160
ससससस ससससससस सससस ससससससस ससससस ससस सससस ससससस सससससससससस सससससससस

Eit ki Diwar

  • Upload
    gapata

  • View
    160

  • Download
    0

Embed Size (px)

DESCRIPTION

Stories

Citation preview

Page 1: Eit ki Diwar

  

सु�बो�ध सु�हि�त्य मा�ला�     

सुम्पा�दक यशपा�ला जै�न

ला�खक चौ�धरी� शिशवन�थसिसु�� श��हि ल्य

    

  

Page 2: Eit ki Diwar

 प्रका�शका

यशपा�ल जैनमं त्री�, सस्ता� स�हि�त्य मं डल

एन-७७, कान�ट सरकास, नई दि ल्ल�-११०००१  

दूसर� बा�र: १९८८मं)ल्य: रु. ५.००

  मं-द्रका

  हि/जैयलक्ष्मं� प्रिंप्र2दिटग /र्क्सस5 का6 -६, लक्ष्मं� नगरदि ल्ल�- ११००९२

 

 

य� मा�ला� इस मं�ल� मं: बाड़ी� सरल- स-बा<ध भा�षा� मं: भा�रता का@ आत्मं� का@ झां� का@

दि खा�न6 का� प्रयत्न हिकाय� �। भा�रता स ता<, हि/द्वा�नF, /�रF, पा/5ताF, ता�र्थोंH, नदि यF, /न< आदि - आदि का� 6श �। उत्तर स6 ल6कार क्षिLण ताका और पा)/5 स6 ल6कार

पाक्षिOमं ताका स स्काP हिता का@ ऐस� ध�र� प्र/�हि�ता �<ता� �, जै< स�र6 6श का< एका अखा ड बान�ता� �।

भा�रता मं: अन6का धमं5 �S, अन6का भा�षा�ए �S, न�न� प्रका�र का6 आचा�र- हि/चा�र�S, ल6हिकान हिUर भा� अन6काता� का6 बा�चा एकाता� दि खा�ई 6ता� �। इसका� का�रण

य� � हिका �मं�र6 स ताF और मं��पा-रुषाF न6 काभा� मंन-ष्य का6 बा��र� भा6 F पार जै<र न�W दि य�। उन्�Fन6 इ स�न का< इ स�न का6 रूपा मं: 6खा�। स ता, ता�र्थों5, पा/5ता, नदि य� आदि हिकास� धमं5- हि/श6षा का6 न�W �<ता6, सबाका6 �<ता6 �S।

इस मं�ल� का@ पा-स्ताकाF का6 पा�छे6 �मं�र� य�� भा�/न� � हिका पा�ठका अपान6 6श का< अच्छी] तार� 6खा:, उसका6 असल� रूपा का< पा�चा�न: और एका मं��न 6श का6 न�गरिरका का6 न�ता6 उनका6 जै< कात्त5व्य �S, उनका� पा�लन कार:।

पा-स्ताकाF का@ भा�षा� इतान� आस�न � हिका कामं पाढ़े6- लिलखा6 पा�ठका भा� इन्�: अच्छी] तार� पाढ़े और समंझां सकाता6 �S। प्रत्य6का पा-स्ताका मं: काई- काई लिचात्री भा�

दि य6 गए �S। �मं आश� कारता6 �S हिका पा�ठका इन पा-स्ताकाF का< बाड़ी6 चा�/ स6 पाढें:ग6, दूसरF

का< पाढ़े/�य:ग6 और इनका� भारपा)र ल�भा ल:ग6।

Page 3: Eit ki Diwar

  —मा�त्री�

  

 

  द� शब्द मंcल�न� मं-�म्मं जैल�ल-द्दी]न काP ता ‘मंसन/�’ U�रस� स�हि�त्य मं:

अन)ठ� ग्रन्थ �। स स�र का@ स/hत्तमं पा-स्ताकाF मं: उसका@ गणन� का@ जै�ता� � और दुहिनय� का@ प्र�य: सभा� जै�हि/ता भा�षा�ओं मं: उसका� अन-/� �< चा-का� �।

उसका@ ल<काहिप्रयता� इतान� बाढ़े] हुईं � हिका U�रस�- � ल<गF का@ दुहिनय� मं: श�य �� का<ई ऐस� घर मिमंल6, जै�� रूमं� का� य� ग्र र्थों न �<।

प्रलिसद्ध हि/द्वा�नp हिनकालसन न6 लिलखा� �, “ ‘मंसन/�’ मं: ध�र्मिमं2का ग�ताF का6 सभा� ग-ण /ता5मं�न �S। पा/5ता का6 ग�न6, ग-ल�बा का6 र ग तार्थों� स-ग ध इत्य�दि स6 पा ओता- प्र<ता �S। ईश्वर का@ व्य�पाकाता� सभा� मं: दि खा�य� गय� �। मंcल�न� रूमं� का@ काहि/ता� पाढ़ेन6 स6 ऐस� मं�ल)मं �<ता� �, मं�न< �मं हिकास� स्/गtय

/6ग/ता� सरिरता� का� ग�न स-न र�6 �S। शब् - य<जैन� हृ य का< हि�ल�न6 /�ल� और आन �मियन� �।’’

इस मं��न ग्र र्थों मं: कार्थों�ओं और उपा�ख्य�नF द्वा�र� भालिx, /र�ग्य अध्य�त्मं, न�हिता आदि का6 उपा 6श दि य6 गए �S और का�न6 का� ढें ग ऐस�

हृ य��र� और चामंत्का�रपा)ण5 � हिका का स� �� श-ष्का व्यलिx र्क्सयF न �<, उसपार भा� प्रभा�/ पाड़ी6 हिबान� न�W र� सकाता�। प्रत्य6का कार्थों� का6 अन्ता मं: ऐस� स-न् र पारिरण�मं हिनका�ल� गय� � हिका पाढ़ेन6/�ल� मं-ग्ध �< जै�ता� �।‘मंसन/�’ बाहुता बाड़ी� ग्रन्थ �। मंSन6 उसमं: स6 का- छे चा-न� हुई लिशL�प्र

का��हिनयF का� हि�न् ] अन-/� हिकाय� �। आश� कारता� हूं हिका /6 पा�ठकाF का< रुलिचाकार �Fग�।

अन-/� कारन6 मं: मंन6 हिनम्नलिलखिखाता पा-स्ताकाF स6 स��यता� ल� �:1. मंर�ता-ल मंसन/� (U�रस�): स 0 का�जै� तालम्मं-ज़ हुसन।

Page 4: Eit ki Diwar

2. हि�का�यता6 रूमं� (उदू5) : अन-0 मिमंजै�5 हिनज़�मंश� ‘लबा�बा’ 3. स/�न6 उमंर�- मंcल�न� रूमं� (उदू5) : ल60 मंcल/�

लिशबाल�। 4. मंcल�न� रूमं� और उनका� उदू5 का�व्य: ल60 श्री�

जैग ]श चान्द्र /�चास्पहिता। मंS उनका6 ल6खाकाF का� आभा�र� हूं । 

— चौ�धरी� शिशवन�थसिंसु'� श��हि ल्य

रूमा� क� जै�वन पारिरीचौय 

मं��काहि/ मंcल�न� जैल�ल-द्दी]न रूमं� का� जैन्मं U�रस 6श का6 प्रलिसद्ध नगर बालखा मं: सनp ३०४ हि�जैर� मं: हुआ र्थों�। रूमं� का6 हिपाता� श6खा बा��उद्दी]न अपान6 समंय का6 अहिद्वाता�य पा हिडता र्थों6। U�रस का6 बाड़ी6- बाड़ी6 अमं�र और हि/द्वा�नp उनका� उपा 6श स-नन6 और Uता/6 ल6न6 आय� कारता6 र्थों6। रूमं� का6 जै�/न पार अपान6 हिपाता�

बाड़ी� प्रभा�/ पाड़ी� र्थों� और इनका@ प्र�रम्भि�का लिशL� भा� उन्�W का6 द्वा�र� हुई र्थों�। तात्का�ल�न U�रस सम्रा�टp ख्व़ा�रज़मंश�� इनका6 बाड़ी6 भाx र्थों6। ल6हिकान एका बा�र

हिकास� मं�मंल6 मं: सम्रा�टp स6 इनका� मंताभा6 �< गय�। अता: उन्�Fन6 बालखा नगर छे<ड़ी दि य�। बा� श�� न6 बाहुता- का- छे अन-नय- हि/नय का@, पारन्ता- उन्�Fन6 एका न स-न�। जिजैस समंय /6 बालखा स6 र/�न� हुए, उनका6 स�र्थों ता�न सc हि/द्वा�नp मं-र�

Page 5: Eit ki Diwar

र्थों6। जै�� का�W /6 गय�, ल<गF न6 उसका� हृ य स6 स्/�गता हिकाय� और उनका6 उपा 6श: स6 ल�भा उठ�य�।

य�त्री� कारता6 हुए सनp ६१० हि�जैर� मं: /6 न6श� पा-र न�मंका नगर मं: पाहु चा6। /�� का6 प्रलिसद्ध हि/द्वा�नp ख्/�जै� Uर� उद्दी]न अत्त�र न6 उनका6 आगमंन का� ��ल स-न� ता< स6/� मं: उपास्थि�ता हुए। उस समंय बा�लका जैल�ल-द्दी]न ( मंcल�न� रूमं�)

का@ उम्रा ६ /षा5 का@ र्थों�। ख्/�जै� अत्त�र न6 जैबा उन्�: 6खा� ता< बाहुता खा-श हुए और उसका6 हिपाता� स6 का��, ‘‘ य� बा�लका एका दि न अ/श्य मं��नp पा-रुषा �<ग�।

इसका@ लिशL� और 6खा- र6खा मं: कामं� न कारन�।’’ ख्/�जै� अत्त�र न6 अपान6 प्रलिसद्ध ग्रन्थ ‘ मंसन/� अत्त�र’ का@ एका प्रहिता भा� बा�लका रूमं� का< प्र6मं<पा��र का6

रूपा भा:ट का@। /�� स6 श6खा बा��उद्दी]न भ्रमंण कारता6 हुए बाग � पाहु चा6 और का- छे दि न

/�� र�6। हिUर /�� स6 �जै�ज़ और श�मं �<ता6 हुए ल�इन् � पाहु चा6। य�� मंcल�न� रूमं� का� हि//�� एका प्रहिताहिताष्ठता का- ल का@ कान्य� स6 हुआ। उस समंय उनका@ उम्रा

१८ /षा5 का@ र्थों�। इस� अस� मं: बा� श�� ख्व़ा�जैरज़मंश�� का� 6��न्ता �< गय� और श�� अल�उद्दी]न का काबा� र�जैसिंस2��सन पार बाठ�। उसन6 अपान6 मं-ख्य

कामं5चा�रिरयF का< भा6जैकार श6खा बा��उद्दी]न स6 र�जैध�न� मं: आन6 का@ प्र�र्थों5न� का@। /� सनp ६२४ हि�जैर� मं: अपान6 पा-त्री सहि�ता क़ौcहिनय� का@ तारU र/�न� हुए। जैबा श�र का6 कार�बा पाहु चा6 ता< बा� श�� स्/य मं-ख्य कामं5चा�रिरयF सहि�ता स्/�गता का6 लिलए आय6 और बाड़ी6 सम्मं�न का6 स�र्थों र�जैध�न� मं: लिल/� ल6 गय6 और एका

आल�श�न मं�ल मं: ठ�र�य�।

य�� /� चा�र /षा5 ताका र�6। सन६२८ हि�जैर� मं: उनका� 6��न्ता �< गय�।मंcल�न� रूमं� अपान6 हिपाता� का6 जै�/नका�ल स6 उनका6 हि/द्वा�न लिशष्य सय बार��नउद्दी]न स6 पाढ़े� कारता6 र्थों6। हिपाता� का@ मंPत्य- का6 बा� /� मिमंश्का और �लबा का6 हि/द्या�लयF मं: लिशL� प्र�प्ता कारन6 का6 लिलए चाल6 गय6 और लगभाग १५ /षा5 बा� /�पास लcट6।

उस समंय उनका@ उम्रा चा�ल�स /षा5 का@ �< गय� र्थों�। अबा मंcल�न� रूमं� का@ हि/द्वात्त� और स �चा�र का@ इतान� प्रलिसद्ध �< गय�

र्थों� हिका 6श- 6श�न्तारF स6 ल<ग उनका6 श5न कारन6 और उपा 6श स-नन6 आय� कारता6 र्थों6। रूमं� भा� र�ता- दि न ल<गF का< सन्मं�ग5 दि खा�न6 और उपा 6श 6न6 मं: लग6 र�ता6। इस� अस� मं: उनका@ भा:ट हि/ख्य�ता स�ध) शम्स ताबार6ज़ स6 हुई।

मंcल�न� रूमं� और शम्स ताबार6ज़ का@ मं-ल�क़ौ�ता का6 सम्बान्ध मं: काई न्ता- कार्थों�ए प्रचालिलता �S। मं<ल/� लिशबाल� न6 एका प्रलिसद्ध U�रस� पा-स्ताका का6 आध�र

पार इस घटन� का< इस तार� लिलखा �: ‘‘ एका दि न मंcल�न� रूमं� घर मं: ताशर�U रखाता6 र्थों6। पा�स मं: हि/द्या�र्थोंt बाठ6 र्थों6। चा�र< तारU हिकाता�बाF का� ढें6र लग� हुआ र्थों�। स य<ग स6 शम्स ताबार6ज़ हिकास� तारU स6 आ हिनकाल6 और सल�मं कारका6 बाठ गय6।

हिकाता�बाF का@ तारU इश�र� कारका6 मंcल�न� स6 पा)छे�, ‘ य� र्क्सय� �?’ मंcल�न� न6 Uरमं�य�, ‘ य� चा� चा�जै �, जिजैसका< ता-मं न�W जै�नता6।’ य� का�न� र्थों� हिका

Page 6: Eit ki Diwar

तामं�मं हिकाता�बाF मं: आग लग गय�। मंcल�न� न6 आOय5 स6 का��, ‘ य� र्क्सय� �?’ शम्मं ताबार6जै न6 जै/�बा दि य�, ‘ य� /� चा�जै �, जिजैसका< ता-मं न�W जै�नता6।’ ’’

बास शम्स ताबार6ज़ य� का�कार हिकास� तारU हिनकाल गय6 और आ खाF स6 ओझांल �< गय6। उधर मंcल�न� का� य� ��ल हुआ हिका र�ता दि न ‘शम्स, शम्स’

का@ रटन र्थों�। आखि�र बाड़ी� ताल�श का6 बा� उनका� पाता� चाल� और मंcल�न� रूमं� उन्�: क़ौcहिनय� मं: लिल/� ल�य6। य�� र�कार उन्�Fन6 रूमं� का< अध्य�त्मं- हि/द्या� का@ लिशL� ] और उसका6 ग-प्ता र�स्य बाताल�य6।

मंcल�न� रूमं� पार उनका@ लिशखा�ओं का� ऐस� प्रभा�/ पाड़ी� हिका र�ता-दि न आत्मंलिचान्तान और स�धन� मं: स लग्न र�न6 लग6। उपा 6श, Uता/6 ओर पाढ़ेन6-पाढ़े�न6

का� सबा का�मं बान् कार दि य�। जैबा उनका6 भाxF और लिशष्यF न6 य� ��लता 6खा� ता< उन्�: सन् 6� हुआ हिका शम्स ताबार6ज़ न6 मंcल�न� पार जै�दू कार दि य� �।

इसलिलए /6 उस ब्रह्महिनष्ठ स�ध- का6 हि/रुद्ध �< गय6। य� बा ग-मं�न� य�� ताका बाढ़े] हिका इन मं)खाH न6 उनका� /ध कार ड�ल�। इस दुष्काP त्य मं: मंcल�न� रूमं� का6 छे<ट6 बा6ट6 इल�उद्दी]न मं-�म्मं का� भा� ��र्थों र्थों�। इस �त्य� स6 स�र6 6श मं: श<का छे� गय� और �त्य�रF का6 प्रहिता र<षा और घPण� प्रकाट का@ गय�। मं<ल�न� रूमं� का< ता< इस दुघ5टन� स6 ऐस� दु: खा हुआ हिका /6 स स�र स6 हि/रx �< गय6 और

एका�न्ता/�स कारन6 लग6। इस� समंय उन्�Fन6 अपान6 हिप्रय लिशष्य मंcल�न� �स�मंउद्दी]न लिचाश्ता� का6 आग्र� पार स स�रप्रलिसद्ध ग्र र्थों ‘मंसन/�’ का@ रचान� श-रू

का@। का- छे दि न बा� /� बा�मं�र �< गय6 और बा�मं�र� भा� ऐस� र्थों� हिका /� हिUर स्/� न�W �< सका6 । जैबा ल<गF न6 उनका6 र<ग- ग्रस्ता �<न6 का� समं�चा�र स-न� ता< /6

�जै�रF का@ स ख्य� मं: श5नF का6 लिलए आन6 लग6। एका दि न मंcल� स रउद्दी]न उनका@ स6/� मं: उपास्थि�ता हुए और जैबा ऐस� न�जै-का ��लता 6खा� ता< चारणF मं:

हिगर पाड़ी6 और प्र�र्थों5न� कारन6 लग6, ‘‘ ऐ खा- � मंcल�न� का< शU� (स्/�ता�) अता� कार।’’

मंcल�न रुमं� न6 का��, ‘‘ शU� ता-म्��र6 लिलए मं-बा�कारिरका �<। आलिशका (प्र6मं�) और मं�श)का (प्र6मंपा�त्री) मं: लिसU5 बा�का@ र� गय� �। र्क्सय� ता-मं न�W चा��ता6

हिका य� भा� उठ जै�य6?’’ य6 शब् स-नकार स रउद्दी]न का< और दुखा: हुआ, /6 U) ट- U) टकार र<न6 लग6।

उस� दि न श�मं का< उनका� 6��न्ता �< गय�। य� सनp ६७२ हि�जैर� का@ घटन� �। मंcल�न� रुमं� का@ उम्रा उस समंय ६८ /षा5 का@ र्थों�।

जैबा य� दु: खा समं�चा�र ल<गF न6 स-न� ता< स�र6 6श मं: ����का�र मंचा गय�। मंcल�न� का@ मंPत्य- पार जैस� श<का मंन�य�, /स� स�र6 U�रस 6श मं: हिकास�

का@ मंPत्य- पार न�W मंन�य� गय� र्थों�। मं�र6 श<का का6 ल< ]/�न6 �< र�6 र्थों6। का<ई कापाड़ी6 U�ड़ीता� र्थों�, का<ई छे�ता� पा�टता� र्थों�, और का<ई अपान� लिसर ध-नता� र्थों�। जै�न6ज़6 का6 स�र्थों सभा� धमंH और सम्प्र �यF का6 ल<ग र्थों6। यहूं ] अपान� पाहि/त्री

Page 7: Eit ki Diwar

पा-स्ताका ‘ता<र�ता’ का� पा�ठ कारता6 जै�ता6 र्थों6, ईस�ई ‘इ जै�ल’ स-न�ता6 जै� र�6 र्थों6 और मं-सलमं�न ‘ क़ौ� र�न शर�U’ पाढ़ेता6 जै�ता6 र्थों6।

जैबा जैन�ज़� क़ौहिब्रस्ता�न मं: पाहु चा� ता< बा� श�� न6 यहूंदि यF स6 पा)छे�, ‘‘ता-म्��र� मंcल�न� स6 र्क्सय� सम्बान्ध र्थों�?’’ उन्�Fन6 जै/�बा दि य�, ‘‘ यदि /� ता-म्��र�

( मं-सलमं�नF का�) मं-�म्मं र्थों� ता< �मं�र� मं)स� र्थों�।’’ ईस�इयF न6 का��, ‘‘यदि ता-म्��र� मं-�म्मं ओर मं)स� र्थों� ता< �मं�र� ईस� र्थों�।’’ /�स्ता/ मं: मंcल�न� रुमं� न6

मंतामंता�न्तारF का6 झांगड़ीF का< छे<ड़ीकार स/�5त्मं/� का< अपान� लिलय� र्थों�। उन्�: हिकास� मंज़�बा का� पाLता�ता न�W र्थों�। /6 मं-सलमं�नF, यहूंदि यF और ईस�सइयF

का< एका हिनग�� स6 6खाता6 र्थों6 और सभा� धमंH और श्री6क्षिणयF का6 ल<ग उनका6 सत्स ग स6 ल�भा उठ�ता6 र्थों6। प्र�क्षिणमं�त्री का< स-खा पाहु चा�न� और ईश्वर- लिचान्तान मं:

मंग्न र�न� �� उनका� मंजै�बा र्थों�। ऐस6 समं शt और स/�5त्मं/� ] मं��पा-रुषा का@ मंPत्य- स6 सबा /णH का6 ल<गF मं: श<का छे� जै�न� अहिन/�य5 र्थों�।

मंcल�न� जैल�ल-द्दी]न रुमं� का� मंज़�र क़ौcहिनय� मं: बान� हुआ �, जै�� �ज़�रF य�त्री� जिज़य�रता का6 लिलए जै�ता6 �S।

--ला�खक

 

अन�क्रमा1१. चा<र बा� श��२. अन्ध�, बा�र� और न ग�३. ल��cल /ल� का) /ता४. चाcपा�यF का@ बा<ल�५. स�ध- का@ कार्थों�६. U) ट बा-र� बाल�७. खा�र6 पा�न� का� उपा��र८. स्/च्छी ह्र य९. मं)खाH स6 भा�ग<१०. मं)स� और चार/���११. ईश्वर का@ खा<जै१२. चा-ड़ील का� जै�दू१३. बा-जिद्धमं�नF का< स ग१४. �जैरता अल� और का�हिUर१५. मं<� का� जै�ल

Page 8: Eit ki Diwar

१६. �/� और मंच्छीर का� मं-का मं�१७. बा�ज़ और बा� श��१८. मिमंत्री का@ पारखा१९. पार्थों- प्र श5का२०. ल-कामं�न का@ पार�L�२१. हु हु और काcआ२२. चा<र का@ चा�ल�का@२३. चा)�� और ऊं ट२४. हिन: स्/�र्थों5 �न

२५. ता<ता� और ग जै� Uका@र२६. सच्चा� प्र6मं२७. दूर शt२८. का� टF का@ झां�ड़ी�२९. /य�कारण और मंल्ल��३०. मंन का< मं�र३१. ‘ता)’ और ‘मंS’३ 2. अच्छी6- बा-र6 का@ पार�L�३३. ईंट का@ ]/�र

Page 9: Eit ki Diwar

ईंट क/ द0व�री

१/ चा<र बा� श��

बा� श�� का� हिनयमं र्थों� हिका र�ता का< भा6षा बा लकार गज़न� का@ गलिलयF मं: घ)मं� कारता� र्थों�। एका र�ता उस6 का- छे आ मं� लिछेपालिछेपा कार चालता6 दि खाई

दि य6। /� भा� उनका@ तारU बाढ़े�। चा<रF न6 उस6 6खा� ता< /6 ठ�र गय6 और उसस6 पा)छेन6 लग6, ‘‘भा�ई, ता-मं काcन �<? और र�ता का6 समंय हिकासलिलए घ)मं र�6 �<?’’

