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सĘची मȉĘची एक Ůयास जन आũदोलनǯ का राƪȭीय एवȂ सोशिलƯट पाटǭ (इिıडया) की माɐसक पɐǚका अंक 1.10 7 मई, 2014 मू: .10 नील: हमारे दौर के गंभीर िवचारक और सामािजक-राजनीितक काय कता इस अंक म पढ़ स नील भाई के लेख: • दंतेवाड़ा की जड़ • इधर मैकाले उधर गांधी • नए वामपंथ की जरत

Sacchi Mucchi, May 2014

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Page 1: Sacchi Mucchi, May 2014

स ची म ची एक यासजन आ दोलन का रा ीय एव सोशिल ट पाट (इि डया) की मा सक प का

अक 110 7 मई 2014 म 10

सनील हमार दौर क गभीर िवचारक औरसामािजक-राजनीितक काय कता

इस अक म पढ़ सनील भाई क लख

bull दतवाड़ा की जड़bull इधर मकाल उधर गाधीbull नए वामपथ की जरत

ामी मक काशक व सादक बॉबी रमाकात फोन 9839073355एल पी एफ ताज इव बसमट तलसी माग चौक लखनऊ स मित

कराकर सी-2211 इिरा नगर लखनऊ स कािशत िकया

सादक मलएस आर दारापरी 9415164845राजीव यादव 9415164845

शहनवाज आलम 9452800752रोमा 9415254919

योग यादव 9454587851नागश िपाठी 9452112004अरिवद मित 9839835032

अनराग अयसरिभ अवाल

सलाहकार मलरािजर सरकलदीप नरपणालाल सराणामधा पाटकरअणा रॉय

किवता ीवावयोग यादवअजीत झा

रिव िकरण जनज पी िसहडॉ सनीलम

वापीय पतासदीप ए-893 इिदरा नगर लखनऊ-226016

फोन 0522-2347365ई मल ashaashramyahoocom

िवापनसजीव पाडय 9918864999दवश पटल 9455037799

िवतरणवभचाय पाडय 9415256848

दीप िसह

िवशय सची

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह 4

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010) 8

इधर मकाल उधर गाधी - सनील(िदसर 2010) 12

पजीवादी सता क िवककी तलाश -सनील 16

लोिहया की लालटन - सनील 19

गलामी और ट का खल - सनील(अबर 2010) 23

नए वामपथ की जरत - सनील 26

जमीन का सवालऔर जमीनी हकीकत -सनील 30

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कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसला साव भौमवाद क बरानीयता कीदावदारी

म िसह

सनील की पहचान कसला क साथजड़ी थी बि कह सकत हकसला और सनील अिभ होगए थ सनील दश क कोन-कोन म जात थ तो कसला उनक साथजाता थाऔर दश का कोना-कोनाउनक साथ कसला चला आताथा कसला वह ोत ह जहा स सनील की िवचारशीलता औरकमशीलता फटती और पिवतहोती ह तथा साव भौमवादी वच को चनौती दती ह सनील कसाथ कसला साव भौमवाद किखलाफ ानीयता का दावाबन जाता ह हमार दौर कगभीर िवचारक और सामािजक-राजनीितक काय कता सनीलकी भिमका और उसका महसमझन क िलए साव भौमवाद कबरानीयता की दावदारी कीअवधारणा को समझना जरीह

सनील न अी क दशक मकसला को अपना काय बनायाऔर लगातार तीन दशक तकवह रह कर आिदवािसय औरिकसान क बीच काम करत रह

सनील न बड़ शहर की मारामारीस बचन क िलए कसला रहन काचनाव नह िकया था जसा िकआधिनक औोिगक सता स कछ कित-मी करत ह नही उ आिदवासी जीवन क ितनॉिजक लगाव था जसा िककई िवदिशय स लकर भारतीयतक म दखन को िमलता ह

हमार दौर क गभीरिवचारक औरसामािजक-

राजनीितक काय कता सनील की भिमकाऔर उसका महसमझन क िलएसाव भौमवाद क

बरानीयता कीदावदारी कीअवधारणा को

समझना जरी हआिदवािसय िकसान कोिशित और ससत बनाना

भी उनका य नह था जसािक कछ एनजीओ िमशनरीआरएसएस आिद करत हकसलावािसय क आिथ कशासिनक सशिकरण मभी व नह जट थ जसा िकमौजदा वा क तहत बतस एनजीओ करत ह सनील वहासीध राजनीित करन क उयस भी नह गए थ जसा िकराजनीितक िवचारधारा क तहतसगिठत कर उनका नता बनन की मशा स कछ लोग करत हसनील न सिय राजनीितक काम1995 म समाजवादी जन पिरषदकी ापना होन क बाद करनाश िकया जो चिलत राजनीितस िबल अलग था

उपिनवशवादी दौर म िनयाम सब जगह सब लोग किलए एक यानी साव भौिमकदशनिवचारधारा का दावािकया गया और उसक तहतसब जगह सब लोग क िलएएक यानी साव भौिमक वाकायम करन की मिहम चलाईगई यह साव भौिमक िवचारधारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 3

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

पजीवाद की थी िजस सामतवादक बाद परी मानवता क िलए एकअिनवाय िित बतात ए आगकी समाजवादी वा क िलएभी अिनवाय बताया गया तभीस समाजवाद क साथ पजीवादका रोग उपिनविशत दश मभी लगा रहा ह िजसक चलतआज भी बड़-बड़ िवान औरनता समाजवाद क पहल पजीवादकी वकालत करत ह जािहरह इसस पजीवाद मजबती कसाथ आग बढ़ता रहा ह कईचरण स गजरत ए वह िवरोधऔर िवक क सम र वसघष को परा कर वत मानदौर म कारपोरट पजीवादिवपजीवाद क प म सामन हपजीवादी साव भौिमकता क दावकी एक बार और पि करत ए उसक िनयामक न उसकानया नाम वीकरण िदया हउनका कहना ह िक वीकरणएक साव भौिमक व साव कािलकवा ह िजसका कोई िवकनह ह अपन इितहास भगोलसता सित भाषा समाजराजनीित आिथ क िित सिहतिविभ दश ह या दश क अतग तानीयताए सभी वीकरण कमातहत ह िनया म भख भयमानवीय गिरमा की अवमाननाऔर िहसा का ताडव मचा ह िफरभी उनका दावा ह िक यह इितहास

का अत ह और िलहाजा समनवीन उावनाओिवचार काभी पजीवादी साव भौमवाद काइस बार का आमण इतना बलह िक उपिनवशवाद क िखलाफलबा सघष करक जो तताअनक दश न हािसल की थीउस पर इस कदर गहरा सकट आगया ह िक तता का िवचार हीा होता जा रहा ह

पजीवादी साव भौमवाद मससाधन पर ानीय िनवािसयकी हकदारी तथा िवकास सबधीयोजनाओ क िनमा ण म भागीदारीको ीकार नह िकया जाता हसब कछ शीष पर शासक वग ारा तय होता ह उपिनवशवादीदौर स ही यह होन लगा थायह lsquoिसrsquo करत ए िक ानीयलोग हकदारी और भागीदारी कअयोय होत ह उन पर शासनकरना lsquoकत का बोझrsquo ह परी

तरह स क वादी-वच वादीयह वा ानीय लोग कीहकदारी व भागीदारी की िदशा मिकए जान वाल िचतन ावधानऔर यास को बारीकी स िनरकर दती ह उपिनवशवाद स लब सघष क बाद त ए दशम भी ादातर यही िित हजहा वकिक िचतन की धाराएिवकिसत ऐसा नह ह िकपव -उपिनविशत दश म आजादीऔर लोकतािक णाली कचलत कछ लोग राजनीित औरनौकरशाही म नीच स उपर नहआत लिकन उ इसी साच मढल कर काम करना होता ह इसवा म योयता की कसौटीपजीवदी वा क योय होनािनधा िरत कर दी गई ह

1991 म नई आिथ क नीितयालाग होन क बाद भारत कीपहल स ही क वादी साक उपर कारपोरट पजीवादकी िनयामक ndash िव बकअतरा ीय मा कोष िवापार सगठन िव आिथ कमच आिद ndash विक आिथ कसाओ का सपर क ािपतहो गया तभी स वीकरणक नाम पर ससाधन को तजीस टा और िवशाल आबादीका उद िकया जा रहा हमधारा राजनीित इन साओ क तहत कारपोरट पजीवाद की

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 4

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

वाहक बनी ई ह कसला इसपिरघटना क ितरोध का नकवल सश तीक ह उसकािवक भी त करता हलोकत समत भारतीय राजनीितका त पजीवादी-साावादील की पत का जिरया नबन कर त ावलबीसमतामलक वा का मामबन वकिक राजनीित किनमा ण की इस चनौती काआगाज कसला स होता ह यानीिजनक ससाधन ह और िजनकजीवन क फसल िलए जा रहह व लोग खद इस पजीवादी-साावादी साव भौमवाद कामकाबला और उसक िवकका िनमा ण कर इस अवधारणाक तहत साव भौिमकता कसलासरीखी ानीयताओ का समयहोगी वह नह जो ानीयताओ को अपना ास बनाती हकसला पजीवादी साव भौिमकताका सगण िवक ह िजसम इसिदशा म होन वाल िनया भर कअनभव को जोड़ा जा सकता हवकिक ि स सभावनाशीलपया वरण सबधी आदोलनस लकर लिटन अमिरका कीसाावाद िवरोधी राजनीितकघटनाओ तक कसला म बठसनील की पनी नजर रहती थी

कहना न होगा िक सनील कीयह समझ और भिमका कसला

पचन क पहल िदन स ही नहबन गई होगी समता सगठनम िकशन पटनायक सिदानदिसाऔर असािथय क साथकाम गाधी लोिहया जपी किचतन क साथ भारतऔर िव कसमाजवादी आदोलन का गहराईस अयन और वीकरण काितरोध करन वाल कई सगठनक साथ सतत काम करत एउनकी समझ और भिमका कािनमा ण आ सजप की ापनाक पहल क उनक काम कोरचनाक राजनीित की कोिट मरख सकत ह आधिनक भारतीयराजनीित म िजसकी नव गाधीन डाली थी और िजस lsquoफावड़ाrsquoक तीक व lsquoचौखभा राजrsquo कीअवधारणा क साथ लोिहया न तथा गरदलीय राजनीितक कमक िवचार क साथ जपी न आगबढ़ाया रचनाक राजनीित कािचतन सिय राजनीित औरउसक ारा सा म भागीदारीस कटा आ नह रहा ह इसिचतनधारा म ानीय िनकाय कमाम स सा सबस पहल औरसीध लोग क हाथ म सिनितकरन की वकालत ह सनीलन पजीवादी साव भौिमकता कािवक दन वाली इस परी परपराको आसात िकया था

िनया स और रचनाओ क समानातर िसलिसल का

नाम ह िजस तरह स ककई प और ाियाए होतीह उसी तरह रचना क बत-स प और ियाए चलतीरहती ह सनील न रचना कप को मजबत बनाया कहसकत ह उन रचना की तरहराजनीित की नवसाावादीगलामी म पग ादातर भारतम कसला एक ऐसा कोना हजहा फागराम गिलयाबाईमगल िसह फलवती रामदीनसमरलाल सदाराम शखलालराज जस सकड़त भारतीयरहत ह वकिक राजनीित औरिवकास क मॉडल पर य लोगिकसी भी िवान अथवा नता स साथ क बहस कर सकत ह

रचना की बात चली ह तोसाव भौमवाद क बरानीयताका दावा पश करन वाली भारतीयभाषाओ की कछ सािहिककितय का रण आता ह िहदीक मशर कथाकार फणीरनाथरण की कालजयी कित lsquoमलाआचलrsquo (1954) उनम स एक हकसला और सनील क सदभ मइस उपास को पढ़ा जा सकताह रण न lsquoमला आचलrsquo कीभिमका म िलखा ह िक उन मरीगज (उपास का गाव) कोदश क सात लाख िपछड़ गावका तीक मान कर िचण िकयाह कसलाभमकापरा महज

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 5

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसलाभमकापरा नह ह वहहोशगाबाद हरदा बतल खडवाक गाव-क समत भारत कसम गाव-क का तीकह lsquoमला आचलrsquo म डॉ शातएक मख पा ह वह पटनामिडकल कॉिलज स डारी कीपढ़ाई करन क बाद िवदश जान क िलए िमली ॉलरिशप छोड़कर काला आजार पर िरसच करन क िलए मरीगज आन काफसला करता ह मरीगज उस परी तरह अपनी िगरत म ललता ह वह मिडकल िरसच छोड़ कर मरीगज क सामािजक-आिथ क यथाथ पर िरसच करकरोग की जड़ को पकड़ता ह रोगक दो कीटाणओ ndash lsquoगरीबी औरजहालतrsquo ndash की पहचान करकउनस मि क िलए lsquoलालrsquo ाितकी कना करता ह मरीगज मरहत ए वह विचत खास करसथाल आिदवािसय की सहायताकरन लगता ह किन होन क आरोप म उस जल होती हजो िक वह नह होता ह जल स टन क बाद वह मरीगज म हीरह कर कछ लोग क चहर परमराहट लान का सक लताह

डॉर शात की भिमकाराजनीितक नह ह वह कईराजनताओ क सपक म रहा होताह मरीगज म राजनीितक काम

करन वाल बालदव कालीचरनबावनदास लछमी आिद स उसका सबध बनता ह वह गाधीजी की lsquoअितम इाrsquo पर िवचारकरता ह लिकन राजनीित नहकरना चाहता

िजस तरह स ककई प और

ाियाए होती हउसी तरह रचना कबत-स प औरियाए चलतीरहती ह सनील न रचना क प कोमजबत बनाया

िलहाजा मरीगज म उसकीभिमका विचत लोग क ितसहानभित तक सीिमत रहतीह राजनीितक मानसचतना किनमा ण म वह कोई भिमका नहिनभा पाता शायद राजनीित उस बरी चीज लगती ह वह रणकरता ह िक पटना म रहन वालीउसकी िम ममता न राजनीितकी तलना डायन स की थी

सनील की भिमका ठठ स राजनीितक ह सजप क गठनक पहल भी और बाद म भीlsquoमला आचलrsquo आजादी की उदयबला म िलखा गया उपास ह

उपास की कथा का समय भी1946 स 1948 तक ह औरउस पर 1942 क भारत छोड़ोआदोलन की गहरी छाया पड़ी हउपास म तताआदोलन कआदशवाद और उसक समानातरिनिहत ाथ क अवसरवाद कीगहरी टकराहट िचित ई हउपास का अत आत-आतगाधी जी की हा हो जाती हमरीगज म आजादी का कामकरन आया बावनदास एक रातलारचद कापरा जो गाजा औरनपाली लड़िकय की तरीकरता था और आजादी िमलतही कास का नता बन गया कीक क माल स लदी गािड़य कआग अड़ कर खड़ा हो जाता हऔर कचल कर मारा जाता ह(सोशिल) पाट को िमका कीतरह ार करन वाला काय कता कालीचरन पाट सटरी कोअपनी बगनाही का सबत दन क िलए जल स फरार होतो हऔर पिलस की गोली स घायलहोकर जगल की तरफ चलाजाता ह जाितवादी राजनीितकी आधी म तप-तपाए कासीकाय कता बालदव क पर उखड़जात ह और वहअपनी काय लीमरीगज को छोड़ कर अपन गाव चनपी अपन जाितभाइयक बीच चल जान का फसलालता ह अगर शात ndash भारत

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 6

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 2: Sacchi Mucchi, May 2014

ामी मक काशक व सादक बॉबी रमाकात फोन 9839073355एल पी एफ ताज इव बसमट तलसी माग चौक लखनऊ स मित

कराकर सी-2211 इिरा नगर लखनऊ स कािशत िकया

सादक मलएस आर दारापरी 9415164845राजीव यादव 9415164845

शहनवाज आलम 9452800752रोमा 9415254919

योग यादव 9454587851नागश िपाठी 9452112004अरिवद मित 9839835032

अनराग अयसरिभ अवाल

सलाहकार मलरािजर सरकलदीप नरपणालाल सराणामधा पाटकरअणा रॉय

किवता ीवावयोग यादवअजीत झा

रिव िकरण जनज पी िसहडॉ सनीलम

वापीय पतासदीप ए-893 इिदरा नगर लखनऊ-226016

फोन 0522-2347365ई मल ashaashramyahoocom

िवापनसजीव पाडय 9918864999दवश पटल 9455037799

िवतरणवभचाय पाडय 9415256848

दीप िसह

िवशय सची

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह 4

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010) 8

इधर मकाल उधर गाधी - सनील(िदसर 2010) 12

पजीवादी सता क िवककी तलाश -सनील 16

लोिहया की लालटन - सनील 19

गलामी और ट का खल - सनील(अबर 2010) 23

नए वामपथ की जरत - सनील 26

जमीन का सवालऔर जमीनी हकीकत -सनील 30

2

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसला साव भौमवाद क बरानीयता कीदावदारी

म िसह

सनील की पहचान कसला क साथजड़ी थी बि कह सकत हकसला और सनील अिभ होगए थ सनील दश क कोन-कोन म जात थ तो कसला उनक साथजाता थाऔर दश का कोना-कोनाउनक साथ कसला चला आताथा कसला वह ोत ह जहा स सनील की िवचारशीलता औरकमशीलता फटती और पिवतहोती ह तथा साव भौमवादी वच को चनौती दती ह सनील कसाथ कसला साव भौमवाद किखलाफ ानीयता का दावाबन जाता ह हमार दौर कगभीर िवचारक और सामािजक-राजनीितक काय कता सनीलकी भिमका और उसका महसमझन क िलए साव भौमवाद कबरानीयता की दावदारी कीअवधारणा को समझना जरीह

सनील न अी क दशक मकसला को अपना काय बनायाऔर लगातार तीन दशक तकवह रह कर आिदवािसय औरिकसान क बीच काम करत रह

सनील न बड़ शहर की मारामारीस बचन क िलए कसला रहन काचनाव नह िकया था जसा िकआधिनक औोिगक सता स कछ कित-मी करत ह नही उ आिदवासी जीवन क ितनॉिजक लगाव था जसा िककई िवदिशय स लकर भारतीयतक म दखन को िमलता ह

हमार दौर क गभीरिवचारक औरसामािजक-

राजनीितक काय कता सनील की भिमकाऔर उसका महसमझन क िलएसाव भौमवाद क

बरानीयता कीदावदारी कीअवधारणा को

समझना जरी हआिदवािसय िकसान कोिशित और ससत बनाना

भी उनका य नह था जसािक कछ एनजीओ िमशनरीआरएसएस आिद करत हकसलावािसय क आिथ कशासिनक सशिकरण मभी व नह जट थ जसा िकमौजदा वा क तहत बतस एनजीओ करत ह सनील वहासीध राजनीित करन क उयस भी नह गए थ जसा िकराजनीितक िवचारधारा क तहतसगिठत कर उनका नता बनन की मशा स कछ लोग करत हसनील न सिय राजनीितक काम1995 म समाजवादी जन पिरषदकी ापना होन क बाद करनाश िकया जो चिलत राजनीितस िबल अलग था

