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ॐ ग जी, के त ह कृ काया खोजो मन िवषय माया रिव चा संग साधे काल केत याते पावे के त जाित का अस जेिमनी गो काला न र अरवेद े ापना थाप लो लो पूजा करो रौ घोर सत फ रै सत वाचा फ रै ीनाथजी के िसंहासन ऊपर पान फू ल की पूजा चढ़ै हमारे आसन पर ऋि-िसि धरै , भडार भरे । ७ वार, २७ न, ९ ह, १२ रािश, १५ ितिथ । सोम-रिव श शिन । मंगल ब ध-रा-ग ख करै , ःख हरै । खाली वाचा कभी ना पड़ै ॐ के त म गायी जाप रा करे ी श जती ग गोरखनाथ । नमो नमः ाहा ।

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sanskrit Religion Devotional

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