बा� श�� न6 का��, ‘‘ मंS भा� ता-म्��र� भा�ई हूं और आजै�हि/का� का@ तालश� मं: हिनकाल� हूं ।’’ चा<र बाड़ी6 प्रसन्न हुए और का�न6 लग6, ‘‘ ता)न6 बाड़ी� अच्छी� हिकाय�, जै<

�मं�र6 स�र्थों आ मिमंल�। जिजैतान6 आ मं� �F, उतान� �� अमिधका सUलता� मिमंलता� �। चाल<, हिकास� स�हूंका�र का6 घर चा<र� कार:।’’ जैबा /6 ल<ग चालन6 लग6 ता< उनमं: स6 एका न6 का��, ‘‘ पा�ल6 य� हिनOय �<न� चा�हि�ए हिका काcन आ मं� हिकास का�मं का< अच्छी] तार� कार सकाता� �, जिजैसस6 �मं एका- दूसर6 का6 ग-णF का< जै�न जै�य जै< ज्य� � हुनर�मंन् �< उस6 न6ता� बान�य:।’’

य� स-नकार �रएका न6 आन�- अपान� खा)हिबाय� बाताल�यW। एका बा<ल�, ‘‘मंS का- त्त< का@ बा<ल� पा�चा�नता� हूं । /6 जै< का- छे का�:, उस6 मंS अच्छी] तार� समंझां ल6ता�

हूं । �मं�र6 का�मं मं: का- त्तF स6 बाड़ी� अड़ीचान पाड़ीता� �। �मं यदि बा<ल� जै�न ल: ता< �मं�र� �तार� कामं �< सकाता� � और मंS इस का�मं का< बाड़ी� अच्छी] तार� कार सकाता� हूं ।’’

दूसर� का�न6 लग�, ‘‘ मं6र� आ खाF मं: ऐस� शलिx � हिका जिजैस6 अ ध6र6 मं: 6खा ल) , उस6 हिUर काभा� न�W भा)ल सकाता�। और दि न का6 6खा6 का< अ ध6र� र�ता मं:

पा�चान सकाता� हूं । बाहुता स6 ल<ग �मं: पाचा�नकार पाकाड़ी/� दि य� �S। मंS ऐस6 ल<गF का< ता-रन्ता भा� पा ल6ता� हूं और अपान6 स�लिर्थोंयF का< स�/ध�न कार 6ता� हूं । इस तार�

�मं�र� रL� �< जै�ता� �।’’ ता�सर� बा<ल�, ‘‘ मं-झांमं: ऐस� शलिx � हिका मंज़बा)ता ]/�र मं: स:ध लग�

सकाता� हूं और य� का�मं मंS ऐस� U) ताt और सU�ई स6 कारता� हूं हिका स<न6/�लF का@ आ खा: न�W खा-ल

सकाताW और घण्टF का� का�मं मिमंनटF मं: �< जै�ता� �।’’ चाcर्थों� बा<ल�, ‘‘ मं6र� स) घन6 का@ शलिx ऐस� हि/लिचात्री � हिका ज़मं�न मं: गड़ी6 हुए धन

का< /�� का@ मिमंट्टी] स)घकार �� बाता� सकाता� हूं । मंSन6 इस का�मं मं: इतान� य<ग्यता� प्र�प्ता का@ � हिका शत्री- भा� सर��न� कारता6 �S। ल<ग प्र�य: धन का< धरता� मं: ��

Page 10: Eit ki Diwar

ग�ड़ीकार रखाता6 �S। इस /x य�   हुनर बाड़ी� का�मं 6ता� �। मंS इस हि/द्या� का� पा)र� पा हिडता हूं । मं6र6 लिलए य� का�मं बाड़ी� सरल �S।’’

पा� चा/6 न6 का��, ‘‘ मं6र6 ��र्थोंF मं: ऐश� शलिx � हिका ऊं चा6- ऊं चा6 मं�लF पार हिबान� स�ढ़े] का6 चाढ़े सकाता� हूं और ऊंपार पाहु चाकार अपान6 स�लिर्थोंयF का< भा� चाढ़े� सकाता� हूं । ता-मंमं: ता< का<ई ऐस� न�W �<ग�, जै< य� का�मं कार सका6 ।’’

इस तार� जैबा सबा ल<ग अपान6- अपान6 ग-ण बाता� चा-का6 ता< नय6 चा<र स6 बा<ल6, ‘‘ ता-मं भा� अपान� कामं�ल बाता�ओ, जिजैसस6 �मं: अन् �जै �< हिका ता-मं �मं�र6

का�मं मं: हिकातान� स��यता� कार सकाता6 �।’’ बा� श�� न6 जैबा य� स-न� ता< खा-श �< कार का�न6 लग�, ‘‘ मं-झांमं: ऐस� ग-ण �, जै< ता-मंमं: स6 हिकास� मं: भा� न�W �। और /� ग-ण य� � हिका मंS अपार�धF का< Lमं� कार� सकाता� हूं । अगर �मं ल<ग चा<र� कारता6 पाकाड़ी6 जै�य: ता< अ/श्य सजै� पा�य:ग6। पारन्ता- मं6र� �ढ़े] मं: य� खा)बा�

� हिका उसका6 हि�लता6 �� अपार�ध Lमं� �< जै�ता6 �S। ता-मं चा<र� कारका6 भा� स�U बाचा सकाता6 �<। 6खा<, हिकातान� बाड़ी� ता�काता � मं6र� �ढ़े] मं:!’’

बा� श�� का@ य� बा�ता स-नकार सबान6 एका स्/र मं: का��, ‘‘ भा�ई ता) �� �मं�र� न6ता� �। �मं सबा ता6र� �� अध�नता� मं: का�मं कार:ग6, ता�हिका अगर का�W पाकाड़ी6 जै�य: ता< बाख्शे6 जै� सका: । �मं�र� बाड़ी� सcभा�ग्य � हिका ता-झां-जैस�

शलिxश�ल� स�र्थों� �मं: मिमंल�।’’ इस तार� सल�� कारका6 य6 ल<ग /�� स6 चाल6। जैबा बा� श�� का6 मं�ल का6

पा�स पाहु चा6 ता< का- त्त� भा) का�। चा<र न6 का- त्त6 का@ बा<ल� पा�चा�नकार स�लिर्थोंयF स6 का�� हिका य� का� र�� � हिका बा� श�� �S। इसलिलए स�/ध�न �<कार चालन� चा�हि�ए। मंगर उसका@ बा�ता हिकास�न6 न�W मं�न�। जैबा न6ता� आग6 बाढ़ेता� चाल� गय� ता< दूसरF न6 भा� उसका6 स का6 ता का@ का<ई पार/� न�W का@। बा� श�� का6 मं�ल का6 न�चा6

पाहु चाकार सबा रुका गय6 और /�W चा<र� कारन6 का� इर� � हिकाय�। दूसर� चा<र उछेलकार मं�ल पार चाढ़े गय�। और हिUर उसन6 बा�का@ चा<रF का< भा� खाWचा लिलय�।

मं�ल का6 भा�तार घ-सकार स:ध लग�य� और खा)बा ल)ट हुई। जिजैसका6 जै< ��र्थों लग�, समं6टता� गय�। जैबा ल)ट चा-का6 ता< चालन6 का@ ताय�र� हुई। जैल् ]- जैल् ] न�चा6 उतार6

और अपान�- अपान� र�स्ता� लिलय�। बा� श�� न6 सबाका� न�मं- ध�मं पा)छे लिलय� र्थों�। चा<र मं�ल- असबा�बा ल6कार चा पाता �< गय6।

बा� श�� न6 मंन्त्री� का< आज्ञा� ] हिका ता-मं अमं-का ��न मं: ता-रन्ता लिसपा��� भा6जै< और Uल� - Uल� ल<गF का< हिगरफ्ता�र कारका6 मं6र6 स�मंन6 ��जिजैर कार<। मंन्त्री� न6 Ucरन लिसपा��� भा6जै दि य6। चा<र पाकाड़ी6 गय6 और बा� श�� का6 स�मंन6 पा6श हिकाय6

गए। जैबा इन ल<गF न6 बा� श�� का< 6खा� ता< दूसर6 चा<र न6 का�� � हिका ‘‘बाड़ी� गजैबा �< गय�! र�ता चा<र� मं: बा� श�� �मं�र6 स�र्थों र्थों�

और य� /�� नय� चा<र र्थों�, जिजैसन6 का�� र्थों� हिका ‘‘ मं6र� �ढ़े] मं: /� शलिx � हिका उसका6 हि�लता6 �� अपार�ध Lमं� �< जै�ता6 �S।’’

Page 11: Eit ki Diwar

सबा ल<ग स��स कारका6 आग6 बाढ़े6 और बा� श�� का� अक्षिभा/� न हिकाय�। बा� श�� न6 पा)छे�, ‘‘ ता-मंन6 चा<र� का@ �?’’ सबान6 एका स्/र मं: जै/�बा दि य�, ‘‘�� , हूंजैर ! य� अपार�ध �मंस6 �� हुआ �।’’

बा� श�� न6 पा)छे�, ‘‘ ता-मं ल<ग हिकातान6 र्थों6?’’ चा<रF न6 का��, ‘‘ �मं का- ल छे: र्थों6।’’

बा� श�� न6 पा)छे�, ‘‘ छेठ� का�� �?’’ चा<रF न6 का�� , ‘‘अन्न �ता�, ग-स्ता�खा� मं�U �<। छेठ6 आपा �� र्थों6।’’ चा�रF का@ य� बा�ता स-नकार सबा रबा�र� अचा भा6 मं: र� गय6। इतान6 मं:

बा� श�� न6 चा<रF स6 हिUर पा)छे�, ‘‘अच्छी�, अबा ता-मं र्क्सय� चा��ता6 �<?’’ चा<रF न6 का��, ‘‘अन्न �ता�, �मंमं: स6 �रएका न6 अपान�- अपान� का�मं कार

दि खा�य�। अबा छेठ6 का@ बा�र� �। अबा आपा अपान� हुनर दि खा�य:, जिजैसस6 �मं अपार�मिधयF का@ जै�न बाचा6।’’

य� स-नकार बा� श�� मं-स्कार�य� और बा<ल�, ‘‘अच्छी�! ता-मंका< मं�U हिकाय� जै�ता� �। आग6 स6 ऐस� का�मं मंता कारन�।’’

 [ स स�र का� बा� श�� पारमं6श्वर ता-म्��र6 आचार�णF का< 6खान6 का6 लिलए स /� ता-म्��र6 स�र्थों र�ता� �। उसका6 स�र्थों समंझांकार ता-म्�: �मं6श� उसस6 डरता6 र�न� चा�हि�ए और बा-र6 का�मंF का@ ओर काभा� ध्य�न न�W 6न� चा�हि�ए।]1

२/ अ�ध�, बो�री� औरी न�गा�

Page 12: Eit ki Diwar

हिकास� बाड़ी6 श�र मं: ता�न आ मं� ऐस6 र्थों6, जै< अन-भा/��न �<न6 पार भा� अन-भा/� र्थों6। एका ता< उसमं: दूर का@ चा�जै 6खा सकाता� र्थों�, पार आ खाF स6 अ ध�

र्थों�। �जैरता स-ल6मं�न का6 श5न कारन6 मं: ता< इसका@ आ खा: असमंर्थों5 र्थोंW, पारन्ता- चाWट] का6 पा� / 6खा ल6ता� र्थों�। दूसर� बाहुता ता6ज़ स-नन6/�ल�, पारन्ता- हिबाल्का- ल बा�र�

र्थों�। ता�सर� ऐस� न ग�, जैस6 चालता�- हिUरता� मं- �5। ल6हिकान इसका6 कापाड़ीF का6 पाल्ल6 बाहुता लम्बा6- लम्बा6 र्थों6। अन्ध6 न6 का��, ‘‘ 6खा<, एका ल आ र�� �। मंS 6खा र�� हूं

हिका /� हिकास जै�हिता का6 ल<गF का� � और इसमं: हिकातान6 आ मं� �S।’’ बा�र6 न6 का��, ‘‘ मंSन6 भा� इनका@ बा�ताF का@ आ/�जै स-न�।’’ न ग6 न6 का��, ‘‘भा�ई, मं-झां6 य�

डर लग र�� � हिका का�W य6 मं6र6 लम्बा6- लम्बा6 कापाड़ी6 न कातार ल:।’’ अन्ध6 न6 का��, ‘‘ 6खा<, /6 ल<ग पा�स आ गय6 �S। अर6! जैल् ] उठ<। मं�र- पा�ट य� पाकाड़ी-धकाड़ी

स6 पा�ल6 �� हिनकाल भा�ग:।’’ बा�र6 न6 का��, �� , इनका6 पारF का@ आ/�जै हिनकाट �<ता� जै�ता� �।’’ ता�सर� बा<ल�, ‘‘ <स्ता< �<लिशय�र �< जै�ओ और भा�ग<। का�W ऐस� न �< /6 मं6र� पाल्ल� कातार ल:। मंS ता< हिबाल्का- ल खातार6 मं: हूं !’’

मंललबा य� हिका ता�नF श�र स6 भा�गकार बा��र हिनकाल6 और cड़ीकार एका ग� / मं: पाहु चा6। इस ग� / मं: उन्�: एका मं<ट�- ता�ज़� मं-ग�5 मिमंल�। ल6हिकान /�

हिबाल्का- ल �हि¨यF का@ मं�ल� बान� हुआ र्थों�। जैर�- स� भा� मं� स उसमं: न�W र्थों�। अन्ध6 न6 उस6 6खा�, बा�र6 न6 उसका@ आ/�जै स-न� और न ग6 न6 पाकाड़ीकार उस6 पाल्ल6 मं: ल6 लिलय�। /� मं-ग�5 मंरकार स)खा गय� र्थों� और काc/ न6 उसमं: चाFचा मं�र�

र्थों�। इन ता�नF न6 एका 6गचा� मं ग/�य�, जिजैसमं: न मं- � र्थों�, न पा: �। उस6 चा)ल्�6 पार चाढ़े� दि य�। इन ता�नF न6 /� मं<ट� ता�जै� मं-ग�5 6गचा� मं: ड�ल� और पाका�न� श-रु हिकाय� और इतान� आ चा ] हिका स�र� �हि¨य� गलकार �ल/� �< गयW। हिUर जिजैस तार� श6र अपान� लिशका�र खा�ता� � उस� तार� उन ता�नF न6 अपान� मं-ग�5 खा�य�। ता�नF न6 ��र्थों� का@ तार� ताPप्ता �<कार खा�य� और हिUर ता�नF उस मं-ग© का< खा�कार

बाड़ी6 ड�ल- डcल/�ल6 ��र्थों� का@ तार� मं<ट6 �< गय6। इनका� मं-ट�पा� इतान� बाढ़े� हिका स स�र मं: न समं�ता6 र्थों6, पारन्ता- इस मं<ट6पान का6 बा�/जै) र/�ज़6 का6 स)र�खा मं: स6 हिनकाल जै�ता6 र्थों6।

 [ इस� तार� स स�र का6 मंन-ष्यF का< ताPष्ण� का< र<ग �< गय� � हिका /6 दुहिनय� का@ प्रत्य6का /स्ता- का<, भाल6 �� /� हिकातान� �� गन् ] �<, पार प्रत्यL रुपा मं: स-न् र �<,

अपान6 पा6ट मं: उता�रन6 का@ इच्छी� रखाता6 �S। ल6हिकान दूसर� तारU य� ��ल � हिका हिबान मंPत्य- का6 मं�ग5 पार चाल6 इन्�: चा�र� न�W और /� अजै�बा र�स्ता� �, जै< इन्�:

दि खा�ई न�W 6ता�। प्र�क्षिणयF का6 ल-का6 - ल इस� स)र�बा स6 हिनकाल जै�ता6 �S और /� स)र�खा नजैर न�W आता�। जै�/F का� य� समं)� इस� द्वा�र का6 लिछेद्र मं: घ-स

जै�ता� � और लिछेद्र ता< र्क्सय�, र/�जै� ताका भा� दि खा�ई न�W 6ता� और इस कार्थों�

Page 13: Eit ki Diwar

मं: बा�र6 का� उ ��रण य� � हिका अन्य प्र�क्षिणयF का@ मंPत्य- का� समं�चा�र ता< /� स-नता� �, पारन्ता- अपान� मंcता स6 बा6खाबार �।

ताPष्ण� का� उ ��रण उस अन्ध6 स6 दि य� गय� �, जै< अन्य मंन-ष्यF का6 र्थों<ड़ी6- र्थों<ड़ी6 <षा ता< 6खाता� �, ल6हिकान अपान6 <षा उस6 नजैर न�W आता6। न ग6 का@

मिमंस�ल य� � हिका /� स्/य न ग� �� आय� � और न ग� �� जै�ता� �। /�स्ता/ मं: उसका� अपान� का- छे न�W �S। पारन्ता- स�र� उम्रा मिमंथ्य� भ्रमं मं: पाड़ीकार समं�जै का@

चा<र� का6 भाय स6 डरता� र�ता� �। मंPत्य- का6 समंय ता< ऐस� मंन-ष्य और भा� ज्य� � ताड़ीपाता� �। पारन्ता- उसका@ आत्मं� खा)बा

  � सता� � हिका जै�/नका�ल मं: य� स / का� न ग� मंन-ष्य काcनस� /स्ता- का6 चा-र�य6 जै�न6 का6 भाय स6 डरता� र्थों�। इस� समंय धन� मंन-ष्य का< ता< य� मं�ल)मं �<ता� �

हिका /�स्ता/ मं: /� हिबाल्का- ल हिनध5न र्थों�। ल<भा� का< य� पाता� चालता� � हिका स�र� जै�/न अज्ञा�नता� मं: नष्ट �< गय�।

इसलिलए ए मंन-ष्य, ता) अपान6 जै�/न मं: इस बा�ता का< अच्छी] तार� समंझां जै� हिका पारल<का मं: ता6र� र्क्सय� पारिरण�मं �<ग� और हि/द्या�ओं का6 जै�नन6 स6 अमिधका ता6र6 लिलए य� अच्छी� � हिका ता) अपान6 स्/रुपा का< जै�न6]1

 

३/ ला���ला वला� क7 वत

एका स)U@ य�त्री� कारता6 हुए र�ता �< जै�न6 पार हिकास� मंठ मं: ठ�र�। अपान� खाच्चार ता< उसन6 अस्ताबाल मं: बा� ध दि य� और आपा मंठ का6 भा�तार एका मं-ख्य

��न पार जै� बाठ�। मंठ का6 ल<ग मं6�मं�न का6 लिलए भा<जैन ल�य6 ता< स)U@ का< अपान6 खाच्चार का@ य� आय�। उसन6 मंठ का6 नcकार< का< अज्ञा� ] अस्ताबाल मं:

जै� और खाच्चार का< घ�स और जैc खिखाल�। नcकार न6 हिन/6 न हिकाय�, ‘‘ आपाका6 Uरमं�न6 का@ जैरुरता न�W। मंS �मं6श�

य�� का�मं हिकाय� कारता� हूं ।’’ स)U@ बा<ल�, ‘‘ जैc पा�न� मं: क्षिभाग< कार 6न�, र्क्सयFहिका खाच्चार बा)ढ़े� �< गय�

� और उसका6 � ता कामंजै<र �S।’’‘‘�रजैता, आपा मं-झां6 लिसखा�ता6 �S ल<ग ता< ऐस�- ऐस� य-लिxय� मं-झांस6 स�खा

कार जै�ता6 �S।’’‘‘ पा�ल6 इसका� तारु उता�रन�। हिUर इसका@ पा�ठ का6 घ�/ पार मंर�मं लग�

6न�।’’‘‘ खा- � का6 लिलए अपान� ता बा�र हिकास� और मंcका6 का6 लिलए न रखा ल�जिजैए।

मंS ऐस6 सबा का�मं जै�नता� हूं । स�र6 मं6�मं�न �मंस6 खा-श �<कार जै�ता6 �; र्क्सयFहिका �मं अपान6 अहितालिर्थोंयF जै�न का6 बार�बार प्य�र समंझांता6 �S।’’

‘‘ और 6खा, इसका< पा�न� भा� हिपाल�न�; पारन्ता- र्थों<ड़ी� गमं5 कारका6 6न�।’’‘‘ आपाका@ इन छे<ट]- छे<ट] बा�ताF का6 समंझां�न6 स6 मं-झां6 शमं5 आता� �।’’‘‘ जैc मं: जैर�- स� घ�स भा� मिमंल� 6न�।’’

Page 14: Eit ki Diwar

‘‘ आपा ध�रजै स6 बाठ6 रहि�ए। सबाका- छे �< जै�य6ग�।’’‘‘ उस जैग� का� का) ड़ी�- कारकाट स�U कार 6न� और अगर /�� स�ल �<

ता< स)खा� घ�स  हिबाछे� 6न�।’’‘‘ ऐ बा-जै-ग5/�र! एका य<ग्य स6/का स6 ऐस� बा�ता: कारन6 स6 र्क्सय� ल�भा?’’‘‘मिमंय� , जैर� खा-र6र� भा� हिUर 6न�, और ठ ड का� मंcसमं � खाच्चार का@

पा�ठ पार झां)ल भा� ड�ल 6न�।’’

‘‘�जैरता, आपा लिचान्ता� न का@जिजैए। मं6र� का�मं दूध का@ तार� स्/च्छी और बा6लग �<ता� �। मंS आपान6 का�मं मं: आपास6 ज्य� � �<लिशय�र �< गय� हूं । भाल6-बा-र6

मं6�मं�नF स6 /�स्ता� पाड़ी� �। जिजैस6 जैस� 6खाता� हूं , /स� �� उसका@ स6/� कारता� हूं ।’’

नcकार न6 इतान� का�कार कामं कास� और चाल� गय�। खाच्चार का� इन्ताजै�मं ता< उस6 र्क्सय� कारन� र्थों�। अपान6 ग-झ्ट6 मिमंत्रीF मं: बाठकार स)हिU का@ � स� उड़ी�न6 लग�। स)U@ र�स्ता6 का� ��र�- र्थोंका� ��, ल6ट गय� और अद्ध5हिनद्र� का@ अ/�� मं: सपान� 6खान6 लग�।

उसन6 सपान6 मं: 6खा�, उसका6 खाच्चार का< एका भा6हिड़ीय6 न6 मं�र दि य� � और उसका@ पा�ठ और जै� घ का6 मं� स का6 ल<र्थोंड़ी6 का< न<चा- न<चाकार खा� र�� �। उसका@

आ खा खा-ल गय�। मंन-��- मंन का�न6 लग�— य� का स� पा�गलपान का� सपान� �। भाल� /� य�ल) स6/का खाच्चार का< छे<ड़ीकार का�� जै� सकाता� �! हिUर सपान6 मं: 6खा� हिका /� खाच्चार र�स्ता6 मं: चालता6 समंय काभा� का- ए मं: हिगर पाड़ीता� �, काभा�

गड्ढे6 मं:। ऐस� भाय�नका दुघ5टन� सपान6 मं: /� बा�र- बा�र चा¯का पाड़ीता� और आ खा खा)लन6 पार का- र�नशर�U का@ आयता: पाढ़े ल6ता�।

अन्ता मं: व्य�का- ल �< कार का�न6 लग�, ‘‘ अबा �< �� र्क्सय� सकाता� �। मंठ का6 सबा ल<ग पाड़ी6 स<ता6 �S और नcकार र/�जै6 बान् कारका6 चाल6 गय6।’’

स)U@ ता< गUलता मं: पाड़ी� हुआ र्थों� और खाच्चार पार /� मं-स�बाता आय� हिका ईश्वर दुश्मंन पार भा� न ड�ल6। उस बा6चा�र6 का< तारु /�� का@ ध)ल और पात्थरF

मं: मिघसटकार ट6ढ़े� �< गय� और बा�गड<र ट)ट गय�। बा6चा�र� दि न भार का� ��र�-र्थोंका�, भा)खा�- प्य�स मंरण�सन्न अ/�� मं: पाड़ी र��। बा�र- बा�र अपान6 मंन मं:

का�ता� र�� हिका ऐ धमं5-न6ता�ओं! य� कार<। मंS ऐस6 काच्चा6 और हि/चा�र��न स)हिUयF स6 बा�जै आय�।

इस प्रका�र इस खाच्चार न6 र�ता- भार जै< काष्ट और जै< य�तान�ए झां6लW, /6 ऐस� र्थोंW, जैस6 धरता� का6 पाL� का< पा�न� मं: हिगरन6 स6 झां6लन� पाड़ीता� �S। /� एका

�� कार/ट स-बा� ताका भा)खा� पाड़ी� र��। घ�स और जैc का@ बा�ट मं: हि�नहि�न�ता6- हि�नहि�न�ता6 सबा6र� �< गय�। जैबा अच्छी] तार� उजै�ल� �< गय�, ता< नcकार आय�

और ता-रन्ता तारु का< ठ±का कारका6 पा�ठ पार रखा� और हिन 5य� न6 गध6 बा6चान6/�लF का@ तार� <- ता�न आर लग�यW। खाच्चार का@ल का6 चा-भा स6 तार�र6 भारन6 लग�। उस

गर�बा का6 जै�भा का�� र्थों�, जै< अपान� ��ल स-न�ता�।

Page 15: Eit ki Diwar

ल6हिकान जैबा स)U@ स/�र �<कार आग6 बाढ़े� ता< खाच्चार हिनबा5लता� का6 का�रण हिगरन6 लग�। जै�� । जै�� का�W हिगरता� र्थों�, ल<ग� उस6 उठ� 6ता6 र्थों6 और समंझांता6 र्थों6 हिका खाच्चार बा�मं�र �। का<ई खाच्चार का6 का�न मंर<ड़ीता�, का<ई मं- � खा<लकार 6खाता�,

का<ई य� जै� चा कारता� हिका खा-र और न�ल का6 बा�चा मं: का कार ता< न�W आ गय� � और ल<ग का�ता6 हिका ऐ श6खा ता-म्��र� खाच्चार बा�र- बा�र हिगर पाड़ीता� �, इसका� र्क्सय�

का�रण �?