उपिनवशवादी दौर म िनयाम सब जगह सब लोग किलए एक यानी साव भौिमकदशनिवचारधारा का दावािकया गया और उसक तहतसब जगह सब लोग क िलएएक यानी साव भौिमक वाकायम करन की मिहम चलाईगई यह साव भौिमक िवचारधारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 3

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

पजीवाद की थी िजस सामतवादक बाद परी मानवता क िलए एकअिनवाय िित बतात ए आगकी समाजवादी वा क िलएभी अिनवाय बताया गया तभीस समाजवाद क साथ पजीवादका रोग उपिनविशत दश मभी लगा रहा ह िजसक चलतआज भी बड़-बड़ िवान औरनता समाजवाद क पहल पजीवादकी वकालत करत ह जािहरह इसस पजीवाद मजबती कसाथ आग बढ़ता रहा ह कईचरण स गजरत ए वह िवरोधऔर िवक क सम र वसघष को परा कर वत मानदौर म कारपोरट पजीवादिवपजीवाद क प म सामन हपजीवादी साव भौिमकता क दावकी एक बार और पि करत ए उसक िनयामक न उसकानया नाम वीकरण िदया हउनका कहना ह िक वीकरणएक साव भौिमक व साव कािलकवा ह िजसका कोई िवकनह ह अपन इितहास भगोलसता सित भाषा समाजराजनीित आिथ क िित सिहतिविभ दश ह या दश क अतग तानीयताए सभी वीकरण कमातहत ह िनया म भख भयमानवीय गिरमा की अवमाननाऔर िहसा का ताडव मचा ह िफरभी उनका दावा ह िक यह इितहास

का अत ह और िलहाजा समनवीन उावनाओिवचार काभी पजीवादी साव भौमवाद काइस बार का आमण इतना बलह िक उपिनवशवाद क िखलाफलबा सघष करक जो तताअनक दश न हािसल की थीउस पर इस कदर गहरा सकट आगया ह िक तता का िवचार हीा होता जा रहा ह

पजीवादी साव भौमवाद मससाधन पर ानीय िनवािसयकी हकदारी तथा िवकास सबधीयोजनाओ क िनमा ण म भागीदारीको ीकार नह िकया जाता हसब कछ शीष पर शासक वग ारा तय होता ह उपिनवशवादीदौर स ही यह होन लगा थायह lsquoिसrsquo करत ए िक ानीयलोग हकदारी और भागीदारी कअयोय होत ह उन पर शासनकरना lsquoकत का बोझrsquo ह परी

तरह स क वादी-वच वादीयह वा ानीय लोग कीहकदारी व भागीदारी की िदशा मिकए जान वाल िचतन ावधानऔर यास को बारीकी स िनरकर दती ह उपिनवशवाद स लब सघष क बाद त ए दशम भी ादातर यही िित हजहा वकिक िचतन की धाराएिवकिसत ऐसा नह ह िकपव -उपिनविशत दश म आजादीऔर लोकतािक णाली कचलत कछ लोग राजनीित औरनौकरशाही म नीच स उपर नहआत लिकन उ इसी साच मढल कर काम करना होता ह इसवा म योयता की कसौटीपजीवदी वा क योय होनािनधा िरत कर दी गई ह

1991 म नई आिथ क नीितयालाग होन क बाद भारत कीपहल स ही क वादी साक उपर कारपोरट पजीवादकी िनयामक ndash िव बकअतरा ीय मा कोष िवापार सगठन िव आिथ कमच आिद ndash विक आिथ कसाओ का सपर क ािपतहो गया तभी स वीकरणक नाम पर ससाधन को तजीस टा और िवशाल आबादीका उद िकया जा रहा हमधारा राजनीित इन साओ क तहत कारपोरट पजीवाद की

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 4

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

वाहक बनी ई ह कसला इसपिरघटना क ितरोध का नकवल सश तीक ह उसकािवक भी त करता हलोकत समत भारतीय राजनीितका त पजीवादी-साावादील की पत का जिरया नबन कर त ावलबीसमतामलक वा का मामबन वकिक राजनीित किनमा ण की इस चनौती काआगाज कसला स होता ह यानीिजनक ससाधन ह और िजनकजीवन क फसल िलए जा रहह व लोग खद इस पजीवादी-साावादी साव भौमवाद कामकाबला और उसक िवकका िनमा ण कर इस अवधारणाक तहत साव भौिमकता कसलासरीखी ानीयताओ का समयहोगी वह नह जो ानीयताओ को अपना ास बनाती हकसला पजीवादी साव भौिमकताका सगण िवक ह िजसम इसिदशा म होन वाल िनया भर कअनभव को जोड़ा जा सकता हवकिक ि स सभावनाशीलपया वरण सबधी आदोलनस लकर लिटन अमिरका कीसाावाद िवरोधी राजनीितकघटनाओ तक कसला म बठसनील की पनी नजर रहती थी

कहना न होगा िक सनील कीयह समझ और भिमका कसला

पचन क पहल िदन स ही नहबन गई होगी समता सगठनम िकशन पटनायक सिदानदिसाऔर असािथय क साथकाम गाधी लोिहया जपी किचतन क साथ भारतऔर िव कसमाजवादी आदोलन का गहराईस अयन और वीकरण काितरोध करन वाल कई सगठनक साथ सतत काम करत एउनकी समझ और भिमका कािनमा ण आ सजप की ापनाक पहल क उनक काम कोरचनाक राजनीित की कोिट मरख सकत ह आधिनक भारतीयराजनीित म िजसकी नव गाधीन डाली थी और िजस lsquoफावड़ाrsquoक तीक व lsquoचौखभा राजrsquo कीअवधारणा क साथ लोिहया न तथा गरदलीय राजनीितक कमक िवचार क साथ जपी न आगबढ़ाया रचनाक राजनीित कािचतन सिय राजनीित औरउसक ारा सा म भागीदारीस कटा आ नह रहा ह इसिचतनधारा म ानीय िनकाय कमाम स सा सबस पहल औरसीध लोग क हाथ म सिनितकरन की वकालत ह सनीलन पजीवादी साव भौिमकता कािवक दन वाली इस परी परपराको आसात िकया था

िनया स और रचनाओ क समानातर िसलिसल का

नाम ह िजस तरह स ककई प और ाियाए होतीह उसी तरह रचना क बत-स प और ियाए चलतीरहती ह सनील न रचना कप को मजबत बनाया कहसकत ह उन रचना की तरहराजनीित की नवसाावादीगलामी म पग ादातर भारतम कसला एक ऐसा कोना हजहा फागराम गिलयाबाईमगल िसह फलवती रामदीनसमरलाल सदाराम शखलालराज जस सकड़त भारतीयरहत ह वकिक राजनीित औरिवकास क मॉडल पर य लोगिकसी भी िवान अथवा नता स साथ क बहस कर सकत ह

रचना की बात चली ह तोसाव भौमवाद क बरानीयताका दावा पश करन वाली भारतीयभाषाओ की कछ सािहिककितय का रण आता ह िहदीक मशर कथाकार फणीरनाथरण की कालजयी कित lsquoमलाआचलrsquo (1954) उनम स एक हकसला और सनील क सदभ मइस उपास को पढ़ा जा सकताह रण न lsquoमला आचलrsquo कीभिमका म िलखा ह िक उन मरीगज (उपास का गाव) कोदश क सात लाख िपछड़ गावका तीक मान कर िचण िकयाह कसलाभमकापरा महज

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 5

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसलाभमकापरा नह ह वहहोशगाबाद हरदा बतल खडवाक गाव-क समत भारत कसम गाव-क का तीकह lsquoमला आचलrsquo म डॉ शातएक मख पा ह वह पटनामिडकल कॉिलज स डारी कीपढ़ाई करन क बाद िवदश जान क िलए िमली ॉलरिशप छोड़कर काला आजार पर िरसच करन क िलए मरीगज आन काफसला करता ह मरीगज उस परी तरह अपनी िगरत म ललता ह वह मिडकल िरसच छोड़ कर मरीगज क सामािजक-आिथ क यथाथ पर िरसच करकरोग की जड़ को पकड़ता ह रोगक दो कीटाणओ ndash lsquoगरीबी औरजहालतrsquo ndash की पहचान करकउनस मि क िलए lsquoलालrsquo ाितकी कना करता ह मरीगज मरहत ए वह विचत खास करसथाल आिदवािसय की सहायताकरन लगता ह किन होन क आरोप म उस जल होती हजो िक वह नह होता ह जल स टन क बाद वह मरीगज म हीरह कर कछ लोग क चहर परमराहट लान का सक लताह

डॉर शात की भिमकाराजनीितक नह ह वह कईराजनताओ क सपक म रहा होताह मरीगज म राजनीितक काम

करन वाल बालदव कालीचरनबावनदास लछमी आिद स उसका सबध बनता ह वह गाधीजी की lsquoअितम इाrsquo पर िवचारकरता ह लिकन राजनीित नहकरना चाहता

िजस तरह स ककई प और

ाियाए होती हउसी तरह रचना कबत-स प औरियाए चलतीरहती ह सनील न रचना क प कोमजबत बनाया

िलहाजा मरीगज म उसकीभिमका विचत लोग क ितसहानभित तक सीिमत रहतीह राजनीितक मानसचतना किनमा ण म वह कोई भिमका नहिनभा पाता शायद राजनीित उस बरी चीज लगती ह वह रणकरता ह िक पटना म रहन वालीउसकी िम ममता न राजनीितकी तलना डायन स की थी

सनील की भिमका ठठ स राजनीितक ह सजप क गठनक पहल भी और बाद म भीlsquoमला आचलrsquo आजादी की उदयबला म िलखा गया उपास ह

उपास की कथा का समय भी1946 स 1948 तक ह औरउस पर 1942 क भारत छोड़ोआदोलन की गहरी छाया पड़ी हउपास म तताआदोलन कआदशवाद और उसक समानातरिनिहत ाथ क अवसरवाद कीगहरी टकराहट िचित ई हउपास का अत आत-आतगाधी जी की हा हो जाती हमरीगज म आजादी का कामकरन आया बावनदास एक रातलारचद कापरा जो गाजा औरनपाली लड़िकय की तरीकरता था और आजादी िमलतही कास का नता बन गया कीक क माल स लदी गािड़य कआग अड़ कर खड़ा हो जाता हऔर कचल कर मारा जाता ह(सोशिल) पाट को िमका कीतरह ार करन वाला काय कता कालीचरन पाट सटरी कोअपनी बगनाही का सबत दन क िलए जल स फरार होतो हऔर पिलस की गोली स घायलहोकर जगल की तरफ चलाजाता ह जाितवादी राजनीितकी आधी म तप-तपाए कासीकाय कता बालदव क पर उखड़जात ह और वहअपनी काय लीमरीगज को छोड़ कर अपन गाव चनपी अपन जाितभाइयक बीच चल जान का फसलालता ह अगर शात ndash भारत

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 6

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 3: Sacchi Mucchi, May 2014

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसला साव भौमवाद क बरानीयता कीदावदारी

म िसह

सनील की पहचान कसला क साथजड़ी थी बि कह सकत हकसला और सनील अिभ होगए थ सनील दश क कोन-कोन म जात थ तो कसला उनक साथजाता थाऔर दश का कोना-कोनाउनक साथ कसला चला आताथा कसला वह ोत ह जहा स सनील की िवचारशीलता औरकमशीलता फटती और पिवतहोती ह तथा साव भौमवादी वच को चनौती दती ह सनील कसाथ कसला साव भौमवाद किखलाफ ानीयता का दावाबन जाता ह हमार दौर कगभीर िवचारक और सामािजक-राजनीितक काय कता सनीलकी भिमका और उसका महसमझन क िलए साव भौमवाद कबरानीयता की दावदारी कीअवधारणा को समझना जरीह

सनील न अी क दशक मकसला को अपना काय बनायाऔर लगातार तीन दशक तकवह रह कर आिदवािसय औरिकसान क बीच काम करत रह

सनील न बड़ शहर की मारामारीस बचन क िलए कसला रहन काचनाव नह िकया था जसा िकआधिनक औोिगक सता स कछ कित-मी करत ह नही उ आिदवासी जीवन क ितनॉिजक लगाव था जसा िककई िवदिशय स लकर भारतीयतक म दखन को िमलता ह

हमार दौर क गभीरिवचारक औरसामािजक-

राजनीितक काय कता सनील की भिमकाऔर उसका महसमझन क िलएसाव भौमवाद क

बरानीयता कीदावदारी कीअवधारणा को

समझना जरी हआिदवािसय िकसान कोिशित और ससत बनाना

भी उनका य नह था जसािक कछ एनजीओ िमशनरीआरएसएस आिद करत हकसलावािसय क आिथ कशासिनक सशिकरण मभी व नह जट थ जसा िकमौजदा वा क तहत बतस एनजीओ करत ह सनील वहासीध राजनीित करन क उयस भी नह गए थ जसा िकराजनीितक िवचारधारा क तहतसगिठत कर उनका नता बनन की मशा स कछ लोग करत हसनील न सिय राजनीितक काम1995 म समाजवादी जन पिरषदकी ापना होन क बाद करनाश िकया जो चिलत राजनीितस िबल अलग था

उपिनवशवादी दौर म िनयाम सब जगह सब लोग किलए एक यानी साव भौिमकदशनिवचारधारा का दावािकया गया और उसक तहतसब जगह सब लोग क िलएएक यानी साव भौिमक वाकायम करन की मिहम चलाईगई यह साव भौिमक िवचारधारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 3

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

पजीवाद की थी िजस सामतवादक बाद परी मानवता क िलए एकअिनवाय िित बतात ए आगकी समाजवादी वा क िलएभी अिनवाय बताया गया तभीस समाजवाद क साथ पजीवादका रोग उपिनविशत दश मभी लगा रहा ह िजसक चलतआज भी बड़-बड़ िवान औरनता समाजवाद क पहल पजीवादकी वकालत करत ह जािहरह इसस पजीवाद मजबती कसाथ आग बढ़ता रहा ह कईचरण स गजरत ए वह िवरोधऔर िवक क सम र वसघष को परा कर वत मानदौर म कारपोरट पजीवादिवपजीवाद क प म सामन हपजीवादी साव भौिमकता क दावकी एक बार और पि करत ए उसक िनयामक न उसकानया नाम वीकरण िदया हउनका कहना ह िक वीकरणएक साव भौिमक व साव कािलकवा ह िजसका कोई िवकनह ह अपन इितहास भगोलसता सित भाषा समाजराजनीित आिथ क िित सिहतिविभ दश ह या दश क अतग तानीयताए सभी वीकरण कमातहत ह िनया म भख भयमानवीय गिरमा की अवमाननाऔर िहसा का ताडव मचा ह िफरभी उनका दावा ह िक यह इितहास

का अत ह और िलहाजा समनवीन उावनाओिवचार काभी पजीवादी साव भौमवाद काइस बार का आमण इतना बलह िक उपिनवशवाद क िखलाफलबा सघष करक जो तताअनक दश न हािसल की थीउस पर इस कदर गहरा सकट आगया ह िक तता का िवचार हीा होता जा रहा ह

पजीवादी साव भौमवाद मससाधन पर ानीय िनवािसयकी हकदारी तथा िवकास सबधीयोजनाओ क िनमा ण म भागीदारीको ीकार नह िकया जाता हसब कछ शीष पर शासक वग ारा तय होता ह उपिनवशवादीदौर स ही यह होन लगा थायह lsquoिसrsquo करत ए िक ानीयलोग हकदारी और भागीदारी कअयोय होत ह उन पर शासनकरना lsquoकत का बोझrsquo ह परी

तरह स क वादी-वच वादीयह वा ानीय लोग कीहकदारी व भागीदारी की िदशा मिकए जान वाल िचतन ावधानऔर यास को बारीकी स िनरकर दती ह उपिनवशवाद स लब सघष क बाद त ए दशम भी ादातर यही िित हजहा वकिक िचतन की धाराएिवकिसत ऐसा नह ह िकपव -उपिनविशत दश म आजादीऔर लोकतािक णाली कचलत कछ लोग राजनीित औरनौकरशाही म नीच स उपर नहआत लिकन उ इसी साच मढल कर काम करना होता ह इसवा म योयता की कसौटीपजीवदी वा क योय होनािनधा िरत कर दी गई ह

1991 म नई आिथ क नीितयालाग होन क बाद भारत कीपहल स ही क वादी साक उपर कारपोरट पजीवादकी िनयामक ndash िव बकअतरा ीय मा कोष िवापार सगठन िव आिथ कमच आिद ndash विक आिथ कसाओ का सपर क ािपतहो गया तभी स वीकरणक नाम पर ससाधन को तजीस टा और िवशाल आबादीका उद िकया जा रहा हमधारा राजनीित इन साओ क तहत कारपोरट पजीवाद की

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 4

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

वाहक बनी ई ह कसला इसपिरघटना क ितरोध का नकवल सश तीक ह उसकािवक भी त करता हलोकत समत भारतीय राजनीितका त पजीवादी-साावादील की पत का जिरया नबन कर त ावलबीसमतामलक वा का मामबन वकिक राजनीित किनमा ण की इस चनौती काआगाज कसला स होता ह यानीिजनक ससाधन ह और िजनकजीवन क फसल िलए जा रहह व लोग खद इस पजीवादी-साावादी साव भौमवाद कामकाबला और उसक िवकका िनमा ण कर इस अवधारणाक तहत साव भौिमकता कसलासरीखी ानीयताओ का समयहोगी वह नह जो ानीयताओ को अपना ास बनाती हकसला पजीवादी साव भौिमकताका सगण िवक ह िजसम इसिदशा म होन वाल िनया भर कअनभव को जोड़ा जा सकता हवकिक ि स सभावनाशीलपया वरण सबधी आदोलनस लकर लिटन अमिरका कीसाावाद िवरोधी राजनीितकघटनाओ तक कसला म बठसनील की पनी नजर रहती थी

