उपयोग भिव म भारतीयो को अतर म पचान क िलए िकया जा सकता ह उसी महीन

अमरकी अतर एजसी lsquoनासा न तिमलनाड क छाो ारा िनिमत 64 ाम क उपह कलामसट को अतर म पचाया इस साल का

समापन शानदार ढग स करत ए भारत न 28 िदसबर को श की िमसाइल को िमसाइल स न करन की मता का सफल दशन िकया

भारत इस lsquoास वास जसी टोलॉजी म दता हािसल करन वाला दिनया का चौथा दश बन गया ह यह दश म िवकिसत lsquoएडवाड एयर

िडफ स सपरसोिनक इटरसर िमसाइल का साल म तीसरा परीण था िपछल िदनो भारत न दश म िनिमत सतह स हवा म मार करन

वाली सपरसोिनक आकाश िमसाइल क भी सफल परीण िकए पण थत इटर यिनविसटी सटर ऑफ ए ोनॉमी एड ए ोिफिज

(आईयसीएए) और इिडयन इीट ऑफ साइस एजकशन एड रसच (आईआईएसईआर) क खगोल-िवािनयो न जलाई म आकाशगगाओ

क एक महाकज अथवा सपरर की खोज की घोषणा की इस सपरर का नाम उोन lsquoसरती रखा आकाशगगाओ क एक झड

या र म 1000 स लकर 10000 आकाशगगाए हो सकती ह लिकन एक एक सपरर म 40 स 43 र हो सकत ह भारतीय

रसचरो न बताया िक lsquoसरती सपरर पी स चार अरब काश वष दर ह चार अरब वष परान सपरर का अयन करक

वािनक उस अतीत को दख सकत ह जब हमारा ाड काफी यवा था Gravitational waves(ग तरगो )की खोज म भी भारतीय

वािनको न बत बड़ा योगदान िकया ह इन तरगो को िवटशनल वस भी कहा जाता ह पहली ग तरगो की खोज क बार म त

रसच पपर क सह-लखन म 37 भारतीय वािनक शािमल थ ान रह िक इस खोज म शािमल मख रसचरो को 2017 क भौितकी क

नोबल परार स सािनत िकया गया ह भारतीय रसचरो का नत आईयसीएए क सजीव धरधर न िकया था जो 30 वष स इस िवषय पर

काम कर रह ह करीब एक अरब वष पहल अतर म दो क होल आपस म टकराकर एक दसर म िवलीन हो गए थ इस िया म

उ कपन स ग तरग िनकली जो अतर म मण करत ए पी पर पची और िसतबर 2016 म वािनको न पहली बार इन तरगो

की lsquoचहकrsquo सनी इन तरगो क अ क बार म िपछली एक सदी स अटकल लगाई जा रही थी इनक अ क बार म सवथम

साितक परकना अट आइीन न की थी ग तरगो की खोज ाडीय भौितकी और खगोल िवान क िलए एक बत बड़ी

उपल मानी जा रही ह वस ग तरगो पर अनसधान स भारत का सबध बत पराना ह पण म 1988 म आईयसीएए की थापना क बाद

उसक थम अ ो जयत नालकर और उनक सहयोगी धरधर न भारत म ग तरगो पर अनसधान क िलए फिडग का ाव रखा था

लिकन व अिधकारयो को इसक िलए राजी नही कर सक थ Medicine field bull इस वष भारतीय वािनको न िचिका िवान क म भी

महपण उपलया हािसल की ह पण क एक अताल क डॉरो न दश म पहली बार गभाशय का ारोपण िकया उोन एक

मिहला क गभाशय को उसकी 21 वषया पी म सफलतापवक ारोिपत िकया जो ब को ज दन म असमथ थी bull गत िसतबर म

को थत अमता इीट ऑफ मिडकल साइसज क डॉरो न एक 19 वषय छाा या िसनागौड़ा क दो हाथो का ारोपण िकया

इस तरह का ऑपरशन एिशया म पहली बार आ या न िपछल साल एक सड़क दघटना म अपन दोनो हाथ गवा िदए थ अगदाता एक 20

वषय छा था िजस नडड घोिषत िकया गया था डॉरो क अनसार अभी तक इस िक क िसफ नौ ारोपण ए ह bull पण की एक

कपनी न 29 िसतबर को िव दय िदवस पर एक एक ऐसा उपकरण पश िकया जो िबजली उपल न होन की थित म भी कािडयक

अर क मरीजो की जान बचा सकता ह डीफाइिलटर नामक इस उपकरण को हाथ स घमाकर 12 सकड म चाज िकया जा सकता ह

आयाितत इलक डीफाइिलटर की तलना म इसकी लागत एक-चौथाई ह कपनी को यह उपकरण िवकिसत करन म चार वष लग इसी

तरह आईआईटी खड़गपर क वािनको न दिण कोरया की पोहाग यिनविसटी क रसचरो क साथ िमलकर ाज क िछलक स एक ऐसा

सा उपकरण बनाया ह जो शरीर की हलचल स ऊजा उ कर सकता ह इसस पसमकर ा पर नजर रखन वाली lsquoाट

गोिलयो और शरीर पर धारण यो इल ॉिनक उपकरणो को ऊजा िमल सकती ह रसचरो का कहना ह िक यह उपकरण ाज क िछलक

क उपय पीजोइल क गणो का योग करता ह यह जिवक ि स य रत हो जाता ह और पयावरण क िलए अनकल ह

पीजोइल क पदाथ म रोजमरा की यािक हलचल की ऊजा को िबजली म बदलन की मता होती ह आईआईटी खड़गपर क ोफसर

भान भषण खटआ का कहना ह िक इस नायाब और िकफायती उपकरण स आम आदमी भी िकसी भी परथित म िबजली उ कर

सकता ह तजी स बढ़ रही आबादी औोगीकरण तथा इल ॉिन और वाहनो क अधाधध उपयोग स पयावरण पर ितकल असर पड़ रहा

ह रसचरो का कहना ह िक जीवा-आधारत ईधनो पर बढ़त ए बोझ और ाकितक ससाधनो म िगरावट को दखत ए ऊजा

उादन क िलए वकक टोलॉजी िवकिसत करना बत जरी हो गया ह

मबई हादस क सबक मबई क कमला िम परसर अिकाड न बमिजला इमारतो और ापारक परसरो म सरा मानको की अनदखी पर िफर स सवाल

उठाए ह िवडबना ही ह िक इस दश म हर बड़ हादस क बाद िचताओ म तो खब गभीरता िदखती ह लिकन िसम इन िचताओ को शायद

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ही कभी गभीरता स लता हो नतीजा हादसो का िसलिसला जारी रहता ह मबई हादसा भी िसम की ऐसी ही उदासीनता का कफल ह

वरना कोई कारण नही था िक एक ऐसा ररा शहर क मख इलाक म चलता रहता िजसम सरा क नतम मानको का भी पालन नही

िकया गया था

Lessons to be learnt bull वहा आग बझान क उपकरण तो नही ही थ आपातकालीन ार पर सामान का ढर था िजसक कारण उसका

इमाल न हो सका हादस क व वहा पाट चल रही थी और मतको म सभी यवा ह यह त कम खौफनाक नही ह िक ादातर मौत

जलन स नही दम घटन स ई जो यह बताता ह िक मौका िमलता और व िनकल पात तो आज जीिवत होत इस त स होटल बधन की

लापरवाही खद-ब-खद तय हो जाती ह लिकन इस पर तब तक काब नही हो सकगा जब तक िक रत व स दड की नजीर नही पश की

जाती bull ऊची-ऊची इमारत और टावर जब तरी का पमाना बनत जा रह हो छोटी पड़ती धरती पर आकाश की ओर िवार ही िवक

हो तो रखरखाव और सरा मानक भी उतन ही स होन चािहए मानको म सी ही नही इ सिनित करन की वथाए भी बत

द और च होनी चािहए मबई हादस क मामल म ऐसा कछ भी नही था bull ररा का हाल बता रहा ह िक वहा शायद ही कभी मानको

की जाच ई हो ऐसा होता तो आग बझान वाल य मौक पर जर िमलत वस इस दश म गारटी स नही कह सकत िक आग बझान वाल

य मौजद हो तो व अिनवायत काम भी कर ग ादातर बमिजली इमारतो म तो ाफ को ही नही पता होता िक आपात थितयो म पानी

कहा स लना ह और लोगो को िकस रा सरित िनकाला जा सकता ह

Sky scrappers and Disasters sिवशष और सामा समझ दोनो यही कहत ह िक इमारत िजतनी ऊची और िवारत होगी सरा मानक

उतन ही सवदनशील होग लिकन सामा ान यह भी बताता ह िक हमार ादातर शहरो क पास आपात थितयो म इमारत की ऊपरी

मिजलो तक पचन क साधन नही ह अिशमन वाहन कई बार इसिलए लाचार होत िदख िक उनक जान की जगह खली पािक ग म तील

हो चकी थी और आग तक पचन स पहल इन गािड़यो को हटाना बड़ा काम था जािहर ह यह सब शासिनक त क सहयोग क िबना सभव

नही ह समझना यह भी होगा िक आकाश की ओर िवार का यह िसात अपनान म ही तो कही चक नही हो रही यह सरा क ित हमार

सवदनशील न होन या सरा की सित िवकिसत न होन का मामला भी ह मबई क िनगम पाषदो को यह पता था िक वहा बत कछ िनयम

िव ह सरा मानको का पालन नही हो रहा लिकन उोन महज एक िची िलखकर अपनी जवाबदही परी कर ली ा उनस नही पछा

जाना चािहए िक लापरवाही क इस मामल म िनवािचत जन-ितिनिध होन क कारण उ भी ो न िजदार ठहराया जाए यह िदी क

उपहार िसनमा हादस को याद करन का व ह िजसम पया आपात-िनकासी का न होना दम घटन स मौतो का कारण बना था उस

मामल म फसला आन म 20 साल लग गए कमला िम हादस क दोिषयो को सजा िमलन म इतना व नही लगना चािहए रत अदालत

म कठोर दड सनाकर यह स सदश दन का भी अवसर ह

िवीय पारदिशता म राो को भी बनाना होगा भागीदार

financial transparency and states cooperation Business_Standard िपछल वष म भारत म सावजिनक िव पर िवमश काफी हद तक क सरकार क खच क बधन और उसक राज सह पर ही

क ित रहा ह लोक नीित क िटणीकारो न इस पर काफी कछ िलखा ह िक क को आिथक ससाधनो का आवटन करत समय

ो राजकोषीय िववक क रा पर चलना चािहए Fiscal deficit and states हालािक इस दौरान दश क 29 राो क राजकोषीय

िववक क बार म बत कम चचा ई ह यह सच ह िक अतररा ीय माकोष जस सथानो या रिटग एजिसयो की िचता दश क सम

राजकोषीय घाट पर अिधक रहती ह िजसम क क साथ राो का भी राजकोषीय घाटा शािमल होता ह अिधकाश मीिडया

िवषणो म क सरकार क राजकोषीय घाट पर ही जोर रहन स राो पर अपन राजकोषीय बधन क तरीक अपनान का दबाव

कम रहा ह जरत इस बात की ह िक इस थित को बदला जाए पाच साल पहल तक सभी राो का कल बजट आकार म क

क बजट स कम ही होता था वष 2011-12 म क ीय बजट 1304 लाख करोड़ पय का था जो सभी राो क 1285 लाख करोड़

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पय क कल बजट स अिधक था लिकन उसक अगल ही साल राो का समिकत बजट पहली बार क ीय बजट को पार कर गया

था वष 2012-13 म क ीय बजट 141 लाख करोड़ पय था जबिक राो का कल बजट 1455 लाख करोड़ पय हो चका था

उसक बाद स क एव राो क बजट आकार म अतर लगातार बढ़ा ह वष 2016-17 म राो का कल बजट 2724 लाख करोड़

पय हो गया जो 2014 लाख करोड़ पय क क ीय बजट स करीब एक ितहाई अिधक ह जहा तक राजकोषीय िववक का सवाल

ह तो राो म इस लकर नकाराक ख रहा ह वष 2011-12 म राो का समिकत राजकोषीय घाटा सकल घरल उाद

(जीडीपी) का करीब 19 फीसदी था जबिक क का राजकोषीय घाटा 58 फीसदी था लिकन वष 2016-17 म राो का राजकोषीय

घाटा 366 फीसदी क र पर पच गया जो क क राजकोषीय घाट 35 फीसदी स अिधक ह िलहाजा न कवल राो का बजटीय

आकार क स बड़ा हो चका ह ब उनका राजकोषीय घाटा भी क को पीछ छोडऩ लगा ह इसक बावजद िछटपट िटिणयो

को छोड़कर राजकोषीय सशीकरण पर होन वाला िवमश काफी हद तक इसी पर क ित रहता ह िक क ीय राजकोषीय घाट पर

काब पान क िलए िव मी ा कदम उठान जा रह ह इसस साफ ह िक राजकोषीय घाट पर हमारा नजरया असतिलत ह और

उसम बदलाव की जरत ह What reforms initiated

राो और क क र पर लाग सधारो पर एक नजर डालत ह भारत म कारोबारी सगमता पर आई नवीनतम िव बक रपोट स कछ

नीितगत पहल सामन आत ह भारत की सम र िकग 130 स सधरकर 100व थान पर आ चकी ह भारत को कर भगतान िदवािलया

समाधान कज लन और अाश शयरधारको क िहतो को सरित करन जस कदमो का फायदा आ वही यह भी सच ह िक य सार कदम

क सरकार न उठाए ह India and Financial reform in state

इसक उलट राो न नीितयो और ियाओ म सधार को तवो नही दी राो म ियागत सधार की रार या तो कम हो रही ह या

बत धीमी गित स काम हो रहा ह कारोबार श करन िबजली कनन लन और ॉपट पजीयन क मामल म तो भारत की र िकग िगर

गई यहा हम यह ान रखना होगा िक य सारी गितिविधया राो क र पर ही ियात की जाती ह िवदशी िनवशक भी भारत म

कारोबार क इस िवरोधाभास को लकर सतक हो गए ह आम तौर पर व क सरकार ारा जारी बॉ खरीदन म काफी िच िदखात ह

लिकन रा सरकारो ारा िदए जान वाल कज क ित उनका रवया ठडा ह िवदशी पोटफोिलयो िनवशको न क सरकार क बॉ म

िनवश की अिधकतम सीमा 19 लाख करोड़ पय का करीब 99 फीसदी िहा खरीद िलया ह लिकन रा सरकारो क बॉ एसडीएल म

भी 30000 करोड़ पय क िनवश की मजरी का कवल 17 फीसदी िहा ही िवदशी िनवशको न खरीदा ह इसका रा सरकारो की िवीय

थित पर गभीर असर पड़गा राो को बढ़त राजकोषीय घाट क चलत चाल िव वष म 45 लाख करोड़ पय का ऋण लना पड़ सकता ह

एसडीएल म िवदशी िनवशको का घटता झान राो की आिथक थित म आ रही कमजोरी को बया करता ह िचता की बड़ी बात यह ह

िक इसस इन बॉ की कीमतो पर उा असर पड़ता ह िवदशी िनवशको न राो क बॉ म कम िच िदखान क िलए िवीय मामलो म

पारदिशता की कमी को िजदार बताया ह रा सरकार िजस तरह स िवीय मामल सभालती ह उसस िवषण और तलनाक अयन

कर पाना मल होता ह क ीय बक य आकड़ जारी करता ह लिकन उसम दो साल का व लगता ह ऐस म अिधकतर िटणीकारो

और िवषको को इस बाधा स जझना होता ह ऐस म एक मानकीकत ढाच की ताल जरत ह तािक सभी रा िबना दरी क बजट

आकड़ पश कर सक यह सच ह िक सभी राो का समिकत बजट और उनका राजकोषीय घाटा क स आग िनकल चका ह ऐस म राो

को अपन बजट आकड़ अलग प म पश करन की छट नही दी जा सकती ह रिटग एजिसया इस पर एतराज जता सकती ह िजसस भारत

की सम र िकग भी भािवत हो सकती ह राो म ियागत सधार लाग करन और उोग एव वािण मजरी दन म सधार नही होन तक

कारोबारी सगमता र िकग म सधार नही आ सकता ह पारदिशता और राजकोषीय नीित मानको म सधार लाना कई तरह स सघ की

िजदारी ह ोिक इ नजरअदाज करन का असर सार दश पर पड़गा मोदी सरकार अर सहकारी सघवाद की बात करती ह िलहाजा

इस सोच को अजाम दन का व आ चका ह राो को भी अपन िवीय मामलो म अिधक पारदिशता लान क साथ सधारो की पहल करनी

होगी ा नीित आयोग इस अपनी बड़ी िजदारी क तौर पर ीकार करगा

िकसानो को भिम सबधी आकड़ो क आधार पर सडी दन स पव भिम सबधी आकड़ो को सटीक बनाए जान की आवकता ह|

इस कथन क परप म भारत म भिम सधारो पर िटणी कीिजए|

िकसानो को भिम सबधी आकड़ो क आधार पर सडी दन स पव भिम सबधी आकड़ो को सटीक बनाए जान की आवकता ह| इस कथन

क परप म भारत म भिम सधारो पर िटणी कीिजए| India needs to overhaul land titles before they can be used to identify farmers for the delivery of subsidies In light of the statement critically comment on land reform in India httpsscrollinarticle853482fertiliser-reforms-were-linked-to-digitised-land-records-but-the-database-is-far-from-complete

किष म िनजी पजी क ह फायद अनक need to focus on incentivising priave sector to invest in Indian agriculture Business_Standard

एक ओर जहा सरकार न अगल छह वष म िकसानो की आय दोगनी करन का ल तय िकया ह वही दश म किष िविभ

कार की चनौितयो स जझ रहा ह नीित आयोग न िकसानो की आय दोगनी करन क िलए जो खाका तयार िकया ह उसम

उादकता किष क क माल क योग और परचालन म 167 फीसदी की बढ़ोतरी उ म वाली फसलो की ओर ान

दन और सन 2015-16 को आधार मानत ए सन 2022-23 तक िकसानो को िमलन वाल म म 9 फीसदी तक क सधार की बात

शािमल ह िकसानो की आय दोगनी करन क ल की राह म तीन बड़ी चनौितया इस कार ह किष म िवान और

ौोिगकी की कमजोर थित किष उपज क िलए गर िकफायती और शोषण करन वाली बाजार वथा और छोटी जोत की

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वहायता Productivity हमारी किष उपज वथा तकनीकी नवाचार क मामल म कई दशो स दशको पीछ ह कम उपज वाली

िको और पारपरक किष वहार अभी भी इस पर हावी ह पारपरक किष वथाए िजनम बाढ़ क पानी स िसचाई

उवरको का सार किष रसायनो का िबना िकसी भदभाव क इमाल आिद हमार किष पर क आम ह इनकी वजह स

न कवल िकफायत कम होती ह ब लागत बढ़ती ह और उपज की गणवा भी कमजोर हो जाती ह इसक अलावा फसल क

थािय पर भी इसका िनराशाजनक असर होता ह

Distribution दसरी बात िवपणन का पर कछ ऐसा ह िक उपज क िदनो म किष िजसो क दाम कम रहत ह और बाद म दाम बढ़

जात ह अाविध म समान िजसो की कीमतो म जहा िगरावट आती ह वही बाद म उनक दाम उछल जात ह परवहन और सचार त म

बहतरी क बावजद किष उपज का बाजार यह िदखाता ह िक उसम एकीकरण का अभाव ह किष क वािणीकरण म बढ़ोतरी क साथ ही

िकसानो को फसल का नाम मा का दाम िमलन और उपभोाओ ारा अतािक क प स ादा कीमत चकाए जान की घटनाए लगातार

बढ़ती जा रही ह तीसरा दोितहाई स अिधक िकसान एक हयर स कम जमीन पर खती करत ह िकसानो का औसत रकबा एक एकड़ स

भी कम ह उर दश पिम बगाल और िबहार जस बड़ राो म 80-92 फीसदी तक रकबा सीमात णी का ह इसस बहतर उादकता

क बावजद उनकी मोलभाव की मता कम होती ह इन तमाम चनौितयो स िनपटन म िनजी अहम भिमका िनभा सकता ह बहरहाल उस

भी किष पर ापक नजर डालनी होगी कछ मामलो म जहा कॉपरट िकसानो तक नवाचार ल जा रहा ह वहा अ परणाम भी आए ह

महाराiumlर क जलगाव िजल की कला ाित इसका उदाहरण ह वहा िकसान एक िनजी योगशाला ारा महया कराए जान वाल िट

कचर की मदद स बीमारी रिहत कलो की खती करक अी फसल और बहतर गणवा हािसल कर रह ह यह योगशाला अब उस

तकनीक का इमाल अ राो और फलो म कर रही ह ऐस अनभवो को अ फलो और सयो म भी दोहराया जाना चािहए

Focus on Horticulture हमारा दश बागवानी उादन क मामल म विक र पर अपनी छाप छोड़ सकता ह इसी कार

उपचारत बीज की मदद स भी बहतर परणाम हािसल िकए जा सकत ह कई िनजी उमी अब सरित किष को बढ़ावा द रह ह िजसस

िकसानो की आय बढ़ सकती ह दसरी बड़ी चनौती अम बटी ई पारपरक और ाय गलत िवपणन नीितयो स जड़ी ह किष उपज

िवपणन सिमित (एपीएमसी) और अिनवाय िजस अिधिनयम जस कानन छोटी जोत पारपरक कारोबारयो और िबचौिलयो क िलए अनकल ह

और इस वथा म नई पजी क आगमन को रोकन वाल ह जबिक नई पजी अपन साथ नवाचार ितधा ई-कॉमस िनवश और म

खला क एकीकरण जसी खिबया लाती ह कछ मामल ऐस ह जहा कारोबारी जगत क लोगो न किष िवपणन म वश िकया वहा िकसानो को

भारी लाभ आ िहमाचल म सब की खती और उर िबहार म मा इसका उदाहरण ह

Small size farms िनजी छोटी जोत वाल िकसानो की वहायता और उनकी आय म इजाफा कर सकता ह िविभ सवाओ की

आपित मशीनो और उपकरणो की मदद स ऐसा िकया जा सकता ह बीत कछ सालो म िनजी क सवा दाताओ की तादाद बढ़ी ह

खासतौर पर किष मशीनरी को िकराय पर दन की सवाओ म इसस लागत कम ई ह और अिधकाश िकसानो की पच आधिनक और बहतर

मशीनरी तक ई ह कई सवा दाताओ न तो मोबाइल ऐप सवा भी श की ह अब बड़ी तादाद म िकसान lsquoलजर गाइडड लड लविलगrsquo

तकनीक का इमाल िकराय पर कर रह ह यह तकनीक िसचाई क पानी की बचत क साथ-साथ िसचाई की लागत उसम लगन वाल समय म

कमी लाती ह और उपज बढ़ान म मदद करती ह िनजी अनबिधत किष क जरय छोटी जोत क िकसानो की आय बढ़ान म मददगार हो

सकता ह छोटी जोत म और िनगरानी तथा समयपर आपित क िलहाज स बहतर होती ह अगर िनजी फम आधिनक रटलर सरण

करन वाल कारोबारी आिद बहतर बीज तकनीकी सहायता िवीय मदद आिद महया कराए और उपज का िनित म िदलान की बात कह

तो यह सबक िलए लाभदायक सािबत होगा दश क हर इलाक म अनबिधत किष की सफलता क समाचार िमलत ह परत अभी इसका दायरा

बत सीिमत ह

ldquoHow start up can help हाल क वष म ाटअप क आगमन क बाद किष म उनकी िच दखन को िमली ह और उनको रीय

तकनीक और आधिनक म खला का भी लाभ हािसल ह कछ ाटअप का नत रीय उिमयो क हाथ म ह जो दश म खती की तीर

बदलना चाहत ह इसकी वजह स पारपरक किष म लग कॉपरट पर भी दबाव बन रहा ह िक व अपनी नीितयो पर नए िसर स िवचार कर

किष की बहतर ाटअप को जरी नीितगत सहयोग भी िदया जाना चािहए

Need to focus on investment by Private sector क ीय साकी कायालय का वष 2015-16 का आकड़ा बताता ह िक िनजी कारोबारी दश क किष म सालाना बमल 2 फीसदी

िनवश करता ह सरकारी की िहदारी 186 फीसदी और शष 794 फीसदी िहदारी िकसान की ही रहती ह दश की अथवथा म

अपन कल िनवश म िनजी 043 फीसदी ही खती और उसस जड़ी सवाओ म िनवश करता ह य आकड़ िनजी क कमजोर िनवश की

ही कहानी बया करत ह इस बढ़ाकर कम स कम दोगना करना होगा आकड़ बतात ह िक िनजी किष म अत कम िनवश कर रहा ह

िकसानो की आय बढ़ान क िलए इस कम स कम दोगना करना होगा अगर िनजी की उिचत भागीदारी हो तो भारतीय किष िवकास क

अगल चरण तक पच सकती ह ऐस म राो और क दोनो को िनजी को किष क ित आकिषत करान का यास जोरशोर स करना

चािहए

Over The Barrel An energy agenda for 2018 त आिटकल म हम भारत क वतमान ऊजा पर को दखन क साथ-साथ भारत की ऊजा आवकताओ को भािवत करन

वाल रा ीय तथा विक पहलओ पर चचा कर ग| वतमान सरकार ऊजा सबधी अपन दो लो को लकर परी तरह समिपत ह- पहल

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उ क अतगत सभी क िलए वहनीय ऊजा की उपलता को सिनित करवाना शािमल ह िजसक िलए जीवा ईधनो पर

िनभरता समय की माग ह|

2 दसर उ सरकार ारा आिथक व ऊजा की माग तथा पयावरण अवनयन क बीच बन सबधो को समा करन को

लकर ह िजसक िलए ऊजा ससाधन ाथिमकता की णी म सवपर ह| यिद इन दोनो उो पर नजर डाल तो प स

दखा जा सकता ह िक दोनो ही उ एक दसर स िबलकल भी मल नही खात ह| परत यही सरकार की मताओ का परीण ह

िक िकस कार दोनो उो की पित क िलए सतलन बनाया जाए िजसक िलए लघ कािलक तथा दीघकािलक लो का वगकरण

िकया जा सकता ह|

भारत क ऊजा पर पर यिद नजर डाल तो कई कार की किमयो को दर करन की आवकता नजर आती ह जस

उजा म खला म उपथत असतलन को दर करना एक ही पजा माक ट की थापना इािद| हालािक भारत िवदयत क म

अिधशष की थित म ह परत िफर भी 40 जनसा को या तो िबजली उपल ही नही ह या उपल ह भी तो कटौती क साथ|

इसका सबस बड़ा कारण ट ासिमशन स लकर िवतरण तक लीकज का उपथत होना ह| इस समा क हल क िलए जीएसटी क

सामान ही ऊजा म भी एक ऐसा त बनाए जान की आवकता ह जो सभी िवषमताओ को समट कर एक पारदश वथा की

थापना कर |भारतीय शहर एक तरफ ऊजा की माग म व का मख कारण तो ह ही साथ ही वाय दषण को बढ़ान म भी िकया ह

भिमका ह| सरकार को चािहए िक क शहर म शहर ऊजा ओबडसमन की िनय कर जो शहद स सबिधत ऊजा मता को

बढ़ान अपिश बधन तथा शहरी परवहन को बहतर बनान की िदशा म काम कर | भारत ड ऑयल का 80 स अिधक आयात करता ह

तथा बदलत विक पर म बड़ स बड़ िवषक ड ऑयल की कीमतो का सही अनमान लगान म असफल सािबत ए ह ऐस म

आवकता इस बात की ह िक भारत को ड ऑयल सबधी विक अथरता स बचन का परा यास कर | ोिक भारत ड

ऑयल क िलए िमिडल ई पर िनभर ह आवकता इस बात की ह िक उस म uSA ारा बनाए गए र थान को भारत

अपनी उपथित स पण कर तथा उस म अपना भाव थािपत कर अथा स एव चीन उस थान की पित क िलए कोई भी

कटनीित कसर नही छोड़ग तथा यह भारत क ऊजा पर क िलए सखद तीर नही ह| भारत एकाएक ड ऑयल पर अपनी िनभरता समा नही कर

सकता ोिक नवीकरणीय ससाधनो की पच अभी काफी सीिमत ह अतः िमिडल ई म अपना भाव बनाए रखन का पहल भारत

की ाथिमकताओ सवपर होना चािहए| भारत न नवीकरणीय ऊजा स सबिधत महकाशी ल तय िकए ह िजनकी पित क िलए

बहतर अवसरचना कौशल तथा नवाचारी काय सित की आवकता ह| हाल ही म 161 दशो म 104 तकनीक पर िकए गए

अयन क अनसार यह िनष आया ह िक कोई भी दश िकसी नई तकनीक को पणता अपनान म लगभग 45 वष का समय लता ह

इन परणामो को ान म रखकर ही नीित आयोग को आग की रणनीित तय करनी चािहए| इस परथित म भारत िज ल जस

नचरल गस को एक िवक क प म अपना सकता ह परत समा यह ह की गस अथॉरटी ऑफ इिडया िलिमटड नचरल गस

पच को दशापी बनान क उ म असफल रहा ह िजसका मख कारण लालफीताशाही िवीय समाए तथा भिम अिधहण

सबधी समाए रही ह| वतमान धानमी ारा गजरात का ममी रहत ए समा का िनदान िकया गया था तथा रा भर म

गस की पाइप लाइन सफलतापवक िबछाई गई थी यही काय दशापी र पर भी िकए जान की उीद ह|

भारत की ऊजा सरा को ान म रखत ए तथा विक परथित को दखकर भारत को ा नीितगत कदम उठान चािहए |

पीडीएस को ख कर दगा डीबीटी झारखड म हाल ही म ई भखमरी स मौतो स जन िवतरण णाली (पीडीएस) की अहिमयत उजागर होती ह रा म लाखो परवार भख की

कगार पर रह रह ह और जन पीडीएस उनक िलए जीवन की डोर की तरह ह एक ह स झटक स यह डोर टट सकती ह और इनको

भखमरी का सामना करना पड़ सकता ह िपछल साल जब पीडीएस म आधार ारा अगठ का सापन अिनवाय िकया गया कई लोगो को

भखमरी स जझना पड़ा ह DBT amp PDS

उस गलती स सीखन क बजाय सरकार अब उसस भी बड़ िवक का योग कर रही ह यह ह पीडीएस म lsquoडाइर बनिफट ट ासफरrsquo

(डीबीटी) लाना

इस नय िसम म लोगो को बक स खा सडी (316 पय ित िकलो) की िनकासी क बाद सरकारी राशन की दकान पर जाकर

326 पय ित िकलो की दर स चावल खरीदना पड़ता ह

पहल लोग राशन की दकान स एक पय ित िकलो की दर स वही चावल खरीद रह थ इस नय योग का नाम lsquoडीबीटीrsquo रखना असगत

ह ोिक वाव म यह सडी दन का बत ही इनडाइर तरीका ह- चावल वही घर स खच होनवाली रािश भी वही

डीबीटी को राची िजल क नगड़ी खड म लाग िकया गया ह यिद इस यह सफल होता ह तो माना जा रहा ह िक रा सरकार इस पर रा म

लाग करगी खा मी न इसका चार करना श कर िदया ह इसिलए लग रहा ह िक सरकार न पहल स ही इस सफल मान कर चल रही ह

मगर लोगो की तकलीफ पर भी चचा होनी चािहए How Successful DBT is नगड़ी म यह बात पता करन की ह िक डीबीटी अपन उ म

िकतना सफल ह और ादातर लोगो म इस लकर ितिया ा ह सबस बड़ी चनौती यह ह िक लोगो का बक ा क और राशन दकान

क बीच भागत- भागत बत समय बबाद हो रहा ह काफी लोगो क िलए इस िया की तीन किड़या ह पहला बक स पता करना िक पसा

आया िक नही (यह सिवधा ा क म नही ह) और इस पासबक म अपडट करवाना दसरा ा क स पस की िनकासी करना और आखर

म राशन दकान पर जाकर अपना एक पया जोड़कर अनाज खरीदना गौर कीिजए िक राशन दकान स सडी की रािश (316 पय ित

िकलो) वापस सरकार क पास जमा होती ह ादातर लोगो क िलए बक और ा क बत दर ह बढ़ या िवकलाग क िलए तो यह नयी

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णाली भयानक सपन जसा ह CASE STUDY सहर गाव म हम एक मिहला िमली िजनक खात म पसा आता ह लिकन वह इतनी बढ़ी ह

िक उ मोटरसाइिकल पर जब बक लकर जाना होता ह तो तीन लोग चलत ह- चालक खद मिहला और उ पकड़न क िलए तीसरा

लोगो की किठनाई िपछल कछ हो म ादा ही भयावह थी जब उ नयी णाली क बार म सीखना था कई परवारो म एक स

ादा बक खात ह लिकन उ यह नही पता िक सडी िकस म आयगी नगड़ी म िजस बक मनजर स हम िमल उ भी नही पता था िक

सरकार सडी क िलए खात का चयन कस करती ह इस वजह स लोग इधर-उधर भटक रह ह नयी िसम स हो रही परशानी का यह

कवल एक उदाहरण ह लोगो क मन म नयी णाली क िनयमो क बार म अभी ता नही हउदाहरण क तौर पर उ ऐस लगता ह िक

यिद सडी नही आयी और िकसी महीन वह चावल नही खरीद पाय तो उनका राशन काड काट िदया जायगा इस डर क चलत कछ लोग

परवार वालो स कज लकर पीडीएस का चावल खरीद रह ह िपछल साल ममी न एलान िकया था िक नगड़ी खड झारखड का सबस

पहला lsquoकशलस ॉकrsquo होगा और अब सरकार ही उस खड म लोगो को जरत स ादा कश सभालन पर मजबर कर रही ह कवल

राशन काडधारी ही नही इस वथा स पीडीएस डीलर भी परशान ह डीबीटी िसम म अनाज बाटन म पहल स ादा िदन लगत ह

ोिक जस-जस लोग पस की िनकासी कर लत ह वस-वस रोज दो-चार लोग दकान पर आत ह नयी णाली न बक का काम भी बढ़ा िदया

ह नगड़ी म लोगो की ापक परशानी न िवप की पािटयो को एक बड़ा मौका तोहफ क प म दान िकया ह िजस िदन हम नगड़ी गय

खड कायालय क बाहर ही झारखड म मोचा का दशन चल रहा था उसक कछ हो बाद ही (फरवरी 2018 को) सीपीएम न दशन

की घोषणा की ह अगर रा सरकार चार बद नही करती ह और इस म क ावहारक पहलओ पर ान नही दती ह तो झारखड एक

नयी आपदा की और बढ़गा सरकार की मशा नगड़ी योग को आग बढ़ाना ह जहा बिकग वथा और भी कमजोर ह ऐस म हजारो की

सा म लोग खासकर कमजोर लोग नयी णाली स नही जझ पायग Concluding mark इस बात की आशका स इकार नही िकया जा सकता िक उ भख का सामना भी करना पड़ सकता ह उीद ह िक सरकार और

जनता क बीच इस म पर ज ही सवाद का मच बनगा और इस िसम क ावहारक प को समझ कर कोई सधारवादी और

ठोस पहल की जा सकगी तािक जनता क भोजन क िअधकार को सिनित िकया जा सक अथा अगल चनाव म लोग क पास

सरकार को इसका कड़ा जवाब दन का बड़ा मौका होगा

बढ़ता इटरनट अथवथा को बर डोज Rajasthan_Patrika Internet some facts भारत दिनया का दसरा सबस बड़ा इटरनट उपयोगकता दश ह भल ही इसकी पच मा 40 फीसदी जनता तक ही

ह अनमान ह िक इटरनट तक पच म हर 10 फीसदी व क साथ दश को अपन सकल घरल उाद म लगभग 1 फीसदी तक की बढ़त

िमलती ह यानी अथवथा को बर डोज हालािक बाजार म आई यह व काफी हद तक डटा की कीमत पर भारी छट और म

कॉिलग सवाओ की वजह स आई ह िजसकी पशकश बाजार म उतरी एक नई कपनी की ओर स की गई Challenges to Telecom centre

दरसचार सर कई चनौितयो का सामना कर रहा ह दरसचार कपिनया 46 लाख करोड़ पए क कज स सघष कर रही ह जबिक

राज 2 लाख करोड़ पए तक िगर गया ह ष 2018 म 5- जी की चचा ह दरसचार कपिनयो न 5-जी को लान की तयारया श कर दी ह

लगता ह िक अगल डढ़ साल क भीतर सभवत य सवा श भी हो जाएगी इटरनशनल टलीकॉम यिनयन (आईटीय) इसक िलए मानक

िनधारत कर रहा ह जो विक र पर लाग होग ऐसा होन पर जब उपकरण बड़ पमान पर उपल हो जाएग तब भारतीय बाजार क िलए

इनकी कीमत भी ावहारक हो पाएगी ऐसी सवाए िजनक िलए उ िवसनीयता विक कवरज और बत कम िवलबता की आवकता

होती ह 5-जी स नटविक ग कटरग और भडारण ससाधनो को एक ोाम और एकीकत बिनयादी ढाच म एकीकत करना सभव हो

जाएगा िजसस िबखर ए ससाधनो का एक अनकिलत व बआयामी उपयोग सभव होगा वही यह िफड मोबाइल और सारण सवाओ

क िमलन का भी काम करगा दश की मख दरसचार सवाओ की कपिनयो का ितिनिधकता सलर ऑपरटर एसोिसएशन ऑफ इिडया

(सीओएआई) न भी मी-कहोर lsquo5जी इिडया फोरमrsquo की शआत कर दी ह िजसस यह सिनित हो सक िक भारत म भी बाकी दिनया

क साथ ही यह तकनीक आ जाए सभावनाए अनत ह और इस म अगली पीढ़ी की सवाओ को सम िकया जा सकता ह और समच

म उत समाधान लाए जा सकत ह रा ीय दरसचार नीित (एनटीपी) 2018 का भी ल भारत को अगल दशक की ौोिगकी म वश

करवाना ह इटरनट ऑफ िथ (आईओटी) और ड ाइवरलस कार सवाए भी हकीकत बन सकती ह िडिजटल मता िनमाण ाचार म

भारत कशलस अथवथा जस महाकाी कायमो क िलए दरसचार सर अपन माम क जरए दश को आग ल जान म योगदान द

रहा ह

Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology (SEXTANT) NASA has invented a new type of autonomous space navigation that could see human-made spacecraft heading into the far reaches of the Solar System and even farther ndash by using pulsars as guide stars Itrsquos called Station Explorer for X-ray Timing and Navigation Technology or SEXTANT What is it it uses X-ray technology to see millisecond pulsars using them much like a GPS uses

satellites SEXTANT works like a GPS receiver getting signals from at least three GPS satellites all of

which are equipped with atomic clocks The receiver m BENEFIT

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It will enable sustained human presence throughout the solar system as well as enhance and enable science in the outer solar system and beyond

High bandwidth communications and advanced navigation capabilities will enable future deep space exploration of the solar system and pinpoint navigation in near-Earth space

The X-ray navigation (XNAV) and communications (XCOM) project elements will focus on the development of the X-ray based technologies capable of providing accurate autonomous navigation and high bandwidth communications respectively beyond the inner solar system

easures the time delay from each satellite and converts this into spatial coordinates What are Pulsar A special kind of neutron star known as a pulsar emits periodic -- or repeating -- bursts of radio waves X-rays and gamma rays

BBIN मोटर वाहन समझौत न िफर स गित पकड़ी बा लादश भारत और नपाल न जन 2015 म ह तारत

बा लादश-भटान-भारत-नपाल (बीबीआईएन) मोटर वाहन समझौत (एमवीए) क तहत उप- म याी वाहन आवाजाही क

िलए परचालनगत ियाओ क मल िवषय पर सहमित जताई ह और ज द ही यह याी ोटोकॉल पर ह तार क िलए

आतरक मजरी ियाओ को परी करलगी ितभागी दशो न इस समझौत क तहत काग वाहनो क िलए और अिधक ट ायल

रन सचािलत करन पर भी सहमित जताई ह तीनो दशो क उ च तरीय अिधकारयो न बगल म 10-11 जनवरी को आयोिजत

एक बठक म एमवीए क काया वयन पर चचा की िजसका सयोजन एव अ यता भारत सरकार क सड़क परवहन एव

राजमाग मालय न की पयवक क प म भटान क आिधकारक िश टमडल न भी इस बठक म िह सा िलया इस

ऐितहािसक एमवीए पर 15 जन 2015 को भटान क िथ प म बीबीआईएन दशा क परवहन मियो ारा ह तार िकए गए

Motor Vehicle Agreement (MVA) क तहत काग वाहनो क िलए ट ायल रन का परचालन पव म कोलकाता-ढाका-

अगरतला एव िद ली-कोलकाता-ढाका ट क साथ िकया गया य परीण समझौत क आिथक लाभो को रखािकत करन म

सफल रह बा लादश-भारत-नपाल न पहल ही एमवीए की अिभपि कर दी ह और तीनो ह तारकता दशो क बीच एमवीए क

काया वन पर सहमित जताई ह भटान इस समझौत पर पि करन क बाद इसम शािमल आ Financial help िशयाई

िवकास बक (एडीबी) दिण एिशया उप ीय आिथक सहयोग (एसएएसईसी) को अपनी सहायता क एक िह स क प म

बीबीआईएन एमवीए को तकनीकी परामशदाी एव िव तीय सहयोग उपल ध कराता रहा ह

किष को ावहारक और लाभकारी बनान क िलए रणनीितया यिप किष अिधकतर भारतीयो की म आजीिवका ह परत िकसानो को यह वसाय आकषक नही लगता ोिक इसम आय तथा

उादकता कम ह ती समावशी और सतत िवकास की रणनीितयो को िकसानो की समाओ को हल करना होगा

िकसानो की उादकता और उनक लाभाजन क िलए 12 पहल- पहली बहतर बीजो का इमाल तािक उादकता म 15 स 20 ितशत की व हो

दसरी किष उादकता बढ़ान क िलए उवरको का सतिलत इमाल जरी

तीसरी सीमा और छोट िकसानो ारा नवाचार अपनान की िदशा म सामियक सथागत ऋण म भिमका िनभाता ह

चौथी द पालन मछली पालन और मग पालन जसी सबिधत गितिविधयो क साथ खती को जोड़ना और िवार करना इस कदम स

िकसानो की आय बढ़ान म महपण योगदान होता ह

पाचवी भारत म खती क यीकरण को बढ़ाना होगा

छठवी किष गितिविधयो को तज करन और किष को बागवानी स जोड़न तथा पहाड़ म किष क यीकरण स िकसानो की आय बढ़ सकती ह

सातवी किष आधारत उोगो क ोाहन क मनजर ईको-णाली को मजबत करना होगा

आठवी पानी क इमाल क ित बहतर समझ बनानी होगी

नौवी िकसानो को उपभोा म क बड़ िह को समझना होगा

दसवी हम भ-नीित म मलभत सधारो पर गौर करना होगा

ारहवी हम जलवाय परवतन क मनजर किष गितिविधयो को िवकिसत करन की जरत ह

बारहवी ान को साझा करन की ियाओ को द करना होगा

अय ऊजा बनाम कोयला भारत क कोयला ससाधनो (जो म प स पव और म भारत म क ित ह) और भारत क मख सौर एव पवन ऊजा ससाधन (जो मतः

पिमी और दिणी भारत म क ित ह) स सबिधत ह इनम ऐस थल नग ह जहा दोनो तरह क ससाधन ह

Renewable energy in India

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वतमान म भारत की थािपत िड रीय अय ऊजा की मता करीब 60 मगावाट ह िजनम स 57 मगावाट स ादा दश क उरी

दिणी और पिमी ो म क ित ह तीन फीसदी स भी कम अय ऊजा िफलहाल पव और पवरीय (िजस सामिहक प स पव

भारत कहा जाता ह) म क ित ह भगोल और मौसम पव भारत म िवकिसत की जा रही िड स जड़ी अय ऊजा की मता को बािधत

करत ह

Is growth of Renewable energy harmful लिकन अय ऊजा क रत िवार क गभीर परणाम होग अगल पह-बीस वष म धीर-धीर अय ऊजा ारा कोयला आधारत िबजली

उादन की जगह लन की सभावना ह िफर अय ऊजा क िवकास स कछ रोजगार या िविनमाण लाभ कोयला ो वाल राो को िमलन

का अनमान ह मम स दीघकाल म इस बात की काफी आशका ह िक अय ऊजा क िवकास स न िसफ कोयला आधारत िबजली

उादन भािवत होगा ब कोयला खनन की सभावनाए भी घट जाएगी इसका ितकल असर न कवल भारत क कोयला सयो (िजोन

सरकारी बको स कज िलया ह) पर पड़गा ब कोल इिडया िलिमटड स कोयला उठान पर भी पड़गा िपछल वष कोल इिडया िलिमटड को

अािशत थित स भी गजरना पड़ा जब उसक भडार म अितर कोयला था मगर उस खरीदार नही िमल रह थ आिथक सवण

2016-17 न दो रा ीय वियो को उजागर िकया ह जो अय ऊजा अपनान क िवतरण सबधी भाव का िवार कर सकत ह पहला

भारतीय राो क बीच आय क र पर एक ापक ीय अतर ह पव रा दश क बाकी िहो स पीछ रह ह दसरा िपछल दशक म

स राो को पनिवतरत ससाधन हातरण म तजी स व ई ह अय ऊजा को अपनान और धीर-धीर कोयला को िवथािपत करन स

रोजगार क नकसान क जरय सभवतः आय म अतर बढ़गा और रॉयी तथा कर राज खोन की वजह स कोयला आधारत राो क िलए

ससाधन हातरण बढ़गा कोयला खनन और उोगो की तरफ इसका वाह बड़ काणकारी रा और क सरकार तथा झारखड

ओिडशा पिम बगाल और छीसगढ़ जस राो क बीच िवीय समझौत का एक महपण िहा ह दशको स कोयला खनन स रॉयी

और कर राज रा बजट को सहयोग करत ह कोल इिडया और इसकी सहायक कपिनयो क कॉरपोरट सामािजक उरदािय खच न

पव इलाक क बिनयादी ढाच और सामािजक िवकास म बड़ी भिमका िनभाई ह और कोयला खनन और परवहन क सथानो क आसपास

गभीर सरण नटवक का िवकास िकया ह इन ो म कोयला खनन िसफ आिथक गितिविध नही ह ब राजनीितक लामबदी का एक

ाथिमक आधार भी ह यह आयजनक नही िक जब भी कोल इिडया िलिमटड का रा ीयकरण ख करन का मा उठा ह इस म

राजनीितक ितरोध तज हो गया ह पव भारत म अय ऊजा बनाम कोयल की बहस भारतीय िनवश पर की एक बड़ी समा को

परलित करती ह-िनजी पजी का वाह उी राो की तरफ होता ह जहा शासिनक समाए कम हो वसाय का माहौल बहतर हो

और रत लाभ की सभावना उ हो जस गजरात महारा और आ दश नतीजतन ादा ितकल कारोबारी माहौल वाल राो (जस

पव भारत) म िनवश की कमी परी करन की िजदारी सावजिनक और सरकारी ािम वाल उपमो (एसओई) पर आती ह

Renewable energy is future but is it for present अय ऊजा की गित कन वाली नही ह लागत और पयावरणीय परणाम दोनो क िलहाज स यह न कवल भारत म ब विक र पर एक

बड़ ऊजा बदलाव का सकत करता ह लिकन जसा िक अरिवद समम न इस पहली को सही ढग स त िकया ह-अय ऊजा भिव

हो सकता ह लिकन ा यह वतमान ह हाल ही म टरी म िदए अपन ाान म उोन िविभ आिथक कारणो को रखािकत करत ए कहा

िक भारत को अकाल क िलए अय ऊजा क मामल म धीमी गित अपनानी चािहए लिकन अय ऊजा क मसल पर धीमी रार का

कारण परी तरह स आिथक नही ब राजनीितक भी ह भारत का कोयला बड़ी आबादी वाला और चनाव की ि स बहद ासिगक ह

अगर अय ऊजा अपनान क बाद क ितकल परणामो स नही िनपटा गया तो इस क लोग ती िवरोधी ितिया जता सकत ह धीर-

धीर बदलाव की िया भारत म अ ो म भी कारगर रही ह-यह मामन का कारण नही ह िक ऊजा का मामला अलग ह

पयावरण को लील रहा शहर का दायरा नकसान की म वजह अिनयोिजत शहरीकरण urbanisation 2050 तक भारत की 60 फीसद आबादी शहरो म रहन लगगी वस भी 2011 की जनगणना क मतािबक कल 31 फीसद आबादी अभी शहर म

िनवास कर रही ह साल दर साल बढ़ती गरमी गाव-गाव तक फल रहा जल-सकट का साया बीमारयो क कारण पट रह अताल ऐस कई

मसल ह जो आम लोगो को पयावरण क ित जागक बना रह ह कही कोई नदी तालाब क सरण की बात कर रहा ह तो कही कोई पड़

लगा कर धरती को बचान का सक ल रहा ह तो वही जगल व वहा क बािशद जानवरो को बचान क िलए यास कर रह ह लिकन भारत जस

िवकासशील दश म पयावरण का सबस बड़ा सकट lsquoशहरीकरणrsquo एक सम िवषय क तौर लगभग उपित ह

Indian Urbanisation Pseudo Urbanisation असल म सकट जगल का हो या िफर वाय का या िफर पानी का सभी क मल म िवकास की वह अवधारणा ह िजसस शहर पी सरसा

सतत िवार कर रही ह और उसकी चपट म आ रही ह कित और नसिगकता अपन दश म सित मानवता और बसावट का िवकास

निदयो क िकनार ही आ ह सिदयो स निदयो की अिवरल धारा और उसक तट पर मानव-जीवन फलता-फलता रहा ह बीत कछ दशको म

िवकास की ऐसी धारा बही िक नदी की धारा आबादी क बीच आ गई और आबादी की धारा को जहा जगह िमली वह बस गई यही कारण ह िक

हर साल क नगर बन रह ह और नगर महानगर बहतर रोजगार आधिनक जनसिवधाए और उवल भिव की लालसा म अपन पनी

घर-बार छोड़ कर शहर की ओर पलायन करन की वि का नतीजा ह िक दश म एक लाख स अिधक आबादी वाल शहरो की सा 302 हो

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गई ह जबिक 1971 म ऐस शहर मा 151 थ यही हाल दस लाख स अिधक आबादी वाल शहरो का ह इसकी सा गत दो दशको म दगनी

होकर 16 हो गई ह

पाच स 10 लाख आबादी वाल शहर 1971 म मा नौ थ जो आज बढ़कर आधा सकड़ा हो गए ह िवशषो का अनमान ह िक आज दश की

कल आबादी का 850 ितशत िहा दश क 26 महानगरो म रह रहा ह िव बक की ताजा रपोट बताती ह िक आन वाल 20-25 सालो म 10

लाख स अिधक आबादी वाल शहरो की सा 60 स अिधक हो जाएगी िजनका दश क सकल घरल उाद म योगदान 70 ितशत होगा एक

बात और बहद चौकान वाली ह िक भारत क ामीण ो म गरीबी रखा स नीच रहन वालो की सा शहरो म रहन वाल गरीबो क बराबर ही

ह यह सा धीर-धीर बढ़ रही ह यानी यह डर गलत नही होगा िक कही भारत आन वाली सदी म lsquoअरबन मrsquo या शहरी मिलन बयो म

तील न हो जाए

Urbanisation and How it engulfing Environment शहर क िलए सड़क चािहए िबजली चािहए मकान चािहए दर चािहए इन सबक िलए या तो खत होम हो रह ह या िफर जगल जगल को

हजम करन की चाल म पड़ जगली जानवर पारपरक जल ोत सभी कछ न हो रहा ह यह वह नकसान ह िजसका हजाना सभव नही ह

शहरीकरण यानी रार रार का मतलब ह वाहन और वाहन ह िक िवदशी मा भडार स खरीद गए ईधन को पी रह ह और बदल म द रह

ह दिषत वाय शहर को ादा िबजली चािहए यानी ादा कोयला जलगा ादा परमाण सय लगग िदी कोलकातापटना जस

महानगरो म जल िनकासी की माकल वथा न होना शहर म जल भराव का थाई कारण कहा जाता ह मबई म मीठी नदी क उथल होन

और 50 साल परानी सीवर वथा क जजर होन क कारण बाढ़ क हालात बनना सरकार ीकार करती रही ह बगल म पारपरक

तालाबो क मल प म अवािछत छड़छाड़ को बाढ़ का कारक माना जाता ह शहरो म बाढ़ रोकन क िलए सबस पहला काम तो वहा क

पारपरक जल ोतो म पानी की आवक और िनकासी क परान राो म बन गए थाई िनमाणो को हटान का करना होगा यिद िकसी पहाड़ी

स पानी नीच बह कर आ रहा ह तो उसका सकलन िकसी तालाब म ही होगा ऐस जोहड़-तालाब कीट की निदयो म खो गए ह परणामत

थोड़ी ही बारश म पानी कही बहन को बहकन लगता ह महानगरो म भिमगत सीवर जल भराव का सबस बड़ा कारण ह जब हम भिमगत

सीवर क लायक सार नही सीख पा रह ह तो िफर खल नालो स अपना काम ो नही चला पा रह ह पोलीथीन घर स िनकलन वाल

रसायन और न न होन वाल कचर की बढ़ती मा कछ ऐस कारण ह जोिक गहर सीवरो क दन ह शहर का मतलब ह औोिगकीकरण

और अिनयोिजत कारखानो की थापना का ही दखद परणाम ह िक तकरीबन सभी निदया अब जहरीली हो चकी ह नदी थी खती क िलए

मछली क िलए दिनक काय क िलए न िक उसम गदगी बहान क िलए

गावो क क को क शहर और शहरो क महानगर म बदलन की होड़ एक ऐसी मग मरिचका की िला म लगी ह िजसकी असिलयत

कछ दर स खलती ह दर स जो जगह रोजगार सफाई सरा िबजली सड़क क सख क क होत ह असल म वहा सास लना भी गनाह लगता

ह शहरो की घनी आबादी सामक रोगो क सार का आसान जरया होत ह यहा दिषत पानी या हवा भीतर ही भीतर इसान को खाती रहती

ह और यहा बीमारो की सा ादा होती ह दश क सभी बड़ शहर इन िदनो कड़ को िनबटान की समा स जझ रह ह कड़ को एक

करना और िफर उसका शमन करना एक बड़ी चनौती बनता जा रहा ह एक बार िफर शहरीकरण स उपज रह कचर की मार पयावरण पर

ही पड़ रही ह

असल म शहरीकरण क कारण पयावरण को हो रहा नकसान का मल कारण अिनयोिजत शहरीकरण ह बीत दो दशको क दौरान यह

परपाटी पर दश म बढ़ी िक लोगो न िजला मालय या को की सीमा स सट खतो पर अवध कालोिनया काट ली इसक बाद जहा कही

सड़क बनी उसक आसपास क खत जगल तालाब को वध या अवध तरीक स कीट क जगल म बदल िदया गया दश क अिधकाश शहर

अब सड़को क दोनो ओर बतरतीब बढ़त जा रह ह न तो वहा सावजिनक परवहन ह न ही सरा न ही िबजली-पानी की नतम आपित

Q UPSC 2016 माीित को िनयित करन क उपाय माीित को िनयित करना क

सरकार की ाथिमकता रही ह सरकार न इसक िलए कई कदम उठाए ह जो िनिलखत ह

जमाखोरी और कालाबाजारी क खलाफ कारवाई करन आवक व अिधिनयम 1955 और कम आपित वाली वओ की

कालाबाजारी िनवारण एव आवक व अनप अिधिनयम 1980 को भावी ढग स लाग करन क िलए जरत पड़न पर समय-

समय पर रा सरकारो को परामिशकाए जारी की जा रही ह कीमत और उपलता की थित क आकलन क िलए िनयिमत

तौर पर उ रीय समीा बठक की जा रही ह य बठक सिचवो की सिमित अतर मालय सिमित कीमत थरीकरण िनिध

बधक सिमित और अ िवभागीय र पर की जाती ह उादन को बढ़ावा दन क िलए खा पदाथ क अिधकतम समथन म

(एमएसपी) की घोषणा की गई इसका उ खा पदाथ उपलता बढ़ाना भी ह िजसस कीमतो को कम रखन म मदद िमलगी

दालो ाज आिद किष वओ की कीमतो म उतार-चढ़ाव को िनयित करन क िलए कीमत थरीकरण िनिध (पीएसएफ) योजना

लाग की जा रही ह खदरा कीमतो को बढ़न स रोकन क यासो क तहत सरकार न दालो क सरित भडार (बफर ॉक) को 15

लाख मी टन स बढ़ाकर 20 लाख मी टन करन का अनमोदन िकया इस म म 20 लाख टन तक दालो का सरित भडार तयार

िकया गया राोसघ शािसत ो को सावजिनक िवतरण णाली क माम स िवतरत करन मा भोजन योजना आिद क

िलए सरित भडार स दाल दी जा रही ह इसक अलावा सना और कीय अ स बलो की दाल की जरत को परा करन क

िलए भी सरित भडार स दालो का उपयोग िकया जा रहा ह सरकार न अल 2018 तक चीनी क ॉिकोडीलरो पर ॉक

होग की सीमा तय कर दी ह सरकार न उपलता को बढ़ावा दन और कीमतो को कम बनाए रखन क िलए चीनी क िनयात

पर 20 ितशत श लगाया श सीमा श पर 5 लाख टन की चीनी क आयात को अनमित दी गई इसक बाद 25 ितशत

श पर 3 लाख टन अितर आयात की अनमित दान की गई साख प पर सभी कार क ाज क िनयात की अनमित दी

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जाएगी जो 31 िदसबर 2017 तक 850 डॉलर ित मी टन नतम िनयात म (एमईपी) स सब होगा राोसघ शािसत ो

को ाज पर भडारण सीमा लगान की सलाह दी गई ह राो स अपनी ाज की जरत की सचना दन का अनरोध िकया गया

िजसस उपलता बढ़ान और कीमतो म कमी लान क िलए आवक आयात की िदशा म कदम उठाए जा सक

भारत को अभी lsquoलट कवजर ाजलrsquo का सामना नही करना पड़ रहा ह एक अ याय म सवण न यह समीा की ह िक भारत क िलए आव यक lsquoलट कवजर ाजल की अवधारणाए िकस हद तक सही

ह और ा इस ासल स आन वाल वष म भारत क िवकास पर भाव पड़न की सभावना ह सवण म यह दशाया गया ह िक

वतमान यग आिथक समसयन का ह जहा भारत सिहत गरीब दश सम दशो की तलना म ा दा तजी स आग बढ़ ह और

उोन अपन जीवन-यापन की थित म अतराल को भरा ह 1960 म भारत एक कम आय वाला दश स भारत 2008 म िनत म

आय वाला दश बन गया था और अब यह मा आय हर हािसल करन की िदशा म यासरत ह तथािप ऐसी कछ िचताए ह िक

भारत जस लट कवजर दशो क िलए सम य की िया म सीम आ सकती ह जो विक िवीजय सकट क पा त इस

परवतन को साथक बनान का यास कर रह ह सवण म यह कहा गया ह िक आिथक िवकास की िया म आवसक लट

कवजर ाजलrsquo की िचताओ स िनपटन क िलए भारत को चार चनौितयो का हल करना होगा इन चार चनौितयो म विकीकरण

क िव िववाद िजसस िनयात अवसरो म कमी आती ह कम उादकता ो स उ उापदकता ो (ढाचागत परवतन) म

ससाधनो क अतरण म समापए ाोिगकी-सघन कायथारन क मागो क अनप मानव पजी क उनयन की चनौती तथा

जलवाय परवतन-रत किष दबाव स िनपटना शािमल ह क विकरण क िव बढ़ता अीीकरण या िववाद ndash जापान

दिण कोरया और चीन जस अल कवजर दश अपन कवजस अविधयो क 30 वष तक 15 ितशत स अिधक पो एवरज िवकास

दर ाज करन म सम रह तथािप भारत जस लट कवजर दशो क िलए ाकपार वातावरण बदल चका ह रत विकरण क

िव िवकिसत दशो म िववाद स 2011 स िवव ालपार जीडीपी अनपातो म िगरावट आई ह इसका अथ ह िक िनयात अवसरो

म िगरावट िवशष प स जब िवकिसत दशो म राजनीित िनचल जीडीपी अनपातो की िदशा म व प स असर हो रही ह

ख कम उा दकता वाल ो स उ उानदकता वाल ो म ससाधनो क अतरण की किठनाइया या बािधत ढाचागत परवतन

सफल िवकास क िलए ससाधनो को कम उ पादकता वाल ो स उ च उ पादकता वाल ो म परवितत िकए जान की

आव यकता होती ह ढाचागत परवतन तब िन फल होता ह जब अनौपचारक कम उाजदकता वाल ो स मामली प स कम

अनौपचारक या अिधक उाादकता वाल ो म ससाधनो को परवितत िकया जाता ह भारत म अपयनो म सम िवकास

और बहतर िवकास क बीच एक कमजोर सह-सबध दशाया गया ह ग ौोिगक-सघन कायबल की मागो क अनप मानव पजी

का उकयन भारत जस लट कवजर दश ढाचागत परवतन क िलए आवक ाथिमक िशा उपली करान म भी िवफल रह ह

सवण क िन ष म यह दशाया गया ह िक 3 स 8 वी तक की काओ म लगभग 40 स 50 ितशत ामीण बय ाथिमक

िशण मानको की पित नही कर सकत ह यह िवफलता काफी महगी पड़गी ोीिक नय ढाचागत परवतन क िलए मानव पजी

और दर चला जाएगा और ौोिगकी कौशल यढ मानव पजी की माग करगी िफर भी यह एक अीज बात ह िक 2014 स

इस िदशा म सधार आन लगा ह घ जलवाय परवतन-रत किष दबाव िवकासशील दशो की तलना म िवकिसत दशो की किष

उ पादकता की िवकास दर िनरतर अिधक रही ह भारत क सबध म किष उ पादकता िवकास दर थायी रही ह जो िक िपछल 30

वष क दौरान औसतन प स लगभग 3 ितशत रही ह तापमान म व स किष भािवत होती ह और बरसात पर काफी

ाशदा िनभर रहती ह लट कवजर दशो क िलए किष उापदकता न कवल लोगो क आहार क िलए महनपण ह ब उन

ो म मानव पजी उपलता सिनित करन क िलए भी महहपण ह जो किष स आधिनक ो की ओर तीाल हो रह ह

सवण म यह वणन िकया गया ह िक भारत म िवकास कम उाोदकता वाल ो स उ उायदकता और गाव क ो

म म ससाधनो क सीिमत अतरण क कारण आ ह और यह किष िवकास दर म अपाकत मामली व क बावजद ह तजी स

बढ़ती मानव पजी भारत की गाकपक िवकास दर च को कायम रखन क िलए काफी महतपण होगी बहतर था यी

िवकास हािसल करन हत जलवाय परवतन और जल अभाव जस मलत मो की तलना म तजी स बढ़ती किष उादकता की

भिमका अहम होगी आज भारत को lsquoलट कवजर ालrsquo का सामना नही करना पड़ रहा ह लिकन इसस बच रहन क िलए भारत

को समय पर सही कदम उठान होग

ा ह एक साथ हो रहा सपरमन मन और चहण

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Blue Moon Suopermoon सपरमन वह खगोलीय घटना ह िजसक दौरान चमा पी क सबस करीब होता ह और 14 फ़ीसदी अिधक चमकीला भी इस

परगी मन भी कहत ह धरती स नजदीक वाली थित को परगी (356500 िकलोमीटर) और दर वाली थित को अपोगी (406700

िकलोमीटर) कहत ह BLUEMOON यह महीन क दसर फल मन यानी पण च का मौक़ा भी ह जब फलमन महीन म दो बार होता

ह तो दसर वाल फलमन को मन कहत ह डमनः च हण क दौरान पी की छाया की वजह स धरती स चाद काला िदखाई

दता ह 31 तारीख को इसी चहण क दौरान कछ सक ड क िलए चाद परी तरह लाल भी िदखाई दगा इस ड मन कहत ह यह

थित तब आती ह जब सय की रोशनी िछतराकर होकर चाद तक पचती ह परावतन क िनयम क अनसार हम कोई भी व उस

रग की िदखती ह िजसस काश की िकरण टकरा कर हमारी आखो तक पचती ह चिक सबस लबी तरग द (ववलथ) लाल रग

का होती ह और सय स सबस पहल वो ही चाद तक पचती ह िजसस चमा लाल िदखता ह और इस ही ड मन कहत ह

Condition for Lunar Eclipse सय की परमा क दौरान पी चाद और सय क बीच म इस तरह आ जाती ह िक चाद धरती की

छाया स िछप जाता ह यह तभी सभव ह जब सय पी और चमा अपनी का म एक दसर क िबल सीध म हो पिणमा क िदन

जब सय और चमा की बीच पी आ जाती ह तो उसकी छाया चमा पर पड़ती ह इसस चमा क छाया वाला भाग अधकारमय

रहता ह और इस थित म जब हम धरती स चाद को दखत ह तो वह भाग हम काला िदखाई पड़ता ह इसी वजह स इस च हण

कहा जाता ह

बजट 2018 खती-िकसानी पर बजट की महपण बात

किष बजट दश क िकसानो की आमदनी बढ़ाकर साल 2022 तक दोगना करन का ल - 86 ितशत स ादा िकसान छोट या सीमात िकसान ह इनक िलए माक ट तक पचना आसान नही ह इसिलए सरकार इ ान -

रखकर इा र का िनमाण करगी - भारत एक किष धान दश ह ऐस म हम हमार िजलो म र बड िडवलपमट मॉडल तयार

करन की आवकता ह - दश क िकसानो क अथक परम का परणाम ह - लगभग 300 िमिलयन टन फलो और सयो का रकॉड

उादन आ ह - ई-नम को भी हमन िकसानो को तहत जोड़ा ह तािक िकसानो को जहा ादा म िमलती ह - 585 APMC को ई-नम

क जरए जोड़ा जाएगा यह काम माच 2019 तक ही ख हो जाएगा - िजतन गाव ह उनको किष क बाजारो क साथ बिढ़या सड़क माग स

जोड़न की योजना ह - हर िजल म र मॉडल पर िवकिसत करन की आवकता ह - ऐस पौध िजनका दवाइयो म इमाल होता हो

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उनका भी सरकार उादन बढ़ान क िलए बढ़ावा दगी - जिवक खती को बढ़ावा िदया जाएगा इसक िलए सरकार परा यास कर रही ह -

टमाटर आल ाज का इमाल मौसम क आधार पर होता ह सालभर ऑपरश ीन लॉ की जाएगी ऑपरशन ड की तौर पर 500

करोड़ पय इसक िलए रख जाएग - िडट काड मछआरो और पशपालको को भी िमलगा - 42 मगा फड पाक बनगा - मछली पालन

और पशपालन क िलए 10 हजार करोड़ पय रख जा रह ह बास की पदावार बढ़ान क िलए - िकसान किष लोन की सिवधा स विचत रह

जात ह य बटाईदार होत ह िजनको बाजार स कज लना पड़ता ह नीित आयोग ऐसी वथा बना रहा ह िक ऐस िकसानो को कज लन म

सिवधा िमल

Why are farmers distressed across India 2017 म दशभर म िकसानो ारा कई दशन िकए गए| इसम 184 िकसान समहो ारा िकया गया दशन काफी चिचत रहा| भारत म किष

अपनी अथरता क िलए िस ह िफर वह चाह उादन क र पर हो म क र पर अथवा बाजार म उतार -चढ़ाव क| 2006 म गिठत

नशनल कमीशन ऑफ फामर क अ ामीनाथन न दश म िकसानो की वतमान थित पर िचता जािहर की थी| यिद किष की वािषक

व पर नजर डाल तो किष की अथरता का माण सामन आ जाता ह| 2012 -13 म15 2013-14 म 56 2014-15 म -02

तथा 2015-16 म किष व दर 07 रही|

ो ह यही थित - भिम पर बढ़ता बोझ

किष भिम का औसतन ित उपलता कम होत जाना| वतमान म यह उपलता घटकर 115 हयर रह गई ह|

भारत म छोट तथा सीमात िकसान)िजनक पास 2 हयर स कम की भिम होती ह ( की सा कल िकसान की सा का 72 ितशत ह|

िकसानो ारा ऋण स म क साथ -साथ जलवाय परवतन आपदा म म उतार चढ़ाव तथा बाजार की शयो स ितरोध क म म

लाभ की थित नही रहती ह|

िकसानो की थर आय म बाधक पहल - फसल उादन म मौजद जोखम िकसानो की आय क कम होन का मख कारण ह जस फ़सलो म बीमारी का होना फसल उादन क

िलए आवक आगतो जस बीज अथवा िसचाई का समय पर उपल न हो पाना इािद|

सरकार ारा उिचत लाभकारी म की ा न होना

िबचौिलयो ारा िकसानो का शोषण करना

एपीएमसी कानन की िवफलता

सखा बाढ़ तथा बमौसम बरसात जस कारको का उपथत होना|

भारत म माग एव पित की लोचशीलता किष सबधी गितिविधयो कोई बड़ र पर भािवत करती ह| भारत म िकसान अपन उाद को अिधक

समय तक अपन पास नही रख सकत या य कह िक उनक पास भडारण की उिचत सिवधा उपल नही ह िजसक कारण उ िबचौिलयो को

या िकसी थानीय ापारी को ही अपना माल बचना पड़ता ह िजसस उ उिचत म की ा नही हो पाती| एक अयन क अनसार यह

बात प स सामन आई ह की िपछल कछ दशको म किष सबधी लागत म िजतनी व ई ह इतनी व िकसानो क लाभ म दखन को

नही िमली ह यही कारण ह की किष आज एक लाभ िवहीन बनकर रह गई ह|

Qकिष उादो क मो म उतार चढ़ाव तथा कम पारतोिषक जसी समा को ितध बाजारो

ारा तथा कछ ऐस ही आवक सधारो क ारा दर िकया जा सकता ह| चचा कर | Price fluctuation and low and unremunerative prices for farm produce can be addressed through competitive markets and much-needed reformsDiscuss

Q भारत म किषगत आधार सधार तीन भो पर िटक ह - सथान जो िनयम बनात ह बाजार म

काय करन वाल एजटस का पारतोिषक तथा आधिनक ापार को बल दन वाल आधारभत

सरचना सबधी कारक| परीण कीिजए| Agricultural market reform in India rests on three pillarsmdash institutions that establish the rules of the game incentives for agents to participate actively in the market and infrastructure to support the modernised trading platform Examine Saving the environment and the economy क दश की कछ रा ीय समाए होती ह जस िक समावशन की समा या आिथक व की दर का कम होना |परत िवषण करन पर

यह िनष िनकाल कर आता ह िक िकसी भी समा का समाधान तभी सभव ह जब समाज भी उस समा की गहराई को समझ तथा

समाधान क ियायन की इा रखता हो| परत जलवाय परवतन एक ऐसी समा ह जो िक सभी दशो क िलए एक साझा समा क प म

ह| हालािक बत स िवषको न इस समा क समाधान क िलए कछ िबदओ को विक पटल पर सामन रखा ह परत यह समझना आवक

ह िक इन समाधान को ल तक पचान क िलए समाज का ोाहन तथा सहयोग तलनाक प स बड़ र पर होना चािहए| जसा िक सब

जानत ह की जलवाय परवतन मतः औोगीकरण क बाद स श आ जब 18वी शताी म जीवा ईधनो का सहारा लकर औोिगक

ाित ई| तब स लकर आज तक वायमडल म काबन डाई ऑाइड की माा लगातार बढ़ती जा रही ह | इसक ारा जलवाय पटन को

काफी हद तक ित िकया जा चका ह जस िक वाय दषण या दिषत वाय पर िव क सामन एक समा क प म ह सम का बढ़ता

जलर कई तटीय शहरो क िलए िवकराल प ल चका ह तथा ितवष हरीकन स मरन वालो की सा म व हो रही ह|

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अथशाी Geoffrey Heal अपनी पक एनडजड इकनोिमक म िलखत ह की जलवाय परवतन

स होन वाल नकसान िसफ वाय तथा जल जसी मलभत आवकताओ तक ही सीिमत नही ह ब ऐस ापार पर भी उनका भाव ह जो

ाकितक ोतो पर िनभर ह जस पॉिलनशन जलच वन सबधी इकोिसम इािद| इसका ताय यह ह की ाकितक ोतो का सरण कर

ापार म पजीगत लाभ को बढ़ाया जा सकता ह| ापार म िनवश और अिधक बढ़ाया जा सकगा तथा अथवथा उादकता दिशत करगी

एवम सबस महपण बात ऐसा करन स ाकितक पजी को एक लब समय तक सरित करक रख सकत ह|

विक सगठनो तथा सभी दश की सरकारो ऐस आिथक व को नकारना चािहए जो िव की

ाकितक पजी का नकाराक दोहन कर हम ऐसी आिथक व चािहए जो हरत अथवथा को ोाहन द िजसक माम स ऐसी आिथक

व की ा हो जो पयावरण सरण को ोािहत कर तथा साथ ही नवाचार सबधी उपायो को भी हतोािहत ना कर |

Graciela Chichilnisky जो िक कोलिबया क अथशाी तथा गिणत ह वह कहत ह की मन क अ को बनाए रखन क िलए आवक

ह िक वायमडल म िजतनी काबन डाइऑाइड आवकता स अिधक माा म ह उसको वायमडल स बाहर िनकाला जाए इस काम म