श6खा जै/�बा 6ता� खा- � का� श-क्र �

  खाच्चार ता< मंजैबा)ता �। मंगर /� खाच्चार जिजैसन6 र�ता भार ल��cल खा�ई �<

( अर्थों�5ताp चा�र� न मिमंलन6 का6 का�रण र�ताभार ‘ दूर �� शता�न’ का@ रट लग�ता� र��), लिस/� इस ढें ग का6 र�स्ता� ताय न�W कार सकाता� और उसका@ य� �रकाता मं-न�लिसबा मं�ल)मं �<ता� �, र्क्सयFहिका जैबा उसका� चा�र� ल��cल र्थों� ता< र�ता- भार इसन6 तासबा��

(मं�ल�) U6 र� अबा दि न- भार लिसज् 6 कार6ग� ( अर्थों�5ताp हिगर- हिगर पाड़ी6ग�)

[ जैबा हिकास� का< ता-म्��र6 का�मं स6 �मं ³ न�W � ता< अपान� का�मं स्/य �� कारन� चा�हि�ए। बाहुता स6 ल<ग मंनष्य- भाLका �S। ता-मं उनका6 अक्षिभा/� न कारन6 स6

( अर्थों�5ताp उनका@ नम्राता� का6 भाम्रा मं: पाड़ीकार) ल�भा का@ आश� न रर्क्सखा<। जै< मंन-ष्य शता�न का6 ध<खा6 मं: U सकार ल��cल खा�ता� �, /� खाच्चार का@ तार� मं�ग5 मं: लिसर का6 बाल हिगरता� �। हिकास� का6 ध<खा6 मं: न�W आन� चा�हि�ए। का- पा�त्रीF का@ स6/� ऐस� �<ता� �, जैस� इस स6/का न6 का@। ऐस6

अनमिधका�र� ल<गF का6 ध<खा6 मं: आन6 स6 हिबान� नcकार का6 र�न� �� अच्छी� �।]1   

Page 16: Eit ki Diwar

४/ चौ�पा�य: क/ बो�ला�

एका य-/का न6 �जैरता मं)स� स6 चाcपा�यF का@ भा�षा� स�खान6 का@ इच्छी� प्रकाट का@, ता�हिका जै गल� पाश-ओं का@ /�ण� स6 ईश्वर�य ज्ञा�न प्र�प्ता कार6, र्क्सयFहिका मंन-ष्य

का@ स�र� /�क्शलिx ता< छेल- कापाट मं: लग� र�ता� �। स�/ �, पाश- अपान6 पा6ट भारन6 का� का<ई ओंर उपा�य कारता6 �F।

मं)स� न6 का�� , ‘‘ इस हि/चा�र का< छे<ड़ी 6, र्क्सयFहिका इसमं: तार�- ता�र का6 खातार6 �S। पा-स्ताकाF और /�क्षिणयF द्वा�र� ज्ञा�न प्र�प्ता कारन6 का6 बाजै�य ईश्वर स6 �� प्र�र्थों5न� कार हिका /� ता6र6 ज्ञा�न- चाL- खा<ल 6।’’ पारन्ता- जिजैतान� �जैरता मं)स� न6

उसस6 मं�न� हिकाय�, उतान� �� उसका@ इच्छी� प्रबाल �<ता� गय�। इस आ मं� न6 हिन/6 न हिकाय�, ‘‘ जैबास6 आपाका< दि व्य ज्य<हिता प्र�प्ता हुई �, हिकास� /स्ता- का� भा6

हिबान� प्रकाट हुए न�W र�� �। हिकास� का< हिनर�श कारन� आपाका6 य�ल- स्/�भा�/ का6 हि/पार�ता �। आपा ईOर का6 प्रहिताहिनमिध �S। यदि मं-झां6 इस हि/द्या� का6 प्र�प्ता कारन6 स6 र<काता6 �S ता< मं-झां6 बाड़ी� दु: खा �<ग�।’’

�जैरता मं)स� न6 ईश्वर स6 प्र�र्थों5न� का@, ‘‘ ऐ प्रभा-! मं�ल) �<ता� � हिका य� बा-जिद्धमं�न मंन-ष्य शता�न का6 ��र्थों मं: खा6ल र�� �। यदि मंS इस6 पाश-ओ का@ बा<ल�

लिसखा� दू ता< इसका� अहिनष्ट �<ता� � और यदि न लिसखाऊं ता< इसका6 हृ य का< ठ6स पाहु चाता� �।’’ ईOर का@ आज्ञा� हुई, ‘‘ ऐ मं)स�! ता-मं इस6 जैरुर लिसखा�ओ,

र्क्सयFहिका �मंन6 काभा� हिकास� का@ प्र�र्थों5न� न�W ट�ल�।’’ �जैरता मं)स� न6 बाड़ी� नरमं� स6 उस6 समंझां�य�, ‘‘ ता6र� इच्छी� पा)र� �<

जै�य6ग�, पारन्ता- अच्छी� य� � हिका ता) ईश्वर स6 डर और इस हि/चा�र का< छे<ड़ी 6, र्क्सयFहिका शता�न का@ प्र6रण� स6 ता-झां6 य� ख्य�ल पा � हुआ �। व्यर्थों5 का@ हि/पाक्षित्त

मं<ल न ल6, र्क्सयFहिका पाश-ओं का@ बा<ल� समंझांन6 स6 ता-झांपार बाड़ी� आUता आय6ग�।’’

Page 17: Eit ki Diwar

आ मं� हिन/6 न हिकाय�, ‘‘अच्छी�, स�र6 जै�न/रF का@ बा<ल� न स�� का- त्त6 का@, जै< मं6र6 र/�ज़6 पार र�ता� � और मं-ग5 का@, जै< घर मं: पाल� हुआ �, बा<लिलय�

जै�न ल) ता< य�� का�U@ �।’’

�जैरता मं)स� बा<ल�, ‘‘अच्छी�, ल6 आजै स6 इन <नF का@ बा<ल� समंझांन6 का� ज्ञा�न ता-झां6 प्र�प्ता �< गय�।’’

अगल6 दि न प्र�ता: का�ल /� पार�L� का6 लिलए र/�जै6 पार खाड़ी� �< गय�। �स� न6 भा<जैन ल�कार स�मंन6 रखा�। एका बा�स� र<ट] का� ट-काड़ी�, जै< बाचा र��

र्थों�, न�चा6 हिगर पाड़ी�। मं-ग�5 ता< ता�का मं: लग� हुआ र्थों� ��, ता-रन्ता उड़ी� ल6 गय�। का- त्त6 न6 लिशका�यता का@, ‘‘ ता) काच्चा6 ग6हूं भा� चा-ग सकाता� �। मंS �न� न�W चा-ग

सकाता�। ऐ <स्ता! य� जैर�- स� र<ट] का� ट-काड़ी�, जै< /�स्ता/ मं: �मं�र� हि�स्स� �, /� भा� ता) उड़ी� ल6ता� �!’’

मं-ग� न6 य� स-नकार का��, ‘‘ जैर� सब्र कार और इसका� अUस<स मंता कार। ईश्वर ता-झांका< इसस6 बादिढ़ेय� भा<जैन 6ग�। काल �मं�र6 मं�लिलका का� घ<ड़ी� मंर

जै�य6ग�। खा)बा पा6ट भारकार खा�न�। घ<ड़ी� का@ मंcता का- त्तF का� त्यc��र � और हिबान� पारिरश्रीमं और मं6�नता का6 खा)बा भा<जैन मिमंलता� �।’’

मं�लिलका अबा मं-ग© का@ बा<ल� समंझांन6 लग� र्थों�। उसन6 य� स-नता6 �� घ<ड़ी� बा6चा ड�ल� और दूसर6 दि न जैबा भा<जैन आय� ता< मं-ग�5 हिUर र<ट] का� ट-काड़ी� ल6

गय�। का- त्त6 न6 हिUर लिशका�यता का@, ‘‘ ऐ बा�ता)न� मं-ग� ता) बाड़ी� झां)ठ� �। और ज़�लिलमं ता)न6 ता< का�� र्थों� हिका घ<ड़ी� मंर जै�य6ग�। /� का�� मंर�? ता) अभा�ग� �

झां)ठ �।’’ मं-ग� न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ /� घ<ड़ी� दूसर� जैग� मंर गय�। मं�लिलका घ<ड़ी�

बा6चाकार ��हिन उठ�न6 स6 बाचा गय� और अपान� न-कास�न दूसरF पार ड�ल दि य�, ल6हिकान काल इसका� ऊं ट मंर जै�य6ग�। ता< का- त्तF का6 पाcबा�र� �S।’’

य� स-नकार ता-रन्ता मं�लिलका न6 ऊं ट का< भा� बा6चा दि य� और उसका@ मंPत्य- का6 श<का और ��हिन स6 छे- टका�र� पा� लिलय�। ता�सर6 दि न का- त्त6 न6 मं-ग© स6 का��, ‘‘अर6 झां)ठF का6 बा� श��! ता) काबाताका झां)ठ बा<लता� र�6ग�? ता) बाड़ी� कापाट] �।’’

मं-ग� न6 का��, ‘‘ मं�लिलका न6 जैल् ] स6 ऊं ट का< बा6चा ड�ल�। ल6हिकान इसका� ग-ल�मं मंर6ग� और इसका6 सम्बान्ध� खार�ता का@ र<दिटय� Uका@रF का< बा� ट:ग6 और

का- त्तF का< भा� खा)बा मिमंल:ग�।’’ य� स-नता6 �� मं�लिलका न6 ग-ल�मं का< भा� बा6चा दि य� और न-कास�न स6

बाचाकार बाहुता खा-श हुआ। /� खा-श� स6 U) ल� न�W समं�ता� र्थों� और बा�र- बा�र ईश्वर का< धन्य/� 6ता�

र्थों�

Page 18: Eit ki Diwar

हिका मंS लग�ता�र ता�न हि/पाक्षित्तयF स6 बाचा गय�। जैबास6 मंS मं-ग�µ और का- त्तF का@ बा<लिलय� समंझांन6 लग� हूं ताबास6 मंSन6 यमंर�जै का@ आ खाF मं: ध)ल झां¯का ] �।

चाcर्थों6 दि न हिनर�श का- त्त6 न6 का��, ‘‘अर6, झां6ठ6 बाका/� ] मं-ग� ता6र� भाहि/ष्य/�क्षिणयF का�

  र्क्सय� हुआ? य� ता6र� कापाट- जै�ल काबा ताका चाल6ग�? ता6र� स)रता स6 �� झां)ठ टपाकाता� �!’’

‘‘ मं-ग� न6 का��, ‘‘ता<बा�! मं6र� जै�हिता काभा� झां)ठ न�W बा<लता�। भाल� य� का स6 स�/ �< सकाता� �? असल� बा�ता य� � हिका /� ग-ल�मं खार� �र का6 पा�स

जै�कार मंर गय� और खार� �र का< न-कास�न हुआ। मं�लिलका न6 खार� �र का< ता< ��हिन पाहु चा�य�, ल6हिकान खा)बा समंझां ल6 हिका अबा खा- उसका@ जै�न पार आ बान�

�। काल मं�लिलका �� खा- मंर जै�य6ग�। ताबा इसका6 उत्तर�मिधका�र� ग�य का@ का- रबा�न� कार:ग�। मं� स और र<दिटय� Uका@र< और का- त्तF का< बा� ट] जै�य6ग�। हिUर

खा)बा मंcजै स6 मं�ल उड़ी�न�। घ<ड़ी6, ऊं ट और ग-ल�मं का@ मंcता इस मं)खा5 का6 प्र�णF का� बा ल� र्थों�। मं�ल का6 न-कास�न और र जै स6 ता< बाचा गय�। ल6हिकान अपान� जै�न

ग /�य�’’ मं�लिलका मं-ग� का@ भाहि/ष्य/�ण� का< का�न लग�कार स-न र�� र्थों�। cड़ी�- cड़ी�

�जैरता मं)स� का6 र/�जै6 पार पाहु चा� और मं�र्थों� ट6काकार Uरिरय� कारन6 लग�, ‘‘ऐ खा- � का6 न�यबा, मं-झां पार य� कार<।’’

�जैरता मं)स� न6 का��, ‘‘जै�, अबा अपान6 का< भा� बा6चाकार न-का�सन स6 बाचा जै�। ता) ता< इस का�मं मं: खा)बा चा�ल�का �< गय� �। अबा का@ बा�र भा� अपान� ��हिन दूसर� ल<गF का6 लिसर ड�ल 6 और अपान� र्थोंलिलयF का< cलता स6 भार ल6।

भाहि/ताव्यता� ता-झां6 इस समंय श�श6 मं: दि खा�ई 6 र�� �, मंS उसका< पा�ल6 �� ईंट मं: 6खा चा-का� र्थों�।’’

उसन6 र<न�- ध<न� श-रु हिकाय� और का��, ‘‘ ऐ य�मं)र्तिता2! मं-झां6 हिनर�श न का@जिजैए। मं-झांस6 अन-लिचाता व्य/��र हुआ �। पारन्ता- आपा Lमं� कार:।’’

�जैरता मं)स� बा<ल6, ‘‘ अबा ता< कामं�न स6 ता�र हिनकाल चा-का� �, लcट आन� सम्भ्/ न�W �। अलबात्त� मंS ईश्वर स6 प्र�र्थों5न� कारता� हूं हिका मंरता6 समंय ता) ईमं�न सहि�ता मंर6। जै< ईमं�न �र र�कार मंरता� � /� जिजैन् � र�ता� � और जै< ईमं�न

स�र्थों ल6 जै�य6, /� अमंर �< जै�ता� �।’’ उस� समंय उसका� जै� मिमंताल�न6 लग�। दि ल उल- पा-लट �<न6 लग�। र्थों<ड़ी�

6र मं: /मंन हुईं /� का मंcता का@ र्थों�। उस6 चा�र आ मं� उठ�कार ल6 गय6। पारन्ता- उस समंय उस6 �<श न�W र्थों�। �जैरता मं)स� न6 ईश्वर स6 प्र�र्थों5न� का@, ‘‘ �6 प्रभा-, इस6 ईमं�न स6 / लिचाता न कार। य� ग-स्ता�खा� इसन6 भा)ल मं: का@ र्थों�। मंSन6 इस6 बाहुता

समंझां�य� हिका /� हि/द्या� ता6र6 य<ग्य न�W। ल6हिकान /� मं6र� नस��ता का< ट�लन6 का@ बा�ता समंझां�।’’

ईश्वर न6 उस आ मं� पार य� का@ और �जैरता मं)स� का@ दुआ काबा)ल हुई।1

Page 19: Eit ki Diwar

५/ सु�ध� क/ कथ�

एका स�ध- पा��ड़ीF पार र�� कारता� र्थों�। न उसका6 स्त्री� र्थों� और न बाच्चा6। /� एका�न्ता/�स मं: �� मंगन र�� कारता� र्थों�।

इस पा��ड़ी का@ घ�दिटयF मं: स6/, अमंरु , अन�र इत्य�दि Uल �र /PL बाहुता र्थों6। स�ध- का� भा<जैन य�� मं6/6 र्थों6। इनका6 छे<ड़ी और का- छे न�W खा�ता� र्थों�। एका बा�र इस स�ध- न6 प्रहिताज्ञा� का@ हिका ऐ मं6र6 पा�लनकात्त�5 मंS इन /PLF स6 स्/य मं6/6 न�W ता<ड)ग� और न हिकास� दूसर6 स6 ता<ड़ीन6 का6 लिलए काहूं ग�। मंS पा6ड़ी पार लग6 हुए मं6/6 न�W खा�ऊं ग�, जै< �/� का6 झांFका6 स6 सड़ीकार हिगर गय6 �F।

/य<ग स6 पा� चा दि न ताका का<ई Uल �/� स6 न�W झांड़ी�। भा)खा का@ आग न6 स�ध- का< बा6चान कार दि य�। उसन6 एका ड�ल� का@ U- नग� पार अमंरु लग6 हुए 6खा6। पारन्ता- सन्ता<षा स6 का�मं लिलय� और अपान6 मंन का< /श मं: हिकाय6 र��। इतान6

मं: �/� का� एका ऐस� झांFका� आय� हिका श�खा का@ U- नग� न�चा6 झां-का आय�, अबा ता< उसका� मंन /श मं: न�W र�� और भा)खा न6 उस6 प्रहिताज्ञा� ता<ड़ीन6 का6 लिलए हि//श कार दि य�। बास हिUर र्क्सय� र्थों�, /PL स6 Uल ता<ड़ीता6 �� इसका@ प्रहिताज्ञा� ट)ट गय�। स�र्थों �� ईश्वर का� का<पा प्रकाट हुआ, र्क्सयFहिका उसका@ आज्ञा� � हिका जै< प्रहिताज्ञा�

कार<, उस6 अ/श्य पा)र� कार<। इस� पा��ड़ी मं: श�य पा�ल6 स6 �� चा<रF का� एका ल र�� कारता� र्थों� और

य�W /6 ल<ग चा<र� का� मं�ल आपास बा� ट कारता6 र्थों6। /य<ग स6 उस� समंय चा<र< का6 य�� मंcजै) �<न6 का@ खाबार पा�कार का<ता/�ल� का6 लिसपा�हि�यF न6 इस पा��ड़ी� का< घ6र लिलय� और चा<रF का6 स�र्थों स�ध- का< भा� पाकाड़ीकार �र्थोंकाड़ी�- बा6ड़ी� ड�ल ]।

इसका6 बा� का<ता/�ल न6 जैल्ल� का< आज्ञा� ] हिका इनमं: स6 �रएका का6 ��र्थों-पा� / का�ट ड�ल<। जैल्ल� न6 सबाका� बा� य� पा� / और �य� ��र्थों का�ट ड�ल�। चा<रF का6 स�र्थों स�ध- का� ��र्थों भा� का�ट ड�ल� गय� और पार का�टन6 का@ बा�र� आन6-/�ल�

र्थों� हिका अचा�नका एका स/�र घ<ड़ी� cड़ी�ता� हुआ आय� और लिसपा�हि�यF का< ललका�र कार का��, ‘‘ अर6 6खाF, य� अमं-का स�ध- � और ईOर- भाx �। इसका

Page 20: Eit ki Diwar

��र्थों र्क्सयF का�ट ड�ल�?’’ य� स-नकार लिसपा��� न6 अपान6 कापाड़ी6 U�ड़ी ड�ल6 और जैल् ] स6 का<ता/�ल का@ स6/� मं: उपास्थि�ता �<कार इस घटन� का@ स)चान� ]।

का<ता/�ल य� स-नकार न ग6 पा� / मं�U@ मं� गता� हुआ ��जिजैर हुआ।

बा<ल� ‘‘मं��र�जै! ईश्वर जै�नता� � हिका मं-झां6 खाबार न�W र्थों�। ऐ य�ल-, मं-झां6 स�ध- बा<ल�, ‘‘ मंS इस हि/पाक्षित्त का� का�रण जै�नता� हूं और मं-झां6 अपान6 पा�पाF का� ज्ञा�न �। मंSन6 बा6ईमं�न� स6 अपान� मं�न घट�य� और मं6र� �� प्रहिताज्ञा� न6 मं-झां6

इसका@ काचा�र� मं: धका6 ल दि य�। मंSन6 जै�न- बा)झांकार प्रहिताज्ञा� भा ग का@। इसलिलए इसका@ सजै� मं: ��र्थों पार आUता आय�। �मं�र� ��र्थों �मं�र� पा� /, �मं�र� शर�र

तार्थों� प्र�ण मिमंत्री का@ आज्ञा� पार हिनछे�/र �< जै�य6 ता< बाड़ी6 सcभा�ग्य का@ बा�ता �। ता-झांस6 का<ई लिशका�यता न�W, र्क्सयFहिका ता-झां6 इसका� पाता� न�W र्थों�।’’

स य<ग स6 एका मंन-ष्य भा:ट कारन6 का6 अक्षिभाप्र�य स6 उनका@ झांFपाड़ी� मं: घ-स आय�। 6खा� हिका स�ध- <नF ��र्थोंF स6 अपान� झां<ल� स� र�6 �S।

स�ध- न6 का��, ‘‘ अर6 भाल6 आ मं�! ता) हिबान� स)चान� दि य6 मं6र� झांFपाड़ी� मं: का स6 आ गय�।’’

उसन6 हिन/6 न हिकाय� हिका प्र6मं और श5नF का@ उत्का ठ� का6 का�रण य� अपार�ध �< गय�।

स�ध- न6 का��, ‘‘अच्छी�, ता) चाल� आ। ल6हिकान खाबार �र, मं6र6 जै�/न-का�ल मं: य� भा6 हिकास�स6 मंता का�न�!’’

झांFपाड़ी� का@ बा��र मंन-ष्यF का� एका समं)� झां� का र�� र्थों�। /� य� ��ल जै�न गय�। स�ध- न6 का��, ‘‘ ऐ पारमं�त्मं�! ता6र� मं�य� ता) �� जै�न6। मंS इस

चामंत्का�र का< लिछेपा�ता� हूं और ता) प्रकाट कारता� �। स�ध- न6 आका�श- /�ण� स-न� हिका अभा� र्थों<ड़ी� �� दि न मं: ल<ग ता-झांपार

अहि/श्व�स कारन6 लगता6, और ता-झां6 कापाट] और प्रपा चा� बाता�न6 लगता6। का�ता6 हिका इस�लिलए ईश्वर न6 इसका@ य� श� का@ �। /6 ल<ग का�हिUर न �< जै�य: और अहि/श्व�स और भ्रमं मं: ग्रस्ता न �< जै�य:, जैन्मं का6 अहि/श्व�स� ईश्वर स6 हि/मं-खा न

�< जै�य:, इसलिलए �मंन6 ता6र� य� चामंत्का�र प्रकाट कार दि य� � हिका आ/श्यकाता� का6 समंय �मं ता-झां6 ��र्थों प्र �न कार 6ता6 �S। मंS ता< इन कार�मं�ताF स6 पा�ल6 भा� ता-झां6

अपान� सत्त� का� अन-भा/ कार� चा-का� हूं । य6 चामंत्का�र प्रकाट कारन6 का@ शलिx जै< ता-झांका< प्र �न का@� गय� �, /� अन्य ल<गF मं: हि/O�स पा � कारन6 का6 लिलए �। इस�लिलए इस6 उजै�गर हिकाय� गय� �।1

 

Page 21: Eit ki Diwar

६/ फू7 ट बो�री� बोला�

एका मं�ल� न6 6खा� हिका उसका6 बा�ग मं: ता�न आ मं� चा<रF का@ तार� हिबान� पा)छे6 घ-स आय6 �S। उनमं: स6 एका सय �, एका स)U@ � और एका मंcल/� �, और एका स6 बाढ़ेकार एका उद्दी ड और ग-स्ता�खा �। उसन6 अपान6 मंन मं: का�� हिका ऐस6 ध)ताH का< ड 6न� �� चा�हि�ए, पारन्ता- उनमं: पारस्पर बाड़ी� मं6ल � और एका�

�� सबास6 बाड़ी� शलिx �। मंS अका6 ल� इन ता�नF का< न�W जै�ता सकाता�। इसलिलए बा-जिद्धमं�न� इस� मं: � हिका पा�ल6 इनका< एका- दूसर6 स6 अलग कार दू । य� स<चाकार

उसन6 पा�ल6 स)U@ स6 का��, ‘‘�जैर�ता, आपा मं6र6 घर जै�इए और इन स�लिर्थोंय� का6 लिलए काम्बाल ल6 आइए।’’ जैबा स)U@ का- छे दूर गय�, ता< का�न6 लग�, ‘‘र्क्सयF

श्री�मं�न! आपा ता< धमं5- श�स्त्री का6 हि/द्वा�न �S और य6 सय �S। �मं ता-मं-जैस6 सज्जनF का6 प्रता�पा स6 �� र<ट] खा�ता6 �S और ता-म्��र� समंझां का6 पारF पार उड़ीता6 �S।

दूसर6 पा-रुषा �मं�र6 बा� श�� �S, र्क्सयFहिका सय �S और �मं�र6 रस)ल का6 / श का6 �S। ल6हिकान इस पा6ट) स)U@ मं: काcन- स� ग-ण �, जै< ता-मं- जैस6 बा� श��F का6 स ग र�6?

अगर /� /�पास आय6 ता< उस6 रुई का@ तार� ध-न ड�ल) । ता-मं ल<ग एका �फ्ता6 ताका मं6र6 बा�ग मं: हिन/�स कार<। बा�ग �� र्क्सय�, मं6र� जै�न भा� ता-म्��र6 लिलए ��जिजैर �S,

बाम्भिल्का ता-मं ता< मं6र� �हि�न� आ खा �<।’’ ऐस� लिचाकान�- चा-पाड़ी� बा�ताF स6 इनका< रिरझां�य� और खा- ड ड� ल6कार स)U@

का6 पा�छे6 चाल� और उस6 पाकाड़ीकार का��, ‘‘ र्क्सयF र6 स)U@, ता) हिनल5ल्जैता� स6 हिबान� आज्ञा� लिलय6 ल<गF का6 बा�ग मं: घ-स आता� �! य� तार�का� ता-झांका< हिकासन6 लिसखा�य�

Page 22: Eit ki Diwar

�? बाता�, लिसका श6खा और हिकास पा�र न6 आज्ञा� ]?’’ य� का�कार स)U@ का< मं�रता6- मं�रता6 अधमंर कार दि य�।

स)U@ न6 जै� मं: का��, ‘‘ जै< का- छे मं6र6 स�र्थों �<न� र्थों�, /� ता< �< चा-का@; पारन्ता- मं6र6 स�लिर्थोंय<! जैर� अपान� खाबार ल<। ता-मंन6 मं-झांका< पार�य� समंझां�,

��ल� हिका मंS इस दुष्ट मं�ल� स6 ज्य� � पार�य� न र्थों�। जै< का- छे मंSन6 खा�य� �, /�� ता-म्�: भा� खा�न� � और सचा बा�ता ता< य� � हिका ध)ताH का< ऐस� ण्ड मिमंलन�

चा�हि�ए।’’ जैबा मं�ल� न6 स)U@ का< ठ±का कार दि य� ता< /स� �� एका बा��न� और ढें) ढें�

और का��, ‘‘ ऐ मं6र6 प्य�र6 सय , आपा मं6र6 घर पार ताशर�U ल6 जै�य:। मंSन6 आपाका6 लिलए बादिढ़ेय� खा�न� बान/�य� �। मं6र6 र/�जै6 पार जै�कार �स� का< आ/�जै 6न�।

/� आपाका6 लिलए पा)रिरय� और तारका�रिरय� ल� 6ग�।’’ जैबा उसका@ हि/ � कार चा-का� ता< मंcल/� स6 का�न6 लग�, ‘‘ ऐ मं��पा-रुषा!

