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सĘची मȉĘची एक Ůयास अंक 1.9 7 अैल, 2014 मू: .10 सौज: कॉपरेट अकाउिबिलटी इरनेशनल िव बक पानी िनजीकरण को बंद करे: संगठन की मांग इस अंक म: • लोकतं का महापव • असंक अिधकार और रा िहंसा • फासीवाद को र देते ी ी रिवशंकर

Sacchi Mucchi, April 2014

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Page 1: Sacchi Mucchi, April 2014

स ची म ची एक यासअक 19 7 अल 2014 म 10

सौज कॉपरट अकाउिबिलटी इरनशनल

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन कीमाग

इस अक म

bull लोकत का महापव bull असक अिधकार और रा िहसाbull फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर

ामी मक काशक व सादक बॉबी रमाकात फोन 9839073355एल पी एफ ताज इव बसमट तलसी माग चौक लखनऊ स मित

कराकर सी-2211 इिरा नगर लखनऊ स कािशत िकया

सादक मलएस आर दारापरी 9415164845राजीव यादव 9415164845

शहनवाज आलम 9452800752रोमा 9415254919

योग यादव 9454587851नागश िपाठी 9452112004अरिवद मित 9839835032

सरिभ अवाल

सलाहकार मलरािजर सरकलदीप नरपणालाल सराणामधा पाटकरअणा रॉय

किवता ीवावयोग यादवअजीत झा

रिव िकरण जनज पी िसहडॉ सनीलम

वापीय पतासदीप ए-893 इिदरा नगर लखनऊ-226016

फोन 0522-2347365ई मल ashaashramyahoocom

िवापनसजीव पाडय 9918864999दवश पटल 9455037799

िवतरणवभचाय पाडय 9415256848

दीप िसह

िवशय सची

िव बक पानी िनजीकरण को बद करसगठन की माग - िसिटज़नज़ सिव स(सीएनएस) 3

इश कमार को ीन िचट दन की िफराकम एनआईए - िरहाई मच 5

सदाियकता नह जातीय वच की जगम आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी 6

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प - अिनल यादव 8

रा की अवधारणा ही बचा सकती हआप क योग को - सदीप पाडय 10

लोकत का महापव - सनील कमार 12

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर -हर राम िम 15

गर दलीय राजनीितक ियाओ कोसश करन का यास - जन आवाज 17

असकअिधकारऔर रा िहसा -सभाष गताड 21

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िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठनकी माग

िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

सौज इिया रीसोस सर

पानी-अिधकार साओ न िवबक स आान िकया िक व िवकासकी आड़ म पानी िनजीकरणकरना बद कर इटरनशनलफ़ाइनस कापरशन (आईएफ़सी)क जिरय िव बक िवकासशीलदश म पानी िनजीकरण कोज को समथ न दता आरहा ह हालािक अिधकाश ऐस ोज या तो सघष कर रह ह याअसफल हो गए ह परत िव बकइनको lsquoसफलrsquo ोज की तरहही मानता आ रहा ह

इटरनशनल फ़ाइनसकापरशन

(आईएफ़सी) कजिरय िव बक

िवकासशील दश मपानी िनजीकरण कोज को समथ नदता आ रहा ह

चिक िव बक इन ोज मएक दाता सा और सरकारक सलाहकार क प म जड़ाह यह एक िवरोधाभास ह खास

कर इसिलए िक अिधकाशऐस ोज की वजह स पानीानीय लोग की पच स बाहरहो रहा ह और गरीबी भी बढ़ीह यह िवरोधाभास खासकर वहापर स और अिधक गभीर हजहाआईएफ़सी का समान िहा(इििट क) ह जस िक भारत

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल की पानी अिधकारिवशष शायदा नफीसी कअनसार ldquoिव क अनक दशम आईएफ़सी क साितक प स पानी िनजीकरण को बढ़ावा दन स

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 3

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

उतना लाभ नह आ ह िजतनािक नकसान आ ह िव बकको पानी स जड़ म पर आ रहीधनरािश को और उसक िनवश किनण य को सीध सरकार और उनलोग क हाथ म द दना चािहएिजनक ित वो जवाबदह ह औरिव बक को ऐस उोग जस िकवओिलया को सीध प स समथ नदना बद करना चािहए िजनकाउय अपन शयर-होडर किलए मनाफा कमाना हrdquo

भारत ित नागपर म ऑरजिसिट वॉटर को पानी िवतरणका ठका िमला जो वओिलयाकपनी का सय वचर ह औरिजसम आईएफ़सी का 139िहदारी ह इस ोज मसभी ान पर पानी न पचनापानी िवतरण म वधान आनााचार क आरोप और गरकाननी गितिविधय क आरोपलग चक ह िजनक कारणवशधरना-दशन शासिनक जाचऔर काननी कारवाई तक ईसबस चकान वाली बात यहह िक िव बक न इस ोजको lsquoसफलrsquo घोिषत िकया औरlsquoमोडलrsquo क प म अ जगहलाग करन का ाव रखा

चिक नागपर ोज कोआईएफ़सी सफल बता करअिधक चार कर रहा था

जबिक जमीनी हकीकत इसकोअसफल बता रही थी ास कीकपनी वओिलया को ास कीही तीन गर-सरकारी सगठन न ldquoपीनोिओ अवाडrdquo िदया जोवओिलया ारा ानीय लोग कपानी अिधकार को दरिकनार करमनाफ को ाथिमकता दन क िलएह

ldquoयह अिधकआपीजनक ह िकिव बक नागपरोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता हहकीकत यह ह िकयह ोज हर तरहस असफल रहा हनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ क ज आनदका कहना ह िक ldquoयह अिधकआपीजनक ह िक िव बकनागपर ोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता ह हकीकत यहह िक यह ोज हर तरह स असफल रहा ह िपछल 3 वषम इस ोज को सिय प मचलान क िलए और िसम कीदखरख का य बत बढ़ गयाह िजसक कारणवश पानी कीकीमत भी अनक गना बढ़ गयीह कम चािरय को कम वतन द

कर उनका शोषण भी हो रहा हrdquoनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ आईएफ़सी-ारासमिथ त पानी िनजीकरण किखलाफ सघष रत ह

आईएफ़सी भारत म अ जगहभी पानी िनजीकरण क ोजको समथ न द रहा ह खडवाम आईएफ़सी न िव इाको पानी िवतरण ोज किलए ऋण िदया ह म दशित मथन अयन क न इसोज का आकलन िकया औरपाया िक इसकी वजह स पानीकी दर म बढ़ोतरी होती हानीय पानी पर ितबध लगताह और पानी िवतरण पर िनजीिनयण बढ़ता ह इस आकलनक बाद एक ानीय अिभयान न दश शासन पर ज़ोर बनायािक इसकी जाच हो इस जाचिरपोट क अनसार इस ोजम अिनयिमतताय पायी ग औरइसको र करन को कहा गयाइसक बावजद िव बक इसोज को सफल बताता आ रहाह

फोकस ऑन लोबल साउथक अफसर जाफरी क अनसारldquoदशभर म अनक ानीय जन-समह पानी क िनजीकरण काभीषण िवरोध कर रह ह हमलोग िव बक ndash उोग ndash

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 4

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक म एनआईए - िरहाई मच

राजनीित - अपराधी आिद कपानी क िनजीकरण करन क और गर-पारदश तरीक काखलासा करत रहगrdquo

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल न अबर माह मए वािष क मीिटग म िव बकक नाम खला प जारी िकयाथा िजसपर िव भर स 70 स अिधक भावकारी जन ापानी अिधकार िवशष अथ औरिविध िवशष आिद न हारिकए थ - इनम जन आदोलन का

राीय समय मथन अयनक फोकस ऑन लोबल साउथआिद भी शािमल थ इस खलप म िव बक स आान िकयागया था िक वो पानी िनजीकरणको समथ न दना बद कर औरइसकी शआत आईएफ़सी स हो जो पानी उोग म िकए गएिनवश को वापस ल और समथ नबद कर

एक साल बाद कारवाई तो कोईई नह और सरकारी ितिनिधऔर िव बक क िनण य लन वाल

अिधकारी वसी ही एक बठक मिफर िमल रह ह परत आईएफ़सीक पानी िनजीकरण को अरअ समथ न क िवरोध म जनसगठन एकित हो रह ह इिडयनसो एन फॉरम (इसाफ) किवलड डीकोा क अनसारldquoहम पानी िनजीकरण क िवरोधम अपना सघष जारी रखग औरसाव जिनक पानी िवतरण णालीकी माग को भी उठात रहग जोजनता क िलए काय रत रह न िकमनाफा कमान क िलएrdquo

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक मएनआईए

िरहाई मच

लखनऊ 21 अल 2014िरहाई मच न आरएसएस नताइश कमार की दश म ईिविभ आतकी घटनाओ मएनआईए ारा यह कह जान िकउनक िखलाफ सबत नह ह कोसािजश करार िदया

िरहाई मच क अ मोहदशऐब न कहा िक िपछल िदन

असीमान न इश कमार तथासघ मख मोहन भागवत कानामआतकी घटनाओ क रक कबतौर िलया था ऐस म ऐन चनावक पहल इश कमार को ीनिचट दकर एनआईए िहादीराजनीित क आतकी चहर कोबचान और उनक प म माहौलबनान की कोिशश कर रही ह

िकसी भी आतकी घटना क बादिबना एफआईआर क जहा िसफशक कआधार पर मिम यवकको उठा िलया जाता ह वहचाज शीट म नाम आन क बाद भीइश कमार को नह िगरतारिकया जाता जाच एजिसय ारादिणपथी आतिकय ारा कीगई आतकी घटनाओ की गी

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 5

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

सलझा पान म नाकाम बताए जान को एक सािजश करार दत एउन कहा िक यह इस बातका सकत ह िक साी ाकन ल परोिहत समत िजतन भीिहादी नता इन िदन जल मआतकवाद क मामल म बद हउ बाहर लान की यह तयारी ह

िरहाई मच आजमगढ़ क भारीमहसीदीन सजरी न कहा िकठीक आम चनाव क समय सघ क

नताओ की आतकी घटनाओ मसिलता स ीनिचट दन सबधीएनआईए का यह बयान मोदी कप म माहौल बनान और दश किहवादी वोटर को खश करन क िलहाज स ही चािरत िकयाजा रहा ह वाव म एनआईएका यह चार मोदी क प मसा पिरवत न करान की खिफयाऔर जाच एजिसय की रणनीितका िहा ह तािक इनका आतक

आम जनता क बीच म कायमरह इसीिलए िरहाई मच की यहमाग रही ह िक खिफया एजिसयकी ससद क ित िजदारी तयकी जाए दरअसल एनआईएारा यह परा षडय िहादीआतिकय और खिफया एजिसयको बचान की कोिशश ह

ारा जारी- शाहनवाज आलमराजीव यादव वा िरहाई मच

सदाियकता नह जातीय वच की जग मआजमगढ़ म मलायम

मसीीन सजरी

मलायम िसह यादव आजमगढ़स समाजवादी पाट क ाशीहो सकत ह समाचार माम मइस इस तरह की अटकल पहलस ही थ पर हर बार पाटकी ओर स इसका खडन िकयाजाता रहा मथन इस बात परचल रहा था िक सपा क इस म िखसकत जातीय आधार परकस काब पाया जाए ऐस म सपाारा यह कहना िक सादाियकताक िखलाफआजमगढ़ म मलायम

िसह चनाव मदान म ह यह महजएक िशगफा ह िजस कामसलमान समझ रहा ह

गौरतलब ह िक आजमगढ़ मकभी मलायम क िसपहसालार रहरमाकात यादव िपछली लोकसभाम भाजपा क िटकट पर िनवा िचतए थ और यह सािबत कर िदयाथा िक ानीय यादव मतदाताओ का बड़ा वग उनक साथ हइसस पहल भी दो बार सपा क

कावर यादव नतोओ को इसमामल म उनक सामन म ह कीखानी पड़ी थी अपन इस जातीयआधार को पाट म वापस लान का सपा नताओ का हर यासिवफल सािबत हो रहा था अबयह समा मा आजमगढ़ तकसीिमत नह रह गई थी इसी राहपर चलत ए एक तरफ गाजीपरम एकता मच गठबधन की तरफस ाशी बन कर आए डीपीयादव और सरी तरफ जौनपर म

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सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

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लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

4

कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 2: Sacchi Mucchi, April 2014

ामी मक काशक व सादक बॉबी रमाकात फोन 9839073355एल पी एफ ताज इव बसमट तलसी माग चौक लखनऊ स मित

कराकर सी-2211 इिरा नगर लखनऊ स कािशत िकया

सादक मलएस आर दारापरी 9415164845राजीव यादव 9415164845

शहनवाज आलम 9452800752रोमा 9415254919

योग यादव 9454587851नागश िपाठी 9452112004अरिवद मित 9839835032

सरिभ अवाल

सलाहकार मलरािजर सरकलदीप नरपणालाल सराणामधा पाटकरअणा रॉय

किवता ीवावयोग यादवअजीत झा

रिव िकरण जनज पी िसहडॉ सनीलम

वापीय पतासदीप ए-893 इिदरा नगर लखनऊ-226016

फोन 0522-2347365ई मल ashaashramyahoocom

िवापनसजीव पाडय 9918864999दवश पटल 9455037799

िवतरणवभचाय पाडय 9415256848

दीप िसह

िवशय सची

िव बक पानी िनजीकरण को बद करसगठन की माग - िसिटज़नज़ सिव स(सीएनएस) 3

इश कमार को ीन िचट दन की िफराकम एनआईए - िरहाई मच 5

सदाियकता नह जातीय वच की जगम आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी 6

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प - अिनल यादव 8

रा की अवधारणा ही बचा सकती हआप क योग को - सदीप पाडय 10

लोकत का महापव - सनील कमार 12

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर -हर राम िम 15

गर दलीय राजनीितक ियाओ कोसश करन का यास - जन आवाज 17

असकअिधकारऔर रा िहसा -सभाष गताड 21

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िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठनकी माग

िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

सौज इिया रीसोस सर

पानी-अिधकार साओ न िवबक स आान िकया िक व िवकासकी आड़ म पानी िनजीकरणकरना बद कर इटरनशनलफ़ाइनस कापरशन (आईएफ़सी)क जिरय िव बक िवकासशीलदश म पानी िनजीकरण कोज को समथ न दता आरहा ह हालािक अिधकाश ऐस ोज या तो सघष कर रह ह याअसफल हो गए ह परत िव बकइनको lsquoसफलrsquo ोज की तरहही मानता आ रहा ह

इटरनशनल फ़ाइनसकापरशन

(आईएफ़सी) कजिरय िव बक

िवकासशील दश मपानी िनजीकरण कोज को समथ नदता आ रहा ह

चिक िव बक इन ोज मएक दाता सा और सरकारक सलाहकार क प म जड़ाह यह एक िवरोधाभास ह खास

कर इसिलए िक अिधकाशऐस ोज की वजह स पानीानीय लोग की पच स बाहरहो रहा ह और गरीबी भी बढ़ीह यह िवरोधाभास खासकर वहापर स और अिधक गभीर हजहाआईएफ़सी का समान िहा(इििट क) ह जस िक भारत

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल की पानी अिधकारिवशष शायदा नफीसी कअनसार ldquoिव क अनक दशम आईएफ़सी क साितक प स पानी िनजीकरण को बढ़ावा दन स

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 3

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

उतना लाभ नह आ ह िजतनािक नकसान आ ह िव बकको पानी स जड़ म पर आ रहीधनरािश को और उसक िनवश किनण य को सीध सरकार और उनलोग क हाथ म द दना चािहएिजनक ित वो जवाबदह ह औरिव बक को ऐस उोग जस िकवओिलया को सीध प स समथ नदना बद करना चािहए िजनकाउय अपन शयर-होडर किलए मनाफा कमाना हrdquo

भारत ित नागपर म ऑरजिसिट वॉटर को पानी िवतरणका ठका िमला जो वओिलयाकपनी का सय वचर ह औरिजसम आईएफ़सी का 139िहदारी ह इस ोज मसभी ान पर पानी न पचनापानी िवतरण म वधान आनााचार क आरोप और गरकाननी गितिविधय क आरोपलग चक ह िजनक कारणवशधरना-दशन शासिनक जाचऔर काननी कारवाई तक ईसबस चकान वाली बात यहह िक िव बक न इस ोजको lsquoसफलrsquo घोिषत िकया औरlsquoमोडलrsquo क प म अ जगहलाग करन का ाव रखा