आन वाल खच क िलए वह यह ाव दत ह िक कचड काबन को वािण उो क िलए बचना सभव बनाया जाए िजसक िलए एक बाजार

का िनमाण िकए जान की आवकता ह यिद इस कार क नवाचारी उपायो को लाभदायक बनाया जा सकता ह तो यह सभव ह िक िनजी

काबन कचर जस काय म िदलची िदखाए तथा उन काय को सभव बना सक जो रा ीय सरकारी नही कर पा रही ह |

नवाचारी उपायो क साथ -साथ हम कछ चनोितयो जस िक जनसा व बढ़ता आ औोिगकीकरण तथा कमजोर गवनस पर भी ान दना

होगा तथा जलवाय परवतन की चनौितयो का सामना करत ए यह भी ान रखना होगा िक लोगो क जीवन र पर इसका नकाराक भाव

न पड़ |

जलवाय परवतन की चनोितयो का सामना करन क िलए िदन -ितिदन शोध सबधी काय बढ़ता जा रहा ह

िजसको दखकर हम िचता म हो सकत ह की शोध सबधी िनष को कपिनया तथा सरकार बढ़ावा दगी |परत ऐसा सभव नही होता ह िनजी

नवाचारी उपायो को तभी अपनाएगा जब वह उनक िलए लाभ सजन भी कर सक | दसरी सबस बड़ी समा यह ह की पयावरण अवनयन

मा अ तौर पर नही होता ह एव अ तौर पर होन वाल पयावरण हानी को एक सीमा तक ही िनयित िकया जा सकता ह जस

उदाहरण क िलए यिद मीनशनल कपिनयो ारा दषण को समा करन क िलए म अमरका म िवत प स वनीकरण िकया जाता ह

तो यह भी एक सीमा तक ही सभव ह ोिक िदन ितिदन बढ़ती जा रही जनसा क िलए भिम की उपलता भी बनाए रखनी आवक ह|

Dennis J Snower नामक अथशाी ारा कछ वष पहल यह बात रखी गई थी की गत प स िकए जान वाली पयावरण हानी

िजसको की सरकार तथा अतररा ीय सगठन नजरअदाज कर दत ह पयावरण की ित म अभतपव भिमका िनभाती ह जस मछली

पकड़ना जीवा ईधन क माम स खाना बनाना पानी का दपयोग करना उदाहरण प स िदखात ह की गत र पर

पयावरण की हािन कही ादा होती ह| तो आवक यह ह िक सरकार तथा अतरा ीय सगठन पयावरण हािन को रोकन क िलए को

लित करक नीित िनमाण कर |

एक और बड़ी समा यह ह बत सार दश अभी भी औोिगकीकरण की िया स गजर रह ह तो यिद कछ दश ित

दषण म होन वाल योगदान को कम करन का यास कर ग तो उनक ारा िकया गया यास औोिगकीकरण की िया स गजर रह दशो

ारा िकए गए दषण स थ चला जाएगा| इस कार की समाए काबन डाई ऑाइड क उजन को िनयण म रखन क यासो को

धा पचाती ह |इस बात को भी ीकार करना आवक ह िक कई सरकार िहतो म सतलन नही बना पाती| उदाहरण क िलए शशाली

मीनशनल कपिनया पयावरण मानको का उघन करती ह और सरकार भी उनक खलाफ कोई कायवाही नही कर पाती ोिक वह एक

बड़ी आय तथा रोजगार सजन का जरया होती ह |

अ बाधाए तब उ होती ह जब एक गरीब दश पिम क दशो को मानक मानकर धन अजन क

उो को सामन रखता ह ऐसी परथित म उस दश म सरकार ारा काबन उजन तथा दषण क िलए िकए जान वाल उपायो को लाग

करन म समाए आती ह|

एक रोचक त क अतगत यह आशका की जा रही ह िक नवीकरणीय ऊजा भिव म आय तथा रोजगार सबधी नई

चनौितयो को पदा कर सकती ह |आिथक िसातो क अनसार कोई भी नया उोग रोजगार सजन तभी कर सकता ह जब उादन म धान

हो और नवीकरणीय ऊजा क बार म यह आशका की जा रही ह िक भिव म यह पजी धान अिधक होन वाला ह|

िचता की बात यह ह की हमारी रा ीय सरकारो न अथवथा म थरता क नाम पर अनको रगलशन ािवत िकए ए जो भिव म ीन

इकॉनमी क नाम पर और भी कड़ बनाए जाएग इसक साथ ही गत र क यास ही पी पर मानव जीवन क भिव को िनधारत

कर ग|

Q िवकास और पयावरण परर िवरोधी आयाम ह| इस कथन क सभ म िवषण कीिजए की

ा भारत को अपनी आिथक व सामािजक िचताओ को दरिकनार कर पयावरणीय मो को

वरीयता दनी चािहए |

भारत म 64 फीसदी एटीबायोिट सरकार की मजरी क िबना ही िबक रह ह रपोट भारत म िबक रह एटीबायोिट का 64 फीसदी िहा ऐसा ह िज सरकार न मजरी ही नही दी ह यह अवध काम करन वालो म कई नामी

बरा ीय कपिनया भी शािमल ह ििटश शोधकताओ क एक अयन म यह बात सामन आई ह िवशषो का कहना ह िक इसक चलत इन

दवाइयो क बीमारयो क खलाफ बअसर होन क मामल बढ़ रह ह यह अयन ितित ििटश जनरल ऑफ ीिनकल फामाकॉलॉजी म

भी कािशत आ ह अयन म पाया गया िक 2007 स 2012 क बीच भारत म जो एफडीसी (दो अलग-अलग दवाओ का मल)

एटीबायोिट बच जा रह थ उनम स 64 फीसदी कीय मानक िनयण सगठन दवाओ (सीडीएससीओ) ारा ीकत नही थी जबिक भारत

म अब िबना ीकित क नई दवाइया बचना गर-काननी ह इन एफडीसी एटीबायोिट 500 स ादा दवा कपिनयो ारा 3300 स ादा

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नामो स बचा जा रहा था इनम 12 बरा ीय कपिनया ह भारत एटीबायोिट की सबस ादा खपत वाल दशो म शािमल ह साथ ही वह

उन दशो की पात म भी खड़ा ह जहा इन एटीबायोिट क बअसर होन क मामल बढ़ रह ह

इटरनट क डाटा पर ज पाना होगा काब नही तो बढ़ जाएगी िचता Dainik_Jagran धानमी न हाल म टजरलड क दावोस म आयोिजत वड इकोनॉिमक फोरम क उदघघाटन भाषण म एक अहम बात कही उोन कहा

िक आज डाटा बत बड़ी सपदा ह कहा जा रहा ह िक जो डाटा पर अपना काब रखगा वही दिनया म अपनी ताकत कायम रखगा Why it is essential to look into this matter

परी दिनया म आज डाटा क पहाड़ बनत जा रह ह उस पर िनयण की होड़ लगी ह भारत म ही गत पहचान सिनित करन वाल

काड यआइडीएआइ यानी आधार क जरय सरकार और कई िनजी कपिनया लोगो की सचनाए जमा कर रही ह विक र पर भी गगल

एल फसबक और माइोसॉ जसी दजनो कपिनया कई तरह स सभािवत ाहको का डाटा जटा रही ह इन कपिनयो को य सारी

सचनाए यानी डाटा तब िमलता ह जब कोई इनकी सवाओ क िलए खद को इनक पास पजीकत करता ह पजीकत करन क िलए

उपभोा को यजर आइडी बनानी होती ह िजसम नाम पता उ और मोबाइल नबर सिहत तमाम जानकारया दनी होती ह For example

फसबक या जीमल म अपना अकाउट खोलत व ही ऐसी कई सचनाए लोगो को इनक पास जमा करानी होती ह असल म आज की जो

हमारी िदनचया और जो कामकाज की थितया ह उनम इस िक का बत सा डाटा तो इटरनट और ाटफोन क िदनोिदन बढ़त

इमाल की वजह स अपन आप पदा हो रहा ह हम चलत-िफरत वाटसएप का इमाल करत ह गगल पर कोई चीज सच करत ह ाट

टीवी दखत ह या िकसी वबसाइट पर ट िफक अपडट करत ऑनलाइन शॉिपग वबसाइट स अपनी पसद का सामान खोजत ह तो इन सभी

ऑनलाइन गितिविधयो स ढर सा डाटा खद ही पदा हो जाता ह

Merger amp Acquisition for Data यह भी सच ह िक दिनया म कई कपिनया और ादा डाटा (असल म सचनाए) पान क िलए धन खच कर रही ह और ऐसी कपिनयो का

अिधहण भी कर रही ह तािक उ एकदम सटीक आकड़ व जानकारया िमल सक जस चार साल पहल 2014 म जब फसबक न 22 अरब

डॉलर म वाटसएप को खरीदा था तब सवाल उठा था िक आखर इस महग सौद की वजह ा ह महज 60 कमचारयो वाली कपनी क इस

अिधहण की असली वजह डाटा जटान की जग म सभािवत िती क वजद को ख करना था सवाल ह िक ा यह डाटा िकसी काम

का ह और ा इसक सबध म यह दावा सही ह िक िजसक पास िजतना डटा होगा वह उतना ताकतवर होगा इसका जवाब यह ह िक आज

बत स काम िसफ इस एकित डाटा क आधार पर सप हो रह ह इन सचनाओ पर बको को नए ाहक िमल रह ह ऑनलाइन शॉिपग

की वबसाइट अपना वसाय चला पा रही ह सरकारी योजनाए सही लाभािथयो तक पच और उनम िकसी तरह की दलाली और ाचार

की आशका ख हो सक तो यह भी सहीत डाटा की वजह स ममिकन हो पा रहा ह फसबक गगल का इमाल करन स लकर

ऑनलाइन खरीदारी करन और जीपीएस का इमाल करत ए कही घमन-िफरन की हमारी जरतो म यह सारा डाटा काम आता ह

साई यह ह िक आज की तारीख म वओ सवाओ जगहो स जड़ा िजतना ादा डाटा इटरनट और इसस जड़ी कपिनयो या खद सरकार

क पास मौजद होगा उनकी सचनाए ादा सटीक व तजी स जरत पड़न पर िमल सकती ह इस डाटा का सबस ादा इमाल आज

Artificial Intelligence amp Algorithm पर आधारत तकनीक म हो रहा ह Algorithm स यह अदाजा काफी सटीकता स लगाया जा सकता

ह िक कोई ऑनलाइन शॉिपग वबसाइट दखत व महज िवडो शॉिपग कर रहा ह या वाव म कछ खरीदना चाहता ह इसी तरह

एोर स व रहत पता चल जाता ह िक घरो म लग वॉटर रफायर क क डल बार या मन बदलवान की जरत ह िकसी कपनी क

पास िजतना अिधक और सटीक डाटा होगा वह उसक आधार पर अपनी सवाओ और उादो की गणवा म सधार कर सकती ह और इस

तरह नए ाहक खीच सकती ह हालािक डाटा पर िनयण पान यानी आिधप हािसल करन की बड़ी कपिनयो की कोिशशो क चलत इस

आशका को भी बल िमल रहा ह िक कही इसस व एकािधकार न हािसल कर ल और अपनी मनमानी न चलान लग असल म डाटा पर

मािलकाना हक हािसल करन की इस जग स कई इटरनट कपिनयो को बशमार ताकत िमल गई ह िजसस डाटा इकोनॉमी जसी नई

अवधारणा का ज हो रहा ह

Threat of misuse of Data एक खतरा इस डाटा क दपयोग का भी ह िजस तरह िपछल िदनो आधार स जड़ी सचनाओ क लीक होन की खबर िमली उसस इस

आशका को बल िमला था िक सरकार क पास जमा कराई जान वाली आम लोगो की जानकारया गलत हाथो म पड़ सकती ह और उसस बक

जालसाजी स लकर फज पासपोट तक बनाए जा सकत ह

यह आशका गलत नही ह इसीिलए सरकार न आनन-फानन म आधार स जड़ी सचनाओ की लीकज थामन वाली कई वथाओ का

एलान िकया था बहरहाल सवाल ह िक सबस ादा डाटा क साथ यिद कोई कपनी या सरकार ही ताकतवर बन गई तो ा होगा

हम यह उीद ादा तो नही कर सकत िक गगल फसबक एल या अमजन जसी कपनी इस कसौटी पर खरी उतर पाएगी लिकन

सरकारो स और इस बार म िव र पर बनाई जान वाली वथा स यह अपा कर सकत ह िक व डाटा क गलत इमाल को रोकन को

लकर कदम उठाए बात चाह सरकार की हो या िकसी िनजी कपनी की यिद डाटा की ताकत हािसल करन क साथ वह िजदारी िदखाती ह

और अपनी इस ताकत का इमाल समाज की भलाई म करती ह तो हम एक बहतर दिनया की उीद कर सकत ह

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भारत वन स िथित रपोट 2017 (India state of forest report 2017) India state of forest report 2017 Summery वन क मामल म भारत दिनया क शीष 10 दशो म ह ऐसा तब ह

जबिक बाकी 9 दशो म जनस या घन व 150 य तवग िकलोमीटर ह और भारत म यह 382 य तवग िकलोमीटर ह भारत क भ-भाग

का 244 ितशत िह सा वनो और पड़ो स िघरा ह हालािक यह िव व क कल भभाग का कवल 24 ितशत िह सा ह ओर इनपर 17 ितशत

मन यो की आबादी और मविशयो की 18 ितशत स या की जरतो को परा करन का दवाब ह सय त रा ट खा एव किष सगठन की

ताजा रपोट क अनसार भारत को दिनया क उन 10 दशो म 8 वा थान िदया गया ह जहा वािषक तर पर वन ो म सबस यादा व दज

ई ह दश म वन और वावरण की थित म 2015 की तलना म 8021 वग िकलोमीटर की व ई ह इसम 6778 वग िकलोमीटर की

व वन ो म ई ह जबिक वावरण म 1243 वग िकलोमीटर की बढो तरी दज की गई ह दश क कल भौगोिलक म वनो और

वावरण का िह सा 2439 ितशत ह पयावरण मी न कहा िक इसम सबस उ साहजनक सकत घन वनो का बढ़ना ह घन वन

वायमडल स सवािधक माा म काबन डाइऑ साइड सोखन का काम करत ह घन वनो का बढ़न स खल वनो का भी बढ़ा ह आ

दश कनाटक और करल का दशन सबस अ छा रहा आ दश म वन म 2141 वग िकलोमीटर की व ई जबिक कनाटक 1101

िकलोमीटर और करल 1043 वग िकलोमीटर व क साथ दसर व तीसर थान पर रहा क िहसाब स म य दश क पास 77414 वग

िकलोमीटर का सबस बड़ा वन ह जबिक 66964 वग िकलोमीटर क साथ अणाचल दश और छ तसीगढ मश दसर व तीसर थान

पर ह कल भ-भाग की तलना म ितशत क िहसाब स लीप क पास 9033 ितशत का सबस बड़ा वना छािदत ह इसक बाद

8627 ितशत तथा 8173 ितशत वन क साथ िमजोरम और अडमान िनकोबार ीप समह मश दसर व तीसर थान पर ह दश क

15 रा यो और क शािसत दशो का 33 ितशत भ-भाग वनो स िघरा ह इनम स 7 रा यो और सघ शािसत दशो जस िमजोरम लीप

अडमान और िनकोबार ीप समह नगालड मघालय और मिणपर का 75 ितशत स अिधक भभाग वना छािदत ह जबिक िपरा गोवा

िस कम करल उ तराखड दादर नागर हवली छ तीसगढ और असम का 33 स 75 ितशत क बीच का भभाग वनो स िघरा ह दश का 40

ितशत वना छािदत 10 हजार वग िकलोमीटर या इसस अिधक क 9 बड़ ो क प म मौजद ह भारत वन थित रपोट 2017 क

अनसार दश म क छ वन पित का 4921 वग िकलोमीटर ह िजसम वष 2015 क आकलन की तलना म कल 181 वग िकलोमीटर की

व ई ह क छ वन पित वाल सभी 12 रा यो म क छ वन पित म िपछल आकलन की तलना म सकारा मक बदलाव दखा गया ह

क छ वन पित जव िविवधता म सम होती ह जो कई तरह की पार थितकीय आव यकताओ को परा करती ह रपोट क अनसार दश म

वा वन एव वावरण का कल 582377 करोड़ घन मीटर अनमािनत ह िजसम स 421838 करोड़ घन मीटर वनो क अदर ह

जबिक 1603997 करोड़ घन मीटर वनो क बाहर ह िपछल आकलन की तलना म बा एव वावरण म 5399 करोड़ घन मीटर की

व ई ह िजसम 2333 करोड़ घन मीटर की व वन क अदर तथा 30657 करोड़ घन मीटर की व वन क बाहर ई ह इस

िहसाब स यह व िपछल आकलन की तलना म 3 करोड़ 80 लाख घन मीटर रही रपोट म दश का कल बास वाला 1569 करोड़

ह टयर आकिलत िकया गया ह वष 2011 क आकलन की तलना म दश म कल बास वाल म 173 लाख ह टयर की व ई ह बास

क उ पादन म वष 2011 क आकलन की तलना म 19 करोड़ टन की व दज ई ह सरकार न वन क बाहर उगाई जान वाली बास को

वो की णी स हटान क िलए हाल ही म ससद म एक िवधयक पारत िकया ह इसस लोग िनजी भिम पर बास उगा सक ग िजसस िकसानो

की आजीिवका बढ़ान म मदद िमलगी इसस दश म हर-भर ो का दायरा भी बढ़गा और काबन िसक बढान म भी मदद िमलगी रपोट म

दी गई जानकारी दश की वन स पदा की िनगरानी और उसक सरण क िलए वािनक पित पर आधारत बधन यव था और नीितया तय

करन म काफी सहायक ह यह रपोट भारत सरकार की िडिजटल इिडया की सक पना पर आधारत ह इसम वन एव वन ससाधनो क

आकलन क िलए भारतीय दर सवदी उपह रसोस सट-2 स ा त आकड़ो का इ तमाल िकया गया ह रपोट म सटीकता लान क िलए

आकड़ो की जाच क िलए वािनक पित अपनाई गई ह जल सरण क मामल म वनो क मह व को यान म रखत ए रपोट म वनो म

थत जल ोतो का 2005 स 2015 क बीच की अविध क आधार पर आकलन िकया गया ह िजसस पता चला ह िक ऐस जल ोतो म

आकलन अविध क दौरान 2647 वग िकलोमीटर की व दज ई ह

एकीकत खती स िमल सकता ह जमीन का अिधकतम लाभ अब फसलो क जरय मनाफा कमा पाना काफी मल हो चका ह ऐसी थित म अगर खती क साथ किष स जड़ी सह गितिविधयो को भी

जोड़ िदया जाए तो खती को आिथक प स ावहारक बनान क साथ िकसानो की श आय को भी बढ़ाया जा सकता ह ऐसा एकीकत

खती क जरय िकया जा सकता ह िजसम जमीन क उसी टकड़ स खाा चारा खाद और ईधन भी पदा िकया जा सकता ह हालािक इस

तरह की िविवध खती णाली म समािहत िकए जा सकन वाल किष उमो का चयन बहद सावधानी स करना चािहए इन सभी तरीको को

एक दसर क साथ तालमल म होना चािहए और जमीन एव अ ससाधनो की कम-स-कम खपत करन वाला होना चािहए एक साथ िकए जा

सकन वाल किष-अनषगी काय की कोई कमी नही ह इनम पशपालन बागवानी हबल खती मशम उादन मधमी पालन रशम

उादन म पालन और किष-वािनकी जस काम शािमल ह वस िकसान िमित खती की अवधारणा स अपरिचत नही ह करीब 80

फीसदी िकसान िनयिमत तौर पर खती क साथ मवशी भी रखत ह िजनम गाय एव भसो की बतायत होती ह मवशी पालन स िकसानो का

किष स सबिधत जोखम तो कम होता ही ह उसक अलावा उनकी आय और पोषण र म भी बढ़ोतरी होती ह कई िकसान बकरया भड़

या मिगया भी रखत ह लिकन अिधकाश खतो म िजस तरह की िमित खती की जाती ह वह एकीकत खती की णी म आन क लायक नही

ह दरअसल िमित खती म िविभ सहयोगी गितिविधयो को इस तरह स समािहत िकया जाता ह िक व सबिधत ो क िलए लाभदायक

सािबत हो सक सिवचारत एकीकत खती णाली क तहत एक अवयव क अपिशो अनादो और अनपयोगी जव ईधन का इस तरह स

पनचण िकया जाता ह िक वह दसर अवयव क िलए इनपट क तौर पर इमाल हो जाता ह िजसस लागत म भी कमी आती ह और

उादकता एव लाभदायकता म बढ़ोतरी होती ह भारतीय खती णाली अनसधान सथान (आईआईएफएसआर) क वािनको का कहना ह

िक एक खती णाली म जरत भर क 70 फीसदी पोषक त अपिश पनचण और अ तरीको स ही हािसल िकए जा सकत ह

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मविशयो क मल-म स बनी दसी खाद क जरय उवरको स िमलन वाल नाइट ोजन फॉोरस और पोटाश का एक-चौथाई िहा हािसल

िकया जा सकता ह एक और फायदा यह ह िक रासायिनक उवरको क बजाय दसी खाद का इमाल करन स िमiumlी की उादकता और

उसक भौितक ा को द िकया जा सकता ह खती क दौरान उपजन वाल अविशो को क चए की मदद स कपो खाद म भी

तील िकया जा सकता ह कपो खाद िमiumlी की उादकता को बढ़ाकर खती क िलए भी लाभदायक सािबत होती ह इस तरह की

एकीकत खती णाली का अगर वािनक तरीक स अनपालन िकया जाए तो वह खती म लग परवारो को पर साल की आजीिवका दन क

अलावा उनकी आय व का भी माम बन सकता ह इसक अलावा इन खती णािलयो म म की अिधक आवकता को दखत ए

सबिधत कषक परवार क अलावा कछ अ लोगो को भी रोजगार िमल सकता ह आईआईएफएसआर क िनदशक ए एस पवार कहत ह

lsquoएकीकत खती णाली स िकसान की आय दोगनी होन क साथ ही किष अविशो का पनचण करन स पयावरण को भी फायदा होता हrsquo

एकीकत खती णाली म अगर एक अवयव नाकाम भी होता ह तो दसर अवयवो क कारगर होन स उस परवार की जरत परी हो सकती

ह हालािक इसक िलए इन णािलयो को उस थान-िवशष क मतािबक तयार िकया जाना बहद जरी होता ह पवार कहत ह lsquoखती

णािलयो को इस तरह िडजाइन करना चािहए िक व खतो म ऊजा समता म अी-खासी बढ़ोतरी कर और िविभ अवयवो क बीच बहतर

तालमल सिनित िकया जा सकrsquo एकीकत खती णाली क िलए खत का आकार अिधक मायन नही रखता ह सच तो यह ह िक इस तरह

की णाली छोट एव सीमात िकसानो क िलए कही अिधक कारगर सािबत होती ह दश भर म छोट एव सीमात आकार क खतो की सा

बढऩ स एकीकत किष णाली की उपयोिगता और अिधक बढ़ रही ह इस णाली को अपनाकर छोट एव सीमात िकसान अिधक उपज

वाली फसलो क साथ ही मशम फल सया अड दध मास और शहद जस लाभदायक उाद भी पदा कर सकत ह इसक अलावा व

जव-ईधन भी पदा कर अपनी आय बढ़ा सकत ह दरअसल एकीकत खती का मल यह ह िक एक िकसान की जमीन का अिधकतम इमाल

िकया जाए

आवक सधार RBI-NPA-Insolvancy

भारतीय रजव बक (आरबीआई) न फस ए कज क िनारण का एक नया खाका पश िकया ह जो ऋण

चकान म चक करन वाल बको और कपिनयो की मल बढ़ा सकता ह CHANGES

फस ए कज क िनपटान स सबिधत मौजदा योजनाए मसलन टिजक डट रक रग ीम (एसडीआर) और ीम फॉर

सनबल रग ऑफ ड ऐसटस (एस4ए)आिद इस नई वथा म शािमल होगी यह वथा इॉसी ऐड बगसी कोड

(आईबीसी) 2016 को मखता दती ह और ाइट लडस फोरम की अवधारणा को खारज करती ह फस ए कज क िनपटान स सबिधत

यह नया खाका अपरहाय था ोिक अब दश म एक िदवािलया कानन ह और इसस िनपटन सबधी िपछली योजनाए बत उाहवधक नही

रही हर कोई जानता ह िक कई बक और कॉपरट कजदार इनका इमाल अपन फायद क िलए करत थ दसरा बड़ा बदलाव ह फस ए

कज की समय पर पहचान क िलए ान क ित करना और ऐसी परसपियो का तजी स िनारण करना अब जबिक ाइट लडस फोरम

भी नही ह तो आरबीआई क नए िदशािनदशो की माग ह िक बक फस कज वाल खातो की पहचान ताल कर बको स यह अपा ह िक व

ऐस खातो का अलग स उख कर ग आरबीआई को उनक बार म जानकारी दग और सीध िनारण िया की शआत कर ग क ीय

बक न दनदारी म चक क मामलो की रपोिटग को ितमाही क बजाय मािसक कर िदया ह दनदारी म चक करन वाल िजन सथानो का

िडफॉ 5 करोड़ पय स अिधक होगा उ साािहक आधार पर रपोट करना होगा मामला कवल जी जानकारी दन का नही ह ब

इस पर तजी स कार वाई भी करनी होगी आरबीआई न यह भी िकया ह िक जस िकसी एक बक म या सय प स िकसी कजदार क

खात म िडफॉ होगा ताल उसस िनपटन की िया आरभ करनी होगी दसर शो म कह तो बको को िनारण िया करनी ही

होगी आरबीआई न इसक िलए समय सीमा तय कर दी ह एक माच क बाद िनारण िया क नतीज छह महीन क भीतर आन ही

होग अगर इसस अिधक समय लगता ह तो 15 िदन क भीतर िदवािलया िया की शआत कर दी जाएगी अितम जानकारी क मतािबक

िसतबर 2017 तक सचीब भारतीय बको का फसा आ कज 840 लाख करोड़ पय था इतन ऊच र क फस ए कज न बिकग

वथा की नया कज दन की मता को बरी तरह भािवत िकया इसका सीधा असर अथवथा पर आ नया खाका अाविध म कई

बको क िलए िदत पदा करगा और कजदारो क िलए चनौती लकर आएगा उदाहरण क िलए िनारण योजना पश करन की तय िमयाद

का अथ ह बड़ी तादाद म खात िदवािलया िया म जाएग बको क माकन म कमी और कछ खातो क नकदीकरण की सभावना भी बढ़

जाएगी इसक अलावा बड़ खातो क मामल म पनगठन की िकसी भी योजना पर सभी शािमल बको को सहमत होना होगा यह आसान काम

नही होगा ोिक अनभव बताता ह िक ऐसा बत ही मल स होता ह आरबीआई को इस पहल पर नए िसर स िवचार करना पड़ सकता

ह लबी अविध क दौरान यह सशोिधत ढाचा बहतर काम करगा ोिक अभी भी यह िया फस ए कज की समा को हल करन क िलए

एक वष का व दती ह शआती छह महीन का व िनारण योजना क ियायन क िलए और उसक बाद 270 िदन की अविध

आईबीसी क अधीन चिक इसस पहल की िनारण िया अपाओ पर खरी नही उतरी इसिलए आरबीआई को इस आवक सधार को

अजाम दन क िलए साधवाद िदया जाना चािहए

ldquoकिष 2022- doubling farmer income 1 lsquorsquoित बद अिधक फसलrsquorsquo क िसात पर पया ससाधनो क साथ िसचाई पर िवशष बल

2 lsquoक खत की िमटटी गणवा क अनसार गणवान बीज एव पोषक तो का ावधान

3 कटाई क बाद फसल नान को रोकन क िलए गोदामो और कोचन म बड़ा िनवश

4 खा सरण क माम स म सवधन को ोाहन

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5 रा ीय किष बाज़ार का ियान एव सभी 585 को पर किमयो को दर करत ए ई ndash टफाम की शआत

6 जोखम को कम करन क िलए कम कीमत पर फसल बीमा योजना की शआत

7 डयरी-पशपालन मग-पालन मधमी ndashपालन मढ़ पर पड़ बागवानी व मछली पालन जसी सहायक गितिविधयो को बढ़ावा दना

कोयला खान उगल सकती ह सोना Coal Privatisation कोयला एक बार िफर स सखयो म ह उस अब आिशक प स िफर स िनजी को दन की कवायद श हो गई ह मोदी सरकार

आिथक सधारो की िदशा म एक और बड़ा कदम उठान जा रही ह किबनट क फसल क बाद अब कोयला उोग क िनजीकरण का नया

राा खला ह ऐसा नही ह िक कोयला उोग क िनजीकरण की कवायद पहल नही ई थी मनमोहन िसह सरकार क कायकाल म कोयल

की खदानो की िजस तरह स बदरबाट ई उसक बाद 2014 क िसतबर म सीम कोट न 204 कोयला खदानो का आवटन र कर िदया था

और मियो को अपना पद भी गवाना पड़ा था इसका खािमयाजा अथवथा को भी भगतना पड़ा था 2015 क माच म सरकार न एक नया

िबल पारत करक इस म उदारीकरण की राह आसान कर दी अब छोट और मम आकार क कोयल की खदानो की पारदश तरीक स

नीलामी सभव हो सकगी

Problem with Coal India भारत की सरकारी कपनी कोल इिडया की समा यह ह िक वह उतन बड़ पमान पर कोयल का

उादन नही कर पा रही ह िजतन की माग ह इतना ही नही कोयल क दाम उस पर आधारत उोगो क िलए घाट का सौदा ह दश म

ऊजा की माग लगातार बढ़ती जा रही ह और इसक साथ ही कोयल की भी न कवल थमल पॉवर ाट ब ील फिटलाइजर सीमट

उोगो म भी इसका इमाल होता ह कोल इिडया इतन बड़ पमान पर स कोयल का उादन नही कर पा रही ह दश म कोयल क दाम

ादा ह और आपित कम नतीजतन अरबो पय की लागत स बन थमल पॉवर ाट परी मता स उादन नही कर पा रह ह कोयल क

अभाव म कई सय की हालत खा ह और बको स उधार ली गई रकम डबन क कगार पर ह कोल इिडया क पास इतनी पजी नही ह िक

वह नई टोलॉजी का इमाल कर सक जहा तक पजी की बात ह तो वह िनवश स ही आ सकती ह और उसक िलए इस को िनजी

िनवशको क िलए खोलना जरी ह इसका बड़ा फायदा यह ह िक कोयल की तलाश कर रह उोगो का पसा िवदश जान स कगा कछ

ऊजा कपिनयो न अीका म कोयल की खदान खरीदी और ऑ िलया स कोयल का आयात कर रही ह इस तरह स भारत का पसा िवदशो

की ओर गया जबिक इसका उलटा होना चािहए था इसस न तो रोजगार बढ़ा और न ही जीडीपी म इजाफा आ कोल इिडया इस समय

दश क कल कोयला उादन का 82 ितशत करती ह यानी लगभग 54 करोड़ टन इसम सवा तीन लाख मजदर व अ काम करत ह और

यह दिनया की सबस बड़ी कोयला उादक कपनी ह लिकन इसक उादन की लागत ादा ह यानी 600 पय ित टन इस कारण स

िबजली बनान वाली कपिनयो का मनाफा बत ही कम ह अरबो पय की लागत स बनाए गए थमल पॉवर ाट िजतनी िबजली का उादन

कर सकत थ उतना नही कर पा रह ह यही हाल इात सयो का ह िज अपाकत महगा कोयला िमलता ह इसस उनकी भी उादन

लागत बढ़ गई ह एक ओर तो कोल इिडया का कोयला महगा ह दसरी ओर इसकी अबाध आपित भी नही ह दरअसल कोल इिडया म

खदान मजदर की औसत मजदरी 40000 पय महीना ह जो अ उोगो की तलना म ादा ह कोल इिडया अपन राज का कल 55

ितशत कामगारो क वतन-भो पर खच करती ह जबिक कोयल क उादन म लगी कछ िनजी कपिनया तो 25 ितशत भी खच नही

करती यिनयनो का कहना ह िक अगर ाइवट कपिनया कोयल का उादन करगी तो व इतनी मजदरी नही द पाएगी और िमको का

शोषण होगा लिकन सातव वतन आयोग क लाग होन क बाद दश म सरकारी मजदरी की दरो और िनजी उोगो की दरो म काफी फक आ

गया ह ऐसा भी नही ह िक ादा वतन-भ दन क कारण सरकारी उपमो या कायालयो म काम का र बहतर हो गया ह कोल इिडया

की कई समाए ह इनम सबस ादा रही ह राजनीितक हप और कशल बधन का अभाव पहल कोयला मालय पान क िलए होड़

लगती थी और यहा तक िक चयरमन का पद पान क िलए काफी जोड़-तोड़ की जाती थी ादातर खदानो म यिनयनो की मनमानी चलती ह

और िमको का शोषण भी होता था कोयल की चोरी तो आम बात रही ह कोयल क उादन क आकड़ भी बढ़ा-चढ़ाकर पश िकए जात

रह ह सच तो यह ह िक कोयल क सरकारीकरण न पव भारत खासकर झारखड म कोल मािफया को ज िदया तटथ जानकारो का

मानना ह िक यिद परी कशलता स उादन िकया जाए तो कोल इिडया का लाभ बढ़ सकता ह वस कोल इिडया न उादन लागत घटान क

काफी यास िकए ह उसका दावा ह िक इसम उस सफलता िमली ह खनन का जीडीपी म बड़ा योगदान रहा ह और यह सबस ादा

रोजगार दन वाल ो म स ह अब िकतनी सरकारी खदानो का िनजीकरण हो पाता ह और िकतन उादक ॉक ाइवट कपिनयो को िमल

पात ह इन पर ही आग का राा तय होगा बड़ा िनवश करक कोई भी कपनी घाटा नही उठाना चाहगी श म उ भी मलो का

सामना करना पड़गा और उनकी उादन लागत ादा रहगी एक और बात जो यिनयन कह रही ह वह यह ह िक ाइवट कपिनया िनयम-

काननो और मजदरो की सरा और काण का िकतना ान रखगी यह सवाल सबस महपण ह लिकन यह भी सच ह िक िनजीकरण

समय की माग ह और उसस ही इस सर म बड़ा िनवश आएगा

अपया ह मानव तरी कानन (Human trafficking law) मानव तरी जस घिणत अपराध क िलए

आकड़ न कवल भयावह ह ब इसकी असाधारण व को दशत ह और इस ापक वथा की माग करत ह 2016-

एनसीआरबी क आकड़ बतात ह िक 23117 (इनम स 61 ब) िशकारो क बचाव क दश भर म तरी क 8132 मामल दज िकए

गए थ 45 पीिड़तो की lsquolsquoजबरन मrsquo क उ स तरी की गई थी इसक बाद lsquolsquoवावि क िलए यौन शोषणrsquo (22)

आिद मानव तरी कानन यह पहला उदाहरण ह िजसम एएचटीय स डाटा को तरी क आकड़ो को ितिबिबत करन क िलए

जोड़ा गया ह यह कानन मानवीय तरी क सभी पहलओ का ान रखता ह- रोकथाम बचाव पनवास जबरन म जस मानव

तरी क बढ़त पो समत लिगक परपता क िलए रासायिनक पदाथ और हामन का योग आिद और इस उ क िलए

मिहला या ब की तरी को बढ़ावा दन और उस सिवधाजनक बनान क िलए Some key Provisions िवधयक समयब

परीण और पीिड़तो क ावतन क िलए नािमत ायालयो का भी योजन ह-एक वष की अविध क भीतर सान लना अत

ागतयो कदम ह िवधयक िवदशो म थत सपि को ज करन का भी ावधान करता ह जो इस अपराध स िनपटन क िलए

अा यास ह जो अब एक िनयत अपराध हो गया ह इस िवधयक का परी तरह स पालन करन क िलए क िजला रा

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और क ीय रो पर समिपत त बनाया गया ह मानव तरी क ावधान स अ ह जो भारत क सिवधान म परभािषत और

द कछ अणी अपराधो म शमार ह लिकन दभा स इस कानन को जो सिवधान म दान िकया गया था पर जो lsquolsquoिनभयाrsquo

2013 की दघटना तक परभािषत नही िकया गया था अपराध कानन सशोधन अिधिनयम िजसक तहत तरी धारा 370 म

परभािषत िकया गया था भारतीय दड सिहता मानव तरी की एक नई परभाषा क िनमाण क बावजद जहा वािणक स

जबरन म बाल मजदरी अग ापार जबरन िववाह और अवध प स बो को अपनान को कवर िकया गया था कानन इसक

ापक प म दान नही िकया गया था िजसस सभी ावधानो की आवकता हो िसिवल सोसाइटी सगठन ापक कानन का

इतजार कर रह थ और परवी कर रह थ अब जब इस िवशष िवधयक को मिमडल न ससद क रा म मानव तरी क पीिड़तो

क पनवास पीिड़तो और उनक परवारो क िलए आपरािधक जाच अिभयोजन मआवज क सभी पहलओ क पनवास क िलए

अनमोिदत िकया ह तो कानन क अनसार ससद क माम स ज ही िवधयक रा ीय र पर आतकवाद क रो क कायर को

परा करन क िलए गह मालय क अधीन एनआईए की सभी मानव श और ससाधनो वाली एक मौजदा एजसी भी दान करता

ह जो इसक िलए एक नया प बनान स ादा बहतर सािबत होगा आपरािधक कानन सशोधन अिधिनयम 2013 क

अिधिनयमन क बाद धारा 370 न मानव तरी को परभािषत िकया लिकन इन पहलओ को अब भी अनदखा िकया जा रहा था

मानव तरी क मो का परा चर म प स उस कारण क िलए बदलगा जो अभी तक अनितक यातायात (रोकथाम)

अिधिनयम 1956 म कवल ावसाियक स या आम भाषा म lsquolsquoवालयrsquo या lsquolsquoवालय सबधी मोrsquo या lsquolsquoवाविrsquo जो एक

अिभ क प म हमार िलए ीकाय नही ह मिहलाओ पीिड़तो को िफर स पीिड़त करन क कारण चिलत अनितक

यातायात (रोकथाम) अिधिनयम क तहत 70-80 मामलो की माग की जा रही ह िजसका मतलब ह िक पीिड़त खद िफर पीिड़त हो

जाता ह जो परी तरह अीकाय ह इसक िलए ापक कानन की आवकता थी िजस अब परा िकया जा रहा ह सिवधान म

हमारी ितबता को परा करना सय रा ोटोकॉल क जरए सय रा म हमारी ितबता ह िजसम मानव वहार क

सभी पहलओ और पो को शािमल िकया गया ह Reforms to be implemented नय िबल को ससद ारा पारत िकया जाना

चािहए और वाव म अिभयोजन प जाच और सगिठत मानव तरी और िसिडकट को जबरद सजा क िलए काम करना

चािहए ोिक मानव तरी का अपराध दिनया क तीन सबस घातक अपराधो म स एक ह अ दो ड और हिथयारो स

सबिधत अपराध ह यह अपराध सबस घिणत ह ोिक मनो का सौदा करता ह और वाव म सबस कमजोर और असहाय

इसानो म स कछ का इस िकोण स 28 फरवरी एक ऐितहािसक िदन ह और हम इस एक पव क प म मानना चािहए िविभ

एजिसया जो इसक िलए काम करती ह व म िवभाग मिहला एव बाल िवकास मालय पिलस ायपािलका और क

सगठनो स सबिधत ह सभी क िलए महपण भिमकाए ह मानव तरी की परी तीर को अब परभािषत िकया जा रहा ह जो

दिनया म कही भी परभाषा का सबस ापक प ह ोिक अब इसम भीख मागना भी शािमल ह और अ कार क अपराध जो

मानव तरी क नाम पर िकए गए ह एक पिलस अिधकारी और ऐस क प म जो लब समय तक अनितक आवागमन

(रोकथाम) अिधिनयम लाग कर रहा ह मझ लगता ह िक मौजदा कानन बत ही अपया ह ोिक यह कवल वावि क बार म

बात करता ह जो परानी अवधारणा ह और दसरी बात ह िक हमारा फोकस अब ावसाियक तरी क अ पो पर भी ह

िवशष प स जबरन म और बाल म जो बड़ पमान पर बढ़ गए ह एक और महपण जो कानन स अछता रह गया ह

लापता बो क म स सिधत ह दश म करीब 125 लाख ब लापता ह िजनम स अिधकाश का पता लगाना असभव हो गया

ह मनका गाधी न इस बार म लापता 3 लाख बो का एक आकड़ा बताया ह सभव ह िक इन बो की बड़ी सा मानव तरी

जबरन म क प इमाल हो रही हो पिलस म िवभाग चाइलाइस और क सगठनो की भिमका इन मामलो म बहद

महपण ह इसिलए कानन का इन सभी एजिसयो को साथ लकर चलना उसकी बड़ी सफलता का सबब बनगा

गोबर ामीण जीवन की तकदीर बदलन क साथ खती को बना सकता ह लाभ का वसाय Know about गोबर-धन योजना हाल म धानमी न मन की बात रिडयो कायम म गोबर क सदपयोग की अपील की उोन Gobardhan

(गानाइिजग आगिनक बायो एो रसस फड ीम)योजना की भी चचा करत ए कहा िक मविशयो क गोबर स बायो गस और जिवक

खाद बनाई जाए उोन लोगो स कचर और गोबर को आय का ोत बनान की अपील की इस योजना की घोषणा इसी आम बजट म की

गई ह इसक तहत गोबर और खतो क ठोस अपिश पदाथ को को बायो-गस और बायो-सीएनजी म परवितत िकया जाएगा खती को

लाभ का वसाय बनान म सम असल म गोबर न कवल ामीण जीवन की तकदीर बदल सकता ह ब खती को लाभ का वसाय

बनान और ामीण जीवन को दषण म बनान म भी बड़ी भिमका िनभा सकता ह खतो म गोबर डाला जाए और िमी की उवरा श

बढ़ान क िलए क चओ का इमाल िकया जाए तो हारी-थकी धरती को नया जीवन िमल सकता ह आधिनक खती क तहत रासायिनक खाद

और दवाओ क इमाल स बाझ हो रही जमीन को राहत दन क िलए िफर स पलट कर दखना होगा गोबर स बनी कपो स िमी नम

रहती ह

गोबर स बनी कपो या ाकितक खाद स उपचारत भिम की नमी की अवशोषण मता पचास फीसद बढ़ जाती ह फलप िमी

नम रहती ह और उसका रण भी कता ह किम उवरक यानी रासायिनक खाद िमी म मौजद ाकितक खिनज लवणो को न करती ह

इसक कारण कछ समय बाद जमीन म जरी खिनज लवणो की कमी आ जाती ह जस नाइट ोजन क उपयोग स भिम म ाकितक प स

उपल पोटिशयम का तजी स रण होता ह इसकी कमी परी करन क िलए जब पोटाश योग म लात ह तो फसल म एोरिलक एिसड

(िवटािमन सी) और करोिटन की काफी कमी आ जाती ह

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इसी कार सपर फाट क कारण िमी म ताबा और जा चक जाता ह ज की कमी क कारण शरीर की व और लिगक िवकास

म कमी घावो क भरन म अड़चन आिद

रोग फलत ह नाइट ोजन फाोरस और

पोटाश उवरको स सिचत भिम म उगाए ग

और मा म ोटीन की माा 20 स 25

ितशत कम होती ह रासायिनक दवाओ

और खाद क कारण भिमगत जल क दिषत

होन की गभीर समा भी खड़ी हो रही ह

Urea and Groundwater Pollution अभी तक ऐसी कोई तकनीक िवकिसत

नही ई ह िजसस भजल को रासायिनक

जहर स म िकया जा सक ान रह िक

अब धरती पर जल सकट का एक मा

िनदान भिमगत जल ही बचा ह जीलड

एक िवकिसत दश ह यहा आबादी क बड़

िह का जीवनयापन पश पालन स होता

ह इस दश म किष वािनक पीटर ार

िपछल 30 वष स जिवक खती क िवकास

म लग ह पीटर का कहना ह िक

रासानियक खादो का योग पयावरणीय

सकट पदा कर रहा ह जस एक टन यरया

बनान क िलए पाच टन कोयला फकना

पड़ता ह

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भारत म हर साल 120 करोड़ टन गोबर िमलता ह दश म कोई 13 करोड़ मवशी ह िजनस हर साल 120 करोड़ टन गोबर िमलता ह इसम स आधा उपलो क प म चो म जल जाता ह

यह ामीण उजा की कल जरत का 10 फीसदी भी नही ह

बत पहल रा ीय किष आयोग की एक रपोट म कहा गया था िक गोबर को च म जलाया जाना एक अपराध ह ऐसी और कई रपोट

सरकारी बो म बधी होगी लिकन इसक ावहारक इमाल क तरीक गोबर गस ाट की दगित यथावत ह रा ीय कायम क तहत

िनधारत ल क 10 फीसदी ाट भी नही लगाए गए ह ऐस कई ाट तो सरकारी सडी गटकन का माम बन रह ह ऊजा िवशष

मानत ह िक हमार दश म गोबर क जरय 2000 मगावाट ऊजा पदा की जा सकती ह सनद रह िक गोबर क उपल जलान स बत कम गम

िमलती ह इस पर खाना बनान म बत समय लगता ह यानी गोबर को जलान स बचना चािहए

यिद इसका इमाल खतो म िकया जाए तो अा होगा इसस एक तो महगी रासायिनक खादो और दवाओ का खचा कम होगा साथ ही

जमीन की ताकत भी बनी रहगी सबस बड़ा लाभ यह होगा िक फसल रसायनहीन होगी यिद गाव क कई लोग िमल कर गोबर गस ाट लगा

ल तो उसका उपयोग रसोई म अी तरह होगा दश क कई िहो म ऐस ाट सफलता स चल रह ह य ाट रसोई गस िसलडर क

मकाबल काफी कम कीमत म खाना पकान की गस उपल करा रह ह गोबर गस ाट स िनकला कचरा बहतरीन खाद का काम करता ह

दरअसल यही ह िक व स व की अवधारणा गोबर का सदपयोग एक बार िफर हमार दश को सोन की िचिड़या बना सकता ह जरत तो

बस इस बात की ह िक इसका उपयोग ठीक तरीक स िकया जाए अा होगा िक सरकार गोबरधन योजना को साकार करन क िलए ठोस

कदम उठाए

गम की चतावनी (Heat Stress) मौसम िवभाग भिववाणी ह िक गिमया (Heat stress)इस बार िपछल साल क

मकाबल ादा परशान करगी उसन बताया िक माच स लकर मई क बीच िदी पजाब हरयाणा और राजथान यानी मतया

उर भारत म औसत तापमान िपछल वष की अपा डढ़ िडी तक ऊचा रहगा िहमाचल और उराखड क पहाड़ी इलाको म तो

तापमान की यह बढ़ोतरी 27 िडी तक पचन क आसार ह करल तिमलनाड कनाटक क सदर दिणी इलाको म इतना बरा

हाल नही होगा पर वहा भी आध स 1 िडी का अतर तो रहगा ही साफ ह िक दश क लगभग सभी इलाक इस बार सरज की

तिपश स बचनी महसस कर ग जब दश क िविभ िहो म य भी हर साल दजनो लोग मौत का िशकार बन जात ह तब यह बढ़ा

आ तापमान ा गल खलाएगा इसक बार म िफलहाल िसफ अदाजा ही लगाया जा सकता ह मौसम की ितकलता िपछल कछ

समय स लगातार बढ़ती जा रही ह पी क तापमान म लगातार हो रही बढ़ोतरी विक िचता का सबब रही ह िवशष तापमान म

इस सभािवत बढ़ोतरी क पीछ भी ोबल वािमग की ही भिमका दख रह ह िचताजनक यह ह िक ोबल वािमग पर चचा तो बत

होती ह लिकन विक नत न अभी तक इस अपनी ाथिमकताओ म थान नही िदया ह नतीजा यह होता ह िक इस पर होन

वाली अतररा ीय बठको म िचताए तो जताई जाती ह पर औोिगक िवकास जीडीपी म बढ़ोतरी और रोजगार क अवसर पदा करन

का दबाव इन िचताओ पर भारी पड़ता ह हम समझना होगा िक व हमार हाथ स तजी स िनकलता जा रहा ह इसस पहल िक

दर हो जाए हमारा चतना जरी ह बहरहाल विक पहलओ को छोड़ अपन दश क सदभ म बात कर तो मौसम की गम तो हम

झलनी ही होगी पर इसका एक अा पहल यह ह िक आमतौर पर ऐसी गम की परणित अी बारश म होती ह उीद की

जाए िक सरज दवता क ताप क बाद इ दवता हम पर अपनी कपा बरसान म कोताही नही कर ग

पजाब हरयाणा उरर दश और रा ीय राजधानी िदीक म फसल अवशषो क

यथाथाीन बधन क िलए किष मशीनरी ोापहन को मजरी मिमडलकी आिथक मामलो की सिमित न पजाब हरयाणा उीर दश और रा ी य राजधानी िदीम म फसल अवशषो क

यथाथाजन बधन क िलए किष मशीनरीोाकहन को अपनी ीीकित द दी ह

योजना क घटक I यथाथाअन अवशष बधन मशीनरी क ककम हायरग क िलए किष मशीनरी बक की था पना िकसानो की सहकारी सिमितयो

एफपीओ टसहायता समहो पजीकत िकसान सिमितयोिकसान समहो िनजी उिमयो मिहला िकसान समहो को फाम मशीनरी बक

अथवा कम हायरग क थाोिपत करन क िलए परयोजना लागत क 80 की दर पर िवीनय सहायता दान की जाएगी

II यथाथाकन अवशष बधन क िलए िकसानो को किष मशीनरी तथा उपकरण खरीद क िवीनय सहायता सगत िकसान को किष

अवशष बधन क िलए मशीनरीउपकरणो की 50 लागत की दर स िवी य सहायता दान की जायगी

III यथाथासन फसल अवशष बधन पर जागकता क िलए सचना िशा तथा सचार सार राा सरकारो कवीक ICAR सथाकनो

क सरकार क सथानो सरकारी क उपमो इािद को सचना िशा तथा चार-सार क कायकलापो क िलए िवीदय सहायता दान

की जायगी इन गितिविधयो म लघ तथा दीघाविध िफो वतिचो रिडयो और टीवी कायमो िविभप ररो पर दशन िशिवरो ितभा

िवकास कायमो िट मीिडया म िवापन ाकर अिभयान कोई भी अवशष न जलान क िलए ामाम पचायत क िलए पराकर

दरदशन डीडी िकसान तथा अ िनजी चनलो पर पनल चचा क मासम स जन जागकता अिभयान शािमल ह

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READ this परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर

लाभाथ I सबिधत राघ सरकार िजला रीय कायकारी सिमितयो (डीएलईसी) क माम स िविभ लाभािथयो और थान-

किष णाली पर िनभर िवशष किष उपकरण की पहचान करगी और कम हायरग और गत मािलक ािम क आधार

पर मशीनो की खरीद क िलए किष मशीनरी बक थािपत करन क िलए लाभािथयो की पहचान और चयन करगी तािक पारदश

प स समय पर लाभ ा िकए जा सक II रा नोडल िवभाग डीएलइसी लाभाथ की ऋण आवाकता क िलए बको क

साथ गठबधन कर ग चयिनत लाभािथयो क नाम एव िववरण िजला कर पर दाीवजो म शािमल िकए जायग िजसम उनक

आधारयआईडी नमर तथा लाभ अतरण क मायम स दी गई िवीय सहायता िदखाई जाएगी कायाायन एजिसया

I क ीय सर पर यह योजना किष सहयोग और िकसान कायण िवभाग ारा शािसत होगी

II II किष सहकारता और िकसान काण िवभाग क सिचव की अमता म एक रा ीसय सचालन सिमित नीित तयार

करगी और राव सरकार ारा योजना लाग करन क बार म सम िनदश और िदशा-िनदश दगी तथा योजना की

िनगरानी तथा गित और दशन की समीा करग III अपर सिचव की अनता म योजना की गितिविधयो की

दखरख कायकारी सिमित करगी IV रा धर पर सबिधत राा सरकार अथात पजाब हरयाणा उ र दश तथा

रा ीय राजधानी िदीज क राय किष िवभाग नोडल कायारयन एजसी होग सबिधत रार सरकारो क

मख सिचव किषकिष उारदन आय की अता म रास रीय कायाहयन सिमितया (एसएलइसी)नोडल

एजिसयो तथ अत सबिधत िवभागो क साथ िनयिमत बठक करक अपन-अपन राोल मयोजना िया यन की

िनगरानी कर ग और उिचत नीित बनान क िलए कायकारी सिमित को इनपट दान कर ग V िजला ोरीय कायकारी

सिमित परयोजना तयार करन लाग करन और िजलो म िनगरानी क उस को आग बढ़ान क िलए उकरदायी होगी

और िकसान समहोफसल अवशष नही जलान क िलए िकसानो को सिय बनान वाल गितशील िकसानो को शािमल

करत ए िनगरानी सिमितया बनाएगी VI किष सहकारता और िकसान कालण िवभाग फसल अवशष क

यथाथािन बधन क िलए मशीन और उपकरण िनमाताओ का म सिहत एक पनल तयार करगा

पभिम 2018-19 की बजट घोषणा क अनसार पजाब हरयाणा और उतर दश की सरकारो तथा रा ी य राजधानी िदी की वाय दषण की

समा का समाधान करन तथा फसलो क अवशषो क यथाथा न बधन क िलए आवयक मशीनरी पर सडी क िलए वष 2018-19 स

2019-20 क िलए िवशष नई क ीय की योजना (100 ितशत क ीय िहदारी) ािवत ह

महगाई बढ़ान वाल खतर challenges for growth in india 1 िकसी भी आकड़ क आकलन म आधार भाव यानी बस इफ की बड़ी भिमका होती ह उदाहरण क िलए िव वष 2017-

18 की पहली छमाही म खदरा महगाई की औसत दर कवल 262 फीसदी थी लिकन इसक साल भर पहल (2016-17 की पहली

छमाही म) यह इसक दोगन स भी ादा (542 फीसदी) थी जानकारो क अनसार चिक 2017 क अल स िसतबर क बीच सीपीआई

अपाकत कम थी इसिलए 2018 की समान अविध म इसक ादा रहन क आसार ह इसक चलत भी आरबीआई न पहली

छमाही म इसक 51 स 56 फीसदी रहन का अदाजा लगाया ह हालािक दसरी छमाही म आधार भाव क उ होन क अनमान स

िव वष 2018-19 म अबर स माच क बीच खदरा महगाई पर अकश लगन की सभावना ह 2 क सरकार 2017-18 और 2018-

19 म पहल स ादा रािश खच करन जा रही ह इसस दोनो साल राजकोषीय घाटा (वह रािश जो सरकार की आय स ादा खच

होती ह) पव ल स 03 फीसदी ादा रहगा लोकसभा चनाव क चलत रा सरकारो ारा भी ादा खच िकए जान की सभावना

ह इसस अगल कई महीनो तक बाजार म महगाई क बढ़न का अदशा ह 3 अगल खरीफ सीजन म फसलो का नतम समथन

म (एमएसपी) उनकी लागत का 110 फीसदी रखन क बजाय 150 फीसदी कर दन की घोषणा की गई ह सरकार क इस फसल स

िव वष 2018-19 की दसरी छमाही म फसलो क दाम पहल स एक ितहाई महग हो सकत ह 4 क तल का दाम इस साल

हालािक लगभग 10 फीसदी िगरकर 65 डॉलर ित बरल क आसपास बना आ ह 2018 म इसकी कीमतो का औसत 60 डॉलर स

ादा रहन का अदाजा ह जो 2017 स करीब छह डॉलर ादा होगा इसस िनित तौर पर परवहन और वओ क महगा होन का

खतरा बना आ ह तल क महगा होन स डॉलर की तलना म पया भी कमजोर होन लगता ह िजसस आयाितत उाद और महग

हो जात ह 5 इसक अलावा मानसन और क सरकार ारा घोिषत भो स भी खदरा महगाई क भािवत होन की सभावना ह

अल क म तक 2018 क मानसन क बार म पहला पवानमान आन की सभावना ह जानकारो क अनसार इसक बाद ही पता चल

सकगा िक इस साल मानसन का हाल कसा रहगा इसक अलावा एक जलाई 2017 स सातव वतन आयोग क तहत घोिषत

आवासीय और अ भो का भी खदरा महगाई पर असर पड़न की आशका ह

भारत की नई िचताएAmerica and duty on steel Recent step of America to increase duty on steel इन िदनो अमरका एव कई िवकिसत दश वओ एव सवाओ क आयात पर तरह-तरह क ितबध लगाकर िनयत ापार य का नया

िचताजनक पर िनिमत करत ए िदखाई द रह ह इसस भारत सिहत िविभ िवकासशील दशो की ापार िचताए बढ़ गई ह हाल ही म

अमरका क रा पित डना ट प न िनदश जारी िकए ह िक अमरका म आयाितत ील पर 25 फीसद और आयाितत एमीिनयम पर 10

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फीसद श लगाया जाएगा ट प न आयात श म इजाफ पर जो जोर िदया ह वह दरअसल अमरका क साथ कारोबारी शत की कड़ाई का

पहला चरण ह

Reason behind this bull Trump लब समय स यह कहत आ रह ह िक अमरका क कारोबारी साझदार िविभ दश अमरका को कारोबार म भारी घाटा द रह ह

वत ट प अमरका क औोिगक को सरण दकर उसम नई जान फकना चाहत ह

bull उनकी धारणा ह िक वीकरण दिनया क कई इलाको म नाकाम सािबत हो चका ह और यह अमरकी अथवथा क िलए भी

नकसानदह ह

bull अमरका क वािण मी िवर रॉस न यहा तक कह िदया ह िक अमरका न दसर िव य क समा होन क बाद स ही यरोप और

एिशयाई दशो को भारी रयायत दी ह अब इनक जारी रहन का कोई तक नही ह गौरतलब ह िक अमरका सिहत कई िवकिसत दशो क लोग

भी सरण क िहमायती िदखाई द रह ह

bull lsquolsquoद वॉल ीट जनलrsquo न हाल ही म एनईआरए इकोनॉिमक कसग क अयन की एक रपोट कािशत की ह िजसक मतािबक इात

एव एमीिनयम क आयात श म इजाफा िकए जान स इस म घरल रोजगार और उादन म कछ बढ़ोतरी हो सकती ह

bull अमरका का कहना ह िक िव ापार की समा का सबध चीन स सबस ादा ह चीन अपन उन वादो पर खरा नही उतरा ह जो उसन

िव ापार सगठन (डटीओ) क दायर म आत समय िकए थ

bull चीन न कहा था िक वह अपन घरल बाजार को उदार बनाएगा और िनयामकीय और महनतान क मानको म सधार करगा लिकन वतमान

पर बता रहा ह िक कोष िव क साथ चीन का ापार अिधशष आिथक प स चनौतीपण ह अमरका न न कवल चीन क साथ वरन

जापान दिण कोरया जमनी और भारत जस दशो क साथ भी ापार य की शआत कर दी ह

bull India amp America भारत स वह इसिलए िचढ़ ए ह ोिक भारत न मोटरसाइिकल पर आयाितत श म उनकी इा क मतािबक कमी

नही की ह

Need to reform WTO ऐस म दिनया क अथिवशषो का कहना ह िक यिद िव ापार वथा वस काम नही करती जस िक उस करना चािहए तो डटीओ ही

एक ऐसा सगठन ह जहा इस द िकया जा सकता ह अगर ऐसा नही आ तो दिनयाभर म िवनाशकारी ापार लड़ाइया ही 21वी शताी

की हकीकत बन जाएगी िनित प स अमरका क सरणवादी कदमो स भारत क व एव सवा स सबिधत कपिनयो की परशानी बढ़

गई ह

How India will be affected सबस पहल भारत क ारा अमरका को िकए जा रह इात और एमीिनयम िनयात पर असर

िदखाई दगा भारत न 2016-17 म अमरका को 2346 करोड़ पय का एमीिनयम और उसक उाद िनयात िकए अमरका को िकए

जान वाल कल एमीिनयम िनयात म भारत की िहदारी दो फीसद ह वष 2016-17 म भारत न अमरका को 10600 करोड़ पय का

ील िनयात िकया 24 फीसद िहा America को Steel Export म भारत का ह भारत स अमरका को िकए जान वाल इात और

एमीिनयम िनयात म िपछल वष 2017 म करीब 50 फीसद की व ई ह अमरकी कारोबारी और राजनियक भारत पर सीमा-श एव

दसर कर घटान क िलए लगातार दबाव बना रह ह भारत न िदसर 2017 म मोबाइल और टलीिवजन सिहत िविभ इल ॉिनक उादो

पर Import श बढ़ा िदया था नय बजट 2018-19 म 40 अ उादो पर आयात श म बढ़ोतरी की गई इसस अमरकी कारोबारी

िचितत ह और अमरका की सरकार न ापार बढ़ान क िलए भारत को आयात श म कमी करन को कहा ह भारत स िविभ वओ क

आयात सबधी मलो स भी ादा िचता सवा क तहत अमरका ारा भारत क आईटी उोग क िलए दीवार खड़ी करन स सबिधत ह

िनसदह िपछल एक दशक स भारत का आईटी उोग िजस तजी स छलाग लगाकर आग बढ़ रहा था उस आईटी उोग क िलए अमरका व

अ िवकिसत दशो क िलए बनाए गए वीजा सबधी नय िनयमो स आग बढ़न की तज गित धीमी हो जाएगी भारत को सवा स ा होन

वाली िवदशी मा की कमाई म आईटी सर चमकत ए पहल म पर ह गौरतलब ह िक अमरका म िव वष 2019 क िलए एच-1बी

वीजा आवदन करन का सीजन 2 अल स श होन का अनमान ह इस सीजन स ही एच-1बी वीजा सबधी िनयम और स कर िदए गए

ह न कवल अमरका म वरन दिनया क कई िवकिसत दशो स कशल भारतीय ोफशन क िलए वीजा सबधी मल बढ़ी ह

इस तरह अमरका सिहत िवकिसत दशो म घरल र पर उादन बढ़ान और थानीय लोगो क िलए नौकरयो को बढ़ावा दन की

अतमखी नीित का पर भारत सिहत िवकासशील दशो क िलए नय वीजा िनयमो कशल पशवरो क िनयतसबधी ितबध

डटीओ क उ क ितकल ह गौरतलब ह िक डटीओ दिनया को िनयत गाव बनान का सपना िलय ए एक ऐसा

िनयत सगठन ह जो ापार एव वािण को सहज एव सगम बनान का उ रखता ह िक डटीओ क 22 वष बाद

िवकासशील दशो क करोड़ो लोग यह अनभव कर रह ह िक डटीओ क तहत िवकासशील दशो का शोषण हो रहा ह ऐस म

िनयत ापार य की नई िचताओ क मनजर जरी ह िक भारत एव अ िवकासशील दशो ारा डटीओ क तहत अमरका

सिहत िवकिसत दशो ारा िवकासशील दशो क उादो और पशवर ितभाओ पर लगाई जा रही वीजा रोक वाह का मा जोरदार

ढग स उठाना होगा यह बात आग बढ़ाई जानी होगी िक डटीओ क तहत सद दशो क बीच पजी वाह िनयतम ह तो

अमरका सिहत िवकिसत दशो म वओ एव सवाओ का ापार और म और ितभा वाह भी िनयतम रहन चािहए

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2050 तक 143 करोड़ लोगो को ाकितक आपदा की वजह स अपना घर बार छोड़ना पड़ सकता

ह िव बक अगल तीन दशको म ाकितक आपदाओ की वजह स परी दिनया म शरणािथयो की सा म भारी बढ़ोतरी हो सकती ह

िव बक की एक रपोट 2050 तक 143 करोड़ लोगो को इस कारण अपना घर छोड़ना पड़ सकता ह

इनम अीका थत सहारा स 86 करोड़ दिण एिशया स चार करोड़ और 17 करोड़ लोग लिटन अमरका क शािमल होग

बताया जाता ह िक इन ो म िवकासशील दशो की आधी आबादी रहती ह िव बक ारा ाकितक आपदाओ स सबिधत शरणािथयो

पर यह इस तरह की पहली रपोट ह

भीषण जल सकट की डरावनी आहट (Severity of water crisis) Recent Context

पानी क िबना िजदगी की ा थित हो जाती ह इस िपछल कछ महीनो स दिण अीका क

कपटाउन म पदा हळए जलसकट स समझ सकत ह जहा जल आपातकाल जस हालात हो गए ह

आशका ह िक अल म यह शहर पण प स जलिवहीन हो जाएगा SOME FACT िवडबना ह िक दिनया म सित 21 अरब लोग सरित पयजल स विचत ह निदयो समो व भतल क प म भमडल क 71 ितशत

भाग म जल ह िकत इसका मा ढाई ितशत ही सवनयो ह

िपछल 35 वष म दोहन िकए जा रह भिमगत जल की मा ितगनी हो गई ह और जलर लगातार िगर रहा ह कछ अनमानो क

अनसार 2025 तक करीब आधी विक जनसा पानी क िलए हाहाकार करन लगगी

जल अभाव स ऊजा उादन भािवत होता ह चिक दोनो एक-दसर पर िनभर ह हाइड ोइलक थमल या यर सयो को ऊजा

उादन क िलए बड़ पमान पर पानी चािहए इसक िवपरीत िवर पर 8 ितशत ऊजा पानी की पग या उपभोाओ तक इसक

परवहन म खच होती ह जल की आपित क िलए ाकितक ोतो स इतर िवक नही ह

Future Projection िव क सबस बड़ शहरो म जल वथा पर सचािलत एक ताजा शोध क हवाल स कोलोरडो ट यिनविसटी का कहना ह िक 29 म

स 19 शहरो म पयजल की एक ितहाई आपित आसपास की भिम म वषा क पानी स होती ह

एक अ तल अवीव यिनविसटी की हािलया रपोट म बताया गया ह िक शताी क अत तक जलवाय परवतन क चलत पव भम

अचल म बारश का मौसम मौजदा चार माह स घट कर दो माह रह जाएगा

Some QuoteSaying दो दशक पहल तक िकसी न नही सोचा होगा िक पानी की कीमत पट ोल या दध को पछाड़ दगी तजी स बढ़ती आबादी और जल

ससाधनो की सीिमत उपलता क चलत िव क अिधकाश दश दशको स िनरापद पयजल की िकत स जझ रह ह

िव बक क उपा इाइल सरागन न 23 वष पहल अग 1995 म आगाह िकया था िक इस बशकीमती ससाधन का दोहन और

उपयोग दरदिशता और िववक स न िकया गया तो 21वी सदी क य तल क िलए नही ब पानी क िलए लड़ जाएग

पिलजर परार िवजता एिलस ीनबच क शो म lsquoार क बाद पानी क अिधकार को लकर दिनया म सवािधक झगड़ होत रह

हrsquo और िफर lsquoारrsquo बगर कोई मर नही जाता िकत पानी िबना जीवन सभव नही इसीिलए सभी पथो और सितयो म चराचर जगत क

सचा सचालन का दारोमदार चार मलतो-जल वाय मदा और अि पर माना गया ह

िचतक िवानी भिवद तथा पयावरणिवद भी एकमत ह िक जल वाय मदा का सतलन डगमगान स सम जीवजतओ का अ खतर

म पड़ जाएगा अत यह बार-बार आगाह िकया जाता ह िक जल और मदा क ाकितक प क साथ छड़छाड़ या इनक सरण म

कोताही मानवजाित को महगी पड़गी अपन दश म कदारघाटी जसी भारी आपदाओ क बावजद उिचत यास िकए जान शष ह

जल आिदकाल स लोकजीवन का क रहा ह िमखाइल गोबाचव न कहा था िक lsquoधम और दशन की भाित पानी म लाखो लोगो को

थानातरत करन की मता ह सता की शआत स लोग इसक िनकट बसत रह ह जहा पानी नही था वहा स िनकलकर व पानी

वाली जगह बस गए पानी पर ढरो गीत िलख गए न िकए गए इसक िलए भारी मनमटाव झगड़ फसाद ए बशक पानी हम कलोरी

या पोषण नही दता िकत इसक िबना िकसी जीव का गजारा नही ह

UN Water Day इसी ि स सय रा का 22 माच को पड़न वाल िव जल िदवस का 2018 का थीम ह lsquoकित की ओर मखाितबrsquo बाढ़ सखा

और जल दषण स बहाल पयावरण वथा की बहतरी क िलए परजोर सित ह िक ताजा पानी क िववकपण उपयोग और ताजा

पानी क ोतो क थाई बधन क उपाय खोज

Modern Culture ampLifestyle Water ाकितक तौर-तरीको स दर होती मौजदा सित हम बीमार कर रही ह बोतलबद पानी क कभावो की पि बार-बार हो रही ह

सकड़ो साल तक भी िवघिटत न हो सकन वाला ाक शरीर की ा दगित करगा आप अदाज लगा सकत ह

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रहाइशी और सावजिनक थलो म आगन सड़को आिद की सतह को पा बनाकर भिम स दरी बनान का चलन पानी क भतल म

रसाव को रोक रहा ह और भगत जल की भरपाई दर होन लगी ह इसस जल िनकासी की समा उ हो गई ह वह अलग

What to be done जल समा क दीघकालीन उपाय क िलए आज जरत इसक अिधकािधक सरण की लवणीय जल को करन क तरीक ईजाद

करन की और मौजदा जल का अिधकतम योग गद पानी क पनउपयोग बायो ऊजा क ापक योग पर गौर करन की जरत ह

गर-मानसन क िदनो म निदयो म जल वाह ीण हो जाता ह अनक छोटी निदया तो अपना अ ही खो चकी ह

शहरी इलाको म पयजल उपल करान क िलए िजदार नगर पािलका या िनगम उत जल ससाधन सय जटान और पाइपो की

सामियक मरत नही करवा पात और लोग जल क िलए तरसत रहत ह

कई बार सीवज पाइपो की लीकज पयजल स िमलन स जना को खतरा उ हो जाता ह अमरका व अ िवकिसत दश भी

असरित पयजल की समा स अछत नही ह

जस क अयन स पता चला ह िक इस की दो-ितहाई सावजिनक पयजल णािलया पीएफसी (परोरनिटड किमक) स

दिषत ह टॉन नाम स लोकिय पीएफसी आसानी स िवघिटत न होन वाला रसायन ह िजसक अश मन सिहत उन सभी जीवो क

ऊतको म इक हो जात ह जो क सर की सभावना बढ़ात ह पीएफसी पशओ का जनन और उनका िवकास बािधत करता ह कसी

िवडबना ह समच िव म आध लोग अतालो म इसिलए भत ह चिक उ पानी नही िमला या उोन दिषत पानी का सवन िकया या

साफ-सफाई नही बरती जल और इसक ोतो को मानवजाित की साझा सपि क प म ीकारना होगा इन पर एकािधकार अनिचत

और अनितक ह

छोट उोग पनप तो सधरगी अथवथा (Need to focus on Small Industry) धानमी न दावोस म िव क िनवशको को बताया था िक भारत म ापार करना अब आसान हो गया ह उोन इस बात क

माण म िव बक ारा lsquoापार करन की सगमताrsquo अथवा lsquoइज ऑफ़ डइग िबिजनसrsquo रपट का उख िकया था लिकन ापार

करना आसान होन क बावजद दश म िवदशी िनवश की माा बढ़न क थान पर घट रही ह

अल स िदसबर 2016 की तलना म 2017 क इी नौ महीनो म सीध िवदशी िनवश की माा म चार ितशत की कटौती ई ह

िव बक कह रहा ह िक भारत म ापार करना आसान हो गया ह लिकन इसका भाव िवदशी िनवश पर नही िदख रहा ह इसका

कारण ा ह कारण ह िक िव बक ारा बनाया गया ापार करन की सगमता का सचकाक ामक ह

Ease of Doing Business Report amp India

िव बक ारा बनाय गए सचकाक म दस िबद िलए गय ह पहला िबद ह िक भारत म अब ट अदा करना िवशषकर ोिवडट फड म धन जमा करना इल ॉिनक माम स हो रहा ह जो

िक ट अदा करन को आसान बनाता ह इसी कार बड़ी किनयो ारा इल ॉिनक माम स कापरशन ट अदा करना

आसान हो गया ह इस िबद पर भारत की रक 172 स उठकर 119 हो गयी ह दसरा िबद िदवािलयपन का िनदान ह भारत सरकार

न िदवािलया कानन बनाया ह िजसम िदवािलया घोिषत करन वाली कनी का शी िनपटारा करन की वथा ह इस िबद पर

भारत की रक 136 स उठकर 103 हो गयी ह तीसरा िबद छोट िनवशको की रा ह बड़ी किनयो म छोट रटल िनवशको को

सबी ारा सरण िदया जाता ह इस िबद पर भारत की रक 13 स उठकर 4 हो गयी ह य तीनो िबद कारगर ह लिकन इनका

भाव कवल बड़ी किनयो पर होता ह बड़ी किनयो ारा ही ोिवडट फड अथवा कापरशन ट िदया जाता ह इी क

िदवािलयापन पर नया िदवािलया कानन लाग होता ह बड़ी किनयो क ही छोट िनवशको को सरण की जरत होती ह इन

तीनो िबदओ म सधार सा ह पर इन सधारो का छोट उिमयो पर साथक भाव नही पड़ता िव बक ारा बनाय गए