य� ता< जै�हि�र और मं-झां6 भा� हि/श्व�स � हिका ता) धमं5- श�स्त्रीF का� ज्ञा�ता �: पारन्ता- ता6र6 स�र्थों� का< सय पान6 का� �/� हिनर�ध�र �। ता-झां6 र्क्सय� मं�ल)मं, इसका@ मं� न6

र्क्सय�- र्क्सय� हिकाय�?’’ इस प्रका�र सय का< जै�न6 र्क्सय�- र्क्सय� बा-र� भाल� का��। मंcल/� चा-पाचा�पा स-नता� र��, ताबा उस दुष्ट न6 सय का� भा� पा�छे� हिकाय� और

र�स्ता6 मं: र<काकार का��, ‘‘ अर6 मं)खा5! इस बा�ग मं: ता-झां6 हिकासन6 बा-ल�य�? अगर ता) नबा� सन्ता�न �<ता� ता< य� का- कामं5 न कारता�।’’

हिUर उसन6 सय का< पा�टन� श-रु हिकाय� और जैबा /� इस ज़�लिलमं का@ मं�र स6 बा6��ल �< गय� ता< आ खाF मं: आस) भारकार मंcल/� स6 बा<ल�, ‘‘मिमंय� , अबा ता-म्��र� बा�र� �। अका6 ल6 र� गय6 �<। ता-म्��र� ताF पार /� चा<ट] पाड़ीग� हिका

नर्क्सकार� बान जै�य6ग�। अगर मंS सय न�W हूं और ता6र6 स�र्थों र�न6 य<ग्य न�W हूं ता< ऐस6 ज़�लिलमं स6 ता< बा-र� न�W हूं ।’’

इधर जैबा /� मं�ल� सय स6 भा� हिनबाटन चा-का� ता< मंcल/� का@ ओर मं-ड़ी� और का��, ‘‘ ऐ मंcल/�,! ता) स�र6 ध)ताH का� सर �र �। खा- � ता-झां6 ल- जै� कार6। र्क्सय� ता6र� य� Uता/� � हिका हिकास� का6 बा�ग मं: घ-स आय6 और आज्ञा� भा� न ल6? अर6 मं)खा5, ऐस� कारन6 का@ ता-झां6 हिकासन6 आज्ञा� ] �? य� हिकास� ध�र्मिमं2का ग्रन्थ मं: ता)न6 ऐस� पाढ़े� �?’’ इतान� का�कार /� उस पार ट)ट पाड़ी� और उस6 इतान� मं�र� हिका उसका� काचा)मंर हिनका�ल दि य�।

मंcल/� न6 का��, ‘‘ ता-झां6 हिनस्सन् 6� मं�रन6 का� अमिधका�र �। का<ई कासर उठ� न रखा�। जै< अपानF स6 अलग �< जै�य6, उसका@ य�� सजै� �। इतान� ��

न�W, बाम्भिल्का इसस6 भा� सcग-न� ण्ड मिमंलन� चा�हि�ए। मंS अपान6 हिनजै� बाचा�/ का6 लिलए अपान6 स�लिर्थोंयF स6 र्क्सयF अलग हुआ?’’

[ जै< अपान6 स�लिर्थोंयF स6 अलग �<कार अका6 ल� र� जै�ता� �, उस6 ऐस� �� मं-स�बाता: उठ�न� पाड़ीता� �S। U) ट बाल� �।]

   

Page 23: Eit ki Diwar

७/ ख�री� पा�न� क� उपा��री

पा-र�न6 जैमं�न6 मं: एका खाल�U� र्थों�, जै< ��हितामं स6 भा� बाढ़ेकार उ �र और �न� र्थों�। उसन6 अपान� �नश�लता� तार्थों� पार<पाका�र का6 का�रण हिनध5नता� य�चान�

का� अ ता कार दि य� र्थों�। पा)रबा स6 पास्थिच्छीमं ताका इसका@ �नश�लता� का@ चाचा�5 U ल गय�।

एका दि न अरबा का@ स्त्री� न6 अपान6 पाहिता स6 का��, ‘‘ गरबा� का6 का�रण �मं �र तार� का6 काष्ट स�न कार र�6 �S। स�र� स स�र स-खा� �, ल6हिकान �मंW दुखा� �S।

खा�न6 का6 लिलए र<ट] ताका मंयस्सर न�W। आजैकाल �मं�र� भा<जैन गमं � य� आ स)। दि न का@ ध)पा �मं�र6 /स्त्री �S, र�ता स<न6 का� हिबास्तार �S, और चा� न� लिल��U

�। चान्द्रमं� का6 ग<ल चार्क्सकार का< चापा�ता� समंझांकार �मं�र� ��र्थों आसमं�न का@ तारU उठ जै�ता� �। �मं�र� भा)खा और का ग�ल� स6 Uका@रF का< भा� शमं5 आता� �

और अपान6- पार�य6 सभा� दूर भा�गता6 �S।’’ पाहिता न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ काबाताका य6 लिशका�यता: हिकाय6 जै�य6ग�? �मं�र� उम्रा

�� र्क्सय� ऐस� ज्य� � र� गय� �! बाहुता बाड़ी� हि�स्स� बा�ता चा-का� �। बा-जिद्धमं�न आ मं� का@ हिनग�� मं: अमं�र और गर�बा मं: का<ई Uका5 न�W �। य6 <नF श�ए

ता< पा�न� का@ ल�र: �S। आयW और चाल� गयW। न ] का@ तार:ग �ल्का@ �< य� ता6जै,

Page 24: Eit ki Diwar

जैबा हिकास� समंय भा� इनका< स्थि�रता� न�W ता< हिUर इसका जिजैक्र �� र्क्सय�? जै< आर�मं स6 जै�/न हिबाता�ता� �, /� बाड़ी6 दु: खाF स6 मंरता� �। ता) ता< मं6र� स्त्री� �। स्त्री�

का< अपान6 पाहिता का6 हि/चा�र< स6 स�मंता �<न� चा�हि�ए, जिजैसस6 एकाता� स6 सबा का�मं ठ±का चालता6 र�:। मंS ता< सन्ता<षा हिकाय< बाठ� हूं । ता) ईष्य�5 का6 का�रण र्क्सयF जैल� जै�

र�� �?’’ पा-रुषा बाड़ी� �मं ³ स6 इस तार� का6 उपा 6श अपान� औरता का< 6ता� र��।

स्त्री� न6 झां- झांल�कार ड� ट�, ‘‘हिनल5ज्ज! मंS अबा ता6र� बा�ताF मं: न�� आऊं ग�। खा�ल� नस��ता का@ बा�ता: न कार। ता)न6 काबा स6 सन्ता<षा कारन� स�खा� �? ता)न6 ता< का6 /ल सन्ता<षा का� न�मं �� न�मं स-न� �, जिजैसस6 जैबा मंS र<ट]- कापाड़ी6 का@ लिशका�यता कारु

ता< ता) अलिशष्टता� और ग-स्ता�खा� का� न�मं ल6कार मं6र� मं- � बान् कार सका6 । ता6र� नस��ता न6 मं-झां6 हिनरुत्तर न�W हिकाय�। �� , ईश्वर का@ दु��ई स-नन6 स6 मंS चा-पा �<

गय�। ल6हिकान अUस<स � ता-झांपार हिका ता)न6 ईOर का6 न�मं का< लिचाड़ी�मं�र का� U � बान� लिलय�। मंSन6 ता< अपान� मंन ईश्वर का< स¯पा� दि य� �, ता�हिका मं6र6 घ�/F का@ जैलन स6 ता6र� शर�र अछे) ता� न बाचा6 य� ता-झांका< भा� मं6र� तार� बान् ] (स्त्री�) बान�

6।’’ स्त्री� न6 अपान6 पाहिता पार इस� तार� का6 अन6का ता�न6 कास6। मं 5 औरता का6 ता�न6 चा-पाचा�पा स-नता� र��।

मं 5 न6 का��, ‘‘ ता) मं6र� स्त्री� � य� हिबाजैका�? लड़ी�ई- झांगड़ी6 और /5चानF का< छे<ड़ी। इन्�: न�W छे<ड़ीता� ता< मं-झां6 �� छे<ड़ी। मं6र6 काच्चा6 U<ड़ीF पार ड का न मं�र। अगर ता) जै�भा बान् कार6 ता< ठ±का, न�W ता< य� रखा, मं: अभा� घरबा�र छे<ड़ी दू ग�। ता ग जै)ता� पा�नन6 स6 न ग6 पार हिUरन� अच्छी� �। �र समंय का6 घर6ल) झांगड़ीF स6 य�त्री�

का6 काष्ट स�न� बा6�तार �।’’ स्त्री� न6 जैबा 6खा� हिका उसका� पाहिता न�र�जै �< गय� � ता< झांट र<न6 लग�।

हिUर हिगड़ीहिगड़ी�कार का�न6 लग�, ‘‘ मंS लिसU5 पात्न� �� न�W बाम्भिल्का पा� / का@ ध)ल हूं । मंSन6 ता-म्�: ऐस� न�W समंझां� र्थों�, बाम्भिल्का मं-झां6 ता< ता-मंस6 और �� आश� र्थों�। मं6र6

शर�र का6 ता-म्�W मं�लिलका �< और ता-म्�W मं6र6 श�सका �<। यदि मंSन6 धय5 और सन्ता<षा का< छे<ड़ी� ता< य� अपान6 लिलए न�W, बाम्भिल्का ता-म्��र6 लिलए। ता-मं मं6र� सबा मं-स�बाताF और बा�मं�रिरयF का@ /� कारता6 �<, इसलिलए मंS ता-म्��र� दु 5श� का< न�W

6खा सकाता�। ता-म्��र6 शर�र का@ सcगन्ध, य� लिशका�यता अपान6 लिलए न�W, बाम्भिल्का य� सबा र<न�- ध<न� ता-म्��र6 लिलए �। ता-मं मं-झां6 छे<ड़ीन6 का� जिजैक्र कारता6 �<, य� ठ±का न�W �S।’’

इस तार� का@ बा�ता: का�ता� र�� और हिUर र<ता6- र<ता6 औंध6 मं- � हिगर पाड़ी�। इस /षा�5 स6 एका हिबाजैल� चामंका@ और मं 5 का6 दि ल पार इसका@ एका लिचानग�र�

झांड़ी�। /� अपान6 शब् F पार पाछेता�/� कारन6 लग�, जैस6 मंरता6 समंय का<ता/�ल अपान6 हिपाछेल6 अत्य�चा�रF और पा�पाF का< य� कार र<ता� �। मंन मं: का�न6 लग�,

जैबा मंS इसका� स्/�मं� हूं ता< मंSन6 इसका< काष्ट र्क्सयF दि य�? हिUर उसस6 बा<ल�, ‘‘मंS

Page 25: Eit ki Diwar

अपान� इन बा�ताF का6 लिलए लस्थिज्जता हूं । मंS अपार�ध� हूं । मं-झां6 Lमं� कार। अबा मंS ता6र� हि/र<ध न�W कारुग�। जै< का- छे ता) का�6ग�, उसका6 अन-स�र का�मं कारु ग�।’’

औरता न6 का��, ‘‘ ता-मं य� प्रहिताज्ञा� सच्चा6 दि ल स6 कार र�6 �< य� चा�ल�का@ स6 मं6र6 दि ल का� भा6 ल6 र�6 �<?’’

/� बा<ल�, ‘‘ उस ईश्वर का@ सcगन्ध, जै< सबाका6 दि लF का� भा6 जै�न6/�ल6 �S, जिजैसन6 आ मं का6 समं�न पाहि/त्री नबा� का< पा � हिकाय�। अगर मं6र6 य6 शब्

का6 /ल ता6र� भा6 ल6न6 का6 लिलए �S ता< ता) इनका@ भा� एका बा�र पार�L� कारका6 6खा ल6।’’

औरता न6 का��, ‘‘ 6खा, स)रजै चामंका र�� � और स स�र इसस6 जैगमंग� र�� �। खा- � का6 खाल�U� का� न�य�बा जिजैसका6 प्रता�पा स6 श�र बाग � इ द्रपा-र� बान� हुआ �, अगर ता) उस बा� श�� स6 मिमंल6 ता< खा- भा� बा� श�� �< जै�य6ग�,

र्क्सयFहिका भा�ग्य/�नF का@ मिमंत्रीता� पा�रस का6 समं�न �, बाम्भिल्का पा�रस भा� इसका6 स�मंन6 छे<ट� �। �जैरता रस)ल का@ हिनग�� अबा) बाकार पार पाड़ी� ता< /� उनका@

जैर�- स� काP पा� स6 इस मं��न पा का< पाहु चा गय6।’’

मं 5 न6 का��, ‘‘भाल�, बा� श�� ताका मं6र� पाहु चा का स �< सकाता� �? हिबान� हिकास� जैरिरय6 का6 /�� ताका का स6 पाहु चा सकाता� हूं ?’’

औरता न6 का��, ‘‘ �मं�र� मंशका मं: बारस�ता� पा�न� भार� रर्क्सखा� �। ता-म्��र6 पा�स य�� सम्पक्षित्त �। इस पा�न� का@ मंशका का< उठ�कार ल6 जै�ओ और इस�

उपा��र का6 स�र्थों बा� श�� का@ स6/� मं: ��जिजैर �< जै�ओ और प्र�र्थों5न� कार< हिका �मं�र� जैमं�- पा) जै� इसका6 लिस/� का- छे � न�W। र6हिगस्ता�न मं: इसस6 उत्तमं जैल

प्र�प्ता �<न� अस�/ �। चा��6 उसका6 खाजै�न6 मं: मं<ता� और ��र6 भार6 हुए �S, ल6हिकान ऐस6 बादिढ़ेय� जैल का� /�� मिमंलन� भा� दुश्व�र �।’’

मं 5 न6 का��, ‘‘ अच्छी] बा�ता �। मंशका का� मं- � बान् कार। 6खा:, ता< य� सcग�ता �मं: र्क्सय� U�य � पाहु चा�ता� �? ता) इस6 नमं 6 मं: स� 6, जिजैसस6 स-रक्षिLता

र�6 और बा� श�� �मं�र� इस भा:ट स6 र<ज़ खा<ल6। ऐस� पा�न� स स�र भार मं: का�W न�W। पा�न� र्क्सय�, य� ता< हिनर्थोंर� हुई शर�बा �।’’

उसन6 पा�न� का@ मंशका उठ�य� और चाल दि य�। सUर मं: दि न का< र�ता और र�ता का< दि न कार दि य�। उसका< य�त्री� का6 काष्टF का6 समंय भा� मंशका का@

हि�U�जैता का� �� ख्य�ल र�ता� र्थों�। इधर औरता न6 खा- � स6 दुआ मं� गन� श-रु का@ हिका ऐ पार/रदि ग�र, रL�

कार, ऐ खा �! हि�U�जैता कार। स्त्री� का@ प्र�र्थों5न� तार्थों� अपान6 पारिरश्रीमं और प्रयत्न स6 /� अरबा �र हि/पाक्षित्त

स6 बाचाता� हुआ र�जै�- खा-श� र�जैध�न� ताका पा�न� का@ मंशका का< ल6 पाहु चा�। /�� जै�कार 6खा�, बाड़ी� स-न् र मं�ल बान� हुआ � और स�मंन6 य�चाकाF का� जैमंघट

ल�ग� हुआ �। �र तारU का6 र/�जैF स6 ल<ग अपान� प्र�र्थों5न� ल6कार जै�ता6 �S और सUल मंन<रर्थों लcटता6 �S।

Page 26: Eit ki Diwar

जैबा य� अरबा मं�ल का6 द्वा�र� ताका पाहु चा� ता� चा<बा �र आय6। उन्�Fन6 इसका6 स�र्थों बाड़ी� अच्छी� व्य/��र हिकाय�। चा<बा �रF न6 पा)छे�, ‘‘ ऐ भाद्र पा-रुषा! ता)

का�� स6 आ र�� �? काष्ट और हि/पाक्षित्तयF का6 का�रण ता6र� र्क्सय� श� �< गय� �?’’

उसन6 का��, ‘‘ यदि ता-मं मं6र� सत्का�र कार< ता< मंS भाद्र पा-रुषा हूं और मं- � U6 र ल< ता< हिबाल्का- ल छे<ट� हूं । ऐ अमं�र<! ता-म्��र6 चा6�रF पार एOय5 टपाका र�� �।

ता-म्��र6 चा6�रF का� र ग श-द्ध स<न6 स6 भा� अमिधका उजैल� �। मंS मं-स�हिUर हूं । र6हिगस्ता�न स6 बा� श�� का@ स6/� मं: क्षिभाखा�र� बानकार ��जिजैर हुआ हूं । बा� श�� का6

ग-णF का@ स-गन्धिन्धता र6हिगस्ता�न ताका पाहु चा चा-का@ �। र6ता का6 बा6जै�न काणF ताका मं: जै�न आ गय� �। य�� ताका ता< मं अशर्तिU2यF का6

ल<भा स6 आय� र्थों�, पारन्ता- जैबा य�� पाहु चा� ता< इसका6 श5नF का6 लिलए उत्कान्धिण्ठता �< गय�।’’ हिUर पा�न� का@ मंशका 6कार का��, ‘‘ इस नजैर�न6 का< स-लता�न का@

स6/� मं: पाहु चा�ओ और हिन/6 न कार< हिका मं6र� य� ता-च्छी भा:ट हिकास� मंतालबा का6 लिलए न�W �। य� भा� अजै5 कारन� हिका य� मं�ठ� पा�न� स¯ध� मिमंट्टी] का6 घड़ी6 का�

�, जिजैसमं: बारस�ता� पा�न� इकाट्ठा� हिकाय� गय� र्थों�।’’ चा<बा �रF का< पा�न� का@ प्रश स� स-नकार � स� आन6 लग�। ल6हिकान उन्�Fन6

प्र�णF का@ तार� मंशका का< उठ� लिलय�, र्क्सयFहिका बा-जिद्धमं�न बा� श�� का6 स ग-ण सभा� र�जै- कामं5चा�रिरयF मं: आ गय6 र्थों6।

जैबा खाल�U� न6 6खा� और इसका� ��ल स-न� ता< मंशका का< अशर्तिU2यF स6 भार दि य�। इतान6 बाहुमंल्य उपा��र दि य6 हिका /� अरबा भा)खा- प्य�स भा)ल गय�। हिUर एका चा<बा �र का< य�ल- बा� श�� न6 स का6 ता हिकाय�, ‘‘ य� अशU½-भार� मंशका अरबा का6 ��र्थों मं: 6 ] जै�य6 और लcटता6 समंय इस6 जैल� न ] का6 र�स्ता6 र/�न� हिकाय� जै�य6। /� बाड़ी6 लम्बा6 र�स्ता6 स6 य�� ताका पाहु चा� �। और जैल� का�

मं�ग5 उसका6 घर स6 बाहुता पा�स �। न�/ मं: बाठ6 ग� ता< स�र� हिपाछेल� र्थोंका�न भा)ल जै�य6ग�।’’

चा<बा �रF न6 ऐस� �� हिकाय�। उसका< अशर्तिU2य� स6 भार� हुई मंशका 6 ] और जैल� पार ल6 गय6। जैबा /� अरबा नcका� मं: स/�र हुआ और जैल� न ]

का< 6खा� ता< लज्ज� का6 का�रण उसका� लिसर झां-का गय�, हिUर लिसर झां-का गय�, हिUर लिसर झां-का�कार का�न6 लग� हिका �ता� का@ 6न भा� हिनर�ल� � और इसस6 भा�

बाढ़ेकार ता�ज्ज-बा का@ बा�ता य� � हिका उसन6 मं6र6 काड़ी/6 पा�न� ताका का< काबा)ल कार लिलय�।

   

Page 27: Eit ki Diwar

८/ स्वच्छ ह्रदय

चा�हिनयF का< अपान� लिचात्रीकाल� पार घमं ड र्थों� और रुमिमंयF का< अपान6 हुनर पार ग/5 र्थों�। स-लता�न न6 आज्ञा� ] हिका मंS ता-मं <नF का@ पार�L� कारु ग�। चा�हिनयF

न6 का��, ‘‘ बाहुता अच्छी�, �मं अपान� हुनर दि खा�य:ग6।’’ रुमिमंयF न6 का��, ‘‘�मं अपान� कामं�ल दि खा�य:ग6।’’ मंतालबा य� हिका चा�न� और रुमिमंयF मं: अपान�-अपान�

काल� दि खा�न6 का6 लिलए �<ड़ी लग गई। चा�हिनयF न6 रुमिमंयF स6 का��, ‘‘अच्छी�, एका कामंर� �मं ल6 ल: और एका ता-मं

ल6 ल<।’’ < कामंर6 आमंन6- स�मंन6 र्थों6। इनमं: एका चा�हिनयF का< मिमंल� और दूसर� रुमिमंयF काF चा�हिनयF न6 सकाड़ीF तार� का6 र ग मं� ग: बा� श�� न6 खाजै�न6 का� र/�जै

खा<ल दि य�। चा�हिनयF का< मं- � मं� ग6 र ग मिमंलन6 लग6। रुमिमंयF न6 का��, ‘‘ �मं न ता< का<ई लिचात्री बान�ए ग6 और न र ग लग�य6ग6, बाम्भिल्का अपान� हुनर इस तार� दि खा�य:ग6

हिका हिपाछेल� र ग भा� बा�का@ न र�:।’’ उन्�F र/�जै6 बान् कारका6 ]/�रF का< रगड़ीन� श-रु हिकाय� और आका�श

का@ तार� हिबाल्का- ल और स�U स� � घ�ट� कार ड�ल�। उधर चा�न� अपान� का�मं पा)र� कारका6 खा-श� का6 का�रण उछेलन6 लग6।

बा� श�� न6 आकार चा�हिनयF का� का�मं 6खा� और उनका@ अ भा-ता लिचात्रीका�र� का< 6खाकार आOय5- चाहिकाता र� गय�। इसका6 पाO�ता /� रुमिमंयF का@

तारU आय�। उन्�Fन6 अपान6 का�मं पार स6 पा �5 उठ�य�। चा�हिनयF का6 लिचात्रीF का� प्रहिताहिबाम्बा इन घ-ट] हुई ]/�र इतान� स-न् र मं�ल)मं हुई हिका 6खान6/�लF हिका आ खा:

चा¯मिधसय�न6 लगW।

 

[ रूमिमंय� का@ उपामं� उन ईश्वर- भाx स)हिUयF का@- स� �, जिजैन्�Fन6 न ता< ध�र्मिमं2का पा-स्ताका: पाढ़े] और न हिकास� अन्य हि/द्या� य� काल� मं: य<ग्यता� प्र�प्ता का@

�। ल6हिकान ल<भा, द्वा6षा, दुग-5णF का< दूर कारका6 अपान6 हृ य का< रगड़ीकार, इस तार� स�U कार लिलय� � हिका उसका6 दि ल स्/च्छी श�श: का@ तार� उज्ज/ल �< गय6 �।, जिजैनमं: हिनर�का�र ईOर�य ज्य<हिता का� प्रहिताहिबाम्बा स्पष्ट झांलकाता� �।]1

 

Page 28: Eit ki Diwar

 

 

९/ मा7खE सु� भा�गा�

�जैरता ईस� एका बा�र पा��ड़ी का@ तारU इस तार� cड़ी6 जै� र�6 र्थों6 हिका जैस6 का<ई श6र उनपार �मंल� कारन6 का6 लिलए पा�छे6 स6 आ र�� �<। एका आ मं� उनका6 पा�छे6 cड़ी� और पा)छे�, ‘‘ खार ता< �? �जैरता, आपाका6 पा�छे6 ता< का<ई भा� न�W, हिUर पारिरन् 6 का@ तार� र्क्सयF उड़ी6 चाल6 जै� र�6 �<?’’ पारन्ता- ईस� ऐस� जैल् ] मं: र्थों6

हिका का<ई जै/�बा न�W दि य�। का- छे दुर ताका /� आ मं� उनका6 पा�छे6- पा�छे6 cड़ी� और आखिखार बाड़ी6 जै<र का@ आ/�जै 6कार उनका< पा-का�र, ‘‘ खा- � का6 /�स्ता6 जैर�

ता< ठ�रिरय6। मं-झां6 आपाका@ इस भा�ग- cड़ी स6 बाड़ी� पार6श�न� �< र�� �। आपा इधर स6 र्क्सयF भा�ग6 जै� र�6 �S? आपाका6 पा�छे6 न श6र �, दुश्मंन!’’