कहना न होगा िक सनील कीयह समझ और भिमका कसला

पचन क पहल िदन स ही नहबन गई होगी समता सगठनम िकशन पटनायक सिदानदिसाऔर असािथय क साथकाम गाधी लोिहया जपी किचतन क साथ भारतऔर िव कसमाजवादी आदोलन का गहराईस अयन और वीकरण काितरोध करन वाल कई सगठनक साथ सतत काम करत एउनकी समझ और भिमका कािनमा ण आ सजप की ापनाक पहल क उनक काम कोरचनाक राजनीित की कोिट मरख सकत ह आधिनक भारतीयराजनीित म िजसकी नव गाधीन डाली थी और िजस lsquoफावड़ाrsquoक तीक व lsquoचौखभा राजrsquo कीअवधारणा क साथ लोिहया न तथा गरदलीय राजनीितक कमक िवचार क साथ जपी न आगबढ़ाया रचनाक राजनीित कािचतन सिय राजनीित औरउसक ारा सा म भागीदारीस कटा आ नह रहा ह इसिचतनधारा म ानीय िनकाय कमाम स सा सबस पहल औरसीध लोग क हाथ म सिनितकरन की वकालत ह सनीलन पजीवादी साव भौिमकता कािवक दन वाली इस परी परपराको आसात िकया था

िनया स और रचनाओ क समानातर िसलिसल का

नाम ह िजस तरह स ककई प और ाियाए होतीह उसी तरह रचना क बत-स प और ियाए चलतीरहती ह सनील न रचना कप को मजबत बनाया कहसकत ह उन रचना की तरहराजनीित की नवसाावादीगलामी म पग ादातर भारतम कसला एक ऐसा कोना हजहा फागराम गिलयाबाईमगल िसह फलवती रामदीनसमरलाल सदाराम शखलालराज जस सकड़त भारतीयरहत ह वकिक राजनीित औरिवकास क मॉडल पर य लोगिकसी भी िवान अथवा नता स साथ क बहस कर सकत ह

रचना की बात चली ह तोसाव भौमवाद क बरानीयताका दावा पश करन वाली भारतीयभाषाओ की कछ सािहिककितय का रण आता ह िहदीक मशर कथाकार फणीरनाथरण की कालजयी कित lsquoमलाआचलrsquo (1954) उनम स एक हकसला और सनील क सदभ मइस उपास को पढ़ा जा सकताह रण न lsquoमला आचलrsquo कीभिमका म िलखा ह िक उन मरीगज (उपास का गाव) कोदश क सात लाख िपछड़ गावका तीक मान कर िचण िकयाह कसलाभमकापरा महज

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 5

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसलाभमकापरा नह ह वहहोशगाबाद हरदा बतल खडवाक गाव-क समत भारत कसम गाव-क का तीकह lsquoमला आचलrsquo म डॉ शातएक मख पा ह वह पटनामिडकल कॉिलज स डारी कीपढ़ाई करन क बाद िवदश जान क िलए िमली ॉलरिशप छोड़कर काला आजार पर िरसच करन क िलए मरीगज आन काफसला करता ह मरीगज उस परी तरह अपनी िगरत म ललता ह वह मिडकल िरसच छोड़ कर मरीगज क सामािजक-आिथ क यथाथ पर िरसच करकरोग की जड़ को पकड़ता ह रोगक दो कीटाणओ ndash lsquoगरीबी औरजहालतrsquo ndash की पहचान करकउनस मि क िलए lsquoलालrsquo ाितकी कना करता ह मरीगज मरहत ए वह विचत खास करसथाल आिदवािसय की सहायताकरन लगता ह किन होन क आरोप म उस जल होती हजो िक वह नह होता ह जल स टन क बाद वह मरीगज म हीरह कर कछ लोग क चहर परमराहट लान का सक लताह

डॉर शात की भिमकाराजनीितक नह ह वह कईराजनताओ क सपक म रहा होताह मरीगज म राजनीितक काम

करन वाल बालदव कालीचरनबावनदास लछमी आिद स उसका सबध बनता ह वह गाधीजी की lsquoअितम इाrsquo पर िवचारकरता ह लिकन राजनीित नहकरना चाहता

िजस तरह स ककई प और

ाियाए होती हउसी तरह रचना कबत-स प औरियाए चलतीरहती ह सनील न रचना क प कोमजबत बनाया

िलहाजा मरीगज म उसकीभिमका विचत लोग क ितसहानभित तक सीिमत रहतीह राजनीितक मानसचतना किनमा ण म वह कोई भिमका नहिनभा पाता शायद राजनीित उस बरी चीज लगती ह वह रणकरता ह िक पटना म रहन वालीउसकी िम ममता न राजनीितकी तलना डायन स की थी

सनील की भिमका ठठ स राजनीितक ह सजप क गठनक पहल भी और बाद म भीlsquoमला आचलrsquo आजादी की उदयबला म िलखा गया उपास ह

उपास की कथा का समय भी1946 स 1948 तक ह औरउस पर 1942 क भारत छोड़ोआदोलन की गहरी छाया पड़ी हउपास म तताआदोलन कआदशवाद और उसक समानातरिनिहत ाथ क अवसरवाद कीगहरी टकराहट िचित ई हउपास का अत आत-आतगाधी जी की हा हो जाती हमरीगज म आजादी का कामकरन आया बावनदास एक रातलारचद कापरा जो गाजा औरनपाली लड़िकय की तरीकरता था और आजादी िमलतही कास का नता बन गया कीक क माल स लदी गािड़य कआग अड़ कर खड़ा हो जाता हऔर कचल कर मारा जाता ह(सोशिल) पाट को िमका कीतरह ार करन वाला काय कता कालीचरन पाट सटरी कोअपनी बगनाही का सबत दन क िलए जल स फरार होतो हऔर पिलस की गोली स घायलहोकर जगल की तरफ चलाजाता ह जाितवादी राजनीितकी आधी म तप-तपाए कासीकाय कता बालदव क पर उखड़जात ह और वहअपनी काय लीमरीगज को छोड़ कर अपन गाव चनपी अपन जाितभाइयक बीच चल जान का फसलालता ह अगर शात ndash भारत

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 6

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

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दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

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जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 4: Sacchi Mucchi, May 2014

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

पजीवाद की थी िजस सामतवादक बाद परी मानवता क िलए एकअिनवाय िित बतात ए आगकी समाजवादी वा क िलएभी अिनवाय बताया गया तभीस समाजवाद क साथ पजीवादका रोग उपिनविशत दश मभी लगा रहा ह िजसक चलतआज भी बड़-बड़ िवान औरनता समाजवाद क पहल पजीवादकी वकालत करत ह जािहरह इसस पजीवाद मजबती कसाथ आग बढ़ता रहा ह कईचरण स गजरत ए वह िवरोधऔर िवक क सम र वसघष को परा कर वत मानदौर म कारपोरट पजीवादिवपजीवाद क प म सामन हपजीवादी साव भौिमकता क दावकी एक बार और पि करत ए उसक िनयामक न उसकानया नाम वीकरण िदया हउनका कहना ह िक वीकरणएक साव भौिमक व साव कािलकवा ह िजसका कोई िवकनह ह अपन इितहास भगोलसता सित भाषा समाजराजनीित आिथ क िित सिहतिविभ दश ह या दश क अतग तानीयताए सभी वीकरण कमातहत ह िनया म भख भयमानवीय गिरमा की अवमाननाऔर िहसा का ताडव मचा ह िफरभी उनका दावा ह िक यह इितहास

का अत ह और िलहाजा समनवीन उावनाओिवचार काभी पजीवादी साव भौमवाद काइस बार का आमण इतना बलह िक उपिनवशवाद क िखलाफलबा सघष करक जो तताअनक दश न हािसल की थीउस पर इस कदर गहरा सकट आगया ह िक तता का िवचार हीा होता जा रहा ह

पजीवादी साव भौमवाद मससाधन पर ानीय िनवािसयकी हकदारी तथा िवकास सबधीयोजनाओ क िनमा ण म भागीदारीको ीकार नह िकया जाता हसब कछ शीष पर शासक वग ारा तय होता ह उपिनवशवादीदौर स ही यह होन लगा थायह lsquoिसrsquo करत ए िक ानीयलोग हकदारी और भागीदारी कअयोय होत ह उन पर शासनकरना lsquoकत का बोझrsquo ह परी

तरह स क वादी-वच वादीयह वा ानीय लोग कीहकदारी व भागीदारी की िदशा मिकए जान वाल िचतन ावधानऔर यास को बारीकी स िनरकर दती ह उपिनवशवाद स लब सघष क बाद त ए दशम भी ादातर यही िित हजहा वकिक िचतन की धाराएिवकिसत ऐसा नह ह िकपव -उपिनविशत दश म आजादीऔर लोकतािक णाली कचलत कछ लोग राजनीित औरनौकरशाही म नीच स उपर नहआत लिकन उ इसी साच मढल कर काम करना होता ह इसवा म योयता की कसौटीपजीवदी वा क योय होनािनधा िरत कर दी गई ह

1991 म नई आिथ क नीितयालाग होन क बाद भारत कीपहल स ही क वादी साक उपर कारपोरट पजीवादकी िनयामक ndash िव बकअतरा ीय मा कोष िवापार सगठन िव आिथ कमच आिद ndash विक आिथ कसाओ का सपर क ािपतहो गया तभी स वीकरणक नाम पर ससाधन को तजीस टा और िवशाल आबादीका उद िकया जा रहा हमधारा राजनीित इन साओ क तहत कारपोरट पजीवाद की

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 4

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

वाहक बनी ई ह कसला इसपिरघटना क ितरोध का नकवल सश तीक ह उसकािवक भी त करता हलोकत समत भारतीय राजनीितका त पजीवादी-साावादील की पत का जिरया नबन कर त ावलबीसमतामलक वा का मामबन वकिक राजनीित किनमा ण की इस चनौती काआगाज कसला स होता ह यानीिजनक ससाधन ह और िजनकजीवन क फसल िलए जा रहह व लोग खद इस पजीवादी-साावादी साव भौमवाद कामकाबला और उसक िवकका िनमा ण कर इस अवधारणाक तहत साव भौिमकता कसलासरीखी ानीयताओ का समयहोगी वह नह जो ानीयताओ को अपना ास बनाती हकसला पजीवादी साव भौिमकताका सगण िवक ह िजसम इसिदशा म होन वाल िनया भर कअनभव को जोड़ा जा सकता हवकिक ि स सभावनाशीलपया वरण सबधी आदोलनस लकर लिटन अमिरका कीसाावाद िवरोधी राजनीितकघटनाओ तक कसला म बठसनील की पनी नजर रहती थी

कहना न होगा िक सनील कीयह समझ और भिमका कसला

पचन क पहल िदन स ही नहबन गई होगी समता सगठनम िकशन पटनायक सिदानदिसाऔर असािथय क साथकाम गाधी लोिहया जपी किचतन क साथ भारतऔर िव कसमाजवादी आदोलन का गहराईस अयन और वीकरण काितरोध करन वाल कई सगठनक साथ सतत काम करत एउनकी समझ और भिमका कािनमा ण आ सजप की ापनाक पहल क उनक काम कोरचनाक राजनीित की कोिट मरख सकत ह आधिनक भारतीयराजनीित म िजसकी नव गाधीन डाली थी और िजस lsquoफावड़ाrsquoक तीक व lsquoचौखभा राजrsquo कीअवधारणा क साथ लोिहया न तथा गरदलीय राजनीितक कमक िवचार क साथ जपी न आगबढ़ाया रचनाक राजनीित कािचतन सिय राजनीित औरउसक ारा सा म भागीदारीस कटा आ नह रहा ह इसिचतनधारा म ानीय िनकाय कमाम स सा सबस पहल औरसीध लोग क हाथ म सिनितकरन की वकालत ह सनीलन पजीवादी साव भौिमकता कािवक दन वाली इस परी परपराको आसात िकया था

िनया स और रचनाओ क समानातर िसलिसल का

नाम ह िजस तरह स ककई प और ाियाए होतीह उसी तरह रचना क बत-स प और ियाए चलतीरहती ह सनील न रचना कप को मजबत बनाया कहसकत ह उन रचना की तरहराजनीित की नवसाावादीगलामी म पग ादातर भारतम कसला एक ऐसा कोना हजहा फागराम गिलयाबाईमगल िसह फलवती रामदीनसमरलाल सदाराम शखलालराज जस सकड़त भारतीयरहत ह वकिक राजनीित औरिवकास क मॉडल पर य लोगिकसी भी िवान अथवा नता स साथ क बहस कर सकत ह

रचना की बात चली ह तोसाव भौमवाद क बरानीयताका दावा पश करन वाली भारतीयभाषाओ की कछ सािहिककितय का रण आता ह िहदीक मशर कथाकार फणीरनाथरण की कालजयी कित lsquoमलाआचलrsquo (1954) उनम स एक हकसला और सनील क सदभ मइस उपास को पढ़ा जा सकताह रण न lsquoमला आचलrsquo कीभिमका म िलखा ह िक उन मरीगज (उपास का गाव) कोदश क सात लाख िपछड़ गावका तीक मान कर िचण िकयाह कसलाभमकापरा महज

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 5

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसलाभमकापरा नह ह वहहोशगाबाद हरदा बतल खडवाक गाव-क समत भारत कसम गाव-क का तीकह lsquoमला आचलrsquo म डॉ शातएक मख पा ह वह पटनामिडकल कॉिलज स डारी कीपढ़ाई करन क बाद िवदश जान क िलए िमली ॉलरिशप छोड़कर काला आजार पर िरसच करन क िलए मरीगज आन काफसला करता ह मरीगज उस परी तरह अपनी िगरत म ललता ह वह मिडकल िरसच छोड़ कर मरीगज क सामािजक-आिथ क यथाथ पर िरसच करकरोग की जड़ को पकड़ता ह रोगक दो कीटाणओ ndash lsquoगरीबी औरजहालतrsquo ndash की पहचान करकउनस मि क िलए lsquoलालrsquo ाितकी कना करता ह मरीगज मरहत ए वह विचत खास करसथाल आिदवािसय की सहायताकरन लगता ह किन होन क आरोप म उस जल होती हजो िक वह नह होता ह जल स टन क बाद वह मरीगज म हीरह कर कछ लोग क चहर परमराहट लान का सक लताह

डॉर शात की भिमकाराजनीितक नह ह वह कईराजनताओ क सपक म रहा होताह मरीगज म राजनीितक काम

करन वाल बालदव कालीचरनबावनदास लछमी आिद स उसका सबध बनता ह वह गाधीजी की lsquoअितम इाrsquo पर िवचारकरता ह लिकन राजनीित नहकरना चाहता

िजस तरह स ककई प और

ाियाए होती हउसी तरह रचना कबत-स प औरियाए चलतीरहती ह सनील न रचना क प कोमजबत बनाया

िलहाजा मरीगज म उसकीभिमका विचत लोग क ितसहानभित तक सीिमत रहतीह राजनीितक मानसचतना किनमा ण म वह कोई भिमका नहिनभा पाता शायद राजनीित उस बरी चीज लगती ह वह रणकरता ह िक पटना म रहन वालीउसकी िम ममता न राजनीितकी तलना डायन स की थी

सनील की भिमका ठठ स राजनीितक ह सजप क गठनक पहल भी और बाद म भीlsquoमला आचलrsquo आजादी की उदयबला म िलखा गया उपास ह

उपास की कथा का समय भी1946 स 1948 तक ह औरउस पर 1942 क भारत छोड़ोआदोलन की गहरी छाया पड़ी हउपास म तताआदोलन कआदशवाद और उसक समानातरिनिहत ाथ क अवसरवाद कीगहरी टकराहट िचित ई हउपास का अत आत-आतगाधी जी की हा हो जाती हमरीगज म आजादी का कामकरन आया बावनदास एक रातलारचद कापरा जो गाजा औरनपाली लड़िकय की तरीकरता था और आजादी िमलतही कास का नता बन गया कीक क माल स लदी गािड़य कआग अड़ कर खड़ा हो जाता हऔर कचल कर मारा जाता ह(सोशिल) पाट को िमका कीतरह ार करन वाला काय कता कालीचरन पाट सटरी कोअपनी बगनाही का सबत दन क िलए जल स फरार होतो हऔर पिलस की गोली स घायलहोकर जगल की तरफ चलाजाता ह जाितवादी राजनीितकी आधी म तप-तपाए कासीकाय कता बालदव क पर उखड़जात ह और वहअपनी काय लीमरीगज को छोड़ कर अपन गाव चनपी अपन जाितभाइयक बीच चल जान का फसलालता ह अगर शात ndash भारत

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 6

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 5: Sacchi Mucchi, May 2014

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

वाहक बनी ई ह कसला इसपिरघटना क ितरोध का नकवल सश तीक ह उसकािवक भी त करता हलोकत समत भारतीय राजनीितका त पजीवादी-साावादील की पत का जिरया नबन कर त ावलबीसमतामलक वा का मामबन वकिक राजनीित किनमा ण की इस चनौती काआगाज कसला स होता ह यानीिजनक ससाधन ह और िजनकजीवन क फसल िलए जा रहह व लोग खद इस पजीवादी-साावादी साव भौमवाद कामकाबला और उसक िवकका िनमा ण कर इस अवधारणाक तहत साव भौिमकता कसलासरीखी ानीयताओ का समयहोगी वह नह जो ानीयताओ को अपना ास बनाती हकसला पजीवादी साव भौिमकताका सगण िवक ह िजसम इसिदशा म होन वाल िनया भर कअनभव को जोड़ा जा सकता हवकिक ि स सभावनाशीलपया वरण सबधी आदोलनस लकर लिटन अमिरका कीसाावाद िवरोधी राजनीितकघटनाओ तक कसला म बठसनील की पनी नजर रहती थी

कहना न होगा िक सनील कीयह समझ और भिमका कसला

पचन क पहल िदन स ही नहबन गई होगी समता सगठनम िकशन पटनायक सिदानदिसाऔर असािथय क साथकाम गाधी लोिहया जपी किचतन क साथ भारतऔर िव कसमाजवादी आदोलन का गहराईस अयन और वीकरण काितरोध करन वाल कई सगठनक साथ सतत काम करत एउनकी समझ और भिमका कािनमा ण आ सजप की ापनाक पहल क उनक काम कोरचनाक राजनीित की कोिट मरख सकत ह आधिनक भारतीयराजनीित म िजसकी नव गाधीन डाली थी और िजस lsquoफावड़ाrsquoक तीक व lsquoचौखभा राजrsquo कीअवधारणा क साथ लोिहया न तथा गरदलीय राजनीितक कमक िवचार क साथ जपी न आगबढ़ाया रचनाक राजनीित कािचतन सिय राजनीित औरउसक ारा सा म भागीदारीस कटा आ नह रहा ह इसिचतनधारा म ानीय िनकाय कमाम स सा सबस पहल औरसीध लोग क हाथ म सिनितकरन की वकालत ह सनीलन पजीवादी साव भौिमकता कािवक दन वाली इस परी परपराको आसात िकया था