सचकाक का चौथा िबद ऋण ा करना आसान हो जाना ह िव बक न कहा ह िक बको ारा िदए गए ऋण की वसली करना

अब आसान हो गया ह सकट कपिनयो की पजी म बको ारा िदए गए ऋण की वसली को ाथिमकता दी जा रही ह इसस

बको की ऋण दन म िच बढ़गी इस िबद पर भारत की रक 44 स उठकर 29 हो गयी ह सरकार ारा उठाया गया यह कदम

साथक ह लिकन साथ -साथ छोट उोगो का कल ऋण म िहा घट रहा ह वष 2014-15 म बको ारा िदए गए कल ऋण म छोट

उोगो का िहा 133 ितशत था जो िक वष 2016-17 म घटकर 126 ितशत रह गया ह अथ आ िक बको की ऋण दन म िच

का बढ़ना भी कवल बड़ उोगो को ही लाभ पचा रहा ह िव बक ारा पाचवा िबद िबग कन क िनयमो का पालन

करन की सगमता ह इस िबद पर भारत की रक 185 स उठकर 181 ई ह लिकन इस िबद पर दिण एिशया म अफगािनान को

छोड़कर हम बाकी शष दशो जस नपाल बाादश ीलका स पीछ ही ह इस िबद पर हमारी रक म सधार भी बत मामली आ

ह इस िनभावी ही कहा जा सकता ह िव बक ारा छठा िबद िकसी अनबध क अनपालन म लग समय का सधार ह अपन

दश म आप िकसी अनबध को अनपालन करान क िलए कोट म जाय तो उसम बत ला समय लगता ह िव बक क अनसार

इस िबद पर हमारी रक 172 स उठकर 164 हो गयी ह लिकन रक म यह सधार ामक ह िव बक क अनसार ही अनबध का

अनपालन करान म पव म 1445 िदन लगत थ आज भी 1445 िदन ही लगत ह यानी अनबध क अनपालन म हमारी जमीनी थित

म तिनक भी सधार नही आ ह इस िबद पर जो रक म हमारा सधार आ ह उसका कारण यह िदखता ह िक दसर दशो म थित

बदतर ई ह अतः िजस कार अधो म काना राजा होता ह उसी तरह भारत म सधार न होन क बावजद भारत की रक इस िबद पर

उठ गयी ह िव बक क अनसार आखरी चार िबदओ पर भारत की रक म िगरावट आई ह य ह नय उोग को श करना

िवदशी ापार ॉपट का रिजशन और िबजली का कनन लना इस कार दस िबदओ म तीन िबद यानी ट अदा करन

म सगमता िदवािलयापन का शी िनपटारा और छोट िनवशको की रा इन तीन िबदओ म िवशष सधार आ ह लिकन य सधार

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कवल बड़ी किनयो पर लाग होता ह अगल तीन िबदओ पर सधार सिद ह ऋण दना आसान हो जान क बावजद ऋण की

उपलता छोट उोगो को घटी ह कन परिमट म हम सभी दिणी एिशयाई दशो स पीछ ह और अनबध क अनपालन म

अभी भी 1445 िदन ही लगत ह अितम चार िबदओ म िव बक क अनसार ही हमारी थित म िगरावट आई ह अितम आकलन ह

िक सधार कवल बड़ी किनयो पर लाग होता ह छोट उोगो क िलए परथित िवकट होती गयी ह इ ऋण कम िमल रहा ह

कन परिमट ा करन म समय पववत लग रहा ह अनबध अनपालन म समय पववत लग रहा ह नया उोग चलाना किठन

होता जा रहा ह िवदश ापार करना किठन होता जा रहा ह ॉपट क रिजशन म अब ादा िवल हो रहा ह और िबजली का

कनन लना ादा किठन हो गया ह Need to focus on Small Industry दश की अथवथा मलतः छोट उोगो ारा सचािलत

होती ह छोट उोगो स ही रोजगार बनत ह उसी रोजगार स जनता की य श बनती ह िजसस बड़ उोगो ारा बनाय गय

माल को जनता खरीदती ह यिद छोट उोगो क िलए ापार करना किठन हो गया ह तो अथवथा म ढीलाहट होना तािक क

परणाम ह सरकार को चािहए िक छोट उोगो क िलए ापार करन की सगमता म सधार लाय ऐस म िव बक की इज ऑफ़

डइग रपोट ामक ह पहला कारण ह िक जो भी सधार आ ह वह कवल बड़ी किनयो क ऊपर लाग ह दसरा कारण ह िक

छोट ापारयो क िलए ापार करना किठन हो गया ह जस बाढ़ म जनता डब रही हो लिकन जमीदार क िठकान म दीवाली

मनाई जा रही हो ऐसी हमारी थित ह अतः सरकार को िव बक की इस ामक रपोट स भािवत न होकर छोट उिमयो क

िलए ापार करना सगम बनान क िलए ताल कदम उठान चािहए अथा न तो हम िवदशी िनवश िमलगा और न ही हमारी

िवकास दर म व होगी

Artificial intelligence को ापक पमान पर अपनान का व समची विक अथवथा म Artificial Intelligence (AI) को अपनाए जान क तीन कारक रह ह

ापक र पर समानातर अिभकलन ससाधनो की उपलता

AI की गितिविध स सामज िबठान वाली बहतर कटर णाली का िवकास और

इटरनट स सबिधत चर आकड़ो की उपलता का एआई क ती िवकास म खास योगदान रहा ह

इनक सिलत असर स इमज लबिलग म िट की दर 2010 क 285 फीसदी स घटकर महज 25 फीसदी पर आ चकी ह FACT

PWC की एक रपोट म कहा गया ह िक वष 2030 तक िव अथवथा म एआई का योगदान 157 लाख करोड़ डॉलर तक पच जाएगा

जो चीन एव भारत क मौजदा साझा आउटपट स भी अिधक होगा

वही एचर की रपोट lsquoरीवायर फॉर ोथrsquo म कहा गया ह िक एआई क चलत भारत की वािषक व दर म वष 2035 तक 13 फीसदी

की उछाल आ सकती ह इसका मतलब ह िक भारतीय अथवथा म 957 अरब डॉलर की अितर रकम आ जाएगी जो भारत क

मौजदा सकल म सवधन का 15 फीसदी होगा

India and Artificial Intelligence िवकासशील दशो म भारत एआई का अिधकतम लाभ उठा पान की थित म ह तकनीक क मोच पर हमारी मजबत थित

अनकल जनािककीय पर और समत आकड़ो की उपलता म सरचनाक लाभ होन स भारत एआई क िलए कही बहतर

तयार ह दरअसल विक एआई उपयोगकताओ क िलए भारत क सदभ म आकड़ो की िविवधता एक बड़ी बाधा रही ह ोिक

एआई की मौजदा गणना-पितयो को ईधन दन का काम आकड़ ही करत ह एआई-आधारत इमाल सरकारी र पर खास

उपयोगी ह ोिक वहा आकड़ो की बलता होन क साथ गणवा भी सिनित करनी होती ह

Start up in AI भारत एआई-आधारत ाटअप की सा क मामल म वष 2016 म जी-20 दशो क बीच तीसर थान पर था इस

तरह क ाटअप भी विक र स अिधक वष 2011 क बाद 86 फीसदी बढ़ गए थ हालािक यह ाथिमक प स एचर

माइोसॉ और एडोबी जसी अमरकी कपिनयो क दबदब म रहा ह इन कपिनयो क नवोष क भारत म भी मौजद ह

दरअसल एआई क मामल म नवोष और उमशीलता को बढ़ावा दना काफी अहम ह ऐसा नही होन पर घरल समाधान एव थानीय उमी

लगातार बढ़त अवरोधो का सामना नही कर पाएग बड़ नटवक क सावभौम ितप होन स कोई भी एआई ऐकशन उतना ही अा

सािबत होता ह िजतना बहतर उसका डाटा होता ह लिकन मौजदा दौर म डाटा की उपलता कछ ही कपिनयो क हाथो म क ित होती जा

रही ह फसबक क सिय मािसक उपभोाओ की सा करीब दो अरब ह इसी तरह गगल इटरनट पर होन वाल करीब 90 फीसदी

तलाश का माम बना आ ह

हालािक यपीआई और आधार जस नवाचार और मोबाइल फट उपयोग क चलत अब हमार पास बत सार िविश आकड़ भी मौजद ह

हमारी जरत भी खास तरह की ह हम िनजता क सदभ म नया नजरया अपनाना चािहए तािक कटब बपीय गणना जसी मशीनी सीख

को सरित रखा जा सक

नमओपनमाइड डॉट ऑग एक ऐसा ही ोज ह जो िशण उो क िलए कटब एव अनाम आकड़ो क इमाल का जरी टल बनान

म लगा ह इस तरह िनजी आकड़ परी तरह िनजी बन रहग लिकन मशीनी गणना पित उनस सबक हािसल कर सकगी एआई को अर

सरकार lsquoसदर भिवrsquo वाली तकनीक की तरह दखती ह सरकारो क अनसधान भागो पर ही एआई का िजा छोड़ िदया जाता ह सरकार

कई बार कोई बड़ी पहल करती ह लिकन उन योजनाओ को थानीय लोगो की जरतो क िहसाब स बनाया ही नही गया होता ह इस वि

को बदलन की जरत ह

तक सगत मा यह ह िक गणवापरक िशण डाटा शािमल करन स िकसी भी एआई ऐकशन की सफलता की सभावना बढ़ जाती ह

ऐस म एआई क इस पहल को समािहत करन लायक बदलाव बौक सपदा काननो म भी करन होग िवकासशील दशो को एआई का

उपयोग जर बढ़ाना चािहए ा िशा किष और अ ो म तो एआई का अिधक उपयोग जर करना चािहए

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NITI AYOG amp AI Push

नीित आयोग इस तरह क कई ोज चला रहा ह पहला आयोग इसरो और आईबीएम क साथ िमलकर फसलो की उपज बढ़ान और मदा ा को बहतर करन म एआई समाधान

तलाशन की कोिशश कर रहा ह

उपहो स ा तीरो और सरकार क पास उपल अ आकड़ो की मदद स यह िकया जा रहा ह इसक असर और सटीकता को

जाचन क िलए शआत म इस दश क 25 िजलो म लाग िकया जाएगा

एआई-आधारत जानकारी को िकसानो क साथ साझा िकया जाएगा तािक व जरी कदम उठा सक आकड़ो को ई-नाम मिडयो स भी

जोड़ा जाएगा िजसस िकसानो को फसल का बहतर म िमल सकगा

दसरा नीित आयोग उिमयो और डवलपरो क िलए ीय भाषा की एआई-िनरप भाषा सरण लाइरी बनान म भी लगा ह

धानमी lsquoएक भारत भारतrsquo का आiumlान कर चक ह लोगो क बीच सवाद को बढ़ावा दन क साथ ही भाषाई िविवधता को सरित

रखना भी इसका उ ह आयोग एक रा ीय भाषा सरण टफॉम बनान की सभावनाए भी तलाश रहा ह यह टफॉम एआई

ऐकशन को दसी भाषाओ पर आधारत पहचान और अ िनष जस काम क लायक बनान म मददगार होगा इसस एआई

डवलपर ाटफोन का इमाल करन वाली समची आबादी तक पच बना सक ग और उ अलग भाषाओ क िलए अलग मॉडल भी

नही तयार करन होग

तीसरा आयोग तीरो का एक lsquoबायोबकrsquo बनान क िलए िविभ िचिका सथानो क साथ िमलकर काम कर रहा ह यह बायोबक सीटी

न एमआरआई अ ासाउड और एर परीणो क दौरान िमली तीरो का सकलन होगा और इसक इमाल स डॉर बीमारयो

का ज पता लगा सक ग(THECOREIAS GSHINDI)

ऐसी िवशषता सपर-िशएिलटी अतालो म ही िमल पाती ह िकसी तीर का त िवषण करन स ाथिमक ा क (पीएचसी)

र पर ही गभीर बीमारयो की पहचान की जा सकगी पीएचसी अतालो म बीमारयो क परीण की सिवधाए काफी कम ह बायोबक

बनन स भारत म रोगो की पहचान और िवषण की मता रखन वाल क िवकिसत होग िजसस सरकार को भी ीय र पर ा एव

पोषण सबधी योजनाए चलान म सिलयत होगी

चौथा नीित आयोग सरित ॉकचन क इमाल स इल ॉिनक मिडकल रकॉड (ईएमआर) तयार करन का खाका पहल ही बना चका

ह इसस मरीज की िनजता बनी रहगी और लोग अपन मोबाइल फोन पर ही इस दख सक ग ॉकचन पर साझा िकया जा सकन वाला

ईएमआर ा म नवाचार को कई गना बढ़ा सकता ह इसस ा एव जीवन बीमा का दायरा बढ़ान बीमा सबधी धोखाधड़ी को

नतम करन और सरकारी सडी म गड़बड़ी को ख िकया जा सकगा कटब ईएमआर डाटा को एआई समाधान स जोड़कर

महामारी की आशका और िकसी इलाक म ऐटी-माइोबायल ितरोध की थित का अदाजा लगाया जा सकगा इस तरह भारत क

अलग राो और इलाको की जरतो क आधार पर खास कायम चलाए जा सक ग

पाचवा हम अदालतो म लिबत मामलो की बड़ी सा कम करन क िलए भी एआई क इमाल की सभावनाए तलाश रह ह नीित

आयोग अदालतो क फसलो क िवषण का एक एआई मॉडल तयार कर रह ह िजसस ायाधीशो को मौजदा मामलो क बार म

अतञान िमल सकगा अदालतो म तीन करोड़ स भी अिधक मामल लिबत ह और कारोबारी सगमता की र िकग भी इसस भािवत हो

रही ह एआई एक बिनयादी नवाचार ह

यह आग चलकर इटरनट या िबजली क उपयोग स कही अिधक बड़ा होगा यह हरक उोग और म आमलचल बदलाव लकर

आएगा भारत को अपनी परी मता स इस अपनाना चािहए

5 challenges in front of Economy

मौजदा िव वष की पाच मख चनौितया

1 महगाई दर - मौजदा िव वष की पहली छमाही म का तल क सा रहन और िवकास दर क स होन स खदरा महगाई दर

कवल 262 फीसदी रह गई थी लिकन दसरी छमाही म हालात िबल बदल गए क तल की कीमत लगभग डढ़ गना हो जान स तीसरी

ितमाही म महगाई का आकड़ा बढ़कर 456 फीसदी हो गया जबिक अाखरी ितमाही म भी इसक इसी र क करीब रहन की सभावना ह

यानी िव वष 2017-18 की दसरी छमाही म पहली छमाही की तलना म लगभग दो फीसदी ादा खदरा महगाई रहन क आसार ह

2 िनवश की कम दर - अथशायो क अनसार जब कभी िनवश म एक फीसदी की कमी आती ह तो िवकास दर लगभग आधा

ितशत कम हो जाती ह सरकार क िलए िचता की बात ह िक 2007 स िनवश दर म िगरावट का जो िसलिसला श आ वह अब तक नही

थमा ह 2017-18 की आिथक समीा क अनसार 2007 म जीडीपी की तलना म िनवश और बचत दर मश 38 और 36 फीसदी थी जो 2017

म 29 और 26 फीसदी रह गई ह जानकारो क अनसार जब तक बको और कॉरपोरट सर की समा दर नही होगी तब तक िनवश म व

नही हो सकती िबना कल िनवश बढ़ाए (खासकर िनजी िनवश) तज िवकास का ल परा नही िकया जा सकता

3 बको का बरा हाल - इस महीन जारी एक रपोट क अनसार िदसबर 2017 म दश क सभी अिधसिचत बको का कल फसा आ

कज 840 लाख करोड़ पय तक पच गया ह यह आकड़ा बको ारा जारी अिम रािश का 20 फीसदी स भी ादा ह हालािक 2016 म

इनसॉसी और िदवािलया कानन बनन क बाद 2017 म कजदारो की सपि नीलाम करक कज वसल करन की िया म काफी तजी आई

ह लिकन अभी भी यह समा ख होन स बत दर ह

4 राजकोषीय घाटा - मोदी सरकार न पदभार सभालत ही कहा था िक िव वष 2016-17 क अत तक राजकोषीय घाट को तीन

फीसदी तक ल आया जाएगा लिकन 2017-18 क अत म इसक 35 फीसदी क आसपास रहन की सभावना ह क ीय िव मी अण जटली

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न इस साल का बजट पश करत ए कहा िक तीन फीसदी का ल अब िव वष 2020-21 तक हािसल िकया जाएगा अथवथा की मजबत

बिनयाद चाहन वालो क िलए यह िचता की बात ह इसस भारतीय अथवथा की िडट रिटग क ज सधरन की सभावना फीकी हो गई ह

5 रोजगार - एक अनमान क अनसार इस समय दश क रोजगार बाजार म हर साल सवा करोड़ स ादा लोग दाखल हो रह ह लिकन

एक रपोट क अनसार मौजदा िव वष म सगिठत और असगिठत दोनो ो को िमलाकर मल स 36 लाख रोजगार पदा हो रह ह इस

िलहाज स मौजदा िव वष को भी कामयाब नही माना जा सकता आरबीआई क पव गवनर रघराम राजन न िपछल ह िसगापर म एक

कायम म कहा िक भारत बरोजगारी की समा का समाधान तभी कर पाएगा जब उसकी अथवथा 10 फीसदी या उसस ादा तजी स

आग बढ़ हालािक जानकारो क अनसार ऐसा होन म अभी कम स कम चार-पाच साल तक लग सकत ह

Media की सरा और लोकत स की आजादी क िलए काम करन वाली जानी-मानी सथा Reprters without borders की वष 2017 की रपोट बताती ह िक world freedom

index म भारत तीन पायदान नीच खसककर136व थान पर आ गया ह हम अपन जझा मीिडया को दिण एिशया म सबस त मानत

ह लिकन ीडम हाउस की नजर म यह आिशक प स ही त ह बीत साल भारत म 11 पकारो की हा कर दी गई 46 पर हमल ए

और पकारो क खलाफ पिलस कारवाई क 27 मामल सामन आए इिडया ीडम रपोट क य आकड़ जमीनी र पर रपोिटग क जोखम

को उजागर करत ह

पाच िसतबर 2016 को गौरी लकश की हा न िसफ बात बनान वालो को आराम की नीद स जगा िदया दभा स कानन क रखवालो और

कानन तोड़न वालो दोनो की तरफ स ऐसी हाए आम ह उसक दो िदन बाद िबहार क अरवल िजल म दो बाइक सवार हमलावरो न एक

रा ीय दिनक अखबार क पकार पकज िमा की गोली मारकर हा कर दी पकारो की सरा क िलए काम करन वाल एक और एनजीओ-

कमटी फॉर ोटन ऑफ जनिल की 2016 की विक र िकग क अनसार भारत म दड-म र िकग (ऐसी घटनाए िजनम पकार की

हा ई और हार पकड़ स बाहर रह) म बीत एक दशक म सौ फीसदी का इजाफा आ ह अभी भारत की दड-म र िकग 13वी ह

स की आजादी को खतरा इसकी शआत स ही रहा ह 1857 की ाित क साथ ही लाड किनग ारा बनाया गया गिगग ऐ अ

म आया िजसम सरकार स लाइसस लना जरी करत ए ििटग सो और उनम छपन वाली सामी को िविनयिमत िकया गया था

इसक तहत िकसी भी छपन वाली सामी की इसक िलए जाच की जा सकती थी िक यह ििटश राज की नीितयो क खलाफ तो नही ह

ीय भाषा क अखबारो न जब 1876-77 क अकाल स िनपटन म औपिनविशक सरकार की िढलाई को लकर खबर कािशत की तो

सरकार आलोचनाओ को कचलन क िलए वनाकलर स ऐ ल आई

आज क दौर म छोट शहरो म जब-तब ऐस हमल होत रहत ह िजनम पीिड़त िकसी ीय अखबार या चनल म ीलासर क तौर पर काम

करन वाला शस होता ह िजसक िज ादातर फी का काम होता ह साल 2014 म हमलावरो न पकार तण कमार आचाय को

चाकओ स गोदकर मार डाला था जािहर तौर पर इसकी वजह ओिडशा म काज ोसिसग ाट म बाल िमको स काम कराए जान की

खबर छापना था पजाब म चनाव स पहल सरकार क खलाफ खबर िलखन क िलए पकार दिवदर पाल क घर पर पट ोल बम फ का

गया उर दश म माच 2014 म एक असाइनमट पर काम कर रही एक पकार स गगरप िकया गया

सीिमत काननी सरण क साथ स की आजादी का ादा मतलब नही रह जाता ऐसी आजादी ऑनलाइन

धमिकयो और मकदमो क सामन आसानी स कमजोर पड़ सकती ह इसक साथ ही आईपीसी की धारा 124 (ए) (रा ोह का ावधान) तो ह

ही अर राजनताओ और नामचीन हयो ारा मानहािन क ावधान का इमाल स को अपन खलाफ िटणी करन स रोकन क िलए

िकया जाता ह खासकर तिमलनाड म ऐस तरीक बत ादा अपनाए जात ह- 1991-1996 क बीच जयलिलता की सहत और रा सरकार

की कारवाइयो को लकर खबर छापन पर सरकार ारा काशनो क खलाफ मानहािन क तकरीबन 120 मकदम दज कराए गए बड़ मीिडया

हाउस तो ऐस मानहािन क मकदमो का खच उठा सकत ह लिकन छोट और मझोल काशन क िलए इसस अ का सकट खड़ा हो जाता

ह इसका नतीजा होता ह िक सपादक ादातर ऐसी ोरी छापन स परहज करत ह और सरणिवहीन पकार हतोािहत होता ह हम

आपरािधक मानहािन क ावधान को ख करन या हजान की रािश सीिमत करन क िलए कदम उठान होग तािक ीय और थानीय

अखबारो क पकार मानहािन क मकदम क भय क िबना काम कर सक

कायद स बोलन की आजादी और इसका िवार कह जान वाल स की आजादी िनबाध होनी चािहए लिकन अनद 19 की उपधारा 2 का

मौजदा सािवधािनक ावधान स पर भावी िनयण लगाता ह सरकारी गोपनीयता कानन पकारो को दश की रा स जड़ मामलो की खबर

छापन स रोकता ह- हालािक इसक दपयोग की भी परी आशका ह ससद इस मामल म कम स कम इतना जर कर सकती ह िक पकारो

को आपरािधक कारवाई स बचान क िलए एक कानन बनाए और उ रा ोह कानन क दायर स बचाए रा ीय सरा कानन म एक अाय

जोड़कर सरकारी गोपनीयता वाल ावधानो का िववरण िदया जाना चािहए

पकारो क िलए खतरा बढ़ता ह तो इसस गभीर मामलो म रपोिटग की गणवा और सा भी भािवत होगी महपण मसलो की पड़ताल

म कमी आएगी कई मामलो म परी पड़ताल नही की जाएगी मीिडया का नजरया अित-रा वादी हो जाएगा और आ-आलोचना की वि

घट जाएगी इस खद पर लगाई ससरिशप को रोकन क िलए महपण सधार की जरत होगी स काउिसल ऑफ इिडया को एडवोकटस

ऐ जसा एक अलग कानन बनाकर बार काउिसल ऑफ इिडया की तरह अिधकार सप बनाए जान की जरत ह िजसस पकारो का दजा

ऊचा होगा इसक साथ ही इसस उ अनितक और अावसाियक तौर-तरीको स सरा भी िमलगी स काउिसल का दायरा बढ़ाकर इसक

तहत इल ॉिनक ॉडका और मीिडया समत हर तरह क मीिडया को लाया जाना चािहए हम इस को ापक र पर सरण दना

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होगा अथा हम अपन लोकत क सरा उपायो को ही कमजोर कर ग हमारा लोकत सरित रह इसक िलए जरी ह िक हम अपन

पकारो की भी परी सरा कर

किष यीकरण को बढ़ावा दन क उ स किष यीकरण उपिमशन ार किष यीकरण किष क सतत िवकास क िलए महपण घटको म स एक ह जो समय पर किष काय क माम स उादन व म मदद

करता ह घाट को कम करता ह महग आदानो का बहतरबधन सिनित करन क माम स िविभ किष काय की लागत कम करन ाकित

क ससाधनो की उादकता म व और िविभ किष काय स जड़ी िदतो को कम करन म मदद करता ह

िपछल कछ वष म िश मकिनकल और िबजली ोतो क उपयोग की िदशा म रहा ह जबिक 1960-

61 म लगभग 9230 किष काय म उपयोग होन वाली श सजीव (ाणी + मानवीय) ोतो सआ रही थी 2014-

15 म सजीव श ोतो का योगदान घटकर लगभग 946 रह गया ह और यािक और िवदयत ोतो की श का योगदान 1960-

61 म जो 770 था बढ़कर 2014-15 म लगभग9054 हो गया ह

किष यीकरण का र खती यो इकाई म उपल यािक श क अनपात क प म िकया जाता ह जो भारत म िपछल 43 व

ष क दौरान बत धीमी गित अथात 1975-76 म जो 048िकलोवाट ित हयर था वष 2013-

14 म बढ़कर 184 िकलोवाट ित हयर हो गया ह हालािक 2014-15 स 2016-

17 क दौरान यह बढ़कर 202 िकलोवाट हयर हो गया ह जो मप सकिष सहकारता और िकसान काण िवभाग की िविभ योजना

ओ क माम स किष यीकरण को बढ़ावा दन क क ित यासो क कारण ह उोन बताया िक औसत जोत आकार म िनरतर सकोचन क कारण अिधक खत ितकल णी म आ जाएग िजसस किष मशीनरी की ग

त ािम को धीर-

धीर और अिधक अनौपचारक बनादगा इसिलए छोट खतो क िलए पया किष श की उपलता सिनित करना एक बड़ी चनौती होगी

किष यीकरण की अ चनौितया य ह िक कस कौशल बाधाओ को दर िकया जाएतािक आधिनक ौोिगकी को पया प स समथन

ा हो भिव म जीवा ईधन की कम उपलता और उस पर अिधक लागत क कारण ऊजा की कमी और पयावरणीय िगरावट की उप

ािकए िबना किष यीकरण का सतत िवकास सिनित करन की सभावनाओ का सपक थािपत करना आवक होगा

वष 2012-13 एव वष 2013-14 म किष यीकरण पर दो छोटी म चलाई जा रही थी िजसक िलए आबटन मशः मा पय 2410 करोड़ एव 3849 करोड़ मा था प

र किष एव िकसानकाण मालय ारा किष यीकरण क मह को ान म रखकर दश म किष यीकरण को बढ़ावा दन क उ स व

ष 2014-

15 स किष यीकरण उपिमशन ार िकया गया ह िजसका उदछोट और सीमा िकसानो तथा उन ो म जहा किष यो की उपल

ता कम ह वहा किष यीकरण को बढ़ावा दना ह I किष यीकरण उपिमशन (एस एम ए एम) क अितर एन एफ एस एमआर क िव वाई

आयल पाम िमशन बागवानी िमशन इािद ीमो म भी मशीनीकरण हत राो को सहायता दान की जाती ह I

What are there in this mission किष यीकरण उपिमशन म न कवल िशण परीण किष मशीनरी क दशन और खरीद सडी जस पारपरक घटक शािमल ह

ब इसम कम हायरग क िलए फाम मशीनरी बकोऔर उ उादक उपकरण क की थापना और छोट और सीमात िकसानो

क बीच उादकता बढ़ान और उपय खत उपकरणो का ािम का िनमाण करन क उश स चयिनत गावोम किष यीकरण को ब

ढ़ावा दना शािमल ह

रा ीय किष िवकास योजना और किष यीकरण उपिमशन क अतगत कम हायरग सवाओ क िलए फाम मशीनरी बको और हाई-

टक हब की थापना हत परयोजना लागत का 40 िवीयसहायता दी जाती ह

िवभाग क इन िविभ योजनाओ क अतगत किष यीकरण क िलए रा सरकारो को िपछल तीन वष म 3088 करोड़ पय स अिधक

की रािश आविटत की गई ह

चाल िव वष 2017-

18 क दौरान किष यीकरण उपिमशन क िलए आवटन िपछल वष की तलना म दो गना बढ़ा िदया गया ह जो 577 करोड़ पए ह आब

िटत रािश का उपयोग करक यहदखा गया ह िक म दश उड़ीसा तिमलनाड महारा िहमाचल दश छीसगढ़ आ दश तल

गाना आिद राो न किष यीकरण म अी गित हािसल की ह

पानी की िफ रा ीय हरत अिधकरण (एनजीटी) न िदी सरकार को दिण िदी म पनचित जल की आपित क िलए अलग स पाइपलाइन िबछान की

सभावना तलाशन का िनदश िदया ह यो तो यह िनदश अभी दोहरी लाइन िबछान क िलए नही ह लिकन िजस तरह स महानगरो म श

पयजल की बबादी हो रही ह वह िदन दर नही जब न कवल िदी ब दसरी जगहो पर भी इसकी जरत पड़गी

शौचालयो बागवानी और िनजी वाहनो को धोन तथा आरओ मशीनो वगरह म िजस तरह स पयजल का भारी माा म दपयोग हो रहा

ह वह सचमच िचताजनक ह

एक तरफ लाखो-करोड़ो लोग श पयजल की िकत स जझ रह ह और दिषत पानी पीकर तरह-तरह क रोगो क िशकार हो रह ह वही

दसर तरफ बड़ पमान पर पयजल का दपयोग हो रहा ह

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एक रपोट क मतािबक िदी की करीब दो करोड़ आबादी म तीस ितशत लोगो को श पानी नही िमल पाता िदी ही ो तमाम

शहरो और ामीण ो पर नजर डाल तो श पयजल भारत की बत बड़ी समा ह

महारा राजथान छीसगढ़ जस रा और बदलखड जस इलाक जो लब अरस स सख स जझ रह ह उनकी समा की िवकरालता

का अनमान सहज ही लगाया जा सकता ह िदी जस रा म जो पानी की अपनी जरत परी करन क िलए पड़ोसी राो पर िनभर

ह पानी की ऐसी बबादी आयजनक ह

ऐस व म एनजीटी न उिचत ही िदी सरकार क पयावरण सिचव स कहा िक व डीडीए िदी जल बोड और दिण िदी नगर

िनगम क अिधकारयो क साथ बठक कर दोहरी पाइप लाइन की सभावना की राह तलाश

पहली नजर म यह िहदायत थोड़ी अजीब या ादा खचली लग सकती ह लिकन कई मो म अलग-अलग कामो क िलए पानी की दोहरी

पाइपलाइन की वथा ह िदी जल बोड न कछ समय पहल ऐसी योजना बनाई भी थी लिकन उस पर अमल नही हो पाया िदी म पानी

की बबादी की बड़ी वजह ह वाहनो की सफाई अमरका जस दशो म जहा वाहनो की सा भारत स कही ादा ह सफाई म तलनाक

प स कम पानी खच होता ह मोट अनमान क मतािबक िदी म कार बस टी और दो पिहया वाहनो की धलाई म करीब पाच करोड़

लीटर पानी रोजाना खच हो जाता ह इसम स काफी पानी घरो म साई होन वाला पयजल होता ह शौचालयो म श क जरए और

बागवानी म भी पयजल का बड़ा िहा खच होता ह

दोहरी पाइपलाइन की वथा िनित प स एक थायी िवक हो सकती ह लिकन इस ाव को साकार होन म अभी काफी व लग

सकता ह वस कई ऐसी तरकीब और सावधािनया ह िजन पर लोग ान द तो काफी हद तक पानी बचाया जा सकता ह वषाजल

सचयन पानी की टिकयो म वाटर ओवरो अलाम आरओ मशीन क पानी का िकसी बतन म सचयन आिद कई तरीक हिज लोग अमल म

लाए तो कछ सकाराक बदलाव आ सकता ह कड़ा कानन भी एक राा ह लिकन सबस ादा उपयोगी ह जन-जागकता पानी की

बबादी पर समाज क िलए िचता का िवषय होनी चािहए

द ाित म िनिहत किष क सबक Loan waiver amp Agriculture हाल ही म दश क अलग-अलग राो म किष ऋण की माफी की गई इसकी कल रािश वष 2017-18 क सकल घरल उाद (जीडीपी) क

करीब 10-15 फीसदी क बराबर होगी यह बात जािहर करती ह िक हमारी किष क साथ कही न कही कछ तो गलत ह इस करण न किष

सधार क म को एक बार िफर चचा म ला िदया ह ऋण माफी को घोषणा क बाद वापस नही िलया जा सकता ह लिकन इनकी बदौलत किष

की िदशा और सधारो की गित पर अव चचा हो सकती ह इनकी मदद स ही इस थायी िवकास की राह पर लाया जा सकता ह दध स

जड़ी त ाित स जड़ तीन सबक इस सदभ म ासिगक ह

Milk production in India after 50s वष 1951-52 स 1971-72 तक दो दशक म दश म दध का उादन 17 करोड़ टन स बढ़कर महज 22 करोड़ टन तक पचा था दध सा

था लिकन सन 1960 क दशक क आखर और 1970क दशक क आरभ तक वह शहरो म सरकारी दकानो म आसानी स िमलता नही था त

ाित क आगमन क साथ ही अगल दशक म हर बार दध का उादन दोगना बढ़ा सन 1991-92 म यह 56करोड़ टन आ तो वष 2011-

12 म 128 करोड़ टन

Lesson from white revolution रा ीय डयरी िवकास बोड (एनडीडीबी) की थापना सन 1965 म की गई थी उसन यरोपीय सघ ारा िव खा कायम क तहत िदए

गए दध पाउडर और बटर ऑयल की िबी क साथ ऑपरशन ड की शआत की इस द ाित क तीन उ थ

पहला ामीण आय म सधार करना

दध उादन म थािय लाना और

ाहको तथा उादको क िलए उिचत म की वथा करना

Anand programme इस कायम क मल म आणद शली थी यानी दश क अलग-अलग िहो म सहकारी दध उादको स दध खरीदना गजरात क सहकारी दध

िवतरण सघ िलिमटड को अमल का ाड नाम िदया गया इसक पास गजरात क 35 लाख स अिधक दध उादको का ािम था यह दश

भर म जाना पहचाना नाम बन गया समय बीतता गया और सरकारी सथाओ मसलन िदी द योजना (डीएमएस) अथवा िबहार ट डयरी

कॉपरशन को एनडीडीबी क हवाल कर िदया गया

आमतौर पर किष की सफलता दध तक सीिमत रही यह भी सच ह िक दध म कछ ऐसी िविशiumlताए होती ह जो उस अ किष

उादो स अलग करती ह उदाहरण क िलए दध उादन अ किष काय क तलना म आसान ह

उसकी खरीद परवहन और भडारण आसान ह चावल की बात कर तो वह बासमती गोिवदभोग और सोना मसरी जसी कई िको म

आता ह दध क साथ ऐसा नही ह

दध हर मौसम म हर रोज खरीदा जाता ह जबिक आम जसी मौसमी िजसो क साथ ऐसा नही ह इन तमाम िवशषताओ क बावजद दध स

तीन अहम सबक सीख जा सकत ह इनम सबस अहम ह सरकारी हप की एकदम सहज कित

Role of cooperatives पहली बात तो यह ह िक दध उादन-खरीद की िया म सरकारी कपिनया नही ब सहकारी सिमितया शािमल होती ह यह तरीका

जीलड नीदरलड और डनमाक म 19वी सदी स ही आजमाया जा रहा ह

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दध म वश बाधाए बत कम ह ोिक कोई बड़ा सरकारी ितान इसस नही जड़ा आ ह इसक चलत खरीद परवहन भडारण

और िवतरण क काम म बहतरीन ितधा उ ई

सन 1991 म दध को लाइसस वथा स बाहर कर उस िम ऐड िम ोड ऑडर (एमएमपीओ) 1992 क अधीन कर िदया गया

यह वथा अिनवाय िजस अिधिनयम 1955 क तहत की गई वष 2011 म समापन स पहल एमएमपीओ बड़ी डयरयो स दध की आपित

सिनित करन का काम करता रहा

Intervention in cereals ग और चावल जसी फसलो म सरकारी हप अलग िक का रहा भारतीय खा िनगम (एफसीआई) की थापना एनडीडीबी स एक

साल पहल सन 1964 म की गई थी एफसीआई का काम था िकसानो क िहतो की रा क िलए म समथन नीितयो का इमाल दश भर म

सावजिनक िवतरण णाली क जरय खाा िवतरण और रा ीय खा सरा क िलए अनाज का भडारण अल1973 म तो इिदरा गाधी क

शासनकाल म ग क थोक कारोबार का रा ीयकरण करन का यास भी िकया गया अनाज की खरीद िबी-नतम समथन

म एफसीआई का िबल बोझ एक बड़ पीएसय पर पड़ा िजसन इस राजनीितक दबाव की िiuml स सवदनशील बना िदया फरवरी 2014 म

पजाब चनाव स पहल धानमी मोदी न कहा था िक एफसीआई को तीन िहो म बाट दना चािहए जो मश खरीद भडारण और िवतरण

का काम कर

Recommendation of shanta Kumar committee for reform in FCI जनवरी 2015 म शाता कमार की अता वाली एक उ रीय सिमित न एफसीआई क पनगठन सबधी रपोट पश की

रपोट म अनशसा की गई िक आ दश छीसगढ़ हरयाणा म दश ओिडशा और पजाब म ग खरीद का काम रा सरकार

कर

कहा गया िक पव उर दश िबहार पिम बगाल और असम म एफसीआई को इस काम म मदद दी जाए यह वह इलाका ह जहा

छोटी जोत क िकसान ादा ह और फसल एमएसपी स कम दाम पर िबकती ह अब व आ गया ह िक या तो धानमी क सझाव या

शाता कमार सिमित की िसफारश पर काम िकया जाए

NO MSP for Milk दध क िलए कभी कोई एमएसपी नही रहा उसकी वजह स कम स कम 23 फसलो क दाम म िवसगित आती ह यह बात खद सिमित न

मानी इसक अलावा एफसीआई की खरीद ग और चावल की एमएसपी खरीद पर िनभर ह सरकार को एमएसपी नीित पर पनिवचार

करना चािहए ती

बागवानी म दश न काफी गित की ह 269 करोड़ टन क उादन क साथ वष 2012-13 म यह खाा स ऊपर िनकल गई लिकन

इस म अभी काफी कछ िकया जा सकता ह इसकी माग तजी स बढ़ रही ह फलो और सयो क म म को ोाहन रहता ह

और म भी अा िमलता ह इनका उादन छोट िकसानो को भी समदघ बना सकता ह इसक िलए शीत गहो की जरत होगी और

ढलाई की समिचत वथा की भी दश म कयर ब वथा की काफी कमी ह िजसका असर उादो को धोन सखान छाटन पक

करन आिद म होता ह इसक अलावा सामी को अी थित म रखन क िलए रिजरशन वाहनो की आवकता भी ह

त ाित म दध सरण और िवतरण क बिनयादी ढाच क िवकास की अहम भिमका रही ह इसक तहत चािलत द सहण क

थािपत िकए गए ामीण र पर ठडा करन क सयसरण और पकिजग की थापना की गई दध को 4 िडी सयस तापमान पर

ढोन क िलए टकर तयार िकए गए दध स बागवानी को यह सबक िमलता ह िक िनजी की पहल क जरय समिचत बिनयादी ढाचा

िवकिसत िकया जाए

ई-नाम सधार Business_Standard In news

धानमी न इस साह क आरभ म एक सलन म राो क म सिचवो को सलाह दी िक व इल ॉिनक नशनल एीकचर बाजार (ई-

नाम) पर ान क ित कर यह सझाव सही समय पर आया ह ोिक िकसानो को फसल का सही म सिनित करन म िवपणन की अहम

भिमका ह Objective of E-NAM

ई-नाम का उ ह किष उपज क िलए दशापी र पर अबाध और पारदश बाजार तयार करना परत जोरशोर स की गई शआत क

एक साल बाद भी यह अपन उ ा करन म परी तरह नाकाम रहा

हालािक दश की 585 मख मिडयो म स 400 स अिधक म ई-कारोबार की सिवधा ह लिकन िपछल साल बमल चार फीसदी थोक

किष कारोबार ही इस माम स आ

इस ई-कारोबार म स भी ादातर या तो एक ही मडी या िफर एक ही रा म आ

ऐस म दखा जाए तो िकसानो को िबी की खाितर दशापी र पर ापक खरीदार आधार महया करान का ल हािसल नही हो सका Need for ground work

नई िवपणन वथा को सचा बनान क िलए काफी जमीनी काम करना बाकी ह यह काम न तो इसकी लॉग क पहल िकया गया न

ही अब िकया जा रहा ह

ई-नाम को कोई समातर िवपणन त नही होना था ब इस तो मौजदा मिडयो की अधोसरचना का ही लाभ उठाना था तािक खरीदारो

और िवताओ को दशापी कारोबार क िलए ई-टफाम भर महया करा िदया जाए

इसक कारोबारयो को एकल लाइसस की आवकता होती ह बाजार श भी एकबारगी और कारोबार की गई वओ का दश भर म

अबाध सचार अब तक इनम स कोई शत परी नही हो सकी ह

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कछ ही रा ऐस ह िजोन कारोबारी लाइसस जारी िकए ह व भी रा क बाहर वध नही ह

रा की सभी मिडयो क श को ससगत बनान की िया श क एकल सहण की सिवधा की ओर पहला कदम ह यह भी अभी

होना ह वओ की गणवा क आकलन की वथा और उनका समयबदघ परवहन तय करना भी अभी बाकी ह

अिधक आधारभत र पर दख तो राो क किष उपज िवपणन सिमित (एपीएमसी) अिधिनयमो म भी समिचत सशोधन नही िकए गए

ऐस म किष िजसो क अतरराीय लनदन म समा आएगी िजन काननो म सशोधन िकया भी गया ह व िनजी बाजारो को इजाजत िदला

पान म नाकाम रह ह इसक अलावा उनकी बदौलत थोक खरीदारो या अितम उपभोा तक पच भी सिनित नही हो पा रही बाजार

श और िबचौिलयो क कमीशन पर भी इसस जरी रोक नही लग पा रही

Reform Required राो न पहल ही मडी र का बिनयादी ढाचा तयार कर िदया ह ऐस म ई-कारोबार क िलए सभी राो क बाजारो को आपस म जोडऩ

क मामल म कोई समय नही गवाया जाना चािहए

बाद म इनको अ राो की म मिडयो स जोड़ा जाना चािहए

एक सा किष बाजार तभी आकार लगा जब दश भर क मख उादन और खपत क ो की मिडया एक इल ॉिनक टफॉम स जोड़

दी जाएगी और उनम किष िजसो का कारोबार श होगा

यह दखत ए िक छोट िकसानो की छोटी-छोटी माा वाली उपज को लकर बड़ खरीदार िच नही िदखाएग एकीकत कारोबार की

आवकता होगी तािक उादको की पसल को इकiuml कर इनको ई-नाम मच क जरय बचा जाए

इतना ही नही चिक इल ॉिनक कारोबार की वथा म भी ॉट ट िडग की िनगरानी की कोई वथा नही ह इसिलए सटोरयो को

लकर अितशय समझदारी बरतनी होगी जब तक इन मो स सही ढग स नही िनपटा जाता ह तब तक ई-नाम िकसानो को उनकी फसल

का उिचत म िदलान म कामयाब नही हो सकगी

न ड न की चनौती स जझ रह भारत की िचता

ितभा पलायन (न ड न) की चनौती स जझ रह भारत क िलए आन वाल िदनो म मल और बढ़ सकती ह दश क 48 लाख वय

दसर दशो म बसन की योजना बना रह ह या इसकी तयारी कर चक ह इस िलहाज स भारत परी दिनया म दसर पायदान पर ह

य बात सय रा (यएन) की lsquoद इटरनशल ऑगनाइजशन फॉर माइशनrsquo (आईओएम) की एक रपोट म सामन आई ह इसक

मतािबक भारतीयो क िलए पसदीदा दशो की सची म अमरका और िटन सबस ऊपर ह

इस रपोट क मतािबक दसर दशो म वास की योजना बना रह 50 फीसदी लोग कवल 20 दशो स आत ह ऐस दशो म नाइजीरया

(51 लाख) भारत कागो (41 लाख) बाादश और चीन (27-27 लाख) सबस ऊपर ह

आईओएम की रपोट यह भी बताती ह िक परी दिनया म 66 करोड़ लोग एक साल क भीतर ही वास करन की तयारी म ह यह सा

िव की कल वय आबादी का 13 फीसदी ह भारतीयो की तरह ही इन लोगो क िलए भी अमरका क बाद िटन सऊदी

अरब ास कनाडा जमनी और दिण अीका सबस पसदीदा दशो म शािमल ह

आईओएम क महािनदशक जनरल िविलयम लसी ग न रपोट जारी करन क मौक पर कहा lsquoयह विक सव वास को लकर लोगो की

मशा सामन लाता ह और साथ ही इन सभी दशो को इस वि को समझकर इसक िहसाब स नीितया तयार करन म मदद कर सकता हrsquo

रपोट क मतािबक इन लोगो म अिधकतर अिववािहत यवा पष ह और इोन कम स कम मािमक र तक िशा हािसल की ह

घरल कामगारो क िलए कानन Recent context

िपछल ह नोएडा म उ-

म वग की बसाहट वाली महागन सोसायटी क लोगो और यहा घरल सहायको क तौर पर काम करन वाल तकरीबन 100 कामगारो क बीच

आ टकराव रा ीय र परसखयो म रहा ह यह घटना एक बार िफर इन कामगारो क िलए उस कानन की जरत याद िदलाती ह जो इनक

िलए कछ बिनयादी अिधकार सिनित कर सक

यह टकराव तब श आ जब यहा एक अपाटमट म घरल काम करन वाली जोहरा बीबी न आरोप लगाया िक उनक मािलको न उन पर

चोरी का इाम लगाकर मारपीट की और िफर उ एककमर म बद कर िदया

इसक बाद पड़ोस की झी जहा पर जोहरा की तरह और भी घरल कामगार रहत ह क लोग उ ढढ़न सोसायटी म आए और यहा तना

त गाडस स उनकी झड़प ई

आखरकार यहा पिलस पच गई िजसन जोहरा को सोसायटी क बसमट स ढढ़कर िनकाला इस मामल म दोनो पो न पिलस म िशकाय

त दज करवाई ह सोसायटी न सभी कामगारो क वहा वशपर पाबदी लगा दी ह Question that arises

कानन और सामािजक ाय का सबध दो तरह स थािपत होता ह जब हािशए पर पड़ा तबका बराबरी की माग करता ह और इसक चलत को

ई सामािजक-राजनीितक आदोलन खड़ा होता ह तो इसकिलए कानन बनत ह लिकन कभी-

कभी समाज क ापक िहत को ान म रखत ए पहल कानन बनाए जात ह और िफर य गितशील सामािजक बदलाव की बिनयाद बनत ह

य घरल कामगार दश क दर-दराज क िहो स आकर यहा रह रह ह इसम कोई दोराय नही ह िक य सामािजक-

आिथक प स सबस िनचल तबक स आत ह इन लोगो क िलए समाज म तरह-

तरह क दराह होत ह और इस घटना क बाद इसकी झलक सोशल मीिडया पर भी िदखी आम लोगो क साथ-

साथ सोसायटी क लोगो न भी lsquoमाा-इन-नोएडाrsquo हशटग क साथ दावा िकया िक यकामगार अवध बाादशी ह

इन कामगारो क शोषण की सभावना ादा होती ह ोिक य जहा काम करत ह वह कोई फरी नही ब एक घर होता ह और इस

िनजी स म उनक मािलक की मज ही सबकछ होती हयहा कामगार और िनयोा क बीच सबधो को तय करन वाली कोई रखा नही

होती यहा ादातर सबध पशवर होन क बजाय सामती प स नौकर और मािलक वाल ही होत ह

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Need for a law

िफलहाल रा ीय र पर ऐसा कोई कानन नही ह जो घरल कामगारो क िलए िनयम-

कायद तय करता हो हालािक महारा और करल म घरल कामगार काण बोड जर ह और इसक साथ हीतिमलनाड और कनाटक

म सभी आम िमको क िलए जो कानन ह उसक तहत घरल कामगार भी शािमल होत ह वस क क पास घरल कामगार काण िबल (

2016) का मसौदा तयार ह इसमनतम मजदरी काम करन क घट और नौकरी स िनकालन स सबिधत ावधान शािमल ह साथ ही ज

सा महागन सोसायटी म आ वस अपराध या िववाद स जड़ी थितयो स िनपटन क िलए भीावधान ह

एक अनमान क मतािबक दश म घरल कामगारो की सा तकरीबन 40 लाख स एक करोड़ क बीच ह और िकसी भी स समाज और आध

िनक अथवथा म इतनी बड़ी आबादी को काननी सरास बाहर नही रखा जा सकता

आसमान स बरसता मौत का कहर Urgency of situation and recent context

आकाशीय िबजली िगरन की खबर पर कम ही ान जाता ह पर जब यह पता चल िक हाल म िबहार म एक ही िदन म आकाशीय िबजली की

चपट म आकर दो दजन स ादा मौत हो गई तो इस समा पर िवचार करना जरी लगता ह उराखड और यपी म भी कछ मौतो की

खबर ह िपछल साल तो िबहार यपी झारखड और म दश म मानसन क दौरान दो िदनो क भीतर 117 जान आसमानी िबजली क कारण

चली गई थी

इसस लग रहा ह िक हम इस ाकितक आपदा क आग िबल असहाय ह

जबिक पिमी दशो म तो आसमानी िबजली की चपट म आकर इतनी मौत नही

एक ाकितक आपदा क तौर पर आकाश स िगरती िबजली क आग इनसान आज भी बबस ह तो साइस की तरी पर हरानी होती ह

और उन इतजामो को लकर भी जो आकाशीय िबजली क कोप को कम नही कर पात ह

हालािक मौसम िवभाग की ओर स रिडयो-टीवी पर मौसम क पवानमानो म आकाशीय तिड़त की जानकारी दी जाती ह पर वह इतनी

पा ढग स नही बताई जाती यह आपदा इनसानो क साथ-साथ जानवरो को भी अपनी चपट म ल लती ह िजसक कारण बम

पशधन न हो जाता ह Human loss

वस तो भवनो क िनमाण क व तिडत अवशोषी इतजाम करन की सलाह दी जाती ह पर सवाल यह ह िक बस ड झोपिड़यो म खतो म

काम करत व या िफर िकसी पड़ क नीच खड़ होन पर ा कोई इतजाम हम आसमान स लपकती मौत स बचा सकता ह दिनया म

तकरीबन हर रोज जो हजारो तफानी बारश होती ह और उनस करीब सौ िबजिलया हर सकड धरती पर िगरती ह पर िवकिसत दशो म उनस

कभी-कभार ही मौत होती ह पर भारत जस म म िगरती िबजिलया अकसर बरी खबर बन जाती ह What data says

आकड़ो क मतािबक बीत एक दशक म हमार दश म आकाशीय िबजली की चपट म आन स हजारो स ादा लोगो की जान जा चकी ह

इनम म दश म सबस ादा (3801) मौत ई ह यह शोध भी सामन आया आ चका ह िक िबजली िगरन क दौरान मोबाइल फोन का

योग जानलवा सािबत हो सकता ह What are the reasons

आकाशीय िबजली स मौतो की सा म बढ़ोतरी का एक कारण यह बताया जा रहा ह िक जगलो और गाव-को व शहरो म िवकास

काय क चलत पड़ो की बड़ी सा म कटाई हो रही हिजसस उसका कोप बढ़ गया ह

कानपर थत सीएसए यिनविसटी क मौसम िवानी अिन दब का इस बार म मत ह िक जब पड़ो की सा अिधक थी तो आकाशीय

िबजली ादातर पोली जमीन और पड़ो पर िगरती थी लिकन अब ऐसी जमीन कम हो गई ह और पड़ भी नही बच ह इसिलए कित क

इस कोड़ स होन वाला सहार बढ़ गया ह Science behind this

साइस की नजर स दख तो पता चलता ह िक आकाशीय िबजली की घटना बादलो म होन वाल इलकिट क चाज का परणाम ह और यह

तब होती ह जब पानी स भर िकसी बादल की िनचली सतह म भारी माा म ऋणाक आवश जमा हो पर उसकी ऊपरी परत म

धनाक आवश होता ह

जब धरती की सतह क नजदीक गम और नम हवा तजी स ऊपर की ओर उठती ह और इस िया म ठडी होती ह तो पानी स भर

तफानी बादलो का ज होता ह िवान की भाषा म मलोिनबस कहलान वाल 44 हजार ऐस तफानी बादल कही न कही बनत रहत ह

और उनस ही आकाशीय िबजली की लपक धरती की ओर झपटती ह

आकाशीय िबजली या तिडत का यह रह तो ढाई सौ साल पहल 1746 म बजिमन किलन क समय म ही जान िलया गया था

गौर करन वाली बात ह िक दो वओ की रगड़ स या तारो की आपसी घषण स जो ाक पदा होता ह अकसर उसकी लबाई एक

सटीमीटर या उसस कम होती ह जबिक आकाशीय तिडत की लबाई पाच िकलोमीटर या उसस भी ादा हो सकती ह

इसक अलावा आकाशीय िबजली म दिसयो हजार गना एीयर का करट होता ह जबिक आमतौर पर घरो म दी जान वाली िबजली

म 20 एीयर का करट होता ह चिक आकाशीय िबजली एक बड़ी परघटना ह इसिलए भौितकी म इस लकर अनक अनसधान होत रह

यह भी ान म रखन वाली बात ह िक कार-बसो म बठ लोगो स ादा आकाशीय िबजली की मार उन पर पड़ती ह जो खल थानो म होत ह

कार आिद की धात की छत और वाहन का ढाचा तिडत क आवश को िछतरा दता ह और वह िबजली धरती म समा जाती ह पर खल थानो म

िबजली सीध मनो या जानवरो पर िगरती ह इन हादसो की सा को दखत ए बड़ी जरत इसकी ह िक आकाशीय िबजली क हार स

गरीबो को

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ो िदी म मिहलाओ क िलए पिलस क बीच भी खद को असरित महससकरन की वजह

मौजद ह बीत पखवाड़ नई िदी क अितसरित कनॉट स थाना क दायर म एक आठ साल की बी को अगवा कर उसक साथ दम िकया

गया पीिड़ता बी को उस व अगवा िकया गया जब वह अपन मा-बाप क साथ बगला सािहब गारा क पास फटपाथ पर सो रही थी

इसक कछ िदन बाद िदी क ही कमला माक ट इलाक म एक मिहला को घर म बधक बनाकर उसकी 16 साल की बटी क साथ सामिहक

दम िकया गया दिनयाभर म lsquoरप किपटलrsquo क प म कात हो चकी िदी म शायद ही ऐसा कोई िदन बीतता ह जब मिहलाओ क साथ

दम क मामल सामन न आत हो

िदसबर 2012 म िनभया काड क बाद िदी सिहत दशभर म लोगो न िजस तरह मिहला सरा को लकर आवाज बलद की और सरकार

हरकत म आई उसक बाद लगा था हालात तजी स सधर ग लिकन िदी पिलस क साथ रा ीय ाइम रकॉड रो (एनसीआरबी) क हािलया

आकड़ बतात ह िक थित म सधार होन की जगह यह और बदतर ही ई ह

पर दश म मिहलाओ क िलए सबस असरित रा

एनसीआरबी क आकड़ो क मतािबक 2015 क दौरान ित लाख आबादी पर िदी म मिहलाओ क खलाफ अपराध क 1843 मामल दज

िकए गए थ यह आकड़ा 2014 की तलना म 152 ादा ह इसक अलावा 2014 और 2015 क बीच मिहलाओ क खलाफ अपराध दर म

बढ़ोतरी क मामल म असम क बाद िदी दसर पायदान पर रहा ह असम म ऐस अपराधो म इस दौरान जहा 248फीसदी बढ़ोतरी दज की

गई वही िदी म यह आकड़ा 152 फीसदी रहा

पाच साल क दौरान दम क मामलो म 277 फीसदी की बढ़ोतरी इस बीच इिडया ड न िदी पिलस क ारा जारी आकड़ो क हवाल स एक रपोट कािशत की ह इसक मतािबक 2011 स 2016 क बीच

िदी म मिहलाओ क साथ दम क मामलो म 277फीसदी बढ़ोतरी दज की गई ह 2011 म जहा इस तरह क कल 572 मामल सामन आए

थ वही 2016 म यह आकड़ा 2155 रहा इनम स 291 मामलो का अल 2017 तक समाधान नही हो पाया था इसक अलावा चिचत िनभया

काड क बाद दम क दज मामलो म 132 फीसदी की बढ़ोतरी ई इस साल अकल जनवरी म दम क 140 मामल दज िकए गए थ इसक

अलावा मई 2017 तक रा म दम क कल 836 मामल सामन आ चक ह

यौन उीड़न क मामलो म करीब पाच गना बढ़ोतरी दश की राजधानी म मिहला यौन उीड़न क मामलो म भी अािशत बढ़ोतरी दखी गई ह 2012 म जहा इस तरह क कल 727 मामल दज

िकए वही 2016 म यह आकड़ा बढ़कर 4165 हो गया यानी इस अविध क दौरान इनम 473 फीसदी की बढ़ोतरी दखन को िमली ह िदी

पिलस क मतािबक इस साल अकल जनवरी म इस तरह क कल 238 मामल सामन आए ह

दम क मामलो म खद िदी पिलसकम आरोिपत साल 2014 स 2016 क बीच िदी पिलसकिमयो क खलाफ दम क 36 मामल दजिकए इनम स आठ मामल दसर राो म दज िकए गए

ह यह जानकारी गह मालय न रासभा म दी थी इसक मतािबक इन तीन वष म पिलसकिमयो क खलाफ यौन उीड़न क कल 90 मामल

दज िकए गए इसक अलावा इनक खलाफ मिहलाओ क साथ छड़छाड़ क भी नौ मामल सामन आए ह

2015 म कॉमनराइटस हयमन इनीिशएिटस (सीएचआईआर) नामक एक सगठन न िदी और मबई म एक सव कराया था इसम पता चला

िक कल आपरािधक घटनाओ म स कवल 25 फीसदी मामलो म ही एफआईआर (ाथिमकी) दज की जाती ह सथा की रपोट म यह बात भी

सामन आई िक िदी म दम क 13 मामलो म कवल एक की ही रपोट की जाती ह

मिहला सरा क िलए िकए जा रह उपाय िवफल एनसीआरबी और िदी पिलस क आकड़ो क साथ क सरकार ारा ससद म दी गई जानकारी भी बताती ह िक िनभया काड क बाद मिहला

सरा क िलए लाए गए स कानन क साथ अ उपाय भी मिहला सरा को पा करन म िवफल रह ह इनम मिहला हलाइन ट िकग

िसम जसी कवायद शािमल ह इसक अलावा इस मामल म सरकार की भी लापरवाही सामन आई ह क सरकार ारा लोकसभा म एक

सवाल क जवाब म बताया गया िक पक ट ासपोट म मिहलाओ की सरा क िलए जारी िकए फड का इमाल ही नही िकया गया इसक

अलावा मिहला सरा क िलए बनाए गए िनभया फड म आविटत करीब 3000 करोड़ पए का एक बड़ा िहा अभी तक य ही बकार पड़ा ह

िवलय और ऊजा सरा

Merger of oil companies तल-गस म भारीभरकम सरकारी उपम (पीएसय) बनान का क ीय मिमडल का िनणय बशक कछ दर स आया लिकन म

अमता कम करन म और ससाधनो क िलए दिनया भर म बहतर तरीक स ितघा करन वाली सथा बनान की िiuml स यह बत कारगर

सािबत होगा What was the need

यह आवक था ोिक अिधकतर एिशयाई दशो म एक ही तल कपनी होती ह िजसम म खला क सभी घटक शािमल होत ह लिकन

भारत म सावजिनक की 18 तल कपिनया ह

दश की दसरी सबस बड़ी कपनी खदरा तल िवता िहदान पट ोिलयम कॉपरशन (एचपीसीएल) म सरकार की 51 ितशत िहदारी

दश की सबस बड़ी तल उादक कपनी तल एव ाकितक गस िनगम (ओएनजीसी) को बची जा रही ह जो फरवरी म बजट म ई

घोषणा क अनप ह

बजट म एकीकरण िवलय एव अिधहण ारा क ीय सावजिनक उपमो को मजबत करन की सरकार की योजना का खाका िदखाया

गया था Benefit

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इस िनणय क बाद रफाइिनग कपिनयो इिडयन ऑयल कॉपरशन (आईओसी) और उनन की पीएसय ऑयल इिडया का िवलय

हो सकता ह अथवा तल िवपणन कपनी भारत पट ोिलयम कॉपरशन िलिमटड (बीपीसीएल) और गस की कपनी गल का िवलय हो

सकता ह

इसस दश की ऊजा सरा बहतर होगी हालािक भारत दिनया म सबस तज िवकास करन वाली अथवथा ह लिकन उस जमात म

सबस कमजोर दश भी यही ह अपन नागरको क िलए आिथक वदिघ तथा काण सिनित करन क मामल म इस बत लबा राा तय

करना ह इस वदिघ क िलए ऊजा ससाधनो की लगातार आपित आवक होगी

िफलहाल भारत क तल की अपनी 80 ितशत माग तरल पट ोिलयम गस (एलपीजी) की 50 ितशत माग और ाकितक गस

की 35 ितशत जरत आयात स ही परी करता ह भारत विक महाश बनन की उीद कर रहा ह लिकन अतरराiumlरीय ऊजा

एजसी का अनमान ह िक दो दशको म आयात पर यह िनभरता बढ़कर 90 ितशत तक पच जाएगी उस समय सा म कमलिकन

आकार म बड़ी तल कपिनया होन का और उ िवीय ससाधन तथा तकनीकी िवशषता उपल करान का जबरद फायदा िमलगा

इसस अतरराiumlरीय र पर ईधन म म अिनितता स िनपटन और दिनया भर म रणनीितक सौद करन म ही नही ब दसी तल

की परी मता तलाशन की मता तयार करन म भी मदद िमलगी

Challenges िचता बबई ॉक एचज पर िदख भी गई जहा एचपीसीएल का शयर 4 ितशत स भी ादा लढ़क गया एचपीसीएल क शयरधारक

िनराश थ ोिक इस अिधहण क बाद खली पशकश आन की सभावना बत कम ह इस उनक साथ अाय कहा जा सकता ह ोिक

उ भी उसी कीमत पर कपनी स बाहर िनकलन का मौका िमलना चािहए िजस कीमत पर सरकार िहदारी बच रही ह

यह िचता भी जताई जा रही ह िक एकदम अलग िक की काय सित स आए कमचारयो को एक साथ लाना िकतना मल भरा हो

सकता ह ोिक इस मामल म उादन करन वाली और िवपणन करन वाली कपिनयो का िवलय होना ह

कछ लोगो न यह दावा भी िकया ह िक कपिनयो क बड़ आकार क कारण होन वाल सभािवत फायद बढ़ा-चढ़ाकर बताए गए ह उोन

चतावनी भी दी ह िक घा कम होन का नकसान उपभोाओ को ही उठाना पड़गा कदम आग बढ़ात समय सरकार को इन बातो की

िचता करनी चािहए यह तक काफी नही होगा िक इस सौद स सरकार क वािषक िविनवश ल का बड़ा िहा परा हो जाएगा

बचाए बद-बद पानी Recent News फतहाबाद म जन-ा िवभाग क एक छोट कदम न दसरो को भी नई राह िदखाई ह जना िवभाग न पयजल क सकट स िनपटन क

िलए पानी बचान की मिहम चलाई

इसक िलए खल नलो स थ बह रह पानी को बचान क िलए गावो म टिटया लगानी श कर दी

इसक अलावा बो क माम स गावो म पानी बचान क ित जागकता अिभयान चलाया गया

सिवस शन पर पयजल का इमाल करन वालो क कनन काट िदए गए Resulting effect

इसका नतीजा यह आ िक लोगो म जागकता बढ़ी अब ितिदन 90 लाख लीटर पानी बचाया जा रहा ह एक ओर पानी क िलए म

ािहमाम मचा था अितर पयजल आपित क िलए भजल का दोहन भी िकया जाता ह लिकन फतहाबाद का यह योग नई राह खोल गया

Declining Underground दश म भजल र तजी स घट रहा ह ऐस म िपछल तीस सालो म तजी स जलर नीच चला गया और कई ो म तो 10 स 15 तक

िगरावट दज ई ह

दिणी व पिमी हरयाणा म खासतौर पर थित बत भीषण ह किष काय क िलए तजी स छह लाख नलकप भजल का दोहन करन म

जट ह

जहा पानी थोड़ा बचा भी ह तो इमाल क लायक नही ह जल ससाधन सीिमत ह और ऐस म जल बचान क अलावा कोई िवक नही

ऐस म रवाड़ी महगढ़ क अलावा िभवानी रोहतक क साथ-साथ िसरसा व फतहाबाद समत 13 िजलो म थित काफी िवकट ह Need for Water Campaign

पानी बचान क िलए ापक मिहम तरत चलाए जान की आवकता ह लिकन न जन सगठन सिय ह और न आमजन इसक ित

जागक ह यही वजह ह पानी बचान क िलए कोई तयारी कही नही हो पा रही ऐस समय म फतहाबाद म उठाया गया यह छोटा कदम

हम सचत कर रहा ह ऐस ही यास अ िजलो म भी होन चािहए इसक अलावा जल सरण क िलए वाटर हावग व सीवज को साफ

कर गर पयजल काय म इमाल कर सकत ह एक साथ कदम बढ़ाकर हम थित म बड़ा बदलाव ला सकत ह

परवहन की जीवन रखा बन जलमाग Amar_Ujala Some Facts इस समय कल घरल माल ढलाई म तटीय नौवहन और जलमाग का िहा छह फीसदी मा ह जबिक करीब 54 फीसदी ढलाई सड़क

माग स 33 फीसदी ढलाई रल स और सात फीसदी ढलाई पाइपलाइन स होती ह

जलमाग कभी भारतीय परवहन की जीवन रखा आ करत थ पर बीती एक शताी म भारत म जल परवहन बहद उपित होता

चला गया

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Recent Context

हाल ही म जहाजरानी मालय न सागरमाला परयोजना क तहत तटीय नौवहन एव जलमाग स ढलाई 2025 तक बढ़ाकर दोगना करन का

ल पश िकया ह

Challenges ahead मगर कल घरल माल ढलाई म जल परवहन क मौजदा छह फीसदी िह को 2025 तक बढ़ाकर 12 फीसदी करन का ल आसान नही ह

यह ल हािसल करन क िलए रा ीय जलमाग कानन क तहत 111 नए नदी माग को रा ीय जलमाग क प म िवकिसत िकए जान की

योजना बनाई गई ह

Natural advantages but still lacking भारत क पास 7500 िकलोमीटर तटीय ह जबिक 14500 िकलोमीटर नदी माग ह इस िवशाल नदी माग पर हमशा बहती रहन वाली

निदयो झीलो और बकवाटस का उपहार भी िमला आ ह लिकन हम इसका उपयोग नही कर सक और समय क साथ इनकी मता बरी

तरह भािवत ई

Advantage of water Transport एक हॉस पावर श की ऊजा स पानी म चार टन माल ढोया जा सकता ह जबिक इसस सड़क माग पर 150 िकलो और रल माग

स 500 िकलो माल ही ढोया जा सकता ह

जल माग स माल ढलाई स परवहन लागत भी घटती ह यही कारण ह िक यरोप अमरका चीन तथा बाादश म काफी माा म माल

की ढलाई अतदशीय जल परवहन त स हो रही ह यरोप क कई दश आपस म इसी साधन स बत मजबती स जड़ ह

हमार दश क अिधकाश िबजलीघर कोयल की कमी स परशान रहत ह सड़क और रल परवहन स समय पर कोयला िबजलीघरो तक

नही पच पाता ऐस म अतदशीय जलमाग ारा कोयला ढलाई की िनयिमत व िकफायती सभावनाए ह

What needs to be done अब दश म निदयो की कित और उनक गहर उथल पानी गाद को िनरतर बहाव क अलावा जगह-जगह बन पीपा पल तथा अ

समाओ पर भी ान दना होगा साथ ही वािणक जल परवहन का बिनयादी ढाचा तयार करन म भारी-भरकम िनवश क बध पर

ान दना होगा

इस म सवाओ की दता और गणवा म सधार करन क िलए भी काफी ससाधन जरी ह

सरकार न अगल पाच वष म जलमाग क िवकास क िलए 50 हजार करोड़ पय खच करन क सकत िदए ह लिकन िनजी स अगल

पाच वष म जल परवहन क िलए इसस पाच गना िनवश की उीद की गई ह इसकी भी वधािनक वथा सिनित करनी होगी िक

िविभ नदी तटीय इलाको क कारखान तथा अ उपम अपनी माल ढलाई म एक खास िहा जलमाग को द

माल ढलाई क िलए जलमाग उपयोग करन वालो को कछ सडी भी दी जानी चािहए इसस अतदशीय जल परवहन और तटीय

जहाजरानी दोनो को बढ़ावा िमलगा स म परवहन होगा और इन सगठनो का आधार मजबत होगा

िव वष म बदलाव(asked in interview and mains) Recent news िव मी अण जटली लोकसभा को सिचत िकया िक सरकार िव वष को जनवरी स िदसबर म तील करन पर िवचार कर रही ह इस

सबध म सरकार की सबस मख दलील यह ह िक वह क ीय बजट और दिण पिम मॉनसन को जोडऩा चाहती ह

एक तक यह भी ह िक बजट को किष आय हािसल होन क ताल बाद तयार िकया जाना चािहए ोिक यह आय भारत जस दश म एक

बड़ी आबादी क िलए बत मायन रखती ह बजट को फरवरी म पश करन पर भी मॉनसन क बार म सही अनमान नही लगाया जा सका

और इसिलए ससाधनो क आवटन का औिच भी सािबत नही आ

दसरी दलील का सबध काम क मौसम और धन क इमाल स ह चिक िविनमाण का अिधकाश काम मॉनसन की अविध क बाद होता ह

इसिलए इस सबध म आविटत धनरािश का कोई इमाल नही हो पाता ह

लोलआब यह िक बजट त करन का व कछ ऐसा ह िक ससाधनो क आवटन और उनक इमाल म तारत नही बन पा रहा

य दलील सन 1970 और 1980 क दशक की परानी दलील ह लिकन दश की अथवथा क बदलत ढाच की बदौलत समय बीतन क

साथ उनका औिच भी खो चका ह

Point In opposition उदाहरण क िलए जहा तक किष पर मॉनसन क असर की बात ह तो यह बात ान रखन लायक ह िक मॉनसन स सीध भािवत होन

वाली फसलो की दश क सकल घरल उाद म बमल 11फीसदी की िहदारी ह

इतना ही नही थानीय परथितयो क मतािबक फड क इमाल म मालयीन र पर आसानी स तीली लाई जा सकती ह और इसक

िलए िव वष म कोई बदलाव लान की जरत नही

वही दसरा पहल यह ह िक िव वष म बदलाव लान स दश की अथवथा म लनदन की लागत बढ़ जाएगी इतना ही नही दश की लगभग

तमाम अहम आिथक सथाओ को अपनी लखा वथा म बदलाव करना होगा इसस न कवल अनपालन की लागत म बढ़ोतरी होगी ब

इसक चलत एक और िवसगित पदा होगी जबिक उसस बचा जा सकता था दश न हाल ही म इड-एस नामक एक नया लखा मानक अपनाया

ह इस बीच व एव सवा कर वथा क लाग होन स भी महपण उथलपथल मची ह आखरी बात यह िक एक नई िव वष वथा लाग

करन स मौजदा वहद आिथक आकड़ो की समझ और अिधक उलझाऊ होती जाएगी पहल ही इस मोच पर बत म ह

एक नया िव वष तब सही होता जबिक इसक लाभ बत अिधक होत चिक इन लाभ क बार म कोई iuml जानकारी नही ह इसिलए सरकार

का ान अथवथा की थित द करन पर होना चािहए बजाय िक एक और उथलपथल मचान वाला बदलाव लान क

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िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए कदम Various steps amp schemes by Indian government to increase farmers income सरकार िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए अऩक कदम उठा रही ह इनमः-

सॉयल ह काड (एसएचसी) योजना िजसस िकसान अपनी िमी म उपल बड़ और छोट पोषक तो का पता लगा सक

त ह इसस उवरको का उिचत योग करन और िमी की उवरता सधारन म मदद िमलगी

नीम कोिटग वाल यरया (Neem Coated

Urea) को बढ़ावा िदया गया ह तािक यरया क इमाल को िनयित िकया जा सक फसल क िलए इसकी उपलता बढ़ाई जा स

क और उवरक की लागत कम की जा सकघरल तौर पर िनिमत और आयाितत यरया की सपण माा अब नीम कोिटग वाली ह

परपरागत किष िवकास योजना (पीकवीवाई) को लाग िकया जा रहा ह तािक दश म जव किष को बढ़ावा िमल सक इसस

िमी की सहत और जव पदाथ तो को सधारन तथा िकसानो की आमदनी बढ़ान म मददिमलगी

धानमी किष िसचाई (पीएमकएसवाई) योजना को लाग िकया जा रहा ह तािक िसचाई वाल को बढ़ाया जा सक िजसम

िकसी भी सरत म िसचाई की वथा हो पानी की बबादी कम हो पानी का बहतर इमाल िकयाजा सक

रा ीय किष िवपणन योजना (ई-एनएएम) की शआत 14042016 को की गई थी इस योजना स रा ीय र पर ई-