�जैरता ईस� बा<ल<, ‘‘ ता6र� का�न� सचा �। पारन्ता- मंS एका मं)खा5 मंन-ष्य स6 भा�ग र�� हूं ।’’ उसन6 का��, ‘‘ र्क्सय� ता-मं मंस��� न�W �<, जिजैनका6 चामंत्का�र स6 अन्ध6 6खान6 लगता6

�S और बा�रF का< स-न�य� 6न6 लगता� �?’’ /� बा<ल6, ‘‘�� ।’’

Page 29: Eit ki Diwar

उसन6 पा)छे�, ‘‘ र्क्सय� ता-मं /� बा� श�� न�W हिका जिजैनमं: ऐस� शलिx � हिका यदि मं- � पार मंन्त्री U का 6 ता< /� मं- �5 भा� जिंजै2 � पाकाड़ी: गए श6र का@ तार� उठ� खाड़ी� �<ता� �।’’

ईस� न6 का��, ‘‘�� , मंS /�� हूं ।’’ हिUर उसन6 पा)छे�, ‘‘ र्क्सय� आपा /� न�W हिका मिमंट्टी] का< पाL� बान�कार जैर�

मंन्त्री पाढ़े6 ता< जै�न पाड़ी जै�य6 और उस� /x �/ मं: उड़ीन6 लग6?’’ ईस� न6 जै/�बा दि य�, ‘‘बा6शका, /�� हूं ।’’ हिUर उसन6 हिन/ न हिकाय�। ‘‘ ऐ पाहि/त्री आत्मं�! आपा जै< चा��: कार सकाता6 �S, हिUर आपाका< हिकासका� डर �?’’ �जैरता ईस� न6 का��, ‘‘ ईश्वर का@ कासमं, जै< और जै�/ का� पा � कारन6/�ल� �,

और जिजैसका@ मं��नp शलिx का6 मं-का�बाल6 मं: आका�श भा� ता-च्छी �S, जैबा उसका6 पाहि/त्री न�मं का< मंSन6 बा��रF और अन्धF पार पाढ़े� ता< /6 अच्छी6 �< गय6, पा��ड़ीF पार

चाढ़े� ता< उनका6 ट-काड़ी6- ट-काड़ी6 �< गय6, मंPता शर�रF पार पाढ़े� ता< जै�हि/ता �< गय6, पारन्ता- मंSन6 बाड़ी� श्रीद्ध� स6 /�� पाहि/त्री न�मं जैबा मं)खा5 पार पाढ़े� और ल�खाF बा�र

पाढ़े� ता< अUस<स हिका का<ई ल�भा न�W हुआ!’’

उस आ मं� न6 आOय5 स6 पा)छे� हिका �जैरता, य� र्क्सय� बा�ता � हिका ईश्वर का� न�मं /�� U�य � कारता� � और य�� का<ई असर न�W कारता�? ��ल� हिका य� भा� एका

बा�मं�र� � और /� भा�। हिUर र्क्सय� का�रण � हिका उस सPमिष्ट- काता�5 का� पाहि/त्री न�मं <नF पार समं�न असर न�W कारता�?

�जैरता ईस� न6 का��, ‘‘ मं)खा5ता� का� र<ग ईश्वर का@ ओर स6 दि य� हुआ ड � और अन्ध6पान का@ बा�मं�र� ड न�W, बाम्भिल्का पार�L� का6 ताcर पार जै< बा�मं�र� �,

उसपार य� आता� �, और मं)खा5ता� /� र<ग �, जिजैसस6 दि ल मं: जैलन �<ता� �।’’[ �जैरता ईस� का@ तार� मं)खाH स6 दूर भा�गन� चा�हि�ए। मं)खाH का6 स ग न6 बाड़ी6-

बाड़ी6 झांगड़ी6 पा � हिकाय6 �। जिजैस तार� �/� आहि�स्ता�- आहि�स्ता� पा�न� का< खा-श्का कार 6ता� �S, उस� तार� मं)खा5 मंन-ष्य भा� ध�र6- ध�र6 प्रभा�/ ड�लता6 � और इसका�

अन-भा/ न�W �<ता�।]1  

Page 30: Eit ki Diwar

१०/ मा7सु� औरी चौरीव���

  एका दि न �जैरता मं)स� न6 र�स्ता� चालता6 एका चार/��6 का< य� का�ता6 स-न�,

‘‘ ऐ प्य�र6 खा- � ता) का�� �? बाता�, जिजैसस6 मंS ता6र� खिखा मंता कारु । ता6र6 मं<जै6 स�ऊं और लिसर मं: का घ� कारु । मंS ता6र� स6/� मं: जै�ऊं । ता6र6 कापाड़ीF मं: र्थों6गल� लग�ऊं ।

ता6र6 कापाड़ी6 ध<ऊं और ऐ प्य�र6, ता6र6 और ता6र6 आग6 दूध रर्क्सखा) और अगर ता) बा�मं�र �< जै�य6 ता< स बा मिधयF स6 अमिधका ता6र� स6/�- ट�ल कारु । ता6र6 ��र्थों चा)मं) , पारF का@

मं�लिलश कारु और जैबा स<न6 का� /x �< ता< ता6र6 हिबाछेcन6 का< झां�ड़ीकार स�U कारु और ता6र6 लिलए र<जै घ� और दूध पाहु चा�य� कारु । चा-पाड़ी� हुई र<दिटय� और पा�न6 का6 लिलए बादिढ़ेय� �� और मंठ� ताय�र कारका6 स� झां- स/6र6 ल�ता� रहूं । मंतालबा य� �

हिका मं6र� का�मं मं6र� का�मं ल�न� �< और ता6र� का�मं खान� �<। ता6र6 श5नF का6 लिलए मं6र� उत्स-काता� � स6 ज्य� � बाढ़े गय� �।’’

य� चार/�� इस तार� का@ बा6बा-हिनय� बा�ता: कार र�� र्थों�। मं)स� न6 पा)छे�, ‘‘ अर6 भा�ई, ता) य6 बा�ता: हिकासस6 का� र�� �?’’

उस आ मं� न6 जै/�बा दि य�, ‘‘उसन6, जिजैसस6, �मंका< पा � हिकाय� �, य� पाPथ्/� और आका�श बान�य6 �S।’’

�जैरता मं)स� न6 का��, ‘‘ अर6 आभा�ग6! ता) धमं5- श�ल �<न6 का6 बाजै�य का�हिUर �< गय� � र्क्सय�? का�हिUरF जैस� बा6का�र का@ बा�ता: कार र�� �। अपान6 मं- �

मं: रुई ठ) स। ता6र6 का- फ्र का@ दुगµध स�र6 सस�र मं: U ल र�� �। ता6र6 धमं5-रूपा� कामंख्/�बा मं: र्थों6गल� लग� ]। मं<जै6 और कापाड़ी6 ता-झां6 �� श<भा� 6ता6 �S। भाल�

स)य5 का< इन चा�जैF का@ र्क्सय� आ/श्यकाता� �? अगर ता) ऐस� बा�ता: कारन6 स6 न�W रुका6 ग� ता< शमं5 का6 का�रण स�र� सPमिष्ट जैलकार र�खा �< जै�य6ग�। अगर ता) खा- �

का< न्य�यका�र� और स/5शलिxमं�न मं�नता� � ता< इस बा6हूं ] बाका/�स स6 र्क्सय� ल�भा? खा- � का< ऐस� स6/� का@ आ/श्यकाता� न�W । अर6 ग /�र! ऐस�

Page 31: Eit ki Diwar

  बा�ता: ता) हिकासस6 कार र�� �? /� ज्य<हितास्/रुपा (पारमं6श्वर) ता< शर�र और

आ/श्यकाता�ओं स6 रहि�ता �। दूध ता< /� हिपाय6, जिजैसका� शर�र और आय- घट6- बाढ़े6 और मं<जै6 /� पा�न6, जै< पारF का6 अध�न �<।’’

चार/��6 न6 का��, ‘‘ ऐ मं)स�! ता)न6 मं6र� मं- � बान् कार दि य�। पाछेता�/6 का6 का�रण मं6र� शर�र भा-नन6 लग� �।’’

य� का�कार उस चार/��6 न6 कापाड़ी6 U�ड़ी ड�ल6, एका ठ ड� स� स ल� और जै गल मं: घ-सकार ग�यबा �< गय�। इधर मं)स� का< आका�श�/�ण� स-न�य� ],

‘‘ ऐ मं)स�! ता)न6 �मं�र6 बान् 6का< �मंस6 र्क्सयF जै- � कार दि य�? ता) स स�र मं: मंन-ष्यF का< मिमंल�न6 आय� � य� अलग कारन6? जै�� ताका स�/ �<, जै- � कारन6 का�

इर� � न कार। �मंन6 �र एका आ मं� का� स्/भा�/ अलग- अलग बान�य� � और प्रत्य6का मंन-ष्य का< क्षिभान्न- क्षिभान्न का@ बा<लिलय� ] �S। जैF बा�ता इसका6 लिलए अच्छी]

�, /� ता6र लिलए बा-र� �। एका बा�ता इसका6 �का मं: श� का� असर रखाता� � और /�� ता6र6 लिलए हि/षा का�। जै< इसका6 लिलए प्रका�श �, /� ता6र6 लिलए आग �। इसका6 �का मं: ग-ल�बा का� U) ल और ता6र6 लिलए का� ट� �S। �मं पाहि/त्रीता�, अपाहि/त्रीता�,

काठ<रता� और का<मंलता� सबास6 अलग �S। मंSन6 इस सPमिष्ट का@ रचान� इसलिलए न�W का@ हिका का<ई ल�भा उठ�ऊं , बाम्भिल्का मं6र� उद्दी6श्य ता< का6 /ल य� � हिका स स�र का6

ल<गF पार अपान� शलिx और उपाका�र प्रकाट कारुग । इनका6 जै�पा और भाजैन स6 मंS का- छे पाहि/त्री न�W �< जै�ता�, बाम्भिल्का जै< मं<ता� इनका6 मं- � स6 झांड़ीता6 �S, उनस6 स्/य

�� इनका@ आत्मं� श-द्ध �<ता� �। �मं हिकास�का6 /चान य� प्रकाट आचारणF का< न�W 6खाता6। �मं ता< ह् य का6

आन्तारिरका भा�/F का< 6खाता6 �S। ऐ मं)स�, बा-जिद्धमं�न मंन-ष्यF का@ प्र�र्थों5न�ए और �S और दि लजैलF का@ इबा� ता दूसर� �। इनका� ढें ग �� हिनर�ल� �।’’

जैबा मं)स� न6 अदृष्ट स6 य6 शब् स-न6 ता< व्य�का- ल �<कार जै गल का@ तारU चार/��6 का@ ताल�श मं: हिनकाल6। उसका6 पा - लिचाह्नोंF का< 6खाता6 हुए स�र6 जै गल का@

खा�का छे�न ड�ल�। आखिखार उस6 ताल�श कार लिलय�। मिमंलन पार का��, ‘‘ ता) बाड़ी� भा�ग्य/�न �। ता-झां6 आज्ञा� मिमंल गय�। ता-झां6 हिकास� लिशष्ट�चा�र य� हिनयमं का@

Page 32: Eit ki Diwar

आ/श्यकाता� न�W। जै< ता6र6 जै� मं: आय6, का��। ता6र� का- फ्र धमं5 और ता6र� धमं5 ईश्वर- प्र6मं �। इसलिलए ता6र6 लिलए सबाका- छे मं�U � बाम्भिल्का ता6र6 मं स6 �� सPमिष्ट

का�यमं �। ऐ मंन-ष्य! खा- � का@ मंजैt स6 मं�U@ मिमंल गय�। अबा ता) हिनस्स का<चा �<कार जै< मं- � आय6, का� 6।’’

चार/��6 न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ ऐ मं)स�! अबा मंS इस तार� का@ बा�ता: मं- � स6 न�W हिनका�ल) ग�। ता)न6 जै< मं6र6 बा-जिद्ध- रुपा� घ<ड़ी6 का< का<ड़ी� लग�य� ता< /� एका छेल� ग

मं: स�ता/6 आसमं�न पार जै� पाहु चा�। अबा मं6र� श� बाय�न स6 बा��र �, बाम्भिल्का मं6र6 य6 शब् भा� मंर6 ��र्दि 2का श� का< प्रकाट न�W कारता6।’’

 [ ऐ मंन-ष्य! ता< जै< ईश्वर का@ प्रश स� और स्ता-हिता कारता� �, ता6र� श� भा�

इस चार/��6 स6 अच्छी] न�W �। मं) मं�� अधमंt और स स�र मं: लिलप्ता �। ता6र6 कामं5 और /चान भा� हिनकाP ष्ट �S। य� का6 /ल उस य�ल- पार�मं�त्मं� का@ काP पा� � हिका /�

ता6र6 अपाहि/त्री उपा��र का< भा� स्/�का�र कार ल6ता� �।]1

११/ ईश्वरी क/ ख�

इब्र���मं आध� र�ता मं: अपान6 मं�ल मं: स< र�� र्थों�। लिसपा�� का<ठ6 पार पा�र� 6 र�6 र्थों6। बा� श�� का� य� उद्दी6श्य न�W र्थों� हिका लिसपा�हि�यF का@ स��यता� स6 चा<रF और दुष्ट मंन-ष्यF स6 बाचा� र�6, र्क्सयFहिका /� अच्छी] तार� जै�नता� र्थों� हिका जै<

बा� श�� न्य�यहिप्रय �, उसपार का<ई हि/पाक्षित्त न�W आ सकाता�, /� ता< ईश्वर स6 स�L�त्का�र कारन� चा��ता� र्थों�। एका दि न उसन6 सिंस2��सन पार स<ता6 हुए हिकासका6 का- छे शब् और धमं�धमं

�<न6 का@ आ/�जै स-न�। /� अपान6 दि ल मं: हि/चा�रन6 लग� हिका य� हिकास�का@ हि�म्मंता �, जै< मं�ल

का6 ऊंपार चाढ़ेकार इस तार� ध�मं�का6 स6 पार6 रर्क्सखा6! उसन6 झांर<खाF स6 ड� टकार का��, ‘ काcन �?’’

ऊंपार स6 ल<गF न6 लिसर झां-का�कार का��, ‘‘ र�ता मं: �मं य�� का- छे ढें) ढ़ेन6 हिनकाल6 �S।’’

बा� श�� न6 पा)छे�, ‘‘ र्क्सय� ढें) ढ़ेन6 हिनकाल6 �S?’’ ल<गF न6 उत्तर दि य�, ‘‘ �मं�र� ऊं ट खा< गय� � उस6।’’ बा� श�� न6 का��, ‘‘ ऊंपार का स6 आ सकाता� �?’’ उन ल<गF न6 उत्तर दि य�, ‘‘ यदि इस सिंस2��सन पार बाठकार, ईश्वर स6 मिमंलन6

का@ इच्छी� का@ जै� सकाता� � ता< मं�ल का6 ऊंपार ऊं ट भा� मिमंल सकाता� �S।’’ इस घटन� का6 बा� बा� श�� का< हिकास�न6 मं�ल मं: न�W 6खा�। /� ल<गF

का@ नजैर स6 ग�यबा �< गय�।

Page 33: Eit ki Diwar

 [ इब्र���मं का� आन्तारिरका ग-ण ग-प्ता र्थों� और उसका@ स)रता ल<गF का6 स�मंन6

र्थों�। ल<ग �ढ़े] और ग- ड़ी� का6 अल�/� और र्क्सय� 6खाता6 �S?]1  

१२/ चौ�ड़ै�ला क� जै�दू

एका र�जै� र्थों�। उसका6 एका नcजै/�न लड़ीका� र्थों�। लड़ीका� बाड़ी� स- र र्थों�। र�जै न6 एका दि न स्/प्न मं: 6खा� हिका लड़ीका� मंर गय�। इकालcता� बा6ट�, हिUर स-न् र और �<न��र। र�जै� खा)बा र<य� और लिसर ध-नन6 लग�। इतान6 मं: उसका@ हिनद्र� भा ग

�< गय�। जै�ग� ता< सबा भ्रमं र्थों�। लड़ीका� बाड़ी6 आन मं: र्थों�। पा-त्री का6 जैन्मं पार जै< खा-श� हुई र्थों�, अबा उसका6 मंरकार जै�न6 पार उसस6 अमिधका खा-श� हुई।

जैबा र�जै- ज्य<हिताहिषायF का< य� ��ल मं�ल)मं हुआ ता< /6 cड़ी6 आय6 का�न6 लग6 हिका य� स्/प्न हि//�� का� स)चाका �। अबा जैल् र�जैका- मं�र का� हि//�� �< जै�न� चा�हि�ए।

र�जै� एका स�ध- स6 पारिरलिचाता र्थों6, जै< अपान� तापास्य� और हि/द्या� का6 का�रण हि/ख्य�ता र्थों�। स�ध- एका बाड़ी� स-न् र लड़ीका@ र्थों�। उस�स6 र�जै� न6 र�जैका- मं�र का�

हि//�� कारन6 का� हिनOय हिकाय�। स�ध- का6 पा�स सन् 6श भा6जै�। स�ध- बाड़ी� खा-श हुआ और हि//�� का6 लिलए र�जै� �< गय�। र�जै� का6 लड़ीका6 और स�ध- का@ लड़ीका@

का� हि//�� �< गय�। जैबा र�न� का< य� ��ल मं�ल)मं हुआ हिका पा-त्री- /ध) एका स�ध�रण स�ध- का@

लड़ीका@ �, ता< उस6 बाड़ी� क्र<ध आय�। र�जै� स6 बा<ल�, ‘‘ ता-मंन6 अपान� प्रहिताष्ठ� का� का- छे भा� ख्य�ल न हिकाय�। र�जै� �<कार स�ध- स6 रिरश्ता� जै<ड़ी लिलय�!’’

र�जै� न6 र�न� का@ बा�ता स-न� ता< का�न6 लग�, ‘‘ ता) उसका< स�ध- न समंझां, /� ता< र�जै� �। जिजैसन6 अपान� इच्छी�ओं का< /श मं: कार लिलय� /�� र�जै� �।

इजिन्द्रयF का6 �स का< काcन बा-जिद्धमं�न मंन-ष्य र�जै� का� सकाता� �? बास, अबा लिचान्ता� न कार मंSन6 र�जै� स6 रिरश्ता� जै<ड़ी� �, स�ध- स6 न�W।’’

इधर ता< य� हुआ और उधर र�जैका- मं�र का< /� स�ध- का@ लड़ीका@, जै< /�स्ता/ मं: बाड़ी� रुपा/ता� र्थों�, पासन् न�W आय�। उस6 एका दूसर� �� स्त्री� पासन्

र्थों�। /� स्त्री� हिबालका- ल चा-ड़ील र्थों�। सबा उसस6 नUरता कारता6 र्थों6। पार र�जैका- मं�र

उसपार मं-ग्ध र्थों�। उस6 इस चा-ड़ील का� इतान� मं<� �< गय� र्थों� हिका इसका6 लिलए जै�न 6न6 का< भा� ताय�र र्थों�।

र�जै� का� जैबा य� ��ल मं�ल)मं हुआ ता< सन्न र� गय�। बा�र-बा�र र�जैका- मं�र का6 सcन् य5 और उसका@ /ध) का6 रूपा का@ य� कारका6 उसका6 भा�ग्य पार

र<न6 लग�। अबा र�जै� का< य� लिचान्ता� हुई हिका हिकास� तार� र�जैका- मं�र का� मंन अपान� हि//�हि�ता स्त्री� का@ ओर आकार्तिषा2ता �< और इस चा-ड़ील स6 छे- टका�र� मिमंल6।

Page 34: Eit ki Diwar

यत्न कारन6 स6 का�य5 लिसद्ध �<ता� �। र�जै� न6 जैबा यत्न कारन6 का� बा�ड़ी� उठ�य� ता< सUलता� नज़र आन6 लग�। र�जै� का< एका

जै�दूगर मिमंल गय�। उसन6 का��, ‘‘ मंS अपान� हि/द्या� स6 र�जैका- मं�र का< चा-ड़ील का6 चार्क्सकार स6 हिनका�ल दू ग�। आपा घबार�ए न�W।’’

य� का�कार जै�दूगर र�जैका- मं�र का6 पा�स पाहु चा� और उसका< अपान� जै�दू- भार� /�ण� स6 उपा 6श कारन6 लग�। उपा 6श स-नन� र्थों� हिका र�जैका- मं�र का6 �<श

दिठका�न6 आ गय6 और चा-ड़ील का< ड� टकार का�न6 लग� हिका ता)न6 मं-झां6 इतान6 दि नF ताका बा�का�य6 रर्क्सखा�। अबा मंS एका Lण का6 लिलए भा� ता6र� स)रता न�W 6खान�

चा��ता�। चा-डल ता-रन्ता /�� स6 भा�ग गय�। र�जैका- मं�र उसका6 Uन् 6 स6 हिनकालकार अपान� पार�- जैस� पात्न� का6 पा�स आ पाहु चा�। जैबा उस6 इस 6/� का6 श5न हुए ता<

U) ल� न समं�य�। अबा / अपान6 का< सचामं-चा धन्य समंझांन6 लग�। 

[ य� दुहिनय� चा-ड़ील का6 समं�न �, जै< भा<ल6 मंन-ष्य का< अपान6 जै�ल मं: U स� कार, मंलिx- पार्थों स6 हि/चालिलता कार 6ता� �S पारन्ता- जैबा जै�दूगर का@ तार� का<ई सच्चा� ज्ञा�न� मिमंल जै�ता� � ता< मंन-ष्य का6 मंन का< पारमं�त्मं� का@ ओर लग� 6ता�

�।]1   

१३/ बो�शिMमा�न: क� सु�गा

एका ता-का5 घ<ड़ी6 पार स/�र चाल� आ र�� र्थों�। उसन6 6खा� हिका एका स<ता6 हुए मंन-ष्य का6 मं- � मं: एका स� पा घ-स गय�। स� पा का< मं- � स6 हिनका�लन6 का@ का<ई

य-लिx समंझां� मं: न आय� ता< मं-स�हिUर स<न6/�ल6 का6 मं- � घ) स6 लग�न6 लग�। स<न6/�ल� ग�र� नW स6 एका मं उछेल पाड़ी�। 6खा�, एका ता-का5 ताड़ी�ताड़ी घ) स6

मं�रता� जै� र�� �। /� मं�र का< स�न न कार सका� और उठकार भा�ग खाड़ी� हुआ। आग6- आग6 /� और पा�छे6- पा�छे6 ता-का5 । एका पा6ड़ी का6 न�चा6 पाहु चा6। /�� बाहुता

स6 स6/ झांड़ी6 हुए पाड़ी6 र्थों6। ता-का5 का��, ‘‘ ऐ भा�ई! इन स6/F मं: स6 जिजैतान6 खा�य6 जै�य:, उतान6 ता) खा�। कामं� मंता कारन�।’’

ता-काµ न6 उस6 ज्य� � स6/ खिखाल�य6 हिका सबा खा�य�- हिपाय� उगल- उगलकार मं- � स6 हिनका�लन6 लग�। उसन6 ता-काµ स6 लिचाल्ल�कार का��, ‘‘ ऐ अमं�र! मंSन6 ता6र� र्क्सय�

हिबाग�ड़ी� र्थों� ता) मं6र� जै�न ल6न6 पार उता�रू �< गय�? अगर ता) मं6र6 प्र�णF का� �� ग��का � ता< ताल/�र का6 एका �� /�र स6 मं6र� जै�/न समं�प्ता कार 6। /� भा�

र्क्सय� बा-र� घड़ी� र्थों� जैबाका@ मंS ता-झां6 दि खा�ई दि य�।’’

Page 35: Eit ki Diwar

/� इस� तार� श<र मंचा�ता� और बा-र�- भाल� का�ता� र�� और ता-काµ बार�बार मं-र्क्सका6 - पार मं-र्क्सका� मं�रता� र��। उस आ मं� का� स�र� बा न दुखान6 लग�। /�

र्थोंकाकार चा)र- चा)र �< गय�। ल6हिकान /� ता-काµ दि न लिछेपान6 ताका मं�र- पा�ट कारता� र��, य�� ताका हिका हिपात्त का6 प्रका<पा स6 उस आ मं� का� अबा बा�र- बा�र बामंन �<न�

श-रु �< गय�। स� पा /मंन का6 स�र्थों बा��र हिनकाल आय�। जैबा उस6न अपान6 पा6ट स6 स� पा का< बा��र हिनकालता6 6खा� ता< डर का� का�रण

र्थोंर- र्थोंर का� पान6 लग�। शर�र मं: जै< पा�ड़ी� घ) सF का@ मं�र स6 उत्पान्न �< गय� र्थों�, /� ता-रन्ता जै�ता� र��।

/� आ मं� ता-काµ का6 पारF पार हिगर पाड़ी� और का�न6 लग�, ‘‘ ता) ता< य� का� अ/ता�र � और मं6र� पारमं हि�ताका�र� �। मंS ता< मंर चा-का� र्थों�। ता)न6 �� मं-झां6 नय�

जै�/न दि य� �। ऐ मं6र6 बा� श��, अग ता) सच्चा� ��ल जैर� भा� मं-झां6 बा�ता� 6ता� स�र्थों ऐस� अलिशष्टता� र्क्सयF कारता� �? पारन्ता- ता)न6 अपान� खा�मं<श� स6 मं-झां6 �र�न

कार दि य�, और हिबान� का�रण बाता�ए बा न पार घ) स� मं�रन6 लग�। ऐ पार<पाका�र� पा-रुषा! जै< का- छे गलता� स6 मं6र6 मं- � स6 हिनकाल गय�, उसका6 लिलए मं-झां6 Lमं� कारन�।’’

ता-काµ न6 का��, ‘‘ अगर मंS इस घटन� का� जैर� भा� स का6 ता कार 6ता� ता� उस� समंय ता6र� हिपात्त �< जै�ता� और डर का6 मं�र6 ता6र� आध� जै�न हिनकाल जै�ता�। उस समंय न ता-झांमं:

इतान6 स6/ खा�न6 का@ हि�म्मंता �<ता� और न उल्ट] �<न6 का@ नcबाता आता� �। इलिलए मंS ता< ता6र6 दु/5चानF का< भा� स�न कारता� र��। का�रण बाता�न� उलिचाता न�W र्थों� और

ता-झां6 छे<ड़ीन� भा� मं-न�लिसबा न�� र्थों�।’’ 

[ बा-जिद्धमं�नF का@ शत्री-ता� भा� ऐस� �<ता� � हिका उनका� दि य� हुआ हि/षा भा� अमंPता �< जै�ता� �। इसका6 हि/पार�ता मं)खाh का@ मिमंत्रीता� स6 दु: खा और पार्थों-भ्रष्टता� प्र�प्ता ��ता� �।]1

  

Page 36: Eit ki Diwar

१४/ �जैरीत अला� औरी क�हिफूरी

�जैरता अल� खा- � का6 श6र र्थों6। उनका� आचारण दु/�5सन�ओं स6 मं-x र्थों�। एका बा�र य-द्ध मं: ताल�/�र ल6कार शत्री- का@ तारU झांपाट6। उसन6 �जैरता अल� का6 चा6�र6 पार र्थों)का दि य�। पारन्ता- �जैरता अल� अपान6 क्र<ध का< बा� गए। उन्�Fन6 उस� समंय ताल/�र U: कार, इस का�हिUर पा�ल/�न पार /�र कारन6 स6 ��र्थों

खाWचा लिलय�। /� पा�ल/�न उनका6 इस व्य/��र स6 ता�ज्ज-बा कारन6 लग� हिका य�- भा�/ प्रकाट कारन6 का� य� र्क्सय� अ/सर र्थों�?