िनया स और रचनाओ क समानातर िसलिसल का

नाम ह िजस तरह स ककई प और ाियाए होतीह उसी तरह रचना क बत-स प और ियाए चलतीरहती ह सनील न रचना कप को मजबत बनाया कहसकत ह उन रचना की तरहराजनीित की नवसाावादीगलामी म पग ादातर भारतम कसला एक ऐसा कोना हजहा फागराम गिलयाबाईमगल िसह फलवती रामदीनसमरलाल सदाराम शखलालराज जस सकड़त भारतीयरहत ह वकिक राजनीित औरिवकास क मॉडल पर य लोगिकसी भी िवान अथवा नता स साथ क बहस कर सकत ह

रचना की बात चली ह तोसाव भौमवाद क बरानीयताका दावा पश करन वाली भारतीयभाषाओ की कछ सािहिककितय का रण आता ह िहदीक मशर कथाकार फणीरनाथरण की कालजयी कित lsquoमलाआचलrsquo (1954) उनम स एक हकसला और सनील क सदभ मइस उपास को पढ़ा जा सकताह रण न lsquoमला आचलrsquo कीभिमका म िलखा ह िक उन मरीगज (उपास का गाव) कोदश क सात लाख िपछड़ गावका तीक मान कर िचण िकयाह कसलाभमकापरा महज

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 5

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसलाभमकापरा नह ह वहहोशगाबाद हरदा बतल खडवाक गाव-क समत भारत कसम गाव-क का तीकह lsquoमला आचलrsquo म डॉ शातएक मख पा ह वह पटनामिडकल कॉिलज स डारी कीपढ़ाई करन क बाद िवदश जान क िलए िमली ॉलरिशप छोड़कर काला आजार पर िरसच करन क िलए मरीगज आन काफसला करता ह मरीगज उस परी तरह अपनी िगरत म ललता ह वह मिडकल िरसच छोड़ कर मरीगज क सामािजक-आिथ क यथाथ पर िरसच करकरोग की जड़ को पकड़ता ह रोगक दो कीटाणओ ndash lsquoगरीबी औरजहालतrsquo ndash की पहचान करकउनस मि क िलए lsquoलालrsquo ाितकी कना करता ह मरीगज मरहत ए वह विचत खास करसथाल आिदवािसय की सहायताकरन लगता ह किन होन क आरोप म उस जल होती हजो िक वह नह होता ह जल स टन क बाद वह मरीगज म हीरह कर कछ लोग क चहर परमराहट लान का सक लताह

डॉर शात की भिमकाराजनीितक नह ह वह कईराजनताओ क सपक म रहा होताह मरीगज म राजनीितक काम

करन वाल बालदव कालीचरनबावनदास लछमी आिद स उसका सबध बनता ह वह गाधीजी की lsquoअितम इाrsquo पर िवचारकरता ह लिकन राजनीित नहकरना चाहता

िजस तरह स ककई प और

ाियाए होती हउसी तरह रचना कबत-स प औरियाए चलतीरहती ह सनील न रचना क प कोमजबत बनाया

िलहाजा मरीगज म उसकीभिमका विचत लोग क ितसहानभित तक सीिमत रहतीह राजनीितक मानसचतना किनमा ण म वह कोई भिमका नहिनभा पाता शायद राजनीित उस बरी चीज लगती ह वह रणकरता ह िक पटना म रहन वालीउसकी िम ममता न राजनीितकी तलना डायन स की थी

सनील की भिमका ठठ स राजनीितक ह सजप क गठनक पहल भी और बाद म भीlsquoमला आचलrsquo आजादी की उदयबला म िलखा गया उपास ह

उपास की कथा का समय भी1946 स 1948 तक ह औरउस पर 1942 क भारत छोड़ोआदोलन की गहरी छाया पड़ी हउपास म तताआदोलन कआदशवाद और उसक समानातरिनिहत ाथ क अवसरवाद कीगहरी टकराहट िचित ई हउपास का अत आत-आतगाधी जी की हा हो जाती हमरीगज म आजादी का कामकरन आया बावनदास एक रातलारचद कापरा जो गाजा औरनपाली लड़िकय की तरीकरता था और आजादी िमलतही कास का नता बन गया कीक क माल स लदी गािड़य कआग अड़ कर खड़ा हो जाता हऔर कचल कर मारा जाता ह(सोशिल) पाट को िमका कीतरह ार करन वाला काय कता कालीचरन पाट सटरी कोअपनी बगनाही का सबत दन क िलए जल स फरार होतो हऔर पिलस की गोली स घायलहोकर जगल की तरफ चलाजाता ह जाितवादी राजनीितकी आधी म तप-तपाए कासीकाय कता बालदव क पर उखड़जात ह और वहअपनी काय लीमरीगज को छोड़ कर अपन गाव चनपी अपन जाितभाइयक बीच चल जान का फसलालता ह अगर शात ndash भारत

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 6

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

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दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 6: Sacchi Mucchi, May 2014

कसला साव भौमवाद क बरानीयता की दावदारी - म िसह

कसलाभमकापरा नह ह वहहोशगाबाद हरदा बतल खडवाक गाव-क समत भारत कसम गाव-क का तीकह lsquoमला आचलrsquo म डॉ शातएक मख पा ह वह पटनामिडकल कॉिलज स डारी कीपढ़ाई करन क बाद िवदश जान क िलए िमली ॉलरिशप छोड़कर काला आजार पर िरसच करन क िलए मरीगज आन काफसला करता ह मरीगज उस परी तरह अपनी िगरत म ललता ह वह मिडकल िरसच छोड़ कर मरीगज क सामािजक-आिथ क यथाथ पर िरसच करकरोग की जड़ को पकड़ता ह रोगक दो कीटाणओ ndash lsquoगरीबी औरजहालतrsquo ndash की पहचान करकउनस मि क िलए lsquoलालrsquo ाितकी कना करता ह मरीगज मरहत ए वह विचत खास करसथाल आिदवािसय की सहायताकरन लगता ह किन होन क आरोप म उस जल होती हजो िक वह नह होता ह जल स टन क बाद वह मरीगज म हीरह कर कछ लोग क चहर परमराहट लान का सक लताह

डॉर शात की भिमकाराजनीितक नह ह वह कईराजनताओ क सपक म रहा होताह मरीगज म राजनीितक काम

करन वाल बालदव कालीचरनबावनदास लछमी आिद स उसका सबध बनता ह वह गाधीजी की lsquoअितम इाrsquo पर िवचारकरता ह लिकन राजनीित नहकरना चाहता

िजस तरह स ककई प और

ाियाए होती हउसी तरह रचना कबत-स प औरियाए चलतीरहती ह सनील न रचना क प कोमजबत बनाया

िलहाजा मरीगज म उसकीभिमका विचत लोग क ितसहानभित तक सीिमत रहतीह राजनीितक मानसचतना किनमा ण म वह कोई भिमका नहिनभा पाता शायद राजनीित उस बरी चीज लगती ह वह रणकरता ह िक पटना म रहन वालीउसकी िम ममता न राजनीितकी तलना डायन स की थी

सनील की भिमका ठठ स राजनीितक ह सजप क गठनक पहल भी और बाद म भीlsquoमला आचलrsquo आजादी की उदयबला म िलखा गया उपास ह

उपास की कथा का समय भी1946 स 1948 तक ह औरउस पर 1942 क भारत छोड़ोआदोलन की गहरी छाया पड़ी हउपास म तताआदोलन कआदशवाद और उसक समानातरिनिहत ाथ क अवसरवाद कीगहरी टकराहट िचित ई हउपास का अत आत-आतगाधी जी की हा हो जाती हमरीगज म आजादी का कामकरन आया बावनदास एक रातलारचद कापरा जो गाजा औरनपाली लड़िकय की तरीकरता था और आजादी िमलतही कास का नता बन गया कीक क माल स लदी गािड़य कआग अड़ कर खड़ा हो जाता हऔर कचल कर मारा जाता ह(सोशिल) पाट को िमका कीतरह ार करन वाला काय कता कालीचरन पाट सटरी कोअपनी बगनाही का सबत दन क िलए जल स फरार होतो हऔर पिलस की गोली स घायलहोकर जगल की तरफ चलाजाता ह जाितवादी राजनीितकी आधी म तप-तपाए कासीकाय कता बालदव क पर उखड़जात ह और वहअपनी काय लीमरीगज को छोड़ कर अपन गाव चनपी अपन जाितभाइयक बीच चल जान का फसलालता ह अगर शात ndash भारत

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 6

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 7: Sacchi Mucchi, May 2014

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

का बिजीवीिसिवल सोयायटीएििव ndash अपनी भिमका कोराजनीितक बना लता तो मरीगजउपिनवशवािदय क क स टकर उनक वािरस क कम इतनीआसानी स नह चला जातातब कसला पर भी वीकरण काहमला उस तरह नह होता तबशायद नवसाावादी गलामीभी इस कदर आयद नह होतीजसी आज ह न ही कसलाम सनील अपन अितम िदन मइतना अकला पड़ता

उपास म यह जानकारी नहिमलती िक जगल याण कबाद कालीचरन का ा आवह चिलर कमकार स िमलपाया या नह जो बयालीस काबागी था और आजादी िमलन पर िजसन सरकार क कहन कबावजद हिथयार नह रख थ

उसका मानना था िक ससदीयलोकत की राजनीित स गरीबक हक म पिरवत न नह होगाउसन कालीचरन को कहा था िकजब वह िनराश और असहायहो जाए तो पाट और नताओ को छोड़ कर उसक पास जगलम चला आए पाट न चिलरकमकार स हिथयार रखवान किलए कालीचरण को उसक साथमलजोल बढ़ान क िलए कहा थातभी स कालीचरन उसक सपक मथा चिलर कमकार ारा डालीगई डकती म कालीचरन का नामभी आ जाता ह और उस जल होजाती ह िनदष कालीचरन जलस फरार होता ह तािक सटरीसाहब को साई बता सक औरपाट को बदनामी स बचा सकलिकन सटरी दरवाज पर आएघायल कालीचरन को ार करभगा दता ह

िहसक सघष म िवास रखन वाल लोग कह सकत ह िकजस सटरी ारा ार जान पर कालीचरन lsquoजगलrsquo म चलागया सािथय स चोट खान परसनील को भी अपना राा बदललना चािहए था सनील न रााबदलन क िलए कसला का राानह चना था उनका मकलिवास था िक पिरवत न का रााहिथयार स नह िवचार स होकरगजरता ह जब उ अधरगऔरउसक बाद मिाघात आ वकसला म lsquoसामियक वाता rsquo कासपादकीय िलख रह थ िपछलिदनानीयता क िदखावटीऔरअधकचर दावदार नवदारवाद कीनई लहर म खोखल िड कीतरह बह गए कसला का िकलाअपनी जगह मजबती क साथखड़ा रहा

दतवाड़ा की जड़सनील (अल 2010)

दतवाड़ा न दश को दहला िदयाह यह साफ ह िक दतवाड़ालालगढ़ मलकानिगिर जस

कछ आिदवासी इलाक ममाओवािदय न अपन आजाद बना िलए ह उ आिदवािसय

का ठोस समथ न ह आिदवासीयवा उनक साथ ह और व परीतयारी और सिवचािरत रणनीित

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 7

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 8: Sacchi Mucchi, May 2014

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

क साथ अपना य लड़ रह ह

छह अल को दतवाड़ा म पिलसऔर अध सिनक बल की अभीतक की सबस बड़ी ित ईह इस घटना की ितिया मरी तौर पर बयान आ रह हकोई इीफा दन की बात कररहा ह कोई कार भर रहा हकोई सना क इमाल की चचा चला रहा ह माओवािदय कोख करन क सक िलए जारह ह भारत सरकार न इसवष क बजट म चालीस हजारकरोड़ पए की िवशाल रािशका ावधान आतिरक सरा कनाम पर िकया ह अब यहरािशऔर बढ़ जाएगी माओवादभािवत इलाक म भी दमनऔर सघष और तज होगा कईबगनाह को इस चर म पकड़ामारा या सताया जाएगा िहसाऔर अाचार का दौर दोनतरफ चलता रहगा लिकन इसस कछ नह िनकलगा हालात औरिबगड़ग व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार करिक य हालात पदा एमाओवािदय का जनाधार कस इतना बढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासी मरन-मारन पर उता ए इस िहसा कीजड़ म ा ह

माओवाद या नलवाद क बार

म दश आमतौर पर तभी सोचताह जब ऐसी कोई बड़ी घटनाहोती ह मीिडया क जिरए कभी-कभी जो अ कहािनया याखबर िमलती ह व सतही औरपवा ह रहती ह

व आ गया ह िकजब दश गभीरता स िवचार कर िक य हालात पदा एमाओवािदय काजनाधार कस इतनाबढ़ा सरल और औरशाितिय आिदवासीमरन-मारन पर उता ए इसिहसा की जड़ म ा

ह ऐसी हालत म दश की एक बड़ीअजी लिखका अधित राय न करीब एक साह दतवाड़ा कजगल म सश माओवािदयक साथ िबता कर उसका वातlsquoआउटकrsquo (29 माच 2010)पिका म दकर एक उपकार िकयाह ऐसा नह ह िक व परीतरह िन ह माओवािदय कित उनकी सराहना सहानभितऔर उनका रोमाच साफ हमगर इसस सरी तरफ की अदर

की बत सारी बात जानन औरसमझन को िमलती ह

यह इसिलए भी महपण ह िकिपछल काफी समय स सरकर न इन इलाक को सील कर रखाह और बाहर स िकसी को जान नह द रही ह मधा पाटकरसदीप पाडय या मिहला दल कीजनसनवाई या पदयाा को भीसरकार और सरकारी गग न होन नह िदया दश क अमाओवाद भािवत इलाक म भीसरकारी त न यही रणनीितअपनाई ह िवनायक सन जस लोग की िगरतारी भी इसीरणनीित का िहा थी ऐसीहालत म इस घरबदी को भदकर भारी जोिखम लकर काफीक सह कर अधित न बड़ाकाम िकया ह भारत क बिजीवीिजस तरह स वातानकिलत घरक अदर बि-िवलास तक सीिमतहोत जा रह ह उस दखत ए भीयह कािबल तारीफ ह

इस वात स एक बात तोयह पता चलती ह िक वहा कआिदवािसय का एक मख माजमीन और जगल (तपा याबास कटाई) की मजरी का रहाह बड़ पमान पर वनभिम परआिदवािसय का का करवाकरऔर वन िवभाग क उीड़न स मि िदला कर माओवािदय न

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 8

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 9: Sacchi Mucchi, May 2014

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

अपना ठोस जनाधार बनाया हवाव म दश क सार जगलवाल आिदवासी इलाक म तनावटकरावऔरजन-असतोष का यहएक बड़ा कारण ह अब तो दशको यह अहसास होना चािहए िकआिदवािसय क साथ ऐितहािसकप स अाय आ ह भारतक वन कानन आिदवासी-िवरोधीआजादी क बाद भी आिदवािसयकी हालत नह बदली ह बिराीय उान अभयारय औरटाइगर िरजव क प म उनकीिजदगी पर नए हमल ए हआध-अधर वन अिधकार काननस समा हल नही ई ह जस नरगा स रोजगार की समाहल नह हो सकती सचना कअिधकार स शासिनक सधार काकाम परा नह हो जाता ािवतखा सरा कानन स दश मभख और कपोषण स िनजात नहिमलन वाली ह उसी तरह वन-अिधकार कानन भी ादातर एकिदखावा ही सािबत आ ह

भारत क जगल पर पहलाअिधकार वहा रहन वाल लोगका ह उनकी बिनयादी जरतसिनित होनी चािहए औरअज क समय स कायम वनिवभाग की नौकरशाही को तरतभग करक ानीय भागीदारीस वन की दखरख का एकवकिक त बनाना चािहए

भारत क जगल म खदबदारह असतोष का सरा कोई इलाजनह ह और यही जगल औरव ािणय क भी िहत म होगाजगल म रहन वाल आिदवािसयको अिधकारऔर िजदारी दकरही जगल की रा हो सकती ह और उदासीन नौकरशाही कदम पर नह

वीकरण क दौर म िनया तोखीिवकासऔर राीयआय की ऊचीवि दर क चर म दशी िवदशीकपिनय और सरकार क सहयोगस इन इलाक क जल-जगल-जमीन पर हमल का एक नयादौर श आ ह खदान औरकारखान क बतहाशा करार होरह ह अगर सबका ियायनहो गया तो भारत क बत स इलाक स जगल और आिदवासीदोन साफ हो जाएग

सलवा जडमऔरआपरशन ीनहट क पीछ सरकार क जोर लगान का एक बड़ा कारण यही ह िक इनइलाक म खिनज क भडार भर एह सलवा जडम क िलए टाटाऔर एार कपनी न भी पसािदया ह इस तरह क त सामन लान का भी काम अधित राय न िकया ह गहमी िचदबरम साहबभी वदात और अ कपिनयस जड़ रह ह यह हमला औरयह साठ-गाठ दश म लगभग

हर जगह चल रहा ह कई लोगगर-हिथयारबद तरीक स लड़रह ह अगर दश को बचानाह तो इस कपनी साावादको ताल रोकना होगा यहसरा िनष िसफ अधित रायक लख स नह दश क कोन-कोन स आन वाली सकड़ रपटऔर खबर स िनकलता हमाओवाद क नाम पर इन तमामगर-हिथयारबद आदोलन कोभी कचला जा रहा ह कभी-कभी ऐसा लगता ह िक भारतीयराजसा और माओवादी दोनक िलए यह िित सिवधाजनक हऔर दोन इस बनाए रखना चाहत ह माओवाद भािवत इलाक कआसपास क िजल म भी अब कोईाचार या पिलस ादितय कामामला नह उठा सकता उस माओवादी कहकर जल म सड़ािदया जाएगा या फज मठभड़ ममार िदया जाएगा लोकतािकिवरोध की ग जाइश ख होन स लोग मजबर होकर माओवादकी शरण म जाएग इसिलए यहमाओवािदय क िहत म भी हलालगढ़ म lsquoपिलस सास िवरोधीजनसाधारणर किमटीrsquo किलगनगर म टाटा कारखान क िवरोधम आदोलन नारायणपटनाम अपनी जमीन वापसी कीलड़ाई लड़ रह आिदवासी-य सब गर-हिथयारबद लोकतािक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 9

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 10: Sacchi Mucchi, May 2014

दतवाड़ा की जड़ - सनील (अल 2010)

आदोलन थ इनक नताओ कोजल म डालकर इन पर लाठी-गोली चलाकर सरकार इनकोमाओवािदय की झोली म डालरही ह