िवपणन मच की शआत हो सकगी और ऐसा बिनयादी ढाचा तयार होगा िजसस दश क 585 िनयिमत बाजारो म माच 2018 तक

ई-िवपणन की सिवधा हो सकगी अब तक 13 राो क 455 बाजारो को ई-

एनएएम स जोड़ा गया ह यह नवाचार िवपणन िया बहतर म िदलान पारदिशता लान और ितधा कायमकरन म मदद

करगी िजसस िकसानो को अपन उादो क िलए बहतर पारिमक िमल सकगा और lsquoएक रा एक बाजारrsquo की िदशा म आग ब

ढ़ा जा सकगा

धानमी फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) को खरीफ मौसम 2016 स लाग िकया गया और यह कम ीिमयम पर िक

सानो क िलए उपल ह इस योजना स कछ मामलो म कटाई क बाद क जोखमो सिहत फसलच क सभी चरणो क िलए बीमा

सरा दान की जाएगी

रा ीय किष िवकास योजना (RKVY) को सरकार उनकी जरतो क मतािबक राो म लाग कर सकगी िजसक िलए रा

म उादन और उादकता बढ़ान पर िवशष ान दना जरी ह राो को उऩकी जरतो ाथिमकताओ और किष-

जलवाय जरतो क अनसार योजना क अतगत परयोजनाओकायमो क चयन योजना की मजरी और उह अमल म लान क

िलए लचीलापन और या दान की गई ह

1 रा ीय खा सरा िमशन (एनएफएसएम) क ायोिजत योजना क अतगत 29 राो क 638 िजलो म एनएफएसएम दाल

25 राो क 194 िजलो म एनएफएसएम चावल

11 राो क 126 िजलो म एनएफएसएम ग औरदश क 28 राो क 265 िजलो म एनएफएसएम मोटा अनाज लाग की गई ह तािक

चावल ग दालो मोट अऩाजो क उादन और उादकता को बढ़ाया जा सक एनएफएसएम क अतगत िकसानो को बीजो क िवतर

ण(एचवाईवीहाईिड) बीजो क उादन (कवल दालो क) आईएनएम और आईपीएम तकनीको ससाधन सरण ौोिगकीयोउपक

णो भावी जल योग साधन फसल णाली जो िकसानो को िशण दन पर आधारत ह को लागिकया जा रहा ह

2 रा ीय ितलहन और तल (एनएमओओपी) िमशन कायम 2014-

15 स लाग ह इसका उ खा तलो की घरल जरत को परा करन क िलए ितलहनो का उादन और उादकता को बढ़ाना ह

इस िमशन की िविभकायमो को रा किषबागवानी िवभाग क जरय लाग िकया जा रहा ह

3 बागवानी क समत िवकास क िलए िमशन (एमआईडीएच) क ायोिजत योजना फलो सयो क जड़ और क फसलो म

शम मसालो फलो सगध वाल वनितनारयल काज कोको और बास सिहत बागवानी कसम िवकास क िलए 2014-

15 स लाग ह इस िमशन म ऱा ीय बागवानी िमशन पवर और िहमालयी राो क िलए बागवानी िमशन रा ीय बागवानी बोड नार

यल िवकास बोड और बागवानी क िलए कीय सथान नागालड कोशािमल कर िदया गया ह

िकसानो की आमदनी बढ़ान क िलए अय कदम इस कार हः-

सरकार न किष उाद और पशधन िवपणन (सवधन और सरलीकरण) अिधिनयम 2017 को तयार िकया िजस राो क सब अिधिनय

मो क जरय उनक ारा अपनान क िलए 24042017 को जारी कर िदया गया यह अिधिनयमिनजी बाजारो िवपणन िकसान उप

भोा बाजारो िवशष व बाजारो सिहत वतमान एपीएमसी िनयिमत बाजार क अलावा वकक बाजारो का िवक दान करता ह ता

िक उादक और खरीददार क बीच िबचौिलयो कीसा कम की जा सक और उपभोा क पए म िकसान का िहा बढ़ सक

सरकार नतम समथन म क अतगत ग और धान की खरीद करती ह सरकार न राो सघ शािसत दशो क अनरोध पर किष औ

र बागवानी स जड़ी उन वओ की खरीद क िलए बाजार हाप योजना लाग की ह जो यनतमसमथन म योजना क अतगत शािमल

नही ह बाजार हाप योजना इन फसलो की पदावार करन वालो को सरण दान करन क िलए लाग की गई ह तािक वह अी फस

ल होन पर मजबरी म कम दाम पर अपनी फसलो को नबच

नतम समथन म खरीफ और रबी दोनो तरह की फसलो क िलए अिधसिचत होता ह जो किष आयोग की लागत और मो क बार म

िसफारशो पर आधारत होता ह आयोग फसलो की लागत क बार म आकड एक करक उनकीिवषण करता ह और नतम समथ

न म की िसफारश करता ह दश म दालो और ितलहनो की फसलो को ोाहन दन क िलए सरकार न नतम समथन म क ऊप

र खरीफ 2017-

18 क िलए बोनस की घोषणा की हसरकार न िपछल वष भी दालो और ितलहनो क मामल म नतम समथन म क ऊपर बोनस दन

की पशकश की थी

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नई तकनीक का डर पर ड ाइवरलस कार क सरकार नही चाहती िक दश की सड़को पर ड ाइवरलस कार दौड़ क ीय परवहन मी न साफ कहा िक ऑटोमोबाइल कपिनयो को भार

त म िबना ड ाइवर वाली कार उतारन की इजाजत नही दीजाएगी उोन कहा िक ऐसी कार आन स भारत म ट ासपोट सर स जड़ करीब 22

लाख लोग बरोजगार हो जाएग

एक तरफ तो सरकार भारत को िवकिसत दश बनान का सपना िदखा रही ह दसरी तरफ एक आधिनक तकनीक का राा रोक रही ह

हम नही भलना चािहए िक नए आिवारो नई तकनीको को साहस क साथ अपनाकर ही मानव सता न लबी छलाग लगाई ह

आज हम वािनक िवकास क िजस र तक पच चक ह वहा स आग ही बढ़ा जा सकता ह पीछ नही लौटा जा सकता कोई भी नई त

कनीक आती ह तो वह थोड़ी उथल-पथल मचाती हताािलक प स ऐसा लगता ह िक उसकी वजह स नकसान हो रहा ह मगर धीर-

धीर समाज उस अपना लता ह और उसक साथ सहज हो जाता ह िफर नई तकनीक कई नए रा भी खोलतीह वह अपन साथ अनक

अवसर लकर आती ह तो इस तरह िजतना नकसान होता ह उसकी भरपाई भी हो जाती ह

Need to take lesson from Computerisation जब भारत म कटरीकरण की शआत ई थी तो एक तबक न इसका िवरोध िकया और कहा िक इसक कारण बरोजगारी बढ़गी लिकन आ

ज कटर क बगर जीवन की कना असभव ह यहरोजगार का एक बड़ा साधन बना आ ह

जहा तक ड ाइवरलस कारो की बात ह तो दिनया भर क ऑटोमोबाइल िवशषो न बत सोच-

समझकर इस पर काम करन का फसला िकया ह

उनका मानना ह िक इसस कई समाए हल हो सकती ह सबस पहल तो इसस ड ाइिवग क तनाव स म िमलगी

अपनी याा क समय का उपयोग पढ़न-

िलखन जरी बात करन या मनोरजन करन म कर सकता ह 90 फीसदी दघटनाए मानवीय भल क कारण होती ह ड ाइवरलस कार द

घटनाओ मकमी ला सकती ह व सड़क जाम स भी म िदलाएगी Invention in this direction सबस पहल गगल न चालक रिहत कारो का परीण श िकया था लिकन अब टा मोटस जीएम और फोड जसी कपिनया इस िदशा म आ

ग आ रही ह हाल म ही इस दौड़ म उबर भी शािमल होगई ह भारत की िदज आईटी कपनी इोिसस न िपछल िदनो एक ड ाइवरलस कार

बनाई अमरकी िवशषो क अनसार करीब आठ साल क भीतर ऐसी कारो की िबी श हो जाएगी जािहरह भिव चालक रिहत कार

का ही ह ऐस म भारत हाथ पर हाथ धर बठा रह यह ठीक नही होगा हम इस कारण भी इस दौड़ स बाहर नही रह सकत िक हमार पास इ

ा र की कमी ह हमएक बहतर और मजबत सड़क ढाचा तयार करना चािहए ड ाइवरलस कारो को लकर सरकार अपन िनणय पर िफ

र स िवचार कर

िबना रोजगार का कौशल इन िदनो कई कौशल परषद फशन म ह-किष सौदय एव तदी स सबिधत बीएफएसआई पजीगत वए िनमाण र एव

जवर चमड़ा मीिडया रटिलग एव दरसचार आिद यिद गहराई म पड़ताल कर ग तो पाएग िक कई पाम ऐस ह िजनम रोजगार

सजन या नौकरी की गारटी कही नही ह

Are they really giving Jobs मालय क अनसार अब तक बीस लाख यवाओ को कौशल िवकास कायम क तहत िशित िकया गया ह लिकन बरोजगारी दर

कही यह सकत नही दती िक य लोग कायबल का िहा बन गए ह

इस कायम क तहत िजस तरह क कौशल का िशण िदया जाता ह समा उसी म ह

उदाहरण क िलए बाड़ बाधन मचान बाधन और सहायक बढ़ई क कोस को दख सकत ह िजनक तहत कौशल िवकास म ऐसा कछ नही

जोड़ा जाता िजसस कोई रोजगार ा कर सकता हखासकर ऐस व म जब िनमाण एव रयल एट म मदी चल रही ह

इसी तरह ा सवा क म लब टिशयन क कौशल की कोई भिमका नही ह िजसस िकसी को रोजगार िमल

इन दोनो पामो म मौिलक दोष ह और गणवापण िशण कछ ही क ो पर िदया जाता ह सभवतः कौशल िवकास परषद को उन

पामो को िनधारत करन म सम नही बनाया गया हिजनका रोजगार स सीधा सबध ह यह धानमी कौशल िवकास योजना क सजन

क कारण भी हो सकता ह िजसम यवाओ को य ही कोई रोजगार श करन पर मा ऋण योजना क तहत मदद दी जाती ह इसी तरह

पीएमकवीवाई क तहत नामािकत यवाओ की अिनवाय आधार सा को सािपत करन म एनएसडीसी सम नही ह जािहर ह उन आकड़ो

पर सदह होता ह जो दाखला लन वालो सफलतापवक कोस परा करन और माणप हािसल करन वाल छाो की सा दशात ह

What needs to be done उोगो को िकस तरह क कौशल की तलाश ह और उोग म कशल यवाओ की िकतनी कमी ह िजस भरन की जरत ह यह सब जानन

क िलए प स कौशल िवकास म उोग की सहभािगता जरी ह इसस न कवल िनयोाओ को सही ितभा ढढन म मदद

िमलगी ब रोजगार की तलाश करन वाल छाो को भी मदद िमलगी और उन कौशलो का िवकास होगा िजसकी माग उोगो म ह

PMKVY (Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojanaa) amp no gurantee of jobs मनरगा रोजगार गारटी मॉडल क प म परभािषत ह इसक िवपरीत पीएमकवीवाई ऐसी कोई गारटी नही दता और कौशल िवकास का

माणप पान क बाद भी इसकी कोई गारटी नही ह िक आपको रोजगार िमलगा

जब तक एनएसडीसी भावी कमचारयो क िलए िशण क क प म काय नही करगा और सभािवत िनयोाओ क िलए यो

कमचारी की तलाश का क नही बनगा कौशल िवकास कायम काफी हद तक अपाओ पर खरा नही उतर पाएगा

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कछ वष पहल कर आकलन करन वाल लोगो की आवकता क मनजर सरकार न टीआरपीएस (कर रटन तयार करन वाल) कोस

श िकया था जो यह माणप पान वालो को रोजगार सिनित करता था यह हालािक मौसमी रोजगार था लिकन कई यो लोगो न

अपनी अ िवीय सवा कौशल बढ़ान म इसका इमाल िकया

Reform required in PMKVY जब तक पीएमकवीवाई नौकरी की गारटी नही दता इसम असमानता बनी रहगी ोिक कछ पामो म िशण लन वालो की सा

असाधारण प स ादा होगी तो कछ कोस म दाखल क िलए लोगो को खोजना पड़गा अभी कई कौशल िवकास क कौशल िवकास

कायम स लाभ कमा रह ह िफलहाल मालय पीएमकवीवाई म जरी बिनयादी ढाच को बढ़ा रहा ह लिकन जब तक इस यास क लाभ

या सफलता को परखन क िलए प स गणवा क ऑिडट की वथा नही होगी हम बस कवल उन नरो को िवकिसत िकए जान की

उीद कर सकत ह िजनका िशण लन वाल नही या बत कम ह इसक भावी ढग का ा यह मतलब ह िक कौशल िवकास क तहत

वस कोस होग जो अ म ह लिकन इ रोजगार स नही जोड़ा जाएगा ऐस म एक नरमद यो होन का एक गलत अथ

िनकालगा और बरोजगार ही रहगा िजस थित म वह आज ह

खसक रही सावजिनक बको की ज़मीन Recent context सविविदत ह िक सरकारी बको की हालत खा ह इ पनजिवत करन को सरकार छोट सावजिनक बको का बड़ सावजिनक बको क साथ

िवलय करन पर िवचार कर रही ह बड़ बको की कायकशलता अी होन स इनक ारा छोट बको को पनजिवत िकया जा सकता ह लिकन

बड़ बको क सामन य खतरा मडरा रहा ह वाव म दश क बिकग सर का मल चर ही बदलता जा रहा ह

Falling growth of Credit इकानोिमक ोथ म अब िडट की भिमका ही िसकड़ती जा रही ह वष 2015 म हमार सण बिकग

सर ारा िदए गए लोन म 106 ितशत की व ई थी वष 2016 म यह व घट कर 51 ितशत रह गई ह यानी कल लोन बढ़ रह

ह पर बढ़त की गित कम होती जा रही ह जस कार का एीलटर हा होता जा रहा ह इस थित म ाभािवक ह िक कमजोर बक

दबाव म शी आएग जस अकाल क समय छोट िकसान पहल भािवत होत ह

Why this shrink लोन की माग कम होन का मख कारण ह िक अथवथा का इजन सवा हो गया ह इस म सावयर होटल ट ासपोट िशा

ा आिद सवाए आती ह िजनम कपड़ अथवा सी जसी चीजो का उादन नही होता ह बीत 5 वष म सवा म 51 ितशत की ोथ

ई जबिक मफरग म 32 ितशत की ऐितहािसक तौर पर दखा जाए तो सवा का दबदबा बढ़ता जा रहा ह सवाओ क ापार म

लोन की जरत कम पड़ती ह जस सॉवयर क िनमाण म 25000 पए क एक कटर स वष म 10-20 लाख पए क सॉवयर का

उादन िकया जा सकता ह अथवा एक कटर स वष म लगभग 3-4 लाख पए क आनलाइन शन िदए जा सकत ह तलना म

मफरग म जमीन फरी शड तथा मशीन म भारी िनवश की जरत पड़ती ह इसिलए मफरग सर क िफसलन क साथ-साथ

लोन की माग कम होती जा रही ह हमारी बिकग वथा क दबाव म आन का यह मख कारण िदखता ह

Bond Market बाड माक ट का िवार ह कपिनयो ारा वतमान म भारी माा म बाड जारी िकए जा रह ह बाड जारी करन को

कपनी ारा अपनी ापट को रिज ार आफ कपनी म िगरवी रखा जाता ह िगरवी रखी गई ापट क सामन कपनी ारा फटकर

िनवशको को बाड जारी िकए जात ह िकसी िवशष थित म कपनी अगर डब गई तो सरकार ारा िगरवी ापट की नीलामी करक

िनवशक को उनकी रकम लौटान की वथा रहती ह इसस खदरा िनवशक सरित महसस करत ह और बाड खरीदत ह इस िया

म कपनी ारा ाज की सण रकम िनवशक को िमलती ह बको क माम स लोन लन म भी मल प स यही िया अपनाई जाती

ह कपनी ारा अपनी ापट का बक क पास िगरवी रख िदया जाता ह इस ापट क सामन बक लोन दता ह कपनी को लोन दन क

िलए बक ारा खदरा िनवशको स िफ िडपािजट म रकम ली जाती ह लोन दन वाल खदरा िनवशक तथा लोन लन वाली कपनी क

बीच बक िबचोिलय की भिमका िनभाता ह जस बक ारा 7 ितशत ित वष की दर स खदरा िनवशक स रकम ली जाती ह और 12

ितशत की दर स उसी रकम स कपनी को लोन िदया जाता ह बाड तथा बक दोनो ही तरह स खदरा िनवशक ारा ही िनवश की गई

रकम को कपनी तक पचाया जाता ह

बीत समय म बाड क माक ट का िवकास हो जान क कारण कपिनया बाड क माम स सीध खदरा िनवशक स लोन ादा ल रही ह

कपनी 10 ितशत की दर स बाड जारी करती ह तो खदरा िनवशक को 10 ितशत का ाज िमलता ह बक को कमीशन नही िमलता

ह बको का धधा मद पड़ गया ह बीत 4 वष म कल लोन म बको का िहा 45 ितशत स घट कर 22 ितशत रह गया ह जबिक बाड

का िहा 22 ितशत स बढ़कर 33 ितशत हो गया ह वतमान समय म बको क खाहाल होन का यह दसरा कारण ह

Is Bank management a problem for PSU banks हमार सावजिनक बको की मल समा बन आिद की नही ह मलप स बको की जमीन ही खसक गई ह सावजिनक बको म इसक

अितर कबन एव ाचार की भी समा ह छोट सावजिनक बको का बड़ सावजिनक बको म िवलय स छोट बको म ा कबन

की समा का कछ िनदान हो सकता ह पर बको की जमीन क खसकन स उ मल समा का समाधान िवलय स हािसल नही हो

सकता ह

बाड जारी करन की िया पचीदी होती ह इस बड़ी कपिनयो ारा ही अपनाया जा सकता ह खदरा िनवशको म भरोसा बनान क िलए भारी

एडवटाइज़मट दन होत ह एव रोड शो करन होत ह इसिलए छोटी कपिनयो को बको पर ही िनभर रहना होता ह लिकन बीत समय म

सरकार ारा लाग की गई नीितयो न छोट उोगो को प कर िदया ह सरकार का यास ह िक मक इन इिडया जसी योजनाओ क तहत बड़

आधिनक एव आटोमिटक मशीनो का उपयोग करन वाल उोगो को बढ़ावा िदया जाए फलप छोट उोगो को िमल रहा सरण कम हो

गया ह इसक बाद नोटबदी क कारण इनक ाहक ल हो गए अब जीएसटी की जिटल वथा इनक िलए अिभशाप बन गई ह इस कारण

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छोट उोगो ारा लोन कम ही िलए जा रह ह बड़ उोग बाड माक ट क चलत बको क हाथ स िफसल गए ह छोट उोग य मताय हो रह

ह अतः सवा एव मफरग दोनो ो म बको का धधा कमजोर पड़ रहा ह बचता ह खपत का जस कार अथवा मकान क िलए िदए

गए लोन यह अभी भी जीिवत ह पर दश की आिथक िवकास दर म िगरावट आनक कारण आम आदमी की य श घट रही ह और

यह भी दबाव म ह

Concluding mark बक इस समय चारो तरफ स िघर ए ह दश की अथवथा का इजन सवा हो गया ह िजस लोन की जरत कम ह बड़ उोग सीध

बाड क माम स पजी उठा रह ह छोट उोग प ह और इनकी लोन लन की मता ही नही रह गई ह िवकास दर म िगरावट आन स

खपत क िलए कम ही लोन िदए जा रह ह ऊपर स सावजिनक बको म कबधन एव ाचार ा ह इस थित म सरकार को दो कदम

उठान चािहए छोटी मफरग एव सवा की इकाइयो को सरण दना चािहए मक इन इिडया को छोट उोगो की तरफ मोड़ना

चािहए साथ-साथ सावजिनक बको का िनजीकरण कर दना चािहए इनका डबना िनित ह डबन स पहल इनकी िबी कर दनी चािहए जस

चतर दकानदार एपायरी क पहल दवा को बच दता ह

ऊजा सरा पर ान स भारत होगा बलवान भारत ऊजा क म एक बड़ी ताकत बनकर उभर सकता ह लिकन इसक िलए िवशष यासो की जरत होगी कछ समय पहल तक भारत

विक र पर ऊजा क म एक छोटा खलाड़ी आ करता था लिकन इस कहानी म बड़ी तजी स बदलाव हो रहा ह भारत अतीत म भी

जीवा ईधनो क िलए आयात पर ही िनभर ह इसका नतीजा यह आ िक भारत हमशा विक तल बाजार म झटक आन की सरत म पडऩ

वाल आिथक बोझ को लकर िचितत रहा करता था ईरान की ाित क बाद पय का अवमन हो गया था और 1980 क दशक म ईरान-

इराक य क चलत भारत को तल उादो की कमी का सामना करना पड़ा था पहल खाड़ी य न भारत को महग दाम पर पट ोिलयम उाद

खरीदन क िलए मजबर िकया था वष 1996 म ए कद गहय न भी भारत क चाल खात म तगड़ी चोट पचाई थी दसर खाड़ी य क बाद

भी भारत म ईधन क दाम बढ़ गए थ भारतीय ऊजा क िलए य घटनाए बड़ी िसरदद सािबत ई थी लिकन विक बाजार म भारत की

थित मामली र पर ही बनी ई थी

हालािक वष 2030 तक दिनया भर म होन वाल दिनक तल कारोबार म भारत की िहदारी 125 फीसदी क र तक पच जाएगी जो

2014 म महज 74 फीसदी थी

दिनया की बड़ी अथवथाओ म भारत म ऊजा की माग सबस तज गित स बढऩ का अनमान ह इस तरह भारत न तो ऊजा उादो

की कीमत तय करन की थित म होगा और न ही उसकी भिमका नग ही होगी

21वी सदी क विक ऊजा बाजार म भारत की भिमका काफी कछ वसी ही होगी जसी 20वी सदी क दसर िह म यरोप की होती थी

इसका मतलब ह िक भारत एक बड़ी ऊजा श क प म भल ही तील हो जाएगा लिकन वह वचकारी भिमका म नही होगा

How global powers changing policies मख अथवथाओ न अपनी ऊजा सरा को रा ीय पर म पनपरभािषत िकया ह

अमरकी ऊजा तता एव सरा अिधिनयम 2007 न नवीकरणीय ईधनो क ोाहन उपभोा सरण और ऊजा समता म िनवश

क अलावा ऊजा तता सिनित करन पर जोर िदया गया था

िपछल दशक म जीवा ईधन एव गस क िवार क साथ अमरका म ऊजा पर बड़ी तजी स बदला ह फकिशमा परमाण सय म

ए हादस क बाद जापान न भी वष 2014 म अपनी चौथी रणनीितक ऊजा योजना पश की थी िजसम ऊजा समता बढ़ान क साथ

श-उजन र वाली ऊजा का उादन दोगना करन और ऊजा क मामल म आ-िनभरता को 2030 तक दोगना करन का ल

रखा गया था

चीन की 12वी पचवषय योजना म घरल र पर ऊजा उादन बढ़ान क साथ ही ऊजा आपित क ोतो और आयात माग का

िविवधीकरण करन का िज िकया गया था अतररा ीय ऊजा एजसी (आईईए) चाहती ह िक उसक सद दश सीिमत अविध क साथ ही

लबी अविध क िलए भी अपनी ऊजा सरा पर ान द

Reducing importance of Import दिनया क मख दश अब ऊजा जरतो क िलए िवदशी आपित पर कम िनभरता चाहत ह और उ यह भी समझ आ गया ह िक ऊजा

तता स ऊजा सरा अलग ह

भारत क िलए ऊजा सरा का मतलब ह िक महपण ऊजा ससाधन उस समिचत माा म और िकफायती एव अनमािनत कीमत पर

उपल हो उनकी आपित म वधान का कम-स-कम जोखम हो और वतमान एव आस खतरो क मनजर पयावरण एव भावी

पीिढय़ो क िलए ऊजा सपोषणीयता भी सिनित की जा सक

लिकन ऊजा हालात पर नजर रखन क िलए कोई विक ऊजा सगठन नही ह विक ऊजा शासन बटा आ ह और ाय असगत भी

होता ह

एक बड़ी ऊजा श होन क नात एक ियाशील िवसनीय और पारदश ऊजा बाजार का होना उसक रा ीय िहत म ह इसिलए

भारत को एक ऐसा मच तयार करन की कोिशश करनी चािहए जो ऊजा सरा को पनपरभािषत करन और विक ऊजा शासन को नया

ढाचा दन क बार म सवाद का जरया बन सक इसकी कई कारण ह

पहला ऊजा जगत का प अब 1970 क दशक म पदा ए तल सकट स काफी अलहदा नजर आता ह आक िटक म मौजद

िवशाल ससाधनो पर िनयण की होड़ तल बाजार म उठापटक गस का अिनित भिव िन-काबन र वाली ऊजा की तरफ झान

बढऩ या नािभकीय सरा को लकर िचताए बढऩ जस नए म अब अहम हो चक ह जहा ऊजा पर कटनीितक सवाद अब भी काफी हद

तक ऊजा सरा क बार म सकीण परभाषा तक सीिमत ह वही इन उभरत झानो पर चचा वािनक एव तकनीकी-आिथक सवाद म ही

उलझी ई ह अतररा ीय ऊजा स सबिधत राजनीितक अथशा पर बत कम चचा होती ह इसक बार म समझ तो और भी कम ह

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दसरा अतररा ीय ऊजा क गितशील िव की ाा क िलए जरी िसातो अवधारणाओ और ढाचो की अनपथित को सवाद की

कमी क िलए िजदार बताया जा सकता ह इन मो पर होन वाली चचाओ पर वतमान िवकिसत दशो की िचताओ का सीधा भाव नजर

आता ह इसम उदीयमान अथवथाओ क सम उ खतरो और अवसरो का कोई िज नही होता ह जबिक ऊजा की माग तो इी

दशो स आएगी िवकासशील दश ही ऊजा म नवाचार को ोािहत कर ग और ऊजा ापार एव िनवश क पटन को आकार दग

इसस भी अिधक अहम बात यह ह िक ऊजा नीित और जलवाय नीित को एक साथ समािहत करन का कोई भी साझा सदभ नजर नही आ

रहा ह और अगर िदखता भी ह तो वह िवखिडत ह

तीसरा अतररा ीय सबधो क कई जानकार और पशवर अब भी दिनया को दश-क ित वथा क ही प म दखत ह रा - राो को

कटनीितक तरीको या स हप क माम स अपना भाव कायम करन वाल ाथिमक अिभकता क तौर पर दखा जाता ह ऊजा

जगत काफी जिटल प वाला ह इसम दशो और उनकी तल कपिनयो क साथ बड़ी िनजी कपिनयो कई छोट अषको उपभोा-

नागरक और थानीय ऊजा सहकारी सिमितयो क अलावा िवीय बाजार की भी भिमका होती ह ऐस म दश-क ित विक धारणा क

तहत ऊजा सरा को काफी हद तक िनरथक यास समझा जाता ह इसस ससाधनो का इमाल भावहीन होन क साथ ही हम ऊजा

सबधी शोध एव िवकास िनवश और वािणीकरण क िलए सहकारी ढाचा तयार करन क अवसर भी गवा बठत ह

चौथा अभी तक ऊजा णाली क सम उ हो रह नए खतरो क बार म अिधक चचा नही की गई ह इन खतरो म ऊजा क आधारभत

ढाच क िलए जलवाय जोखम समिकत ऊजा िड और णाली पर साइबर हमल थािपत एव उदीयमान ऊजा कपिनयो क आिथक प

स बठ जान का जोखम और नई ऊजा तकनीको क िलए जरी महपण खिनजो तक पच बािधत होन का जोखम भी शािमल ह

पाचवा िबजली या खाना पकान क आधिनक ईधन तक अब भी अरबो लोगो की पच नही होन स मानव ा आिथक उादकता

और ी-पष असमानता पर काफी बरा असर पड़ता ह िकफायती भरोसमद सपोषणीय आधिनक ऊजा सवाओ तक सभी की पच

अब एक महपण सपोषणीय िवकास ल बन चका ह लिकन िवकास का यह आयाम बड़ ऊजा सथानो आधारभत ढाच और िनवश

क शोर म अर गायब हो जाता ह

Conclusion भारत को अपनी आवाज हािसल करनी होगी अपनी िचताओ को र दना होगा और ऊजा बाजार क राो पर सफर की िदशा खद तय करनी

होगी इसक अलावा भारत को ऊजा पातरण और ऊजा कटनीित को भी तवो दनी होगी इस विक ऊजा शासन क सबध म नए िवचारो

को भी पश करन की जरत ह भारत को ऊजा सरा पर सवाद को भी आग ल जाना चािहए ोिक दसर दश इस िदशा म बढ़ ग

ा मददगार होन क बावजद आिटिफिशयल इटिलजस हम तीसर िव य की तरफ धकल

सकती ह रोबोटो क अपनी ही भाषा म बात श कर दन क चलत फसबक ारा एक योग बीच म ही छोड़ दन क बाद आिटिफिशयल इटिलजस

(एआई) बनाम इसानी बमता क म पर बहस िफर तज हो गयी ह शोधकता यह दखना चाहत थ िक य रोबोट एक दसर स िकतनी अी

तरह सवाद कर सकत ह लिकन योग श होन क थोड़ी ही दर बाद इन रोबोटो न सामा अजी छोड़कर अपनी ही एक भाषा बना ली और

उसम बात करना श कर िदया य भाषा व तो समझ रह थ लिकन बाकी नही इसिलए हड़बड़ाए शोधकताओ न तरत योग बद कर िदया

हाल म अलीबाबा समह क सथापक जक मा न आगाह िकया था िक आन वाल 30 सालो म मशीनो की बमा यानी आिटिफिशयल

इटिलजस इसानी बमता को पछाड़ दगी िजसस दिनया भर म नौकरयो म कमी आ सकती ह उोन कहा ह िक चालन

(ऑटोमशन) क भाव की वजह स सभव ह िक लोगो को िदन म चार घट या ह म चार िदन ही काम करना पड़गा

जक मा का तो यहा तक मानना ह िक आिटिफिशयल इटिलजस तीसर िव य का कारण भी बन सकती ह उोन कहा ह िक जब-जब

तकनीकी ाित ई ह िव य ए ह उनक मतािबक आिटिफिशयल इटिलजस तीसरी तकनीकी ाित ह

कछ महीन पहल महान वािनक ीफन हॉिकग न भी कछ ऐस ही िवचार साझा िकय थ उनक मतािबक़ फयो म ऑटोमशन

लोगो को बरोजगार कर रहा ह और एआई की वजह स बरोज़गारी कई गना बढ़ सकती ह िजसका मम वग पर सबस ादा असर

पड़गा उोन इस lsquoिवसकrsquo तक कहा ह उनक मतािबक़ िसफ भावनाक रचनाक और पयवण (सपर िवज़न) वाली ही नौकरया

इसान कर ग बाकी सब काम एआई क ज़रय ही कर िलए जायग कछ िदन पहल हॉिकग न यह भी कहा था िक आन वाल कछ सौ साल

म य धरती इसानो क रहन लायक नही रह जायगी इसका म कारण इसानी भौितक तरी होगा

वही आिटिफिशयल इटिलजस क सबस बड़ िवरोधी और टा स ए जसी कपनी क चयरमन एलन म का कहना ह िक अगर

इसानो को बदलत समय क साथ ासिगक रहना ह तो इसानी िदमागो को आिटिफिशयल इटिलजस क साथ िमलाना ही होगा दसर शो

म कह तो इसान को अब साईबोग (जिवक और मशीनी योग स बना जीवन) बनना होगा म मानत ह िक कटर एक सकड म एक

लाख करोड़ िबट की गणना कर सकता ह जबिक इसानी िदमाग ित सकड 10 िबट की बकौल म lsquoआन वाल व म जब एआई का

भाव बढ़ जाएगा तब इसानी मताओ का मशीन क साथ योग ही उस ासिगक बनाय रखगा

म की कपनी टा ड ाइवरलस कार बनान क यास म काफी हद तक सफल हो चकी ह गगल भी ऐसी कारो का परीण कर रहा ह

म भी मानत ह आनवाल 20 सालो क भीतर िवभर म 15 स 20 ितशत गािड़या ड ाइवर रिहत हो जायगी िलहाज़ा उतन ही लोग

बरोजगार हो जाएग

एआई मगल ह पर जाकर भी इसान को पकड़ सकती ह

दसरी तरफ़ िवलण ितभा वाल और डीपमाइड कपनी स सह-सथापक 41 वषय डिमस हािबस एआई को बढ़ान की िदशा म

अपना सब कछ दाव पर लगा रह ह डिमस मानत ह िक एआई मगल ह पर जाकर भी इसान को पकड़ सकती ह गगल ारा डीपमाइड

का अिधहण करन स पहल एलन म इसम सबस बड़ िनवशक थ एक इटर म उोन कहा था िक एआई पर होन वाली तरी पर

नज़र रखन क िलए ही उोन इस कपनी म िनवश िकया था

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म और डिमस एक दसर को हरान म लग गए ह उधर गगल फसबक माइोसॉ जसी कपिनया एआई का बड़ पमान पर

इमाल करन लगी ह फसबक जसी सोशल मीिडया कपिनया lsquoबोटसrsquo (एक तरह का कटर जिनत ोगाम जो एआई ही ह) क ज़रय

एक टारगट ऑिडयस तक पच रही ह

इन कपिनयो पर इाम लगाय जा रह ह िक य lsquoबोटसrsquo क ज़रय ामक चार और ग़लत रायशमारी करवा रही ह कछ िदन पहल

फसबक क सथापक माक जकरबग और एलन म म एआई को लकर काफी नोक-झोक भी ई थी मा न एक ोाम म कहा था

िक वो एआई स होन वाल खतरो स दिनया को वािकफ करत रहग पर जब लोग तब तक नही समझग जब तक िक रोबोट गिलयो और

सडको पर कआम न मचा द

जकरबग न इसक तरत बाद बयान जारी िकया था िक एलन मा नाहक ही दिनया को डरा रह ह उोन म को घोर िनराशावादी

तक कह डाला इस पर पलटवार करत ए म न कहा िक जकरबग एआई पर कम समझ रखत ह

डीपमाइड क सह-सथापक शन लग न हाल ही म क़बल िकया ह िक टोलॉजी इसान को िवल करन म सबस बड़ा कारण होगी

यकीन स तो नही कहा जा सकता िक तीसरा िव य होगा की नही पर यह भी भयावह ह िक य धरती कछ सौ सालो म रहन लायक नही

बचगी एक सााार म ीफन हॉिकग कहत ह lsquoसभव ह आन वाल कछ सालो म हम कही तारो क बीच कोई नया दिनया बसा ल पर अभी

तो हमार पास िसफ एक ही ज़मीन ह और इस सब को िमलकर बचाना होगा और इसक िलए हम समाजो और दशो क बीच स दीवार हटानी

होगी हम ससाधनो को कछ हाथो स िनकालकर सबक बीच ल जाकर बाटना होगाrsquo

िनजता की सरा का सवाल

हाल म िजयो क आगमन न यह सभावना जगा दी ह िक इटरनट स लस ाटफोन अब आम आदमी की आसान पच म होगा अगल कछ वष

म हमारी इटरनट पच और गहरान क आसार िदख रहह जो वतमान म कवल 28 फीसद ही ह

िवीय समावश क म भी कछ इसी तरह की पच िपछल कछ वष म दखन को िमली ह िविश पहचान सा अथात आधार क आन स

तो दश क ामीण ो म िवीय समावश म खासीबढ़ोतरी दखन को िमली ह आधार न lsquoअपन ाहक को जानrsquo क तौर-

तरीको म अभतपव बदलाव िकया ह

हर दावज की तीन-तीन ितयो क बजाय ई-कवाइसी क इमाल न बिकग म तमाम बदलाव कर िदए ह ई-

कवाइसी न न कवल कई बाधाओ को कम िकया ह ब उसक कारण कई ऐसलोगो को भी कज सिवधा सलभ हो पाई ह जो पहल उसस व

िचत थ यह भी साफ ह िक िपछल कछ वष म ऑनलाइन भागीदारी और िडिजटल लनदन म भी खासी बढ़ोतरी ई ह खासकर नोटबदी कफ

सल क बाद भारत नट िडजी-

लॉकर और िडिजटल इिडया टफाम की पहल न सरकार की मौजदा नीितयो क िनादन को पारदश बनाया ह

एक तरफ तो अपा लाभािथयो की पहचान करक उ हटाया जा र ह वही दसरी तरफ जन काणकारी योजनाओ म हो रह ाचार प

र भी लगाम लगाई जा रही ह इस सबक बीच समाज क कछ तबक अभी तक आधार को परी तरह ीकार नही कर पाए ह उनम स कछ की ओर स यह िचता जताई

गई ह िक आधार ारा एकित की गई जानकारी कहीिकसी अवाछनीय अथवा सगठन क थ म पड़न का खतरा तो नही ह ऐस

लोग हिकग का भी खतरा जता रह ह ोिक डाटा चोरी की खबर आ रही ह डाटा क इमाल क मामल म एक-

दसर क िवपरीत िवचार ह Debate on Aadhar कई लोगो का यह मानना ह िक आधार को सरकार ारा जबरन थोपा जा र ह तािक वह उन पर नजर रख सक

ऐस लोगो का यह भी तक रहता ह िक आधार होन स आम लोगो को कोई फायदा नही ह

इसक िवपरीत अ लोग आधार की वजह स हो रह ाितकारी बदलाव क गण गात िदख जाएग

इस सबक बीच इसकी अनदखी नही की जा सकती िक आधार की वजह स सावजिनक िवतरण णाली म ा ाचार म कमी आई ह

और रसोई गस यानी एलपीजी सडी क सीध बक खात मजान स भी अी-

खासी बचत ई ह इसस यही सािबत होता ह िक आधार म कछ भी गलत नही ह

Apprehension on Data theft जब दिनया भर स डाटा चोरी की खबर आन लगी ह तब हम यह दखना चािहए िक हमार वतमान कानन मौजदा थित म हमारी िनजी जा

नकारयो की िकस कार रा करन म सम ह

भारतीय परवश इस म जिटल िवधान स ह वह न कवल पराना ब अ भी ह इस सदभ म तीन अलग-

अलग कानन ह य ह-

इिडयन पो ऑिफस ए 1898

इिडयन टलीाफ ए 1885 एव

इफामशन टोलॉजी ए 2007

आज वाटसए सदश पहल दो काननो क तहत िसल िकए जा सकत ह य कानन तब बनाए गए थ जब इस तरह का कोई टफाम

बनान क बार म सोचा भी नही गया था

आज डाटा सरा िचता का िवषय ह चिक आधार की जानकारी िनजी कपिनयो ारा एक की जाती ह इसिलए उसक चोरी होन या

उसका दपयोग होन की आशका बढ़ जाती ह ऐसी थित म िनजी कपिनया अपनी िजदारी स आसानी स पा झाड़ सकती ह

लिकन िचता महज आधार की जानकारी सावजिनक होन या उसक गलत थो म पड़न तक ही सीिमत नही ह

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Data colonization by MNCrsquos

हमारी ऑनलाइन गितिविधया जस गगल पर की गई कोई खोज या फसबक पर की गई कोई पो कई कपिनयो की िनगाह म रहती ह ता

िक व हम हमारी पसद की सवाए उपल करा सक अथवायह बता सक िक हम ा खरीदना चािहए

व हमारी पसद की चीजो लखो आिद पर हमारा ान आकिषत करन का भी काम करती ह इसक िलए हमारा डाटा कपिनयो ारा सा

झा िकया जाता ह

यिद इस पर रोक लगाई जाए तो हम आधिनक अथवथा स ही विचत हो जाएग What is the need

दरअसल आज जरत इस बात की ह िक डाटा की सरा क िलए कछ बिनयादी सरा उपाय िकए जाए तािक िनजी कपिनया िबना सहमित

डाटा साझा न कर सक और उसक चोरी होन पर व डाटाधारक को सिचत करन को बा हो आधार की जानकारी िनजी एव सवदनशील होन

क कारण उसका उिचत रखरखाव आवक ह

Not data opposition but data protection is the need िडिजटल म हो रही गित को दखत ए डाटा की बढ़ती आवकता का िवरोध करना भी बवकफी होगी

िडिजटाइजशन क जरय बहतर शासन कोई खतरनाक सािजश नही ह यह तो हमारी मौजदा िवकास की राह का एक पड़ाव मा ह ल

िकन इसक साथ ही िडिजटल होत नागरक क िनजता कअिधकारो की रा और डाटा की सरा समय की माग ह

एक डाटा सरण अथॉरटी क गठन की िसफारश िजसम ाियक और तकनीकी िवशष शािमल होग यह अथॉरटी ही इस िवधयक

क सभी ावधानो का अनपालन सिनित करगी लािक यहएक ाइवट मबर िबल ह और ऐितिसक प स दख तो ऐस िवधयक िवरल ही

पारत होत ह इसक बावजद हमार दश म िजस तरह की जनभागीदारी वाली लोकतािक णाली ह और आज िजसतरह इस म पर पर

दश म जन िवमश िछड़ा आ ह उस दखत ए मङो उीद ह िक सरकार हमारी िचताओ को समङोगी और हमार डाटा और िनजता क

अिधकार को सरित करन क िलएआवक कदम उठाएगी

बढ़त कचर की चनौती स िनपटना लगभग सभी शहरो म कड़ क ढ़र ा क िलय गभीर खतरा बन गए ह इनम व शहर भी शािमल ह जो कचर क िनपटान क भावी तरीक

िवकिसत नही कर पाय ह

Government mission to tackle MSW इस समा पर िनयण क िलय भारत सरकार न -आधारत िवकास और शहरी र क ाट समाधान क माम स जीवन म सधार क

िलए भारत अिभयान (एसबीए) और ाट िसटी िमशन (एससीएम) श िकय ह तीन साल की काय एजडा (2017-18 स 2019-20)

तयार करन म नीित आयोग न नगरपािलका क ठोस अपिश (एमएसड) बधन की समस या स िनपटन क िलय ापक ढाचा तयार िकया

7935 शहरी ो म रहन वाल 377 िमिलयन िनवािसयो क कारण (जनगणना 2011) ित िदन 170000 टन ठोस अपिश पदा होता ह

इस त को दखत ए समयसीमा म काय परा करन क िलए नीित आयोग न यह एजडा सही समय पर िवकिसत िकया गया ह ोिक

2030 तक जब शहरो म 590 िमिलयन िनवासी हो जान क कारण शहरो की सीमाय समा होन स कित और शहरी अपिश का बधन

करना मल होगा

सामािजक और आिथक वािवकताओ क चलत इस समस या का शी तकनीकी समाधान आवश यक ह और नीित आयोग का एजडा

इस समस या को हल करन का यास ह

इस एजडा म सझाए गए समाधान दो तरह क ह

बड़ी नगर पािलकाओ क िलए अपिश पदाथ स ऊजा तयार करना और

छोट को तथा अध-शहरी ो क िलए अपिश का िनपटान कर खाद तयार करन की िविध

इसम नगरपािलका क ठोस अपिश साफ करन की िया म तजी लान क िलय सय लगान क वास त सावजिनक िनजी भागीदारी हत

भारतीय रा ीय राजमाग ािधकरण (एनएचएआई) क समान ही नया व ट एनज कॉरपोरशन ऑफ इिडया (डईसीआई) थािपत करन

का सझाव िदया गया ह

Waste to energy technologies समाधान का ाव करत ए नीित आयोग न थमल पाइरोिलिसस और ाा गसीकरण ौोिगिकयो क लाभ-लागत अनपात का भी

माकन िकया ह य दोनो महग िवक ह गौरतलब ह िक नीित आयोग का ािवत एजडा सझाव दन का ह और राो पर िनभर

करता ह िक व इन पर कसी ितिया दत ह लिकन ममियो ारा ािवत िवक पर ादातर राो का समथन िमलन की

सभावना ह

हालािक तकनीकी और पयावरणीय आधार पर दश म कायरत मौजदा अपिश स ऊजा तयार करन क सय पर िमली जली रपोट ह

समा की जड़ दश म शहरी अपिश की कित ह िजसम ऐस पदाथ का िमण होता ह जो परी तरह स दहन क िलए उपय नही

होता ह चिक शहरी अपिश का 80 ितशत पदाथ सड़ा-गला भोजन री-कतरन जस जिवक पदाथ होत ह इसिलए िनधारत वाय

गणवा मानक पर खर उतरन म मौजदा सय को किठनाई आती ह

Present waste disposable techniques मौजदा अपिश क िनपटान की िविधया बत अी नही ह शहरी नगर-िनगम अपिश बधन पर 500 स 1500 पय ित टन खच करती ह

इसम स 60 स 70 ितशत कड़ा एकित करन म शष 20 स 30 ितशत एकित कचड़ को घर तक ल जान म खच होता ह िजसक बाद कचड़

क बधन और िनपटान पर खच करन क िलए कछ भी रािश नही बचती ह इसक अलावा शहरी ो को कम कर ा क िलए हािनकारक

कड़ क मदान बनाना एक बड़ी चनौती ह

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Other techniches एजडा म अपिश स बड़ पमान पर को खाद और बायो गस उ करन क िलए जगह की कमी को भी रखािकत िकया गया ह हालािक

वािवकता म कड़ क कई थानो पर िबना दता क को तयार करन की कोिशश की जा रही ह सरकार एक िवक क प म

वनित खाद बनान की वहायता पर दोबारा िवचार कर अिशित यवाओ क िलए रोजगार का वकक ोत पदा करन क िलए इस रा ीय

कौशल िवकास िमशन म शािमल कर सकती ह

सहमित पर पचन क िलए य शआती समय ह हालािक यह ह िक दश म िविवध सामािजक आिथक वािवकताओ क िलए एक

समान िवक नही हो सकता लिकन इस सामािजक और पयावरणीय समा पर समय रहत चचा श करन क िलए सरकार को य िदया

जाना चािहए दश को और हरत बनान क िलए भारत अिभयान क साथ ही नीित आयोग ारा ािवत एजडा सही अपिश

बधन की िदशा म एक कदम ह

िकसानो को चािहए साहिसक सधार Indian agriculture is facing a severe crisis and complexity of market Monsoon are giving tough life to farmers India need a bold and historic reforms to revive farmers interest in agriculture Editorial दश क ादातर रा गभीर किष सकट की िगर म ह िकसानो (Farmers) का असतोष व उनकी बचनी िदनोिदन आामक होती जा रही

ह म दश क मदसौर म जो कछ आ वह हमार नीित-िनयताओ क िलए एक झकझोर दन वाला वाकया था

कोई िछपी ई बात नही ह िक िकसानो को उनकी फसलो का सही म नही िमल पा रहा ह

उनकी आमदनी नही बढ़ रही ह

दालो और बागवानी उपज की बपर पदावार स इनकी कीमतो म भारी िगरावट आई ह और िकसानो क हक म मो क थरीकरण की

िदशा म कोई साथािनक त काम नही कर रहा Solution found in loan waiver

कज-माफी का कदम इस सकट का सिवधाजनक िसयासी समाधान बनकर उभरा ह पर यह न

िसफ आधा-अधरा हल ह ब गलत भी ह इसस फौरी राहत भल िमल जाए मगर किष म ा सकट का दीघकािलक समाधान यह कतई नही ह

आखर साल 2008-09 म भी िकसानो क कज माफ ए थ

इसक बावजद हम अब भी एक बड़ सकट क बीच ह

यिद हम िकसानो की पण कज-माफी क िलए अभी िकसी तरह स ससाधन जटा भी ल तो इस बात की कोई गारटी नही िक

कछ वष बाद हम िफर स उसी महान पर नही खड़ होग

इसिलए कज-माफी मज की ठीक-ठीक पहचान िकए बगर दवा दन जसी बात ह

यह दद-िनवारक दवा की तरह ह जो फौरी राहत दती ह जड़ स उपचार नही करती

असली मसला यह ह िक जब िकसानो की उादन लागत लगातार बढ़ रही ह तब तमाम रयायतो (सडी) क बावजद व

अपन उादन का वािजब म नही हािसल कर पा रह Solution lies in Agri Marketing

जवाब किष बाजारो क सधार म िनिहत ह सरकार क भीतर किष िवभाग का म फोकस खती-िकसानी क इनपट पर रहा ह हम

म प स बीज खाद कीटनाशक व जल की उपलता को सभालत रह ह यह जरी भी ह ोिक जसी िक कहावत ह- सब

कछ इतजार कर सकता ह मगर खती म यिद चीज व पर नही ई तो िफर उसका कोई अथ नही रहता यानी lsquoका वषा जब किष

सखानrsquo व पर बीज खाद कीटनाशक और पानी की जो यह जरत ह वह एक भारी कवायद की माग करती ह और दिनक

प स उसकी िनगरानी करनी पड़ती ह हालािक तकनीकी तरी क कारण आज lsquoइनपट मनजमटrsquo बत ादा मल नही

रह गया ह असली मसला यह सिनित करना ह िक िकसानो को उनकी पदावार क सही दाम िमल

Fault lies in Minimum Support Price औोिगक क उदारीकरण की शआत 1991 म ही हो गई थी मगर इन सधारो न किष की अनदखी कर दी परानी APMC

(किष उाद बाजार सिमित) ही यह तय करती ह िक एक िकसान कहा और कस अपनी उपज को बचगा आज भी िकसानो की

फसल का दाम तय करन का एकमा साधन एमएसपी (नतम समथन म) त ही ह

िपछल वष स APMC म सधार की बात होती रही ह मगर इसक िलए िनणायक कदम आज तक नही उठाया जा सका ह

िकसानो को मनाफा िदलान म मिडया बड़ी भिमका िनभाती ह

पव म गा कारोबारयो क िबचौिलए बरोक-टोक िकसानो का शोषण करत रहत थ लिकन मडी-वथा न िबचौिलयो की

भिमका ख करन की कोिशश की इस काम म वह कामयाब भी ई ह पर अब परा आिथक पर ही बदल गया ह

इसिलए गितशील समाधान की आवयकता ह

किष का उदारीकरण व की माग ह

What to be done किष उादो को अब एक रा स दसर रा ब दसर दश म िनबाध प स ल जान और लान की अनमित दी जानी चािहए

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इस काय की आजादी की राह म खड़ी कावटो को ख करन की जरत ह यही एकमा उपाय किष फसलो क मो म थरता ला

दगा

आधिनक सचार मामो क कारण िकसानो (Farmers) क िलए यह पता लगाना अब मल नही ह िक कहा िकस फसल का ा दाम

ह और इस तरह व जहा चाह अपनी फसल बच सक ग

सीध उपभोाओ को अपन उाद बचन को लकर िकसानो पर कोई पाबदी नही होनी चािहए खासकर बागवानी उपज की िबी क

मामल म

दरअसल एपीएमसी म सधार को लकर इसिलए सफलता नही िमल रही ह ोिक रा सरकार lsquoकाट फािमगrsquo यानी अनबिधत खती

की अवधारणा का िवरोध कर रही ह असल म सरकार अनबिधत खती की अनमित दन क राजनीितक नतीजो स डरती ह इसीिलए व

िकसानो क सीध किष सरण स जड़न की राह म बड़ी बाधाए खड़ी कर रही ह हालािक अनबिधत खती म िकसानो क शोषण क

डर को ख करन क िलए एक सथागत त खड़ा िकया जा सकता ह

नतम समथन म का त मलत धान और ग जस अनाज क मामल म ही काम करता ह भारतीय खा िनगम (एफसीआई) इनकी

खरीद करता ह साई यह ह िक िनगम िसफ पजाब व हरयाणा क खरीद ल को परा करन म ही सम ह उसक पास न तो ससाधन

ह और न ही यह इा िक वह पव उर दश िबहार जसी जगहो स खरीद कर जबिक इी इलाको म नई हरत ाित श करन की

बात की जा रही ह जािहर ह िपछड़ इलाको को एमएसपी त स कोई फायदा नही िमल रहा

छोटी जोत वाल िकसानो की तादाद दख तो उ सगिठत करन का कोई िवक नही ह दश क कॉरपोरशन राजनीितकरण क कारण

अपन मकसद म नाकाम हो चक ह इसिलए जरी ह िक िकसानो क सगठन बन ोिक छोट िकसान अपन तई मोल-तोल नही कर

सकत सगठन कर सकत ह साफ ह मौजदा सकट का इलाज किष बाजार म साहिसक सधार क भीतर ह न िक सडी व कज-माफी

जस कदमो म

जिवक खती ही उपाय रासायिनक खाद क लगातार उपयोग स जमीन की सहत कमजोर होती जा रही ह कही-कही तो हालात बत ही खराब ह अिधक उपज लन

की कोिशश म िकसान भिव क िलए पदा हो रह सकट को नही समझ पा रह ह िकसानो क बीच जागकता जरी ह

किष क यािकीकरण का यह एक ाह पहल ह िक छोट और सीमात िकसानो न भी पशपालन को ाग िदया इी पशओ क गोबर स

बनी खाद खतो की सहत क िलए ताकत थी अब ऐस िकसान बल की जोड़ी नही रखत

िकराए क टर स जताई का काम ल लत ह िगन चन िकसानो न ही वम को का िशण िलया ह

ऐसी थित म रासायिनक खाद पर िनभरता बढ़ गई ह

वष स ऐसी खाद क उपयोग स िमी की उवरा श घटती जा रही ह हालात यही रह तो िमी को रत बनत दर नही

जिवक खती को बढ़ावा दन क उ स चाल िवीय वष म 130 करोड़ पय खच करन की योजना ह िकसानो को इस योजना का लाभ

उठाना चािहए सरकार का मानना ह िक इन उपायो स फसलो क उादन और उादकता म व होगी िजसका लाभ िकसानो को िमलगा

किष िविवालयो को भी ससाधन सप बनान की कवायद जारी ह तािक िबहार की किष को लाभ िमल सक हाल ही म किष िविवालय

सबौर न ग का ऐसा भद िवकिसत िकया ह जो कम िसचाई म भी िकसानो क िलए लाभदायक िस होगा रा का बड़ा िहा सख की

चपट म आ जाता ह पया िसचाई की वथा न होन स इन ो क िकसान साल म एक ही फसल ल पात ह यिद पयावरणीय परवतन को

दखत ए फसलो क नए भद िवकिसत होत रह तो इसका सीधा लाभ रा की किष और िकसानो को िमलगा इन सब उपायो क बीच जरी

ह िक िकसानो क बीच जागकता पदा की जाए उ लाभ-हािन का गिणत समझाया जाए साथ ही पशपालन क ित जागक िकया जाए

तािक जिवक खती को और बल िमल

अिधकार और सरा की नई लड़ाई

साइबर सरा और िनजता क अिधकार का मसला दश म एक गभीर मा बनकर उभरा ह अब तो सीम कोट तक यह मामला पच गया ह

जािहर ह इसकी पभिम म आधार काड क डाटा लीकहोन की खबर स लकर तमाम तरह क ए स पदा होन वाल खतरो की िचताए शािमल

सबस ताजा िववाद तो सऊदी अरब क जनल आबदीन ारा िवकिसत एप lsquoसराहाहrsquo को लकर खड़ा आ ह बताया जा रहा ह िक इसक

जरय एप यजस िकसी को भी मसज भज सकत ह मगरमसज रसीव करन वाला नही जान पाएगा िक सदश िकसन भजा ह इस एप क

जरय अगर िकसी को कोई धमकी द तो िफर ा होगा

यजस की पहचान उजागर न होन की सरत म आतक फलान क िलए इसका दपयोग हो सकता ह Origin of Privacy debate

अगर हम िनजता क अिधकार को दख तो इस अिधकार का िवकास पिमी दशो स आरभ आ अमरका और यरोप म इस अिधकार

का बत ादा िवकास आ लिकन हमन दखा िक 911 कोव टरड सटर पर आतकी हमल क बाद िनजता क इस अिधकार को कम

िकया जान लगा

इसस जड़ नए-

नए कानन आए िजनम सरकारो को यह हक िमला िक व लोगो की िनगरानी कर सकती ह उनकी चौकसी कर सकती ह पर यह उन रा

ो क परवश व परथितयो क आलोक मबन कानन थ

India amp Right to privacy concept in Society भारत की थित अ दशो की तलना म िविश और अनठी ह हम एक सय परवार की जड़ स पदा ए समाज ह इसिलए भारत क

लोगो को शयर करना एक ाभािवक वकक वहारलगता ह

हम लोग िनजता क बार म ादा नही बात कर पाए और इस अिधकार का ादा िवकास हमार दश म नही आ

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िपछल करीब एक-

डढ़ दशक स भारत क लोगो म एक नई जागकता आई ह और उनम एक नया िवास जगा ह िक उनका जो lsquoपसनल सrsquo ह उसका

सरण होना चािहए

चाह िशित भारतीय हो या अिशित व चाहत ह िक जो उनक िनजी दायर म आन वाली चीज ह उनम कोई ताक-

झाक न सरकार की तरफ स हो और न ही िकसी अ एजसी ारा

यह अपा न िसफ मोबाइल को लकर की जा रही ह ब इटरनट पर अपनी गितिविधयो को लकर भी

Need to have data Security भारत म िनजता क अिधकार क सदभ म पहल तो हम यह मानना पड़गा िक यहा पर इस अिधकार को लकर कोई कानन नही ह न

ही भारत म कोई डाटा सरण कानन ह जो डाटा कीगोपनीयता की िहफाजत कर सक अलबा उतम ायालय न अपन िविभ फ

सलो म जीवन जीन क हमार मौिलक अिधकार की ाा करत ए उसक दायर को बढ़ाया ह

सव ायालय न कहा ह िक सिवधान क अनद-

21 म जीवन जीन का जो मौिलक अिधकार िमला ह वह इतना ापक ह िक उसक अतगत िनजता का अिधकार भी आ जाता ह ऐस म

अगरसरकार इसका िकसी तरह स हनन करती ह तो आप अदालत की शरण ल सकत ह

सीम कोट न तो यह तक कहा ह िक जीन क अिधकार क तहत ही सान क साथ मानवीय जीवन जीन का अिधकार आता ह

अब आधार क सदभ म यह िववाद िफर स उतम ायालय म आया ह िनजता हमार मलभत अिधकारो और जीवन जीन क मौिलक अिधका

र का अिभ िहा ह और सरकार िबना िकसी काननीकरण क हम इसस विचत नही कर सकती

आज हम यह भी दखना होगा िक आधार क मामल म लोगो क िनजता क अिधकार का लगातार हनन हो रहा ह आधार की शआत एक

क योग क तौर पर ई थी माच 2016 म जब हमनआधार कानन को पारत िकया था तब भी यह क था लिकन कछ महीनो क बा

द सरकार न इस अिनवाय बनाना श कर िदया अब यह लगभग हर चीज स जड़ता जा रहा ह ऐस म आपकीहर गितिविध सरकार मॉिनटर

कर सकती ह

Cyber space amp Privacy आज क हालात म िनजता क अिधकार का अिभ सबध साइबर सरा स ह हम सरा पर िकतना ादा ान दत ह यह इस बात पर िनभर

करगा िक हम अपनी िकतनी िनजता सरित रख पात ह

दयग स ादातर भारतीय मानत ह िक उनक िडवाइस नटवक और डाटा की सरा की िजदारी सरकार और सिवस ोवाइडर यानी सवा

दन वाली कपनी की ह अगर उपभोा िडवाइस कीसाइट पर सरा नही ढढ़ता और अधाधध मोबाइल एकशन डाउनलोड करता जाता ह

िबना उनकी सवा-

शत को पढ़ ए तो कही न कही उनकी िनजता का हनन होगा ही ोिक य तमाममोबाइल एकशन अपनी शत म कहत ह िक हम आप

क डाटा की कॉपी कर ग उनकी िनगरानी व इमाल कर ग

Need to take preventive steps जब हम य सार अिधकार खद उ द दत ह तो िफर बाद म शोर मचान का बत औिच नही रह जाता

इसिलए लोगो म जागकता लान की जरत ह आज हम अपनी िनजता को सरित रखन क िजतन कदम उठा सक ग उतनी ही वह सरि

त होगी िनदह सरकारो का भी दािय ह िक वअपन नागरको की िनजता क अिधकार का सरण कर लिकन आज सरकार इस तरफ

जाना नही चाहती ोिक साइबर अपराध और आतकवाद क िलए इटरनट का इतना ादा दपयोग होरहा ह िक सरकार ादा स ादा स

चनाए इका करना चाहती ह तािक कानन-

वथा बरकरार रह और उनक रा की सभता पर नकाराक भाव न पड़ लिकन इस मामल म एक िनयण-

रखा तो होनी ही चािहए कानन मानन वाल नागरक की िनजता का सरण होना चािहए अब सीम कोट लोगो क अिधकार और सरकार की

जरतो क बीच कस समय िबठाता ह यह तो उसकफसल स ही साफ होगा

जलवाय परवतन क नतीज Effect and result of Climate change over the world जलवाय परवतन क िलहाज स दखा जाए तो 2016 न सबस बर रकॉड बनाए इस दौरान दिनया तबाह करन वाली कई घटनाए आकार लती

िदखी

बीत साल हवा और सम की सतह का जो औसत तापमान दज आ वह औोिगक ाित क सालो क बाद स सबस ादा था

2016 म वायमडल म सबस ादा काबन डाइ आाइड भी दज की गई इसक नतीज म आक िटक की बफ क िपघलन म िचताजनक

तजी ई

बफ की इस िवशाल चादर स बड़-बड़ दशो क आकार क बराबर िहमखड टटकर सम म तरत दख गए बीत साल एक तरफ सम क

र म सबस ादा बढ़ोतरी ई तो दिनया न सबस ादा सखा भी दखा

आलम यह रहा िक िकसी भी महीन म दिनया की 12 फीसदी जमीन सख का सामना करती रही य ऐसी हकीकत ह जो जलवाय परवतन

की अवधारणा क िकसी िवरोधी क िलए भी िचता का सबब होनी चािहए इसिलए भी िक इनक नतीज जलवाय परवतन को मानन या न

मानन वालो म भद नही कर ग Political urgency and not urgency of Climate change सवनाश की आहट दती एक आपदा हमारी आखो क सामन ही घट रही ह लिकन खबरो और जनमानस म अपनी मौजदगी दज करान क िलए

इस सघष करना पड़ रहा ह ोिक वहा राजनीितक टकराव जसी दसरी वािवकताए ाथिमकता म ह लिकन आग जो तफान हम पर

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बरसन वाला ह उस अपनी मौजदगी जतान क िलए सघष नही करना पड़गा सम का बढ़ता र दिनया भर म इसक िकनार बस कई शहरो

को कड़ का ढर बना दगा उधर सखा खती का नाश कर दगा इस ासदी स िवथािपत होन वाल लोग यानी ाइमट रजी उन जगहो की

तरफ दौड़ग जहा हाल थर होगा और जहा क लोग य समझ रह होग िक व इस आपदा स सरित ह

आज तो यह जरत और भी बढ़ गई ह िक दिनया क लोग आन वाली इस चनौती को पहचान और िकसी भी तरह स काबन डाइ ऑाइड

का उजन कम करन क िलए आपस म हाथ िमलाए साथ ही उ ऊजा स जड़ी तकनीको को भी आामक र पर बढ़ावा दना

चािहए लिकन आठ साल तक उजन रोकन की िदशा म आशा जगान वाली शआत क बाद दिनया अब उी िदशा म जा रही ह िजस

अमरका क इस मामल म दिनया का नत करना चािहए था वहा क रा पित न परस समझौत पर अपन पववत की कोिशशो स पा झाड़

िलया ह इतना ही नही अमरकी रा पित अब ऊजा क म पर ई गित को भी पीछ ल जा रह ह इस िवशाल विक हसन म

पािकान खद को असहाय महसस कर सकता ह लिकन यहा की सरकार को भी इस िदशा म बत कछ सोचना होगा पहली बात तो यही ह

िक कोयल स चलन वाल िबजलीघरो को हम अपनी सारी ऊजा समाओ का हल न समझ पयावरण को लकर हम और भी परप नीित

अपनानी होगी यह िचता बत लोगो को हो रही ह और इसका िनराकरण िकया जाना चािहए

पानी की िफतरत स खलवाड़ का नतीजा ह बाढ़ Increase instances of flood (s) in recent times are not just due to natural reason but cause lies in human developmental activities Hindustan Twin disasters of Water हम हर साल पानी को लकर दो तरह की ासिदयो की चपट म आत ह गरिमयो क आत ही पानी क सकट का हो-

हा बढ़ जाता ह और बारश क साथ ही बाढ़ का खतरा गहरा जाता ह

मौसम म बदलाव क कारण अब यह अिनितता ादा ही बढ़ गई ह

कहा बारश का जोर रहगा और कहा सख की मार रहगी इन परथितयो का अनमान लगाना बड़ा ही मल हो चका ह

उराखड की 2013 की ासदी क बाद 2014 म ीनगर म दो बार आई बाढ़ इसका उदाहरण ह

2005 क बाद लगातार िकसी न िकसी प म मबई डबन की थित म आ जाता ह तब 900 िममी की बारश न 450 लोगो की जान ली थी

ऐसी ही थित कई राो की बनी रहती ह

हमार गाव हो या िफर शहर हमन जल-िनकासी पर समिचत ान नही िदया ह

Traditional structure and Flood पहल गावो म एक जल-िनकासी की वथा होती थी पानी क राो को तो बाधारिहत रखा जाता था पर साथ म जल-

सरण क भी बहतर तरीक थ दश क तालाब व पहाड़ म हो या िफर मदान मवषा क पानी क सरण क बड़ उदाहरण थ पहाड़ो म ताल व

खाल इसी अवधारणा क उदाहरण रह ह मदानी इलाको म जस िक िदी का हौजखास या भोपाल आिदलाबाद व हदराबाद क बड़तालाब

सब वषा क पानी का ही सरण करत रह ह य आज भी आबादी क बड़ िह की पानी की आवकता की पित करत ह

Negligence of Water drainage amp Flood सार दश म बढ़त ढाचागत िवकास म सबस ादा अनदखी जल-िनकासी की ही ई ह

हाई-व व ाईओवर पर नजर डािलए जहा-जहा य गावो स होकर गए वहा-वहा गाव पानी म डब गए

य हाई-व गावो क र स ऊपर उठाकर बना िदए गए जो पानी क बहाव को रोक दत ह

आज िबहार उर दश और अ कई राो क गाव इसी कारण वषा म जलम हो जात ह बस गािड़यो की िनकासी म कोई िदत

नही होती ह चाह गावो म वषा जल की िनकासी खटाई मपड़ जाए

इस तरह क जल-जमाव गावो को तो डबोत ही ह अपन साथ-

साथ कई तरह की बीमारयो को भी लात ह आज शायद ही कोई का या शहर ऐसा िदख जहा जल-

िनकासी की वथा पया होिदी मबई या चई जस महानगरो म चद घट की बारश ई नही िक सब कछ ठहर जाता ह ढाचागत

िवकास की योजना बनात समय जल-िनकासी को कभी ाथिमकता नही िमलती

कित क िवान क ित हमारी नामसझी हम इस िवान को समझन क िलए परी तरह असफल हो गए हम यह भल गए िक कित

करोड़ो वष क मथन का अम उपहार ह पी मजलवाय की सरचना ई ह िजस हमन मा गत 100 वष म ही िवकास की बिल चढ़ा

िदया पी पर जल वाय जमीन और जगल की िनयक कित ह और य सब कछ महीन आपसी रो कसमय का बहतर उदाहर

ण ह िकसी एक स की गई छड़छाड़ दसर को भी सीधा भािवत करती ह वस तो करोड़ो वष क इस सतलन को िमटा दना सभव ही न

ही ोिक इसक परी तरह िमटनस पहल ही जीवन की परथितया समा हो जाएगी यह समझन का व भी आ चका ह Concluding mark

हम जल क सदभ म दिनया को एक बड़ा उदाहरण द सकत ह वषा जल क सरण क ाकितक व परपराओ का मान करत ए निदयो

क जलागमो को जो आज वन-

िविहन हो चक ह उवनाािदत कर दोहन का काम कर सकत ह य ाकितक बाधो का काय कर ग निदयो को तफानी नही ब

शात रखत ए िनयित जलबहावी रखग तालाबो को पनजिवत कर कित कजल सरण क राो को साफ रख नदी तालाबो क अ

ितमण पर गभीरता ही हम सख और जलभराव क को स म रखगी पानी क ाकितक राो की तता ही हम बाढ़-

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म व जल-

य बनाकर रखगी इसस िकसी भी तरह की छड़छाड़ अपन ही परो पर काड़ी मारन जसा होगा अभी वह समय बत दर नही गया

ह जब हम न िसफ मानसन का इतजार करत थ बइसका हर जगह ागत होता था पर अब अ मानसन की भिववाणी स ही

हम डर लगन लगता ह Attempt this Qs

GS PAPER III

आपदा और आपदा बधन

बाढ़ िसफ एक चरम मौसम की घटना नही ह लिकन आिशक प स ाकितक और आिशक प स

मानवीय ह | इस पर चचा करत ए बाढ़ शासन क िलए इस व का मह समझाए बाढ़ शासन

क फोकस को बाढ़ क कोप वाल इलाको म राहत क बजाय समदायो की मता िनमाण पर करना चािहए floods are not just an extreme weather event but partly natural and partly anthropogenic While discussing this issue bring out relevance of the statement ldquo Flood governancersquos Focus should shift from relief measures to building resilience in flood-prone areasrdquo httpindianexpresscomarticleopinioncolumnsliving-with-the-deluge-northeast-flood-

ऊजा परतता स चािहए आजादी India is not energy surplus and this needs to be imported Require innovative solution to become completely Independent

Dainik_Tribune दश को त ए 70 साल हो गए पर हम परत होत जा रह ह

फाट फिटलाइजर ईधन तल कोयल और यरिनयम क आयात पर हम िनभर हो गए ह इनकी साई बद हो जाए तो हम एक साह

म ही िवदशी ताकतो क सामन घटन टक दन होग

ऊजा की परतता सबस ादा िवकट ह दश की ऊजा की जरत बढ़ती जा रही ह

हमार ोत सीिमत ह (Resources Limited)

थमल िबजली क उादन को कोयला चािहए हमार कोयल क भडार लगभग 150 साल क िलए ही पया ह वतमान म ही हम कोयल

का आयात कर रह ह

दश म तल कम ही उपल ह 80 ितशत तल का हम आयात कर रह ह

ीयर ऊजा क िलए अपन दश म यरिनयम कम ही उपल ह इसक आयात क िलए हम िनरतर ीयर सायस प की सद

ता हािसल करन का यास कर रह ह

थमल तथा ीयर ऊजा म एक और समा पीिकग पावर की ह Problem of thermal amp Nuclear Energy

दश म ऊजा की िडमाड सबह एव शाम 6 स 10 बज सवािधक रहती ह लिकन थमल तथा ीयर ऊजा को समयानसार श तथा बद

नही िकया जा सकता

थमल तथा ीयर ऊजा 24times7 िबजली की जरत परी करन क िलए उपय होती ह Problem of Oil Energy

तल स बनी ऊजा को तलना म ज श एव बद िकया जा सकता ह पर यह सबस महगा पड़ता ह इसिलए धाबोल जसी तल आधार

त परयोजनाओ को हम बद करना पड़ा ह

सोलर तथा हाइड ो ोत (SolarampHydro Energy)

सोलर ऊजा का उादन कवल िदन क समय होता ह पीिकग पावर की जरत परा करन म यह ोत परी तरह नाकाम ह

हाइड ो पावर (Hydro Power)

हाइड ो पावर स पीिकग पावर को बखबी बनाया जा सकता ह

हाइड ोपावर का उादन नदी क पानी को डम क पीछ रोक कर िकया जाता ह

टबाइन को मनचाह समय श और बद िकया जा सकता ह

लिकन

हाइड ोपावर क पयावरणीय एव सामािजक दभाव भयकर ह

िटहरी भाखड़ा और सरदार सरोवर जस बाधो म नदी ारा लाई गई गाद जमा हो रही हअयनो म पाया गया ह िक िटहरी की झील 140

स 170 वष म परी तरह गाद स भर जाएगीिटहरी डम कामल लाभ ह िक मानसन क पानी को एकित करक जाड़ एव गम म उपयोग

िकया जाता ह झील म गाद क भर जान क बाद ऐसा नही हो सकगा झील म गाद जमा होन स नदी ारा गाद कममाा म लाई जाती ह

और सम ारा अपनी भख को िमटान क िलए तटो का भण िकया जाता ह वतमान म गगासागर ीप का सम ारा भण इसी कार

िकया जा रहा ह

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Small

Hydropower छोटी हाइड ोपावर योजनाओ म डम क पीछ बड़ी झील नही बनाई जाती 24 घट म िजतना पानी पीछ स आता ह उतना

ही िबजली बनाकर आग छोड़ िदया जाता ह परइन योजनाओ स मछली क आन-

जान क रा बद हो जात ह मछली क कमजोर होन स नदी क पानी की गणवा भी कमजोर होती ह

हाइड ोपावर योजनाओ म िवथापन की सामािजक समा भी रहती ह कोटलीमल परयोजना क पयावरणीय दभावो का आिथक म

ाकन िकया तो पाया िक हाइड ोपावर की वािवक उादनलागत 15-20 पए ित यिनट ह

ऊजा तता (Energy

Independence) की समा िवकट ह थमल तथा ीयर क िलए हम आयातो पर िनभर हो जात ह और पीिकग पावर भी नही बना सकत