चिक नागपर ोज कोआईएफ़सी सफल बता करअिधक चार कर रहा था

जबिक जमीनी हकीकत इसकोअसफल बता रही थी ास कीकपनी वओिलया को ास कीही तीन गर-सरकारी सगठन न ldquoपीनोिओ अवाडrdquo िदया जोवओिलया ारा ानीय लोग कपानी अिधकार को दरिकनार करमनाफ को ाथिमकता दन क िलएह

ldquoयह अिधकआपीजनक ह िकिव बक नागपरोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता हहकीकत यह ह िकयह ोज हर तरहस असफल रहा हनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ क ज आनदका कहना ह िक ldquoयह अिधकआपीजनक ह िक िव बकनागपर ोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता ह हकीकत यहह िक यह ोज हर तरह स असफल रहा ह िपछल 3 वषम इस ोज को सिय प मचलान क िलए और िसम कीदखरख का य बत बढ़ गयाह िजसक कारणवश पानी कीकीमत भी अनक गना बढ़ गयीह कम चािरय को कम वतन द

कर उनका शोषण भी हो रहा हrdquoनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ आईएफ़सी-ारासमिथ त पानी िनजीकरण किखलाफ सघष रत ह

आईएफ़सी भारत म अ जगहभी पानी िनजीकरण क ोजको समथ न द रहा ह खडवाम आईएफ़सी न िव इाको पानी िवतरण ोज किलए ऋण िदया ह म दशित मथन अयन क न इसोज का आकलन िकया औरपाया िक इसकी वजह स पानीकी दर म बढ़ोतरी होती हानीय पानी पर ितबध लगताह और पानी िवतरण पर िनजीिनयण बढ़ता ह इस आकलनक बाद एक ानीय अिभयान न दश शासन पर ज़ोर बनायािक इसकी जाच हो इस जाचिरपोट क अनसार इस ोजम अिनयिमतताय पायी ग औरइसको र करन को कहा गयाइसक बावजद िव बक इसोज को सफल बताता आ रहाह

फोकस ऑन लोबल साउथक अफसर जाफरी क अनसारldquoदशभर म अनक ानीय जन-समह पानी क िनजीकरण काभीषण िवरोध कर रह ह हमलोग िव बक ndash उोग ndash

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 4

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक म एनआईए - िरहाई मच

राजनीित - अपराधी आिद कपानी क िनजीकरण करन क और गर-पारदश तरीक काखलासा करत रहगrdquo

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल न अबर माह मए वािष क मीिटग म िव बकक नाम खला प जारी िकयाथा िजसपर िव भर स 70 स अिधक भावकारी जन ापानी अिधकार िवशष अथ औरिविध िवशष आिद न हारिकए थ - इनम जन आदोलन का

राीय समय मथन अयनक फोकस ऑन लोबल साउथआिद भी शािमल थ इस खलप म िव बक स आान िकयागया था िक वो पानी िनजीकरणको समथ न दना बद कर औरइसकी शआत आईएफ़सी स हो जो पानी उोग म िकए गएिनवश को वापस ल और समथ नबद कर

एक साल बाद कारवाई तो कोईई नह और सरकारी ितिनिधऔर िव बक क िनण य लन वाल

अिधकारी वसी ही एक बठक मिफर िमल रह ह परत आईएफ़सीक पानी िनजीकरण को अरअ समथ न क िवरोध म जनसगठन एकित हो रह ह इिडयनसो एन फॉरम (इसाफ) किवलड डीकोा क अनसारldquoहम पानी िनजीकरण क िवरोधम अपना सघष जारी रखग औरसाव जिनक पानी िवतरण णालीकी माग को भी उठात रहग जोजनता क िलए काय रत रह न िकमनाफा कमान क िलएrdquo

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक मएनआईए

िरहाई मच

लखनऊ 21 अल 2014िरहाई मच न आरएसएस नताइश कमार की दश म ईिविभ आतकी घटनाओ मएनआईए ारा यह कह जान िकउनक िखलाफ सबत नह ह कोसािजश करार िदया

िरहाई मच क अ मोहदशऐब न कहा िक िपछल िदन

असीमान न इश कमार तथासघ मख मोहन भागवत कानामआतकी घटनाओ क रक कबतौर िलया था ऐस म ऐन चनावक पहल इश कमार को ीनिचट दकर एनआईए िहादीराजनीित क आतकी चहर कोबचान और उनक प म माहौलबनान की कोिशश कर रही ह

िकसी भी आतकी घटना क बादिबना एफआईआर क जहा िसफशक कआधार पर मिम यवकको उठा िलया जाता ह वहचाज शीट म नाम आन क बाद भीइश कमार को नह िगरतारिकया जाता जाच एजिसय ारादिणपथी आतिकय ारा कीगई आतकी घटनाओ की गी

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 5

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

सलझा पान म नाकाम बताए जान को एक सािजश करार दत एउन कहा िक यह इस बातका सकत ह िक साी ाकन ल परोिहत समत िजतन भीिहादी नता इन िदन जल मआतकवाद क मामल म बद हउ बाहर लान की यह तयारी ह

िरहाई मच आजमगढ़ क भारीमहसीदीन सजरी न कहा िकठीक आम चनाव क समय सघ क

नताओ की आतकी घटनाओ मसिलता स ीनिचट दन सबधीएनआईए का यह बयान मोदी कप म माहौल बनान और दश किहवादी वोटर को खश करन क िलहाज स ही चािरत िकयाजा रहा ह वाव म एनआईएका यह चार मोदी क प मसा पिरवत न करान की खिफयाऔर जाच एजिसय की रणनीितका िहा ह तािक इनका आतक

आम जनता क बीच म कायमरह इसीिलए िरहाई मच की यहमाग रही ह िक खिफया एजिसयकी ससद क ित िजदारी तयकी जाए दरअसल एनआईएारा यह परा षडय िहादीआतिकय और खिफया एजिसयको बचान की कोिशश ह

ारा जारी- शाहनवाज आलमराजीव यादव वा िरहाई मच

सदाियकता नह जातीय वच की जग मआजमगढ़ म मलायम

मसीीन सजरी

मलायम िसह यादव आजमगढ़स समाजवादी पाट क ाशीहो सकत ह समाचार माम मइस इस तरह की अटकल पहलस ही थ पर हर बार पाटकी ओर स इसका खडन िकयाजाता रहा मथन इस बात परचल रहा था िक सपा क इस म िखसकत जातीय आधार परकस काब पाया जाए ऐस म सपाारा यह कहना िक सादाियकताक िखलाफआजमगढ़ म मलायम

िसह चनाव मदान म ह यह महजएक िशगफा ह िजस कामसलमान समझ रहा ह

गौरतलब ह िक आजमगढ़ मकभी मलायम क िसपहसालार रहरमाकात यादव िपछली लोकसभाम भाजपा क िटकट पर िनवा िचतए थ और यह सािबत कर िदयाथा िक ानीय यादव मतदाताओ का बड़ा वग उनक साथ हइसस पहल भी दो बार सपा क

कावर यादव नतोओ को इसमामल म उनक सामन म ह कीखानी पड़ी थी अपन इस जातीयआधार को पाट म वापस लान का सपा नताओ का हर यासिवफल सािबत हो रहा था अबयह समा मा आजमगढ़ तकसीिमत नह रह गई थी इसी राहपर चलत ए एक तरफ गाजीपरम एकता मच गठबधन की तरफस ाशी बन कर आए डीपीयादव और सरी तरफ जौनपर म

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 6

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 7

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 3: Sacchi Mucchi, April 2014

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठनकी माग

िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

सौज इिया रीसोस सर

पानी-अिधकार साओ न िवबक स आान िकया िक व िवकासकी आड़ म पानी िनजीकरणकरना बद कर इटरनशनलफ़ाइनस कापरशन (आईएफ़सी)क जिरय िव बक िवकासशीलदश म पानी िनजीकरण कोज को समथ न दता आरहा ह हालािक अिधकाश ऐस ोज या तो सघष कर रह ह याअसफल हो गए ह परत िव बकइनको lsquoसफलrsquo ोज की तरहही मानता आ रहा ह

इटरनशनल फ़ाइनसकापरशन

(आईएफ़सी) कजिरय िव बक

िवकासशील दश मपानी िनजीकरण कोज को समथ नदता आ रहा ह

चिक िव बक इन ोज मएक दाता सा और सरकारक सलाहकार क प म जड़ाह यह एक िवरोधाभास ह खास

कर इसिलए िक अिधकाशऐस ोज की वजह स पानीानीय लोग की पच स बाहरहो रहा ह और गरीबी भी बढ़ीह यह िवरोधाभास खासकर वहापर स और अिधक गभीर हजहाआईएफ़सी का समान िहा(इििट क) ह जस िक भारत

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल की पानी अिधकारिवशष शायदा नफीसी कअनसार ldquoिव क अनक दशम आईएफ़सी क साितक प स पानी िनजीकरण को बढ़ावा दन स

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 3

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

उतना लाभ नह आ ह िजतनािक नकसान आ ह िव बकको पानी स जड़ म पर आ रहीधनरािश को और उसक िनवश किनण य को सीध सरकार और उनलोग क हाथ म द दना चािहएिजनक ित वो जवाबदह ह औरिव बक को ऐस उोग जस िकवओिलया को सीध प स समथ नदना बद करना चािहए िजनकाउय अपन शयर-होडर किलए मनाफा कमाना हrdquo

भारत ित नागपर म ऑरजिसिट वॉटर को पानी िवतरणका ठका िमला जो वओिलयाकपनी का सय वचर ह औरिजसम आईएफ़सी का 139िहदारी ह इस ोज मसभी ान पर पानी न पचनापानी िवतरण म वधान आनााचार क आरोप और गरकाननी गितिविधय क आरोपलग चक ह िजनक कारणवशधरना-दशन शासिनक जाचऔर काननी कारवाई तक ईसबस चकान वाली बात यहह िक िव बक न इस ोजको lsquoसफलrsquo घोिषत िकया औरlsquoमोडलrsquo क प म अ जगहलाग करन का ाव रखा

चिक नागपर ोज कोआईएफ़सी सफल बता करअिधक चार कर रहा था

जबिक जमीनी हकीकत इसकोअसफल बता रही थी ास कीकपनी वओिलया को ास कीही तीन गर-सरकारी सगठन न ldquoपीनोिओ अवाडrdquo िदया जोवओिलया ारा ानीय लोग कपानी अिधकार को दरिकनार करमनाफ को ाथिमकता दन क िलएह

ldquoयह अिधकआपीजनक ह िकिव बक नागपरोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता हहकीकत यह ह िकयह ोज हर तरहस असफल रहा हनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ क ज आनदका कहना ह िक ldquoयह अिधकआपीजनक ह िक िव बकनागपर ोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता ह हकीकत यहह िक यह ोज हर तरह स असफल रहा ह िपछल 3 वषम इस ोज को सिय प मचलान क िलए और िसम कीदखरख का य बत बढ़ गयाह िजसक कारणवश पानी कीकीमत भी अनक गना बढ़ गयीह कम चािरय को कम वतन द

कर उनका शोषण भी हो रहा हrdquoनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ आईएफ़सी-ारासमिथ त पानी िनजीकरण किखलाफ सघष रत ह

आईएफ़सी भारत म अ जगहभी पानी िनजीकरण क ोजको समथ न द रहा ह खडवाम आईएफ़सी न िव इाको पानी िवतरण ोज किलए ऋण िदया ह म दशित मथन अयन क न इसोज का आकलन िकया औरपाया िक इसकी वजह स पानीकी दर म बढ़ोतरी होती हानीय पानी पर ितबध लगताह और पानी िवतरण पर िनजीिनयण बढ़ता ह इस आकलनक बाद एक ानीय अिभयान न दश शासन पर ज़ोर बनायािक इसकी जाच हो इस जाचिरपोट क अनसार इस ोजम अिनयिमतताय पायी ग औरइसको र करन को कहा गयाइसक बावजद िव बक इसोज को सफल बताता आ रहाह

फोकस ऑन लोबल साउथक अफसर जाफरी क अनसारldquoदशभर म अनक ानीय जन-समह पानी क िनजीकरण काभीषण िवरोध कर रह ह हमलोग िव बक ndash उोग ndash

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 4

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक म एनआईए - िरहाई मच

राजनीित - अपराधी आिद कपानी क िनजीकरण करन क और गर-पारदश तरीक काखलासा करत रहगrdquo

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल न अबर माह मए वािष क मीिटग म िव बकक नाम खला प जारी िकयाथा िजसपर िव भर स 70 स अिधक भावकारी जन ापानी अिधकार िवशष अथ औरिविध िवशष आिद न हारिकए थ - इनम जन आदोलन का

राीय समय मथन अयनक फोकस ऑन लोबल साउथआिद भी शािमल थ इस खलप म िव बक स आान िकयागया था िक वो पानी िनजीकरणको समथ न दना बद कर औरइसकी शआत आईएफ़सी स हो जो पानी उोग म िकए गएिनवश को वापस ल और समथ नबद कर

एक साल बाद कारवाई तो कोईई नह और सरकारी ितिनिधऔर िव बक क िनण य लन वाल

अिधकारी वसी ही एक बठक मिफर िमल रह ह परत आईएफ़सीक पानी िनजीकरण को अरअ समथ न क िवरोध म जनसगठन एकित हो रह ह इिडयनसो एन फॉरम (इसाफ) किवलड डीकोा क अनसारldquoहम पानी िनजीकरण क िवरोधम अपना सघष जारी रखग औरसाव जिनक पानी िवतरण णालीकी माग को भी उठात रहग जोजनता क िलए काय रत रह न िकमनाफा कमान क िलएrdquo

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक मएनआईए

िरहाई मच

लखनऊ 21 अल 2014िरहाई मच न आरएसएस नताइश कमार की दश म ईिविभ आतकी घटनाओ मएनआईए ारा यह कह जान िकउनक िखलाफ सबत नह ह कोसािजश करार िदया

िरहाई मच क अ मोहदशऐब न कहा िक िपछल िदन

असीमान न इश कमार तथासघ मख मोहन भागवत कानामआतकी घटनाओ क रक कबतौर िलया था ऐस म ऐन चनावक पहल इश कमार को ीनिचट दकर एनआईए िहादीराजनीित क आतकी चहर कोबचान और उनक प म माहौलबनान की कोिशश कर रही ह

िकसी भी आतकी घटना क बादिबना एफआईआर क जहा िसफशक कआधार पर मिम यवकको उठा िलया जाता ह वहचाज शीट म नाम आन क बाद भीइश कमार को नह िगरतारिकया जाता जाच एजिसय ारादिणपथी आतिकय ारा कीगई आतकी घटनाओ की गी

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 5

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

सलझा पान म नाकाम बताए जान को एक सािजश करार दत एउन कहा िक यह इस बातका सकत ह िक साी ाकन ल परोिहत समत िजतन भीिहादी नता इन िदन जल मआतकवाद क मामल म बद हउ बाहर लान की यह तयारी ह

िरहाई मच आजमगढ़ क भारीमहसीदीन सजरी न कहा िकठीक आम चनाव क समय सघ क

नताओ की आतकी घटनाओ मसिलता स ीनिचट दन सबधीएनआईए का यह बयान मोदी कप म माहौल बनान और दश किहवादी वोटर को खश करन क िलहाज स ही चािरत िकयाजा रहा ह वाव म एनआईएका यह चार मोदी क प मसा पिरवत न करान की खिफयाऔर जाच एजिसय की रणनीितका िहा ह तािक इनका आतक

आम जनता क बीच म कायमरह इसीिलए िरहाई मच की यहमाग रही ह िक खिफया एजिसयकी ससद क ित िजदारी तयकी जाए दरअसल एनआईएारा यह परा षडय िहादीआतिकय और खिफया एजिसयको बचान की कोिशश ह

ारा जारी- शाहनवाज आलमराजीव यादव वा िरहाई मच

सदाियकता नह जातीय वच की जग मआजमगढ़ म मलायम

मसीीन सजरी

मलायम िसह यादव आजमगढ़स समाजवादी पाट क ाशीहो सकत ह समाचार माम मइस इस तरह की अटकल पहलस ही थ पर हर बार पाटकी ओर स इसका खडन िकयाजाता रहा मथन इस बात परचल रहा था िक सपा क इस म िखसकत जातीय आधार परकस काब पाया जाए ऐस म सपाारा यह कहना िक सादाियकताक िखलाफआजमगढ़ म मलायम

िसह चनाव मदान म ह यह महजएक िशगफा ह िजस कामसलमान समझ रहा ह

गौरतलब ह िक आजमगढ़ मकभी मलायम क िसपहसालार रहरमाकात यादव िपछली लोकसभाम भाजपा क िटकट पर िनवा िचतए थ और यह सािबत कर िदयाथा िक ानीय यादव मतदाताओ का बड़ा वग उनक साथ हइसस पहल भी दो बार सपा क

कावर यादव नतोओ को इसमामल म उनक सामन म ह कीखानी पड़ी थी अपन इस जातीयआधार को पाट म वापस लान का सपा नताओ का हर यासिवफल सािबत हो रहा था अबयह समा मा आजमगढ़ तकसीिमत नह रह गई थी इसी राहपर चलत ए एक तरफ गाजीपरम एकता मच गठबधन की तरफस ाशी बन कर आए डीपीयादव और सरी तरफ जौनपर म