उसन6 पा)छे�, ‘‘ ता-मं अभा� ता< मं-झांपा /�र कारन� चा��ता6 र्थों6 और अबा ता-रन्ता �� ताल/�र U: काकार मं-झां6 छे<ड़ी दि य�। इसका� र्क्सय� का�रण �! ता-मंन6 ऐस� र्क्सय� बा�ता 6खा� हिका मं-झांपार अमिधका�र प्र�प्ता कारन6 का6 बा� भा� मं-का�बाल6 स6 �ट गय6।’’

�जैरता अल� न6 का��, ‘‘ मंS का6 /ल खा- � का6 लिलए ताल/�र चाल�ता� हूं , र्क्सयFहिका मंS खा- � का� ग-ल�मं हूं । अपान� इजिन्द्रयF का� �स न�W। मंS खा- का� श6र हूं

दु/�5सन�ओं का� श6र न�W। मं6र6 आचारण धमं5 का6 स�L� �S। सन्ता<षा का@ ताल/�र न6 मं6र6 क्र<ध का< भास्मं कार दि य� �। ईश्वर का� का<पा भा� मं6र6 ऊंपार य� का@ /षा�5

कारता� �।‘‘ �जैरता पागम्बार न6 मं6र6 नcकार का6 का�न मं: Uरमं�य� हिका एका दि न /�

मं6र� लिसर तान स6 जै- � कार 6। /� नcकार मं-झांस6 का�ता� र�ता� � हिका आपा पा�ल6 मं-झां6 �� कात्तल कार ]जिजै, जिजैसस6 ऐस� घ<र अपार�ध मं-झांस6 न �<न6 पा�य6। पारन्ता-

—मंS उस6 य�� जै/�बा 6ता� हूं ‘ जैबा मं6र� मंcता मं6र6 ��र्थों �<न6/ल� � ता< मंS खा- � का6 मं-का�बाल6 मं: बाचान6 का@ र्क्सयF का<लिशश कारू ?’ इस� तार� दि न- र�ता मंS अपान6

का�हिताल का< अपान� आ खाF स6 6खाता हूं । मंगर मं-झां6 उस पार क्र<ध न�W आता�, र्क्सयFहिका जिजैस तार� आ मं� का< जै�न प्य�र� �, उस� तार� मं-झांका< मंcता प्य�र� �, र्क्सयFहिका इस� मंcता स6 मं-झां6 दूसर� ( जैन्नता का�) जै�/न प्र�प्ता �<ग�। हिबान� मंcता

मंरन� �मं�र6 लिलए �ल�ल � और आडम्बार रहि�ता जै�/न व्यता�ता कारन� �मं�र6 लिलए हिनय�मंता �।‘’

हिUर �जैरता अल� न6 पा�ल/�न स6 का��, ‘‘ ऐ जै/�न! जैबाहिका य-द्ध का6 समंय ता)न6 मं6र6 मं- � पार र्थों)का� ता< उस� समंय मं6र6 हि/चा�र बा ल गय6। उस /x

य-द्ध का� उद्दी6श्य आध� खा- � का6 /�स्ता6 और आध� ता6र6 जै-ल्मं कारन6 का� बा ल� ल6न6 का6 लिलए �< गय�, ��ल� हिका खा- � का6 का�मं मं: दूसर6 का6 उद्दी6श्य का< सन्धिम्मंलिलता

कारन� उहिताचा न�W �। ता) मं6र6 मं�लिलका का@ बान�य� हुई मं)रता � और ता) उस�का@ चा�जै �। खा- का@ बान�य� हुई चा�जै का<

लिसU5 उस�का6 हुर्क्समं स6 ता<ड़ीन� चा�हि�ए।’’

इस का�हिUर पा�ल/�न न6 जैबा य� उपा 6श स-न� ता< उस6 ज्ञा�न �< गय�। का��, ‘‘��य! अUस<स, मंS अबाताका जै-ल्मं का6 बा�जै बा< र�� र्थों�। मंS ता< ता-झां6 का- और

Page 37: Eit ki Diwar

समंझांता� र्थों�। ल6हिकान ता) ता< खा- � का� अन् �जै लग�न6 का@ न लिसU5 तार�जै) �, बाम्भिल्का उस तार�जै) का@ ड ड� �। मंS उस ईश्वर�य ज्य<हिता का� �स हूं , जिजैसस6 ता6र�

जै�/न- ]पा प्रका�लिशता �< र�� �। इसलिलए मं-झां6 अपान6 मंजै�बा का� कालमं� लिसखा�, र्क्सयFहिका ता6र� पा मं-झांस6 बाहुता ऊं चा� �।’’

इस पा�ल/�न का6 जिजैतान6 हिनकाट स बा ध� और सजै�ता�य र्थों6, सबान6 उस� /x �जैरता अल� का� धमं5 ग्र�ण कार लिलय�। �जैरता अल� न6 का6 /ल य� का@

ताल/�र स6 इतान6 बाड़ी6 ल का< अपान6 धमं5 मं: ]क्षिLता कार लिलय�। [ य� का@ ताल/�र समंमं-चा ल<�6 का@ ताल/�र स6 श्री6ष्ठ �।] 1

१५/ मा�� क� जै�ला

एका लड़ीका� अपान6 बा�पा का6 ता�बा)ता पार U) ट- U) टकार र<ता� ओर लिसर पा�टता� र्थों�, ‘‘हिपाता�जै�, ल<ग ता-म्�: ल6 जै� र�6 �S? य6 ता-म्�: एका अ ध6र6 गड्ढे6 मं: ड�ल :ग6,

जै�� न का�ल�न �, न बा<रिरय� �, न /�� र�ता का< जैल�न6 का6 लिलए ]पाका �, न खा�न6 का6 लिलए भा<जैन। न इसका� र/�जै� खा-ल� �, न बान् �। न /�� पाड़ी<स�

�S, जिजैसस6 स��र� मिमंल सका6 । ता-म्��र� पाहि/त्री शर�र, जिजैस6 सम्मं�नपा)/5का ल<ग चा)मंता6 र्थों6, उस स)न6 और अ ध6र6 घर मं:, जै< र�न6 का6 हिबाल्का- ल अय<ग्य �, जिजैसमं:

र�न6 स6 चा6�र6 का� रूपा और सcन् य5 जै�ता� र�ता� �, र्क्सयFकार र�6ग�?’’ इस तार� /� लड़ीका� काब्र का� ��ल बाय�न कारता� र्थों� और खा)न का6 आ स) उसका@ आ खाF स6

टपाकाता6 जै�ता6 र्थों6।एका मंसखार6 न6 य6 शब् स-नकार अपान6 आपा स6 का��, ‘‘हिपाता�जै�! भाग/�नp का@ कासमं, मं�ल)मं �<ता� � हिका य6 ल<ग इस ल�श का< �मं�र6

घर ल6 जै� र�6 �S।’’ बा�पा न6 मंसखार6 बा6ट6 स6 का��, ‘‘ अर6 मं)खा5, य� र्क्सय� अन-लिचाता बा�ता का�ता�

�?’’

मंसखार6 न6 जै/�बा दि य� ‘‘ जै< हिनश�हिनय� इसन6 बाता�य� �S, उन्�: ता< स-हिनए। य6 जै< लिचाह्नों इसन6 एका- एका कारका6 हिगन6 �S, /6 /�स्ता/ मं: सबा-का6 - सबा �मं�र6 घर

Page 38: Eit ki Diwar

का6 �S। �मं�र6 घर मं:भा� न बा<रिरय� �, न लिचार�ग �6, न खा�न� �, न र/�जै� �, न चाcका � और न का<ठ� �।’’

[ इस तार� का6 लिशL� ग्र�ण कारन6 का6 य<ग्य लिचाह्नों सबा मंन-ष्यF का@ श� मं: हि/द्यामं�न �S, पारन्ता- /6 स� स�रिरका मं<� मं: U स6 र�न6 का6 का�रण इनपार ध्य�न न�W

6ता6। य� हृ य, जिजैसमं: ईश्वर�य ज्य<हिता का� प्रका�श न�W पाहु चाता�, न�म्भिस्ताका का@ आत्मं� का@ तार� अन्धका�रमंय �। ऐस6 हृ य स6 ता< काब्र �� अच्छी] �।] □

 

१६/ �व� औरी माच्छरी क� मा�कदमा�

एका बा�र एका मंच्छीर न6 न्य�य� र�जै स-ल6मं�न का6 रबा�र मं: आकार प्र�थ्रन� का@, ‘‘ �/� न6 �मंपार ऐस6- ऐस6 जै-ल्मं हिकाय6 �S हिका �मं गर�बा बा�ग का@ सर भा�

न�W कार सकाता6। जैबा U) लF का6 पा�स जै�ता6 �S ता< �/� आकार �मं: उड़ी� ल6 जै�ता� �।, जिजैसस6 �मं�र6 स-खा- स�म्रा�ज्य पार �/� का6 अन्य�य का@ हिबाजैल� हिगर पाड़ीता� �

और �मं गर�बा आनन् स6 / लिचाता कार दि य6 जै�ता6 �S। �6 पाश-- पाक्षिLयF तार्थों� ]नF का6 दु: खा �रन6/�ल6, <नF ल<काF मं: ता6र6 न्य�य- श�सन का@ ध)मं �। �मं ता6र6 पा�स

इसलिलए आय6 �S हिका ता) �मं�र� इन्स�U कार:।’’ पागम्बार स-ल6मं�न न6 मंच्छीर का@ जैबा य� प्र�र्थों5न� स-न� ता< का�न6 लग6, ‘‘ऐ

इ स�न चा��न6/�ल6 मंच्छीर! ता-झांका< पाता� न�W हिका मं6र6 श�सनका�ल मं: अन्य�य का� का�W भा� न�मं<हिनश�न न�W �। मं6र6 र�ज्य मं: जै�लिलमं का� का�मं �� र्क्सय�! ता-झांका< मं�ल)मं न�W हिका जिजैसदि न मंS पा � हुआ र्थों�, अन्य�य का@ जैड़ी उस� दि न खा< ]

गय� र्थों�। प्रका�श का6 स�मंन6 अ ध6र� काबा ठ�र सकाता� �?’’ मंच्छीर न6 का��, ‘‘बा6शका, आपाका� कार्थोंन सत्य �, पार �मं�र6 ऊंपार काP पा�-

दृमिष्ट रखान� भा� ता< श्री�मं�न �� का� का�मं �। य� का@जिजैए और दुष्ट /�य- का6 अत्य�चा�रF स6 �मं�र� जै�हिता का< बाचा�इए।’’

स-ल6मं�न न6 का��, ‘‘ बाहुता बाच्छी�, �मं ता-म्��र� इ स�U कारता6 �S, मंगर दूसर6 पाL का� �<न� भा� जैरूर� �! जैबाताका प्रहिता/� ] उपास्थि�ता न �< और <नF ओर

का6 बाय�न न लिलखा6 जै�य6 ताबाताका ता�का@का�ता न�W �< सकाता�, इसलिलए �/� का< बा-ल�न� जैरूर� �।’’

स-लमं�न का6 रबा�र स6 जैबा /�य- का6 न�मं हुर्क्समं पाहु चा� ता< /� बाड़ी6 /6ग स6 cड़ीता� हुआ ��जिजैर �< गय�। /�य- का6 आता6 �� मंच्छीर ठ�र न�W सका6 । उन्�: भा�गता6 �� बान�। जैबा मंच्छीर भा�ग र�6 र्थों6 उस समंय उनस6 स-ल6मं�न न6 का��,

‘‘ यदि ता-मं न्य�य चा��ता6 �< ता< भा�ग र्क्सयF र�6 �<? र्क्सय� इस� बालबा)ता6 पार न्य�य का@ पा-का�र कार र�6 �<?’’

मंच्छीर बा<ल�, ‘‘मं��र�जै, �/� स6 �मं�र� जै�/न �� न�W र�ता�। जैबा /� आता� � ता< �मं: भा�गन� पाड़ीता� �S यदि इस तार� न भा�ग: ता< जै�न न�W बाचा

सकाता�।’’

Page 39: Eit ki Diwar

 [ य�� श� मंन-ष्य का@ �। जैबा मंन-ष्य आता� � अर्थों�5ता जैबाताका उसमं: अ� भा�/ हि/द्यामं�न र�ता� �, उस6 ईश्वर न�W मिमंलता� और जैबा ईश्वर मिमंलता� � ता<

मंन-ष्य का@ गन्ध न�W र�ता� अर्थों�5ता उसका� अ� भा/ हिबालका- ल मिमंट जै�ता� �।]1  

१८/ बो�जै औरी बो�दश��

एका बा� श�� न6 बा�जै पा�ल रखा� र्थों�। /� उस पाL� स6 बाड़ी� प्र6मं कारता� र्थों� और उस6 का<ई काष्ट न�W �<न6 6ता� र्थों�। एका दि न बा�जै का6 दि ल मं: न जै�न6 र्क्सय� समं�य� हिका बा� श�� का< छे<ड़ीकार चाल� गय�। पा�ल6 ता< बा� श�� का< बाहुता र जै हुआ। पारन्ता- र्थों<ड़ी6 दि न बा� /� उस6 भा)ल गय�। बा�ज़ छे) ट कार एका ऐस6 मं)खा5 व्यलिx का6 ��र्थों मं: पाड़ी गय� हिका जिजैसन6 पा�ल6 उसका6 पार का�ट ड�ल6 और

न�खा)न तार�श दि य6 हिUर एका रस्स� स6 बा� ध कार उसका6 आग6 घ�स ड�ल ] और का�न6 लग�, ‘‘ ता6र� पा�ल� मं�लिलका का स� मं)खा5 र्थों� हिका जिजैसन6 न�खा)न भा� स�U न

कार�य6, बाम्भिल्का उल्ट6 बाढ़े� दि य6। 6खा मंS, आजै ता6र� का स� स6/� कार र�� हूं । ता6र6 बाढ़े6 हुए बा�लF का< का�ट कार बाड़ी� स-न् र �जै�मंता बान� ] � और न�खा-नF का<

तार�श कार छे<ट� कार दि य� �।‘‘ ता) दुभा�5ग्य स6 ऐस6 ग /�र का6 पाल्ल6 पाड़ी गय�, जै< 6खाभा�ल कारन� भा�

न�W जै�नता� र्थों�। अबा ता) य�W र� और 6खा हिका मंS ता-झांका< हिकास तार� घ�स चार�- चार� कार हृष्ट- पा-ष्ट बान�ता� हूं ।’’

Page 40: Eit ki Diwar

पा�ल6 ता< बा� श�� न6 बा�जै का� खाय�ल छे<ड़ी दि य� र्थों�, ल6हिकान का- छे दि न बा� उस6 हिUर उसका@ य� सता�न6 लग�। उसन6 उसका< बाहुता ढें- ढ़े/�य�, पारन्ता- का�W पाता� न चाल�। ताबा बा� श�� स्/य बा�जै का@ ताल�श मं: हिनकाल�। चालता6- चालता6 /� उस� ��न पार पाहु चा गय�, जै�� बा�जै अपान6 पार काट/�य6 रस्स� स6

बा ध� घ�स मं: मं- � मं�र र�� र्थों�। बा� श�� का< उसका@ य� श� 6खाकार बाड़ी� दु: खा हुआ और /� उस6 स�र्थों ल6कार /�पास चाल� आय�। /� र�स्ता6 मं: बा�र-बा�र

य�� का�ता� र��, ‘‘ ता) स्/ग5 स6 नरका मं: र्क्सयF गय� र्थों�?’’

[ बा�जै का@ तार� आ मं� भा�, अपान6 स्/�मं� पारमं�त्मं� का< छे<ड़ीकार दु:खा उठ�ता� �S। स स�र का@ मं�य� उस6 पा ग- बान� 6ता� � और मं)खा5 मंन-ष्य अपान� मं)खा5ता� का6 का�मंF का< भा� बा-जिद्धमं�न� का� का�य5 समंझांता6 �S।] 1

  

Page 41: Eit ki Diwar

१८/ मिमात्री क/ पारीख

मिमंस्र- हिन/�स� �जैरता जै-न्न)न ईश्वर- प्र6मं मं: हि/ह्वल �<कार पा�गलF-जैस6 आचारण कारन6 लग6। श�सन- स)त्री ग-ण्डF का6 ��र्थों मं: र्थों�। उन्�Fन6 जै-न्न)न का< का मं:

ड�ल दि य�। जैबा दुष्ट मंन-ष्यF का< अमिधका�र प्र�प्ता �<ता� � ता< मं स)र- जैस� सन्ता भा� स)ल� पार लटका� दि य� जै�ता� �। जैबा अज्ञा�हिनयF का� र�जै �<ता� � ता< /6

नहिबायF ताका का< कात्ल कार� 6ता6 �S। जै-न्न)न पारF मं: बा6हिड़ीय� और ��र्थोंF मं: �र्थोंकाहिड़ीय� पा�न6 का खा�न6 मं: पाहु चा6।

उनका6 भाx ��ल पा)छेन6 का6 लिलए का खा�न6 का6 चा�र< ओर जैमं� �< गय6। /6 ल<ग आपास मं: का�न6 लग6, ‘‘ �< सकाता� � हिका �जैरता जै�न- बा)झांकार पा�गल बान6 �F।

इसमं: का- छे-न- का- भा6 जैरू �, र्क्सयFहिका य6 ईश्वर का6 भाxF मं: सबास6 ऊं चा6 �S। ऐस6 प्र6मं स6 भा� पारमं�त्मं� बाचा�य6, जै< पा�गलपान का6 जै� ताका पाहु चा� 6।’’

इस तार� का@ बा�ता: कारता6- कारता6 जैबा ल<ग �जैरता जै-न्न)न का6 पा�स पाहु चा6 ता< उन्�Fन6 दूर स6 �� आ/�जै ], ‘‘ काcन �<? खाबार �र, आग6 न बाढ़ेन�!’’

उन ल<गF न6 हिन/6 न हिकाय�, ‘‘ �मं सबा आपाका6 भाx �S। का- शल-समं�चा�र पा)छेन6 का6 लिलए स6/� मं: आय6 �S। मं��त्मंनp! आपाका� र्क्सय� ��ल �? आपाका< य�

पा�गलपान का� झां)ठ� <षा र्क्सयF कार लग�य� गय� �? �मंस6 का<ई ��ल न लिछेपा�कार इस बा�ता का< स�U- स�U बाता�य:। �मं ल<ग आपाका6 हि�ताषा� �S। अपान6 भा6 F का< मिमंत्रीF स6 न लिछेपा�इए।’’

जै-न्न)न न6 जैबा य6 बा�ता: स-नW ता< उन्�Fन6 इन ल<गF का@ पार�L� कारन6 का� हि/चा�र हिकाय�। /6 उन्�: बा-र�- बा-र� ग�लिलय� 6न6 और पा�गलF का@ तार� ऊंट-पाट� ग बाकान6 लग6। पात्थर-लकाड़ी�, जै< ��र्थों लग�, U: का- U: काकार मं�रन6 लग6।

य� 6खाकार ल<ग भा�ग हिनकाल6। जै-न्न)न न6 का�का�� लग�कार लिसर हि�ल�य� और एका स�ध- स6 का��, ‘‘ जैर� इन भाxF का< ता< 6खा<। य6 <स्ता� का� मं भारता6

�:। <स्ताF का< ता< अपान6 मिमंत्री का� काष्ट अपान� मं-स�बाताF का6 बार�बार �<ता� �, और उनका< मिमंत्री स6 जै< काष्ट पाहु चा6 उस6 /� स�षा5 स�न कारता6 �S।’’

[ मिमंत्री का6 का�रण मिमंल6 हुए काष्टF और मं-स�बाताF पार खा-श �<न� मिमंत्रीता� का@ लिचाह्नों �। मिमंत्री का� उ ��रण स<न6 का6 समं�न � और उसका6 लिलए पार�L� अखिग्न का6 ता-ल्य �। श-द्ध स<न� अखिग्न मं: पाड़ीकार हिनमं5ल और हिन hषा �<ता� �।] 1

 

Page 42: Eit ki Diwar

  १९/ पाथ-प्रदशPक

�जैरता मं-�म्मं का6 एका अन-य�य� बा�मं�र पाड़ी6 और स)खाकार का� ट� �< गय6। /6 उसका@ बा�मं�र� का� ��ल पा)छेन6 का6 लिलए गय6। अन-य�य� �जैरता का6 श5नF

स6 ऐस6 स भाल6 हिका मं�न< खा- � न6 उस� समंय नय� जै�/न 6 दि य� �<। का�न6 लग6, ‘‘ इस बा�मं�र� न6 मं6र� भा�ग ऐस� चामंका�य� हिका दि न हिनकालता6 �� य�

बा� श�� मं6र6 घर आय�। य� बा�मं�र� और बा-खा�र का स� भा�ग्य/�न �! य� पा�ड़ी� और अहिनद्र� का स� श-भा �!’’

�जैरता पागम्बार न6 उस बा�मं�र स6 का��, ‘‘ ता)न6 का<ई अन-लिचाता प्र�र्थों5न� का@ �S। ता)न6 भा)ल मं: हि/षा खा� लिलय� �। य� कार, ता)न6 र्क्सय� हुआ का@?’’