तल महगा पड़ता ह सोलर काउादन िदन म होता ह जबिक जरत सबह-शाम ादा होती ह Solution

इस समा का हल सोलर तथा प ोरज क जोड़ स िनकल सकता ह प ोरज योजना म दो झील बनाई जाती ह एक ऊपर तथा एक

नीच िजस समय सोलर थमल अथवा ीयर िबजलीकी साई अिधक एव िडमाड कम रहती ह और बाजार म िबजली का दाम लगभग 2

पए रहता ह उस समय नीच की झील को झील क पानी को प स ऊपर की झील म डाल िदया जाता ह इसकबाद जब िबजली की िडमाड

ादा होती ह और िबजली का दाम 8-12 पए ित यिनट रहता ह तो ऊपर की झील स पानी छोड़ िबजली को बनाया जाता ह

हमार पास न कोयला ह न यरिनयम ह नतल ह निदया पजनीय ह लिकन हमार पास धप और पहाड़ ह इनका जोड़ बना द तो हम अपन स

साधनो स ही सबह-शाम की पीिकग िबजली 6-7 पए क स दाम पर बना सकत ह

भारत का परमाण ऊजा कायम

भारत न अण यग म और सही कह तो परमाण यग म 4 अगस त 1956 म उस समय वश िकया जब भारत क पहल परमाण रएक टर

अप सरा को चाल िकया गया

इस रएक टर की िडजाइन और िनमाण भारत ारा िकया गया था और इसक िलए एक समझौत क अतगत िटन न परमाण ईधन की

सप लाई की थी

अनसधान उश यो क िलए हमारा दसरा रएक टर साइरस कनाड़ा क सहयोग स बनाया गया और 1960 क ारभ म सचािलत आ

अनसधान रएक टर न यट न भौितकी न यट न िविकरण क अतगत पदाथ क व यवहार क अध ययन और रिडयो आइसोटोप उत पादन क

िलए अनसधान मच बन बाद म य िवशषकर िविभन न बीमारयो िवशषकर क सर क इलाज म उपयोगी सािबत ए और गर-िवनाशकारी

परीण उश य क िलए औोिगक एप लीकशनो म भी बत उपयोगी सािबत ए Nuclear energy

परमाण ऊजा स िबजली बनान का काम अक टबर 1969 म उस समय श आ जब तारापर म दो रएक टरो को सवा म लाया गया

तारापर परमाण िबजली स टशन (टीएपीएस) अमरका क जनरल इल क न बनाया था और अब यह स टशन अपनी सवा क 48व वष म

तारापर दश म कम लागत की गर-हाइड ो िबजली सप लाई करता ह भारत का दसरा परमाण िबजली स टशन राजथान म कोटा क

िनकट स थािपत आ और इसकी पहली इकाई न अगस त 1972 म काम करना श िकया राजथान की पहली दो इकाइया कनाड़ा क

सहयोग स बनाई गई कनाड़ा ऐस रएक टरो क मामल म िस ह िजनम ाकितक यरिनयम को ईधन क प म इस तमाल िकया जाता

ह लिकन इन रएक टरो म भारी जल की आवश यकता होती ह

भारत का तीसरा परमाण िबजली घर चन नई क िनकट कलपक कम म स थािपत आ इस िबजली घर को भारत ारा अपन बल पर

िडजाइन और िनमाण िकया गया सभी सामी और उपकरणो का उत पादन दश म िकया गया था यह िवशाल चनौती थी क योिक उस

समय भारतीय उोग को परमाण उपयोग क िलए आवश यक जिटल उपकरण बनान का अनभव नही था परमाण ईधन िजरकोिनयम

भाग तथा भारी जल उत पादन सबधी व यापक काय भाभा परमाण अनसधान कन (बीएआरसी) म होता था पॉयलट सय बनाय गय

और बाद म इनको उन नत बनाकर औोिगक सय बनाया गया उोग को िवशष िविनमाण िया म िशित करना था और नई

गणवतता िशण ियाए लाग की गई इस तरह जलाई 1983 म मास परमाण िबजली घर की पहली इकाई की स थापना क साथ

भारत उन दशो क समह म शािमल हो गया जो अपन बल पर परमाण िबजली इकाइयो की िडजा इिनग और िनमाण करत रह ह

हमारा चौथा परमाण िबजली घर गगा नदी क नट पर नरोरा म स थािपत आ इसक आसपास क इलाको म भकप क झटक महसस

िकय गय ह इसिलए भारत न ऐसी िडजाइन बनाई जो भकप क झटक को झल सक हमन 220 मगावॉट की िडजाइन को मानकता

दान की और इस दश म अनक स थानो पर स थािपत िकया जा सकता था नरोरा की पहली इकाई अक टबर 1989 म श ई अगल

20 वष म भारत न अपनी टक नोलॉजी क आधार पर ग यारह 220 मगावाट की इकाइयो तथा दो 540 मगावाट की इकाइयो को बनाया

और चाल िकया भारत की अपनी टक नोलॉजी को lsquoशराइज ड हवी वॉटर रएक टरrsquo कहा गया इस काय को परा करन क िलए भारत न

सढ़ भारी जल उत पादन मता और ईधन उत पादन मता का िनमाण िकया इसम झारखड म यरिनयम का खनन शािमल ह भारतीय

उोग को सभी तरह क उपकरण और सामियो क उत पादन क िलए सिय बनाया गया

कनकलम भारत न अपनी परमाण मता को तजी स मजबती दान करन क िलए ईधन क प म परष कत यरिनयम क उपयोग

वाली दो 1000 मगावाट की रएक टर िबजली इकाइया बनान क िलए 1988 म पव सोिवयत सघ क साथ समझौता िकया 1990 म

सोिवयत सघ क िवघटन क कारण भारत-स परयोजना को ठड बस त म डाल िदया गया 1998 म भारत और स न इस परयोजना

को श करन का िनणय िलया और 2003 म काय ारभ आ पहली इकाई को चाल करन का काम जब गित पर था उसी समय माच

2011 म जापान क फकिशमा म दघटना ई इसस सय थल क आसपास क लोगो न परयोजना का काफी िवरोध िकया लोगो को यह

समझान म काफी समय और सयम लगा तािक लोग कनकलम की सरा िवशषताओ क बार म जान सक और इस बात की जानकारी

भी ाप त कर सक िक जापानी सय की तलना म इस सय स थल की थितया िबल कल िभन न ह कनकलम की पहली इकाई 2014

और दसरी इकाई 2016 म चाल ई

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अब भारत क पास 21 रएक टर इकाइया ह कनाड़ा ारा सप लाई की गई राजस थान की पहली इकाई उपकरण िटयो क कारण काम नही

कर रही ह भारत न 2008 म अमरका तथा ास क साथ सहयोग क समझौतो पर हस तार िकया इन समझौतो क अतगत अमरका और

ास अपन दशो म िडजाइन की गई परमाण िबजली इकाइयो की स थापना भारत म कर ग तब स वाता चल रही ह लिकन अमरका क अणी

परमाण िबजली सय िनमाता व गहाऊस न कछ महीन पहल िदवािलयापन का मामला दज िकया ास की अरवा को फकिशमा दघटना

क बाद उसक परमाण ईधन कारोबार म पस का भारी नकसान उठाना पड़ा ास की सरकार न परमाण रएक टर कारोबार अपनी राष ट ीय

िबजली कपनी इल क डी ास को द िदया अब अमरका तथा ास क साथ सहयोग को लकर अिनितता का माहौल हो गया

परमाण ऊजा िवभाग अस पतालो तथा उोग को रिडयो आइसोटोप की सप लाई कर रहा ह िवभाग समी खा पदाथ क बबाद होन स

रोकन क िलए उपयोग म लाई जान वाली िविकरण टक नोलॉजी क उपयोग तथा प याज आम और अन य खा सामियो की जीवन अविध

बढ़ान क िलए सप लाई कर रहा ह

इस तरह भिवष य म आन वाल दशको म परमाण ऊजा काबन मक त ऊजा क प म महत वपण योगदान करगी परमाण टक नोलॉजी लोगो क

जीवन स तर को बढ़ान का समाधान पश करगी

lsquo भारत अिभयानrsquo का दसरा चरण lsquoकड़ा बधनrsquo Solid waste management भारत अिभयान क सरकार का एक महपण एजडा ह परत अब इस अिभयान क दसर चरण यानी Solid Waste management

अथवा कड़ा बधन की ओर कदम बढ़ान का समय आ चका ह कड़ा बधन म मई नगर पािलका की नाकामी क बार म बत कहा जाता

रहा ह मगर यह समा कवल मई तक सीिमत नही ह ब दश क अिधकतर महानगर तथा नगर इस समा का सामना कर रह ह

हाल ही म महज 15 िमनट की बारश क बाद िदी क ितित अताल जलम हो गए थ यह इसिलए और भी खतरनाक ह ोिक

अतालो म कड़ा अर िवषला तथा सिमत होता ह कड़ा पदा करन वाल अ मख ोत उोग तथा होटल ह

Solid Waste management िनयमो म लापरवाही को लकर राजधानी क 17 होटलो पर जमाना लगान क बाद नशनल ीन िट नल न

िदी क अतालो की भी सी स जाच की और उनम स 9 पर जमाना लगाया ह िजन अतालो पर जमाना लगाया गया ह उनम स

सरकारी अतालो को जमान क प म 75 हजार पए जबिक िनजी अतालो को 50 हजार पए स 2 लाख पए तक अदा करन को

कहा गया ह

कड़ा बधन का एक अ पहल तब उजागर आ जब पव िदी क एक मॉल म सरा सामान क िबना गटर साफ कर रह 2 भाइयो की

मौत जहरीली गस स हो गई यह ासदी लाजपत नगर म िदी जल बोड क सीवर मampसफाई किमयो की मौत क महज 6 िदन बाद घटी

ह इसस पहल जलाई म ही दिण िदी क िघतोरनी क गटर म 4 मजदरो की मौत ई थी

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हालािक रा ीय र पर इस तरह की मौतो का कोई आकड़ा नही ह अनमान ह िक दश भर म 100 सफाई कम गटर साफ करत

ए अपनी जान गवा दत ह कारण ह िक उनक सरकारी अथवा िनजी िनयोा उ जाम गटर खोलन का काम करत ए सरा क िलए

जरी गस मा सी ब हट जसा कोई सामान उपल नही करवात ह बॉडी सट अथवा ऑीजन िसलडर उपल करवाना

तो दर की बात ह

िकसी भी स अlsquoछ तथा असरित हालात म काम करवाना काननन अपराध ह ऐसा करन वाल िनयोाओ को जल तथा

जमाना हो सकता ह परत िनयमो का उघन करन वालो क िव आपरािधक कस दायर करन की खबर सनन को नही िमलती ह

सफाई किमयो की हािलया मौत की घटनाओ म भी िकसी क खलाफ कस दज नही आ ह ह िक परान िसम स ही आज भी

काम जारी ह What needs to be done

खतरनाक होन क बावजद कड़ा बधन क दोनो पहलओ को साला जा सकता ह कमचारयो को कछ सिवधाए उपल करवानी

होगी तथा कड़ा पदा करन वालो क िलए भी पा िसम तय करना होगा दोनो पहलओ की ही िनयिमत िनगरानी भी करनी होगी

यिद होटल इड ी कल कड़ का 25 स 30 ितशत पदा करती ह तो वहा rsquoयादातर कड़ा रसोई (खान-पीन की चीज जस िछलक

एिमिनयम क काच की बोतल तल आिद) अथवा हाऊस कीिपग िवभाग (सफाई क काम आन वाली चीज तथा ाक पकिजग

आिद) स पदा होता ह होटल बधन को अपन यहा कड़ को िठकान लगान क िवको पर गौर करना चािहए

बायो सिनटाइजर म मशीन ितिदन 500 िकलो कड़ा साल सकती ह भो पदाथ को व उनकी मल माा क एक-ितहाई तक कचल

कर गध रिहत को म बदल दती ह इसका इमाल खाद क प म िकया जा सकता ह

अगर सखा तथा गीला कड़ा घरो होटलो अतालो स अलग-अलग इका कर भी ल तो सरकार क पास इ अलग-अलग रखन और

रीसाइिकल करन का इतजाम नही ह

बाढ़ जिनत समा का बधन

मौजदा बाढ़ (Flood) म खबरो क अनसार अभी तक िबहार म 18 िजलो म 200 स अिधक लोग मौत क िशकार ए ह पिम बगाल क 14 िजल

बाढ़ ह वहा स 50 लोगो की मौत की खबर ह पव उर दश क िजल- गोरखपर महाराजगज बलरामपर बी बहराइच कशीनगर

िसाथनगर और लखीमपर खीरी आिद बाढ़ स भािवत ह वहा स पाच लोगो की मौत की खबर ह असम क 32 म स 25 िजल बाढ़ ह

वहा स भी 60 लोगो की मौत की खबर ह

तटबध क टटन स गाव और खत जलम हो गय ह यातायात क गया ह लोग िवथािपत हो गय ह पशओ की मौत का सही आकलन

अभी सामन नही आया ह Is this a new Phenomena

िहमालय क गगा और प नदी घाटी जस ो म सिदयो स नदी क भिम बनान क अपन नसिगक काय क िलए बाढ़ का ज होता रहा

कमोबश यही सब नौ साल पहल 18 अग 2008 की कसहा ासदी म भी आ था सहरसा अररया और पिणया क 35 खडो क 993

गावो की लगभग 34 लाख लोग भािवत ए करीब साढ़ तीन लाख मकान भी तबाह हो गय थ

तीन लाख हयर खतो म बाल भर गया और सवा सात लाख पश मौत क िशकार ए थ सन 1963 क बाद स ही कोसी पर िविभ थानो

पर बन तटबध लगातार टटत रह ह 1963 स लकर 2017 तक क तटबधो क टटन का इितहास स सरकारी सथान सबक लन को तयार

नही िदखत Causes of Flood

रा ीय आपदा बधन सथान यह ीकार करता ह िक िवनाशकारी बाढ़ क म कारण भारी वषा जलहण की दयनीय दशा अपया

जल िनकासी एव बाढ़ िनयण क िलए बनाय गय बाधो का टटना ह

िमी क खराब अवशोषण क कारण पानी का रसाव जमीन की गहरी परतो म नही हो पाता ह जो बाढ़ का मख कारण बनता ह

सरकारो और ठकदारो ारा नदी क िकनार िनमाण खराब योजना और उनका गलत ियायन और अवािनक जल िनकासी बाढ़ क

िलए िजदार ह Approach to be adopted

इस ीकारो क बाद पयावरणीय ि स सवदनशील िनणय लन िक तािक क बाता ह जल िनकासी की वथा क िलए किष जल

ससाधन िसचाई ा आपदा बधन ािधकरण आिद सबिधत िवभागो की एक थायी टोली बनायी जाय जो रत और दरगामी

पयावरणीय और वािनक हप कर

कोसी तटबध िनमाण क 50 साल बाद बाढ़ चार गना बढ़ गया ह हर साल निदया याद िदलाती ह िक तटबध िनमाण

lsquoअकालीन समाधानrsquo भी नही ह सन 1984 म तटबध क टटन स सहरसा और सपौल क 196 गाव और 70000 हयर भिम जलम

हो गय थ और 458 लाख लोग िवथािपत हो गय थ

सबिधत सथानो को यह ीकार करक यह पहल करनी होगी िक समाज की सिचत ित और सथागत ित स ादा लबी ित

निदयो की ह सबिधत िवभागो को फरा बराज गगा जल माग और कोसी हाइ डम जसी परयोजनाओ को रोक कर नदी िक अिवरल

धारा को पनः थािपत करना होगा

बाढ़ो को आपदा क तौर पर त करन स बचना होगा

बाढ़ का पानी समा इसिलए बनी ोिक सरकारी त न बाढ़ क साथ भिम बनान क िलए जो गाद आतीह उस नजरअदाज करक ही

सारी परयोजनाओ को अजाम िदया बाढ़ क सबध म सबस महपण बात ह गाद का बधन नदी तो य ही इसका बधन करती ह

उस अपना ाभािवक काम करन स रोका नही जाय जब नदी की ाभािवकता कगी तो बाढ़ जसी िवभीिषका का ही ज होगा

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बाढ़ इलाको म बाढ़ क पहल की सरकारी और गर-सरकारी तयारी स लोगो को मौत स बचाया जा सकता ह और बाढ़ भािवत लोगो

को सरित थान पर पचाया जा सकता ह यह काय राहत और आपदा बधन क ित हप अकालीन अविध क ही होत ह

नदी अपन ित क वशीभत ाकितक प म सलाब क पानी को पर इलाक म फला दती ह िजसस गादिमी पर नदी घाटी म

फल कर जमीन की नमी और उपजाऊ मता को बढ़ा कर अनवरत भिम का िनमाण करती ह

मन नदी घाटी म आगमन स पहल स नदी यह काय सलाब क जरय करती रही ह शआती दौर म मानवी हप कित क ित और

नदी क ित नजरय स दरगामी परणामो का आकलन करन क बाद ही होत थ बाढ़ क साथ सहजीवन क िलए पहल स तयारी ाभािवक

िदनचया का िहा रहा ह नदी को अपना काय करन स रोकनवालो को िचत कर उ अपराधी घोिषत करन की िया श करनी होगी

मजबत पया कमजोर िनयात

कई वष की लगातार िगरावट क बाद अमरकी डॉलर की तलना म पया इस वष लगातार मजबत आ ह महज छह महीन म यह 6 फीसदी

मजबत हो गया इस झान म तजी की वजह

िवदशी पजी की आवक म बढ़ोतरी भी ह खासतौर पर घरल ऋण बाजार म

पय वाल ऋण की िवदशी धारता म इस वष 22 अरब डॉलर का इजाफा आ ह परत भारतीय िनयात पर पय क अिधमन न

नकाराक असर डाला ह

िनयात आधारत मख ो क मािजन पर असर पड़ा ह ऐसा उस कारोबारी मॉडल क कारण आ ह िजसम लागत पय म रहती और

राज डॉलर म आता ह Negative effect

रोजगार और नौकरयो की िiuml स सबस िचितत करन वाली बात यह ह िक इसन कपड़ा और चमड़ा जस म आधारत ो को बत

अिधक भािवत िकया ह

कपड़ा और तयार व करीब 50 अरब डॉलर म का िनयात करता ह इसम 17 अरब डॉलर की िहदारी तयार कपड़ की होती

ह यह 2 स 4 फीसदी क अत कम मािजन पर कारोबार करता ह

िकसी तयार व की औसत िनयात दर 3 डॉलर स भी कम होती ह और िनयात राज का आध स अिधक िहा डॉलर म आता ह

परणामप मनाफ म बन रहन क िलए कपिनयो को म बढ़ाना पड़ता ह कई बार कीमत म 4 फीसदी तक का इजाफा करना

पड़ता ह हालािक यह िफर भी मनाफा बरकरार रखन की िiuml स कमजोर ही ह

भारतीय िनयात की बाजार िहदारी म बाादश जस म सध लगा सकत ह ोिक डॉलर क मकाबल उनकी मा का अवमन हो

रहा ह वहा की कपिनया सा िनयात कर सकती ह और इस कार अिधक ितध हो सकती ह अ ो मसलन चमड़ा औषिध

और सचना ौोिगकी म भी यही झान दखन को िमल रहा ह

हालािक बड़ी ौोिगकी फम कम स कम हिजग की नीित तक पच रख सकती ह िजसस उनका मा सबधी जोखम कम होता ह

Appreciation of Rupee and Export पय क मजबत होन स िनयात पर जो नकाराक असर पड़ा ह वह बताता ह िक म बत मायन रखता ह

िनयात को लकर िनराशाजनक ख रखन वाल लोगो की दलील ह िक मा क म का िनयात मता पर बत अिधक असर नही होता

ब उस िनधारत करन म अ ढाचागत कारको की भिमका होती ह

िनयातको का मौजदा अनभव हम अथवथा क इस प की कमजोरी स भी अवगत कराता ह

ऐस म ा िकया जाए

एक फसला तो यह हो सकता ह िक कछ न िकया जाए और घरल बाजार को मजबत करत ए िनयात को अपनी राह खद िनकालन दी जाए

लिकन इसम भिव म कपड़ा और व जस रोजगारपरक ो म अथरता पदा होन की आशका ह य पहल ही नोटबदी और व एव

सवा कर (जीएसटी) क कारण मची उथलपथल स जझ रह ह इस समा की अनदखी नही की जा सकती ह

ा सरकार िवदशी धन की आवक को रोक कर मा को थर कर सकती ह

वािणक बको ारा कपिनयो को ऋण दन म आए धीमपन और घरल िनयामकीय सीमाओ क बावजद िवदशी पजी की आवक लगातार बढ़

रही ह दरअसल कपिनयो न ऋण बाजार का ख िकया ह सरकार को घरल वािणक ऋण की िवदशी खरीद की सीमा िशिथल करन स

पहल इसक मा पर भाव का भी आकलन करना चािहए क ीय बक क पास यह गजाइश ह िक वह डॉलर की खरीद भी बढ़ाए िनयात

बढ़ान का सबस दरदश तरीका यह होगा िक िनयातको की घरल लागत को कम िकया जाए सरकार को कारोबारी सगमता बढ़ान की िदशा म

सघन यास करन चािहए

नई पजी नही ब नीितगत हल जरी

जस-जस बिकग सकट हमार सामन आता जाएगा बको क पास शयर पजी की कमी होती जाएगी करदाताओ स यह माग की जाएगी िक व

िनजी या सरकारी बको म पजी िनवश कर दश का राजकोष ऐसा बोझ सहन की थित म नही ह यह धन का दपयोग होगा हमार पास

िफलहाल समय भी ह और इस समा को जड़ स समा करन का अवसर भी Condition of Indian Banking

दश क बको की थित ऐसी ह िक व 100 पय क िलए 5 पय बतौर शयर पजी और 95 पय का जमा इमाल करत ह आग इस रािश को

िविभ जगहो पर िनवश िकया जाता ह जबिक 5 पय स अिधक का नकसान िकसी बक को िदवािलया बना सकता ह अगर हम अनमान

लगाए िक एनपीए (फस ए कज) की वसली का औसत 20 फीसदी ह तो जब िकसी बक का वािवक एनपीए कल सपि का 6 फीसदी हो

जाता ह तो बक नाकाम हो जाता ह दश क कई बक इन िदनो ऐसी ही थित म ह अब यह दहाई दनी श की जाएगी िक करदाताओ क पस

स नई इटी पजी इन नाकाम बको म डाली जाए ा यह राजकोषीय ससाधनो का सही इमाल ह How much money to recover from Bankruptcy shock

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हमार सावजिनक िवीय ससाधन इस झटक क िलए तयार नही ह कोई नही जानता ह िक िकतन धन की आवकता ह लिकन अनमान

ह िक यह रािश जीडीपी क 4 स 10 फीसदी क बीच हो सकती ह

मम अविध की राजकोषीय नीित बीत कछ सालो म इसक िलए तयार नही ई ह दश म सरकार क ऋण लन क तौर तरीको को दखत

ए ऋण म ादा इजाफा करना मल नजर आता ह अभी हमार यहा सावजिनक ऋण बधन एजसी (पीडीएमए) क गठन तथा

आधिनक ऋण वथा तयार करन म भी व ह अाविध म घाट म अिधक इजाफा करना नीित िनमाताओ क मन म कतई नही

होगा

दसरी बात अगर यह वहाय हो भी तो ा ऐसा करना उिचत होगा दश म फड की मािजनल सोशल कॉ तकरीबन 3 ह इसका अथ

यह आ िक सरकारी य क 1 पय की सामािजक लागत 3 पय ह ा हम बको को 10 लाख करोड़ पय दन क िलए समाज पर

30 लाख करोड़ पय का बोझ लादना चािहए यह पस का उिचत इमाल नही तीत होता ह िदी मट ो क शआती तीन चरण क

चलत इस य म 7 खरब पय का इजाफा आ कहा जाता ह सम क िलए ापक बिकग वथा आवक ह और इसिलए हम

यह बरदा करना चािहए इस धारणा पर सवाल उठाए जान चािहए

हम बिकग सकट क सदभ म नीितगत िवफलताओ स िनपटन की आवकता ह बजाय िक करदाताओ पर बोझ डालन क

हम खशिकत ह िक हमार यहा छोटी सी बिकग वथा ह सभी बको न गर खा म जो ऋण िदया ह वह 76 लाख करोड़ पय ह

इसस तलना कर तो कवल शीष 2429 कपिनयो क पास 127 लाख करोड़ पय की शयर पजी थी जापान और चीन जस दशो म बिकग सकट

कही अिधक जिटल समा रहा ह ोिक वहा बक ऋण कही अिधक भावशाली कारक था जबिक भारत की िवीय वथा बाजार क

दबाव वाली ह और यहा बदलाव की गजाइश ह Need to learn from history

भारत क लब ऐितहािसक अनभव को दख तो गर खा म ऋण का बहतर औसत करीब 11 फीसदी रहा ह अगर 4 फीसदी माीित

को ल मानकर चला जाए तो इस म सालाना 15 फीसदी की वदिघ की आवकता ह अगर बिकग ही सकट म आ जाएगा तो हम

गर खा ऋण म बमल श फीसदी की वदिघ हािसल होगी ऐस म अथवथा म हर वष 115 लाख करोड़ पय की नकदी की

कमी आएगी ा हमार पास ऐस उपाय ह िजनकी मदद स इसकी भरपाई की जा सक

नीित िनमाताओ क बाद इस बात क पया अवसर ह िक व अिधक स अिधक पजी को गर बिकग िव क म लाए इसम शयर बाजार को

तयार करना बॉ बाजार का िनमाण बाजार आधारत पजी की आवक को उदार बनाना गर बिकग िवीय कपिनयो को उदार बनाना और

िवीय म तकनीक क इमाल स िफनटक ाित की गजाइश बनाना आिद शािमल ह ऐस सधार कोई दर की कौड़ी नही ह िजनकी मदद

स 115 लाख करोड़ पय सालाना जटाए जा सक अगर ऐसा िकया जा सका तो आईसीय म पड़ बिकग को उबारा जा सकता ह Market Dominance

हमारी िवीय वथा बाजार क दबदब वाली ह और बक ऋण वदिघ का अतर बत अिधक चौकान वाला नही ह बक ऋण वदिघ क श

ितशत होन पर भी हम बच रह सकत ह इसक िलए हम उन नीितगत पहल का योग करना होगा िजनकी मदद स 115 लाख करोड़ पय

की पजी सालाना जटाई जा सक बिकग सकट एक समा ह लिकन इसका असर हमार वहद आिथक हालात पर नही पडऩा चािहए जरत

इस बात की ह िक हम सफलता की उन दाान पर गौर कर जो अतीत म हमार सामन गजरी

वष 2001 म हम यटीआई की समा का सामना करना पड़ा था उस व िव मालय न ा िकया था आधी लागत करदाताओ न वहन

की यटीआई अिधिनयम को समा िकया गया और उसक वहाय िह का िनजीकरण कर उस सबी क िनयमन क अधीन िकया गया सबी

क िनयम मजबत िकए गए तािक परान यटीआई की गलितया थामी जा सक वष 2001 क बाद स चअल फड की कोई िदत नही आई

उस व शयर बाजार म ा िदत थी िव मालय न ा िकया परानी बदला ट िडग का काम बद िकया गया और डरविटव ट िडग की

शआत की गई इसक िलए एससी (आर) अिधिनयम म सशोधन आवक था बीएसई को अशधारको बधको और कारोबार करन वालो

क िलहाज स बाटा गया तब स अब तक दश म शयर बाजार को लकर कोई सकट नही आया हमन कवल करदाताओ क पस का इमाल

करक यथाथित नही चलन दी ब हमन समा की जड़ पर हार िकया इस र का कामकाज िव मालय ही सभाल सकता ह जहा

लाखो करोड़ पय का नकसान हो रहा ह वहा समिचत िहसाब-िकताब आवक ह दखना यह होगा िक चक कहा ई ह हम यह सिनित

करना होगा िक ऐसा दोबारा दोहराया नही जाए

सौर ऊजा को सलभ बनान इस म पारदिशता लान और दर-आधारत ितधाक नीलामी िया क जोखम को कम

करन िलय नय िदशा-िनदश

नवीन एव नवीकरणीय ऊजा मालय (एमएनआरई) न िड स सयोिजत सौर ऊजा आधारत िबजलीघरो स िबजली खरीदन क िलय दर-

आधारत ितधाक नीलामी िया क नय िदशा-िनदसजारी िकय ह य िदशा-िनदश िवदयत कानन

2003 क अनद 63 क अगत ितधा आधारत नीलामी िया क जरय िबजली की दीघकालीन खरीद क िलय ताओ [िवतरण अन

धारकअथवा उसक अिधकत ितिनिधयो अथवा मथ ता] स ऐस िड स सयोिजत सौर ऊजा िबजलीघरो (ोजस) िजनकी मता 5

मगावाट या अिधक हो

इन िदशा-िनदशो क अनसार महपण सधार िनिलखत ह

i खरीद क जोखमो को कम करन क िलय उादन क दौरान आन वाली अड़चनो क िलय उादन ितपित सौर िबजली घरो क अिनवाय

प स काम करन की थित पर जोर िदया गया हउादन ितपित का ावधान खरीद म आन वाली िनिलखत अड़चनो क िलय िकया ग

या ह

a) बक-डॉउन - पीपीए टरफ का नतम 50

b) िड की अनपलता - अितर उादन की खरीद क जरय ितपितरत ितपित

ii पीपीए दर कम रखन को सिनित करन क िलय िबजली खरीद समझौत की नतम अविध 25 वष रखी गयी ह िबजली खरीद समझौत

को एक तरफा समा करन या बदलन की अनमित नही ह

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iii परयोजना को तयार करन और िबजली घरो की थापना को सिवधाजनक बनान क िलय भिम स जड़ मो यातायात की सगमता मजरयो

और दरी होन की िदशा म अितर समय िदय जान कीवथा को सवथत िकया गया ह

iv असफल रहन पर उसक परणामो की स ाा की गयी ह तािक जोखम को उादनकता और ता क बीच समिचत प स बाटा

जा सक इसक िलय उादन एव य स सबिधतअसफलताओ एव उसक परणामो को स प स परभािषत िकया गया ह

v अनबध समा होन जान की दशा म िमलन वाल मआवज क जरय मनमान तरीक स अनबध समा िकय जान की दशा म उादक और

ऋण-

दाता क िनवश की सरा कर बको म परयोजनाओकी ीकायता बढ़ाना उादक और ता दोनो म स िकसी क असफल होन की वजह

स अनबध ख िकय जान पर िमलन वाल मआवज की माा और ियाओ की स ढग स परभािषत िकयागया ह

vi भगतान सरा वथा लटर ऑफ िडट (एलसी) भगतान सरा कोष सभ गारटी आिद क जरय ता ारा उादक को भगतान म

िवलब होन अथवा भगतान नही िकय जान की दशा मउादक क राज क अव होन क जोखम की समा का समाधान िकया गया ह

vii कानन म बदलाव सबधी ावधान क जरय उादक ता और िनवशककजदाता को सता एव सिनितता दान करना कानन म ब

दलाव सबधी ावधान महया कराया गया ह जो िक बोलीलगाय जान की ितिथ स लाग होगा िजसक दायर म ऐस सभी काननी बदलावकरो की

दर म ऐस सभी बदलाव (कवल ऐस ही कर नही जो कवल िबजली की आपित स सबिधत हो) िजसका सीधा भावपरयोजना पर हो

viii परयोजनाओ को शीता स परा करन क िलय उनका जी चाल िकया जाना एव चरणो म चाल िकया जाना शीता स चाल करना एव च

रणो म चाल करन को न कवल अनमित दान की गयी हब चाल करन की िनयत तारीख स 25 वष क िलय िबजली खरीद समझौत की अन

मित दकर इसको ोािहत भी िकया गया ह

ix जमान को ससगत बनाना जमानो को ससगत बनाया गया ह तािक उादक की सकल लागत को कम िकया जा सक साथ ही योजना क िद

शा-िनदशो और परयोजना को लाग करन की तारीख काअनपालन सिनित िकया जा सक

x रपॉवरग उादक अपन िबजली घरो को र-

पावर करन क िलय त ह लिकन ता पीपीए अनबध म उखत सीयएफ सीमा क अनसार ही िबजली खरीदन क िलय बा होग

xi नीलामी की िया एव उसका ढाचा नीलामी दोनो तरीको -

मगावाट (MW) और िकलोवाट घट (kWh) क तरीक स लगायी जा सकती ह साथ ही पारदिशता को बढ़ावा दन क िलय ई-

नीलामी परबल िदया गया ह

सप म सौर ऊजा की खरीद क िलय दर-आधारत ितधाक नीलामी िया क नय िदशा-

िनदश खरीद िया म पारदिशता एव िनता को बढ़ावा दग साथ ही सी िबजली क जरयउपभोाओ क िहतो की रा कर ग य िदशा-

िनदश कामकाज म एकपता और मानकता लायग साथ ही सौर ऊजा आधारत िबजली खरो स िबजली की खरीद म सभी सब पो क बीच

जोखमक बटवार क िलय ढाचा भी महया करायग यह िबजली ताओ क जोखम को कम करन म मदद कर ग तािक इस म िनवश को

ोािहत िकया जा सक परयोजनाओ को बको क िलय आकषकबनाया जा सक और िनवशकताओ क लाभ को बढ़ाया जा सक

बिकग िनयमन पर आरबीआई द ान Business_standard

सबाइम इार ोनी किपटिल इन पक सर ब का िज करत ए गज हया न कहा िक बको को करीब 6 लाख

करोड़ पय क नकसान की आशका ह रघराम राजन न गज हया िक बात ीकार की और उन उपायो का ोरा िदया जो आरबीआई

न फस ए कज (एनपीए) स िनपटन क िलए िकए थ मरा मानना था िक य कदम अपया ही नही थ ब इनको बत दर स भी उठाया गया

था Management was on fault

िनदह इन बड़ नकसानो क िलए बको का वर बधन ही उरदायी रहा ह

इन बको क ामी क प म सरकार भी समा का अग रही ह इन बको क बधन और ामी की नाकािमयो को थामन क िलए

आरबीआई बचाव की आखरी सीमा था ोिक उसका दजा त िनयामक का ह लिकन ऐसा नही हो सका

उसन यह दावा अव िकया िक उस बाहरी िव क सकट का बधन करन म सफलता िमलती आई ह लिकन आरबीआई एनपीए क

इस आतरक सकट स िनपटना तो दर उसका समय पर पता तक लगा पान म नाकाम रहा

सच तो यह ह िक अगर दश क बको की इस खा हालत क िलए िकसी एक सथान को उरदायी ठहराना हो तो वह आरबीआई ही

होगा ऐसा इसिलए ोिक वह बिकग का सािविधक िनयामक भी ह उसन भावी मानक और िदशािनदश तय करन चािहए थ और

समय पर समा का पता लगाकर बचाव क उपाय करन चािहए थ

िनयामक क सचत न रहन क कारण बक आग बढ़त गए और उनको भारी नकसान उठाना पड़ा अब इसका असर रोजगार और आय

पर पडऩ लगा ह सरकारी बको को बचान क िलए जनता को करीब 6 लाख करोड़ पय का बोझ सहना होगा इसक बावजद सरकार

और आरबीआई म िकसी को जवाबदह नही बनाया गया Problem is not of one night

समा रातोरात नही पनपी

िबजली कपिनयो और राजमाग परयोजनाओ को कई लाख करोड़ पय म का ऋण िदया गया ऐस ऋण ाय सीिमत ससाधन वाल

मान जात ह ोिक बको क पास इनक बदल म कोई सरा नही होती ह य ऋण राज िमलन क अिम अनमान पर िदए जात ह

िवकिसत दशो म ऐस ऋण दन क पहल कड़ी जाच िया अपनाई जाती ह तािक िकसी तरह का जोखम न रह भारतीय बक और

आरबीआई ऐसा वहार अपनान म नाकाम रह िमसाल क तौर पर 1000 करोड़ पय की लागत वाली राजमाग परयोजना को मजरी

िमलन क बाद उसकी सशोिधत लागत 1700 करोड़ पय कर दी गई बक बोड न बढ़चढ़ ऋण को मजरी दी यहा तक िक आरबीआई

की िनयामकीय जाच भी इस गड़बड़ी को पकड़ पान म नाकाम रही जािहर ह यह फस ए कज की शआत थी

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िबजली परयोजनाओ की बात कर तो बढ़ी ई पजीगत लागत स इतर यहा बको न एक थायी ऊजा आपित समझौत पर हार नही

िकए जबिक इसक िबना कोई िबजली परयोजना श नही की जा सकती िविच बात ह िक िबजली िवतरण कपिनयो क साथ ए कई

िबजली खरीद समझौतो (पीपीए) म गलत तरीक स ईधन म जोखम को िनजी उादको क हवाल कर िदए गए यह आम चलन क

िवपरीत था समझदारी का तकाजा ह िक ऐसी अथायी ईधन आपित वथा वाली परयोजनाओ को अवहाय माना जाए लिकन बक

उस मलभत गड़बड़ी स आख मद रह

परयोजनाओ को की गई ऐसी गरजवाबदह फिडग की भरपाई क िलए -अ सरकारी मदद क प म करदाताओ को 3 लाख

करोड़ पय स अिधक की धनरािश चकानी होगी दश भर म िबजली िवतरण कपिनयो को िदए गए बक ऋण की भरपाई क िलए भी

लगभग इतनी ही रािश का बोझ करदाताओ को वहन करना होगा

दश की तमाम िबजली िवतरण कपिनया साल दर साल नकसान म चल रही ह पहली बात व अपया ितधा और अपारदिशता क

चलत महगी िबजली खरीदती रही दसरा िबजली की भारी भरकम चोरी ई तीसरा नकसान की भरपाई उपभोाओ स नही की जा

सकती ह ोिक इसक राजनीितक और आिथक िनिहताथ ह बहरहाल बक लगातार इन िदवािलया होन क कगार पर पच चकी

िबजली िवतरण कपिनयो को कज दत रह ह और घाटा बढ़ता गया ह आरबीआई की जानकारी वाल ऐस कज को बिकग क मल

िसदघातो क ितकल माना जाना चािहए रोचक बात ह िक ऐस कज कवल सरकारी बको न िदए ह UDAY scheme and contribution to crisis

इसक बाद उदय योजना आई िजसक तहत िबजली िवतरण कपिनयो क कज को सबिधत रा सरकारो ारा वहन िकया जाना ह

जािहर ह इसम भी भगतान क काम जनता का ही पसा आना ह

क सरकार अपन बको का बचाव करदाताओ क पस स कर रही ह आरबीआई ऐसा होन द रहा ह

बिनयादी परयोजनाओ को िदए जान वाल ऋण क िनपटान को लकर कोई iumlता नही थी अब समा हो चक योजना आयोग न इस

िवषय म िवत ाव तयार करक आरबीआई को कहा था िक वह इस म अिम ऋण को लकर उिचत मानक तयार कर लिकन

तब तक काफी नकसान पहल ही हो चका था Way ahead

आज भी िनयामकीय ढाचा अपया नजर आता ह जािहर सी बात ह िक आरबीआई को बिकग िनयमन म ान और मता तयार करन की

आवकता ह उस यह तय करना होगा िक बको की मता और उनकी िया सरित और िकफायती हो

अलावा सिय ढग स िनगरानी रखन की भी आवकता ह अगर ऐसा नही िकया गया तो करदाताओ को इस िवफलता का बोझ बार-बार

उठाना पड़गा आरबीआई की मानिसकता को सबस बहतर एक लिटन अमरकी कहावत स बहतर समझा जा सकता ह िजसका अथ यह ह

िक िबी को मछली अी तो लगती ह लिकन वह अपन आपको गीला नही करना चाहती रजव बक को बिकग वथा की िनगरानी करना

पसद ह लिकन वह बिकग िनयमन म सधार करना नही चाहता आरबीआई को अब भावी शासन सिनित करन का अहम काम सभाल

लना चािहए

कारोबार का माहौल NITI AYOG REPORT NITI AYOG report lsquoEase of Doing business mdash An enterprise survey of Indian statesrsquo among other things said starting a business in India took longer than that estimated by the World Bank Navbharat_Times

सरकार आिथक िवकास क सपन जर िदखा रही ह लिकन इसक िलए जो उपाय िकए जान चािहए व उसस नही हो पा रह ह नीित आयोग

की रपोट lsquoEase of doing business ऐन एटराइज सव ऑफ इिडयन टसrsquo म बताया गया ह िक

आज भी दश म कारोबार क अनकल माहौल नही बन पाया ह नया कारोबार श करन म औसतन 118 िदन लगत ह तमाम तरह की

मजरया लन म दरी होती ह

िव बक की सालाना lsquoईज ऑफ डइग िबजनसrsquo रपोट म बताया गया था िक भारत म कारोबार श करन म मा 26 िदन लगत ह नीित

आयोग न आइडीएफसी इीट क साथ िमलकर यह सव तकरीबन पर दश म िकया ह

सव म छोटी-बड़ी 3276 कपिनयो स सवाल पछ गए आयोग का कहना ह िक सरकार को म सधार ज स ज करन होग कोई भी

शस िबना िकसी परशानी क अपना कारोबार श कर सक ऐस कदम उठान होग कारोबार दरअसल एक मानिसकता ह िजसका

दश म ाय अभाव रहा ह

इसका एक सामािजक पहल भी ह िजस पर बात नही होती दश म चिलत वण वथा म कारोबार का दािय एक जाित िवशष पर ही था

वण वथा क बधन ढील पड़न क बावजद समाज म उोग-ापार का काम कछ जाित समहो तक ही सीिमत रहा लोगो को िवरासत म

कारोबार िमलत रह समाज म ापार को बत अी नजरो स दखा भी नही जाता था सामती वथा म किष को सव माना जाता था

उसक बाद कारोबार का थान था जबिक नौकरी िनक मानी जाती थी लिकन सामती समाज क खा क बाद नौकरी पहल नबर पर चली

आई सरकारी नौकरी सान का सबस बड़ा जरया बन गई सबस िशित तबका िकसी सरकारी नौकरी म ऊचा ओहदा पान को अपना

ल समझन लगा कारोबार उसक िलए दोयम दज की ही चीज बनी रही

नौकरशाही और राजनीितक नत म कारोबारयो स अिधक स अिधक वसली करन का भाव रहा िलहाजा कारोबार म मदद करन स ादा

इसम रोड़ अटकान की वि ही दश पर हावी रही उदारीकरण क बाद थितया काफी हद तक बदली ह अब कारोबार को सान की

नजर स दखा जान लगा ह दश म कारोबारी माहौल बनन और सरकारी नौकरयो म कमी आन स उन जाित-समदायो क लोग भी कारोबार क

म आ रह ह जो हाल तक इस अपन दायर स बाहर मानत थ कई राो म अगर कारोबार का कोई माहौल नही ह तो इसका बड़ा कारण

ह वहा क थानीय लोगो और सरकारो म इसक ित उदासीनता क सरकार को लगातार ो-एव ख अपनाकर नए कारोबारयो को

ोाहन दना चािहए

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मबई का सकट

मबई म ई जोरदार बारश और समी ार न िमलकर िजस तरह वहा जनजीवन को परी तरह ठप कर िदया उसस िफर साफ आ िक

हमार महानगर कित की मार क आग िकस कदर असहाय ह Repeating the past mistakes

मबई न 2005 म बाढ़ का भयानक सकट झला ह उस साल एक घट म 944 िमलीमीटर तक बारश ई और लगभग परी मबई डब गई थी

लगता ह उसस कोई सबक नही िलया गया और भीषण बारश म शहर को सभालन क ठोस इतजाम नही िकए गए उस तबाही क बाद मबई

क ढाच को नए िसर स द करन क वाद िकए गए थ लिकन इस दाव की असिलयत मगलवार को सामन आ गई

मबई महानगर पािलका न पहल स तयारी की होती तो लोगो को इतनी ादा परशानी का सामना नही करना पड़ता उस अी तरह पता ह

िक बरसात क मौसम म हालात कभी भी गड़बड़ा सकत ह ऐस सकट स िनपटन क िलए जो ढाचागत इतजाम जरी ह उ हमशा आग क

िलए टाल िदया जाता ह

जस बारश क पानी को िनकालन क िलए जो ड नज िसम ह वह 25 िमलीमीटर ित घट की बारश झल सकता ह इसकी मता

बढ़ाकर 50 िमलीमीटर िकए जान पर काम श हो चका ह मगर क सरकार स 1600 करोड़ पय का फड आन क बाद भी यह

परयोजना िसफ 40 फीसद परी हो सकी ह

जमा ए पानी को बाहर िनकालन क िलए मबई म छह पिपग शन ह िपछल दो-तीन सालो म इन पर 12 सौ करोड़ पय खच िकए गए

ह िफर भी य जाम पड़ ह इसी तरह सीवर और नालो की सफाई म भी ढीलापन िदखता ह साई यह ह िक शहर का िनकासी त बहद

कमजोर ह

शहर क बीच स बहन वाली मीठी नदी एक नाला बनकर रह गई ह

कछ और निदया कचर और अितमण क कारण करीब-करीब न हो चकी ह 2005 क हादस क बाद कई सामािजक सगठनो और

कायकताओ न मबई म चल रह अवध िनमाण पर सवाल उठाया था लिकन सरकारो न इस पर कोई खास ान नही िदया

व आ गया ह जब इन गड़बिड़यो पर कोई स िनणय िलया जाए मबई को एक सम ड नज िसम की जरत ह इसकी लाइफलाइन

लोकल ट नो को बारश क मनजर एक नया प दन क बार म भी सोचा जाना चािहए ाकितक आपदाए आती रहगी उ रोका नही जा

सकता लिकन उनस बचन क िलए तयारी तो की जा सकती ह यह बात मबई क िलए ही नही अ शहरो क िलए भी सच ह तजी स बढ़ती

आबादी और जलवाय परवतन को ान म रखत ए सभी शहरो क ड नज िसम और कचरा बधन को नए धरातल पर ल जान की जरत

उभरत भारत म िवत तीय समावशन

िवत तीय समावशन (financial inclusion) एक ऐसा माग ह िजस पर सरकार आम आदमी को अथव यवस था क औपचारक माध यम म

शािमल करक ल जान का यास करती ह तािक यह सिनश िचत िकया जा सक िक अितम छोर पर खड़ा व यक ित भी आिथक िवकास क लाभो

स विचत न रह तथा उस अथव यवस था की मख यधारा म शािमल िकया जाए और ऐसा करक गरीब आदमी को बचत करन िविभन न िवत तीय

उत पादो म सरित िनवश करन क िलए ोत सािहत िकया जाता ह तथा उधार लन की आवश कता पड़न पर वह उन ही औपचारक माध यमो स

उधार भी ल सकता ह

िवत तीय समावशन (financial inclusion) का अभाव होना समाज एव व यक ित दोनो क िलए हािनकारक ह

जहा तक व यक ित का सबध ह िवत तीय समावशन क अभाव म बको की सिवधा स विचत लोग अनौपचारक बिकग स

जड़न क िलए बाध य हो जात ह जहा ब याज दर अिधक होती ह और ाप त होन वाली रािश काफी कम होती ह चिक

अनौपचारक बिकग ढाचा कानन की परिध स बाहर ह अत उधार दन वालो और उधार लन वालो क बीच उत पन न िकसी भी

िववाद का काननन िनपटान नही िकया जा सकता

जहा तक सामािजक लाभो का सबध ह िवत तीय समावशन क फलस वप उपलब ध बचत रािश म व होती ह

िवत तीय मध यस थता की दता म व होती ह तथा नए व यावसाियक अवसर ाप त करन की सिवधा ाप त होती ह

इस परथित म सरकार ारा ायोिजत सवसलभ बिकग णाली क कारण अिधक ितस पध बिकग परवश की तलना म ामीण

ो म अिधक आिथक िविवधीकरण म योगदान ाप त आ ह Financial Inclusion History

1980 और 1990 क दशको म श िकए गए ढाचागत समायोजन कायमो स िवत तीय बाजार क सधार क लाभ अनक

िवकासशील दशो म पच 20वी शताब दी क आरभ म भारत म बीमा कपिनया (जो जीवन बीमा और साधारण बीमा योजनाए

चलाती थी) और एक कायशील स टॉक एक सचज काम कर रहा था Is Financial Inclusion just limited to banking

िवत तीय समावशन का काय कवल बिकग सवाओ तक ही सीिमत नही ह बल िक यह समान प स बीमा इक िवटी उत पादो

और पशन उत पादो आिद जसी अन य िवत तीय सवाओ क सबध म भी लाग होता ह अत िवत तीय समावशन का अथ बिकग

सवा स विचत िकसी भी म स िथत िकसी शाखा म कवल एक बक खाता खोलना ही नही ह

आम आदमी को अथवस था की मख यधारा म शािमल करन स अनक अन य लाभ भी ह तथा इसस एक ओर जहा समाज म

कमजोर तबक क लोगो को उनक भिवष य तथा कष ट क िदनो क िलए धन की बचत करन िविभन न िवत तीय उत पादो जस िक

बिकग सवाओ बीमा और पशन उत पादो आिद म भाग लकर दश क आिथक ियाकलापो स लाभ ाप त करन क िलए

ोत साहन ाप त होता ह वही दसरी ओर इसस दश को पजी िनमाण की दर म व करन म सहायता ाप त होती ह और

इसक फलस वप दश क कोन-कोन स होकर धन क वाह स अथव यवस था को गित िमलती ह और आिथक ियाकलापो को

भी सवधन ाप त होता ह

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Benefit of Financial Inclusion

दश क जो लोग िवत तीय ष िट स मख यधारा म शािमल नही ए ह व ाय अपनी बचतअपना िनवश भिमभवन और बिलयन

आिद जसी अनत पादक आस ितयो म लगात ह जबिक िवत तीय ष िट स अथव यवस था की मख यधारा म शािमल हो चक लोग

ऋण सिवधाओ का आसानी स उपयोग कर सकत ह चाह व लोग सगिठत म काम कर रह हो अथवा असगिठत म

शहरी म रहत हो अथवा ामीण म स म िवत तीय सस थाए (एमएफआई) गरीब लोगो का आसान एव सस ती ब याज

दरो पर ऋण दन क सवािधक सलभ उदाहरण ह और इस म इन सस थाओ न अनक सफलताए ा की ह

िवत तीय समावशन स सरकार को सरकारी सब िसडी तथा कल याणकारी कायमो म अतराल एव हरा-फरी पर भी रोक लगान

म भी मदद िमलती ह क योिक इसस सरकार उत पादो पर सब िसडी दन क बजाय सब िसडी की रािश सीध लाभाथ क खात म

अतरत कर सकती ह वास तव म इसस सरकार को सब िसडी क िबल म लगभग 57000 करोड़ पय स भी अिधक की रािश

की बचत ई ह और इसस सब िसडी का लाभ सीध वास तिवक लाभभोगी तक पचना सिनश िचत आ ह

इस सरकार ारा िकए गए अनक उपायो म जम-जनधन आधार और मोबाइल सिवधा उपलब ध कराना सवािधक महत वपण ह

जनधन योजना- बिकग सवाओ की पच म व करन और यह सिनश िचत करन क िलए िक सभी परवारो क पास कम स कम

एक बक खाता हो धानमी ी नरन मोदी ारा 15 अगस त 2014 को स वतता िदवस क अवसर पर िदए गए भाषण

म धानमी जनधन योजना नामक राष ट ीय िवत तीय समावशन िमशन की घोषणा की गई तथा इस स कीम को 28 अगस त 2014

को औपचारक प म श िकया गया श िकए जान क एक पखवाड़ क भीतर ही रकाड सख या म बक खात खोल जान क

आधार पर यह स कीम िगनीज बक ऑफ वल ड रकॉड म अपना नाम दज करान म सफल रही अगस त 2017 क म तक इस

स कीम क अतगत 2948 करोड़ खात खोल गए जो एक बड़ी उपलब िध ह तथा इन खातो म स 1761 करोड़ खात ामीणअशहरी

ो और शष 1187 करोड़ खात शहरी ो म खोल गए

जनधन योजना क तहत खाता खोलन पर िमलन वाल अितरक त लाभ य ह िक ाहक को एक प डिबट काड जारी िकया जाता ह

िजसम 1 लाख पय का बीमा कवर िदया जाता ह इसक अितरक त खात को छ महीन तक सतोषजनक प म सचािलत करन

पर ाहक को 5000 पय की ओवर ड ा सिवधा दान की जाती ह ाहको को एक िवशष समय तक खाता खोलन क िलए

30000 पय का जीवन बीमा भी िदया गया ह यह स कीम बत सफल रही ह और इस स कीम क अतगत िदसबर 2016 तक

सवण िकए गए 2122 करोड़ परवारो म स 9999 ितशत परवारो को कवर िकया गया ह 44 लाख स अिधक खातो को ओडी

सिवधा मजर की गई ह िजसम स लगभग 300 करोड़ की रािश स 23 लाख स अिधक खाताधारको न इस सिवधा का उपयोग िकया

बीमा और पशन स कीम- सभी नागरको और िवशषकर गरीब और सिवधा रिहत लोगो को सामािजक सरा दान करन क िलए

वतमान सरकार न धानमी सरा बीमा योजना और धानमी जीवन ज योित बीमा योजना श की ह

पव की स कीम अथात धानमी सरा बीमा योजना (पीएमएसबीआई) 18 स 70 वष क आय समह को कवर करती ह और

कवल 12 पय वािषक क वहनीय ीिमयम पर 2 लाख पय का जोखम कवर दान करती ह इस ीम क तहत 12 अल 2017

क तक लगभग 10 करोड़ कल नामाकन दज िकए गए

बाद की स कीम अथात धानमी जीवन ज योित बीमा योजना 18 स 50 वष क आय समह को कवर करती ह िजनक पास बक

खात ह िकसी भी कारण स बीमाशदा व यक ित की मत य होन पर 2 लाख पय का जीवन कवर बीमाशदा व यक ित क आित को

दान िकया जाता ह इस ीम क तहत 12 अल 2017 तक लगभग 310 करोड़ स अिधक व यक ितयो का नामाकन िकया गया

अटल पशन योजना- यह स कीम 2015 म 18 स 40 आय वग क सभी खाताधारको क िलए श की गई और व पशन रािश क

आधार पर िभन न अशदान चन सकत ह इस स कीम क अतगत अिभदाता को मािसक पशन की गारटी दान की जाती ह और

उसक बाद उसक जीवन साथी को तथा उनकी मत य क बाद उनक बच चो को 60 वष की आय तक सिचत पशन कापस को

अिभदाता क नािमती को वापस कर िदया जाता ह क सरकार भी अशदान क 50 ितशत का योगदान करती ह बशत िक वह

1000 पय ितवष स अिधक न हो 31 माच 2017 तक लगभग 4680 लाख अनमोदनकता इस योजना क साथ जड़

वरष ठ पशन बीमा योजना व सभी अिभदाता िजन होन 15 अगस त 2014 स 14 अगस त 2015 तक वीपीबीवाई म अिभदान िकया

ह उन ह नीित क तहत 9 ितशत का सिनश िचत गारटी रटन िमलगा

धानमी मा योजना- यह स कीम गर-कारपोरट लघ व यापार को औपचारक िवत तीय सिवधा पच दान करन क िलए

अल 2015 म श की गई इस स कीम का मख य उश य भारतीय अथव यवस था क गर िवत तपोिषत को ोत सािहत करना एव

बक िवत तपोषण सिनश िचत करना ह मा योजना क तहत इसक ारभ स लकर 13 अग 2017 तक कल लगभग 8 करोड़ 70

लाख ऋण िदए गए िजसम स लगभग 6 करोड़ 56 लाख मिहलाए थी इस योजना क तहत लगभग 3 लाख 75 हजार करोड़ पए

(िजसम स लगभग 1 लाख 88 हजार करोड़ पए मिहलाओ को) की रािश क ऋण ीकत िकए गए िजसम स लगभग 3 लाख 63

हजार करोड़ पए (िजसम स लगभग 1 लाख 66 हजार करोड़ पए मिहलाओ को) क ऋण िवतरत िकए जा चक ह

अन य स कीम िजनम जीवन सरा बधन योजना सकन या सम योजना िकसान िडट काडसामान य िडट काड और

भीम ऐप शािमल ह

एटीएम और और व हाइट लबल एटीएम की नीितयो का उदारीकरण िकया गया ह एटीएम क नटवक का िवस तार करन क िलए

आरबीआई न गर-बक सस थाओ को एटीएम (व हाइट लबल एटीएम कहलाता ह) श करन की अनमित दी ह अभी तक दश म

6450 करोड़ डिबट काड म स प काड न बाजार िहस स म 38 ितशत (250 एमएम) की त वरत व की ह पीएमजडीवाई (170

िमिलयन) खाता धारको को काड दान िकए गए ह

आरबीआई क अनरोध पर वािणज ियक बको ारा िवत तीय उत पादो तक जनता की पच हत जागकता और िशा दान करन क

िलए िवत तीय जागकता क श िकए गए ह यहा आरबीआई की नीित ह िक िवत तीय समावशन िवत तीय सारता क साथ-साथ

चलना चािहए

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आधार और बक खातो की सहायता स त य लाभ अतरण एक बत बड़ी घटना ह जो जनता को नए खोल गए खातो क साथ

सिय और सपक म रखती ह

स टड-अप इिडया- एससी एसटी मिहला उिमयो ारा ीनफील ड उमो क िलए 10 लाख पय स 1 करोड़ पय तक क बक

ऋण और पारवारक सहायता दान करन क िलए श िकया गया अग 2017 क म तक 38477 ऋण धारको को लगभग

8277 करोड़ पए क ऋण िवतरत िकए जा चक ह िजसम स लगभग 31 हजार मिहलाओ को बाटी गई रािश 6895 करोड़ पए

थी

दश म िवीय समावशन को और अिधक मजबत करन क िलए सरकार न बको को ामीण ो म माइो एटीएम स थािपत करन

की सलाह दी ह परणामस वप- िदसबर 2016 तक 1 14 518 माइो एटीएम स थािपत िकए गए

वचर किपटल ीम इस ीम क तहत सरकार न अनसिचत जाितजनजाित वग क लोगो को रोजगार मागन क बजाए रोजगार

दन की िदशा म य करत ए इस ीम को ारभ िकया इस योजना म यो उिमयो को पहल 50 लाख पए स 15 करोड़

पए तक ऋण उपल कराया जाता था िजसकी सीमा बाद म 20 लाख पए स 15 करोड़ पए तक िनधारत कर दी गई इसम

सरकार न अनसिचत जाितजनजाित क लोगो को समथ बनात ए आिनभरता दान करत ए अ लोगो को रोजगार उपल

करान म सम बनान का काय िकया इसम 70 सथाओ क परयोजनाए मजर िकए एव 265 करोड़ पए क फड मजर िकए जा

चक ह और 40 सथाओ क ऋण िवतरत िकए जा चक ह उखनीय यह ह िक यह उमकम अपन साथ-साथ औसत 20-25

लोगो को रोजगार भी उपल करा रह ह इसम ाज की दर 10 ितशत स घटाकर 8 ितशत कर दी गई ह इस योजना का मल

म यह ह िक अनसिचत जाितजनजाित क लोग रोजगार आित न रहकर रोजगार उपल करान म सम बन

साराश

सरकार िवत तीय णाली म त यक परवार क समावशन क ल य क ित ितब ह तािक जनता दश क िवकास स ाप त िविधक

लाभो को ाप त कर सक और साथ ही जनता स जटाई गई िनिधया जो पहल औपचारक चनल म नही थी इ औपचारक चनल म

लाया जा सक िजसस दश की अथव यवस था को सबल ाप त हो और िवकास पथ शस त हो सक

बाढ़ िवपदा कछ गलितया इसानी भी

Rashtriya_Sahara उरी भारत म बाढ़ (flood) एक रा ीय िवपदा क प म गभीर समा पदा करत ए गरीबी सामािजक िवषमता बरोजगारी आिद लान की

भी मख वजह ह बाढ़ क बत सार कारण ह लिकन उनम मख कारण जलवाय और थलाकित ह ोिक भारत म करीब 1200 िमलीमीटर

क आसपास औसत वषा होती ह इसका 85 फीसद बरसात साल क तीन-चार महीनो यानी जन स िसतर क बीच म होती ह

कितक आपदा भारत की एक मख समा ह इसस सखा बाढ़ चवात और भकप आिद की समा स भारत िसत ह

करीब 85 फीसद भौगोिलक और 24 रा कोई-न-कोई आपदा स पीिड़त हो रहा ह

Flood वतमान समय म भारत की एक मख आपदा बन गई ह जो बत जी-जी आती ह और िजसस बत गभीर प स जानमाल

और धन की ित होती ह

पर उरी भारत म बाढ़ एक रा ीय िवपदा क प म गभीर समा पदा करत ए गरीबी सामािजक िवषमता बरोजगारी आिद लान म

मख भिमका अदा करती ह बाढ़ आन क बत सार कारण ह लिकन उनम मख कारण जलवाय और थलाकित ह ोिक भारत म

करीब 1200 िमलीमीटर क आसपास औसत वषा होती ह इसम 85 फीसद वषा तीन-चार महीनो म जन तथा िसतर क बीच म होती

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Urbanisation कछ सालो म बाढ़ हमार मगा िसटी की भी एक समा बन गई ह िजसम चई और अभी मबई इसका एक जीता-जागता

उदाहरण ह िबहार असम और उर दश तो ित वष इसस पीिड़त होत ह Flood a Natural Disaster

Flood मत ाकितक कारणो स हो सकती ह और मानवीय कारण स या दोनो क सामिहक सबध स हो सकती ह

िबहार व असम म जो बाढ़ आती ह वह उ भिम और िन भिम क सबधो का एक प ह जस-नपाल क पहाड़ी ो म वनो की

कटाई और मानवीय िया-कलापो म व क कारण रन अप (वाह की िदशा) अिधक होती ह जब एक साथ काफी माा म वषा होती

ह और नीच की भिम जो वनाािदत नही ह वह काफी तजी स निदयो की तरफ बढ़ती ह यह मॉनसन का एक म िबद ह

पहाड़ी ो म वनो की कटाई ओवरिजग (गहन चरागाही) क कारण भिम अपरदन रॉक फॉल (पहाड़ो का टटना) क कारण मलब क

प म जब जल वाह ो म होता ह तो सिडमटस लोड क कारण बाढ़ की समा उ होती ह

इसक साथ-साथ तटबधो क रख-रखाव म लापरवाही खराब ाकितक वाह पाली (ड नज िसम) क साथ-साथ िबहार की शोक

lsquolsquoकोसी नदीrsquo म धरातलीय कारण स निदयो क वाह म परवतन होता रहता ह तो वही मौसमी कारणो म अिधक वषा चवातीय

तफान बफ बारी और श ड आिद बाढ़ क म कारक ह

जलवायिवक कारको (हाइड ोलॉिजकल) म भिम मदा नमी भिमगत जल रवर बक (नदी िकनारो) म बदलाव आिद मख ह Human Role in Flood

बाढ़ आन क मानवीय कारको म

भिम क उपयोग म परवतन और निदयो क वाह को रोकना

ऊपरी ो म बहतर वाह पाली म कमी और बाधो स पानी को अचानक छोड़ दना-जो नपाल क कारण-आिद वजह पदा होती रहती

ही निदयोनालो म कड़ा-करकट भर दना भी एक मख वजह ह तो नगरो म बत ही खराब सीवर पाली का होना यहा एक चीज

बताना बत जरी ह िक पिमी दशो म ाम वाटर कट ोल क िलए अलग ड नज होता ह िजसकी हमार यहा कमी ह

सीवर पाली म अितमण क चलत शहर की हालत ादा खराब हो जाती ह िबहार की समा की असली वजह नपाल क पहाड़ी

ो म अिधक वषा व वनो का िवघटन और लोकल बाढ़ की समा स खद को बचान क िलए पानी छोड़ दना निदयो व नालो म

अितमण वाह पाली की कमी और समिकत भिम उपयोग िनयोजन की कमी ह What to be done

इसक िलए क और िबहार सरकार को कई ो म सधार लान होग हम नपाल स इस सबध म मॉनसन टाइम म नदी क जल क र

को मॉिनटर करन क िलएसय मॉिनटरग िसम अिधक स अिधक वन और वनितयो को लगाना शहरी ो म छोट-छोट नालो को

अितमण स बचाना बाढ़ स सबस ादा पीिड़त इलाको क िलए मानिच और सदर सवदन पाली (रमोट सिसग) और भौगोिलक

सचना पाली आिद का उपयोग करत ए माइो लवल पर मानिच तयार करन होग िजनस पता चल सक िक आध मीटर निदयो क

वाह म िकतना फल भािवत होगा

एक मीटर जलर उठान पर इस सबध म हम टोपोािफकल शीट िजसस धरातल की ऊचाई का भी पता लग सकता ह लाग कर सकत

ह लोगो को याद होगा िबहार म कोसी नदी म बत भीषण बाढ़ 2008 म आई थी जो बाध म कटाव स इतना िवकराल प धारण कर

िलया था िजसम 527 जान गई थी 19 हजार पशओ की मौत हो गई थी और करीब 2 लाख स ऊपर घरो को नकसान आ

जबिक 3 करोड़ स ादा लोग पीिड़त ए थ 2017 की बाढ़ म भी 500 स अिधक लोग मर चक ह यिद िनयत र पर डटा को दख

तो िजतन लोग आपदा स पीिड़त होत ह उनम 26 फीसद बाढ़ स होत ह और िजतनी आपदा घिटत होती ह उसम 43 फीसद बाढ़ ही

वजह होती ह

इसक अलावा हम मौसम क पवानमान की सटीक जानकारी म मददगार उपकरणो का इमाल करना होगा

क ीय जल कमीशन की िजदारी क साथ-साथ जनता म भिम उपयोग िनयोजन को ोािहत करत ए नय-नय जीिवका क साधनो को

भी बताना होगा जस अिधक जल भािवत ो म बास की खती को ोािहत िकया जाए िजसस लोगो को आय क साधन िमल सक

इसी तरह मजरपर स दरभगा का जो लबा च ह उस इलाक म मखाना की खती बड़ पमान म होती ह लिकन बड़ी समा उसक

सरण की ह इस सिवधा क अभाव म वहा क लोगो की आमदनी पर बरा असर पड़ता ह सरकार को इस िवषय पर सजीदगी स

िवचार करना चािहए

इसी तरह एक समय िबहार म साठी धान की खती का अा-खासा चलन था साठी धान जो 60 िदनो म तयार हो जाता था लिकन िपछल

कछ सालो म इसकी खती ख सी हो गई ह इस पर िकसी का भी ान नही ह इसकी खती को एक बार िफर स ोािहत करन की

जरत ह

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2019 तक अतररा ीय मानक (Basel standard of banking III) पर करन क िलए बको को 416

अरब पय स भी ादा पजी चािहए

बसल 3 बिकग मानको को परा करन क भारतीय बको को माच 2019 तक 416 अरब पय स भी ादा अितर पजी की ज़रत होगी

यह रक़म मौजदा बजट म सरकार ारा तय की गई 70 अरब पय की रक़म स कही ादा ह

िफच की रपोट म इस अनमािनत पजी का आकड़ा एजसी क िपछल अनमान स कम ह इसस पहल उसन 576 अरब पय स भी ादा

का आकड़ा िदया था इस कमी की वजह कज बाजार मव की रार का धीमा होना ह इस सबध म िफच न भारतीय ऋणदाताओ को

चतावनी भी दी थी उसन चताया था िक पजी बढ़ान क िलए बको क पास सीिमत िवक ह

भारतीय बको पर इस समय ऐस कज को लकर भारी दबाव ह िज वसलन म उ बत िदत हो रही ह िदसबर तक ऐस कज का

आकड़ा 960 अरब पय स भी ादा हो गया था इसका एकबड़ा िहा सरकारी बको का ह िफच क मतािबक लगता नही िक अितर

पजी को ीकित िमलन तक य बक इस मल स पीछा छड़ा पाएग

What is Basel standars of Banking बसल मानक बिकग और िवीय सथाओ को अतरा ीय र का प दन क िलए िनधारत िकए गए ह माना जाता ह िक इ परा करन

स बको को िवीय जोखमो स बहतर ढग स िनपटन औरअपनी थित को मजबत बनान म मदद िमलती ह इन मानको को टजरलड क ब

सल शहर म थत एक सिमित जारी करती ह

अथवथा म सधार क िलए मजबत हो दरसचार Business_Standard इसम दो राय नही ह िक दश की अथवथा कई िदतो स दो-

चार ह वह िदशाहीन और गितहीन भी हो चकी ह इसक िलए मौजदा सरकार क कछ कदम तो िजदार ह ही साथ ही कछ चीजिवरासत म

भी िमली ह उदाहरण क िलए िपछली सरकार क आसतोष घोटाल और िवप की िजद इसक िलए िजदार ह इसकी वजह स ससदीय

िया को ठस लगी इसक बाद आई नईसरकार भी हालात को उस कदर सभाल नही पाई जसी िक उसस अपा थी बहरहाल आरोप-

ारोप स कोई फायदा नही ह ब कोिशश यह होनी चािहए िक आग सधार को अजाम िदया जासक

What to be done कछ कदम ऐस ह िजनको ताल उठाए जान की आवकता ह लिकन हम शायद उनको टाल रह ह मलभत बिनयादी ढाचा हमारी ताा

िलक आवकता ह इसक अलावा सामािजक सथानोऔर नत को भी एकीकत करन की आवकता ह जरत इस बात की ह िक कछ

सामा वथाए िनिमत की जाए और सरचनाक उादक गितिविधयो को अजाम िदया जाए हालािक इसमसमय लगगा और ऐसा करना

आसान भी नही होगा

बिनयादी ढाचा म ॉडबड सबस जी और सबस तज ितफल दान कर सकता ह

इसक िलए ऐसी नीितया अपनानी होगी जो अपन आप पर थोप गए शासिनक ितबधो क बजाय मौजदा ससाधनो को उिचत पच द पा

ए इसक अलावा ऊजा पानी और सीवज तथा परवहनआिद क म काम करना काफी जिटल ह

इन कामो म पजी भी बत ादा लगगी इतना ही नही बहतर सचार सहयोग क साथ अ बिनयादी सिवधाओ का िनमाण और बधन

करना भी आसान हो जाएगा

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Is government doing something in this regard थम iumlया तो यही तीत होता ह िक सरकार ऐसा कर रही ह उदाहरण क तौर पर तीन महीन पहल एक अतर मालय समह (आईएम

जी) का गठन िकया गया िजस ऋण दरसचार कोिनजात िदलान सबधी हल सझान थ

अतरम रपोट स कोई अ सकत नही िनकलत इसम सझाव िदया गया ह िक िकसी बड़ नीितगत बदलाव की आवकता नही ह ो

िक सधार क सकत िमल रह ह दभा की बात ह िकआईएमजी की अितम अनशसा भी ऐसी ही ह उसन म और लाइसस श

भगतान को 10 वष क बजाय 16 वष कर िदया ह और ाज दरो म करीब 2 फीसदी की कमी कर दी ह बहरहाललाइसस श या

म श म कोई कमी नही की गई ह न ही समावशन क िलए म की सीमा िशिथल की गई ह अतरसबिधत श का िनधारण द

रसचार िनयामक ािधकरण (ट ाई)करगा और म नीलामी को अल 2018 क बाद अजाम िदया जाएगा परत अिधक नकदी और

अिधक ितधा वाल इस म पजी की आवकता को कछ और महीन तक टालन तथाअ ािवत उपायो स हालात म कोई ब

दलाव नही आएगा

ा इसस दरसचार म सधार आएगा मझ समत कई पयवको और सवादाताओ को लगता ह िक ऐसा नही होगा नीच दी गई वज

हो स यह उठता ह िक ा आईएमजी न अपनीअनशसाए परी जानकारी क आधार पर की या िफर ा उनको हकीकत का परा अ

दाजा था

बड़ बदलाव ो आवक कड़ नीितगत कदम उठान की ताल आवकता ह

टजी न सझाव िदया िक िवकिसत दशो की दरसचार सवा दाता कपिनयो का डाटा सवाओ पर मािजन नकाराक ह यह भारत क

िलए अहम ह ोिक एक तो हम नटवक और िडिलवरी म अहम वदिघ की आवकता ह दसरा यह वहाय ह और तीसरा इसक

बावजद इसम थािय ह और नकदी की आवक सकाराक ह

हकीकत यह ह िक पहल स सकट इस का राज सन 2016 म रलायस िजयो क आगमन क बाद तजी स िगरा ह इसक साथ

ही सरकार का लाइसस और म श भी कम आ हइस की बात कर तो रलायस िजयो न पर बाजार म उथलपथल मचान क

बावजद जन 2017 तक क छह माह क िलए कवल 4781 करोड़ पय की रािश लाइसस और म श क प मचकाई यह सवा

दाताओ क कल भगतान क एक फीसदी स भी कम था ोिक उसका राज कम रहा इसक िवपरीत भारती एयरटल न 290275 करो

ड़ पय वोडाफोन न 200525 करोड़पय और आइिडया सलर न 167767 करोड़ पय चकाए इस नीित न इस को बत बरी

तरह भािवत िकया ोिक राज और सरकारी सह म तजी स िगरावट आई इसस बिनयादीढाचा कमजोर पड़ा

यिप कवल उ सरकारी राज को मानक मानना भी ठीक नही ह

डड ऐड पअस की एक रपोट म राज म इस वष 10 फीसदी िगरावट का अनमान ह लिकन यह तो कवल एक पहल ह बाजार की