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 6

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 7

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 4: Sacchi Mucchi, April 2014

िव बक पानी िनजीकरण को बद कर सगठन की माग - िसिटज़न ज़ सिव स (सीएनएस)

उतना लाभ नह आ ह िजतनािक नकसान आ ह िव बकको पानी स जड़ म पर आ रहीधनरािश को और उसक िनवश किनण य को सीध सरकार और उनलोग क हाथ म द दना चािहएिजनक ित वो जवाबदह ह औरिव बक को ऐस उोग जस िकवओिलया को सीध प स समथ नदना बद करना चािहए िजनकाउय अपन शयर-होडर किलए मनाफा कमाना हrdquo

भारत ित नागपर म ऑरजिसिट वॉटर को पानी िवतरणका ठका िमला जो वओिलयाकपनी का सय वचर ह औरिजसम आईएफ़सी का 139िहदारी ह इस ोज मसभी ान पर पानी न पचनापानी िवतरण म वधान आनााचार क आरोप और गरकाननी गितिविधय क आरोपलग चक ह िजनक कारणवशधरना-दशन शासिनक जाचऔर काननी कारवाई तक ईसबस चकान वाली बात यहह िक िव बक न इस ोजको lsquoसफलrsquo घोिषत िकया औरlsquoमोडलrsquo क प म अ जगहलाग करन का ाव रखा

चिक नागपर ोज कोआईएफ़सी सफल बता करअिधक चार कर रहा था

जबिक जमीनी हकीकत इसकोअसफल बता रही थी ास कीकपनी वओिलया को ास कीही तीन गर-सरकारी सगठन न ldquoपीनोिओ अवाडrdquo िदया जोवओिलया ारा ानीय लोग कपानी अिधकार को दरिकनार करमनाफ को ाथिमकता दन क िलएह

ldquoयह अिधकआपीजनक ह िकिव बक नागपरोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता हहकीकत यह ह िकयह ोज हर तरहस असफल रहा हनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ क ज आनदका कहना ह िक ldquoयह अिधकआपीजनक ह िक िव बकनागपर ोज को lsquoसफलमॉडलrsquo कहता ह हकीकत यहह िक यह ोज हर तरह स असफल रहा ह िपछल 3 वषम इस ोज को सिय प मचलान क िलए और िसम कीदखरख का य बत बढ़ गयाह िजसक कारणवश पानी कीकीमत भी अनक गना बढ़ गयीह कम चािरय को कम वतन द

कर उनका शोषण भी हो रहा हrdquoनागपर िनिसपल कापरशनकमचारी सघ आईएफ़सी-ारासमिथ त पानी िनजीकरण किखलाफ सघष रत ह

आईएफ़सी भारत म अ जगहभी पानी िनजीकरण क ोजको समथ न द रहा ह खडवाम आईएफ़सी न िव इाको पानी िवतरण ोज किलए ऋण िदया ह म दशित मथन अयन क न इसोज का आकलन िकया औरपाया िक इसकी वजह स पानीकी दर म बढ़ोतरी होती हानीय पानी पर ितबध लगताह और पानी िवतरण पर िनजीिनयण बढ़ता ह इस आकलनक बाद एक ानीय अिभयान न दश शासन पर ज़ोर बनायािक इसकी जाच हो इस जाचिरपोट क अनसार इस ोजम अिनयिमतताय पायी ग औरइसको र करन को कहा गयाइसक बावजद िव बक इसोज को सफल बताता आ रहाह

फोकस ऑन लोबल साउथक अफसर जाफरी क अनसारldquoदशभर म अनक ानीय जन-समह पानी क िनजीकरण काभीषण िवरोध कर रह ह हमलोग िव बक ndash उोग ndash

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 4

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक म एनआईए - िरहाई मच

राजनीित - अपराधी आिद कपानी क िनजीकरण करन क और गर-पारदश तरीक काखलासा करत रहगrdquo

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल न अबर माह मए वािष क मीिटग म िव बकक नाम खला प जारी िकयाथा िजसपर िव भर स 70 स अिधक भावकारी जन ापानी अिधकार िवशष अथ औरिविध िवशष आिद न हारिकए थ - इनम जन आदोलन का

राीय समय मथन अयनक फोकस ऑन लोबल साउथआिद भी शािमल थ इस खलप म िव बक स आान िकयागया था िक वो पानी िनजीकरणको समथ न दना बद कर औरइसकी शआत आईएफ़सी स हो जो पानी उोग म िकए गएिनवश को वापस ल और समथ नबद कर

एक साल बाद कारवाई तो कोईई नह और सरकारी ितिनिधऔर िव बक क िनण य लन वाल

अिधकारी वसी ही एक बठक मिफर िमल रह ह परत आईएफ़सीक पानी िनजीकरण को अरअ समथ न क िवरोध म जनसगठन एकित हो रह ह इिडयनसो एन फॉरम (इसाफ) किवलड डीकोा क अनसारldquoहम पानी िनजीकरण क िवरोधम अपना सघष जारी रखग औरसाव जिनक पानी िवतरण णालीकी माग को भी उठात रहग जोजनता क िलए काय रत रह न िकमनाफा कमान क िलएrdquo

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक मएनआईए

िरहाई मच

लखनऊ 21 अल 2014िरहाई मच न आरएसएस नताइश कमार की दश म ईिविभ आतकी घटनाओ मएनआईए ारा यह कह जान िकउनक िखलाफ सबत नह ह कोसािजश करार िदया

िरहाई मच क अ मोहदशऐब न कहा िक िपछल िदन

असीमान न इश कमार तथासघ मख मोहन भागवत कानामआतकी घटनाओ क रक कबतौर िलया था ऐस म ऐन चनावक पहल इश कमार को ीनिचट दकर एनआईए िहादीराजनीित क आतकी चहर कोबचान और उनक प म माहौलबनान की कोिशश कर रही ह

िकसी भी आतकी घटना क बादिबना एफआईआर क जहा िसफशक कआधार पर मिम यवकको उठा िलया जाता ह वहचाज शीट म नाम आन क बाद भीइश कमार को नह िगरतारिकया जाता जाच एजिसय ारादिणपथी आतिकय ारा कीगई आतकी घटनाओ की गी

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 5

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

सलझा पान म नाकाम बताए जान को एक सािजश करार दत एउन कहा िक यह इस बातका सकत ह िक साी ाकन ल परोिहत समत िजतन भीिहादी नता इन िदन जल मआतकवाद क मामल म बद हउ बाहर लान की यह तयारी ह

िरहाई मच आजमगढ़ क भारीमहसीदीन सजरी न कहा िकठीक आम चनाव क समय सघ क

नताओ की आतकी घटनाओ मसिलता स ीनिचट दन सबधीएनआईए का यह बयान मोदी कप म माहौल बनान और दश किहवादी वोटर को खश करन क िलहाज स ही चािरत िकयाजा रहा ह वाव म एनआईएका यह चार मोदी क प मसा पिरवत न करान की खिफयाऔर जाच एजिसय की रणनीितका िहा ह तािक इनका आतक

आम जनता क बीच म कायमरह इसीिलए िरहाई मच की यहमाग रही ह िक खिफया एजिसयकी ससद क ित िजदारी तयकी जाए दरअसल एनआईएारा यह परा षडय िहादीआतिकय और खिफया एजिसयको बचान की कोिशश ह

ारा जारी- शाहनवाज आलमराजीव यादव वा िरहाई मच

सदाियकता नह जातीय वच की जग मआजमगढ़ म मलायम

मसीीन सजरी

मलायम िसह यादव आजमगढ़स समाजवादी पाट क ाशीहो सकत ह समाचार माम मइस इस तरह की अटकल पहलस ही थ पर हर बार पाटकी ओर स इसका खडन िकयाजाता रहा मथन इस बात परचल रहा था िक सपा क इस म िखसकत जातीय आधार परकस काब पाया जाए ऐस म सपाारा यह कहना िक सादाियकताक िखलाफआजमगढ़ म मलायम

िसह चनाव मदान म ह यह महजएक िशगफा ह िजस कामसलमान समझ रहा ह

गौरतलब ह िक आजमगढ़ मकभी मलायम क िसपहसालार रहरमाकात यादव िपछली लोकसभाम भाजपा क िटकट पर िनवा िचतए थ और यह सािबत कर िदयाथा िक ानीय यादव मतदाताओ का बड़ा वग उनक साथ हइसस पहल भी दो बार सपा क

कावर यादव नतोओ को इसमामल म उनक सामन म ह कीखानी पड़ी थी अपन इस जातीयआधार को पाट म वापस लान का सपा नताओ का हर यासिवफल सािबत हो रहा था अबयह समा मा आजमगढ़ तकसीिमत नह रह गई थी इसी राहपर चलत ए एक तरफ गाजीपरम एकता मच गठबधन की तरफस ाशी बन कर आए डीपीयादव और सरी तरफ जौनपर म

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 6

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 7

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

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कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

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इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 5: Sacchi Mucchi, April 2014

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक म एनआईए - िरहाई मच

राजनीित - अपराधी आिद कपानी क िनजीकरण करन क और गर-पारदश तरीक काखलासा करत रहगrdquo

कॉपरट अकटिबिलटीइटरनशनल न अबर माह मए वािष क मीिटग म िव बकक नाम खला प जारी िकयाथा िजसपर िव भर स 70 स अिधक भावकारी जन ापानी अिधकार िवशष अथ औरिविध िवशष आिद न हारिकए थ - इनम जन आदोलन का

राीय समय मथन अयनक फोकस ऑन लोबल साउथआिद भी शािमल थ इस खलप म िव बक स आान िकयागया था िक वो पानी िनजीकरणको समथ न दना बद कर औरइसकी शआत आईएफ़सी स हो जो पानी उोग म िकए गएिनवश को वापस ल और समथ नबद कर

एक साल बाद कारवाई तो कोईई नह और सरकारी ितिनिधऔर िव बक क िनण य लन वाल

अिधकारी वसी ही एक बठक मिफर िमल रह ह परत आईएफ़सीक पानी िनजीकरण को अरअ समथ न क िवरोध म जनसगठन एकित हो रह ह इिडयनसो एन फॉरम (इसाफ) किवलड डीकोा क अनसारldquoहम पानी िनजीकरण क िवरोधम अपना सघष जारी रखग औरसाव जिनक पानी िवतरण णालीकी माग को भी उठात रहग जोजनता क िलए काय रत रह न िकमनाफा कमान क िलएrdquo

इश कमार को ीन िचट दन की िफराक मएनआईए

िरहाई मच

लखनऊ 21 अल 2014िरहाई मच न आरएसएस नताइश कमार की दश म ईिविभ आतकी घटनाओ मएनआईए ारा यह कह जान िकउनक िखलाफ सबत नह ह कोसािजश करार िदया

िरहाई मच क अ मोहदशऐब न कहा िक िपछल िदन

असीमान न इश कमार तथासघ मख मोहन भागवत कानामआतकी घटनाओ क रक कबतौर िलया था ऐस म ऐन चनावक पहल इश कमार को ीनिचट दकर एनआईए िहादीराजनीित क आतकी चहर कोबचान और उनक प म माहौलबनान की कोिशश कर रही ह

िकसी भी आतकी घटना क बादिबना एफआईआर क जहा िसफशक कआधार पर मिम यवकको उठा िलया जाता ह वहचाज शीट म नाम आन क बाद भीइश कमार को नह िगरतारिकया जाता जाच एजिसय ारादिणपथी आतिकय ारा कीगई आतकी घटनाओ की गी

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 5

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

सलझा पान म नाकाम बताए जान को एक सािजश करार दत एउन कहा िक यह इस बातका सकत ह िक साी ाकन ल परोिहत समत िजतन भीिहादी नता इन िदन जल मआतकवाद क मामल म बद हउ बाहर लान की यह तयारी ह

िरहाई मच आजमगढ़ क भारीमहसीदीन सजरी न कहा िकठीक आम चनाव क समय सघ क

नताओ की आतकी घटनाओ मसिलता स ीनिचट दन सबधीएनआईए का यह बयान मोदी कप म माहौल बनान और दश किहवादी वोटर को खश करन क िलहाज स ही चािरत िकयाजा रहा ह वाव म एनआईएका यह चार मोदी क प मसा पिरवत न करान की खिफयाऔर जाच एजिसय की रणनीितका िहा ह तािक इनका आतक

आम जनता क बीच म कायमरह इसीिलए िरहाई मच की यहमाग रही ह िक खिफया एजिसयकी ससद क ित िजदारी तयकी जाए दरअसल एनआईएारा यह परा षडय िहादीआतिकय और खिफया एजिसयको बचान की कोिशश ह

ारा जारी- शाहनवाज आलमराजीव यादव वा िरहाई मच

सदाियकता नह जातीय वच की जग मआजमगढ़ म मलायम

मसीीन सजरी

मलायम िसह यादव आजमगढ़स समाजवादी पाट क ाशीहो सकत ह समाचार माम मइस इस तरह की अटकल पहलस ही थ पर हर बार पाटकी ओर स इसका खडन िकयाजाता रहा मथन इस बात परचल रहा था िक सपा क इस म िखसकत जातीय आधार परकस काब पाया जाए ऐस म सपाारा यह कहना िक सादाियकताक िखलाफआजमगढ़ म मलायम

िसह चनाव मदान म ह यह महजएक िशगफा ह िजस कामसलमान समझ रहा ह

गौरतलब ह िक आजमगढ़ मकभी मलायम क िसपहसालार रहरमाकात यादव िपछली लोकसभाम भाजपा क िटकट पर िनवा िचतए थ और यह सािबत कर िदयाथा िक ानीय यादव मतदाताओ का बड़ा वग उनक साथ हइसस पहल भी दो बार सपा क

कावर यादव नतोओ को इसमामल म उनक सामन म ह कीखानी पड़ी थी अपन इस जातीयआधार को पाट म वापस लान का सपा नताओ का हर यासिवफल सािबत हो रहा था अबयह समा मा आजमगढ़ तकसीिमत नह रह गई थी इसी राहपर चलत ए एक तरफ गाजीपरम एकता मच गठबधन की तरफस ाशी बन कर आए डीपीयादव और सरी तरफ जौनपर म

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 6

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 7

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

4

कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 6: Sacchi Mucchi, April 2014

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

सलझा पान म नाकाम बताए जान को एक सािजश करार दत एउन कहा िक यह इस बातका सकत ह िक साी ाकन ल परोिहत समत िजतन भीिहादी नता इन िदन जल मआतकवाद क मामल म बद हउ बाहर लान की यह तयारी ह

िरहाई मच आजमगढ़ क भारीमहसीदीन सजरी न कहा िकठीक आम चनाव क समय सघ क

नताओ की आतकी घटनाओ मसिलता स ीनिचट दन सबधीएनआईए का यह बयान मोदी कप म माहौल बनान और दश किहवादी वोटर को खश करन क िलहाज स ही चािरत िकयाजा रहा ह वाव म एनआईएका यह चार मोदी क प मसा पिरवत न करान की खिफयाऔर जाच एजिसय की रणनीितका िहा ह तािक इनका आतक

आम जनता क बीच म कायमरह इसीिलए िरहाई मच की यहमाग रही ह िक खिफया एजिसयकी ससद क ित िजदारी तयकी जाए दरअसल एनआईएारा यह परा षडय िहादीआतिकय और खिफया एजिसयको बचान की कोिशश ह

ारा जारी- शाहनवाज आलमराजीव यादव वा िरहाई मच

सदाियकता नह जातीय वच की जग मआजमगढ़ म मलायम

मसीीन सजरी

मलायम िसह यादव आजमगढ़स समाजवादी पाट क ाशीहो सकत ह समाचार माम मइस इस तरह की अटकल पहलस ही थ पर हर बार पाटकी ओर स इसका खडन िकयाजाता रहा मथन इस बात परचल रहा था िक सपा क इस म िखसकत जातीय आधार परकस काब पाया जाए ऐस म सपाारा यह कहना िक सादाियकताक िखलाफआजमगढ़ म मलायम

िसह चनाव मदान म ह यह महजएक िशगफा ह िजस कामसलमान समझ रहा ह

गौरतलब ह िक आजमगढ़ मकभी मलायम क िसपहसालार रहरमाकात यादव िपछली लोकसभाम भाजपा क िटकट पर िनवा िचतए थ और यह सािबत कर िदयाथा िक ानीय यादव मतदाताओ का बड़ा वग उनक साथ हइसस पहल भी दो बार सपा क