इसिलए हम तीसरा अहसासभारतीय लोकत पर छाए गभीरसकट का होना चािहए भारतीयराजसा जहा चाह जब चाहलोकतािक िनयम और मान-मया दाओ को ताक पर रख दतीह िवशषकर जो इलाक औरसमदाय भारत की मधाराक िह नह ह-जस पवरऔर कमीर दिलत आिदवासीऔर मसलमान-उनक साथ वहबब रता और कररता की सारीसीमाए लाघ जाती ह उसकाबरताव वसा ही होता ह जसाएक तानाशाह का होता हसश सघष तो अलग बात हलोकतािकऔरअिहसक तरीकस होन वाल जन-ितरोध कोभी उपित करन और कचलन म उस कोई सकोच नह होताआिखर दस वष स चल रहाइरोम शिम ला का अनशन तोएक गाधीवादी ितरोध ह जोराजसा की सवदनहीनता कासबस बड़ा माण ह अपन दमनऔर अाचार स यह राजसालोग को उलट िहसा की ओरधकलती और मजबर करती ह

बढ़ता आ उवाद आतकवादऔर माओवाद कह न कहभारतीय लोकत की गहरीिवफलता की ओर इशारा करताह िजसम लोग की अपनीसमाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनकिनराकरण क जिरए नह िमल पारह ह

बढ़ता आ उवादआतकवाद औरमाओवाद कह नकह भारतीय

लोकत की गहरीिवफलता की ओरइशारा करता हिजसम लोग कीअपनी समाओ और अपन असतोषको अिभ करन और उनक िनराकरणक जिरए नह िमल

पा रह हभारत क लोकतािक ढाच कीइस िवफलता को दश क मइलाक क आम लोग भी महससकर रह ह उनकी हताशा कममतदानआम बातचीत म नताओ को गाली दन तरत कानन अपन हाथ म लन या िहसा और

आगजनी की घटनाओ म कटहोती ह दश की आजादी कबाद लोकत का जो ढाचा हमारसिवधान िनमा ताओ न अपनायावह शायद बत उपय नहथा अब िपछल छह दशक कअनभव क आधार पर इसकीसमीा करन का समय आ गयाह माओवािदय की तो इसमकोई िच नह होगी िक इसlsquoबज आrsquo लोकत को बचायाजाए लिकन बाकी दशमी लोगको इस लोकत की अी बातजस वय मतािधकार मौिलकअिधकार कमजोर तबक क िलएआरण आिद को सजोत एइसक ादा िवक ित जनता कादा नजदीक नए वकिकढाच क बार म गभीरता स सोचनाचािहए

अपन लख म अधित राय न िवरोध क गाधीवादी अिहसकऔर लोकतािक तरीक का कछहद तक मजाक उड़ाया ह औरबताया ह िक य सब िवफल हो गएह यह पछा ह िक आिखर नम दाबचाओ आदोलन न कौन-कौनसा दरवाजा नही खटखटायाशायद व बताना चाहती ह िकहिथयार उठान य लड़न साक मखिबर को मारन-काटन काजो राा माओवािदय न चना हउसक अलावा कोई िवक नहह मगर ा सचमच ऐसा ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 10

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 11: Sacchi Mucchi, May 2014

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

पता नह अधित राय को मामह या नह दश क कई िहम इस व सकड़ की सा मछोट-छोट आदोलन चल रह हजो सब लोकतािक और गर-हिथयारबद ह माओवािदय कमकाबल उनका दायरा काफी बड़ाह सफलता-िवफलता की उनकीिित भी िमित ह इकतरफानह

ऐस कई छोट-छोट जनादोलनिपछल दो-ढाई दशक म ए हजो िवनाशकारी पिरयोजनाओ को रोकन क अपन सीिमित

मकसद म सफल रह ह झारखडम कोयलकारो ओडीशा मगधमाद न िचिलका गोपालपरबिलयापाल और किलगनगरगोआ म डप और सज-िवरोधीआदोलन महारा म नवी म बईऔर गोराई क सज-िवरोधीआदोलनआिद बगाल म िसगरऔर नदीाम म भी िहसा ईलिकन व मलतः लोकतािकढाच क अदर क आदोलन थनम दा बचाओ आदोलन भलही नम दा क बड़ बाध को रोकनह पाया लिकन बड़ बाध और

उसस जड़ िवकास क माडल परदश म एक बहस खड़ी करन म उस जर सफलता िमलीिवािपत की द शा क सवालको भी वह एक बड़ा सवाल बनासका नही तो पहल इसकी कोईचचा ही नही होती थी लिकन यहभी सही ह िक नवउदारवादी दौर मराजसा का जो दमनकारी चिरबनता जा रहा ह उसम आदोलनऔर ितरोध करना िदन-ब-िदनमिकल होता जा रहा ह गाधीक दश म गाधी क रापर चलनाकिठनतर होता जा रहा ह

इधर मकाल उधर गाधीसनील (िदसर 2010)

िपछल िदन करल म िशर कपास एक ल म जान का मौकािमला दश म चल रह लस यह काफी अलग था करीबपाच एकड़ जमीन म जगल हबगीचा ह खत ह और ल भीह काओ क िलए खला शडह िजस पर खपरल या नािरयलक प की छत ह ब का मपढ़न क अलावा खत और बगीच म भी काम करत ह मरा ागत

नािरयल क पानी स िकया गयाऔर बाद म वही लग कल मन खाए

ल क ब क साथ मरी सभाका सचालन एक विर छाा न िकया सबस पहल छााओ कसमह न एक गीत स ागत िकयाजो कई भारतीय भाषाओ म थामन उनस पछा िक म िहदी मबो या अजी म तो ादा

ब न िहदी क प म हाथ खड़िकए इस ल म चार भाषाएपढ़ाई जाती ह- मलयालम िहदीअजी और अरबी िशा कामाम अजी ह मन पछातो ल सचालक न बताया िकव क ीय मािमक िशा बोडका पाम पढ़ात ह और उसममलयालम माम का ावधाननह ह िफर भी व तीसरी कातक मलयालम म पढ़ात ह एक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 11

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 12: Sacchi Mucchi, May 2014

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

कारण शायद यह भी होगा िकपालक भी अजी माम मिशा चाहत ह िफर भी िहदी परउनका बत आह ह

सचालक न मझस कहा िकअ िहदी िशक खोजन म मकछ मदद क इस ल कासचालन एक मसिलम दपित कररह ह लिकन ब सभी धम कह और सचालक का सभी धमक ित आदर क भाव पर आहह

ब की जागकता क र स म काफी भािवत आ मन उनस पछा िक व बड़ होकर ाबनना चाहत ह तो जवाब िमलािक अ नागिरक और अाइसान मझ शका ई िक कह यहिसखाया आ जवाब तो नह हपर जी ही हो गया िक ऐसानह ह मर व क बाद उनकसवाल पछन की बारी थी तो एकन पछा राीय आय की वि दरअी होन पर भी दश की हालतखराब ह बाद म दो छााओ न मझस दर तक बात की वइरोम शिम ला क बार म जानतीथी मगर ा पवर स सशबल िवशषािधकार कानन हटानाउिचत होगा एक न मझस पछापव कमीर माओवादआिद परिफर िवार स बात ई

इस ल क ब स मरी पहली

मलाकात नम दा घाटी म नम दाबचाओ आदोलन क पचीस वष पर होन परआयोिजत काय म मई

ब की जागकताक र स म काफीभािवत आ मन उनस पछा िक व बड़होकर ा बननाचाहत ह तो जवाबिमला िक अ

नागिरक और अाइसान

व ब खब जोश स नार लगारह थ गीत गा रह थ लोग स जाकर िहदी म बात कर रह थमन उ सबह झाड़ स सफाईकरत दखा उनस पछा िक तयहा घमन म मजा आ रहा हतो एक लड़की न कहा िक हमघमन नह सीखन आए ह इसकपहल व अयोा क म पर उरभारत म आयोिजत एक सावयाा म भी शरीक ए थ िदसबरक अितम साह म उनका पाचिदन का िशिवर करल की एकनदी िकनार लगन वाला ह जोऔोिगक षण स भािवत होरही ह करल म ही ाचीमाडा मकोका-कोला क सय क िखलाफसघष स भी य ब अी तरह

पिरिचत ह उन बताया िक वकोका-कोला पी आिद शीतलपय नह पीत ह इस ल कानाम lsquoसल-सबील ीन ल हऔर करल म बह रही पया वरणचतना की बयार का यह एकिहा ह सल-सबील अरबीभाषा का श ह िजसका अथ ह-lsquoग का झरनाrsquo इस ल कनए बन रह भवन का िशलाासमधा पाटकर न िकया था लक सचालक सन जनादोलनक राीय समय क करलात क सयोजक ह व ब कीिशा को जन सघष पया वरणचतना सामािजक सरोकारनितक म और धािम क सावस जोड़न की कोिशश कर रह ह

इस ल म दसव का तकपढ़ाई होती ह साधन क अभावक कारण कोई छाावास नहह ब आसपास क इलाक स ितिदन बस स ल आत हफीस तीन-चार सौ पए महीनाह जो उस इलाक क साधारणपिरवार की हिसयत क अदर हइस मामल म यह ल अवकिक ल स अलग हlsquoऋिष वलीrsquo जस ल न भीवकिक िशा क अ योगिकए ह लिकन व काफी महग ह कमित फाउडसन अरिवदआम आिद ारा सचािलतअ ल अिधकतर सप उ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 12

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 13: Sacchi Mucchi, May 2014

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

वग क ब क िलए आरितहो गए ह दयानद एल विदकसोसायटी क डीएवी ल औरकालज भी आम ढर म ढलगए ह और ावसायीकरण कीिगरत म आ रहा ह सघ पिरवारारा सचािलत सरती िवालयम सादाियकता और सकीण ताकी सोच का खतरा तो ह हीावसाियकता का वश वहा भीहो गया ह

िशा क मामल म आज यहीसबस सल-सबील ल कस बन अी िशा िशर िजलक उस इलाक क तीन-चार सौब तक सीिमत न रह करदश क सार-तीस करोड़ बको कस िमल अी िशास आशय अ नबर लान और आईआईिटयन या आईएएसतयार करन स नह ह अीिशा स मतलब आनददायकिचकर बमखी बआयामीिशा स ह जो महज नौकरशाहया सायबर-कली तयार करन कबजाय बकी िविवध ितभाओ का िवकास करत ए िजदारनागिरक और अ इसान तयारकर

आज हमार ल म ठीक उाहोता ह पढ़ाई का मतलब िसफरटना ह और रटना कभी भीआनददायक नह हो सकता

अजी माम की होड़ म यहक और बढ़ गया ह िकएक िवदशी भाषा म रटना ादामिकल ह ब का बोझ बढ़ताजा रहा ह ऊपर स ब को लक अलावा शनऔर कोिचग मजाना पड़ता ह माता-िपता बको छोटी उमर स ही ितधा कीमशीन म धकल दत और उनकाबचपन छीन लत ह

ल की ी होन पर ब इतन फित होत घर की तरफ इसतरह दौड़ लगात ह मानो जलस ट ह िशा खल-खल म न हो गीत-नाच-कहानी-नाटक क साथ न हो सर-सपाट क साथ न हो इसपर कभी सोचा ही नह गयाआिखर भगोल की पढ़ाई निदयऔर पहाड़ की सर करत एअथ शा की पढ़ाई खत-बाजारम घमत ए और िवान कीपढ़ाई कदरत और आसपास कवातावरण म योग करत ए हीसबस अी हो सकती ह लिकनहमन परी पढ़ाई को पिरवश औरसमाज स परी तरह काटकर बदकमर म िकताबी ान को रटन तक सीिमत कर िदया ह lsquoतारजम परrsquo िफ क न नायककी तरह अगर बा उबाऊ काक यामप की तरफ न दखकर िखड़की क बाहर िचिडया यािततली को दखन लगता ह तो वह

डाट और मार खाता ह जबिकदोष इस िशा वा का होताह

एक ब क अदर कई ितभाएहो सकती ह वह एक अािखलाड़ी कलाकार नतािकसान मछआरा कारीगर यािमी हो सकता ह समाज मइन सबकी जरत ह पर हमारीिशावा पर सारी ितभाओ और कौशल की नजरअदाजकरक महज िकताबी ान कररटन और उस परीा भवनम ढाई-तीन घट म उगल दन की ितभा और मता को हीपहचानती और परत करतीह अी पढ़ाई क नाम पर भीमहज ादा जानकारी को ब किदमाग म ठस दन की कोिशशहोती ह इस चर म दश ककरोड़ ब की ादा उपयोगीिविवध ितभाओ का ितरारऔर उपा होती जाती ह यहउनक साथ अाय और दश कीगित म बड़ी बाधा ह

इस तरह की िशा का सामािजकसरोकार नितक म औरदश जरत स अलगाव औरकटाव भी ाभािवक ह अअक लकर ऊची कमाई वालीनौकरी पाना इसका एकमा लऔर सफलता की कसौटी बनगया ह ऐसी िशा क सफल

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 13

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 14: Sacchi Mucchi, May 2014

इधर मकाल उधर गाधी - सनील (िदसर 2010)

उाद -क ित ाथ और बनग ही िपछल कछ समयस िशा म ावसायीकरण औरबाजारीकरण की जो आधी चलीह उसन इन िवकितय की औरबढ़ाया ह सरकार न भी िशामालय का नाम बदल करlsquoमानव ससाधन िवकास मालयrsquoकर िदया ह तब स घोिषतप स िशा अ नागिरकऔर अ इसान तयार करन और लोकतािक आजाद भारतक नविनमा ण का ल छोड़ करमहज विक पजीवादी बाजारक िलए ससाधन तयार करन कामाम बन गई ह अफसोस कीबात ह िक इसक बावजद दश ककई मध िशाशाी इसी कीसवा म जट ह

भारतीय िशा की यह दयनीयहालत कई अ मामल की तरहऔपिनविशक िवरासत क कारणह इसकी नव लाड मकालन अज साा की जरतक िहसाब स डाली थी उमहज बाब और का पालनकरन वाल कािरद की जरतथी इसिलए रचनाकतामौिलकता िजासा िविवधताआिद स रिहत इस िशा म िसफ

अरान कागजीान औरअनकरण पर जोर िदया गया था

कल िमलाकर यहआजाद भारत कीिवडबना ह िक अभीतक गाधी िगजभाई

टगोर फलराधाकन जािकरसन सबक ऊपरमकाल ही हावी औरभारी रहा ह

आजादी क आदोलन म इस आमल-चल बदलन की बातबराबर होती थी महाा गाधीन lsquoनई तालीमrsquo क कई योगिकए थ रवनाथ ठाकर न शाितिनकतन की ापना की थीिगजभाई न नई तरह की िशाऔर बाल मनोिवान पर अतपक िलखी थ उनकी लघ उपासनमा पक lsquoिदवाrsquoन तो कई लोग को नए ढगकी िशा का सपना दखन किलए िरत िकया ह लिकन यपक गजराती म थ अजीम नह इसिलए आज भी भारतक िशा-ढाच म उनको महव

और माता नह िमली हआजाद भारत म िशा वाको बदलन का काम नह हो पायाह

मदश म होशगाबाद िवानजस कछ योग ए पर शासककी नाराजगी उनको ल डबीकल िमलाकर यह आजाद भारतकी िवडबना ह िक अभी तकगाधी िगजभाई टगोर फलराधाकन जािकर सन सबकऊपर मकाल ही हावी और भारीरहा ह िगजभाई का िदवाभी साकार नह आ ह िदवाही रह गया ह वीकरण औरबाजारवाद का मकालवाद कसाथ मल और ादा भयानकहोता जा रहा ह अब िशाउबाऊ नकलची अासिगकआिभजा और बोझ क साथबाजा भी बनती जा रही हमकाल एक तरफ ह गाधी-िगजभाई सरी तरफ दश िकधरजाएगा इसका फसला आन वालसमय म होगा इस चयन मसल-सबीलजस ल हमार िलएमददगार सािबत हग खतरायही ह िक परी वा म बदलावक बजाय व एक टापऔर अपवादबन कर न रह जाए

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 14

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 15: Sacchi Mucchi, May 2014

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पजीवादी सता क िवक की तलाशसनील

भमडलीकरण का ताजा दौरपजीवाद क इितहास का सबस उलझन भरा दौर ह श मइसकी चकाचध सोिवयत सघक पतन और चीन क पजीवादीराह पकड़न साथ ही पजीवादअजय अतहीन और िवकहीनलगन लगा था पर जी हीकई सकट न इस घर िलयाअमिरका यरोप कआिथ क िवीयसकट न तो उ बाजार कीता क पजीवादी िवास कीचल िहला द इसक साथ हीभोजन का विक सकट भी सामन आया िपछली सहाी क अतम िनया म भख की सा करीबिछयासी करोड़ थी

lsquoसहाी िवकास लrsquo कीघोषणाओ और कवायद कबावजद यह तादाद कम होन क बजाय बढ़ती ई सौ करोड़क आकड़ को पार कर गई हिनया का हर छठा इसान अबभखा या कपोिषत रहता हआधिनक सता की यह सबस बड़ी िवफलता ह औोिगकाित और िवान टोलाजीक चमािरक िवकास की दो-ढाई सिदय क बावजद यह

सता परी मानव जाित कीसबस बिनयादी जरत को भीपरा नह कर पा रही ह तीसरासकट िनया म बढ़त य िहसाआतकवा और तनाव क पम सामन आ रहा ह शीतयक खा क बाद भी िनया महिथयार और फौज पर खच मकोई खास कमी नह आई ह

श म इसकीचकाचध सोिवयतसघ क पतन औरचीन क पजीवादी राहपकड़न साथ हीपजीवाद अजयअतहीन और

िवकहीन लगन लगा था पर जीही कई सकट न इस

घर िलयाअतराीय और ीय लड़ाइयऔर आतकवादी-उवादी िहसाक अलावा पािरवािरक औरिगत जीवन म भी तनाव बढ़रह ह चथा सकट पया वरण का

ह िजसन आधिनक िवकास औरउसकी िदशा पर गहर सवािलयािनशान लगाए ह इसक दो िहह धरती गरम होना जलवाय पिरवत न जीव जाितय कान होना और षण इसकारगामी आयाम ह मगर कितक साथ जड़ी गरीब िनया ककरोड़ लोग की िजदिगय परिवापन बबा दीऔर विचत होन का ताािलक सकट भी आ रहाह

इन सकट न एक बार िफर िनयाक सधी लोग को आधिनकपजीवादी सता क िवक कबार म सोचन को मजबर करिदया ह lsquoसमाजवादrsquo श िफरचचा म आ गया ह lsquoटीनाrsquo(दअर इज नो आरनिटव) काजवाब lsquoसीताrsquo (सोशिल इज दआरनिटव) स िदया जान लगाह लिकन यह समाजवाद कसाहोगा आज क लत सवालका समाधान कस होगा मौजदासकट का हल कस िनकलगाइसक बार म बतता नह हइस ता क अभाव म अरबदलाव चाहन वाल की आवाजबलदी औरआिवास नह आ

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 15

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 16: Sacchi Mucchi, May 2014