हालत लगातार खराब रहन वाली ह परचालन राज औरसरकारी सह म कमी उस भािवत करगी

इन तमाम वजहो स उोग की मता बरी तरह भािवत हो रही ह जबिक दश को बहतर दशन और पच की आवकता ह ोिक द

श म करीब 30 करोड़ डाटा ाहक ह पया नटवक पचका िनमाण करना होगा कवल तभी िशा ा और मनोरजन की सरकारी

और वािणक जरत परी की जा सक गी

कवल सरकार ही उिचत नीितया और िनयम िवकिसत कर सकती ह सन 1997-

98 म इस म ठहराव क बाद तालीन राजग सरकार न सन 1999 म दरसचार नीित की मदद स एक राजसाझदारी वथा की

थी शआत म सरकार की िहदारी बत ादा थी लिकन बाद म इसम कमी की गई और ितधा बढ़ाई गई मोबाइल टलीफोनी

म तज इजाफा आ और इसक साथही सरकारी राज भी बढ़ा ॉडबड म भी वसी तजी लान क िलए हम ताल कछ नीितगत कदमो

की आवकता ह

लागत कम करन क िलए बिनयादी सरचना साझा करना इसक िलए दो-

तीन कपिनयो का समह बन तािक ितधा हो इनकी िनगरानी सरकार क पास रह उदाहरण क िलए ीडन का 70फीसदी िहा ट

लीनॉर और एचआई3जी क साझा नटवक स आािदत ह इस बड़ शहरो क बाहर साझा िकया जाता ह साझा नटवक क िलए उपकर

ण उपल ह हम कवल नीितयो कीआवकता ह

म को एक साझा सावजिनक ससाधन बनाया जाए आविटत म क िलए लाइससशदा सवादाताओ और िविनमाताओ और ड

वलपरो को ितीयक पच (ाथिमक धारक को ाथिमकतादी जाती ह) उिचत राज-

साझदारी वाली कीमत पर दी जाए वह भी िबना श क इसकी शआत िबना इमाल क टीवी की बची ई ी सी स की जाए

वाईफाई क िलए विक मानको क अनप म आविटत िकया जाए

ऐसा करन स म और नटवक का अिधकतम इमाल सभव होगा यह आज की तरह किम ितबधो वाला नही होगा बहतर नटव

क और सवाओ स हम सभी लाभात होग इसक साथ हीसरकार का राज भी बढ़गा

निदयो को जोड़न म चनौितया कम नही भारत एक नदी मातक दश ह यहा की तमाम बड़ी-छोटी निदयो न ही अपन तटो पर यहा हजारो बरसो स नाना सताओ और परपराओ को

उपजाया व सीचा

First proposal of river linking जल का इस उपमहाीप क जीवन म मह समझकर सन 1858 म सर आथर थॉमस कॉटन नाम क एक अज इजीिनयर न

पहल-पहल सरकार को सझाव िदया था िक मानसन तो चार ही महीन का होता ह वह भी दविनभर उसक बाद यह महादश

लगातार बाढ़-सखाड़ स िकसी न िकसी इलाक म जझता रहता ह िलहाजा भारत की कछ बड़ी निदयो को ो न नहरो क जाल

की माफ त इस तरह स जोड़ िदया जाए िक एक साथ सार दश को हर मौसम म जीवन-यापन और खती दोनो क िलए पया

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पानी िमल सक उनक इस सझाव म दम था लिकन इसकी ािवत अिभयािकी का काम बत पचीदा और खचला

था 57वनी ाित की मार स उबर रही ििटश सरकार क िलए करन को तब और भी कई जरी शासकीय काम सर पर सवार

िदखत थ िलहाजा यह िवचार कागजो पर ही सीिमत रहा

After Independence कोई डढ़ सौ बरस बाद लोकतािक भारत म पानी की बढ़ती िकत क दबाव स इस िवचार को िफर सामन लाया गया पर इस

बार जब बात िनकली तो दर तलक गई कछ बड़ी बात सामन आईिजनक अनसार आज की बिनयादी तौर स बदल चकी

भौगोिलक राजनीितक और सामािजक परथितयो म यह मामला परवान चढ़ाना आसान नही होगा

Economic view point िफर च की भी बात ह दश क सार जल-ससाधनो की श बदलकर 30 बड़ी निदयो

और 3000 अ जलोतो को जोड़न वाली इस िवराट परयोजना को परवान चढ़ान क िलए कम स कम 15000 िकलोमीटर

नहर बनानी होगी इसका कल खच आकलन क अनसार कम स कम तीन िट िलयन डॉलर बठगा जो समयानसार और भी

बढ़ सकता ह ा यन-कन अथवथा को पटरी पर रखन क िलए िदन-रात जझ रहा दश इतना भारीभरकम य सह

सकता ह

इस सबक बावजद सरकार म योजना क परोकारो का कहना ह िक तमाम जोखमो क बाद भी नदी जोड़न वाली जल

वथा क तीन भारी फायद होग पहला फायदा यह करीब 8 करोड़ सात लाख एकड़ जमीन की िसचाई की वथा

सलभ कर दगा दो इसस बड़ पमान पर पनिबजली योजनाए चाल की जा सक गी िजनस हमार हर गाव को िबजली िमल

सकगी िफर सालाना जल की उपल भारत की दो बड़ी तकलीफो- सखाड़ और बाढ़ दोनो को भी कम करगी जो हर

बरस लाखो लोगो को दरबदर करती और भखा बनाती आई ह

इतनी बड़ी परयोजना एक ही तरह क न क तहत नही चलाई जा सकती इसक तीन बड़ भाग कर उनक िलए तीन तरह

क कायम बनान जरी होग एक भाग वह होगा जो दगम होत ए भी जलसप सार उर भारत की उन बड़ी निदयो

को जोड़गा िजन सबक गोमख िहमालय म ह पर उरी जल म िकसी भी तरह क हप स पहल दो पड़ोसी दशो-

नपाल और भटान को भी अिनवायत राजी करना होगा िजनस हम जल साझा करत आए ह भगभय ि स इस बहद

नाजक इलाक की लगातार िबगड़ती पयावरण दशा क मनजर िहमालय म पहाड़ो स िकसी तरह की बड़ी छड़छाड़ क

सभािवत सभी नतीजो पर भी सोचना होगा दसर िह म दिण भारत की 16 निदयो का आता ह जो उर की तलना

म कम जल ससाधनय रहा ह यहा की बड़ी निदया एकािधक राो स होकर बहती ह इसक मनजर योजना क तीसर

तथा खास पचीदा िह म अतरराीय जल बटवार तथा बाध िनमाण स जड नाजक मसलो को रखा गया ह िजन पर बत

समय स तिमलनाड व कनाटक महारा और गजरात राजथान और गजरात क बीच तनातनी चली आई ह

इस िबद पर गौरतलब यह ह िक निदयो को जोड़न की योजना का मल खाका बत पहल की भौितक थित और नदी जलर

पर बनाया गया था तब स अब तक ोबल वािमग तथा आबादी म बपनाह बढ़ोतरी स भारत म बत बड़ पमान पर तरह-तरह

क बदलाव आ चक ह उदाहरण क िलए 1901 स 2004 तक क कालखड क उपल मौसमी डाटा पर िकए (मबई तथा चई

क भारतीय ौोिगकी सथानो क समवत) शोध स यह जानकारी िमली ह िक सौ बरसो म दश की आबादी तो 32 करोड़ स

बढ़कर सवा सौ करोड़ हो गई लिकन उसी क साथ दशभर म होन वाली कल बारश19 फीसदी घट गई ह नतीजतन महानदी

तथा गोदावरी सरीखी दिणी निदयो क जो कभी अितर जल स सप थ उनम आज पानी की भारी कमी हो गई ह

उर म भी गगा यमना व प सभी क उम-ोत िशयर तजी स पीछ सरकत जा रह ह

River not unidimensional इसक अलावा एक बात और मल नदी जोड़ो योजना सार भारत भिम को एक सरीखा मानकर चलती ह जबिक भारत की

बनावट कही पहाड़ी ह तो कही मदानी हमारी तकरीबन सारी निदया ऊबड़-खाबड़ रतीली पथरीली हर तरह की भौगोिलक

जमीन स गजरती ह इसस उन सबक जल की कछ रासायिनक िवशषताए आ गई ह और उनक ही बत हर इलाक का अलग-

अलग िक का जलचर थलचर जीवन बना और वानितक िवकास आ ह निदयो को गर-कदरती तरह स जोड़न स जब दो

अलग तरह क जल िमलग तो हर नदी क िगद अनािदकाल स मौजद तमाम तरह की वनित और जलचरो म भारी भल-बर

बदलाव आ सकत ह और वािनक कहत ह िक उनक बार म अभी कोई अदाजा लगाना किठन ह उधर लगभग 2766 लाख

एकड़ डबन स कोई 15 लाख की आबादी भी बघर हो जाएगी उदाहरण क िलए कन तथा बतवा निदयो को ल िजन पर काम

जारी ह उनको जोड़न क दौरान उस इलाक की 5500 हयर जमीन डब म आएगी इसस पा का अभयार दभािवत

होगा और वहा क सरित बाघो क साथ दोनो निदयो क दलभ होत जा रह घिड़यालो और मछिलयो की जाितयो क ल होन

की भी आशका बनती ह

Political Opposition राजनीितक चनौितया भी कम नही पानी की लगातार बढ़ती कमी न जल बटवार क म को राजनताओ क ीय वोटर समहो

की ति क िलए बत महपण बना डाला ह उर दश और म दश तिमलनाड और कनाटक सभी सशक ह सिवधान

क तहत चिक जल ससाधनो पर अितम राजकीय हक रा सरकारो क पास होता ह तो िजस भी रा को लगगा िक नदी जोड़न

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स उसक लोगो क िलए पानी कम हो जाएगा व तरत योजना पर अड़गा लगा सकत ह कल िमलाकर नदी जोड़ो योजना की

िजतनी तारीफ की गई ह वह उसक लायक नही सािबत होती कम स कम अपन मौजदा न क तहत

भजल र (Ground water level) म लगातार िगरावट भजल र म लगातार हो रही िगरावट क बीच हाल म ए एक शोध म इसक तजी स दिषत होन क बार म भी पता लगा ह

इिडया साइस वायर की एक रपोट क मतािबक भारतीय और ििटश वािनको ारा िकया गया यह शोध बताता ह िक भजल

म नाइट ट ोराइड ोराइड आसिनक सीसा सलिनयम और यरिनयम जस हािनकारक तो की माा लगातार बढ़ती जा

रही ह इसम िवदयत चालकता और लवणता का र भी अिधक पाया गया ह शोधकताओ क अनसार भजल म सलिनयम की

माा 10-40 माइोाम ित लीटर और मॉिलडनम की माा 10-20 माइोाम ित लीटर पाई गई ह इसक अलावा इसम

लगभग 09-70 माइोाम ित लीटर यरिनयम की साता होन का भी पता चला ह शोधकताओ क मतािबक इस अयन म

जलभत (एाफर) क ऊपरी 160 मीटर िह म मौजद तो का रासायिनक िवषण िकया गया ह अयन म किष

शहरी ामीण और म मदानो समत कल 19 अलग-अलग तरह क ो की भिम शािमल थी इन भागो म उथल (0-50 मीटर)

और गहर (60-160 मीटर) एाफरो स जल क नमन एक करक भजल दषण का अयन िकया गया जलभत या एाफर

ा ह पी की सतह क भीतर थत उस सरचना को एाफर कहत ह िजसम मलायम चानो और छोट-छोट परो क बीच

म भारी माा म जल भरा रहता ह एाफर की सबस ऊपरी परत को वाटर-लबल कहत ह सामातः भजल एाफर म

ही पाया जाता ह हािनकारक त भजल तक पचन क कारण सबस मख कारण भिमगत जल क अधाधध दोहन

रासायिनक उवरको क उपयोग और सतह पर औोिगक कचरा बहाए जान को मानत ह वािनको न इस बात क भी

माण िदए ह िक मानव-जिनत और भ-जिनत हािनकारक त तलछटीय एाफर त स होकर गहर एाफरो म पच रह ह

लगातार दोहन स भजल का र िगरता ह िजसस उथल या ऊपरी एाफ़रो की खाली जगह म हवा भरन स उसम ऑीजन

की माा बढ़ जाती ह इस ऑक भजल कहत ह ऑक भजल क कारण नाइट ट या नाइट ाइट का गसीय नाइट ोजन म

परवतन सीिमत हो जाता ह इसस उथल भजल म सलिनयम और यरिनयम जस तो की गितशीलता बढ़ जाती ह वही गहर

एाफ़रो तथा शहरी क उथल एाफ़रो म िमलन वाली यरिनयम की अिधक माा का सबध उ बाइकाबनट य जल

स पाया गया ह अयनकताओ का कहना ह िक शोध स ा परणाम उर-पिम भारत म भजल क बधन क िलए

महपण सािबत हो सकत ह लिकन भजल म सलिनयम मॉिलडनम और यरिनयम जस खतरनाक तो का अिधक माा म

िमलना काफी ादा िचताजनक ह ोिक गहर एाफरो क दिषत होन पर भजल की गणवा सधरन म बत समय लग

जाता ह यानी यह और भी बड़ी चतावनी ह ोिक भजल का र तो िगर ही रहा ह बचा आ भजल भी खतरनाक प स

दिषत हो रहा ह

भारत म पषो क मकाबल मिहलाओ की बरोजगारी (Women Unemployment) अचानक ो

बढ़न लगी ह िव बक न भारत म रोजगार क अवसरो पर हाल ही म एक रपोट जारी की ह इस रपोट स खलासा आ ह िक

भारतीय अथवथा म िवकास क दौरान मिहलाओ क िलए पया सा म रोजगार पदा नही हो रह ह सबस चौकान वाली बात

ह िक बीत सालो म कामकाजी मिहलाओ की सा म तजी स िगरावट आई ह इस समय ामीण और शहरी की िसफ 274

ितशत मिहलाओ (कामकाजी उ की) क पास रोजगार ह जबिक एक दशक पहल यह आकड़ा 43 ितशत था भारत क मकाबल

मिहलाओ क रोजगार की थित िसफ पािकान (25 ितशत) और अरब दशो (23 ितशत) म खराब ह वही दसरी तरफ नपाल म

80 ितशत मिहलाओ क पास रोजगार ह चीन म 64 बाादश म 574 और अमरका म 563 ितशत मिहलाओ क पास रोजगार

ह भारत म इस थित क पीछ कई कारण हो सकत ह जस कहा जा सकता ह िक यहा मिहलाए नौकरी की तलना म पढ़ाई को

ादा तवो दती ह हालािक आकड़ बतात ह िक हर शिक र पर मिहलाओ म बरोजगारी ादा ह हमार यहा चिलत जाित

वथा को भी इसकी वजह नही बताया जा सकता ोिक दिलतो स लकर ऊची जाित की मिहलाओ तक म बरोजगारी की

समा कमोबश एक जसी ही ह इसी तरह ववािहक थित भी इसक पीछ नही हो सकती ोिक अिववािहत और िववािहत दोनो

िणयो म बरोजगार मिहलाओ की सा बराबर ह Reason for this इसकी एक वजह शारीरक म या मिहलाओ क कामकाज को

लकर हमार समाज म फला दराह जर हो सकता ह परवारो म जस ही आमदनी बढ़ती ह आमतौर पर मिहलाओ का घर क

बाहर जाकर काम करना बद हो जाता ह वस भी 2006 स 2014 क बीच ामीण ो म मजदरी की दर म बढ़ोतरी ई ह वही

कामकाजी थलो पर बढ़ती असरा न मिहलाओ स उन रोजगारो को छीनन का काम िकया ह जहा दर रात तक काम होता ह

हालािक िवबक की इस रपोट म मिहलाओ की बरोजगारी का आकड़ा ादा िदखन का एक कारण और हो सकता ह कई

मिहलाए उन ो म काम करती ह िजनक आकड़ इस रपोट म शािमल होना मल ह जस िसलाई-कढ़ाई का काम पपर बग या

अचार बनान का काम य अनौपचारक काम वस ही ह जस हमार यहा मिहलाए दसर घरल काम करती ह या बो और बजग की

दखभाल करती ह इस सबक बावजद अगर मिहलाओ क िलए रोजगार क अवसर कम हो रह ह तो इसकी मल वजह यही ह िक

कल रोजगार की व दर म िगरावट आ रही ह 2001 स 2011 क बीच यह सालाना दो ितशत थी लिकन अब एक ितशत पर आ

गई ह यानी कम स कम नौकरया पदा हो रही ह और जािहर ह िक इन पर पहल पष का जमा रह ह इन हालात को सधारन

का यही तरीका ह िक ादा स ादा और अी स अी आमदनी वाल रोजगार क अवसर पदा िकए जाए Robot Are they dangerous for Jobs Robot आज की हमारी दिनया म आशा और आशका दोनो का एक बड़ा ोत बन

ए ह जहा एक तरफ उनस िमलन वाली सिवधाए हम आक कर रही ह वही दसरी तरफ यह खतरा भी मह बाए खड़ा ह िक य हमार

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यवाओ स रोजगार क मौक छीन लग इसी सदभ म सय रा की एक ताजा डी रपोट न सबका ान खीचा ह जो बता रही ह िक bull

रोबॉट स खास डरन की जरत नही ह bull इस रपोट म िविभ दशो क अनभव क आधार पर िदखाया गया ह िक रोबॉट इसानी म श

क िलए नकसानदह नही सािबत होत bull चीन औोिगक रोबॉटो की सा क मामल म दिनया म दसर नबर पर आता ह इसक बावजद वहा

िपछल दस वष म नतम मजदरी डढ़ गना बढ़ गई ह bull जमनी और मको जस दशो म भी ऑटोमशन क कारण रोजगार घटन क

बजाय बढ़ ह कई दशो म रोबॉट क चलत बाहर स काम क ऑडर आन लग ह गौरतलब ह िक िफलहाल रोबॉट का ताप ादातर

िवकिसत दशो म ही िदखता ह 60 फीसदी रोबॉट िवकिसत दशो म ह ोबल शयर का 43 फीसदी तो कवल तीन दशो अमरका जमनी

और जापान म ह भारत िफलहाल इसम कही नही ह लिकन धीर-धीर ही सही इस भी उस तरफ बढ़ना ही ह इसीिलए इसस जड़ी आशाए

और आशकाए इसक िलए भी महपण ह मगर माक की बात यह ह िक ऐसी कोई एक डी इस बार म अपनी राय थर करन का आधार

नही बन सकती परर िवरोधी बात कहन वाली कई डी आती रही ह और अभी आएगी वजह यह ह िक अभी हमारी दिनया इस नई

वि को समझन की िया म ह इसिलए सबस अी बात यही हो सकती ह िक हम भी अपनी आशाओ और आशकाओ को एक तरफ

करक इस समझन की कोिशश कर डरन की जरत इसिलए नही ह िक जसी भी तकनीक हो इस इसान न ही बनाया ह और इसान ही इस

इमाल भी करन वाला ह इसिलए एक बार इसकी खिबयो-खािमयो को अ स समझ िलया तो िफर इसक इमाल का सव तरीका

तय करन म भी हम िदत नही होगी

िनयात बन सकता ह िवकास का इजन यकीनन दश क िनयात म सधार क कछ सकत उभरकर सामन आए ह

bull वािण मालय क 15 िसतबर को जारी आकड़ो क अनसार िनयात म अग 2017 क दौरान शानदार तजी दखी गई और इस दौरान

िनयात 1029 फीसदी बढ़कर 2381 अरब डॉलर पच गया

bull जबिक इसस िपछल साल की समान अविध म 2159 अरब डॉलर का िनयात आ था

bull इस वष माच क बाद स िनयात म लगातार चार माह तक िगरावट दखी जा रही थी इसी तरह चाल िव वष 2017-18 म अग तक कल

िनयात 857 फीसदी बढ़कर 11857 अरब डॉलर रहा जो िपछल साल की समान अविध म 10921 अरब डॉलर था नए आकड़ो स पता चलता

ह िक िनयात क मख 30 ो म स कवल चार म ही नरमी दज की गई इजीिनयरग क साथ-साथ परधानो और फामा क िनयात भी

बढ़ ह

Export amp Manufacturing Synergy वत िनयात म नए सकन क बाद भी दश म िनयात बढ़ान की चनौती कम नही ई ह िनयात को बढ़ावा दकर

िविनमाण की व दर को गित दी जा सकती ह चाल िव वष की पहली ितमाही म मौजदा दाम पर जीडीपी क

अनपात म िनयात 182 ितशत रहा जो िव वष 2016-17 की समान ितमाही म 193 ितशत था यिद हम िपछल दो

वष क िनयात पर को दख तो पात ह िक विक िनयात माग कम होन स वष 2015-16 म दश स कल 269 अरब

डॉलर म की वओ का िनयात िकया गया जबिक वष 2016-17 म िनयात का म 274 अरब डॉलर रहा आकड़

बता रह ह िक वष 2014-15 म िनयात 310 अरब डॉलर रहा था िनयात की चनौती और बढ़गी ोिक िव ापार

सगठन क िनयमो क मतािबक वष 2018 तक भारत को िनयात को सडी दना बद करना होगा सचमच मद होती

विक अथवथा म िनयात म बढ़ा ल ा करना मल िदख रहा ह ऐस म वतमान चनौती का सामना करन

क िलए नीित आयोग क सधारवादी एजड पर ान दन की जरत ह िजसम िविनमाण छोट व मझोल उोग और

िनयात को बढ़ावा दन क िलए सरकारी नीितयो की अहम भिमका बताई गई ह

Increasing Competition from other Developing Countries भारतीय िनयातको क सगठन िफयो का कहना ह िक बाादश िवयतनाम थाईलड जस दशो न अपन िनयातको को पया सिवधा दकर

भारतीय िनयातको क सामन कड़ी ितधा खड़ी कर दी ह िनयातको का कहना ह िक जीएसटी रफड लन म किठनाई आ रही ह सरकार

न रफड दावज फाइल करन की ितिथ बढ़ा दी ह िनयातको को पहल उन वओ क श म आयात की अनमित थी िजनका इमाल

व िनयात क िलए माल तयार करन क िलए करत थ लिकन जीएसटी क बाद श का भगतान करना होगा और बाद म रफड क िलए

आवदन करना होगा पय की तजी स बढ़ी मजबती और ऊची कीमत स िनयात बाजार म भारत की ितधा मता कम ई ह

सरकार का ल 2022 तक िकसानो की आय दोगना करना भी ह इसक िलए किष िनयात भी बढ़ाना पड़गा जािहर ह नए वािण मी की

चनौितया कम नही ह इसम िनयात व क दीघकािलक यासो क तहत िनयात कारोबार का कमजोर बिनयादी ढाचा सधार अहम ह

खासतौर स समी ापार स सबिधत बिनयादी ढाच पर िवशष ान दन की जरत ह साक क पड़ोसी दशो और अफगािनान म भारत क

िनयात बढ़न की सभावनाए ह ि दशो और ामार व मलयिशया सिहत आिसयान दशो को भी िनयात बढ़ सकता ह

पयावरण सरण को रोजगार स भी जोड़गा सीपीसीबी क ीय वन एव पयावरण मलय क अधीन क ीय

दषण िनयण बोड (सीपीसीबी) न इस िदशा म अत ही महाकाी योजना तयार की ह Background वाय जल व कचरा

दषण न कवल िदी-एनसीआर ब दश भर म गभीर समा बन गया ह िदन ित िदन समा िवकराल होती जा रही ह

लिकन गाइडलाइस होन क बावजद िशित पयावरण हरी न होन स इस बाबत कछ ठोस काम नही हो पा रहा बात चाह

औोिगक ो क ट ीटमट ाटो (एसटीपी) क रखरखाव की हो या वाय दषण िनयण उपकरणो क सचालन और िविभ कार

क कचर क िनारण की अममन यही बहाना बना िदया जाता ह िक िशित ाफ नही ह इसी थित क मनजर सीपीसीबी न

अब अपन र पर यवाओ को उ तीनो ो म िशित करन की योजना बनाई ह

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What is the plan इसक तहत 10वी या 12वी पास 18 स 30 साल क यवाओ को तीन माह या 360 घट का ावहारक िशण

िदया जाएगा इस योजना को धरातल पर लान क िलए सीपीसीबी न इक पयावरण िशण सथानो और एजिसयो स ऐसा

अशकािलक िशण दन क िलए 15 िदनो क भीतर कोस मोल शल फ की िशण क ो तथा सथागत ढाच की

जानकारी मागी ह इसक बाद सीपीसीबी योजना का परा मसौदा तयार कर िवीय मजरी क िलए पयावरण मलय को भजगा

मलय की हरी झडी िमलत ही िदी -एनसीआर एव दश भर क आचिलक कायालयो को पयावरण दषण िनयण क इस

िशण की योजना को ारभ करन क िनदश जारी कर िदए जाएग

छोट उोगो की िचता कर सरकार Dainik_Jagran क सरकार न मन बनाया ह िक वतमान म गहरा रही आिथक सी को तोड़न क िलए सरकारी खच म व की जाएगी सरकार क इस मत

का ागत ह परत यह कदम सफल तब ही होगा जबखच की िदशा आम आदमी की ओर होगी सरकार को चािहए िक वह खच बढ़ाए

आम आदमी क िलए रोजगार बनाए और अथवथा को पन पटरी पर लाए सरकार इस िदशा म सोच रही ह तोयह सता का िवषय ह

मदी का एक

और कारण ह ऑटोमिटक यानी चािलत मशीनो स उादन सरकारी नीित ह िक आधिनक ऑटोमिटक मशीनो स उादन को ोाहन

िदया जाए िजसस हम िवकिसत दशो कीबराबर गणवा वाला माल बना सक लिकन हमार दश की परथित अलग ह यहा बड़ी जनसा ह

िजस रोजगार उपल कराना ह वतमान म रोजगार की िदशा िवपरीत ह

Decreasing wages of labours िवषको का मानना ह िक वष 2013 स िमको की वािवक िदहाड़ी म िगरावट आ रही ह िदहाड़ी म िगरावट का अथ ह रोज

गार कम बन रह ह और म की माग कम हो रही ह म की माग कमहोन का मख कारण ऑटोमिटक मशीनो का उपयोग ह

इन मशीनो का दभाव छोट उोगो पर भी पड़ता ह ऑटोमिटक मशीनो क उपयोग स बड़ी कपिनयो का माल स म उपल

हो जाता हऔर छोट उोग िपटत ह पहल हर छोट शहर म डबलरोटी बनान क कारखान होत थ अब बड़ शहरो म ऑटोम

िटक मशीन स बनी डबलरोटी की आपित हो रही ह छोट कारखान बद हो रह ह इससमा का िनवारण िवशष कार क सर

कारी खच म व स ही हो सकता ह जस बलट ट न म सरकारी खच िवत अथवथा क िलए लाभकारी ह परत छोट उो

गो क िलए वह िनभावी होिक आमतौर पर उ अहमदाबाद स मबई कम ही जाना होता ह

Investment to boost Micro small amp Medium Enterprises यही िनवश यिद छोट शहरो म सड़क िबजली और इटरनट उपल करान म िकया जाता तो इसका छोट उोगो पर सकारा

क भाव पड़ता जस गाव की सड़क सधर जान स दध वाल क िलए दधको शहर पचाना आसान हो जाता और वह ऑटोमिटक

डरी स ितधा म खड़ा रह सकता ह तब आम आदमी की आमदनी बढ़ती बाजार म माग बढ़ती और मदी छट सकती थी इ

सिलए कवलसरकारी खच बढ़ान स मदी नही टटगी मदी को तोड़न क िलए आम आदमी क िहत स जड़ खच को बढ़ाना होगा

मदी जस हालात क िलए तीसरा कारण नोटबदी और जीएसटी ह सरकार का उ ह िक अथवथा म कालधन क चलन पर

रोक लग यह पणतया ीकाय ह नोटबदी क कारण उपभोाओका मा पर िवास िहल गया ह गहिणया कछ रकम नकद

म छपा कर रखती ह तािक जरत पड़न पर उ िकसी स याचना न करनी पड़ उनक ारा वष स सिचत यह रकम उनकी अ

लमारी सिनकल कर बक म जमा हो गई गहिणया खद को असरित महसस करन लगी ह

उोन पन बचत करक धन सचय करना श िकया ह और ताािलक खच म कटौती की ह इसस बाजार म माग घटी ह दो

बारा दो हजार पय क नोटो का सचय करन म उ भरोसा नही रहगया ह उ डर ह िक सरकार पन इन नोटो को बद कर स

कती ह इसिलए उोन सोना खरीदना श कर िदया ह यही कारण ह िक िपछल वष क बिनत दश म इस साल सोन की मा

ग दोगनीहो गई ह सोन की खरीद स दश की आय दसर दशो को जा रही ह जहा स हम सोन का आयात कर रह ह इसस दश

की अथवथा उसी तरह कमजोर हो गई ह जस कार क टायर म हवा कम होनस वह धीर चलन लगती ह

नोटबदी और जीएसटी का छोट उोगो पर िवपरीत भाव पड़ा ह छोट उोगो का सचालन म प स नकदी म होता था ज

स वाराणसी का बनकर साड़ी नकद बचता था नोटबदी क कारण छोटउोगो का ढाचा दबाव म आ गया ह इस अविध म उन

क कछ ाहक थाई प स दसर माल को पसद करन लग जस बनारस की साड़ी दो माह तक उपल न होन क कारण दका

नदार न थाईप स सरत की साड़ी बचना श कर िदया जीएसटी क चलत छोट उोगो पर महीन म तीन रटन भरन का बो

झ आ पड़ा ह इसस उनकी बड़ उोगो स ितधा करन की मता घटी ह तमामछोट उोगो क मािलको और किमयो की

आय घटी ह िजसक कारण बाजार म माल की माग घटी ह माग म यह िगरावट परी अथवथा म फल गई ह िबल वस ही

जस पानी पर तल फलता ह

नोटबदी और जीएसटी स आई मदी का हल सरकारी खच म व स हािसल नही होगा सरकारी खच बढ़ान स छोट उोगो को

राहत कम ही िमलगी ोिक सरकार ारा बड़ी फ यो ारा उािदतमाल को अिधक खरीदा जाता ह इन समाओ का हल

ह िक सरकार जनता को आ कर िक नोटबदी दोबारा नही की जाएगी साथ ही छोट उोगो क िलए जीएसटी को सरल बना

या जाए मदीपर हार करन का यह मख उपाय ह सरकार को चािहए िक वह आम आदमी क िलए िहतकारी बिनयादी सरच

ना जस झी तक सड़क िनमाण म खच बढ़ाए तो भी मदी टट सकती ह इ िजतनीजी अपनाया जाए उतना ही बहतर होगा

आखर पयावरण इतना मायन ो रखता ह

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Business_Standard करीब दो दशक स भी ादा व हो गया जब सव ायालय न सरकार को िनदश िदया था िक वह दश भर क कॉलजो म

पयावरण को एक अिनवाय िवषय बनाए काफी यासो क बाद िविवालय अनदान आयोग (यजीसी) न इस पाम क िलए

ापक िवषय सची तयार की ातक र क अयन क िलए इस अिनवाय बनाया गया लिकन छाो क कछ पाम म

इसकी महा काफी कम रखी गई Need to understand Importance of Environment सच तो यह ह िक हम सब पयावरण क यग म जी रह ह यह एक ऐसा यग ह िजसम मनो का दबदबा ह और उोन पयावरण को काफी हद

तक भािवत िकया ह विक र पर दखा जाए तो यह बात ह िक जलवाय परवतन हो रहा ह और इसन अथवथाओ और आम

लोगो दोनो को असरित िकया ह मौसम म बदलाव और अिधक िविच तथा अितरिजत प लता जा रहा ह और ऐस म तफान समी

तफान सख और बाढ़ की घटनाए भी बढ़ रही ह जलवाय परवतन इसिलए पदा आ ोिक मन क ईधन उोगो घरो आिद स होन वाल

उजन न वातावरण म काबन बढ़ाया इसिलए हम ही यह सबक सीखना होगा िक कस िबना िवनाश क भिव का िनमाण िकया जाए

यही वजह ह िक हम पयावरण की अहिमयत को भी समझना होगा इसका ताक हमारी अथवथा स ह हमार अ स ह और हमारी

बहतरी स ह पयावरण अब बीत िदनो की िचता नही रह गया ह हम यह समझना होगा िक पयावरण हमार िवकास की अवधारणा क क म

ह यह िवकास समावशी होना चािहए ोिक कवल तभी यह थािय भरा हो सकगा

Importance of Environment Education पयावरण क बार म पढऩ और पढ़ान का अथ ह हमारी िजदगी क हर पहल क बार म पढऩा और पढ़ाना हम यह सबध थािपत

करना होगा पयावरण सबधी अयन दिनया भर क िवषयो का िहा ह रसायन शा स लकर भगोल और इितहास तक यह

हमारी िजदगी स जड़ा आ ह पयावरण िशा का सबस अा तरीका यह ह िक हम अपन आसपास की घटनाओ स िशा लत

रह

पयावरण सबधी अयन कभी िकताबी अयन बनकर नही रह सकता ह ब इस समझन क िलए वािवक जीवन स जड़ी

घटनाओ का अयन अापन और उनकी जिटलताओ को परी समता म समझना आवक ह पयावरण बधन की समा

का कोई एक हल नही ह कछ परथितयो म लाग होन वाली बात अ परथितयो म नही लाग होती ह इसक अलावा कई

बार हम एक समा का हल तलाश करत ह लिकन तब तक दसरी समा सामन खड़ी हो जाती ह पयावरण को समझन क

िलए यह आवक ह िक हम सवाल पछना श कर हम परी िवनता स यह ीकार करना होगा िक हम पयावरण को अी

तरह नही समझत ह और हम परी िजासा स सवाल पछन होग

Developed world amp Environment जरा सम दशो क शहरो म वाय दषण िनयण पर नजर डाल िवय क बाद क दौर म आिथक व क यास म दषण को िनयित

करना मल बना रहा लदन स लकर टोो और यॉक तक ऐसा ही था इस बीच जब नागरको म पयावरण को लकर जागकता बढऩ

लगी तो इन शहरो न वाहनो और ईधन क म नई तकनीक म िनवश करना श िकया सन 1980 क दशक क म तक दषण सकतक

यह बतात रह िक य शहर ह परत सन 1990 क दशक क आरभ म दषण क आकलन क तरीको म गित ई तब वािनको न माना

िक दषण क िलए व छोट और महीन कण उरदायी ह िजनका आकलन नही हो पा रहा था य सास क माम स अदर जात थ और हमार

फफड़ो तथा र सचार को भािवत करन की हिसयत रखत थ इसकी सबस अहम वजह था वाहन उोग ारा इमाल िकया जान वाला

डीजल यही वजह ह िक वाहन और ईधन तकनीक म नवाचार आरभ आ इसस डीजल म सर की माा कम की जा सकी और वाहनो स

िनकलन वाल कणो की रोकथाम सभव ई यह माना जान लगा िक नई तकनीक न दषण पर िनयण पान म कामयाबी हािसल कर ली ह

परत ऐसा कछ नही आ अब वािनको को पता चल रहा ह िक उजन-ईधन स जड़ी तकनीक अिधकाश दषक कणो को रोक लता ह

उनका आकार कम कर दता ह लिकन उजन का र बढ़ता ही चला जा रहा ह ोिक कई कण अत छोट होत ह इ ननोपािटिक

कहा जाता ह और इनका आकलन ननोमीटर म िकया जाता ह यह माप एक मीटर क सौ करोड़व िह क आकार की होती ह वािनको का

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कहना ह िक य कण कही अिधक घातक हो सकत ह ोिक य मानव शरीर को आसानी स भदन की मता रखत ह इसस भी बरी बात यह ह

िक ौोिगकी न इन कणो की माा तो कम कर दी ह लिकन वाहनो स समान प स घातक नाइट ोजन ऑाइड का िनकलना जारी ह

एक कट त और ह दिनया क जो दश अमीर ह उोन शायद अपन शहरो को साफ कर िलया होगा लिकन उोन जो उजन िकया ह

उसन परी दिनया की जलवाय को जोखम म डाल िदया ह इसक चलत लाखो लोगो क िलए जोखम उ हो गया ह जो पहल स कमजोर थ

व और पीिडत हो गए इस तरह समा विक हो चली ह िबगड़त हालात न कमजोर दशो की वदिघ क िलए मल खड़ी की ह

यही वजह ह िक दिनया म ऐसा कोई दश नही ह जो यह कह सक िक उस थायी या सतत िवकास का मतलब जानता ह िकसी को इसका

सपण प नही मालम जो हमार वतमान और भिव क िलए बहतर हो और जो कम लागत म हम सबकी जरत परी कर सक पयावरण

को लकर िशण और सबक का सबध इस लकर नए िवचारो को आग बढ़ान स भी ह

असगिठत की अतहीन मल जनवा थत सय रा ापार एव सवधन परषद (UNCTAD) की 2017 की हािलया रपोट क मतािबक भारत तथा चीन अब

दिनया क िवकास व नही रह विक अथवथा को इस व ोाहन की दरकार ह ोिक इसकी िवकास दर 25 ितशत तक

नीच आ गई ह जबिक आिथक सकट स पव क दौर म यह दर 32 ितशत क र पर थी और तब भारत स भी इस सहारा िमला था

लिकन आज भारत की अपनी िवकास दर चीन स भी नीच चली गई ह

Taking Lesson from China िपछल करीब तीन दशक म जहा चीन की िवकास दर काफी ऊची रही वही अब उस अिधक वतन तथा ऊची लागत जसी चनौितयो

का सामना करना पड़ रहा ह भारत की तो कहानी ही अलग ह औोिगक तथा िनयात का िवकास मद पड़ गया ह और सवा

को भी िपछल करीब एक साल स समाओ का सामना करना पड़ रहा ह नोटबदी तथा जीएसटी न असगिठत की कमर

तोड़ कर रख दी ह और इसका उादन भी काफी कम हो गया ह असगिठत क उादन को सही तरीक स मापा जायगा तो

इसस जीडीपी म 2017-18 की अल स जन की ितमाही की 57 ितशत क मकाबल और भी तज िगरावट नजर आयगी

Unorganised Sector amp Contribution in India असगिठत अथवथा का एक महपण भाग ह असिठत की इकाइयो वाल रा ीय आयोग (एनसीईयएस) की रपोट (2009) क

मतािबक जीडीपी म इसका योगदान 50 ितशत ह असगिठत हालािक 90 ितशत िमक वग को रोजगार दता ह लिकन इस म

काम क हालात बड़ िनराशाजनक ह और िफर रही-सही कसर नोटबदी न परी कर दी ह Condition of this sector भारत म असगिठत

तथा यहा काम क हालात क बार म एनएसएसओ क 2011-12 क 68व दौर क मतािबक इस क 80 ितशत कमचारयो क पास कोई

िलखत अनबध नही होता ह 72 ितशत को सामािजक सरा का कोई लाभ नही िमलता ह असगिठत क कमचारी की रोज की औसत

कमाई 225 पए जबिक सगिठत क कमचारी की औसत दिनक आय 401 पए ह असगिठत क तीन चौथाई कमचारी 6 स कम

कमचारयो वाली इकाइयो म काम करत ह असगिठत क कमचारयो म उादन िनमाण थोक एव खदरा ापार ट ासपोट कक

नौकरानी ड ाइवर तथा िसोरटी गाड क प म काम करन वाल कमचारी और किष मजदर आत ह बाल िमक भी इसी वग म आत ह

असगिठत क अिधकतर कमचारयो को पशन टी जीवन तथा ा बीमा और मात अवकाश जसी सिवधाओ क लाभ स विचत

रखा जाता ह य लोग समाज क सबस असरित वग ह असगिठत नकदी पर आित ह और अगर इनम स िकसी का कोई बक खाता

होता भी ह तो भी व मल स ही इस चला पात ह नोटबदी क चलत असगिठत क हजारो कमचारयो की नौकरी चली गई िजस कारण

इनम स बड़ी सा म कमचारी अपन घरो को लौटन को िववश हो गय इनम स कइयो को तो कास सरकार ारा 2005 म श की गई

रोजगार गारटी योजना मनरगा क तहत अपन गाव म ही रोजगार िमल गया यहा योजना असगिठत क कमचारयो क िलए बड़ी मददगार

सािबत ई और इनम स तो कई कमचारयो न उनक जीवन म अचानक ई उथल-पथल क चलत काम क िलए दोबारा शहरो का ख िकया

ही नही

GST amp Its Impact on Unorganised Sector इसी तरह जीएसटी भी असगिठत की समझ म नही आ रहा कई इकाइयो क मािलक अधिशित होन क चलत

िडिजटल जीएसटी पपरवक क अ नही ह छोट उादको तथा िनयातको स सबिधत ऐसी कई खबर ह िक उ लागत क बार

म रटन भरन म मल पश आ रही ह िजसक चलत बाद म उ खात म जमा रकम का िहसाब रखन म भी परशानी होगी

जीएसटी पपरवक क चलत उनकी कायशील पजी पहल ही क कर रह गई ह असगिठत क मम दज क कारोबारयो को

हिसयत स ादा खच कर अकाउटट की सवाए लनी पड़ रही ह इन सब का उादन की िवकास दर पर ितकल असर पड़ रहा

ह खर जो भी हो असगिठत भिव म परी तरह ख नही हो पायगा ोिक सगिठत म भी पया सा म नौकरयो

का सजन नही हो पा रहा ह 2016 म िसफ डढ़ लाख नयी नौकरया सिजत हो पायी और अगर सवा की नौकरयो को भी जोड़

िलया जाय तो 2015 म भी कवल 231 लाख नौकरया सिजत हो पाई थी सगिठत को मकाबल म िटक रहन क िलए पजी

आधारत उादन तकनीक अपनानी पड़ी दश म हर साल िमक बल की सा म एक करोड़ का इजाफा हो रहा ह ऐस म

भारत को हर महीन दस लाख नौकरया सिजत करनी होगी Other Problem faced by Unorganised Sector असगिठत को

सरकारी बको स कज हािसल करन म भी मलो का सामना करना पड़ता ह ोिक बक पहल ही एनपीए क बोझ तल दब ए

ह असगिठत को भल ही इस तरह की कई मलो स दो-चार होना पड़ रहा ह लिकन िफर भी भिव म इसका मह कम

होन वाला नही ह असहनीय मलो क चलत कछ हजार लोगो को अव िदत का सामना करना पड़ सकता ह असगिठत

म यहा तक िक नतम वतन जो िक विक मानको क िहसाब स पहल ही बत कम ह और जो कमचारयो को िदया जाना

लािजमी ह उतना भी नही िदया जाता ह अिधकतर कमचारयो को बोनस और बीमारी की थित म छी का लाभ भी नही िदया

जाता ह तथा न ही उनका कोई ा बीमा िकया जाता ह एनसीईयएस की रपोट क मतािबक परवार म िकसी एक बड़ी

बीमारी क चलत हर साल 470 करोड़ लोग गरीबी क चगल म फस जात ह

Government schemes for Unorganised sector

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सरकार न असगिठत क कमचारयो को सामािजक सरा दान करन क उ स अिधकार-आधारत िकोण का सक करत ए

2014 म कम ीिमयम वाली जीवन बीमा दघटना बीमा तथा पशन ीम श की थी सरकार न सभी क िलए ा सवा कवच उपल

करवान का भी वादा िकया ह अगर ा बीमा और सरकारी अतालो म कशलस इलाज की सिवधा हकीकत बन पाती ह तो यह

सरकार की एक बत बड़ी उपल होगी वतमान म ा क िलए बजट क आवटन म कोई सधार नही आ ह और यह अभी भी

जीडीपी क 2 ितशत स नीच ह ए तथा अ बड़ सरकारी अतालो म मरीजो की कतार रोज लबी होती जा रही ह भारत म एक औसत

क िलए खद अपनी जब स इलाज करवान का खच दिनया म सबस ादा ह भारत म क 1000 लोगो पर 07 डॉरो तथा

अतालो म क 1000 लोगो पर 05 िबरो का अनपात ह जो िक ि क सभी सद दशो क मकाबल सबस कम ह इस वजह स

ाइवट अताल खब चादी कट रह ह तथा उनकी ा सवाओ तथा फीस पर शायद ही कोई िनयम लाग होता ह

िनवश म सधार क दीघकािलक उपाय शयर बाजार म तजी क बावजद कपिनयो क बोड म म िनराशा का माहौल िदखाई दता ह एक तरफ चौकापन ह तो वही दसरी ओर कई

जगहो पर कपिनयो की बलस शीट िचता का िवषय बनी ई ह दश म िवदशी मा की आवक जारी ह यह भी हो सकता ह िक आयात की

ओवर इनवॉयिसग और नोटबदी क दौरान हवाला क जरय बाहर गया धन वापस आ रहा हो परत बड़ कारोबारी चौक ह और इटी क

बजाय डट पर अिधक भरोसा कर रह ह सस और िनी म तजी क बावजद िनवश क वािवक इराद नदारद ह

Private Investment in Economy िनजी िनवश को लकर काफी िनराश ह और सकल तयशदा िनवश म आ रही लगातार िगरावट म उस महसस िकया जा सकता ह

यह वष 2011-12 म जीडीपी क 343 फीसदी क र स घटकर वष 2015-16 म 292 फीसदी क र पर आ गया तब स इसम लगातार

िगरावट आ रही ह और वष 2016-17 की दसरी ितमाही म यह करीब 27 फीसदी क आसपास रहा यह र िचताजनक ह तयशदा िनवश की

इस दर क साथ हम 8-9 फीसदी की वदिघ दर हािसल नही कर सकत खासतौर पर तब जबिक बिनयादी िवकास क िलए बड़ी पजी की

आवकता हो और िनवश का अिधकाश िहा उसम चला जाता हो

Is This Decline in Economy Cyclic or There is fundamental Structural Problem िगरावट का यह लबा दौर कवल चीय नही हो सकता समा को समझना बहद आवक ह तभी हम िनवश म सधार क िलए

उिचत नीितया तयार कर पाएग बीत पाच सालो क दौरान िनजी क गर िवीय उपमो का तयशदा िनवश जीडीपी क 11

फीसदी क बराबर रहा ह और सरकारी िनकायो तथा सरकार का जीडीपी क 7 फीसदी क बराबर परत गर कॉपरट और गर

सरकारी का िनवश जीडीपी क 156 फीसदी स घटकर 108 फीसदी रह गया इस घरल िनवश कहा जाता ह और िनमाण

इसका अहम घटक ह परत इसम िनजी उमो का िनवश भी शािमल होता ह सगिठत म िनवश को लकर िनराशा और बढ़ी

ह नोटबदी और जीएसटी को लाग करन का इस पर खासा बरा असर आ ह िनजी और सावजिनक क सगिठत कारोबार

िनवश की माग क वाहक रह ह िनवश की बढ़ती माग स ही वतन और आय बढ़त ह यह असगिठत क उमो को बढ़ावा दता

ह यह परी िया व म सहायक ह सगिठत का िनवश शष अथवथा को जो गित दान करता ह वह उसक सकल

िनवश पर नही ब उसकी बचत पर आधारत होता ह सरकारी और सरकार की बात कर तो इस अविध म यह श भाव

जीडीपी क 3-4 फीसदी क बीच रहा ह परत िनजी म इसका श असर जीडीपी क 3 फीसदी स कम होकर वष 2015-16 म

श हो गया इस बीच कई िनगम अपनी नकदी चअल फड म डाल रह ह जन 2017 म उनकी धारता 890000 करोड़ पय

थी यह रािश जन 2017 स 62 फीसदी ादा ह अगर िनजी की गर िवीय कपिनयो का िनवश वष 2014-15 और 2015-16 म

उनकी बचत स कवल 3 फीसदी ादा होता तो इन दो सालो म 750000 करोड़ पय का अितर िनवश आया होता यह बजट

क अलावा बत बड़ा ोाहन होता िनजी म िनवश को लकर सतक ता की एक बड़ी वजह यह भी ह िक माग म होन वाली

व कमजोर पड़ती जा रही ह इसक िलए आम घरो क हालात और असगिठत क िनवश य िनयात व म कमी और

आयात आिद कई वजह उरदायी ह इसक अलावा सरकारी कीओर स ामीण इलाको म बिनयादी िवकास और रोजगार पर

िकए जान वाल य की माग व म त आई कमी भी एक कारण ह कपिनयो की बलस शीट भी एक अ अहम पहल ह

ोिक तजी क िदनो म जब नकदी आसानी स उपल थी और अतररा ीय बाजारो म ाज दर काफी कम थी तब उोन काफी

पसा जटाया था समा यह ह िक कई भारतीय िनगम अ िदनो म सही बधन नही अपनात और बर िदनो म किठनाइयो स िघर

जात ह फस ए कज की समा का सामना भी हम हमशा स करना पड़ा ह परत इधर इसका आकार बढ़ा ह और लगातार

बढ़ता जा रहा ह इसस दश की िवीय वथा और हमारी अथवथा को तगड़ी चनौती उ हो गई ह अब बको की ओर स

भावशाली वतको को गर जरी ऋण का िवक भी उपल नही ह भारतीय रजव बक और सरकार क िलए यह जरी हो

गया िक व ऐस मामलो म कड़ा ख अपनाए हािलया इितहास म शायद पहली बार कॉपरट मखो क सामन यह जोखम उ

आ ह िक कही उनको इस सब की कीमत न चकानी पड़ जाए इॉसी और बगसी क नए ावधानो न भी इस सबध म

आवक दबाव बनाया ह इस मोच पर सरकार न एकदम वािछत कदम उठाया ह परत आिशक तौर पर वह भी दोषी ह फस

ए कज क कई मामल ऐस ह जो िनजी को दीघाविध क बिनयादी िनवश की परयोजनाओ म साझदार बनान स ताक रखत

ह इस दखत ए अथवथा म िनवश को लकर आशावाद सधारन क िलए ा िकया जा सकता ह What to be done

िविनमय दर क िवचलन को थामना होगा और मौिक नीित क ढाच म आरबीआई का घोिषत ल माीित स बदलकर िनवश

व की िदशा म करना होगा छोट और स उम बत बरी थित म ह जीएसटी क ताािलक भाव को कम करना

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होगा दीघाविध क सधार क िलए ऋण ौोिगकी और कौशल िवकास तक सहज पच सिनित करनी होगी सभी एमएसएमई

को बहतर बिनयादी सिवधा दनी होगी इस म िनवश की भावना म सधार करना होगा रोजगार व क िलए य वजह अहम

ह पीपीपी नीित म कलकर सिमित क सझाव क मतािबक सधार करना होगा खासतौर पर यह सिनित करन क िलए जोखम

की साझदारी बहतर हो सक दीघाविध म यह साझदारी तभी कामयाब होगी जबिक बिनयादी सवाओ क बाजार को अिधक

तािक क बनाया जाएगा यह तािक कता म िनधारण साझा सिवधाओ तक पच वश िनगम और बाजार ितभािगता म होनी

चािहए वतको क मन म यह भय होना चािहए िक िनयण उनक हाथ स िनकल सकता ह इसक िलए सथागत अशधारको म

अिधक सियता की जरत ह अगर व सावजिनक म ह तो उनको सरकार स अलग रखना होगा अिधहण क िनयमो को

आसान करना होगा ोिक व िपछल बधन क प म झक रहत ह इसक अलावा अशधारको की िशा को भी बढ़ावा दना होगा

यह चीय सधार की कायसची नही ह ब यह अथवथा क िलए दीघकािलक कायसची ह जहा िनजी पर िनभरता आग

और बढ़गी कम नही होगी य स नही ब सधार स बदलग आिथक हालात Business_Standard महीनो तक लगातार दश

की अथवथा म ढाचागत और गभीर बदलाव की िचताओ क बीच क सरकार न आखरकार यह ीकार कर िलया ह िक हा

कछ समा ह िव मी न कई वर अिधकारयो स मलाकात की और खबरो क मतािबक धानमी क सम एक सधार

योजना पश की गई ह दर स ही सही सरकार चती तो ह सभावना यही ह िक बढ़ा आ य ही एकमा तरीका ह जो िकसी सधार

योजना को आसानी स अजाम द सकता ह यही वजह ह िक सरकार की ओर स आवाज उठन लगी ह िक अब उस राजकोषीय

सढ़ीकरण की ओर स ान हटाकर मदी म खच बढ़ान पर जोर दना चािहए यह बहद बरा िवचार ह िफलहाल तो यही लगता ह

िक सरकार न अथवथा क अब तक क कबधन स कोई सबक नही सीखा ह सरकार न जब स सा सभाली ह उसका परा

ान िनिलखत कदमो पर रहा ह पहला िवरासत म िमली कारोबारी च की कछ समाओ को दर करना दसरा स तल

क दम पर कर वदिघ और य की बचत तीसरा िबना अ य म कमी िकए बिनयादी िवकास को गित और चौथा िनवशको म

कारोबारी भावना जगाए रखन क िलए अथवथा को लकर सकाराक सदशो क सार को ाथिमकता

Weak on implementation सदघाितक तौर पर तो यह एक ससगत आिथक कायम नजर आता ह परत अवधारणा और ियायन क र पर यह कमजोर ह इसम

समाओ को समझा ही गलत गया ऐस म िनदान सही कस होगा मसलन इसम माना गया िक उ बिनयादी य स िनजी िनवश की कमी

को दर िकया जा सकता ह सरकारी य स िनजी िनवश आएगा ोिक इसस ितफल कही अिधक आकषक हो जाएग ऐसा नही आ

िनजी िनवशक अभी भी अितर मता कमजोर माग और िनवश की सरा को लकर िचितत ह इसीिलए िनजी िनवश और वदिघ दोनो

कमजोर ह

No urgent attention to NPA फस ए कज स िनपटन जसी समाओ को भी ाथिमकता नही दी गई यही पर कबधन की शआत हो गई सरकार न इन समाओ की

ओर पशकदमी करन म बत अिधक समय लगा िदया सरकार क मियो न भी अर इसकी िनणय मता की बात की ह लिकन जहा

राजनीितक जोखम वाल फसलो की जरत थी वहा अब तक कोई खास पहल दखन को नही िमली ह आिथक तजी वाल िदनो म

उपभोाओ सरकारी बको और वतको स जड़ मामल इसम शािमल ह ऐस म कहा जा सकता ह िक सरकार न िनणय लन क मोच पर कोई

खास दशन नही िकया सरकार को पहल िदन स पता था िक बिकग सकट म ह लिकन वह समा को हल करन की िदशा म कोई ठोस

कदम नही उठा सकी ह चिक यह कायम बाहरी कारक यानी तल कीमतो पर आधारत ह इसिलए इसका अथर होना लािजमी ह यह

राजनीितक मोच पर भी जोखम भरा ह

Problem is mismanagement of Economy खराब आिथक बधन क चलत अथवथा म लगातार छह ितमािहयो स िगरावट आ रही ह जबिक वहद आिथक हालात उतन बर नही ह

विक अथवथा म सधार ह और सरकारी य बढ़ रहा ह इन हालात म 57 फीसदी की वदिघ दर तो िनराश करन वाली ही ह इन हालात

म तािक क कदम तो यही होगा िक वष 2014 क चनावो क दौरान घोिषत आिथक कायम पर नजर डाली जाए और सधार िकया जाए

राजकोषीय समावशन क मोच पर यह सरकार सही माग पर असर रही ह इस पथ स भटकाव सही नही होगा सरकारी य म तो हर बजट

म इजाफा िकया गया ह और उसस अथवथा म कोई सधार नही आ ह ऐस म भिव म और य पर कस िवचार िकया जा सकता ह

अथवथा की कई मौजदा समाओ की जड़ वष 2008 स पहल की तजी म ह लिकन कई अ समाए सन 2008 क सकट क बाद

हड़बड़ी म आई आसान नकदी स भी जड़ी ह राजकोषीय घाटा खतरनाक र तक बढ़ा सधार टल गए करो म कटौती की गई ऋण िदए गए

वगरहhellipवगरह खर वह एक वािवक सकट था ा हम वही गलती दोहरान जा रह ह यह मानन की कोई वजह नही ह िक सरकार ारा

िदया जान वाला ोाहन िकसी भी कार स णव मखज क ोाहन की तलना म अिधक भावी या कम खतरनाक होगा ईमानदारी की

सित की बार-बार दी जा रही दहाई क बावजद त यही ह िक दश की मलभत राजनीितक सित म वष 2010 क बाद स कोई बदलाव

नही आया ह

Repeating the earlier mistakes सथागत सधारो क अभाव म वही ोाहन आज भी बरकरार ह और वही गलितया दोहराई जा रही ह समा यह ह िक सरकार इस बार

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एक ढाचागत समा को हल करन क िलए ित चीय नीित का योग करन जा रही ह यह कारोबार च स जड़ी मदी नही ह कारोबारी

च की मदी का सामना हमन वष 2012-13 म िकया था मोदी क सा म आन स ऐन पहल ही हम इसस उबर पान म कामयाब हो सक थ

मौजदा मदी ढाचागत समाओ की वजह स ह गर ितध अथवथा परसपि अिधकार और िनवश की सरा का अभाव अम

शासन और कमजोर िनयामकीय वातावरण इसक िलए उरदायी ह इन ढाचागत मो को हल करक ही दश को उ िवकास पथ पर वापस

ल जाया जा सकता ह

हर बीतत िदन क साथ हमारी िवकास सभावनाए धिमल ही हो रही ह हम हर रोज पहल स कम ितध रह जा रह ह इन मो को हल

करक माग की मदद स और िनवश बढ़ाकर वदिघ को वापस पटरी पर लाया जा सकता ह िबना इन समाओ को हल िकए नकदी खच

करन स हालात और अिधक िबगड़त चल जाएग परत मौजदा सरकार क रकॉड को दख तो यह नौकरशाही की अनशसाओ स पर िवचार ही

नही कर पा रही ह नौकरशाही का झान धन खच करन म अिधक रहता ह वह सा गवाना नही चाहती जब तक दश म ऐसी सरकार नही

आती ह िजसकी नीितया नौकरशाही न बनाए तब तक हम मदी स िनकलन की जोजहद म ही लग रहग

काणकारी हो किम बमा वािण मालय न आिटिफिशयल इटलीजस पर टा फोस गिठत िकया ह टा फोस सरकार को सलाह दगी िक आिटिफिशयल

इटलीजस का भारतीय अथवथा म समावश कस िकया जाए What is Artificial Intelligence कटर ारा िकए गए बौक काय को आिटिफिशयल इटलीजस कहा जाता ह जस वतमान म आपको कोट म कोई वाद दायर करना हो तो

वकील साहब का जिनयर उस तरह क पव म हाईकोट अथवा सीम कोट ारा िदए गए िनणयो का अयन करता ह इसक बाद वकील

साहब िवचार करत ह िक कौन स िनणय हमार िलए लाभकारी होग जो िनणय हमार वाद क िवपरीत िदखत ह उनकी काट म कौन स दसर

िनणय कोट क सामन त िकए जा सकत ह तब तय होता ह िक वाद दायर करन लायक ह या नही तमाम समत िनणयो का अयन

करन का काय अब कटर ारा िकया जा रहा ह आप कटर को बताएग िक आपकी समा ा ह कटर कोट क तमाम िनणयो को

खगालगा इसक बाद आपको 2-4 िनणय दगा जो िक आपक प म होग और 2-4 िनणय दगा जो िक आपक िवप म होग िवप क िनणयो

की काट को दसर िनणय बताएगा इस रसच क बाद आपक वकील क िलए वाद दायर करन म सिलयत होगी

Analysis of Artificial Intelligence effect कटर ारा िदए गए इस बौक काय क रोजगार पर दो परर िवपरीत भाव पड़ग सीधा नकाराक भाव पड़गा िक वकील साहब क

जिनयर का रोजगार समा हो जाएगा पव म वकील साहब जिनयर स उपरो रसच करात थ जो अब कटर कर दगा लिकन कटर

की मदद स वाद सहीढग स बन सक ग कहना मल ह अर दखा जाता ह िक वकील को वाद क िवपरीत िनणयो की जानकारी नही होती

ह कोट म त होन पर वाद खारज कर िदया जाता ह आिटिफिशयल इटलीजस क उपयोग स वादो म सफलता क ितशत म सधार होगा

लोगो का वाद दायर करन का साहस बढ़गा वादो की सा म व होगी और वकीलो क कल रोजगार म भारी व हो सकती ह

रोजगार पर इसी तरह का सभाव बनाई करन की मशीनो का पड़ा था

आज स 500 वष पव एक आिवारक इड की महारानी एलीजाबथ थम क पास गए और टर की बनाई करन की मशीन क आिवार

का पटट जारी करन का िनवदन िकया महारानी न पटट दन स इनकार कर िदया उोन कहा िक lsquoमरी उन गरीब मिहलाओ और

असरित कआरयो क ित अपार सहानभित ह जो िक बनाई करक अपनी दिनक रोटी अिजत करती ह म ऐस अिवार को नही बढ़ा

सकती जो उ उनकी जीिवका स विचत करक भखमरी क ार लाकर खड़ा कर दrsquo महारानी ारा पटट न िदए जान क बावजद बनाई

मशीनो का उपयोग बढ़ा तमाम कआरया बरोजगार हो गई पर साथ-साथ बनी ई टर क दाम म भारी िगरावट आई लोगो न ादा

माा म टर खरीदना चाल िकया बनाई की मशीन बनान मशीनो की दखरख करन ादा माा म बन माल की पिकग एव िवतरण करन

मशीन स नई िडजाइन की टर बनान इािद म तमाम नए रोजगार बन अत म बनाई मशीन का समाज एव अथवथा पर सभाव पड़ा

जो कआरया टर बनकर अपनी दिनक रोटी अिजत करती थी व अब ल जान लगी पढ़कर व मशीन पर िडजाइन करन का रोजगार

ा करन लगी आम आदमी को टर की उपलता भी बढ़ी Need to equip youth and build their capacity आिटिफिशयल इटलीजस

का सामना करन क िलए हम अपन यवाओ को उन रोजगारो को हािसल करन क िलए सम बनाना होगा जो िक कटर क उपयोग क बाद

भी बनत रहग जस ऑनलाइन टोरयल को कितपय कटर स छा हािसल कर सकता ह मगर बो को नसरी ल म िशा कटर

स कम ही दी जा सकगी छोट ब नसरी म जान पर रोत ह उ मा का ार चािहए जो कटर कम ही द सकता ह इसिलए हम दोनो

र पर काय करना होगा एक तरफ अपन यवाओ को ऑनलाइन टोरयल क सॉवयर बनान की ट िनग दनी होगी िजसस व उम

ािलटी का सॉवयर बना सक और जीिवकोपाजन कर सक दसरी तरफ नसरी िशा की ट ordfिनग दनी होगी चिक अिधकािधक सा म

अिभभावको ारा बो को नसरी ल म भजा जाएगा इसी तरह ा क म ऑनलाइन सलाह उपल हो सकती ह ऐसा

सॉवयर सभवतः बनाया जा सकता ह िजसम आप अपनी बीमारी का परा िववरण दज कर जस बखार बीपी शगर खासी की अविध

पसीना आना इािद इसक बाद सॉवयर ारा आपस कछ परक पछ जा सकत ह इनका जवाब दन क बाद कटर आपको पचा

िलखकर द सकता ह ऐसा सॉवयर बनन स लोगो को मिडकल सलाह स म उपल हो सकती ह उ ा लाभ होगा और उनकी

आिथक थित म सधार होगा इस म भी दो तरह स अपन यवाओ को ट िनग दन की जरत ह उ मिडकल सलाह दन क सॉवयर

िलखन की ट िनग दनी चािहए मर एक िम क यवा बट न गो क खलािड़यो को सलाह दन का सॉवयर बनाया ह खलाड़ी को अपन

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ोक की वीिडयो सॉवयर म लोड करनी होती ह सॉवयर िवषण करक बताता ह िक ोक को कस सधारा जा सकता ह इसी

कार बीमारयो क िवषण क सॉवयर िलख जा सकत ह बीमारयो का उपचार अलग-अलग ो म अलग पितयो स िकया जाता ह

अतः तमाम बीमारयो तमाम उपचार पितयो एव तमाम भौगोिलक ो क िलए अलग-अलग सॉवयर िलख जा सकत ह इसक

अितर ा क म ही तमाम ऐस काय ह जो सभवतः कटर ारा कभी न िकए जा सक जस घटना बदलन की सजरी करना

िफिजयोथरपी कराना पचकम का उपचार करना इािद ा उपचार क ऑनलाइन उपल हो जान स इन ो म माग बढ़गी इस

उभरती माग को रोजगार म बदलन क िलए यवाओ को ट िनग दना जरी ह कछ ह िजनम कटर ारा सिवधाए शायद कभी भी

उपल न कराई जा सक वािशगटन पो अखबार न इस िवषय पर कछ िवशषो स बातचीत की िजोन सझाया िक उन ल की

भिव म ादा जरत पड़गी जो lsquoसजनाक ह सहभािगता आधारत ह जो िविभ वातावरणो म काय कर सकत ह जो िविभ सितयो

को समझ सकत ह और िजनम सामािजक एव भावनाक मता हrsquo य मता आटस स सबिधत ह जस भाषा सित पिटग कला

सािह आिद स इन ो म कटर ारा वश किठन ह जस तलसी की रामायण अथवा बाईबल को कटर शायद ही िलख सक अतः

हम अपनी यवा पीढ़ी को आटस क िवषयो क मह को समझाना चािहए भारत सरकार ारा आिटिफिशयल इटलीजस पर टा फोस

बनाए जान का ागत ह जरत ह िक इस उभरत क ित हम सकाराक ख अपनाए िवशषकर उन सवाओ पर ान द जो

कटर ारा उपल नही कराई जा सकगी आटस और कटर क जोड़ स नए ो म हमार यवा रोजगार हािसल कर सक ग इस िदशा म

टा फोस को सोचना चािहए

परालीrsquo जलान स हवा म lsquoफलता जहरrsquo सरकार lsquoपरालीrsquo खरीदन का बध कर धान और ग की कटाई क बाद खतो म खड़ी पराली तथा नाड़ को आग लगान पर ितबध क बावजद िकसानो ारा अपन खतो को जी खा

ली करक दसरी फसल क िलए तयार करन क उ सपराली को आग लगान का झान काफी पराना ह इसक अतगत पजाब म िकसान

ितवष लगभग अढ़ाई करोड़ टन पराली आग क हवाल करत ह Effect on Agriculture इसस किष भिम का सानाश होता ह ोिक खतो म मौजद भिमगत किष िम कीट तथा स जीव आग की गम क कारण मर जात ह

इसस भिम की उवरता भी कम होती ह और फसलो कोतरह-तरह की बीमारया लगन क अलावा श कीटो का कोप बढ़ जाता ह

On Human Health मानव ा क िलहाज स भी यह धआ अत हािनकारक ह इसस वायमडल म काबन डाईऑाइड काबन मोनोऑाइड और िम

थन गसो की माा बढ़ जाती ह

एक टन नाड़ अथवा पराली जलान पर हवा म 3 िकलो काबन कण 60 िकलो काबन मोनोऑाइड 1500 िकलो काबन डाईऑाइड

200 िकलो राख और 2 िकलो सर डाईऑाइड फलतह इसस लोगो की चा एव सास सबधी तकलीफ बढ़ जाती ह

On Environment आग लगान स खतो क इद-िगद दर-

दर तक धआ फल जान स वायमडल म गम पदा होती ह वातावरण बरी तरह दिषत होकर चारो ओर गहरा धधलका छा जाता ह पजाब औ

र हरयाणा म परालीजलान की समा इतनी गभीर हो गई ह िक िदी तक इसका असर िदखाई दता ह इसस हर साल सिदयो क मौसम म

िवशषकर वाय दषण की समा अत बढ़ जाती ह और इस वष भी अभी सही राजधानी िदी म वाय दषण स बीमारयो की आशका ज

ताई जान लगी ह

अब जबिक धान की कटाई श ह िकसानो न खतो को अगली फसल क िलए जी खाली करन क उ स पराली जलान का िसलिस

ला जोरो स श कर िदया ह

Will subsidy work रा किष िवभाग ारा पराली जलान वाल िकसानो की सबिसडी रोकन क आदशो का िकसानो पर कोई असर नही हो रहा िपछल 4 िदनो म

पजाब दषण कट ोल बोड न पराली जलान वालो किव 250 स अिधक कस दज िकए ह पराली जलान वाल खतो का पता लगान क िलए उ

पह की मदद भी ली जा रही ह दसरी ओर िकसान सगठनो न भी िकसानो को कहना श कर िदया ह िकजब तक सरकार पराली क िनपटा

न क िलए उ ित एकड़ कोई अितर रािश दन की घोषणा नही करती तब तक व इसी कार इस जलात रहग पजाब क िकसान पराली

को न जलान क बदल मफसल की कीमत पर 300 पए ित टल सबिसडी क अलावा पडीसीडरो आिद की खरीद पर भी सबिसडी की माग

कर रह ह

िकसानो का कहना ह िक पयावरण िम तरीक स पराली िठकान लगान का मतलब ह ित एकड़ अितर खचा िजसक िलए सरकार उ प

या ितपित द

इस सबध म एक सझाव यह भी सामन आया ह िक धान की खरीद की भाित ही सरकार िकसानो की पराली उठान का बध भी कर इस परा

ली का इमाल नवीकरण यो ऊजा सयो म ईधन कप म करन क अलावा गा िनमाण आिद क िलए भी िकया जा सकता ह

रोजगार की कसौटी और िवकास Jansatta गरीबी और बरोजगारी की समा आजादी क पहल स ही रही ह आजादी क बाद दश म कछ नए कल-कारखान खल तो कछ लोगो को काम

िमला लिकन हमारी आबादी िजस रार स बढ़ रही ह उसक िलए रोजगार क अवसर लगातार घटत जा रह ह बड़ी सा म िशित और

अिशित यवक बरोजगार ह इसिलए हम गभीरतापवक इस बात पर िवचार करना होगा िक िजस दश म इतन बड़ पमान पर बरोजगारी हो

तथा दश की अिधस आबादी गावो म बसती हो वहा हमारी िवकास योजनाओ की ाथिमकताए ा होनी चािहए इसका उर महाा

गाधी न िदया ह

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दरअसल दश क िवकास की ाम रा की अपनी परकना म गाधीजी न गरीबी और बरोजगारी को दर करन का जो खाका तयार िकया

था उसकी उपा करक हमन बत बड़ी गलती की ह जवाहरलाल नह और इिदरा गाधी जस नताओ न गाधीजी क माग को दिकयानसी

माना और आधिनक िवकास क औोगीकरण क रा पर चल इसका परणाम सबक सामन ह इसिलए अब कई लोग महसस करत ह िक

हमन गाधीजी क रा को छोड़ कर बत बड़ी गलती की ह अत अब सब लोग गाधीजी की िवचारधारा स िमलत-जलत िवचार रखन लग ह

जस िक किष हमारी िवकास योजना का म आधार बनना चािहए इसकी बिनयाद पर ही गह उोगो और ामोोगो की एक परखा गावो

क िवकास क िलए बनानी चािहए उसम िबजली परवहन और बाजार आिद की सिवधाए भी उपल कराई जानी चािहए Is Industrialization answer to Joblessness दश म तजी स बढ़ती बरोजगारी और गरीबी की समा आधिनक िवकास की औोगीकरण की नीितयो स हल नही की जा सकती ह इसक

िलए जरी ह िक खती की दशा को तो सधारा ही जाएपर जनता को खती क अलावा भी काम िदया जाए और उसकी आय बढ़ाई जाए उस

कम स कम अ तथा व जसी आवक वओ की उपल म ावलबी बनाया जाए

यह हो सकता ह जब दश म उादन बढ़ उोग और वसाय पनीिवत हो तथा उादक जन-वग अपन म स उ पदाथ का ामी

हो इस ल की पित क दो माग सभव ह एक तो यह िक दश म खब नए कल-कारखान थािपत िकए जाए नई पित स उादन और

उोग की वथा की जाए तथा दसरा माग उादन की वह परानी पित ह कटीर वसायो और उोगो का कार ह जो लगभग दो

शताी पव तक भारत क आिथक सगठन का मदड बना आ था गाधी की अततना और कनाशील ब न सहसा ितीय माग का

चयन िकया और आज िन होकर िवचार कीिजए तो आप दखग िक उनका यह चनाव वथित तथा आवकता और समा क

समाधान की ि स एकमा उिचत तथा सभव चनाव ह

यिद थोड़ी दर क िलए मान िलया जाए िक भारत म उादन की नई पित तथा नए कल-कारखानो की थापना स दश क करोड़ो लोगो

की बरोजगारी का परमाजन िकया जा सकता ह तो भी जब हम भारत की िवशष परथित और आवकता पर िपात करत ह तो

पात ह िक न तो उन उपायो को काम म लाना सभव ह और न उनस हमारी व समाए सलझगी जो मह बाए सामन खड़ी ह

सवाल यह भी ह िक औोगीकरण की नीितयो पर चल कर ा हम अपन लगभग पीस करोड़ बरोजगार नौजवानो को कल-कारखानो

म काम द सकत ह ा इतनी पजी हमार पास ह िक हम इतनी बड़ी सा म कल-कारखान लगा सकत ह

यिद मान िलया जाए िक यह हो भी सकता ह तो इतन कल-कारखानो म उािदत माल की खपत कहा होगी

तीन-चार साल पहल िटन अमरका जमनी ास जापान और चीन म कल िमला कर लगभग बीस करोड़ औोिगक मजदर काम

करत थ इनम व मजदर भी शािमल ह जो उन दशो क कल-कारखानो क अलावा अ वसायो और यातायात म लग ए ह तो हमारी

आख खल जाती ह इन छह दशो म कल बीस करोड़ मजदर उादन म लग ह और दिनया का बाजार उनक ारा उािदत सामानो स