कावर यादव नतोओ को इसमामल म उनक सामन म ह कीखानी पड़ी थी अपन इस जातीयआधार को पाट म वापस लान का सपा नताओ का हर यासिवफल सािबत हो रहा था अबयह समा मा आजमगढ़ तकसीिमत नह रह गई थी इसी राहपर चलत ए एक तरफ गाजीपरम एकता मच गठबधन की तरफस ाशी बन कर आए डीपीयादव और सरी तरफ जौनपर म

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 6

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 7

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

8

जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 7: Sacchi Mucchi, April 2014

सदाियकता नह जातीय वच की जग म आजमगढ़ म मलायम - मसीीन सजरी

पाट स बगावत करक चनावी रणम कद पड़न वाल कपी यादव न भीसपा की मिकल बढ़ा दी थ कलिमला कर सपा क िलए यह पराइलाका rsquoिचा rsquo म तबदीलहोन लगा था जाितवाद कीराजनीित करन वाली समाजवादीपाट को उसक उसी हिथयार स सपा क इन पव यादव प न इस चनाव म पाट क घोिषतऔर अघोिषत भावी ािशयको हािशए पचा िदया था इनपिरिितय म अवयकता थीइस म िकसी ऐस बड़ नताकी जो इन चनौितय का सामनाकरन म सम हो और आसपासक को भी भािवत कर सकजािहर सी बात ह इसक िलए सपामख स ादा उपयऔर कौनहो सकता था

सरी तरफ सपा शासन म होन वाल दग और अिखलश सरकारारा उसस िनपटन क सिदध तौरतरीक स मसलमान वोटर भीनाराज ह

इस िित म मसलमान को साथलान का एक ही म बचा था औरवह था-अपन आपको भाजपा कािवक बना कर पश करनािजसका इस पर म सपा रस भी कोई सकत नह द पा रहीथी मोदी क वाराणसी स ाशीबनत ही सपा क रणतीितकार

को लगा िक उनकी यह समाभी हल हो गई मलायम िसहक आजमगढ़ स चनाव लड़न की घोषणा क साथ यह चािरतिकया जान लगा िक पवाचल ममोदी क भाव को ख करन किलए यह कदम उठाया गया हलिकन शायद समाजवादी पाटऔर उसक मिखया क िलए यहराह उतनी आसान सािबत न हो

सपा ारा यह कहनािक सादाियकता किखलाफ आजमगढ़म मलायम िसहचनाव मदान म हयह महज एक

िशगफा ह िजस का मसलमान समझ

रहा हआजमगढ़ म बसपा बनामभाजपा की जग अब मलायमिसह क ाशी बनन क बादबसपा बनाम सपा तो होती िदखाईद रही ह लिकन rsquoमसलमानसपा क साथ नह आया तोभाजपा जीत सकती हrsquo वालीसपा की पसदीदा िित यहाअभी नह ह और उसक उहोन की कोई सभावना भी कमह वस तो पर दश म जाितयक राजनीतीकरण पर आधािरत

राजनीित ािपत हो चकी हलिकन पवाचल की जलवाय इसक िलए अिधक अनकलसािबत ई ह इस मिपछड़ी तथा अनसिचत जाितयक राजनीितकरण न छोट-छोटराजनीितक दल की सा हरचनाव म बढ़ाई ह आजमगढ़लोकसभा म यादव मतदाता काअनपात सबस अिधक लगभग21 ितशत ह जबिक मसलमान19 ितशत हिरजन लगभग16 ितशत और िय वोटकी सा 8 ितशत ह बाकीमतदाताओ म बड़ी सा अितिपछड़ा वग और अ दिलतकी ह िजनकी पहचान िकसी एकदल क वोटर क प म नह हऐस म इस चनाव म मसलमानमतदाताओ की भिमका िनणा यकहो सकती ह लिकन यह िितभी िकसी भी तरह समाजवादीपाट सीम क प म जाती नजरनह आती

यिद यह मान िलया जाए िकभाजपा हार जीत की लड़ाई स बाहर हो गई ह तो मसलमानको कई टकड़ म बटन स रोकपाना मिकल हो जाएगा अगरभाजपा की जीत की दावदारीबरकरार रहती ह तो यह उसीहालत म सव होगी जब यादवमतदाताओ का एक वग अपन ीय प क साथ खड़ा हो

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 7

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

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कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

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इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 8: Sacchi Mucchi, April 2014

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

इसका सरा अथ होगा मलायमिसह की दावदारी का कमजोरहोना ऐसी हालत म मसलमानइसआशका क बावजद िक चनावपात सपा क मकाबल म बसपाकी राजग क साथ चल जान की सावना अिधक ह लामबदहोकर बसपा क साथ जा सकताह कल िमला कर जहा तक

मिम मतदाताओ का सवालह यह दोन ही पिरिितयामलायम क िखलाफ जाती नजरआती ह इस कार की िकसीितकल िित स बाहर िनकलन क िलए अित िपछड़ और गरहिरजन दिलत का एक बड़ाभाग शष रह जाता ह िजस परसभी पािटय साथ साथ दश

क साधारी दल की िनगाहभी अवय होगी चनावी दगलक अितम चरण म आजमगढ़एक बड़ा अखाड़ा बनन वाला हयह तो िनित ह लिकन सपारणनीितकार की योजना िकतनीसफल होती ह इसम राजनीितकिवषक िदलची जर रहगी

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा काघोषणा-प

अिनल यादव

सोलहव लोक सभा चनाव मतमाम पािटयो न दश कीआतिरकव बा सरा को मा बनायाह पर यािद हम भाजपा कघोषणा पको दख तो पता चलताह िक दश की सरा को लकरवह कछ ादा ही गीर हभाजपा न अपन घोषणा- पम खिफया एजिसय को lsquoऔरअिधकrsquoाया दन की बात कहीह

भारत क सिवधान क ावनाम भारत क लोग (हम भारतक लोग) को सिवधान की शि

का ोत बताया ह और यहशि ससद क प म ितिबितहोती ह लोकत की तमाममशीनरी इसी ससद क ितजबावदह ह पर िनया क सबस बड़ लोकतािक दश भारत कीिबना ह िक उसकी खिफयाऐसिजया ससद क ित जवाबदहनही ह आज जब हमारा दश16व बार लोकत की कसौटीपर परखा जा रहा ह तो जायजह िक सवाल उठ िक लोकतक इस सफर म हम कहा तकपच ह आजादी क 66 साल

बाद हमार रहनमा लोकत दशक लोग की आजादी और उनकीसरा का मतलब ा समझत ह ा एक लोकतािक दश मिकसी सा को इतनी यताऔर तता िमलनी चािहए

िरहाई मच (आतकवाद क नामपर कद बगनाह की लड़ाई लड़न वाला सगठन) ारा जारी 25 सीमाग प म खिफया एजिसय कोससद क ित िजदार बनान की माग मखता क साथ कहीगयी ह दश क उपरापित हािमदअसारी तक न खिफया एजिसय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 8

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 9: Sacchi Mucchi, April 2014

लोकत क िलए घातक होगा भाजपा का घोषणा-प - अिनल यादव

को ससद क दायर म रखन कीबात कही ह दश म तमाममानवािधकार सगठन न खिफयाएजिसय की काय णाली परसवाल उठाया ह खासकर कआतकवाद और आतकवाद कनाम पर फसाय गय बगनाहक मामल म खिफया एजिसयकी भिमका सिदध पायी गयीह साथ ही साथ यह भी दखागया ह िक इसकी ायता वतता दश की सभता औरलोक तािक वा क िलए भीघातक ह

आतकवाद व आतकवाद क नामपर ई िगरतािरय म आई0बी0समत तमाम खिफया एजिसयकी भिमका सिदध रही हउर-दश म आर0डी0 िनमषआयोग न िजस तरह स तािरकऔर खािलद (उर दश स ए कचहरी बम िबोट कअिभय) को िनदष बतात एआई0बी0 और एटीएस क ऊपरसवािलया िनशान लगाया ह

गौरतलब ह िक आर0डी0 िनमषकी िरपोट आन स पहल ही 18मई 2013 को मौलाना खािलदकी िहरासत म मौत हो गयीउर दश ही नही बि भारतक इितहास म यह पहली घटनाह जब आई0बी0 क ऊपर इसमामल म मकदमा दज िकया

गया ह आई0बी0 कआपरािधकक का एक और उदाहरणहदराबाद क अल राक कीआहा ह अल राकपर खिफया एजिसया लगातारमखिबर बनन का दबाव बना रहथ इसी कारण उस आहाकरन क िलए बा होना पड़ा

आज जब िनया कतमाम दश अपनीखिफया एजिसय कोअपन ससद क ितजवाब दह बना रह हतो भारत म सापान क िलए सबस ादा आत भाजपाअपन घोषणा म

खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन कीबात कर रहा ह

खिफया एजिसय का इितहास ऐस काल-कारनाम स भरा आ हयिद हम जन िरपोट (राजीव गाधीहाकाड पर गिठत आयोग)की बात कर तो िित िबलसाफ हो जाती ह िक भारतकी खिफया ऐजसी िकस तरहस सी0आई0ए0 और मोसाद कसाथ इस षडय म शािमलथी िनया भर म हम खिफया

एजिसय क कारनाम को दखचक ह इराक पर हमल कीपरी जमीन खिफया एजिसय न परी िनया को गलत और झठीजानकारी दकर तयार की थी

आज जब िनया क तमाम दशअपनीखिफया एजिसय को अपन ससद क ित जवाब दह बना रहह तो भारत म सा पान क िलएसबस ादा आत भाजपा अपन घोषणा म खिफया एजिसय कोऔर अिधकार दन की बात कररहा ह गौरतलब ह िक भाजपाक अनषागी रह तमाम उवादीसगठन खिफया एजिसय ारालगातार बचाय जात रह हयिद हम उर दश क कचहरीबम िवोट की बात कर तोपात ह िक बम िवोट एकखास सगठन स जड़ वकील कचर म आ और िवशष समयपर भी आ जब वहा उपितनही थ इसी म म दखा जाय तो अजमर समझौता एसऔर मालगाव बम-िवोट मभी पहल मिम नौवजवन कोफसाया गया पर मानवािधकारसगठन क दबाव म आकरअसली गनहगार सामन आयइस तरह स खिफया एजिसय कीसादाियक जहिनयत भी साफह भाजपा क धानमी पदक दावदार नर मोदी न भीखिफया एजिसय का इमाल

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 9

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

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कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

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इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 10: Sacchi Mucchi, April 2014

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

गजरात म बखबी ढग स िकयाह मामला चाह अरधाम मिदरकाड का हो या फज मठभड़ कानर मोदी भिमका भी खिफयाएजिसय की तरह सिदध रहीह रावाद और िह काजाप करन वाल नर मोदी और

भाजपा की जहिनयत साफ नहीह खिफया एजिसय क सहारएक खास तबक क ऊपर बब रदमन और उस अपराधी घोिषतकरवान की योजना क तहतभाजपा न अपन घोषणा प म ऐस अलोकतािक एजड को शािमल

िकया ह भाजपा का घोषणाम शािमल यह एजडा िही कमहावर lsquoकरला चढ़ नीम की डालrsquoको चिरताथ करता नजर आताह

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप कयोग को

सदीप पाडय

सर क ाचार पर चराह परसरआम फासी पर लटका दनवसली सिनित करन स लकरजल म डाल दन का ऐलान करन वाली आमआदमी पाट क अपन काय कता ओ पर जब ाचार कआरोप सही पाए गए तो उ िसफपाट स िनािसत कर काम चलािलया गया इसी स पता चलताह िक आप की कथनी और करनीम िकतना अतर ह बाकी जगहभी तो यही होता ह िकसी पराचार का आरोप सही पायाजाता ह तो उस िनलित याादा स ादा िनािसत करिदया जाता ह सर क ाचार

क िखलाफ आप क तीख तवरआिखर अपन ाचार पर नरम

अवध ात की सयोिजका अणािसह एव हरदोई क कोषािनकाल गए सवाल यह उठताह िक ा य छोटी मछिलयानह ह िजस पाट का जऐस ाचार िवरोधी आदोलनकी कोख स आ िजसका नतअणा हजार कर रह थ ा उसमिबना ऊपर क सरण क कोई नीच का पदािधकारी चार करन कीिहत भी कर सकता ह अणािसह को िकसका सरण ा थायानी इस मायन म भी आप वसी

ही ह जस अ ाचार कीकोई िशकायत सही पाए जान परिकसी छोट पदािधकारी को बिलकी बकरा बना कर ऊपर क लोगको बचा िलया गया सवाल यहभी ह िक यिद अणा िसह परलगा अरोप सही पाया गया तोा उनक ारा िलए गए िनण यकी समीा नह होनी चािहएऔर जो लोग उ सरण दरह थ ा उनक िखलाफ कोईकाय वाही नह होनी चािहए

आप क जमीनी काय कता ओ मइस बात को लकर काफी असतोषह िक उर दष क सयोजकन ानीय र पर कोई राय-

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 10

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 11: Sacchi Mucchi, April 2014

रा की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क योग को - सदीप पाडय

मशिवरा िकए बगर लोग कोिटकट दन म मनमानी कीउन अपन लोग को उरदश म सगठन क महपण पद पर बठा रखा ह सवालयह ह िक पाट सजय िसहकी काय शली बरदात कररही ह असल म दखा जाएतो अरिवद कजरीवाल भी इसीतरह िनण य ल रह ह पहलउन घोषणा की िक वाराणसीका चनाव वहा की जनता की रायलकर लड़ग सभी को पवा नमानथा िक िनण य ा होगा यिदआप अपन ही लोग क बीच रायजानन की कोिशश करग औरलोग की अदाजा ह िक ा आपा चाह रह ह तो लोग तोआप की इानसार ही राय करग खर इस बार तो उन यह िदखावा भी करन की जहमतनह उठाई कह िदया िक लोगकी राय बाद म जानी जाएगी औरिबना राय जान ही वाराणसी स चनाव लड़न का िनण य ल िलयाइसस उनक ारा पहल जनता कबीच िलए गए िनण य पर सवालखड़ होत ह

माम पड़ा ह िक आदोलन कसाथ पहल िदन स जड़ शातभषण की राय को दरिकनार करिदया जा रहा ह तब समझा जासकता ह िक बाद म जड़ योगयादव आनद कमार और मधा

पाटकर की िनण य लन की िकयाम िकतनी भागीदारी होगी य व लोग ह जो सामािजक-राजनीितक म अरिवद कजरीवाल स ादा अनभवी ह यह आयका िवषय ह िक पाट म ऐसीिवभितय क होत ए पाट कम नताओ क प म इनकोन चािरत कर मनीष िससोिदयाकमार िवासऔरसजय िसह कीतीर पोर पर होती ह

िजसन रा कदशन को अपनी

राजनीित का आधारबनाया और िजसकीारा की पकपाट म बाइिबलमानी जाती ह उसनता न आप कीअवधारणा को

िफलहाल वहािरककारण स ताक पररखन का फसला

िकया ह रा कादशन न तो िवचार मह और न ही काय णाली म

िजसन रा क दशन कोअपनी राजनीित का आधार

बनाया और िजसकी ाराकी पक पाट म बाइिबलमानी जाती ह उस नता न आपकी अवधारणा को िफलहालवहािरक कारण स ताक पररखन का फसला िकया हरा का दशन न तो िवचारम ह और न ही काय णाली मा बाकी जगह पर भी ऐसानह होता कागज पर तो िनयमकानन नीितया तम बनाली जाती ह लिकन ियायनम समझौता होन लगता ह जोअततः ाचार की जड़ बनताह आप िजस चीज क िखलाफलड़न चली थी अब उसी कािशकार हो गई ह और वह भीअपन िनमा ण क एक वष म ही

अब सवाल यहखड़ा होता ह िक वहजार-लाख काय कता ा करजो आदशवाद म पहल आदोलनऔर िफर पाट स जड़ गए कछन तो पहल आदोलन छोड़ा कछअब पाट छोड़ा रह ह असलीसमा उनकी ह जो अभी भीआदश क अनप ही चलना चाहरह ह

जस अरिवद कजरीवाल न अपनाराा तय िकया उसी तरहआदष वादी काय कता ओ कोअपना राा खद चनना पड़गाानीय ईकाइय को रा कीअवधारणा क मतािबक ानीय

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 11

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

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या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 12: Sacchi Mucchi, April 2014

लोकत का महापव - सनील कमार

र पर िनण य लकर उस लागकरना चािहए अलोकतािकतरीक स ऊपर स थोप गए िनण यको मानन स इकार करआप न जोराा िदखाया ह उस अगीकारकर ानीय र पर सवसितस खली बठक म तय िकए गएउीदवार को चनाव लड़ानाचािहए एक कीकत िनण यलन की िकया की ीकित जरी ह िफर सवाल यह उठगासभी अपना-अपना िनण य लग तो पाट एक कस रहगी यिदपाट कीकरण का िषकार होजाती ह और उसी तरह स कामकरन लगती ह जस अ पािटयातो ऐसी पाट की जरत ही ा