बा�मं�र न6 का��, ‘‘ मं-झां6 य� न�W। पारन्ता- मंS य� अ/श्य चा��ता� हूं हिका आपाका@ काP पा� स6 /� दुआ य� आ जै�य6।’’

आखिखार �जैरता मं-�म्मं का@ काP पा� स6 /� दुआ उसका< य� आ गय�। उसन6 का�, ‘‘ल�जिजैए, /� दुआ मं-झां6 य� आ गय�। आपा स /

अपार�मिधयF का< पा�पा कारन6 स6 मंन� कारता6 र्थों6 और पा�पाF का6 ड का� डर दि ल�ता6 र्थों6। इसस6 मंS व्य�का- ल �< जै�ता� र्थों�। न मं-झां6 अपान� श� पार स ता<षा र्थों� और न

बाचान6 का@ र�� दि खा�य� 6ता� र्थों�। न प्र�यक्षिOता का@ आश र्थों�, न लड़ीन6 का@ ग- जै�इश और न भाग/�नp का< छे<ड़ी का<ई स��यका दि खा�य� 6ता� र्थों�। मं6र6 हृ य मं:

ऐस� भ्रमं पा � �< गय� र्थों� हिका मंS बा�र- बा�र य�� प्र�र्थों5न� कारता� र्थों� हिका �6 ईश्वर, मं6र6 कामंH का� ण्ड मं-झां6 इस� स स�र मं: 6 ड�ल, जिजैसस6 मंS स ता<षा का6 स�र्थों मंPत्य- का� आसिंल2गन कार सका) । मंS इस� प्र�र्थों5न� पार अड़ीकार बाठ जै�ता� र्थों�। ध�र6-ध�र6

बा�मं�र� ऐस� बाढ़े] हिका घ-ल- घ-लकार मंरन6 लग�। अबा ता< य� ��लता �< गय� � हिका खा- � का@ य� का� भा� खाय�ल न�W र�ता� और अपान6- पार�य6 का� ध्य�न भा�

Page 43: Eit ki Diwar

जै�ता� र��। यदि मंS आपाका6 श5न न कारता� ता< प्र�ण अ/श्य हिनकाल जै�ता6। आपान6 बाड़ी� काP पा� का@।’’

मं-�म्मं स��बा न6 का��, ‘‘खाबार �र, ऐस� प्र�र्थों5न� हिUर न कारन�! ऐ बा�मं�र चाWट], ता6र� य� स�मंथ्य5 का�� हिका खा- � ता-झांपार इतान� बाड़ी� पा��ड़ी

रर्क्सखा6?’’ अन-य�य� न6 का��, ‘‘ता<बा�! ता<बा�! ऐ स-लता�न! अबा मंSन6 प्रहिताज्ञा� कार ल�

� हिका का<ई प्र�र्थों5न� बा6स<चा- समंझां6 न�W कारू ग�। ऐ पार्थों-प्र श5का! इस हिनजै5न बान मं: आपा �� मं-झां6 मं�ग5 दि खा�इए और अपान� य� स6 मं-झां6 लिशL� ]जिजैए।’’

�जैरता रस)ल न6 बा�मं�र स6 का��, ‘‘ ता) खा- � स6 दुआ कार हिका /� ता6र� कादिठन�इयF का< आस�न कार6। ऐ खा- �! ता) ल<ग और पारल<का मं: �मं: धय5 और स-खा प्र �न कार। जैबा �मं�र� हिनर्दि 2ष्ट ��न ता) �� � ता< र�स्ता6 का@ मं जिजैल का< भा� स-खामंय बान� 6।’’1

    

२०/ ला�कमा�न क/ पारी�क्षा�

�जैरता ल-कामं�न यद्याहिपा स्/य ग-ल�मं और ग-ल�मं हिपाता� का6 पा-त्री र्थों6, पारन्ता- उनका� हृ य ईष्य�5 और ल<भा स6 रहि�ता र्थों�। उनका� स्/�मं� भा� प्रकाट मं: ता< मं�लिलका र्थों�, पारन्ता- /�स्ता/ मं: इनका6 ग-णF का6 का�रण दि ल स6 इनका� ग-ल�मं �<

गय� र्थों�। /� इनका< काभा� का� आजै� कार 6ता�, पार ल-कामं�न अपान� भा6

Page 44: Eit ki Diwar

लिछेपा�य6 रखान� चा��ता6 र्थों6 और इनका� स्/�मं� इनका@ इच्छी� का6 हि/रुद्ध का<ई का�मं न�W कारन� चा��ता� र्थों�। उस6 ता< �जैरता स-कामं�न स6 इतान� प्र6मं और श्रीद्ध� �< गय� र्थों� हिका जैबा नcकार उसका6 लिलए खा�न� ल�ता6 ता< /� ता-रन्ता- ल-कामं�न का6 पा�स

आ मं� भा6जैता�, ता�हिका �ल6 /� खा�ल: और उनका� बाचा� हुआ /� खा- खा�य6। /� ल-कामं�न का� जै)ठ� खाकार खा-श �<ता� र्थों� और य�� ताका नcबाता पाहु चा गय� र्थों� हिका जै< खा�न� /� न खा�ता6, उस6 /� U: का 6ता� र्थों� और यदि खा�ता� भा� र्थों� ता< बाड़ी� अरुलिचा का6 स�र्थों।

एका बा�र हिकास� न6 उनका6 मं�लिलका का6 लिलए खारबा)जै भा6जै6। मं�लिलका न6 ग-ल�मं स6 का��, ‘‘ जैल् ] जै�ओ और मं6र6 बा6ट6 ल-कामं�न का< बा-ल� ल�ओ।’’

ल-कामं�न आय6 और स�मंन6 बाठ गय6। मं�लिलका न6 छे- र� उठ�य� और अपान6 ��र्थों स6 खारबा)जै� का�टकार एका U� का ल-कामं�न का< ]। उन्�Fन6 ऐस6 शcका स6 खा�य� हिका मं�लिलका न6 दूसर� U� का ], य�� ताका हिका सत्री�/W U� का ताका /6 बाड़ी6 शcका स6 खा�ता6 र�6। जैबा का6 /ल एका ट-काड़ी� बा�का@ र� गय� ता< मं�लिलका न6 का��,

‘‘ इसका< मंS खा�ऊं ग�, जिजैसस6 मं-झां6 भा� य� मं�ल)मं �< हिका खारबा)जै� हिकातान� मं�ठ� �।’’

जैबा मं�लिलका न6 खारबा)जै� खा�य� ता< काड़ी/��ट स6 काष्ठ मं: लिचारमिमंर��ट लगन6 लग� और जै�भा मं: छे�ल6 पाड़ी गय6। घ ट6- भार ताका मं- � का� स्/� हिबागड़ी� र��। ताबा उसन6 आOय5 का6 स�र्थों �जैरता मं-कामं�न स6 पा)छे�, ‘‘ ऐ <सता, ता)न6 इस जै�र का< हिकास तार� खा�य� और इस हि/षा का< अमंPता र्क्सयF समंझां लिलय�? इसमं:

ता< का<ई स ता<षा का@ बा�ता न�W �। ता)न6 खा�न6 स6 बाचान6 का6 लिलए का<ई बा��न� र्क्सयF न�W हिकाय�?’’

�जैरता ल-कामं�न न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ मंSन6 आपाका6 ��र्थों स6 इतान6 स्/�दि ष्ट भा<जैन खा�य6 �S हिका लज्ज� का6 का�रण मं6र� लिसर न�चा6 झां-का� जै�ता� �। इस�स6 मं6र6

दि ल न6 य� ग/�र� न�W हिकाय� हिका काड़ी/� चा�जै आपाका6 ��र्थों स6 न खा�ऊं । मंS का6 /ल काड़ी/6पान पार श<र मंचा�न6 लग) ता< सc र�स्ताF का@ खा�का मं6र6 बा न पार पाड़ी6।

ऐ मं6र6 स्/�मं�, आपाका6 स / शर्क्सकार प्र �न कारन6 /�ल6 ��र्थों न6 इस खारबा)जै6 मं: काड़ी/��ट का�� छे<ड़ी� र्थों� हिका मंS इसका@ लिशका�यता कारता�!’’ 1

 

Page 45: Eit ki Diwar

२१/ हुदहुद औरी क�आ

जैबा स-ल6मं�न का6 उत्तमं श�सन का@ ध)मं मंचा�, ता< सबा पाL� उनका6 स�मंन6 हि/न�ता भा�/ स6 उपास्थि�ता हुए। जैबा उन्�Fन6 य� 6खा� हिका स-ल6मं�न उनका6 दि ल

का� भा6 जै�नन6/�ल� और उनका@ बा<ल� समंझांन6 मं: समंर्थों5 � ता< पाक्षिLयF का� प्रत्य6का समं)� बाड़ी6 अ बा का6 स�र्थों रबा�र मं: उपास्थि�ता हुआ।

सबा पाक्षिLयF न6 अपान� चा�चा���ट छे<ड़ी ] और स-ल6मं�न का@ स गहिता मं: आकार मंन-ष्यF स6 भा� अमिधका उत्तमं बा<ल� बा<लन6 लग6। सबा पाL� अपान�-अपान� चाता-र�ई और बा-जिद्धमं�न� प्रकाट कारता6 र्थों6। य� आत्मं- प्रश स� का- श6खा� का6 का�रण

न र्थों�; बाम्भिल्का /6 स-ल6मं�न का6 प्रहिता पाL�- जैगताp का6 भा�/ व्यx कारन� चा��ता6 र्थों6, जिजैसस6 स-ल6मं� का< उलिचाता आ 6श 6न6 और प्रजै� का@ भाल�ई कारन6 मं: स��यता�

मिमंल6। �<ता6- �<ता6 हु हु का@ बा�र� आय�। उसन6 का��, ‘‘ ऐ र�जै! एका ऐस� ग-ण, जै< सबास6 ता-च्छी �, मंS बाताल�ता� हूं , र्क्सयFहिका स क्षिLप्ता बा�ता �� ल�भाका�र� �<ता�

�।’’ स-ल6मं�न न6 पा)छे�, ‘‘ /� काcन- स� ग-ण �?’’

हु हु न6 उत्तर दि य�, ‘‘ जैबा मंS ऊं चा�ई पार उड़ीता� हूं ता< पा�न� का<, चा��6 /� पा�ता�ल मं: भा� �<, 6खा ल6ता� हूं और स�र्थों �� य� भा� 6खा ल6ता� हूं हिका

पा�न� का�� �6, हिकास ग�र�ई मं: � और हिकास र ग का� �? य� भा� जै�न ल6ता� हूं हिका /� पा�न� धरता� मं: स6 उबाल र�� � य� पात्थर स6 रिरस र�� �? ऐ स-ल6मं�न! ता)

अपान� स6न� का6 स�र्थों मं-झां- जैस6 जै�नका�र का< भा� रखा।’’ �जैरता स-ल6मं�न न6 का��, ‘‘अच्छी�, ता) हिबान� पा�न�/�ल6 ��नF और

खातारन�का र6हिगसता�नF मं: �मं�र6 स�र्थों र�� कार, जिजैसस6 ता) �मं: मं�ग5 भा� दि खा�ता� र�6 और स�र्थों र�कार पा�न� का@ खा<जै भा� कारता� र�6।’’

 

Page 46: Eit ki Diwar

  जैबा काcए न6 स-न� हिका हु हु का< य� आज्ञा� 6 ] गय�, अर्थों�5ताp उस6

आ र मिमंल गय� � ता< उस6 ड�� हुई और उसन6 �जैरता स-ल6मं�न स6 हिन/6 न हिकाय�, ‘‘ हु हु न6 हिबाल्का- ल झां)ठ का�� � और ग-स्ता�खा� का@ �। य� बा�ता

लिशष्ट�चा�र का6 खिखाल�U � हिका बा� श�� का6 आग6 ऐस� झां)ठ बा�ता का�� जै�य6, जै< पा)र� न का@ जै� सका6 । अगर सचामं-चा उसका@ हिनग�� इतान� ता6जै �<ता� ता< मं-ठpट]- भार ध)ल मं: लिछेपा� हुआ Uन् � र्क्सयF न�W 6खा पाता�, जै�ल मं: र्क्सयF U सता� और

प्रिंपा2जैर6 मं: र्क्सयF हिगरफ्ता�र �<ता�?’’ �जैरता स-ल6मं�न बा<ल6, ‘‘ र्क्सयF र6 हु हु ! र्क्सय� य� सचा � हिका ता) मं6र6 आग6 जै< �/� कारता� � /� झां)ठ �?’’

हु हु न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ ऐ र�जैनp, मं-झां6 हिन hश गर�बा का6 हि/रुद्ध शत्री- का@ लिशका�यताF पार ध्य�न न ]जिजैए। अगर मं6र� �/� गलता �< ता< मं6र� य� लिसर

��जिजैर �। अभा� ग 5न उड़ी� ]जिजैए। र�� बा�ता मंPत्य- और पारमं�त्मं� का@ आज्ञा� स6 हिगरफ्ता�र� का@, स< इसका� इल�जै मं6र6 र्क्सय�, हिकास� का6 भा� पा�स न�W �। यदि

ईश्वर का@ इच्छी� मं6र� बा-जिद्ध का6 प्रका�श का< न बा-झां�य6 ता< मंS उड़ीता6- उड़ीता6 �� Uन् 6 और जै�ल का< भा� 6खा ल) । पारन्ता- जैबा ईश्वर का@ मंजैt ऐस� �� �< जै�ता� � ता<

अकाल पार पा �5 पाड़ी जै�ता� �S। चान्द्रमं� का�ल� पाड़ी जै�ता� � और स)जैर ग्र�ण मं: आ जै�ता� �। मं6र� बा-जिद्ध और दृमिष्ट मं: य� ता�काता न�W � हिका पारमं�त्मं� का@ मंजैt का� मं-का�बाल� कार सका6 ।’’

 

२२/ चौ�री क/ चौ�ला�क/

एका मंन-ष्य न6 अपान6 घर मं: एका चा<र का< 6खा� और जैबा /� हिनकालकार भा�ग� ता< उसका6 पा�छे6 cड़ी� हिका 6� र्थोंकाकार चा)र- चा)र �< गय�। जैबा

चा<र का6 इतान� पा�स पाहु चा गय� हिका उसका< पाकाड़ी ल6 ता< दूसर6 चा<र न6 पा-का�रकार

Page 47: Eit ki Diwar

का��, ‘‘ अर6 मिमंय� ! य�� आओ। य�� ता< 6खाF हिका य�� हिकातान6 हिनश�न मंcजै) �S। जैल् ] लcटकार आओ।’’

गP�स्/�मं� न6 य� आ/�जै स-न� ता< उस6 डर लगन6 लग�। स<चान6 लग�, श�य दूसर6 चा<र न6 हिकास� का< मं�र ड�ल� � य� �< सकाता� �, /� मं-झांपार भा�

पा�छे6 स6 ट)ट पाड़ी। �< सकाता� � हिका बा�ल- बाच्चाF पार भा� ��र्थों स�U कार6। ता< हिUर इस चा<र का6 पाकाड़ीन6 स6 र्क्सय� ल�भा �<ग�?

य� स<चाकार पा�ल6 चा<र का� पा�छे� कारन� छे<ड़ी दि य� और लcटकार /�पास आय� और उस आ मं� स6 पा)छे�, ‘‘ <स्ता! र्क्सय� बा�ता �? ता-मं र्क्सयF लिचाल्ल� र�6

र्थों6?’’ /� का�न6 लग�, ‘‘ य� 6खिखाए चा<र का6 पारF का6 हिनश�न। /� दुष्ट अ/श्य

इस र�स्ता6 स6 भा�गकार गय� �। य� खा<जै मं�जै) �। बास, इस�का< 6खाता6-भा�लता6 उसका6 पा�छे6 चाल6 जै�ओ।’’

गP�स्/�मं� न6 का��, ‘‘ अर6 मं)खा5! मं-झां6 खा<जै र्क्सय� बाता�ता� �। मंSन6 असल� चा<र का< बा� लिलय� र्थों�। ता6र� चा�खा- लिचाल्ल��ट स-नकार उस6 छे<ड़ी दि य�। अर6

बा6/का) U! य� ता) र्क्सय� बा6हूं � बाका- /� कारता� �। मंS ता< लक्ष्य का< पाहु चा चा-का� र्थों�। भाल� हिनश�न र्क्सय� चा�जै �! य� ता< ता) ग-ण्ड� � य� हिबाल्का- ल मं)खा5 �। �<

सकाता� � हिका चा<र ता) �� �< और य� सबा ��ल ता-झां6 मं�ल)मं �<।’’[ मंनष्य का< अमिधका ल�भा का� ल�लचा 6कार असल� भाल�ई का< र<का� जै� सकाता� �। इस तार� ल�भा का6 बाजै�य ��हिन उठ�न� पाड़ीता� �।] 1

  

२३/ चौ7�� औरी ऊं� ट

एका चा)�6 का6 ��र्थों ऊं ट का@ नका6 ल लग गय�। /� बाड़ी� श�न स6 खाWचाता� हुआ चाल�। ऊं ट जै< ता6जै� स6 उसका6 पा�छे6 चाल� ता< चा)�6 का6 दि मं�ग मं: य� घमंण्ड पा � �< गय� हिका मंS भा� पा�ल/�न हूं । ऊं ट चा)�6 का6 भा�/F का< ता�ड़ी गय� और दि ल

मं: स<चा�, अच्छी�, ता-झां6 इसका� मंजै� चाखा�ऊं ग�। चालता6- चालता6 /6 एका बाड़ी� न ] का6 हिकान�र6 पाहु चा6, जै�� इतान� ग�र� पा�न� र्थों� हिका ��र्थों� भा� ड)बा जै�य6। चा)�� /�W

दिठठकाकार बाठ गय�। ऊं ट न6 का��, ‘‘ जै गलF और पा��ड़ीF का6 स�र्थों�, ता-मं र्क्सयF रुका गय6 और इस

समंय र्क्सय� लिचान्ता� �? आओ, स��स कारका6 न ] मं: उतार<। ता-मं ता< सर �र और आग6- आग6 चालन6/�ल6 �<, बा�चा र�स्ता6 मं: ठ�रकार हि�म्मंता न ��र<।’’

चा)�6 न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ न ] का� पा�ट बाहुता चाcड़ी� � और मं-झां6 इसमं: ड)बा जै�न6 का� डर �।’’

ऊं ट न6 का��, ‘‘अच्छी�, मंS 6खा) पा�न� हिकातान� ग�र� �।’’ य� का�कार न ] मं: पार रखा� और का��, ‘‘ अर6 चा)�6, इसमं: ता< लिसU5 जै� घ

ताका पा�न� �S ता) ऐस� हि/चालिलता और पार6श�न र्क्सयF �< गय�?’’

Page 48: Eit ki Diwar

चा)�6 न6 का��, ‘‘ जै< चा�जै ता6र6 आग6 चाWट] �, /�� �मं�र6 लिलए अजैगर �, र्क्सयFहिका जै� घ जै� घ का� भा� Uका5 �S अगर पा�न� ता6र� जै� घ ताका � ता< मं6र6 लिसर स6

भा� गजैF ऊं चा� �<ग�।’’ ऊं ट न6 का��, ‘‘खाबार �र, आग6 हिUर काभा� ऐस� ग-स्ता�खा� न कारन�, न�W

ता< स्/य ��हिन उठ�य6ग�। अपान6 जै6स6 चा)�F का6 आग6 ता-मं चा��6 हिकातान� �� डWग �� का<, पारन्ता- ऊं ट का6 आग6 चा)�� जै�भा न�W हि�ल� सकाता�!’’

चा)�6 न6 का��, ‘‘ मंS ताcबा� कारता� हूं । ईश्वर का6 लिलए इस खातारन�का पा�न� स6 मं6र� जै�न बाचा�ओ।’’

ऊं ट का< य� आय� और का��, ‘‘अच्छी�, मं6र6 का<��न पार चाढ़ेकार बाठ जै�। इस तार� आर- पा�र �<न� मं6र� का�मं �। ता-झां जैस6 �जै�रF का< न ] पा�र कार� चा-का�

हूं ।’’[ ऐ मंन-ष्य, जैबा ता) पागम्बार न�W ता< हिनर्दि 2ष्ट मं�ग5 स6 चाल, जिजैसस6 हिका का- ए -

खा�ई स6 बाचाकार आस�न� स6 अपान6 लक्ष्य पार पाहु चा जै�य6। जैबा ता) बा� श�� न�W ता< प्रजै� बानकार र� और जैबा ता) मंल्ल�� न�W ता< न�/ का< न चाल�। ता� बा6 का@

तार� रस�यन का� स��र� ल6। ऐ मंन-ष्य! ता) मं��पा-रुषाF का@ स6/� कार।] 1  

२४/ हिन: स्व�थP द�न

Page 49: Eit ki Diwar

�जैरता उमंर का@ खिखाल�Uता का6 जैमं�न6 मं: एका श�र मं: आग लग गय�। /� ऐस� प्रचा ड अखिग्न र्थों�, जै< पात्थर का< भा� स)खा� लकाड़ी� का@ तार� जैल�कार र�खा कार 6ता� र्थों�। /� मंका�न और मं-�ल्लF का< भा� जैल�ता� हुई पाक्षिLयF का6

घFसलF ताका पाहु चा� और अ ता मं: उनका6 पार< मं: भा� लग गय�। इस आग का@ लपाटF न6 आध� श�र भा)न ड�ल�, य�� ताका हिका पा�न� भा� इस आग का< न बा-झां� सका�। ल<ग पा�न� और लिसरका� बारस�ता6 र्थों6, पारन्ता- ऐस� मं�ल)मं �<ता� र्थों� हिका

पा�न� और लिसरका� उल्ट� आग का< ता6जै कार र�< �S। अन्ता मं: प्रजै�- जैन �जैरता उमंर का6 पा�स cड़ी आय6 और हिन/6 न हिकाय� हिका आग हिकास� स6 भा� न�W

बा-झांता�। �जैरता उमंर न Uरमं�य�, ‘‘ य� आग भाग/�न का6 का<पा का� लिचाह्नों � और

य� ता-म्��र� का जै)स� का@ आग का� एका श<ल� �S। इसलिलए पा�न� छे<ड़ी < और र<ट] बा� टन� श-रू कार<। यदि ता-मं भाहि/ष्य मं: मं6र� आज्ञा� का� पा�लन कारन� चा��ता6

�< ता< मं जै)स� स6 ��र्थों खाWचा ल<।’’ जैनता� न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ �मंन6 पा�ल6 स6 खार�ता का6 र/�जै खा<ल रखा6 �S

और �मं6श� य� और उ �रता� का� व्य/��र कारता6 र�6 �S।’’ �जैरता उमंर न6 उत्तर दि य�, ‘ य� �न ता-मंन6 हिनष्का�मं भा�/न� स6 न�W

हिकाय�, बाम्भिल्का जै< का- छे ता-मंन6 दि य� �, /� अपान� बाड़ीप्पान प्रकाट कारन6 और प्रलिसजिद्ध का6 लिलए दि य� �। ईश्वर का6 भाय और पार<पाका�र का6 लिलए न�W दि य�। ऐस6 दि खा�/6 का< उ �रता� और �न स6 का<ई ल�भा न�W �।’’1

 

२५/ त�त� औरी गा�जै� फूक/री

एका पा स�र� का6 य�� तार�- तार� का@ बा<लिलय� बा<लन6 /�ल� एका बाहुता स-न् र ता<ता� र्थों�। /� ता<ता� दुका�न का@ 6खा- र6खा कारता� और प्य�र�-प्य�र�

बा<लिलय� बा<लकार आन- जै�न6/�लF का� मंन<र जैन हिकाय� कारता� र्थों�। एका दि न ऐस� स य<ग हुआ हिका मं�लिलका अपान6 घर गय� हुआ र्थों� और ता<ता� दुका�न का@

हिनगर�न� कार र�� र्थों�। इतान6 मं: एका हिबाल्ल� चा)�6 पार झांपाट], ता<ता� अपान� जै�न बाचा�न6 का6 लिलए जैस6 �� एका तारU का< भा�ग� हिका cड़ी- ध)पा मं: बा� �मं र<गन का@

का- छे बा<ताल6 ल-ढ़ेका गयW। जैबा मं�लिलका घर स6 आय� ता< 6खा� हिका ता6ल स6 तामं�मं Uश5 लिचाकान� �<

गय� �। पा स�र� न6 ग-स्स� �<कार ता<ता6 का< ऐस� चा<ट मं�र� हिका उसका6 लिसर का6

Page 50: Eit ki Diwar

बा�ल उड़ी गय6। इस र जै का@ /जै� स6 ता< ता<ता6 न6 बा<लन�- चा�लन� हिबाल्का- ल छे<ड़ी दि य�। पा स�र� अपान6 इस आचारण पार पाO�त्त�पा कारन6 लग�। /� बा�र- बा�र अपान6

जै� मं: का�� हिका र्क्सय� �� अच्छी� �<ता�, यदि मं6र6 ��र्थों उस घड़ी� स6 पा�ल6 �� ट)ट जै�ता6, जिजैस समंय मंSन6 इस ता<ता6 का< मं�र� र्थों�।

पा स�र� न6 अन6का प्रयत्न हिकाय6 हिका ता<ता� बा<लन6 लग6, पारन्ता- उसन6 एका शब् ताका भा� अपान6 मं- � स6 न�W हिनका�ल�। इस� तार� काई दि न ग-जैर गय6, पा स�र� अपान� दुका�न पार बाठ� हुआ इस� लिचान्ता� मं: मंग्न र्थों� और स<चाता� र्थों� हिका

मं6र� ता<ता� काभा� बा<ल6ग� भा� य� न�W, इतान6 मं: एका स�ध- लिसर घ-ट�य6 हुए उस तारU स6 हिनकाल6।

ता<ता6 न6 ता-रन्ता स�ध- पार काट�L हिकाय� और का�� हिका ओ ग जै6, श�य ता)न6 भा� ता6ल का@ बा<ताल हिगर�य� �, ता< ता-झां6 ग जै� �<न� पाड़ी�।

स-नन6/�ल6 खा)बा � स6 हिका ल< स��बा, य� ता<ता� स�ध- का< भा� अपान6 समं�न समंझांता� �।

 [ अपान� श� का6 अन-स�र स स�र का6 अन्य सज्जन मंन-ष्यF और मं��पा-रुषाF

का@ ��लता का� अन् �जै न�W कारन� चा�हि�ए। अर्क्ससर ऐस� हुआ � हिका ल<गF न6 मं��न आत्मं�ओं का< न�� पा�चा�न�, उनका6 उपा 6शF पार अमंल न�W हिकाय� और

पार्थों- भ्रष्ट �< गय6।] 1 

Page 51: Eit ki Diwar

२६/ सुच्चा� प्र�मा

एका अत्यन्ता स-न् र स्त्री� र्थों�, पार� का6 समं�न। /� र�स्ता� चाल6 हुए हिकास� का�रण स6 खाड़ी� �< गय�। उसन6 6खा� हिका एका आ मं� उसका@ तारU चाल�

आ र�� �। जैबा पा�स आय� ता< उस स्त्री� पार /� ऐस� मं<हि�ता हुआ हिका उस6 तान- मंन का@ स-मिध ताका न र��। जैबा जैर� �<श हुआ ता< उस सत्री� का@ तारU

6खान6 लग� और हिUर ऐस� आपा6 स6 बा��र हुआ हिका उस स-न् र रूपा का< अपान6 बा�हु- पा�श मं: बान् ] बान�न6 का< ताय�र �< गय�। इस इर� 6 स6 /� आग6 बाढ़े� �� र्थों�

हिका स्त्री� ता-रन्ता पा�छे6 �ट गय� और का�न6 लग�, ‘‘ र्क्सय� बा�ता �, जै< इस तार� बाढ़े6 चाल6 आ र�6 �< और सभ्यता� का@ स�मं� स6 बा��र जै� र�6 �<?’’