भरा पड़ा ह भारत क पीस करोड़ बकारो को काम दन क िलए उपरो छह दशो म िजतन कारखान और वसाय ह उनक डढ़ गन

कल-कारखानो और वसायो की थापना अकल भारत म करनी पडTHORNगी उसक बाद जो उादन होगा वह धरती क िकस कोन म

जाएगा इसिलए भारत की िवशष परथित िवशष आवकता की ओर सकत करती ह िजसकी पित का उपाय भी दसरा होगा

There is no Universal model of Development आज वीकरण क दौर म सबस ादा िजस चीज पर जोर िदया जा रहा ह वह ह िवकास लिकन इस हकीकत को नजरअदाज कर िदया गया

ह िक दिनया क सार दशो क िलए िवकास का एक ही मॉडल उपय नही हो सकता िवशाल और घनी आबादी वाल दश क िलए िवकास का

वसा ही मॉडल ासिगक हो सकता ह िजसम पजी पर िनभरता कम स कम हो और रोजगार की सभावना अिधक स अिधक गाधीजी इस बात

को पहल ही समझ गए थ िक भारत की असली समा करोड़ो बरोजगारो को काम दन की ह और इसका समाधान बड़-बड़ कल-कारखान

नही कर सकत ह इसिलए उोन कहा था िक lsquoकल कारखान उस समय कछ लाभ पचा सकत ह जब आवक और अपित उादन क

िलए उादको की सा कम हो पर जहा उादको और काम करन वालो की सा काम स अिधक ह वहा कल-कारखान न कवल

अिहतकर ब अिभशाप िस होत ह भारत की अवथा ऐसी ही ह हमार सामन समा म को बचान वाल यो की नही ब अपार

और बकार पड़ ए म का उपयोग करन की हrsquo

Then what is the solution इस समा को सलझान की एकमा सभव िदशा वह ह िजधर चरखा और खादी सकत करत ह चरखा साकितक िच ह उादन की

िवक ित णाली का आज कई बड़ अथशाी और उोगीकरण व य पित तथा पाा सता क समथक भी यह मानन को बा हो रह

ह िक गाधी क तक और उनकी िवचार पित का खडन सभव नही ह कोई भी सरकार करोड़ो बरोजगार यवको को सरकारी नौकरया

उपल नही करा सकती और न तो इतन कल-कारखान खोल जा सकत ह िक वहा सबको काम िमल जाए आज ीकार िकया जा रहा ह िक

भारत म व उादन क िलए िमलो की थापना की जाए तो कवल दस लाख यो को काम िमलगा िमलो की थापना म जहा उस हजारो

करोड़ पयो की पजी लगानी पड़गी वहा कवल कछ सौ करोड़ की पजी स सार भारत को व और साढ़ पाच करोड़ स अिधक नर-नारयो को

काम िदया जा सकता ह याद रखएगा साढ़ पाच करोड़ कवल बनकर होग किन बढ़ई लोहार तथा अ कारीगरो की सा इनक अलावा

होगी िज काम िमल जाएगा यह कवल व क वसाय म हो जाता ह कवल एक िदशा करोड़ो नर-नारयो को काम दकर भिम क बोझ को

हा कर दती ह इस योजना म भारत जस गरीब दश को न पजी की खोज करनी ह और न िवदशी कपिनयो क हप का भय ह जगत की

कोई शनही ह िक भारत की आिथक समाओ क समाधान और आिथक जीवन क पनार म बाधक हो सक इसिलए गाधी क बताए

गए ाम रा क रा पर चल कर ही हम अपन दश क करोड़ो लोगो को रोजगार महया करा सकत ह दश की तकदीर बदलन का यही

एकमा सभव उपाय ह िजसकी परकना लगभग सौ वष पहल ही महाा गाधी न कर ली थी

ड अप इिडयाrsquo योजना भी ॉप होन क रा पर योजना श करत व सभी बको स कहा गया था िक जहा कही भी उनकी शाखा हो उसक दायर म आन वाल एक दिलत या आिदवासी

यवा और कम स कम एक मिहला को इसक तहत कज़ज़र िदया जाए तािक व इस रकम स कोई काम-

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धधा श कर सक लिकन अब तक क आकड़ बतात ह िक बको न इस िदशा म उाह नही िदखाया ह उोन न तो दिलत-

आिदवासी यवाओको पया कज़ िदया ह और न मिहलाओ को

आकड़ो क िहसाब स दख तो पर दश म िविभ बको की लगभग 13 लाख शाखाए ह लिकन इनम स महज़ छह फीसदी शाखाओ न ही

दिलत या आिदवासी यवाओ को ड अप इिडया योजना कतहत कज़ िदया ह मिहलाओ क मामल म यह आकड़ा थोड़ा ादा ह लिकन

बत बहतर इस भी नही कहा जा सकता बको न अब तक सामा णी की िसफ 25 फीसदी मिहलाओ को ही कज़दन क लायक सम

झा ह आकड़ो क मतािबक योजना क तहत कज़ क िलए 5852 दिलत 1761 आिदवासी और सामा णी की 33321 मिहलाओ न

आवदन िकया बको न कल 8803 करोड़ पए क कज़ को मज़री दी हलिकन िसफ 4852 करोड़ पए ही बाटा गया ह

ड अप इिडयाrsquo ड अप इिडया ीम क सरकार की एक योजना ह िजसक अतगत 10 लाख पय स 100 लाख पय तक की सीमा म

ऋणो क िलए अनसिचत जाितअनसिचत जन जाित और मिहलाओ क बीच उमशीलता को ोाहन

यह रोजगार िवहीन िवकास ही तो ह Rising Economic disparity िस अथशाी थॉमस िपकटी न बताया ह िक वष 1980 स 2014 तक क 34 वष क बीच जीडीपी म जो व ई ह

उसका 66 ितशत ऊपर क 10 ितशत लोगो न हगत कर िलया और ऊपर क एक ितशत लोगो क पास िवकास

का 29 ितशत चला गया

Falling GDP growth rate वष 2017-18 की पहली ितमाही म सकल घरल उाद (जीडीपी) िवकास दर 54 ितशत ही रही जो 2016-17 की इसी ितमाही म 76 ितशत

की िवकास दर स काफी कम ह िपछल तीन सालो म अथवथा म लगातार अ दशन क बाद िवकास दर म यह िगरावट सरकार क िलए

िचता का िवषय बन रही ह

ान स दखा जाए तो यह मत मफरग (िविनमाण) म िवकास घटन क कारण आ

िपछल साल 2016-17 म नोटबदी क बाद भी यह िवकास दर 72 ितशत रही थी सरकार न इस मदी स िनपटन क िलए बठको का दौर

श कर िदया ह यही नही नीित आयोग क नए उपा न भी तमाम पो क िलए बठको का दौर श कर िदया ह

Efforts in pipeline to boost GDP ऐसी खबर आ रही ह िक अथवथा को धीमपन स बाहर करन क िलए राहत और बर पकज दन की तयारी चल रही ह माना जा रहा

ह िक कपिनयो को िनवश करन क िलए ादा पसा दन और बको को गर िनािदत आयो (एनपीए) स िनजात िदलान क िलए राहत

दन की तयारी चल रही ह सरकार की कोिशश रहगी िक यह सब राजकोषीय अनशासन को बनाए रखत ए िकया जाए इसका मतलब

यह ह िक इस काम क िलए पसा करो क अितर अ ोतो स भी जटाया जाएगा यानी इसक िलए िविनवश को भी बढ़ाया जा सकता

यह पहली बार नही ह िक मदी स िनपटन क िलए राहत पकज िदए जाएग िवकिसत दशो म तो यह पराना रवाज ह 2007-08 की मदी क

बाद अमरीका यरोपीय दशो और अ िवकिसत दशो न इस कार क राहत पकज िदए ही थ तो भारत न भी उसी तज पर भारी माा म lsquoबल

आउटrsquo पकज िदए अमरीकी रा पित को सरकारी कज की सीमा बढ़वान क िलए अमरीकी कास (ससद) क पास गहार भी लगानी पड़ी

और अब तक वहा सरकारी कज 2007 म जीडीपी क 353 ितशत स बढ़ता आ जलाई 2016 तक जीडीपी क 765 ितशत तक पच गया

IS India under grip of Middle income trap उस दौरान भारत सरकार ारा बल आउट पकज क नाम पर टो म राहत और कपिनयो को रयायत दन क कारण

राजकोषीय घाटा 2007-08 म जीडीपी क 25 ितशत स बढ़ता आ 2009-10म 65 ितशत तक पच गया इस कारण

सरकारी कज भी काफी माा म बढ़ गया आतरक सरकारी कज 2007-08 म 18 लाख करोड़ पए स बढ़ता आ वष 2010-

11 तक 29 लाख करोड़ पए हो चका था इसस दश म महगाई बढ़ गई और ाज दर भी और िफर सबाजो और

कालाबाजारी क चलत बढ़ती महगाई न िवकास दर पर लगाम लगा दी जीडीपी िवकास दर 2007-08 म95 ितशत वािषक स

घटती ई 2013-14 तक 47 ितशत वािषक पर पच गई दिनया भर स अथशायो न इस lsquoिमिडल इम ट पrsquo यानी lsquoम

आय का मकडज़ालrsquo का नाम द िदया और कहा जान लगा िक भारत तीन दशको तक तजी स बढऩ वाली अथवथा स पन

सर क दशक की थित पर पच गया ह लिकन 2013-14 क बाद जीडीपी िवकास दर पन बढऩ लगी और 2016-17म

नोटबदी क बावजद यह 72 ितशत तक पच गई लिकन िपछली ितमाही म िवकास दर क घटन पर िफर स चचा श हो गई

िक ा भारत एक बार िफर मदी म वश कर रहा ह इसक पीछ lsquoजीएसटीrsquo और नोटबदी को भी कारण बताया जा रहा ह

लिकन मोगन नली सथा न कहा ह िक अगल 10 सालो म भारतीय अथवथा वतमान म 2 खरब डॉलर स बढ़ती

ई 6 खरब डॉलर (तीन गणा) हो जाएगी यानी कहा जा सकता ह िक यह धीमापन थाई नही रहगा

Concluding mark Growth is Jobless यह सही ह िक अी-न क दशक स ारभ नई आिथक नीित अपनान क बाद जीडीपी िवकास दर खासी तज हो गई भारत

म 1990-91 म ित आय 11535 पए ही थी जो 2016-17तक बढक़र 115428 पए हो चकी ह यिद उसम स कीमत

व (66 गणा) घटा भी दी जाए तो भी ित आय 34 गणा बढ़ चकी ह लिकन ा इस अनपात म आम आदमी की आय

बढ़ीहाल ही म िस अथशाी थॉमस िपकटी न अपन एक लख क माम स बताया ह िक वष 1980 स 2014 क 34 वष क

बीच जीडीपी म जो व ई ह उसका 66 ितशत ऊपर क 10 ितशत लोगो न हगत कर िलया और ऊपर क एक ितशत

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लोगो क पास िवकास का 29 ितशत चला गया

आकड़ बतात ह िक इस बीच रोजगार म खासी कमी आई और उनक थान पर िदहाड़ी मजदरो की सा म व ई

वािषक औोिगक सवण क आकड़ बतात ह िक 1990-91 म कल उादन का 78 ितशत िहा मजदरी और वतन म जाता

था जो वष 2014-15 तक घटता आ मा 41 ितशत रह गया हम दखत ह िक उादन म लाभ का िहा 19 ितशत स

बढ़ता आ 57ितशत पच गया िकसी भी िकोण स दखा जाए तो िवकास क इस यग म आम आदमी आिथक ि स आग

बढऩ की बजाय िपछड़ गया एक तरफ जीडीपी तजी स बढ़ रही ह लिकन रोजगार म कोई व िदखाई नही दती तो

िफर इस रोजगार िवहीन िवकास कहना अनिचत नही ह

जल पर सवदनशील बन समाज Rising crisis of Water दिनया पानी को लकर िवकराल सकट स जझ रही ह तो भारत भी इसस अछता नही ह हालात यहा तक पच गए िक

सय रा को 1993 म 22 माच को िव जल िदवस घोिषत करना पड़ा इसका योजन सय रा क ताधान म सभी

सरकारो और अ सबिधत पो क साथ िमलकर जल सकट समाधान क िलए िमलकर काम करन स ह

इसी अतररा ीय सथा ारा सहा िवकास लो यानी एमडीजी क बाद िसतबर 2015 म िजस सतत िवकास ल

यानी एसडीजी को चना गया उसम भी मानव अ क िलए बहद जरी जल को लकर िवशष ान िदए जान पर जोर

िदया गया ह इन चनौितयो का तोड़ िनकालन क बीच अब िविभ मचो पर जलवाय परवतन की िचता पर चचा भी आम हो

गई ह

INDIA amp Water crisis सय रा क खा एव किष सगठन यानी एफएओ क अनसार पयजल क िलए भल ही रोजाना ित 2 स 4 लीटर

पानी की जरत पड़ती हो लिकन िकसी क िलए एक िदन का भोजन तयार करन म 3000 स 5000 लीटर पानी की

जरत पड़ती ह

FAO का अनमान ह िक वष 2050 तक विक जल सपदा पर 27 अरब की अितर आबादी क भरण-पोषण का बोझ भी

पड़न वाला ह भारत म भी ित जल उपलता 2010 म 1608घन मीटर क मकाबल 2050 तक घटकर 1139 घन

मीटर रह जाएगी

चिक िवकास क मोच पर भारत तजी स छलाग लगा रहा ह िजसस पानी की जरत भी बढ़गी ऐस म यहा जल का समिचत

बधन उतना ही अिधक महपण होगा िफलहाल दश की आधी स अिधक कामकाजी आबादी खती स जड़ी ह िजसम

िसचाई की अहम भिमका ह

भारत म जल ससाधनो का 85 फीसद िसचाई म उपयोग होता ह मानसन की िबगड़ी चाल और वषा क असमान िवतरण स

जहा बदलखड िवदभ राजथान गजरात म दश आ दश और तलगाना क कछ इलाक सख की मार झल रह ह तो

असम िबहार छीसगढ़ जस दश क कई इलाक बाढ़ की िवभीिषका स परशान ह यह असतलन न कवल किष ब

रामीण िवकासपयावरण िविनमाण और कारोबारी सवाओ को भी भािवत कर रहा ह िजसका खािमयाजा अथवथा

को उठाना पड़ रहा ह

What to be done आवकता ह िक इस दलभ ससाधन क सरण क िलए गभीर और सतत यास िकए जाए िजसम रा सरकारो पचायती

राज सथानो सामदाियक सथानो और पारवारक स लकर वयक र पर भागीदारी जरी होगी जल ससाधन

बधन क िलए सरकार न कल 30 िलक िचत िकए ह जहा अिधशष जलरािश वाल इलाको स पानी िकत वाल ो म

पचाया जाएगा इस योजना म 16 िलक ायीपीय भारत और 14 िहमालयी म ह निदयो को जोड़ना मौजदा सरकार

की ाथिमकताओ म शािमल ह िजसम अिधशष वाल ो स 170 अरब घन मीटर पानी को िकत वाल ो म पचान

का ल ह इसस 35 करोड़ अितर भिम िसिचत होगी बाढ़ स िनजात क अलावा नौवहन पयजल सिहत तमाम मोच

पर सहायता िमलगी दश म जल बधन को तािक क और सतिलत बनान क िलए हम पानी की आपित और उसक िवतरण

की नए िसर स समीा करनी होगी

सड़क रल और कई अ मामो म िनवश की तलना म िसचाई म आ िनवश कही ादा जी फलीभत होता ह इस

ान म रखत ए सरकार न 2015 म धानमी किष िसचाई योजनाका आगाज िकया पर ड ॉप मोर ॉप यानी कम

िसचाई म अिधक फसल को सरकार न अपना म बनाया ह इसम सखा भािवत ो को तरजीह दी जा रही ह रा और

जनपद र की योजनाओ म िसचाई की मद म िकए जान िनवश को साथ जोड़त ए इस योजना को िसर चढ़ाया जा रहा ह

परा ान खत म पानी क बहतर उपयोग और िसचाई मता और उपयोिगता म खाई पाटन पर ह समर-एकीकत

िकोण क साथ जल ाित अिभयान जसी योजना भी सभी पो की भागीदारी क साथ लाग हो रही ह िजसका मकसद जल

सरण को जन आदोलन बनाना ह सरकार न नशनल वॉटर इोमिट सटर की थापना की जो जल ससाधनो क

रा ापी आकड़ तयार करगा

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निदयो की सफाई एक अनवरत िया ह इसम नमािम गग परयोजना उा उदाहरण ह इसक तहत िविभ तरह की

गितिविधयो वाली 173 योजनाए सचािलत हो रही ह िजसम घाटो की सफाई स लकर गाव-शहरो की ता भी शािमल

ह 173 म 41 परयोजनाए तो परी भी हो चकी ह गगा म गदगी फलान वाल उोगो पर सरकारी सी का ही असर ह िक

गगा म वािहत होन वाल दषको की तादाद म 35 ितशत की कमी आई ह

दश भर म बाध सरा क िलए भी बाध पनवास एव सधार परयोजना यानी डीआरआइपी चलाई जा रही ह

Inter state river dispute चिक पानी का मसला सिवधान की सातवी अनसची म रा सची म आता ह ऐस म अतर-

रा जल िववाद और उनका उिचत समाधान क सरकार क िलए बड़ी चनौती ह अतर-रा नदी जल िववाद अिधिनयम

1956 क तहत िववादो को सलझान क िलए वतमान म 8 िट नल ह सरकार सशोिधत रा ीय जल नीित पर काम कर रही

ह िजसम क ीय र पर एक थाई जल िववाद िट नल बनान क साथ ही िववाद समाधान सिमित बनान की योजना ह जो

राो क जल सबधी िववादो का समाधान िनकालगी इसक िलए 1956 क कानन म सशोधन क मकसद स सरकार इस

साल लोकसभा म नया िवधयक पश भी कर चकी ह

जल बधन क िलए सरकार क कई मालय और िवभाग भी कध क कधा िमलाकर काम कर रह ह सीवज पाइपलाइन स लकर

शौचालय िनमाण और बर का कौशल िसखान क िलए जल ससाधन मालय न कौशल िवकास एव उिमता मालय स करार

भी िकया ह पानी क पन इमाल को लकर रल मालय और इिडयन ऑयल क साथ भी योजना बनाई ह िबजली मालय न

तो सयो क िलए अिनवाय िकया ह िक व सीवज सय क 50 िकलोमीटर की परिध म मौजद हो तो िबजली बनान क िलए उसक

पानी का ही इमाल कर पानी क पन उपयोग को लकर िविभ मालयोसावजिनक उपमो रा सरकारो और अ

सथाओ क साथ सहयोग की सभावनाए तलाशी जा रही ह जािहर ह जल ससाधनो क सतत िवकास क िलए मौजदा सरकार न

तमाम यास िकए ह और जब इन यासो को सभी वग का साथ िमलगा तो भारत िनित प स जल को लकर सवदनशील

समाज बन जाएगा

ई-वाहन क बजाय ई-परवहन पर िदया जाए ान क ीय परवहन मी िनितन गडकरी न वाहन उोग क एक सलन म कहा िक वह वकक ईधन क इमाल को बढ़ावा

दन क िलए वाहन उोग को lsquoमजबरrsquo करन स भी नही िहचिकचाएग गडकरी न कहा lsquoआप चाह या न चाह लिकन भारत

दषण पर काब पान और तल आयात िबल म कटौती क िलए इलक और जव-ईधन स चलन वाल वाहनो की िदशा म आग

बढ़गाrsquo उोन भारतीय ऑटोमोबाइल उादको क सगठन सायम क सालाना समारोह म यह बयान दकर वाहन उोग म

खलबली मचा दी वाहन कपिनयो का कहना ह lsquoहम पहल स ही वाहन तकनीक की िदशा म आग बढऩ क िलए जरत

स ादा यास कर रह हrsquo

Automobile sector amp Policy Paralysis हकीकत तो यह ह िक हमारा वाहन उोग नीितगत अिनितता को लकर काफी शोर मचाता ह इस उोग क पास ईधन

की िदशा म आग बढऩ की एक योजना रही ह लिकन या तो इसन उस नजरअदाज िकया या िफर जानबझकर उस कमजोर

करन की कोिशश की जब ऐसा नही हो सका तो शोर मचाना श कर िदया मसलन ईधन एव उजन क बीएस-4 मानको

को भारत म वष2010 म लाग िकया गया था माच 2017 तक पर दश म इस मानक को लाग हो जाना था लिकन उोग न इसक

िलए तयारी करन क बजाय मान िलया िक अिधक ऊजा उपल ही नही हो पाएगी िलहाजा व इस समयसीमा क बाद भी

बीएस-3 मानक वाल वाहन बचत रहग लिकन सरकार न इसकी इजाजत नही दी िजस पर वाहन उोग न खब अचभा जताया

Rising pollution and how relevant move to introduce electric vehicles कल िमलाकर कार िनमाताओ न साफ नजर आ रही उस तीर को दखन की कोिशश नही की िजसम दषण और उसस होन वाली ा

समाए एक बड़ा सरोकार बनकर उभरी ह यह नीितगत अिनितता नही ह यह सावजिनक िवमश और लोक नीित क ित आख मदन

जसा ह इस पभिम म गडकरी का इलक एव वकक ईधनो स चलन वाल वाहनो पर नीितगत नत िदखाना रोमाचक ह अब सवाल

यह खड़ा होता ह िक भारतीय सड़को पर अिधक ईधन वाल वाहनो की सा बढ़ान क िलए ा कदम उठाए जान चािहए हम यह भी

याद रखना चािहए िक इलक वाहनो को अपनान की हमार पास अनठी वजह ह अब भी भारत म वाहनो की िगनती काफी कम ह खासकर

कारो की अगर िदी का ही उदाहरण ल तो यहा पर करीब 21 फीसदी लोगो क पास ही कार ह जबिक लगभग 40 फीसदी लोगो क पास

दोपिहया वाहन ह वष 2011 की जनगणना क मतािबक कवल 10 फीसदी भारतीयो क पास ही कार थी इसका मतलब ह िक मोटर वाहन

अब भी एक बड़ तबक की पच स दर ह यह पहल वाहन उोग क िवार की सभावनाओ को बया करता ह

E-Vehicles and our attitude ई-वाहनो को लकर हमारा नजरया काफी अलग ह बाकी दिनया म ई-वाहन अिधक एव ईधन-सम कारो स ितधा करन म खद

को िपछड़ता पा रह ह अगर ई-वाहन ाकितक गस एव कोयल स पदा होन वाली िबजली का इमाल करत ह तो िफर हम वातावरण म

काबन डाई-ऑाइड को िवथािपत ही कर ग न िक उस ख कर सक ग यानी ई-वाहनो का इमाल बढऩ पर भी दषण बरकरार

रहगा वह कारो क साइलसर स न िनकलकर ऊजा सयो की िचमिनयो स िनकलगा लिकन ई-वाहन हम शहरो क वाय दषण स राहत तो

िदलात ही ह गडकरी न भी कहा ह िक ई-वाहनो स क तल क आयात पर खच होन वाला भारी खच कम करन म मदद िमलगी

यही वजह ह िक हम ई-वाहन अपनान की िदशा म अिधक साहिसक एव आामक होना होगा अभी तक इस बार म भारत की नीित ढलमल

ही रही ह कछ महीन पहल सटर फॉर साइस ऐड एनवायरनमट (सीएसई) क मर सहयोगी न हाइिड एव इलक वाहनो क रत

समकन एव िविनमाण (फम) क पहल चरण का िवषण िकया था उसस पता चला िक सरकार की तरफ स लाई गई इस ोाहन योजना

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न इल क मोिबिलटी बढ़ान क नाम पर डीजल की औसत हाइिड कारो को ही बढ़ावा िदया था इस योजना का करीब 60 फीसदी उन कारो

क ही िह म चला गया जो न तो इल क थी और न ही परी तरह हाइिड उसक बाद स हालात काफी बदल चक ह सशोिधत फम योजना

स औसत दज की हाइिड गािडय़ो को मदद नही िमलगी इसम इल क-बस पर भी जोर िदया गया ह िजसस परवहन का पर ही

बदल जान की सभावना ह

सबस बड़ा पच तो यही ह अिधकतर भारतीय िनजी वाहनो स नही चलत ह यह कछ बड़ा सोचन का मौका ह तािक हम पहल कार और िफर

साइिकल की तरफ न लौटना पड़ हम ऐसी नीितया बनानी होगी िक ऊजा को बढ़ावा दन वाल िनजी वाहनो क साथ सावजिनक परवहन

क साधनो को भी बढ़ावा िमल शहरो म लाइट रल यानी ट ाम चलाना एक िवक हो सकता ह ट ाम िबजली स चलती ह इसक अलावा कछ

राजमाग का िवदयतीकरण कर उन पर िबजली-चािलत बस चलाई जा सकती ह उन बसो को जरत पडऩ पर रा म ही चाज िकया जा

सकता ह अगर लोगो को उनक अितम गत तक पचान वाल वाहनो को भी इल क बनाया जा सक तो इसस आवागमन स सबिधत

पर ही बदल जाएगा

What is needed इसक िलए सजग सोच की जरत ह पहला बड़ा मसला इस सावजिनक ढाचागत की लागत को कम करन क तरीक तलाशन का ह एक

िवक ह िक हम बड़ र पर सावजिनक खरीद कर जसा एलईडी लाइट क मामल म िकया गया था दसरा िवक ह िक वाहनो को इस

तरह स बनाया जाए िक बटरी क िनमाण की लागत उस वाहन की कीमत म न जड़ अगर हम ई-वाहनो क बजाय ई-परवहन को बढ़ावा दन

पर ान क ित कर तो हमार िवक भी बदल जाएग यह हमार सामन एक अवसर पश करता ह इस बार तो हम यह बस छोडऩी नही ह

कचरा बधन म सधार ो नही Amar_Ujala इल ॉिनक ाक और अतालो का कचरा पयावरण और

वातावरण की सहत क िलए समा बनता जा रहा ह कचरा बधन और

उसस पयावरण सरण क बार म कायनीित की जरत मन क जीवन

स जड़ी ह सिवधाओ क िलए हमन कछ ऐस उाद पदा िकए ह िज

सड़ाया या गलाया नही जा सकता इ कवल वािनक बधन स कम

िकया जा सकता ह सभी कार क कचरो को पनः उपयोग म लाना

सभव नही ह बहतर कचरा बधन स ही उनस छटकारा पाया जा

सकता ह Problem of Electronic waste

आज हर हाथ म मोबाइल ह लपटाप सीडी पन ड ाइव रीजरटर टलीिवजन फोटो कॉिपयस फ मशीनो क नए मॉडल बाजार म आ

रह ह खराब इल ॉिनक उाद ई-कचर म तील हो रह ह घरो म य होन वाल ब बलाइट ाक या बटरयो क कचर

वातावरण म हािनकारक पदाथ छोड़ रह ह How does it waste nagetively affect इन कचरो स ोरनटड और ोिमनटड गस

उिजत होती ह इनम मरकरी शीशा ोिमयम बरयम बरिलयम कडिमयम जस त होत ह जो ा क िलए खतरनाक ह इन ई-

कचरो क िनारण की वािनक नीित का अभाव ह थानीय िनकाय कचर को नदी नालो या सड़को क िकनार फ क रह ह इसस निदयो

की सहत खराब हो रही ह िजसस भजल एव मछिलयो की सहत खराब हो रही ह और उनक सवन स मन बीमार पड़ रहा ह कचरो म

आग लगान स हवा िवषली होती ह तो जमीन पर िबखरन स िमी दिषत होती ह किष सबधी जिवक कचरा आसानी स सड़-गल जाता ह

गावो म शादी-ाह म य होन वाल िमी क बरतन और पलो की जगह ाक क उादो न ल ली ह हर उाद की पकिजग म

ाक य हो रहा ह दश म रोज पह हजार टन ाक कचरा उ हो रहा ह िजनम स मा नौ हजार टन ही पनः उाद क

िलए चना जाता ह िवकिसत दशो न अपन यहा कचरा बधन क उपाय तो िकए ही ह ई-कचर को िवकासशील दशो की ओर सरकाना भी

श कर िदया ह Solution Recycling कचर म स कछ को ही रीसाइिकल िकया जा सकता ह रीसाइिकल करन क िलए जरी ह िक िदन-ितिदन क कचर स जिवक कचर और

रीसाइिकल कचर को अलग िकया जाए इसक िलए समाज का िशित और जागक होना जरी ह हमन कचर को अलग-अलग िनारत

करन की िदशा म समिचत काय नही िकया ह कचर स रीसाइिकल पदाथ को चनन वाल गरीबो क सहार जो कछ कचरा साफ हो रहा था वह

जीएसटी क कारण भािवत आ ह

िचिका कचर का िनारण सतक ता और वािनक बधन की माग करता ह ए-र ट इमाल की गई सइया पिया कोज की

बोतल आिद को कस जमा िकया जाए इसक िलए िचिकालयो को िशित करना होगा

कचरा िनारण की िदशा म हमन थोड़ िवलब स सोचना श िकया ह इस सदभ म हमन कछ जरी कानन भी बनाए ह इसक बावजद

कचरा बधन म कोई सधार नही िदख रहा समय की माग ह िक कचरो को उनक उादन ोत पर ही न और हािनरिहत करन का बध

िकया जाए रीसाइिकल य पदाथ क इमाल पर ादा जोर िदया जाए कचर को खल म छोड़न क बजाय उस जमा करन की वािनक

नीित अपनाई जाए जनता क ा क िलए हम बहतर कचरा बधन करना ही होगा

दषण क खलाफ पहल

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िदी और उसक आसपास क ो म पटाखो की िबी पर सीम कोट की पाबदी दषण क खलाफ जारी लड़ाई लड़न म सहायक बननी

चािहए लिकन ऐसा तब होगा जब आम लोग यह समझन क िलए तयार होग िक उव क नाम पर सहत को नकसान पचान वाल तौर-तरीको

का पराग करन म ही भलाई ह

कम स कम िदी-एनसीआर की जनता इसस अनिभ नही हो सकती िक िपछल वष म और िवशष प स बीत बरस दीपावली क

अगल िदन ऐस हालात बन िक सास लना भी दभर हो गया था

यह ठीक नही िक दश क सबस बड़ उव यानी दीपावली क अगल ही िदन ऐसी थित बन िक लोगो की सहत पर बन आए हालािक

सीम कोट का फसला कवल िदी-एनसीआर क िलए ही ह लिकन दश क एक बड़ िह और खासकर उर भारत क शहरी इलाको

म दीपावली क ठीक अगल िदन काफी कछ वस ही हालात बनत ह जस दश की राजधानी म िदखाई दत ह इसकी भी अनदखी नही की

जा सकती िक हाल क समय म दीपावली को पटाख दागन का पयाय सा बना िदया गया ह और इस म म कही अिधक शोर और िवषा

धए वाल पटाखो का चलन जरत स ादा बढ़ गया ह

हर िकसी को यह महसस करना चािहए िक ककारी सािबत होन वाल इस चलन को थामना व की माग और जरत ह इसस ही

दीपोव की महा बढ़गी बहतर हो िक सामािजक एव राजनीितक ो क अणी लोग आम जनता को इसक िलए रत-ोािहत

कर िक सख-सम और धन-धा क पव पर िन और वाय दषण बढ़ान का काम न िकया जाए लोगो कोजागक करन का यह

काम िदी-एनसीआर क साथ-साथ दश क अ िहो म भी होना चािहए

इस पर हरत नही िक िदी-एनसीआर म पटाखो की िबी पर ितबध क फसल को लकर असहमित क भी कछ र उठ ह ऐस रो क

िलए एक अवसर तो खद सीम कोट न ही द िदया ह उसन पटाखो की िबी रोकन क िपछल वष क अपन आदश म करीब एक माह पहल

सशोधन कर कछ शत क साथ पटाख बचन की इजाजत द दी थी नतीजा यह आ िक पटाखा बनान और बचन वालो न अपनी तयारी श

कर दी कहना किठन ह िक सीम कोट क पास ऐस लोगो क इस सवाल का ा जवाब होगा िक उनक नकसान की िजदारी कौन

लगा अा होगा िक कम स कम भिव क िलए पटाखो क िनमाण और उनकी िबी क िनयमन की जरत समझी जाए ऐसा इसिलए और

भी होना चािहए ोिक बार-बार यह सामन आ रहा ह िक हािनकारक चीजो क इमाल को रोकन म ितबध स अिधक िनयमन भावी होता

ह कई बार िबना िनयमन ितबध या तो िनभावी सािबत होता ह या िफर उसकी काट क तौर-तरीक खोज िलए जात ह यह बात

िजतनी पटाखो क सदभ म लाग होती ह उतनी ही पॉिलथीन और ऐसी ही अ वओ क मामल म भी िकसी क िलए भी यह समझना किठन

ह िक आखर कान फोड़ दन और िवषला धआ छोड़न वाल पटाखो का िनमाण ही ो होना चािहए

Q GS PAPER II

सरकारी नीितयो और िविभ ो म िवकास क िलए हप और उनक अिभकन तथा कायायन क कारण उ

िवषय

ा पयावरण क अिधकार म िदवाली क दौरान फटाक जलान क िविधक िविनयम भी शािमल ह इस पर भारतीय

सिवधान क अनद 21 क और इस स म शीष ायालय क िनणय िनणयो क काश म चचा कीिजए | UPSC 2015

Does the right to clean environment entail legal regulations on burning crackers during Diwali Discuss in the light of Article 21 of the Indian Constitution and Judgement(s) of the Apex Court in this regard

खतो म फसल क साथ सौर ऊजा भी पदा करना जरी Business_Standard फसलो की खती क साथ ही सौर ऊजा क िवार क िलए भी जमीन की उपलता एक मख अवयव ह अगर इन दोनो ो को एक साथ

समािहत करत ए सौर-सह-किष खत म तील िकया जा सक तो इस कमी को दर िकया जा सकता ह दोनो क सामज स जमीन क उसी

टकड़ स होन वाली आय म खासी बढ़ोतरी हो जाएगी जापान चीन जमनी और िटन जस दशो म इस अवधारणा को सफलतापवक

आजमाया जा चका ह जमीन क उपभोग र को बढ़ान क अलावा खतो म लगी फोटो वोक टो (सौर ट) क जरय पदा होन वाली

िबजली न कवल खती सबधी काय क िलए इमाल की जा सकगी ब अितर िबजली को बचा भी जा सकगा

किष-सह-सौर खती स होन वाल लाभ उस समय और भी अिधक बढ़ जाएग जब उसम वषा-जल सचयन को भी जोड़ िदया जाए इस

तरह एक ही जमीन खती क अलावा सौर ऊजा उादन और वषा जल सचयन म भी इमाल की जा सकगी

खतो म लगी सौर टो पर िगरन वाल बारश क पानी को िसचाई क िलए इमाल िकया जा सकता ह

अगर सौर खती को ोाहन िदया जाए तो 100 गीगावॉट सौर ऊजा क उादन और वष 2022 तक किष आय को दोगना करन क

महाकाी लो को भी हािसल करन म मदद िमलगी

िवदशो म सौर खती क िविभ िडजाइन एव मॉडल तयार िकए गए ह और उ थानीय जरतो क िहसाब स सशोिधत िकया जा सकता

ह खासकर सय की रोशनी की उपलता को दखत ए मॉडल परविधत िकए जा सकत ह

जापान म इस सौर साझदारी का नाम िदया जाता ह वहा पर खतो म फोटो-वोक पनल इतनी ऊचाई पर लगाए जात ह िक उनस

छनकर पया रोशनी नीच जमीन तक पच जाती ह जो कम रोशनी म उगन वाल पौधो क िलए काफी होती ह वही जमनी म इन सौर

टो को इस तरह िडजाइन िकया गया ह िक हमशा सय की िदशा म रखन क िलए उ घमाया जा सकता ह

भारत म सौर खती का सवािधक अनकल और वािनक प स आजमाया आ मॉडल जोधपर थत क ीय बजर अनसधान सथान

(काजरी) का ह इस सथान क िनदशक ओ पी यादव क मतािबक सौर खती का यह मॉडल पिम राजथान पिमोर गजरात और पजाब

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एव हरयाणा म फली िवशाल बजर भिम क िलए काफी अनकल ह पिमोर भारत क करीब 32 करोड़ हयर इलाक म बजर भिम पाई

जाती ह खास बात यह ह िक अिधकाश मौसम म इस बजर इलाक म ाकितक रोशनी भी पया माा म िमलती ह CAZARI research amp Suggestion काजरी न जोधपर म 105 िकलोवॉट मता का एक सौर-किष खत तयार िकया ह करीब एक एकड़ जमीन पर बनाए गए सौर फाम का

बड़ा िहा खती क िलए परी तरह खाली ह

सौर पनल लगन क बाद भी 49 फीसदी जमीन फसलो क िलए उपय ह इसक अलावा सौर टो क नीच की 24 फीसदी जमीन भी

फसल उगान लायक ह कम लबाई वाली और पानी की कम जरत वाली फसल इस खत म बोई जा सकती ह

काजरी न इस खरीफ स म यहा मग मोठ ारफली एलोवरा सोनामखी और शखपी की फसल लगाई थी सौर पनल पर इक_iumlा

वषा जल को पाइप क सहार खत म बन भिमगत टक म जमा कर िलया जाता ह सौर टो स पदा होन वाली िबजली को िनधारत दरो

पर पावरिड म भज िदया जाता ह

काजरी का सझाव ह िक िमच ाज लहसन और बदगोभी जसी सयो को सौर पनल क नीच की जमीन पर बोया जा सकता ह इसस

सौर पनलो क आसपास का तापमान कम रखन म भी मदद िमलती ह िजसस िबजली उादन भी अिधक होता ह दसरी तरफ सौर

पनलो की कतारो क बीच की जगह म फसल उगान स मदा अपरदन रोकन म मदद िमलती ह िजसस पनल पर धल नही पसरती और

पनल की मता बढ़ती ह जोधपर जस इलाक म िदन भर म चार स पाच घट तक तज धप होती ह इस वजह स 105 िकलोवॉट मता

वाली यह सौर इकाई खली धप म 420िकलोवॉट िबजली भी पदा कर लती ह

इन फायदो क बावजद हम इस त को नजरअदाज नही करना चािहए िक इस तरह क एकीकत खतो को तयार करन म अी-खासी लागत

लगती ह अगर काजरी क मॉडल को ही दख तो उस जोधपर म यह किष-सह-सौर खत तयार करन म 5233 लाख पय खच करन पड़

इसक अलावा वषा-जल सचय की वथा करन म अलग स सात लाख पय लगान पड़ इतन बड़ पमान पर िनवश कर पाना दश क

अिधकतर िकसानो क िलए नाममिकन ह

इस थित म सौर ऊजा क उादन म लग उिमयो को िकसानो क साथ िमलकर काम करन की सलाह दी जाती ह अगर िकसान और सौर

ऊजा कारोबारी आपसी सहमित स खतो म सौर ऊजा पनल लगान क िलए तयार हो जात ह तो उसस दोनो पो को ही फायदा होगा अगर

दोनो पो क बीच भागीदारी नही बन पाती ह तो किष-सह-सौर खती को ावहारक एव लाभद बना पाना सभव नही हो पाएगा

आवक िकत अपया Recapitalisation step क सरकार न सकट सरकारी बको क पनपजीकरण की घोषणा की तािक इनको फस ए कज क दच स उबारा जा सक इस कज क

चलत ही बको को नया ऋण दन म िदत आ रही ह इसी क चलत दश की बिकग ऋण वदिघ 25 साल क िनतम र पर ह और िनजी

िनवश एकदम अवदघ ह लबी अनदखी क बाद आखरकार सरकार न इन बको को जरी मदद महया कराना तय िकया ह

य दश की कल बिकग म 70 फीसदी िहदारी रखत ह 211 लाख करोड़ पय की यह योजना दो साल म िवारत ह पव गवनर रघराम

राजन क अधीन आरबीआई न बको की परसपि गणवा की जाच की वथा की थी इसक चलत बको को फस ए कज को उजागर

करना पड़ा था और िनपटान की वथा बतानी पड़ी थी इसक बाद स ही सरकारी बको की वहायता सकट म थी एक ितमाही क बाद

अगली ितमाही म बक खासतौर पर सरकारी बक फस ए कज क बढ़त जोखम को ीकार करत गए उनस िनपटन का ावधान करन म

ही उनका अिधकाश मनाफा खप जाता सरकारी बक इस सबस बरी तरह भािवत ह बिनयादी ढाचागत को सबस अिधक ऋण उोन

ही िदया ह समय बीतन क साथ-साथ सरकार क िलए चयन और iuml होता गया या तो कछ डबत सरकारी बको का िनजीकरण िकया जाए

या िफर उनका पनपजीकरण िकया जाए पहला िवक राजनीितक प स वहाय नही था और दसरा िवक राजकोषीय घाट की िiuml स

ठीक नही था अग 2015 क एक अनमान क मतािबक सन 2018-19 तक 18 लाख करोड़ पय क पजीकरण की आवकता थी सरकार

न 51858 करोड़ पय की रािश ही इनम डाली

पनपजीकरण क बार म कई बात अभी िवार स सामन आनी बाकी ह लिकन कछ बात िबदवार ढग स सामन ह मसलन RBI

GOVERNOR ारा जारी बयान म कछ बात होती ह उदाहरण क िलए उोन कहा िक जारी िकए जान वाल बॉ नकदी िनरप हो

सकत ह और घाट म इजाफा होगा लिकन यह मामली हो सकता ह और ऐस बॉ पर चकाए जान वाल ाज तक ही सीिमत रहगा दश क

म आिथक सलाहकार अरिवद समन का इस पर एकदम अलग िवचार ह उनक मतािबक मौजदा लखा वहार क अधीन जो िक

अतरराiumlरीय मा कोष स एकदम अलग ह सरकारी बॉ न कवल सरकारी कज म इजाफा कर ग ब राजकोषीय घाट म भी इनकी

बदौलत बढ़ोतरी होगी िव मालय क अिधकारयो न कहा िक नई पजी क आवटन की ासिगकता इस बात पर भी िनभर होगी िक बक

इसका इमाल िकतन भावी ढग स कर रह ह और फस ए कज स कस िनपट रह ह सवाल यह ह िक ा इसस दश की दोहरी बलस

शीट की समा कछ हद तक हल होगी इसका जवाब आसान नही ह भारी पमान पर िकया जान वाला पनपजीकरण जहा सरकारी बको को

ऋण सबधी चनौितयो स िनपटन म मदद करगा वही दो अ म भी ह पहला यह बहस अभी ख नही ई ह िक असली िदत ा थी

ऋण की आपित या उनकी माग म कमी दसरा मा अिधक गभीर ह सरकार को अब सरकारी बको क लिबत शासिनक सधारो पर भी

ान दना होगा अगर ऐसा नही होता ह तो इस बात की कोई गारटी नही ह नई पजी का समझदारी भरा उपयोग होगा

ाउड फिडग किम बदिघमा और मशीन रोना ा क एक हािलया पच (A theory of crowd funding) स पता चलता ह िक िककाटर जसी ाउडफिडग वबसाइट माग की

अिनितता क दौर म आिथक िकफायत बढ़ान का काम करती ह

Crowd Funding उिमयो को िकसी उाद क तयार होन क पहल उपभोाओ स अनबध करन का अवसर दकर ऐसा करती ह

इसस उनक पास अवसर रहता ह िक अगर उमी सभािवत िनवश न भी कर तो भी व अपन उाद को तयार कर सक

यह उपभोाओ को भी यह ोाहन दती ह िक व अपनी माग जािहर कर

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िककाटर की िया कछ ऐसी ह िक वह गत र पर माग आमित करती ह और इन सभी क िलए लित र की घोषणा

करता ह 30 िदनो की अिभयान अविध क दौरान एकित मागो की घोषणा की जाती ह और उपभोाओ को यह अवसर िदया जाता ह

िक व अपन सशत िनणय सामन रख सक

अगर माग का र पहल की गई घोषणा स कम होता ह तो ाउडफिडग अिभयान को नाकाम घोिषत कर र कर िदया जाता ह अगर

माग ल स ादा हो जाती ह तो उपभोाओ स कहा जाता ह िक व इसकी फिडग कर

यह रािश उस उमी को दी जाती ह जो उ परयोजना पर काम करन को तयार हो इसक अलावा परयोजना परी होन और की गई

माग क िनपटन क बाद उसका एक भरापरा बाजार होता ह

ल हािसल होन क बाद उपभोा खल बाजार म उस उाद को खरीदन की उकता भी िदखा सकत ह िवलिबत भगतान की

समा इसी पवत बाजार म आती ह

यही वजह ह िक ाउड फिडग क जरय माग की अिनितता कम की जाती ह और यह पारपरक उिमता म िमलन वाली िवीय मदद

की कमी परी करता ह

ाउड फिडग पर आधारत यह नवाचार िडिजटल ाित क जरय समाज काण को आग बढ़ा रहा ह

Artificial Intelligence AI की बात कर तो रोबोट को लकर तीन िचताए ह

इनम सबस पहली िचता ह ौोिगकी म बड़ पमान पर रोजगार जाना दसरी िचता ह िक व मन की जगह ल सकती ह या उस

अपना दास बना सकती ह तीसरी िचता रोबोट स जग की ह

अगर ौोिगकी आधारत बरोजगारी और भारत जस िमक बल िनयात वाल दश क अपन जनािककीय लाभाश का इमाल न कर

पान की बात की जाए तो अथशा क मलभत िसात इस डर को खारज करत ह

जब तक ौोिगक स बनन वाली वए मौजदा म आधारत तकनीक स बहतर नही होती ह तब तक रोबोिटक तकनीक को कस अपनाया

जा सकता ह

यह तकनीक ही ह िजसकी वजह स पिमी दशो म ऊची इमारतो पर िनमाण काय नो स होता िदखता ह जबिक भारत म िमको को ऊची

जगहो पर काम करत ए आसानी स दखा जा सकता ह रकॉड का तलनाक लाभ का िसात इस ओर इशारा करता ह िक दिनया क अ

दश तमाम चीज चाह िजतनी कम लागत म तयार कर लिकन भारत को उन चीजो क उादन म तलनाक बढ़त हािसल रहगी िजनका

उादन और िनयात उसक िलए घरल र पर िकफायती ह यह िकफायत म आधारत होगी अहम बात यह ह िक म और पजी जस

कारक आधारत बाजारो म अवसर लागत साफ परलित होनी चािहए इसक िलए म बाजार की िवसगितया कम करनी होगी

जहा तक दिनया पर रोबोट क कािबज होन की बात ह तो कटर और इसानी िदमाग की ासिगकता पर अलग तरह क सवाल ह जॉन सल न

सन 1998 म आई अपनी िकताब lsquoद िमी ऑफ कॉशयसनसrsquo म इस पर अा काश डाला ह म और शरीर क बीच की समा

की शआत ासीसी दाशिनक दकात क व स होती ह वह इन दोनो क की बात करत ह लिकन िगलबट राइल न इसका िवरोध

करत ए कहा िक मन को लकर दकात की ि मशीन म भत क समान ह दाशिनक और वािनक अब इस दोहरपन को माता नही दत

मन िदमाग का कवल एक िहा ह बहरहाल कटर िवािनयो का दावा ह िक िदमाग कवल एक िडिजटल कटर ह और मन उसका एक

ोाम भर ह सल कहत ह िक मजबत एआई को कमजोर एआई स अलग करक दखना होगा ोिक कमजोर एआई कटर को उपयोगी

उपकरण मानता ह िदमाग और कटर क बीच सबस बड़ा अतर यिनविसटी कॉलज ऑफ लॉस एिजलस क तिका िवानी जोिकम फर न

तिका िवान क हािलया िवकास म को अपनी िकताब lsquoद रोसाइस ऑफ ीडम ऐड िएिटिवटीrsquo म बया ह िकताबम कहा गया ह िक

म एक जिटल सतलनकारी वथा ह जो अवधारणाओ को लित िनदश म बदलता ह इसम ी टल कोट की अहम भिमका होती

ह इनम स कई कदम िनितताओ पर नही ब सभावनाओ पर आधारत होत ह जो िविभ कदमो म स िकसी एक क चयन की वजह बनत

ह यह म सोच को दशान वाली बात ह म का सरल कोट वाला िहा सचतन ान को भी िनदिशत करता ह यहा चतना वह

थित ह जो चीजो को लकर हमारी जागकता और म की भावनाक िया को थािपत करती ह

यहा तक िक किम बमा पर काम कर रह वािनक भी अब यह मानत ह िक इसान की जगह रोबोट क इमाल का उनका इस बड़

पर िनभर करता हिक आखर कोई व चत ो ह यह सवाल एमआईटी क भौितक िवानी म टगमाक न उठाया था हालािक म

मानता िक चतनाशील रोबोट िवकिसत हो सकत ह लिकन मरा सदह बरकरार ह म एक जीविवानी अग ह और यह कई तरह क

काम कर सकता ह मझ लगता नही िक इसका कोई िवक होगा

आखरी डर थोड़ा अिधक तािक क ह चािलत रोबो हिथयारो की होड़ श हो सकती ह हमार पास पहल ही ड ोन ह लिकन इ चलान क

िलए मन की जरत पड़ती ह परत टगमाक की रपोट क मतािबक अब असली और पण चािलत हिथयारो का िवकास हो रहा ह जो खद

ही िनशाना तय कर ग

कल िमलाकर िडिजटल ाित न जहा कई तरह क लाभ िदए ह वही इसक साथ कई तरह क आिथक और मानवीय भय भी सर उठा रह ह

िवापन एजिसयो और सोशल मीिडया जस मचो तथा चािलत हिथयारो स जड़ कई डर सामन आ रह ह िजनस िनपटना जरी ह

िदी म ो छाई ह जहरीली धध जान वजह और उपाय - िदी म जहरीली धध छा गई ह इसस हर कोई परशान ह धध की वजह स लोगो का बाहर िनकलना भी मल हो गया ह धध

क चलत िदी-एनसीआर म मिडकल इमरजसी जस हालात बनन लग ह जान य जहरीली धध ो छाई ह और इसस बचन क

ा उपाय ह

=gtा ह इस धध की वजह

- पजाब हरयाणा यपी म पराली जलाना जहरीली धध की बड़ी वजह ह

- िदी क आसमान पर हवा ठहर गई ह इसिलए धध छट नही रही

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- जहरीली धध न िदी को गस चबर बना िदया ह - काबन डाइऑाइड काबन मोनोऑाइड सर डाईऑाइड जसी

जहरीली गस होती ह

- िदी की इस जहरीली धध क िनशान पर सबस ादा ब बजग अथमा क मरीज होत ह

=gtधध स बचन क िलए बरत य सावधािनया ndash

बत जरत हो तभी घर स बाहर िनकल ndash

सबह पाक म वॉक या कसरत न कर ndash

बाहर जा रह ह तो मा का इमाल कर ndash

अथमा क मरीज दवाई अपन साथ रख ndash

बो को ऐसी धध म बाहर न खलन द ndash

बजग मौसम साफ हो तभी बाहर जाए

िनजीकरण घाट स म का िवक एयर इिडया को होन वाल घाट स तग आकर सरकार न इस कपनी क िनजीकरण का फसला िलया ह| सरकार न पाया िक एयर

इिडया को वापस अपन पर पर खड़ा करना किठन ह इसिलय इस बच दना उम ह

जस परानी कार को मािलक बच दता ह लिकन उसी कार को खरीदार ठीक करक चला लता ह अथ आ िक समा कार म नही

ब उसक परान मािलक म थी यह सखद सचना ह िक सरकार न अपनी इस नाकामी को ीकार कर िलया ह

यह तक सरकारी बको पर भी उतना ही लाग होता ह िजतना एयर इिडया पर इ भी एयर इिडया की तरह लगातार घाटा लग

रहा ह

लिकन सरकार इनका िनजीकरण करन क थान पर कमजोर सरकारी बको का अ बको क साथ िवलय करना चाहती ह

Past experience कछ ऐसा ही पव म एयर इिडया क साथ सरकार न िकया था तब दो सरकारी कपिनया थी-इिडयन एयर लाइस घरल और एयर

इिडया िवदशी यााए स करती थी एयर इिडया ॉिफट म चल रही थी जबिक इिडयन एयरलाइस घाट म सरकार न सोचा िक

दोनो का िवलय कर दग तो सिलत कपनी ॉिफट कमाएगी पर ऐसा नही आ पव म ॉिफट म चल रही एयर इिडया भी घाट

म आ गई जस िकसी अी और परानी कार का िवलय कर िदया जाए परानी कार का रिडएटर नई कार म लगा िदया जाए तो नई

कार का सफल होना किठन ह अब सरकार घाट म चल रह सरकारी बको का ॉिफट म चल रह सरकारी बको स िवलय करक इ

भी एयर इिडया की तरह घाट म ल जान की तयारी कर रही ह आय नही िक ॉिफट म चल रह पजाब नशनल बक न ाव

पारत करक घाट म चल रह बको का अपन साथ िवलय करन का िवरोध िकया ह

Root of the problem मल समा ह िक मी और अिधकारी िनजीकरण को पसद नही करत ह वाजपयी तथा अण शौरी की जोड़ी इस िवषय म अपवाद

ह सावजिनक इकाइयो पर सरकारी िनयम लाग नही होत ह अपन चहतो को मी और अिधकारी इन इकाइयो म नौकरी िदला दत

ह उराखड स िवलय क पव उर दश सरकार क एक सिचव चाहत थ िक म उराखड क आिथक िवकास का रोडमप तयार

क उोन कहा िक इस काय को सरकारी ठक पर करन म पच ह इसिलए म गढ़वाल मडल िवकास िनगम को कह दगा व ठका

द दग चिक उन पर सरकारी िनयम कम लाग होत ह

यह ात बताता ह िक सरकारी अिधकारयो और मियो क िलए सरकारी िनयमो का उघन करन म य इकाइया मददगार ह

सावजिनक बको को आज लग रह भारी घाट म मियो एव अिधकारयो का यह दराचरण म कारण ह जािहर ह िक घाट म चल

रह बको का ॉिफट म चल रह बको स िवलय करन स मियो और अिधकारयो की यह धाधलबाजी जारी रहगी और बको को घाटा

लगता रहगा जसा एयर इिडया क साथ आ

Why opposition for privatisation सरकारी बको क िनजीकरण क िवरोध म म तक ामीण ो की सवा को िदया जाता ह तक ह िक ाइवट बको की

ामीण एव कमजोर ो म शाखा खोलन म िच नही होती ह चिक यहा ॉिफट कमान क अवसर कम होत ह

इिदरा गाधी न साठ क दशक म इसी कारण ाइवट बको का रा ीयकरण िकया था इसम कोई सदह नही ह िक ामीण ो

म सरकारी बको की पच ादा ह

पर ह िक ा ाइवट बको को ामीण ो म शाखा खोलन को रत नही िकया जा सकता था रजव बक ारा दश क सभी

बको का िनयण िकया जाता ह वतमान क रजव बक ारा सभी बको को मजबर िकया जाता ह िक व छोट उमो को ऋण द ऐसा

न करन पर बको पर पनी लगाई जाती ह इसी कार रजव बक ारा ाइवट बको को मजबर िकया जा सकता था िक व ामीण

ो म शाखाए खोल अथवा ामीण ो म शाखा खोलन पर सडी दी जा सकती थी अथवा िजन बको ारा पया सा म

ामीण शाखाए न बनाई गई हो उन पर सवा कर की दर बढ़ाई जा सकती थी

ामीण शाखाओ क नाम पर सरकारी बको को जो घाटा हो रहा ह वह अतत दश की जनता को ही भरना पड़ रहा ह सरकारी बको

म मियो और अिधकारयो की धाधलबाजी स ए घाट की भरपाई करन की तलना म ाइवट बको को ामीण ो म शाखा न

खोलन पर पनी वसल करना ादा उम ह लिकन ऐसा करन स मियो और अिधकारयो क पर कट जाएग इसिलय इोन

िनजीकरण क थान पर िवलय का िवक चना ह

सरकारी बको क िनजीकरण क िवरोध म दसरा तक रोजगार का ह कहा जा रहा ह िक इन बको म कायरत हजारो किमयो को

ाइवट खरीदार बखा कर दग दिलतो ारा यह तक भी िदया जा रहा ह िक सावजिनक इकाइयो म आरण लाग होन स

तमाम दिलतो को रोजगार िमला ह िजसस दिलत समदाय का िवकास आ ह यह त सही ह िक सावजिनक इकाइयो म

दिलतो को आग बढ़न का अवसर िमला ह लिकन दिलतो को आग बढ़ान म सावजिनक इकाइया ही घाट म आ जाए तो यह

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नाव को ओवरलोड करक डबान जसा आ इसी उो को हािसल करन क दसर उपाय उपल ह जस जो कपिनया

रोजगार कम सा म दती ह अथवा जो दिलतो को कम सा म रोजगार दती ह उन पर जीएसटी एव इनकम ट की दर को

बढ़ाया जा सकता ह ऐसा करन स सरकार को राज भी िमलगा और कपिनयो क िलए रोजगार बनाना लाभद भी हो

जाएगा

Some problems inherent in privatisation िफर भी इस स को भी ीकार करना चािहए िक िनजीकरण की अपनी समाए ह िनजी कपिनयो ारा मनाफाखोरी की जाती

ह जस ििटश रल का िनजीकरण करन क बाद रलगािड़यो की सरा कम ई पर याा का म कम नही आ इसी कार

अमरका म ा सवाओ क िनजीकरण स आम आदमी को नकसान आ ह गािजयन अखबार क अनसार अमरका ारा िव

म ा पर सवािधक खच िकया जाता ह पर ा क मानको म अमरका कोारका एव बा जस दशो स भी पीछ ह

लिकन इसक िवपरीत उदाहरण भी उपल ह अपन दश म ही िबजली िवतरण क िनजीकरण क सदर परणाम सामन आए ह

उी उपकरणो एव उी किमयो ारा आज बड़ शहरो म 20 स 22 घट िबजली उपल कराई जा रही ह हमारी टलीफोन सवा का

भी ऐसा ही अनभव रहा ह भारत म मोबाइल फोन सवा का म िव क नतम र पर ह

अतः िनजीकरण क बाद की वथा पर िवचार करना चािहए ाइवट िवतरण कपिनयो का िनयण करन को राो म िबजली

िनयामक आयोग बनाए गए ह टलीफोन वथा का िनयण करन को ट ाई बनाया गया ह अतः सरकारी बको का िनजीकरण

करन क साथ-साथ बक िनयामक आयोग बनाया जाए तो दश की जनता सरकारी बको क घाट को भरन स म हो जाएगी

तल का िसयासी मोल Oil Prices around world इस ह की शआत म क तल का ित बरल म िपछल दो वष क

उतम र पर पच गया ट ड 6465 डॉलर ित बरल क भाव पर दज िकया गया न स आए आकड़ बतात ह िक तल

आयात म सी आन स क तल क दाम इतना ऊपर चढ़ ह बहरहाल इतना तो साफ ह िक क तल क बाजार म बढ़त का ख

बना आ ह Causes िपछल साल मख तल उादक दशो क बीच ए समझौत न भी क तल का भाव चढ़ान म अपनी

भिमका िनभाई ह पट ोिलयम िनयातक दशो क सगठन (ओपक) क गर-सद दशो न भी क तल क उादन को दोबारा ऊपर

ल जान पर सहमित जताई थी अब काफी कछ अमरका म शल ऑयल बाजार की गितशीलता पर िनभर करता ह हालािक यह

नही ह िक तकनीकी सधारो और सविधत मता का तल की भावी कीमतो पर ा असर होगा जहा क तल की ित

बरल कीमत का िनधारण अमरकी शल ऑयल की लागत क आधार पर होता रहगा वही कई लोगो का मानना ह िक तल उादन

क मख क सऊदी अरब म राजनीितक अिनितता होन और अ पिम एिशयाई दशो म भी सघष क हालात बन रहन स क

तल क भाव 70 डॉलर ित बरल स भी ऊपर जा सकत ह बक ऑफ अमरका मरल िलच न यहा तक कहा ह िक तल 75 डॉलर

ित बरल का र भी छ सकता ह ऐस म अचरज नही ह िक भारतीय इटी बाजार न तल म क ित अपनी ितिया िचता क

तौर पर जताई ह सस िपछल दो कारोबारी िदवसो म 500 स भी अिधक िगर चका ह िवमानन ाक रसायन एव परवहन

जस ो पर तल क बढ़ ए म का तगड़ा असर होन का अनमान ह

How it could negatively affect Indian economy तल कीमत म बढ़ोतरी भारत सरकार क िलए एक मल समय पर ई ह सरकार आिथक िवकास की धीमी पड़ती रार को

दखत ए अपनी आिथक नीितयो क बचाव म लगी ई ह िवप लगातार यह सवाल उठाता रहा ह िक ईधन खासकर पट ोल पर

कर अिधक ो रखा गया ह आन वाल समय म कई राो म िवधानसभा चनाव भी होन वाल ह इसी तरह अगल साल इस समय

तक लोकसभा चनाव अिभयान भी आकार लन लगगा ऐसी थित म सरकार क सामन पट ोिलयम उादो पर लग करो को बनाए

रख पान की िसयासी गजाइश काफी कम रह जाएगी इसक अलावा सरकार क िलए अपन उस म पर भी िटक रहना मल

होगा िक अतररा ीय बाजार की ताकत घरल र पर पट ोिलयम कीमतो को िनधारत करती ह अगर सरकार खद को चारो तरफ

स िघरा आ पाती ह या तल क भाव अचानक बढ़ जात ह तो िफर यह भी हो सकता ह िक सरकार lsquoअशकािलकrsquo सडी का

ऐलान कर द िफर भी इसम कोई सदह नही ह िक घरल र पर तल कीमतो क िनधारण और करारोपण म बड़ी मल स

हािसल थरता को ितलाजिल दन स सावजिनक िव पर गहरी चोट लगगी एक आरटीआई आवदन म िमली जानकारी क

मतािबक सरकार को िव वष 20160-17 म पट ोिलयम उादो पर कर लगान स 267 लाख करोड़ पय का राज िमला पाच

साल पहल क तल क भावो क आसमान पर होन क दौरान सरकार को हािसल राज स यह रािश ितगनी ह सरकार

राजकोषीय सढ़ीकरण की अपनी राह पर डट रहन म परशानी महसस कर रही ह दरअसल लोकलभावन कदमो क चलत

सावजिनक य बढ़ रहा ह और िनजी क िनवश म िगरावट आन स सरकार अपना पजीगत य बढ़ाकर उसकी भरपाई करना

चाहती ह धानमी कायालय और िव मालय क सामन एक अिचकर सवाल खड़ा होन वाला ह सरकार तल कीमतो को ऊच

र पर बना रहन स पदा होन वाल राजनीितक जोखम का सामना कर या िफर राजकोषीय बमा को ितलाजिल द द इस पर

फसला तो समझदारी स करना होगा

किम बमा को लकर बनानी होगी ठोस योजना Business standard Arificial Intelligence Conflicting views इन िदनो किम बमा (एआई) का िज भर कर िदया जाए तो एकदम अलग-अलग ितियाए सामन आती ह कछ लोग

कहत ह िक इसस रोजगार कम नही होग ब बढ़ग वही अ लोगो का कहना ह िक भारत जस दशो म अगर रोजगार मशीनो

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क हाथ म चल गए तो पहल स ा सामािजक सकट और गहरा हो जाएगा पहल खम क लोग अपन प म ई-कॉमस का

उदाहरण दत ह िजसन कई खदरा रोजगार समा अव िकए ह लिकन करयर क म बत सार रोजगार पदा भी िकए ह

इसकी वजह स लोगो म कौशल िवकास भी आ ह उदाहरण क िलए शयर टी सवाओ क वाहन चालको को ही दख उोन

अपन दम पर जीपीएस का इमाल करना और जगहो को तलाश करना सीख िलया ह यह उनक कौशल का िवकास ही तो ह

मिकजी ोबल इीट क शोध क मतािबक तकनीक क इमाल स लाखो कामगार लािजमी तौर पर नए कौशल सीखग

इसक बावजद उी समान ौोिगकी म तजी स सधार होन स भी लाखो कामगारो क िलए नए अवसर तयार होग इसम कई कम

कशल कमचारी भी शािमल ह इस खम क कई लोगो का यह भी मानना ह िक जब तक मशीन सोचन-िवचारन म अम ह तब

तक मानवीय म का कोई िवक हो ही नही सकता हालािक मशीनो क सोचन िवचारन सबधी भी उतना ही ासिगक ह

िजतना िक यह िक ा पनडया त तर सकती ह उदाहरण क िलए िटन की एक किम बमा कपनी न हाल ही म

अपन कटर ोाम अा गो की एक खबर दी िजसन गो नामक खल म िव िवजता को परा िकया वष 2011 म आईबीएम

ारा िनिमत और किम बमा और सानाक किटग पर आधारत एक ोाम वॉटसन न एक ज शो म इसानो को

परा िकया था यह ोाम इसानो की तरह सोच सकता ह और सवालो क जवाब द सकता ह

Opposing view

वही दसरी ओर िजन लोगो को लगता ह िक इसकी वजह स सामािजक सकट आ सकता ह उनका िवचार एकदम अलग ह ऐस

लोगो म स एक ह अमरकी कटर िवानी जरी कपलान उोन अपनी िवचारोजक पक iumlम नीड नॉट एाई म

भिव की एक ऐसी तीर पश की ह जहा मशीनो क अितमण क बाद की दशा का वणन ह ब क ऑफ अमरका मरल िलच

क एक शोध म कहा गया ह िक कई दश ऐस मोड़ पर पच रह ह जहा रोबोट का इमाल करना िकसी मानव िमक की तलना म

15 फीसदी तक सा होगा रपोट म कहा गया ह िक सन 2025 तक दिनया का 45 फीसदी िविनमाण रोबोट क हाथ म होगा

िफलहाल यह र 10 फीसदी ह

CASE STUDY IBM आईबीएम का उदाहरण लत ह जो एक ट ट ीच इजन महया करा रहा ह यह एकदम सही ढग स ितिया दता ह जब फोन

करन वाल नाराज होत ह तो यह भी बत उािहत होकर जवाब नही दता जरा सोिचए यह िकसी कॉल सटर क कमचारयो पर

कसा असर डालगा इतना ही नही िशण क भिव की तीर भी काफी अलग हो सकती ह कापलन कहत ह िक

ौोिगकी बत बड़ पमान पर िशको की थानाप बन सकती ह इसक िलए िफलहाल यह वथा ह िक छा घर पर

ऑनलाइन िशको क ाान सनत ह और सीखत ह इसक बाद व ल म िशको और िशण सहायको की मदद स गह काय

परा करत ह भिव म शायद ाान क िलए िशको की आवकता ही न हो बस व एक सीिमत भिमका म रह जाएग जािहर

सी बात ह ौोिगकी क साथ नई चनौितया आएगी और िशको की समा और बढ़गी

INDIA amp AI Policy इस परी बहस क बीच भारत कम स कम एक ऐसी नीित तो ला ही सकता ह जो

एआई नवाचार को सही ढग स आग बढ़ाए यहा दो बात ह पहला िशा

वथा और दसरा कौशल और रोजगार म बाजार पर किम बमा क

असर की बात करत ए कपलान एक किठन खड़ा करत ह ा मौजदा

िशण वथा परानी पड़ चकी ह ोिक रोजगार की कित तजी स बदल रही

ह और कौशल बत अहम हो चका ह सरकार को बत तजी स ीय नवाचार

पर गौर करना होगा तािक िविनमाण म चालन पर काम हो सक और

िविवालयो और ाटअप क साथ रोबोिट क म साझदारी की जा

सक ऐसी वथा लाग करनी होगी िजसकी मदद स ऐसा कौशल पाया जा

सक जो भिव क िलहाज स बहतर होगा चीन पहल ही इस िदशा म काफी

बड़ी छलाग लगा चका ह उसन एक िनजी फम बनाई ह जो ऑनलाइन

इजीिनयरग योगशाला क िनमाण का काम करगी तािक िविवालयो और

शोध सथानो क साथ िमलकर गहन अयन ौोिगकी की िदशा म आग बढ़ा

जा सक चीन न हाल ही म किम बमा को लकर िदशा िनदश जारी िकए

ह इसका ल ह सन 2030 तक इस म िव का नत करना अनमान जताया गया ह िक उस व तक एआई उोगो का

उादन म 148 अरब डॉलर का होगा इसस पहल िक बत दर हो जाए हम जाग जाना चािहए

सिवदा किष को ोािहत करना किष क िलए सजीवनी

िकसान की बदहाली की वजह

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िकसान की बदहाली की पहली वजह ह भारत म लगभग 80 फीसद िकसान छोट या सीमात िकसान ह उनक पास एक एकड़

स भी कम किष यो भिम ह िजसस उादन लागत बढ़ जाती हलिकन म कम ही िमल पाता ह उ घाटा सहना पड़ता

दसरा भारतीय किष मानसन आधारत किष होना िजसस खती िसचाई की समा स जझती ह

Contract farming as solution to above mentioned problems अनबध किष म इन दोनो ही समाओ का समाधान हो सकता ह

अनबध खती म कई छोट-छोट िकसान िमल कर एक बड़ िकसान क प म काम करत ह इसम कई िकसानो क खत िमल

जान पर जोत का आकार बढ़ जाता ह िफर इन िकसानो और िनजी खरीदार कपिनयो क बीच उादन की ा खरीद और

िवपणन की शत को पहल स तय िकया जाता ह िलहाजा सबिधत कपिनया कषको को किष लागत तकनीकी सलाह परवहन

की सिवधा आिद उपल कराती ह इसस आधारभत सरचना का िवकास हो पाता ह इसस िकसान गणवा वाल उाद एक

समय अविध म उािदत कर पात ह

Benefit of Contract Farming इस खती का सबस बड़ा फायदा यह ह िक चाह िकतना भी छोटा िकसान हो वह भिमहीन नही हो पाएगा अकसर िकसान

फसल उादन क बाद कज क बोझ स दब जाता ह और भिम बचकर भिमहीन हो जाता ह लिकन इसम कपिनयो क साथ

िनधारत समय क िलए अनबध होन क कारण ऐसा नही हो पाएगा

सिवदा किष िनजीकरण को बढ़ावा दगा और किष म ावसाियकता लायगी फलतः किष अिधक ितध बनगी इसस

िनित ही खतीबाड़ी म सधार दखन को िमल सकगा

इसस किष की बरोजगारी स िनजात िमल सकगी दरअसल दश म परपरागत किष णाली म काम कछ महीन ही रह

पाता ह बाकी महीन कषक बरोजगार ही होत ह लिकन अनबध किष म वािनक तरीक स किष होगी िजसम िकसानो

को िविभ कार की फसल उगान का मौक़ा िमल सकगा

अनबध किष उादन को बढ़ान म भी सहायक होगी सबिधत कपिनया िकसानो को नई तकनीक महया कराएगी

नतीजतन बजर खत भी उपजाऊ बन सक ग कपिनया खााो की ोरज मता को बढ़ान क िलए भी खच कर सक गी

Challenge of Contract Farming अनबध किष म िकसानो क सम कछ चनौितया भी ह

समय पर भगतान की समा कपिनयो और िकसानो क बीच उ िववाद िकसानो का शोषण आिद समाए आ सकती

ह इसक िलए एक आदश कानन की जरत ह

सरकार अनबध किष को बढ़ावा द तो यह िकसान क िलए वरदान सािबत हो सकता ह

वष 2011 की जनगणना को ही ल तो ितिदन 2000 िकसान खती छोड़ रह ह एक अयन क अनसार कवल दो फीसदी

िकसानो क ब ही किष को अपना पशा बनाना चाहत ह इसक बतर कारण ह उनकी समाओ की अनदखी स कई राो

म िकसान आदोलनरत ह लगातार िकसानो की आहा की रपोट भी सरकार को जगान म नाकाम रही ह

िनय ही अनबध किष एक िवक हो सकता ह लिकन सवाल ह िक सरकार इसका िकतना फायदा उठा पात ह एक तरफ

सरकार सरकारी कमचारयो को 108 कार क भ उपल कराती ह और दसरी ओर दश क अदाताओ को कवल lsquoनतम

समथन मrsquo जसा लालीपाप थमा दती ह एक अयन क अनसार ग और चावल की पदावार करन वाल 30 फीसदी िकसान

ही नतम समथन म का फायदा उठा पाती ह सरकार सभी िकसानो क अनाज को नही खरीद पाती िलहाजा 70 फीसदी

िकसानो को बाज़ारो म ही औन-पौन दामो म अपनी फसल को खपाना पड़ता ह सवाल ह िक िकसानो को भी सरकारी

कमचारयो की तरह भ उपल ो नही करवान चािहए कम स कम बिनयादी जरतो वाल चार भ तो होन ही चािहए

मसलन- गह भा िचिकीय भा िशा भा तथा याा भा इसक अलावा कषको क िलए lsquoआय नीितrsquo का भी ावधान होना

चािहए lsquoनतम समथन मrsquo स समान प स सभी िकसान फायदा उठा नही पात साथ ही किष को ावहारक बनान क

िलए lsquoअनबध किषrsquo को अपनान पर जोर द तािक िकसानो की सफलता की सभावना को अिधकतम िकया जा सक

तल कीमतो को लकर हम िकतन िचितत हो भल ही िडट रिटग म सधार हो रहा हो लिकन अतररा ीय बाजारो न हाल ही म हम पर जो नई गगली फ की ह वह िचता क िलए