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

पाता ह पर उनकी तलाश जारीरहती ह

इस तलाश म भारतीयसमाजवादी िचतक डा राममनोहरलोिहया स काफी मदद िमलसकती ह िजनकी जशतीअभी मनाई जा रही ह िनयाक और दश क र पर िजन स हम जझ रह ह उनका जवाबखोजन क िलए पचास वष बाद भीलोिहया ासिगक और मददगारह िवडबना यह रही ह िक भारतक बौिक-वचािरक जगत म इसखाटी दशी िचतक क ित इतनापव ह और उपा रही ह िकादातर लोग न उनको पढ़न और गभीरता स लन की जरतही नह समझी ह इस दोष को रकरन का व आ गया ह आजभारत क सामन सबस बड़ा सवालऔोगीकरण और िवकास कसही माडल का ह राीय आयकी वि दर आठ-नौ फीसद तकपच रही ह भारतीय कपिनयाऔर उोगपित िनया क शीष पर पचन लग ह और भारत कीउभरती ई आिथ क महाशियम िगना जान लगा ह लिकनगित की इस गाड़ी म भारत कबसक लोग या तो सवार नहहो पा रह ह या पीछ टत औरिगरत जा रह ह यह िवकासरोजगारिवहीन ह खत का सकटइतना गहरा गया ह िक िपछल

पह वष स िकसान बड़ी तादादम आहा कर रह ह

हाल ही म िदवगत ए अथ शाीअज न सनग की अता मगिठत असगिठत आयोग कररपट की यह बचािरत उिभारत की असली तीर कोबताती ह िक 2004-05 म भारतकी अठहर फीसदआबादी यानी83 करोड़ लोग बीस पय रोजस नीच जीवनयापन कर रह थिनया क सबस ादा कगालभख कपोिषत और अिशितलोग भी भारत म ही रहत हइतना ही नह िवशषआिथ क (सज) औोगीकरण खननबड़ बाध राजमाग आिद कीपिरयोजनाओ स बड़ पमान परगाव खतीा और िकसान कउजड़न क चलत उनक िवरोधम भी जबद आदोलन जगह-जगह खड़ हो गए ह इसस भी एक उलझन खड़ी हो गईह जब िसगर और नदीामक लोग का जबद िवरोधसामन आया तो पिम बगालक वामपथी ममी बदवभाचाय न बार-बार सवालउठाया िक िवरोधी लोग बगालका औोगीकरण चाहत ह यानह बगाल का िवकास कस होगा लगभग इसी तरह कीभाषा म नवीन पटनायक चबाबनायड नर मोदी मायावती

रमन िसह िशवराज िसह चहानजस कई ममी और क मबठ मनमोहन िसह मटक िसहिचदबरम णब मखज आिद भीबात करत रह ह इस मामल मदश म आय जनक राजनीितकसहमित ह सबका िवकास माडलएक ही ह

बदव भाचाय क सवाल का जवाब ममता बनज न नहिदया ह कईआदोलनकारी समहऔर यहा तक िक माओवादी भीइस बार म बत नह ह यहअता तब तक जारी रहगीजब तक िक आधिनक जीवनशली और आधिनक टोलाजीक ित मोह ख नह होता औरआधिनक औोगीकरण औरिवकास क बिनयादी चिर को हमनह समझत गाधी और लोिहयादो आधिनक भारतीय मनीषी थ िजन इस मग-मरीिचका कबार म बत पहल चतावनी दीथी

लोिहया न कई सरल गणनाओ और उदाहरण स बताया थािक इस तरह का औोगीकरणऔर पजीवादी िवकास श स औपिनविशक और साावादीशोषण पर िनभ र रहा हउपिनवश क बगर यह हो नहीसकता लोिहया क इस िवषणको आग बढ़ात ए हम कह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 16

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 17: Sacchi Mucchi, May 2014

पजीवादी सता क िवक की तलाश - सनील

सकत ह िक बाद क काल मनव-औपिनविशक और नव-साावादी तरीक स औरआतिरक उपिनवश क दम परपजीवादी िवकास की गाड़ी चलरही ह बाहरी शोषण इसक िलऐअिनवाय ह चाह व उपिनवश हनव-उपिनवश ह या आतिरकउपिनवश ह इसिलए भारतजस दश म जब हम िवकास कइस रा पर चलन की कोिशशकरत ह तो कगाली और बकारीक महासागर म समि क कछटाप ही बना पात ह

पचमढ़ी म 1952 म भारतीयसोशिल पाट क अीयभाषण म लोिहया न समाजवादकी एक नई पिरकना दश औरिनया क सामन रखी यह भाषणlsquoपचमढ़ी थीिसराrsquo क नाम स मशर ह इसक पहल भारतक समाजवादी भी अर अपन आिथ क िवचार और िवषण ममास की ही बात को दोहरात थ और महज उसम लोकत कातड़का लगाकर समाजवाद कीिखचड़ी पकान की बात सोचतथ लोिहया न इस भाषण मlsquoसमानअासिगकता का िसातrsquoिनिपत करत ए कहा िकपजीवाद सावाद और यरोपीयसोशल डमोसी तीन भारत जस दश की मि क िलए अासिगकह

तीन को आधिनक सता कािहा बतात ए उन कहािकआधिनक टोलाजी उादनढाच और िवकास पित की िस तीन म ादा फक नह हआधिनक सता पर तीखा हारकरत ए उन कहा िक इसन िनया को य और गरीबी क हीउपहार िदए ह यह िनया की दो-ितहाई आबादी को भरपट भोजनतक नह द सकती

आज भारत की कईलत समाओ कमल म सा का यहक ीकत ढाचा औरउसका पयोग हचाह वह कमीर औरपवतर क लगातारिरसत घाव ह याशासिनक त कीलगातार बनी ईसवदनहीनता औरजनता स री हो

सावाद भी इस दो-ितहाईआबादी को न रोटी और नआजादी द पाएगा आज पचाससाल बाद हम पात ह िक लोिहयाकी य अतिया भयावह पस सच सािबत हो रही ह

सावाद क बार म लोिहया कीम आलोचना थी िक इसन पजीवाद क उादन सबध औरसपि सबध को तो बदलन कीकोिशश की मगर उादन कउ तरीक को अपना िलयािजनका िवकास पजीवाद म आथा उन यह भी कहा िकसोिवयत सघ म िनजी सपिको तो ख िकया गया परसपि या सपता का मोह बनारहा यह सचमच उसकी मखकमजोरी सािबत ई सर शम लोिहया आधिनक जीवन-शली और आधिनक टोलाजीपर आधािरत िवकास माडल कीगहरी सीमाओ को समझ गए थ और मानत थ िक यह कभी भीपरी िनया क िलए खशहालीनह ला पाएगा आज पया वरणाकितक ससाधन और भोजनक सकट एक बार िफर लोिहयाक इस िनष की ओर सकत कररह ह

आज क कई भल वामपिथय कीउलझन यही ह िक उनका फोकसअब भी सपि और उादन-सबध पर ही रहता ह इस मामलम सोिवयत-चीनी िवफलता कबाद व समझ नह पा रह ह िकिवक ा हो पर लोिहयाकी मान तो िवकास पित ादाबिनयादी चीज ह एक बार वहतय हो जाए तो सपि ािम

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 17

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 18: Sacchi Mucchi, May 2014

लोिहया की लालटन - सनील

का प उस िहसाब स तय होसकता ह

दरअसल एक िवक ीकतअथ वा म अगर ादातरउादन छोटी मशीन स छोटीइकाइय म होता ह और बड़उोगा की इजाजत अपवादप ही होती ह तो िनजीसपि क क ीकरण औरगरबराबरी की समाअपन आपकाफी हद तक र हो जाती हिनजी सपि क बार म लोिहयाका स ह िक पािरवािरक इकाईकी उसी हद तक इजाजत दी जाएिजसम सर को मजर रखकरशोषण न करना पड़ इसी तरहबड़ी उादन इकाइय को भीक ीकत सरकारी त क अधीन

रखन क बजाय सामदाियकसहकारी और ानीय सरकारक ािम क प को आजमान का सझाव उन िदया जल-जगल-जमीन या ाकितकससाधन पर ानीय समदायक अिधकार और बध की जोमाग आज उठ रही ह वह भीलोिहया क इस सझाव क अनपह

आिथ क िवक ीकरण क साथ-साथ राजनीितक और शासिनकिवक ीकरण की भी परजोरवकालत लोिहया न की अजस िवरासत म िमल घोर क ीकतसा-ढाच को तोड़ कर lsquoचखभाराजrsquo कायम करन का आहउन िकया इसम चार खभ

हग-क ात िजला औरामनगर पर लोिहया क इसिवचार को तरजीह नह दी गईऔर भारत क शासक न क ीकतसा को बनाए रखा बाद म 73वऔर 74व सिवधान सशोधन कजिरए भारत म पचायत औरनगरपािलकाओ को जो अिधकारिदए गए व भी नाकाफी औरादातर िदखावटी ह आजभारत की कई लत समाओ क मल म सा का यह क ीकतढाचा और उसका पयोग हचाह वह कमीर और पवतरक लगातार िरसत घाव ह याशासिनक त की लगातार बनीई सवदनहीनता और जनता स री हो

लोिहया की लालटनसनील

लोिहया मानत थ िक माआिथ कऔर भौितक बहतरी का लरख कर नई िनया की रचनानह हो सकती इसक िलएसामािजक साितक औ रदाश िनक र पर भी बदलावलाना पड़गा परान म क

ान पर नए म ािपतकरन हग समाज का ढाचा भीबदलना पड़गा व िसफ पजीवादीउादन सबध को बदलना काफीनह मानत थ बि एक नईसता का िनमा ण करना चाहत थ इस मासवाद आह को

उन ितलाजिल दी िकआिथ क-भौितक कारक ही म चीजह बाकी सब lsquoसपर रrsquo याऊपरी ढाचा ह व जाित रगभदिलगभद भाषा धम सितआिद की वाओ को भीबिनयादी कारक मानत थ और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 18

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 19: Sacchi Mucchi, May 2014

लोिहया की लालटन - सनील

बदलन पर जोर दत थ भारत कशासक वग को एक जगह उन उ वग उ वण और अजीदाहोन स िचत िकया था इन तीनम स दो िवशषताए िजसक पासहोती ह वहशासक वग का िहाबन जाता ह

लोिहया आधिनक भारत कउन कितपय िवचारक औरनताओ म स थ िजन भारतम जाित-था की गहराई औरिवकितय को समझा और उसपर लगातार हार करन परजोर िदया मासवािदय औरपजीवािदय क इस भोल िवासको उन खािरज िकया िकजाित-था एक सामती अवशषह जो पजीवाद क िवकासऔोगीकरण शहरीकरण औरआधिनकीकरण क साथ खद-ब-खद समा हो जाएगी

जाित की साई क ित आखमदन स भी वह नह होजाएगी बि इसक िलए िवशषयास करन हग और कदमउठान हग लोिहया सामािजकप स िपछड़ तबक को आरणकपम िवशष अवसर क िसातक बल समथ क और ितपादकथ कम स कम उर भारत कीराजनीित म िपछड़ कोआगलान का य भी उनको जाता हपर िपछड़ा और दिलत राजनीित

आज िजस मकाम पर पची हउसस शायद उनको गहरी पीड़ाहोती

लोिहया आधिनकभारत क उन कितपयिवचारक औरनताओ म स थिजन भारत म

जाित-था की गहराईऔर िवकितय कोसमझा और उस परलगातार हार करन पर जोर िदया

लोिहया की सामािजक नीित कबार म दो बात याद रखनी चािहएिजनस आज क सदभ म भी मददिमलगी एक तो दिलत-िपछड़को आग लान क साथ-साथ वहमशा जाित-था क स कल को सामन रखत थ िजस आज क िपछड़ा-दिलत नत न परी तरह छोड़ िदया ह इस मायन म व गाधी स आगऔरआबडकरक समक थ गाधी न आतऔर हिरजन समा को र करन पर तो काफी जोर िदया पर वण -वा और जाित था क नाशका ल सामन नह रखा

सरा लोिहया का नारा lsquoिपछड़ापावसौ म साठ थाऔर इस lsquoसाठ-

सकड़ाrsquo म व िपछड़ी जाित क साथदिलत आिदवािसय िपछड़मसलमान और मिहलाओ कोभी शािमल करत थ इन सबकामोचा बनाकर उनम राजनीितकआकाा जगाकर व एकपिरवत नकामी ाितकारी ताकतबनाना चाहत थ काशीराम न बाद म बजन समाज पाट बनाईतो एक तरह स लोिहया की ही इसरणनीित को उन सीिमत पस पकड़ा मगर मायावती तकआत-आत उसम स सामािजकपिरवत न का त हो गयाऔर उसकी जगह कस म औरअवसरवाद रह गया

ी-मि क बल समथ कलोिहया एक तरह स आधिनकभारत क पहल बड़ नारीवादीनता थ व मानत थ िक जब ीको आजादी िमलगी तो परानीसामािजक वाए टट गी औरकछ अराजकताऔर उखलतााभािवक होगी पर ी कोबधन म रखन की तलना म यहबहतर ह

भारतीय पौरािणक चिर कासहारा लत ए एक चिच त भाषणम उन कहा िक भारतीय नारीका आदशसािवी नह हो सकतीिजसका एक मा गण उसकीपितिना ह बि ौपदी होनाचािहए जो चचल ह िवान ह

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 19

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 20: Sacchi Mucchi, May 2014

लोिहया की लालटन - सनील

बहस करन वाली ह और कक साथ बराबरी का सखा सबधरखती ह

म िववाह आनर िकिलगऔर सह-जीवन (िलव-इन-िरलशनिशप) पर आज जो बहसचल रही ह उसका आगाजलोिहया न काफी पहल यहकहकर कर िदया था िक वबलाार और िवासघात कोछोड़ कर ी-पष क हर तरह किरत को ीकार करन क िलएतयार ह इस मायन म िढवादीसमाज को काफी ाितकारी ढगस िहलान की कोिशश करन वालिबरल नताओ म लोिहया एक थ

लोिहया की एक खबी यह भीथी िक उन अपनी ाितकारीबात को भारत क जन-जनतक पचान क िलए तीकपक और उदाहरण बारबारभारतीय इितहास परपरा औरपौरािणकआान स उठाएऔरउनका जमकर इमाल िकयाराम क िशव निचकतासीता सािवी ौपी विशवाीिक शबक शरशाहइाहीम लोदी गजनी गोरीरिजया सान आिद का सहारालकर व गहरी स गहरी बातजनता क सामन रखत थ इसीतरह सादाियकता की समाक बार म उनका रवया आम

वामपिथय स अलग और गाधीक ादा नजदीक था

धािम क करता औरसादाियकता का वचािरक रपर मकाबला करन क दो तरीकरह ह पहला चिलत वामपथीतरीका रहा ह-धम परपरासित राीयता आिद स जड़ीहर चीज को परातन दिकयानसीितियावादी और ितगामीमान कर उसका अीकार औरितरार करना धम को जनताकी अफीम बतान वाली मास कीउि स इस बल िमला ह परयह तरीका अभी तक जनमानसको भािवत करन म िवफल रहाह लोग आमतौर पर धम स जड़ रहत ह उनक सोच उनकिवास और झान की जड़परपरा म रहती ह

भारत जसी ाचीन सताओ क बार म यह बात और ादासही ह ऐसी हालत म यहरवया भारतीय जनजीवन औरजनमानस स जड़ एक िवशाल को एक तरह स करपिथयक िलए मदान खाली छोड़न और उ lsquoवाक-ओवरrsquo दन जसाहोता ह सरी ओर लोिहयामानत थ िक भारतीय परपराइितहास धम और सित मश स उदारवादी-सिह धाराऔर करपथी-सकीण धारा दोन

रही ह और दोन म लगातारसघष चलता रहा ह lsquoिह बनामिहrsquo नामक िनबध म उन इस बखबी िचित िकया हइस नजिरए स भारतीय सितऔर इितहास की गितशीलउदारवादी परपराओ को िचितपनजिवत और मजबत करक हीसादाियकताऔर जाित िलग कीसकीण ताओ का मकाबला िकयाजा सकता ह

लोिहया आजाद भारत क उनिबरल नताओ म स थ िजन िशा और भाषा क म कोअहिमयत दी और उ लकरभी सघष का मोचा खोला दशआजाद होन क बाद भी अजऔर अिजयत क वच किखलाफ लगातार आवाज उठान वाल व शायद एकमा बड़ नताथ उनक िलए अजी एक छोटस अिभजा वग का एकािधकारबनाए रखन गलाम मानिसकताको बनाए रखन शासन औरआम जनता क बीच की खाईबनाए रखन आम भारतवासी कोकिठत करन और दश की गितको रोकन का एकऔजार थी जबतक िवदशी भाषा म दश का राजचलगा तब तक लोकत सहीमायन म कायम नह हो सकगा

आजाद भारत म दोहरी िशाऔर िशा म भदभाव उनक

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 20

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 21: Sacchi Mucchi, May 2014

लोिहया की लालटन - सनील

िलए अस था lsquoरापित कीहो या महतर की सतान सबकीिशा एक समानrsquo जस नार दकरउन उस समान ल णालीकी माग काफी पहल कर दीथी िजसकी िसफािरश बाद मकोठारी आयोग न की और जोिनया म परी आबादी को िशितकरन का एकमा तरीका रहाह आज अजी का दमघटवच िजस तरह स बढ़ता जारहा ह और िशा का िजस तजीस वसायीकरण हो रहा हलोिहया की िचताओ और बातकी ासिगकता और बढ़ गई ह

लोिहया न भारतीय शा औरान को यरोपीय पव ह स मकरक एक दशी आधिनकता स लस करन पर भी जोर िदया थालोिहया न वग सघष की जरतको इस मायन म ीकार िकयािक दयपिरवत न न सब चीज हलनह होगी और िनिहत ाथ स टकराना जरी ह इसक िलए वसाहऔर िसिवल नाफरमानीक अिहसक और लोकतािकतरीक की वकालत करत हऔ िहसा क िखलाफ ह परिहसाऔरतःत ताािलकिहसा म फक करत ह सगिठतिहसा अिनवाय प स साक क ीकरण और तानाशाहीको ज दगी-लोिहया का यहकथन इितहास क अनभव स भी

सच सािबत आ ह िहसा कोछोड़न क साथ-साथ अाय काअिहसक तरीक स ितरोध करन पर भी व जोर दत ह इस मामलम व उन गाधीवािदय स अलगथ जो सरकार को गोद म बठ करअाय वा की िहसा औरसाावादी साइय स आख मद कर शाित और अिहसा कीमहज माला जपत रहत ह

आज अजी कादमघट वच िजसतरह स बढ़ता जारहा ह और िशा कािजस तजी स

वसायीकरण होरहा ह लोिहया कीिचताओ और बातकी ासिगकता और

बढ़ गई हआज क सदभ म दख तोकमीर पवर या दश किविभ अचल क िहसक सघष क सिनक समाधान और दमन कतरीक को व जमकर िवरोध करतऔर वहा की जनता क असतोष ककारण और वहा हो रह अाय-अाचार को र करन पर बलदत करल म गोलीचालन कीएक घटना पर अपनी ही सरकार