ह लोग ानीय र पर िनण यलकर अपना जन ितिनिध चनग और उस अपन ित िजदारबनाएग ऊपर स चना गयाितिनिध तो ऊपरी नत क ितही जवाबदह होगा

सरा सवाल यह भी खड़ा होगािक िनण य ानीय र पर हग तो ा झगड़ नह हग इसिलएऊपर स िदशा िनदश जरी हिकत ारा की अवधारणा मलोग को इतना पिरप बननापड़गा िक व िमल बठकर िनण यल सक जहा तक मतभद कासवाल ह व तो ऊपर भी हकछ खलकर सामन आए ह जस

मध भाड़ी न कट िकया कछिफलहाल िविभ कारण स दब ए ह कई लोग य मान रह ह िकयोग म गड़बड़ी होत ए भी एकअिभनव हप क प म इसकासमथ न िकया जाना चािहए कईमान रह ह िक नर मोदी को कोईरोक सकता ह तो आप ही ह कछिनिहत ाथ और अवसरवाद ककारण भी आप स जड़ ए ह

यिद अरिवद कजरीवाल की गाड़ीपटरी स उतर गई ह तो उसकािडा बना रहना जरी नहजरत ह अपन आदष कोजीन की और जो सपना अरिवदकजरीवाल न िदखाया ह उस साकार करन की

लोकत का महापव सनील कमार

भारत म अल माह म दो महापव चल रह ह एक नवराी का तोसरा भारतीय lsquoलोकतrsquo कोमजबत करन का महापव चनावइन दोन महापव का जो महह यथाथ म वह 180 िडी उाह नवराी म मिहला शि कीपजा 8 िदन उपवास रख कर

िकया जाता ह लिकन असलिजगी म मिहलाओ क साथउा वहार होता ह िलगजाच कराकर गभ म ही लड़िकयको मार िदया जाता ह मिहलाओ क साथ घर म यौन िहसा स लकरशारीिरक मािनसक ताड़नाझलना पड़ता ह वह ऑिफस

फी काय ल सड़क परउपभोग की नजर स दखा जाताह यहा तक की अताल मडार व ाफ क यौिनक िहसाका भी सामना मिहला मरीज कोकरना पड़ता ह यानी हम िजसत म मिहला शि को दखत ह उसक उ हमारा आचरण

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 12

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

4

कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 13: Sacchi Mucchi, April 2014

लोकत का महापव - सनील कमार

मिहलाओ क ित होता ह

इसी तरह 16 व लोकसभाचनाव का महापव चल रहा हिजसम भाग लन क िलए भारतक लगभग 815 करोड़ लोगका मतदाता सची म नाम दज ह यह महापव लोकत कोमजबत करन क िलए होता हलिकन भारत म इस महापव कामतलब धनबल बाबल ह हरचनाव म इस तरह क अमीरअपरािधय की सा बढ़ती जारही ह 15 व लोकसभा म 1205करोड़पित-अरबपित उीदवारन चनाव लड़ा था िजसम स 300 करोड़पित-अरबपित ससदम पच यही हाल अपरािधकपभिम की सासद की रही ह जहा2004 म बीजपी कास क 29व 26 सासद थ वह 2009 मइन दोन पािटय क अपरािधकपभिम क सासद की सा 42व 41 हो गई यह कवल इ दोपािटय म समा नह ह इसमकोई भी राीय व िय पाटपीछ नह ह धनबल बाबल कअलावा पािटया लमर छिव वालको भी िटकट दन म एक सर स आग िदखती ह लमर छिव कािरकॉड अभी तक ससद म अानही रहा ह वह ससद म बत कमसमय ही दत ह उनको ादातरसमय अपन ोफशनल काम किलए होता ह िकट क भगवान

कह जान वाल सिचन तलकरकोरा सभा म कास न भज िदयालिकन व आज तक सासदिनिधक पस खच करन क िलए बकएकाउट तक नह खोला यहीहालत और भी अिभनता औरिखलािड़य का रहा ह िजसमगोिवा और नवजोत िसह िसकी िसि ह िक वह ससद मउनकी उपिित बत कम रहीह

यह महापव लोकतको मजबत करन किलए होता ह लिकनभारत म इस महापव का मतलब धनबलबाबल ह हर

चनाव म इस तरह कअमीर अपरािधयकी सा बढ़ती जा

रही हभारत का चनाव अब पाट कआधार पर नह बि िक आधार पर लड़ा जा रहाह लोकत स पहल जहा लोगगायब थ कवल कछ सासदिवधायक नौकरशाह ही दश कोचला रह थ अब उनको भी िकनारकरत ए एक ि िवशष दशका भिव तय करगा 16 व

लोकसभा का चनाव मोदी रालकजरीवाल क नाम पर लड़ा जारहा ह यह लोकतािक मका अवमन नह ह

चनाव का मॉडल

दखन म लगता ह िक भारत काचनाव अमिरकी मॉडल बनता जारहा ह जहा पर दो उीदवारक बीच म बहस होती हअमिरकी मिमडल म शािमलहोन क िलए किनय क बड़-बड़ सीईओ नौकरी छोड़ कर याी पर आत ह और काय कालपरा होत ही अपन नौकरी परवापस लौट जात ह भारत काचनाव की हालत भारतीय शासकवग जसा ह िजस तरह यहाका शासक वग अपन फायदम सामतवाद-पजीवाद क कपप को अपनाया आ ह उसीतरह चनाव म भी अमिरकी औरभारतीय मॉडल क कप प कोअपना िलया ह जहा अमिकरा मदो ितदी क बीचआमन-सामन बहस म खलकर सामािजकआिथ क िवदश नीितय को रखतह यह नीितया कब और कस लाग होगी उस पर खच होन वाल पस कहा स आयग सब परिवत चचा होती ह भारत मइसक िवपरीत अपनी पािटय काघोषणा-प चनाव क समय हीलाया जाता ह िजसकोआपअ

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 13

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

8

जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 14: Sacchi Mucchi, April 2014

लोकत का महापव - सनील कमार

स पढ़ कर फसला भी नह लसकत हर पािटया अपनी नीितयकी खलास कम और सरी कीकिमया िगनान पर ादा समयखच करती ह भारत क मतदाताअपनी राय को नह ग कोकट करती ह िजसस िजतन वाली पािटया अपन नीितय कीसहमित मान लती ह सभाओ म भीड़ बढ़ान क िलए पस दकरलोग को लाया जाता ह सभाम ऐस लोग उपित होत ह जोिबना भाषण सन भी ताली बजात रहत ह ादा तज आवाज मबोलन वाल को एक अा वामाना जाता ह राजनीित म आन का मकसद अब समाज सवा नहह सा का सख कस भोगा जाय इसकी िचता रहती ह यही कारणह िक जब एक पाट िटकट नहीदती तो सरी तीसरी पाट मजान म कोई गरज नह होती ह

भाजपा मोदी को आग करगजरात िवकास मॉडल की बातकर रही ह गजरात िवकासमॉडल ा ह यह िकसी को पताह सघ सा म वापसी क िलएबचन ह इसिलए उसन िहका नाम िलय िबना िह कमखौट नर मोदी को धानमीका उीदवार घोिषत कर िलया

ह इसक िलए वह लौह पषआडवाणी को भी िकनार करन म कोई नकसान नह िदखाभाजपा अपन घोषणा प म राममिदर का का मा उठाया ह औरमोदी क दाय हाथ मान जान वालअिमत शाह को यपी का भारीबनाकर यह सकत द िदया हिक हमारा एजडा िहा हकास क अघोिषत धानमी कउीदवार राल गाधी मआरकिलय िकसान मिहलाओ इादी क पास जाकर उनकीराय को घोषणा प म जोड़न कीकोिशश की ह यह वही कासपाट ह जो यपीए 2 म कहा था िक100 िदन क अर हम मिहलाआरण िबल को ससद स पासकरा दग लिकन पॉच साल बीतजान क बाद भी मिहला आरणिबल पास नह आ कास न नारा िदया ह lsquoहर हाथ तरीहर हाथ शिrsquo अभी तक दशम सबस अिधक समय तक राजकरन वाली कास पाट म आमजनता की हालत ा ह लोगक जीिवका क साधन जल-जगल-जमीन को पजीपितय क हवालिकया जा रहा ह इसस ा हरहाथ शि और हर हाथ तरीआ सकती ह ाचार की बातकरन वाली आम आदमी पाट

पजीवाद को रखना चाहती हलिकन ाचार को ख करनाचाहती ह ा यह ममिकन ह

भारत की 6 राीय पािटय व45 िय पािटय क िलयउदारीकरण नीिजकरण वभमडलीकरण िजसा जड़ नईआिथ क नीितय म ह उसस िकसीको िवरोध नह ह िव ापरसगठन म भारत रह इसस भीकोई िवरोध नह ह यानी दशकी ा को खराब करन वाली नीितय पर सभी एक हऔर उस लाग रखना चाहत हयानी पड़ खड़ा रह और व उसकीपिय और डािलय की बातहोती रह हम परानी पियडािलय को छाटत रहग उसकजगह नय पिया और डािलयाआ जायगी इसिलए जरत हपड़ को िगरा कर नय पड़ लगान की इसिलए सा म जो भीआय आम जनता की हालतिदन ित िदन खराब होना हीह सा म चहर बदलत रह हलिकन नीितया वही लाग होती हजो साावाद-पजीवाद क पम हो जरत ह साावाद-पजीवाद पर नीितय को बदलकर जनकाणकारी नीितयाबनान की

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 14

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 15: Sacchi Mucchi, April 2014

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकरहर राम िम

अभी कछ िदन पहल हीlsquoआािक ग और आटआफ िलिवग क सापक ी ीरिवशकर न म बई म आयोिजतएक काय म को सबोिधत करत ए कहा िक ीय पािटय कोलोकसभा चनाव म भाग लन स ितबिधत कर िदया जानाचािहए इसक पीछ उनका तकथा िक ीय पािटय क लोकसभाचनाव लड़न क कारण ही क मिमली-जली सरकार बनती हऔरिजसक िलए उन rsquoिखचड़ीrsquoश इमाल िकया उनकामानना था िक िखचड़ी सरकारराीय सरा अथ वा तथापए क अवमन क िलएिजदार होती ह उन यहभी कहा िक अगर क म अगलीसरकार िमली-जली बनती ह तोभारतीय पए की कीमत काफीनीच चली जाएगी उनका िवचारथा िक म म अमरीकी समाजजसा राजनितक िसम लागहोना चािहए जहा कवल दो हीदल ह उन अपन अनयािययस भी अपील की िक वोट दन स पहल व राीय सरा को ान मजर रख

इसका िवषण होनाचािहए िक छोट दलको लोकसभा चनावलड़न स रोकन कीइस िवचारधारा कपीछ का राजनितकऔर सामािजकमनोिवान ा हआिखर इस िवचार कचार क पीछ सघ कीकौन सी राजनितकरणनीित काम कर

रही हगौरतलब ह िक ी ी रिवशकरकी सा आट आफ िलिवग कअत राीय महासिचव महश िगिरपव िदी स भाजपा क िटकट परलोकसभा क ाशी ह यहा तकिक राजनीितक जगत म ी ीरिवशकर की छिव भी सघ क एकवचािरक समथ क की मानी जातीह यही नह भाजपा क शीष नत स उनक िगत िरत बत अ ह ऐस म यह बातसाफ ह िक उनकी यह अिभिभी सघ क राजनितक दशन का

एक छोटा सा ितिबब ह और इसिलहाज स इसका िवषण होनाचािहए िकछोट दल को लोकसभाचनाव लड़न स रोकन की इसिवचारधारा क पीछ का राजनितकऔर सामािजक मनोिवान ाहआिखर इस िवचार क चार कपीछ सघ की कौन सी राजनितकरणनीित काम कर रही ह

ा यह सच ह िक ीय दल हीवत मान समय म दश की सरातथा अथ ा की बदहाली किलए िजदार हऔरा उनकलोकसभा चनाव स हटत ही सारीसमा ख हो जाएगी जहातक इस दश म ीय दल कउदय का सवाल ह यह बातहम समझ लनी चािहए िकइनका राजनीित म उदय अचानकघटी कोई पिरघटना नह थीआजादी क समय तक दश कअदर कास वामपथी पािटय कअलावा िगनती क कछ ही ऐस दलथ जो राीय राजनीित क फलकपर नह थ ादातर जनता कानत कास और अ इदल म काय रत दश क सवण और एलीट तबक ारा िकयाजाता था दश क सामािजकऔर

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 15

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

4

कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 16: Sacchi Mucchi, April 2014

फासीवाद को र दत ी ी रिवशकर - हर राम िम

राजनितक िवकास की िया मजब जब िकसी खास वग को ऐसामहसस आ िक उसक लािजमीसवाल अब वत मान नत हलनही कर सकता या िफर करन काइक नह ह तो ऐसी िित मउसी वग क िकसी ि ारा उसवग को राजनितकप स सगिठतकरन की कोिशश श ई इस हम उर भारत म बजन समाजपाट क उदय क प म दख सकतह वत मान बसपा का दिलतमतदाता जो कभी कास का हीवोट बक था आज उसक अलगहटकर अपन सवाल पर गोलबदहोकर एक राजनितक ताकत बनचका ह इसी तरह तकरीबन हररा म ीय दल की उिरा िवशष क सामािजकआिथ कसवाल और जाितगत अिताको लकर आ ह यही वजहह िक दिण की ीय पािटयका जनाधार उर म नही हऔर उर की राजनितक पािटयादिण म अपना कोई जनाधारनही रखती ह कल िमलाकर यहमानना िक इनकी वजह स हीराजनीित और अथ वा कीसारी समाए ह कोई मजबततक नही लगता

एक बात और भारत जस िविवधतापण दश म जहा हररा क आदमी की राजनितकआकााए और सवाल अलग-

अलग ह िकसी सामा म परएक राय नह हो सकता

गौरतलब ह िक सघका परा राजनितकदशन ही मनिितआधािरत तानाशाहीय कलीनतीय हजहा एक खास वग ही सा सचालनकरता ह उसकी इसवा म लोकतऔर सामािजक ायजस श कवल एकम स ादा कछ

नही हिक आज तक इस म कीराजनीित न कोई ऐसा सामासवाल पदा ही नही िकया िजस दश क सभी रा क नागिरकलािजमी समझ और एक राीयिवचारधारा क तहत एक स मबध सक रोटी कपड़ा मकानऔर िशा जस सामा मरावाद क आधार भ हो सकतथ लिकन आज की राजनीित इनसवाल पर बात करना जरी नहसमझती शायद यही वजह ह िकयह दश आज तक एक रा काप धारण नह कर पाया ह

अब अगर हम ी ी रिवशकरकी यह माग मान भी ल औरलोकसभा चनाव लड़न क िलएकवल राीय दल को ही आगलाया जाए तो और भी गभीरसमाए इस म की राजनीितक सामन आ जाएगी व लोग जोअब ीय दल को वोट करतह अपना मत िकस दग िफरउन लोग को जबिरया िकसी ऐस दल को िजस व नह चाहत वोटदन क िलए बा करना भी एकतरह की तानाशाही ही होगीइन मतदाताओ क िवक काखाा नह िकया जा सकता हमयह भी जानत ह िक मधारा कादातर राजनितक दल क बीचसघ की गहरी घसपठ ह और यहभी सच ह िक ीय दल को वहीजाितया ादा समथ न करती हजो लब समय तकसामािजकऔरराजनितक ितरार तथा अायसहत ए दश क िवकास म मिपछड़ गई थ या िफर व सबदश की सवण पोिषत मनवादीवा क उीड़न की िशकाररही ह िफर यह भी एक बड़ासवाल ह िक इस तरह स दशक एक बड़ वग की राजनितकसहभािगता का खाा करक इसलोकत को कस िजदा रखा जासकगा

गौरतलब ह िक सघ का पराराजनितक दशन ही मनिित

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 16

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

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या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 17: Sacchi Mucchi, April 2014

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

आधािरत तानाशाही यकलीनतीय ह जहा एक खासवग ही सा सचालन करता हउसकी इस वा म लोकतऔर सामािजक ाय जस शकवल एक म स ादा कछनही ह दरअसल आज इस दशका लोकत िजस जगह पर खड़ाह वह एक एक लब िवकास कापिरणाम ह ीय पािटय कािवकास भी उसी म म आह उ अब इस पिरय स अचानक गायब नह िकया जासकता और न ही उ दश की

समाओ की जड़ ही कहा जासकता ह

कल िमलाकर ी ी रिवशकरका यह बयान सघ क उसफासीवादी राजनितक दशन कोसमथ न दता ह जहा पर दशकी िपछड़ी शोिषत और दिलतअसक जाितय क िलएकोई ान नह ह अगर यहबात मान ली जाए तो एक बड़ीआबादी क राजनितक अिधकारका खाा हो जाएगा और कवलकछ ही दल क पास वािवक