पया वजह दती ह क तल की कीमतो म तज बढ़ोतरी दखन को िमली ह India amp Oil

दश म तल की जरत का 80 फीसदी आयात करना होता ह और साहसी स साहसी नीित िनमाता या अथशाी भी यह

मानगा िक जन स तल कीमतो म आई 40 फीसदी की समिकत वदिघ हमारी अथवथा को अव भािवत करगी

अगर क तल की कीमतो म ित बरल 10 डॉलर तक की बढ़ोतरी होती ह तो चाल खात क मौजदा र म 4-45 आधार

अको का इजाफा हो सकता ह

माीित 45 आधार अक तक ऊपर जा सकती ह इसक अलावा भी असर पड़ सकता ह हम तल कीमतो म िगरावट का

काफी लाभ िमला ह वष 2014 स 2016 क बीच हमारी अथवथा को इसका काफी लाभ िमला ह अब हम उस लाभ क

सहार आग बढऩा होगा

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ऐस म यह दखना उपयोगी हो सकता ह िक तल क दामो म तजी हम िकतना नकसान पचा सकती ह यह बात दो बातो पर

िनभर करती ह

पहला नकसान का आकलन पहल ही िकया जा चका ह और दसरा अितर नकसान इस बात पर िनभर करगा िक तल

िकस हद तक ऊपर जाता ह

अितर नकसान इस बात पर िनभर करगा िक यहा स कीमत िकतनी ऊपर जाकर थर होगी ा हम अगल एक साल

तक 100 डॉलर ित बरल की दर पर खरीद कर ग या 65-70 डॉलर

तल कीमतो की सीमा की बात कर तो जन क बाद स इनकी कीमत का ख एकतरफा तजी का रहा ह ऐसा इसिलए आ ह

ोिक तल िनयातक दशो क सगठन ारा िनधारत कटौती की माा का अनपालन बढ़ा ह उदाहरण क िलए जन म वािवक

कटौती उस कटौती का 80 फीसदी रही िजस पर सहमित बनी थी अबर म उादको न िमलजलकर अपनी ितबदघता स

ादा कटौती की चिक ओपक मलतौर पर सऊदी अरब क नत वाला पिम एिशयाई समह ह ऐस म इस म बढ़त तनाव

का असर इस पर दखा जा सकता ह इसक सद दशो की सरकारो पर यह दबाव होगा िक व अपन नागरको को बहतर

थित म रख इसम रोजगार सजन और बिनयादी िवकास स लकर सामािजक योजनाओ तक तमाम मानक शािमल ह जब

उनका राजकोषीय य बढ़गा तो उनको भी अितर आय की जरत होगी जो तल स आएगी इन दशो क िलए तल राज

ा का बड़ा जरया ह ऐस म कीमतो म बढ़ोतरी का अनमान लगाया जा सकता ह

अी खबर यह ह िक राजकोषीय नफा-नकसान स िनरप कीमत म िपछल कछ समय म िगरावट आई ह यहा चिकत करन

वाली बात ह िक यह िनरप र सबस ादा सऊदी अरब क िलए घटा ह इसस पता चलता ह िक सऊदी अरब की

अथवथा न अपन उादो म तजी स िविवधता उ की ह यानी अब उसकी सरकार तल पर उतनी िनभर नही ह िजतनी

पहल थी कछ िवषको का दावा ह िक सऊदी अरब अपन बजट को तल की 70 डॉलर ित बरल स कम कीमत पर भी

सभाल सकता ह वह ऐसा कह भी रहा ह यह म ताािलक जरत ह ोिक वहा की कपनी सऊदी अरामको को वष

2018 म त होन वाल आईपीओ म अा माकन चािहए

सवाल यह ह िक तल कीमत कहा जाकर थर होगी आम समझ कहती ह िक कीमत 65 डॉलर क आसपास रहगी गर ओपक

बड़ दश मसलन स आिद बड़ पमान पर आपित करना श कर दग ईरान की िनरप दर 55 डॉलर ित बरल क आसपास

ह ऐस म सी दशो क साथ तनाव बढऩा तय ह बहरहाल अमरका इस बाजार को भािवत कर सकता ह ोिक कछ मौजदा

िवसगितया जस िक मौसम आिद भिव म अमरकी आपित क माग म बाधा नही रहगी अतररा ीय ऊजा एजसी (आईईए) का

मानना ह िक वष 2018 म पारपरक अमरकी आपित और शल गस की आपित दोनो थर रहग शल गस का उादन बीत

कछ सालो क दौरान अिनितता क घर म आ गया था लिकन अब इसम कोई समा नही ह और आन वाल सालो म इसम सधार

होगा इसस जड़ी तमाम आशकाए िनमल सािबत ई ह डलास फडरल रजव न गत माच म एक रोचक सवण िकया िजसम

उसन मौजदा शल उादको तथा सभािवत नए कारोबारयो स पछा िक उनक िलए इस कारोबार म कौन सी दर नफा-नकसान

स िनरप रहगी मौजदा कारोबारयो न कहा िक डटीआई ड क िलए 38 डॉलर ित बरल (ट ड क िलए 41 डॉलर)

की दर और नए कारोबारयो न कहा िक इसक िलए 55 डॉलर ित बरल की दर उिचत रहगी

इसस यही सकत िमलता ह िक तल कीमतो म िगरावट आ सकती ह बहरहाल माग म भी इजाफा हो रहा ह चीन इसम अहम

भिमका िनभाएगा ोिक उसकी माग बत ादा ह माना जा रहा ह िक भिव की माग वदिघ म आधी िहदारी चीन की

रहगी लोलआब यह िक हमार िलए तल कीमत 55 स 65 डॉलर ित बरल क बीच रह सकती ह यानी औसतन 60 डॉलर ित

बरल बाजार म तजी क िहमायितयो को नवीकरणीय ऊजा बाजार पर नजर रखनी चािहए यहा कछ बात ान दन लायक ह

वष 2016 म िबजली मता बढ़ान क िलए सोलर फोटोवॉक तकनीक का योग इस हद तक आ िक वह ताप िबजली को

पार कर गया बीत पाच सालो म सौर ऊजा और पवन ऊजा की नीलामी कीमत तजी स कम ई ह ऐस म यह भी नही कहा जा

सकता ह िक नवीकरणीय ऊजा धीर-धीर अपनी िहदारी बढ़ाएगी

यवाओ को रोजगार जरी Dainik_Jagran कीर क यवाओ का क ीय वाताकार क साथ िमलकर उनस रोजगार उपल करवान का मा उठाना यह दशाता ह िक रा

म बरोजगारी िकस कदर बढ़ रही ह िचता का िवषय यह ह िक घाटी क कई यवाओ न रोजगार न िमलन पर पािकान की शह

पर आतकवाद का राा चन िलया

ढाई दशक स जारी आतकवाद क कारण हजारो यवक मौत क आगोश म समा चक ह म की गभीरता को दखत ए इस

पर क व रा सरकार दोनो को ही मथन करन की आवकता ह इस समय रा की जो थित ह वह िकसी स िछपी

नही ह

गर अिधकारक आकड़ो क अनसार रा म इस समय छह लाख स अिधक बरोजगार यवा ह इनम डॉर इजीिनयर भी

बड़ी सा म शािमल ह यह सही ह िक कछ िदन पहल रा की ममी न भी यवाओ को रोजगार दन क िलए रा

सवा भत बोड और लोक सवा आयोग को चयन िया म तजी लान क िनदश जारी िकए थ

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िवचारणीय िवषय यह ह िक ा मा दस स बीस हजार यवाओ को सरकारी नौकरी दकर बरोजगारी की समा का

समाधान सभव ह

अब सरकारी नौकरी स आग कौशल िवकास की ओर जान की जरत ह दो िदन पव कीर क दौर पर आए भारतीय

टीम क पव कान मोह िसह धौनी न भी कीर क यवाओ को रोजगार क िलए कई िवको पर िवचार करन की

सलाह दी थी िवडबना यह ह िक अभी तक रा सरकार पयटन को रीढ़ की ही कह कर इसी म रोजगार उपल

करवान पर जोर दती आई ह

What to be done बहतर होगा अगर सरकार पयटन क साथ-साथ बागवानी किष क अलावा उोग थािपत करन पर भी जोर द इसक िलए यह

जरी ह िक ममी य पहल कर बाहरी राो क िनवशको को यह िवास िदलाए िक यहा पर हालात सामा ह अगर

रा म उोगो को बढ़ावा िमलगा तो इसस बरोजगारो को भी रोजगार िमलन म मदद िमलगी वही क ीय वाताकार स भी

यवाओ को उीद ह िक वह क व दश सरकार को यवाओ क िलए रोजगार और बहतर िशा उपल करवान की माग पर

गभीरता स िवचार करन क िलए िववश कर ग रोजगार िमलन स यवाओ की ऊजा को भी सकाराक िदशा िमलगी

समानता का नट (Net Neutrality)

भारतीय दरसचार िनयामक ािधकरण यानी ट ाई न मगलवार को नट-ट िलटी यानी नट-िनरपता क प म कई तरह की िसफारश की

ह िजनक लाग होन स उपभोाओ को काफी लाभ होन की उीद जगी ह ट ाई न लबी जोजहद और तमाम कपिनयो स िवचार-िवमश क

बाद कहा ह िक

इटरनट सिवस दाता कपिनयो क लाइसस-करार म सशोधन करन की जरत ह

िनयामक सथा न कहा ह िक कोई भी सामी वबसाइट टफाम एीकशन अटचमट या सचार साधन का उपयोग करन क िलए

इटरनट सवा दाता अलग-अलग श नही तय कर सकत और न ही धनउगाही क िलए नट को धीमा तज या बद िकया जा सकता ह

िक ट ाई की य िसफारश ऐस व आई ह जब दिनया भर म नट-िनरपता को लकर अिभयान चल रहा ह अिभयान क समथको का

कहना ह िक अमरका ाजील नीदरलड जस कई दश हजहा नट-िनरपता का पालन होरहा ह तो िफर भारत समत दसर दशो म इस

लाग ो नही िकया जा सकता ट ाई की िसफारश ागत-यो ह य लाग हो इटरनट सवाओ तक सबकी समान प स पच हो

पाएगी

Background एअरटल न 2014 म इटरनट क जरए फोन कॉल करन पर अलग स श वसलन का फसला िकया था िजस बाद म ट ाई

और उपभोाओ क िवरोध क कारण टाल िदया गया इसी तरह कछ दसरी कपिनयो न वाटसएप ीटर आिद क िलए

अलग स श लन की तयारी कर ली थी जािहर ह ऐसी कोई भी योजना उपभोा अिधकारो क उलट ह श वसलन

म समानता और पारदिशता पहली शत ह लिकन नट सवा दाता कपिनयो की इस ाचारता क खलाफ जब ट ाई न

आम लोगो स राय जाननी चाही तो उसक सामन तकरीबन चौबीस लाख लोगो न इटरनट की आजादी यानी ट िलटी क प

म अपनी राय जािहर की तब स दश भर म नट-िनरपता क िलए समथन बढ़ता ही गया ह

Significance of this आज क दौर म इटरनट सवा एक ब-उपयोगी जरत बन गई ह तमाम कामकाज इस पर िनभर होत गए ह सरकार

खद िडिजटलीकरण क प म ह ऐस म अगर नट सवा सवसलभ और सी नही की जाएगी तो आम उपभोा को ही

इसका खिमयाजा भगतना होगा िविच ह िक एक तरफ परी दिनया म भमडलीकरण का जोर ह और इटरनट इसका बड़ा

उपयोगी उपकरण हजो सभी को एक साथ जोड़ रख सकता ह लिकन दसरी तरफ उस महगा और भदभावकारी बना

िदया गया ह कछ कपिनया गरीबो क िलए भी इटरनट क इमाल की योजनाए ला रही थीलिकन इसम भी एक धोखा

िछपा था जरत ह िक फसबक जसी सोशल साइट हो या कोई और सब पर समानता का िनयम लाग हो ट ाई की

िसफारश तरता स लाग हो व महज शोभा की व होकर न रह जाए तभी उपभोाओ का कछ भला हो सकता ह

खा सरण क िवकास पर हो जोर Recent report by world think tank and India बीत 21 नवबर को उोग मडल एसोचम और िशकागो की िव िस एकाउिटग फम ाट थॉटन ारा सय प स कािशत

अयन रपोट म कहा गया िक भारत म खा सरण (फड ोसिसग) स िकसानो की आय म भारी सधार क साथ-साथ

What is Net Neutrality

िसात प म यह माना जाता ह िक समची इटरनट सवा एक खल यातायात की तरह ह और िकसी भी उपयोगकता को िबना िकसी भदभाव क और

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रोजगार व की उल सभावनाए ह रपोट यह भी कहती ह िक वष 2024 तक भारत क खा सरण म 33 अरब

डॉलर का नया िनवश आकिषत करन और 90 लाख नए रोजगार अवसर सिजत करन की मता ह

इसी तरह िपछल िदनो नीित आयोग न भी lsquoभारत की ामीण अथवथा म सरचनाक बदलाव का रोजगार तथा व पर

भाव नामक परचचा प म कहा िक िकसानो को फसल क अ म क िलए सीध कारखानो स जोड़न और ामीण ो म

रोजगार व क िलए खा सरण सबस उपय ह रपोट क अनसार बीत चार दशक क दौरान दश की ामीण

अथवथा म सात गना व ई लिकन रोजगार दोगन भी नही बढ़ ह ऐस म खा सरण म सधार स किष व सबिधत

ो म बड़ी माा म रोजगार सिजत हो सकत ह

India Food Processing Industry भारत म खा सरण क तहत पाच ह डयरी फल व सी सरण अनाज का सरण मास-मछली एव पो ी

सरण तथा उपभोा वए जस पकटबद खा और पय पदाथ

नवीनतम आकड़ो क अनसार भारत दिनया का सबस बड़ा द उादक दश ह भस क मास पालत पशओ और मोट अनाज क मामल

म भी भारत सबस बड़ा उादक ह

भारत का फलो और सयो क उादन म दिनया म दसरा म ह

भारत कल खाा उादन म भी िव म दसर थान पर ह लिकन भारत म खा उादन क सरण का र िव क अ दशो की

तलना म बत कम ह

दश म कल खा उादन का मा 10 ितशत िहा सरत िकया जाता ह जबिक ितवष 40 फीसदी फसल न हो जाती ह

िव म खा सरत वओ क कल िनयात म भारत की िहदारी मा 22 ितशत ह भारत स खा सरत वओ क िनयात

म मााक ि स भी काफी कमी आई ह 2012 म यह िनयात 3653 अरब डॉलर म का था जो 2016 म घटकर 2919 अरब डॉलर

रह गया जबिक ऐस उादो का आयात लगातार बढ़ा ह

वत खा सरण किष और िविनमाण दोनो ो का एक महपण घटक ह खा सरण की वजह स उपज का अिधकतम

इमाल सिनित हो पाता ह तथा सरत वए उपभोाओ तक सरित व साफ-सथरी थित म पचती ह खा सरण कई

अ पजी आधारत उोगो की तलना म ादा रोजगार दान करता ह

Government effort for Food Processing sector खा सरण स सबिधत नौ मगा फड पाक सचािलत हो रह ह जबिक 41 फड पाक को मजरी िमली ह

इसी तरह दश म 100 स अिधक शीत भडारण खलाए कायरत ह जबिक 236 क िलए मजरी दी गई ह सरकार न िनिद

फड पाक म अलग-अलग खा सरण इकाइयो को सा कज उपल करान हत रा ीय किष और ामीण िवकास

बक (नाबाड) म 30 करोड़ डॉलर म क एक िवशष खा सरण कोष की थापना की ह

रजव बक न भी खा और किष आधारत सरण व शीत भडारण इकाइयो को किष गितिविधयो म शािमल करत ए

उनस सबिधत ऋण को ाथिमकता वाल म शािमल िकया ह

ीम फॉर एो मरीन ोसिसग एड डवलपमट ऑफ एो ोसिसग स क िवकास क िलए 6000 करोड़ पए की

रािश मजर की गई ह इन यासो क साथ-साथ खा सरण को ोाहन दन क िलए बीत 21 नवबर को सरकार न

लॉिज को बिनयादी ढाच का दजा िदया ह

दश-दिनया क किष िवशषो का मानना ह िक भारत म खा सरण उोग को िवकिसत करन क िलहाज स काफी

सभावनाए ह लिकन अब तक खा सरण उोग स न तो िकसानो की खशहाली क अाय िलख जा सक ह और न ही

पया रोजगार अवसर िनिमत हो पाए ह वािषक औोिगक सवण क अनसार दश म पजीकत खा सरण इकाइयो

म 1741 लाख कायरत ह जबिक अपजीकत खा सरण म 4790 लाख लोगो को ही रोजगार िमला आ ह

Challenges in front of Food Processing sector in India दश म खा सरण क सम जो समाए व चनौितया ह उनका ज स ज िनदान जरी ह तभी इस म

िनिहत सभावनाओ का पया दोहन िकया जा सकता ह

अपया परवहन और भडारण सिवधाओ क कारण खत स खा वए कारखानो तक और कारखानो स सरत

वए उपभोा तक पचन म काफी नकसान भी हो जाता ह

खतो का रकबा बत अिधक बटा आ होन तथा नई तकनीक व ियाओ की अपयाता तथा कशल िमको की कमी भी

खा सरण उोग को भािवत कर रही ह

िविभ दशो ारा लाग िकए गए ापार सबधी कड़ तकनीकी अवरोधको क कारण भारतीय खा सरण उादो की

िनयात मता पर भी असर पड़ा ह

What to be done िनसदह खा सरण को दश क िवकास का आधार बनान क िलए कई बातो पर ान दना जरी ह सरकार ारा

िचत फड पाक को िवरीय बिनयादी व शोध सिवधाओ परीण योगशालाओ िवकास क ो तथा परवहन िलकज क

साथ मजबत बनाना होगा बहतर खा सरा व गणवा माणन वथा तकनीकी उन लॉिजक सधार पकिजग

गणवा और ऋण की आसान उपलता की मदद स खा सरण म काफी सधार लाया जा सकता ह खा सरत

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उादो क िनयात को ोािहत करन क िलए विक म-ाखलाए थािपत करन क मनजर ढाचागत व सथागत

सहायता उपल कराई जाए खा सरण क आकार और बढ़ोतरी की सभावनाओ को दखत ए भारत की उोग और

ापार नीित को भी उसी िहसाब स तय करना जरी ह बहतर होगा िक क रा सरकारो स यथोिचत सलाह-मशिवरा कर

रा ीय खा सरण नीित तयार कर हम आशा कर िक क व रा सरकार खा सरण क िवकास म आ रही

बाधाओ को दर करन की िदशा म तजी स काम करगी ऐसा करन पर िनित प स खा सरण दश म किष पदावार

व िकसानो की आय बढ़ान क साथ-साथ रोजगार व म भी सहायक होगा

ओी चवात न एक बार िफर बता िदया ह िक आपदा बधन क मोच पर हम िकतन लापरवाह

ह तकरीबन दो ह पहल भारत क सबस दिणी िह - तिमलनाड क काकमारी और करल क ितवनतपरम िजल क तटीय

इलाक म ओी चवात न तबाही मचाई थी और तब स यहा क सकडो मछआर लापता ह थानीय आबादी क िलए यह

हािलया सालो की बड़ी आपदा सािबत ई ह तो वही इसन एक बार िफर जता िदया ह िक भारत म आपदा बधन का मोचा

िकतना कमजोर ह

पहली बात तो यही ह िक भारतीय मौसम िवभाग न चवात की चतावनी काफी दर स दी थी हालािक इसस पहल उसन

lsquoकम दबावrsquo का बनन की चतावनी जर जारी की लिकन रा आपदा बधन स जड़ अिधकारयो न इसको तवो

नही दी थी

यही नही चवात गजरन क बाद राहत बचाव काय भी दर स श आ इसक साथ ही थानीय मछआरा समदाय क नता

आरोप लगात ह िक इस काम म कम सा म नावो और हलीकॉरो को लगाया गया था िजनम राहत-बचाव क जरी

उपकरणो की भी कमी थी

Relax attitude and reactive machinery बगाल की खाड़ी स तलना कर तो अरब महासागर म चवाती तफान अममन कम ही आत ह शायद यह भी एक वजह रही िक

इस तरफ का आपदा बधन त परी तरह तयार नही था और ओी न उ बरी तरह चौकाया भी इसक उलट बगाल की

खाड़ी म 2013 क दौरान फिलन और 2014 म दद चवात उठा था तब मौसम िवभाग न समय रहत इसक आग बढ़न क

रा की जानकारी उपल करवा दी थी इसस तटीय इलाक का थानीय शासन पहल स तयार था और उसन बड़ पमान पर

यहा स लोगो को सरित थानो पर पचा िदया था

2013 म उराखड आपदा और 2014 म ीनगर बाढ़ की बात कर तो तब मौसम िवभाग न भारी बारश की चतावनी जारी की

थी लिकन बाद म रा सरकारो न िशकायत की िक यह चतावनी अ थी और इसक चलत व पहल स तयारी नही कर पाए

हाल क सालो म मौसमी उतार-चढ़ाव काफी तज हो गए ह और इनक चलत चवाती तफान या भारी बारश जसी आपदाओ का

िसलिसला बढ़ गया ह ऐस म यह बत जरी ह िक मौसम िवभाग और रा आपदा बधन िवभागो क बीच एक च तालमल

हो

What measures will be taken बताया जा रहा ह िक ओी क बाद करल सरकार न तटीय इलाको म सचार की वथा मजबत करन का फसला िलया ह

िफलहाल गहर सम म मछली पकड़न वालो तक पच क िलए कोई सचार वथा नही ह करल सरकार की योजना ह िक वह

इसरो क सटलाइटो क माम स इन ो म सचार का दायरा बढ़ाएगी तािक िकसी भी सभािवत आपदा की पव सचना मछआरो

को दी जा सक तटीय इलाक जहा लाखो लोगो क िलए मछली पकड़ना आजीिवका का साधन ह म ऐसी सिवधाओ पर िनवश

आिथक प स एक बहतर फसला ह जहा तक ओी चवात की बात ह तो इसस भािवत समदायो-परवारो तक अब तरत

राहत पचान और इनक पनवास की जरत ह

दश क उोगो म बढ़ा आिटिफशल इटिलजस का योग बात जब ऐसी तकनीक की आती ह जो जम-जमाए उोग म तफान मचा द तो आनवाल सालो म किम बमा (एआई यानी

आिटिफिशयल इटिलजस) की तती बोलन वाली ह और भारतीय कारोबारयो न िविभ उोगो म रयल टाइम यजस

एपीरएस (वािवक समय म योा क अनभव) को बढ़ान क िलए इसका इमाल श भी कर िदया ह

फोरर क उपा और मख िवषक थॉमस सोन का कहना ह िक एआई की लोकियता दिनयाभर म बढ़ रही ह

ोिक यह उादकता और ापार दशन को बढ़ानवाली कई णािलयो म सधार करता ह

फज और आतकवाद स जड़ सामियो को हटान स लकर स-ड ाइिवग कारो क िलए िवशाल आकड़ो म स काम की

जानकारी चनन स लकर फसबक पर ऐस लोगो की पहचान करन म जो अवसाद क िशकार ह या आहा कर सकत ह

एआई मख भिमका िनभा रहा ह यहा तक िक नासा भी अपन अतर सचार को मजबती दान करन तथा नई शोध व

छानबीन म एआई का योग कर रहा ह

एआई आधारत उपकरण तजी स लोकियता ा कर रह ह और इनका इमाल िदन ब िदन बढ़ता जा रहा ह माइोसॉ न जलवाय परवतन को कम करन की िदशा म काम कर रह लोगो क हाथ म एआई ौोिगकी महया करान क िलए अगल पाच

सालो म 5 करोड़ डॉलर की रकम लगान का वादा िकया ह

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बात जब भारत की आती ह तो एआई ना िसफ ाट िडवाइसो को िवकिसत करन म मख भिमका िनभा रहा ह ब सरकार और

कॉरपोरट दोनो क िलए अपन अितम योा क साथ जड़ाव बहतर बनान म भी मख भिमका िनभा रहा ह

भारतीय रल िसन फल होन की सभावना को ख करन क िलए एआई की मदद स रमोट कट ोल मॉिनटरग कर रही ह इसम एआई

िसल फल की सभावना को पहल ही भाप लता ह

भारत म कई िवीय सथाओ न अपनी परचालन ियाओ म एआई का योग श कर िदया ह एआई की मदद स बक चटबॉट का िनमाण

कर रह ह जो ाहको क साथ सवाद करत ह और मवान आकड़ा इका करत ह

माच म अपन लािचग क बाद स किम बमा (एआई) पर आधारत रोबोट lsquoइवाrsquo का िनमाण एचडीएफसी बक न बगल की कपनी

ससफोथ एआई रसच की मदद स िकया था इवा न अब तक 530000 यिनक यजस क साथ 12 लाख सवाद िकया ह और करीब 27 लाख

पछताछ का जवाब बड़ी आसानी स िदया ह

मख एआई बिकग टफाम पजो न भारतीय ट बक (एसबीआई) क िलए एक चट सहायक िसया लाच िकया ह जो ाहको की पछताछ

का तरत जवाब दती ह और रोजना क बिकग काय म िकसी बक कम की तरह ही उनकी मदद करती ह िसया हर सक ड 10000 और एक

िदन म 864 करोड़ पछताछ का जवाब द सकती ह

घड़ी िनमाता टाइटन न अपन ई-कॉमस ोर पर यवाओ स अी तरह सवाद करन क िलए चटबॉट उतारा ह

जनप क एक अयन क मतािबक कपिनयो क 88 फीसदी वर अिधकारयो को यह उीद ह िक एआई ौोिगकी अगल तीन सालो म

बहतर ाहक अनभव महया कराएगी

िसिट क उपा और कट ी मख (भारतीय उपमहाीप) मकरद जोशी न आईएएनएस को बताया ldquoभारतीय वसाय आज सिय प

स ियाओ को सचा बनान क िलए एआई और मशीन लिनग एोरदम की तरफ दख रह ह ापार एआई का ितध लाभ हािसल

करन और विक अथवथा म लाभदता बढ़ान क िलए उपयोग कर रह हrdquo

घरल आिथक बदलाव क िलए एआई को काम म लान की सभावनाओ का पता लगान क िलए वािण मालय न अग म एक 18 सदीय

कायबल का गठन िकया था जो िविभ ो म िवकास क िलए एआई का लाभ उठान की सभावनाओ का पता लगाएगा

एआई क उभरत म यवाओ को ताल िशित करन की जरत को समझत ए इटल इिडया न इस 40 िशण सथानो स भागीदारी

की ह जो इस ौोिगकी का योग वािनक शोध म कर रह ह इसक अलावा इटल इिडया न 50 िनजी और सरकारी सथानो स साझदारी की

ह िजसम ई-कॉमस हकयर ौोिगकी रा बिकग और िवीय सवा क सथान शािमल ह

कपनी न इस साल एआई क म 90 सथानो क 9500 डवलपरो छाो और ोफसरो को िशित िकया ह

इटल क डटा सटर समह क डटा वािनक (एआई और िवषण) बॉब रोगस न बताया ldquoएआई की मताओ की मदद स मन हकयर

बिकग और िव परवहन ऊजा और रोबोिट क म बहद कम समय म बत सार असाधारण काम िनपटा सकता ह यह दखना

िदलच होगा िक समय क साथ एआई िकस प म िवकिसत होता हrdquo

गगल भी दश म एआई क म लिनग टफाम रलसाइट और शिणक सथान यडािसटी क साथ िमलकर 13 लाख डवलपरो और छाो

क िलए एक नए छावि कायम की घोषणा की ह

इस छावि स छाो को उत शिणक पाम तक पच हािसल करन म मदद िमलगी िजसस एआई समत अ उभरती तकनीको क

म उ रोजगार िमलन की सभावना बढ़गी

दश म एआई को न िसफ बड़ी कपिनया अपना रही ह ब छोटी और मझोली कपिनया (एसएमबी) भी इसका योग कर रही ह

एचपी इक क म इजीिनयर चकात पािटल न बताया ldquoएआई जसी ौोिगकी न िसफ भारत म आपित-माग की खाई को पाटन म बड़ी

भिमका िनभा सकती ह ब ामीण आबादी को भी सश बनान म बड़ी भिमका िनभा सकती ह जहा ा और िशा सिवधाओ का

घोर अभाव ह इस करन क िलए सबस पहल हर िकसी को एक-दसर स तकनीक क माम स जोड़ना होगाrdquo

साल 2017 म फसबक और िटर न अपन टफाम पर फज खबरो और आतकवाद स जड़ी सामियो स िनपटन क िलए एआई की तनाती

की कई कार िनमाताओ न स-ड ाइिवग वाहन क िवकास म एआई ौोिगकी का योग कर रह ह भारतीय बको न एआई की मदद स

चटबॉट बनाया ह

Sourcenewscodein

रोजगार पदा करन क िलए तज करनी होगी व Businee_Standard भारत क िलए रोजगार क अवसर पदा करना िवकास की सबस बड़ी चनौती माना जाता ह यह राजनीितक हलको म भी िववाद का एक मख

कारण ह आकड़बाज रोजगार पर नोटबदी क असर को लकर तक -िवतक कर रह ह लिकन य तक -िवतक बकार ह ोिक रोजगार क

आकड़ो की हमारी णाली व बारीक सचनाए महया नही कराती ह जो अकािलक झानो को उनकी वजहो स जोडऩ क िलए जरी ह No real change in Employment data

यह णाली रोजगार और बरोजगारी पर जो बिनयादी सचनाए महया कराती ह उसम भी एक समयाविध म या िविभ आिथक थितयो म बत

कम अतर नजर आता ह एनएसएस क पाच वषय सवण और अब म रो क सालाना सवण बरोजगारी क र म मामली बदलाव

दशात ह और कल आकड़ो म कोई झान नजर नही आता ह असल बात यह ह िक भारत म कोई भी खल तौर पर बरोजगार नही

रह सकता िज म बाजार म थायी रोजगार नही िमल पाता व कोई अथायी काम करत ह या परवार क काम-धध म जट जात ह म

बाजार की दशाए उस आय वग क यो क अनपात म उतार-चढ़ाव या झान स दिशत की जा सकती ह जो काम करन क िलए तयार

ह य दशाए बरोजगारी दर को दिशत नही करती ह इसक बावजद रोजगार सजन की रणनीित का पता लगान क िलए रोजगार सजन

क वतमान झानो क कछ आकलनो की जरत होती ह हाल का एक अयन (1) 1999-2000 स 2011-12 तक क झानो का सकत

दता ह यह अविध ऊची व का चरण ह म बल की सालाना व 1999-2000 स 2011-12 क दौरान घटकर 14 फीसदी पर आ गई

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जो 1983-84 स 1999-2000 क दौरान 18 फीसदी थी इसकी एक वजह बो और मिहलाओ की कम म भागीदारी दर थी आबादी म

यवाओ की तादाद बढऩ क बावजद कामगार आबादी म यवाओ म सा म इसी अनपात म बढ़ोतरी नही ई इसिलए इतनी बड़ी कामगार

आबादी का फायदा नही िमल पाया भारत की िजन दशो स तलना की जाती ह उनक मकाबल हमार यहा कम पढ़-िलख कामगारो (2011-

12 म अिशित या अिशित बराबर कामगार 266 फीसदी) की सा आनपाितक प स ादा थी और कॉलज िशा ा कामगारो का

अनपात भी आनपाितक प स ादा था (2011-12 म 122 फीसदी) सगिठत की िहदारी और थायी रोजगार म बढ़ोतरी स

रोजगार की थितया सधरी ह रोजगार म सगिठत की िहदारी 2011-12 म बढ़कर 257 फीसदी हो गई जो 1999-2000 म 17

फीसदी थी इसी तरह थायी रोजगार 2011-12 म बढ़कर 214 फीसदी हो गया ह जो 1999-2000 म 17 फीसदी था वष 1999-2000

और 2011-2012 क बीच सगिठत म ित कामगार आय म 23 फीसदी और असिगठत म 42 फीसदी सालाना बढ़ोतरी ई

1999-2000 और 2011-12 क बीच काम म मिहला-पष असमानता कम ई ोिक मिहलाओ क िलए रोजगार दशाओ म पषो की

तलना म ादा सधार आ हाल क झान कम अनकल नजर आत ह ोिक म रो का सालाना रोजगार-बरोजगारी सवण दशाता ह

िक बरोजगारी बढ़कर 2015-16 म 5 फीसदी पर पच गई ह जो 2011-12 म 38 फीसदी थी एक िवषक (2) का अनमान ह िक 37 स

55 लाख lsquoरोजगार का नकसानrsquo ह रोजगार म िकतना बड़ा अतर ह भारत उस र पर िकतनी ज पच सकता ह जहा कोई िछपी

बरोजगारी न हो और काम करना चाहन वाल सभी लोग उिचत वतन और अी काय दशाओ पर रोजगार हािसल कर सकत ह मानव

िवकास अयन सथान न उपय अनमानो का हवाला दत ए कहा ह िक वतमान आिध कामगार सा 117 करोड़ ह इसम स 52

करोड़ को काम स हटाया जा सकता ह और इसस उादन को कोई नकसान भी नही होगा 52 करोड़ इस समय कामगार आबादी म

शािमल नही ह लिकन व काम करन म सम ह और करना चाहत ह वही 13 करोड़ सिचत बरोजगार ह इस सरस कामगार आबादी म

हर साल 60 स 80 लाख की बढ़ोतरी होगी ा हम हर साल 16 करोड़ लोगो को उपय कामो म खपा सकत ह और 2030 तक पण

रोजगार का ल हािसल कर सकत ह

मथानॉल को बढ़ावा दन क िलए lsquoमथानॉल इकॉनमी फडrsquo बनाएगी सरकार घटगा तल आयात

नीित आयोग न साल 2030 तक क तल क आयात म सालाना 100 अरब डॉलर की कमी का ल

रखा ह सरकार दशी तौर पर तयार मथानॉल को बढ़ावा दन क िलए lsquoमथानॉल इकॉनमी फडrsquo पर िवचार कर रही ह जो

2030 तक भारत क क तल क 10 फीसदी आयात का थान ल सकता ह इसस क तल क िबल म करीब 30 फीसदी

की कटौती होगी सड़क परवहन और राजमाग मी िनितन गडकरी न गवार को यह जानकारी दी

मथानॉल पािलसी क तहत पट ोल म 15 फीसदी मथानॉल िमलान की बात रखी गयी ह |

लोकसभा म मथनॉल पर बयान दत ए गडकरी न कहा िक नीित आयोग न lsquoमथनॉल अथवथाrsquo क अितम रोडमप म

साल 2030 तक क तल क आयात म सालाना 100 अरब डॉलर की कमी का ल रखा ह गडकरी क हवाल स एक बयान म कहा गया ldquoइस नवीनीकत वकक ईधन को बढ़ावा दन क िलए एक lsquoमथनॉल इकॉनमी फडrsquo

पर चचा की जा रही ह अतदशीय जलमाग और समी म मथनॉल अथवथा म पातरण को लकर ज ही किबनट नोट

जारी कर िदया जाएगाrdquo

2030 तक क तल क आयात म 10 फीसदी कमी करन का ल उोन कहा िक नीित आयोग क रोडमप क मतािबक उनका ल अकल मथनॉल क जरए क तल क आयात म साल 2030 तक

10 फीसदी कमी करन का ह

गडकरी न कहा ldquoमथनॉल और डाइमथाइल दोनो भारत म पट ोल और डीजल स स ह िजनका योग कर भारत अपन ईधन क

िबल म साल 2030 तक 30 फीसदी की कमी कर सकता हrdquo

उोन कहा िक दशी ईधन की लागत करीब 19 पय लीटर ह जो िक िकसी भी उपल ईधन िवक स कम स कम 30 फीसदी

सा ह

1 पहल आधिनकीकरण ही चनौती 2 1 India need to upgrade its fire capacity and need to include advance fleets in its airforce

Dainik_tribune Indian air force and talent shortage भारत-पाक क बीच ए तीन यो म अद साहस

और रण कौशल क बलबत िवजय पताका लहरान वाली भारतीय वायसना आज िवमानो की कमी का सामना कर रही

ह आय िदन होती लड़ाक िवमानो की दघटनाए िशित पायलटो की म बहद िचता की बात ह सिवधा सान व

आकषक वतन की चाह म यवाओ क बरा ीय किनयो की ओर बढ़त लगाव न भी वायसना म यो पायलटो का

सकट पदा िकया ह िनजी एयरलाइ की तजी स बढ़ती सा न सकट म और इजाफा िकया ह 3 Rising accidents बीत 24 नवर को तलगाना क िनकट वायसना का िकरण िशण िवमान दघटना आ यह इस

साल का नौवा िवमान हादसा था इसस पहल 28 िसतर को हदराबाद म एक ट नी िवमान 6 जलाई को जोधपर म एक

िमग-23 4 जलाई को अणाचल म एडवाड लाइट हलीकॉर 15 माच को राजथान म सखोई -30 और 14 माच को

इलाहाबाद म चतक हलीकॉर श आ था कछ बरस पहल तक तकरीबन सह सौ िवमानो क बड़ वाली भारतीय

वायसना म लड़ाक िमग जगआर सखोई आिद िवमानो क अलावा एएन 32 आईएल 76 आईएल 78 बोइग या एवरो जस

टब ोपन आिद परवहन व मालवाहक िवमान थ जबिक बीत सालो म ही वायसना क बड़ म दर तक मार करन वाल

मीरोल यक िवमान िचनक हलीकॉर और हवा स हवा म ईधन भरन वाल उिकान म िनिमत आईएल 78 व नए

परवहन िवमान भी शािमल ए ह बीत दस सालो म तकरीबन सौ िवमान हादस क िशकार ए ह औसतन हर साल नौ

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स िवमान दघटना क िशकार होत ह असिलयत म वायसना न सबस ादा दघटनाओ म िमग और सखोई िवमान ही

गवाए ह वस जगआर एएन-32 िकरण ट नर िवमान परवहन िवमान सी-30 एमआई-17 और चतक हलीकॉर भी

दघटना ए ह इसका सबस म कारण िवमानो का खाहाल होना और उनक रखरखाव म िढलाई समय पर

उनकी मरत न होना व तकनीकी किमयो तथा नौजवान अिधकारयो क बीच समय सहयोग व सामज का पणत

अभाव ह Sukhoi amp Mig and their Vulnerability वायसना क बड़ म सबस ादा लड़ाक िवमान िमग और सखोई ह

इनम िमग-21 व िमग-27 की तादाद ादा ह इन िवमानो की दशभर म 14 ाडन ह 2014 तक इ सवाम िकया

जाना था नए िवमानो की आपित म दरी क चलत परान िमग िवमानो स ही काम चलाया जा रहा ह Need for

Modernisation वायसना म कल 42 ाडन म स कवल आज 32 ाड न ही ियाशील ह एक ाडन म तकरीबन 20

िवमान होत ह दस ाडन खाली पड़ ह कल 200 िवमानो की कमी का वायसना सामना कर रही ह सखोई िवमान

वायसना का आधिनक िवमान ह लिकन यह काफी परान हो चक ह और इनम काफी तकनीकी िदत आ रही ह 1997

स 2017 क बीच सात सखोई िवमान हादस क िशकार य रामी न य ससद म ीकार िकया िक 34 बार ऐसी भी

नौबत आई जबिक सखोई का एक इजन हवा म ही बद हो गया इसी क चलत सौ म स 55 िवमान ही सवा म ह नय 272

सखोई िवमानो की खप आन म तकनीकी िया की वजह स दरी हो रही ह आन वाल कछक सालो म 36 राफल

िवमान भी भारतीय वायसना क बड़ क िह बन जायग लिकन उसम भी अभी दर ह वायसना क हलीकॉर बड़ म

इस समय 250 िकलोमीटर की रार स 560 िकलोमीटर की दरी तय करन वाल 150 स अिधक एमआई-17 हलीकॉर ह

रा मालय भी ीकार करता ह िक 40-45 फीसदी िवमान हादस तकनीकी खराबी क कारण होत ह भिव म िजस

तरह क य होग उनम अित आधिनक बउशीय िवमानो की बहद जरत होगी इसकी चतावनी तो बरसो पहल पव

वायसना माशल ऑफ िद एयरफोस अजन िसह द चक ह उनका मानना रहा िक भारतीय वायसना को न कवल

अित आधिनक िवमान चािहए ब व समिचत सा म होन चािहए अित आधिनक बउशीय िवमान भारतीय

वायसना क िलए इसिलए भी आवक ह यह जर ह िक इसकी कीमत करीब 250 करोड़ स भी बत अिधक यानी

करोड़ो म ह यह सोच लना गलत होगा िक बउशीय िवमान पारपरक लड़ाक िवमानो की जरत परी कर दग अब

दखना यह ह िक वायसना इस सकट का सामना कस करती ह सबस बड़ी िचता कीमती िवमान क साथ अित कशल व

िशित पायलट स हाथ धोन की ह उसकी भरपाई हो नही सकती इसिलए इन मो पर िवचार करना जरी ह

बताया जाता ह िक भारतीय वायसना क आधिनकीकरण हत 200 स अिधक िवमानो की जरत ह िफर 126 मी रोल

यक सखोई व राफल िवमानो क वाय सना म परी तरह शािमल होन पर यो पायलटो की जरत होगी अभी 83

तजस िवमानो की खरीद की िया जारी ह

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए िदवाला समाधान िया) िनयमन 2016 और

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए फा ट क िदवाला समाधान िया) िनयमन

2017 म सशोधन

भारतीय िदवाला एव िदवािलयापन बोड (आईबीबीआई) न 31 िदसर 2017 को (i) भारतीय

िदवाला एव िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए िदवाला समाधान िया) िनयमन 2016 और भारतीय िदवाला एव

िदवािलयापन बोड (कॉरपोरट यो क िलए फा ट क िदवाला समाधान िया) िनयमन 2017 म सशोधन कर िदए ह

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िनयमनो क अनसार िकसी भी समाधान योजना क तहत उस धनरािश क िविश ोतो की पहचान करन की जरत ह िजसका

उपयोग असहमित य त करन वाल ऋणदाताओ क बकाया परसमापन म का भगतान करन म िकया जाएगा सशोिधत

िविनयमो क अनसार इस उ य क िलए lsquoअसहमित य त करन वाल िव तीय ऋणदाताrsquo स आशय एक ऐस िव तीय ऋणदाता स ह

िजसन समाधान योजना क खलाफ मतदान िकया या ऋणदाताओ की सिमित ारा अनमोिदत समाधान योजना पर ए मतदान स

अपन को अलग रखा सशोधनो क अनसार सचना ापन म lsquoपरसमापन मrsquo का खलासा करना आवक नही ह िदवाला एव

िदवािलयापन सिहता 2016 और िविनयमो क अनसार समाधान योजना की ा क बाद समाधान सबधी ोफशनल ऋणदाताओ

की सिमित क क सद स यह वचन लन क उपरात उस परसमापन म दान करगा िक सबित सद परसमापन म

की गोपनीयता बनाए रखगा और इस तरह क म का उपयोग वय को या िकसी अ को अनिचत लाभ पचान या

अनिचत हािन क िलए नही करगा इसक अलावा अतरम समाधान ोफशनल या समाधान ोफशनल जसी भी थित हो

परसमापन म की गोपनीयता बनाए रखगा सशोधन क अनसार कोई भी समाधान आवदक सिहता क ावधानो क अनसार

समाधान योजनाओ सबधी आमण म िदए गए समय क भीतर समाधान ोफशनल को समाधान योजना त करगा इसक

फल वप सिहता और िविनयमो क ावधानो क अनसार िजतनी जी हो सक उतनी ज दी ऋणदाताओ की सिमित िकसी

समाधान िया को बद करन म सम होगी

भारत फकगा नई जान Unsuccessful conclusion of WTO amp Indian steps िपछल िदनो नस आयस (अटीना) म आयोिजत िव ापार सगठन (डटीओ) क 11व मिरीय सलन म खा सरा

क म पर वाता असफल हो गई ह अतएव भारत न खा सरा और किष सबधी अ मो पर डटीओ क अमीर और

िवकासशील दशो की छठी मिरीय बठक फरवरी 2018 म बलाई ह िजसम डटीओ क 40 सद दशो क भाग लन की

उीद ह इस बठक म डटीओ क तहत बपीय ापार म नई जान फकन क तरीक भी ढढ जाएग डटीओ म भख एव

खा सरा क मसल पर अमरका और िवकिसत दशो क नकाराक रवय क िवरोध म ायोिचत माग क िलए अगवाई करत ए

भारत क ारा आयोिजत की जा रही लघ मिरीय बठक की ओर परी दिनया की िनगाह लगी ई ह गौरतलब ह िक डटीओ

क नस आयस सलन म भारत न कहा िक दश की गरीब आबादी को पया अनाज महया करान स जड़ खा सरा

कानन स वह कोई समझौता नही करगा भारत की ओर स यह भी कहा गया िक खा पदाथ क सावजिनक भडारण का थायी

हल िनकाला जाना चािहए यह बात महपण ह िक इस सलन म िवकासशील दशो क समह जी-33 क 47 दशो न किष म पर

भारत को परा समथन िदया साथ ही खा सरा कायम पर भारत और चीन म भी एकता दखी गई लिकन इस सलन म

अमरका और यरोपीय यिनयन की नकाराक भिमका रही भारत क ारा उठाई गई खा सरा की माग को लकर इन दशो न

एक साझा र पर पचन स न कवल मना कर िदया वरन य दश खा भडारण क म का थायी समाधान ढढन की अपनी

ितबता स भी पीछ हट गए Objective of WTO उखनीय ह िक डटीओ दिनया को िनयत गाव बनान का सपना िलय

ए एक ऐसा िनयत सगठन ह जो दिनया म उोग ापार एव वािण को सहज एव सगम बनान का उ रखता ह 1

जनवरी 1995 स भावी आ डटीओ कवल ापार एव बाजारो म पच क िलए श सबधी कटौितया तक सीिमत नही ह

यह िनयत ापारक िनयमो को अिधक कारगर बनान क यास क साथ-साथ सवाओ एव किष म ापार पर बातचीत को

ापक बनान का ल भी सजोए ए ह लिकन न कवल नस आयस म वरन डटीओ क गठन क बाद िपछल 22 वष म यह

पाया गया ह िक डटीओ क तहत अमरका और अ िवकिसत दशो की ाथपण गटबदी न किष एव औोिगक टरफ कटौती

सिहत कई मो पर िवकासशील दशो क िहतो को ान म नही रखा ह

इस सगठन स दिनया क िवकासशील दशो को कई साथक लाभ ा नही ए ह भारत जस िवकासशील दशो को सवाओ

एव किष उादो सिहत अनक सामानो क िनयात म भारी परशािनयो का सामना करना पड़ा रहा ह ात अथशाी एव नोबल

परार िवजता जसफ ई टज का कहना ह िक डटीओ का एजडा एव उसक परणाम दोनो ही िवकासशील दशो क

खलाफ ह यह पाया गया ह िक अमरका और िवकिसत दश आिथक सरणवाद की अिधक ऊची दीवार खड़ी करत जा रह ह

आऊटसोिसग जस सरणवादी कदम क अलावा अतररा ीय ापार को पयावरण सरण स जोड़न की कोिशश कर रह ह

िवकिसत दशो म घरल र पर नौकरयो को बढ़ावा दन की अतमखी नीित का पर भारत सिहत िवकासशील दशो क िलए

एक बड़ी आिथक चनौती बन गया ह वत िवकिसत दशो क वीजा रोक और कई वओ क आयात िनयतसबधी ितबध

डटीओ क उ क ितकल ह यही कारण ह िक िवकासशील दशो क करोड़ो लोग जोर-शोर स यह कह रह ह िक जब

डटीओ क तहत पजी का वाह परी दिनया म खला रखा गया ह तो सवा एव म क म वाह और गरीब की खा सरा पर

िवकिसत दशो क ारा तरह-तरह क ितबध अनिचत और अायपण ह यहा यह भी उखनीय ह िक डटीओ क सद दशो

न सडी सीमा श म कटौती ापार की अ बाधाओ को दर करन क िलए 2001 म दोहा दौर की ापार वाता श की थी

िजस वष 2004 म समा होना था परत यह वाता िवकिसत एव िवकासशील दश क आिथक िहतो की टकराहट क कारण अब तक

परी नही ई ह मिरीय वाताओ की असफलता की वजह यह ह िक अमरका सिहत कई िवकिसत दश अपन िकसानो को भारी

सडी जारी रखना चाहत ह लिकन व अपा कर रह ह िक िवकासशील दश िकसानो की सडी कम कर और गरीबो की

खा सरा को भी कम कर नस आयस म िपछल िदनो स डटीओ क मिरीय सलन की असफलता की वजह भी

यही ह लिकन डटीओ क मिरीय सलनो की किष मो पर बार-बार असफलताक बाद भी हम यह मानना ही होगा िक

अभी भी दिनया क तमाम दशो क िलए आपसी ापार का एक साझा ताना-बाना होना जरी ह डटीओ सद दशो की

सा तजी स बढ़कर 164 हो जाना इस बात का सबत ह िक डटीओ की वथा िनयत ापार की सरलता और िनयत

ापार बढ़ान क िलए अब भी महपण ह इसक अभाव म उलझनो और िदतो स भरी ई िपीय िवदश ापार समझौत की

राह ही बचती ह िजसक चलत दिनया अलग-अलग ापार समह म बट सकती ह चिक डटीओ क नस आयस सलन म

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भारत ारा उठाई गए खा सरा और खा पदाथ क सावजिनक भडार क ायोिचत म को ान म नही रखा गया ऐस म

भारत क ारा खा सरा स जड़ िवकासशील दशो की आवाज को डटीओ क तहत आग बढ़ान क िलए फरवरी 2018 म

आयोिजत की जान वाली लघ रीय बठक साथक िस हो सकती ह आशा की जानी चािहए िक भारत क ारा अभतपव प स

खा सरा पर आयोिजत की जान वाली डटीओ दशो की लघरीय इस बठक की ायोिचत आवाज डटीओ क आगामी

मिरीय सलन म िवकिसत दशो को लचीला रवया अपनान क िलए बा करगी

नमािम गग परयोजना म ा ह अड़चन A new technique by IARI

A new technique ha been developed by IARI for cleaning of GANGA which is enviournment friendly and do not harm ecology of area Business_Standard Ganga amp Cleanliness दश की सबस पिव नदी गगा को िफर स एव िनमल बनान क िलए श की गई नमािम गग परयोजना की स रार की

एक म वजह यह ह िक इसम लगातार गद पानी की आवक हो रही ह गगा तट क आसपास क शहरो को लगातार कहा जा रहा

ह िक व गद पानी को साफ करन क िलए सय लगाए लिकन इसक बावजद उन शहरो का गदा पानी िबना शोधन क नदी म िगर

रहा ह जल शोधन सयो को लगान और चलान की ऊची लागत उन मख वजहो म स एक ह िजसकी वजह स य शहर गद पानी

को गगा म छोडऩ स पहल साफ करन म कम िदलची िदखा रह ह Whatrsquos Solution A new Technology by IARI इस समा

स पार पाना काफी हद तक सभव ह यह काम ादा लागत और िदत वाली वतमान परपरागत तरल-अपिश शोधन पित क

थान पर गद पानी को साफ करन की आसान और िकफायती तकनीक स सभव ह यह तकनीक नई िदी थत भारतीय किष

अनसधान सथान क जल ौोिगकी क (डटीसी) न िवकिसत की ह इस नई जिवक जल शोधन तकनीक म पड़-पौधो एव

कई स जीवो का इमाल िकया जाता ह िजनम अशताओ को अवशोिषत करन और पानी को श बनान का कदरती गण

होता ह इसस 50 स 65 फीसदी लागत तो बचती ही ह साथ ही इसस गद जल को साफ करन क काम को लाभद बनान क िलए

राज भी िमलता ह सबस अहम बात यह ह िक इसम िकसी रसायन ऊजा कशल कमचारयो और िकसी इनपट की जरत

नही होती कवल पौधो का बीजरोपण करना होता ह इस णाली म इमाल िकया जान वाला सदाबहार पौधा टाइफा

लाटीफोिलया ह इस पौध म दषक तो को अवशोिषत करन और अपनी जड़ो क आसपास पानी म ऑीजन की माा बढ़ान

और गद पानी को साफ करन का कदरती गण होता ह यह पौधा जल को श बनान वाल स जीवो क सार को बढ़ान म भी

मददगार ह िजसस जल की गणवा को सधारन क िलए रसायनो और जल म ऑीजन बढ़ान वाल उपकरणो की कोई जरत

नही होती ह परपरागत गदा जल शोधन सयो म रसायनो और ऑीजन की माा बढ़ान वाल उपकरणो का ही इमाल होता

ह नई णाली म 80 स 99 फीसदी तक धात अश भी ख हो जाता ह यह परपरागत तरीको स सभव नही ह नई तकनीक को

िवकिसत करन म अहम भिमका िनभान वाली डटीसी परयोजना िनदशक रवी कौर अशता दर करन म टाइफा पौधो और

उनस जड़ स जीवो को िकडनी क समान बताती ह कौर क मतािबक गगा म छोड़ जा रह गद जल को डटीसी तकनीक की

मदद स साफ करन की कल लागत कवल 1300 करोड़ पय आएगी जो परपरागत तरीको स करीब 10430 करोड़ पय आएगी

इसक अलावा डटीसी शोधन सय लगान क िलए जमीन की जरत परपरागत सयो की तलना म बत कम होगी इसक

अलावा पयटको को लभान क िलए इन सयो को पयावरण अनकल ईको-पाक म तील िकया जा सकता ह ोिक इन निदयो म

वासी पी बड़ी तादाद म आत ह सामा गदा जल शोधन सयो म बदब आती ह लिकन नई तकनीक आधारत सयो म कोई

बदब नही आती ह इसकी वजह यह ह िक जल की अशता दर करन की िया िमी की सतह क नीच होती ह िजसम रसायनो

का कोई इमाल नही होता ह य रसायन ही बदबदार गस उिजत करत ह नई णाली की एक कािबलगौर चीज यह भी ह िक

यह टाइफा आधारत सय गाद पदा करन क बजाय जव ईधन पदा करता ह िजस ईधन क प म इमाल करन क िलए

अी गणवा क पािटकल बोड या एनज िकट और पलट म तील िकया जा सकता ह इस उ क िलए टाइफा क ऊपरी

िहो को हर चार माह बाद काटा जा सकता ह यह पौधा िफर स बढ़ जाता ह इसक अलावा नई तकनीक आधारत गदा जल

शोधन सयो म मपालन को शािमल कर आिथक ितफल बढ़ाया जा सकता ह मछिलयो क िलए पोषक आहार गटन और

जगटन इन इकाइयो क तालाबो म खब फलत-फलत ह मपालन अनसधान सथान क साथ िमलकर िकए गए योगो म यह

सामन आया ह िक ऐस समत गदा जल शोधन उमो म मछिलयो का उादन तलनाक प स अिधक और अी गणiumlवा

का होता ह यह मछली उादन जहरील अशो स म होता ह अपन कई फायदो की वजह स डटीसी गदा जल शोधन

तकनीक न 2017 म ॉच िटनम परार जीता ह यह ितित नागरक परार बड़ा बदलाव लान वाल नवोष क िलए

िदया जाता ह इसस पहल ससद की किष पर थायी सिमित न इस तकनीक की उपयोिगता स सहमित जताई और िदसबर 2014 म

ससद म पश अपनी रपोट म इस दशभर म इमाल िकए जान की lsquoपरजोर िसफारशrsquo की शहरी िवकास मालय न भी 420

शहरो को भजी सलाह म गद जल क शोधन म इस तकनीक क इमाल की िसफारश की थी अब नमािम गग परयोजना को

गगा की ता एव िनमलता बहाल करन क िलए इस तकनीक का लाभ उठाना चािहए

3 आिथक असमानता भारत म िसफ 1 फीसदी अमीरो क पास ह 73 फीसदी नई सपि

आिथक असमानता दश की आय म अमीरो और गरीबो क बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही ह इटरनशनल राइटस प

ऑफम न यह सव जारी िकया ह

- असमानता की िचताजनक तीर पश करत ए सव म बताया गया ह िक साल 2017 म अिजत दश की 73 फीसदी सपि पर दश

की एक फीसदी आबादी न का कर िलया इस सव म बताया गया ह िक 67 करोड़ भारतीयो की सपि म महज एक फीसदी का

इजाफा आ ह

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- यानी दश की करीब आधी आबादी की सपि महज एक फीसद बढ़ी और एक फीसदी आबादी न 73 फीसदी सपि पर का कर

िलया िलहाजा अमीरी और गरीबी का अतर और भी बढ़ गया ह सव म कहा गया ह िक भारत की कल सपि का 58 फीसदी

िहा िसफ एक फीसदी अमीरो क पास ह जो दिनयाभर म सबस ादा ह परी दिनया म यह आकड़ा 50 फीसदी था

वही विक र की बात कर तो दिनयाभर म अिजत की गई कल सपि का 82 फीसदी िहा िसफ एक फीसदी क पास गया ह

जबिक 37 िबिलयन आबादी की सपि म कोई परवतन नही आया ह जो कल आबादी का आधा िहा ह

- इस साल क सव म यह भी पता चला ह िक 2017 क दौरान भारत क एक फीसदी अमीरो की सपि म 209 लाख करोड़ पए की

व ई ह य क सरकार क 2017-18 क कल बजट क बराबर ह

रवॉड वक नोट व शीषक स ओफम न यह सव जारी िकया ह रपोट म बताया गया ह िक कस दिनयाभर म अमीरो की

सपि म लगातार तजी स बढ़ रही ह जबिक करोड़ो लोग गरीबी रखा क नीच सघष कर दो जन की रोटी क िलए मशत कर रह

रपोट म कहा गया ह िक 2017 म अरबपितयो की सपि म अािशत इजाफा आ ह ऑफम रपोट क मतािबक िपछल साल

दश म 17 नए अरबपित बन ह इस तरह दश म कल अरबपितयो की सा 101 हो गई ह भारतीय अरबपितयो की सपि बढ़कर

207 लाख करोड़ पए स ादा हो गई ह जो िक सभी राो िक ा और िशा बजट क 85 फीसदी क बराबर ह

कायथल पर लिगक समानता (gender equality) कायम करन की कीमत What cost we have to bear for gender equality at working places Business_Standard आम बजट म मिहला कमचारयो क भिव िनिध अशदान को मानक 12 फीसदी स कम करक 8 फीसदी करन का ाव रखा

गया ह जबिक िनयोा क अशदान म कोई बदलाव नही ह ा 4 फीसदी का यह अतर और अिधक मिहलाओ को कपिनयो म

रोजगार की ओर ल आएगा इसकी सभावना नही ह आइए जानत ह ो पहली बात यह ोाहन इतना ादा नही ह िक

मिहलाए इसकी बदौलत अचानक रोजगार तलाशना श कर द यह बात याद रखन लायक ह िक एक व था जब करदाता

मिहला कमचारयो को पषो की तलना म ादा डड िडडन का लाभ िमलता था हालािक 1990 क दशक म इस ख कर

िदया गया उस व भी हमम स अिधकाश लोगो को सतिiuml िमली थी लिकन कायथल पर लिगक समानता कायम करन की

िदशा म कोई खास मदद नही िमली सरकार न इस मसल को गलत जगह स उठाया ह जसा िक िव मी न कहा भी भिव

िनिध सबधी राहत का उ मश म मिहलाओ की भागीदारी बढ़ाना ह परत म श म मिहलाओ की भागीदारी म

लगातार आ रही िगरावट क बार िकए गए शोध स पता चलता ह िक आम धारणा क उलट मिहलाओ की भागीदरी म कमी इसिलए

नही आ रही ह िक व उ िशा ल रही ह इसक िलए सामािजक वजह भी उरदायी नही ह िव बक क जडर िवभाग की वरiuml

िनदशक करन ाउन क मतािबक ितीयक और ततीयक िशा म उ नामाकन इस िगरावट क बत मामली िह क िलए

उरदायी ह तीसरी बात इस ोाहन को सगिठत म दना कोई खास समझदारी नही ह ोिक दश क रोजगार म इस

की िहदारी बत सीिमत ह जहा तक बाद लिगक सतलन की ह तो वािवक मा आज भी वही ह जो पहल था यानी

मिहलाओ को मश म शािमल होन क िलए ोािहत करन स बड़ी समा ह कपिनयो को उ काम पर रखन क िलए

ोािहत करना हम पता ह िक मिहलाओ को काम पर न रखन क पीछ काफी हद तक भारतीय समाज म िनिहत मदवादी धारणा

िजदार ह परत इसक िलए कई अ कारक भी उरदायी ह इनम स एक मख वजह ह मिहलाओ क िलए उपय काय

परथितयो का न होना इसम न कवल यौन शोषण स सरण का मसला ह ब बहतर शौचालय और रात की पाली म काम

करन वाली मिहलाओ क िलए सरित माहौल का न होना भी बड़ी वजह ह कई फरी मािलक तो लागत बचान क िलए शौचालय

बनात ही नही ह और रात की पाली म काम करन वाल कमचारयो को परवहन सिवधा नही दी जाती व फरी क फश पर ही सो

जात ह य हालात पषो क िलए चल भी जाए तो मिहलाओ क िलए नही चल सकत इसक अलावा वह सनातन िशकायत तो ह ही

िक मिहलाओ क मा बनन पर कपनी को परी छiumlी दनी पड़ती ह और खच उठाना पड़ता ह और इस परी अविध क िलए उनका

थानाप खोजना पड़ता ह सरकार न मिहलाओ और िशशओ क ा को ान म रखत ए उ लागत तो बढ़ा ही दी साथ

ही मात अवकाश भी 12 साह स बढ़ाकर 26 साह का कर िदया 50 या उसस अिधक कमचारयो वाल सथानो क िलए

पालनाघर बनाना अिनवाय कर िदया गया ह य सभी ावधान समझदारी भर तीत होत ह ोिक भारतीय समाज म ब को

पालन की िजदारी मिहलाओ पर ही होती ह कई बड़ िनगम खासतौर पर MNC आईटी कपिनयो की अनषिगयो म वष स ऐसी

सिवधाए िमल रही ह और व अपन कमचारयो म मिहलाओ की अी खासी तादाद को लकर सचत ह सावजिनक की

कपिनया और बक भी इस मामल म उदार ह लिकन ऐस बड़ और धना सथान अपवाद ह ोिक व इस लागत को वहन कर

सकत ह सरकारी कपिनया ऐसा इसिलए करती ह ोिक व कानन का पालन करन को बा ह कई भारतीय कपिनयो खासतौर

पर छोट और मझोल उमो को यह लागत बोझ लगती ह इसिलए व मिहलाओ को काम पर रखन स ही परहज करत ह चिक

एमएसएमई अभी भी दश म रोजगार पदा करन क अहम ोत ह और तमाम लोग ऐस भी ह जो औपचारक रोजगार पर स

बाहर ह तो ऐस म सरकार क िलए बहतर यही होता िक वह भिव िनिध ावधान क बजाय कही अिधक उिचत ोाहन की

तलाश करती हम मानकर चल रह ह िक सरकार मिहलाओ को मश म शािमल करन को लकर उक ह और उनको कवल

वोट का जरया नही समझती उस िलहाज स दख तो बहतर होगा िक मात और िशश स जड़ लाभ का बोझ कपिनयो पर कम स

कम करन क िलए सरकार इस म सडी का ावधान कर परत ऐसा करन म सम आपित की समा बरकरार रहगी

परत अगर कपिनयो को मात लाभ और पालनाघर की सिवधा दन पर कर रयायत दी जाए तो कसा रह इन ावो का

ियायन करना आसान ह और इसक दपयोग की आशका भी बत कम ह ोिक मात अवकाश हमशा िचिकक क

माणप क बाद ही जारी िकया जाता ह हो सकता ह छोट उम इसक बाद भी अपन यहा लिगक सतलन कायम करन पर िवचार

न कर ोिक उनम स कई कर दायर स ही बाहर ह एक सवाल वतन भो म असमानता और ोित का भी ह पष कमचारयो

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को मिहलाओ की तलना म तजी स ोित िमलती ह य सभी अहम म ह लिकन इ तभी हल िकया जा सकता ह जब इसकी

सामिहक आलोचना श की जा सक और इतनी तादाद म हो िक वह नतीजो को भािवत कर सक म श म मिहलाओ की

िहदारी पर बात करक शआत की जा सकती ह

रा रणनीित (Defence Strategy) म आमलचल बदलाव व की माग

चीन क साथ 1962 की जग क पहल भारतीय सना की जो स मता तीन लाख जवानो स भी कम आ करती थी वह िमक प

स बढ़त ए 825 लाख जवानो तक पच गई स मता म बढ़ोतरी को मिमडल की आपात सिमित न 1964 म इस आधार पर

मजरी दी थी िक भारत को पािकान और चीन दोनो क खलाफ एक साथ लड़ाई क िलए तयार रहना होगा उसी समय वायसना म

भी लड़ाक िवमानो क 45 ाड न तयार करन को मजरी दी गई थी उसक बाद आतकवाद और घरल अशाित जसी वजहो स सना

की मता बढ़कर 12 लाख स भी अिधक हो चकी ह जबिक वायसना क ाड न की सा बढ़कर 33 ही ह नौसना की मता म

बढ़ोतरी क िलए ीकत र को अभी तक हािसल नही िकया जा सका ह

सवाल उठता ह िक 1960 क दशक क बाद हमार सरा परवश म ा ऐस बदलाव आए ह िक रा

रणनीित की समीा की जरत खड़ी हो गई ह या िफर हालात कमोबश पहल जस ही ह Read Also भारत का रा बजट दिनया क टॉप 5 बजट म शािमल रपोट इस दौरान सब प परमाण हिथयारो स लस हो चक ह चीन क पास अतर-महाीपीय बिलक िमसाइल ह िजनकी जद म

भारत का समचा भभाग ह वही भारत क पास मौजद मम दरी की बिलक िमसाइल चीन क दिणी िहो क अलावा समच

पािकान को अपनी जद म ल सकती ह भारतीय िमसाइलो की मारक मता म ज ही िवार होन की सभावना ह

पािकान क िमसाइलो की जद म उर भारत क आध इलाक आत ह िजनम राजधानी भी शािमल ह सच तो यह ह िक भल ही

िकसी दश क पास अिधक स ससाधन हो लिकन वह श प को हमला करन स नही रोक सकता ह यह दलील दी जा सकती

ह िक जमीन स चलाई जान वाली िमसाइलो को पण क पहल ही न िकया जा सकता ह या लड़ाक िवमानो को पहल ही मार

िगराया जा सकता ह लिकन इसका यह मतलब नही ह िक हिथयार अपन ल तक नही पच पाएगा चीन और भारत क पास

पनडी स चलाए जा सकन वाल परमाण हिथयार भी ह लिकन िकसी को नही मालम िक इसका बटन पहल कौन दबाएगा इस

परथित म यह माना जा सकता ह िक य तीनो दश शायद ही कछ ऐसा कर ग जो नािभकीय टकराव की थित पदा कर वस दो

दशो क बीच खली जग होन पर दाहस भर तरीक आजमाए जा सकत ह लिकन यह उीद करना हमारा भोलापन होगा िक

दिनया उनक स टकराव को उस थित तक पचन दगी हालािक समय-समय ऐस बयान आत रह ह िक भारत को एक साथ दो

मोच पर लड़ाई क िलए खद को तयार रहना होगा लिकन अभी तक यह महज शाडबर ही सािबत आ ह सप म इन तीनो

दशो क बीच ऐस स टकराव क आसार बत कम ह िजनम टको और थल सना को लब समय तक तनात करन की जरत पड़

लिकन आज स 50 साल पहल ऐस हालात नही थ िफर हमारा राजनीितक नत स जरतो क बार म नए िसर स िवचार करन

और सना क तीनो अगो क िलए नई रणनीित बनान क बार म ो नही सोच रहा ह यह एक ऐसा सवाल ह िजस हरक तक सत

भारतीय को पछना चािहए

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Indian Airforce and Preparedness इस समच िवमश का एक और पहल भी ह वायसना क परान हटर िवमानो क 45 ाड न आज क िमराज या सखोई-30 िवमानो क

बड़ की बराबरी नही कर सकत ह चतावनी दन वाली आसमानी िनगरानी णाली और ड ोन स वायसना की मता और बढ़ती ह

इसी तरह सना क जवान 1960 क दशक म िजस 303 राइफल का इमाल करत थ वह एक बार म एक ही गोली दाग सकती थी

लिकन आज की इास राइफल परानी राइफल स काफी बहतर ह उन िदनो 105 एमएम की किलबर गन सबस अिधक भरोसमद

मानी जाती थी लिकन आज 130 एमएम और 155 एमएम की किलबर गन मौजद ह नौसना क जहाजो और उनम लगन वाल मारक

हिथयारो की भी कछ ऐसी ही थित ह िनगरानी और टोह लन क काम म उपहो की मदद िमलन स नौसिनक जग क हालात

काफी बदल गए ह इस तरह दख तो 1960 क दशक की तलना म भारत क िलए जमीनी पर काफी बदल गए ह दरअसल

एक साथ दो मोच पर जग की अवधारणा ही अपन आप म सिद ह वष 1965 म चीन पािकान का अा दो आ करता था

और अमरका एव तालीन सोिवयत सघ दोनो म स कोई भी भारत का अिधक समथन नही करता था वष 1971 की लड़ाई म भी

चीन न थोड़ा-बत शोर भल ही मचाया लिकन उसन अपन दो की खाितर भारत क खलाफ मोचा नही खोला आज क दौर म

चीन खद को अमरका क सम विक श क तौर पर खड़ा करन की महाकाा पाल ए ह इसक िलए उस चार-पाच

दशको तक चतिदक गित की दरकार ह लिकन दसरो क साथ स टकराव म फसन पर ऐसा नही हो पाएगा वस डोकलाम जस

कछ वाकय हो सकत ह और चीन की बयानबाजी भी जारी रह सकती ह लिकन बड़ र पर सघष की आशका काफी कम ह उसी

तरह पािकान क साथ भी खली जग की आशका कम ह इतन वष म हम lsquoजग स कमrsquo वाल हालात की तरफ बढ़ चक ह

भारतीय सना को 1960 क दशक की तलना म अब आतकवाद-रोधी अिभयानो म अब परी िशत स लगना पड़ रहा ह इस काम म

काफी सिनको की जरत पड़ती ह और िनकट भिव म तो हालात बहतर होन क आसार कम ही ह खदजनक ह िक इस गभीर

समा क खा क िलए िजस तरह क राजनीितक यास िकए जान चािहए उनकी भारी कमी ह और हम आतकवाद क खा क

िलए स ताकत पर ही िनभर ह जबिक ऐसा नही िकया जा सकता ह दसरा िहद महासागर और िहद-शात ो म समी ताकत

की भिमका बढ़ती जा रही ह इस मामल म भारत को अपनी श और भाव दोनो बढ़ान की जरत ह आज स 50 साल पहल

नौसना भल ही दर स दखत रहन को िववश थी लिकन आज यह भारत की समी श एव भाव िदखान का मल साधन ह हवाई

एव साइबर ताकत की भिमका अब पहल स काफी अहम हो चकी ह इन बदलावो क चलत हम स योजना का खाका नए िसर स

तयार करन और बदल ए व क िलहाज स स मता म बढ़ोतरी क बार म भी िवचार करन की जरत ह हमार रा बजट

का करीब 68 फीसदी िहा राज य म ही चला जाता ह िजसम सिनको क वतन एव सब सवाओ का बड़ा योगदान होता ह

ऐस म हम जरत क मतािबक आधिनक स बल नही िमल पाएग हम ासिगक चनौितयो को ान म रखत ए अपनी स-

श का आकार तय करना होगा ा एव िशा क िलए बजट आवटन कम होन की सरत म रा क िलए अिधक धन की

माग करना िनरथक ह हम स तयारी क िबद पर एकदम नए िसर स सोचना होगा तािक नई वािवकताओ का ान रखा जा

सक वष 2018 क सरा पर को आध दशक परान पमान स परखना अजीब ह आखर अब हमारा एक दन दो िहो म

बट चका ह और दसरा दश महाश बनन की तयारी म ह उस पमान का व तो कभी का ख हो चका ह िलहाजा उसक

िहसाब स रणनीित बनाना सही नही होगा

HINDI (Optional) TEST SERIES Schedule टट

सया िनधारत दनाक पाम

1 1 जलाई भाषा खड अपश अवहटारिभक हदी दवनागरी िलिप अवधीजटपणी सिहत|)

2 8 जलाई किवता खड (कबीर सर तलसी जायसी िबहारी ग ndashाया सिहत )

wwwthecoreiascom +91-8800141518

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3 15 जलाई भाषा खड(खड़ी बोलीदिखनी हदी राजभाषा हदी का वािनक एव तकनीक िवकास टपणी

सिहत

4 22 जलाई किवता खड (िनराला साद अय मिबोधनागाजन दनकर ाया सिहत |)

5 29 जलाई ग खड (कहानी नाटक उपयास िनबध एव आलोचना का िवकास ग क अय िवधाए

(समरणरपोताज आद )गोदान +मला आचल दा महाभोज

6 5 अगत middot (सािहय इितहास ) आदकाल भिकाल रीितकाल भारतदयग िवदी यग छायावाद

आद टपणी सिहत )

7 12 अगत गितवाद योगवाद नई किवता समकालीन किवता नवगीत अकिवता टपणी सिहत )

8 19 अगत (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

9 30 अगत (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

10 9 िसतबर (सम जाच परीा ) प 1 + 2 टपणी +ाया

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