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ियंका िसÛहा .एम..सी भारत मौसम िवान िवभाग

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  • िप्रयंका िस हाई ी ई.एम.आर.सी भारत मौसम िवज्ञान िवभाग

  • • वायु प्रदषूण, पृ वी के वायुमंडल म िविवक्त जिैवक अणओं या अ य हािनकारक िविवक्त, जिवक अणुओ, या अ य हािनकारक सामग्री की उपि थित को कहा जाता है। वायु प्रदषूक का मानव और पािरि थितकी तंत्र पर प्रितकूल असर पड़ता है।

    •वायु प्रदषूण मानवीय या प्राकृितक ोत से होता है।

    • प्रदषूक प्राथिमक या मा यिमक के प म वगीर्कत ह।वगीर्कृत ह। • प्राथिमक प्रदषूक धूल, वालामुखी िव फोट से िरहा राख हो सकता है। अ य उदाहरण मोटर वाहन िनकास से काबर्न मोनोऑक्साइड ै े िगसै, या कारखान से िरहा स फर

    डाइऑक्साइड कारखान शािमल ह।

    •मा यिमक प्रदषूक का गठन प्राथिमक प्रदषक की प्रितिक्रया से होता है । जमीनी प्रदषूक की प्रितिक्रया स होता ह । जमीनी तर ओजोन एक मा यिमक प्रदषूक का एक प्रमुख उदाहरण है।

  • मानव गितिविध के वारा उ पािदत प्रमुख प्राथिमक प्रदषूक ह:

    1. स फर डाइऑक्साइड (SO2) : वालामुखी से और िविभ न औ योिगक प्रिक्रयाओ ंम िनिमर्त होता है। कोयला और पेट्रोिलयम अक्सर स फर यौिगक होते ह, और उनका दहन स फर डाइऑक्साइड उ प न

    ैकरता है।

    2. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) : नाइट्रोजन डाइऑक्साइड िबजली के गरज के दौरान और उ च तापमान दहन से उ पािदत होता ह ।

    3. काबर्न मोनोऑक्साइड (CO2) :प्रमुख ोत कोयला और लकड़ी के प म जीवा म ईंधन का अधूरा दहन म शािमल ह।

    4. वा पशील काबर्िनक यौिगक (VOC’s) : वे मीथेन (CH4) या गैर मीथेन (VOCs) के प म वगीर्कृत ह।

    5. किणका त व (PM ) : वाभािवक प से वालामुखी, धूल तूफान, जगंल और चरागाह की आग, और समुद्र प्र म पाए जाते ह। मानव सूत्र जीवा म ईंधन का जलना, वाहन एग् हौ ट, िबजली संयंत्र और िविभ न औ योिगक प्रिक्रयाओं ह।

    मा यिमक प्रदषूक म शािमल ह:

    1. जमीनी तर ओजोन (surface O3) : जमीनी तर ओजोन सूयर् के प्रकाश की उपि थित म NOx और VOCs से बनती है। असामा य प से उ च सांद्रता म यह एक प्रदषूक, और धुंध का एक संघटक है।

  • वायु प्रदषूण से वा य प्रभाव म वास, घरघराहट, खांसी, दमा म किठनाई और मौजूदा वसन और दय की ि थित की िबगड़ती अव था शािमल ह। वायु प्रदषूण के अलग-अलग प्रितिक्रयाओं प्रदषूक के प्रकार, जोिखम की िडग्री , और यिक्त के वा य की ि थित और आनवंिशकी पर िनभर्र ह।आनुविशकी पर िनभर ह।

    वायु प्रदषूण का सबसे आम ोत िविवक्त, ओजोन, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और स फर डाइऑक्साइड शािमल ह।

  • मानव वा य पर वाय प्रदषण के प्रभाव:मानव वा य पर वायु प्रदषूण क प्रभाव:

    1. वसन प्रणाली: नाक और गले म जलन, और वास लेने म किठनाई िवशषे प से दमा यिक्तय म, आमतौर पर स फर डाइऑक्साइड के तर म विृद्ध के के बाद अनुभव िकये जा रहे ह ।नाइट्रोजन आक्साइड वसन संक्रमण म विद्ध होता है । ओजोन और कछ भारी जा रह ह ।नाइट्रोजन आक्साइड वसन सक्रमण म विृद्ध होता ह । ओजोन और कुछ भारी धातुओं से फेफड़ ेकी कायर्क्षमता कम होता है । ओजोन अ थमा, वात फीित, और यहा ंतक िक फेफड़ के कसर के िलए िज मेदार है।

  • दय प्रणाली - काबर्न मोनोऑक्साइड हीमोग्लोिबन को बांधता है और ऑक्सीजन ह तांतरण करने के िलए अपनी क्षमता को कम कर देता । कम ऑक्सीजन की उपल धता को प्रभािवत कर सकत ेह िविभ न अगं के कायर् (और िवशषे प से उ च ऑक्सीजन लेने वाली अंग मि त क और दय), िजसके पिरणाम व प िबगड़ा एकाग्रता, धीमी गित से सजगता, और भ्रम की ि थित । प्रणालीगत भड़काऊ बात कण से प्रिरत पिरवतर्न , रक्त जमावट का कारण बनता है। वायु प्रदषूण कसना खनूजहाज एनजाइना या यहां तक िक रोधगलन करने के िलए प्रिरत कर सकते ह। बढ़ा रक्तचाप और जहाज , एनजाइना या यहा तक िक रोधगलन करन क िलए प्रिरत कर सकत ह। बढ़ा रक्तचाप और एनीिमया का कारण है ।

  • तंित्रका तंत्र : तंित्रका तत्र मुख्य प से भारी धातओु ंसे प्रभािवत है जैसे (सीसा, पारा और आसिनक) और डाइअिक्सन ।Neurotoxicity मित गड़बड़ी का कारण बनता है नींद संबंधी िवकार क्रोध आसिनक) और डाइअिक्सन ।Neurotoxicity मिृत गड़बड़ी का कारण बनता ह, नीद सबधी िवकार, क्रोध, थकान, हाथ कांपना, दरू ि ट,और आसिनक, सीसा की बढ़त से देखा गया है ।

  • पाचन तंत्र : िवषाक्त पदाथ िजगर कोिशका की क्षित, जठरांत्र संबंधी मागर् और िजगर कसर का कारण बनता है ।कारण बनता ह ।

    गभार्व था के दौरान जोिखम : वायु प्रदषूण िवकासशील भ्रण को प्रभािवत कर सकते ह। भारी धातुओ ं िवशषे प से लेड, गभर्पात के जोिखम और कम भ्रण के िवकास को बढ़ाता है। यह भ्रण के ु ू ूकद्रीय तंित्रका तंत्र के िवकास को प्रभािवत करता है ।