सा कित हो जाएगी यहकदम धीर धीर लोकतािक रास म को फासीवाद की ओरअसर कर दगा ा हमलोकत क रा इस म मफासीवाद को अपनी पकड़ बनान का मौका दना चाहग जािहर हिबल नह िक उस अवाम एक नागिरक क मल अिधकारभी अलग-अलग हग जो िकबहद खतरनाक होगा

(सौज मोह शऐबएडवोकट)

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास

जन आवाज

lsquolsquo26 जनवरी 1950 को हम एकिवराधाभासी जीवन म वश करन जा रह ह राजनीित म हमार पाससमानता होगी और सामािजकआिथ क जीवन म हमार पासअसमानता हागी राजनीित महम एकि एक वाट क िसातका माता दग और एक वाटकी कीमत एक हागी हमारी

सामािजक और आिथ क जीवन महमार सामािजक आिथ क ढाच ककारण एक ि एक म किसात का लगातार अीकारकरग हम कब तक इस तरह किवराधाभासी जीवन क आधार परजीत रहग कब तक हम हमारसामािजक व आिथ क जीवन मसमानता का अीकार करत

रहग अगर हम इस लब समयतक अीकार करत रहग ता हम हमार राजनितक जात कोखतर म डाल कर ही करवाएगइस िवराधाभास को िजतना जीहम समा करना चािहए नह तोजा असमानता का झल रह ह व राजनितक जात क ढाच का समा कर दग जा इस सिवधानसभा न बड़ी महनत स बनाया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 17

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 18: Sacchi Mucchi, April 2014

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

ह - बी आर अडकर

पभिम यह ापक प स महसस िकया जाता ह िक चनावीराजनीित धीर धीर ाचार वकशासन की भट चढ़ती जा रहीह चनाव का यह तक िकइस सभता ि स उनकितिनिधया और उसम िनिहतजवाबदही ऊपर स िनकलती जारही ह इस तक का िवकत पाचार क प म सामन आ रहाह आर राजनितक िनण य ियाका कारपारट जगत न अपन हाथम ल िलया ह इस कारण अबयह आवयक हा गया ह िकमतदाता क रा क एजड का तयकरन की ताकत का पनः मजबतिकया जाए व उसकी अहिमयतका पनजिवत िकया जाए इसपभिम क सदभ म आदालनऔर िसिवल सासायटी क िविभघटक यह महसस कर रह ह िकराजनीितक ढाच क समआ रहीचनौितय का वित तरीक स उठाया जाए

िपछल 60 साल म राजनितकि स आदालन आग बढ़ हमधारा क िबआ पर हमशासघष िकया ह और नई राजनीितका आकार तय िकया ह इस न इशआत का उास आमआदमीक िवास पर िटका ह जा हजाराअय नागिरका क लब समय स

िकए गए काम पर आधािरत ह

अब यह आवयकहा गया ह िक

मतदाता क रा कएजड का तय करन की ताकत का पनःमजबत िकया जाए वउसकी अहिमयत का पनजिवत िकया

जाए इस पभिम कसदभ म आदालनऔर िसिवल

सासायटी क िविभघटक यह महससकर रह ह िक

राजनीितक ढाच कसम आ रहीचनौितय का

वित तरीक स उठाया जाए

यह टफाम िसिवल सोसायटीक सार साधन का आगबढ़ाकर राजनितक दल क साथसाथ क बहस करना चाहता हउनक सम हमारी िचताओ व ाथिमकताओ का रखनाचाहता ह सर अथ म दश कऔपचािरक राजनितक ढाच पर

जा शि का हिथयान क खल मसल ह उस पर जनता की पकड़का मजबत करना ह

यह टफाम सवाद का ारभकरना चाहता ह जा दला व गरदलीय राजनीितक ियाओ कीराजनीित की कित का मातादकर उनक िवषण का अवसरदान करगा यह िवशष पस एक यास उन लोग का साथ लान का ह जा समानताव जातािक ियाआ क ितितब ह और यह तय िकया हिक चनावी राजनीितक क िहनह हाग हम यह मानत हिक हम साथ काम करना चािहएऔर चनाव व राजनीितक दलक साथ िकस तरह का जड ावहागा उसका तलाशना चािहएयह सवाद क िलए आवान हयह जड़न व िमलकर गठबधनबनान गर राजनितक प की महपण भिमका ह

1 भारत म लोगा की राजनीितम उन लाग का ान िमलाह जा सवधािनक अिधकार कआधार पर रा की नीितयकी समालोचना करत ह इसमउनका ान िमलता ह जा िभराय रखत ह आर कई मा परअपनी असहमित रखत ह िवराधदज करत ह

2 आदोलन की िनकटता जनता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 18

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 19: Sacchi Mucchi, April 2014

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

क साथ होती ह इस कारणउन लोग का आवाज िमली जोभािवत ह या हािशए पर हइस अनभव आधािरत जागित कोआग बढ़ाना ह जा इस मच कमाम स आग बढ़गा

3 औपचािरक साआ क बाहरराजनीित की शि व दन क इलागा क जीवन व उनक कायाम महपण रही जस महाागाधी अडर एमएन राय वजयकाश नारायण क काया मइस दखा जा सकता ह हममस क इ लाग न इस पररा कोआग बढ़ाया औरआजादी क बादक आधिनक भारत म यह ानकई लाग का िमला भारत कसामािजक आदालना का मजबतराजनितक आधार ह और 1990क बाद स जा नव उदारवादीढाचा थापा गया उसका ताड़न कायास िकया ह

4 आदोलन क अदर सघष क जातािक तरीका क ितापक समझ ह यह मचनागिरक समाज का राजनितकवग स जड़न का एक अलगतरीका हागा इसस कई मचा कीआदालन व जागक नागिरकाकीआवाज एकसाथ हागी जो ऐस सवाल का उठाएगी िजनक उरराजनीितक वा का चनाव स पहल व िनमा ण का समयः चनाव

क समय राजनीितक ियाओ क ित लागा की जनभावना विनराशा चरम पर हाती ह

जन आवाजनागिरका का एक मचबनान का यास हिजसका उय

आपचािरक तरीक स राजनीितक

ियाआ म सलरहना ह इस पहलका म कारण यहरहा ह िक लागा कीराजनीितक िचताआव ाथिमकताआ का उन राजनीितक दलाक सम रखना जा चनाव म सिय हजनता िवधा म रहती ह औरकछ करन की िित म नह हातीह लाग क मन म यह भावनाह िक हमार पास चनाव क समयकई सवाल ह आर उर बतकम ह कछ सीिमत सफलताक अलावा जा कछ िमलताह वह ह ाचार क कारणचरमराती वा कारपोरटजगत की ट पजी आधािरतअथ वा व सादाियकराजनीित चनाव म वकिक

राजनीित इ मानदारी समताापकप स िमत करती रहतीह

हम रचनाक व शािमलहोन वाली जगह ब लागआदोलना िसिवल सासा इटी किलए तयार करनी ह जहा लोगअपनी राय व िचता का सामन रख सक हम आवयकता हएस मच की जहा सभी दला कीिवचारधारा नीित व िवधा इ कायका आलाचनाक ि स दखसक और तकसगत बहस करकत िवचारधारा का आधार दसक इस तरह क मच की तीताइस कारण महसस हा रही हािक 25 वष स कम उ कलोग की तादाद बढ़ी ह िजनकीराजनितक रण शि 5-10साल क पीछ स ादा नह दखपाती ह इन यवा लाग का सिचतकरना व गभीर राजनितक बहसम जाड़ना बत आवयक ह

िनष ः यह मच गलितय का ही सामन नह लाएगा बिसवधािनक रदिश ता क आधारपर सकाराक एजडा तयारकरगा इसम वाट बक राजनीितका इमाल नह हागा इसमहािशए पर बठ समदाय का आवाज दन का यह मच इससमझका आग बढ़ाएगा िक जात मिविभता की रा होनी चािहए

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 19

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

3

जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

4

कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 20: Sacchi Mucchi, April 2014

गर दलीय राजनीितक ियाओ को सश करन का यास - जन आवाज

यह मच इस धारणा का ताकतदगा िक भारत म खब सार हािशएवाल समहा का अगर एक साथरख ता वह बमत बन जाता हआर वह मधारा ह यह मचसमानता व ाय पर आधािरतसामिहक आवाज का मच हागा

जन आवाज नागिरका काएक मच बनान का यास हिजसका उय आपचािरकतरीक स राजनीितक ियाआम सल रहना ह इस पहलका म कारण यह रहाह िक लागा की राजनीितकिचताआ व ाथिमकताआ का उन राजनीितक दला क समरखना जा चनाव म सिय हइसस यिद व सा म आतआज जब मधारा की चनावीराजनीित म इतनी अिनितताव िबखराव ह तब हम एस मचकी आवयकता ह जहा सामिहकसवाद सवधािनक ढाच क अदर स िनकलसक इसक िलए नागिरकाकी िगत व सामिहक आवाजक िलए एक मच बनाया जानाजरी ह हम शी ही एक जगहएक ह बनाए आर हमारउन सब नताआ क सम रखजा राजनीितक बहस व सवाद क

िह ह परत चनावी दल बनान की िया क िह नह ह

लब समय तक लागा क साथकाम करत ए ऐस कई मच जनताक बीच ह हमम स कई लागान साच समझ कर राजनीितकदल क िह बनन या चनावलड़न की िया स र रहनातय िकया ह सरी तरफ इसीक साथ हम यह िवास भीकरत ह िक आपचािरक चनावीराजनीित म लागा की राजनीितका पया ान िमल इसक िलएजातािक राजनीित क सभीघटक स सवाद की िया का जारी रखा ह िजसम राजनीितकदल भी शािमल ह आन वालआम चनाव म जनता क माका सामन लान म इस मच कीमहपण भिमका हो तािक चनाववािवक हा आर व िसफ साहिथयान की बजाए पिरवत नक जन आवाज मच एक उनताकत का िमलाजला मच ह जा सकाराक तरीक स लागा का को उठान म िच रखताह जा चनाव क शार शराब मकह खा जात ह यह मच आमनागिरक क जीवन व जीवन यापनक मा का उठाना चाहता ह

साथ ही गितशील सामािजक वराजनीितक िवषया का उभारनाचाहता ह हम यह महसस करत ह िक सिवधान की ताकत बरकराररहनी चािहए तािक रा कीदमनकारी ताकत व कारपारटजगत की अवधािनक शि कोअनशािसत िकया जा सक इसि स भारत क सिवधान कीदोहरी भिमका ह एक तरफसामािजक राजनीितक तताव समानता को बनाए रखना वसरा उसका ा करना इसस नागिरका का भला सभव ह इसीस मल अिधकार व नीित िनदशकता का बचाया जा सकता हयही नतम साझा एजडा हागाजा इस मच ारा ीकार िकयाजाएगा इस मच का यास रहगािक राजनीितक दल इन मा परअपन काय क चरण तय करहमारा यह िवास ह िक हमारीगणतािक सरकार जा लाग किवास पर चलती ह वह इन ाक जवाब दगी हम चनाव का उसक चार का इसी िदशा मल जाना ह रा का जवाबदहबनाना ह आर इस िया मजात का मजबत व जीिवतबनाना ह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 20

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

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कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

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इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 21: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

असक अिधकार और रा िहसासभाष गताड

अगर म नह जलता

अगर आप नह जलत

हम लोग नह जलत

िफर अधर म उजास कौन करगा

- नािजम िहकमत

1

कछ समय पहल एक अलगढग की िकताब स मरा सािबकापड़ा िजसका शीष क था lsquoरायटस पिलसrsquo िजस नो फिनीन िलखा था जनाब बिनीिज ािससी ससद न परान रकाड की िनगरानी क िलएरखा था उस अपन बोिरयतभर काम म अचानक िकसीिदन खजाना हाथ लग गयाजब दो सौ साल परानी पिरसपिलस की फाइल वह खगालन लग इन फाइल म अपरािधयराजनीितक काय कता ओ कअलावा लखक एव कलाकार कीदनिदन गितिविधय का बारीकीस िववरण िदया गया था जािहरथा िक 18 व सदी क उराम महान लखक पर राजा कीबारीकी िनगरानी थी

जािहर ह िक अरस चरमरा रहीकमत की आिरक सरा कीिहफाजत म लग लोग को यहसाफ पता था िक य सभी अणीकलमकार भल ही कहािनयािलख रह ह मगर कलीन एवअिभजात क जीवन क पाखडपर उनका फोकस और आमलोग क जीवनयापन क मसलको लकर उनक सरोकार म कअर जारी उथलपथल को तजकर रह ह उ पता था िक उनकीयह रचनाए एक तरह स बदलावक िलए उरक का काम कर रहीह इितहास इस बात का गवाह हिक कानन एव सरा क रखवालारा िवचार क म वाह परबिश लगान क िलए की जारही व तमाम कोिशश बकारसािबत ई और िकस तरह सामन आयी ािससी ाि िनया किवचारशील इाफपस लोगक िलए उीद की िकरण बन करसामन आयी

या आप lsquoअकल टॉस किबनrsquo याlsquoलाईफ अमग द लोलीrsquo नामकगलामी की था क िखलाफअमिरकी लिखका हिरएट बीचरोव ारा िलखगए उपास को

दख इसवी 1852 म कािशतइस उपास क बार म कहाजाता ह िक उसन अमिरका कlsquoगहय की जमीन तयार कीrsquoइस िकताब की लोकियता काअाज इस बात स भी लगायाजा सकता ह िक 19 व सदीका वह सबस अिधक िबकनवालाउपास था कहा जाता ह िकअमिरका क तालीन रापितअाहम िलकन िजन गलामीकी था की समाि क िलएचल गहय की अगआई कीजब 1862 म पहली दफा हिरएटबीचर ोव स िमल तो उन चिकत होकर पछा lsquolsquo तो आप हीवह मिहला िजन िलख िकताबन इस महान य की नव रखीrsquo

ईमानदारी की बात यह ह िकम कभी भी सािह का िवाथनह रहा मगर म सािह मसमािहत इस जबरद ताकतका हमशा कायल रहता यह अकारण नह िक पहलीसमाजवादी इलाब क नतालिनन न िलओ टालॉय कोlsquoसी ाि का दप णrsquo कहा थाया उ -िही सािह क महानहार मच अपनी म क

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 21

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

2

इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 22: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

75साल बादआजभी लखक एवािकािरय ारा समान प स सािनत िकए जात ह

और जब म यह िववरण पढ़ता और lsquoभिव को दखन कीrsquoसािह की चड मता काआकलन करन की कोिशश करता तब यह उीद करता िकअब वआगया ह िक इसाहदौर म सािह उस भिमका कोनए िसरस हािसल कर

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इसम कोई दोराय नह िक यहएक ाह दौर ह अगर आपिनओन साइऔर चमक दमकस पर दखन की या हमार इद िगद नज़र आती आिथ क बढ़ोरीक तमाम दाव क पर दखन की कोिशश कर जनता कीबसा का बढ़ता दिरीकरणऔर हािशयाकरण तथा अपनीिविश पहचान क चलत होतासमदाय का उीड़न अब एकऐसी साई ह िजसस इारनह िकया जा सकता तरहतरह क असक ndash नीयएथिनक धािम क आिद ndash कोिनया भर म बहद किठनाइय कासामना करना पड़ रहा ह दिणएिशया क इस िह म िितयावाकई बहद िवपरीत िदखती हबसकवाद का उभार हर तरफिदखाई दता ह एक िदन भी नह

बीतता जब हम पीिड़त समदायपर हो रह हमल क बार मनह सनत दिण एिशया कइस पिरय की िवडना यहीिदखती ह िक एक ान कापीिड़त समदाय सर इलाक मउीड़क समदाय म पािरतहोता िदखता ह

इसम कोई दोराय नहिक यह एक ाह दौरह अगर आप िनओनसाइऔर चमकदमक स पर दखन कीया हमार इद िगद नज़र आती आिथ कबढ़ोरी क तमामदाव क पर दखन कीकोिशश कर

कछ समय पहल इस बात कीकना भी नह की जा सकतीथी िक महाा ब क िसाक यभ रक lsquoबमा क िबनलादनrsquo म पािरत होत िदखग ममिकन ह िक आप सभीन lsquoगािडयनrsquo म कािशत याlsquoटाईमrsquo म कािशत उस ोरीको पढ़ा हो िजसका फोकस िवराथनामक बौ िभ पर था जो2500 बौ िभओ क एकमठ का मिखया ह और िजसक

वचन न अितवादी बौ कोमिम इलाक पर हमल करन क िलए उकसाया ह बमा करोिहया मसलमान की द शािजन पर बसकवादी बौारा जबरद ज ढाय जा रहह सभी क सामन ह