स इीफा मागन वाल लोिहयातो इस बात को कतई बदा तनह करत िक कमीर म परफ कन वाल यवकऔर मिहलाओ पर रोज गोली चलाई जाए औरचद िदन क अदर सौ स ादानागिरक की जान ल ली जाए

lsquoवोट-जल-फावड़ाrsquo का स दकरलोिहया न राजनीितक कम कोसघष और रचनाक काय स जोड़न की कोिशश की इस अथ म भी व गाधी क अनयायी थबाद म मजर नता शकर गहािनयोगी न इसी तरह lsquoसघष औरिनमा णrsquo का नारा िदया था मानवजाित क इितहास म िनया कोबदलन और बहतर बनान कीकई कोिशश ई ह पहल य कोिशश ादातर धािम क औरदाश िनक तौर पर ई ह गौतमब महावीर ामी ईसा पगबरमोहद गनानक आिद न इसीतरह की कोिशश की आधिनककाल म काल मास लिननमाओ आिद न भौितक-आिथ कवा बदल कर नई िनयाबनान की कोिशश की दोनतरह की कोिशश एकागी थऔर इसीिलए ादा सफल औरिटकाऊ नह हो पाई

भिव म अगर कोई ाित इनधरातल को िमलाकर होगी तोशायद वह ादा ायी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 21

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 22: Sacchi Mucchi, May 2014

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

सफल हो पाएगी ऐसी िकसी भीकोिशश क िलए जमीन तयारकरन म गाधी और लोिहया की

मदद महपण होगी जब भीऐसी कोिशश क िसपाही वचािरक

ध ध म राा खोजना चाहग तोउ लोिहया की लालटन स काफी मदद िमलगी

गलामी और ट का खलसनील (अबर 2010)

बीत 29 अबर को आजाद औरलोकतािक भारत की िनवा िचतरापित अगल रामडल खलकी मशाल को िटन की महारानीस लन खद चल कर लदन मउनक महल पची थी आजादभारत क िलए यह शम का िदनथा लिकन मीिडया को इसमकछ भी गलत नह लगा वहइसी स अिभभत था िक भारतीयरापित की सलामी दी गई औरउ शाही िकल म ठहराया गयािकसी न यह सवाल नह उठायािक ििटशसाा क समा होन और भारत क आजाद होन कबासठ वष बाद भी हम ििटशमहारानी को इस तरह स माता द रह ह सामाकी गलामीकी िनशानी ढो रह ह

ऐसा ही एक अवसर कछ सालपहल आया था जब धानमीमनमोहन िसह न आफोड

िविवालय म मानद उपािधिमलन क बाद िदए अपन भाषणम अजी साा की तारीफ कपल बाध थ

िकसी न यह सवालनह उठाया िकििटश साा कसमा होन और

भारत क आजाद होन क बासठ वष बाद भीहम ििटश महारानीको इस तरह स माता द रहह सामा कीगलामी की िनशानी ढो रह ह

उन कहा था िक भारत कीभाषा शा िविवालय

कानन ाय वा शासनिककरट तहजीब सबकछ अजीकी दन ह िकसी और दश काधानमी या रापित ऐसा कहदता तो वहा तफान खड़ा होजाता लिकन यहा पा भीनह खड़का ऐसा लगता ह िकगलामी हमार खन म िमल गईह राीय गौरव और ािभमानकी बात हम महज िकताब औरभाषण म र अदायगी क िलएकरत ह

अगल साल तीन अबर स बारहअबर क बीच िदी म होन वाल िजन रामडल खल क िलएभारत सरकार और िदी सरकारिदन-रात एक कर रही ह परीताकत और अथाह धन झक रहीह व भी इसी गलाम की िवरासतह इन खल म व ही दश भागलत ह जो पहल ििटश सााका िहा थ िनया क करीब

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 22

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 23: Sacchi Mucchi, May 2014

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

एक सौ अी दश म स महजअड़तालीस दश इसम शािमलहग रामडल खल की सरकिटन की महारानी एिलजाबथितीय ह और उप सरक वहा कराजकमार एडवड हर आयोजनक करीब साल भर पहल महारानीइसकी तीक-मशाल आयोजकदश को सपती ह और इस lsquoमहारानी मशाल िरलrsquo कहाजाता ह

ििटश साा और गलामी कीयाद िदलान वाल इन खल किदी म आयोजन की तयारी कईसाल स चल रही ह ऐसा लगताह िक परी िदी का ना बदलजाएगा कई िडयम खलगावचड़ी सड़क लाईओवर रलवपल भिमगत पथ पािकग लऔर कई तरह क िनमा ण-काय चल रह ह पया वरण िनयमको ताक पर रखकर यमना कीतलहटी म एक सौ अठारह एकड़म िवशाल खलगाव बनाया जारहा ह िजसस इस नदी और जन-जीवन पर नए सकट पदा हग

इस खलगाव स िडयम तकपचन क िलए िवशष चार औरछह लन क भिमगत माग औरिवशाल खभ पर ऊपर ही ऊपरचलन वाल माग बनाए जा रहह िदी की भीतरी और बाहरीदोन िरग रोड को िसल-म

बनाया जा रहा ह यानी हरािसग पर लाईओवर होगािदी म लाईओवर की सासकड़ म पच जाएगी एक-एकलाईओवर का िनमा ण करोड़पय म होता ह उ मतावाली बसवा क नौ कािरडोरबनाए जा रह ह

िदी मो का तजी स िवार होरहा हऔर 2010 यानी रामडलखल तक यह िनया का सरासबस लबा मो रल नटवक बनजाएगा तजी स इस बनान मएिशया म पहली बार एक साथचदह सरग खोदन वाली िवशालिवदशी मशीन इमाल हो रहीह इिदरा गाधी अतरा ीय हवाईअ पर नौ हजार करोड़ पय कीलागत स नया टिम नल और रनवबनाया जा रहा ह तािक एक घटम पचहर स ादा उड़ान भरीजा सक इस हवाई अ को शहरस जोड़न क िलए छह लन काहाईव बनाया जा रहा ह और उस मो स भी जोड़ा जा रहा ह

मा दस िदन क रामडल खलक इस आयोजन पर कल खच काअनमान लगाना आसान नह हिक कई िवभाग और कई मदस यह खच हो रहा ह सरकारक खल बजट म तो बत छोटीरािश िदखाई दगी उदाहरण कतौर पर हाई-टक सरा का ठका

एक कपनी को तीन सौ पचासकरोड़ म िदया गया ह पर यहउस खच क अितिर होगा जोसरकारी पिलस यातायात पिलसऔर सरा बल की तनाती कप म होगा

एक वष पहल एक पिका न अनमान लगाया था िक रामडलखल क आयोजन पर कलिमलाकर अी हजार करोड़पए खच हग जािहर ह अबइस रकम म काफी इजाफा होचका होगा कहा जा रहा हिक य अभी तक क सबस महग रामडल खल हग सवाल हिक भारत जस गरीब दश मसाावादी अवशष क इस दसिदनी तमाश पर इतनी िवशालरािश खच करन का ा औिचह दश क अिधकतर लोग कीबिनयादी जरत परी नह हो रहीह आज िनया क सबस ादाभख कपोिषत आवासहीन औरअिशित लोग भारत म रहत हइलाज क अभाव म मौत आम होचकी ह गरीब को सा राशनगाव म पयजल इलाज की परीवा वावा की पशनऔर ल म पर ायी िशकया भवन और अ सिवधाएदन की बात आत ही सरकारपस की कमी का रोना रोती हऔर उनम कटौती करती रहतीह िनजी सरकारी भागीदारी और

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 23

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 24: Sacchi Mucchi, May 2014

गलामी और ट का खल - सनील (अबर 2010)

िनजीकरण क िलए भी वह यहीदलील दती ह िक उसक पास पस की कमी ह िफर रामडल खलक इस तमाश क िलए इतना पसाकहा स आ गया

सरकार का झठ और उसकीबईमानी यह पकड़ी जाती हजरत ा ह और सीिमतससाधन को खच करन कीाथिमकताए ा ह इस परराीय बहस चलान का व आगया ह

सार नता मख दल बिजीवीऔर मीिडया झठी शान वाल इसआयोजन की जय-जयकार म लग ह अगर कह िवपी नता औरमीिडया आलोचना करत िदख भीरह रह तो बस इतन िक िनमा णकाय -समय पर पर नह हगलिकन इस आयोजन क औिचपर व सवाल नह उठात इसतमाश म ठकदार कपिनय औरकमीशनखोर नताओ की भारीकमाई होगी उनकी पीिढयातर जाएगी िवापनदाता दशी-िवदशी कपिनय की िकी बढ़गीमीिडया को भी भारी िवापनिमलग लिकन दश और दश कसाधारण लोग घाट म रहग यहट और बरबादी ह

यह कहा जा रहा ह िक रामडलखल क िलए जो बिनयादी ढाचाबन रहा ह वह बाद म भी

काम आएगा लिकन िकनकिलए िनजी कार को दौड़ान और हवाई जहाज म उड़न वालअमीर क िलए िदी िव-रीयशहर बन जाएगी लिकन अबतक िदी क महनतकश झगी-झोपड़ी वािसय और पटरी फरीवाल को िदी क बाहर खदड़ाजा चका होगा उनको हटान औरितबिधत करन की मिहम िपछलकछ समय स चल रही ह

सवाल ह िक भारतजस गरीब दश मसाावादी अवशषक इस दस िदनीतमाश पर इतनीिवशाल रािश खच करन का ाऔिच ह

इसक पीछ भी रामडल खल काआयोजन ह पर सवाल यह भीह िक पर दश का पसा खच करिदी क अमीर क ऐश आरामक िलए लगान का ा अिधकारसरकार को ह दश क गाव औरिपछड़ इलाक को विचत करकअमीर-महानगर क प म यहएक कार का पनिव तरण हो रहाह

यह भी दलील दी जा रही ह

िक इस आयोजन स दश मखल को बढ़ावा िमलगा यह एकाित ह उ ऐस आयोजन स बत महग खचलऔर हाई-टकखल की एक नई सित ज लरही ह जो खल को आम जनतास र ल जा रही ह और िसफअमीर क िलए आरित कर रहीह आज खचल कोच िवदशीिशण अाधिनक िडयमऔर महगी खल-सामी क बगरकोई िखलाड़ी आग नह बढ़सकता िपछलओलिपक म णपदक ा करन वाला भारतीयिनशानबाज अिभनव िबा एकउदाहरण ह िजसक पिरवार न खद अपना शिटग रज बनायाथा और उस यरोप म िशणिदलवाया था इस दश क िकतन लोग इतना खच कर सकत ह

इन खल और उसस जड़ पस और िसि न एक अितधा को ज िदया हिजसम ितबिधत दवाओस और मच-िफिग काबोलबाला हो चला ह जबदवसायीकरण क साथ खल मखल-भावना भी नह रह गई हऔर खल साधारण भारतवासीस र होत जा रह ह टीवीचनल न भारतीय को खलन क बजाय टीवी क परद परदखना िखलािडय क फन बननाआटोाफ लना आिद जर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 24

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 25: Sacchi Mucchi, May 2014

नए वामपथ की जरत - सनील

िसखा िदया ह ापक दीवानगीपदा करक टीवी चनल औरिवापनदाता कपिनय की खबकमाई होती ह

अब तो िचयर गस और िगस क प म इनम भडपनअीलता और नारी की गिरमािगरान का एक नया अाय भीश हो गया ह जन-जीवन कहर की तरह खल का भीबाजारीकरण हो रहा ह िजसस अनक िवकितया पदा हो रहीह िकट और टिनस जस कछ

खल म बत पसा ह इनम जोिखलाड़ी िसि पा लत ह व मालामाल हो जात ह लिकनहाकी कबी खो-खो कतीदौड़-कद जस पारपिरक खलउपित होत गए ह इनक चोटीक िखलािडय की भी उपा औरदशा क िकबीच-बीच मआतरहत ह

रामडल खल क बजाय इसकाआधा पसा भी दश क गावऔर क म खल-सिवधाओ किनमा ण दहाती खल आयोजनऔर ब का कपोषण र करन म

लगाया जाए तो दश म खल कोकई गना ादा बढ़ावा िमलगाखल म छाए ाचार पपातऔर असतलन को भी र करन की जरत ह तभी अतरराीयधा ओ म भारत की दयनीयहालत र होगी और वह पदकतािलका म ऊपर उठ सकगा

रामडल खल इस दश कीगलामी ससाधन की टिवलािसता और गलत खल-सित क तीक ह इसिलएइनका िवरोध िकया जाना चािहए

नए वामपथ की जरतसनील

नदीाम-िसगर की घटनाओ न वामपथी धारा क अदर एकहलचल पदा कर दी ह वामपथीअभी तक माकपा-भाकपा स जड़थ या किमय क बावजद उभारत म वामपथ और गितशीलराजनीित का ितिनिध मानत थ व तो और भी िथत हऐसी ही एक था िहदी कीितित सािहिक पिका lsquoहसrsquoक िदसबर अक क सपादकीय

म िदखाई दी ह इस सपाकीयम सपादक राज यादव न एकवामपथी बिजीवी की पीड़ा औरआोश को अिभि दी हव दश क एक नामी सािहकारऔर सपादक ह वामपथी खम म उनकी काफी िता हइस सपादकीय लख म उोन खलकर माकपा और पिमबगाल सरकार की आलोचना कीह इसक िलए व बधाई क पा

राज यादव न आोश क साथकहा ह lsquoव िसफ अपना नहहमारा भी म ह काला कर रह हrsquoिसगर-नदीाम क नरसहार कोउन lsquoजनता और बिजीिवयक साथ िवासघातrsquo कहा ह यहपछा ह िक किन पाट अपनी मल िताओ स हटकरदमन और अाचार पर उतर

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 25

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 26: Sacchi Mucchi, May 2014

नए वामपथ की जरत - सनील

आई ह पिम बगाल म ग डा त का वच ह उन पिम बगाल की घटनाओ कीतलना गजरात म नर मोदी कीकरतत स की ह खरा बोलन और भारत क वामपथी नताओ को आईना िदखान क िलए राजयादव की िहत की दाद दनीपड़गी उन एक बिजीवी कदािय को िनभाया ह

लिकन अफसोस ह िक इतनासाहस िदखान क बाद आग ीयादव न जो कहा ह उसस दश कमासवादी बिजीिवय की एकसीमा का पता चलता ह उन आमथन और आालोचनापर जोर िदया लिकन इस िसफएक पाट-माकपा तक सीिमतकर िदया उन ािलन कीतानाशाही चीन की lsquoचकड़ीrsquo कशासन और भलोक बगािलयक मासवादी की िनदा तो कीलिकन इसक बीज उसमासवादीिवचार और दशन म भी हो सकतह यह दखन स िबल इकार करिदया

मानो उन पर मासवाद िवरोधीया पथ होन का आरोप नलग जाए उन सफाई भीदी िक आज भी वाम-िवचारधाराम उनका अटट िवास हlsquoिक मानव-इितहास म आजभी वही सबस िवकिसत अजय

िवचारधारा हrsquo यही िवचारधाराlsquoसबस वािनकrsquo भी ह अपनीिना को सािबत करन क अितउाह म व यह भी कह गएिक lsquoिनया म जहा भी अपन लोकतािक अिधकार क िलएजमीनी सघष ए उनकी एक मारणा मासवाद ही रहा ह

िनया की अनकाितय क पीछमास क िवचार रहह लिकन इसकामतलब यह नह िकिनया म अ कारकी पिरवत नकामीिवचारधाराओ औरगर-मासवादीसघष का अिही नकार िदया जाएदिलत ी आदोलन कोवचािरक रीढ़ िसफ मासवादन दान की ह लिकन य दाव अितरिजत ह य इस दशम आजादी क आदोलन क बड़िह क मख नता और रणाोत महाा गाधी रह ह मासनह बि मास की अनयायीकिन पािटया तो इस परआदोलन स अलग-थलग रहीह इसी कार इस दश की

दिलत चतना क मख रणाोत आबडकर रह ह मासनह आज लाितन अमिरका मभी वनजएला और बोलीिवया कजनवादी उभार का मख क साइमन बोलीवार ह य आदोलनपारपिरक मासवादी धारा स काफी अलग ह

इसम शक नह िक मासएक ाितकारी िवचारक थिजनक िवचार का काफी र-र तक सार और भाव आिनया की अनक ाितय कपीछ मास क िवचार रह हलिकन इसका मतलब यह नहिक िनया म अ कार कीपिरवत नकामी िवचारधाराओ और गर-मासवादी सघष काअि ही नकार िदया जाए

मासवाद को lsquoएकमा रणाrsquoकहन वाल यादव जी की यह िनाबत कछ िकसी धम क अितउाही करपथी अनयायी जसीलगती ह जो दावा करता ह िकउसका धम ही एक मा साधम ह उसका ईर ही एक माईर ह उसका माग ही मिका एक मा माग ह बाकी सबधम और पथ ढकोसला ह बिजो िविभ उदा धमा चाय रहह व सर धमो का भी सानकरत रह ह लिकन राज यादवजस मासवादी तो उन धमा चाय

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 26

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 27: Sacchi Mucchi, May 2014

नए वामपथ की जरत - सनील

िजतनी सिहता या सहअिभी ीकार नह करना चाहत ह

मासवादी दशन की सवताका एक म इसक lsquoवािनकrsquoहोन क दाव स आता ह िवानकी यह खबी ह िक वह कारणऔर पिरणाम क बीच सबध कोस प स पिरभािषत करताह और इसक िनष को कसौटीपर कसा जा सकता ह ा यहयाद िदलाना पड़गा िक मासकी अपनी मख भिववाणीगलत सािबत हो गई िक ाितवहा होगी जहा पजीवाद पिरपअवा म पच गया ह

ाित पिम यरोप म होन कबजाय औोिगक और पजीवादीि स िपछड़ स म ई औरिफर चीन म जहा औोिगकरणऔर पजीवाद का िवकास नहक बराबर आ था ा इसीएक त स मासवाद क अजयऔर वािनक होन क दाव परसवािलया िनशान नह लग जाताह या कम स कम उसक िवषणम कोई बिनयादी कमी उजागरनह होती ह

मासवाद क वािनक औरअजय होन और उसकी सवताका म पाल लोग दख नह पात ह िक उसकी सभीापनाएसमयकी कसौटी पर खरी नह उतरी हदरअसल य माताए अठारहव