पा-रुषा न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ य� सबा ता6र6 रूपा का� जै�दू �। ता6र6 ��/- भा�/< न6 ता�र बारस�य6 �S। र्क्सय� काहूं , ता6र6 सcन् य5 न6 मं6र6 हृ य का< छे]न लिलय� �। और जैबा

अपान6 ऊंपार ता6र� अमिधका�र �<ता6 6खा� � ता< मं-झां6 भा� य� स��स �< गय� हिका अपान� रL� का6 लिलए आग6 बाढ़ेकार /�र कारन� चा�हि�ए। अबा ता< मंS ता6र� �� इच्छी- का हूं । जैबाताका ता-झां6 न�W पा� ल) ग�, श�न्तिन्ता न�W मिमं सकाता�।’’

/� स्त्री� बा<ल�, ‘‘ मं6र6 पा�छे6 मं6र� एका �स� �। मं-झांस6 भा� अमिधका स-न् र� �। जैबा ता) उस6 6खा6ग� ता< बाड़ी� खा-श �<ग�। 6खा य� स�मंन6 स6 चाल� आ र�� �।’’

Page 52: Eit ki Diwar

पा-रुषा न6 पा�छे6 मं-ड़ीकार 6खा�। �स� का� का�W पाता� न चाल�। जैबा 6खाता6- 6खाता6 र्थोंका गय� ता< उस स-न् र� न6 बाड़ी6 जै<र स6 एका तामं�चा� मं�र� और बा<ल�,

‘‘ ऐ कापाट]! ता-मंका< शमं5 न�W आता� हिका मं6र6 प्र6मं का� �/� कारता� हुआ भा� दूसर6 का@ ताल�श कारता� �? ता-झांका< प्र6मं� बानन6 का� अमिधका�र न�W। ता) प्र6मं� न�W,

बाम्भिल्का ध<खा6बा�जै �।’’

[ �6 आत्मंनp! ता) का6 /ल पारमं�त्मं� का� प्र6मं� बान और मं�य�- रूपा� दुहिनय� हिकातान� स-न् र �<, उसस6 मंन न लग�, य�� ताका हिका लिस/� पारमं�त्मं� का6 हिकास� स6

भा� इच्छी� न कार। न हिकास� का6 स्पश5 कारन6 का@ का�मंन� कार। हिकास� का@ गन्ध ताका मंल ल6 और न उसका6 अहितारिरx हिकास� का� ध्य�न कार। ता) भ्रमं- जै�ल मं:

U स6ग� ता< उस पारमं�त्मं� का6 ��र्थोंF ��हिन उठ�य6ग�] 1

२७/ दूरीदशW

एका आ मं� स<न� ता<लन6 का6 लिलए स-न�र का6 पा�स तार�जै) मं� गन6 आय�। स-न�र न6 का��, ‘‘मिमंय� , अपान� र�स्ता� ल<। मं6र6 पा�स छेलन� न�W �।’’

उसन6 का��, ‘‘ मंजै�का न कार, भा�ई, मं-झां6 तार�जै) चा�हि�ए।’’ स-न�र न6 का��, ‘‘ मं6र� दुका�न मं: झां�ड) न�W �S।’’ उसन6 का��, ‘‘ मंसखार� का< छे<ड़ी 6, मं तार�जै) मं� गन6 आय� हूं , /� 6 6

और बा�र� बान कार ऊंटपाट� ग बा�ता: न कार।’’ स-न�र न6 जै/�बा दि य�, ‘‘�जैरता, मंSन6 ता-म्��र� बा�ता स-न ल� र्थों�, मंS बा�र�

न�W हूं । ता-मं य� न समंझां< हिका मंS ग<लमं�ल कार र�� हूं । ता-मं बा)ढ़े6 आ मं� स)खाकार का� ट� �< र�6 �<। स�र� शर�र का� पाता� �S। ता-म्��र� स6न� भा� का- छे बा-र� �

� और का- छे चा)र� �। इसलिलए ताcलता6 समंय ता-म्��र� ��र्थों का� पा6ग� और स<न� हिगर

Page 53: Eit ki Diwar

पाड़ी6ग� ता< ता-मं हिUर आओग6 हिका भा�ई, जैर� झां�ड़ू ता< 6न� ता�हिका मंS स<न� इकाट्ठा� कार ल) और जैबा बा-��र कार मिमंट्टी] और स<न� इकाट्ठा� कार ल<ग6 ता< हिUर का�<ग6 हिका मं-झां6 छेलन� चा�हि�ए, ता�हिका खा�का का< छे�नकार स<न� अलग कार दू । �मं�र�

दुका�न मं: छेलन� का�� ? मंSन6 पा�ल6 �� ता-म्��र6 का�मं का6 अन्तिन्तामं पारिरण�मं का< 6खाकार दूर शt

का�� र्थों� हिका ता-मं का�W दूसर� जैग� स6 तार�जै) मं� ग ल�ओ।’’

[ जै< मंन-ष्य का6 /ल का�मं का6 प्र�र� का< 6खाता� �, /� अन्ध� �। जै< पारिरण�मं का< ध्य�न मं: रर्क्सखा6, /� बा-जिद्धमं�न �। जै< मंन-ष्य आग6 �<न6 /�ल� बा�ता

का< पा�ल6 �� स6 स<चा ल6ता� �, उस6 अन्ता मं: लस्थिज्जता न�W �<न� पाड़ीता�।]1 

२८/ क��ट: क/ झा�ड़ै�

एका मं- � का6 मं�ठ6 और दि ल का6 खा<ट6 मंन-ष्य न6 र�स्ता6 का6 बा�चा मं: का� टF का@ झां�ड़ी� उगन6 ]। जै< पालिर्थोंका उधर स6 हिनकालता�, /�� मिधर्क्सका�र कार का�ता� हिका इसका< उखा�ड़ी 6; ल6हिकान उसका< /� उखा�ड़ीता� न�W र्थों�, न उखा�ड़ी�।

इस झां�ड़ी� का@ य� श� र्थों� हिका प्रत्य6का पाल बाढ़ेता� जै�ता� र्थों� और ल<गF का6 पार का� ट6 चा-भान6 स6 लहूं- ल-��न �< जै�ता6। जैबा ��हिकामं का< इसका@ खाबार पाहु चा� और

इस मंन-ष्य का6 पा)ण5 आचारण का� ज्ञा�न हुआ ता< उसन6 झां�ड़ी� का< ता-रन्ता उखा�ड़ी 6न6 का@ आज्ञा� ]। इस पार भा� /� मंन-ष्य और जै/�बा दि य� हिका हिकास� U- स5ता

का6 दि न उखा�ड़ी ड�ल) ग�। इस तार� बार�बार ट�लमंट<ल कारता� र��, य�� ताका हिका झां�ड़ी� न6 खा)बा मंजैबा)ता जैड़ी पाकाड़ी ल�।

एका दि न ��हिकामं न6 का��, ‘‘ ऐ प्रहिताज्ञा� भा ग कारन6/�ल6, �मं�र� आज्ञा� का� पा�लन कार। बास अबा एहिड़ीय� न रगड़ी। ता) जै< र<जै काल का� /� � कारता� �। य� समंझां हिका जिजैतान� अमिधका समंय ग-जैरता� जै�य6ग�, उतान� �� अमिधका बा-र�ई का�

/PL पानपाता� जै�य6ग� और उखा�ड़ीन6 /ल� बा-ड्ढे� और भा� कामंजै<र �<ता� जै�य6ग�। पा6ड़ी मंजैबा)ता और बाड़ी� �<ता� जै�ता� �। जैल् ] कार और मंcका6 का< ��र्थों स6 न जै�न6 6।’’

[ मंन-ष्य का@ �र बा-र� आ ता का� टF का@ झां�ड़ी� �। /� अन6का बा�र अपान6 आचारणF पार लस्थिज्जता �<कार पाO�त्त�पा कारता� �। /� अपान� आ ताF स6 स्/य

भा� ता ग आ जै�ता� �, हिUर भा� उसका@ आ खा: न�W खा-लताW। दूसरF का6 काष्ट जै< उसका6 �� स्/भा�/ का6 का�रण �S, अगर /� उसका@ पार/� न�W कारता� ता< न स��; ल6हिकान उस6 अपान6 घ�/ का� अन-भा/ ता< �<न� �� चा�हि�ए।] 1

 

Page 54: Eit ki Diwar

२९/ व�य�करीण औरी माल्ला��

एका /य�कारण न�/ मं: स/�र र्थों�। /� घमं ड मं: भारकार मंल्ल�� स6 का�न6 लग�, ‘‘ र्क्सय� ता-मंन6 व्य�कारण पाढ़े� �?’’

मंल्ल�� बा<ल�, ‘‘न�W।’’ /य�कारण न6 का��, ‘‘ अUस<स � हिका ता-न6 अपान� आध� उम्रा यF �� ग /�

]!’’ मं� झां� का< बाड़ी� क्र<ध आय�। ल6हिकान उस समंय /� का- छे न�W बा<ल�।

/य<ग स6 /�य- का6 प्रचा ड झांFकाF न6 न�/ का< भा /र मं: ड�ल दि य�। न�हि/का न6 ऊं चा6 स्/र मं: /य�कारण स6 पा)छे�, ‘‘मं��र�जै, आपाका< तारन� भा�

आता� � हिका न�W?’’ /य�कारण न6 का��, ‘‘न�W, मं-झां6 तारन� न�� आता�।’’

  न�हि/का न6 का��, ‘‘/य�कारण, ता6र� स�र� उम्रा बारबा� �< गय�, र्क्सयFहिका

न�/ अबा भा /र मं: ड)बान6 /�ल� �।’’[ मंन-ष्य का< हिकास� एका हि/द्या� य� काल� मं: L �< जै�न6 पार ग/5 न�W कारन� चा�हि�ए।] 1

 

३०/ मान क� मा�री 

Page 55: Eit ki Diwar

एका आ मं� न6 अपान� स्त्री� का< मं�र ड�ल�। पारिरलिचाताF न6 का��, ‘‘ अर6 दुष्ट! ता)न6 अपान� स्त्री� का< मं�र ड�ल� और उसका@ स6/� का< भा)ल गय�। ��य-��य,

अभा�ग6! भाल� बाता� ता< स��, स्त्री�- �त्य� का� पा�पा हिकास� भा� जैन्मं मं: ध< सका6 ग�? बा�ता र्क्सय� र्थों� और उसन6 र्क्सय� अपार�ध हिकाय� र्थों�?’’

/� बा<ल�, ‘‘ उसन6 /� हिकाय� हिका जिजैसमं: उसका@ बा न�मं� र्थों� और मंSन6 उसका< इसलिलए मं�र ड�ल� हिका मिमंट्टी] उसका6 <षाF का< लिछेपा� ल6ग�। उसका� एका आ मं� स6 अन-लिचाता स बा ध र्थों� इसलिलए मंSन6 उसका< मं�र ड�ल� और खा)न मं: लिलर्थोंड़ी� हुई उसका@ ल�श का< काब्र का@ मिमंट्टी] मं: लिछेपा� दि य�।’’

उस आ मं� न6 का��, ‘‘ ऐस� लज्ज�श�ल र्थों� ता< उस दुर�चा�र� आ मं� का< र्क्सयF न�W मं�र ड�ल�?’’

उसन6 जै/�बा दि य�, ‘‘ हिUर ता< प्रहितादि न एका मंन-ष्य का� /ध कारन� पाड़ीता�। बास उसका< मं�रकार मंS र<जै- र<जै का6 रxपा�ता स6 बाचा गय�। उस अका6 ल�

का� गल� का�टन� बाहुता स6 ल<गF का6 गल6 का�टन6 स6 अच्छी� र्थों�।’’[ मंन उस दुर�चा�रिरण� स्त्री� का6 समं�न �, जिजैसस6 स�र� /�ता�/रण दूहिषाता

�< र�� �। अता: उसका< मं�रन� चा�हि�ए, अर्थों�5ताp /श मं: कारन� चा�हि�ए, र्क्सयFहिका इस दुष्ट का6 का�रण �र घड़ी� हिकास� न हिकास�स6 लड़ी�ई �<न6 का� अ 6श� �। मंन का@ /�सन�ओं का6 का�रण य� स-खामंय स स�र दु: खा �य� बान� हुआ �। यदि मंन और इजिन्द्रयF का< /श मं: कार लिलय� जै�य6 ता< दु: खा और स-खा पा�स न आय: और स�र� स स�र मिमंत्री बानकार र�6।] 1

३१/ ‘त7’ औरी ‘माZ’

एका मंन-ष्य अपान6 प्र6मंपा�त्री का6 र/�जै6 पार आय� और का- ड� खाटखाट�य�। प्र6मंपा�त्री न6 पा)छे�, ‘‘ काcन �?’’

बा��र स6 जै/�बा मिमंल�, ‘मंS’ हूं ।’’ प्र6मंपा�त्री न6 का��, ‘‘ ता-म्�: लcट जै�न� चा�हि�ए। अभा� भा:ट न�W �< सकाता�।

ता-मं जैस� काच्चा� चा�जै का6 लिलए य�� ��न न�W।’’ उसन6 समंझां� हिका प्र6मंपा�त्री का� मं-झांस6 अपामं�न हुआ �।

य� जै/�बा स-नकार /� बा6चा�र� प्र6मं� हिनर�श �<कार अपान6 प्र6मंपा�त्री का6 द्वा�र� स6 लcट गय�। बाहुता दि नF ताका हि/य<ग का@ आग मं: जैलता� र��। अन्ता मं: उस6

हिUर प्र6मंपा�त्री स6 मिमंलन6 का@ उत्काण्ठ� हुई और उसका6 द्वा�र पार चार्क्सकार का�टन6

Page 56: Eit ki Diwar

लग�। का�W हिUर का�ई अपामं�नस)चाका शब् मं- � स6 न हिनकाल जै�य6, इसलिलए उसन6 डरता6- डरता6 का- ड� खाटखाट�य�। प्र6मंपा�त्री न6 भा�तार स6 पा)छे�, ‘‘ र/�जै6 पार काcन �?’’

उसन6 उत्तर दि य�, ‘‘ ऐ मं6र6 प्य�र6, ‘ता)’ �� �।’’प्र6मं- पा�त्री न6 आज्ञा� ] हिका अबा जैबाहिका ‘ता)’ ‘मंS’ �� �, ता< अन् र चाल�

आ।’’ 

[ एकाता� मं: < का@ ग- जै�इश न�W। जैबा एका �� एका � ता< हिUर दुई का�� ?] 1

३२/ अच्छ�- बो�री� क/ पारी�क्षा�

एका बा� श�� न6 < ग-ल�मं सस्ता6 �मं मं: खार� 6। एका स6 बा�ताचा�ता का@ ता< /� ग-ल�मं बाड़ी� बा-जिद्धमं�न और मं�ठ� बा<लन6 /�ल� मं�ल)मं हुआ, और जैबा �<ठ �� मिमंठ�स का6 बान6 हुए �F ता< उनमं: शरबाता का< छे<ड़ी और र्क्सय� हिनकाल6ग�?

मंन-ष्य का@ मंन-ष्यता� उसका@ /�ण� मं: भार� हुई �। जैबा इस ग-ल�मं का@ पार�L� कार चा-का� ता< दूसर6 का< पा�स बा-ल�कार बा� श�� न6 6खा� हिका इसका6 � ता का�ल6- का�ल6 �S और मं- � गन् � �। बा� श�� इसका6 चा6�र6 का< 6खाकार खा-श न�W हुआ, पारन्ता- उसका@ य<ग्यता� और ग-णF का@ जै� चा कारन6 लग�। पा�ल6 ग-ल�मं का< ता< उसन6 का� दि य� हिका जै�, और न��- ध<कार आ। दूसर6 स6 का��, ‘‘ ता) अपान� ��ल स-न�। ता) अका6 ल� �� सc ग-ल�मंF का6 बार�बार �। ता) ऐस� मं�ल)मं न�W �<ता�, जैस�

ता6र6 स�र्थों� न6 का�� र्थों� और उसन6 �मं: ता6र� तारU स6 हिबाल्का- ल हिनरश कार दि य� र्थों�।’’

ग-ल�मं न6 जै/�बा दि य�, ‘‘ य� बाड़ी� सच्चा� आ मं� �। इसस6 ज्य� � भाल� आ मं� मंSन6 का<ई न�W 6खा�। य� स्/भा�/ स6 �� सत्य/� ] �। इसलिलए इसन6

जै< मं6र6 स बा ध मं: का�� �, यदि ऐस� �� मंS इसका6 बा�र6 मं: काहूं ता< झां)ठ� <षा लग�न� �<ग�। मंS इस भाल6 आ मं� का@ बा-र�ई न�W कारु ग�। इसस6 ता< य�� अच्छी�

� हिका अपान6 का< <षा� मं�न ल) । बा� श�� सल�मंता! स�/ � हिका /� मं-झांमं: जै< ऐबा 6खाता� �S, /� मं-झां6 खा- न ]खाता6 �F।’’

Page 57: Eit ki Diwar

बा� श�� न6 का��, ‘‘ ता) भा� इसका6 अ/ग-णF का� बाखा�न कार, जैस� हिका इसन6 ता6र6 <षाF का� हिकाय� �, जिजैसस6 मं-झां6 इस बा�ता का� हि/श्व�स �< जै�य6 हिका ता)

मं6र� हि�ताश� � और श�सन का6 प्रबान्ध मं: मं6र� स��यता� कार सकाता� �।’’ ग-ल�मं बा<ल�, ‘‘ बा� श�� सल�मंता! इस दूसर6 ग-ल�मं मं: नम्राता� और

सच्चा�ई �S। /�रता� और उ �रता� भा� ऐस� � हिका मंcका� पाड़ीन6 पार प्र�ण ताका न्यcछे�/र कार सकाता� �। चाcर्थों� बा�ता य� � हिका /� अक्षिभामं�न� न�W और स्/य

�� अपान6 अ/ग-ण प्रकाट कार 6ता� �। <षाF का< प्रकाट कारन� और ऐबा ढ़ूं ढ़ेन� ��ल� हिका बा-र� � ता< भा� /� दूसर6 ल<गF का6 लिलए अच्छी� � और अपान6 लिलए बा-र�

�6।’’ बा� श�� न6 का��, ‘‘ अपान6 स�र्थों� का@ प्रश स� मं: अहिता न कार और दूसर6

का@ प्रश स� का6 स��र6 अपान� प्रश स� न कार, र्क्सयFहिका यदि पार�L� का6 लिलए इस6 मंS ता6र6 स�मंन6 बा-ल�ऊं ता< ता-झांका< लस्थिज्जता �<न� पाड़ी6ग�।’’

ग-ल�मं न6 का��, ‘‘न�W, मं6र6 स�र्थों� का6 स ग-ण इसस6 भा� सc ग-न6 �S। जै< का- छे मंS अपान6 मिमंत्री का6 स बा ध मं: जै�नता� हूं , यदि आपाका< उसपार हि/श्व�स न�W ता<

मंS और र्क्सय� हिन/6 न कारू !’’ इस तार� बाहुता- स� बा�ता: कारका6 बा� श�� न6 उस का- रूपा ग-ल�मं का@ अच्छी]

तार� पार�L� कार ल� और जैबा पा�ल� ग-ल�मं स्न�न कारका6 बा��र आय� ता< उसका< अपान6 पा�स बा-ल�य�। बा स)रता ग-ल�मं का< /�� स6 हिबा � कार दि य�। उस स-न् र ग-ल�मं का6 रूपा और ग-णF का@ प्रश स� कारका6 का��, ‘‘ मं�ल)मं न�W, ता6र6 स�र्थों� का< र्क्सय� �< गय� र्थों� हिका इसन6 पा�ठ- पा�छे6 ता6र� बा-र�ई का@!’’

इसग-ल�मं न6 भा¯ चाढ़े�कार का��, ‘‘ ऐ य�स�गर! इस न�चा न6 मं6र6 बा�र6 मं: जै< का- छे का��; उसका� जैर�- स� स का6 ता ता< मं-झां6 मिमंलन� चा�हि�ए।’’

बा� श�� न6 का��, ‘‘ सबास6 पा�ल6 मं6र6 <गल6पान का� जिजैक्र हिकाय� हिका ता) प्रकाट मं: /� और अन्तार मं: 5 �।’’

जैबा इसन6 बा� श�� का6 मं- � स6 य6 शब् स-न6 ता< इसका� क्र<ध भाड़ीका उठ�, चा6�र� तामं- तामं�न6 लग� और अपान6 स�र्थों� का6 स बा ध मं: जै< का- छे मं- � मं: आय�, बाकान6 लग�। बा-र�इय� कातार� �� चाल� गय� ता< बा� श�� न6 इसका6 �FठF पार ��र्थों

रखा दि य� हिका बास, � �< गय�। ता6र� आत्मं� गन् ] � और उसका� मं- � गन् � �। ऐ गन् ] आत्मं�/�ल6! ता) दूर बाठ। /� ग-ल�मं अमिधका�र� बान6 और ता) उसका6

अध�न र�।[ य� रखा<, स-न् र और ल-भा�/न� रूपा �<ता6 हुए भा� यदि मंन-ष्य मं: अ/ग-ण �S ता< उसका� मं�न न�W �< सकाता�। और यदि रूपा बा-र�, पार चारिरत्री

अच्छी� � ता< उस मंन-ष्य का6 चारणF मं: बाठकार प्र�ण हि/सजै5न कार 6न� भा� श्री6ष्ठ �।] 1

३३/ ईंट क/ द0व�री

Page 58: Eit ki Diwar

एका न ] का6 हिकान�र6 पार ऊं चा� ]/�र र्थों�। उसपार एका प्य�स� आ मं� बाठ� हुआ र्थों�। हिबान� पा�न� का6 उसका6 प्र�ण हिनकाल6 जै� र�6 र्थों6। ]/�र पा�न� ताका

पाहु चान6 मं: रुका�/ट ड�लता� र्थों� और /� प्य�स का6 मं�र6 व्य�का- ल �< र�� र्थों�। उसन6 ]/�र का@ एका ईंट उखा�ड़ीकार पा�न� मं: जै< U: का@ ता< पा�न� का@ आ/�जै का�न मं: आय�। /� आ/�जै भा� उस6 ऐस� प्य�र� लग�, जैस6 प्र6मंपा�त्री का@ आ/�जै �<ता� �। इस� एका आ/�जै न6 शर�बा का@ स� मंस्ता� पा � कार ]।

उस दुखिखाय�र6 का< पा�न� का@ ध्/हिन मं: इतान� आनन् आय� हिका /� ]/�र मं: स6 ईंट: उखा�ड़ीकार पा�न� मं: U: कान6 लग�। पा�न� का@ य� श� र्थों�, मं�न< /�

का� र�� र्थों� हिका ऐ भाद्र पारुषा, भाल� मं6र6 ईंट: मं�रन6 स6 ता-झां6 र्क्सय� ल�भा? प्य�स� भा� मं�न< अपान� श� स6 य� प्रकाट कार र�� र्थों� हिका मं6र6 इसमं: < ल�भा �S।

इसलिलए मंS इस का�मं स6 काभा� ��र्थों न�W र<का) ग�। पा�ल� ल�भा ता< पा�न� का@ आ/�जै का� स-नन� �। य� प्य�सF का6 लिलए रबा�बा ( एका प्रका�र का� बा�जै�) का@ आ/�जै स6 अमिधका मंध-र �। दूसर� ल�भा य� � हिका जिजैतान� ईंट: मंS इस ]/�र

का@ उखा�ड़ीता� जै�ता� हूं , उतान� �� हिनमं5ल जैल का6 हिनकाट �<ता� जै�ता� हूं , र्क्सयFहिका इस ऊं चा� ]/�र स6 जिजैतान� ईंट: उखाड़ीता� जै�य:ग�, उतान� �� ]/�र न�चा� �<ता� चाल� जै�य6ग�। ]/�र का� न�चा� �<न� पा�न� का6 हिनकाट �<न� �।’’

 [ ईंटF का@ लिचान�ई का� उखा�ड़ीन� /न् न� (प्रणहिता) �। जैबाताका इस ]/�र

का@ ग 5न ऊं चा� �6, /� लिसर का< झां-का�न6 न�W 6ता�। इसलिलए जैबाताका इस पा चा भाcहिताका शर�र स6 मं-लिx न प्र�प्ता �<, अमंPता ( अमंर जै�/न) का6 आग6 लिसर न�W

झां-का सकाता�। इस यc/न का6 मं�त्/ का< समंझांकार लिसर झां-का�न� चा�हि�ए और बा-ढ़े�पा� आन6 स6 पा�ल6 य�न� उस समंय स6 पा�ल6 जैबा हिका ता6र� ग 5न बाढ़े] हुई

रस्स� स6 बा ध जै�य6ग� और बा-र� आ ताF का@ जैड़ी: ऐस� मंजैबा)ता �< जै�य:ग� हिका उनका6 उखा�ड़ीन6 का@ ता�काता न र�6, अपान� ]/�र (दु/�5सन�ओं) का6 ढें6लF और ईंटF

का< उखा�ड़ीकार U: का 6।]1 11

�मा�री� सु�बो�ध-सु�हि�त्य-मा�ला� □ �मं�र6 प्रमं-खा ता�र्थों5 �मं�र� आ श5 न�रिरय� भा�रता�य ल<काकार्थों�ए �मं�र6 सन्ता मं��त्मं� हि/श्व का@ श्री6ष्ठ का��हिनय� �मं�र� नदि य� �मं�र� बा<ध कार्थों�ए मं�ता�जै� का@ का��हिनय� बा�पा) का� पार्थों सिंस2��सन बात्त�स�

Page 59: Eit ki Diwar

बाड़ीF का@ बाड़ी� बा�ता: पार्थों का6 आल<का स ताF का@ स�खा बा6ता�ल बाच्चा�स� ईंट का@ ]/�र □□

सस्ता� स�हि�त्य मंण्डल