बमा की सीमा को लािघयबागलादश पिचय और आपिबल अलग नज़ार स बहोत ह यहा चकमा समदाय ndashजो बौ ह िह और अहमिदयाndash जो मसलमान का ही एकसदाय ह ndash व सभी इािमकअितवािदय क िनशान पर िदखतह कछ समय पहल lsquoहयमनराइटस वॉचrsquo न िहओ किखलाफ वहा जारी िहसा क बार मिरपोट जारी की थी िजसम उनकमकान ापािरक ितान यामिर को जलान का िज थायह उसी व की बात ह जबबागलादश जमात इामी कविर नताओ क िखलाफ 1971म िकए गए य अपराध को लकरमकदम चल थ और कइय कोसज़ा सनायी गयी थी हालािकवहा सा म बठ समह या अवामक अखास िहन ऐस हमलकी लगातार मखािलफत की हमगर िितया कब गीर होजाए इसका अनमान नह लगायाजा सकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 22

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 23

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 24

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 23: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

पड़ोसी पािकान मइामीकरण की तज होतीिया क अगत न कवलिहओ अहमिदयाओ औरईसाइय पर बि िशयामसलमान पर भी हमल होत िदखत ह एक व था जबपािकान म चिलत इामअपनी सफी िवरासत का सानकरता था मगर िितया इसमकाम तक पची ह िक ऐसीसभी सफी परराए अब िनररहमल का िशकार हो रही हजान मान पािकानी िवान एवमानवािधकार काय कता परवजदभॉय इस पािकान काlsquoसौदीकरणrsquo या lsquoवहाबीकरणrsquoकहत ह सफी मज़ार परआघाती हमल और बस कोरोक कर हजारा मसलमान काकतलआमया लड़िकय को िशादन वाल ल पर बमबारी जसीघटनाए अब अपवाद नह रहगयी ह ईशिना क काननक अग त वहा िकस तरहगरमिम को िनशान पर िलयाजा रहा ह और िकस तरह पजाब(पािकान) क गवन र सलमानतासीर को इस मानवोही काननको वापस लन की माग करन किलए शहादत कबल करनी पड़ीइन सभी घटनाओ क हम सभीदश रह ह

lsquoसाक rsquo िया का महपण

िहा मालदीव भी उसी रापर आग बढ़ता िदखता हीलका जो तिमल िवोिहयकी सरगिम य क चलत दशकतक सिख य म रहा वह इनिदन िसहल बौ अितवािदयकी गितिविधय क चलत इनिदन चचा म रहता ह जोवहा की साधारी तबक कसहयोग स सिय िदखत हकात बोड बाला सना क बारम समाचार िमलत ह िक िकसतरह वह मिम ितान परहमल करती ह lsquoपिवा इलाकrsquoस मिजद तथा अ धम काथ नाल को िवािपत करन का िनदश दती ह यहा तक िकउसन मसलमान क िलए धािम ककारण स िय हलाल मीट कोबचन पर भी कई ान पर रोकलगायी ह बमा की तरह यहा परभी मिम िवरोधी खनी मिहमकी अगआई बौ िभ करत िदखत ह

अपन आप को िनया का सबस बड़ा जनत कहलानवाला भारतभी इस िया स अता नह ह

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जहा तक असक अिधकारका सवाल ह तो यहा कीपिरिितया भी अपन पड़ोसीम स गणाक तौर पर िभनह ह सिवधान को लाग करन

क व डा अडकर न साठसाल पहल दी चतावनी आजभी मौज जान पड़ती ह िक एकि एक वोट स राजनीितकजनता म वश करत इस मम एक ि एक म कायमकरना अथा त सामािजक जनताकायम करना जबरद चनौतीवाला काम बना रहगा

कई अयन और सामािजकपिरघटनाओ क अवलोकनक माम स असकअिधकार की वािवक िितको जाचा जा सकता ह इनमसबस अहम ह सादाियकिहसा की पिरघटना इसकीिवकरालता को समझन क िलएहम सादाियक िववाद को लकरच आकड़ पर िनगाह डालसकत ह

कीय गहमालय स समहकमा रो आफ पिलस िरसच एड डवलपमट ारा िकए गएअयन क मतािबक 1954स 1996 क बीच ए दग की21000 स अिधक घटनाओ म लगभग 16000 लोग मारगए जबिक एक लाख स अिधकजमी ए इनम स महजमीभर लोग को ही दग म िकएगए अपराध क िलए दिडत िकयागया और हम यह नह भलसकत िक यह सभी lsquoआिधकािरकrsquo

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

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या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 24: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

आकड़ ह वािवक सािनित ही काफी अिधक होगी

धानमाी इिदरा गाधी की हाक बाद आयोिजत िसख िवरोधीजनसहार को हम याद कर सकतह जब राीय र पर िसख हमलका िशकार ए और आिधकािरकतौर पर िदी की सड़क परएक हजार स अिधक िनरपराध ndashअिधकतर िसख ndash गल म जलतटायर डाल कर या ऐस ही अपाशवी तरीक स मार िदए गएहर कोई जानता ह िक यह कोईतःत िहसा नह थी वहबहद सगिठत सिनयोिजत िहसाथी िजसम तालीन साधारीपाट कास क नता शािमल थइसकी जाच क िलए कई आयोगबन िजनम सबस पहल आयी थीlsquoिसिटज फार डमोसीrsquo ारातयार की िरपोट इस िरपोट न ता क साथ कास क नताओ को इसक िलए िजदार ठहरायाथा

ा आज कोई यकीन कर सकताह िक िदी जो भारत जस सबस बड़ जनत की राजधानीह वह महज तीस साल पहलआिधकािरक तौर पर एक हजारस अिधक िनरपराध क ndash िजनकाबलाश िसख का था ndash सरआमहा का गवाह बनी और आजदस जाच आयोग और तीन

िवशष अदालत क बाद िसफतीन लोग दिडत िकए जा चकह और बाकी मकदम अभी उसीधीमी रतार स चल रह ह जबिकइस सामिहक सहार क असलीकता धता एव मारमाइड अभीभी बदाग घम रह ह इसम कोईसह नह िक जब तक हमिसख क िखलाफ ई इस िहसा कअसली कण धार को दिडत नहकरत वह हमार व क lsquoिहदय साटrsquo को वधता दानकरता रहगा िजन 2002 मगजरात की असक िवरोधीिहसा को lsquoिया-ितियाrsquo कपकज म त िकया ह जस िक एक विर पकार न िलखा हगजरात 2002 की इस सगिठतिहसा क तीन िवचिलत करनवालपहओ को लकर सभी कीसहमित होगी lsquoएक यही िकयह जनसहार शहरी भारत कीदयली म मीिडया की मौजदगी म आrsquo lsquoसर िजन इसजनसहार को अजाम िदया वहइसक ताल बाद इन अपराधक चलत सा म लौट सकrsquo औरlsquoतीसर इतन साल क बाद भीकह स भी पााप की कोईआवाज़ सनाई नह दती हrsquo

यह सवाल उठना लािजमी ह िका हर सदनशील मानवीयायिय ि तथा सगठन इससमची पिरिित को लकर आख

मद कर रह सकता ह या चीक इस षडय को तोड़न क िलएतयार ह ा हमार र परयह मानना उिचत होगा िक हमउस जनसहार को च lsquoबीमारहारrsquo lsquoकछ धत मि कीहरकतrsquo तक सीिमत रख औरराीय यसवक सघ और उसकसहयोगी सगठन ndash िजन इसकी योजना बनायी और उसपर अमल िकया ndash को बदागछोड़

इस हक़ीकत को दखत ए िकआज की तारीख म दगा करान का काम बकौल पाल आर ासlsquoसागत दगा णािलयrsquo कीअवा तक पचा ह यहमनािसब नह होगा िक हम िकसीभी दग म तःत ता क ततक अपन आप को सीिमत रखहम इस बात पर बार बार जोर दनापड़गा िक आज दगा पीिड़तस ाय स बार बार इार कोलकर lsquoतःत ताrsquo का यहीजमला दोहराया जाता ह इसपह की चचा करत ए सीमकोट की ायाधीश सी इिदराजयिसह न एक महपण माउठाया था

lsquoहमारी काननी णाली इसबिनयादी को सोिधत करन म असफल रही ह आिखर ऐसीजनहाओ को लकर रा

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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 25: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

क मिखया की सवधािनक औरिगत िजदारी ा होतीहrsquo और उनकी िसफािरश थी lsquoवसभी िजन ऐसी हाओ कोअजाम िदया हो उ िजदारठहरान क अलावा हम उन लोगको भी िजदार मानना होगािजनक हाथ म सा क सारह ह जो न कवल हाओ कोरोकन म असफल रह बिघणा आधािरत व स ऐसीहाओ की जमन तयार करत ए उन उस समझ म आन लायक ितिया घोिषत िकयाrsquorsquo

इस समची बहस की याद नएिसरस ताज़ा हो जाती ह जबहम दखत ह िक यह नीकतलआम का इकतीसवा सालह और इस जघ हाकाड ककता धता आज भी खलआम घमरह ह वह फरवरी 18 1983का िदन था जब हिथयारबसमह न असम क िजला नागौनम 14 गाव म छह घट कअर 1800 मसलमान को(गरसरकारी आकड़ा 3300)मार डाला आज़ाद िहोाक धािम क-नीय जनसहारक इस सबस बब र मामल महमलावर न यह कह कर अपन हाकाड को जायज ठहरायािक मरनवाल सभी बागलादश कअवध आवासी थ इस मामलकी जाच क िलए बन आयोग ndash

ितवारी कमीशन ndash की िरपोट जोढाई दशक पहल सरकार को सपीगयी आज भी वसी ही पड़ी ईह उसकी िसफािरश पर कारवाईहोना र रहा और साधारीऔर िवपी पािटय क बीच वहाएक अिलिखत सहमित बनी हिक इस मामल को अब खोला नजाए

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कई तरीक हो सकत ह िजसकमाम स बाहरी िनया क सामन भारत को त िकया जाताह ोज िकया जाता ह कछलोग क िलए वह िनया का सबस बड़ा जनता ह जबिक बािकयक िलए वह िनया की तज गित स चल रही अथ वा ह िजसकाअब िव मच पर lsquoआगमनrsquo होचका ह लिकन शायद ही कोई होयह कहता ह िक वह lsquoजनअपराधकी भिमrsquo ह जहा ऐस अपराधक अजामकता ओ को शायद हीसज़ा िमलती हो जनमत कोभािवत करनवाल लोग कह भीउस अपिवा गठबन की चचा नह करत ह जो िसयासतदानमािफयािगरोह और कानन एववा क रखवाल क बीचउभरा ह जहा lsquoजनअपराध कोअय करनrsquo की कला म महारतहािसल की गयी ह और ऐस जनअपराध क िनशान पर ndash

धािम क असक समदाय कलोग सामािजक िणय म सबस नीचली कतार म बठ लोग या दशक महनतकश ndash िदखत ह

ा कोई इस बात पर यकीनकर सकता ह िक 42 दिलतndash िजनम मतः मिहलाए औरब शािमल थ ndash का आज़ादिहोा का lsquoपहलाrsquo कतलआमतिमलनाड क तजावर िजल किकझवनमी म (1969) म सामन आया था जहा तथाकिथत उचीजाित क भािमय न इस अजामिदया था मगर सभी इस मामलम बदाग बरी ए िक अदालतीफसल म यह कहा गया िक lsquoइसबात स आसानी स यकीन नहिकया जा सकता िक उची जाित कयह लोग पदल उस दिलत बीतक पच हगrsquo गौरतलब हिक किन पाट की अगआईम मजर न वहा हड़ताल कीथी और अदालत म भल ही उनशोिषत कोाय नह िमला होगामगर वहा क सघष रत सािथय न भािमय क हाथ मार गए इनशहीद की ितय को आज भीसजो कर रखा ह हर साल वहा25 िदसर को ndash जब यह घटनाई थी ndash हजार की तादाद म लोगजटत ह और च रोज पहल यहाउनकी याद म एक ारक का भीिनमा ण िकया गया

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 25

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 26: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

अगर हम त भारत क 60साला इितहास पर सरसरी िनगाहडाल तो यह बात साफ होतीह िक चाह िकझवनमी याहािशमपरा (जब य पी क मरठम दग क वातावरण म वहाक 42 मसलमान को ातीयपिलस न सरआम घर स िनकालकर भन िदया था 1986) नाबाबरी मिजद िवस क बादबई म िशवसना जस सगठनारा ायोिजत दग म मार गए1800 लोग (िजनका बलाशअसक का था 1992 औरिजसको लकर ीक आयोग न अपनी िरपोट भी दी ह) ना हीराजान क कर म ए दिलतक कतलआम (1993) और न हीअितवादी त ारा िकया गयाकमीरी पिडत क सहार (1990)जस तमाम मामल म िकसी कोदिडत िकया जा सका ह दशक िविभ िह म ए ऐस हीसहार को लकर ढर सार आकड़पश िकए जा सकत ह

और हम यह भी दखत ह िक उरपव और कमीर जस इलाकम दशक स कायम सशा बलिवशष अिधकार अिधिनयम जस दमनकारी कानन न सरा बलको एक ऐसा कवच दान िकया हिक मनगढत वजह स उनक ाराकी जानवाली मासम की हाअब आम बात हो गयी ह हम

सव ायालय ारा मिणपरकी फज मठभड़ को लकर बनाएगए सोष हगड कमीशन कीिरपोट हािलया िरपोट पढ़ सकतह और िजन चिना घटनाओ की जाच क िलए उ कहा गयाथा उसका िववरण दख सकतह बत कम लोग इस तको ीकारना चाहग िक कमीरआज िनया का सबस सीकतइलाका हऔर िवगत दो दशक कदौरान वहा हजार िनरपराध मारिदए गए ह

जनमत को भािवतकरनवाल लोग कहभी उस अपिवागठबन की चचा नह करत ह जोिसयासतदान

मािफयािगरोह औरकानन एव वाक रखवाल क बीचउभरा ह जहाlsquoजनअपराध कोअय करनrsquo कीकला म महारत

हािसल की गयी हआप यह जान कर भी िवितहग िक िकस तरह ऐसजनअपराध को या मानवता क

िखलाफ अपराध को साधारीतबक ारा औिच दान िकयाजाता ह या वधता दी जातीह जहा म का धानमाीराजधानी म िसख क कतलआमक बाद ndash िजस उसकी पाट कसद न ही अजाम िदया ndash यहकहता िमल िक lsquoजब बड़ा पड़िगरता ह तो जमीन िहलती हीहrsquo या िकसी राका ममाीउसक अपन रा म मासम ककतलआम को टन क lsquoियाितियाrsquo क िसासऔिचदान कर

ऐस तमाम बिजीवी जो lsquoहमारीमहान सितrsquo म िनिहतसिहता स सोिहत रहत ह और उसकी समाविशता कागणगान करत रहत ह वह यहजान कर आयचिकत हग िकिकस तरहआमजन अमनपसकहलानवाल साधारण लोग रातरात अपन ही पड़ोिसय क हारया बलाािरय म पािरतहोन का तयार रहत ह और िकसतरह इस समच िहसाचार औरउसकी lsquoउवी सहभािगताrsquo कबाद वही लोग ची का षडयाकायम कर लत ह िबहार काभागलपर इसकी एक िमसालह ndash जहा 1989 क दग मआिधकािरक तौर पर एक हजारलोग मार गए थ िजनका बलाशमसलमान का था ndash जहा लोगा

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 26

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 27: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

नामक गाव की घटना आज भीिसहरन पदा करती ह दग म गावक 116 मसलमान को मार िदयागया था और एक खत म गाड़िदया गया था और उस पर गोबीउगा िदया गया था

िनह असकअिधकार क सबस बड़उघनकता क तौर पर हम राऔर दिणपथी बसकवादीसगठन को दख सकत ह मगरा उस सामािजक वधतानह होती यह बात रखािकतकरनवाली ह िक एक ऐस मम जहा अिहसा क पजारी कीमहानता का बखान करता रहताह एक िक की िहसा को नकवल lsquoवधrsquo समझा जाता ह बिउस पिवता का दजा भी हािसलह दिलत असक औरअउीिड़त तबक क िखलाफिहसा को ाचीन काल स धािम कवधता हािसल होती रही ह औरआधिनकता क आगमन न इसापक पिरय को नह बदलाह भारत एकमाा ऐसा मकहलाता ह जहा एक िवधवाको अपन मत पित की िचता परजला िदया जाता रहा ह अगरपहल कोई नवजात बी को बब रढग स खतम िकया जाता थाआज टोलोजी क िवकास कसाथ इसम पिरवत न आया हऔर लोग यौनकित गभ पात