और उीसव शताी क यरोपम औोिगक ाित क िवषणपर आधािरत ह जो मलतः एकयरोपीय ि स िकया गया हइसिलए समता की चाह रखन परभी इस िवषण म एक िदोषआ गया ह य मास न हमिसखाया ह िक िकसी ि किवचार उसक दश काल औरपभिम स भािवत और उसकीउपज होत ह मास य इसकअपवाद नह ह

मासवादी िवचारधारा की इनमाताओ क बार म कछ िवानयह बहस कर सकत ह िक य सारीमाताए मास क मल लखनम इस प म मौजद नह ह याय मास बाद म इनक बार मअलग ढग स सोचन लग थमास और lsquoमासवादrsquo म फकभी िकया जा सकता ह यह भीकहा जा सकता ह िक ऊपर बताईगई माताओ को सही सदभ मसही शावली म पश नह िकयागया ह शावली म फक होसकता ह नव-मासवाद की कछधाराए इन माताओ पर काफीसमय स सवाल भी उठा रही हिफर भी मोट तौर पर मासवादकी मधारा इ माताओ को लकर कमोबश चलती रही हभारत की बड़ी किन पािटयका सोच और रणनीित भी मोटतौर पर इसी स िरत रही ह

भल ही ावहािरक राजनीित म व इनस हटकर भी काम करती रहीह य माताए दरअसल गहरिवास म बदल गई ह

सभवतः यही कारण ह िकसोिवयत सघ क शासक कोऔोगीकरण की खाितर साअनाज और सा म पान किलए िकसान को कम कीमतदन और िवरोध करन पर बड़पमान पर िकसान का कलऔर िनवा सन करन म कोईअपराधबोध नह आ सभवतःयही कारण ह िक आज भी भारतम किन पािटय का मआधार सगिठत क मजरऔर कमचारी ही ह यही कारणह िक दश क िकसान आदोलनको बत स वामपथी lsquoकलकआदोलनrsquo कह कर उ शकाकी िनगाह स दखत रह

शायद यही वजह ह िक माकपाक नताओ को भारत क सदभ मपजीवाद का िवकास गितशीलऔर इतना जरी लगता ह िकइसक िलए टाटा और सलमकपनी को पिम बगाल बलान म कोई हज नह िदखता िवकासक नाम पर उ पिम ढग काऔोगीकरण ही सझता ह औरउसक िकसी दशज िवक कबार म व सोच भी नह पात यराज यादव इन माताओ क

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 27

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 28: Sacchi Mucchi, May 2014

नए वामपथ की जरत - सनील

असर म माम पड़त ह जब वकहत ह िक lsquoसच हऔोगीकरणिवकासकी अिनवाय ता हऔर यहभी सच ह िक जहा िवकास होगावहा िवापन भी होगा हीrsquoआिखर इसका कोई तकदन की जरत व नह समझता छोट-छोट ामोोग परआधािरत औोगीकरण नहहो सकता िजसम िकसी कोिवािपत करन की जरत नहो िजसम सबको रोजगार िमलऔर िजसक िलए िकसी टाटाया सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़ ऐसा ामोोगछोटा उोग खती आिद हमारिवकास क क नह हो सकत

िविच ह िकआधिनक पजीवादी-उदारवादी दश न और शाीयमासवादी िवचार दोन आधिनकऔोगीकरण क मामल म एकह लिकन अब तक क अनभवस साफ हो चका ह िक ऐस औोगीकरण और िवकास मकम स कम तीन बात अिनवाय ह एक मजर का शोषणदो औपिनविशक शोषण य

उपिनवश या नवउपिनवश दशक बाहर भी हो सकत ह और दशक अदर िपछड़ इलाक खतीगाव और असगिठत क पम भी

ा छोट-छोटामोोग परआधािरत

औोगीकरण नहहो सकता िजसमिकसी को िवािपतकरन की जरत नहो िजसम सबकोरोजगार िमल औरिजसक िलए िकसीटाटा या सलम स गलबिहया करन कीजरत न पड़

तीन बड़ पमान पर ाकितकससाधन की ट यिद मासवादइस औोगीकरण िवकास औरइसस उपजी कछ लोग की जीवनशली को गित का पया य मानता

रहगा तो वह अपनी गलितयको बार-बार दोहराता रहगा चाहचीन हो या बगाल िवकास की यहराह िसगर और नदीाम की ओरही ल जाएगी

वामपथी बिजीिवय को यिदिवम की वत मान िित स उबरना ह तो उ अध ा स उबर कर मासवाद की परानीमाताओ पर पनिव चार करत ए एक नए दशन की तलाशकरनी होगी यही व की मागह व या मास का कोई अअनयायी यह ितपािदत करनाचाह िक इन माताओ कोछोड़ कर या सशोिधत करकभी मासवाद का नया शािलखा जा सकता ह और वहशाआधिनकऔोगीकरण परआधािरत िवकास को अीकारकर उसका िवक ढढ़न ममददगार हो सकता ह तो उसकाागत िकया जाना चािहए तबवह मासवाद गाधी लोिहयाऔर आबडकर क भी काफीनजदीक पच जाएगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 28

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 29: Sacchi Mucchi, May 2014

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकतसनील

िवकास और औोगीकरण कतमाम दाव क बावजद आजभी भारत की बसक आबादीकी िजदगी खती और जगल स जड़ी ह उसकी रोजी-रोटी काजिरया और िजदगी की एकमासपि और बीमा भी जमीन हजमीन की इस अहिमयत काअदाजा दश क ब वग को एकबार िफर िपछल िदन आ जबपचीस हजार गरीब न वािलयरस िदी तक पदयाा की इसानाकष ण क िलए एकता पिरषदऔर पीवी राजगोपाल बधाई कपा ह लिकन इस lsquoजनादशयााrsquo न िजतनी हलचल पदाकी इसका समापन उतन हीिनराशाजनक ढग स आधानमी की अता म एकराीय भिम सधार पिरषद औरउस सझाव दन क िलए ामीणिवकास मी की अता म एकसिमित का गठन-कल िमला करयही हािसल आ जस रोत ब को एक झनझना पकड़ा िदया गयाहो िजसस वह अपनी भल करखलता रह

भिम का सवाल भिम-सधार कीपरानी वामपथी अवधारणा स

नह होता दश क अनकगितशील बिजीवी अब भीमानत ह िक भिम-सधार कामतलब भिम को जमदार औरबड़ िकसान स छीन कर गरीबभिमहीन म बाटना ह

अजी राज क दो सौसाल और उसकबाद क साठ साल मभी पजीवादी िवकासन लगातार गाव कउोग-धध खिकए ह गाव म खतीही एक मा पशा

बचा हदश म भिम क बटवार की िवषमताक आकड़ भी अर पश िकएजात ह और ऐसा िदखाया जाता हिक गाव की गरीबी और िवषमताक मख खलनायक गाव म हीबठ ह अनक नली सगठनऔर माल जस दल का सोच भीकछ ऐसा ही ह

लिकन िपछल साठ साल म भिमक लगातार पािरवािरक बटवार

क बाद िितया काफी बदलीह कछ अपवाद को छोड़ दतो अब गाव म बड़ सामती भ-मािलक बत कम रह गए हभिम बटवार म िवषमता जरह लिकन इसका उपाय यह नहह िक इस भिम को बराबर बाटिदया जाए दश क समामीणपिरवार म खती-योय भिम कोबराबर बाटन पर एक पिरवार किह म डढ़-दो एकड़ स अिधकभिम नह आएगी ह िक यहअनािथ क जोत होगी इसस न तोउस पिरवार का पट भरगा और नदश की खती ठीक स हो पाएगीिनित ही गाव की कगाली रकरन क सर उपाय खोजन हग

दरअसल यह िित इसिलए पदाई ह िक अजी राज क दो सौसाल और उसक बाद क साठसाल म भी पजीवादी िवकासन लगातार गाव क उोग-धध ख िकए ह गाव म खती ही एकमा पशा बचा ह गाव का हरपिरवार खती क िलए जमीन काएक टकड़ा चाहता ह इसीिलएखती की बढ़ती बदहाली क साथ-साथ जमीन की बढ़ती कीमतका िवरोधाभास हम पात ह इस

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 29

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 30: Sacchi Mucchi, May 2014

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िित का समाधान जमीन काबराबर बटवारा करक नह होसकता इसका समाधान तो यहीह िक िवकास की परी िदशाको बदला जाए गाव को िफरस अनक उोग-धध का कबनाया जाए और वहा की आबादीक एक खास िह की खती स िनकाल कर इन धध म लगायाजाए इसस खती और जमीन परदबाव कम होगा जोत का आकारबढ़गा खती का शोषण खकरक उस लाभदायक वसायबनाना होगा भिम क सवाल कोइस पर पिर स काट कर नहदखा जा सकता ह

भिम सधार की ि स कछ कदमताल उठान की जरत हएक बटाईदार को कानन बनाकरसरा दान करना पिमबगाल की वामपथी सरकार न यह काम िकया ह लिकन अरा म यह नह आ हसरा किष-भिम क मािलकका एक िहा गाव म रहता हीनह ह इनम अिमताभ बनजस करोड़पित और फाम हाउसक शहरी मािलक और ामीणपिरवार क व सद भी ह जोनौकरी या ापार या मजरी किसलिसल म शहर जाकर बसगए ह ऐस लोग का किष-भिमका मािलक बनन का अिधकारकानन बना कर ख कर दना

चािहए जो गाव म रहगा गावकी मतदाता सची म िजसका नामहोगा वही खती की जमीन कामािलक हो सकगा ऐसा करन परगाव म काफी किष-भिम उपलहोगी जमीन की कीमत कमहोगी जोत का आकार बढ़गागाव म रहन वाल खती स जड़ लोग भिम मािलक हग तोखती की उित और दीघ कालीनिनवश म ादा िच लग यहबत ाितकारी भिम-सधार नहह लिकन िकसी भी सरकार न इस नह िकया ह बगाल कीवाममोचा सरकार न भी नहजनादश याा म भी इस माग कोनह रखा गया

तीसरी जरत दिलत-आिदवािसय और सर कमजोरतबक को जमीन पर अिधकारिदलान की ह लगभग हर इलाकम ऐस अनक मामल ह िजनमइनका काननी अिधकार होत एभी जमीन वाव म भावशालीलोग क क म रहती हमगर सरकार म राजनीितकइाशि और ितबता कीकमी शासिनक ाचार औराियक लापरवाही स यह कामतमाम घोषणाओ क बावजद अभीतक नह हो पाया ह काननी रोकक बावजद आिदवासी इलाक मभिम गर-आिदवािसय क पासजाती रही ह

भिम आदोलन की एक मखमाग हदबदी स िनकली भिमभदान को भिमऔर सरकारी भिमको भिमहीन म बाटन की रहीह सरकार चनाव स पहल इसकार की भिम क प बाटन काउपम करती ह लिकन इसमामल म कई कारण स बतकछ हािसल नह हो पाता हसबस कम उपजाऊ या बजरभिम ही दिलत-गरीब क िहम आती ह दरअसल गाव कीसारी भिम खती लायक नह होतीह यह सीमात भिम ायः गावक सामदाियक उपयोग की यानीचरागाह िनारी जगल आिदहोती ह इस सामदाियक ससाधनको िनजी भिम क टकड़ म बदलन का खिमयाजा पर गाव को उठानापड़ता ह सरीओर इसअनव रपथरीली झािडय भरी जमीन कोखती लायक बनान और खतीकरन क िलए आवयक साधनभी गरीब क पास नह होत ऐस हालत म यह जमीन या तो परतीपड़ी रहती ह या ससाधन वालकातकार क पास पच जातीह

सरी जमीनी हकीकत यह ह िकइस सरकारी जमीन का ादातरिहा पहल ही अितिमत होचका होता ह यह अितमणअर भावशाली लोग औरगरीब भिमहीन दोन क ारा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 30

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
Page 31: Sacchi Mucchi, May 2014

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

िकया गया होता ह ऐसी भिमको बाटन स नए सघष पदा होत ह कई बार आबिटत को जमीनपर अिधकार नह िमल पाता हव भिम क प का कागज लकरसरकारी दतर और अदालतका चर लगात रहत ह

इस बीच एक और तरह कभिम सधार और भिम आबटनश हो गए ह इनकी िदशािबल उलटी ह हमारी सरकारजोतन वाल की जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ी कपिनय औरपजीपितय को जमीन बाटन कलगी ह िवशष आिथ क बड़ उोग बड़ बाध राजमागऔर शहरी कालोिनय क िलएबड़ पमान पर िकसान स जमीनछीनी जा रही ह किलगनगरिसगर नदीाम आिद क बादतो भिम को लकर सबस अहमसवाल िवापन का ही बन गयाह िवशष आिथ क बनान कीहोड़ क पीछ एक कारण lsquoकरमि का ग rsquo ह तो सरामख कारण सी दर पर महगीजमीन हिथयान का मौका

िवशष आिथ क क ावकी सा अब पाच सौ कनजदीक पच रही ह अगर एकिवशष आिथ क का फलऔसतन दो हजार हयर मानाजाए तो दश की दस लाख

हयर कीमती भिम तो इनकीबिल चढ़न वाली ह सबस बड़िवशष आिथ क िरलायसकपनी क ह जो गड़गाव नवीम बई भावनगरआिद म दस हजारहयर स लकर बीस हजारहयर तक क म बढ़ रह हआज दश का सबस बड़ा जमदारअबानी बन गया ह

इस बीच एक औरतरह क भिम सधारऔर भिम आबटनश हो गए ह

इनकी िदशा िबलउलटी ह हमारीसरकार जोतन वालकी जमीन दन कबजाय बड़ी-बड़ीकपिनय और

पजीपितय को जमीनबाटन क लगी ह

आजादी क साठ साल बाद अबदश म नई जमदािरया कायमहो रही ह िपछल वष मदशसरकार न गर-वन परती भिमको ाटशन क िलए कपिनय कोमामली श पर तीस वष किलए दन की नीित घोिषत कीह दश सरकार का आकलन

ह िक वह पचीस लाख हयरभिम इस कार बाट सकती हिवशषकर जव-डीजल क मकसदस रतनजोत (जोफ) लगान किलए हजार-लाख हयर भिमकपिनय को दन क करार िकएजा रह ह एक करार एक हीकपनी को िनमाड़-मालवा क पाचिजल म तीन लाख हयर भिमरतनजोत लगान क िलए दन काआ ह यह वही इलाका ह जहानम दा पर बड़ बाध बन रह ह औरउनक लाख िवािपत को दन क िलए सरकार क पास भिम नहह

िजस जमीन पर बजर परती याफालत भिम बता कर कपिनय कोबाटा जा रहा ह वह वाव मफालत नह ह उस पर गरीबगाववासी महनत करक खतीकर रह ह इसक अलावा वहसामदाियक उपयोग की भिम हइसम गाववासी पशओ को चरात ह जलावन वनोपज जड़ी-बटीिमी पर मरम रच आिदअनक चीज ा करत ह यहजमीन कपिनय को दन कामतलब ामीण गरीब को इनचीज स विचत करना होगा

आमतौर पर यह माना जाताह िक वन सबधी कड़ काननक कारण वनभिम को आसानीस कपिनय को नह िदया जा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 31

जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील
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जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील

सकता ह और वन बच ए हलिकन उदारीकरण की हवा वहाभी बह रही ह क ीय वन एवपया वरण मालय म वनभिम कोभी वारोपण क िलए कपिनयको दन क ाव पर गभीरता स िवचार चल रहा ह लगभग सभीवन-बल रा म वन िवभागन अितमण हटान क नाम परबड़ पमान पर आिदवािसय कोबदखल करना श कर िदया हवनवािसय को प दना तो रमदश सरकार न तीस लाखहयर क नए िवशाल कीआरित वन घोिषत करन कीिया तज कर दी ह मानाजा रहा ह िक इसम लगभग एकितहाई िनजी भिम ह इसस लाखलोग की भिम और जगल परस हक िछन जाएगा भारतीयवन कानन म lsquoआरित वनrsquoक िनयम सबस कड़ ह वहाखती चराई वनीपज सह औरजलाऊ लकड़ी िमी परमछली आिद िकसी भी चीज कोिनकालन की अनमित नह होगी

जनादश याा म मदशछीसगढ़ और अ ात स हजार फटहाल ी-पष इसीपीड़ा को लकर आए थ भिम हीउनकी िजदगी का आधार होन कबावजद भिम क एक टकड़ परकाननी हक उनक पास नह ह

राीय उानअभयारय टाइगरिरजव क प मआिदवािसय कोिवािपत-विचत-उीिडत करन कानया िसलिसला शआ ह वहा

दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट औरमौज-मी कर

सकत ह होटल खलसकत ह गािडयाऔर ज बोट चलसकती ह लिकनहजार साल स रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ीनवादी वाऔर ा होगी

इसक अभाव म व लगातारसरकारी नौकरशाही क शोषण कािशकार और सरकारी योजनाओ क लाभ स विचत रहत हउनक िलए वन िवभाग सबस बड़ा आततायी ह अज ाराकायम की गई इस जमदारीका उलन दश की आजादी

िमलन क बाद नह आ बियह बदलती गई ह राीयउान अभयारय टाइगरिरजव क प म आिदवािसयको िवािपत-विचत-उीिडतकरन का नया िसलिसला शआह वहा दशी-िवदशी सलानीसर-सपाट और मौज-मी करसकत ह होटल खल सकत हगािडया और ज बोट चलसकती ह लिकन हजार सालस रहत आए आिदवासी नहरह सकत इसस बड़ी नवादीवा और ा होगी

पजीवादी वीकरण क वत मानदौर म मनाफाखोर कपिनयकी िनगाह जल - जगल -जमीन - खिनज आिद ाकितकससाधना पर लगी ह अगरगरीब गाववािसय को जमीनऔरजगल पर हक िमलता गया तोकपिनय को दना मिकल होजाएगा असली पच यही ह

िजस पजीवादी वीकरण कीराह पर हमारी सरकार चल रहीह वह जमीन सिहत भारत कसम ससाधन को कपिनयऔर पजीपितय को िबना कावटसपन की राह ह जमीन परगरीब भिमप क अिधकार कीमाग इसक ठीक िवपरीत ह दोनम बिनयादी अतिव रोध ह एकभिम सधार पिरषद बना दन भर स यह अतिव रोध र नह होगा

स ची म ची एक यास ndash 7 मई 2014प 32

  • कसला सारवभौमवाद क बरकस सथानीयता की दावदारी - परम सिह
  • दतवाडा की जड - सनील (अपरल 2010)
  • इधर मकाल उधर गाधी - सनील (दिसमबर 2010)
  • पजीवादी सभयता क विकलप की तलाश - सनील
  • लोहिया की लालटन - सनील
  • गलामी और लट का खल - सनील (अकटबर 2010)
  • नए वामपथ की जररत - सनील
  • जमीन का सवाल और जमीनी हकीकत - सनील