करवात ह यह बात आसानी स समझ आ जाती ह िक आिखर भारत िनया का एकमााम ह जहा 3 करोड 30 लाखमिहलाए lsquoगायबrsquo ह रखािकतकरनवाली बात यह ह िक ऐसीतमाम थाओ एव सोपानमकी छाप ndash िजनका उदगम िहधम म िदखता ह ndash अ धमपर भी नज़र आती ह इामईसाइयत या बौ धम म जाितभदकी पिरघटना ndash िजसकी बाहरकना नह की जा सकती ndash वहयहा मौजद िदखती ह

इस पिरय को बदलना होगाअगर भारत एक मानवीय समाजक तौर पर उभरना चाहता हयह चनौती हम सभी क सामन ह अगर इस उपमहाीप करहनवाल लोग यह सक लिक lsquoिनया का यह सबस बड़ाजनताrsquo भिव म lsquoजन अपराधकी भिमrsquo क तौर पर न जानाजाए तो यह काम जी भी होसकता ह इस अजाम दना हो तोसभी ायिय एव अमनपसलोग एव सगठन को भारतसरकार को इस बात क िलएमजबर करना होगा िक वह सयरासघ क जनसहार क िलएबन कशन क अनप अपन यहा कानन बनाए गौरतलबह िक भारत न इस कशनपर 1959 म दख़त िकए

थ मगर उसक अनप अपन यहा कानन का िनमा ण नहिकया इसका पिरणाम यह आिक जनअपराध को लकर ायकरन की भारत क आपरािधकाय णाली की मता हमशाही सह क घर म रही हयह बात रखािकत करनवाली हिक उपरो lsquoकशन आन दीवशन एड पिनशमट आफद ाइम आफ जीनोसाइडrsquo किहसाब स जीनोसाइड अथा तजनसहार की पिरभाषा इस कारह

- ऐसी कोईभी कारवाई िजसकामकसद िकसी राीय नीयनजातीय या धािम क समह को नकरन क इराद स अजाम दी गयीिनिलिखत गितिविधया

क) समह क सद की हा

ख) समह क सद को शारीिरकया मानिसक नकसान पचाना

ग) िकसी समह पर िजगीकी ऐसी पिरिितया लादनातािक उसका भौितक या शारीिरकिवनाश हो

घ) ऐस कदम उठाना तािक समहक अर नयी पदाइश को रोकाजा सक

च) समह क ब को जबरन िकसीसर समह को हातिरत करना

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 27

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

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हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

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कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

8

जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 28: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

हम आसानी स अाज़ा लगासकत ह िक अगर असलीजनत पस लोग साधारीतबक पर हावी हो सक तोहम जनअपराध पर परदा डालरखन या दगाइय या हारक सािनत राजनताओ मपारण को रोक सकत ह औरजनअपराध पर परदा डालन कदोषारोपण स म हो सकत ह

5

हम यह बात कभी भी नह भलनीचािहए िक सादाियक िहसा भलही असक अिधकार परहमल की सबस र अिभिहो मगर भदभाव क बिवध रअि म रहत ह मिमसमाज की सामािजक आिथ कऔर शिक िित को जानन पर कित रही सर कमटीकी िरपोट पर सरसरी िनगाहडाल ndash िजस ससद क सामन नवर 2006 म त िकयागया था ndash तो िवचिलत करनवालीिित िदखती ह िशा औरसरकारी रोजगार तथा िविभर पर वचना की उनकी िितको रखािकत करन क अलावाउसन दो महपण त कीतरफ इशारा िकया था भारतीयमसलमान की िित अनसिचतजाित और जनजाित की िित स भी नीच ह और भल ही भारत की

आबादी म मसलमान की तादाद14 फीसदी हो मगर नौकरशाहीम उनका अनपात 25 फीसदीही ह उसन आवास काम औरशिक ा म समानता िवकिसतकरन क िलए बिवध सझाव भीपश िकए थ

यह बात अिधक िवचिलतकरनवाली ह िक वािवकवहार म कछ नह िकया जारहा ह नशनल ाइम रकाडरो की हािलया िरपोट इस पररौशनी डालती ह जो बताती ह िकआज भल ही भारत म पिलस कीसा बढ़ा रह ह मगर जहा तकअसक समदाय क िहकी बात ह तो वह ितशत कमआ ह

6

कछ समय पहल आप सभी न ड ड ड गलल डाटकॉम पर ात खोजी पकारआशीष खतान ारा त िरपोटको दखा होगा िजसम इस बातका दावजीकरण िकया गया थािक lsquoगोपनीय फाइल इस तको उजागर करती ह िजसकामसलमान को पहल स सहरहा ह यही िक रा जानबझकर िनरपराध को आतकवादक आरोप म फसा रहा हrsquoजबिक इलाकाई मीिडया म याउ मीिडया म इस िरपोट को

काफी अहिमयत िमली मगरराीय मीिडया न एक तरहस खतान क इस खलास कोनज़रअाज़ िकया िक िकस तरहआध दज न क करीब आतकवादिवरोधी एजिय क आिरकदावज इस बात को उजागरकरत ह िक रा जानबझ करमसलमान को आतकी मामलम फसा रहा ह और उनकीमासिमयतको परदा डाल रख रहाह

पकार न ``आतकवाद किततीन मामल की (711 न बमधमाक पण जम न बकरी िवोट मालगाव धमाक 2006) जाचकी ह और पाया ह िक इसकअगत 21 मसलमान कोयातनाए दी गय अपमािनतिकया गया और बोगस सबतक आधार पर उन पर मकदमकायम िकए गएऔर जब उनकीमासिमयत को लकर ठोस सबतपिलस को िमल तबभी अदालतको गमराह िकया जाता रहा

हम अपन हािलया इितहास कतमाम उदाहरण को उदधत करसकत ह जहा ऐसी आतकीघटनाओ म सिलता क िलएndash िजनको िह आतिकय न अजाम िदया था ndash असकसमदाय क सद को जल मठसा जाता रहा ह िफर चाह

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 28

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

7

ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
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असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

मालगाव 2006 क बम धमाकका मामला हो या मा मिजदधमाक की घटना हो या समझौताएस बम िवोट की घटनाहो ndash हम यही दखत ह िक इसघ क काय कता अजाम दत रहndash मगर दोषारोपण मसलमान परहोता रहा यह भी सही ह िकरा मशीनरी क एक िह कीऐस मामल म सिलता क िबनाऐसा सव नह था

जाच एजिसया अब तक दश कअलग अलग िह म सियिहवादी सगठन को दशक अलग अलग िह म ईबम िवोट की सोलह (म)घटनाओ क िलए िजदारमानती ह आम लोग को लगसकता ह िक ऐस सभी बमिवोट राीय यसवक सघक अस त ारा िकए गएह इसस बड़ा झठ सरा हो नहसकता

अगर हम िवकिसत होत गितिवान पर गौर कर तो पाएग िक यह lsquoआतकी मोड़rsquo एक तरहस िह सगठन ारा तयारकी गयी सिनयोिजत रणनीित कािहा ह जब उन तय िकयािक वह lsquoदग क आतकrsquo स वह अबlsquoबम क आतकrsquo की तरफ मडगउन पाया िक अब परानीरणनीित अिधक lsquoलाभदायकrsquo

सािबत नह हो रही ह और नयीरणनीित अिधक उिचत ह औरम म फासीवाद क िनमा ण किलए लाभदायक ह

हम अपन हािलयाइितहास क तमामउदाहरण को उदधतकर सकत ह जहाऐसी आतकी

घटनाओ म सिलताक िलए ndash िजनकोिह आतिकय न अजाम िदया था ndashअसक समदायक सद को जल मठसा जाता रहा ह

हम दख सकत ह िक वह दोियाओ ndash एक राीय औरसरी अरराीय ndash का पिरणामह गजरात 2002 क जनसहारम िह िगड की सिलता कीविक र पर िजतनी भनाई िक उस दग की राजनीित कीतरफ नय िसरस दखन क िलएमजबर होना पड़ा इस बात काएहसास गहराया िक सादाियकदग को अजाम दन का वािछतराजनीितक लाभ नह िमलताबि सादाियक राजनीित क

माम स िनकल राजनीितकलाभ अ कारण स िनभावीहो जात ह एक सरा कारकजो िह िगड की इस नयीकाय णाली क िलए अनकल थावह यहसहजबोध िजसका िनमा ण911 क बहान अमिरका न िकया था lsquoआतकवाद क िखलाफयrsquo क नाम पर अमिरका न जोमिहम श की थी उसम एकिविश समदाय और उसक धम ndash इाम ndash को िनशाना बनायागया था

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ऐस अवसर आत ह जब आपअपन आप को बत िनराशाकी िित म पात ह ndash ऐसीिित जब धरती क इस िहम रहनवाल हर शािकामी एवायिय ि क सामन आयीवष 2002 म उपित ई थीजब हम सबा गजरात म सरकारकी शह या अकमयता स सामन आ रह जनसहार स ब थआज़ाद िहोा क इितहासका वह सबस पहला टलीवाइडदगा अथा त टीवी क माम स आप क मकान तक चौबीसघट lsquoसजीवrsquo पचनवाला दगाथा अगर भारत सरकार न जीनोसाइड कशन अथा तजनसहार कशन पर दखतिकए होत तो िहसा क अजामकता

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 29

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

8

जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 30: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

या िजनकी सिलता क चलत दग हो सक उ मानवता क िखलाफअपराध क िलए सलाख क पीछडाला जाता समय का बीतनाऔर शाि का कायम हो जानाइस साई को नकार नह सकतािक आज भी वहा ाय नह होसका ह

बदल ए हालात पर गौरकर एक ऐसा शस ndash िजसन आधिनक नीरो की तज पर इनlsquoदगrsquo को होन िदया वह आजकी तारीख म lsquoिवकास पषrsquoम पािरत आ िदखता हऔर उसक नए परान मरीद उस ही दश क भिव का िनयाबनान क िलए आमादा हआय नह होना चािहए िकइस म का चनावी गितिवानइस तरह आग बढ़ िक यहशस भारतीय राजनीित कशीष पर पच ममिकन ह िकएक अिधक समावशी अिधकसिह अिधक ायपण औरअिधक शाििय म बनान की हमारी ािहश हमारीआकााए और हमारी कोिशशफौरी तौर पर असफल ह

ा हम इस पिरणाम क िलएतयार रहना चािहए और अपनीlsquoिनयितrsquo क ित समप ण करनाचािहए

िनितही नह

इसका अथ होगा जनतक बिनयादी िसा कोबसकवाद क दहलीज परसमिप त करना हम यह कभीनह भलना चािहए िक बमतक शासन क अलावा जनताका मतलब होता ह अमत कजीवन क अिधकार एव मत कीसरा और अिधक महपण यह काननी सावना िक आजका राजनीितक अमत भिवम चनावी बमत हािसल करगाऔर इस तरह शािपण तरीकस वा को बदल दगा

यह वष 2001 का था जबनाव म अीकी नाविजयनिकशोर बजािमन हरमानसन कीनवनाी िगरोह न हा की जोउस म क इितहास की पहलीऐसी हा थी आग जो कछआ उसकी यहा कना करनाभी सव नह होगा अगल हीिदन दिसय हजार नाव क िनवासीराजधानी ओो की सड़क परउतर और उन िकशोर कोाय िदलान की माग कीऔर इसिवशाल दशन की अगआई नावक धानमाी ज ोनबग न की िजन यही कहा lsquoयहहमारा तरीका नह ह अपन समाज म नीय अपराध किलए कोई ान नह हrsquorsquo एकसाल क अर पाच सदीयपीठ न दो हमलावर को दोषी

ठहराया और उ 15 साल कीसज़ा सनायी

lsquolsquoयह हमारा तरीका नह हhelliprsquorsquo

मझ यह िका तब याद आयाजब नोबल परार िवजताअथ शााी डा अमसन भारतकी सरजम पर यहा क नवनाीसमह क िनशान पर आए जबउन कहा िक वह मोदी कदश का धानमाी बनन क हकम नह ह िक उनक शासनम धािम क असक सरितनह हग अिधकतर लोग न डासन क वको गौर स नह पढ़ाहोगा lsquolsquoमझ लगा िक बसकसमदाय का सद होन क नात यह मरा कत ह न कवल मराअिधकार िक म असक कसरोकार पर बात क अरबसक समदाय का िहाहोन क नात हम अर इस बातको भल जात हrsquorsquo

हमारी अपनी आख क सामन जनता को खोखला करन कीइन तमाम कोिशश पर हम गौरकरना ही होगा

असक अिधकार कोसरित करन म अहिमयत इसबात की होगी िक हम जनतक बिनयादी म को अपनाएऔर तहिदल स उस पर अमलकर तािक हम ऐस शासन का

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 30

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

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  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
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िनमा ण कर सक जहा धम औरराजनीित म फरक हो राकी धम िनरपता और नागिरकसमाज का धम िनरपताकरणहमारा सरोकार बनना चािहए

दो अर मझ पछत ह िकआप जनत को गहरा करन और धमिनरपता को मजबतकरन पर जोर दत हो इसकाएकमाा कारण यही ह िक िजसिदन हम अपन इस lsquoवतारrsquo कोभल जाएग िफर वह िदन रनह होगा जब हम भी अपन पड़ोसी म क नकदम परचलग िजसन रा क आधार कतौर पर धम को चना और जोआज िविभ आतिरक कारणस अःोट का िशकार होतािदख रहा ह

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जब हमार इद िगद ऐस हालातह और आप क इद िगद खड़ीउादी भीड़ िकसी नीरो कोअपना नता मानन क िलएआमादा हो तब उीद क सोतक िलए कहा दखा जा सकता ह

सािह ही ऐसा ोत हो सकताह इितहास इस बात का गवाहह िक उसी न लोग को शीतिनास जगान का काम िकया हऔर उनम बड़ बड़ मन कोललकारन की िहत पदा की ह

म अपनी ित को ािससीइितहास क एक सग स समाकरना चागा िजस lsquoय काडrsquoकहा जाता ह वह 1890 का दौरथा जब ास म एक यदी सअिधकारी य को lsquoदशोहrsquo कआरोप म िगरतार कर सटहलना ीप भज िदया गया थाउस तब िगरतार िकया गया थाजब वह अपन ब क साथ खलरहा था पिलस न उसक िखलाफइतना मजबत मामला बनाया थािक ऐसा तीत हो रहा था िक इसस उस िजगी भर जल म ही रहनापड़गा

असकअिधकार को सरितकरन म अहिमयतइस बात की होगी िकहम जनत कबिनयादी म कोअपनाए और तहिदलस उस पर अमल करतािक हम ऐस शासनका िनमा ण कर सकजहा धम औरराजनीित म फरक हो

सयोग की बात कही जा सकतीह िक महान ािससी लखक

एिमल जोला न इस काड कबार म जाना और इस घटनाको लकर अख़बार म लखमालािलखी िजसका शीष क था lsquoआईएजrsquo अथा त lsquoमरा आरोप हrsquoिजसम यदी स अिधकारी कीमासिमयत को रखािकत िकयागया था और यहभी बताया गयाथा िक िकस तरह वह एक सािजशका िशकार ए उपरो लख मजोला न यह भी बताया िक यक िखलाफ झठा मकदमा दज करनवाल सभी लोग िकस तरहlsquoयिदय स घणाrsquo करत थ लखकी इस खला का असर यह आिक य को िरहा करन की मिहमअिधक तज ई और सरकार कोउ छोड़ना पड़ा

ा अब व नह आया ह िकआतकवाद क फज आरोप कोलकर आज जो तमाम य जलम ह या असक समदायपर हमल तज हो रह ह उसपिरिित म सािह क रचियताऔर िवाथ एक सर म अपनीआवाज़ बलकर औरकह lsquoआईएजrsquo

(lsquoसािह और मानवािधकारrsquoशीष क पर इिलश िवभागपािडचरी िविवालय ाराआयोिजत सिमनार म ताान अग 2013सौज kafilaorg)

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 31

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड
Page 32: Sacchi Mucchi, April 2014

असक अिधकार और रा िहसा - सभाष गताड

स ची म ची एक यास ndash 7 अ ल 2014प 32

  • विशव बक पानी निजीकरण को बद कर सगठनो की माग - सिटिज़न नयज़ सरविस (सीएनएस)
  • इदरश कमार को कलीन चिट दन की फिराक म एनआईए - रिहाई मच
  • सपरदायिकता नही जातीय वरचसव की जग म आजमगढ म मलायम - मसीहददीन सजरी
  • लोकततर क लिए घातक होगा भाजपा का घोषणा-पतर - अनिल यादव
  • सवराजय की अवधारणा ही बचा सकती ह आप क परयोग को - सदीप पाणडय
  • लोकततर का महापरव - सनील कमार
  • फासीवाद को सवर दत शरी शरी रविशकर - हर राम मिशर
  • गर दलीय राजनीतिक परकरियाओ को सशकत करन का परयास - जन आवाज
  • अलपसखयक अधिकार और राजय हिसा - सभाष गताड